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।उपॉल (Upol)
वृषभ राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। इस राशिवालों के लिए शुभ दिन शुक्रवार और बुधवार होते हैं। कुलस्वामिनी को वृषभ राशि के उपॉल नाम के लड़कों का आराध्य माना जाता है। इस राशि के उपॉल नाम के लड़के गले से सम्बन्धित रोगों जैसे सर्दी, खांसी और गले में ख़राश से अकसर पीड़ित रहते हैं। वृषभ राशि के उपॉल नाम के लड़कों में घेंघा रोग, टॉन्सिलाइटिस और मोटापे से ग्रस्त होने की सम्भावना होती है। इस राशि के उपॉल नाम के लड़कों को खाने का बहुत शौक होता है इसी वजह से वे मोटे और आलसी भी होते हैं। उपॉल नाम के लड़के कान, गले, भोजन-नली आदि की बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं। उपॉल नाम के लड़के विश्वास के पात्र होते हैं और किसी भी काम को पूरा करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
उपॉल नाम के लोगों का ग्रह स्वामी शुक्र और शुभ अंक 6 है। जिनका लकी नंबर 6 होता है, वे काफी सुंदर व आकर्षक दिखते हैं। उपॉल नाम के लोग साफ-सफाई पसंद होते हैं और ये काफी कलात्मक भी होते हैं। उपॉल नाम के लोगों में धैर्य की कमी नहीं होती, ये घूमने का शौक भी रखते हैं। उपॉल नाम के लोगों को भविष्य में विदेश जाने का मौका मिल सकता है। ये अपने माता-पिता से बहुत प्यार करते हैं और बदले में इन्हें बहुत प्यार मिलता है।
जिनका नाम उपॉल होता है उनकी राशि वृषभ होती है। इस राशि के लोग दोस्त, नौकरी, काम और अपने आस-पास की सभी चीजों से लगाव रखते हैं। ये स्वभाव से काफी ईमानदार होते हैं। उपॉल नाम को लोगों को बदलाव से सख्त नफरत है। वृषभ राशि से संबंधित उपॉल नाम के लोग स्वभाव से काफी ज़िद्दी होते हैं। उपॉल नाम के लोग विश्वास के योग्य होते हैं, इनमें सब्र होता है और हमेशा खुश रहना पसंद करते हैं। मेष राशि के लोगों की खास बात होती है कि वे विश्वसनीय होते हैं।
।भगवान शिव, चमकदार, शिव का एक नाम, Kandarp का नाम, आग की एक नाम उदय या ऊपर की ओर प्रज्वलन,
।(आदम का बेटा)
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परिशिष्ट १
बुनियादी दस्तावेज प्रोफेसर प्रालिवियेर लाकोम्य तथा स्वामी सिद्धेश्वरानन्द के सुझावों के आधार पर युनेस्को सेक्रेटेरियेट द्वारा तैयार किया गया।
प्रस्तावित विवाद-विषय 'मानव की सकल्पना और पूरव तथा पच्छिम का शिक्षा दर्शन ।'
सामान्य समस्या पूरब और पच्छिम
व्ययं के वरोध में न फैमा कर पूरव और पच्छिम दोनो ही अपनी विशिष्ट प्रतिभा की रक्षा कर सकते है । अक्सर यह ठीक हो कहा जाता है कि एक पक्ष के लिये अपने को दूसरे पक्ष की विकृत और अतिसरल सकल्पनाओ के विरुद्ध रख देना अपने अत्यन्त महत्वहीन मूल्यों को छोड कर बाकी सभी मूल्यों को खो देन का खतरा मोल लेना है। साथ ही हम एक ऐसी परम्परा के गतिरोध में पड़ जाने का भी खतरा मोल लेगे जिसका बाह्य ससार के नवजीवनदायी सम्पर्क के अभाव में ह्रास होना निश्चित है। यही कारण है कि इस शताब्दी के प्रारम्भ से ही अनेक बैठक हुई है, विचार-विमर्श और परिसवाद हुए है, जांच-पड़ताले हुई है और लोगों का आना-जाना हुआ है, ताकि दोनो पक्षों के बीच में सद्भावनाएँ अधिक गहरी हो जायें ।
यूनेस्को इस समस्या के प्रति उदासीन नही रह सकता, ससार की वर्तमान परिस्थितियों में उसे इस समस्या का सामना करना ही था- जिन परिस्थितियो को उत्पन्न करने के कारण है एकीकरण की तेजी से बढ़ती हुई मित्र, हरियो का कम हो जाना, टेक्नालोजी वा बढता हुआा महत्व, समस्त लोगो द्वारा धीरे-धीरे राजनीतिक स्वतन्त्रता और भन्तर्राष्ट्रीय उत्तरदायित्व की प्राप्ति, और सबसे बढ़ पर अतीत को दो महान् सम्यताम्री के बीच फैली हुई शाति और विक्षोभ जो कि भविष्य की एक सभ्यता को जन्म दिया चाहते हैं, पर एक ऐसे विश्व-सकट की भी है जिसको रोच सकना उनके बस के बाहर है।
यह यूनेस्को वा काम था कि वह इन दोनो सभ्यताम्री में से प्रत्येक को इस बात में सहायता दे कि वे पारस्परिक रावधों को ठीक प्रकार से समझें और साथ ही सभी राष्ट्र के ग्रागे जो समस्याएँ भा खडी हुई हैं उनके प्रति अपनी नीति निर्धारित करे । इन समस्याओं की मांग है कि वे अपने परम्परागत ज्ञान का फिर से मूल्याकन करें, ताकि मानव उस वातावरण में अपनी जाति की सभी श्रन्त शक्तियों को विसित कर सके, जिस वातावरण का निर्माण उसने स्वय किया है पर जिसे वह यात्मा की शक्ति से शासित नही कर सका है। यदि शान्ति की प्रतिष्ठा एक बुढ़ घाधार पर करती है तो पूरव और पश्चिम के प्राचीन आदानप्रदान को अवश्य ही पुनर्जीवित करना है, और उनमें परस्पर सद्भावना उत्पन्न करने के प्रयत्न जल्दी से जल्दी किये जाने चाहिये। यह भविष्य की उत्त सभ्यता के लिये एक तैयारी होगी जो सभी मानवो की सम्पत्ति होनी चाहिये और साथ ही उनकी एकता की ओर उस आदर्श की अभिव्यक्ति होनी चाहिये जिसके लिये ये जीवित है।
इन्ही कारणों से भारतीय सरकार और राष्ट्रीय कमीशन की सहायता से विचारको औौर दार्शनिकों के बीच इस विचार-विमर्श का आयोजन किया गया है। ऐसा विचार विमर्श यदि दार्शनिक चिन्तन के उपयुक्त उन्मुक्त तथा पक्षपात-रहित वातावरण में किया जाय तो विभिन्न देशो के बीच अधिक गहरी सद्भावना उत्पन्न करने को प्रेरणा बन सकता है ।
विचार-विमर्श का उद्देश्य और ढंग : व्यावहारिक केन्द्राभिमुखता की खोज
ऐसे विचार-विमर्श के लिये कौन से उद्देश्य और कौन-सी विधि का प्रस्ताव किया जा सकता है? पहले जिस धोखे से हमें बचना होगा वह है एक दिसलावटी समरूपता या छिछले सामजस्य को प्राप्त करने के लिये प्रयत्न करने का सुझाव है इसी तरह का दूसरा खतरा यह हो सकता है कि हम पाडव्यपूर्ण विचार-विमर्शी में अपने प्रयत्न को नष्ट कर दे और समझौते तक पहुंचने की सम्भावनायें बहुत फीकी पड जाये ।
इन दोनो खतरो से बचने के लिये यूनेस्को द्वारा आयोजित इस विचार-विन को उन विचारों से मर्म ग्रहण करना चाहिये जिन्हें थी जाक मारीता ने यूनेस्टो की जनरल वान्फ्रेंस के दूसरे अधिवेशन में व्यक्त किया था। उसे चाहिये कि वह अधिक से अधिक पारस्परिक सद्भावना के काम में उन स्थलो पो खोजने का प्रयत्न करे जहाँ पर कि सभी दर्शन व्यावहारिक्ता की दृष्टि से एक दूसरे से मिल सबते हा । परन्तु इसका यह अर्थ नहीं है कि हर दार्शनिको अपना दृष्टिकोण समझाने से किसी भी प्रकार रोका जायेगा ।
विचार-विमर्श के विषय का चयन
विचार-विमर्श को चलाने के लिये एक सामान्य भूमि खोजने के लिये यह आवश्यक समझा गया है कि खास विषय का सुझान दिया जाये, जिससे सिर्फ असम्बद्ध विचारो का ढेर न लग जाय और दूसरी ओर यह उचित था कि प्रस्तावित विषय इस योग्य हो कि वह सभी प्रतिनिर्धारित सभ्यताओं के महत्वपूर्ण पहलुप्रो का प्रतिनिधित्व कर सके । इन दो आवश्यकतायो की पूर्ति के लिये ही चूनेस्को ने यह विषय चुना-मनुष्य को सकल्पना और पूरव तथा पच्छिम का शिक्षा दर्शन ।'
हर सभ्यता में, मनुष्य क्या है, इस विषय में शिक्षा दर्शन की जो समस्याएँ है वे भागवत तत्व ससार, प्रकृति, समाज तथा प्रतीत और वर्तमान में कार्य के व्यवहारिक क्षेत्र से संबंधित मनुष्य की अनेक मूलभूत सकल्पनाओं को स्पष्ट करने में वास्तविक रूप से सहायता देती है। इसके लिये आध्यात्मिक तथा नैतिक आदर्शों के विविध स्वरूपों की तुलना करनी होगी और साथ ही उसके समाज के संगठन तथा व्यावहारिक मूल्यों से संबधित अधिक तात्कालिक प्रश्नी पर भी विचार करना होगा, जिस समाज से टेक्तालोजी का हाथ झावश्यक रूप से अधिक से अधिक होता जा रहा है। अत इसके लिये उन विभिन्न तरीको पर विचार करना होगा जिनसे इतिहास द्वारा उत्पन्न वास्तविक परिस्थितियों में आश को कार्य रूप दिया जा सके और साथ ही उन तरीकों पर भी विचार करना होगा जिनसे वर्तमान समय में विकसित समाजी से उत्पन्न समस्याओं का मुकाबला करने की विधि का ज्ञान प्राप्त करके हर एक सभ्यता अन्य दूसरी सभ्यताओ को समझ सके ।
यह विचार विमर्श अन्त में हमें इस प्रश्न की ओर ले जायेगा 'हर सभ्यता में वे कौन से तत्व होते हैं जो एक नुसतुलित शिक्षा के सांस्कृतिक और दार्शनिक आधारों की परिभाषा दे सकते हैं, जिन्हें तत्कालीन मानव की आवश्यक्तायो के अनुरूप बनाया जा सके और जो देशो के बीच में सद्भावना, मानव अधिकारो के प्रति प्रादर घर शान्ति, इन सब की वृद्धि करने के योग्य हो ?"
यूनेस्को द्वारा भायोजित विचार-विमर्श
दिये गये
प्रकार के अन्य प्रयत्नों में जिस बात में भिन्न है यह यथार्थ में सम्यता के मूल्यों की फिर से करने का प्रयत्न है। यह प्रयत्न स्वयं उन मूल्यों के विषयों में उतना नहीं करना है जितना कि उनके व्यावहारिक रूप के विषय में, उनके पारस्परिक सबंधों के रूप के विषय में और समष्टि रूप में मानव की तत्कालीन समस्यामो के सवधो में ।
और शिक्षा
में मानव को संकल्पना : उनके बीच को परम्परागत विसवृत्ता रूप से मानव की सबसना पर विचार करते हैं वो हम पूरव और पच्मि की विसराता को अक्सर विम प्रकार ने अभिव्यक्त करते हैं? इन मतलानाथी के परम्परागत स्वरूपो वा हम यहाँ सक्षिप्त वाराय देंगे, यद्यपि इस प्रकार प्रति सरल बना देने से हम यथार्थ में जो कुछ है उसकी एक सच्ची तस्वीर नहीं दे सकेंगे।
पहली बात यह है कि ऐसा लगता है कि पच्चिमी मानव की कुछ विशेषतामा ने विशेष रूप से उसे पूर्व के मानव के विरोध में सड़ा कर दिया है और वास्तव में लोग मानते आये हुं यह विशेषताएँ ही पश्चिमी सभ्यता के सार को अभिव्यक्त करती है। पच्छिम अहम् और अहम् के भेद पर जोर देता है, और प्रकृति की मानव का कार्यक्षेत्र और उसके हाथों में सौंपा हुआ एक प्रस्त्र मानता यह कारण है कि वहाँ ऐसी चिन्ताधारा का विकास हुआ है जिसकी सबसे स्पष्ट अभिव्यक्ति विज्ञान में हुई है, और जो विकल्पनात्मक तर्फ बुद्धि का उपयोग करती है तथा विश्लेषण द्वारा एक वस्तु की सजा को दूसरी से पृथक् करती है। इसी कारण से स्व और स्वार्थ दोना को, वैयक्तिक मौलिकता की खोज को, निजी कल्याण और शक्ति प्रयोग के उद्देश्य से स्वतन्त्रता पर जोर देने को, और सामाजिक सस्थामो द्वारा इन स्वतन्त्रता और निजी इच्छामो को नियमित करने की आवश्यकता को महत्व दिया गया । यह कहा जाता है कि परिदम का मानव स्वभावत बाह्य ससार को उस पर अधिकार करने की दृष्टि से देखता है । उसकी स्वाभाविक प्रवृत्ति चिन्तन की और नहीं है। इसलिये जो कुछ तकनीकी है वह आध्यात्मिक पर, तर्कमुक्त विश्लेषण स्फुरित तादात्म्य पर, और बुद्धिप्रयोग प्रधिदार्शनिक अनुभव पर आग्रत्व प्राप्त करना चाहता है । अदिव्य के बीच का यह स्पष्ट अन्तर, सामान्य कल्याण के लिये जिये वैयक्तिक हितो का समूह कह सकते है, दैनिक जीवन को व्यवस्थित करने का उत्तरदायित्व तर्क-बुद्धि और विज्ञान को सौंग देता है। यह भी कहा जाता है कि साधारणतया पच्छिम का मानव अनित्य के वधन तोड कर शारक्त में पलायन नहीं करता । वह परम्परा से अधिक प्रगति पर विश्वास करता है और वह सदा ही नये विचारों, और नये-नये अन्दपणो की खोज में रहता है। यह सब एक ऐसी चिन्ताधारा, एक एसे जीवन-पथ और एक ऐसे कर्म म फलीभूत होता है जिसमें विज्ञान पर आधारित टेकनालोजी का बहुत बडा हाथ होता है, जिसमे भौतिक पदार्थों पर अधिकार हो जाने से हमारे सामने चनन्त कार्य क्षेत्र सुल जाता है और सरकार की सहायता से बडे-बडे कार्य सिद्ध होते हूँ। परन्तु पूरव का मानव
पच्चिमी मूल्यों की अस्थिरता और मानव विकास में प्रमुख रूप से हाय वॅटाने में उन मूल्यों की क्षमता से फौरन अचरज में पड़ जाता है । उसकी दृष्टि में पच्छिमी सभ्यता अपने में इतनी समर्थ नहीं है कि यह मानव को शान्ति, यथेष्ट सन्तोष और पृथ्वी पर पैर जमाने का आधार दे सके ।
ऐसा प्रतीत होता है कि पूरव अपनी सभ्यता का समस्त साराश एक शब्द आध्यात्मिकता में दे देता है। अधिकतर सभ्यताओं में, खास कर उनमें जिन्हें हम पूरवी कह सकते हैं ( यहाँ पर बहुत बारीकी से भेद करना जरूरी है) पूरव का मानव प्रकृति को तकनीकी कौशल और बलपूर्वक हस्तक्षेप से पद-दलित करने के स्थान पर सब से पहले उसमें अपना स्थान सोजने और उससे अधिक से अधिक तादात्म्य स्थापित करने का प्रयत्न करता है। इसलिये पच्छिम के तर्क- प्रधान विज्ञान के विपरीत आध्यात्मिकता के ऐसे स्वरूपों का विकास हुआ जिन मे व्यक्तित्व के एक गभीर एकत्व के स्फुरित अनुभव पर या ग्रात्मा के दैनिक स्पर्श पर जोर दिया गया। इसमें सब चीजो को एक ऐसे मूलभूत सत्य को अभिव्यक्ति माना जिसे विश्लेषण द्वारा हम सिर्फ विकृत कर सकते है, या फिर एक भागवततत्व की अभिव्यक्ति माना जिसके नियमो से समस्त स्थावर-जगम ससार शासित होता है। इसीसे एक प्राध्यात्मिक जगत के अन्तर्गत सभी व्यक्तियों के बीच एक आवश्यक बंधन का विचार उत्पन्न हुआ और ऐसे आध्यात्मिक ग्रारोहण के प्रयल हुए जिसमें जगत के निम्न स्तर छूट जाते हैं और उच्च आध्यात्मिक जोवन का पथ प्रशस्त होता है। यह कहा जाता है कि इस कारण पूरव का मानव स्वभावत अन्तर्मुख होता है, वह अपने वाह्य स्वरूप को छोड़ कर अपने सच्चे स्वरूप की खोज करता है और ससार की भौतिक सभ्यता का प्रगम्नता पूर्वक तिरस्कार करता है । उसके दिव्य तत्व सर्वव्यापी है और जो प्रदिव्य है वह भी उसके स्पर्श के बिना नहीं टिक सकता । विकास मान एक मिथ्याभास है और सत्य जीवन शाश्वत में ही स्थिति है। एक आध्यात्मिक व्यक्ति का मन नये आकरो और फार्मूलो की खोज से अधिक एक परम्परागत सत्य के ध्यानन एक ऐसे जीवन पथ और एक ऐसे कर्म में प्रकट होता है जिसमें प्रकृति के साथ समस्वरता और भागवत चेतना के साथ तादात्म्य प्रमुख हो जाते है और इन दोनो का आधार होता है माध्यात्मिक चिन्तन । साथ ही, जिसमें पविनता और ज्ञान के आदर्शों की उपलब्धि अक्सर उन समाजो के भीतर ही उपलब्ध हो जाती है, जो सर्वसाधारण के जीवनस्तर को ऊँचा उठाने के प्रश्न पर बहुत कम विचार करते है। परन्तु जहां तक पच्चिम के मानव से सबंध है वह पूरव की परम्परा में अवश्य ही सभावित गतिरोध के बीच पाता है उसके त्याग की उनुर्वता, |
अलीगढ़ः हाल ही में पुलिस को अलीगढ़ में भी दिल्ली के शाहीन बाग जैसे धरने का अंदेशा है. जंहा बीते शुक्रवार यानी 17 जानवबरी 2020 से फिर महिलाओं के सड़क पर आ जाने से पुलिस को शक है कि उनको फंडिंग कराई जा रही है. वहीं खुफिया इनपुट आने के बाद पुलिस प्रशासनिक स्तर से शहर में तगड़े सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं. एक तरफ जहां शहर को 25 सेक्टरों में बांटकर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं. वहीं, शहर में आधा दर्जन महिला मजिस्ट्रेट अतिरिक्त तैनात की गई हैं. पान वाली कोठी और जमालपुर इन प्रदर्शनकारियों के निशाने पर है. इसे देखते हुए लोगों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में अब तक पूर्व मंत्री ख्वाजा हलीम के बेटे युवा सपा नेता ख्वाजा हसन जिब्रान को नोटिस दिया गया है. इसके अलावा नोटिस देने के लिए इस तरह के एक दर्जन लोगों को चिह्नित कर लिया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सिविल लाइंस इलाके में भी कहीं शाहीन बाग की तर्ज पर महिलाओं का धरना शुरू कराने की कवायद है. शुक्रवार को जमालपुर व दोदपुर में महिलाएं प्रदर्शन करते हुए अचानक सड़कों पर आ गई थीं. अचानक यह प्रदर्शन होने पर जब खुफिया इनपुट जुटाया गया तो पता चला कि शहर के कुछ बड़े नेता व उद्यमी यह धरना कराने के लिए फंडिंग कर रहे हैं.
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें सर्किल तृतीय के लिए ही धनीपुर व जवां की डीपीओ रजनी शर्मा व कुसुम वर्मा को रिजर्व कर दिया गया है. यह अपने अपने क्षेत्र के सर्किल अफसर व थाना प्रभारियों से कोआर्डिनेट कर कहीं भी होने वाले महिलाओं के प्रदर्शन को रोकने की दिशा में काम करेंगी. इसके अलावा शहर में सेक्टर स्कीम लागू कर दी गई है.
