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आम आदमी का जीना दुर्भर. (Photo Credit: News State Bihar Jharakhand) Patna: बिहार की राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारी चल रही है. मेट्रो ट्रेन भी राजधानी पटना में दौड़ने के लिए तैयार हो रही है. मेट्रो प्रोजेक्ट, गैस पाइप लाइन योजना के अलावा नमामि गंगे, सीवेज ट्रीटमेंट और कई अन्य प्रोजेक्ट राजधानी पटना में चल रहे हैं. जो आने वाले समय में राजधानी की सूरत और सीरत बदल देंगे, लेकिन जिस तरह से इन प्रोजेक्ट का संचालन हो रहा है उसने आम आदमी की पीड़ा बढ़ा दी है. राजधानी पटना में जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं उसकी वजह से आम आदमी का जीना दुर्भर हो चुका है. पटना में मेट्रो प्रोजेक्ट से लेकर गैस पाइप लाइन योजना का काम चल रहा है, आम लोग इससे काफी ज्यादा परेशान हैं. नमामि गंगे परियोजना को लेकर भी लोग परेशान हैं क्योंकि इसके तहत सड़कों को खोद कर महीनों के लिए छोड़ दिया गया है और यह प्रोजेक्ट कब पूरे होंगे किसी को पता तक नहीं है. सबसे परेशानी की बात यह है कि इन प्रोजेक्ट्स को कब शुरू किया गया है? कब खत्म किया जाएगा? इसकी कोई जानकारी आम आदमी को नहीं है. सड़कें खोद दी गई हैं. लोग जाम से त्राहिमाम कर रहे हैं, लेकिन संबंधित एजेंसी की तरफ से लोगों के आने-जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं है. लोग जाम से परेशान हैं तो दुकानदार इन प्रोजेक्ट की वजह से दुकानदारी पर पड़ रहे असर से त्राहिमाम कर रहे हैं. राजधानी पटना में जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं और उसमें नियमों को लेकर जिस तरह से कोताही की जा रही है. उसमें जिला प्रशासन की लापरवाही भी उजागर हो रही है. क्योंकि बगैर जिला प्रशासन के एनओसी के आप निर्माण कार्य शुरू नहीं कर सकते हैं और अगर निर्माण कार्य शुरू कर रहे हैं तो बाकायदा इलाके के लोगों को सूचित करना होगा और उनके लिए आने-जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के साथ-साथ ट्रैफिक कैसे सुचारू रहे इसका भी इंतजाम करना पड़ता है. सबसे हैरानी की बात है कि आप संबंधित विभागों से जब निर्माण एजेंसियों की मनमानी के बाबत सवाल पूछने जाएंगे तो नगर निगम सारा ठीकरा फोड़ेगा बिडको (BUIDCO) के सिर पर. बिडको (Bihar Urban Infrastructure Development Corporation) में जब आप जाएंगे तो अधिकारी कहेंगे कि यह मामला दूसरे विभाग का है. जब इस पूरे मसले को लेकर मेयर से आप सवाल पूछने की कोशिश करेंगे तो मेयर जवाब देना तो दूर मिलना तक मुनासिब नहीं समझती हैं. हालांकि राजधानी पटना में निर्माण एजेंसियों की मनमानी पर बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया का मानना है कि यह परियोजनाएं काफी अच्छी हैं, लेकिन लगे हाथ उन्होंने परियोजनाओं के बहाने राज्य सरकार पर भी निशाना साध लिया और आम आदमी की मजबूरी का रोना भी रो लिया, लेकिन सवाल तो स्थानीय विधायक पर भी है कि निर्माण एजेंसियों की लापरवाही और मनमानी और आम आदमी की परेशानी का सवाल भी तो आप ही को उठाने की जिम्मेदारी है तो फिर आखिर आप ठीकरा दूसरों पर क्यों फोड़ रहे हैं? निर्माण एजेंसियों की लापरवाही पर जाने-माने सामाजिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का मानना है कि बिहार में अफसरशाही इतनी हावी है कि इसका फायदा अब निर्माण एजेंसियां भी उठा रही हैं. विभागों में आपसी तालमेल की कमी की वजह से किसी भी सड़क को खोदकर छोड़ दिया जाता है जबकि नियम यह है कि अगर कोई निर्माण एजेंसी सड़क पर काम करती है तो उसके मेंटेनेंस और निर्माण की भी जिम्मेदारी उसी की होती है, लेकिन विभागों में आपसी खींचतान और तालमेल की कमी की वजह से निर्माण एजेंसियां आम लोगों के गाढ़ी कमाई को डकार रही हैं. भले ही राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने की तैयारी जोरों से है, लेकिन जिस तरह से तैयारी चल रही है और जिस तरह से निर्माण एजेंसियां निर्माण कार्य में लापरवाही और कोताही बरत रही हैं उसने आम आदमी का जीना तो मुहाल कर ही दिया है. साथ ही सवाल उठा दिया है सरकार की कार्यशैली पर कि क्या बिहार में निर्माण एजेंसियां इतनी निरंकुश है कि उन्हें सरकार का भी कोई डर नहीं है.
NEET UG 2021: मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने 146 नई ऑल इंडिया कोटा (AIQ) सीटों के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट- पोस्टग्रेजुएट (NEET PG) 2021 स्पेशल राउंड काउंसलिंग के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। MCC ने अपने दिशानिर्देशों में कहा कि जिन उम्मीदवारों को स्पेशल राउंड में सीटें आवंटित की गई हैं, उन्हें 7 अप्रैल, 2022 तक अपनी आवंटित सीटों में शामिल होना आवश्यक है। MCC ने कहा कि NEET PG काउंसलिंग राउंड -2 की सीटें, जिन्हें स्पेशल राउंड में सीटें आवंटित की गई हैं, उन्हें PG काउंसलिंग 2021 के मॉप-अप राउंड में शामिल किया जाएगा। कॉलेजों को नीट पीजी स्पेशल राउंड में सीट आवंटित किए गए राउंड-2 उम्मीदवारों का ऑफलाइन इस्तीफा लेना चाहिए और स्कैन की गई प्रतियां ईमेल आईडी pgmcconlinereporting@gmail. com पर MCC को भेजनी चाहिए। MCC ने आगे कहा कि कॉलेज के अधिकारियों को ऐसे उम्मीदवारों के मूल दस्तावेज वापस करने चाहिए और उनका बकाया चुकाना चाहिए ताकि वे स्पेशल राउंड आवंटित कॉलेजों में शामिल हो सकें। सुप्रीम कोर्ट ने नीट पीजी काउंसलिंग 2021 के मॉप-अप राउंड के परिणाम की खिंचाई की, क्योंकि शेष 146 सीटों पर प्रवेश के लिए एक याचिका दायर की गई थी, जो अन्यथा बेकार हो जाएगी। फिर एमसीसी द्वारा जारी संशोधित काउंसलिंग शेड्यूल के अनुसार, शीर्ष अदालत के आदेश के अनुपालन में काउंसलिंग का एक स्पेशल राउंड आयोजित किया गया था।
Dhanbad: धनबाद में मंगलवार को ऑटो चालक, मालिक और ऑटो यूनियन के साथ DTO की बैठक हुई. जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी के कार्यालय में बैठक हुई. इसमें शहर समेत जिले के तमाम क्षेत्रों में चल रहे ऑटो से संबंधित लिस्ट परिवहन कार्यालय में लिया गया. इसके आधार पर जिले को कई क्षेत्रों में बांटा गया. बता दें कि जिले में सड़क जाम से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है. इसी क्रम में स्टेशन रोड स्थित बस ठहराव को 3 सितंबर से बंद कर दिया गया. शहर में दूरदराज से आने वाले बसों का रूट भी निर्धारित किया गया. शहर में आने वाले 5 रूटों का निर्धारण हुआ. इसमें प्रशासन द्वारा तय किए गये स्थान से सीमित संख्या में ऑटो प्रवेश पा सकेंगे. दरअसल पिछले कई महीनों से प्रशासन और ऑटो से जुड़े लोगों के साथ लगातार बैठक हो रही थी. मंगलवार को तमाम बिंदुओं पर चर्चा होने के बाद 16 सितंबर से ऑटो चालकों को उनका रूट चार्ट दिया जाएगा. जानकारी के अनुसार इसके तहत लोग ऑटो का परिचालन प्रशासन द्वारा निर्देशानुसार रूट पर कर सकेंगे. डीटीओ ओम प्रकाश यादव ने बताया कि शहर में लगभग 8 हजार ऑटो चलते हैं. जिसमें अब 25 सौ ऑटो को ही शहर में चलने की अनुमति दी जाएगी. ताकि जाम से मुक्ति मिल सके. रूट चार्ट की अनुमति उपायुक्त से मिलने के बाद 16 सितंबर से शुरू कर दिया जाएगा. कहा कि सभी ऑटो पर डिस्प्ले बोर्ड लगाना जरूरी है. इसमें ऑटो कहां से कहां तक जाएगी इसका विवरण लिखा होना चाहिए.
बांग्लादेश दौरे पर आकर वनडे सीरीज जीतना काफी मुश्किल कार्य होता है लेकिन इंग्लैंड ने इसे तीन मैचों की वनडे सीरीज (BAN vs ENG) के पहले दो मुकाबलों में ही अंजाम दे दिया था। इंग्लैंड ने सीरीज के शुरूआती दोनों मुकाबले जीतकर 2-0 से अजेय बढ़त बना ली थी। हालाँकि, उन्हें 6 मार्च को खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर (Jos Buttler) ने कहा कि वह अंतिम मुकाबला भी जीतना चाहते थे लेकिन वह सीरीज जीत से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि वो जो चाहते थे उन्हें इस सीरीज से मिला। इंग्लैंड को अंतिम मुकाबले में 50 रनों से हार झेलनी पड़ी। पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश ने शाकिब अल हसन (75) और मुशफिकुर रहीम (70) की पारियों की मदद से सभी विकेट खोकर 48. 5 ओवर में 229 रन बनाये। छोटे लक्ष्य के बावजूद बांग्लादेश की कसी हुई गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाज असहाय नजर आये और टीम 43. 1 ओवर में ही 196 रन बनाकर सिमट गई। इस तरह इंग्लैंड के हाथ से बांग्लादेश को क्लीन स्वीप करने का मौका निकल गया और उन्होंने 2-1 से सीरीज अपने नाम की। जोस बटलर ने कहा कि वर्ल्ड कप के मद्देनजर हम इस तरह के विकेटों पर खेलना चाहते थे और यह तैयारी के लिए शानदार होगा। उन्होंने कहा, हमें वही मिला जो हम इस सीरीज से चाहते थे। हम वहां जैसे विकेटों पर खेलना चाहते थे और खुद को चुनौती देना शानदार था। यह विश्व कप की तैयारी के लिए शानदार होगा। सीरीज जीतने पर ख़ुशी जताते हुए बटलर ने कहा, हम इस मैच को जीतना चाहते थे लेकिन हम अब भी सीरीज जीतकर खुश हैं। हम उनके द्वारा बनाए गए स्कोर से खुश थे लेकिन बांग्लादेश ने गेंद से कड़ी वापसी की।
टीवी जगत के जाने-माने सीरियल कसौटी जिंदगी की 2 इन दिनों दर्शकों की पहली पसंद बना हुआ है। बता दें कि जिस तरह से फिल्म के पहले सीजन को लोगों का प्यार मिला है उसी तरह से शो के दूसरे सीजन को भी खासा पसंद कर रहे हैं। शो मेकर्स समय-समय पर ऐसे ट्विस्ट एंड टर्नस लेकर के आते हैं जो शो को और रोमांचक बना देता है। शो की बात करे तों जैसा की सब जानते हैं कि कोमोलिका की सच्चाई जानने के बाद उनको बासु मेंशन से बाहर निकाल दिया गया है। और अब अनुराग और प्रेरणा की लव स्टोरी की शुरूआत हुई है। बीते दिनों शो में अनुराग और प्रेरणा की शादी को दिखाया जा रहा था। लेकिन इसी के साथ शो में एंट्री होती है मिस्टर बजाज की। बता दें कि इस सीन का एक प्रोमो रिलीज किया गया था और अब आने वाले हफ्ते में शो में मिस्टर बजाज की एंट्री होने वाली है। यह एपिसोड सोमवार को रिलीज किया जाएगा। मिस्टर बजाज की एंट्री के बाद शो में नए ट्विस्ट्स एंड टर्नस आने वाले हैं ये बात तो साफ है लेकिन जहां अनुराग और प्रेरणा मिस्टर बजाज के बारे में जानने के लिए बेकरार है वहीं दर्शक भी इस इंतजार में बैठे है कि दोनों कैसे मिस्टर बजाज नाम के तूफान से सामना करेंगे? बता दें कि हाल ही में सीरियल मेकर्स ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया हैं जिसमें करण यानि की मिस्टर बजाज ये कहते हुए दिख रहे हैं कि अब बासु परिवार की बर्बादी देखने के लिए तैयार हो जाओ। इतना तो साफ है कि मिस्टर बजाज की एंट्री से शो में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जहां लोग अनुराग और प्रेरणा की लव स्टोरी देखने को बेताब थे। ऐसे में मिस्टर बजाज की एंट्री के बाद दोनों की मुश्किलें और बढ़ती नजर आएंगी। बात की जाए शो के प्लॉट की तो अभी तक शो में अनुराग और प्रेरणा की इंगेजमेंट को दिखाया जा चुका है। वहीं इसी के साथ अनुराग को पता लगा है कि मिस्टर बजाज की वजह से बासु परिवार के सारे बैंक अकाउंट को सील कर दिया गया है। वहीं अनुराग और प्रेरणा की शादी से अनुराग की मां जरा भी खुश नहीं हैं और वो कोई ना कोई ऐसी चाल चल रही है जिससे वो प्रेरणा के परिवार को नीचा दिखा सके। शो में दिखाया गया है कि अनुराग की मां, प्रेरणा की मां को जबरदस्ती मछली सूंघने पर मजबूर करती हैं। यह जानते हुए भी कि वह वेजिटेरियन हैं। जिसके बाद प्रेरणा की मां की तबीयत बिगड़ जाती है और उन्हें सास लेने में दिक्कत होती है। वहीं बात करें शो की टीआरपी की तो, जहां एक तरफ लोग अनुराग-प्रेरणा की लव स्टोरी को पसंद कर रहे हैं। वहीं हिना खान के शो से जाने के बाद शो की टीआरपी में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन अब सबको इंतजार है तो मिस्टर बजाज की शो में एंट्री का, जिसके बाद पता लगेगा कि इस किरदार को लोगों ने कितना पसंद किया है और उनकी ये एंट्री शो की टीआरपी को वापस ऊचाई पर पहुंचाने में कितनी मदद करती है।
अहमदाबादः गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) एक्टिव हो गया है. ATS ने अब बड़ी कार्रवाई करते हुए छापों में अब तक 96 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है. कुल मिलाकर अब तक 200 स्थानों तक छापे मारे जा चुके हैं. राज्य गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, हवाला, ड्रग रैकेट और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में इन आरोपियों को अरेस्ट किया जा रहा है. ATS के नेतृत्व में विभिन्न एजेंसियों के जॉइंट ऑपरेशन में सूबे में 100 से ज्यादा कंपनियों से जुड़े लगभग 200 जगहों पर छापेमारी की है. साथ ही लोगों से पूछताछ की जा रही है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस बड़े अभियान में ATS के अलावा, राज्य वस्तु एवं सेवा कर (GST) विभाग, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच शामिल हैं. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद, भावननगर और जामनगर सहित सूबे के कई जिलों में 122 कंपनियों के विरुद्ध यह सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि अधिकारी इस सिलसिले में लगभग 74 संदिग्धों से पूछताछ कर रहे हैं और इस अभियान से बड़े स्तर पर कर संबंधी अपराधों के खुलासे की संभावना है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि हाल ही में प्रदेश में इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) फर्जीवाड़ा करने के लिए फर्जी बिल जारी करने के कई केस सामने आये हैं. इससे पहले गुरुवार को ATS ने दिल्ली से एक अफगान नागरिक को अरेस्ट किया था. जिसके पास से नशीले पदार्थ बरामद हुए थे.
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन पंजाब की कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को सर्किट हाउस में हुई। इसकी अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान परमजीत सिंह दोआबा ने की। इस अवसर पर सदस्यों ने अपनी दिक्कतों पर विस्तार से चर्चा की और अपनी मांगों का विस्तृत ज्ञापन ऑल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडर्स के राष्ट्रीय सचिव सुखमिंदर पाल सिंह गरेवाल को सौंपा। गरेवाल ने भी पेट्रोल पंप मालिकों की दिक्कतों पर सहमति जताते हुए समाधान का भरोसा दिलाया। एसोसिएशन ने पंजाब सरकार से मांग की है कि पेट्रोल पर वैट हरियाणा के बराबर किया जाए। फिलहाल हरियाणा के मुकाबले पंजाब में पेट्रोल सात रुपये प्रति लीटर महंगा है। इसके अलावा दूसरे पड़ोसी राज्यों में भी पेट्रोल के दाम काफी सस्ते हैं। नतीजतन पंजाब के पेट्रोल पंपों की बिक्री काफी कम हो गई है। एसोसिएशन का सुझाव है कि वैट कम करने से जहां लोगों को राहत मिलेगी, वहीं सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा और पंप भी अपने बिक्री लक्ष्यों को हासिल कर पाएंगे। प्रधान दोआबा का कहना है कि पेट्रोल पंप लगाते समय कारोबारी वन विभाग से चैंज ऑफ लैंड यूज (सीएलयू) और एनओसी लेते हैं। लेकिन अब वन विभाग संगरूर एवं होशियारपुर में स्थित कई पंपों को नोटिस भेज रहा है। इससे कारोबारियों में बेचैनी है। इसके अलावा पंप मालिकों ने प्रापर्टी टैक्स से मुक्ति की भी मांग की है। उनका तर्क है कि आमदनी कम होने के कारण प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करना मुश्किल है। डीलरों ने अपना कमीशन भी पांच फीसदी तक करने की वकालत की है। इस अवसर पर महासचिव अशोक जैन समेत कई पंप मालिक मौजूद रहे।
२८६ ९. ताळपाकं चिन्नय्य ये तैलंग ब्राह्मण थे और वेकटाचलपति के भक्त । ये ही भजनपद्धति के प्रवर्तक माने जाते है। उस पद्धति मे प्रात काल के प्रबोधन से, रात के शयन तक के भिन्नभिन्न समय में किये जानेवाले कार्य-कलापों के साथ गाये जानेवाले कीर्तन इन्होंने रचे है और ये अब भी गाये जाते है । १०. क्षेत्रज्ञ यह त्रिलिंग ब्राह्मण एवं कृष्णभक्त है । इनके पद तेलुगु भाषा एवं साहित्य में सर्वश्रेष्ठ है एवं अपनी-अपनी अलग विशेषताओं से संबद्ध है । हरएक पद में प्रयुक्त शृंगार रसानुसारी कैशिकी रीति, अर्थ पुष्टि, संदर्भानुसारी राग, धातु और पदविन्यास, गाने एवं सुननेवालों को मुग्ध कर लेते है, जो कि "मुव्वगोपाल" की मुद्रा से अंकित । ये तजौर के विजयराघव के समकालीन है । ११. श्रीनिवास यह तमिल ब्राह्मण और मीनाक्षी के भक्त है। तमिल में इन्होंने जो पद व कीर्तन रचे हैं, उनमे "विजयगोपाल" की मुद्रा है । वे अर्थपुष्टि, शब्द व धातु शय्या के कारण मनोहर हैं। इनका जीवन काल चोक्कनाथ नायक भूपाल के समय ( ई० १६५०) मे है। १२. जयदेव यह गोवर्धनाचार्य के शिष्य एवं कृष्णभक्त है । संस्कृत भाषा में इन्होंने "अष्टपदी" या "गीतगोविद" की रचना की है। यह संस्कृत भाषा तथा संगीत - साहित्य मे उच्चकोटि का ग्रंथ होने के कारण अद्वितीय है। इन्होने "प्रसन्नराघव नाटक " इत्यादि दूसरी कई रचनाएँ की हैं; ( ? ) तो भी उनकी ख्याति "गीतगोविंद" से ही हुई है। यह शार्ङ्गदेव के समकालिक है। १३. घनं सोनय्य इन्होंने "शशांक विजय" नामक शृङ्गाररस का प्रबंध रचा है। संगीत और संस्कृत एवं तेलुगु भाषा मे प्रवीण थे। इस प्रबंध के अलावा "मन्नारुरंग" की मुद्रा से अंकित कई कीर्तनों एवं पदों के भी रचयिता है । यह बात उनके "शशांक विजय" मालूम होती है। क्षेत्रज्ञ के समकालिक है। १४. मार्गदर्शी शेषय्यंगार वैष्णव ब्राह्मण एवं रंगनाथ के भक्त है। संस्कृत पंडित है और संगीतशास्त्रज्ञ, भी। इनके ६० कीर्तन श्रीरंग के रंगनाथ स्वामी के बारे मे रचे हुए है। इनकी चातुरी देखकर पण्डित लोगों ने, 'मार्गदर्शी' के बिरुद से इन्हें सम्मानित किया है। कहा जाता कि अय्यगारजी सोनय्य के पूर्वकालिक है । १५. गिरिराज कवि यह तैलंग ब्राह्मण हैं और इनका वासस्थान तजौर जिले में तिरुवारूर था । प्रसिद्ध सत त्यागराज के दादा है । तजौर के दूसरे महाराष्ट्र राजा शाहजी ने इनका सम्मान किया था। इनके कीर्तन भक्तिरसपूर्ण व वेदांतप्रधान है । १६. शाहजी महाराज यह तजौर-महाराष्ट्र-राजवंश के स्थापक एकोजी राजा के पुत्र है। संस्कृत, महाराष्ट्र, हिंदुस्थानी तथा तेलुगु भाषा के प्रकाड पंडित थे। साथ ही सगीत - साहित्यविद्या के पडित होने के कारण इन्होंने बहुत से कीर्तनो एव पदो की रचना की । तिरुवारूर के त्यागराज स्वामी के बारे मे, इन्होने एक पालकी-नाटक तेलुगु भाषा मे रचा, जो "पल्लकि सेवा प्रबंध" नाम से प्रसिद्ध है। इनका शासनकाल ई० सन् १६८४ से १७११ तक है । १७. वीरभद्रय्य तंजौर के महाराष्ट्र राजा प्रतापसिंह की, जिन्होने ई० सन् १७४१ से १७६५ तक शासन किया था, संगीतरसिकता एवं उदारता को सुनकर, यह वाग्गेयकार उत्तर से तंजौर पधारे । यह तैलंग ब्राह्मण है; संगीत - साहित्य की रचना में सिद्धहस्त भी है । इन महाशय के आने का समाचार सुनते ही, राजा ने स्वयं ही इनके पास जाकर इनक। भलो-भाँति आतिथ्य किया । इन्होंने बहुत से कीर्तन तरह-तरह के रक्तिपूर्ण रागों में रचे है, जो "प्रतापराम" की मुद्रा से मुद्रित है। इनके अलावा इस राजा के प्रशस्तिगान के रूप में कई दरु, पद, तिल्लाना इत्यादि की रचना की है। हरएक कृति गेय कल्पनाओं से सज्जित है। इन्ही महाशय को दक्षिण देश की गानरीति के परिष्कर्ता कहे तो यह अतिशयोक्ति या अत्युक्ति न होगी। १८. कवि मातृभूतय्य ये त्रिशिरपुरीवासी तैलंग ब्राह्मण और भक्तकवि है। इन्होंने नीति व भक्तिमार्ग के कीर्तन रचे है। पारिजातापहरण नामक गांधर्वनाटक की भी रचना की है। "त्रिशिरगिरि" की मुद्रा से युक्त इनके कीर्तन, वहाँ की देवी सुगधिकुतलांबा की सेवा के रूप में रचित है। अपनी विकराल दरिद्रता से छुटकारा पाने के लिए भी देवीजी के पदों में ही भरोसा रखकर इन्होंने भक्ति की थी और सफलता भी पायी थी। कहा जाता है कि देवीजी की आज्ञा से तजौर के राजा प्रतापसिह ने ही, दस हजार, रुपये देकर उन्हें बचाया था । १९. आदिप्पय्य एवं उनकी संतान यह आदिप्पय्य कर्णाटक ब्राह्मण है । तेलुगु तथा संस्कृत के पडित है। इन्हों वीरभद्रय्य के मार्ग पर चलकर, रक्तिपूर्ण देशी रागों में अनेक कीर्तन, विशेष गमकजातियो से युक्त रचे है जो "श्रीवेकटरमण" की मुद्रा से मुद्रित है। रागालापन की मध्यमकाल-पल्लवी का परिष्कार इन महाशय के द्वारा हुआ है। इनका तानवर्ण "विरिबोणि" जो भैरवी राग का है, बहुत प्रसिद्ध है । वह वर्ण मौखिक व वीणागान मे सपानरूपेण रजक है। आदिप्पय्य के पुत्र वीणा - कृष्णय्य है, जो प्रसिद्ध वैणिक है। इनके तीन प्रबंध, जो "सप्ततालेश्वरम्" नाम से प्रसिद्ध है, मैसूर, विजयनगर तथा पुदुक्कोट्टै के राजाओ के विषय मे रचे हुए हैं। इनके पुत्र वीणा सुब्बुक्कुट्ट अय्य भी प्रसिद्ध वैणिक थे, इनका तालज्ञान, जो वैणिकों मे थोडा ही पाया जाता है, बेजोड़ था । २०. सोंटि वेंकटसुब्बय्य यह तैलंग ब्राह्मण है । तेलुगु भाषा मे तथा संगीतशास्त्र में निपुण थे। वेकट मखी के रागागादि रागो के सप्रदायज्ञ थे । तजौर के महाराष्ट्र राजा तुलजा के बारे में इनका बिलहरी राग में रचित एक वर्ण, विचित्र कल्पनाओ से युक्त एव मनोरजक है। इनके पुत्र वेकटरमणय्य भी सगीत-साहित्य तथा गान दोनो मार्गों में अपने पिता की अपेक्षा भी निपुणतर निकले थे । २१. रामस्वामी दोक्षित ये द्राविड ब्राह्मण हैं । सस्कृत व तेलुगु भाषा के पडित है। पहले वीरभद्रय्य से तथा पीछे वेकटवैद्यनाथ दीक्षित से इन्होंने शिक्षा पायी। इनकी तथा इनके पुत्र मुद्दस्वामी दीक्षित की कई रागतालमालिकाओं, तानवर्णो और कीर्तनो ने इनकी आर्थिक परिस्थिति की श्रीवृद्धि की और वे ही इनकी ख्याति के कारण भी हुए। २२. श्यामाशास्त्री इन्होंने १७६३ ई० मे जन्म लिया, संस्कृत व तेलुगु के पंडित होकर एक यतीन्द्र से संगीत का भी अभ्यास किया था। श्रीविद्या के प्रसाद से प्राप्त इनकी प्रखर प्रतिभा की झलक इनके प्रत्येक कीर्तन में पायी जानेवाली गेय- कल्पना व साहित्य - चमत्कार के कारण स्पष्ट दिखाई पड़ती है। इनकी रचनाएँ "श्यामकृष्ण" की मुद्रा से अकित है । ये महानुभाव संगीत की त्रिमूर्तियों में अन्यतम है । २५. वीणा कुप्पय्य और उनके पुत्र गायन एव वीणावादन मे ये बहुत श्रेष्ठ हैं । इन्होने गेयचमत्कृति से युक्त तानवर्ण कीर्तनो की रचना की है। इनके पुत्र त्यागय्य ने, जिसका नामकरण अपनी गुरुभक्ति के कारण कुप्पय्या ने किया था, कई तानवर्ण रचे थे। इनके अलावा "पल्लवीस्वरकल्पवल्ली" के रचयिता भी ये ही है । २६. वैकुंठ शास्त्री शास्त्रीजी सस्कृत वाग्गेयकारो मे प्रमुख है। अन्य काव्य नाटक अलंकारशास्त्रों की तरह संगीतशास्त्र भी इनके अध्ययन का विषय था । गेयकल्पनायुक्त संस्कृतकीर्तन, रक्ति एव देशी रागों में इन्होने रचे थे । "वैकुठ" की मुद्रा से इनके कीर्तन अकित है। २७. कुप्पुस्वामी अय्यर यह द्रविड ब्राह्मण है । तेलुगु भाषाविज्ञ भी थे । इनके कीर्तन प्राय भक्ति रस के है । कई एक शृंगार रस के भी है। दोनो गेयकल्पनाएँ बहुत चमत्कारयुक्त है। पदविन्यास ललित है। "वरदवेकट" की मुद्रा से मुद्रित है । २८. पल्लवि गोपालय्यर इनकी इस "पल्लवि" पदवी का मुख्य कारण इनकी प्रतिभा थी, जिससे ये पल्लवी के गाने मे बेजोड हुए थे। इनके रचे हुए एक "वनजाक्षी" कल्याणी नामक तानवर्ण से ही, सगीतकल्पनाचमत्कार, गमक, स्वरकल्पनाशय्या इत्यादि का पता चलेगा। इन्होंने "वेकट" की मुद्रा से अकित अन्य कई तानवर्णो की रचना भी की है। ये अमरसिंह तथा शरभोजी के समकालिक है । २९. मुद्दस्वामी दीक्षित ये रामस्वामी दीक्षित के पुत्र थे । ई० सन् १७७५ मे उत्पन्न हुए थे । सोलह बरस में ही साङ्गवेदाध्ययन कर चुके थे। ज्योतिष, वैद्यक तथा मंत्रशास्त्र में भी विशेष प्रज्ञा थी । सौभाग्य से चिदबरनाथ योगी नामक एक सिद्धपुरुष ने इनको श्रीविद्या का उपदेश दिया था। पीछे सुब्रह्मण्य का अनुग्रह भी इन्हें मिला था । इन्होंने प्रायः सभी तीर्थों की यात्रा की है। वहाँ के देव-देवियो के स्तोत्ररूप विविध कीर्तन रचे है । इनकी भाषा पूर्णरीति से संस्कृत है, तो भी गेयकल्पना, अर्थपुष्टि, ललितप्रदबिन्यास आदि से युक्त हैं। इनके कीर्तन "गुरुगुह" की मुद्रा से अंकित है । इनके कीर्तन
पीएम मोदी ने सासंदों से कहा कि यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ही सरकार है, जिसने सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान का सम्मान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP Parliamentary party meeting) के संसदीय दल की बैठक में तीन मूर्ति भवन परिसर में बन रहे पूर्व प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय का जिक्र करते हुए कहा कि हम सभी का सम्मान करते हैं, किसी के बीच भेदभाव नहीं करते. पीएम मोदी ने सासंदों से कहा कि यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ही सरकार है, जिसने सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान का सम्मान किया है. बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से सामाजिक न्याय को समर्पित 'सामाजिक न्याय पखवाड़ा' के तहत अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में छह अप्रैल से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने को कहा. साथ ही उन्होंने पार्टी सांसदों से अनुसूचित जाति व जनजातियों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रचार करने को भी कहा. प्रधानमंत्री ने इस दौरान सांसदों से अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन करने को कहा. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने सांसदों से इस दौरान बाबा साहेब आंबेडकर से जुड़े तीर्थ स्थलों का दौरा करने को भी कहा. प्रधानमंत्री ने इस दौरान सांसदों को यह सुझाव भी दिया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मनरेगा कोष का इस्तेमाल गांवों में छोटे-छोटे तालाब बनाने में करना चाहिए. उन्होंने सांसदों से आकांक्षी जिलों का दौरा करके वहां विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने को भी कहा. आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. बता दें कि केंद्र सरकार का संस्कृति मंत्रालय तीन मुर्ति स्थिति नेहरू केंद्र में एक संग्रहालय तैयार किया है, जिसमें अब तक रहे देश के सभी प्रधानमंत्रियों की स्मृतियों को संग्रहित किया गया है. प्रधानमंत्रियों की तश्वीरों, मूर्तियों और मीडिया में छपी रिपोर्टों के आधार पर प्रधानमंत्रियों के बारे में विस्तार से बताया गया है. इस संग्रहालय का काम फिलहाल अंतिम दौर में है. अगले महीने पीएम मोदी 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर इस संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे. देश के 14 पूर्व प्रधानमंत्री की याद में 270 करोड़ रुपये की लागत से नेहरू म्यूजियम को बनाया जा रहा है, जहां उनके पुराने सामानों, पत्रों, उनके लेखन आदि को रखा जाएगा. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए संग्रहालय बनाने का निर्णय लिया है, जिसका काम अंतिम दौर में है. पीएम ने आज की बैठक में सांसदों से अपने अपने क्षेत्र में लोगों के बीच जाकर जबरदस्त पैठ बनाने की पैरोकारी की. इस क्रम में लोगों के बीच कैम्प लगाने की बात भी पीएम ने कही. पीएम ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाए जाने के क्रम में देश के 75 एस्पिरेशनल जिलों को चिन्हित कर काम करने के निर्देश दिए हैं. ये एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट या आकांक्षी जिले उनके लोकसभा क्षेत्र से अलग चुनने होंगे.
नई दिल्ली/नोएडा : डासना जेल में बंद नोएडा के चर्चित निठारी कांड का कुख्यात अपराधी मोनिंदर सिंह पंढेर (Moninder Singh Pandher) इन दिनों जेल में मौजूद अन्य बंदियों को अंग्रेजी सिखा रहा है. सुबह 9 बजे से 11 बजे तक पंढेर जेल में बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाता है. तकरीबन तीन महीने से पंढेर क्लास ले रहा है. दो दर्जन कैदियों को पढ़ा रहा अंग्रेजी : जिला कारागार गाजियाबाद के अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि कैदी मनिंदर सिंह पंढेर ने बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाने पर सहमति जताई. इसके बाद जेल में अंग्रेजी की क्लास शुरू की गई. मनिंदर सिंह पंढेर करीब दो दर्जन बंदियों को अंग्रेजी पढ़ा रहा है. रोजाना अंग्रेजी की क्लास लगती है. सुबह नौ से ग्यारह के बीच क्लास होती है. बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाने के लिए जेल में किताबें भी मौजूद हैं. देश भर में सुर्खियों में रहा था निठारी कांड : वर्ष 2005 और 2006 के बीच नोएडा का निठारी कांड लंबे समय तक देश भर में सुर्खियों में रहा. नोएडा में कोठी मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली ने तमाम लड़कियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के बाद बेरहमी से मार डाला था. यहां तक कि उनका खून पिया और अंग को उबालकर खाया था. बाद में अंग बरामद हुए तो इस खौफनाक कांड का राज खुला. जिसके बाद पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया था. ० 29 दिसंबर 2006 को नोएडा में मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के पीछे मौजूद नाले से 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे. ० 29 दिसंबर 2006 को मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. ० 30 दिसंबर 2006 को सीबीआई को मानव हड्डियों के कुछ हिस्से और तीन दर्जन से ज्यादा ऐसे पैकेट मिले, जिनमें मानव अंगों को भरकर फेंका गया था. ० 5 जनवरी 2007 को मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को पुलिस नार्को टेस्ट के लिए गांधीनगर लेकर गई थी. ० 10 जनवरी 2007 को सीबीआई ने मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली से पूछताछ शुरू की थी. पूछताछ के बाद जांच करने के लिए सीबीआई निठारी पहुंची. पंढेर के घर के आसपास की तलाशी ली गई तब आसपास से और भी हड्डियां बरामद हुई थीं. ० 8 फरवरी 2007 को कोली और पंढेर को 14 दिन की सीबीआई की हिरासत में भेजा गया था. ० मई 2007 को सीबीआई ने मनिंदर सिंह पंढेर को अपनी चार्जशीट में अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरोपमुक्त कर दिया था. दो माह बाद अदालत की फटकार के बाद सीबीआई ने मनिंदर सिंह पंढेर को मामले में सहअभियुक्त बनाया. फांसी की सजा के खिलाफ अपीलः निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर की फांसी की सजा के खिलाफ अपील पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में 14 नवंबर 2022 को सुनवाई हुई थी. अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 20 दिसंबर की तारीख नियत की है. सीबीआई कोर्ट गाजियाबाद (CBI Court Ghaziabad) ने पंढेर को दो मामले में फांसी की सजा सुनाई है, जिन्हें अपील में चुनौती दी गई है. मोनिंदर सिंह पंढेर पर कुल छह मामले दर्ज हैं, तीन मामलों में बरी, दो में फांसी की सजा और चौथे मामले में अदलात ने उसे देह व्यापार का दोषी माना था. फिलहाल पंढेर जेल में हैं.