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किशोरी अमोनकर का नाम हिंदुस्तानी संगीत की श्रेष्ठ गायिकाओ मे भी अग्रणी के रूप में शुमार किया जाता है। आपने जयपुर घराने की गायकी पर नये रूप और लावण्य के साथ अधिकार अर्जित किया है। आपने देश-विदेश की लगभग सभी प्रतिष्ठित संगीत सभाओ में शिरकत की है। मध्यप्रदेश कला परिषद् द्वारा आयोजित उत्सव ७५, ७८ और ८१ मे भी आपने सगीत रसिक समाज पर रसवर्षा की है।
मृणाल पार्ड की लिखी कहानिया और समीक्षाए प्राय चर्चा का विषय बनती रही हैं। उनकी पुस्तकें शब्दवेषी (कहानी-सग्रह), जो राम रचि राख मौजूदा हालात को देखते हुए (नाटक), एक नीच बेडो (उपन्यास) काफी सराही गई हैं।
दुबला कुछ-कुछ लम्बूतरा चेहरा, खड्ग की धार सी सुतवा नाक, और गहरी आर्से जो उनके बोलते-बोलते कभी अचानक अतर्मुखी होकर अपने भीतर कुछ टटोलने लग जाती हैं, एक साथ तटस्थ और चेतन । किशोरीजी का पूरा वजूद अपनी गहन पुजीभूत 'इटॅसिटी' से खीचता है चाहे वे उनकी आखें हो या उनके दुवले निरंतर गतिशील सवेदनशील हाथ । उनके शब्दो मे भी वही साफगाई और स्नायवीय आवेग है जो उनके स्वरो मे हमे बाधता है पर जहा उनके शब्दो के पीछे उनके विवेकपूर्ण चेतन क्षणो का तक्सगत सुथरापन है ? उनके स्वरा के पीछे भावनाओं का वह प्रबल उफान है, जो सारे कला सबधी पूर्वग्रहो, घारणाआ की ऐसी की तैसी करता हुआ श्रोताओ पर विशुद्ध रस के रूप मे नियर बरसता है । किशोरीजी के पूरे व्यक्तित्व में इन दोना तत्त्वो की सतत टकराहट और विचित्र अंतर्गुम्फन है ।
इस बार उन तक पहुचने का मेरा पासपोट उनके साथ उनकी प्रिय शिष्या माणिक भिडे थी, जिनकी सतत निश्छल मुस्कुराहट और अपने 'गुरुजी' के पति अगाध स्नेह और वात्सल्यपूर्ण अनुशासन का भाव किशोरीजी की प्रचड स्नायवीय ऊजा को बहने के लिए एक सहज सुबुमार मानवीय धरातल देता जाता है । पहले रोज जब मैंने माणिक्जी से डरते डरते किशोरीजी का इंटरव्यू लेन की बात की थी तो वे हस कर बोली-- हा हा क्या नहीं ?" पर फिर तुरत कुछ धीमे स्वर म जोडा -- पर जरा रुक् कर, उनम परमिशन लेने का भी खास मौका होता है वर्ना बात वही - उ होने हाथ से खलास' का इशारा किया । अगले दिन आदत के अनुसार मैं समय से कुछ पहले ही वहा पहुच गई थी । किशोरीजी तैयार हो रही थी, में ठिठनी पर उन्होने बडी सहजता से इशारा किया, 'बैठो न!' मैं कुर्सी पर सतर हो बैठी। किशोरीजी ने दो चार छोटे मोटे बम निबटाए, काफी के लिए फोन किया । फिर जाकर गगुवाईजी से मिलीवे बगल के स्वीट में टिकी थी और उनके कार्यक्रम से पहले ही किशोरीजी को सत्य से आशिक साक्षात्कार / ३७
लौट जान । था । यह सब होते-हवाते माणिकजी भी नहा धोवर निकल आई थी। कुछ स्थिरता आई ।
'बोलो, क्या पूछना है ?" किशोरीजी मवें सिकोडे ताक रही थी- 'वँसे इटरव्यू का मुझे कोई बहुत अच्छा अनुभव नहीं है ।' मुझे बहाना मिल गया था प्रश्न न पूछने का तुरत मैंने सुभाव दिया कि प्रश्नात्तर की फामल श्रृंखला के बजाय क्यो न वे बालें और मैं लिखती जाऊ ? ठीक ह', वे राजी हुई फिर मुडकर बैर से कहने लगी कि क्या वह अडा-वडा ले जाया है -- उन्होने कहा नही या कि सिफ गम टोस्ट-~- और यह काफी है ?" उन्हाने हिकारत से वेतली वा ढक्वन उठाया - एक्दम कुनकुनी बैरा नम्रता से कुछ कहने जा रहा था कि वे हस पड़ी - भैया यह आडर तो हमारा हा ही नहीं सकता, हमने वेजी टेरियन डायट को सुबह पहले ही कहा था या नहीं ?" कोध कपूर सा उड गया था। घबराया बरा विनम्रता से दूसरी ट्रे ताने का वायदा करता छूट भागा'हा तो तुम मुझे संगीत पर बोलने को कह रही थी आश्चयजनक सहजता से उन्होने फिर से छूटा सून सहेज लिया। रिकाड करोगी क्या " उन्होने झोले म रखेटेपाडर की तरफ इशारा किया । मैं सिटपिटाई - जी लाई तो थी पर मुझे लिखने से ज्यादा भरोसा रहता है छोर पकड पाने वा-टेप से कुछ, बिल्कुल सही है एक ता आदमी चौकना ज्याद हो जाता है। अजीब बात है कि मेरी बात जब जब टेप कर ली गई - टेप गडबडा गया या कोई मशीनी नुक्स आने से मशीन ठप हो गई । रिस्क लेना चाहो तो कर लो - वे बच्चो की सी शरारती हसी इसी । वही बफ पिघल रही थी । एक सहजता, एक बहाव आ चला था । एक बात और वे बोली 'मुझसे बात दोहराने को मत कहना, यह जो मैं बोल रही हू न, मेरी बात सीधे मेरे अततम से आ रही है समझीस्टेट फ्राम माय हाट -- यह मैं अपने संगीत की ही तरह दोहराऊगी नही यह हर बार नहीं होता, पर इस वक्त है। अपनी तजनी माथे के बीच टकर चे ध्यानस्थ हुईं, यह उनकी चिर परिचित मुद्रा है। ध्यान की तमयता एका कला माने सजना-माने एक प्रक्रिया । मानती हो ? तो मेरे लिए बहन यह प्रतिक्रिया मेरी कलाकार की वैयक्तिक चीज हो नही, यह इस सृष्टि भर वे मूल से जुडी हुई है । एक् चरम सत्य है जिसे हम देख तो नही पाते, पर वह है। यह हमारे भीतर एक पक्का भरोसा है ~ और सारी क्ला ही क्यो सजनात्मक्ता चाहे वह कलाकार की हो या एक वैज्ञानिक को उसी सत्य की तलाश की प्रक्रिया है। एक विराट क्षेत्र है जहा अपने-अपने
३८ / कला विनोद |
नई दिल्ली। बुधवार रात आइपीएल-9 के एलिमिनेटर मुकाबले में हैदराबाद ने कोलकाता नाइट राइडर्स को 22 रन से हराकर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस मैच में यूं तो काफी ऐसे पल आए जिसने कोलकाता को बैकफुट पर ढकेला लेकिन एक बात ऐसी रही जिसने हैदराबाद को हमेशा कोलकाता से आगे रखा। क्या थी ये रणनीति आइए जानते हैं।
दरअसल, टी20 क्रिकेट में पावरप्ले के अलावा अंतिम 5 ओवर काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इन्हीं ओवरों में कई बार रनों का आंकड़ा फर्श से अर्श पर जाता हुआ नजर आता है तो कई बार रन रेट अर्श से फर्श पर आ गिरता है लेकिन हैदराबाद की रणनीति ने उन्हें इस मामले में दो बार आगे रखा। पहला तब जब वो बल्लेबाजी कर रहे थे और दूसरा तब जब वे गेंदबाजी कर रहे थे, दोनों ही मौकों पर अंतिम पांच ओवरों में उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। जब बल्लेबाजी की तो 15 ओवर तक उनका स्कोर 109/3 था लेकिन अंतिम 5 ओवरों में 53 रन बनाकर स्कोर 162 तक पहुंचा दिया। वहीं, जब गेंदबाजी करने आए तो कोलकाता की टीम का स्कोर 15वें ओवर तक 110/4 था लेकिन अगले 5 ओवर में हैदराबाद ने उनके 4 विकेट गिराए और महज 30 रन ही बनने दिए। इसके साथ ही उन्होंने 22 रन से मैच जीता और फाइनल की उम्मीदें कायम रखीं।
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नई दिल्ली. SSC Constable GD Result revised: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने जीडी कांस्टेबल का रिवाइज्ड रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी कर दिया है. ऑफिशियल वेबसाइट crpf. gov. in पर जारी रिवाइज्ड रिजल्ट की मानें तो कुल 19,734 अभ्यर्थी पीईटी एग्जाम के लिए सफल हुए हैं. 19,734 में 8,588 महिला उम्मीदवार हैं, जबकि 11,146 पुरुष उम्मीदवार हैं. एसएससी जीडी कॉनस्टेबल रिवाइज्ड रिजल्ट चेक करने पूरा स्टेप्स ऑफिशियल वेबसाइट पर दिया गया है. अधिक जानकारी अभ्यर्थी आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं.
कर्मचारी चयन आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी एक लेटेस्ट नोटिस की मानें तो आयोग द्वारा इस भर्ती के जरिए कुल 60210 पदों पर नियुक्तियां की जानी थी, लेकिन कुछ राज्यों में भर्तियों की रिवीजन की वजह से आयोग द्वारा पीईटी यानी कि फिजिकल एग्जाम के लिए रिवाइज्ड रिजल्ट जारी किया गया है. आपको बता दें कि पीईटी एग्जाम के लिए कुल 10 गुना अभ्यर्थियों को एग्जाम के लिए बुलाया जाएगा.
आपको बता दें कि कर्मचारी चयन आयोग ने 60 हजार कॉन्स्टेबल पदों पर भर्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन ऑफिशियल वेबसाइट जनवरी 2020 में जारी किया था. जबकि एग्जाम फरवरी में आयोजित किया गया था. लिखित परीक्षा में लगभग 50 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थें. फिजिकल एग्जाम के बाद अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा. अधिक जानकारी अभ्यर्थी आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं.
- एसएससी कॉन्स्टेबल जीडी रिवाइज्ड रिजल्ट चेक करने के लिए सबसे पहले आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जायें.
- आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें.
- अपना रोल नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर और डेट ऑफ बर्थ इंटर कर सबमिट करें.
- एसएससी कॉन्स्टेबल जीडी रिवाइज्ड रिजल्ट आपके सामने होगा.
- एसएससी कॉन्स्टेबल जीडी रिवाइज्ड रिजल्ट की एक प्रति डाउनलोड कर अपने पास रख लें, क्योंकि भविष्य में इसकी जरूरत पड़ेगी.
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शब्दार्थ- -कृतिया= कृत्रिम, बनावटी, कल्पित । सूत्र = वाणी, मन्त्र । सोई = वही कल्पित। पेटा=अंतःकरण । वाहुक=सामान्य लोगों को । संकेता = इशारा । खग=पक्षी। पाछे=भूतकाल । बिन परचै= बिना परख ।
भावार्थ - धर्मग्रन्थों की कृत्रिम वाणियों ने यह बयान दिया है कि आकाश में एक स्वर्ग-लोक है, जिसमें रहने वालों की आयु पचास लाख वर्षों की होती है अर्थात स्वर्गीय लोग बहुत दिनों तक जीते हैं ॥ 1 ॥ ऐसे ही धर्मग्रन्थों की कल्पित वाणियों को पढ़कर नाना मत के गुरु लोग ऐसा बढ़ा-चढ़ा कर स्वर्ग का वर्णन करने लगे कि मानो वे स्वयं प्रत्यक्ष देखकर आये हैं ॥ 2 ॥ धर्मग्रन्थों की ऐसी कल्पित बातें साधारण जनता के मन में पैठ गयीं । भ्रामक गुरुओं के इशारे से जनता भ्रम में पड़ गयी ॥ 3 ॥
सद्गुरु कहते हैं कि तुम स्वर्ग रूपी कल्पना के उस पक्षी को खोजने के चक्कर में पड़े हो जिसके विषय में पीछे के पण्डितों ने अगम- अपार वाणियां कही हैं । परन्तु बिना परख के तुम इसकी वास्तविकता कैसे जान सकोगे ? तुम्हारा स्वर्ग का अहंकार झूठा है ॥ 57 ॥
व्याख्या - सूत्र उस वाणी को कहते हैं जो अपनी विषय-वस्तु को संक्षेप में बता दे। यहां सूत्र का सरल अर्थ मंत्र तथा वाणी है। कृतिया का अर्थ है कृत्रिम एवं बनावटी । धर्मग्रन्थों में यह बनावटी तथा नकली बातें हैं कि आकाश में एक स्वर्गलोक है । यह सूत्र कृतिया है, अर्थात यह वाणी नकली है कि एक स्वर्गलोक है और उसमें रहने वाले पचास लाख वर्ष जीते हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि यहां भारतीय स्वर्ग की कल्पना की ही आलोचना है; क्योंकि भारतीय स्वर्गवादी ही यह मानते हैं कि स्वर्गस्थ जीव चाहे कितने ही युग स्वर्ग में रह ले, उसे पुनर्जन्म में इस पृथ्वी पर आना ही है। अभारतीय स्वर्गवादी जैसे ईसाई, मुसलमान आदि पुनर्जन्म न मानने से वे यह मानते हैं कि जो जीव एक बार स्वर्ग या नरक में गया वह वहां का सदा निवासी हो गया । अतएव उन्हें स्वर्ग से लौटने की बात ही नहीं है। यह तो भारतीय मूल पौराणिकों के स्वर्ग से जीव संसार में आते हैं, वे चाहे ब्राह्मण के स्वर्ग के हों या श्रमण के ।
इसका यह अर्थ नहीं है कि कबीर साहेब ईसाई, मुसलमानादिकों के स्वर्ग का खण्डन नहीं करते हैं। उनकी दृष्टि से इस लोक से अलग स्वर्ग की कल्पना ही व्यर्थ है, वह चाहे जिसके द्वारा की गयी हो । भारतीयों के स्वर्ग की समीक्षा यहां इसलिए है, क्योंकि वे भारतीयता एवं विशेषतर हिन्दू संस्कृति, धर्म एवं पौराणिक माहौल में पले थे। उन्होंने इन्हें ही निकट से जाना-समझा था, इसलिए सारी बातें इन्हीं को लेकर अधिकतर कहा था । |
(ब्यूरो कार्यालय)
नई दिल्ली (साई)। देश में जानलेवा कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं. अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म 'द मॉर्निंग कंसल्ट' के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रूवल रेटिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन समेत दुनिया के 13 राष्ट्र प्रमुखों को पीछे छोड़ दिया है.
सर्वे में पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग 71% है. 13 से 19 जनवरी के बीच कराए गए इस सर्वे में भारतीय प्रधानमंत्री दुनिया के कई राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों से काफी आगे हैं. पीएम मोदी ने मैक्सिकन राष्ट्रपति आंद्रे मैनुएल लोपेज ओब्राडोर, इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई बड़े नेताओं को लोकप्रियता के ग्राफ में पीछे छोड़ दिया है. इस बार के सर्वे में अमेरिकी राष्ट्रपति छठे नंबर पर और ब्रिटिश प्रधानमंत्री 13वे पॉजिशन पर हैं.
बता दें कि अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म द मॉर्निंग कंसल्ट हर देश के वयस्कों के बीच सर्वे कर ये रैकिंग तैयार करती है. नवंबर में कराए गए पिछले सर्वे में भी पीएम मोदी की लोकप्रियता सबसे ज्यादा थी.
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अधोवायु और मलमूत्र छींक, डकार, आंसू, वमन और शुक्र, इनके वेगको रोकना, शीतल, कषेले चरपरा, कडुए हलके, और रूक्ष, तथा सूखे साग इनको तथा मोरका मांस भक्षण, और हाथी, घोड़ा, और रथ, इनमें सवारी करना ये सर्व वस्तू प्रावृट् ऋतु में वर्जित कहीं है ।
वर्षांसुगेहं निचितंसुयुक्तंपानेजलं सारसमावृतं वा । स्यात्पञ्चकोलंसततं च सेव्यं तैलंतिलानामपियोजनीयम् ॥ स्निग्धंतथाम्लंपिशितं च सेव्यंपथ्याच सेव्यासहसैंधवेन । धूपप्रयुक्तंशयनं च कुर्यादुद्वर्तनं कौंकुमकंरजन्या ।। अर्थ-वर्षाऋतु में अनेकप्रकारके पदार्थोंसे चित्रविचित्र उत्तम भवनमें रहना चाहिये । और पीनेको जलढके हुए सरोवर या बावडीका पीना चाहिये। पंचकोल और तिलका तेल सेवन तथा चिकना, खट्टा पदार्थ, मांस, और सैंधानिमकमिला हरडका चूर्ण सेवन करना चाहिये । तथा अगर मृगमदआदिकी धूनी रक्खीहो ऐसे स्थान में शयनकरना तथा हलदी और केशरकी देहमें मालिस करना उचित है ।
मानंविधायपरिहृत्यपराङ्मुखीभिः कादम्बिनीसमयगर्जितकातराभिः । आलिङ्गितोऽतिरभसातुरकामिनीभिर्धन्यः स्वहर्म्य समयेविचिनोतिनिद्राम् ॥
अर्थ- मानकरके विमुख माननी अपने प्यारेको परित्यागकरके बैठी फिर मेघमालके उमडघुमड कर गर्जनसे कातर ( कायर ) ऐसी कामिनियोंने आतुर होकर शीघ्र आलिंगन करा इसप्रकार अपनी प्यारीन्को छाती से छातीको लगाय इस वर्षाऋतु में अपने महलों में निद्रा लेते हैं वो धन्य है ।
जलधरजलधारासीकराणामगम्यं शिशिरपवन पृथ्वी वाष्प संसर्गयुक्तम् ।। धवलनिलयपृष्ठनित्यमारुह्यतिष्ठे दगरुसुरभिवस्त्रप्रावृताङ्गोमनुष्यः ॥
अर्थ- जलधर जलधाराके वोछार ( जो कणकासे उडते हैं) जहां जाने न पावे एवं शीतलपवन, और वाफके संसर्गयुक्त पृथ्वी होती है, अतएव उज्ज्वल महलोंके ऊपर रहना चाहिये । तथा मनुष्यको अगरकरके सुगंधित वस्त्रोंसे अंगोंको ढका रखना चाहिये ।
आदानग्लान वपुषामग्निःसन्नोपिसीदति । वर्षामुदोषैर्दुष्यन्तितेम्बुलम्बाम्बुदेऽम्बरे ।। सतुषारेणमरुतासहसाशीतलेन च । भूवाष्पेणाम्लपाकेनम लिनेनचवारिणा ॥ वह्निनैवचम - न्देनतेष्वित्यन्योऽन्यदूषिषु । भजेत्साधारणं सर्वमूष्मणस्तेजनंचयत् ॥
अर्थ - आदान कालके परिवर्त्तनसे ग्लानयुक्त देह जिन्होंके ऐसे पुरुषोंके अनि मंदहोकर शांति होती है, वर्षाऋतु में जब मेघ जलके भारसे लंबायमान होते हैं उस समय दोषदूषित होते हैं, अतएव अमिशांति होती है तथा सतुषार पवनका एकसाथही शीतल होनेसे अभ्यंतरवायु दूषित होती है, तथा पृथ्वीकी गरमीके निकलनेसे और जलोंके अम्लपाक होनेसे पित्त दूषित होता है, तथा जलोंके गदले होनेसे ( अर्थात् लूतादि तंतु मलमूत्रादिके मिलापसे वर्षाका जल दूषित होताहै, और कालके स्वभाव से ) मंदामिकरके कफ दूषित होताहै, इसप्रकार इस वर्षाऋतु में वातपित्त कफ एकही कालमें परस्पर दूषित होते हैं । इसीसे अन्योन्य दूषित होनेवाले दोषोंके एकही साथ प्रशमनकर्त्ता सब साधारण वस्तु और जो जठराभिको प्रबल कर्ता पदार्थ है उनका सेवन करे, इसमेंभी अमिदीपन करना मुख्य है ।
आस्थापनंशुद्ध तनुर्जीर्णधान्यंरसाकृतान् । जाङ्गलंपिशि तंयूषान्मध्वरिष्टंचिरंतनम् ॥ मस्तुसौवर्चलाढ्यं वा पंचको लावचूर्णितम् ।। दिव्यंकौपंशृतंचाम्भोभोजनंत्वतिदुर्दिने ।। व्यक्ताम्ललवणस्नेहं संशुष्कंक्षौद्रवलघु ।
अर्थ-वमन विरेचनादिसे शुद्धदेह जिसका ऐसा पुरुष आस्थापन ( निरू हण बस्तीका ) सेवन करे तथा पुराने यव गेहूं आदि धान्य, स्रेह शुंग्यादि युत मांसरसोंका तथा जंगली हरिण ससे आदिके मांसका, यूषोंका, तथा पुराने मधु और अरिष्ट (मद्यके भेद ) कालानिमक और पंचकोल (पीपल, पीपलामूल, चव्य, चित्रक, और सोंठका चूर्ण ) मिली छाछ, आकाश से वर्षा और कूआका ओटाहुआ जल इतनी वस्तुओंका सेवन वर्षाऋतु में करे तथा जिसदिन बादलोंसे आकाश घिराहो उसदिन खट्टेनोनके और
१ शान्तेग्नौम्रियतेयुक्तेचिरंजवित्यनामयः । रोगीस्याद्विकृतेमूलमग्निस्तस्मान्निरुच्यते इति ।
चिकिने ऐसे भोजन प्रधान जिसमें तथा शुष्क और सहतमिले तथा हलके ऐसे पदार्थ सेवन करने चाहिये ।
अपादचारीसुरभिः सततंधूपिताम्बरः । हर्म्यपृष्ठेवसेद्वाष्पशीतशीकरवर्जिते ।।
अर्थ - इस वर्षाऋतु में मनुष्य पैरोंसे न विचरै किंतु सवारीमें बैठकर आवेजाय, सुंदर गंधयुक्त जलसे स्नानशीतलहो, सुगंधित वस्त्रोंको धारण कर्ता, तथा भाप, शीत और शीकर ( वोछार ) रहित ऐसे महलोंके ऊपरले भागमें रहना चाहिये ।
नदीजलोदमन्थाहःस्वप्नायासात पांस्त्यजेत् ।
अर्थ-नदियोंका जल, जलमें भीगे और घृतमिले सत्तू ( किंतु तक्रादिसंयोग से सत्तूखाने चाहिये ) निद्रापरिश्रम और धूपमें डोलना त्यागदे । ग्रन्थान्तरेतु ।
अयेवालेभजेन्नारींप्रौढांमेघेसुगर्जति । कायस्थांद्राविडींगौरी रसालांनवयौवने ।। शिवमुष्णोदकंस्नानंघृतपानंपरूषकम् । चारमज्जादनंद्राक्षांप्रशंसंतिविचक्षणाः ॥
अर्थ-वर्षाऋतु में जिससमय मेव गर्जनाकरे उसी समय प्रौढास्त्रीसे रमण करना, हरड, इलायची। हलदी, और सिखरनका सेवन करना, तथा आमला गरमजल से स्नान, घृतपीना, फालसें चिरोंजी और दाख इनका सेवन हित है ।
भजेच्छिवांगुडेनसेंधवंयथेष्टभोजनम् । पटोलमौद्भिदंजलं कपित्थदाडिमीफले ॥ उपोदिकापलांडुनारिकेलतैलसट्टकान् । सितोपलामयेशरत्सरोजलोचनेप्रिये ॥
अर्थ- हे प्रिये वर्षाऋतु में गुडयुक्त हरडका सेवन, सैंधव नोन, यथेष्ट भोजन परवल औद्भिद जल, कैथ, अनार, पोईका साग, काँदे, सट्टक, गिरीका तेल मिश्री, ये पदार्थ सेवन करने चाहिये ।
शृतंदुग्धंचधान्याकमग्रिसेवाचवास्तुकः । पद्मवीजंचखर्जूरं बीजपूर मारिषः ॥ महाकोशातकीच असुपक्कंकरमर्दकम् । तूतमञ्जीरकं पक्कं सुपक्कंबदरीफलम्। आम्रमामंतथापक्कंनारिके१३३
लंगवांपयः । दुग्धमाज्यंजलंदिव्यंपनसः कदलीफलम् ॥ दधिकोशातकीखंडतक्रगोधूममुद्रका । पायसंलप्सिकापूपः पष्टिकारक्तशालयः । कुंडिलीपोलिक फेनीमोदकास्तैत्तरंपलम् । वार्त्तिकंहारिणंशाशंछागं चैवामिषंवरम् ॥ क्षुद्रमत्स्यास्तथा हम्यिशयनललनोत्तमे । मनुष्याणांहितायतेवर्षतस्युरहर्निशम् ॥
अर्थ- गरमकरा दूध, धनियां, अग्रिके पास देह सेकना, वथुएका साग, कमलगट्टा, खजूर, विजोरा, मारिष साग, गलकातोरई, चूकाका साग, पकेहुए करोंदा, सहत्त, अंजीर, पके बेर, कच्चा आम, वा पकाआम, नारियल, गौका दूध, बकरीका दूध, वर्षाका जल, पनस, गहर, दही तोरई, खांड, छाछ, गेहूं, मूँग, दूधकी खीर, लप्सी, पूआ, सांठीचावल लाल चावल, जलेबी, पूरी, फेनी, लड्डू, तीतरका, बढेरका, हरिण, शशा, बकरी इनका मांस, छोटीमछली, और घरमें शयनकरना, ये वर्षाऋतु में हितकारक जानने ।
वर्षाऋतु में अपथ्य ।
गोजिह्वांडिडिसंचामंमन संचिर्भटंगुडम् । मकुष्टंकर्कटीं पक्कां भंगांचित्रफलंतथा ॥ वृन्ताकंत्रपुसंपकंपकंचापिकलिंगकम् । तौपारंपाल्वलंनीरकैदारंतटिनीभवम् ।। दिवानिद्रांचमायू मांसं पौर्वसमीरणम् । वृष्टिघर्म श्रमावृक्षं शीतं चैवाशनंप्रिये । वर्जयेदरविन्दाक्षिवर्षत्तौमनुजोऽनिशम् ।
अर्थ- गोभी, टेंडस, कच्चा पनस, चिर्भट ( चिरवा ) गुड, मोठ, पकी काकडी ( फूट ) भांग, चित्रफल, ( सैंध ) बैंगन, पके आर्याकी फूट, पका तरबूज, तुषारका किंवा छोटी तलैयाका पानी, खेतका पानी नदीका पानी, दिन में सोना, मोरका मांस, पूर्वकी पवन, वर्षा में खडा रहना, धूपमें खड़ा रहना, परिश्रम करना, रूखा और शीतल पदार्थका भोजन ये वर्षाऋतु में वर्जित है ।
इति श्री बृहन्निघंटुरत्नाकरे वर्षर्तुवर्णनं समाप्तम् ।। |
Uttarakhand Election 2022 भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे छह बागियों को निष्कासित कर दिया है। इनमें रुद्रपुर से विधायक राजकुमार ठुकराल और धनोल्टी से पूर्व विधायक महावीर सिंह रांगड़ शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादूनः Uttarakhand Election 2022 भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे छह बागियों को निष्कासित कर दिया है। इनमें रुद्रपुर से विधायक राजकुमार ठुकराल और धनोल्टी से पूर्व विधायक महावीर सिंह रांगड़ शामिल हैं। इनके अलावा डोईवाला से जितेंद्र नेगी, कोटद्वार से धीरेंद्र चौहान, भीमताल से मनोज शाह और कर्णप्रयाग से टीकाप्रसाद मैखुरी को भी पार्टी से निष्कासित किया गया है।
प्रदेश की 14 विधानसभा सीटों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ भाजपा के बागी कार्यकत्र्ता मैदान में हैं। बागियों की संख्या इससे कहीं अधिक थी, लेकिन पार्टी डोईवाला, कालाढूंगी, घनसाली व पिरान कलियर सीटों पर अपने सात कार्यकत्र्ताओं को मनाकर उनकी नाम वापसी कराने में सफल रही। बावजूद इसके 14 सीटों पर अभी भी बागी मैदान में मोर्चा संभाले हुए हैं। इन्हें मनाने के लगातार प्रयास के बावजूद जब बात नहीं बनी तो पार्टी ने पहले चरण में छह कार्यकत्र्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर इन छह पार्टी कार्यकत्र्ताओं को निष्कासित किया गया है। उन्होंने कहा कि दल में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादूनः प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 10 फरवरी से लेकर सात मार्च तक एग्जिट पोल पर रोक रहेगी। प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा चुनाव के संभावित परिणाम के प्रकाशन अथवा अन्य तरीके से उसके प्रचार-प्रसार पर पूर्ण रोक रहेगा।
राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत साधारण निर्वाचन से संबंधित मतदान क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के लिए निर्धारित समय के 48 घंटों की अवधि के दौरान ओपिनियन पोल या अन्य किसी मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामले के प्रकाशन या प्रदर्शन पर प्रतिबंध रहेगा।
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गोरखपुर से लखनऊ की राह अब और आसान होने जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर. .