ग्वालियर. वैलेंटाइन वीक चल रहा है. प्रेमी जोड़ों के लिए प्रेम का यह त्योहार बहुत खास है. इस दौरान वो एक-दूसरे से अपनी फीलिंग शेयर करते हैं फिर चाहे वो दोस्ती की हो या प्यार की. कई लोग अपने दिल की बात को अपने वैलेंटाइन को बताने में हिचकिचाते हैं. चाह कर भी अपनी बात उन तक नहीं पहुंचा पाते. ऐसे लोग अपने दिल की बात पहुंचाने के लिये मार्केट में उपलब्ध आकर्षक गिफ्ट्स का सहारा ले सकते हैं. यह उपहार इतने खास हैं कि इन्हें पाकर न सिर्फ आपका वैलेंटाइन खुश होगा. बल्कि इन आकर्षक उपहारों के माध्यम से आपके दिल की बात और भी बेहतर तरीके से समझ पाएगा. मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित डीडी मॉल में गिफ्ट शॉप के मालिक अमन सिसोदिया ने बताया कि इस बार वैलेंटाइन डे का क्रेज़ ज्यादा है. लोग इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं. मार्केट में वैलेंटाइन डे के लिये काफी खास उपहार आए हुए हैं जिन्हें आप अपने वैलेंटाइन को दे कर अपनी दिल की बात उन तक पहुंचा सकते हैं. अमन ने बताया कि इस बार विशेष रूप से नियॉन लाइट का प्रचलन अधिक देखने को मिल रहा है. इस लाइट के माध्यम से आप अपने साथी के साथ बिताए हुए पलों के फोटो, उनके नाम और उनसे जुड़ी कोई भी बात पहुंचा सकते हैं. अगर आप अपने वैलेंटाइन को पहली बार अपनी बात बताना चाह रहे हैं और मन में झिझक है तो इस लाइट के माध्यम से उन तक पहुंचा सकते हैं. यह विभिन्न प्रकार के फ्रेम में उपलब्ध है. इसकी कीमत 1200₹ से शुरू होती है. अमन ने बताया कि इस बार वैलेंटाइन के लिए जिनका बजट कम है और अपने वैलेंटाइन को भरपूर खुशियां देना चाहते हैं व वैलेंटाइन वीक के सातों दिन के हिसाब से उपहार देना चाहते हैं तो उनके लिए एक विशेष कॉम्बो पैक बनाया गया है. इसमें कपल एक छोटा टेडी बीयर, चॉकलेट, फोटो फ्रेम, प्रॉमिस वॉटल एवं फूल के साथ अन्य सामग्री भी दे सकते हैं. यह जब पर ज्यादा भारी नहीं है. इस कॉम्बो पैक की डिमांड लोगों के द्वारा काफी की जा रही है. . PHOTOS: पहले प्यार से गुलाम संग जबरन शादी तक. . . पाक वाली सीमा की पूरी कुंडली, जिसने सचिन के लिए की सारी हदें पार!
मिर्जापुर में विंध्याचल क्षेत्र के विंध्य पर्वत पर कई स्थानों पर चल रहा खनन कार्य पर्वत को सिकोड़ने में लगा है। पुलिस के पहुंचने पर खनन माफियाओं के भागने की बात आम होना अवैध खनन की ओर इशारा करती हैं। इसके बावजूद विभागीय चुप्पी रहस्य की कई कहानी को खुद ही बयां कर रही है। विंध्य पर्वत के त्रिकोण पथ पर विंध्याचल मंडलायुक्त ने प्लाटिंग किए जाने पर जांच के आदेश दिए थे। दशकों पूर्व पहाड़ पर से पहले जंगल उजड़ गए। इसके बाद अब कुछ वर्षों से पहाड़ पर आरंभ हुआ खनन कार्य तेजी से पांव पसारने लगा। भक्तों के लिए पहाड़ पर किसी भी तरफ घूमने की आजादी पर पाबंदी लग गई। त्रिकोण पथ पर अब केवल डगर ही बची रह गई है। धरोहर को संजोकर रखने का जिम्मा संभालने वाले विभाग की चुप्पी विंध्य पर्वत को विभागीय अधिकारियों के द्वारा खनन माफियाओं के हवाले किए जाने का संकेत देता है। विंध्याचल क्षेत्र में स्थित बघरा तिवारीपुर मौहारी सोनबरसा के पास खनन के कार्य शुरू हैं। बड़ी संख्या में बघरा तिवारीपुर क्षेत्र में इन दिनों खनन कार्य तेजी से हो रहा है। चर्चा है कि अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर ऐसे लोगों के ऊपर कारवाई की जाती है, जो खनन का कार्य न करके केवल ढोका, पटिया और बोल्डर बेंचने का काम करते हैं। टैक्टर-ट्रॉली में लादकर बोल्डर ले जाते समय वन विभाग ट्रैक्टर को सड़क पर से पकड़ कर सीज करता है। जिम्मेदार लोग उस जगह पर जानें से बचते हैं, जहां पहाड़ को तोड़कर खनन कार्य किया जाता है। बताया जाता है कि बघरा तिवारीपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है। पत्थर को रास्ते से ही दूसरे लोगों को बेंच दिया जाता हैं। स्थानीय नागरिकों के अनुसार देवरहा आश्रम मोड़ के पास खनन विभाग और माफियाओं के बीच सेतु का काम करने वाले दलाल किस्म के लोग सक्रिय रहते हैं। जिनकी करनी से विंध्य पर्वत के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिह्न खड़ा कर रहा है। एक तरफ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश की योगी सरकार योजनाएं बना रही है। कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र वन संरक्षण के लिए जमीन की पैमाइश करने का आदेश देते हैं। इसके बावजूद उनका आदेश ठंडे बस्ते में चला जाना माफियाओं की विभागों में अच्छी घुसपैठ की ओर इंगित करता है। लिहाजा हालात सुधरने के बजाय अवैध खनन बदस्तूर जारी है। एक तरफ विंध्याचल धाम को पर्यटन की दृष्टि से सजाने संवारने का काम किया जा रहा है। दूसरी ओर विधायक और विंध्याचल धाम के तीर्थ पुरोहित पं. रत्नाकर मिश्र के ही इलाके में विंध्य पर्वत का स्वरूप बिगाड़ने का काम हो रहा है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
नैनीताल न्यूज़ः नगर में शनिवार को मल्लीताल पुराना घोड़ा स्टैंड पर टैक्सी चालक और पर्यटकों के बीच विवाद हो गया। दिल्ली से आये पर्यटकों से टैक्सी चालक ने सात दर्शनीय स्थलों की बुकिंग की रकम लेकर उन्हें पांच ही दर्शनीय स्थलों की सैर कराई। जब इस बाबत पर्यटकों ने टैक्सी चालक से पूछा तो वह अभद्रता करने लगा और विवाद खड़ा हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह मामला शांत कराया। दिल्ली निवासी महिला पर्यटक नाजिया ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ नैनीताल घूमने आई थी। सुबह के समय उसने एक टैक्सी चालक को सैर के लिए बुक किया। बुकिंग के दौरान उसने सात दर्शनीय स्थलों की सैर कराने का प्रलोभन दिया, लेकिन पांच ही जगहों पर सैर कराकर वापस ले आया। जब उन्होंने टैक्सी चालक से कारण पूछा तो वह अभद्रता करने लगा। इस पर विवाद बढ़ गया, जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों और स्थानीय लोगों ने समझाकर मामला शांत कराया। उधर, मल्लीताल कोतवाल प्रीतम सिंह ने कहा कि टैक्सी चालकों के खिलाफ इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने अपील की है कि पर्यटकों से किसी भी तरह की ठगी न करें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
जहाज के खिलाफ रॉकेट। लड़ाई कैसे खत्म होगी? रॉकेट का शानदार प्रक्षेपण कैमरा फ्लैश द्वारा तय किया गया है, लेकिन लक्ष्य जहाज में इसके प्रवेश के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं है। विरोधाभास की एक सरल व्याख्या हैः उसके सही दिमाग में कोई भी पर्यवेक्षक लक्ष्य के पास होने की हिम्मत नहीं करेगा। नाविकों को खुले समुद्र (प्रक्षेपण स्थल से सौ किलोमीटर) में स्थापित "बलिदान" तक पहुंचने में कुछ घंटे लगेंगे और कुछ मापन करना होगा। उसके बाद, लक्ष्य, एक जंग खाए हुए "गैलश", इसकी जीर्ण अवस्था के कारण, PKR प्राप्त करने के परिणाम और इसकी जीवन शक्ति के लिए किसी भी संघर्ष की अनुपस्थिति के कारण, मौके पर बाढ़ की सजा दी जाएगी। नतीजतन, "किंवदंतियों" का जन्म एंटी-शिप मिसाइलों की अविश्वसनीय विनाशकारी शक्ति के बारे में होता है, जो "सुपरस्ट्रक्चर को मंथन" और "विध्वंसक को काटने" में सक्षम हैं। लेकिन जहाजों में पीकेआर प्राप्त करने के वास्तविक परिणाम क्या हैं? इसके बारे में लड़ाकू क्षति का एक और विश्लेषण है। क्रूजर के छिद्रित कवच "नखिमोव" जून में, Nakhimov 1961 को 45 - 50 पर ओडेसा की ओर सेवस्तोपोल खाड़ी से ले जाया गया और लंगर डाला गया। 72 किमी की दूरी से, रॉकेट जहाज Prozorlivy ने Nakhimov पर अक्रिय उपकरणों में KSSC मिसाइल लॉन्च की। रॉकेट बोर्ड के सतह भाग में क्रूजर के मध्य भाग से टकराया और 15 м2 के एक क्षेत्र के साथ एक आकृति आठ के रूप में एक छेद बनाया। मिसाइल के वारहेड ने क्रूजर को छेद दिया और जहाज के विपरीत दिशा में 8 m2 के क्षेत्र के साथ एक गोल छेद बना दिया। छेद का निचला किनारा जलरेखा के नीचे 40 सेमी था। रॉकेट इंजन क्रूजर के पतवार में विस्फोट हो गयाजिसके परिणामस्वरूप जहाज में आग लग गई। निम्नलिखित क्षति का विस्तृत विवरण है। "रॉकेट ने स्पार्डेक और क्रूजर एब्यूटमेंट ज्वाइंट को मारा। एक उलटा आठ के आकार का एक छेद, जिसके बारे में 15 м2 के कुल क्षेत्रफल के साथ हिटिंग पॉइंट पर बनाया गया था। अधिकांश छेद स्पाइक के छोटे हिस्से में - बोर्ड पर गिरा। जड़ता गियर। मिसाइल ने "क्रूजर" को एक तरफ से क्रूजर में छेद दिया और क्रूजर के स्टारबोर्ड को छोड़ दिया सबसे आगे। निकास छेद 8 m2 के बारे में लगभग गोलाकार छेद था। छेद का निचला हिस्सा 30 पर था - जलरेखा के नीचे 35 सेमी, और, जब तक कि बचाव सेवा के जहाज क्रूजर तक नहीं पहुंच जाते, तब तक वह करीब-करीब जाने में सफल रहा। 1600 टी समुद्री जल। इसके अलावा, मिट्टी के तेल के अवशेष क्रूजर पर फैल गए, और इसने आग लगा दी जो 12 घंटों के आसपास बुझ गई। " क्या आप यहां विरोधाभास पाते हैं? और वे हैं। सुपरसोनिक "सॉफ्ट-बॉडीड" गोला-बारूद (हल्के धातु के गोले में घिरा रेत), अप्रत्याशित रूप से खुद के लिए, जहाज के पतवार के माध्यम से उड़ान भरी (जो कि एक्सएनएक्सएक्स मीटर से कम नहीं है, तिरछे, सभी bulkheads के माध्यम से) और, जब एक बड़े कोण पर मिलते हैं, तो नीचे के कवच में छेद किया जाता है डेक (xnumx मिमी)। उसके बाद, उसने आसानी से कवच बेल्ट (कवच के एक्सएनयूएमएक्स मिमी) को उखाड़ फेंका, जिसमें एक्सएनयूएमएक्स वर्ग के एक क्षेत्र के साथ एक गोल छेद छोड़ दिया। मीटर, जिसका निचला किनारा 20-50 पर था, जलरेखा को देखें। प्रश्न एकः वहाँ है इतिहास नौसैनिक लड़ाइयाँ कितनी तेज़ (2 मच) और टिकाऊ (98% द्रव्यमान - धातु) कवच-भेदी के गोले समान क्षति का कारण हैं? एक कोण पर 150 मिमी के कवच के माध्यम से पंच करें, संरचनात्मक बल्कहेड्स और संरचनात्मक स्टील के डेक डेक की गिनती न करें। प्रश्न दोः जब बचाव दल क्रूजर के पास गया, तो 1600 टन पानी उसमें बहने में कामयाब रहा। यह अनिवार्य रूप से एक रोल का कारण बना, जो किसी को भी विपरीत पक्ष के डिब्बों के काउंटर-फ्लड के साथ नहीं मिला - "नखिमोव" पर एक चालक दल की अनुपस्थिति के कारण। हां, और पहले घंटे में पहुंचने वाले बचाव के लिए अग्निशामक इसके ऊपर नहीं था। युवा छात्रों के लिए ज्यामितीय समस्या। KSSH मिसाइल ने 62 वें फ्रेम ("सिर्फ सबसे आगे") के क्षेत्र में क्रूजर को मारा और इसके दो हिस्सों (वारहेड और इंजन) में इसके लेआउट के कारण तुरंत गिर गया। मामले में, सबसे आगे के क्षेत्र में, बॉयलर के नलिकाएं गुजरती हैं। जहां, स्पष्ट रूप से, और इंजन केएसएसएच ने उड़ान भरी। उसी जगह से - नीचे तक सबसे छोटा रास्ता। डक्ट कवर के माध्यम से तोड़कर, शाफ्ट को भेदते हुए और अंत में ऊर्जा खोने के कारण, वह भट्ठी पर गिर गया और फट गया। विस्फोट ने एक डबल तल को नुकसान पहुंचाया, जो अब ईंधन तेल को स्टोर करने के लिए उपयोग नहीं किया गया था। गठित छेद में पानी। सूत्र Q = 3600 * μ * f * [(2qH) की जड़] का उपयोग करके, आप पानी के प्रवाह की गणना कर सकते हैं। 6 मीटर की गहराई, पूरे 5 सेमी के छेद त्रिज्या, और गुणांक के लिए गणना से हाइड्रोस्टेटिक सिर लेना। पारगम्यता (म्यू) प्रति 0,6, हमें प्रति घंटे प्रभावशाली 240 टन पानी मिलता है! एक रोल था, जो लगातार बढ़ रहा है। जहाज गहरे और गहरे पानी में डूब गया और एक तरफ गिर गया। नतीजतन, रॉकेट के निष्क्रिय वारहेड से आउटलेट का निचला किनारा, जो मूल रूप से जलरेखा था, जब तक बचाव दल पहुंचे, तब तक 30 सेंटीमीटर पर पानी के नीचे जाने में कामयाब रहे। रॉकेट ने या तो कवच डेक या नखिमोव कवच बेल्ट में प्रवेश नहीं किया। उसने हल्के पतले ढांचे के माध्यम से ऊंची उड़ान भरी। कवच पर आरसीसी के प्रभाव का सवाल खुला रहा। यदि आप इस बात से सहमत नहीं हैं कि सब कुछ ठीक उसी तरह था, तो नखिमोव में शूटिंग एक गैर-यूक्लिडियन अंतरिक्ष में की गई थी। जहां 1600 द्वारा आउटबोर्ड पानी के टन की आपूर्ति से एड़ी और जहाज के मसौदे में वृद्धि का कारण नहीं बनता है। यह ध्यान देने योग्य है कि KSSch रॉकेट, 1950 की प्रौद्योगिकियों के आधार पर, अत्यधिक द्रव्यमान और आकार के आयामों के पास था, इसलिए, यहां तक कि सीयू के बिना भी, यह एक मजबूत आग का कारण बन सकता है और गंभीर क्षति का कारण बन सकता है। हमारे समय में इस तरह की मिसाइलों के उद्भव को बाहर रखा गया है - एक बड़े ईपीआर के साथ एक एकल, बड़ा लक्ष्य बहुत कमजोर है, जब वायु रक्षा रेखा टूट जाती है। लक्ष्य के रूप में, एडमिरल नखिमोव क्रूजर की लेआउट और बुकिंग योजना अन्य प्रकार के खतरों के तहत बनाई गई थी और रॉकेट के युग में अप्रभावी साबित हुई थी। हथियारों. सितंबर 2011 में आयोजित पैसिफिक फ्लीट के कमांड और स्टाफ अभ्यास ने कमचटका पत्रकारों पर एक प्रभावशाली छाप छोड़ी। एक संस्करण के अनुसार, कोई भी दागी गई मिसाइल लक्ष्य को नहीं मार सकती थी। काफी अपेक्षित परिणाम। तटीय रक्षा परिसर "रेडबोट" को 1966 में सेवा में रखा गया था और अब तक, हथियार ने अपने संसाधन को पूरी तरह से विकसित कर लिया है। अगले दिन, देशभक्त मीडिया के प्रतिनिधियों से एक "झेल्टीटाका का विश्लेषण" सामने आया, जिसमें अभ्यास की विफलता के बारे में पिछले सभी बयानों का खंडन किया गया था। रॉकेट्स ने उड़ान मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। प्रमाण - लक्ष्यों की तस्वीरें। लेकिन चक्का सेंशन को पहले ही बढ़ावा दिया जा चुका है। प्रश्नों की संख्या कम नहीं हुई है। पर्यवेक्षकों ने इस कहानी में निम्नलिखित विषमताओं को नोट किया हैः पहला, लक्ष्यों के डिजाइन पर गोला-बारूद का नगण्य प्रभाव। Redut परिसर का P-35 रॉकेट सुपर-हैवी सोवियत एंटी-शिप मिसाइलों के परिवार से संबंधित है। दस मीटर की लंबाई और 4,5 टन के शुरुआती वजन के साथ, यह किसी भी आधुनिक पश्चिमी आरसीसी की तुलना में लोकप्रिय "कैलिबर" और 8 गुना से दोगुना भारी है! यहां तक कि एक अक्रिय वारहेड से लैस होने के नाते, यह सुपरसोनिक "सीडेल", तार्किक रूप से, अपने रास्ते में सब कुछ फाड़ देना चाहिए, जिससे संरचना को अपरिवर्तनीय क्षति हो सकती है। काम कर रहे मुख्य इंजन आरसीसी की मशाल से छेदा लक्ष्य के प्रज्वलन और लक्ष्य शरीर के अंदर एक अचानक दबाव कूदने से आरोपित। वास्तव में, यहां तक कि पोर्थोल के कांच के ब्लॉक, जो मिसाइलों के प्रवेश के स्थानों के करीब थे, PKZ-35 स्विमिंग पूल के निशाने पर बच गए। इससे भी अधिक विरोधाभास, दूसरा लक्ष्य PZhK-3 फायरबोट जैसा दिखता था, जिसे आधिकारिक संस्करण के अनुसार, सेटिंग द्वारा खटखटाया गया था। अंधेरे में पहली फोटो में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। दूसरे दिन, दोपहर में बनाई गई, छोटी नाव पर मिसाइल के कोई निशान नहीं थे। इसके अलावा, पर्यवेक्षकों को समय कारक द्वारा भ्रमित किया गया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शूटिंग सितंबर 17 की रात को हुई। लक्ष्य तट से दो सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित था। खंडन के लिए प्रस्तुत चित्रों में, सितंबर के 17 दिन दिनांकित, मिसाइल के निशान के साथ लक्ष्य पहले से ही किनारे के खिलाफ था। कैसे, कुछ ही घंटों में, नाविक PZK-35 के निष्पादन के स्थान पर पहुंचने में कामयाब रहे, इसे टो में ले जाएं और इसे अवाचा बे तक खींचें। इस मामले में, गैर-स्व-चालित बैरकों को समुद्र के उस पार स्क्वीलिंग टॉरपीडो की गति से चलना चाहिए था। यदि कोई हिट नहीं था, तो सब कुछ स्पष्ट है, बिना सवाल के। यह बहुत अधिक आश्चर्य की बात है अगर बदनामी के बावजूद, मिसाइलों ने लक्ष्यों को मारा। क्षति की प्रकृति आरसीसी की महान विनाशकारी शक्ति के किंवदंतियों के विपरीत है। लड़ाकू इकाइयों के बिना भी, बहु-टन सुपरसोनिक डिस्क के स्ट्राइक को नाव और फ्लोटिंग गियर को आधे में काट देना चाहिए। इस तरह की डरावनी कहानियां पहले सबसोनिक सीआरपी के परीक्षणों के बारे में बताती हैं, जिसने कथित तौर पर विध्वंसक को काट दिया और 55 वर्ग के एक क्षेत्र के साथ एक छेद छोड़ दिया। अधूरा युद्धपोत "स्टेलिनग्राद" के कवच में एम। 24 के 2000 पर एक उत्सुक घटना हुई। प्रशिक्षण फायरिंग के दौरान, ब्लैक सी फ्लीट की 854 तटीय मिसाइल रेजिमेंट "यूक्रेनी जहाज" वीरशैगिनो "को कवर किया, जो स्केडोवस्क - इस्तांबुल मार्ग पर एक चार्टर उड़ान भर रहा था। समय पर अधिसूचना के बावजूद, कार्गो-यात्री जहाज ने अज्ञात कारण के लिए संदेश को नजरअंदाज कर दिया और, एस्कॉर्ट जहाजों के एक्सएनयूएमएक्स-एस को याद किया, नेविगेशन के लिए बंद क्षेत्र में घुस गया। होमिंग मिसाइल को एक युद्धपोत और एक नागरिक जहाज के बीच का अंतर नहीं पता था। एम। चेरेन्से के साथ जारी, पी-एक्सएनयूएमएक्स ने तुरंत रेडियो-कंट्रास्ट ऑब्जेक्ट को लक्षित किया और सफलतापूर्वक लक्ष्य को मारा। बैल की आँख में! सुपर -स्ट्रक्चर में पी-एक्सएनयूएमएक्स को मारने के परिणाम रॉकेट कंट्रोस के अनुरूप एक सुरम्य छेद के साथ एक तस्वीर से प्रकट होते हैं। यह जोड़ना बाकी है कि छोटा जहाज बच गया और सुरक्षित रूप से स्केडोव्स्क पहुंच गया। शुरू की गई आग को चालक दल ने समाप्त कर दिया। एकमात्र शिकार तीसरा मैकेनिक वी। पोनोमारेंको था, जिसे तत्काल काला सागर बेड़े के अस्पताल में ले जाया गया। अंत में, अंतरराष्ट्रीय अभ्यास RIMPAC 2010 से एक फोटो रिपोर्ट। विशुद्ध रूप से सौंदर्य आनंद के लिए। पुराने न्यू ऑरलियन्स हेलीकॉप्टर वाहक (Iwo Jima प्रकार, 1968 वर्ष के) को एक लक्ष्य के रूप में इस्तेमाल किया गया था। इसके पतवार की लंबाई 182 मीटर, उड़ान डेक 26 मीटर की चौड़ाई, समग्र आयाम शीत युद्ध के युग के रॉकेट क्रूजर के अनुरूप थे। "न्यू ऑरलियन्स" में सात एंटी-शिप मिसाइलें "हार्पून" मिलीं। इसके बाद, बी-एक्सएनयूएमएक्स बमवर्षकों ने इसे मारा, पांच एक्सएनयूएमएक्स-किलो निर्देशित बमों के साथ हेलीकॉप्टर वाहक जीबीयू-एक्सएनयूएमएक्स। अंत में, कयामत जहाज पर एक ऑस्ट्रेलियाई फ्रिगेट "वररामुंगा" ने हमला किया, जिसने सत्तर 52 मिमी के गोले फेंक दिए। परिणाम की सभी स्पष्टता के लिए, यह पहचानना आवश्यक है कि "पुराने गालोश" के डूबने में एक अशोभन समय लग गया। इस तथ्य के साथ कि असली गोला बारूद का उपयोग किया गया था, और 900 किलो बम (429 किलोग्राम ट्रिटोनल) के विस्फोटकों की सामग्री किसी भी, यहां तक कि सबसे भारी जहाज-रोधी मिसाइल के वारहेड में इसकी सामग्री से अधिक है। तुलना के लिए, लोकप्रिय एक्ससेट रॉकेट के एक्सएनयूएमएक्स-किलोग्राम वारहेड में सिर्फ एक्सएनयूएमएक्स किलोग्राम विस्फोटक शामिल हैं। आधुनिक रूसी "कैलिबर" में लड़ाकू उपकरणों के लिए कई विकल्प हैंः 200 और 450 किलो के द्रव्यमान के साथ मुकाबला करने वाली इकाइयाँ। उनके डिजाइन की विशेषताओं, विस्फोटकों की संख्या और प्रकार को वर्गीकृत किया गया है, लेकिन उनमें से विस्फोटकों की सामग्री स्पष्ट रूप से 900-kg हवाई बम की तुलना में कम है। आधी सदी पहले, छोटे विध्वंसक इलियट (1700 टन, एक आधुनिक कार्वेट से कम) में, एक घंटे के भीतर, तीन P-15 मिसाइलों को ले जाया गया था, जिसमें लड़ाकू इकाइयों का वजन 500 किलोग्राम था। हालांकि यह अकेले काफी लग रहा था। नतीजतन, इलियट एक घंटे के लिए डूब रहा था, और एक्सएनयूएमएक्स से इसके चालक दल के लोग एक्सएनयूएमएक्स से बच गए। विकसित रचनात्मक सुरक्षा के साथ एक बड़े, अच्छी तरह से अनुकूलित जहाज को नष्ट करने के लिए मिसाइल और हवाई हमले के अन्य साधनों में कितना समय लगेगा? - लेखकः
मैकुलम ने कहा कि टीम ने नीलामी के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट किया कि आईपीएल में खिलाडिय़ों की नीलामी के लिए कोलकाता रवाना हो रहा हूं। कुछ ही दिनों में हमारी कोलकाता की टीम पूरी हो जाएगी। पर्दे के पीछे की सभी तरह की रणनीति और तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नीलामी में कुछ किस्मत की भी जरूरत होगी। उम्मीद है कि वह हमारी तरफ ही होगी। कोलकाता ने इस साल दिनेश कार्तिक, सुनील नरेन, आंद्र रसैल और कुलदीप यादव, शुभमन गिल और लॉकी फग्र्यूसन को रिटेन किया है।
मुंबईः अभिनेत्री तापसी पन्नू ने अपने शानदार अभिनय और दिलकश अदाओं से बॉलीवुड में अपनी खास जगह बना ली है। आज उनके फैंस हर जगह मौजूद हैं। लेकिन हाल ही में तापसी ने कहा है कि वह बॉलीवुड के कई हस्तियों पर फिदा थीं और यह सूची काफी लंबी है, लेकिन उन्हें जॉन अब्राहम और रितिक रोशन हमेशा ही बेहद आकर्षक लगे हैं। तापसी ने संवाददाताओं से कहा कि जब से वह फिल्में देखती आ रही हैं, तब से वह जॉन अब्राहम और रितिक रोशन पर फिदा हैं। वह इन दोनों अभिनेताओं को काफी आकर्षक मानती हैं हालांकि उनकी पसंद बॉलीवुड पर ही खत्म नहीं होती बल्कि हॉलीवुड के अभिनेता सैम क्लाफिन तक जाती है। तापसी अपनी आगामी फिल्म 'रनिंग शादी डॉट कॉम' के मैनरलेस मंजू गीत के लॉन्च के मौके पर बोल रही थीं। शूजीत सरकार द्वारा निर्मित फिल्म 'रनिंग शादी डॉट कॉम' में तापसी अभिनेता अमित साध के मुख्य किरदार में नजर आ रही है। फिल्म 17 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) हाजिर बाजार की कमजोर मांग के बीच वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को जस्ता की कीमत 0. 69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 186 रुपये प्रति किग्रा रह गई। एमसीएक्स में जस्ता के सितंबर डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 1. 30 रुपये अथवा 0. 69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 186 रुपये प्रति किग्रा रह गई जिसमें 2,679 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू बाजार की मांग में गिरावट से मुख्यतः जस्ता वायदा कीमतों में हानि दर्ज हुई लेकिन विदेशों में मजबूती के रुख ने हानि को कुछ कम कर दिया।
कई बार हम कोई सर्टिफिकेट या जरूरी दस्तावेज कहीं रखकर भूल जाते हैं और खो जाते हैं। अब आप इन सभी चीजों से आसानी से बच सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आप अपने सभी जरूरी दस्तावेज एक ही सरकारी ऐप पर सेव कर सकते हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म डिजीलॉकर को 2015 में डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (DIC) के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा लॉन्च किया गया था। इस ऐप पर देश के लोग अपने जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड रख सकते हैं। इसका फायदा यह है कि इन जरूरी दस्तावेजों को हर बार अपने साथ ले जाने की जरूरत नहीं है। आप दस्तावेज़ों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से सहेज सकते हैं. डिजीलॉकर ऐप में संग्रहीत दस्तावेज़ हार्ड कॉपी की तरह ही सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया के तहत डिजीलॉकर की सुविधा प्रदान की है। यह 1GB तक क्लाउड स्टोरेज मुफ्त प्रदान करता है। यदि आवश्यक हो तो दस्तावेज़ों को स्कैन, सहेजा और एक्सेस किया जा सकता है। वेबसाइट पर जाएं और साइन-अप पर क्लिक करें। फिर अपना मोबाइल, आधार नंबर और अन्य विवरण दर्ज करें। डिजीलॉकर ऐप तक पहुंचने के लिए आधार ओटीपी वैकल्पिक है । यानी डिजीलॉकर ऐप में लॉग इन करने के बाद चार अंकों का पिन नंबर जरूरी है। इससे एक DigiLocker अकाउंट बन जाएगा. डिजिलॉकर ऐप को आधार से लिंक करना जरूरी है. इसकी सहायता से किसी भी दस्तावेज़ का उपयोग किया जा सकता है। इस ऐप को मोबाइल के अलावा लैपटॉप या कंप्यूटर पर भी साइन इन किया जा सकता है। आप दस्तावेज़ को सहेज सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर प्रिंट कर सकते हैं। साथ ही, चूंकि यह एक सरकारी ऐप है, इसलिए इसमें संग्रहीत दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी सरकार को स्वीकार्य है।
नई दिल्ली - कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपाके अध्यक्ष अमित शाह ने महात्मा गांधी को 'चतुर बनिया' की संज्ञा देकर राष्ट्रपिता तथा आजादी की लड़ाई के रणबांकुरों की कुर्बानी का अपमान किया है। इसलिए उन्हें तथा प्रधानमंत्री को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उधर, श्री शाह ने सफाई देते हुए कहा है कि उनकी बात का गलत मतलब निकाला गया है। सबको पता है कि मैंने यह किस संदर्भ में कहा था। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रपिता के साथ ही देश के असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों को शर्मसार करके आजादी के आंदोलन को अपमानित करने का कुत्सित प्रयास किया है। उन्होंने श्री शाह को 'सत्ता का व्यापारी' करार दिया और कहा कि भाजपा सरकार मुट्ठीभर धन्ना सेठों के हित साधने में लगी है, इसके लिए वह दलितों, गरीबों और किसानों के शोषण का माध्यम बन गई हैं और इसीलिए उसे देश की आजादी का आंदोलन और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की लड़ाई एक व्यापार नजर आ रही है। भाजपा जाति और धर्म के भेदभाव से लड़ने की बजाय राष्ट्रपिता को भी जाति से इंगित करने में जुट गई है, जिसके लिए श्री शाह और प्रधानमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए। भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें - निःशुल्क रजिस्टर करें !
पाकिस्तानी सेना ने पुंछ में की फायरिंग. नई दिल्ली. पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से लगातार दूसरे दिन जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुंछ जिले (Poonch) में नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की जा रही है. पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) ने शुक्रवार को कस्बा और किरनी सेक्टर में गोलाबारी की. इस दौरान भारतीय क्षेत्र में मोर्टार से गोले दागे जा रहे हैं. भारतीय सेना इसका मुंहतोड़ जवाब भी दे रही है. हालांकि पाकिस्तान की गोलाबारी में उरी में एक 40 वर्षीय महिला की मौत हुई है. साथ ही सैकड़ों लोग एलओसी से सटे इलाकों में स्थित गांवों में अपने घर खाली करके सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना की ओर से शुक्रवार को कस्बा और किरनी सेक्टर में भारतीय सेना की चौकियों और नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाकर गोलाबारी की जा रही है. भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान को करारा जवाब भी दिया जा रहा है. J&K: Today morning Pakistan initiated an unprovoked ceasefire violation along the LoC in Rampur Sector of District Baramulla by firing mortars. Indian Army is retaliating. .
(२) कोयले के जलते हुए करण और गैसे इस तीव्र गति से बाहर निकलते हैं कि यदि जल का ताप चूस कर जाता और आता न रहे तो ताप कोयले के करणो के साथ बाहर नष्ट होता रहेगा । चित्र १३. प्रश्न ७५ - डाट (Brick Arch) कहाँ लगाई जाती है और उसके क्या लाभ हैं ? उत्तर - डाट फायर बक्स मे टूट्यूब प्लेट के नीचे और आधे चाप में लगाई जाती है। देखो भाग ३० चित्र नं० २ । डाट के लाभ यह है
झारखंड में कांग्रेस और जेएमएम के बीच चल रही सियासी घमासान के बीच झारखंड के प्रभारी अविनाश पांडे ने दिल्ली में झारखंड के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई। बैठक कांग्रेस के वॉर रूम 15 जीआरजी में हुई जो तकरीबन 4 घंटे चली। बैठक के बाद यह तय किया गया कि कांग्रेस पार्टी झारखंड में संगठन सशक्तिकरण अभियान कार्यशाला चलाएगी। जिसका उद्देश्य राज्य में कांग्रेस संगठन को मजबूत करना है। दिल्ली में हुई आज की बैठक में झारखंड कांग्रेस के 30 बड़े नेता शामिल हुए। बैठक के बाद संगठन सशक्तिकरण कार्यशाला के तहत एक एक बड़े नेता को 4 विधानसभा क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया। आज की बैठक में झारखंड में कांग्रेस कोटे के चारो मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और सीएलपी भी शामिल हुए। कांग्रेस नेताओं का तर्क था कि जब गठबंधन की सरकार होने के बावजूद जेएमएम आरजेडी झारखंड में अपने अपने संगठन को मजबूत करने के लिए प्रयास कर रहे हैं तो कांग्रेस तो राष्ट्रीय पार्टी है उसे भी अपने संगठन को मजबूत करने का पूरा अधिकार है। आज की बैठक में तय किया गया की पार्टी के चारो मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष इस जिम्मेदारी से मुक्त रहेंगे। दरअसल, आज की बैठक संगठन महासचिव अविनाश पांडे ने कांग्रेस- जेएमएम के बीच बढ़ रहे तनाव को लेकर बुलाई थी। हाल ही में झारखंड के प्रभारी बनने के बाद अविनाश पांडे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जल्द समन्वय समिति बनाने और बोर्ड निगम के पुनर्गठन का अल्टिमेटम दिया था। जिसकी मियाद 7 अप्रैल को खत्म हो रही है। झारखंड कांग्रेस के विधायक लगातार मुख्यमंत्री पर उनकी उपेक्षा करने और कांग्रेसी नेताओं का काम नही करने का आरोप लगाते रहे हैं। आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के बाद अविनाश पांडे को झारखंड की जिम्मेदारी दी गई। अविनाश पांडे की ही पहल पर झारखंड में कांग्रेस का प्रादेशिक चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। जिसके आखरी दिन राहुल गांधी ने झारखंड कांग्रेस के नेताओं को वर्चुअल संबोधित किया था। अब ये कहा जा रहा है को झारखंड में संगठन सशक्तिकरण कार्यशाला का समापन जब मई महीने में होगा तो राहुल गांधी झारखंड का दौरा करेंगे। बहरहाल कुल मिलाकर कांग्रेस झारखंड अगले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। लेकिन इतिहास गवाह है की झारखंड बनने के बाद से कभी भी कांग्रेस अपने बूते झारखंड में सरकार नहीं बना पाई है। संगठन सशक्तिकरण कार्यशाला के जरिए कांग्रेस गैर आदिवासी इलाके के साथ आदिवासी इलाकों में भी पैठ बनाना चाहती है।
रांचीः Jharkhand Legislative Assembly (झारखंड विधानसभा) के एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान शुक्रवार को सदन की कार्यवाही में मुख्यमंत्री Hemant Soren ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। विशेष सत्र में झारखंड पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों में आरक्षण संशोधन विधेयक 2022 ध्वनिमत से पारित हो गया। भाजपा विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी (Ramchandra Chandravanshi) के संशोधन प्रस्ताव का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस विधेयक के माध्यम से झारखंड के युवाओं को सुरक्षा कवच देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी सरकार ने आरक्षण तय किया था लेकिन बिना पूरी Study किये वह तैयार हुआ था। नतीजा यह हुआ कि वह विधेयक हाई कोर्ट (Bill High Court) में खारिज हो गया। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हर पहलू पर विचार कर सरकार इसे संविधान के 9 (ए) अनुसूची में भेजने की व्यवस्था इस विधेयक में की है। उन्होंने कहा कि ये लोग आदिवासी को बोका समझते हैं लेकिन यह इनकी भूल है अब आदिवासी (Trible) बोका नहीं रह गया। ऐसा कानून तैयार कर रहे हैं और उसके लिए ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं वह पुख्ता होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण (Reservation) को लेकर जो जटिलताएं थीं और जिसके कारण युवाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था वैसी सभी जटिलताओं को इस विधेयक के माध्यम से दूर किया गया है। उन्होंने कहा कि आज ही झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (Jharkhand Public Service Commission) ने अकाउंटेंट का रिजल्ट निकाला है, जिसमें आरक्षण का पूरा-पूरा पालन तो किया ही गया है साथ ही गैर आरक्षित कोटे में भी सात सीटों पर चार आरक्षित कोटे के युवाओं का चयन हुआ है। भाजपा को घेरते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि आपलोग आदिवासी को बोका समझते हैं। अब आदिवासी बोका नहीं रहा, जिसे आप बोका समझते हैं, वह आपको धो-पोछकर बाहर कर देगा। संशोधन प्रस्ताव के जरिये आजसू विधायक लंबोदर महतो (AJSU MLA Lambodar Mahto) ने कहा कि राज्य सरकार जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। इसे केंद्र के पास भेजने का कोई मतलब नहीं है।
मनसे युक्त होकर निरन्तर भजते हैं ॥१३॥ वे दृढ़ निश्चयवाले भक्तजन निरन्तर मेरे नाम और गुणोका कीर्तन करते हुए तथा मेरी प्राप्तिके लिये यत्न करते हुए और मुझको बार-बार प्रणाम करते हुए सदा मेरे ध्यानमे युक्त होकर अनन्य प्रेमसे मेरी उपासना करते है ।।१४।। दूसरे ज्ञानयोगी मुझ निर्गुण-निराकार ब्रह्मका ज्ञानयज्ञके द्वारा अभिन्नभावसे पूजन करते हुए भी मेरी उपासना करते हैं और दूसरे मनुष्य बहुत प्रकारसे स्थित मुझ विराट्स्वरूप परमेश्वरको पृथक् भावसे उपासना करते हैं ॥१५॥ क्रतु मै हूँ, यज्ञ मैं हूँ, स्वधा मैं हूँ, ओषधि मैं हूँ, मन्त्र मै हूँ, घृत मैं हूँ, अग्नि मैं हूँ, और हवनरूप क्रिया भी मैं ही हूँ ।।१६।। इस सम्पूर्ण जगत्का धाता अर्थात् धारण करनेवाला एवं कर्मक फलको देनेवाला, पिता, माता, पितामह, जाननेयोग्य, * पवित्र ओङ्कार तथा ऋग्वेद, सामवेद और यजुर्वेद भी मैं ही हूँ ॥ १७॥ प्राप्त होनेयोग्य परम धाम, भरण-पोषण करनेवाला, सबका स्वामी, स्वामी, शुभाशुभका देखनेवाला, सबका वासस्थान, शरण लेनेयोग्य, प्रत्युपकार न चाहकर हित करनेवाला, सबकी उत्पत्ति-प्रलयका हेतु, स्थितिका आधार, निधान + और अविनाशी कारण भी मैं ही हूँ ॥१८॥ मैं ही सूर्यरूपसे तपता हूँ, वर्षाका आकर्षण करता हूँ * गीता अध्याय १३ श्लोक १२ से १७ तकमें देखना चाहिये । + प्रलयकालमें सम्पूर्ण भूत सूक्ष्मरूपसे जिसमें लय होते हैं उसका नाम 'निधान' है ।
मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास वर्षा में आज शाम पांच बजे शिवसेना के विधायकों और सांसदों की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायकों पर कार्रवाई किए जाने की बात सामने आ रही है. शिवसेना के 2 विधायक नितिन देशमुख और कैलाश पाटिल सूरत से मुंबई वापस लौट आए हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि उनका अपहरण कर उन्हें सूरत ले जाया गया था. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि बीजेपी के समर्थन के बिना शिवसेना विधायक का अपहरण संभव नहीं है. अपहरण के इस सारे खेल के पीछे बीजेपी का हाथ है. उन्होंने कहा कि शिवसेना इस संकट से भी बाहर निकलेगी. गौरतलब है कि, 'महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच आज दोपहर एक बजे मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक को लेकर खबरें थीं कि शायद मुख्यमंत्री आज इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन अब तक मुख्यमंत्री की ओर से ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है. As an independent media platform, we do not take advertisements from governments and corporate houses. It is you, our readers, who have supported us on our journey to do honest and unbiased journalism. Please contribute, so that we can continue to do the same in future.
अगर आप OnePlus के फैन हैं तो आपको कंपनी का नया फोन वनप्लस नॉर्ड CE 3 Lite 5G भी काफी पसंद आएगा. इस फोन में कई खास बातें हैं जो लोगों को दीवाना बना रही है. वनप्लस नॉर्ड CE 3 लाइट (OnePlus Nord CE 3 Lite) की बिक्री भारत में शुरू हो गई है. ये स्मार्टफोन 8GB LPDDR4x रैम और 256GB UFS 2. 2 इंटरनल स्टोरेज के साथ दो वेरिएंट में आता है. कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत 19,999 रुपये रखी है. वनप्लस नए नॉर्ड फोन को दो कलर ऑप्शन- पेस्टल लाइम और क्रोमैटिक में पेश आता है. कीमत के तौर पर वनप्लस नॉर्ड CE3 Lite के 8GB LPDDR4x RAM + 128GB UFS 2. 2 स्टोरेज मॉडल की कीमत 19,999 रुपये और 8GB LPDDR4x RAM + 256GB UFS 2. 2 स्टोरेज की कीमत 21,999 रुपये रखी गई है. इसके अलावा, 8GB वर्चुअल रैम सपोर्ट भी मिलता है. फोन Android 13 पर बेस्ड OxygenOS 13. 1 पर चलता है, जो ब्लोटवेयर भी लाता है. कंपनी ऑक्सीजनOS के लिए 2 बड़े अपडेट और नॉर्ड सीई 3 लाइट पर 3 साल के लिए सिक्योरिटी अपडेट देने का भी दावा करती है. वनप्लस नॉर्ड CE3 लाइट में AMOLED डिस्प्ले नहीं है. यह 6. 72 इंच के LCD डिस्प्ले के साथ आता है, जिसमें 120 हर्ट्ज स्क्रीन रिफ्रेश रेट मिलता है, जो कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास के बजाय ड्रैगनट्रेल स्टार ग्लास की प्रोटेक्शन के साथ आता है. हालांकि कहा जाता है कि AMOLED पैनल OLED के मुकाबले ज़्यादा बेहतर होता है. वनप्लस नॉर्ड CE3 लाइट अपने पिछले नॉर्ड CE 2 लाइट के मुकाबले में अलग दिखता है, जिसे पिछले साल लॉन्च किया गया था. फोन अनोखे लाइम कलर में आता है, जो काफी रिफ्रेशिंग लगता है. इसका ग्रे मॉडल आखों का काफी सुकून देता है. कुल मिलाकर डिजाइन के मामले में फोन काफी अच्छा दिखता है. नोर्ड CE 3 lite के रियर पैनल पर तीन कैमरे शामिल हैं, जिसमें 108-मेगापिक्सल का प्राइमेरी सैमसंग HM6 सेंसर है जो 2-मेगापिक्सल के डेप्थ सेंसर और 2-मेगापिक्सल के मैक्रो लेंस के साथ आता है. फोन में आगे की तरफ 16 मेगापिक्सल का सेंसर शामिल है. OnePlus Nord CE 3 Lite 5G के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो डुअल-सिम सपोर्ट वाला ये स्मार्टफोन एंड्रॉयड 13 बेस्ड OxygenOS 13. 1 पर चलता है और इसमें 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6. 72-इंच फुल-HD+ ( 1,080x2,400 पिक्सल) LCD डिस्प्ले दिया गया है. (Image- OnePlus) 237 से ज्यादा फिल्में, 93 रहीं सुपरहिट, शाहरुख-सलमान या अमिताभ नहीं. . . कौन है सबसे ज्यादा HIT देने वाला एक्टर? वनप्लस नॉर्ड CE 3 लाइट (OnePlus Nord CE 3 Lite) की बिक्री भारत में शुरू हो गई है. ये स्मार्टफोन 8GB LPDDR4x रैम और 256GB UFS 2. 2 इंटरनल स्टोरेज के साथ दो वेरिएंट में आता है. कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत 19,999 रुपये रखी है. वनप्लस नए नॉर्ड फोन को दो कलर ऑप्शन- पेस्टल लाइम और क्रोमैटिक में पेश आता है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि एमएसएमई ने पिछले चार साल में 10 करोड़ लोगों को रोजगार दिया हैं यह सर्वे पर आधारित है। एमएसएमई क्षेत्र के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे लोगों के मुंह पर यह तमाचा है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को कहा कि एमएसएमई क्षेत्र ने 2014-18 के दौरान 10 करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा उन लोगों पर करारा तमाचा है जो एमएसएमई क्षेत्र की प्रतिष्ठा को कम करने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं। हाल में मीडिया में आई खबरों में कहा गया था कि राष्ट्रीय नमूना सर्वे कार्यालय (एनएसएसओ) के एक नियत समय पर किए जाने वाले सर्वे के अनुसार 2017-18 में बेरोजगारी की दर 1972-73 के बाद सबसे ऊंची रही है। उस समय यह 2. 2 प्रतिशत थी। सिंह ने कहा कि 2014-18 के दौरान ऋण गारंटी योजना के तहत 18 लाख उद्यमियों ने ऋण लिया जबकि 2010-14 के दौरान सिर्फ 11 लाख उद्यमियों ने इस योजना के तहत ऋण लिया था। उन्होंने बताया कि 2014-18 के दौरान दो लाख उद्यमियों को प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी कार्यक्रम का लाभ मिला। इस तरह योजना के लाभार्थियों की संख्या 20 लाख हो गई है। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा एमएसएमई ने कम से कम सात करोड़ लोगों को रोजगार दिया है जबकि नए उद्यमियों ने तीन करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है। सिंह ने कहा कि एमएसएमई ने पिछले चार साल में 10 करोड़ लोगों को रोजगार दिया हैं यह सर्वे पर आधारित है। एमएसएमई क्षेत्र के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे लोगों के मुंह पर यह तमाचा है। जब जीडीपी बढ़ रही है, मुद्रास्फीति घट रही है तो रोजगार कैसे घट सकता है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में खेले गए आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप में रनरअप की उपलब्धि के साथ अपने वतन लौट आई है। मिताली राज की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को फाइनल मैच में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था लेकिन भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 12 सालों के बाद महिला क्रिकेट विश्वकप के खिताबी मुकाबलें तक का सफर तय किया। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के इस शानदार प्रदर्शन के बाद उनके भारत में आते ही मुंबई में पूरी महिला टीम का जोरदार स्वागत किया गया। भारत का नाम रोशन करने वाली इन बेटियां का मुंबई में विजेताओं की तरह ही स्वागत किया गया। इसके साथ ही भले ही भारतीय महिला टीम पहली बार विश्वकप जीतने से तो चूक गई लेकिन भारतीय महिला क्रिकेट टीम के इस प्रदर्शन से पूरे ही देश में जबरदस्त तारीफ हो रही है। महिला विश्वकपः कप्तान बनने से पहले हरमनप्रीत कौर ने दी इंग्लैंड समेत अन्य देशो को चेतावनी,अगला विश्वकप हमारा! भारतीय महिला टीम के भारत लौटने के बाद दिल्ली में पूरी महिला टीम का केन्द्रिय खेल मंत्री विजय गोयल ने जोरदार स्वागत किया। विजय गोयल के साथ ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन को सराहा। भारत की महिला क्रिकेट टीम के फाइनल में पहुंचते ही बीसीसीआई ने प्रत्येक खिलाड़ी को 50 लाख और सपोर्टिंग स्टाफ के सदस्यों को 25-25 लाख रूपये देने की घोषणा पहले ही कर दी थी।
कोयंबटूर, 15 फरवरी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सोमवार को कहा कि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा किया वहीं विपक्षी द्रमुक ने कभी वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि द्रमुक ने 2006 में अपने घोषणापत्र में गरीब परिवारों को दो एकड़ जमीन देने का वादा किया था जिसे कभी पूरा नहीं किया गया। पलानीस्वामी ने दावा किया कि दूसरी तरफ अन्नाद्रमुक ने अपने संस्थापक और दिवंगत मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन के दिनों से ही सभी वादों को निभाया। पलानीस्वामी 24 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की 73 वीं जयंती के उपलक्ष्य में निगम प्रशासन मंत्री एस पी वेलुमणि द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक सरकार ने पिछले 10 साल में शादी में मदद राशि के तौर पर 4200 करोड़ रुपये से ज्यादा का वितरण किया जिससे करीब 11. 8 लाख महिलाओं को फायदा हुआ। पलानीस्वामी ने कहा कि 'थालिकू थंगम' (मंगलसूत्र के लिए सोना) योजना के तहत 1796 करोड़ रुपये का 6086 किलोग्राम सोना वितरित किया गया। इसी तरह अम्मा दो-पहिया वाहन योजना के तहत सरकार ने वाहन खरीदने के लिए 2. 98 लाख महिलाओं को 731 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी। उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि केंद्र से तमिलनाडु के लिए कई विकास परियोजनाएं हासिल करने में कामयाबी मिली। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कर संग्रह के साथ केंद्र में संपग्र कार्यकाल के दौरान गठबंधन का प्रमुख भागीदार द्रमुक राज्य के लिए विकास परियोजनाएं हासिल करने में नाकाम रहा था। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
IND vs NZ T20: भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज 27 जनवरी को पहला टी20 मैच खेला जाएगा। इस टी20 सीरीज में हार्दिक पांड्या की कप्तानी में युवा खिलाडियों पर भारत को जीत दिलाने का दरोमदार होगा। India vs New Zealand 1st T20 Match: भारतीय टीम वनडे सीरीज में मिली शानदार 3-0 की जीत के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ रांची से आज तीन टी20 मैचों की सीरीज की शुरूआत करेंगी। भारतीय टी20 टीम को हार्दिक पांड्या की अगुवाई में नया स्वरूप दिया जा रहा है। जिसमें कई शीर्ष खिलाड़ियों रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल जैसे प्लेयर्स को आराम दिया गया है। ऐसे में हार्दिक पांड्या की कप्तानी में एक युवा टीम की परीक्षा भी होगी। इसी टीम ने अभी हाल ही में श्रीलंका को 2-1 से हराया था। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद पृथ्वी शॉ की इस टी20 टीम में वापसी हुई है। उन्होंने असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में रिकॉर्ड 379 रन की पारी खेली थी। इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अपना आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच जुलाई 2021 में खेला था। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कप्तान हार्दिक पांड्या पृथ्वी शॉ को मौका देंगे या शुभमान गिल और ईशान किशन की सलामी जोड़ी के साथ जाएंगे। शुभमन गिल इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने वनडे में शानदार प्रदर्शन किया और पिछली चार पारियों में तीन शतक जड़े हैं। जिनमें 208 रन की एक पारी में भी शामिल है। जो उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर भी है। यह सलामी बल्लेबाज टी20 टीम में जगह मिलने पर अपनी इस शानदार फॉर्म को बरकरार रखने की कोशिश करेगा और आने वाले दिनों के लिए टी20 क्रिकेट में अपनी जगह पक्की करना चाहेगा। सूर्यकुमार यादव न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। लेकिन वह टी20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाज हैं। वह वनडे सीरीज में मिली असफलता की भरपाई टी20 मैचों में शानदार प्रदर्शन से करना चाहेंगे। अभी दो दिन पहले ही सूर्य कुमार यादव को आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर से नवाजा गया है। अक्षर पटेल की अनुपस्थिति में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का प्रदर्शन बहुत मायने रखेगा। युवा तेज गेंदबाज शिवम मावी ने अपने डेब्यू मैच में अच्छा प्रदर्शन किया और 22 रन देकर चार विकेट लिए थे। वह उमरान मलिक के साथ मिलकर एक खतरनाक जोड़ी बना सकते हैं। पिछले वनडे में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को लंबे समय बाद एक साथ खेलने का मौका मिला था। टी20 में इनमें से किसी एक को ही प्लेइंग इलेवन में जगह मिलने की पूरी संभावना जताई जा रही है।
4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है। विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है। किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है। - ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है। - सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
उपायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में मोबाइल टावर कनेक्टिविटी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से जिले को ई गवर्नेंस से जोड़ने एवं सुदूरवर्ती दूर दराज इलाकों को मोबाइल नेटवर्क कनेक्टविटी से जोड़ने के संबंध में चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। ग्राम पंचायत को ई गवर्नेंस से जोड़ने के क्रम में हुई समीक्षा के क्रम में विभाग द्वारा बताया गया कि जिले के 120 पंचायतों को इंटरनेट की सुविधा से आच्छादित करवा दी गई है जहां 100 एमबीपीएस इंटरनेट स्पीड की सुविधा है। उपयुक्त ने पंचायतों में इंटरनेट सुविधा की नियमितता को बरतने का निर्देश दिया। जिले के संभावी इलेक्शन प्रभावी 9 क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए वहां यूएसओएफ योजना के तहत इंटरनेट की सुविधा से आच्छादित किया जाना है। जिसके तहत अब तक 6 जगहों( कुरुमगढ़, कोटाम,सिबिल, कुकरूंजा, बामदा एवं घाघरा) में मोबाइल नेटवर्क टावर कनेक्टिविटी का कार्य पूर्ण हो चुका है। बाकी 3 क्षेत्रों में अगले 1 सप्ताह के अंदर कार्य प्रारंभ कर लिया जाएगा। उपायुक्त ने लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। आकांक्षी जिला अंतर्गत जिले के 84 चिन्हित सुदूरवर्ती दूर दराज में स्थित ग्रामीण क्षेत्रों को मोबाइल टावर की कनेक्टिविटी से जोड़ने हेतु 40 एयरटेल मोबाइल टावर का अधिष्ठापन किया जाना है। जिसके लिए 29 टावर लगाने हेतु जमीन अधिग्रहण संबंधित कार्य पूर्ण हो चुके है 11 स्थानों की चयन प्रक्रिया जारी है। जिसके लिए उपायुक्त ने जमीन संबंधित सभी कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करते हुए टावर अधिष्ठापन का कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि दूर दराज के सभी ग्रामीण क्षेत्रों को इंटरनेट की सुविधा से आच्छादित करना है। जिसके लिए जिला प्रशासन द्वार लगातार कार्य किया जा रहा है । जिसमें भारत नेट से विभिन्न पंचायतों को आच्छादित किया जा चुका है । वहीं बीएसएनएल के 80 मोबाइल टावर लगाया जाना है जिसके लिए कार्य प्रारंभ हो चुका है। जल्द ही जिले के दूर दराज के सुदूरवर्ती इलाकों में भी इंटरनेट की सुविधा को दुरुस्त कर दिया जाएगा। एवं इंटरनेट से जुड़ी समस्याओं का निवारण होगा। इस दौरान बैठक में अपर समाहर्ता गुमला, जिला कल्याण पदाधिकारी, एसीएमओ, डीआईओ के अलावा अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहें।
How to Use Lock WhatsApp Chat: जिस चैट या ग्रुप चैट को लॉक किया गया है, उससे जब भी कोई मैसेज आएगा, तो ना वह प्रिव्यू में दिखेगा ना ही नोटिफिकेशन से उसके बारे में कुछ पता चलेगा। सबकुछ आपके 'Locked Chats' फोल्डर में सेव होगा। How to Use Lock WhatsApp Chat: व्हाट्सऐप पर लंबे समय से लोगों को किसी खास चैट को लॉक करने वाले किसी फीचर का इंतजार था। यूं तो WhatsApp पर एक पासवर्ड/फिंगरप्रिंट प्रोटेक्टिव लॉक फीचर पहले से मौजूद था, लेकिन यह फीचर पूरे WhatsApp ऐप को लॉक करने के काम आता था। अब, नए अपडेट के साथ यूजर्स अपने किसी भी चैट को लॉक कर सकते हैं। एक बार लॉक किए जाने के बाद, वो चैट केवल फिंगरप्रिंट के जरिए खोला जा सकता है। इतना ही नहीं, चैट एक खास फोल्डर के अंदर चले जाता है, जिससे उसे बाहर मौजूद सभी चैट्स के बीच देखा ना जा सके। इसके अलावा, जिस चैट या ग्रुप चैट को लॉक किया गया है, उससे जब भी कोई मैसेज आएगा, तो ना वह प्रिव्यू में दिखेगा ना ही नोटिफिकेशन से उसके बारे में कुछ पता चलेगा। सबकुछ आपके 'Locked Chats' फोल्डर में सेव होगा। फीचर के बारे में WhastApp का कहना है कि यह उन लोगों के लिए बेहद काम का है, जिन्हें कभी-कभी अपना फोन अपने परिवार के लोगों या दोस्तों आदि को देना पड़ता है। फीचर का फायदा उस समय होगा, जब आपका फोन किसी दूसरे के हाथ में हो और तभी फोन पर आपका कोई प्राइवेट मैसेज आ जाए। चलिए अब बिना देरी किए आपको चैट को लॉक करने का तरीका बताते हैं। हालांकि ध्यान रहे कि आपका WhatsApp लेटेस्ट वर्जन पर होना चाहिए। अगर आपने लंबे समय से व्हाट्सऐप अपडेट नहीं किया है, तो एक बार अपने ऐप स्टोर पर अपडेट जांच लें। How to lock WhatsApp chat? सबसे पहले WhatsApp खोलें और उस व्यक्तिगत या ग्रुप चैट पर जाएं, जिसे आप लॉक करना चाहते हैं। चैट या ग्रुप की प्रोफाइल फोटो के पास नाम पर टैप करें। अब नीचे स्क्रॉल करें, जहां आपको 'Chat Lock' ऑप्शन नजर आएगा। इसपर टैप करें। अब इस ऑप्शन को ऑन कर दें। ऐसे करने के बाद व्हाट्सऐप आपसे फिंगरप्रिंट वैरिफाई करने को कहेगा। अब व्हाट्सऐप के होम पेज पर एक नया लॉक्ड चैट्स (Locked Chats) नाम का फोल्डर आ जाएगा। आपकी लॉक की गई सभी चैट्स इस फोल्डर में होगी और फोल्डर खोलने के लिए आपको फिंगरप्रिंट का यूज करना होगा। How to unlock WhatsApp chat? चैट अलॉक करने लिए Locked Chats फोल्डर पर जाएं और उस चैट को चुनें जिसे अनलॉक करना है। अब पहले के समान चैट के नाम पर टैप करें और नीचे स्क्रॉल करके Chat Lock ऑप्शन को चुनें। यहां आपको ऑन हुए ऑप्शन को वापस ऑफ करना है। ऐसे करने से वो चैट लॉक्ड फोल्डर से बाहर आ जाएगी। नोटः- जिन पर्सनल नंबर या ग्रुप चैट्स को आप लॉक करेंगे, उनसे आने वाले कॉल्स लॉक नहीं होंगी। आपका WhatsApp दूसरी डिवाइसेज पर लिंक है मसलन- डेस्कटॉप पर, तो वहां चैट्स को लॉक नहीं किया जा सकेगा। जिस यूजर की चैट्स को आप लॉक करेंगे, उसे इसका पता नहीं चलेगा।
जैसलमेर। भारतीय सेना द्वारा 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश की मुक्ति की ऐतिहासिक घटना के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में बाखासर से जालिपा के साइक्लोथोन के चौथे चरण को रवाना किया गया। वर्तमान में वह दिग्गजों के लिए थार के वीर संगठन के संरक्षक का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। बोगरा ब्रिगेड के सैनिकों ने बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों से होकर लगभग 220 किमी की दूरी तय की। टीम ने उन क्षेत्रों से यात्रा की, जहां से 1971 के युद्ध के दौरान दाली, खिसार, चचरो और गदरा रोड की लड़ाई शुरू की गई। इस अवसर को मनाने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल हणुत सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए जसोल गांव में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसे 1971 के युद्ध के दौरान बसंतर की लड़ाई में उनकी भूमिका के लिए महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। 1965 के युद्ध के दौरान खुद की सेनाओं का समर्थन करने के लिए मुन्नाबाओ को विस्फोटक परिवहन करते समय शहीद हुए 17 रेलवे कर्मचारियों के सम्मान में गडरा रोड मेमोरियल पर भी माल्यार्पण किया गया। इसके अलावा, बाड़मेर शहीद स्मारक में 1971 के युद्ध के स्वर्णिम विजय पर्व के उपलक्ष्य में माल्यार्पण भी किया गया। युद्ध के दिग्गजों, वीर नारियों और बाड़मेर और पड़ोसी जिलों के पूर्व सैनिकों तक पहुंचने की कोशिश में, जलिपा सैन्य स्टेशन में एक चिकित्सा और सहायता शिविर भी आयोजित किया गया जहां आवश्यक चिकित्सा सहायता और उनके मुद्दों और समस्याओं को वेटरन सेल, स्टेशन मुख्यालय जालिपा और जिला सैनिक बोर्ड बाड़मेर प्रतिनिधियों द्वारा हल किया गया था। कोणार्क कोर द्वारा आयोजित ये कार्यक्रम हमारे सैनिकों द्वारा देश के सम्मान की रक्षा के लिए किए गए परम बलिदानों के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है और स्थानीय युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे। (वार्ता)
बुन्देली उत्सव ग्रामीण खेलकूद दंगल प्रतियोगिता : पहलवानों के अनूठे दाँव । महाराजा छत्रसाल नेहरू युवा क्लब बसारी आपका हाक अभिनन्दन करता है. मध्यप्रदेश शासन द्वारा बसारी को प्रथम पर्यटन ग्राम घोषित करने के उपरान्त प्रदेश के पर्यटन तथा संस्कृति मंत्री श्री अजय सिंह 'राहूल भैया', जनसंर्पक मंत्री श्री मानवेन्द्र सिंह ' भँवर राजा', पर्यटन सचिव श्री डी.के.सामन्त रे आदि ने बसारी आकर यहाँ की कार्य योजना पर चर्चा कर स्थल निरीक्षण किया। इसी अवसर का एक चित्र।
उत्तराखंड की सत्ता में वापसी कर बीजेपी ने नया इतिहास रचा है। हालाँकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट हार गए हैं। इसके बावजूद राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने को लेकर उन्होंने बीजेपी की प्रतिबद्धता दोहराई है। विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी ने सत्ता में लौटने पर इसे लागू करने का वादा किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए कमेटी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस कमेटी में न्यायविदों, सेवानिवृत्त लोगों और प्रबुद्धजन को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने के बाद किसी भी धर्म व जाति के लोगों के साथ अन्याय नहीं होगा। सभी को समान नागरिकता का अधिकार मिलेगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रुद्रपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता से इसका वादा किया था। उन्होंने कहा था कि राज्य में भाजपा के दोबारा सत्ता में आने के बाद सबसे पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जाएगा। इससे सभी धर्मों के नागरिकों के लिए समान कानून लागू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत हुई। भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं कॉन्ग्रेस के खाते में महज 19 सीटें आई। बसपा को 2 सीटें मिली है। उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी। हालाँकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा विधानसभा सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है। उनको कॉन्ग्रेस के भुवन कापड़ी ने 6,000 से ज्यादा वोटों से हराया।
Ganga: पारिवारिक कलह से परेशान होकर एक 65 वर्षीय बुजुर्ग ने खुदकुशी करने की सोची और हमीद सेतू से गंगा में छलांग लगा दी। खौफनाक कदम उठाने के बाद जब जान पर बन आई तो बुजुर्ग ने गंगा ब्रिज (Ganga Bridge) से निकले सरिये के सहारे खुद को बचाने की कोशिश की। जिंदगी और मौत से जूझते हुए वह लगभग 18 घंटे तक पानी में लटका रहा। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी जान बचाई। नव निर्मित गंगा (Ganga Bridge) ब्रिज पर काम कर रहे मजदूरों ने उसे देखा, तो आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस के अनुसार परेदसी नामक 65 साल का बुजुर्ग दिलदार नगर का रहने वाला है। वह घरेलू कलह से तंग आकर गंगा नदी पर बने हमीद सेतू पर पहुंचा। यहां आकर उसने आवेश में पुल से छलांग लगा दी, लेकिन बाद में मौत के डर से बचने को उसने गंगा ब्रिज के पिलर से निकले छड़ को पकड़कर अपनी जान बचाई। इस दौरान वह करीब18 घंटे तक पानी में लटका रहा। अगले दिन नव निर्मित गंगा ब्रिज पर काम कर रहे मजदूरों की निगाह पड़ी तो इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे कांस्टेबल रोहित सिंह ने स्थानीय नाविकों की मदद से उसे यहां से बाहर निकाला। तकरीबन 18 घंटे बाद गंगा नदी से बाहर निकालने के बुजुर्ग को खिलाया गया। उसे 108 एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों द्वारा घटना क्रम का वीडियो बना लिया गया। बुजुर्ग परदेसी खरवार ने बताया कि परिवारिक कलह से परेशान हूं एक बार और जहर भी खा चुका हूं। मौके पर मौजूद लोगों ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। सूचना पाकर परदेसी के पुत्र सुनील अपने सहयोगी के साथ पहुंचा। जहां से उनको समझा बुझा कर वापस घर भेजा गया। फिलहाल बुजुर्ग परदेसी स्वथ्य हैं और अपने घर चलें गए। वहीं उन्हें बचाने में सराहनीय प्रयास के लिए कांस्टेबल रोहित सिंह की खूब चर्चा हो रही है। प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के मकसद से पुलिस की कई यूनिटों में 900 नए पद बनाए गए हैं। फिलहाल उपलब्ध पुलिस बल से इन नई यूनिटों में तैनाती की जाएगी। इसी क्रम मेंअयोध्या में एसटीएफ की नई यूनिट तैनात होगी। विभाग ने एटीएस में भी 68 पद बढ़ाए जबकि गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा के लिए 61 पद बढ़ाए गए। हर जिले में फिंगरप्रिंट यूनिट के लिए 300 पद बनाए गए हैं। इंटेलिजेंस में 170 और साइबर क्राइम में 158 पर बनाए गए हैं,जबकि 8 हवाई अड्डों के लिए 147 नए पद बनाए गए हैं। विस्तृत चुनाव परिणाम के लिए यहां क्लिक करें। ताजा खबरों के लिए हमारे साथ Facebook और Twitter पर जुड़ें।
Flowers Vastu Tip: पेड़-पौधे और फूल लगभग सभी घरों में पाए जाते हैं। रंग-बिरंगे प्यारे-प्यारे फूल हर किसी को पसंद होते हैं। वहीं कई फूलों को वास्तु शास्त्र में बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। दरअसल, कुछ ऐसे फूल भी हैं जिन्हें घर में लगाने से निगेटिविटी तो दूर होती ही होती है साथ ही ये परिवार में सुख-समृद्धि लाने और घर से गरीबी दूर करने के काम आते हैं। ऐसे ही एक फूल के बारे में आज हम आपको बताने जाने जा रहे हैं, जिसका जिक्र वास्तु शास्त्र में भी किया गया है। आइए जानते हैं इस फूल के बारे में। - फूल के फायदे' हम जिस फूल के बारे में बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि गुड़हल का फूल है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक गुड़हल का फूल घर में जरूर लगाना चाहिए, क्योंकि ये धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। एक तरफ जहां धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक कहा जाता है कि ये फूल धन की देवी मां लक्ष्मी को बेहद पसंद है इसलिए अगर इस फूल को घर में लगाते हैं तो वे प्रसन्न होती हैं और आपकी किस्मत बदल सकती हैं, तो वहीं प्राचीन काल से ही गुड़हल के फूलों का इस्तेमाल कई सारी बीमारियों को दूर करने के लिए होता चला आ रहा है। गुड़हल के फूल के फायदे' - गुड़हल के फूलों को काफी लाभकारी माना गया है। इसे मंगल दोष से छुटकारा दिलाने के लिए भी लाभकारी माना गया है। जिस व्यक्ति का मंगल कमजोर होता है उसके शादी-विवाह में देरी होती है। ऐसे में घर में गुड़हल का पौधा लगाना चाहिए। - अगर कोई व्यक्ति आर्थिक संकट से जूझ रहा है तो उसे अपने घर में गुड़हल का फूल लगाना चाहिए। वास्तु के मुताबिक इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा बरसाती हैं। - यदि किसी की कुंडली में सूर्य दोष है तो उसे अपने घर की पूर्व दिशा में लाल रंग का गुड़हल का फूल लगाना चाहिए। इससे सूर्य दोष कम होता है और घर में पॉजिटिविटी आती है। - इसके अलावा भगवान सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय जल के साथ गुड़हल के फूल का भी अर्घ्य दें। ऐसा करने से मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी होती हैं और रिश्ते मजबूत होते हैं। Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और सिर्फ एंटरटेनमेंट। इसके सिवा कुछ नहीं। तुनिषा शर्मा आत्महत्या मामले में पुलिस हर तरह से जांच पड़ताल कर रही है। यही वजह है कि आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' रिलीज होने से पहले ही विवादों में है। जब से इस फिल्म का गाना 'बेशरम रंग' रिलीज हुआ है, सेंसर बोर्ड भी लोगों के निशाने पर रहा है। बॉलीवुड के मशहूर गायक अरिजीत सिंह का कोलकाता में होने वाला कॉन्सर्ट एक सरकारी निकाय द्वारा रद्द कर दिया गया है। इसके बाद पश्चिम बंगाल में एक नया राजनीतिक विवाद छिड़ गया। बुधवार को पश्चिम बंगाल में झारखंड की अभिनेत्री रिया कुमारी की कथित तौर पर बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मशहूर फिल्म निर्माता नितिन मनमोहन का आज यानी 29 दिसंबर को निधन हो गया है। वे 60 साल के थे। बिहार की राजनीतिक और आपराधिक घटनाएं फिल्ममेकर्स के पसंदीदा विषय में से एक बन गई हैं। 'बिग बॉस 16' में आए दिन खूब ड्रामा देखने को मिल रहा है। जहां शो में विकास मानकतला और अर्चना गौतम के बीच घमासान मचा हुआ है, वहीं हाल ही में शालीन भनोट का गुस्सा फूट पड़ा। 23 दिसंबर, 2022 को रिलीज हुई रणवीर सिंह की फिल्म 'सर्कस' बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल करती नहीं दिखा सकी। राजेश खन्ना भारतीय सिनेमा के बहेतरीन कलाकारोंं में गिने जाते हैं। उन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार भी कहा जाता है। ट्विंकल खन्ना ने अब भले ही अभिनय जगत से दूरी बना ली हो, लेकिन एक समय वह फिल्मी दुनिया में सक्रिय थीं। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। बॉलीवुड के कई कलाकारों ने इस संस्थान से एक्टिंग और फिल्ममेकिंग की बारीकियां सीखी हैं। बिजनेस रिएलिटी शो 'शार्क टैंक इंडिया' का पहला सीजन काफी दिलचस्प रहा। दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए शार्क्स 2 जनवरी से दूसरे सीजन के साथ लौट रहे हैं। 'अलीबाबा' की अभिनेत्री तुनिषा शर्मा ने 24 दिसंबर को सीरियल के सेट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राजकुमार संतोषी ने हाल में 'गांधी गोडसे एक युद्ध' की घोषणा की थी। इस फिल्म से संतोषी की बेटी तनीषा संतोषी बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने वाली हैं। निर्देशक मणिरत्नम की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'पोन्नियन सेल्वन' ने रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाए। टीवी अभिनेत्री तुनिषा शर्मा की आत्महत्या से टीवी इंडस्ट्री के साथ ही प्रशंसक भी स्तब्ध हैं। 'अवतारः द वे ऑफ वॉटर' दुनियाभर में छाई हुई है। तुनिषा शर्मा आत्महत्या मामले में अदालत ने उनके को-स्टार और एक्स बॉयफ्रेंड शीजान खान की हिरासत को बढ़ाकर 30 दिसंबर तक कर दिया है। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा है। उनकी हालिया कई फिल्में सिनेमाघरों में नहीं चल पाई। पाकिस्तानी फिल्म 'द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट' ने दुनियाभर के बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड 200 करोड़ रुपये से कमाई की। काफी समय से चर्चा थी कि अभिनेता नकुल मेहता लोकप्रिय धारावाहिक 'बड़े अच्छे लगते हैं 2' से विदाई लेने वाले हैं। हालांकि, खुद इस पर नकुल ने कुछ नहीं कहा था। अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी की कॉमेडी फिल्म 'डबल XL' 4 नवंबर को बड़े पर्दे पर आई थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पिट गई। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बुधवार (28 दिसंबर) को झारखंड की मशहूर अभिनेत्री रिया कुमारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अभिनेता अजय देवगन की हालिया आई फिल्म 'दृश्यम 2' को काफी सफलता मिली। भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में इस संस्थान का बड़ा योगदान रहा है। इंडस्ट्री के कई नामचीन चेहरों ने यहां से ट्रेनिंग हासिल की है। कोरिओग्राफर बॉस्को लेस्ली मार्टिस द्वारा निर्देशित 'रॉकेट गैंग' 11 नवंबर, 2022 को सिनमाघरों में रिलीज हुई थी। हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। टीवी एक्ट्रेस और शो 'अलीबाबा' फेम तुनिषा शर्मा का निधन 24 दिसंबर को हुआ था। द वायरल फीवर (TVF) के संस्थापक और पूर्व CEO अरुणभ कुमार के लिए राहत की खबर आई है। कई चर्चित टीवी धारावाहिकों में काम कर चुके अभिनेता ईश्वर ठाकुर आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं और इसी बीच ईश्वर को किडनी की बीमारी ने घेर लिया है। सलमान खान ने 27 दिसंबर को अपना 57वां जन्मदिन मनाया। इस खास मौके पर दुनियाभर की मशहूर हस्तियों और प्रसंशकों ने उन्हें ढेरों शुभकामनाएं दीं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला करीब ढाई साल बाद भी सुलझ नहीं सका है। मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कर रही है, लेकिन अभी तक जांच में कुछ भी पुख्ता सामने नहीं आया है। साल 2022 बॉलीवुड के लिए बॉक्स ऑफिस पर उतार चढ़ाव वाला रहा। जहां इस साल कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह लुढ़क गईं, वहीं कुछ फिल्मों ने बॉलीवुड की खोई रौनक लौटाने का काम किया। मलयालम अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन अभिनीत 'गोल्ड' OTT पर दस्तक देने के लिए बिल्कुल तैयार है। इस फिल्म में उनके साथ नयनतारा लीड रोल में नजर आ रही हैं। जब से 'बिग बॉस 16' से अंकित गुप्ता की विदाई हुई है, उनके प्रशंसक भड़के हुए हैं। उनके मुताबिक अंकित को शो से जानबूझकर निकाला गया है। मशहूर गायक और संगीतकार बॉब मार्ले के पोते और स्टीफन मार्ले के बेटे जो मेरसा का निधन हो गया है। वह महज 31 साल के थे। टीवी अभिनेत्री तुनिषा शर्मा की मौत ने मनोरंजन जगत और उनके चाहने वालों को हिला कर रख दिया। 'बिग बॉस 16' में शायद ही ऐसा कोई दिन हो, जब प्रतियोगियों के बीच तकरार देखने को न मिली हो। बीते दिन आठ सदस्यों का नॉमिनेशन होने के बाद घर के लिए एक नया कप्तान चुनना था। टीवी अभिनेत्री तुनिषा शर्मा की मौत ने इंडस्ट्री को सकते में डाल दिया था। वर्ष 2022 हिंदी फिल्मों के लिए खास नहीं रहा। भारत में सिनेमा और फिल्ममेकिंग की पढ़ाई के लिए बेहद कम भरोसेमंद संस्थान हैं।