UPPSC एसीएफ-आरएफओ मेंस की परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए कब क्या है परीक्षा की तारीख. .
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) में 12वीं और 10वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर आई है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर. .
कुशीनगर एयरपोर्ट की जांच पूरी हो चुकी है। जानिए अब किस दिन से भरी जाएगी उड़ान। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर. .
भारतीय वायुसेना आज 88वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर वायुसेना प्रमुख ने कई वायुवीरों का सम्मान किया है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर. .
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न्यायपालिका :: 801
की व्यवस्था के प्रावधानों से इसका क्षेत्र पर्याप्त रूप से सीमित हो जाता है। यहां ऊपर जिन सिद्धान्तों का उल्लेख किया गया है उनकी संक्षिप्त व्याख्या करने से यह समझना सम्भव होगा कि किस प्रकार न्यायिक पुनरावलोकन की कार्यविधि का सिद्धान्त इसके क्षेत्र का महत्वपूर्ण नियामक बन जाता है।
'कानून द्वारा स्थापित प्रक्रिया के सिद्धान्त के अनुसार न्यायालयों को केवल संविधान की धाराओं की शाब्दिक व्याख्या करनी होती है अर्थात न्यायालय केवल कानून के शब्दों (letter of law) को ही देख सकते है। कानून बनाने वालों की उस कानून के बनाने के पीछे क्या भावना थी, उन्हें इसकी जांच करने का अधिकार नहीं होता है। कानून जो कहता है केवल उसी के अनुरूप निर्णय करना होता है। इसमें कानून का क्या प्रभाव पड़ता है यह भी न्यायालय नहीं देख सकते है। इसका आशय यही है कि न्यायालयों के द्वारा कानून को नया अर्थ नहीं दिया जा सकता । भारत में यही सिद्धान्त अपनाया गया है। भारत के संविधान में 42वा संशोधन करके न्यायपालिका के म्यायिक पुनरावलोकन के अधिकार क्षेत्र को सीमित करने के पीछे एक दलील यह दी गई है कि न्यायालय 'कानून द्वारा स्थापित प्रक्रिया के सिद्धान्त से हटकर 'कानून की उचित प्रक्रिया के सिद्धान्त की तरफ बढ़ने लगे थे । अर्थात न्यायालय कानून को देखने के अलावा कानून के बनाने वालों की भावना और उसके प्रभावों तक का निर्णय में ध्यान रखने लगे थे। इस सिद्धान्त के अनुसार न्यायिक पुनरावलोकन के निष्पादन में न्यायालय केवल कानून के शब्दों का अर्थ करने तक सीमित रहते है।
'कानून को उचित प्रक्रिया के सिद्धान्त में न्यायालय न्यायायिक पुनरावलोकन करते समय कानून के शब्दों से आगे बढ़कर यह भी देखते हैं कि कानून बनाने वालों का कानून बनाते समय क्या मन्तव्य और भावना थी ? इसके साथ यह भी देखा जाता है कि कानून सम्पूर्ण सामाजिक व्यवस्था के ऊपर क्या प्रभाव रखता है अर्थात इस सिद्धान्त मे न्यायाधीश कानून की साम्या (equity) या औचित्यता की भी जांच कर सकते है । अतः इस सिद्धान्त के प्रयोग मे न्यायाधीश निम्नलिखित तीन बातों को ध्यान में रखकर निर्णय करते है - ( 1 ) कानून के शब्द ( letter of law), (2) कानून के पीछे मन्तव्य ( spirit behind law), (3) कानून की साम्या (equity), या औचित्यता ।
उपरोक्त विवेचन से यह स्पष्ट है कि 'कानून द्वारा स्थापित प्रक्रिया में केवल एक हो वात की जांच करने का न्यायालयों को अधिकार होता है कि कानून के शब्द क्या कहने है। जबकि दूसरे सिद्धान्त में इसके साथ ही निर्णय करते समय यह भी ध्यान में रखा जाता है कि कानून का कुल मिलाकर सम्पूर्ण समाज व्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है ? अतः प्रथम सिद्धान्त न्यायिक पुनरावलोकन का क्षेत्र सीमित कर देता है। जबकि दूसरा सिद्धान्त इसके क्षेत्र को व्यापकतम बना देता है। अमरीका में दूसरे सिद्धान्त के प्रयोग के कारण ही न्यायालयों को श्रेष्ठतर और उच्चतर व्यवस्थापिका (super legislative) तक का नाम दिया जाता है ।
न्यायिक पुनरावलोकन के क्षेत्र के विवेचन में उपरोक्त वातों के अलावा यह भी ध्यान देने की बात है कि शासन व्यवस्था संघात्मक है या एकात्मक । अगर शासन व्यवस्था |
- तस्वीरों में ही रह गया खूबसूरत नेपाल!
उत्तर में पहाड़ और दक्षिण में विशाल झील से घिरा गोसरई कुंड भी बेहद आकर्षक पर्यटन स्थल है. गोसरई कुंड में सरस्वती भरव, सोर्य, गणेश कुंड जैसी नौ प्रसिद्घ झीलें हैं. रॉयल चितवन राष्ट्रीय उद्यान में आप नेपाल की विशाल प्राकृतिक संपदा देख सकते हैं.
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मीना- मैं बहुत खूबसूरत हूं, गोरी हूं, देखने में बिल्कुल प्रियंका जैसी हूं।
हालांकि, रात में सांवली दिखती हूं। इसके लिए चेहरे पर क्या लगाकर सोना है।
सेल्समैन- सर कॉकरोच के लिए पाउडर लेंगे क्या?
संता- नहीं हम कॉकरोच को इतना लाड प्यार नहीं करते।
आज पाउडर लगा देंगे, तो कल परफ्यूम मांगेगा।
पिंटू- मेरे फोन का बिल बहुत ज्यादा आया है। इतनी तो मैंने बात भी नहीं की।
एयरटेल ऑफिस- अच्छा आपका प्लान क्या है?
पिंटू- अभी तो मार्किट आया हुआ हूं। शाम को दारू. . ...आप अपना बताइए।
ड्राइवर- पर मेम साहब, यह तो मेरी टैक्सी है। इसे क्यों भगाऊं?
गर्लफ्रेंड- फोन पर इतनी धीमी आवाज में किससे बात कर रहे हो?
बाॅयफ्रेंड- बहन है।
गर्लफ्रेंड- तो फिर इतनी धीमी आवाज में किसलिए?
बाॅयफ्रेंड- तेरी है इसलिए।
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Darbhanga: जिले के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जमकर बवाल हुआ. घटना शुक्रवार की देर रात की है. जानकारी के अनुसार जूनियर मेडिकल स्टूडेंट्स और प्राइवेट मेडिकल दुकानदारों के बीच जमकर मारपीट की घटना घटी. इस दौरान कई मेडिकल दुकानों में आग लगा दी गई है, जिसमें 4 लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं. वही 40 लाख रूपये की दवा जलकर राख हो गई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत कराया. फिलहाल पुलिस जांच की बात कर रही है.
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अग्निपथ भर्ती स्कीम का विरोध शुक्रवार को भी जारी था। इस कारण कई जगहों पर ट्रेनों को रद्द किया गया। भागलपुर में अग्निपथ के विरोध के कारण एक दो नहीं बल्कि 29 ट्रेनों को रद्द किया गया। भागलपुर रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर राजीव शंकर ने बताया कि भागलपुर से 29 ट्रेन को रद्द किया गया है। वहीं 11 ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट किया गया। एक का रुट बदला गया है। भागलपुर में तो सुबह से ट्रेन नहीं चली है।
आंदोलने के कारण जिन 29 ट्रेनों को रद्द किया गया है। उसका लिस्ट इस प्रकार है।
गोडडा रॉची एक्सप्रेस यह ट्रेन 17 को भागलपुर - किउल न जाकर दुमका-जसीडीह-कुल्टी लिंक के रास्ते रांची को जाएगी।
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योजनान्तर्गत निविदा निष्पादन की प्रक्रिया में है । तदोपरान्त अग्रतर कार्रवाई किया जाना संभव हो सकेगा ।
अतः उपर्युक्त वर्णित तथ्यों के आलोक में माननीय सदस्य से अनुरोध है कि वे अपना संकल्प वापस लेने की कृपा करेंगे ।
श्री विद्या सागर केशरी : सभापति महोदय, कुसमाहा से पोखरिया जो निर्माण होना है, वह
लगभग एक साल से संवेदक टाल-मटोल कर रहे हैं और कोई काम नहीं कर रहा है । माननीय मंत्री जी से कहना चाहेंगे कि एक बार संवेदक इस काम को कर दे, इसकी चिन्ता है, यह कब तक करा देंगे, माननीय मंत्री जी यह बता दें ।
श्री शैलेश कुमार, मंत्री : जल्द से जल्द करवा देंगे ।
सभापति ( श्री मो0 नेमतुल्लाह) : संकल्प वापस लीजिए ।
श्री विद्या सागर केशरी : महोदय, मैं अपना प्रस्ताव वापस लेता हूँ ।
सभापति(श्री मो0 नेमतुल्लाह) : सदन की सहमति से माननीय सदस्य का प्रस्ताव वापस हुआ ।
क्रम संख्या-19 : श्री चन्द्रशेखर
श्री चन्द्रशेखर : सभापति महोदय, मैं प्रस्ताव करता हूँ कि
"यह सभा राज्य सरकार से अभिस्ताव करती है कि वह किसान हित में प्रतिवर्ष 15 ( पन्द्रह) नवम्बर से धान की अधिप्राप्ति को व्यवहारिक कराने हेतु नमी के मानक नियमों में आवश्यक परिवर्तन करावे अथवा वैकल्पिक व्यवस्था करावें । "
सभापति(श्री मो0 नेमतुल्लाह) : माननीय मंत्री, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण । माननीय मंत्री अभी नहीं हैं ।
श्री चन्द्रशेखर : महोदय, इतना महत्वपूर्ण संकल्प है और मंत्री जी नहीं हैं । सभापति( श्री मो0 नेमतुल्लाह) : माननीय कृषि मंत्री, आप जवाब दीजियेगा ?
श्री प्रेम कुमार,मंत्री : महोदय, पत्र आया था तो यह ट्रांसफर कर दिया गया है खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग में ।
क्रम संख्या-20 : श्री उपेन्द्र पासवान
श्री उपेन्द्र पासवान : सभापति महोदय, मैं प्रस्ताव करता हूँ कि
'यह सभा राज्य सरकार से अभिस्ताव करती है कि वह
बेगूसराय जिलान्तर्गत बखरी प्रखंड के वैरवा - शकरपुरा के मध्य नदी पर पुल का निर्माण करावें ।"
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स्पा बालों के लिए बेशक एक महंगा ट्रीटमेंट है लेकिन इस ट्रीटमेंट से बालों का काफी फायदा मिलता है। स्पा के बाद बाल ज्यादा चमकदार, सॉफ्ट और घने नजर आते हैं। इसके अलावा दोमुंहे बालों और डैंड्रफ की प्रॉब्लम भी दूर हो जाती है। तो अगर आप भी अपने बालों को खूबसूरत बनाए रखना चाहती हैं, तो हर 3 महीने में एक बार स्पा जरूर लें। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हेयर स्पा के फायदे और कैसे इसे घर में कर सकते हैं।
हेयर स्पा क्या है?
हेयर स्पा बालों की हेल्थ के लिए बहुत ही अच्छा ट्रीटमेंट होता है। जिसमें शैम्पू से लेकर कंडीशनर, तेल, मसाज और हेयर मास्क की प्रोसेस शामिल होता है। इससे बालों को जरूरी पोषण मिलता है और स्कैल्प की डीप क्लीनिंग भी हो जाती है।
हेयर स्पा ट्रीटमेंट से डैंड्रफ की प्रॉब्लम दूर होती है। दरअसल, डैंड्रफ की वजह मलेसेजिया ग्लोबोसा नामक फंगस होता है। अगर आप घर में हेयर स्पा करती हैं, तो इसमें आप नीम का इस्तेमाल कर सकती हैं। नीम में एंटी फंगल गुण मौजूद होते हैं, जो रूसी की समस्या दूर करने में बेहद असरदार होता है।
हेयर स्पा से बालों में नमी भी बरकरार रखी जा सकती है। घर पर स्पा करने के लिए नारियल तेल या नारियल दूध का इस्तेमाल करें, इससे बालों को सही मात्रा में पोषण मिलता है और उनमें नमी भी बनी रहती है।
हेयर स्पा से बाल गहराई से साफ हो जाते हैं जिससे उनमें एक अलग ही चमक नजर आती है। इसके बाद बाल ज्यादा सॉफ्ट नजर आते हैं।
हेयर स्पा बालों से जुड़ी कई सारी समस्याएं ठीक करता है। जिसमें सबसे मुख्य है झड़ते बालों से छुटकारा, तो हेयर स्पा कराते रहने से बालों का झड़ना कम होता है और बाल ज्यादा घने और खूबसूरत नजर आते हैं।
हेयर स्पा के दौरान सिर की मसाज भी की जाती है जिससे तनाव दूर होता है। तो हेयर स्पा रिलैक्सेशन के लिए भी एक बेहतरीन ट्रीटमेंट है।
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2. दिलीप वेंगसरकर (6 शतक)
गावस्कर के बाद कोई भारतीय बल्लेबाज वेस्टइंडीज के खिलाफ बढ़िया खेला हैं, तो वो हैं वेंगसरकर. वेंगसरकर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 शतक लगाए हैं. गावस्कर के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ उन दोनों के नाम 344 रनों की साझेदारी भी रहीं हैं.
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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नई दिल्लीः देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा कर रखा दिया है। लेकिन अब थोड़ी सी राहत मिलने लगी है। पिछले कुछ दिनों से नए संक्रमित मामलों में गिरावट देखी गई है। हालांकि मौत का आंकड़ा नहीं कम हुआ है। उसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
पिछले 24 घंटे में 2 लाख 59 हजार 551 नए संक्रमति मरीज मिले। इस दौरान 4209 लोग कोरोना से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार गए। हालांकि राहत की बता ये है कि इस बीच 3,57,295 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं।
यानीकि 1 लाख 1 हजार 953 एक्टिव केस कम हुए हैं। इससे पहले बुधवार को 2. 76 लाख नए केस दर्ज किए गए थे और 3874 संक्रमितों की जान गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक 32 करोड़ से ज्यादा लोगों के सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। जिसमें से 20 लाख लोगों का कल सैंपल टेस्ट किए गए हैं। जिसका पॉजिटिविटि रेट 13 फीसदी से ज्यादा रहा।
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1. 11 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 83 फीसदी से ज्यादा पहुंच गया है। एक्टिव केस में मामूली सी गिरावट आई है। देश में अब 12 फीसदी एक्टिव केस रह गए हैं।
तो वहीं कोरोना के एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक 19 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। जिसमें से कल करीब 14 लाख लोगों को टीका लगा। देश में टीकाकरण पिछले 125 दिन से चल रहा है।
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मेष राशि वालो को आज के दिन अचानक से धन प्राप्त हो सकता है. आज आपको अपने कार्य में सफलता मिल सकती है. आप अपने कार्य के प्रति जागरुक रहें साथ ही आप अपने आप पर भरोसा करे आप किसी भी कार्य को बहुत अच्छे तरीके से संपादित कर सकते हैं. आज कल आपके अंदर बहुत ही सकारात्म उर्जा है. प्रेमी जोड़ो के लिए आज का दिन बहुत ही अच्छा रहेगा. आप आने वाले किसी भी स्थिति का इंतजार न करे आप बाहर निकलकर नये मौकों की तलाश करे. अगर आप वैवाहिक जोड़े हैं और आप दोनों के बीच में बातचीत बंद है तो आप दोनो के बीच बातचीत हो सकती है. व्यवसाय के क्षेत्र में आप कोई नया कार्य़ शुरू कर सकते हैं. आने वाले दिनों में अपने व्यवसाय के बदौलत आपकी अपनी छवि अच्छी होगी.
अगर आप बाहर घुमने का मन बना रहे हैं तो यह यात्रा आपके लिए अच्छी होगी सफल होगी और लाभदायक होगी. आप कार्य व्यवसाय के नजरिये से आप बहुत उन्नति करेंगे. आपका प्रयास आपको उन्नति और कामयाबी दिलाएगा. आप किसी अच्छे पोजिशन पर पहुंच सकते हैं. आप सोची समझी रणनीति के तहत काम करे आपको फायदा मिलेगा. अचानक से कोई कार्य शुरू न करे. आप अपने व्यक्तित्व से किसी दूसरे को प्रभावित कर सकते हैं. आज आप जो भी कार्य करेंगे उसमें आपको सफलता मिलेगी. आपको अपनी प्रेमिका से कोई तोहफा मिल सकता है. आपके अपने रिश्तेदारों से कुछ अनबन हो सकती है. व्यवसाय के मामले में आपको सावधान रहने की जरूरत है. अनावश्यक कही निवेश न करे नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है. स्वास्थ आपका अच्छा रहेगा. भगवान गणेश की पुजा अर्चना किया करें.
यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आप आने वाले दिनों में किसी अच्छे पोजिशन पर पहुंच सकते हैं. आने वाले दिनों में आपको अपने मित्रों का साथ मिल सकता है. यदि आप गाड़ी या घर खरीदने वाले हैं तो यह समय आपके लिए बहुत ही अच्छा है. राजनीतिक क्षेत्र में आपकी पकड़ मजबूत होगी. अनावश्यक विवाद में पढ़ने परेशानियां बढ़ सकती है. विपरीत लिंग के प्रति आपका आकर्षण बढ़ सकता है. आपको अपने मित्र से मदद मिल सकती है. व्यवसाय के दौरान आपको अपने सख्त निर्णय लेने पड़ सकते हैं. जिससे आपके अपने करीबी नाराज हो सकते हैं. आज के दिन आप घुमने फिरने में व्यतीत कर सकते हैं. आपमें उर्जा संचित रहेगी जिससे कि आप मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे.
अगर आपका कोई विवाद है तो उसे दूर किया जा सकता है. आप कही घुमने जा सकते हैं जिससे आपको लाभ होगा. अगर आप किसी कार्य से बाहर की यात्रा पर हैं तो यह आपके लिए काफी लाभदायक होगा. जिससे आपको आने वाले दिनों में लाभ दिखेगा. आप अपने कार्य को लेकर थोड़ा परेशान रह सकते हैं. दांपत्य जीवन तनावपूर्ण रहेगा. जीवनसाथी के साथ आपके संबंध अच्छे नहीं रहेंगे. प्रेमी जोड़ो के लिए यह समय अच्छा है आपके संबंध मधुर होंगे. आपको एकाएक जोड़ों में दर्द हो सकता है. आपको अपने स्वास्थ के प्रति सचेत रहने की जरूरत है.
आपका मन प्रसन्न रहेगा. इस समय आपका भाग्य अच्छा साथ दे रहा है. इसलिए आप अनने मन का कार्य पूरा कर लें. इस समय आपको कामयाबी भी मिल सकती है. इस समय आपको आर्थिक लाभ का संयोग बन रहा है. आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी. प्रेमी जोड़ो के लिए यह समय काफी महत्वपूर्ण है. इनके जीवन में कोई बदलाव आ सकता है. आपके अपने जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध हो सकते हैं. व्यवसाय में थोड़ा विवाद हो सकता है. कोर्ट कचहरी का कोई मामला चल रहा है तो उसमें आपको सफलता मिल सकती है. आपको अपने कार्य में स्मार्च वर्क करने की जरूरत है. स्वास्थ के मामले में आपको कोई पुरानी बीमारी से परेशान हो सकते हैं.
आपको अचल संपत्ति के साथ सामाजिक मान सम्मान प्रतिष्ठा प्राप्त होने का अवसर प्राप्त होगा. राजनीतिक क्षेत्र में आपकी पकड़ मजबूत हो सकती है. आप अपने कार्य में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं. आपका शत्रु पक्ष समान्य रहेगा. प्यार के मामले में आप विपरीत लिंगीय व्यक्ति के प्रति आकर्षक आपके लिए संकट खड़ा किया जा सकता है. जीवनसाथी के साथ संबंधों में मजबूती आ सकती है. आर्थिक लेन-देन के मामले में आप सावधानी बरते. आप व्यवसाय के साथ नौकरी भी कर सकते है. अगर आप कही निवेश करना चाह रहे हैं तो आप वह भी कर सकते हैं. स्वास्थ को लेकर कोई गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है.
आपकी पारिवारिक स्थिति सामान्य रहेगी. घर परिवार में आपके संबंध अच्छे रहेंगे. एक दूसरे के प्रति आपकी भावनाएं अच्छी रहेगी. कामकाज को लेकर स्थितियां बेहतर होने वाली है. कामकाज के मामले में आपकी स्थिति अच्छी रहेगी. अगर आप व्यपार के साथ नौकरी करना चाहते हैं तो आपका पैसा कही रुक सकता है. प्रेम मामले में आपका संबंध अच्छा रहने वाला है. आपके दांपत्यजीवन में आपको विशेष आनंद मिलेगा. मित्रों के साथ उत्तम भोजन करने का अवसर आएगा. व्यवसाय के मामले में आपकी आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती है. आप अपने व्यवसाय में वृद्दि कर सकते हैं. आप इस समय किसी को अनावश्यक धन का लेन देन न करें. मौसम की बजह से आपका स्वास्थ खराब हो सकता है. आप अपने खान-पान पर ध्यान दें.
आज के दिन आपको कामयाबी मिल सकती है. आपको धन अचल संपतिति प्राप्ति का अवसर मिल सकता है. यदि आप किसी अचलसंपत्ति को प्राप्त करना चाहते हैं तो इसमें आपको लाभ मिल सकता है. यदि आप किसी भूमि विवाद में फंसे हैं तो आपको इसमें लाभ मिल सकता है. प्रेम के मामले में आपको अपने दोस्तों का साथ मिल सकता है. आपको अपने प्रेमी केसाथ किसी छोटी छोटी बात पर बहस हो सकती है. दोस्तों के साथ समय बिताने का पूरा समय मिलेगा. आप अपने साथ अपने दोस्तो का ख्याल रखे. व्यपार में साझेदारी करने से आपको आने वाले समय में लाभ मिलेगा. आप आने वालेसमय में नई नई योजनाओं के बारे में सोच सकते हैं जिससे आपके व्यापार में काफी लाभ होगा. पंचम भाव में चंद्र का गोचर होने से दांपत्य जीवन में समस्या उत्पन्न हो सकती है. जीवन साथी के साथ मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकती है.
आप संतान की पढाई लिखाई और उनके किर्या कलाप से काफी संतुष्ट होंगे. पारिवारिक माहौल बहुत ही अच्छा रहने वाला है. घऱ में सुख-शांति समृद्धि होगी. आपको इस बात को समझने की जरूरत हैं कि आज के दिन मिल रही सफलता से आने वाले समय को आप कैसे इस्तेमाल करेंगे. जरूरत पड़ने पर आप हर किसी का सहयोग करें. दूसरे के सुख दुःख में शामिल हों. आज का दिन रोमांचक है. क्योंकि आपके प्रिय का आज के दिन आ सकता है. अपने साथ पर अगर आप संदेह करते हैं तो आपके लिए यह हानिकारक हो सकता है. आप हमेशा सतर्क रहे. आने वाले समय में आपकी आर्थिक स्तिति खराब होने वाली है. सोची समझी राणनीति के तहत किसी भी कार्य को करे. स्वास्थ को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप अपने खान-पान पर ध्यान दें.
गुरु धनु राशि में संचार कर रहा है. जो कार्य व्यवसाय से संबंधित अच्छी सफलता प्राप्त कराएगा. अतः किसी भी अवसर को अपने हाथ से जाने ना दें और समय पर उन सभी अवसरों का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाए, ताकि आपको इसका पूर्ण लाभ मिल सके. प्रेमीजन के बीच आपस में कुछ ज्यादा विवाद हो सकता है जिसके दूरगामी परिणाम नकारात्मक हो सकते हैं. छुपे हुए दुश्मन आपके बारे में अफ़वाहें फैलाने के लिए अधीर होंगे. बहार वालो की बातों में न आये. आर्थिक लाभ के लिए किया गया प्रयास हर तरह से सफल होने की संभावना बन रही है. यदि आप नौकरी करते हैं और किसी तरह का व्यवसाय इत्यादि का मन बना रहे हैं तो वह भी कर सकते हैं. अकस्मात से चौट कि संभावना है.
आर्थिक स्थिति सुदृढ़ रहने वाली हैं. आपको हर तरह से आर्थिक लाभ प्राप्ति के अवसर मिल सकते हैं. आपके कार्य व्यवसाय से भी अच्छी सफलता प्राप्त होने की संभावना बन रही हैं, तथा कामकाज से भी अच्छा आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है. इसलिए आप अपने कामकाज को बेहतर दिशा देने का प्रयत्न करें. आज के दिन हो सकती है किसी पुराने मित्र से मुलाकात साथ ही पुराने रिश्तों को फिर से तरोताज़ा करने के लिए अच्छा दिन है. विवाह-प्रस्ताव के लिए सही समय है, क्योंकि आपका प्यार जीवन भर के साथ में बदल सकता है. अपने व्यवसाय में किसी सगे संबंधी को जोड़ने का प्रयास न करें. अन्यथा परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. आपको अपना धन भी खर्च करना पड़ सकता है. षष्टम भाव में चंद्र के विराजमान होने से आपको सेहत में कुछ गिरावट महसूस हो सकती है. इसलिए अपने खान-पान का ध्यान रखें और तले पदार्थों से परहेज करें.