नई दिल्लीः लखनऊ में सोमवार को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा रिमोट और चिप के जरिए ईंधन चोरी के खुलासे और रोजाना छापेमारी के बाद यहां के सभी पेट्रोल पंप हड़ताल पर चले गए हैं। रात को 9:30 बजे के करीब पेट्रोल पंपों पर ताला पड़ गया इसके बाद लोग पेट्रोल या डीजल भरवाने के लिए जहां-तहां भटकते रहे। (पाकिस्तान से शहीदों का बदला लेने के लिए भारतीय सेना को मिली खुली छूट) वहीं, लखनऊ पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपने मोबाइल बंद कर दिए हैं। एक पेट्रोल पंप के मैनेजर ने बताया कि इसके पूर्व दोपहर में पेट्रोल पंप संचालकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने की कोशिश की थी। लेकिन उनको समय नहीं दिया गया जिसके बाद पेट्रोल पंपों ने हड़ताल कर दी। लखनऊ पेट्रोल डीलर्स एसोशिउशन के लोगों ने बताया कि यूपी पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन भी पूरे यूपी में मंगलवार से हड़ताल का ऐलान कर सकती है। लखनऊ पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी सुधीर वोरा का कहना है, 'यह हड़ताल नहीं हमारी मजबूरी है क्योंकि पेट्रोल पंप पर काम करने वाले सारे कर्मचारियों ने एसटीएफ के डर से काम करने से इनकार कर दिया है। ' बता दें कि एसटीएफ ने 27 अप्रैल से छापेमारी शुरू की थी। अब तक 14 पेट्रोल पंपों पर छापा मारा जा चुका है और तकरीबन सभी में चोरी पाई गई है। पेट्रोल पंपों पर छापे मारने की शुरुआत एक शख्स की गिरफ्तारी के बाद हुई जिसने बताया कि उसने पेट्रोल चोरी में इस्तेमाल होने वाली एक हजार इलेक्ट्रॉनिक चिप्स पेट्रोल पंपों में लगाई है। एसटीएफ का अनुमान है कि चिप लगे पेट्रोल पंपों से औसतन 12 से 15 लाख रुपये महीने के पेट्रोल की चोरी होती है। एसटीएफ का कहना है कि पेट्रोल पंप मालिक अपनी चोरी रोकने के लिए एक-दो दिन के भीतर ही तेल कंपनियों को फोन करके अपनी मशीन खराब होने की जानकारी दे रहे हैं। कई जगह तो पेट्रोल पंप वालों ने मशीन से वह पूरा नक्शा ही निकाल लिया था जिसमें वह चीटिंग चिप लगा था। कई जगह पेट्रोल पंप पर पहुंचते ही मैनेजर और मालिक भाग खड़े हो रहे हैं। वहीं अधिकतर जो ग्रुप और मालिक हैं इस पूरे रैकेट से अंजान होने की दलील दे रहे हैं। हालांकि एसडीएम को मिली प्राथमिक जानकारी के मुताबिक यह जाल कई जिलों में प्रदेश के कोने-कोने में फैला हुआ है।
है । इमोलिए वाहिगुरु नाम है, नाम मे रहित है। यह भी एक नया, बहुत नया विचार है । 'वाहिगुरु' एक ऐसा नाम है जिसे सिक्ख विशेष महत्ता मोह एव प्यार से प्रयुक्त करते हैं । जिस प्रकार मुसलमानो के लिए अल्ला, हिन्दुप्रो के लिए रामजी, हरिकृष्ण तथा यहूदियों के लिए जाहवे, इसी प्रकार सिक्खो के लिए वाहिगुरु समझा जाता है खालसा सजाए जाने के पश्चात् वाहिगुरु सिक्खो के लिए चाहे उसी प्रकार ईश्वर का साम्प्रदायिक नाम बन गया है जिस प्रकार कि मुसलमानो ला आदि हैं। गुरु साहिब का शायद यह भाव नही था । वे सिक्खो के लिए कोई नया नाम मत्र-भावना के विचार से घडना नही चाहते थे। यह बात ठीक है कि सिक्खो के लिए वाहिगुरु पद का जाप आवश्यक है, परन्तु इससे भाव यह है कि गुर सिक्ख अकाल पुरुष के अस्तित्व को, उसकी सत्ता को, उसकी सत्य नामता को पहाडो तथा समुन्दरो, प्राकाशो से लेकर रेत के कणो तथा छोटे छोटे परमाणु मे अनुभव करे । अनुभव करना बहुत आवश्यक है, किसी शब्द का रट लेना इतना आवश्यक नहो । जब कोई सिक्ख अकाल पुरुष को आश्चर्य मयता को प्रकृति मे देखेगा तो विस्माद मे आयेगा, उस पर वाहु-वाहु की स्थिति तारी हो जायगो तथा उस का रग-रग ( लू, लू) वाहिगुरु वाहिगुरु पुकारेगा । अभिप्राय यह है कि वाहिगुरु मन की विस्मादी अवस्था को अन्तिम चिन्ह है, यह आन्तरिक वाहु दृष्टि का बाह्य चमत्कार है । यह कोई सज्ञक नाम अल्ला राम की भाति नही है । यह दशा अरब के रहने वाले सिक्ख पर तारी होगी तो वह अपनी बोली मे 'सुब्हान अल्ला' पुकारेगा । यह दशा एक अंग्रेज सिक्ख पर काबु पायेगी तो वह 'वडरफुल लार्ड' का अलाप करेगा । वाहिगुरु कोई अक्षरी मंत्र नही है । पजाबी सिक्ख के लिए वाहिगुरु, अग्रेज सिक्ख के लिए 'वडरफुल लार्ड' एक ही अर्थ रखते हैं । नाम आन्तरिक मानसिक अवस्था के आदान-प्रदान का नाम है यह किसी अक्षर का तोते की भान्ति रटना नहीं है। यह एक बहुत नया विचार और इस विचार के सहारे स्थित हुआ बहुत निराला मत और इस मत का बहुत विलक्षण दर्शन है। पहले किसी मत मे विस्माद तथा सौन्दर्य भाव महत्वपूर्ण तत्व नही बने थे, परन्तु गुरु साहिब के मत का मूल ही 'वाहु वाहु' है, वह विस्मादी मानसिक रुचि है । इसलिए वाहिगुरु एक बिल्कुल नया शब्द है जो गुरसिक्ख की प्रान्तरिक दशा को जताने वाला है और वाहिगुरु को पूष्ठभूमि मे एक बिल्कुल नया दर्शन है जो गुरु साहिब ने ससार मे प्रस्तुत किया । नौवां अध्याय अकाल पुरुष के कृत्रिम नाम १ कृत्रिम नामो का विभाजन साधारण वोली मे ईश्वर के लिए मनुष्य जो नाम भी प्रयुक्न करता है वे सब कृत्रिम होते है, भाव ऐसे होते है जो कि परमात्मा के किसी न किसी गुण के द्योतक होते है। इससे पहले प्रध्याय मे जो नाम 'ऐतिहासिक' कह कर बताए हैं वे भी कृत्रिम हो है । हमने उन्हे ऐतिहासिक इसलिए कहा है कि ससार के धर्मो के इतिहास मे वे किसी न किसी धर्म ने विशेष अर्थो मे प्रयुक्त किए थे। अगले पृष्ठो मे उन नामो पर हम फिर विचार करेगे, क्योकि अब हमने यह देखना है कि इन से अकाल पुरुष के सम्बन्ध मे हम क्या कुछ जान सकते हैं। जपुजी साहिब मे गुरु साहिब ने बताया है कि परमात्मा के ऐसे कृत्रिम नाम असख्य और अनेक है । जब से सृष्टि बनी है मनष्यो तथा जीवो ने परमात्मा मे अनेक गुण देखे और उन्हे नामो के रूप मे बताने का यत्न किया । ये तो गुण है, जिनका भी अन्त नही, परन्तु अनेक ऐसे भाव है जो मनुष्यों के मन मे ही ईश्वर के सम्बन्ध मे उठ कर रह जाते हैं। वे अक्षरो की पोशाक नही पहनते, इसलिए नामो का रूप धारण नही करते अन्तु न सिफती कहणि न अन्तु ।। अन्तु न जापै किया मनि मन्तु ।। जो व्यक्ति ईश्वरीय गुणो का अन्त प्राप्त करना चाहते हैं, वे भी अनेक हैं । अन्त कारणि केते बिललाहि ।। ताके अन्त न पाय जाहि ।।
LagatarDesk : बॉलीवुड के चॉकलेटी बॉय रणबीर कपूर आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं. रणबीर अपने बर्थडे से पहले अपनी गर्लफ्रेंड आलिया भट्ट के साथ जोधपुर गये हैं. दोनों को रविवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया. माना जा रहा है कि दोनों बर्थडे सेलिब्रेट करने गये हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो रणबीर-आलिया बर्थडे सेलिब्रेशन के अलावा जोधपुर में अपना वेडिंग वेन्यू फाइनल करने गये हैं. खबरें आ रही है कि दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैं. सोशल मीडिया पर जो फोजोट वायरल हो रही है वो जोधपुर एयरपोर्ट की है. आलिया ने टाई-डाई ग्रीन डेनिम जैकेट और जीन्स पहना है. रणबीर ने बरगंडी कलर का कैजुअल आउटपिट वियर किया है. आपको बता दें कि पिछले साल न्यू ईयर में रणबीर और आलिया दोनों अपने फैमिली के साथ रणथंभौर पहुंचे थे. तब भी खबर आ रही थी कि दोनों शादी का वेन्यू फाइनल करने और सगाई करने पहुंचे हैं. हालांकि यह सिर्फ अफवाह था. रणबीर के स्पेशल डे पर उनकी बहन रिद्धिमा कपूर ने भी विश किया है. रिद्धिमा ने अपने भाई के साथ कुछ थ्रोबैक फैमिली फोटो शेयक किया है. फोटोज में रिद्धिमा की मां नीतू, बेटी समायरा और रणबीर की गर्लफ्रेंड आलिया भट्ट नजर आ रही हैं. फोटो शेयर कर उन्होंने लिखा कि मेरे रॉकस्टार भाई को जन्मदिन की बहुत मुबारकबाद! ! ! हम तुमसे बहुत प्यार करते हैं. इसी के साथ रिद्धिमा ने #youngerbutwiser लिखा. A post shared by Riddhima Kapoor Sahni (RKS) (@riddhimakapoorsahniofficial) रणबीर-आलिया करीब तीन साल से एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं. रणबीर-आलिया के वर्कफ्रंट की बात करें तो यह कपल जल्द ही फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' में पहली बार साथ में नजर आयेंगे. यह फिल्म अयान मुखर्जी द्वारा डायरेक्ट किया गया है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और मौनी रॉय भी नजर आयेंगी.
Breaking Morning News Headlines in Hindi: 16 अप्रैल के दिन देश और दुनिया में ऐसी कई घटनाएं हुईं. अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने PM मोदी को सबसे लोकप्रिय और दूरदर्शी नेता बताया तो वहीं आंध्र प्रदेश के सीएम के चाचा को CBI ने गिरफ्तार कर लिया. Todays News Bulletin: दोस्तों, नमस्ते, आदाब! टीवी9 भारतवर्ष के इस खास बुलेटिन में आपका स्वागत है. आशा करते हैं कि आज का दिन आपके लिए शुभ हो. हर रोज की तरह आज भी हम आपको देश और दुनिया की उन महत्वपूर्व खबरें से रू-ब-रू कराएंगे जो रविवार की सुर्खियां बनीं. ऐसे में सबसे पहले बात करते हैं माफिया से नेता बने अतीक और अशरफ अहमद की. दोनों भाइयों के शवों को रविवार शाम प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. उधर, सीबीआई ने आबकारी नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की. कोरोना एक फिर कहर मचाने लगा है. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 10093 नए मामले सामने आए जबकि 23 लोगों की मौत हो गई. वहीं, राहुल गांधी ने रविवार को कर्नाटक के कोलार में राज्य में सत्ता में आने की बात कही. महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड सेरेमनी में उमड़ी भारी भीड़ की वजह से 11 लोगों की जान चली गई जबकि सैंकड़ों लोग बीमार बताए जा रहे हैं. प्रचंड गर्मी की वजह से ऐसा हुआ.
मानगो के एमजीएम थाना के सुदूर क्षेत्र बेलाजुड़ी में महिला और तीन बच्चे तालाब में नहाने गए थे. अचानक बिजली तार गिर गया, जिससे तालाब में करंट में प्रवाहित होने लगी. चारों की तड़प-तड़पकर मौत हो गई. झारखंड (Jharkhand) के पूर्वी सिंहभूम (Purva Singhvhum) जिले में एक दर्दनाक हादसे की सूचना है. जिले के एमजीएम थाना क्षेत्र में बिजली का तार टूटकर तालाब में गिरने से नहा रही एक महिला और तीन बच्चों की मौत हो गई है. इसके बाद स्थानीय और गांववासियों में काफी रोष है और शव निकालने आई पुलिस को काफी विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी सिंहभूम के एमजीएम थाना क्षेत्र के पीपला गांव के पास तलाब में बिजली का तार टूटकर गिर गया. इसमें तालाब में नहा रही एक महिला और तीन बच्चों की मौत हो गई. पुलिस ने चारों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा है. घटना के बाद ग्रामीणों में बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश है. पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, मानगो के एमजीएम थाना के सुदूर क्षेत्र बेलाजुड़ी में महिला और तीन बच्चे तालाब में नहाने गए थे. अचानक बिजली तार गिर गया, जिससे तालाब में करंट में प्रवाहित होने लगी. चारों की तड़प-तड़पकर मौत हो गई. सूचना पर जिला पार्षद पिंटू दत्ता समेत कई लोग पहुंचे. ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया. ग्रामीणों ने बताया जहां लोग नहा रहे थे. वहां डैम का पानी आता है. घटना रविवार दोपहर की है. घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया. ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए. विरोध-प्रदर्शन करने लगे. सूचना पर एमजीएम थाना की पुलिस समेत कई थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. पंचायत प्रतिनिधियों से पुलिस अधिकारियों ने संपर्क साधा है ताकि तालाब से शव को निकाला जा सके. बाद में शव को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए ले गई.
सुरभि चंदना इस वक्त 'संजीवनी 2' को लेकर काफी सुर्खियों में हैं. 'संजीवनी 2' में वे डॅाक्टर की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगी. फॉलो करेंः सीरियल 'इश्कबाज' से फेम पाने वाली एक्ट्रेस सुरभि चंदना अपनी फोटो और वीडियो के कारण चर्चा में बनी रहती हैं. वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. सुरभि अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी फोटोज शेयर करती रहती हैं. सुरभि चंदना इस वक्त 'संजीवनी 2' को लेकर काफी सुर्खियों में हैं. 'संजीवनी 2' में वे डॅाक्टर की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगी. टेलीविजन का सबसे फेमस सीरियल 'संजीवनी' 14 साल बाद टीवी पर वापसी कर रहा है. सुरभि ने अपने करियर की शुरुआत टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' से की थी. सुरभि बॉलीवुड फिल्म 'बॉबी जासूस' में भी नजर आ चुकी हैं. सुरभि टीवी जगत की हॉट और चुलबुली एक्ट्रेस में से एक मानी जाती हैं. सुरभि जो भी फोटो सोशल मीडिया पर डालती हैं, उन्हें लोग काफी पसंद करते हैं. सुरभि सीरियल 'एक नंद की खुशियों की चाबी.. मेरी भाभी', 'कबूल है' जैसे सीरियल में भी काम कर चुकी हैं.
राजस्थान में 3 दिसबंर के दिन भारत जोड़ो यात्रा प्रवेश करने वाली है। इसके लिए राहुल गांधी के साथ 521 किलोमीटर चलने वाले 500 लोगों को सिलेक्ट किया जाना है। जिनके लिए पार्टी पिछले 2 दिनों से इंटरव्यू लेने में लगी है। जानिए कौन लोग होंगे शामिल। जयपुर (jaipur). राजस्थान में 5 दिसंबर से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (bharat jodo yatra) आ रही है। जो झालावाड़ के रास्ते प्रवेश करेगी और करीब यहां 15 से 16 दिन बाद अलवर के रामगढ़ के रास्ते आगे चली जाएगी। इस भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस लगातार एकजुट लग रही है। पार्टी के नेता अलग-अलग बैठकर लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं। लेकिन इसी बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में 2 दिन इंटरव्यू लिए जा रहे हैं। यह इंटरव्यू किसी नौकरी के लिए नहीं बल्कि उन 500 लोगों को सिलेक्ट करने के हैं। जो भारत जोड़ो यात्रा में झालावाड़ से लेकर अलवर तक राहुल गांधी के पीछे चलते हुए नजर आएंगे। राजस्थान में इस यात्रा का सफर करीब 521 किलोमीटर का होगा। इस इंटरव्यू के लिए चार लोगों की कमेटी बनाई गई है। जिसमें ललित तूनवाल, रामसिंह कस्वा, कैप्टन अरविंद भी शामिल है। आज भी यह इंटरव्यू दोपहर 11:00 से 3:00 बजे तक चलेगा। इंटरव्यू में पास होने के बाद 500 लोगों को अपना मेडिकल सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा जिससे कि यह पता चल सके कि वह पूरी तरह से फिट है। इंटरव्यू देने वाले 500 लोग और कोई नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ता ही है। कमेटी ने खुद उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया है। इस दौरान इंटरव्यू में उन्हें पूछा जाता है कि राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा को आप किस नजरिए से देखते हैं। इसके अलावा राजस्थान सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित सवाल कमेटी के लोग कार्यकर्ताओं से करते हैं। आपको बता दें कि इंटरव्यू और मेडिकल सर्टिफिकेट देने के बाद कांग्रेस की इस यात्रा में साथ चलने वाले कार्यकर्ता को एक राजस्थान यात्री का पास दिया जायेगा। राजस्थान में जब तक भारत जोड़ो यात्रा चलेगी। तब तक वह यात्री इस यात्रा में साथ चलेगा। इतना ही नहीं उसके रहने सोने और खाने की व्यवस्था सभी कांग्रेस के कंटेनर में ही रहेगी। यात्रा पूरी होने के बाद ही वह घर लौटेगा। यात्रा में चलने वाले लोगों के लिए अलग से ड्रेस कोड भी है।
4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है। विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है। किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है। - ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है। - सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
भारत में भगोड़े कारोबारी विजय माल्या का मुद्दा लगाकार सुर्खियों में है और विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले पर सरकार को घेरने की लगातार कोशिश कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ भड़काऊ बयान दे रहे हैं जिसके कारण मुस्लिमों और दलितों पर लगातार हमले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल 28 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी के साथ 81. 28 लीटर प्रति लीटर पर पहुंच गया। वहीं डीजल में भी 22 पैसे की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इससे डीजल के दाम शुक्रवार को बढ़कर 73. 30 रुपये प्रति लीटर हो गए। भारत के योग गुरु बाबा रामदेव ने रुपये के गिरते मूल्य पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सिर्फ रुपया ही नहीं बल्कि देश की साख भी गिरी है। "न खाऊंगा और न खाने दूंगा" वर्ष 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस देश की जनता से यही वादा किया था और देश की जनता ने उनपर पूरा विश्वास करते हुए उन्हें दिल्ली की सत्ता सौंपी थी।
कोरोना वायरस की मार से पूरी दुनिया कराह रही है। विश्व का शायद ही कोई मुल्क संक्रमण से बचा होगा। भारत अमेरिका और ब्राजील में तो त्राहिमाम मचा हुआ है। एक ऐसा अदृश्य दुश्मन जो कब, किसको अपना शिकार बना ले किसी को नहीं पता। ऐसी महामारी फैली है कि पूरा सिस्टम हिल चुका है। देश-देश स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा चुकी हैं। लोगों का इलाज करने वाला अस्पताल डेढ़ साल से वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टर से लेकर नर्स और मेडिकल स्टाफ नॉन स्टॉप ड्यूटी करके हांफ रहे हैं। धरती के भगवान भी मानसिक जंग लड़ने को मजबूर हैं। ऐसी भयावह स्थिति की कभी किसी कल्पना तक नहीं की होगी। देवदूतों को 12-12 घंटे पीपीई किट बंद रहना पड़ता है। वॉर्ड में चारों ओर सांस संकट से जूझते मरीजों को देख डॉक्टरों का भी कलेजा कांप उठता है। भारत हो या ब्रिटेन, इटली हो ब्राजील सबके मन में एक ही सवाल है कि आखिर ये वायरस आया कहां से' बार-बार चीन की ओर उंगली उठती है। वुहान लैब से कनेक्शन जुड़ता रहा है मगर शातिर ड्रैगन शुरू से इसे दबाने में लगा हुआ है। इस बार उसके खिलाफ अमेरिका से खुफिया रिपोर्ट सामने आई है। चीन ने दुनिया और विश्व स्वास्थ्य संगठन से कई अहम जानकारी छिपाई है। उस पर पर्दा डालकर रखा ताकि सामूहिक नरसंहार का भेद ना खुल जाए। रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने WHO से कहा, कोरोना का पहला केस 8 दिसंबर 2019 को मिला जबकि कोरोना वायरस से संक्रमण नवंबर में ही सामने आ गया था। वुहान लैब के 3 रिसर्चर को नवंबर 2019 भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान ही तीनों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे थे । इससे साबित हो रहा है कि कोरोना वायरस वुहान की लैब से ही लीक हुआ था। ये कोरोना वायरस नहीं वुहान वायरस है। कोरोना महामारी प्राकृतिक नहीं जैविक हथियार की तरह है। इस पर अब अमेरिकी एक्सपर्ट और बाइडन के स्वास्थ्य सलाहकार एंथनी पाउची का भी बयान सामने आया है। फाउची का कहना है कि कोरोना एक प्राकृतिक बीमारी है ये किसी तरह से स्वीकार नहीं किया जा सकता। एक इंटरव्यू में एंथनी फाउची सवाल के जवाब में साफ-साफ कहा कि मैं इस पर भरोसा नहीं करूंगा कि ये प्राकृतिक है। बड़े स्तर पर इसकी जांच जरूरी है कि चीनी लैब में ये कैसे बनाया गया। आपको बता दें कि कातिल कोरोना पर शुरुआत से पूरी दुनिया को चीन ने अंधेरे में रखा है। कभी चमगादड़ से निकला बताया तो कभी कुछ और। जिनपिंग डेढ़ साल से अपने कत्लखाने को दबाने की कोशिश कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड के उत्पत्ति पर जांच भी बिठाई तो उसमें भी चीन ने पूरा सहयोग नहीं किया। हालांकि अमेरिका समेत दुनिया के कई ताकतवर देश वायरस के पीछे चीन का हाथ बताते रहे हैं। मगर ड्रैगन महापाप पर पर्दा डालने की कोशिश करता रहता है। जिनपिंग ने वुहान लैब से विश्व पर जैविक हथियार का इस्तेमाल किया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने '# चाइल्डलाइन 1098' प्रतियोगिता का शुभारंभ किया - 'चाइल्डलाइन 1098 लोगो को स्पॉट करें और एक टैगलाइन का सुझाव दें' महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने #चाइल्डलाइन 1098 का शुभारंभ किया है। इस प्रतियोगिता के तहत सामान्यजनों तथा बच्चों से #चाइल्डलाइन 1098 के लोगो को स्पॉट करने, शेयर करने तथा इसके साथ एक टैगलाइन लिखकर भेजने के लिए कहा गया है। मानव तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस (30 जुलाई) के मौके पर यह प्रतियोगिता आयोजित की गई है। चाइल्डलाइन बच्चों की सहायता के लिए एक आपात फोन सेवा है, जो निशुल्क है और इसकी सेवा 24 घंटे उपलब्ध है। वर्तमान में यह सेवा 450 स्थानों पर कार्य कर रही है। अकसर रेल सेवा के माध्यम से ही बच्चों की तस्करी होती है। इसे ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने रेल मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत घर से भागे हुए बच्चों, छोड़ दिए गए बच्चों, अपहृत बच्चों तथा तस्करी से छुड़ाए गए बच्चों को संरक्षित किया जाएगा और उनका पुनर्वास किया जाएगा। नवंबर, 2015 में मंत्रालय ने रेल कोचों में पोस्टर के माध्यम से एक जागरूकता अभियान चलाया था। लगभग 2 लाख पोस्टर ट्रेनों में लगाए गए थे। इसमें यात्रियों को अपने आसपास के बच्चों जिन्हें सहायता की जरूरत है, के संदर्भ में सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा कि आप वयस्क हों या बच्चे हों, आप टोल फ्री नंबर 1098 डायल कर सकते हैं। हम बच्चों की केवल आपात जरूरतों का ही ख्याल नहीं रखते, बल्कि हम उन्हें लबीं अवधि तक देखभाल और पुनर्वास करने वाली संस्थाओं से भी जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी ऑनलाइन प्रतियोगिताएं नागरिकों से जुड़ने का एक साधन है। इसके माध्यम से तस्करी रोकने से जुड़ी गतिविधियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए उन्हें जोड़ा जा सकता है। चाइल्डलाइन 1098 से बच्चों को परिचित कराने के लिए श्रीमती गांधी ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर से अनुरोध किया था कि वे राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के प्रकाशनों के माध्यम से इसे लोकप्रिय बनाएं और बच्चों के यौन शोषण पर आधारित शैक्षिक फिल्में स्कूलों में दिखाएं। इस अनुरोध के आधार पर एनसीईआरटी ने कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की सभी पाठ्य पुस्तकों के ऊपरी कवर के पीछे वाले पन्ने पर चाइल्डलाइन (1098) के बारे में जानकारी प्रकाशित की है। तस्करी के पीड़ितों की रोकथाम, संरक्षण और पुनर्वास के विभिन्न आयामों को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने मानव तस्करी (रोकथाम, संरक्षण और पुनर्वास) विधेयक, 2018 का मसौदा तैयार किया था। मानसून सत्र में इस अधिनियम को संसद द्वारा पारित किए जाने की उम्मीद है। #चाइल्डलाइन 1098 प्रतियोगिता का विवरण मंत्रालय के फेसबुक और ट्वीटर अकाउंट (@MinistryWCD) पर उपलब्ध है। प्रविष्टियों को [email protected] या MyGov पर जमा करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई, 2018 है।
आईडीबीआई ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) अपनी परिसंपत्तियां भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) एएमसी के साथ विलय कराने के लिए तैयार है। इसे लेकर चर्चाएं अंतिम चरण में हैं और इसे लेकर बातचीत एलआईसी के आईपीओ से पहले निर्णय लिया जाएगा। इस विलय के बाद, आईडीबीआई एएमसी (जिसकी मौजूदा समय में एयूएम 4,344 करोड़ रुपये की हैं) का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। एलआईसी एमएफ की एयूएम 18,040 करोड़ रुपये है। दूसरी तरफ, आईडीबीआई एएमसी के कर्मचारी रोजगार छिन जाने की आशंका से इसका विरोध कर रहे हैं। आईडीबीआई एएमसी के कर्मचारियों ने एलआईसी के चेयरमैन को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उन्हें नई इकाई में स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए या आईडीबीआई बैंक में खपाया जाना चाहिए। आईडीबीआई ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) अपनी परिसंपत्तियां भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) एएमसी के साथ विलय कराने के लिए तैयार है। इसे लेकर चर्चाएं अंतिम चरण में हैं और इसे लेकर बातचीत एलआईसी के आईपीओ से पहले निर्णय लिया जाएगा।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एनडीटीवी इंडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का उम्मीदवार का ऐलान नहीं करना पार्टी की रणनीति का हिस्सा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल हर मोर्चे पर फेल हो चुके हैं. इस भोले-भाले चेहरे के पीछे, जो देशविरोधी और अपने साथियों का विरोधी, हमेशा साजिश करने वाली छवि सामने आ गई है. उसे दिल्ली जान चुकी है. 8 फरवरी को फैसला आ जाएगा.
PRAYAGRAJ: शिवकुटी एरिया स्थित कैलाशपुरी मोहल्ले में मंगलवार की सुबह नाले में फिसलकर गिरे चंद्रेश कुमार (32) की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची शिवकुटी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का आरोप था कि सूचना के बाद भी पुलिस व नगर निगम का कोई कर्मचारी मदद करने नहीं पहुंचा। स्थानीय लोगों ने उसे बाहर निकाला तब तक मौत हो चुकी थी। आखिर कैसे फिसल गया चंद्रेश? कर्नलगंज एरिया स्थित सदियाबाद निवासी चंद्रेश पुत्र स्व। सुरेश कुमार पेशे से पेंटर था। मंगलवार सुबह उसकी फिसलकर नाले में गिरने के बाद डूबने से मौत हो गई। लेकिन इससे कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। वह कैसे फिसल गया? पूरी सड़क को छोड़कर नाले के किनारे क्यों जा रहा था? इन सब बातों को लेकर हर जुबां पर अलग कहानी थी। दरअसल कुछ लोगों का कहना था कि चंद्रेश शराब का आदी था। इन दिनों सादियाबाद एरिया में कच्ची शराब बनने का धंधा मंदा चल रहा है। वहीं गोविन्दपुर के कछार में कच्ची शराब आसानी से मिल जाती है। वह शराब के लिए सुबह गोविन्दपुर कछार गया गया था। उसने वहीं पर शराब पी। इसके बाद वह घर आ रहा था, तभी उसका पैर फिसल गया और वह नाले में गिर गया। वहीं परिजनों का कहना था कि वह गंगा नहाने के लिए गया था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चंद्रेश पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर था।
जैन धर्म में अहिंसा को सबसे बड़ा गुण माना गया है. दुनिया के सभी धर्म अहिंसा की बात करते हैं लेकिन जैन धर्म में इसका अलग ही महत्त्व है. जैन धर्म दो शाखाओं में बंटा हुआ है. - श्वेताम्बर- जो सफेद वस्त्र धारण करते हैं. - दिगम्बर- जो नग्न अवस्था में रहते हैं. अहिंसा के बाद जैन धर्म में सबसे ज्यादा महत्त्व का विषय है, अपरिग्रह. अपरिग्रह का शाब्दिक अर्थ होता है, किसी भी वस्तु का संग्रहण न करना. इसकी विस्तृत व्याख्या में सामने आता है कि इस गुण वाला मनुष्य किसी भी वस्तु, स्थान, जीव पर किसी भी तरह का अधिकार नहीं मानता. चीजों पर अधिकार पाने की आदत को छोड़ देना ही अपरिग्रहता कहलाता है. दिगम्बर मुनि की नग्नता केवल वस्त्र से ही नहीं होती है. उस नग्नता के साथ त्याग, तपस्या और संयम का भाव छुपा होता है. जिस मनुष्य का अपनी इंद्रियों पर संयम हो उसे अपने आप को ढ़कने की ज़रूरत नहीं पड़ती. दिगम्बर मुनियों को निर्ग्रन्थ भी कहा जाता है. निर्ग्रन्थ उसे कहते हैं जिसने सब कुछ त्याग दिया हो. दिगम्बर का मतलब ही होता है, जिसने सभी दिशाओं को अपना वस्त्र बना लिया हो. दिशाएं जिसका वस्त्र हों, उसे और किसी वस्त्र की ज़रूरत नहीं पड़ती. जिस तरह बचपन में हम सभी नग्न अवस्था में घूमते-फिरते रहते हैं फिर भी उसे सामान्य माना जाता है क्योंकि बच्चों का मन बेकार की भावनाओं और विकारों से मुक्त होता है. उसी तरह दिगम्बर का मन भी बच्चों की तरह निश्चल और साफ़ होता है. देखा जाए तो सन्यासी का मतलब होता है, जिसने सभी भावनाओं को अपने मन से निकाल दिया हो. प्रेम, द्वेष, लोभ, क्रोध, तृष्णा आदि सभी भावनाओं से मुक्त होना सन्यासी का धर्म होता है. ऐसे में निर्वस्त्र होना, सन्यास का सबसे अहम पहलू बन जाता है. हम सभी समाज, शर्म, धूप, हवा, ठंड से बचने के लिए वस्त्र धारण करते हैं. इन सभी बातों में शरीर के लोभ और शर्म का भाव छिपा होता है. जिसने सन्यास लेकर भी इन भावों को नहीं त्यागा वो सार्थक रूप से सन्यास की कसौटी पर खरा उतरे यह संशय का विषय है. असल मायनों में सन्यासी होना, जग से परे हो जाना है. एक दिगम्बर नग्न होकर सच्चे अर्थों में समाज के सामाजिक दायरों से परे हो जाता है. एक दिगम्बर मुनि को अंतरंग और बहिरंग परिग्रह से रहित होना पड़ता है. इन दोनों के अंदर साधक को क्रोध, मान-मर्यादा, अविद्या, लोभ, बुरे संस्कार, धन, स्त्री, संतान, सम्पत्ति आदि सभी का त्याग करना होता है. साथ ही आने-जाने में उन्हें नंगे पांव ही सफर करना होता है. पूरे दिन में मुनि केवल एक समय भोजन करते हैं. दुनिया में अनेक पंथ, धर्म, सम्प्रदाय के धार्मिक गुरु, ग्रन्थ और मानने वाले हैं. असीम शांति और आनन्द को पाने के लिए सबने अपने-अपने रास्ते चुने हैं. माना जाता है, आनंद प्राप्ति का मार्ग कठोर तप और साधना से होकर गुजरता है. जैन मुनि भी उस असीम आनंद और शांति के भाव की तलाश में इस कठोर जीवन को चुनते हैं.
- 9 hrs ago राम चरण की सुपरहिट फिल्म 'आरआरआर' का जल्द आएगा सीक्वल, परंतु राजामौली नहीं होगे डायरेक्टर! - 10 hrs ago Shahrukh Khan की 'जवान' प्रीव्यू पर सलमान खान का शानदार रिएक्शन, बोले, "पठान जवान बन गया, वाह. . " Don't Miss! - Travel आखिर क्यों कोई नहीं कर पाया कैलाश पर्वत की चढ़ाई? क्या है इसका वैज्ञानिक कारण? अक्षय कुमार की फिल्म गोल्ड ने भारत में दूसरे वीकेंड तक 99 करोड़ तक की कमाई कर ली है। कोई शक नहीं कि इस सोमवार फिल्म 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी। बता दें, इसी के साथ 100 करोड़ क्लब में यह अक्षय कुमार की नौंवी फिल्म होगी। 100 करोड़ क्लब में अक्षय कुमार दूसरे नंबर पर हैं, जबकि 13 फिल्मों के साथ सलमान खान टॉप पर जगह बनाए हुए हैं। कोई शक नहीं कि पैडमैन के बाद यह अक्षय कुमार का धमाकेदार कमबैक है। 100 करोड़ क्लब में अक्षय सलमान से सिर्फ 5 फिल्में दूर हैं। 2019 तक संभव है कि वह सलमान को कड़ी टक्कर देंगे. . क्योंकि अक्षय हर साल 2 से 3 फिल्म देनें हैं। वहीं, देखना दिलचस्प होगा कि 2018 में क्या शाहरुख वापस धमाका करेंगे. . या टॉप 3 की लिस्ट से बाहर ही रहेंगे! शाहरुख फिलहाल इस क्लब में टॉप 3 से भी आउट हैं। उनकी पिछली फिल्म जब हैरी मेट सेजल 100 करोड़ तो दूर. . बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई थी। जब शादीशुदा धर्मेंद्र ने तनुजा के साथ कर दी ऐसी हरकत, भड़कीं एक्ट्रेस, सेट पर ही जड़ दिया तमाचा, कहा- बेशर्म. .
कानपुर। कानपुर के थाना नौबस्ता के अंतर्गत एक युवक से सोशल साइट पर दोस्ती कर एक लड़की ने अश्लील वीडियो बनाया और फिर युवक को ब्लैकमेल कर ठगी की घटना को अंजाम दिया। अनजान लड़की की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर युवक ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। बाद में युवक के परिजनों ने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने हनी ट्रैप में फंसाकर एक युवक को ब्लैकमेल व ठगी करने के मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। बताते चलें कि कानपुर के नौबस्ता में रहने वाले एक युवक की बीते माह अप्रैल में एक महिला से फेसबुक पर दोस्ती हो गई थी। धीरे-धीरे फोन तरफ से मैसेंजर पर बातचीत होने लगी। इस बीच महिला ने उसका व्हाट्सएप नंबर लेकर वीडियो कॉल करना शुरू कर दिया। इस दौरान महिला ने एक अश्लील वीडियो बना लिया और फिर उसके मोबाइल पर भेजकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर रुपए की मांग करने लगी। महिला से डरकर युवक ने धीरे-धीरे करके लगभग 3 लाख रुपए दे भी दिए। लेकिन महिला उसके बाद भी पैसे की मांग करती रही तो युवक ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। तब जाकर कहीं युवक के परिजनों को पूरी मामले की जानकारी हुई। जिसके बाद परिजन युवक को लेकर थाने पहुंचे और युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पूरी घटना को लेकर थाना प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि पीड़ित युवक की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना के खुलासे के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है।
झारखंड विधानसभा के चुनाव परिणामों से स्पष्ट है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की अगुवाई वाले गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है और हेमंत सोरेन, झारखंड का अगला मुख्यमंत्री बनने की ओर अग्रसर हैं। वह अपने राजनीतिक करियर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। 2019 के चुनाव में सोरेन अपनी राजनीतिक पार्टी के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए लड़ रहे थे। एग्जिट पोल ने त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान जताया था, लेकिन सोरेन मतदाताओं को झामुमो की तरफ खींचने में कामयाब रहे, खास तौर से जनजातीय क्षेत्र में। कांग्रेस ने झारखंड में झामुमो अध्यक्ष को समर्थन दिया और खुद पीछे रही, यानी नेतृत्व सोरेन ने किया। पार्टी के झारखंड प्रभारी आर.पी.एन.सिंह ने रांची में शुक्रवार को कहा था कि हेमंत सोरेन गठबंधन के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर पहली और आखिरी पसंद हैं। झामुमो कांग्रेस की मदद से अल्पसंख्यक वोटों को अपने पक्ष में करने में कामयाब रहा और झारखंड विधानसभा में महागठबंधन की कुल सीटों को बढ़ाने में भी उसकी मदद मिली। झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन ने भाजपा के प्रचार अभियान से स्थानीय मुद्दों को दरकिनार नहीं होने दिया। हेमंत सोरेन के प्रयासों को सफलता मिली और झारखंड विधानसभा चुनाव में वह पूरी तरह से एक नायक के तौर पर उभरे। हेमंत के पिता शिबू राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। एक बार तो वह सिर्फ 10 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे।
तेजी से बढ़ती आबादी को रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम के तहत कई गतिविधियां चलाता है। परिवार कल्याण कार्यक्रमों में नसबंदी एक अहम कड़ी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि समाज में नसबंदी का जोर सिर्फ महिलाओं के जिम्मे है। बीते नौ महीनों में प्रदेश में हुई नसबंदी में महिलाओं के मुकाबले पुरुष महज 0. 73फीसदी हैं। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई समीक्षा में यह जानकारी सामने आई है। इन आंकडों से समाज में महिला-पुरूष समानता और बराबरी के नारों की हवा निकाल दी है। (आंकडे़ः अप्रैल 2021 से 20 फरवरी 2022 तक ) (आंकडे़ः अप्रैल 2021 से 20 फरवरी 2022 तक ) स्वास्थ्य विभाग ने नसबंदी को लेकर कोई लक्ष्य तय नहीं किया है। स्वैच्छिक तौर पर सालाना अनुमान के आधार पर होने वाली नसबंदी में भी महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की संख्या बहुत कम है। हर साल नसबंदी कराने वाले पुरूषों की संख्या घटती जा रही है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
शॉर्टकटः मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ। थॉमस अलेक्जेंडर डेकर (जन्म दिसंबर 28, 1987) एक अमेरिकी फिल्म और टेलीविजन अभिनेता और एक संगीतकार हैं। यह एक गायक भी हैं तथा इन्होने दो एल्बमों का लेखन और निर्माण किया है। इन्हें सबसे अधिक टर्मिनेटरः द सारा कॉनर क्रॉनिकल्स फिल्म में जॉन कॉनर, हनी, आई स्रन्क द किड्सः द टीवी शो में निक स्जिलेन्स्की और हीरोज में जैक के रूप में निभाई गई अपनी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। इन्हें 2010 में निर्मित ए नाइटमेयर ऑन ऐल्म स्ट्रीट में जेसी ब्रौन और ग्रेग अराकी की काबूम में स्मिथ के किरदार के लिय भी जाना जाता हैं। श्रेणीःअमेरिकी फ़िल्म अभिनेता श्रेणीःजीवित लोग श्रेणीःअमेरिकी टेलिविज़न अभिनेता श्रेणीः1987 में जन्मे लोग. संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) (यू एस ए), जिसे सामान्यतः संयुक्त राज्य (United States) (यू एस) या अमेरिका कहा जाता हैं, एक देश हैं, जिसमें राज्य, एक फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, पाँच प्रमुख स्व-शासनीय क्षेत्र, और विभिन्न अधिनस्थ क्षेत्र सम्मिलित हैं। 48 संस्पर्शी राज्य और फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, कनाडा और मेक्सिको के मध्य, केन्द्रीय उत्तर अमेरिका में हैं। अलास्का राज्य, उत्तर अमेरिका के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है, जिसके पूर्व में कनाडा की सीमा एवं पश्चिम मे बेरिंग जलसन्धि रूस से घिरा हुआ है। वहीं हवाई राज्य, मध्य-प्रशान्त में स्थित हैं। अमेरिकी स्व-शासित क्षेत्र प्रशान्त महासागर और कॅरीबीयन सागर में बिखरें हुएँ हैं। 38 लाख वर्ग मील (98 लाख किमी2)"", U.S. Census Bureau, database as of August 2010, excluding the U.S. Minor Outlying Islands. थॉमस डेकर और संयुक्त राज्य आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)। थॉमस डेकर 4 संबंध है और संयुक्त राज्य 107 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (4 + 107)। यह लेख थॉमस डेकर और संयुक्त राज्य के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखेंः
व्यतीत होता है। गुरुजनों से ईर्ष्या तथा द्वेष बढ़ता है। विद्यार्थियों का मन विद्याध्ययन में खूब लगता है। उन्हें तनिक से परिश्रम से ही शुभपरीक्षा परिणाम प्राप्त होते हैं। गणित, विज्ञान और कानून के विद्यार्थियों को विशेष रूप से लाभ होता है। खेल-कूद की प्रतियोगिता वालों को शुभ अवसर प्राप्त होता है। अविवाहितों को विवाह हो जाने की पूर्ण आशा रखनी चाहिये। यदि इस दशा में विवाह न हुआ तो दो वर्ष तक ठहरना पड़ेगा। मुकदमे में विजय प्राप्त होती है । वोरोड, लाट्री, रेस, सट्टे से धन मिल सकता है। इष्ट-मित्र, बन्धु-वान्धव, स्त्री पुत्रादि से सुख मिलता है। किसी शुभ कार्य के लिए समाज तथा लोक में प्रतिष्ठा बढ़ती है। दूध, दही, घृत के पकवान मिष्टान्नादि खाने को मिलते हैं श्वेत वस्त्रों में रूचि बढ़ती है। बड़े-बड़े अधिकारियों से मिलाप का अवसर प्राप्त होता है। वायु, पीलिया, नजला, जुकाम, जल सम्बन्धी रोग होते हैं फिर भी शरीर स्वस्थ सा ही रहता है । बुध में शन्यन्तदशा फल - यदि बुध की महादशा के अन्तर्गत शनि को उपदशा का प्रादुर्भाव शुभ स्थान में शुभ प्रकार से हो तो मनुष्य की बुद्धि मलिन नहीं हो पाती वल्कि धर्म-कर्म तीर्थ व्रतादि के करने में लगी रहती है । सांसारिक सुख की प्राप्ति होती है। लोहे, पीतल, कोयले आदि के व्यापार से लाभ होता है। कारखाने खूब चलते हैं। इन्जीनियरिंग के विद्यार्थी अच्छी प्रगति करते हैं। छोटे वर्ग के मनुष्यों में वैद्यक, डाक्ट्री, व्याख्यानादि से कीर्ति तथा प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। अशुभ शनि की अन्तर्दशा में मनुष्य उदास निराश रहता है, पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता, बच्चे घर से भाग जाते हैं और कष्ट पाते हैं, धन धर्म की हानि होती है, पापेच्छा बढ़ती है । वात, पित्त, कफादि रोग होते हैं, शरीर में पोड़ा, मन में विकलता, एकान्त सेवन की इच्छा होती है । स्त्री पुत्रादि का वियोग होता है। रोने को मन करता है। अनेक यातनाओं के वशीभूत होकर मनुष्य का स्वभाव रुक्ष तथा उग्र हो जाता है। उसमें मोह की कमी हो जाती है। कृषक लोगों को विशेषकर यह दशा हानि प्रद रहती है। केतु दशा फल यदि विवेक की गहरी दृष्टि से विचारपूर्वक देखा जाय तो केतु कोई स्वतन्त्र ग्रह नहीं है। इसको सभी शास्त्रकारों ने राहु का ही अंश माना है। राहु एक सर्प है तो केतु उसको पूछ है जो कि राहु से सदा सप्तम स्थान में केतु के रूप में रहती है। राहु जिस राशि के जितने अंश पर होगा केतु निश्चयपूर्वक राहु से सातवीं राशि के उतने ही अंश पर होगा। केतु की चाल, स्थान, गति-विधि जो भो दृष्टिगोचर होती है सभी कुछ राहु की गतिविधि पर निर्भर है। केतु का उच्च, नीच, मित्र-शत्रु होना राहु के हो हाथ में है। कल्पना करो कि आज राहुमेष के दश अंश पर है तो निश्चय ही आज केतु तुला के दस अंश पर होगा । इसीलिए केतु की कोई अपनी स्वतन्त्र सत्ता नहीं मानी जाती । इसी प्रकार इसके फलादेश भो स्वतन्त्र नहीं होते इसको अपनी कोई स्वतन्त्र दृष्टि नहीं होती है । युति का फल प्रभावशाली देखने में आता है जो कि समयानुकूल स्थानान्तर पर लिखा जायगा । राशिगत केतु का प्रभाव राहु की सक्षम राशिगत प्रभाव के अनुकूल ही होता है। इसलिए पाठक थोड़ा कष्ट सहन करें और राहु दशा फलादेश में दिये गये फलों से केतु फल प्राप्त कर अपने अमोष्ट की सिद्धि प्राप्त करें। साधारणतया देखने में यही आया है कि केतु एक अशुभ तथा पाप ग्रह है जो कि अशुभ ही फल प्रदान करता है। राहु तो शुभाशुभ फल प्रभाव का प्रदान कर्ता हो सकता है किन्तु केतु सर्वत्र अशुभ ही फल का द्योतक रहता है। हम इसके भी राशिगत शुभाशुभ फल राहु की भाँति यथास्थान लिख आये हैं। पाठक वहाँ से अपने अभीष्ट की सिद्धि कर सकते हैं। अभी तक अनुभव से यही सिद्ध हुआ है कि केतु की दशा में मनुष्य की बुद्धि भ्रमित रहती है । यदि यह दशा बचपन में किसी को आती है तो बच्चा बहुत ही बीमार रहता है । चेचक, हैजा, अतिसार, उल्टी, ज्वर, पीलिया-घांटी, जिगर-तिल्ली, निमोनिय, हब्बा-डब्बा, पसलीचलना आदि रोग होते हैं। युवकों को सन्ताप, चित्त में विकलता, मन में मशान्ति, उद्योग में विफलता व्यापार में हानि, विवाह में रुकावट, वायु गोला, पेट, पेड़, अण्डकोष आदि में दर्द, नौकरी तथा व्यवसाय के लिये इधरउघर व्यर्थ प्रयास करते हुए फिरते रहना । घनवान भी असावधानी के कारण इस दशा में निर्धनता को प्राप्त हो जाते हैं। शरीर में अनेक रोग लग जाते हैं शरीर दुर्बल पड़ जाता है। भोजन की व्यवस्था ठीक नहीं रहती। सरकारी नौकरों की पदोन्नति, तथा वेतन वृद्धि में अड़चने पड़ जाती है। अधिकारियों स मनमुटाव रहने के कारण अपने उनके सभी कार्य बिगड़े से रहते हैं। व्यर्थ के एक्सप्लेनेशन (जवा बतलवी) देने पड़ते हैं। घर के स्त्री बच्चों तथा बन्धु-वान्धओं से कलह रहती हैं। मन विक्षिप्त की भाँति हो जाता है। कितने ही नौकरी छोड़ वैठते हैं। कितने ही राज्यदण्ड के अधिकारी हो जाते हैं । वंशपरम्परागत रोग के कारण या किसी अन्य रोग के कारण शरीर को कष्ट तथा घन की हानि होती है। लड़ाई-झगड़े कलह, मुकदमे आदि में पराजय होती है । दुष्ट संगति प्राप्त होती है । कुकर्म में रुचि लगती है । अग्नि, चोरी, विषपान, सर्पादि के काटने का अवसर आ जाता है । चित्त की वृत्ति स्थिर न रहने के कारण मनुष्य क्या से क्या कर बैठता है । कोई-कोई तो दुःखी होकर आत्महत्या तक कर बैठते हैं । यदि उच्च का केतु एकादश स्थान शुभ ग्रह से दृष्ट या युक्त हो तो शुभ फल प्रदान करता है। मनुष्य को अचानक धन की प्राप्ति कराता है। यदि नीच का या शत्रु राशि का ( १, ४, ५, ७, ९, १० ) में हो तो अत्यन्त हानिकारक होता है । प्रत्येक प्रकार की आपत्ति प्रदान करता है। केतु के बारे में यह पूर्णतया ठीक ही लिखा गया है कि "केतुः केवलं दुःख दायकः," केतु चाहे किसी स्थान में किसी भी राशि का क्यों न हो अपनी दशा में किसी न किसी प्रकार कष्ट या हानि किसी न किसी रूप में अवश्य करता है। शुभ होने पर यदि कोई सुख भी दिया तब भी उसी भाव के दूसरे फलादेशानुसार कष्ट अवश्य देगा। कल्पना करो एकांदश स्थान में धन दिया तो उसे भ्रातृ कष्ट अवश्य होगा। केतूपदशा फल केतु में केत्वन्तदशा फल-केतु की महादशा के अन्तर्गत केतु की हो उपदशा का प्रादुर्भाव यदि किसी मनुष्य की बाल्यावस्था में हो तो वह बचपन में अवश्य ही बीमार रहा होगा। चेचक, हैजा, अतिसार, खून, आँव के दस्त, कांचादि बढ़ने का रोग, ज्वर, जिगर तिल्ली, पेट में दर्दादि रोग होते हैं। पढ़ाई में रुकावटें आती हैं । परीक्षा परिणाम शुभ प्राप्त नहीं होते। युवकों को व्यवसाय, व्यापार तथा नौकरी के लिए कितना ही परिश्रम करना पड़े व्यथं ही रहता है। अविवाहितों के विवाह रुके रहते हैं। विवाहितों को स्त्री-पुत्र, इष्टमित्रों से कष्ट तथा तिरस्कार प्राप्त होता है। सरकारी नौकरों की उन्नति रुक जाती है। अधिकारियों से कलह तथा झगड़ा रहता है। जिस कारण व्यर्थ जवाबतलबी होती है। किसी-किसी की नौकरी छूट भी जाती है । मन में संताप, चित्त में उद्विग्नता, व्यर्थं भ्रमण, बुद्धि में भ्रम, अग्नि, चोर, विष, सर्पादि से भय, जल में डुबकी खाना, किसी दुष्ट स्त्री के कारण अपयश, लोकापवाद तथा राज्यदण्ड की प्राप्ति तक हो जाती है। व्यर्थ की लड़ाई-झगड़ा तथा मुकदमे बाजी होती है। शत्रुओं से हानि होती है। बीमारी या मुकदमे के कारण धन की हानि होती है। वायुगोला, पेट में दर्द, अण्डकोष वृद्धि, शरीर में जलन, मन में निराशा तथा किसी समीपी, सम्बन्धी की मृत्यु का संवाद श्रवण को मिलता है। कहने का तात्पर्य यह है कि केतु में केतु का अन्तर अशुभ ही फल प्रदान करता है और वह किसी न किसी प्रकार से अवश्य ही दुःखी रहता है। केतु में शुक्रान्तर्दशा फल - जब केतु की महादशा के अन्तर्गत केतु की उपदशा का अन्तर वर्तमान हो तो मनुष्य की बुद्धि कामासक्त कार्यों में बहुत लगती है। विद्यार्थी छोटी अवस्था में ही प्रेम की कहानियाँ, उपन्यासादि पढ़कर समय को व्यर्थ करते हैं। बड़े विद्यार्थी जहाँ सम्मिलित शिक्षा पाते हैं। प्रेम में पड़कर कई बार लड़कियों के साथ भाग जाते हैं। नीच जाति की लड़कियों के प्रेम में लोकापवाद पाते हैं। यदि विदेश गमन हुआ तो अवश्य विधर्मी लड़की के प्रमपारा में रहते हैं। स्वप्नदोष, प्रमेह, शुक्रक्षय, कफ, नज़ला, जुकामादि रोग होते हैं । परस्त्री प्रेम में विष, शस्त्रादि का प्रयोग हो सकता है । स्वस्त्री, पुत्रादि से झगड़ा बार-बार होता है। स्त्री वियोग हो सकता है । इष्ट-मित्र, बहिन-भाइयों में अनबन रहती है। विवाहित पुरुषों को कन्या रत्न की प्राप्ति हो सकती है। बुखार, अतिसारादि रोग हो सकते है। अनीति और अधर्म में चित्त की वृत्ति खूब लगती है। पाप कर्म में रुचि बढ़ती है। गुरुजनों से द्वेष तथा ईर्ष्या उत्पन्न होती है। नेत्र, सिर, पीड़ा, पशु, जल से हानि हो सकती है । इस दशा में कभी-कभी दूध, दही से बने पदार्थ, मिष्टात तथा फल खाने को मिल जाते हैं। यह दशा अधिकतर सुखप्रद न होकर मनुष्य को पराभव की ओर ले जाने वाली ही होती है। पर धनलिप्सा लगी रहती है। केतु में सूर्यान्तर्दशा फल - यदि केतु की महादशा के अन्तर्गत सूर्य की उपदशा का प्रादुर्भाव हो तो मनुष्य की बुद्धि भ्रम युक्त, आवेशपूर्ण तथा कोषयुक्त होती है। विद्यार्थी इस दशा में अधिक परिश्रम करने पर भी अच्छे नम्बरों से पास नहीं होते। उद्योगियों का उद्योग कम सफल होता है। नौकरी करने वालों की अपने अधिकारियों से नहीं बनती, जिस कारण उन्नति नहीं हो पाती। अविवाहितों के विवाह रुके रहते हैं, विवाहितों की स्त्री, बच्चों, माता-पिता तथा गुरुजनों से कलह रहती है। शत्रुओं से पराभव की प्राप्ति होती है, मुकदमे में हार होती है। विदेश यात्रा में सन्ताप मिलता है। हीन भोजन की प्राप्ति होती है। शरीर में रोग, पित्त के कारण होते है, किसी निकट सम्बन्धी की मृत्यु का संवाद प्राप्त होता है। मन में निरन्तर सन्ताप, उद्वेग तथा अशान्ति रहती है। किसी प्रबल आदमी से झगड़ा होता है। जीवन दुःखी रहता है। आँखों में दाह और शिर में पीड़ा रहती है। किसी नीच कर्म के लिए धर्म का अनुष्ठान होता है। उद्योग में विफलता रहती है। इस दशा में कोई भी कार्य बिना अड़चन पड़े नहीं होता है । केतु में चन्द्रान्तर्दशा फल - जब केतु की महादशा के अन्तर्गत चन्द्रमा की उपदशा का अन्तर वर्तमान हो तो मनुष्यको बुद्धि कामार्थं वशीभूत होती है। मनुष्य इस दशा में कठिन परिश्रम करने पर प्रत्येक कार्य में सफल हो जाता है। विद्यार्थीगण सतत परिश्रम से उत्तीर्ण हो जाते हैं। अविवाहितोंके रुके हुए विवाह हो जाते हैं । विवाहितों को कन्या रत्न की प्राप्ति होती है। युवक प्रेमालिंगन में मस्त रहते हैं। मनुष्य धन कमानेकी बड़ी इच्छा रखता है। कमाता भो है, किन्तु वह धन टिकता नहीं। कामवासना इतनी प्रबल होती है कि मनुष्य ऊँच-नोच, धर्माधर्म, जाति-विजाति का विचार त्यागकर परस्त्री प्रेममें बासक्त रहता है। स्वप्नदोष, धातुक्षीण, प्रमेह, कफ, नजला, जुकाम श्वादि रोग बहुत दबाते हैं । जलयात्रा या जल-विनोद में भय रहता है। विदेशगमन हुआ तो विजाति को लड़की का प्रेम धर्म परिवर्तन तक करा देता है । शृंगारी कवितायें, कहानियाँ, प्रेम के विवरण अति रुचिकर लगते हैं। समय-समय पर दूध, मक्खन, टोस्ट, दही, खोये का सामान, मलाई के लड्डू, रबड़ी, मिटान तथा रसीले पदार्थ या फल खाने को मिलते रहते हैं। अनेक मनुष्यों से मिलाप होता है । स्त्री, पुत्र, मातादि में से किसी एक को कष्ट होता है। पशुओं तथा कृषिकर्म में हानि होती है। किसी परस्त्री के आकर्षण के कारण लोकापवाद, अपयश तथा परिजनों से शत्रुता द्वारा मानहानि हो सकती है। मनुष्य का मन दुर्गम स्थान, पुराने किले, घाटिओं, नदी, तालाब, झरने, पर्वत तथा इसी प्रकार के प्राकृतिक दृश्य खण्डरातादि के देखने में खूब लगता है। यह दशा मनुष्य को दुःख और सुख का समान अनुभव कराती है। इसलिए अच्छी और बुरी दशा समयानुकूल ही रहती है। केतु में भौमान्तर्दशा फल - यदि केतु की महादशा के अन्तर्गत मंगल की उपदशा का प्रादुर्भाव हो तो मनुष्य की बुद्धि पराक्रमशील कायों की ओर लगती है। यह दशा पुलिस तथा सेना विभाग के व्यक्तियों के लिए सुखप्रद रहती है। मनुष्य में हिंसा तथा उद्योग की इच्छा उत्पन्न होती है । स्वजन परिजन समुदाय से लड़ाई, झगड़ा, कलह, मुकदमादि होते हैं। शस्त्राग्नि, चोर, विष आदि से भय रहता है। स्त्री-पुत्र, भाई-बन्धुओंों से ईर्ष्या तथा द्वेष बढ़ता है । पित्त, कफ, श्वाँसादि रोग बढ़ते हैं। किसी रक्तपात या खून-खराने के लिए राज्यदण्ड मिल सकता है। इस दशामें पुलिस से भय रहता है । नेत्र- सिर में पीड़ा होती है। मदिरा, मछली, मांसादि कुधान्य का भोजन मिलता है । रक्त-पित्त-विकार, रक्तचाप, रक्तिम अतिसार या अर्श हो सकती है। किसी समीपी सम्बन्धी की मृत्यु का संवाद प्राप्त हो सकता है। पेट दर्द, फोड़ा, फुन्सी, रक्तविकार, पशुओं से भय, खेती में हानि तथा किसी बलवान शत्रु द्वारा पराभव की आशंका रहती है। गिरकर चोट लग सकती है । केतु राहोरन्तदशा फल - जब केतु की महादशा के अन्तर्गत बुध की उपदशा का समय वर्तमान हो तो मनुष्य की बुद्धि स्थिर नहीं रहती। विद्यार्थी कठिन परिश्रम करने पर भी अशुभ परीक्षापरिणाम प्राप्त करते हैं। उद्योगियों के उद्योग विफल ही रहते हैं। व्यापारियों के व्यापार शिथिल पड़ जाते हैं। सरकारी नौकरों की उन्नति रुक जाती है। अधिकारी वर्ग से झगड़े तथा अनबन रहने के कारण जवाबतलबी होती है । हृदय में कुत्सित भावनायें उठती हैं। भोजन की व्यवस्था ठीक न रहने के कारण, वायुगोले का पेटदर्द, रीढ़ का दर्द, अण्ड कोशवृद्धि तथा इसी प्रकार के अनेक रोग लग जाते हैं। उपवास करने पड़ते हैं। इधरउधर बाजीविका के लिए भटकना पड़ता है। कुकर्मों के लिए राज्य दण्ड भय रहता है। चोर, अंग्नि, विष सर्पादि भय होता है। समाज में अपयश प्राप्त होता है। दुष्ट मनुष्यों से कलह रहती है। अपशब्द श्रवण को मिलते हैं। मुकदमे में हार होती है। किसी दुष्ट स्त्रीके संवाद में मानहानि होती है। धन-धर्म की हानि होती है। नीच मनुष्यों की संगति में अपयश की प्राप्ति होती हैं । नित्य नये संकट का सामना करना पड़ता है। जीवन दुःखी हो जाता है । केतु में जीवान्तर्दशा फल-- यदि केतु की महादशा के अन्तर्गत वृहस्पति की उपदशा का अन्तर वर्तमान हो तो मनुष्य की बुद्धि पहली दशाओं की अपेक्षा कुछ शान्त तथा धर्म-कर्म में रत होती है। तीर्थयात्रा तथा देशाटन में प्रवृत्ति रहती है। परीक्षार्थी थोड़े परिश्रम से उत्तीर्ण हो जाते हैं। अनेक मनुष्यों से मिलाप होता हैं। नीच तथा दुष्ट मनुष्य शत्रुता छोड़कर आदर प्रदान करते हैं। व्यापारियों के व्यापार, उद्योगियों के उद्योग फलते हैं। नौकर पेशा को पद तथा वेतन में वृद्धि होती है । कलाकार पारितोषिक पाते है। सरकारी ओफीसर प्रसन्न रहते हैं । रुके हुए कार्य सुलभ हो जाते हैं । इष्ट-मित्र, भाई-बन्धु सत्कार करते हैं। समाज में आदर तथा प्रधान पद मिलता है, राज्य से लाभ होता है । कृषकों को धन-धान्य का लाभ होता है । अविवाहितों के विवाह हो जाते हैं। विवाहितों को पुत्र लाभ या सन्तान लाभ होता है । देवी-देवताओं तथा गुरुजनों में श्रद्धा बढ़ती है । दूध मिष्टान्न पकवानादि का भोजन प्राप्त होता है। अन्न-वस्त्र की सुव्यवस्था रहती है। स्वास्थ्य ठीक रहता है । विचार उत्तम होते हैं। स्वाध्याय, जाप तथा ईश्वर- भक्ति में मन खूब लगता है । केतु में शन्यन्तर्दशा फल - जब केतु को महदशा के अन्तर्गत शनि की उपदशा का प्रादुर्भाव हो तो मनुष्य की बुद्धि भ्रमित-सी रहती है। उसका मन किसी भी कार्य में नहीं लगता है। धर्म से परे अधर्म में रुचि बढ़ती है । पाप कर्म होते हैं। लोहे काष्ठादि से लाभ रहता है। अन्य सभी व्यापारों में हानि होती है। परीक्षार्थी परिश्रम करने पर भी सफल नहीं होते। नीच संगति में शत्रु का भय रहता है। मन में सन्ताप, चित्त में खेद, आत्मीयजनों से विरोध तथा वियोग होता है। आजीविका के लिए देश, विदेश का भ्रमण करना पड़ता है और कष्ट मिलता है। शत्रुओं द्वारा घात लगता है । दूषित अन्न का भोजन प्राप्त होता है। बात, कफ, श्वाँस, वायु गोला, पित्त-विकारादि से रोग उत्पन्न होते हैं । कृषि तथा पशुओं से हानि होती है। अनेक अशुभ संवाद श्रवण को मिलते हैं। शस्त्र, चोर से भय रहता है। मन में उदासी, शरीर में आलस्य रहता है। नौकरी करने वालों की उन्नति सीमित हो जाती है। जीवन दुःखी रहता है। केतु में बुधान्तर्दशा फल - यदि केतु की महादशा के अन्तर्गत बुध की उपदशा का समय वर्तमान हो तो मनुष्य शनि की दशा से ऊबा हुआ सुख की सांस लेता है। उसकी बुद्धि स्थिर रहती है। पढ़ने लिखने में मनुष्य का मन खुद लगता है। परीक्षार्थी परिश्रम करने पर ही पास होते हैं अन्यथा नहीं होते। साधारण रूप से यह दशा अच्छी रहती है । रुके हुए काम हो जाते है । इष्टमित्र बन्धुबान्धवों से सुख मिलता है। अविवाहितों के विवाह हो जाते हैं। विवाहितों को संतान लाभ हो जाता है। धन सम्पत्ति की प्राप्ति होती है। लोक समाज में आदर मिलता है। कृषि कर्म में हानि तथा पशुओं से घात भय रहता है। वायु, पित्त, कफ, श्वस, पीलिया आदि रोग हो सकते हैं। पेट दर्द हो सकता है । गठिया का रोग भी हो सकता है । शत्रुओं से कष्ट प्राप्त होता है। अनेक प्रकार से यह दशा शनि की अपेक्षा बहुत अच्छी रहती है। फिर भी किसी विशेष प्रकार से सुखप्रद नहीं होती। शुक्र महादशा फल शुक्र एक शुभ ग्रह है। इसकी दशा सदैव काम और सुख फल प्रदान करने वाली है। जिस व्यक्ति को बचपन में यह दशा आती है उस व्यक्ति की बुद्धि बड़ी ही सात्त्विक तथा निर्मल रहती है, पढ़ने-लिखने में उसका मन खूब लगता है। यदि शुक्र शुभ स्थानगत हो तो मनुष्य बिना कठिन परिश्रम किये भी परीक्षा का शुभ परिणाम सहज ही प्राप्त कर लेते हैं। ये लोग शृङ्गारी प्रकार के स्वच्छ श्वेत सुगन्धित वस्त्रों को धारण करने वाले हँसमुख, चलचित्त, मधुभाषी, दर्शनीय होते हैं । शृङ्गारी कहानी, प्रेम भरे उपन्यास, रसिक कवितायें, नाटक आदि पढ़ने-देखने का चाव हृदय में उत्पन्न हो जाता है। कुछ बड़ी अवस्था वाले मनुष्य, नाटक, थ्येटर, श्वांग, नौटंकी या सिनेमा आदि देखकर या उनको पढ़कर या उनमें भाग लेकर पथ विचलित भी हो जाते हैं। युवकों के लिए यह दशा अच्छी और बुरी दोनों प्रकार से आती है। कुछ युवक जो कि देश जाति तथा कुल के प्रति अपने कर्तव्य के उत्तरदायित्व को समझते हैं वे अवश्य ही पढ़-लिखकर वकील, वैरिस्टर, जज, न्यायाधीश आदि अनेक प्रकार के स्वतन्त्र व्यवसाय के करने वाले सुन्दर लेखक, सम्पादक, समालोचक तथा आलोचक बनकर, अपनी भाषा, देश-जाति की मान-मर्यादा की रक्षा करते हैं और कितने ही युवक अपने देश-जाति कुल की प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिलाकर, कुल को कलंकित कर सहज ही परस्त्री प्रेम के कारण विदेशी, विधर्मी तथा विरक्त हो जाते हैं। अनेक काम के वशीभूत होकर अपनो आत्महत्या तक कर लेते हैं। प्रत्येक ग्रह दशा का प्रभाव उस ग्रह को परिस्थिति, स्थान तथा भावना के ऊपर निर्भर होता है। फिर भी साधारणतः यह दशा मनुष्य को सात्त्विक फल प्रदान करने वाली है। इस दशा में मनुष्य की बुद्धि का पूर्ण विकास होता है। मनुष्य सत्कर्म में निष्ठा रखता है। यज्ञ, हवन, अतिथि सेवा, स्वाध्याय, तीर्थयात्रा, देशाटन तथा जलयात्रा का अवसर प्राप्त होता है। अविवाहितों के रुके हुए विवाह हो जाते हैं । सन्तान की इच्छा वाले विवाहितों को शुभ सन्तति की प्राप्ति होती है। इस दशा में विशेषकर भोजन की बड़ी हो सुव्यवस्था रहती है। अपने पराये सभी आग्रह पूर्वक भोजन के लिए निमन्त्रण देते हैं और सुस्वादु पदार्थों से सेवा करते हैं। दूध, दही, घृत, पकवान, मिष्टान्न, खोये के बने पदार्थ, स्निग्ध, रसीले भोजन, सुन्दररसोले फल, श्वेत वस्त्र, चांदी के आभूषणादि, किसी उत्सव विशेष पर प्रदान करते हैं। व्यापारी वर्ग, चाँदी तथा रजताभूषण, श्वेत वस्त्र, व्यापार में विशेष रूप से लाभ उठाते हैं। धन, सम्पत्ति, मकान, भूमि, वाहनादि ( साइकिल, मोटर, स्कूटर, मोटर साईकिल, नभयान, वायुयान तथा जलयान में से किसी एक की लम्बी यात्रा का सुअवसर प्राप्त होता है। मेज, कुर्सी, सोफासेट, रेडियो, सुसज्जित पयंक आदि की दहेज में प्राप्ति होती है। गायन, वादन, नृत्यादि का चाव बढ़ता है। बाग, वाटिकादि लगाये जाते हैं या फिर वन, उपवन, पर्वतादि के प्राकृतिक सौन्दर्य निरीक्षण की हृदय में उत्कण्ठा उत्पन्न होती है जो कि अभिलाषा पूर्ण होती है । कलाकारों के कलात्मक कार्य सिद्ध होते हैं जो कि पारितोषिक पाते हैं। इस दशा में मनुष्य को समाज तथा लोग में प्रतिष्ठा तथा कीति प्राप्त होती है। जीवन में सुख का अनुभव होने लगता है। बड़े-बड़े मनुष्यों से मुलाकात होती है । इष्ट-मित्र, बहिन-भाई तथा अपने-पराये सभी सम्बन्धी बिना उपकार के ही सत्कार प्रदान करते हैं । लक्ष्मी-गृहलक्ष्मी का सुख सहज प्राप्त होता है। सरकारी नौकरों को पद या वेतन वृद्धि का अवसर प्राप्त होता है। अधिकारी वर्ग में प्रशंसा होती है । बिगड़े तथा रुके कार्य सहज हो में हो जाते हैं। किन्तु फिर भी देखने में यही आया है कि इस दशा में मनुष्य की काम-वासना प्रबल होती है। अपनी स्त्री के अतिरिक्त दूसरे की स्त्री को इच्छा उत्पन्न होती है। बहुत से मनुष्य इसके कारण अपयश को भी प्राप्त होते हैं। स्वप्न दोष, घातु तथा शुक्र क्षीण प्रमेहादि रोग सहज ही लग जाते हैं। इस दशा में बड़े से बड़े और छोटे से छोटे व्यक्ति भी दशा चक्र में आ जाते हैं। जिनमें कुछ उत्थान की ओर और कुछ पतन को प्राप्त होते हैं। इसलिए प्रत्येक को सावधानी की आवश्यकता है । मेष-वृश्चिक राशिगत शुक्र पर सर्व ग्रह दृष्टि फल सूर्य दृष्टि फल - सूर्य अपने स्थान से सप्तम स्थान को पूर्ण दृष्टि से देखता है। अनुभव में आज तक यही बात आई है कि सूर्य-शुक्र के एक घर आगे-पीछे, साथ या किसी स्थान पर दो घर आगे-पीछे भी हो जाता है, किन्तु किसी भो कुंडली में सूर्य से सप्तम शुक्र देखने में नहीं आया है। यदि किसी को इसका अनुभव हुआ हो तो वह केवल भूल या कल्पना मात्र ही है । इसलिए शुक्र पर सूर्य दृष्टि फल किसी भी राशि पर न लिख कर पाठकों को सत्य पथ का दिग्दर्शन करायेंगे । चन्द्र दृष्टि फल - यदि मेष या वृश्चिक राशिगत शुक्र पर पूर्ण दृष्टि हो तो मनुष्य को बलवान इच्छायें सफल होती हैं। चंचल रहती है, समाज तथा स्त्रियों में प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। ऐसा मनुष्य चित्रकार, कवि, शृंगारी तथा कलाकार होता है और स्वतन्त्र रहना पसन्द करता है । क्षोण चन्द्र से दृष्ट होने पर मनुष्य की वासना शक्ति प्रबल होती है, अनेक अपूर्ण कार्य कर जीवन यात्रा चलानी पड़ती है। किसी नीच जाति की स्त्री के प्रेम में अपयश मिलता है । धातु क्षोण, मन्दाग्नि, स्वप्नदोष, नजला, जुकान आदि रोगों से पीड़ा होती है, आलसी होता है । पूर्ण चन्द्र को चित्त को वृत्ति वृश्चिक राशिगत शुक्र को मंगल देखता, हो तो मनुष्य का मन शिक्षा सम्बन्धी कार्यों में कम लगता है। ऐसा मनुष्य दोन-हीन-मलिन, स्त्री सुख से रहित होता है। प्रथम स्त्री का सन्ताप देखना पड़ता है, दूसरी स्त्री लड़ाकू आती है। किसी नीच स्त्री के कलुषित प्रेम में अपयश तथा हानि होती है । उसको मकान के लिए भटकना पड़ता है, उसकी स्त्री को गर्भपात हो सकते हैं। धातु, पित्त सम्बन्धी अनेक रोग उत्पन्न हो सकते हैं । बुध दृष्टि फल-शुक्र और बुध का सूर्य से बहुत घनिष्ट सम्बन्ध है। ये दोनों ही ग्रह सदा सूर्य के आस-पास, आगे-पीछे, ( इर्द-गिर्द ) या साथ ही रहते हैं और बुध की दृष्टि पूर्ण रूप से सप्तम पर ही पड़ती है और शुक्र, बुध से सप्तम स्थान पर कभी नहीं जाता ऐसा अनुभव से सिद्ध है, तो बुध दृष्टि फल शुक्र के प्रति लिखने का प्रश्न ही पैदा नहीं होता। पाठक इस बात से सन्तोष प्राप्त करें और भविष्य में भी यही माया रक्खें कि शुक्र पर बुध दृष्टि फल का कोई प्रभाव नहीं होता या बुध की शुक्र पर दृष्टि ही नहीं होती है । गुरु दृष्टि फल - यदि मेष या वृश्चिक राशिगत शुक्र पर बृहस्पति पर स्त्री पूर्ण दृष्टि हो तो मनुष्य दर्शनीय, नीतिज्ञ तथा बुद्धिमान, उच्चाधिकारी, पुत्रादिसुख से सुखो, इष्ट-मित्रों से युक्त होता है । फिर भी किसी उच्च वर्ण की स्त्री से सम्वन्ध कराता है। ऐसा मनुष्य सात्त्विक, धार्मिक, स्वाध्याय प्रिय, तीर्थ यात्रा प्रिय होता है। सरकारी नौकरी में प्रसन्न रहता है। अधिकारी वर्ग उससे प्रसन्न रहता है । वह धन सम्पत्ति से युक्त होकर ऐश्वर्यमय जीवन व्यतीत करने में तल्लीन रहता है और अपनी व्यवहार कुशलता के कारण अधिकतर सभी कार्यों में सफल होता है। उसका स्वाभिमान उच्च कोटि का होता है। शनि दृष्टि फल - जब मेष या वृश्चिक राशिगत शुक्र को शनि देखता हो तो मनुष्य चतुर, शान्त, मलिन, आलसो, मित्रों का मित्र और शत्रुओं का प्रबल शत्रु होता है। धन हीनता दिखाने पर भी धनवान होता है। यह दूसरे मनुष्यों को उचित राय देता है किन्तु स्वयं उस पर नहीं चलता। किसी नीच स्त्री के कलुषित प्रेम में पतन को प्राप्त होता है। मुष्टि मैथुन द्वारा वीर्य नष्ट करता है । प्रमेह धातु क्षीणादि रोगों के साथ, वायु, कफ, पित्त, नजला, जुकामादि रोगों से दुःखी होता है । वृष तुला राशिगत शुक्र पर सर्व ग्रह दृष्टि फल चन्द्र दृष्टि फल - यदि स्वगृहो (वृष-तुला का ) शुक्र पूर्ण चन्द्रमा से दृष्ट हो तो मनुष्य शुद्ध हृदय, मधुर भाषी, दर्शनीय, गौरवर्ण, धनवान, कलाकार
मनोज यादव, कोरबा। गांव की सुख समृद्धि के लिए ग्रामीणों के साथ पूजा अर्चना कर घर लौटते ही युवक की मानसिक स्थिति बिगड़ गई. वह पूरी रात चीखता चिल्लाता रहा. उसने सुबह होते ही 3 वर्षीय मासूम को उठाकर जंगल की ओर ले गया. परिजन खोजबीन करते जंगल पहुंचे तो युवक मासूम के गले में हसिया अड़ाकर बैठा मिला. वह बार-बार मासूम की बलि देने की बात कह रहा था. किसी तरह परिजनों ने हाथ पैर जोड़कर मासूम की जान बचाई. इसके कुछ घंटे बाद युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद गांव में सनसनी फैली हुई है. बालको थाना क्षेत्र के रजगामार चौकी अंतर्गत ग्राम कोरकोमा की घटना है. रविवार की रात गांव में खुशहाली और विशेष पूजा अर्चना रखी थी. जहां गांव में खुशहाली और शांति बनी रहे. इसके लिए हर वर्ष गांव में एक विशेष पूजा अर्चना होती है. इस वर्ष भी एक विशेष दिन और मुहर्त में रविवार की रात पूजा अर्चना गांव वाले के द्वारा आयोजित की गई. गांव के मुखिया बैगा और कुछ लोग देवी स्थल पर पूजा अर्चना करने पहुंचे. कोरकोमा गांव के शिव नगर मोहल्ले में रहने वाला 45 वर्षीय होरी लाल उर्फ फग्गू भी पूजा अर्चना में गया हुआ था. वापस आने के बाद स होरी लाल की मानसिक स्थिति बिगड़ गई और वो उलूल जुलूल हरकत कर चिल्लाने लगा. उसकी हरकतों को देख गांव वाले डरे सहमे रहे. सोमवार की सुबह भी वही हरकतें करता रहा. इसके बाद संवरा मोहल्ले में रहने वाला राकेश राठिया की तीन साल की बेटी आंगन में खेल रही थी. उसे उठा कर गांव के पास जंगल में चला गया. इसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो हड़कंप मच गया. ग्रामीण आक्रोशित हो गए. जंगल जा कर देखा कि होरी लाल मासूम बच्ची के गले में हसिया लेकर बलि की बात कहकर चिल्ला रहा था. सभी ने हाथ पांव जोड़ा और जैसे तैसे उसे मना कर मासूम की जान मचाई. होरी लाल उसके बाद गांव के महिला सरपंच रूपेश्वरी के घर घुस गया. हंगमा करने लगा. मना करने पर उसने उसकी सास 60 वर्षीय ललिता बाई के पत्थर से हमला कर घायल कर दिया. इसकी सूचना रजगामार चौकी पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक होरी लाल खुद को सरपंच के घर एक कमरे में बंद कर लिया. फांसी पर लटक गया. पुलिस कमरा का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी. पंचनामा कार्रवाई कर शव को नीचे उतारा. पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि सूचना मिलने पर टीमें रवाना की गई थी. युवक ने खुद को कमरे में बंद कर दिया था. पुलिस पहुंची तो उसका शव फांसी के फंदे पर लटका मिला. जांच कार्रवाई की जा रही है. - छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें, - खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें .
लिए पूर्व एमएमए फाइटर जिमी स्मिथ को काम पर रखा है। इस खबर के बाद जिमी ने भी ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए खुलासा किया कि डब्ल्यूडब्ल्यूई के अधिकारियों को उनका काम पसंद आया था और फैंस उन्हें इस सोमवार को उन्हें डब्ल्यूडब्ल्यूई रॉ पर देख सकते है। ब्रूसर ब्रॉडी और "मिस्टर परफेक्ट" कर्ट हेनिग को फॉलो करते हुए जिमी स्मिथ रेसलिंग प्रशंसक के रूप में बड़े हुए। वह अच्छी तरह से जानते है कि वह एक नए रूप पेशेवर रेसलिंग की दुनिया में कदम रख रहे हैं। जहां वह अपनी शुरुआत करने के लिए काफी उत्सुक है। जिमी स्मिथ ने रॉ के पूर्व अनाउंसर अदनान विर्क द्वारा खाली छोड़े गए पद को संभाला। विर्क ने डब्ल्यूडब्ल्यूई की घोषणा से पहले सात सप्ताह तक इस पद संभाला था। जिसके बाद डब्ल्यूडब्ल्यूई और विर्क दोनों ही परस्पर सहमति से अलग हो गए। शो में उनकी कमेंट्री को डब्ल्यूडब्ल्यूई यूनिवर्स से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। विर्क के अनुसार यात्रा के तनाव के कारण उन पर और उनके परिवार पर तनाव बढ़ रहा था। जिसकी वजह से उन्होंने इस शो को छोड़ने का फैसला लिया। स्मिथ की कमेंट्री को सुनने के लिए दर्शको को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि वह रॉ के आगामी एपिसोड से ही अपनी ड्यूटी शुरू करेंगे। पूर्व एमएमए फाइटर रेड ब्रांड पर बायरन सैक्सटन और कोरी ग्रेव्स के साथ काम करेंगे। क्योंकि फॉक्स ने डब्ल्यूडब्ल्यूई स्मैकडाउन के अधिकार हासिल कर लिए हैं इसलिए रेड ब्रांड की अनाउंस टीम कई बदलावों से गुजरी है। समोआ जो और जेरी लॉलर दोनों ने कई हफ्तों तक कमेंटेटर के रूप में काम किया। विक जोसेफ और टॉम फिलिप्स को भी किसी न किसी बिंदु पर मेन अनाउंसर के स्थान पर रखा गया था। जिमी स्मिथ के पास काम करने की योग्यता और प्रतिभा है लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि डब्ल्यूडब्ल्यूई यूनिवर्स उनकी कमेंट्री पर क्या प्रतिक्रिया देती है।
विश्व भर में कोरोना वायरस से लोगो को बहुत परेशानी हो रही है. अब तक इसके कारण 3. 62 लाख लोग अपनी जान गँवा चुके हैं. जबकि 59. 09 लाख लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं. क्रिकेट इससे बहुत प्रभावित है. भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने अब बताया है की क्यों मैथ्यू हेडन का विकेट लेने के बाद आक्रामक तरह से जश्न मनाया था. भारत में अब तक कोरोना वायरस से 1. 65 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. जबकि 71. 10 लोग इस बीमारी से ठीक हो गये हैं. हालाँकि अब तक 4. 7 हजार लोग अपनी जान गँवा चुके हैं. जिसके कारण ही भारत में अब तक 31 मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है. जिसके कारण क्रिकेट बंद है. इस समय खिलाड़ी सोशल मीडिया पर एक्टिव नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम ने जो दो विश्व अपने नाम किया है. उसमें श्रीसंत का नाम जुड़ा हुआ है. टी20 विश्व कप 2007 के फाइनल में भी उन्होंने मिस्बाह उल हक का कैच पकड़ कर ही वो एतिहासिक जीत हासिल किया था. उसके अलावा विश्व कप 2011 टीम का भी हिस्सा एस श्रीसंत थे. जब अपने घर में विश्व कप जीत मिली थी. मैदान पर उनके व्यवहार की बात करें वो विकेट लेने के बाद हमेशा आक्रामक अंदाज में नजर आते थे. जिसके अलावा उनके जश्न मनाने के अंदाज पर भी सवाल उठा है. करियर के शुरुआती दौर में एक समय उन्होंने सचिन तेंदुलकर का विकेट लेकर भी आक्रामक जश्न मनाया था. जब आईपीएल 2013 के समय एस श्रीसंत पर फिक्सिंग के कारण बैन लगा था. उसके बाद से वो खेलते हुए नहीं नजर आयें हैं. हालाँकि इसी वर्ष बीसीसीआई द्वारा लगाया हुआ बैन खत्म हो जायेगा. जिसके बाद वो पहले केरल के लिए घरेलू क्रिकेट और फिर भारतीय टीम के लिए दोबारा खेलने का प्रयास करते हुए नजर आ सकते हैं. हालाँकि ऐसा बहुत ही मुश्किल लग रहा है.
भंगारे र फूल वो रोबे हुस्न था के बन आई न हम से बात । यूँ हाले दिल कहा के न कहना कहें जिसे ।। - तिलोकचन्द महरूम टूटते हैं रात भर तारे ये रोबे हुस्न है ।~ बे स्वर यूँ आप कोठे पर न सोया कीजिए ।। फरेबे हुस्न ( सौन्दर्य की माया) :फ़रेबे हुस्न से गबरो मुसल्मां' का चलन बिगड़ा । ख़ुदा की याद भूला शैख बुत से बरहमन बिगड़ा ।। दिल व कैफ़ियाते दिल ( हृदय और हृदय की रचनाएँ ) बेतमन्नाइये दिल ( हृदय को निष्कामता ) :बे तमन्नाइ ने बरहम रंगे महफिल कर दिया। दिल को बज्म राइयाँ थीं ये दिल' के साथ ।। - अमरनाथ साहिर सरापार होने में बन्दा कर दिया हमको । वगरना" हम खुदा थे गर दिले बे मुद्दआ " १ मुस्लिम वो गैर मुस्लिम २ मुल्ला ३ निष्कामता ५ मजलिस का रंग ६ सभा को सजाना ७ दिल की कामना तक कामना ९ दास १० नही तो ११ निष्काम हृदय । ४ छिन्न-भिन्न ८ फिर से र
पांडेयजी - श्राप लोग बात करना उचित समझते होते, तो आज यह नौबत ही क्यों दूसरा - खैर, इससे कोई बहस नहीं। अब यह बताइए कि हम लोगों को क्या करना चाहिए ? पांडेयजी- मैं तो यह जानता हूँ कि आप लोग अपने-अपने घर में बैठें और अपनी रक्षा का यथेष्ट प्रबंध रक्खें। स्वयं किसी पर श्राक्रमण - करने का स्वप्न में भी विचार न करें । हाँ, यदि आप पर आक्रमण हो, तो उससे बचें, और समय पड़ने पर धैर्य तथा साहस के साथ एक दूसरे की सहायता करें। हिंदुओं में यह बढ़ा भारी दोप है कि वे केवल अपना स्वार्थ देखते हैं। यदि एक हिंदू पिट रहा है, तो दूसरा खड़ा खड़ा देखेगा, उसकी सहायता कभी न करेगा। यह बुरी बात है। यही दशा देखकर दूसरों को हिंदुओं पर आक्रमण करने का साहस होता है । इसी प्रकार समझा-बुझाकर पांडेयजी ने उन्हें बिदा किया। दोतीन दिन इसी प्रकार व्यतीत हो गए। एक दिन संध्या को सभादतअलीखाँ के मकान से मिले हुए एक हिंदू के मकान में सत्यनारायण की कथा थी । अतएव शंख और घढ़ियाल बजाना स्वाभाविक था । इस पर संथालीखों ने आपत्ति की। परंतु उनकी बात पर किसी ने कान न दिया । यह देखकर उस समय तो वह चुप हो गए, पर दूसरे दिन शाम को दस-बारह लठ-वंद मुसलमान उस हिंदू के द्वार पर आकर जमा हो गए, और लगे गालियाँ बकने । वह बेचारा घर का द्वार बंद करके बैठ रहा। यह देखकर मुसलमान किवाड़े तोड़कर भीतर घुसने की चेष्टां करने लगे । इसकी सूचना पं० गंगाधर को मिली । यह सुनते ही वह घबरा उठे। उन्होंने तुरंत एक लाठी अने हाथ में ली और एक अपने नौकर को, जो ठाकुर था, देकर उसे साथ लिया और निकल खड़े हुए। बाहर निकलकर उन्होंने पहले तो देखा
नई दिल्ली. शुक्रवार यानि 31 अगस्त को इनकम टैक्स भरने की आखिरी तारीख थी. इस साल इनकम टैक्स रिटर्न समय सीमा के अंदर भरने वाले लोगों की संख्या ने 5 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया. 31 अगस्त 2018 तक 5. 42 करोड़ लोगों ने रिटर्न भरा जबकि 31 अगस्त 2018 तक 3. 17 करोड़ लोगों ने रिटर्न भरा था. यानि इनकम टैक्स रिटर्न समय पर फाइल करने वालों की संख्या में बीते साल के मुकाबले 71 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. पिछले वित्त वर्ष में समय सीमा के बाद कुल 6. 8 करोड़ लोगों द्वारा इनकम टैक्स भरा गया था. ऐसे में इस साल पेनाल्टी के साथ ये आंकड़ा पिछले साल के आंकड़े को पार कर सकता है. बता दें कि शुक्रवार को इनकम टैक्स भरने की आखिरी तारीख थी. गुरुवार को दिन के अंत तक 20 लाख आईटी रिटर्न फाइल किए गए. प्राधिकरण का कहना है कि सरकार 31 अगस्त के बार इनकम टैक्स फाइल करने वालों पर जुर्माना लगाएगी. यही वजह है कि अचानक इतने अधिक लोगों ने एक साथ टैक्स फाइल किया. आज आखिरी दिन टैक्स न भर पाने पर 5000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है. इससे पहले सरकार ने पिछले वित्त वर्ष के लिए मार्च के अंत तक का समय बिना किसी जु्र्माना के दिया था. तब साल के अंत तक 6. 8 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स भरा था. टैक्स अधिकारिेयों का मानना है कि समय सीमा के अंदर रिटर्न भरने वालों की संख्या में बढ़त देखी गई है और ये 500 और 1000 रुपये के नोटो को बंद किए जाने के कारण हुआ है. बता दें कि जब बुधवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बताया कि नोटबंदी के बाद बैंक के पास 99. 3% पुराने नोट लौटे तो सरकार के इस फैसले को लेकर उसपर जमकर हमला हुआ. इस साल कई व्यापारियों को भी ट्रैक किए जाने का डर दिखा कर इनकम टैक्स भरने के लिए बाध्य किया गया.
मुंबई में एक पत्रकार से बदसलूखी के मामले में बॉलीवुड के भाईजान मुश्किल में घिरते नज़र आ रहे हैं। एक्टर पर एक चैनल के पत्रकार से मारपीट और गाली गलौज का आरोप लगा था। जिसके बाद पत्रकार ने मुंबई के एक पुलिस थाने में सलमान खान के खिलाफ मामला दर्ज कराने की कोशिश की थी। जब पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं सुनी तो पत्रकार ने अदालत की शरण ली थी। अब उसी मामले में कोर्ट ने उन्हें और उनके अंगरक्षक नवाज शेख को समन भेजा है और 5 अप्रैल को कोर्ट के सामने उपस्थित होने को कहा है। सलमान पर आईपीसी की धारा 504 और 506 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। दरअसल ये पूरा मामला साल 2019 का है। अशोक पांडे नाम के पत्रकार ने सलमान खान पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसी मामले की सुनवाई करते हुए मुंबई की अंधेरी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सलमान के खिलाफ समन जारी कर दिया है। अशोक पांडे ने आरोप लगाया है कि अभिनेता ने मुंबई की सड़क पर साइकिल चलाते समय उनका मोबाइल फोन छीन लिया था, उस समय कुछ मीडियाकर्मियों उनकी तस्वीरें ले रहे थे। पांडे ने शिकायत में कहा कि अभिनेता ने उनके साथ बहस की और उन्हें धमकी भी दी। अदालत ने इससे पहले यहां डी। एन। नगर पुलिस को मामले की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने का निर्देश भी दिया था। अदालत ने मंगलवार को अपने आदेश में कहा कि मामले के सबूत और पुलिस की जांच रिपोर्ट आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पर्याप्त है। समन जारी करने से तात्पर्य, किसी व्यक्ति द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर महानगर या न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष आपराधिक कार्यवाही की शुरुआत होना है। इसके बाद आरोपी व्यक्ति को अदालत के समक्ष पेश होना पड़ता है। आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब सलमान खान विवादों में हैं और मामला कोर्ट तक पहुंचा है। साल 1998 के बहुचर्चित काले हिरण के शिकार मामले में भी उन्हें कोर्ट के चक्कर काटने पड़े थे। दो दिन पहले ही इसी मामले में उन्हें कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी।
करने की कला / स्वपत्नी के सिवाय बड़ी को माता के तुल्य, छोटी को कन्या तुल्य और समान को भगिनी के तुल्य मानना; ऐसे ही दुष्टाचरणवाली स्त्री को मरे हुए कुत्ते के सदश समझना चाहिये ) इन २५ कलाओं से भूषित चतुर पुरुष सदा उत्तम गति को पाता है । पुरुष के योग्य कला येही है. इन को तू धारण कर । जिस पुरुष से विद्वान प्रसन्न रहते हों चहुं ओर जिस का यश फैलरहा हो; शूरवीर और सुभट जिस का मान करते हों, तरुणावस्था देख कर कुलशील वाली स्त्रियां जिस के साथ अपना भुत्व भाव दर्शाती हों, जिसके उत्तम गुण और स्वभाव चारों दिशाओं में प्रसिद्ध हों, सुन्दर स्वरूप देख कंदर्प दर्प छोडता हो, मधुर वचन श्रवण कर सभा रंजित होती हो, आचार पालने से विद्वान सन्तुष्ट हों. दीन दुखिया जिस को देख कर चहुं ओर से घेर लेते हों, जिस की विचित्र बुद्धिका प्रभाव देख वृद्ध पुरुष भी सम्मति लेते हैं. कुल-परम्परा और व्यवहार - परम्परा जानने से कुटुम्बी लोग पूछते हों, पाप-वृद्धि • जिस के पुण्य - प्रताप से जली जाती हो, सत्य भाषण करने से हरिचन्द्र को भी : ईर्पा होती हो, मित्र का समागम देख कर श्रीरामचन्द्र अपना मंत्रित्व देने को उद्यत होते हों उदारता देखकर बलि घबराता हो, प्रेमप्रांति का ज्ञान देखकर कामदेव भागता हो और शैया सुख देखकर रति लजित होती हो ऐसे सत्पुरुष को प्रतापी पुरुष कहते हैं. और अन्य - इन गुणों से हीन पुरुष तो पापाण तुल्य ही है. केवल अवयवों से ही पुरुष नहीं समझना चाहिये किन्तु पुरुष का कार्य करै उसे पुरुष कहना चाहिये ! बहुधा वणिक खाट के खटमल गिने जाते हैं. सो गुण तुझ में न होना चाहिये पर तुझे सच्चे पुरुषार्थ को प्राप्त करना चाहिये । इस प्रकार कलाज्ञान देने के अनन्तर अतिकाल हो जाने के कारण मूलदेव • महाराजने शिष्यमण्डली विसर्जनकी । तेरहवां सर्ग । मुख्य कला - स्वरूप । रात्रि के समय चन्द्रमा पूर्णता से खिल रहा था, और नक्षत्र गगन में चमक रहे थे तत्र दंभरहित - केवल अपने कार्य की सिद्धि में तत्पर वह मूलदेव स्फटिक मुख्य कला-स्वरूप । आसन पर विराजमान हुआ । शिष्योंने प्रणाम किया और उसने स्वीकार किया तदनन्तर चन्द्रगुप्त को कहा कि १४ विद्या और ६४ कला श्रीकृष्ण भगवान ने संदीपन ऋषि के यहां जाकर अध्ययन की थीं सो अब तुझे कहता हूं. इन कलाओं के ज्ञान से तुझ को अत्यन्त लाभ होगा - ऐसी उत्तम कलाओं के ज्ञाता विद्वज्जन सर्वत्र पूजे जाते हैं और विद्या के वल से स्वर्ग, कि जहां जाने से किसी पदार्थ की तृष्णा नहीं रहती उसे भी प्राप्त कर सकते हैं, चौदह विद्या-४ वेद ( ऋग्वेद १ यजुर्वेद २ सामवेद ३ अथर्ववेद ४ ) ६ अंग ( शिक्षा १ कल्प २ व्याकरण ३ निरुक्त ४ छन्द ५ ज्योतिष ६ ) मीमांसा ११, न्याय १२, धर्मशास्त्र १३, पुराण १४ । कई विद्वानों का ऐसा भी त है कि ४ उपवेद अर्थात् आयुर्वेद ( वैद्यविद्या ) १ धनुर्वेद ( शस्त्रास्त्रविद्या ) २ गांधर्ववेद ( संगीत विद्या ) ३ और स्थापत्यवेद ( शिल्प विद्या : ४ मिलकर १८ विद्या कहलाती हैं. इन चौदह विद्याओं में वेद ऐसा गहन विषय है कि उस में जो प्रवीण होता है वह सृष्टि और स्रष्टा को पहचानने में कदापि पीछे नहीं रहता । इस विश्व में जो कुछ है वह सब वेद में वर्णित है. वेद से बाहर सृष्टि में कोई पदार्थ नहीं है. पांचवीं विद्या शिक्षा है. इस से शुद्धोच्चारण और अक्षरों के यथोचित उपयोग का ज्ञान होता है । कल्प जानने से धर्मकार्य की समझ आती है और ईश्वर के गुण का ज्ञान होता है. व्याकरण का लाभ तो प्रसिद्ध ही है । निरक्त, वेद का अर्थ जानने में सहायता करता है । छन्दशास्त्र से नाना प्रकार के हन्द बनाने का ज्ञान होता है । मीमांसा के ज्ञान से जगत् और जगदीश्वर का पूर्णत्व जाना जाता है। न्यायशास्त्र से पदार्थ - विज्ञान आदि का प्रत्यक्ष स्वरूप समझा जाता है । धर्मशास्त्र से धर्माधर्म और इस लोक तथा परलोक के सुख का बोध होता है - धर्म जो सदा श्रेयस्कर है उस का ग्रहण होता है और अधर्म का परित्यागं । पुराण जानने से बहुत से इतिहास जाने जाते हैं, जिन से देशकी पूर्वदशा का ज्ञान होता हैं । आयुर्वेद जानने से सहस्रों प्राणियों का उपकार, अपने शरीर की आरोग्यता और विमल यश प्राप्त होता है. धनुर्वेद के ज्ञान से शस्त्रास्त्र का सम्यक् प्रयोग और उन के बनाने की क्रिया जानी जाती हैं । इस के चार भेद हैं अर्थात् १ मुक्त, जिस में चक्र आदि व्यवहार में लाने की कटा है। २ अमुक्त, धनुषवाण का उपयोग करना । ३ जिस में कई एक शस्त्रां के विभाग छूटते हैं और कई एक हाथ में रहते हैं उस के ज्ञान को मुक्ताऽमुक्त कला कहते हैं । ४ मंत्रयुक्त अर्थात् गोली चलाने की क्रिया और तुपक बंदूक व्यवहत करने का ज्ञान । राज काज हाथ में होने के समय इन कलाओं से प्रगट में आनेवाला लाभ अकथनीय है. गांव वेद मन को प्रफुल्लित करनेवाला है । संगीतादि सत्र पदार्थ इसी में आ जाते हैं । इस का ज्ञान होने से गवैये लोग गला फाड कर धोखा नहीं दे सकते जो नर इस में निपुण होता है वह अत्यन्त आनन्द का अनुभव करता है। स्थापत्यवेद में बहुतसी कलाएं समा रही हैं। इस घेदमें पारंगत मनुष्य राजनीति में कुशल, अश्वविद्या में निपुण, गजबिद्या में परायण और ऐसे ही अनेक कलाओं में सर्वोपरि होता है । हे वत्स ! प्राचीन काल में इस विद्या में कुशल नर विपुल ऐश्वर्य को प्राप्त करते थे । चौसठ कला निरूपण । हे चन्द्रगुप्त ! चौदह विद्या के अनन्तर अब तुझ कोई४ कला सिखाता हूं उन्हें तू ध्यान देकर सुन । ये कलाएं विशेष उपयोगी हैं कि जिन को जाननेवाला किसी से भी नहीं ठगा जा सकता १ गीत २ वाद्य ३ नृत्य १ नाय ५ आलेख्य ६ विशेषकच्छेद्य ७ तंदुल कुसुम बाल विकार ८ पुष्पास्तरण ९ दशन १० वसन ११ मणिभूमिका कर्म १२ उदकवाय १२ शय्या रचन १४ तैरना १५ माली की कला १६ शिर गूंथने की कला १७ वेप बदलना १८ कर्णपत्रभंग १९ सुगंध युक्ति २० भूषण योजन २१ इन्द्रजाल २२ हस्तलाघव २३ पाकशास्त्र २४ निशान करने की कला २५ सीने की कला २६ भरत कला. २७ वीणा डमरु वाद्य २८ प्रहेलिका २९ प्रतिमाला ३० दुवैचक योग ३१ वाचन ३२ नाट्याख्यायिका दर्शन ३३ काव्य, समस्यापूर्ति ३४ पट्टिकावेत्र वाण कला ३५ तर्कवाद ३६ सुतार ( बढई खाती ) काम ३७ शिलावट ( राज) का काम ३८ रौप्य, रत्न परीक्षा ३९ धातुवाद ४० मणिरागज्ञान ४१ आफर ज्ञान ४२ वृक्षायुर्वेद ४३ मेप कुक्कुट लावक युद्धविधि ४४ शुकसारिका प्रलापन ४५ उत्सादन ४६ मार्जन कौशल्य ४७ अक्षर मुष्टिका कथन ४८ अन्य देशीय भाषाज्ञान ४९ देश भाषा ज्ञान ५० शकुन कला ९१ यंत्रमातृका ५२ धारण मातृका ५३ असंवाच्य मानसी काव्य क्रिया ५४ अभिधान ( कोप ) ५५
नई दिल्ली : टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने साइरस मिस्त्री मामले में खुद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है और उसमें कहा है कि मिस्त्री ने अपने समय में निदेशक मंडल के सदस्यों की शक्तियां अपने हाथों में ले ली थीं तथा 'टाटा ब्रांड' की छवि खराब कर रहे थे। रतन टाटा का कहना है कि मिस्त्री 'नेतृत्व में कमी थी' क्यों कि टाटा संस का चेयरमैन बन जाने के बाद भी खुद को समय से अपने परिवार के कारोबार से दूर करने को लेकर अनिच्छुक थे, जबकि उनके चयन के साथ यह शर्त लगी हुई थी। रतन टाटा ने मिस्त्री को पुनः टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त करने के राष्ट्रीय कंपनी काननू अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के हालिया आदेश के खिलाफ शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की। इससे पहले टाटा संस बृहस्पतिवार को एनसीएलएटी के उक्त फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दे चुकी है। रतन टाटा ने कहा कि मिस्त्री के नेतृत्व में खामियां थीं। वह टाटा संस का चेयरमैन बन जाने के बाद भी समय से खुद को अपने पारिवारिक कारोबार से अलग करने तथा पारिवारिक कारोबार से संबंधित हितों के संभावित टकराव की स्थितियों को दूर करने को तैयार नहीं थे जबकि यह इस पद पर उनकी नियुक्ति की पूर्व शर्त थी।
वरुण धवन को याद है कि दिव्या भारती ने किस तरह उन्हें ऑमलेट बनाकर खिलाया था। यह किस्सा वरुण ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था। यह साल 1992 में आई फिल्म 'शोला और शबनम' (Shola Aur Shabnam) के सेट की बात है। उस फिल्म को वरुण धवन के पापा डेविड धवन ने डायरेक्ट किया था। वरुण पापा के साथ अकसर ही उस फिल्म के सेट पर जाते थे। 'शोला और शबनम' में दिव्या भारती और गोविंदा थे। वरुण धवन उस वक्त मात्र 4 साल के थे। वरुण धवन ने 2019 में 'बॉलिवुड हंगामा' को दिए इंटरव्यू में इसका जिक्र किया था। वरुण धवन से एक फैन द्वारा पूछा गया सवाल किया गया था। सवाल था कि अगर आप 80s या 90s में वापस जा सकते तो फिर किन 3 हिरोइनों के साथ काम करना पसंद करेंगे? तो वरुण धवन ने कहा था, 'सबसे पहली ऐक्ट्रेस जिनके साथ मैं काम करना चाहूंगा वह होंगी दिव्या भारती। मुझे उनके साथ काम करने में बहुत मजा आता। ' वरुण ने आगे कहा, 'मुझे उनसे जुड़ा बचपन का एक किस्सा आज भी याद है। मैं बच्चा था और भूख से रो रहा था। उस वक्त उन्होंने (दिव्या भारती) ने मेरे लिए ऑमलेट बनाया था। यह 'शोला और शबनम' के शूट की बात है। ' वरुण धवन ने कहा कि वह करिश्मा कपूर और जूही चावला के साथ भी काम करना चाहेंगे। करिश्मा के लिए वरुण ने कहा था कि वह उनकी फेवरिट ऐक्ट्रेस हैं और जूही की कॉमिडी वह बहुत पसंद करते हैं। बात करें दिव्या भारती की तो उन्होंने 1990 में तमिल फिल्म Nila Pennae से ऐक्टिंग में डेब्यू किया था। साउथ की कुछ फिल्मों में काम करने के बाद दिव्या भारती ने 1991 में 'विश्वात्मा' से बॉलिवुड में डेब्यू किया था। दिव्या भारती ने अपने 1-2 साल के करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं। लेकिन 5 अप्रैल 1993 को दिव्या भारती की उनके अपार्टमेंट की बालकनी से गिरकर मौत हो गई। दिव्या भारती की कई फिल्में उनकी मौत के बाद रिलीज हुईं तो कुछ फिल्मों को अन्य ऐक्ट्रेसेस के साथ शूट किया गया था।
Ranchi : संघ लोक सेवा आयोग नयी दिल्ली द्वारा आयोजित Combined Recruitment Test (RT-1) परीक्षा-2022 इस माह 29 और 30 को होगी. इस परीक्षा में 165 विद्यार्थी शामिल होंगे. प्रथम पाली 09:30 बजे से 11:30 बजे तक एवं द्वितीय पाली दिन के 02:00 बजे से 04:00 बजे तक होगी. परीक्षा केंद्र गोस्सनर कॉलेज, क्लब रोड, रांची (सब सेंटर A एवं B) में बनाया गया है. इन परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त वातावरण में परीक्षा के आयोजन को लेकर उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, रांची एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची द्वारा पुलिस बल एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. परीक्षा केंद्र पर भीड़ लगा कर विधि व्यवस्था भंग करने की आशंका को देखते हुए अनुमंडल दंडाधिकारी, सदर, रांची द्वारा परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा जारी की गयी है. - सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारियों/कर्मचारियों, सरकारी कार्यक्रम, धार्मिक अनुष्ठान एवं शवयात्रा को छोड़कर 5 या 5 से अधिक व्यक्तियों का एक जगह जमा होना. - किसी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यंत्र का व्यवहार करना. - सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारियों/कर्मचारियों को छोड़कर किसी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र जैसे बंदूक, राइफल रिवॉल्वर, बम, बारूद आदि लेकर चलना. - सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारियों/कर्मचारियों को छोड़कर किसी प्रकार का हरवे-हथियार जैसे लाठी-डंडा, तीर-धनुष, गड़ासा भाला आदि लेकर चलना. - किसी प्रकार की बैठक या आम सभा का आयोजन करना. - परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर की परिधि में यह निषेधाज्ञा दिनांक 29-30 जनवरी 2022 तक प्रत्येक दिन प्रातः 06:30 बजे से अपराह्न 07:00 बजे तक प्रभावी रहेगी.