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अगर आप अपने लिए वर्क फॉर्म होम करियर ऑप्शन तलाश रही हैं। तो इन ऑनलाइन नौकरियों के जरिए आप मोटा पैसा कमा सकती हैं।
कोरोना काल के बाद से लोग वर्क फॉर्म होम नौकरियां करना बेहद पसंद करते हैं। खासकर वो महिलाएं जिन्हें काम के साथ-साथ घर भी संभालना होता है, उनके लिए वर्क फॉर्म होम काफी अच्छा होता है। ऐसे में अगर आप भी एक घर बैठे नौकरी करके पैसे कमाना चाहती हैं। तो ये करियर ऑप्शन आपके लिए सबसे बेस्ट होंगे। इनके जरिए आप अच्छे पैसे कमा सकती हैं।
आजकल सभी कहीं न कहीं ट्रैवल कर रहे हैं। ऐसे में आप बतौर ट्रैवल एजेंट के काम कर सकती हैं। इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट्स हैं, जो यात्रा से जुड़ी जानकारियां लिखने लिखने के लिए वर्क फॉर्म होम की जॉब देते हैं। ऐसे में अगर आप ट्रैवल के शौकीन हैं तो आप इन जॉब्स के लिए अप्लाई कर सकती हैं।
यूट्यूब के जरिए आप अपना नाम और फेम दोनों ही बना सकती हैं। ऐसे कई यूट्यूबर महिलाएं हैं, जो घर बैठे ही हर महीने हजारों रुपये कमाती हैं। ऐसे में अगर आप भी लोगों से जुड़ना पसंद करती हैं। तो बतौर यूट्यूबर नौकर कर सकती हैं।
आजकल मल्टी लैंग्वेज होना बेहद फायदेमंद होता है। ऐसे में अगर आपको हिंदी या अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओं की जानकारी है। तो आप ट्रांसलेटर की नौकरी कर सकती हैं। ऐसी कई वेब साइट हैं जो फ्रीलांसर के तौर पर ट्रांसलेटर हायर करती हैं, जहां आप 40,000 रुपये से लेकर 60,000 रुपये तक कमा सकती हैं।
अगर आपको लिखना पसंद है तो आप बतौर फ्रीलांसर अच्छे खासे पैसे कमा सकती हैं। कई ऐसी वेबसाइट्स हैं जो कंटेंट राइटिंग के अच्छे पैसे देती हैं। तो अगर आप राइटिंग में अपना करियर बनाना चाहती हैं, तो यह करियर ऑप्शन आपके लिए बेस्ट होगा।
तो ये थे महिलाओं के लिए बेस्ट करियर ऑप्शन। जिनके जरिए आप मोटा पैसा कमा सकती हैं। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia. com पर हमसे संपर्क करें।
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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय ईरानी गिरोह का पर्दाफाश कर चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपी सीबीआई व पुलिस अधिकारी बनकर बुजुर्गों से ठगी करते थे। पुलिस ने इनके पास से 80 ग्राम सोने की ज्वेलरी, एक मोबाइल फोन, कार व मोटरसाइकिल बरामद की है। ज्वेलरी फरीदाबाद में किसी से ठगी थी, जबकि मोबाइल हौजखास (दिल्ली) से चुराया था।
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कॉमेडियन व एक्टर सुनील ग्रोवर के चाहने वालों के लिए खुशखबर है। सुनील ग्रोवर जल्द ही डॉ मशहूर गुलाटी और रिंकू भाभी के अवतार में छोटे परदे पर नजर आएंगे। सुनील ग्रोवर रिंकू भाभी और डॉ मशहूर गुलाटी बनकर कपिल शर्मा के शो में नहीं बल्कि इंडियन आइडल-9 के फिलाने में नजर आएंगे। फिनाले का प्रसारण सोनी टीवी पर होगा।
सुनील ने फिनाले की शूटिंग का एक भाग पिछली रात यानी 29 मार्च को मुंबई के फिल्म सिटी में शूट भी कर लिया है। यहीं पर अभिनेत्री रवीना टंडन के साथ कपिल भी अपने अपकमिंग एपिसोड की शूटिंग कर रहे थे। कहा जा रहा था कि बगल में शूट कर रहे सुनील को कपिल मना लेंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। रवीना के साथ शूटिंग करने के लिए कपिल बीकानेर से फिल्म सिटी पहुंचे थे। इन दिनों कपिल बीकानेर में अपनी अपकमिंग फिल्म फिरंगी की शूटिंग कर रहे हैं।
एपिसोड का शूट खत्म करने के बाद कपिल ने जमकर पार्टी भी की। वैसे तो सुनील ने इस बात को गलत बताया कि वह कोई नया शो ला रहे हैं। सुनील ने कहा,इस समय मैं किसी और पर नहीं बल्कि लाइव शो पर फोकस कर रहा हूं। मैं किसी और चैनल के साथ बातचीत नहीं कर रहा हूं। जब इस शनिवार को उसी चैनल पर कपिल शर्मा का शो होगा,जिस चैनल पर रविवार को उसी समय पर रिंकू भाभी और डॉ गुलाटी बनकर सुनील आएंगे। सोनी टीवी ने इस हफ्ते कपिल के शो की कटौती कर एक दिन यानी शनिवार कपिल के नाम और दूसरा दिन रविवार सुनील ग्रोवर के नाम कर दिया है। कपिल जहां अपनी टीम के साथ द कपिल शर्मा शो होस्ट करेंगे वहीं सुनील इंडियन आइडल 9 का ग्रैंड फिनाले होस्ट करेंगे।
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सालाना औसतन 900 हजार लोगों को सिर और गर्दन के कैंसर का पता चलता है और लगभग 400 हजार लोग इस कैंसर से मर जाते हैं। अनादोलु मेडिकल सेंटर ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी स्पेशलिस्ट असोक इस बात पर जोर देते हुए कि शुरुआती निदान इस तरह की गंभीर समस्या में जान बचाता है। डॉ। जिया साल्टर्क ने कहा, "विशेष रूप से स्वर बैठना, सांस लेने में तकलीफ, गर्दन में सूजन और बड़े पैमाने पर गठन, जो सिर और गर्दन के कैंसर के लक्षणों में से हैं, कान, नाक और गले की जांच के साथ एंडोस्कोपिक मूल्यांकन किया जाना चाहिए।"
सिर और गर्दन के कैंसर के प्रकार; मुंह का कैंसर, ग्रसनी का कैंसर, नाक का कैंसर, नाक का कैंसर, स्वरयंत्र का कैंसर और पिट्यूटरी ग्रंथि का कैंसर हो सकता है। अनादोलु मेडिकल सेंटर ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी स्पेशलिस्ट असोक। डॉ। जिया साल्टर्क ने कहा, "सिर और गर्दन के कैंसर में सबसे महत्वपूर्ण कारक धूम्रपान है। धूम्रपान छोड़ने की स्थिति में इस क्षेत्र में कैंसर के गठन को 95 प्रतिशत तक रोका जा सकता है। हालांकि, निकल और लकड़ी की धूल जैसे विभिन्न व्यावसायिक जोखिम भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा तीव्र केमिकल वाले काम करने वाले लोगों और बढ़ई के लिए मास्क का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, स्मोक्ड खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। खासतौर पर रिफ्लक्स डाइट को उन उपायों में गिना जा सकता है, जिन पर पिछले पीरियड में जोर दिया गया है।
इस बात पर जोर देते हुए कि सिर और गर्दन के कैंसर के पहले लक्षण ट्यूमर के स्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं, Otorhinolaryngology Specialist Assoc। डॉ। जिया साल्टर्क ने कहा, "गंभीरता, सांस की तकलीफ, गर्दन में सूजन, एक द्रव्यमान का गठन, कभी-कभी नाकबंद, भाषण विकार और जीभ की गतिविधियों में प्रतिबंध सभी लक्षण हो सकते हैं। रोगी की शिकायतों के अनुसार, हम नियमित रूप से कान, नाक और गले की जांच करते हैं और एंडोस्कोपिक मूल्यांकन करते हैं। एंडोस्कोपिक मूल्यांकन में, हम संदिग्ध क्षेत्रों का मूल्यांकन करते हैं, उसके अनुसार आवश्यक बायोप्सी करते हैं, और फिर निदान करते हैं।"
यह बताते हुए कि सिर और गर्दन के कैंसर के उपचार में मूल रूप से दो दृष्टिकोण हैं और वे कैंसर के प्रकार के आधार पर सर्जरी और रेडियोथेरेपी लागू करते हैं, असोक। डॉ। ज़िया साल्टर्क ने कहा, "इम्यूनोथेरेपी, जिसे सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी जैसे उपचार विकल्पों में जोड़ा जाता है, का उपयोग सिर और गर्दन के कैंसर के उपचार में एक आशाजनक विधि के रूप में भी किया जाता है। इसके अलावा, लेजर का उपयोग, जो सर्जरी में व्यापक हो गया है, सिर और गर्दन के कैंसर के उपचार में उपयोग किए जाने वाले नवाचारों में से एक है।
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राजस्थान के आयुर्वेद मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिला आयुर्वेद चिकित्सालयों में पोस्ट कोविड सेंटर खोले जाएंगे।
डॉ शर्मा ने आज आयुव्रेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग की विभागीय सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों में होम्योपैथिक, आयुव्रेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति के जरिए कोरोना में पॉजिटिव से नेगेटिव आए मरीजों का विशेषज्ञों द्वारा उपचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिको टूरिज्म की प्रबल संभावना है, इसके मद्देनजर प्रदेश में 20 ऐसी जगहों को चिनित किया गया है, जहां सबसे ज्यादा पर्यटकों की आवाजाही है। उन्होंने बताया कि इन स्थानों पर पीपीई मोड पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त योगा केंद्र खोले जाएंगे।
उन्होंने कहा पूरी दुनिया ने कोरानाकाल में आयुष पद्धति का लोहा माना है। जहां किसी भी चिकित्सा पद्धति में कोई कोई इलाज नहीं खोजा गया था, वहीं आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से सकारात्मक परिणाम आने लगे थे। उन्होंने कहा कि सरकार आयुव्रेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति के संरक्षण और संवर्धन के लिए संकल्पित है और इसकी बेहतरी के लिए काम कर रही है। बैठक में राज्य में आयुव्रेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के विकास के बारे में विस्तार से चर्चा की गई एवं दिशा-निर्देश दिए गए।
डॉ शर्मा ने प्रदेश में 17 जगहों पर बोटनिकल गार्डन विकसित करने के लिए रूपरेखा बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रत्येक आयुष चिकित्सालय में दस प्रकार के औषधीय पादप लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने गूगल, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, अर्जुन और अन्य पौधे लगाने पर विशेष बल दिया गया।
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असल में सवाल ये उठना चाहिए कि देश और राज्य की सरकारें इतनी संवेदनहीन कैसे हैं? यह सरकारों की संवेदनहीनता ही है कि ऑक्सीजन से हुई मौतों का आंकड़ा देते वक्त ये नहीं कहा गया कि सरकार के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे ये स्पष्ट तौर पर पता लगाया जा सके कि अब तक इस वजह से कितनी मौतें हुई हैं.
भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर लिए दर-दर भटकते लोगों की तस्वीरें शायद ही किसी की नजर में नही आई होगी. उस दौरान न्यूज चैनल हों या अखबार या सोशल मीडिया जैसे तमाम माध्यमों पर सांसों के लिए तड़प भरी गुहार लगाते लोग और उनके परिजनों के क्रंदन को भूलना किसी के लिए आसान नहीं होगा. अस्पतालों और घरों में कोरोना के मरीज एक-एक सांस के लिए तड़पते दिखे थे. ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हमारे देश की मदद के लिए दुनियाभर के देशों ने अपने हाथ बढ़ाए थे. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स से लेकर सीधे ऑक्सीजन तक की सप्लाई के दृश्य टीवी चैनलों पर आम हो गए थे. ऑक्सीजन की कमी से मचे त्राहिमाम ने ऐसा भयानक मंजर बना दिया था, जिसे आने वाली नस्लें शायद ही नजरअंदाज कर पाएंगी. लेकिन, ऑक्सीजन की कमी से देश में कोई मौत नहीं हुई है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा दिए गए आंकड़ों के आधार पर केंद्र सरकार ने ये बात कही है.
दरअसल, राज्यसभा में स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा था कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोरोना के मामले और मौतों की जानकारी सरकार को नियमित तौर पर देते रहते हैं. लेकिन, किसी ने भी ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों को लेकर जानकारी नहीं दी है. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने इस जवाब को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रिपोर्ट के आधार पर बताते हुए कहा था कि सरकार को ऐसी कोई सूचना नहीं मिली कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत हुई है.
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान श्मशान घाट से लेकर कब्रिस्तान तक में सैकड़ों की संख्या में रोजाना शवों की आमद हो रही थी.
ये एक ऐसा जवाब है, जिसकी उम्मीद हमेशा से ही इस देश का आम नागरिक सरकारों (केंद्र और राज्य सरकारें) से करता रहा है. वैसे तकनीकी आधार पर देखा जाए, तो केंद्र सरकार के जवाब में लेशमात्र भी असत्यता नजर नहीं आती है. केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों को लेकर जो 'शून्य' आंकड़ा दिया है, वो आया तो राज्य सरकारों की ओर से ही है. अब तक जो भी मौते हुई हैं, उनमें से कितनों को राज्य सरकारों ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत दर्शाया है. तो, इस पर अवाक होने की आवश्यकता नजर नहीं आती है. असल में सवाल ये उठना चाहिए कि देश और राज्य की सरकारें इतनी संवेदनहीन कैसे हैं? यह सरकारों की संवेदनहीनता ही है कि ऑक्सीजन से हुई मौतों का आंकड़ा देते वक्त ये नहीं कहा गया कि सरकार के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे ये स्पष्ट तौर पर पता लगाया जा सके कि अब तक इस वजह से कितनी मौतें हुई हैं.
खैर, जो सरकारें कोरोना संक्रमित मरीजों और उनकी मौतों पर आंकड़ों की बाजीगरी दिखाती रही हों. उनसे ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की संख्या जानने की उम्मीद रखना बेमानी लगता है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान श्मशान घाट से लेकर कब्रिस्तान तक में सैकड़ों की संख्या में रोजाना शवों की आमद हो रही थी. इन जगहों को संभालने वाले लोगों का भी कहना था कि इससे पहले कभी भी इतने ज्यादा शव रोज नहीं आए हैं. लेकिन, सरकारी आंकड़ों में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा जिला स्तर पर 10-15 से ऊपर गया ही नहीं. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कानपुर के जिन घाटों में विद्य़ुत शव दाह गृह थे, वहां की चिमनियां पिघलने तक की तस्वीरें सामने आई थीं. लेकिन, जब लोगों की कोरोना से मौत नहीं हुई, तो ऑक्सीजन की कमी से मौत होना दूर की कौड़ी है. बड़ी बात ये है कि ये हाल केवल कानपुर का ही नहीं रहा यूपी की राजधानी लखनऊ से लेकर राज्य के हर जिले में तकरीबन ऐसे ही हालात रहे.
हाल ही में अमेरिका के सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट ने एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में भारत में कोरोना की वजह से 34 से 49 लाख मौतें होने का अनुमान लगाया है. इस रिपोर्ट में कोरोना से हुई मौतों को देश के बंटवारे के बाद से हुई अब तक की सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी बताया गया है. इस रिपोर्ट को पेश करने वालों में से एक अरविंद सुब्रमण्यम भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे हैं. पिछली तमाम रिपोर्टों की तरह इसे भी झुठला दिया जाएगा. वैसे, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन और बेडों की कमी होने पर एक टर्म 'सिस्टम' बहुधा इस्तेमाल किया जाने लगा था. और, भारत में इस सिस्टम यानी सरकारों को सभी प्रकार के आंकड़ों से खेलने में महारत हासिल है.
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सती (दुर्गा ) का सरोवर था । इस सरोवर में अनगिनत पिशाच, यक्ष, और नाग रहते थे, जिनका नेता जलदेव या जलोद्भव नामक एक भयंकर राक्षस था । मरीचि के पुत्र तथा ब्रह्मा के पौत्र महामुनि कश्यप ने इस भयंकर दैत्य का संहार कर कश्मीर नामक मंडल का निर्माण किया । कल्हण के उपर्युक्त श्लोक में इसी पौराणिक घटना की ओर संकेत किया गया है ।
एक दूसरे पौराणिक मतानुसार महामुनि कश्यप ने दीर्घ काल तक घोर तपस्या की । अन्त में द्रुहिण, उपेन्द्र और रुद्र देवताओं को उन पर दया आ गई । शारिका नाम की देवी अपनी चोंच में कंकड़ी लिए हुए मैना के वेश वहां प्रकट हुईं । उन्होंने उस कंकड़ी को फेंककर जलोद्भव नामक दुष्ट राक्षस का संहार कर दिया। अन्त में वही कंकड़ी एक विशाल पर्वत बन गई, जिसे आज भी हरिपर्वत कहते हैं । इसके बाद बारामुल्ला के पास धरती में छेद करके सतीसर का कुल पानी निकाल दिया गया । पानी निकल जाने के पश्चात् कश्यप मुनि ने जिस भूमि की रचना की उसका नाम स्वयं उन्हीं के नाम पर 'कश्यपमार' पड़ा । कालान्तर में 'कश्यषमार' 'कश्यपमीर' बना और 'कश्यपमीर' कश्मीर बन गया ।
प्राचीन यूनानी लोग कश्मीर को 'कलपीरिया' कहते थे । प्रसिद्ध यूनानी इतिहासकार हेरोडोटस ने अपने इतिहास में कश्मीर को 'कश्यपत्र' कहा है, और हेकाटाट्स नामक एक और यूनानी इतिहासकार ने 'कश्यपलिरौस' और 'कश्यपापिरोस' नाम से कश्मीर को अभिहित किया है ।
पं० ग्वाशालाल कौल ने 'कश्मीर थ्रू दी एजेज' नाम की अपनी पुस्तक में 'कश्मीर' शब्द की व्याख्या यों की है--संस्कृत में 'क' का अर्थ 'जल' है और 'शिमिर' का अर्थ 'सुखाना' है, अतः कश्मीर का अर्थ हुआ ऐसी भूमि जो पानी निकाल कर सुखाई गई हो। पर 'शिमिर' शब्द का अर्थ 'सुखाना' किस आधार पर किया गया है, स्पष्ट नहीं है ।
भूगर्भशास्त्री भी कश्मीर के भूगोल की सम्यक् जांच-पड़ताल करने |
क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर अब बेहस तेज होने लगी है. बीते शुक्रवार को ही बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर एंड्रयू बेली ने कहा है कि अगर आप अपनी पूंजी खोने के लिए तैयार हैं, तभी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करें.
बिटकॉइन के बाद अब डॉजकाइन में भी रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते चलन के बीच इसके भविष्य को लेकर एक्सपर्ट्स और अन्य जानकार दो खेमों में बंटे हुए दिखाई दे रही है. इसका समर्थन करने वाले लोगों को कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी ही भविष्य है. वहीं, दूसरा खेमा इसे लेकर बार-बार चेतावनी दे रहा है. अब बैंक ऑफ इंग्लैंड के गर्वनर एंड्रयू बेली ने इसके प्रति सतर्क रहने को कहा है. बीते शुक्रवार बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई 'आंतरिक मूल्य' नहीं है. अगर कोई व्यक्ति इनमें निवेश करता है तो उन्हें अपनी पूंजी खोने के लिए तैयार रहना चाहिए.
बेली ने कहा, 'इनका कोई आंतरिक मूल्य नहीं है. इसका मतलब यह कहना नहीं है कि लोग इसमें अपना मूल्य नहीं लगाते हैं, क्योंकि इसका बाहरी मूल्य तो हो ही सकता है. लेकिन आंतरिक मूल्य नहीं है.' हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ते वैल्यू को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह कहा.
बेली ने आगे कहा, 'मैं फिर से यह बात बहुत स्पष्ट रूप से कह रहा हूं. आप तभी इसे खरीदीए, जब आप अपना पूरा पैसा खोने के लिए तैयार हों. हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी के समर्थकों का मानना है कि 2017 की तुलना में आज की स्थिति र्क मायनों में पूरी तरह से बदल चुकी है.
दरअसल, 2021 में एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. इस तेजी के साथ ही लोग अब 2017 की उस तेजी के बारे में बात करने लगे हैं, जब बिटकॉइन रिकॉर्ड बढ़त के साथ 20,000 डॉलर के स्तर तक पहुंच गया था. फिर इसके एक साल इतनी ही तेजी की गिरावट के साथ ही यह 3,122 डॉलर पर आ गया.
इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी जेपी मॉर्गन चेज ने हाल ही में ऐलान किया है कि वो आने वाले समय में अपने अमीर क्लाइंट्स को बिटाकॉइन ऑफर करना शुरू कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस साल जून से अगस्त के बीच में एक्टिवली मैनेज्ड बिटकॉइन फंड को रोलआउट किया जाता सकता है. इसके पहले फरवरी में ही कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मॉर्गन स्टेनली की इन्वेस्टमेंट ईकाई अपने निवेशकों के लिए बिटकॉइन व्यावहारिक विकल्प के रूप में आंकल कर रही थी.
दिग्गज इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला ने भी ऐलान कर दिया है कि वो जल्द ही बिटकॉइन को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करेगी. टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश भी किया है. क्रिप्टोकरेंसी की लिक्विडिटी के विकल्प के रूप में साबित करने के लिए टेस्ला ने 26 अप्रैल को अपनी 10 फीसदी होल्डिंग्स को भी बेचा है.
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भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार मंगलवार को हुआ कोरोना के चलते लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के एक दिन पहले चौहान ने अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके शपथ लेने के दूसरे दिन 24 मार्च से लॉकडाउन लागू होने के बाद वह मंत्रिमंडल का अब तक गठन नहीं कर सके थे।
शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ग्रहण किया था। राजभवन में कुछ मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। मध्य प्रदेश में विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या 230 है और इस लिहाज से अधिकतम सीएम समेत 35 चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
- सिंधिया कोटे से गोविंद सिंह राजपूत ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। गोविंद सिंह राजपूत कमलनाथ की सरकार में परिवहन मंत्री रहे हैं।
- तुलसी सिलावट कमलनाथ की सरकार में भी स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं।
मानपुर से 5 बार विधायक रहीं मीना सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली हैं।
- तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थक माना जाता है।
- कमल पटेल भी पद और गोपनीयता की शपथ ले रहे हैं।
- नरोत्तम मिश्रा ने शपथ ली है।
- शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का गठन करने जा रहे हैं खबरें हैं कि शिवराज कैबिनेट में फिलहाल पांच मंत्रियों को शामिल किया जा रहा है जिन्हें राज्य के गवर्नर लालजी टंडन मंगलवार दोपहर को शपथ दिलाएंगे।
- बीजेपी की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के दो समर्थक मंत्री पद की शपथ लेंगे ऐसा कहा जा रहा है क्योंकि सरकार गठन में उनकी अहम भूमिका रही थी।
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सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के लिए सीबीआई ने स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम का गठन किया है। इस मामले में अब तक सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रह चुकीं रिया चक्रवर्ती और उनके पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। बीते रोज सीबीआई ने सुशांत के परिवार के लोगों के बयान दर्ज किए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुशांत के परिवार का बयान फरीदाबाद में लिया गया। जहां सुशांत के पिता ने दावा किया कि उनके बेटे का मर्डर किया गया है। सुशांत की बहन ने कहा कि सीबीआई को सुशांत केस की जांच आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए नहीं बल्कि मर्डर के नजरिये से करनी चाहिए।
बिहार सरकार ने सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच सीबीआई को देने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की थी। सुशांत के पिता ने ही रिया चक्रवर्ती को मुख्य आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया था। यह केस पटना में दर्ज करवाया गया था, इसमें रिया के परिवारवालों के नाम भी हैं।
वहीं दूसरी तरफ रिया और उनके परिवार से करीब 10:30 घंटे की पूछताछ की गई। बीते शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिया चक्रवर्ती से 8 घंटे पूछताछ की थी। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका के चलते प्रवर्त्तन निदेशालय (ईडी) अपनी जांच कर रहा है।
बता दें कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को बांद्रा मुंबई के अपने फ्लैट में फंदे से लटके मिले थे। इस मामले में मुंबई पुलिस ने आत्महत्या का केस दर्ज किया था। रिया के खिलाफ सुशांत के आत्महत्या के लिए उकसाने, उनका मानसिक शोषण करने और करोड़ों रुपयों की हेराफेरी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले की जांच के लिए बिहार पुलिस की टीम मुंबई गई थी।
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नई दिल्ली । । कप्तान विराट कोहली के रिकार्ड दोहरे शतक नाबाद 254 रन और रविन्द्र जडेजा के 91 रनों की अर्धशतकीय पारी की सहायता से भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर शिकंजा कस दिया है। भारतीय टीम ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी 5 विकेट पर 601 रनों के विशाल स्कोर पर घोषित कर दी।
इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए मेहमान दक्षिण अफ्रीकी टीम ने दिन का खेल समाप्त होने के समय तक अपनी पहली पारी में केवल 36 रनों पर ही तीन विकेट खो दिये। डी ब्रूयून 20 और नोर्टिजे 2 रनों पर खेल रहे थे। दक्षिण अफ्रीका की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और एक के बाद एक विकेट निकल गये। वापसी कर रहे भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव ने शुरुआती ओवरों में ही दक्षिण अफ्रीका को 2 झटके दे दिए।
उन्होंने मार्कराम 0 और डीन एल्गर 6 को पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद शमी ने भी बावुमा को 8 रन पर विकेटकीपर साहा के हाथों कैच आऊट करा दिया। पहली पारी के आधार पर मेहमान टीम अभी भी भारत से 565 रनों से पीछे ओर अब देखना है कि वह फालोआन बचा पाती है या नहीं।
इससे पहले आज सुबह विराट के 7वें दोहरे शतक और करियर की सबसे बड़ी पारी 254 रनों की सहायता से भारत ने विशाल स्कोर बनाया हालांकि इस दौरान जडेजा अपना शतक पूरा नहीं कर पाये और 91 रनों पर आउट हो गये।
दूसरे दिन भारत को अजिंक्य रहाणे के रूप में भी चौथा झटका लगा लेकिन इससे पहले वह अर्धशतक (59 रन) बनाने में सफल रहे। रहाणे ने 168 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 59 रन बनाये और वह महाराज की गेंद पर डी कॉक के हाथों कैच हुए। वहीं जडेजा ने टेस्ट में भी आक्रामक पारी खेलते हुए 104 गेंदों पर 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 91 रन बनाए और सेनुरन मुथुसामी की गेंद पर थ्युनिस डी ब्रुइन के हाथों कैच आउट होकर वापस लौटे। दक्षिण अफ्रीका की ओर से महाराज और मुथुसामी ने एक-एक विकेट लिया।
पहले दिन भारत ने मयंक अग्रवाल क शतक (108) से 3 विकेट पर 273 रन बनाए थे। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय कप्तान विराट 63 और रहाणे 18 क्रीज पर खेल रहे थे। इससे आगे खेलते हुए इन बल्लेबाजों ने लंबा रास्ता तय किया और विरोधी गेंदबाजों को कोई अवसर नहीं दिया।
विराट ने सातवां दोहरा शतक लगाया और इस प्रकार वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गये।
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जबलपुर, यशभारत। नववर्ष की रात को जहां रांझी थाना अंतर्गत झंड़ा चौक में युवक को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया तो वहीं पनागर के देवरी में पार्टी कर रहे एक युवक का निर्माणाधीन मकान में शव मिलने से हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में युवक के शरीर में कोई जाहिर चोट के निशान नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि युवक की गला दबाकर हत्या की गई है। अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल मुस्तैद पुलिस मामले की बारीकी से पड़ताल कर रही है।
पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि देवरी में धनश्याम केशरवानी के निर्माणाधीन मकान में आज सुबह सचिन केवट 26 साल पिता सुरेन्द्र केवट देवरी पनागर का शव मिलने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम हेतु रवाना किया। युवक के शरीर में चोट के निशान नहीं है, जिससे मौत की आशंका ठंड लगने के कारण भी हो सकती है। फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है।
देवरी में युवक का शव मिलने के बाद बताया जा रहा है कि देर रात मृतक ने अपने दोस्तों के साथ यहां निर्माणाधीन मकान में जमकर शराब पार्टी की। लेकिन उसके बाद अचानक ऐसा क्या हुआ कि मृतक के दोस्त उसे छोड़कर भाग गए। इतना ही नहीं परिजनों को बेटे की खबर उसके दोस्तों ने क्यों नहीं दी? पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है।
मर्ग जांच के दौरान अब पुलिस घटना स्थल के आसपास के सीसीटीव्ही फुटेज खंगालने में जुटी है। मृतक किन देास्तों के साथ निर्माणाधीन मकान में गया था, पुलिस अब इस बात का पता लगाने में लगी है। जिसके चलते मृतक के परिचितों, परिजनों और आसपास के लोगों के कथन लिए जा रहे है। जिसके बाद ही सच्चाई का खुलासा हो सकेगा।
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एक भविष्यवाणी, जिसमें ये कहा गया कि बद्रीनाथ धाम एक दिन लुप्त हो जाएगा. इस कहानी के अलावा ऐसी और भी कई जनश्रुतियां हैं.
उत्तराखंड के जोशीमठ में पहाड़ दरकते जा रहे हैं. ग्लेशियर से लाए गए मटेरियल मोरेन पर बसे इस शहर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. जोशीमठ का प्राचीन नाम 'ज्योतिर्मठ' बताया जाता है. इसका आध्यात्मिक शहर का बड़ा ही महत्व है. धौलीगंगा और अलकनंदा के संगम पर बसा जोशीमठ चार धामों में से एक बद्रीनाथ का द्वार है. इसको लेकर इन दिनों एक कहानी खूब चर्चा में है.
कहानी क्या है, इसे किवदंती कहा जाए. एक भविष्यवाणी, जिसमें ये कहा गया कि बद्रीनाथ धाम एक दिन लुप्त हो जाएगा. इस कहानी के अलावा ऐसी और भी कई जनश्रुतियां हैं. आइए जानते हैं ऐसी 5 किवदंतियों के बारे में.
किवदंती है कि भक्त प्रह्लाद के आह्वान पर भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लिया था और क्रोधित रूप में हिरण्यकश्यप का वध किया था. इसके बाद भी उनका रौद्र रूप शांत नहीं हो रहा था. ऐसे में भगवान विष्णु की अर्धांगिनी देवी लक्ष्मी ने प्रह्लाद से कहा कि वो जाकर भगवान को शांत करें. प्रह्लाद के जाप के बाद भगवान नरसिंह शांत हुए और शांत स्वरूप में यहीं जोशीमठ में स्थापित हुए. भगवान बद्रीविशाल सर्दियों में बद्रीनाथ धाम छोड़कर यहीं प्रवास करते हैं.
जोशीमठ के इस नरसिंह मंदिर के बारे में दावा किया जाता है कि यहां भगवान नरसिंह की दाहिनी भुजा पतली होती जा रही है. स्कंद पुराण के केदारखंड में सनत संहिता के मुताबिक, जिस दिन यह बांह कट कर गिर जाएगी, उस दिन जब नर और नारायण पर्वत आपस में मिल जाएंगे और बद्रीनाथ जाने का रास्ता बंद हो जाएगा. तब भगवान बद्री विशाल एक नई जगह पूजे जाएंगे भविष्य बद्री में, जो जोशीमठ से 19 किलोमीटर दूर तपोवन में है.
एक कहानी आदि गुरु शंकराचार्य से जुड़ी है. जनश्रुति है कि उन्होंने 8वीं शताब्दी में यहीं तप किया था. आदि शंकराचार्य को 815 ईस्वी में जिस शहतूत के पेड़ के नीचे साधना कर 'ज्ञान' की प्राप्ति हुई थी, वो 36 मीटर गोलाई पुराना पेड़ आज भी मौजूद है.
2400 साल की आयु वाले इस पेड़ के बगल में शंकराचार्य की तपस्थली गुफा भी है. इसे ज्योतिरेश्वर महादेव कहा जाता है. शंकराचार्य ने देश में जो चार मठ स्थापित किए, उनमें से पहला यहीं था. शंकराचार्य को दिव्य ज्ञान ज्योति मिलने के कारण ही इस जगह को ज्योतिर्मठ कहा गया, जो आम बोलचाल की भाषा में जोशीमठ कहा जाने लगा.
जोशीमठ को 'स्वर्ग का द्वार' कहे जाने के पीछे भी एक किवदंती है. कहा जाता है कि पांडवों ने राजपाट छोड़कर स्वर्ग जाने का निश्चय किया तो जोशीमठ से इन्हीं पहाड़ों का रास्ता चुना. बद्रीनाथ से पहले स्थित पांडुकेश्वर को पांडवों की जन्मस्थली बताया जाता है. बद्रीनाथ के बाद माणा गांव पार करने के बाद एक शिखर आता है- स्वर्गारोहिणी. यहीं से पांडव अर्जुन, भीम, नकुल और सहदेव एक-एक कर युधिष्ठिर का साथ छोड़ते चले गए. अंत में एक कुत्ता ही सदेह युधिष्ठिर के साथ स्वर्ग गया. हालांकि जोशीमठ से आगे फूलों की घाटी और स्वर्ग जैसी सुंदरता लिए औली की शुरुआत होती है, इसलिए भी जोशीमठ को स्वर्ग का द्वार कहा जाता है.
जोशीमठ का संबंध 7वीं से 11वीं शताब्दी के बीच कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्र पर शासन करनेवाले कत्यूरी राजवंश से भी बताया जाता है. कहा जाता है कि कत्यूरी शासन में जोशीमठ का नाम कीर्तिपुर था, जो उनकी राजधानी थी. कत्यूरी शासक ललितशूर के ताम्रपत्र में इसे कीर्तिपुर और कहीं कार्तिकेयपुर नाम की चर्चा है. माना जाता है कि कत्यूरी राजवंश के संस्थापक कंटुरा वासुदेन ने यहां अपना शासन स्थापित किया था. इस राजवंश के राजाओं ने यहां हर तरफ मंदिरों की स्थापना करवाई. कीर्तिपुर को ही बाद में जोशीमठ कहा गया.
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पीएम किसान योजना के तहत किसानों को 6000 रुपये सालाना दिए जाते हैं। पीएम किसान योजना साल 2019 में शुरू हुई थी। इस योजना के तहत 2000 रुपये के तीन बराबर किस्तों में कुल 6000 रुपये दिए जाते हैं।
केंद्र सरकार की PM-Kisan योजना की तर्ज पर महाराष्ट्र में किसानों के लिए नई स्कीम की शुरुआत की गई है। इस स्कीम का नाम- नमो शेतकरी महासम्मान योजना है। इसके तहत, महाराष्ट्र सरकार प्रदेश के एक करोड़ से अधिक किसानों को सालाना 6,000 रुपये देगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दी गई।
बैठक के बाद शिंदे ने कहा कि यह राशि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र से मिलने वाले 6,000 रुपये के अतिरिक्त होगी। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस योजना से राज्य के एक करोड़ से अधिक किसानों को लाभ होगा। फडणवीस राज्य के वित्त मंत्री भी हैं। उन्होंने मार्च में विधानसभा में पेश 2023-24 के बजट में इसकी घोषणा की थी।
इस तरह, किसानों को सालाना कुल 12000 रुपये मिलेंगे। बता दें कि पीएम किसान योजना के तहत किसानों को 6000 रुपये सालाना दिए जाते हैं। पीएम किसान योजना साल 2019 में शुरू हुई थी। इस योजना के तहत 2000 रुपये के तीन बराबर किस्तों में कुल 6000 रुपये दिए जाते हैं। इसके दायरे में 10 करोड़ से ज्यादा किसान आते हैं।
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साउथ फिल्म अदाकारा पूजा हेगड़े (Pooja Hegde) इन दिनों कोरोना का मुकाबला अपने घर पर कर रही हैं। अला वैकुंठपुरमलो अदाकारा होम आइसोलेशन में है। बावजूद इसके एक्ट्रेस सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। वो अपने घर से क्वारंटाइन पीरियड की पल-पल की जानकारी फैंस को दे रही हैं। इस बीच अदाकारा ने कई नई चीजें भी सीख डाली हैं। देखिए फोटोज।
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संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "बीएसएनएल के आंकड़ों के अनुसार 15 अप्रैल, 2017 तक कुल 27,988 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 27,965 शिकायतों का समाधान कर दिया गया। इस प्रकार समाधान दर 99. 91 प्रतिशत रही। " बयान के मुताबिक, इसी प्रकार भारतीय डाक ने 27,000 ट्वीट्स का निपटारा किया। दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने पिछले साल यह सेवा शुरू की थी।
गूगल ने गुजराती, पंजाबी, मलयालम और कन्नड़ सहित नौ और भारतीय भाषाओं के लिए समर्थन उपलब्ध कराया है। इससे अधिक लोग अपनी पसंद की भाषा में इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे।
न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन पर आधारित यह प्रणाली अंग्रेजी और नौ व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाली भारतीय भाषाओं हिंदी, बांग्ला, मराठी, तमिल, तेलुगू, गुजराती, पंजाबी, मलयालम और कन्नड़ में अनुवाद कर पाएगी।
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इंदौर - श्रेयस अय्यर (82) की शानदार पारी की बदौलत मौजूदा चैंपियन मुंबई ने रणजी ट्राफी के फाइनल मैच के तीसरे दिन गुरुवार को गुजरात पर 108 रनों की बढ़त ले ली है। होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में मुंबई ने दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में तीन विकेट खोकर 208 रन बना लिए हैं। मुंबई के तीनों विकेट चितन गाजा ने लिए। मुंबई की पहली पारी महज 228 रनों पर सिमट गई थी, जिसके जवाब में गुजरात ने कप्तान पार्थिव पटेल (90) और मनप्रीत जुनेजा (77) की बेहतरीन बल्लेबाजी की मदद से 328 रन बनाते हुए पहली पारी में 100 रनों की बढ़त ले ली थी। गुजरात ने गुरुवार को अपने स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 291 रनों से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन गुजरात के शेष चार बल्लेबाज कुल स्कोर में सिर्फ 37 रन और जोड़ सके। दूसरी पारी खेलने उतरी मौजूदा विजेता को पृथ्वी शॉ (44) और अखिल हेरवाडकर (16) ने सधी शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़े। गाजा ने स्लिप पर खड़े समित गोहेल के हाथों अखिल को कैच कर टीम को पहली सफलता दिलाई। शॉ, गाजा की बाहर जाती गेंद पर ड्राइव लगाने गए, गेंद ने उनके बल्ले का बाहरी किनारा लिया और विकेटकीपर पार्थिव के हाथों में चली गई। शॉ 66 के कुल स्कोर पर आउट हुए। यहां से अय्यर ने मोर्चा संभाला और सूर्यकुमार यादव (नाबाद 45) के साथ पारी को आगे बढ़ाया।
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बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने एक बार फिर पंजाबी एक्टर-सिंगर दिलजीत दोसांझ को निशाने पर लिया और उन्हें खालिस्तानियों का समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार तक करने की मांग कर डाली।
बिग बॉस फेम शहनाज गिल की मचअवेटेड फिल्म 'हौसला रख' 15 अक्टूबर 2021 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। इस फिल्म में शहनाज दिलजीत दोसांझ के अपोजिट नजर आने वाली हैं।
शहनाज गिल की फिल्म 'हौसला रख' का पहला लुक सामने आ गया है। उनके फैन्स में इस बात को लेकर खुशी की लहर है।
बिग बॉस 13 की फेम शहनाज गिल की फैन फॉलोइंग काफी जबरदस्त है। फैंस शहनाज की हर एक तस्वीर पर अपना खूब प्यार लुटाते हैं।
टीवी अदाकारा शहनाज गिल ने सोशल मीडिया पर अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों में शहनाज गिल बेबी बंप फ्लॉन्ट करती नजर आ रही हैं।
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नई दिल्ली। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने विशेषज्ञ और अन्य पदों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित करते हुए एक ताजा अधिसूचना जारी की है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 9 अप्रैल, 2022 को सेल के भिलाई स्टील प्लांट के लिए वॉक-इन इंटरव्यू के लिए जा सकते हैं। पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 9 अप्रैल, 2022 को 69 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
तिथि,
दिनांक और समयः 9 अप्रैल, 2022 सुबह 10 बजे (रिपोर्टिंग समय 09. 30 बजे)।
स्थानः मानव संसाधन विकास केंद्र, (बसपा मेन गेट के पास), भिलाई स्टील प्लांट, भिलाई 490001।
मानदंडः
शैक्षिक योग्यताः
सुपर स्पेशलिस्ट (कार्डियोलॉजी): एमबीबीएस के साथ डीएम/ कार्डियोलॉजी में एमसीएच.
जनरल मेडिसिनः एमबीबीएस के साथ संबंधित स्पेशलिटी में पीजी डिप्लोमा/ पीजी डिग्री.
क्रिटिकल केयर मेडिसिन (इंटेंसिविस्ट): एमडी/डीएनबी जनरल मेडिसिन के साथ क्रिटिकल केयर मेडिसिन में एक साल का अनुभव. या एमडी/डीएनबी एनेस्थीसिया के साथ क्रिटिकल केयर मेडिसिन में एक साल का अनुभव। या एमडी/डीएनबी रेस्पिरेटरी मेडिसिन के साथ क्रिटिकल केयर मेडिसिन में एक साल का अनुभव। या क्रिटिकल केयर मेडिसिन (IDCCM) में भारतीय डिप्लोमा। या क्रिटिकल केयर मेडिसिन (IFCCM) में भारतीय फैलोशिप।
उम्मीदवारों का चयन इस पर आधारित होगाः
दस्तावेज़ सत्यापनः दस्तावेज़ सत्यापन समिति द्वारा योग्य पाए जाने वाले उम्मीदवारों को ही साक्षात्कार में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
इंटरव्यू - अंतिम चयन के लिए, साक्षात्कार में प्राप्त कुल अंकों के आधार पर प्रत्येक विषय और श्रेणी के लिए अलग-अलग अवरोही क्रम में मेरिट सूची तैयार की जाएगी। साक्षात्कार उसी दिन दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा। केवल वही उम्मीदवार जो दस्तावेज़ सत्यापन समिति द्वारा योग्य पाए जाते हैं, उन्हें साक्षात्कार में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
मासिक समेकित पारिश्रमिक की दरें ( यानी कि तन्ख्वाह रुपये प्रति माह)
(कार्डियोलॉजी):
उम्मीदवार आधिकारिक अधिसूचना सेल की वेबसाइट सेलकेयरर्स डॉट कॉम पर जाकर देख सकते हैं।
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दूरसंचार विभाग, भारत सरकार में डिजिटल संचार आयोग के अध्यक्ष और दूरसंचार सचिव श्री के. राजारमन ने कल सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) के दिल्ली परिसर का दौरा किया। सी-डॉट दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय, भारत सरकार का प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। उन्होंने सी-डॉट के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की और सी-डॉट द्वारा विकसित की जा रही अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। सी-डॉट के कार्यकारी निदेशक डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने उन्हें सी-डॉट द्वारा किए गए दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी। इसके बाद उन्होंने 4जी/5जी, जीपीओएन, एनक्रिप्टर्स, राउटर्स, वाईफाई, साइबर सुरक्षा आदि की प्रयोगशालाओं सहित सी-डॉट की विभिन्न प्रयोगशालाओं का दौरा किया। उन्होंने विभिन्न अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं में काम कर रहे शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित किया और बाद में सी-डॉट अधिकारियों को संबोधित किया। सी-डॉट के बेंगलुरु परिसर के अधिकारी सी-डॉट द्वारा इन-हाउस विकसित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
श्री राजारमन ने सी-डॉट इंजीनियरों को दूरसंचार के क्षेत्र में "आत्मनिर्भर भारत" के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में पूर्ण समर्पण के साथ काम करने को कहा। उन्होंने दूरसंचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में सी-डॉट के योगदान की भी सराहना की और सी-डॉट के सभी प्रयासों में दूरसंचार विभाग के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने स्वदेशी 4जी प्रौद्योगिकी और जारी 5जी विकास परियोजना के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सी-डॉट की सराहना की। (सी-डॉट) की 4जी तकनीक का पहले से ही चंडीगढ़ और अंबाला में बीएसएनएल नेटवर्क में प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (पीओसी) परीक्षण चल रहा है)। उन्होंने सी-डॉट को उभरती प्रौद्योगिकियों पर नजर रखने, प्रौद्योगिकी जीवन चक्र के साथ चलने पर जोर दिया और सी-डॉट को आने वाले समय के बाजार को पकड़ने के लिए 6जी और भविष्य की अन्य प्रौद्योगिकियों पर काम शुरू करने के लिए कहा। उन्होंने सी-डॉट को प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण पर ध्यान केंद्रित करने और तीव्र प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण के लिए सी-डॉट में इनक्यूबेटर स्थापित करने पर विचार करने की सलाह दी। सी-डॉट को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों में योगदान देने के साथ-साथ अधिक आईपीआर बनाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी कहा गया।
श्री के. राजारमन ने सी-डॉट, दिल्ली में क्वांटम संचार प्रयोगशाला का भी उद्घाटन किया और सी-डॉट द्वारा विकसित स्वदेशी क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी) समाधान का अनावरण किया जो मानक ऑप्टिकल फाइबर पर 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी का वहन कर सकता है। वर्तमान संचार नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों द्वारा भेजे जा रहे डेटा की सुरक्षा के लिए क्वांटम कंप्यूटिंग में तेज प्रगति से उत्पन्न खतरे को दूर करने के लिए स्वदेशी क्यूकेडी समाधान का विकास अति आवश्यक है। क्यूकेडी समाधान के विकास और ऑप्टिकल एक्सेस, कोर, स्विचिंग एंड राउटिंग, वायरलेस, पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी एनक्रिप्टर्स (पीक्यूसीई) आदि में उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला के मौजूदा समूह के साथ, सी-डॉट भारत में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के साथ-साथ सामरिक और रक्षा क्षेत्र की आवश्यकताओं को व्यापक रूप से हल करने के लिए स्वदेशी क्वांटम सुरक्षित दूरसंचार उत्पादों और समाधानों के पूर्ण पोर्टफोलियो की पेशकश करने वाला भारत का पहला संगठन बन गया है।