बिग बॉस सीजन 11 में ऐसे चौंकाने वाले फैसले हुए हैं जिसे देखकर घरवाले भी हैरान है। सपना चौधरी के बाद घर के विनर समझे जाने वाले हितेन तेजवानी का इविक्शन ने घरवालों की रातों की नींद ही उड़ा दी है। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि इन सभी को निकलवाकर घर में अब तक सबसे कमजोर कंटेस्टेंट सेफ है और वो है लव त्यागी। लव को शुरुआत से ही घर का सबसे वीक कंटेस्टेंट कहा जा रहा था। जिसकी कई वजह है एक तो ये वो कॉमनर है और दूसरा ये कि वो घर में ज्यादा एक्टिव नहीं रहते थे। लेकिन हाल ही में दो बड़े दावेदारों के इविक्शन से इतना जरूर कहा जा सकता है लव आने वाले समय में फाइनलिस्ट की रेस में शामिल हो गए हैं। इस बात को समझाने के लिए हम आपको थोड़ा पीछे लिए चलते हैं। जिस समय सपना चौधरी घर से बेघर हुई थीं उस समय सलमान के अलावा बाकी घर वालों ने ये कहा था कि अगर टास्क के दौरान लव को नहीं बचाते तो लव घर के बाहर होते। इसके बाद एक के बाद घर में बीते दो इविक्शन में लव को सबसे ज्यादा वोट मिले जिस वजह से फाइनलिस्ट के तौर पर उनकी दावेदारी मजबूत होती हुई दिखाई दे रही हैं। सपना के बाद बंदिगी घर से बेघर हो गई। बंदिगी के समय पर भी लव, बंदिगी और पुनीश नॉमिनेट थे। ऐसे में सभी घरवाले ये कह रहे थे कि लव ही जाएगा लेकिन उस समय भी लव को सबसे ज्यादा वोट मिले और वो सेफ हो गए। ऐसे में इतना जरूर कह सकते हैं कि लव की पॉपुलैरिटी बाहर काफी बढ़ती जा रही है जिसकी एक वजह उनका कॉमनर होना और दूसरा हिना की तरफ उनकी लाइकिंग भी है। इस हफ्ते नॉमिनेटड कंटेस्टेंट में लव, हितेन तेजवानी, शिल्पा शिंदे और प्रियांक शर्मा थे। ऐसे में सभी लोग यही कह रहे थे कि लव ही बेघर होंगे लेकिन लव इन सभी में सबसे पहले सेफ हुए। ये फैसला जानते ही न केवल घरवालों को बल्कि लव को भी यकीन नहीं हुआ। वोटिंग लाइन के मुताबिक लव को 40. 94 , शिल्पा को 24. 04, प्रियांक शर्मा को 21. 93 तो वहीं हितेन को 13. 63 फीसदी वोट मिले। जिससे इतना तो साफ है कि लव फाइनलिस्ट की रेस में शामिल हो चुके हैं। नोट- ये वोटिंग पोल एक वेबसाइट से लिया गया है। अमर उजाला इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं करता।
आम आदमी की उम्मीदों पर आम बजट 2018 खरा उतर सकता है अगर उसमें किसानों के लिए कुछ खास सोच रखा हो तब। ऐसा माना जा रहा है कि एमएसपी कम होने पर किसानों की फसल खुद खरीदने की योजना बना रही है। इसके अलावा बजट में सरकार गेहूं और धान के अलावा दूसरी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए भी मूल्य समर्थन योजना का ऐलान कर सकती है। रिर्पोट्स के अनुसार बजट में कृषि क्षेत्र उन्नति योजना का भी एलान संभव है। कृषि उन्नत योजना के तहत केंद्र की कृषि से जुड़ी 6 बड़ी योजना को शामिल किया जाएगा। बजट में eNAM यानी इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के तहत साल 2020 तक 1100 मंडियों को शामिल करने की घोषणा संभव है। आपको बता दें कि 2016 में मोदी सरकार ने 585 मंडियों को eNAM में शामिल करने का लक्ष्य रखा था। अभी तक 470 मंडियों को eNAM से जोड़ा गया है। रिर्पोट्स के अनुसार बजट 2018 में eNAM योजना के लिए अतिरिक्त 300 करोड़ का आबंटन हो सकता है। केंद्र सरकार ने 2015-16 के बजट में eNAM के लिए 200 करोड़ का आबंटन किया था। इसके अलावा इस बजट में डीएआरई यानि डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च एंड एजुकेशन के लिए आबंटित हो सकते हैं। रिर्पोट के अनुसार कृषि मंत्रालय ने बजट को लेकर वित्त मंत्रालय को सिफारिशें भेजी है। वित्त मंत्रालय की ओर से इस बार बजट में कृषि पर ज्यादा जोर दिए जाने के संकेत मिले हैं।
Salman Khan: बॉलीवुड स्टार एक्टर सलमान खान का विवादों से पुराना नाता रहा है। काला हिरण शिकार मामले के बाद एक बार फिर सलमान खान कानून के शिकंजे में फंसने जा रहे हैं। दरअसल, पत्रकार अशोक पांडेय से कथित रूप से दुर्व्यवहार करने के मामले में अंधेरी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को 5 अप्रैल को पेश होने के लिए तलब किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सलमान पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504 और 506 के तहत आरोप लगाए गए हैं। अशोक पांडेय के मुताबिक,कथित घटना 24 अप्रैल, 2019 की है, जब अभिनेता साइकिल चला रहे थे और उनके साथ उनके दो अंगरक्षक भी थे। पत्रकार अशोक पांडे ने दावा किया कि वह अपनी कार में थे जब उन्होंने सलमान को साइकिल चलाते हुए देखा। तभी उन्होंने सलमान खान का वीडियो बना लिया। आवेदक ने कहा कि सलमान और उनके अंगरक्षक ने कथित तौर पर उनकी पिटाई की और उनका फोन छीन लिया। पांडे ने आरोप लगाया कि उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया क्योंकि पुलिस ने उनकी शिकायत को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि कोई अपराध नहीं बनता है। गौरतलब है कि इससे पहले 21 मार्च को राजस्थान उच्च न्यायालय ने 1998 के काला हिरण शिकार मामले में जोधपुर जिला एवं सत्र अदालत से दो याचिकाओं को स्थानांतरित करने की अनुमति दी थी, जिसमें सलमान आरोपी हैं। अभिनेता पर राजस्थान के कनकनी में दो काले हिरणों का शिकार करने और उन्हें मारने का आरोप लगाया गया था। दरअसल, फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान ने काला हिरण का शिकार किया था। उन पर भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 9/51 और शस्त्र अधिनियम की धारा 3/25 और 3/27 के तहत आरोप लगाए गए थे। बता दें कि आने वाले कुछ महीनों में सलमान मेगास्टार चिरंजीवी की फिल्म गॉडफादर से तेलुगु सिनेमा में अपनी शुरुआत करेंगे। शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम की पठान में भी उनका एक कैमियो होगा जिसमें वह टाइगर की अपनी भूमिका को दोहराएंगे। उनकी आने वाली फिल्म ईद और दीवाली 30 दिसंबर, 2022 को सिनेमाघरों में आएगी और टाइगर 21 अप्रैल, 2023 को रिलीज होगी।
India News ( इंडिया न्यूज़ ) Australia New visa rules : 1 जुलाई, 2023 से ऑस्ट्रेलियाई तृतीयक संस्थानों से भारतीय स्नातक आठ साल तक ऑस्ट्रेलिया में काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें नए वीज़ा नियम पिछले महीने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हस्ताक्षरित द्विपक्षीय समझौते का परिणाम हैं। इस समझौते की एक प्रमुख विशेषता मोबिलिटी अरेंजमेंट फॉर टैलेंटेड अर्ली-प्रोफेशनल्स स्कीम (MATES) है। इस स्कीम के तहत भारत के युवा पेशेवरों के लिए 3,000 वार्षिक स्पॉट उपलब्ध होंगे जिनके लिए उन्हें वीज़ा के लिए प्रायोजकों की आवश्यकता के बिना देश में दो साल बिताने की अनुमति मिलेगी। एक जुलाई से, अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए स्वीकार्य कार्य-घंटे की सीमा को दो साल के कार्य वीजा विस्तार के साथ प्रति पखवाड़े 40 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया जाएगा। मट्स वीज़ा पाने के लिए उम्मीदवार की आयु 31 वर्ष से कम होनी चाहिए, वह किसी मान्यता प्राप्त और सत्यापित विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए, हाल ही में पास-आउट होना चाहिए और अपने करियर के शुरुआती चरण में होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया ने इस अप्रैल में कहा था कि वह देश में अत्यधिक कुशल श्रमिकों को लाने में तेजी लाने के लिए अपनी आव्रजन प्रणाली में सुधार करने का इरादा रखता है। कुशल प्रवासियों को लुभाने के लिए सरकार ने कहा कि उच्च-कुशल पेशेवरों के लिए वीजा प्रक्रिया को तेज और आसान बनाया जाएगा और अंतरराष्ट्रीय छात्रों को बनाए रखने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
क्षेत्र के न्यू शिवुपुरी स्थित एकेपी पीजी कॉलेज में मतदाताओं को जागरुक करने के लिए भाषण प्रतियोगिता और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एकेपी पीजी कॉलेज में प्रतियोगिताओं का शुभारंभ कालेज की प्राचार्या डॉ. शशिप्रभा त्यागी ने किया। इस दौरान सभी छात्राओं, शिक्षिकाओं और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को मतदान की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. बीना माथुर रहीं। पोस्टर प्रतियोगिता में 22 छात्राओं ने भाग लिया। जिस्में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पोस्टर बनाए गए। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल ने शैलजा राघव को प्रथम स्थान दिया। वहीं निबंध प्रतियोगिता में मुस्कान गौतम को प्रथम स्थान दिया गया। इस मौके पर डा अनीता गर्ग, नीलू सिंह, डा राधिका देवी, डा रेखा चैधरी, डा अनामिका द्विवेदी, डा गीता सिंह, रेखा कुमारी, सुनीता शर्मा, नूतन सहित समस्त कर्मचारी और छात्राएं मौजूद रहे।
(1 मिनट रुकें।) • शिक्षक विद्यार्थियों को कहें कि जब भी उन्हें लगे कि वे विचारों में उलझ गए हैं, तो जानने की कोशिश करें कि उनका ध्यान कहाँ है और फिर से सहजता पूर्वक अपना ध्यान विचारों के आवागमन पर ले आएँ। (1 मिनट रुकें।) • शिक्षक विद्यार्थियों को कहें कि अब वे अपना ध्यान धीरे-धीरे अपने बैठने की स्थिति पर ले आएँ और आसपास के वातावरण के प्रति सजग हो जाएँ । विद्यार्थियों को कहें कि जब भी वे अच्छा महसूस करें, धीरे-धीरे अपनी आँखें खोल लें। 2. b) Mindfulness of Thoughts पर चर्चाः 10 मिनट (शिक्षक अपनी तरफ़ से भी प्रश्न पूछ सकते हैं जिससे इस गतिविधि के उद्देश्य प्राप्त किए जा सकें।) यह अभ्यास हमें वर्तमान में चल रहे विचारों के प्रति सजग रहने में मदद करता है और विचारों की गति और स्वभाव के बारे में मालूम कराता है। इस प्रक्रिया के निरंतर अभ्यास से विचारों में स्थिरता आती है व मन शांत होता है। याद रखें, इस अभ्यास से हम विचारों को रोकने या ख़त्म करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। आप कैसा महसूस कर रहे हैं? आपने अपने विचारों के बारे में क्या जाना ? • क्या आपके मन में एक ही विचार था या अलग-अलग विचार आ रहे थे? • शिक्षक सुनिश्चित करें कि निर्देश देते वक्त एक शांत स्वर का उपयोग करें। अगर कोई विद्यार्थी यह गतिविधि न करना चाहे तो उसके साथ जबरदस्ती न की जाए। • विद्यार्थियों पर आँखें बंद करने के लिए दबाव न डाला जाए। वह अपनी आँखें नीचे की ओर करके भी यह प्रयास कर सकते हैं। • गतिविधि के शुरू में एवं अंत में क्या आपने अपने विचारों में कोई अंतर पाया? • यह अभ्यास आसान था या कठिन ? • क्या आप अपने विचारों में उलझ रहे थे? • क्या आप इस बारे में सजग हो पाए ? शिक्षक बच्चों से उत्तर लेते समय उनके द्वारा दिए गए सभी उत्तरों को स्वीकारें एवं उनपर सही या ग़लत होने की टिप्पणी न दें।
How to break Nirjala Ekadashi fast (निर्जला एकादशी व्रत कैसे तोड़े): हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी के रूप में मनाया जाता है। एकादशी पर व्रत करने और श्री लक्ष्मी-विष्णु का विधिपूर्वक पूजन करने से जातकों को विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। व्रत रखने के साथ व्रत का विधि के अनुसार समापन करना भी जरूरी है। यहां देखें कैसे तोड़े निर्जला एकादशी का व्रत और पारण विधि। - निर्जला एकादशी का व्रत रख रहे जातकों को अपना व्रत 1 जून को खोलना होगा, निर्जला एकादशी के व्रत का यही नियम है कि, जातक सुर्योदय के बाद ही जल ग्रहण कर सकते हैं। - निर्जला एकादशी का व्रत विधिपूर्वक एकादशी के अगले दिन यानी की द्वादशी तिथि के दिन खोला जाएगा। - द्वादशी तिथि पर शुभ मुहूर्त देखकर और श्री विष्णु का ध्यान कर जातक जल और भोजन का सेवन कर सकते हैं। - व्रत खोलने से पहले जातकों को ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय सहित अन्य विष्णु मंत्रों का जप करना होगा। 1 जून को होने वाले निर्जला एकादशी पारण का समय सुबह 5 बजकर 24 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। वहीं पारण दिवस द्वादशी समाप्ति मुहूर्त 1 जून को दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर रहेगा। जातकों को अगर अपना व्रत विधिपूर्वक पूरा करना है, तो इसी मुहूर्त के अनुसार व्रत खोलना होगा। ट्रेंडिंगः
लंदनः कोरोना वायरस का प्रकोप ब्रिटेन में बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को अब कोरोना के संक्रमण के लक्षणों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी प्रधानमंत्री जॉनसन के कार्यालय की ओर से दी गई है। बता दें कि बीते माह प्रधानमंत्री जॉनसन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद डॉक्टरों की सलाह के अनुसार 10 डाउनिंग स्ट्रीट में उन्होंने खुद को पृथक कर लिया था। बता दें कि ब्रिटेन कोरोना वायरस के गंभीर संकट से जूझ रहा है और प्रिंस चार्ल्स, पीएम जॉनसन समेत हजारों लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। सैकड़ों लोगों की इस वायरस की वजह से मौत भी हो चुकी है। अगर जॉनसन की हालत बिगड़ती है तो विदेश मंत्री डॉमनिक राब पीएम की प्रभार संभालेंगे।
05102019प्रादेशिक समाचार 1945बजे मुख्य समाचार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले उद्योगों को प्रोत्साहित नहीं करेगी सरकार मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी ने जीएसटी राजस्व बढ़ाने के लिए टैक्स रिर्टनिंग फाईलिंग बढ़ाने के अधिकारियों को दिए निर्देश एशिया की पहली रिवररॉफटिंग चैम्पियनशिप अगले साल कुल्लू मनाली में होगी शारदीय नवरात्र के चलते शक्तिपीठो सहित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले उद्योगों को किसी भी सूरत में प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा आज मंडी में एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि सरकार पर्यावरण संरक्षण पर अधिक ध्यान दे रही है और हाऊसिंग सेक्टर में भी योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचाकर विकास के कार्य करवाने के लिए सरकार प्रयासरत है जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में नए मोटर व्हीकल एक्ट को लागू करने के लिए उपचुनाव के बाद निर्णय लिया जाएगा फोरलेन निर्माण के कारण चण्डीगढ़मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाली पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं जयराम ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री हैल्पलाइन में अभी तक पैंतालीस हजार नौ सौ इकसठ फोनकॉल आ चुकी हैं जिनमें से बारह हजार आठ सौ पच्चीस शिकायतें और दो हजार पाँच सौ चौंसठ मांगे व सुझाव हैं उन्होंने बताया कि लोगों द्वारा दिए गए सुझावों पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है जयराम ठाकुर ने बताया कि धर्मशाला में होने वाली इन्वेस्टर मीट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे सीएम इस बीच धर्मशाला में होने वाली इन्वेस्टर मीट के मीडिया प्लान के क्रियान्वयन को लेकर आज शिमला में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई उन्होंने इस मेगा इवेंट के व्यापक प्रचार प्रसार को सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए वीरेंद्र कंवर पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि पशुपालकों को पशुओं की चिकित्सा के लिए बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार हर संभव मदद कर रही है मंडी जिले के नाचन विधानसभा क्षेत्र में झुंगी और सलवाहण में नए स्तरोन्नत पशु चिकित्सालय का शुभारम्भ करने के बाद एक जनसभा में उन्होंने ये बात कही वीरेंद्र कंवर ने पशु पालकों से उन्नत नस्ल के पशु पालने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे उनकी आर्थिकी मजबूत होगी उन्होंने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने का आहवान करते हुए खेतों में देसी खाद का प्रयोग करने को कहा ताकि भूमि की उर्वरकता बनी रहे इस दौरान उन्होंने सलवाहण में बनने वाले कॉमन सर्विस सेंटर का शिलान्यास किया और झुंगी में पोषण मेले में भाग लिया मुख्य सचिव राज्य सरकार प्रदेश में जीएसटी को बेहतर बनाने के प्रयास कर रही है और वर्ष दो लाख एक हज़ार आठ सौ उन्नीस में तीन हजार चार सौ छप्पन करोड़ अट्ठानवे लाख रूपये का वार्षिक जीएसटी राजस्व प्राप्त किया गया है मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी ने जीएसटी राजस्व में सुधार लाने के संबंध में आज शिमला में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये जानकारी दी उन्होंने जीएसटी राजस्व को बढ़ाने की दिशा में अधिकारियों को टैक्स रिटर्निंग फाइलिंग पचहत्तर से पचानवे प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए मुख्य सचिव ने जीएसटी राजस्व में सुधार लाने के लिए विशेष अभियान चलाने पर भी बल दिया उन्होंने बताया कि होटलों और होमस्टे को टैक्स के दायरे में लाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा श्रीकांत बाल्दी ने उपभोक्ताओं द्वारा पैट्रोल व डीजल के इस्तेमाल के लिए सीफार्म के प्रावधान को हटाने के अधिकारियों को निर्देश दिए बैठक में प्रधान सचिव वित्त प्रबोद्ध सक्सेना और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे निष्कासन प्रदेश भाजपा ने पच्छाद व धर्मशाला उपचुनाव में पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने पर दयाल प्यारी और राकेश चौधरी को पार्टी की सदस्यता से छः वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है दयाल प्यारी पच्छाद से जबकि राकेश चौधरी धर्मशाला से पार्टी से बागी होकर आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा भेंट राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की हिमाचल के राज्यपाल का पदभार संभालने के बाद उनकी राष्ट्रपति से ये शिष्टाचार भेंट थी इस बीच राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू और वरिष्ठ भाजपा नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी के साथ भी मुलाकात की वन मंत्री एशिया की पहली रिवर राफ्टिंग चैम्पियनशिप अगले साल कुल्लूमनाली में आयोजित की जाएगी वन व युवा सेवाएं और खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने आज मनाली में एक पत्रकार वार्ता में ये जानकारी देते हुए बताया कि चैम्पियनशिप के लिए वर्ल्ड राफ्टिंग फैडरेशन ने मंजूरी दे दी है गोविंद ठाकुर ने बताया कि चैम्पियनशिप के लिए चीन ईरान और नेपाल ने भी आवेदन किया था लेकिन कुल्लूमनाली को इसकी मेजबानी का मौका मिला है खेल मंत्री ने बताया कि इस दौरान तीन स्पर्धाएं सलालम आर एंक्स और डाउन रिवर करवाई जाएगी तीन नवरात्र प्रदेश के सभी शक्तिपीठों सहित अन्य मंदिरों में इन दिनों शारदीय नवरात्र के चलते वातावरण भक्तिमय बना हुआ है नवात्र के आज 7वें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजाअर्चना की जा रही है माना जाता है कि मां काली दुखों का संहार कर अपने भक्तों की रक्षा करती है प्रदेश में स्थित मां दुर्गा के शक्तिपीठों श्रीनैना देवी चिंतपूर्णी ज्वालामुखी बज्रेश्वरी देवी और चामुण्डा सहित अन्य मंदिरों को शानदार ढंग से सजाया गया है और दिनभर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शीश नवा रहे हैं इस दौरान भजनकीर्तन सहित अन्य धार्मिक आयोजन भी किए जा रहे हैं सोलन में आज माता शूलिनी के मंदिर में लोगों ने पूजाअर्चना कर अपनी खुशहाली की कामना की एक दृष्टिहीन प्रदेश के मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी ने सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग को एक हज़ार नौ सौ पचानवे से विभिन्न विभागों में दृष्टिहीनों के बैकलॉग को तीन महीने के भीतर भरने के निर्देश दिए हैं आज शिमला के राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ की हिमाचल शाखा और अन्य सभी विभागों के सचिवों के साथ हुई बैठक में उन्होंने कहा कि दृष्टिहीनों का बैकलॉग भरने के लिए पहले की तरह चयन समिति गठित की जाए संघ की हिमाचल शाखा के प्रदेश संयोजक कुलदीप ठाकुर ने बताया कि मुख्य सचिव ने विभिन्न विभागों में कार्यरत दृष्टिहीन कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण और टॉकिंग सोफ्टवेयर युक्त कम्प्यूटर लगाने के भी निर्देश दिए त्रिलोक कपूर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह के नेतृत्व में नौ सदस्ययी गांधी संकल्प यात्रा के लिए केन्द्रीय समन्वय समिति का गठन किया है राष्ट्रीय जनजाति मोर्चा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष त्रिलोक कपूर को आंध्रप्रदेश लक्ष्यद्वीप और दमनद्वीप राज्यों का कार्यक्रम प्रभारी नियुक्त किया हैं त्रिलोक कपूर ने राष्ट्रीय कार्यक्रम की जिम्मेदारी देने पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट किया है प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय विकास संस्था के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष ओपी शर्मा के नेतृत्व में कल शिमला में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर वंदे भारत रेल सेवा का ठहराव पठानकोट में करने का अनुरोध किया प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि पठानकोट में रेल सेवा का ठहराव होने से माता वैष्णो देवी जाने वाले आठ जिलों के लोगों को लाभ होगा केंद्रीय मंत्री ने इस विषय पर विचार करने का आश्वासन दिया है बैडमिंटन 33वीं तीन दिवसीय राज्य स्तरीय अंडर तेरह आयु वर्ग के बच्चों की बैंडमिंटन प्रतियोगिता शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में आज शुरू हुई प्रतियोगिता में दस जिलों के एक सौ बीस बच्चे भाग ले रहे हैं भाजपा के मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा ने इस अवसर पर खिलाड़ियों से खेल भावना के साथ खेलने का आह्वान किया और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है इस अवसर पर नरेंद्र बरागटा ने बैटमिंटन के क्षेत्र में प्रदेश के प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया
दिल्ली सरकार के सूत्रों से बड़ी खबर आ रही है. दिल्ली के LG विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने से इनकार किया है. सूत्रों के अनुसार,आज अरविंद केजरीवाल ने LG से विधायकों के साथ मिलने का समय मांगा था. दिल्ली सरकार के सूत्रों से बड़ी खबर आ रही है. दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने से इनकार किया है. सूत्रों के अनुसार, आज अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना से विधायकों के साथ मिलने का समय मांगा था. सीएम अरविंद केजरीवाल आज दोपहर 1 बजे विधायकों के साथ उपराज्यपाल से मिलना चाहते थे. इससे पहले शासन के मुद्दों पर गतिरोध के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच निर्धारित साप्ताहिक बैठक शुक्रवार को नहीं हुई. उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों के कार्यालयों के अधिकारियों ने साप्ताहिक बैठक नहीं होने की पुष्टि की है. हालांकि, उन्होंने इसे लेकर कोई कारण नहीं बताया है. उधर, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने राज्य शिक्षा विभाग के खिलाफ अपने कथित झूठे आरोपों के जवाब में दिल्ली एलजी को पत्र लिखा है. उपराज्यपाल सक्सेना ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उनके खिलाफ 'भ्रामक और अपमानजनक' टिप्पणी करने का आरोप लगाया. केजरीवाल ने सक्सेना के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि उपराज्यपाल को कंझावला जैसी दूसरी घटना को रोकने के लिए शहर में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार पर ध्यान देना चाहिए. गौरतलब है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को फिनलैंड भेजने के प्रस्ताव को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच गतिरोध बना हुआ है.
श्री महादेव सिंह खंडेला, अध्यक्ष, राजस्थान किसान आयोग, राजस्थान सरकार के ने अपनी टीम के साथ भाकृअनुप-राष्ट्रीय बीज मसाला अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीएसएस), अजमेर का दौरा किया। दौरे के दौरान उन्होंने एनआरसीएसएस की लैब और फील्ड फैसिलिटी की झलक देखी। उन्होंने देश से बीज मसाला निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान और विकास गतिविधियों में बेहतर गति लाने के लिए वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की। डॉ. विनय भारद्वाज, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसीएसएस, अजमेर ने सम्मानित अतिथि का गर्मजोशी से स्वागत किया और केन्द्र के शासनादेश, संस्थान के अनुसंधान गतिविधियों, अनुसंधान और विकास में हाल की प्रगति पर किसान उन्मुख प्रौद्योगिकियों और विस्तार गतिविधियों को लाने के लिए एक व्यापक प्रस्तुति दी। डॉ. भारद्वाज ने वैश्विक नेता होने के नाते स्थानीय-वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए गुणवत्ता और टिकाऊ बीज मसाला उत्पादन को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। श्री खंडेला ने राजस्थान में नकदी फसल के रूप में उनके महत्व पर प्रकाश डालते हुए विशेष रूप से शुष्क और अति-शुष्क (रेगिस्तानी) क्षेत्रों में बीज मसालों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने संरक्षित खेती, प्राकृतिक और जैविक खेती की पहल, अपशिष्ट से धन कार्यक्रम, जर्मप्लाज्म संरक्षण, मधुमक्खी परियोजना, जैव-एजेंट उत्पादन और ड्रिप सिंचाई सुविधाओं के लिए समर्पित प्रयासों की सराहना की। श्री खंडेला ने हिंदी पत्रिका - मसाला सुरभि के आगामी अंक का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने केन्द्र के एग्री-ड्रोन का एक प्रदर्शन प्राप्त किया और इसके विवरण और परिचालन क्षमताओं से खुद को परिचित कराया। (स्रोतः भाकृअनुप-एनआरसीएसएस, अजमेर)
मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पिछले काफी वक्त से अपने हॉलीवुड करियर को लेकर खुब सुर्खियां बटोर रही हैं। वह आगामी फिल्म 'ट्रिपल एक्सः रिटर्न ऑफ जेंडर केज' से हॉलीवुड में कदम रख रही है। कुछ समय पहले ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है, जिसे काफी पसंद भी किया जा रहा है। अभिनेत्री अपनी इस फिल्म की रिलीज की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और ऐसे में दीपिका पादुकोण का कहना है कि वह देश का प्रतिनिधित्व करके बहुत गौरवान्वित हैं, लेकिन साथ ही उत्साहित और कुछ नर्वस भी हैं। उन्होंने कहा, "मैं बहुत गौरवान्वित हूं कि देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल रहा है, वह भी इस तरह के फ्रेंचाइजी में। " इसके अलावा दीपिका संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनने वाली फिल्म 'पद्मावती' में नजर आने वाली हैं। इस फिल्म में वह अभिनेता रणवीर सिंह और शाहिद कपूर के दिखाई देंगी।
ऊना - इंदिरा स्टेडियम ऊना में स्टेयर्ज की ओर से इंटर स्टेट अंडर-15 क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता के तहत बुधवार को खेले गए पहले क्रिकेट मैच में प्रभु दयाल क्रिकेट अकादमी ने अकादमी ऑफ पठान को हराया। टॉस जीतकर प्रभु दयाल क्रिकेट अकादमी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 25 ओवर में 166 रनों का स्कोर बनाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी क्रिकेट अकादमी ऑफ पठान मात्र 124 रन बना पाई। प्रतियोगिता के दिन के दूसरे मैच माउंट आबू क्रिकेट अकादमी व हैरी क्रिकेट अकादमी के बीच खेला गया। इसमें माउंट आबू क्रिकेट अकादमी ने हैरी क्रिकेट अकादमी को हराया। माऊंट आबू क्रिकेट अकादमी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 25 ओवर में आठ विकेट पर 184 रन बनाए। जवाब में हैरी अकादमी ने 130 रन बना पाई। प्रतियोगिता के संयोजक अनूप शारदा ने यह जानकारी दी।
Don't Miss! #Finally: इतनी फिल्में रिजेक्ट होने के बाद साथ आ रहे दो सुपरस्टार्स! ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण - इन दो स्टार्स को साथ में देखने का मन दर्शकों को कब से है। लेकिन अब जाकर दर्शकों कि ये डिमांड जल्दी ही पूरी होने वाली है। ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण का नाम सुनते ही लोगों की उम्मीदें जग जाती हैं। लेकिन फिर ऋतिक दीपिका उनकी उम्मीदें तोड़कर चले जाते हैं। अब एक बार फिर ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण के साथ आने की खबरें आ रही हैं और लोग खुश हो चुके हैं। हर बार निर्देशक और प्रोडक्शन हाउस कोशिश करते हैं कि ऋतिक और दीपिका की इस सुपरहॉट जो़ड़ी को परदे पर उतार सकें। लेकिन हर बार कोई ना कोई फिल्म छोड़ देता है। इस बार भी यशराज प्रोडक्शन्स की ठग्स ऑफ हिंदोस्तान में दोनों का आना तय था। लेकिन अमिताभ बच्चन की एंट्री होते ही दीपिका ने फिल्म छोड़ दी। इसके बाद ऋतिक को भी रिप्लेस कर दिया गया। इससे पहले दोनों का नाम आशिकी 3 के लिए भी साथ में लिया जा रहा था लेकिन अभी उस फिल्म की चर्चा बंद हो चुकी है। अब दीपिका को ऋतिक से दिक्कत है या ऋतिक को दीपिका से पता नहीं।
सांकेतिक तस्वीर (Photo Credit: News Nation) नई दिल्ली : किसान सम्मान निधि की रकम अब सरकार ने दोगुनी करने का फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि 15 नवंबर तक किसानों के खाते में दोगुनी धनराशि ट्रांसफर कर दी जाएगी. लेकिन किन किसानों को इसका सीधा लाभ होगा इसके लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने कुछ नियम बनाएं है. जानकारी के मुताबिक सरकार के फैसले के बाद अब किसानों के खाते में अब 6000 हजार नहीं, बल्कि 12 हजार रुपए आएंगे. साथ ही किसानों को तीन माह में मिलने वाली किस्त की रकम अब 2 हजार नहीं बल्कि 6 हजार हो जाएगी. बताया जा रहा है कि देश के 30 फीसदी किसानों को योजना का सीधा लाभ मिलेगा. साथ ही जिस किसान का रजिस्ट्रेशन नहीं है उसके लिए फिर से रजिस्ट्रेशन शुरु किए गए हैं. पात्र किसान रजिस्ट्रेशन कराकर योजना का लाभ ले सकते हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 10वीं किस्त जल्द ही मिलने वाली है. इसके लिए किसानों को केवल 15 दिसंबर तक का ही इंतजार करना होगा. आपको बता दें कि यह योजना छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों की आय में पूरक बनने की दृष्टि से शुरू की गई थी. डिजिटल इंडिया पहल के साथ मिलकर इस योजना ने देश के 12 करोड़ किसानों तक पीएम किसान लाभ पहुंचाना संभव बना दिया है. पात्र किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये का वित्तीय लाभ हर चार महीने/तिमाही में 2,000 रुपये की तीन किस्तों (अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर और दिसंबर-मार्च) में जारी किया जाना है. बताया जा रहा कि यह धनराशि इस बार दोगुनी करने का फैसला मोदी सरकार ने लिया है. अगर आपने PM Kisan स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि इस योजना के लाभार्थियों की लिस्ट में आपका नाम है या नहीं. इसके लिए सबसे पहले आपको पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan. gov. in) पर विजिट करना होगा. जहां होम पेज पर आपको (Farmers Corner) का ऑप्शन दिखाई देगा. इसके बाद आपको ड्रॉप डाउन लिस्ट से राज्य, जिला, उप जिला, ब्लॉक और गांव को सेलेक्ट करना होगा. इसके बाद (Get Report) पर क्लिक करते ही लाभार्थियों की पूरी लिस्ट सामने आ जाएगी.
वेस्टर्न रेलवे के रेलवे रिक्रूटमेंट सेल ने सीनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट के पदों को भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसके तहत कुल 99 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। इच्छुक और योग्य उम्मीदवारों को इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्तूबर 2019 है। ध्यान रखें कि ये भर्ती डिपार्टमेंटल है। वेस्टर्न रेलवे में कार्यरत कर्मचारियों के लिए ये भर्ती निकाली गई है। पदों से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ेंः सीनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट, पद : 99 (अनारक्षित : 51) योग्यता : मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय में ग्रेजुएट होने के साथ कम्प्यूटर पर इंग्लिश या हिन्दी में टाइपिंग आती हो। वेतनमान : 29,200 रुपये। आयु सीमा : 01 जनवरी 2020 को न्यूनतम 18 और अधिकतम 42 वर्ष। - आयु सीमा में एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को पांच वर्ष और ओबीसी वर्ग को तीन वर्ष की छूट दी जाएगी। चयन प्रक्रिया : योग्य उम्मीदवारों का चयन सीबीटी परीक्षा, टाइपिंग स्किल और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के माध्यम से किया जाएगा। - सीबीटी परीक्षा में मैथमेटिक्स, जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग और जनरल अवेयरनेस से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। - सबसे पहले वेबसाइट (http://www. rrc-wr. com/) पर लॉगइन करना होगा। - होमपेज पर खुलने पर GDCE Recruitment Notifications for 2019 सेक्शन पर क्लिक करें। - ऐसा करने पर सेक्शन स्लाइड हो जाएगा, जहां GDCE EN NO 05/2019 for the posts of Senior Clerk - CUM - Typist लिंक दिया गया है। - इस लिंक पर क्लिक करें। ऐसा करते ही नई विंडो पर रिक्त पद से संबंधित जारी किया गया विस्तृत विज्ञापन खुल जाएगा। - इसे ध्यान से पढ़ें और पदों के अनुसार अपनी योग्यता की जांच करें। इसके बाद पिछले वेबपेज पर वापस आएं। - यहां शीर्षक Click here to apply online for the posts of Senior Clerk - CUM - Typist लिंक पर क्लिक करें। - अब एक और नया वेबपेज खुलेगा। यहां न्यू रजिस्ट्रेशन सेक्शन पर क्लिक करें। - ऐसा करते ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा। इसमें मांगी गई सभी जानकारियों को सावधानी से दर्ज करें। - इसके बाद अपना मोबाइल दर्ज करें। इसके बाद मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी को दर्ज कर सब्मिट बटन पर क्लिक करें। - अब आपकी ई-मेल पर लॉगइन डिटेल्स प्राप्त होगा। जिसकी सहायता से लॉगइन कर ऑनलाइन आवेदन पूरा करें।
तास्पर्य - प्रक्षरात्मक, मचक्षुदर्शन, मजीव, अषमंद्रव्य, अपक्रमषट्क और मलोक भादि । ६. नियमसार - प्रन्थकार कुन्दकुन्दाचार्य ने यहाँ सर्वप्रथम वीर जिन को नमस्कार करते हुए केवली एवं श्रुतकेवली द्वारा प्रणीत नियमसार के कहने की प्रतिज्ञा की है। फिर 'नियमसार' के शब्दार्थ को प्रगट करते हुए कहा गया है कि जो कार्य नियम से किया जाना चाहिए वह नियम कहलाता है। वह ज्ञान, दर्शन और चारित्र स्वरूप है । इस 'नियम' के साथ जो 'सार' शब्द प्रयुक्त है वह विपरीतता के परिहारार्थ है । यह ज्ञान-दर्शन-चारित्रस्वरूप नियम भेद व अभेद विवक्षा से दो प्रकार का है। शुद्ध ज्ञानचेतना परिणामविषयक ज्ञान व श्रद्धा के साथ उसी में स्थिर रहना, यह अभेद रत्नत्रय स्वरूप नियम है । तथा प्राप्त, भागम और तत्त्व के श्रद्धान के साथ जो तद्विषयक राग द्वेष की निवृत्ति है, यह व्यवहार रत्नत्रय स्वरूप नियम है जो भेदाश्रित है। यह नियम मोक्ष का उपाय है और उसका फल निर्माण है । इन्ही तीनों की यहाँ पृथक्-पृथक् प्ररूपणा की गई है। इस प्रसग मे यहाँ प्रथमतः उक्त सम्यग्दर्शन के विषयभूत प्राप्त भागम और तत्त्व का विवेचन करते हुए प्राप्तप्रणीत तत्वार्थों - जीवादि छह द्रव्यों का वर्णन किया गया है । इस बीच प्रसंग पाकर पाँच व्रतों, पाँच समितियो भोर चारित्र का निरूपण करते हुए अरिहत, सिद्ध, प्राचार्य, उपाध्याय और साधु का स्वरूप प्रगट किया गया है । इस प्रकार यहाँ प्रात्मशोधन में उपयोगी प्रतिक्रमण, प्रत्याख्यान मालोचना, प्रायश्चित्त, परमसमाधि, रत्नत्रय और श्रावश्यक का विवेचन करते हुए शुद्ध प्रात्म-विषयक विचार किया गया है। ग्रन्थगत गाथामों की संख्या १८६ है । इस पर पद्मप्रभ मलधारिदेव (वि. स. १३वी शताब्दी - १२४२) के द्वारा टीका रची गई है। इस टीका के साथ वह जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय बम्बई द्वारा प्रकाशित किया गया है। इसका उपयोग इन शब्दों में हुआ है -- मूल - मचौर्य महाव्रत, अधर्मद्रव्य, महेन्, अहिंसामहाव्रत, प्राकाश, मादाननिक्षेपणसमिति प्राप्त, ईयांसमिति और एषणासमिति प्रादि । टीका - अधर्म द्रव्य और प्रकाश आदि । ७. दर्शनप्राभूत - इसमे ३६ गाथायें हैं। सर्वप्रथम यहा सम्यग्दर्शन को धर्म का मूल बता कर यह कहा गया है कि जो जीब सम्यग्दर्शन से भ्रष्ट है उसे भ्रष्ट ही समझना चाहिए, वह कभी मुक्ति को प्राप्त नही हो सकता । किन्तु जो चरित्र से भ्रष्ट है, वह समयानुसार मुक्त हो सकता है । सम्यग्दर्शन से रहित जीव घोर तपश्चरण क्यो न करते रहे, परन्तु वे करोडों वर्षों मे भी बोधि को नहीं प्राप्त कर सकते । जो सम्यग्दर्शन से भ्रष्ट है वे ज्ञान प्रौर चारित्र से भी भ्रष्ट है । ऐसे जीव स्वयं तो नष्ट होते ही हैं, साथ ही दूसरों को भी नष्ट किया करते है । यहा सम्यग्दर्शन के स्वरूप को प्रगट करते हुए कहा गया है कि जो छह द्रव्य, नो पदार्थ, पाच प्रस्तिकाय मौर सात तत्त्व इन जिनप्रणीत तत्त्वों के स्वरूप का श्रद्धान करता है उसे सम्यग्दृष्टि समझना चाहिए । यह व्यवहार सम्यक्त्व है। निश्चय से तो मात्मा ही सम्यग्दर्शन है। भागे कहा गया है कि जो शक्य अनुष्ठान को - जिसे किया जा सकता है -करता है और अशक्य पर श्रद्धा रखता है, उसके सम्यक्त्व है या वह सम्यग्दृष्टि है; ऐसा केवली के द्वारा कहा गया है। इस प्रकार यहा सम्यग्दर्शन की महिमा को प्रगट किया गया है। इसके ऊपर भट्टारक श्रुतसागर सूरि के द्वारा टीका रची गई है। इस टीका के साथ वह 'षट्प्राभूतादिसंग्रह' मे मा० दि० जैन ग्रन्थमाला बम्बई से प्रकाशित हुआ है। इसका उपयोग इन शब्दों मे हुआ है- प्राशासम्यक्त्व मोर उपदेश सम्यक्त्व आादि । ८. चारित्रप्राभूत - इसमें ४४ गाथायें हैं। यहाँ चारित्र के दो भेद निर्दिष्ट किये गये हैंसम्यक्त्वचरणचारित्र औौर सयमचरणचारित्र । निःशकित, निःकांक्षित, निविचिकित्सा, प्रमूदृष्टि, उपगूहन, स्थितिकरण, वात्सल्य और प्रभावना ये जो सम्यक्त्व के पाठ गुण या ग्रग है उनसे विशुद्ध उस सम्यग्दर्शन का जो ज्ञान के साथ भाचरण किया जाता है इसे सम्यक्त्वचरणचारित्र कहा जाता है। जीव
शनिवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर जहां एक ओर सुबह से लेकर शाम तक लाखों श्रद्धालुओं के स्नान पूजन अर्चन के साथ शिव मंदिरों में दर्शनार्थ भीड़ उमड़ेगी। वहीं दूसरी ओर नर्मदा तट स्थित अहिल्या घाट पर मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग की ओर से शाम को 3 घंटे का कार्यक्रम भी रखा गया है। इसमें मुख्य रुप से भगवान भोलेनाथ पर आधारित महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव सत्य की कला अभिव्यक्ति को लेकर शाम 6:30 बजे शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में सबसे पहले लोक गायन की प्रस्तुति सागर के दिलीप सांदेला एवं साथी कलाकार देंगे। इसके बाद शिव केंद्रित नृत्य की प्रस्तुति भोपाल की अर्चना कुमार एवं साथी कलाकार देंगे। वहीं अंतिम कार्यक्रम भक्ति गायन की प्रस्तुति भोपाल के संजय द्विवेदी और साथी कलाकार की ओर से दी जाएगी। कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6:30 बजे मां नर्मदा जी का पूजन अर्चन कर किया जाएगा। इस अवसर पर विशेष रूप से जिले के कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा एवं जनप्रतिनिधि के अलावा तहसील स्तरीय अधिकारी कर्मचारी और आमजन उपस्थित रहेंगे। दयालु मित्र मंडल के तत्वावधान में नगर के प्रसिद्ध भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में भव्य भजन संध्या प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसमें नगर के अलावा क्षेत्र एवं दूरस्थ इलाकों से भजन संध्या को लेकर पार्टियां एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देगी। रात 9 शुरू होने वाले इस भजन संध्या कार्यक्रम को लेकर दयालु मित्र मंडल के प्रमुख दयालु गुरु एवं अध्यक्ष हेमंत जैन ने तैयारियां शुरू कर दी है। मंडल के अध्यक्ष हेमंत जैन ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व को लेकर भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाया जाएगा। वहीं मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान काशी विश्वनाथ का भव्य श्रृंगार भी किया जाएगा। साथ ही रात 8 बजे होने वाली महा आरती के बाद भजन संध्या प्रतियोगिता शुरू होगी। इसमें प्रथम पुरस्कार रुपए 51 हजार, द्वितीय पुरस्कार 21000 और तृतीय पुरस्कार रुपए 11000 प्रशस्ति पत्र के साथ भगवान काशी विश्वनाथ की श्रृंगारित फोटो विजेताओं को दिए जाएंगे। This website follows the DNPA Code of Ethics.