क्वांटम प्रौद्योगिकियों और क्यूकेडी के बारे में संक्षिप्त जानकारीः
क्वांटम प्रौद्योगिकी वर्तमान में सबसे अधिक शोध किए गए क्षेत्रों में से एक है और दुनिया भर की सरकारों के साथ-साथ बहुराष्ट्रीय कंपनियों से लेकर स्टार्ट अप तक की निजी कंपनियों से भारी निवेश आकर्षित कर रही है। लगभग सभी देशों की इस क्षेत्र में अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए निर्धारित योजनाएं हैं, जिनमें अपार संभावनाएं हैं, जिनके प्रभाव की तुलना संभवतः पिछले कुछ दशकों में अर्धचालक प्रौद्योगिकी या 1960 के दशक में लेजर के आविष्कार के बाद के प्रभाव से की जा सकती है।
क्वांटम प्रौद्योगिकी को मोटे तौर पर चार वर्टिकल में विभाजित किया जा सकता है, जो हैः क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम संचार, क्वांटम सेंसर और क्वांटम सामग्री। इन सभी कार्यक्षेत्रों को व्यापक रूप से संबोधित करने और इस महत्वपूर्ण और विशिष्ट क्षेत्र में देश की प्रगति के लिए, भारत ने क्वांटम प्रौद्योगिकी एवं अनुप्रयोग (एनएम-क्यूटीए) पर राष्ट्रीय मिशन शुरू किया है। माननीय वित्त मंत्री ने फरवरी 2020 में दिए अपने बजट भाषण में इसकी घोषणा की थी। आठ वर्षों से अधिक की अवधि वाली एक अरब डॉलर से अधिक के बजट वाली इस पहल का नेतृत्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा किया जाएगा और इसमें दूरसंचार विभाग, अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग समेत विभिन्न अन्य मंत्रालयों की सक्रिय भागीदारी रहेगी।
क्वांटम प्रौद्योगिकियां सूक्ष्म कणों (जैसे फोटॉन, इलेक्ट्रॉन, परमाणु आदि) द्वारा प्रदर्शित परिघटनाओं पर आधारित होती हैं जो सामान्य मैक्रोस्कोपिक वस्तुओं के व्यवहार से काफी भिन्न होती हैं।
न्यूटनियन यांत्रिकी पर आधारित पारंपरिक भौतिकी द्वारा इन सूक्ष्म कणों के व्यवहार का वर्णन नहीं किया जा सकता है, और परिणामस्वरूप क्वांटम यांत्रिकी लगभग 100 साल पहले इस तरह के व्यवहार का वर्णन करने के लिए सिद्धांत तैयार करने के लिए सामने आया था। सबसे अधिक उद्धृत ऐसी घटनाओं में से एक "फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव" है जिसके लिए आइंस्टीन को वर्ष 1921 में भौतिकी में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। क्वांटम यांत्रिकी क्लासिकल यांत्रिकी के विपरीत संभाव्यात्मक है जो कि निश्चयात्मक है। इसके अलावा, सूक्ष्म कणों द्वारा प्रदर्शित सुपरपोजिशन, इंटैंजलमेंट, टेलीपोर्टेशन और टनलिंग आदि की घटना के रूप में क्वांटम यांत्रिकी सहजता विरोधी है और दैनिक जीवन के अनुकूल नहीं है। हालाँकि, क्वांटम यांत्रिकी के इन पहलुओं ने कई दिलचस्प अनुप्रयोगों को जन्म दिया है जैसे कि कंप्यूटिंग क्षमता में घातीय वृद्धि, स्वाभाविक रूप से सुरक्षित संचार (सूचना का टेलीपोर्टेशन), परस्पर मुक्त माप, अत्यंत सटीक और संवेदनशील सेंसर आदि।
दूरसंचार विभाग, भारत सरकार के अंतर्गत एक प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास संगठन, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) एनएम-क्यूटीए के क्वांटम संचार क्षेत्र में कई प्रयास कर रहा है। सी-डॉट ने क्वांटम संचार जैसे क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी) के सबसे आशाजनक अनुप्रयोगों में से एक में उत्पाद विकसित किया है और इस क्षेत्र में अनुसंधान करना जारी रखे हुए है। क्यूकेडी समाधान का विकास क्वांटम कंप्यूटिंग में तेज प्रगति से वर्तमान संचार ढांचे द्वारा भेजे जा रहे डेटा की सुरक्षा पर मंडराते खतरे को दूर करेगा।
सी-डॉट क्वांटम संचार के क्षेत्र में काम कर रहे अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और संगठनों के साथ इस नवीन क्षेत्र में किए जाने वाले प्रयासों के लिए सक्रिय रूप से सहयोग करना चाहता है।
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विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने मेरे शहर इंदौर में घोषणा की कि वे अब चुनावी राजनीति से संन्यास ले रही हैं, क्योंकि उनकी किडनी उनका साथ नहीं दे रही है। सुषमाजी के असंख्य प्रशंसकों को यह सुनकर गहरा आघात लग रहा है। मैं भी उनमें से एक हूं। सुषमा स्वराज ने सार्वजनिक जीवन में प्रवेश किया, उसके 20 साल पहले से ही मैं काफी सक्रिय था लेकिन दिल्ली आने पर जब मैंने सुषमाजी को देखा तो मुझे लगा कि यह सुंदर, सुशील, सुसंस्कृत और अदभुत प्रतिभा की धनी लड़की किसी दिन भारत की प्रधानमंत्री बनेगी। 1999 में जब 40 सांसदों का एक प्रतिनिधि मंडल प्र. मं. अटलजी ने पाकिस्तान भेजा तो उन्होंने मुझसे आग्रह किया कि मैं भी उसके साथ जाऊं और पाकिस्तान के नेताओं से सबका परिचय करवाऊं। उन दिनों सुषमा बहन दिल्ली के मुख्यमंत्री-पद से मुक्त हुई थीं। वे हमारे साथ थीं। जब मैंने उनका परिचय प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और विपक्ष की नेता बेनजीर भुट्टो से करवाया तो उनसे मैंने कहा कि "आप भारत की भावी प्रधानमंत्री से मिलिए। यह मेरी छोटी बहन है। " बेनजीर जब भारत आईं तो उन्होंने हवाई अड्डे से फोन करके मुझसे कहा कि आपकी 'उस बहन' से जरुर मिलना है। उस दिन सुषमा जी का जन्मदिन था। बेनजीर सबसे पहले गुलदस्ता लेकर उनके घर पहुंचीं। मैं आज भी यह मानता हूं कि भाजपा क्या, देश के किसी भी दल में सुषमा-जैसा कोई और नहीं है। यदि उनको विदेश मंत्री के तौर पर स्वतंत्रता पूर्वक काम करने दिया जाता तो वे पिछले चार साल में भारतीय विदेश नीति में जान फूंक देतीं। उन्होंने हिंदी आंदोलनों में बरसों-बरस मेरे साथ काम किया है। वे ही मुझे 35 साल पहले पहली बार गुड़गांव ले गई थीं, किसी सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए। सुषमा की स्मरण - शक्ति अद्भुत है। वे किसी कवि सम्मेलन की अध्यक्षता करने मुझे बरसों पहले हरियाणा के एक दूरस्थ शहर में ले गई थीं। पूरी रात दर्जनों कवियों के काव्य-पाठ के बाद उन्होंने बिना कागज देखे, हर कवि की पहली दो पंक्तियां सिलसिलेवार दोहरा दीं। प्रकाशवीर जी शास्त्री और अटलजी के बाद मैं सुषमा स्वराज को देश का महानतम वक्ता मानता हूं। वे भाजपा की महत्तम धरोहर हैं। कई देशों के प्रधानमंत्रियों और विदेश मंत्रियों, जिनसे सुषमा जी ने संवाद किया है, ने मुझसे उनकी मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। राजनीति के कीचड़ में सुषमा-जैसी सुंदर और आकर्षक महिला का आजीवन बेदाग रहना अपने आप में विलक्षण उपलब्धि है। वे चुनावों से चाहे संन्यास ले लें, लेकिन उन्हें कोई भी घर नहीं बैठने देगा। उनके राजनीतिक अनुभव, ज्ञान और विलक्षण वक्तृत्व का लाभ उठाने में भारत राष्ट्र कभी कोताही नहीं करेगा। उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं।
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राष्ट्रीय राजधानी के निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश स्तर की कक्षाओं में दाखिला प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू होगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अगले शैक्षणिक सत्र के शुरू होने से कुछ दिन पहले बुधवार को सभी निजी स्कूलों को फीस बढ़ाने या बच्चों को चुनिंदा दुकानों से किताब, पोशाक या स्टेशनरी का सामान खरीदने के लिए मजबूर करने के खिलाफ निर्देश दिया।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने अगले शैक्षणिक सत्र से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में हिंदी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पढ़ाने का फैसला किया है।
शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शैक्षिक सत्र 2021-22 में 6 नए कॉलेज खोले जाने का प्रस्ताव दिया है।
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Assam Flood: असम के लोग इस वक्त बड़े बुरे दौर से गुजर रहे हैं। असम में बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई सेलेब्स भी असम की मदद के लिए आगे आए हैं। पिछले दिनों आमिर खान (Aamir Khan) ने बाढ़ से पीड़ित परिवारों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 लाख दान किए थे। उनके बाद अब करण जौहर (Karan Johar) ने असम बाढ़ राहत कार्य के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं। फिल्म निर्माता ने राज्य की मदद के लिए 11 लाख रुपये का दान दिया है।
बता दें की रोहित शेट्टी ने 5 लाख रुपये दान करते हुए इस नेक काम की शरुआत की थी। जिसके बाद अर्जुन कपूर ने भी 5 लाख रुपये की राशि जमा की थी। सीएम पहले ही दोनों का धन्यावाद कर चुके हैं। असम के हालातों की अगर बात करें तो - 22 जिलों में 14 लाख लोग इस भीषण बाढ़ ले जूझ रहे हैं। अब तक कई लोग अपनी जान से हाथ भी धो चुके हैं।
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जयपुर। राजस्थान में आगामी सत्रह अप्रैल को होने वाले तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) ने भी कमर कस ली हैं और अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी शुरु कर दी हैं।
रालोपा के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि उनकी पार्टी किसानों, बेरोजगारों एवं युवाओं के मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि रालोपा स्थानीय समस्याओं के निस्तारण का मुद्दा लोगों के सामने रखेंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि चुनाव में लोगों का रुझान रालोपा के उम्मीदवारों के साथ रहेगा। उन्होंने बताया कि उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा शीघ्र ही कर दी जायेगी।
रालोपा ने रविवार को उपचुनाव को लेकर प्रभारियों एवं सहप्रभारियों की घोषणा की है। इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग को राजसमंद, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल एवं मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी को सुजानगढ़ और पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष स्पर्धा चौधरी और युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणदीप सिंह चौधरी को सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है।
इसी तरह पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आर के मेहर, प्रदेश उपाध्यक्ष उदाराम मेघवाल, प्रदेश मंत्री विजयपाल बेनीवाल, प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर विवेक माचरा, सीकर के जिला अध्यक्ष महेंद्र डोरवाल, बीकानेर के जिला अध्यक्ष दानाराम घिंटाला को सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सहप्रभारी बनाया गया। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट जगदीश लांबा, भागीरथ नैण एवं राजूराम खोजा और पाली के जिला अध्यक्ष माधुराम जाट एवं उदयपुर के जिला अध्यक्ष भैरुशंकर जाट को राजसमंद तथा रालोपा के प्रदेश प्रवक्ता रोहित गुर्जर, प्रदेश मंत्री छुट्टन यादव, प्रदेश महामंत्री शंकर नारोलिया, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. श्रवण चौधरी एवं अजमेर के जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र रावत को सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सहप्रभारी बनाया गया।
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New delhi : देखा जाये तो क्रिकेट काफी बदल चुका है. इसमें खिलाड़ियों का फिटनेस बहुत महत्वपूर्ण है. वैसे भी कहा जाता है कि अगर खिलाड़ी फिट है तो उससे अच्छे खेल की उम्मीद की जा सकती है. इसी संदर्भ में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सख्त फैसला लिया है और अब प्लेयर्स को यो-यो टेस्ट देना होगा. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सभी क्रिकेटर्स के लिए नए साल से फिटनेस के नए पैमाने तय कर दिए हैं. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपनी गाइडलाइन्स बदल ली है. अब श्रीलंकाई प्लेयर्स को यो-यो टेस्ट देना होगा. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सभी क्रिकेटर्स के लिए नए साल से फिटनेस का यह नया पैमाना तय किया गया है.
खास बात ये है कि गाइडलाइन्स के अनुसार अगर खिलाड़ी फिट नहीं पाए जाते हैं, तो उनकी सैलरी भी काटी जा सकती है. गाइडलाइन्स में कहा गया है कि अगर कोई खिलाड़ी 8. 35 मिनट से 8. 55 मिनट में 2 किमी. नहीं दौड़ता है, तो कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार जो उसकी सैलरी तय की गयी है उसमें कटौती की जा सकती है. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के यो-यो टेस्ट में 2 किमी. की रेस को पैमाना बनाया गया है. इसमें अगर कोई 8. 55 मिनट से अधिक वक्त लेता है, तो उसका टीम में सेलेक्शन नहीं होगा. 8. 35 से 8. 55 मिनट पर सैलरी काटी जाएगी, हालांकि ये प्लेयर टीम में सेलेक्ट हो सकते हैं. वहीं, अगर कोई खिलाड़ी 2 किमी. के लिए 8. 10 मिनट से कम लेता है, तो उसका सेलेक्शन हो सकेगा. पहला फिटनेस टेस्ट 7 जनवरी को होगा, जिसमें कॉन्ट्रैक्ट में शामिल सभी खिलाड़ियों को हिस्सा लेना होगा.
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साल 2020 में एक और कपल शादी में बंधने के लिए तैयार है। जी हां हम बात कर रहे हैं गौहर खान की जो जल्द ही जैद दरबार की दुल्हनियां बनने वाली हैं। यह जोड़ी सुर्खियों में अपने एज गैप के लिए भी है क्योंकि गौहर अपने होने वाले शौहर से 12 साल बड़ी हैं लेकिन आज इन बातों से फर्क नहीं पड़ता वहीं जैद के घरवालों को भी इस बात से कोई आपत्ति नहीं थी। खासतौर पर गौहर के सास-सुसर को।
गौहर की पर्सनल लाइफ की बात करें तो वह हमेशा से ही सुर्खियों में रही है। कभी वार्डरोब मालफंक्शन तो कभी अपने अफेयर को लेकर . . . खैर अब वह काफी समय से इस्माइल दरबार के बेटे जैद दरबार को डेट कर रही थी लेकिन क्या आप जानते हैं गौहर के होने वाले ससुर इस्माइल दरबार और शौहर जैद दरबार हैं कौन?
तो बता दें कि इस्माइल दरबार इंडस्ट्री के फेमस म्यूजिक कंपोजर हैं और जैद उनकी पहली पत्नी फरजाना के बेटे हैं। जैद अपनी सौतेली मां यानी की इस्माइल की दूसरी पत्नी आयशा के भी काफी क्लोज हैं। एक इंटरव्यू में इस्माइल दरबार ने बताया था कि जैद ने गौहर के रिश्ते की बात सबसे पहले आयशा को बताई थी। वही जैद दरबार एक्टर, कोरियोग्राफर, इंफ्लूएंसर, कंटेंट क्रिएटर हैं। जैद और गौहर ने एक म्यूजिक वीडियो भी बनाया जो काफी वायरल हुआ था।
जैद के पिता इस्माइल कई सालों तक राजेश रोशन, नदीम-श्रवण, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जैसे नामी सितारों के लिए वायलिन-वादक रहे। उन्होंने संजय लीला भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम में काम दिया, जिसका संगीत बहुत सराहा गया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इसके बाद संजय की 2002 की फिल्म देवदास का भी संगीत सफल रहा था हालांकि इसके बाद भी इस्माइल ने कई फिल्में की लेकिन उन्हें वैसी सफलता नहीं मिल पाई।
गौहर को बहू बनाने से जुड़े इंटरव्यू में इस्माइल दरबार ने कहा था कि अगर जैद और गौहर शादी करते हैं तो मैं गौहर को आशीर्वाद दूंगा। जैद 29 साल का है और उसे पता है कि वह क्या कर रहा है। गौहर कई शोज में नजर आ चुकी हैं वह बिग बॉस विनर भी रह चुकी हैं। यहीं से वह एक्टर कुशाल टंडन के करीब आई थी दोनों ने एक दूसरे को डेट किया लेकिन रिश्ता लंबा समय नहीं चला। करीब एक साल साथ रहने के बाद दोनों साल 2014 में अलग हो गए। गौहर- जैद के वेडिंग फंक्शन की वीडियो खूब वायरल हो रही हैं दोनों 25 दिसंबर को शादी के बंधन में बंधने वाले हैं।
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अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की है कि वह चाँद पर अपना अगला अभियान दल 2020 तक भेजेगा.
नासा के प्रमुख माइकल ग्रिफ़िन ने कहा है कि चार अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को एक नए यान से चाँद पर भेजा जाएगा.
उन्होंने बताया कि इस अभियान पर 100 अरब डॉलर का ख़र्च आएगा.
सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में ग्रिफ़िन ने कहा, "हम वर्ष 2020 से पहले चाँद पर दोबारा ज़रूर जाएँगे, सौरमंडल के अंदर और बाहर भी हम इंसान की मौजूदगी को संभव बनाएँगे. "
नासा ने वर्ष 1969 से 1972 के बीच चाँद पर कई वैज्ञानिक दल भेजे.
अब तक कुल 12 अंतरिक्ष वैज्ञानिक चाँद पर जा चुके हैं.
नए अंतरिक्ष यान का नाम होगा क्रू एक्सप्लोरेशन व्हेकिल होगा और इसे वर्ष 2012 तक तैयार कर लिया जाएगा.
अंतरिक्ष यान के विभिन्न हिस्सों को अंतरिक्ष में अलग-अलग भेजा जाएगा और बाद मे उन्हें जोड़कर चाँद पर उतारा जा सकेगा.
इस अभियान के लिए उसी अंतरिक्ष यान टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा दूसरे अभियानों में किया जाता है ताकि ख़र्च को नियंत्रण में रखा जा सके.
ग्रिफ़िन ने कहा, "नया रॉकेट वैसा ही होगा जैसा अपोलो यान था, लेकिन इसकी टेक्नॉलॉजी बेहतर होगी, ऐसा समझ लीजिए कि यह एक बेहतर अपोलो होगा. "
वर्ष 2004 में अमरीकी राष्ट्रपति बुश ने अपनी अंतरिक्ष योजनाओं का विवरण दिया था और उसके बाद नासा उनकी योजनाओं पर अमल करने में लगा हुआ है.
यह योजना भी है कि चाँद पर से मंगल ग्रह के लिए अभियान चलाए जाएँ.
अमरीका के अलावा चीन, भारत और मलेशिया जैसे देशों ने भी अगले कुछ वर्षों में चाँद पर वैज्ञानिक भेजने की बात कही है.
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पश्चिम बंगाल विधानसभा में केंद्रीय जांच एजेंसियों की 'ज़्यादतियों' के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित होने के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा नेताओं का एक तबका अपने हित साधने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है. प्रधानमंत्री सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार के कामकाज और उनकी पार्टी के हित आपस में न मिलें.
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि राज्य में केंद्रीय एजेंसियों की कथित ज्यादतियों के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है.
वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार की घोर आलोचक रहीं बनर्जी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं का एक तबका अपने हित साधने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है.
केंद्रीय जांच एजेंसियों की 'ज्यादतियों' के खिलाफ विधानसभा में एक प्रस्ताव पर बोलते हुए बनर्जी ने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र सरकार का एजेंडा और उनकी पार्टी के हित आपस में न मिलें.
भाजपा ने प्रस्ताव का विरोध किया, जिसे बाद में विधानसभा ने पारित कर दिया. भाजपा ने कहा कि इस तरह का 'सीबीआई और ईडी के खिलाफ प्रस्ताव' विधानसभा के नियमों के खिलाफ है. प्रस्ताव के पक्ष में 189 और विरोध में 69 मत पड़े.
बनर्जी ने आगे कहा, 'व्यवसायी देश छोड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें ईडी और सीबीआई द्वारा परेशान किया जा रहा है. मुझे लगता है कि मोदी ऐसा कर रहे हैं... आपमें से ज्यादातर शायद नहीं जानते कि अब सीबीआई प्रधानमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट नहीं करती है. इसकी जवाबदेही गृह मंत्रालय को है. कुछ भाजपा नेता साजिश रच रहे हैं और अक्सर निजाम पैलेस जाते हैं.
राज्य के भाजपा नेताओं का जिक्र करते हुए बनर्जी ने आश्चर्य जताया कि वे सीबीआई अधिकारियों से उनके कार्यालय में अक्सर क्यों 'मिलते' हैं.
यह आरोप लगाते हुए कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और कुछ अन्य केंद्रीय भाजपा नेता तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने की साजिश रच रहे हैं, बनर्जी ने आश्चर्य जताया कि सीबीआई या ईडी कभी इन लोगों को समन क्यों नहीं भेजती, जिनके खिलाफ भी भ्रष्टाचार के मामले हैं.
उल्लेखनीय है कि पूर्व में बनर्जी ने आरोप लगाया था कि मोदी सीबीआई और ईडी से राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करा रहे हैं.
ज्ञात हो कि सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां राज्य में कई मामलों की जांच कर रही हैं, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता आरोपी हैं.
बनर्जी के बयान के बाद कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच 'मौन समझ' सामने आई है.
माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि विरोधी खेमे में खलबली मचाना बनर्जी की 'पुरानी तरकीब' है.
उधर, शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री बनर्जी प्रधानमंत्री की प्रशंसा करके और पार्टी के अन्य नेताओं पर आरोप लगाकर भाजपा में दरार डालने की कोशिश कर रही हैं.
बाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, अधिकारी ने दावा किया कि बनर्जी प्रधानमंत्री को खुश करने की कोशिश कर रही हैं, यह सोचकर कि भतीजे (अभिषेक बनर्जी) को केंद्रीय एजेंसियों से बचाया जा सके लेकिन ऐसा नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री की प्रशंसा कर और पार्टी के अन्य नेताओं पर आरोप लगाकर भाजपा में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं.
एनडीटीवी के मुताबिक, शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणी उनके भतीजे और पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी को बचाने में मदद करने के लिए एक चाल है, जो वर्तमान में राज्य में कथित कोयला घोटाले के सिलसिले में ईडी के निशाने पर हैं.
पिछले दो महीनों में सीबीआई और ईडी ने टीएमसी सरकार और सत्तारूढ़ दल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई की है. पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं, पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल को क्रमशः कथित स्कूल भर्ती घोटाले और पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया है.
ईडी ने कथित रूप से राज्य के मंत्री रहे चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े परिसरों से 40 करोड़ रुपये से अधिक की राशि बरामद करने का दावा किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)
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New Delhi: इस बार चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से शुरू हो रही है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। हर दिन माँ दुर्गा के एक अलग रूप की पूजा की जाती है, ऐसा करने से कहा जाता है कि देवी नकारात्मकता को दूर करती हैं और आपको शक्ति प्रदान करती हैं। चैत्र नवरात्रि से पहले आइए जानते हैं इस पर्व के बारे में महत्वपूर्ण तिथि, शुभ मुहूर्त और अन्य महत्वपूर्ण बातें।
इस बार चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से सर्वार्थ सिद्धि योग में शुरू होगी। नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक और भी कई शुभ योग विद्यमान रहेंगे।
देवी दुर्गा जिस दिन पहुंचती हैं वह बताता है कि आने वाला वर्ष कैसा रहेगा और आने वाले वर्ष में लोगों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इस बार, देवी दुर्गा सिंह के बजाय घोड़े पर आएंगी और इसे एक अशुभ संकेत के रूप में दर्शाया गया है। यह इंगित करता है कि इस वर्ष कुछ उथल-पुथल हो सकती है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, पड़ोसी देशों के साथ युद्ध की संभावना होगी। कई तूफान और भूकंप भी आने की संभावना है। इस बार मां घोड़े पर आ कर नर वाहन यानी मानव के कंधे पर जाएंगी।
कैसे करें माता की पूजा ?