अल्पश्रम और सूक्ष्म कौशलके हैं वे स्त्रियाँ ही करती हैं। प्रारम्भिक पाठशालाओं में पढ़ानेका काम उन्हींको मिलता है । टाइप करना, स्टीनोग्राफ़रका काम, सेक्रटरीका काम - ये सब भी स्त्रियोंके ही काम समझे जाते हैं। बस यही अमेरिकन स्त्रियों के कार्य क्षेत्रकी सीमा है। बीच बीच में कालेजोंमें पुरुषोंके साथ स्त्रियोंको भी प्रोफेसरीका पद मिलता रहता है और श्री रूजवेल्टने अपने मन्त्रिमण्डल में कुमारी परकिन्सको नियुक्त किया है, पर ये उदाहरण अपवादरूप और नयी नीतिके निदर्शक मात्र हैं। राजनीति, व्यापार व्यवसाय आदिमें जिम्मेदारीके काम स्त्रियोंको सौंपनेकी प्रथा अभीतक नहीं चली है । परन्तु स्वाभाविक उन्नतिक्रमसे स्त्रियाँ इस पदपर पहुँच जायँ तो अमेरिकन लोकमत इसका अधिक विरोध भी न करेगा। फिर भी यह प्रवृत्ति खूब तेज़ीसे बढ़ रही है, ऐसा नहीं कह सकते । प्रारम्भिक पाठशालाओं में जिस उदारतासे स्त्रियोंकी नियुक्ति की जाती है वह उदारता माध्यमिक विद्यालयों अर्थात् ( लड़कोंके ) हाई स्कूलोंमें उनकी नियुक्ति करनेमें नहीं दिखाई जाती । इसी तरह शिक्षा विभागके जिम्मेदारीके पदोंपर भी अधिकतर पुरुष ही रखे जाते हैं । इंग्लैंड और फ्रांसमें यद्यपि अमेरिका जैसी ही स्थिति है तथापि कुल मिलाकर पेशों-धन्धोंमें स्त्रियोंकी संख्या कम ही है। अमेरिकामें जो क्षेत्र सोलहो आने स्त्रियोंके अधिकारमें है, इंग्लैण्डमें उन क्षेत्रोंमें बहुसंख्यक पुरुष भी काम करते दिखाई देते हैं। कोई पर्यटक उत्तर भारतके पर और बुर्का-प्रथाको देखकर महाराष्ट्र गुजरातकी स्त्रियोंको देखे तो उसे बहुत भारी अन्तर मालूम होगा । वैसे ही यूरोपसे, अमेरिका जानेवाले यात्रियोंको यह दिखाई देता है कि वहाँ स्त्रियोंको अपेक्षाकृत
Gorakhpur News: गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी के 2 जवानों पर धार्मिक नारा लगाकर एक संदिग्ध ने धारदार हथियार से हमला कर दिया, धार्मिक नारा लगाते हुए संदिग्ध मंदिर परिसर के अंदर घुस गया और इससे पहले उसने एक जवान की राइफल छीनने का प्रयास किया था ,पुलिस के जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से बरामद बैग से धारदार हथियार, लैपटॉप, पैन कार्ड और फ्लाइट की टिकट समेत अन्य सामान बरामद किया गया है. मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर हुई सनसनीखेज वारदात के बाद श्रद्धालुओं से भरे मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई. घायल दोनों जवानों और पकड़े जाने के प्रयास में घायल हुए हमलावर युवक को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया गया है. इतना ही नहीं युवक के साथ और लोगों के होने की आशंका के बाद गोरखनाथ मंदिर को सील कर तलाशी अभियान शुरू किया गया था. फिलहाल, पुलिस और जांच एजेंसियां टेरर एंगल सहित अन्य पहलुओं पर भी पूछताछ और जांच कर रही हैं. गोरखनाथ मंदिर गोरक्ष पीठ के महंत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास है, जिसके नाते सुरक्षा के कड़े इंतजाम मंदिर परिसर में रहते हैं. रविवार की शाम लगभग 7:30 बजे के करीब गोरखनथ मंदिर की दक्षिणी गेट पर एक संदिग्ध मुख्य प्रवेश द्वार पर तैनात 20वीं बटालियन के पीएसी सिपाही आज़मगढ़ के गोपाल कुमार के करीब पहुंचा और उसकी एसएलआर राइफल छीनने लगा, गोपाल जब तक संभलते हमलावर ने अपनी कमर में लगा धारदार हथियार निकालकर उनपर हमला कर दिया, यह देखकर उनके साथी सिपाही अनिल आए तो हमलावर ने उनके पैर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. अन्य सुरक्षाकर्मी हमलावर को पकड़ने दौड़े तो वह धार्मिक नारा लगाते हुए परिसर के अंदर घुस गया. आगे खड़े सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को दौड़कर दबोच लिया. आरोपी की पहचान गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के सिविल लाइन पार्क रोड स्थित सिटी मॉल के सामने गली में अब्बासी नर्सिंग होम के पास रहने वाले मोहम्मद अहमद मुर्तजा पुत्र मुनीज मुर्तजा के रूप में हुई है, मोहम्मद अहमद मुर्तजा आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियर की पढ़ाई करता है. मोहम्मद अहमद मुर्तजा के पास से बरामद बैग से पुलिस ने धारदार हथियार, लैपटॉप, पैन कार्ड और एयरलाइन का टिकट बरामद किया है. घटना स्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी और ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान रमेश सिंह ने बताया कि गोरखनाथ मंदिर मुख्य द्वार पर पीएसी के जवान बैठे थे और अपनी ड्यूटी कर रहे थे, इसी बीच पीएससी के सिपाही और संदिग्ध में बातचीत हुई. इसके बाद आरोपी ने जवार पर हमला बोल दिया. इस हमले में 2 जवानों को चोट लगी है. फिलहाल सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को पकड़ लिया . गोरखपुर के एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि, गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट पर आकर यह युवक आकस्मिक रूप से धारदार हथियार से हमला कर देता है. मंदिर के अंदर साइकिल स्टैंड पुलिस टिकट के पास भी हमला कर देता है. अनुराग नाम के सिपाही ने उसे पकड़ लिया आरोपी की पहचान गोरखपुर के सिविल लाइन के रहने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई है. एडीजी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की जांच हर एंगल से चल रही है. घटना के दौरान यह धार्मिक नारे भी लगा रहा था. इस वजह से टेरर एंगल पर भी छानबीन की जा रही है. एटीएस दस्ता और इंटेलिजेंस की टीम इस पर संयुक्त जांच कर रही है.
सलमान खान कानूनी पचड़ों को लेकर भी खूब सुर्खियां बटोरते हैं। विवादों से उनका पुराना नाता है। सलमान को हाल ही में काले हिरण के शिकार मामले में बड़ी राहत मिली थी। राजस्थान हाईकोर्ट ने निचली अदालत में चल रहे सभी मामलों की एक साथ सुनवाई के लिए सहमति दे दी थी, लेकिन अब उनकी मुसीबतें एक बार फिर से बढ़ गई हैं। कोर्ट ने पत्रकार से दुर्व्यवहार में सलमान को समन जारी किया है। आइए पूरी खबर जानते हैं। मुंबई के अंधेरी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सलमान को 5 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने के लिए तलब किया है। कोर्ट ने पत्रकार अशोक पांडे के साथ बदसलूकी करने के लिए IPC की धारा 504 और 506 के तहत दर्ज अपराध के लिए सलमान को यह नोटिस जारी किया है। पत्रकार अशोक पांडे ने 2019 में सलमान के खिलाफ शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस पर भी सलमान के खिलाफ की गई शिकायत पर कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाया था। धाराओं में क्या है सजा का प्रावधान? धारा 504 में कहा गया है कि जो कोई भी जानबूझकर अपमान करता है और इस तरह किसी भी व्यक्ति को इस इरादे से उकसाता है तो दोनों में दोषी को दो साल तक की जेल हो सकती है या जुर्माना लग सकता है। धारा 506 के मुताबिक, जो कोई भी धमकी देने का अपराध करता है, ऐसी स्थिति में उसकी कारावास की अवधि को दो साल तक बढ़ाया जा सकता है या जुर्माने से दंडित किया जा सकता है। क्या है पूरा मामला? सलमान पर आरोप लगाते हुए अशोक ने कहा था कि 24 अप्रैल, 2019 को वह जुहू से कांदिवली में कैमरामैन के साथ अपनी कार में यात्रा कर रहे थे। तभी उन्होंने रास्ते में सलमान को साइक्लिंग करते देखा और उनके बॉडीगार्ड से अनुमति लेकर अभिनेता का वीडियो बनाने लगे। हालांकि, जब सलमान ने पत्रकार को वीडियो बनाते देखा तो उन्होंने इसका विरोध किया, जिस पर बॉडीगार्ड ने अशोक के साथ कथिततौर पर मारपीट की और उनका फोन छीन लिया। न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट) काला हिरण शिकार मामले में 21 मार्च को सलमान को राजस्थान हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली। उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले से जुड़ी सलमान की तीनों याचिकाओं की सुनवाई अब हाईकोर्ट में होगी। अभी तक ये सुनवाई सेशन कोर्ट में हो रही थी।
इंदौर। कहते हैं धारा के विपरीत बहने के लिए साहस की जरूरत होती है। ऐसा ही साहस ग्राम छोटा नागदा तहसील बदनावर जिला धार के 28 वर्षीय स्नातक कृषक श्री कृष्णा सांखला ने दिखाया। उन्होंने इस साल खरीफ में परम्परागत सोयाबीन के बजाय बड़े रकबे में मक्का की फसल लगाई। उनके द्वारा उठाई गई इस जोखिम का नतीजा सकारात्मक रहा। इस साल अति वर्षा से जहां सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई, वहीं 350 बीघा में लगाई मक्का की फसल लहलहा रही है. जिसने उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी है। इस संबंध में श्री कृष्णा सांखला ने कृषक जगत को बताया कि उनकी खुद की 50 बीघा जमीन के अलावा 300 बीघा लीज पर भी ली है। 25 बीघे में सोयाबीन लगाई थी जो पूरी तरह खराब हो गई। लेकिन संकर किस्म वाली मक्का की फसल शानदार है। गत वर्ष 90 बीघा में लगाई मक्का का उत्पादन 17 क्विंटल प्रति बीघा मिलने से उत्साह बढ़ा और इस साल मक्का का रकबा बढ़ाया। उन्होंने गांव के अन्य किसानों के साथ खरीफ बोवनी के पूर्व बैठक कर सोयाबीन के बजाय मक्का बोने की सलाह दी थी। जिन परिचितों ने उनकी सलाह पर प्रयोग के तौर पर 5 -10 बीघा में मक्का लगाई थी, वह फायदे में रहे। उनकी मक्का की फसल बेहतर है। ऐसे किसानों का रकबा 200 बीघा तक पहुँच गया। हालांकि मक्का फसल पर फॉल आर्मी वर्म का खतरा मंडराया था, जिसे समय रहते नियंत्रित कर लिया था। श्री सांखला को उम्मीद है कि इस वर्ष 15 क्विंटल प्रति बीघा का उत्पादन मिल जाएगा। श्री कृष्णा ने उद्यानिकी फसल के तहत 16 बीघा में ताइवान पिंक जाम भी लगाया है, जिसके एक फल का वजन करीब एक किलो रहता है। 15 माह में उत्पादन शुरू हो जाता है। इनके खेत का तीन बार निरीक्षण तत्कालीन कलेक्टर कर चुके हैं। गत माह ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री सचिन सिन्हा ने भी इनकी मक्का फसल का अवलोकन कर प्रशंसा की थी। श्री सांखला को कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए जनवरी 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में जिले के प्रथम किसान के रूप में सम्मानित कर 25 हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया था। श्री कृष्णा ने उद्यानिकी फसल के तहत पीली और लाल शिमला मिर्च का बेहतर उत्पादन किया था। श्री सांखला का किसानों को यही संदेश है कि परम्परागत खेती के बजाय नए प्रयोगों के साथ खेती करें, ताकि लाभ का प्रतिशत बढ़ सके।
खड़ा है। अर्जुन चौटाला ने कहा, कुरूक्षेत्र की धरा के विकास में मेरे दादा-पड़दादा के पसीने खुशबू मुझे यहां खींच लाई। जहां मेरे पड़दादा के साथियों ने उनके साथ कदम से कदम मिलाकर हरियाणा ही नहीं देश भर में इस क्षेत्र का नाम रोशन किया। वहीं मेरे दादा के साथी जिनका आज भी मुझे आशीर्वाद मिल रहा है, वे इस क्षेत्र में एक बार फिर से ऐनक को जीतना देखना चाहते हैं। अर्जुन चौटाला आज पूंडरी हलके के गांव बेगपुर, रसूलपुर, बंदराना, जडौला, जाजनपुर, ढांड, पबनावा, कौल, चूहड़माजरा, फरल, म्यौली, फतेहपुर व कैथल हलके के गांव मुंदड़ी, नैना, धौंस, खनौदा, कठवाड़, गयोंग, सांपलीखेड़ी, भैणी, देवीगढ़, शेरगढ़ व डयोडखेड़ी में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र में लाडवा हो, शाहबाद हो, पिहोवा या थानेसर, कैथल के पाई, कलायत, बालू, किठाना हो या पूंडरी सहित गुहला-चीका। सभी जगह हरियाणवी संस्कृति के साथ-साथ इनेलो की परंपरा, उसकी नीतियां व उसकी रीतियां रची बसीं हैं। इसलिए यह क्षेत्र मेरे के लिए कोई नया नहीं बल्कि एक परिवार का एहसास दिलवाता है। आपको बहकाने के लिए कई साइड से कौरव आएंगे। लेकिन आप विचलित ना होना। अर्जुन ने कहा, मेरे दादा ने जेल से मुझे आशीर्वाद दिया और कहा कि कुरुक्षेत्र जो पूरा का पूरा हमारा परिवार है, वहां जाकर आशीर्वाद ले। सफलता जरूर मिलेगी। मैं अपने दादा के निर्देश पर यहां आप सभी के जीवन को सुखमय बनाने के लिए जहां पसीने की जरुरत होगी, वहां खून बहा दूंगा। आने वाली 12 तारीख को इनेलो को वोट देकर अधिक से अधिक वोटों से विजयी बनाएं। ताकि देश की में इनेलो का प्रतिनिधित्व बढ़े और कमेरे वर्ग की आवाज देश की सबसे बड़ी पंचायत में बुलंद की जा सके। अर्जुन चौटाला ने कहा कि कुरुक्षेत्र आज तक ट्यूरिज्म के तौर पर इतना विकसित नहीं हो पाया, जितना विकसित होना चाहिए था। यदि वे सांसद बनें तो इस क्षेत्र को विश्व पटल पर चमका देंगे। केंद्र से परियोजनाएं स्वीकृत करवाकर यहां पयर्टन को बढ़ावा दिया जाएगा। कुरुक्षेत्र व कैथल की धरा देश के अन्न का भंडार भरती है। यहां किसान काफी बदहाल हैं। इनेलो के राज में किसानों को कई तरह की सुविधाएं दी गई थीं। लेकिन पिछले पंद्रह सालों से किसान किस हालात में हैं, वह आज किसी भी मंडी में जाकर देखा जा सकता है। इस मौके पर राज्यसभा सांसद रामकुमार कश्यप, जिलाध्यक्ष पंडित कंवरपाल करोड़ा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र मदान, प्रदेश प्रवक्ता रणवीर पाराशर, मियां ङ्क्षसह जाजनपुर, रिटायर्ड अधिकारी जोगी राम पूंडरी, अधिवक्ता अमन माजरा, सतपाल टाया, जाट शिक्षा ह्यसमिति के पूर्व प्रधान रणबीर फौजी, युवा जिलाध्यक्ष अनिल तंवर, जिला व्यापार सैल के जिलाध्यक्ष जिप्पी शोरेवाला, हलका प्रधान संजीव छौत, हलका प्रधान पूंडरी ओमप्रकाश कैरा, हलका प्रधान विजय बंदराना, पार्षद सुरजीत पबनावा, नरेश वाल्मीकि, धर्मवीर कैमिस्ट, एडवोकेट ज्ञान गुर्जर ढांड, तेजवीर ढांड, विक्रम कसाना, प्रदीप ङ्क्षसह मार, कृष्ण बंसल, राममेहर खुराना, मनोज बंसल, महावीर पट्टीअफगान, ईश्वर मैहला, सुशील गुप्ता, डा. सूखा मानस, महिपाल नैना, हरियाणा प्रदेश चमार महासभा के जिलाध्यक्ष सेवानिवृत्त ए. ई. टी. ओ. अभे राम भुक्कल, रामदिया चावरिया सहित भारी संख्या में इनैलो पदाधिकारी व कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
पैर के आकार को कैसे जानें - यह अक्सर सवाल हैयुवा माताओं पूछते हैं। हालांकि, ऐसे मामले भी हैं जब बहुत से लोग इसमें रूचि रखते हैं। फिलहाल हम ऑनलाइन स्टोर के वास्तविक प्रभुत्व से मिल रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक में - सचमुच कई सारे जूते हैं। हालांकि, यह सवाल उठता है कि क्या एक नई खरीद आपको अनुकूल करेगी। ज्यादातर साइटों पर एक विशेष टेबल है, लेकिन पैर के आकार को कैसे जानना है? दरअसल, वे अलग हैं। फिलहाल तीन माप प्रणाली हैं - सीआईएस, फ्रेंच - इनसोल और अंग्रेजी इंच। पहले पैर के आकार का निर्धारण करें - यह मापने के लिए हैलंबी उंगली की नोक पर आपकी एड़ी के सबसे अधिक भागने वाले भाग से मिलीमीटर में लंबाई। स्वाभाविक रूप से, पैर जूते के बिना होना चाहिए। अक्सर एक विधि है, क्योंकि यह बहुत सुविधाजनक और आसान है। फ्रांसीसी विधि का उपयोग करके मैं अपने पैरों के आकार को कैसे जान सकता हूं? यहां सब कुछ इनसोल पर निर्भर करता है - माप की इकाई एक स्ट्रोक है, जिसकी लंबाई एक सेंटीमीटर का दो तिहाई है। शायद, फ्रेंच दृष्टिकोण सुविधाजनक है, लेकिन ज्यादातर साधारण लोगों के लिए यह स्पष्ट नहीं है। आप अंग्रेजी प्रणाली में अपने पैर के आकार को कैसे जानते हैं? यहां भी, जवाब इंसोल पर निर्भर करता है। लेकिन प्रणाली बहुत अधिक सटीक और विचारशील है। अंग्रेजी का शून्य आकार एक नवजात शिशु के रूप में माना जाता है, जो औसत चार इंच के बराबर होता है। प्रत्येक निम्न संख्या पिछले एक से एक तिहाई इंच तक चली जाती है। और इसलिए 13. तक, पहले से ही तेरहवें नंबर से पीछे हटना, जो एक इकाई बन गया, उसी लय में चलता है। अंग्रेजी संस्करण फ्रेंच के रूप में जटिल नहीं है - फिर भी, सीआईएस में अपनाई गई प्रणाली सामान्य व्यक्ति के लिए अधिक समझ में आता है। सच है, कुछ अन्य अमेरिकी तरीकों से एक पैर के आकार को कैसे जानना है, लेकिन वे सादगी में भी भिन्न नहीं हैं। हालांकि, सिद्धांत एक बात है, अभ्यास कुछ हद तक हैअन्यथा। आइए कुछ व्यावहारिक सिफारिशें छोड़ दें, आप बच्चे या वयस्क के पैर के आकार को आसानी से और जल्दी से कैसे निर्धारित कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, आपको कागज़ की एक खाली शीट पर अपने दो फीट के साथ खड़े होने की जरूरत है। इसके बाद, किसी को सरल पेंसिल लेने और अपने पैरों के चरणों को घेरने के लिए कहें। किसी भी गलतियों से बचने के लिए,कहें कि आपको इसे पैर की ओर इशारा रखने की आवश्यकता है और इसे यथासंभव कसकर दबाएं। सभी आवश्यक प्रक्रियाओं के बाद, आपको परिणामी चित्रों की लंबाई को मापने की आवश्यकता होगी। यदि ऐसा हुआ कि पैर में से एक दूसरे की तुलना में थोड़ा बड़ा है, तो आपको उच्चतम मूल्य को देखने की आवश्यकता है। परिणाम को 5 मिमी तक बड़ी दिशा में प्राप्त करें - और आपके सामने आवश्यक संख्या। जूते की व्यक्तिगत मात्रा निर्धारित करने के लिए,आपको कुछ और माप करने की आवश्यकता होगी। उनमें से पहला आंतरिक से पैरों के बाहरी किनारे तक सेंटीमीटर की दूरी है, जो इसके आर्क के उच्चतम बिंदु से गुज़रता है। इस बिंदु का स्थान कहीं पैर के गुंबद के पास है। अगर बच्चे के पैर को मापने की आवश्यकता होती है,वही करो इस तथ्य को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि बच्चे को किसी भी मामले में नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि स्थायी स्थिति में पैर थोड़ा सा चपटा हुआ है और अधिक हो सकता है। अपनी उंगलियों का ट्रैक रखें - उन्हें चुराया नहीं जाना चाहिए, अन्यथा माप गलत तरीके से हटाया जा सकता है, और चयनित जूते - बहुत कम आवश्यक है। यह मत भूलना कि बच्चा बहुत जल्दी बढ़ता है। यही कारण है कि उसके पैरों के माप अग्रिम में किए जाने चाहिए - खरीदने से पहले अधिमानतः सही, और फिर भी, मोजे या pantyhose पहने हुए। वैसे, मोजे के संबंध में - वयस्कों के लिए यह सलाह दी जाती है कि अगर सर्दियों के जूते खरीदना आवश्यक हो। सब कुछ, अब आप जानते हैं, जल्दी और बिनाजूते के आवश्यक आकार के साथ काम करें, और अब आप उन दुकानों में खरीद सकते हैं जहां आप आरामदायक हैं - इस पर ध्यान दिए बिना कि वे इंटरनेट पर हैं या कहीं नजदीकी हैं।
नगर निगम शिमला में किसका राज होगा, इस पर फैसला आज होगा। शिमला नगर निगम के निर्वाचन के लिए मतदान मंगलवार यानी दो मई को हो चुका है। ऐसे में अब आज यानी गुरुवार को मतगणना होगा। मतगणना के बाद तय हो जाएगा कि शहर की जनता ने किस पार्टी के पक्ष में फैसला किया। नगर निगम में भाजपा को बहुमत मिलता या कांग्रेस पार्टी गुरुवार दोपहर तक इस पर फैसला हो जाएगा। हालांकि इन चुनावों में भाजपा कांग्रेस दोनो पार्टियों की साख दांव पर लगी हुई है। नगर निगम चुनावों के लिए गुरुवार सुबह 10 बजे मतगणना शुरू हो जाएगी। वहीं, दोपहर 12 बजे तक नगर निगम चुनाव के नतीजे आ जाएंगे। डीसी शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि चार मई को छोटा शिमला स्कूल में नगर निगम शिमला चुनाव के लिए हुई वोटिंग की काउंटिंग होगी। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस दौरान करीब 250 कर्मचारी तैनात रहेगी। मतगणना के लिए सात टेबल लगाए गए हैं। सुबह दस बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। कुल पांच राउंड में मतगणना होगी। वहीं, ईवीएम के लिए छोटा शिमला स्कूल में बनाए गए स्ट्रांग रूम में आज से ही कड़ी सुरक्षा रहेगा। वहीं, एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच नगर निगम चुनाव की मतगणना होगी। एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि मतगणना के लिए एक एडीश्रल एसपी शिमला को सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है। उनके नेतृत्व में दो डीएसपी व 120 जवान शहर में मौजूद रहेंगे। मतगणना के नतीजे आने के बाद अलग-अलग प्रत्याशियों व पार्टियों की ओर से विजय जुलूस भी निकाले जाएंगे। ऐसे में शहर का ट्रैफिक प्रभावित न हो इसके लिए अलग से ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाएगा। वहीं, शहर के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। शहर में जगह-जगह पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा, ताकि शहर में ट्रैफिक सिस्टम सुचारू रूप से चलता रहे। (एचडीएम) एसपी संजीव गांधी ने बताया कि स्ट्रांग रूम के बाहर डबल गार्द सिक्योरिटी तैनात की गई है। मतगणना के दिन करीब 120 जवान शहर में तैनात रहेंगे। यानी एक कंपनी के बराबर जवान शहर में होंगे, ताकि किसी भी प्रकार की हिसंक घटना को होने से रोका जाए और शहर के सौहार्दपूर्ण वातवरण बना रहे। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि शहर में नगर निगम चुनावों की मतगणना व नतीजे गुरुवार को आ जाएंगे, लेकिन चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से छह मई को समाप्त होगी। वहीं, छह मई को ही नगर निगम शिमला चुनाव के लिए लागू हुई आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी। नगर निगम शिमला चुनाव के लिए लगी आदर्श आचार संहिता हटने के बाद शहर में विकासात्मक कार्य दोबारा शुरू हो पाएंगे। नगर निगम शिमला के लिए हुए चुनाव के नतीजे आने के बाद चुनावी मैदान में उतरे कई प्रत्याशियों के अरमान टूट जाएंगे, तो वहीं कई प्रत्याशियों के सपने साकार होंगे। शहर के 34 प्रत्याशी ही नगर निगम शिमला के पार्षद बनेंगे। गौरतलब है कि भाजपा-कांग्रेस ने 34 वार्डों से अपने प्रत्याशी उतारे हैं। आम आदमी पार्टी ने 21 और माकपा ने चार सीटों से अपने प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि नौ उम्मीदवार बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हुए है।
तलवंडी स्थित निजी हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत के बाद शनिवार देर रात परिजनों व अन्य लोगों ने हंगामा कर दिया। इनका आरोप था कि मरीज की उचित देखभाल नहीं की गई और समय पर जांचें भी नहीं की। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जवाहर नगर थानाधिकारी रामकिशन वर्मा ने बताया कि एक युवक 3 दिन से अस्पताल में भर्ती था, जिसकी शनिवार देर रात मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया और आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने इलाज में लापरवाही बरती है। सूचना पर पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और मामले को फिलहाल शांत करवाया है। पीड़ित पक्ष ने भी पुलिस को शिकायत नहीं दी है, रविवार को अगर शिकायत मिलेगी तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि मरीज कोविड संदिग्ध था, इसकी डेड बॉडी रिपोर्ट आने तक कोविड मोर्चरी भेजी जा रही है। हम खुद नहीं समझ पा रहे कि परिजन किस बात का और क्यों विरोध कर रहे हैं। This website follows the DNPA Code of Ethics.
लिजा मलिक जिनका नया म्यूजिक वीडियो 'बेबी तेरा फ्रॉड रोमांस' का टीजर जारी हो चुका है. पीपिंग मून. कॉम के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत. म्यूजिक वीडियो में काम करने का अनुभव कैसा था? सच कहूं तो 3 साल बाद मैंने एक नए गाने के साथ कमबैक किया है. तो मेरे लिए ये म्यूजिक वीडियो बहुत ही खास और अलग तरह का है. म्यूजिक वीडियो के रूप में मैंने कमबैक किया है. मेरे लिए एक नया अनुभव था. कांसेप्ट अलग है, गानें में मेरा लुक भी हटकर है, बॉडी पर भी बहुत काम किया है. एसोसिएशन भी बहुत बड़ा है. क्यूंकि वीनस और 3 डोर प्रोडक्शन पहली बार मिलकर काम कर रहे है. वीडियो में मानव गोहिल है मेरे साथ और ये उनका भी पहला प्रोजेक्ट है. हमने आजतक मानव को आदर्श बेटे और दामाद के रूप में देखा है लेकिन इस वीडियो में एक बैड बॉय का किरदार निभा रहे है. जिसने मेरे साथ फ्रॉड किया है. जिस वजह से हम उसे बांधकर टॉर्चर कर रहे है. वीडियो में मानव को रस्सियों से बांधा गया है तो क्या आप उनसे कोई बदला लेने की कोशिश कर रही हैं? बिल्कुल, गाने के बोल ही ऐसे है 'बेबी तेरा फ्रॉड रोमांस' और मानव ने रोमांस का झांसा देकर फ्रॉड किया है, तो हम बदला ले रहे है कि अगर आप रोमांस में ऐसा करेंगे तो आप के साथ ऐसा ही होगा. वीडियो को शूट करने में कितना समय लगा? हमें दो दिन लगे इस वीडियो को शूट करने में और हैरी आनंद का भी ये कमबैक प्रोजेक्ट है क्यूंकि बहुत सालों से उन्होंने भी कोई रीमेक या म्यूजिक वीडियो नहीं किया है. 'कलियों का चमन और कांटा लगा' के बाद ये उनका भी कमबैक है. मानव गोहिल के साथ काम करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा? म्यूजिक वीडियो को लेकर मानव थोड़ा संकोच में टर्न उन्होंने पहले कभी ऐसा कोई वीडियो किया नहीं कि लड़कियों से पिटे वो लेकिन फिर भी बहुत ही कॉपरेटिव थे. मैं मानव का शुक्रिया भी करती हूं क्यूंकि जहां नेगेटिव छवि की बात आती है तो कोई भी एक्टर पीछे हट जाता है. आप सास बहू ड्रामा जैसे सीरियल के खिलाफ हैं, उसमें काम नहीं करना चाहती क्यों ? सच कहूं तो मैं डेली सोप्स के खिलाफ नहीं हूं. मैं खुद देखती हूं लेकिन मुझे लगता है कि शायद में उस किरदार को ना निभा पाऊं. सीरियल्स में काम करना इतना आसान नहीं है. सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक रोज वही काम करके मैं शायद बोर हो जाऊं. मैं अपने काम को एन्जॉय करना चाहती हूं. फ्यूचर प्रोजेक्ट्स के बारें में बताइए? बहुत जल्द मैं एक रोमांटिक गानें के साथ वापस आ रही हूं. साथ ही मैं फिर से मानव के साथ काम करना चाहूंगी अगर उनके पास डेट्स रही तो, इसके अलावा में एक पंजाबी फिल्म भी कर रही हूं जिसका मैं नाम नहीं लेना चाहती.
एंग्जायटी, पैनिक अटैक और दर्द को कम करने में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों को लोग नशा करने में इस्तेमाल कर रहे हैं। डॉक्टर के अनुसार, कुछ दवाएं 24 घंटे की अवधि में केवल एक से तीन बार ही दी जानी चाहिए। लोग रोजाना 5 से 10 गोलियांपीसकर खा लेते हैं। वेस्ट दिल्ली नारकोटिक्स स्क्वॉड ने एक जुड़े मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से एक लाख सेज्यादा ऐसी ही गोलियां मिली हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस ड्रग कारोबार में किसी डॉक्टर की मिलीभगत तोनहीं है। पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी घनश्याम बंसल के अनुसार, पकड़े गए संदिग्धों के रूप में जतिन और तरनजीत सिंह की पहचानकी गई है। एसीपी ऑपरेशन अरविंद कुमार, नारकोटिक्स स्क्वॉड एसआई राजेंद्र ढाका और एएसआई कर्ण सिंह के दस्ते ने इन्हेंपकड़ लिया है। प्रतिवादी एक फार्मेसी का मालिक है। तिलक नगर मोहल्ले में 40 वर्षीय तरनजीत और 23 वर्षीय जतिन उत्तम नगरमें रहते हैं। अफगानिस्तान वह जगह है जहां तरनजीत का जन्म हुआ था। यह पाकिस्तान में भी कायम रहा। वह 2015 में अपनेपरिवार (एलटीवी) के साथ लंबी अवधि के वीजा पर भारत आया था। यह यहां एक फार्मेसी संचालित करता है। पुलिस ने अत्यधिकदर्द के लिए 6600 दवाओं की खोज की, विशेष रूप से सर्जरी के बाद, और 97,010 टैबलेट चिंता और आतंक हमलों के लिए। अधिकांश गोलियां जतिन पर पाई गईं। सूचना के आधार पर जतिन को तिलक नगर के कृष्णा पार्क से पकड़ा गया। इसमें बाइकसवार थी। इसके बाद तरनजीत को पकड़ लिया गया। पुलिस के अनुसार, उन्होंने पाया है कि पूछताछ के दौरान इस अपराध में कमसे कम दो और लोग शामिल हैं। इन गोलियों को अवैध रूप से बेचा जा रहा था और इन्हें केवल डॉक्टर की सिफारिश पर ही लियाजाना चाहिए। यह पता लगाया जा रहा है कि वे ये दवाएं कहां से खरीद रहे थे। माना जा रहा है कि जहां से ड्रग्स का निर्माण यावितरण किया जाता है, वहां से ड्रग्स की चोरी की जा रही है। जिसे अवैध रूप से फार्मेसियों और अन्य जगहों पर वितरित किया जारहा है। लोग इनका इस्तेमाल नशे में करने के लिए कर रहे हैं। इन पदार्थों में ऐसे तत्व भी होते हैं जो कोकीन, स्मैक और हेरोइन मेंमौजूद होते हैं। दिल्ली में रहने वाले कुछ नाइजीरियाई भी इन दवाओं को खरीद कर खा रहे थे। पूछताछ में पता चला है कि इसटैबलेट को पीसकर भी लिया जा सकता है। उच्च पाने के लिए, नशा करने वाले आमतौर पर प्रतिदिन इनमें से 5 से 10 गोलियां लेतेहैं। दर्दनिवारक बनाने के लिए जिन अन्य दवाओं का उपयोग किया जाता है, उनका उपयोग भी नशे में किया जाता है।
भारत सरकार द्वारा जारी ₹ 10 के सिक्कों को भारतीय रिज़र्व बैंक जल्द ही संचलन में डालेगा। यह सिक्का भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा जारी किया गया है। सिक्के के मुख भाग पर मध्य में अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" मुद्रा लेख उत्कीर्णित होगा। उसकी बाईं परिधि पर देवनागरी लिपि में "भारत" शब्द और दाहिनी ऊपरी परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। सिंह शीर्ष के नीचे रुपया का प्रतीक "₹" और अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "10" भी होगा। सिक्के के इस भाग पर मध्य में "श्रीमद राजचंद्र" का चित्र होगा। सिक्के की ऊपरी और निचली बाईं परिधि पर देवनागरी लिपि में " श्रीमद राजचंद्र" और "150वीं जयंती" लिखा होगा। सिक्के की ऊपरी और निचली दाहिनी परिधि पर अंग्रेजी में "SHRIMAD RAJCHANDRA" और "150TH Birth Anniversary" लिखा होगा। श्रीमद राजचंद्र के चित्र के बाईं और दाहिनी ओर अंतरराष्ट्रीय अंकों में वर्ष "1867" और "1901" लिखा होगा। यह सिक्का, भारतीय सिक्का-निर्माण अधिनियम 2011 के तहत वैध मुद्रा है। इस मूल्यवर्ग के वर्तमान सिक्कें भी वैध मुद्रा बने रहेंगे।