मां दुर्गा की पूजा काले रंग के वस्त्र पहनकर नहीं करनी चाहिए। नवरात्रि के दौरान व्रतियों को नौ दिनों तक दाढ़ी-मूंछ, बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। नवरात्रि के पावन दिनों में व्रत रखने वाले को दिन में सोना नहीं चाहिए। नवरात्रि के दौरान नौ दिनों में मां को प्रसन्न करने के लिए रोजाना दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को फोन टैपिंग का मुद्दा उठाया और प्रधानमंत्री पर परोक्ष रूप से हमला किया। राहुल ने ट्वीट किया, हम जानते हैं कि वह क्या पढ़ रहा है- आपके फोन पर सब कुछ! हैशटैग पेगासस।
इसके साथ उन्होंने अपने 16 जुलाई के ट्वीट को टैग करते हुए कहा, मैं सोच रहा हूं कि आप लोग इन दिनों क्या पढ़ रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार टैपिंग जीवी है और आरएसएस नेतृत्व को भी नहीं बख्शा है, यह जासूसी सरकार है।
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एटम बीएमपी के रूसी-फ्रांसीसी विकास पर वापसी संभव है, लेकिन रूसी रक्षा उद्यमों को पश्चिमी सहयोगियों के साथ संबंधों में सुधार के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना चाहिए, रिपोर्ट रिया नोवोस्ती रोसोबोरोनएक्सपोर्ट अनातोली इसायकिन के सामान्य निदेशक का बयान।
"हाइपोथेटिक रूप से, सहयोग की निरंतरता हमेशा संभव है, लेकिन अगर प्रतिबंधों के कारण उत्पन्न होने वाला यह ठहराव एक या दो साल तक जारी रहता है, तो हमारे लिए किसी तरह के सहयोग में प्रवेश करने का क्या मतलब है? " इस समय के दौरान, एक नया सहयोग निश्चित रूप से बनेगा, "इसिकिन ने कहा।
उनके अनुसार, "अपने नए विकास के साथ रूसी रक्षा उद्योग केवल भू-राजनीतिक स्थिति में सुधार के लिए इंतजार नहीं करेगा, क्योंकि यह आर्थिक रूप से लाभहीन है। "
एटम बीएमपी परियोजना को पहली बार 2013 में निज़नी टैगिल में प्रस्तुत किया गया था। कार को शुरू में रूसी केंद्रीय अनुसंधान संस्थान ब्यूरेस्टनिक (यूरालवगोनज़ावॉड का हिस्सा) और फ्रांसीसी रेनॉल्ट ट्रक्स रक्षा द्वारा विकसित किया गया था। इस सहयोग के हिस्से के रूप में, रूसी संघ ने एक 57-mm तोप के साथ बाइकाल मुकाबला मॉड्यूल का प्रस्ताव दिया।
फिर, लगाए गए प्रतिबंधों के कारण, फ्रांसीसी कंपनी को अमीरात डिफेंस टेक्नोलॉजीज द्वारा बदल दिया गया था, जो एनिग्मा बख्तरबंद कार के लिए चेसिस बनाती है।
इसके अलावा, यूवीजेड के महानिदेशक ओलेग सिएनको ने हाल ही में "कजाकिस्तान के साथ संयुक्त उद्यम बनाने के मुद्दे के अध्ययन की घोषणा की, जिसमें एक नया आयात लाइसेंसिंग प्लेटफॉर्म है। "
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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अपने बोल्ड लुक के चलते पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में चल रही बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा गुप्ता भी कोरोना की चपेट में आ गई है। इस हालात में भी एक्ट्रेस ने हार ना मानते हुए कोरोना का मजबूती से सामनाकरनी की बात कही है उन्हे यकीन है कि वह इससे और मजबूत होकर वापस आएंगी।
छत्तीस वर्षीय अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर अपने फैंस को कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा- अत्यधिक सावधानियों के बावजूद, मैं कोविड-19 से संक्रमित हो गई हूं। मैं प्रोटोकॉल का पालन कर रही हूं और खुद को सबसे अलग कर लिया है। इस समय मैं होम क्वारंटाइन में हूं।
एक्ट्रेस ने आगे लिखा- 'मुझे यकीन है कि मैं इससे और मजबूत होकर वापस आऊंगी। कृपया सुरक्षित रहें और मास्क लगाएं। अपना और दूसरों का ख्याल रखें। सभी को प्यार। ईशा गुप्ता आखिरी बार 2021 की वेब सीरीज 'नकाब' में नजर आयी थी। बॉलीवुड की बोल्ड अभिनेत्री ईशा गुप्ता कास्टिंग काउच को लेकर खुलकर बात कर चुकी है।
उन्होंने दावा किया था कि- एक प्रोड्यूसर के साथ सोने से मना करने पर उन्हें फिल्म से बाहर कर दिया गया था।
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कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने वाली रेसलर दिव्या काकरान और दिल्ली सरकार के बीच मदद को लेकर चल रहा विवाद अभी थमा नहीं है। रेसलर दिव्या ने कहा है कि उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है। उधर सरकार ने दिव्या के इन आरोपों को खारिज किया है।
एनबीटी न्यूज, गोकलपुरः कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाली दिव्या काकरान ने फिर अपने दावे को दोहराते हुए कहा कि 20 साल से दिल्ली में रहने के बावजूद उन्हें अब तक दिल्ली सरकार से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उन्होंने यूपी की ओर से खेलना शुरू कर दिया। उनका ये भी कहना है कि वे खुद सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मिलीं, लेकिन इसके बावजूद सरकार की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिली। उधर, दिल्ली सरकार ने दिव्या के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। दिव्या ने कहा कि वे देश के लिए मेडल तो जीतीं, लेकिन दिल्ली सरकार का दिल नहीं जीत सकीं। बता दें कि बर्घिंगम खेलों में कुश्ती में पदक जीतने पर जब सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर उन्हें बधाई थी। उनके जवाबी ट्वीट में दिव्या ने दिल्ली सरकार से उन्हें मदद न मिलने का मुद्दा उठाया था।
CWG 2022: दिव्या काकरान दिल्ली की बेटी या यूपी की, बहस और गरमाई इस सिलसिले में उन्होंने गुरुवार को दिव्या ने कहा कि वह 2001 में दिल्ली आई थीं और 2006 में पहलवानी शुरू की थी। उनका परिवार ईस्ट दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में पिछले 20 साल से किराये के घर में रह रहा है। वह बताती हैं कि हमने दो से तीन घंटे बसों में खड़े रहकर सफर किया है। इसके बाद 2017 तक वह दिल्ली को 58 मेडल दे चुकी थीं। इसमें कई सारे गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। दिल्ली सरकार की ओर से उनके घर पर कोई नहीं आया। साथ ही दिल्ली सरकार की ओर से किसी ने नहीं पूछा कि एशियन गेम्स में मुझे अवॉर्ड मिला है। हालांकि उन्होंने बताया कि इलाके से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की ओर से उन्हें 3 लाख की मदद मिली थी। उन्होंने बताया कि दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट कर कहा था कि सुशील कुमार, साइना नेहवाल को हरियाणा सरकार ने पैसे दिए, जबकि सब दिल्ली में रहते हैं। साल 2017 में दिव्या खुद दिल्ली के सीएम से मिली थीं। सीएम के कहने पर उन्हें लिखकर भी दिया। लेकिन मदद नहीं मिली। इसके बाद 2017 के आखिर से वे यूपी की ओर से खेलने लगी। दिव्या ने बताया कि मुझे यूपी से आजीवन 20 हजार रुपये पेंशन का प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने साफ किया कि दिल्ली सरकार से उनकी कोई दुश्मनी नहीं है। लेकिन अगर वो बाकी खिलाड़ियों की मदद करते हैं तो मेरी मदद क्यों नहीं की।
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नारायणपुर में धर्मांतरण के आरोप में बवाल के बाद इलाके में अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। सुरक्षा के लिहाज से शहर सहित आसपास के इलाके में करीब 5 हजार जवानों की तैनाती की गई है। शांति नगर और बंगला पारा वार्ड में हालात सबसे ज्यादा खराब थे। इस मामले में 35 से 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
आदिवासी समाज ने धर्मांतरण के मामले को लेकर सोमवार को बंद का आह्वान किया था। पुलिस फोर्स को गुमराह करने के लिए 4 गुट के सदस्य अलग-अलग जगहों पर मौजूद थे। उपद्रवियों के हाथों में कुल्हाड़ी, फरसा, रॉड और लाठियां थी। चर्च में घुसी भीड़ में महिलाएं भी शामिल थीं। यह खुलासा शहर के एक प्रत्यक्षदर्शी ने दैनिक भास्कर के सामने किया।
नारायणपुर में हुए उपद्रव के बाद दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची। मामले के बाद शहर में सन्नाटा पसरा हुआ था। चप्पे-चप्पे में जवानों की तैनाती की गई है। चर्च के बाहर भी जवानों को तैनात किया गया है। बस्तर IG सुंदरराज पी समेत 4 IPS ऑफिसर मौके पर मौजूद रहे। मामले के संबंध में पुलिस और प्रशासन के अफसरों की हाई लेवल मीटिंग भी हुई है।
जब हम शहर के एक चर्च में पहुंचे तो यहां चारों तरफ कांच बिखरा हुआ था। खिड़कियां टूटी हुईं थी। दरवाजे टूटे हुए थे। मसीह समाज के धार्मिक ग्रंथ, फोटो और मूर्तियों के साथ भी तोड़-फोड़ की गई थी। चर्च के अंदर कुर्सियां, टेबल, माइक सिस्टम समेत अन्य सामान तहस-नहस थे। डर की वजह से दिन में मसीह समाज के सदस्य चर्च के अंदर तक नहीं आए। लेकिन, जब हम चर्च पहुंचे तो हमें देख कर पीछे की तरफ से कुछ लोग पहुंचे।
हालांकि, सभी डरे हुए थे। कुछ भी कहने से मना कर दिया। बस टूटे-फूटे सामानों और धार्मिक ग्रंथों को उठाकर सुरक्षित रखने लगे थे। चर्च के पास स्थित अन्य कमरों में भी उपद्रवी घुसे थे। वहां भी सारा सामान तोड़ा गया। दरअसल यह वही चर्च है जहां भीड़ को रोकने के लिए जुटे SP सदानंद कुमार समेत पुलिस जवानों की भी लाठियों से पिटाई की गई थी। थानेदार को पटक-पटककर मारा था।
चर्च से निकलने के बाद जब हम शहर के अन्य इलाकों में गए और सुनसान गलियों की वीडियो और तस्वीरें लेने लगे तो दो युवक बाइक से हमारे पास पहुंचे और उन्होंने हमसे हमारा परिचय पूछा। फिर फोटो वीडियो लेने से मना कर दिया। ये लोग कौन थे? किस समुदाय से थे? इसकी जानकारी उन्होंने हमें नहीं दी। बहरहाल तनावपूर्ण स्थित को देखते हुए हम भी वहां से निकल गए और दूसरी तरफ चले गए थे।
शहर के शांति नगर वार्ड और बंगलापारा वार्ड में स्थित ज्यादा खराब नजर आई। इन दोनों वार्डों में चप्पे-चप्पे में जवानों को तैनात किया गया था। हमें ऐसी सूचना मिली थी कि इन इलाकों में रात में उपद्रवी घुस गए हैं। हम भी पहुंचे। सड़कें वीरान थी। हालांकि, यहां पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन भी घूम रही थी। रात में कुछ लोगों को पकड़ा भी गया है।
इस मामले के बाद सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल में जाकर तोड़-फोड़ करना गलत है। इस घटना के पीछे सर्व आदिवासी समाज का नाम आ रहा है। लेकिन, हमारे लोगों ने ऐसा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन लोग थे, हमें नहीं पता है। सर्व आदिवासी समाज ने इस घटना की निंदा की है।
बताया जा रहा है कि, ग्रामीणों के इस विरोध के पीछे कुछ राजनीतिक संगठन का भी हाथ था। जब मामले ने उग्र रूप लिया और पुलिस वालों को पीटना शुरू किया तो पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। भाजपा के जिला अध्यक्ष रूप सिंह सलाम को भी हिरासत में लिया है। हालांकि, इस मामले की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
चर्च में हुई तोड़फोड़ की घटना का CCTV फुटेज भास्कर के हाथ लगा है। इसमें चर्च का गेट तोड़कर अंदर घुसते कुछ लोग नजर आ रहे हैं। कुछ के हाथों में लाठियां हैं तो कुछ ने लोहे का सामान पकड़ा हुआ है। चर्च के अंदर जमकर तोड़-फोड़ की गई। इधर, पुलिस इस मामले के बाद उपद्रवियों की तलाश में जुट गई है।
दरअसल, जिले के एक गोर्रा गांव में धर्मांतरित लोगों और ग्रामीणों ने बैठक रखी। इसमें धर्मांतरित परिवारों को मूल धर्म में लौटने कहा गया। लेकिन, यहां विवाद इतना बढ़ गया कि मामले ने तूल पकड़ लिया। दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। जिसके बाद सोमवार को ग्रामीणों ने जिला बंद का आह्वान कर दिया था।
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मंडी - प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं व जमा दो की वार्षिक परीक्षाओं को लेकर शिक्षा विभाग की टीम द्वारा औचक निरीक्षण जारी है। शनिवार को जमा दो के अर्थशास्त्र के पेपर में प्रारंभिक शिक्षा विभाग के कार्यकारी उपनिदेशक नरेंद्र जम्वाल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चुराग में दबिश दी। दबिश के दौरान उन्होंने उक्त परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरों को चैक किया। इस दौरान परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी कैमरे सही पाए गए। इसके अलावा उन्होंने स्कूल की व्यवस्था को चैक किया। स्कूल में समस्त व्यवस्था सामान्य पाई गई। इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा विभाग के कार्यकारी उपनिदेशक नरेंद्र जम्वाल का कहना है कि टीम ने एक स्कूल में औचक निरीक्षण किया है। इस दौरान कोई भी मामला नकल का नहीं पकड़ गया है।
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शिवपुरी। अपने निर्धारित समय सीमा से लगभग 10 साल पीछे चल रहे सीवर प्रोजेक्ट में घर से सीवर लाइन तक कनेक्शन के लिए प्रशासन के पास कोई भी कार्य योजना नहीं हैं। घर से सीवर तक पाइप लाइन डालने का काम कौन सा विभाग करेगा अभी तय नही हैं। विकास के नाम पर शिवपुरी की सडको पर उतारा यह प्रोजेक्ट विनाश का काम कर गया। पूरा शहर खोद दिया गया,लोगों के फेफड़े धूल के गोदाम बन गए। सीवर प्रोजेक्ट से कई गुना राशि सडको को पुनःबनाने में लग गए।
जो काम 21 माह में पूरा होना था उसे 250 माह से अधिक हो गए। इस प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं जब यह प्रोजेक्ट पूर्णता की ओर है,लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य अभी भी आने वाले प्लान से गायब है कि घरो सें सीवर की लाइन कौन सा विभाग जोडेंगा। अब इसके लिए फिर सडको को खोदा जाएगा,इसकी भरपाई कैसे होगी। कुल मिलाकर उचित कार्ययोजना के अभाव के कारण यह प्रोजेक्ट विकास से विनाश कर गया।
एक दशक से भी अधिक समय से चल रहे सीवर प्रोजेक्ट के काम ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है। सोमवार से पीएचई ने शहर और झांसी रोड के किनारे बिछाइ गई सीवर लाइन को कनेक्टिंग का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए झांसी रोड पर खुदाई करते हुए यहां से आवाजाही वाहनों और लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है। रूट को शमशान घाट वाली रोड से डायवर्ट कर करबला पुल पर होकर निकाला जा रहा है। करवला पर सीवर लाइन की कनेक्टिंग के बाद बांकड़े हनुमान मंदिर के मोड पर भी आवाजाही बंद कर उसे कनेक्ट किया जाएगा।
पीएचई के ईई का कहना है कि बारिश के चलते हम इस काम को बहुत जल्द निपटाना जा रहे हैं, क्योंकि बारिश होने पर पानी के बहाव के चलते लाइन नहीं बिछ पाएगी। उनके अनुसार वह एक माह के अंदर सीवर की मुख्य लाइन का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद फिलहाल सीवर से जो नाले आदि जोड़े गए हैं, उनका पानी ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचने लगेगा।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि सीवर लाइन का संधारण और संवर्धन पीएचई करेगी या फिर नगर पालिका। हालांकि पूर्व में आई फोर्थ रिवाइज की प्रोसिडिंग में इस बात का उल्लेख था कि इसका संधारण और कनेक्शन देने की जिम्मेदारी नपा को दी जाए, परंतु जो निर्देश नपा को मिले थे उस पर भी नपा ने कोई योजना फिलहाल तैयार नहीं की है।
सीवर लाइन का काम शुरू हुए डेढ़ दशक बीत चुका है। डेढ़ दशक बीतने के बाद भी अभी शहर में लोगों को दिए जाने वाले सीवर कनेक्शन को लेकर प्रशासन के पास कोई ब्लू प्रिंट नहीं है। इसके अलावा अभी यह भी डिसाइड नहीं हुआ है कि शहर में सीवर के कनेक्शन कहां-कहां और किस-किस को दिए जाएंगे। कनेक्शन नगर पालिका द्वारा दिए जाएंगे या फिर पीएचई द्वारा। कुल मिलाकर बेहद मंथर गति से चल रही इस योजना की सक्सेस पर भी अभी सवालिया निशान लगा हुआ है।
अधिकारियों का कहना है कि पूर्व में नपा ने कनेक्शन को लेकर एक सर्वे करवाया था। इस सर्वे में यह बात सामने आई थी कि शहर भर में कनेक्शन देने के लिए 36 करोड़ रुपये की कार्य योजना बनेगी। इस सर्वे को हुए समय बीत चुका है ऐसे में यह तय है कि जैसे 62 करोड़ का सीवर प्रोजेक्ट सवा सौ करोड़ तक जा पहुंचा है वैसे ही कनेक्शन बिछाने के लिए जो रिवाइज बजट तैयार किया जाएगा, उसमें 36 करोड़ की कार्ययोजना दोगुने से अधिक की हो जाएगी।
सीवर प्रोजेक्ट साल 2008 में शुरू हुआ था। टेंडर के बाद इसका वर्क आर्डर जुलाई 2013 को जैन एंड राय को मिला। यह प्रोजेक्ट 21 माह में पूरा होना था, लेकिन अब तक अधूरा है। प्रोजेक्ट सवीकृति के समय इसकी लागत 62 करोड़ रुपए थी, लेकिन इतने समय में 120 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गई। काम में देरी होते देख विभाग कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की तैयारी में था। लेकिन अब इसका काम एक बार फिर गति पकड़ता दिखाई दे रहा है।
बारिश के दिनों मे सड़क पर क्रांसिंग करना मुश्किल होता है, यही कारण है कि हम बारिश से पहले करबला और बांकड़े पर क्रांसिंग कर लाइन लिंक करने का काम करवा रहे हैं। इसी वजह से रूट डायवर्ट किया गया है। हम अधिकतम एक महीने में सीवर की मुख्य लाइन का काम पूरा कर देंगे। शहर में सीवर के कनेक्शन को लेकर अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कनेक्श्न कैसे दिए जाएंगे। कनेक्शन पीएचई देगी या नपा। भविष्य में जिस तरह के भी निर्देश आएंगे उनके अनुसार कार्य किया जाएगा।
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नई दिल्लीः
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को रात 8 बजे देश को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस के कारण लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के इसी भाषण पर अपना रिएक्शन देते हुए बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने ट्वीट किया है. डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने अपने इस ट्वीट में सरकार के सामने कई सवाल भी उठाए हैं.
डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने एक लंबा पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'इस नई आत्मनिर्भरता का अर्थ क्या है? किसे होना है आत्मनिर्भर? हमें या देश को? देश को आत्मनिर्भर होना है? वो तो कमाल है. होना भी चाहिए. अभी नहीं है क्या देश आत्मनिर्भर? या हम आर्थिक उदारीकरण को शामिल करने की बात कर रहे हैं? कोई बड़ी पॉलिसी चेंज हो रही है क्या? या फिर इंटरनेशनल ट्रेडिंग के संदर्भ में किसी नए फैंसले की तरफ इशारा है ? वो भी अच्छा है.
स्वदेशी अभियान पुनः प्रारंभ किया जा रहा है. पर क्या ऐसा कह रहे हैं वो अत्मनिर्भरता के संदर्भ में ? विदेशी गाड़ियां, कपड़े, पेन, चश्मे, इतर वो सब बंद करने की बात है क्या? मुझे तकलीफ होगी पर देश के लिए मैं वो सब करने को तैयार हूं. पर ये सब अगर होना भी है तोसरकार को करना है. हमें तो सिर्फ उन नीतियों का पालन करना है. तो फिर मुझे क्या करना है? समझ नहीं पा रहा हूं इस 'नई आत्मनिर्भरता' का अर्थ. क्या मुंबई, दिल्ली से आपदा की स्थिति में अपने घर पहुंचने के लिए आत्मनिर्भर होना है? या फिर उसी आपदा की स्थिति में देश की अर्थव्यवस्था को बचाने की कोशिश में अपनी और अपनों की जान बचाने के लिए आत्मनिर्भर होना है? मैं समझा नहीं, आप समझे क्या?'
बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी अपना रिएक्शन दे रहे हैं. अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और सम सामयिक मुद्दों पर अपने राय भी रखते हैं. जिसके कारण अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) को ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ता है. वहीं पीएम मोदी के पैकेज की बात करें तो ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु-मंझोले उद्योग, MSME के लिए है.
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11. दरअसल गुरुवार की शाम बारिश से गुड़गांव के होंडा चौक से जाम की शुरूआत हुई. कई गाड़ियां वहां फंस गई. उसके बाद एनएच 8 पर गुड़गांव से दिल्ली का रास्ता खुलवाया गया लेकिन जाम से निजात नहीं मिला. हरियाणा रोडवेज़ की बस के खराब होने की वजह से ये जाम लगा.
8. डिस्ट्रिक्टो मजिस्ट्रेओट ने बारिश और भारी जाम की वजह से गुड़गांव में आज और कल सभी स्कूलों में छुट्टी दे दी है.
7. जाम के बाद हरकत में आई गुड़गांव पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वो गुड़गांव आने से बचें. खासकर ये अपील दिल्ली से गुड़गांव जाने वालों से की गई है.
6. जाम के कारण भूख प्यास और थकान से बेहाल हैं लोग. लोगों की पूरी रात सड़क पर गुजर गई. नाइट शिफ्ट वाले ऑफिस नहीं पहुंच पाए. ईवनिंग शिफ्ट वाले घर नहीं पहुंच पाए.
5. जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस सख्ती बरत रही है. डीसीपी ने कहा कि जो भी जाम के लिए दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
4. जाम से निपटने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मीटिंग हुई.
दिल्ली से सटे गुड़गांव में भारी जाम लगा हुआ है. बीते 19 घंटे से 25 किलोमीटर का लंबा जाम है. लोगों से अपील की गई है कि वो दिल्ली से गुड़गांव की तरफ नहीं आए. शहर में भारी बारिश और जाम की वजह से स्कूल बंद करने पड़े हैं. खट्टर ने इस जाम के लिए केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है. आइए जानते हैं कि अब तक 10 बड़े अपडेट 1. दिल्ली से सटे गुड़गांव में भारी जाम लगा हुआ है. ये मामूली जाम नहीं है, बल्कि 25 किलोमीटर का लंबा जाम है, जो बीते 18 घंटे से जारी है.
2. जाम के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक रेंग रहा है.
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चेन्नई सुपरकिंग्स के तेज गेंदबाज दीपक चाहर शादी के बंधन में बंध चुके हैं। उन्होंने एक जून को जया भारद्वाज के साथ सात फेरे लिए। इसके बाद दीपक और जया ने अपनी शादी का रिसेप्शन भी दिया है, जिसमें खेल जगत कई कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी भी इस रिसेप्शन में शामिल हुए। हालांकि, भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ी इस शादी का हिस्सा नहीं थे, लेकिन टी20 टीम के अधिकतर खिलाड़ी रिसेप्शन में पहुंचे थे। दीपक और जया ने इस रिसेप्शन की फोटो भी शेयर की हैं।
29 मई को आईपीएल खत्म होने की ठीक बाद दीपक चाहर ने एक जून को शादी की थी और बाद में इसका रिसेप्शन दिया। इस रिसेप्शन में टीम इंडिया के कई दिग्गज सितारे शामिल हुए।
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार भी दीपक चाहर की शादी में अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। इन दोनों खिलाड़ियों के गेंदबाजी करने का अंदाज लगभग एक समान है। दोनों गेंदबाज गेंद को स्विंग कराने में महारत रखते हैं और पावरप्ले में विकेट चटकाने में माहिर हैं।
दीपक चाहर के साथी खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर भी शादी के रिसेप्शन में पहुंचे। शार्दुल और दीपक ने आईपीएल में साथ मिलकर चेन्नई के लिए कमाल किया था और टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई थी। हालांकि, अब शार्दुल ठाकुर दिल्ली के लिए खेलते हैं।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी दीपक चाहर की शादी के रिसेप्शन में शामिल हुए। उनके अलावा सुरेश रैना जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी भी इस शादी का हिस्सा बने।
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International Hellenic University (IHU)
हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म मैनेजमेंट प्रोग्राम में एमएससी इंटरनेशनल हेलेनिक यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी सेंटर ऑफ इंटरनेशनल प्रोग्राम्स ऑफ स्टडीज के स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज, सोशल साइंसेज एंड इकोनॉमिक्स द्वारा पेश किया जा रहा है।
कार्यक्रम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से विकसित पर्यटन क्षेत्र में प्रबंधन और रणनीतिक मुद्दों से संबंधित व्यावहारिक अभिविन्यास के साथ पर्यटन में विशेषज्ञता प्रदान करता है।ग्रीस आतिथ्य और पर्यटन का अध्ययन करने के लिए आदर्श स्थान प्रदान करता है और अधिक विशेष रूप से, थेसालोनिकी, जो कई अलग-अलग संस्कृतियों और एक छात्र महानगर के चौराहे पर रहा है।पाठ्यक्रम विशेष रूप से अंग्रेजी में पढ़ाए जाते हैं।
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देश में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति बिजली खपत करने वाले राज्यों में से एक तमिलनाडु ऊर्जा बदलाव के मामले में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
'तमिलनाडु सतत ऊर्जा बदलाव वार्ता' कार्यक्रम के दौरान जारी रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु जैसा अत्यधिक औद्योगीकृत राज्य नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लगभग 60 प्रतिशत एकीकृत कर अपनी बढ़ती ऊर्जा जरूरतों के बावजूद उत्सर्जन को 25-32 प्रतिशत तक कम कर सकता है।
शोध संस्थान डब्ल्यूआरआई इंडिया की प्रमुख संध्या एस रागवन ने कहा कि तापीय और नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता तथा इसमें इजाफा करने की योजना के साथ राज्य अनूठा है। भविष्य में होने वाली क्षमता वृद्धि और उसका उत्सर्जन पर पड़ने वाले प्रभाव एवं दोनों स्रोतों से उत्पादन का विवेकपूर्ण मूल्यांकन करना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा नियोजन उपकरण आपूर्ति-मांग की संभावनाओं का पता लगाने, उत्सर्जन लक्ष्यों को तय करने और राज्य को निम्न-कार्बन उत्सर्जन की ओर ले जाने में विभिन्न तरीकों को तैयार करने में उपयोगी साबित हो सकते हैं।
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जम्मू-कश्मीर के बडगाम के वाटरहेल इलाके में आतंकियों संग मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर लतीफ राथर समेत तीन आतंकियों को मार गिराया है.
जम्मू-कश्मीर के बडगाम के वाटरहेल इलाके में आतंकियों संग मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर लतीफ राथर समेत तीन आतंकियों को मार गिराया है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया है कि घटनास्थल से शव निकाले जा रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं. पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मारने को बड़ी सफलता बताया है. बताया जा रहा है कि जो तीन आतंकी मारे गए हैं, उसमें एक आतंकी मई में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या में भी शामिल था.
कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने बताया कि लतीफ राथर उर्फ ओसामा उन तीन लश्कर आतंकियों में शामिल था, जिन्हें आज बडगाम में मार गिराया है. इससे पहले पुलिस के एक प्रवक्ता ने बुधवार सुबह बताया कि सुरक्षा बलों ने जिले में खानसाहिब इलाके के वाटरहेल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद वहां घेराबंदी की और तलाश अभियान चलाया.
बता दें कि राहुल भट्ट की जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में चडूरा शहर में 12 मई को तहसील कार्यालय के भीतर आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसे शरणार्थियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी मिली थी. इसके कुछ दिन बाद लश्कर के आतंकवादियों ने टीवी कलाकार अमरीन भट की बडगाम जिले के चडूरा में उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी.
कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों की 'टारगेट किलिंग' का सिलसिला इस साल मई में शुरू हुआ था. राहुल भट की हत्या के बाद प्रधानमंत्री पैकेज-वर्ष 2012 के तहत नौकरी कर रहे दर्जनों कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया था और बड़े पैमाने पर पलायन की धमकी दी था. भट की हत्या के बाद कई स्थानों पर लगभग 6,000 कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया था. उन्होंने मांग की थी कि उन्हें घाटी से बाहर ट्रांसफर किया जाए.
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि उनकी हत्या के लिए एक नई योजना बनाई गई थी।
उन्होंने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी पर एक प्रमुख साजिशकर्ता होने का आरोप लगाया। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष ने कथित साजिश को 'प्लान-सी' करार दिया, इसके लिए उन्होंने जरदारी पर हत्या के प्रयास को अंजाम देने के लिए एक आतंकवादी संगठन को पैसे देने का आरोप लगाया ।
खान ने आरोप लगाया, "अब उन्होंने प्लान सी बनाया है और इसके पीछे आसिफ जरदारी हैं। उनके पास भ्रष्टाचार का बहुत पैसा है, जिसे वह सिंध सरकार से लूटते हैं और चुनाव जीतने पर खर्च करते हैं। उन्होंने (जरदारी ने) एक आतंकी संगठन को पैसा दिया है और ताकतवर एजेंसियों के लोग उनकी मदद कर रहे हैं। "
उन्होंने कहा, "यह तीन मोचरें पर तय किया गया है और वे जल्द ही कार्रवाई करेंगे। मैं आपको यह इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि अगर मुझे कुछ होता है तो देश को उन लोगों को जानना चाहिए, जो इसके पीछे थे, ताकि देश उन्हें कभी माफ न करे। "
पिछले साल नवंबर में वजीराबाद में अपने ऊपर हुए हमले का जिक्र करते हुए खान ने आगे दावा किया कि धार्मिक उग्रवाद के नाम पर 'प्लान-बी' के तहत उन्हें मारने की साजिश रची गई थी।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पूर्व प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, "वे मुझे मारने की अपनी योजना में लगभग सफल हो गए थे, लेकिन अब वे प्लान-सी की ओर बढ़ रहे हैं। "
उन्होंने कहा कि पहले चार लोग थे, जिन्होंने बंद कमरे में मुझे मारने की साजिश रची।
"जब मुझे साजिश के बारे में पता चला, तो मैंने एक वीडियो बनाया और इसे विदेश भेज दिया और एक जनसभा में घोषणा की कि अगर कुछ होता है, तो वीडियो जारी कर दिया जाएगा। "
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के चलते रविवार को बंद किए साप्ताहिक बाजारों को फिर से खोलने का आदेश जारी कर दिया है। कोरोना के कारण रविवार को इन बाजारों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया था। जिसे रक्षा बंधन को देखते हुए वापस ले लिया गया है। राज्य सरकार के इस आदेश के बाद यूपी में रविवार से अब सभी बाजार खुल जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
बाजार खोलने का आदेश जारी करते हुए योगी ने कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराने का निर्देश भी दिया है। साथ ही लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। हालांकि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा।
राज्य में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति अपनाई जा रही है। प्रदेश में अब तक 07 करोड़ 01 लाख 69 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। जबकि 06 करोड़ 24 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। 05 करोड़ 26 लाख से अधिक प्रदेशवासियों ने कम से कम वैक्सीन की एक डोज लगा ली है। जबकि टीके की दोनों डोज प्राप्त करने वालों की संख्या एक करोड़ के पार करने वाली है।
वहीं कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए राज्य में रविवार को बाजारों को बंद रखने का आदेश दिया था। हालांकि रक्षा बंधन को देखते हुए अब राज्य सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया है और रविवार को भी राज्य में बाजार खुलें रहेंगे।
रक्षाबंधन के पर्व पर योगी सरकार ने परिवहन निगम की बसों में बहनों को मुफ्त यात्रा की सुविधा का उपहार भी दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर परिवहन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बुधवार को आदेश जारी करते हुए कहा गया कि रक्षाबंधन के अवसर पर महिला यात्री 21 अगस्त की रात 12 बजे से 22 अगस्त की रात 12 बजे रोडवेज की बस में फ्री में सफर कर सकेंगी।
यूपी सरकार ने रक्षाबंधन के अवसर पर राज्य की महिलाओं को ओर भी काफी सारे तोहफे दिए हैं। रक्षाबंधन पर्व के ठीक एक दिन पहले राज्य में मिशन शक्ति के तीसरे चरण की शुरूआत की जा रही है। जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला पुलिसकर्मियों को बीट पुलिस अधिकारी के पद पर तैनाती का गिफ्ट देंगे। इसके अलावा महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए सभी जिलों में बालवाड़ी बनाई जाएगी। इतना ही नहीं प्रदेश के लगभग 1300 थानों में पिंक टायलेट का निर्माण किया जाएगा।
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बलरामपुर, 04 अगस्त। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी के माध्यम से गांवों में महिला समूहों के माध्यम से विभिन्न आजीविकामुलक कार्य प्रारम्भ किए गए हैं। जिसके तहत बलरामपुर जिले में भी महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं सामूहिक खेती कर स्वयं को आर्थिक रूप से सक्षम बना रहीं है। साथ ही गौठान की सामुदायिक बाड़ी में खेती कर समूह की महिलाएं सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहीं हैं। इसी कड़ी में बलरामपुर(Balrampur) जिले के शंकरगढ़ विकाखंड की महिलाओं ने खेत में हरी व तीखी मिर्च की विशेष प्रजाति लगाई। कम लागत में मिर्च की खेती से महिलाओं ने 12 गुना तक लाभ अर्जित किया है।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ ब्लॉक के टिकनी गोठान की निराला एवं गुलाब महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गौठान के लगभग 1. 50 एकड़ भूमि में मिर्च की खेती की गई है। खेती शुरू करने से पहले जिले के उद्यानिकी विभाग द्वारा अच्छी पैदावार लेने लिए महिलाओं को आवश्यक जानकारी व ट्रेनिंग दी गई तथा बाड़ी में मिर्च की जेके-46 की प्रजाति लगाने का सुझाव दिया गया।
महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने उद्यानिकी विभाग से ट्रेनिंग लेकर स्वयं के समूह से ऋण लेकर मिर्च की खेती की गई, जिसमें गुलाब महिला स्व-सहायता समूह द्वारा 12 हजार 840 रुपए एवं निराला स्व-सहायता समूह द्वारा 7 हजार 530 रुपए की लागत लगाकर मिर्च की खेती (chilli Crops) की गई। गौठान समिति द्वारा महिलाओं को डेढ़ एकड़ की भूमि सामुदायिक बाड़ी के लिए दी गई। सामुदायिक बाड़ी में महिलाओं ने मिर्च का उत्पादन शुरू किया।
उद्यानिकी विभाग के सतत मार्गदर्शन और अच्छी देखभाल एवं विभाग के अधिकारियों के द्वारा दी गई सलाह पर अमल करते हुए खेती करने पर अच्छी फसल प्राप्त हुई। मिर्च को बाजारों में बेचकर अच्छे दाम मिले। जिसे बाजार में विक्रय करने पर गुलाब स्व-सहायता समूह को 92 हजार 980 रूपए तथा निराला स्व-सहायता समूह को 86 हजार 830 रूपए का मुनाफा प्राप्त हुआ।
महिलाओं का कहना है कि इस तरह सामूहिक बाड़ी में खेती करने से उनके जीवन में बदलाव आया। बलरामपुर के शंकरगढ़ विकासखंड में दो महिला समूह में लगभग 30 महिलाएं काम कर रही हैं। इस समूह की महिलाएं अब आत्मनिर्भर हो रही हैं। अब उन्हें परिवार चलाने के लिए मजदूरी करने की जरूरत नहीं पड़ती वे अपने परिवार के संचालन में अपनी भी सहभागिता निभा रही है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि अभी तक उनके द्वारा चार बार मिर्च की तोड़ाई की गई है तथा आने वाले समय में 04 से 05 बार मिर्च की तोड़ाई और की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि मौसम अनुकूल एवं मण्डी में मिर्च की आवक कम होने पर और आमदनी प्राप्त होगी। समूह के सदस्यों ने बताया कि अम्बिकापुर के थोक विक्रेता नियमित रूप से बाड़ी में पहुंचकर उनसे मिर्च की खरीदी करते हैं जिससे उन्हें बाड़ी में ही मिर्च का उचित दाम मिल जा रहा है।
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क्रिकेट मैदान का रखरखाव करना कोई आसान काम नही होता. अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के मैदान को तैयार करने में ग्राउंडमैन की एक अहम भूमिका होती है. इसमें जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वह पिच है. पिच टीमों की हार और जीत तय करने में भी एक अहम भूमिका निभाती हैं.
ऑस्ट्रेलिया का एडिलेड ओवल क्रिकेट ग्राउंड दुनिया के शानदार क्रिकेट ग्राउंड में से एक है. दुनिया के इस पुराने क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण 1871 में हुआ था. 53 हजार 583 दर्शकों की क्षमता वाले इस क्रिकेट ग्राउंड के एक ग्राउंडमैन आज रिटायर हुए हैं. इस अवसर पर ओवल क्रिकेट स्टेडियम की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दी गयी हैं.
45 वर्षों तक एडिलेड ओवल क्रिकेट स्टेडियम में अपनी सेवा प्रदान करने वाले जॉन हॉकिंस आज रिटायर हो गए. इस मौके पर स्टेडियम की ओर से एक युग का अंत बताया गया है. उनकी शानदार पारी के लिए स्टेडियम की ओर से शुभकामनाएं दी गयी हैं.
इस मैदान पर पहला मैच टेस्ट मैच 12-16 दिसम्बर 1884 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. जबकि पहला वनडे मैच 20 दिसम्बर 1975 को ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज के बीच हुआ था. वहीं अंतिम अन्तर्राष्ट्रीय मैच 26 जनवरी 2018 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था.
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फिल्म एक्टर आशीष विद्यार्थी ने करीब एक महीने पहले असम की रहने वाली रूपाली बरुआ के साथ दूसरी शादी की है। लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स को ये बात कतई पसंद नहीं आई। किसी ने उनपर पहली पत्नी राजोशी को धोखा देने का आरोप लगाया तो किसी ने उनकी उम्र को लेकर उन्हें ट्रोल किया। लोग उन्हें 60 साल का बताते हुए उनकी शादी का मजाक उड़ा रहे थे।
एक्टर ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर सभी को पहली पत्नी संग रिश्ते की सच्चाई बताई और साथ ही कहा कि उनकी उम्र 57 साल है। अब एक्टर अपनी नई लाइफ पार्टनर के साथ सिंगापुर में घूम रहे हैं। उन्होंने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। कई लोगों ने उनकी पोस्ट पर प्यार लुटाया है, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो उन्हें खरी खोटी सुना रहे हैं।
तस्वीर में आशीष ने येलो रंग की फ्लोरल प्रिंट शर्ट पहनी है और साथ में हैट लगाई है। वहीं उनकी पत्नी पिंक ड्रेस के साथ मैचिंग हैट पहने दिख रही हैं। दोनों साथ में बेहद खूबसूरत दिख रहे हैं। लेकिन यूजर्स को ये पसंद नहीं आया और उनकी पोस्ट पर बुरे कमेंट्स कर दिए। एक यूजर ने लिखा,"आपको हम बहुत अच्छा एक्टर मानते थे लेकिन आपने एक पत्नी को छोड़ कर दूसरी शादी कर ली, ये अच्छा नहीं किया। " वहीं तमाम लोगों ने उन्हें बधाई दी है।
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वा भव्यजीव पात्रको मोक्षमार्ग प्राप्त करा देता है इससे अधिक आहाग्दानका माहात्म्य और क्या हो सकता है। तीर्थंकर परमदेव कठिन तपश्चरण कर धर्मतीर्ध स्थापन करते हैं परन्तु आहारदान देनेवोला एक आहारदनिके प्रभावसे ही दानतीर्थ स्थापन करता है। यह अदभुत आश्चर्य आहारदान देनेमें हो है और प्रत्यक्ष में यश प्राप्ति फोर्ति पंचाश्चर्यगृष्टि और सुयश प्रकट होता है। इसलिये भव्यजीवोंको दान देकर आत्मकल्याण करना चाहिये ।
-- क्षुल्लक ज्ञानसागर. |
इस बार देश-विदेश से सैकड़ों लोगों को अयोध्या के दीपोत्सव का साक्षी बनने के लिए आमंत्रित किया गया है. अयोध्या के सांसद,विधायक सहित अन्य स्थानीय नेता दीपोत्सव की तैयारियों में जोर-शोर से लगे हैं.
अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान निकलने वाली पारंपरिक शोभायात्रा की तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है. इस शोभायात्रा में 16 झांकियां आकर्षण का केंद्र होंगी. इन झांकियों में भगवान राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के प्रसंगों को बखूबी दिखाया जायेगा. इनमें से पांच झांकियां डिजिटल होंगी. ये झांकियां शहर के उदया चौराहे से 23 अक्टूबर को निकलेंगी. दीपोत्सव में अयोध्या आने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए 26 तोरण द्वार बनाएं गए हैं.
राम की पैड़ी दीपोत्सव स्थल पर 38 घाटों पर दीयों को लगाने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है. इस काम में अवध यूनिवर्सिटी के संबंधित कॉलेजों के 22000 वॉलिंटियर्स सहयोग दे रहे हैं. इस बार देश के कोने-कोने से आए कलाकार पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे.आज शाम तक दीपोत्सव स्थल पर दियो को लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
लेजर और साउंड शो का रिहर्सल भी पूरी तरीके से कर लिया गया है. बता दें कि अयोध्या के दीपोत्सव का पहला दिया देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा जन्मभूमि परिसर में प्रज्वलित किया जाएगा. इस दौरान पीएम मोदी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण भी करेंगे. साथ ही रामलला का दर्शन और पूजन भी करेंगे. 23 अक्टूबर को शाम हेलीकॉप्टर से भगवान राम के स्वरूप का अवतरण होगा. वहीं, इस दीपोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह की लहर है.
रामनगरी में 10 देशों की रामलीला की टीम मंचन कर रही है. उत्तर प्रदेश के अलावा 9 अन्य राज्यों के कलाकार भी रामलीला के मंचन में हिस्सा ले रहे हैं. इस बार देश-विदेश से सैकड़ों लोगों को अयोध्या के दीपोत्सव का साक्षी बनने के लिए आमंत्रित किया गया है. अयोध्या के सांसद,विधायक सहित अन्य स्थानीय नेता दीपोत्सव की तैयारियों में जोर-शोर से लगे हैं. वहीं, दीपोत्सव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जगह-जगह चौक चौराहों पर पुलिसबलों की तैनाती की गई है. कलाकारों की ओर से झांकियों का तेजी से निर्माण किया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, इस बार दीपोत्सव खास होने वाला है.
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सुकृत न सुकृती परिहरे कपट न कपटी नीच । मरत सिखावन देइ चलै गीधराज मारीच ॥१
सग आदि भी स्वभाव को बदलने में समर्थ नहीं हैं। रहीम अच्छे स्वभाव के विषय मे कहते हैंजो रहीम उत्तम प्रकृति का करि सकत कुसग । चदन विष व्यापत नही लपटे रहत भुजग । २ तुलसी ने भी नीच या बुरे के सम्बन्ध मे यही कहा हैR
नीच निचाई नहि तजै जो पावहि सतसंग । तुलसी चन्दन विटप बसि बिन विस भय न भुवग ॥ सग की भाँति उपदेश आदि का भी स्वभाव पर प्रभाव नही पडता। दीनदयाल गिरि कहते हैंकीजै सत उपदेश को होय सुभाय न श्रान ।
दारु भार करि तपित जल सीतल होत निदान ॥४
स्वभाव के विषय मे नीतिकारों के विचारों का दूसरा वर्ग इसका पूर्णत विरोधी है। उनके अनुसार स्वभाव परिवर्तनशील है। उस पर संग आदि का प्रभाव पड़ता है। ५ ऐसे विचार कवियों ने सग या सत्सग के अवश्यम्भावी प्रभाव पर प्रकाश डालते समय प्राय व्यक्त किये है, जिसे प्रसत्य नहीं कहा जा सकता । संग आदि के कारण या प्रयत्न करने पर स्वभाव में परिवर्तन असम्भव नही है ।
यथार्थत 'स्वभाव नही बदलता' और 'स्वभाव बदल जाता है' ये दोनो ही बातें कुछ प्रशो तक ठीक है । व्यक्ति विशेष की अपने स्वभाव को बदलने की इच्छा, परिवर्तन उपस्थिन करने वाले वातावरण तथा इसी प्रकार की कुछ अन्य बातो पर यह निर्भर करता है । निश्चित सिद्धान्त के रूप में इन दोनों में किसी को भी स्वीकार नहीं किया जा सकता ।
अभ्यास - अभ्यास शब्द प्रमुखत दो अर्थों में प्रयुक्त होता है। एक अर्थ में तो तुलसी दोहा०, ३४१ ।
रहीम दो०, ७६ ।
तुलसी सत०, ६२१ ।
दृष्टान्त तरग०, ५०
सगत के अनुसार हो सवको वनत सुभाइ । दुलारे दोहा० ६६ । अन्यत्र 'सग' पर विचार करते समय और भी बहुत से कवियों के उद्धरण दिये जा चुके हैं, जिनमे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में इस मत की पुष्टि होती है । |
4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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चुरचू उर्जा फार्मर प्रोडूसर कंपनी ने सपोर्ट हजारीबाग एवं टाटा ट्रस्ट के सहयोग से कोरोना वायरस से बचाव के लिए चुरचू प्रखंड के आठ पंचायतों में आमलोगों को जागरूक किया। इस दौरान 31 गरीब परिवारों को चिह्नित करते खाद्यान्न व कीट का वितरण किया। चिह्नित एक परिवार को 10 किलो चावल, एक किलो दाल, तीन किलो आलू, एक लीटर सरसों तेल, दो पीस साबुन, दो पीस मास्क दिये गए। इसमें कंपनी की अध्यक्ष सुमित्रा देवी, सिमी टाटा ट्रस्ट के शिवनाथ चटर्जी, सपोर्ट के अभिजीत जैन, अजीत कुमार आदि शामिल हुए।
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(९) ज्वर बढना, घटना, श्वसनक्रिया, नाड़ीगति, दस्त और पेशाब पर चिकित्सक नुसार ध्यान देते रहें ।
( १० ) आतुरालय के रक्षा विभाग ( Ward ) को परिचारिकाको चाहिये कि सम्बन्धी वर्ग मिलनेको वें; उनको तब मिलने देखें, जब कि रोगी जागता हो, सम्बन्धी के कहने से रोगीको निद्रा में न जगावें । सम्बन्धी वर्गको चाहिये कि रोगीके कमरे में अधिक समय न बैठें, अधिक वार्तालाप करके रोगोको कष्ट न देवें और रोगीको धैर्य देवें ।
( ११ ) अनेक संक्रामक रोग जैसे- रोमान्तिका, सीतला श्रादिमें ज्वर ही मुख्य प्रारम्भिक लक्षण होता है। ऐसी अवस्था में प्रारम्भ में ही रोगका निदान कर सकना कठिन होता है. अतः असावधानी से धोर परिणाम निकल सकता है। अतः परिचारिकाको इनकी परिचर्याका परिचय जरूर होना चाहिये, ताकि रोगका दूसरोंमें और स्वयं परिचारिका में संक्रमण न होने पावे।
( १२ ) संक्रामक रोग में परिचारिकाको चाहिये कि कहीं अपनी प्रकृति न बिगड़ जाय और स्वयं उस पर ही कहीं कोटाका श्रामण न हो जाय, इस बातका पूरा ध्यान रखे अतः अपने शरीर, वस्त्र, भोजन आदिकी स्वच्छताका पूरा ख्याल रखे ।
( १३ ) परिचारिकाको भूलकर भी रोगीगृह में किसी वस्तुका सेवन करके मृत्युको निमन्त्रण नहीं देना चाहिये ।
( १४ ) रोगी के बिस्तर को रोज १-२ घण्टा धूप में डाल देवें । मल, मूत्र और वमनको तुरन्त बाहर दूर मेजकर जमीन में गड़वा देवें । कफके पात्रको खुला न रखे और पात्रमें थोड़ा मिट्टीका तैल डाल दे, ताकि मक्खियोंका त्रास न हो ।
(१५) रोगीको पूर्ण विश्रान्ति मिले, ऐसा प्रयत्न करना चाहिये । ज्वरावस्था में किञ्चित् मात्र भी श्रम रोगीके लिये भारी पड़ता है। अतः |
हम दो हमारे बारह (2024)
हम दो हमारे बारह एक आगामी बॉलीवुड सोशल ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन कमल चंद्र द्वारा किया जा रहा है। फिल्म के निर्माता रवि गुप्ता, बीरेंद्र भगत और संजय नागपाल हैं। फिल्म में अभिनेता अन्नू कपूर, अश्विनी कलसेकर और मनोज जोशी, मुख्य भूमिका में नजर आयेंगें। फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर 5 अगस्त 2022 को रिलीज किया गया है।
फिल्म की कहानी एक गंभीर विषय की मुद्दे को छूती है जिससे हर कोई नागरिक वाकिफ है, जिस तरह से भारत की आबादी बढ़ रही है वह वाकई एक चिंता का विषय बना रहा है इसी पर यह फिल्म बेस्ड है। फिल्म में एक विशेष समुदाय के तरफ इशारा किया गया है, जिससे इस फिल्म पर इसके पोस्टर रिलीज होने के बाद काफी विरोध हो रहा है। जिस तरह से हमारे देश की जनसँख्या बढ़ रही है, उस हिसाब से हमारा देश जल्द ही चीन को भी पीछे छोड़ देगा।
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इस भाग में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन अधिनियम, 2015 की जानकारी दी गई है।
इस पृष्ठ में भरण - पोषण से संबंधित कानून क्या हैं, इसकी जानकारी दी गयी है।
मैनुअल स्केवेंजरों (हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों) के पुनर्वास की योजना (एसआरएमएस)
इस पृष्ठ में अनुसूचित जाति कल्याण से सम्बंधित मैनुअल स्केवेंजरों (हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों) के पुनर्वास की योजना (एसआरएमएस) के विषय में पूछे जाने वाले प्रश्नों का संकलन किया गया है।
बच्चे कौन है?
इस भाग में भारत सरकार द्वारा बाल न्याय कानूनों में कुछ बदलाव किए गए हैं यहाँ इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी जा रही है।
किशोर कौन है ?
इस भाग में 18 वर्ष से कम आयु के लड़के व लड़कियों दोनों के कानूनन सुरक्षा देने की जानकारी दी गई है।
इस पृष्ठ में उराँव जनजाति की अर्थ - व्यवस्था और कल्याणकारी योजनाएं क्या है, इसकी जानकारी दी गयी है।
इस पृष्ठ में बिहार राज्य में पंचायत की विकासात्मक भूमिकाएं एवं कार्य की जानकारी दी गयी है।
इस भाग में राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ याेजना के बारे में जानकारी दी गई है।
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Highest paid bodyguard in Bollywood: शाहरुख खान, सलमान खान, अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, अनुष्का शर्मा और दीपिका पादुकोण जैसी ए-लिस्ट हस्तियों को अपने विशाल प्रशंसक के कारण बाहर निकलते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है. इन सितारों के पास अक्सर उनके बॉडीगार्ड 24x7 घंटे सुरक्षा में रहते हैं. कभी-कभी वे अपनी सुरक्षा खुद बढ़ाते हैं और इसके लिए उन्हें अच्छा भुगतान भी मिलता है. आज हम सबसे अधिक वेतन पाने वाले सेलिब्रिटी बॉडीगार्ड और उनकी सैलरी पर एक नजर डालते हैं.
अक्षय कुमार के बॉडीगार्ड श्रेयसे थेले हर समय अभिनेता के साथ नजर आते हैं और सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान उन्हें किसी भी खतरे से बचाते हैं. श्रेयसे थेले मशहूर अभिनेता के बेटे आरव को भी प्रोटेक्ट करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्षय कुमार अपने बॉडीगार्ड को सालाना 1. 2 करोड़ रुपये देते हैं.
अमिताभ बच्चन के अंगरक्षक जितेंद्र शिंदे, मुंबई पुलिस कांस्टेबल, जिन्होंने अगस्त 2021 तक अभिनेता के लिए काम किया था. उन्हें अभिनेता द्वारा कथित तौर पर सालाना 1. 5 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाता था.
आमिर खान हमेशा अपने भरोसेमंद बॉडीगार्ड युवराज घोरपड़े के साथ रहते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी सालाना सैलरी 2 करोड़ रुपये सालाना है.
दीपिका पादुकोण को हमेशा उनके पर्सनल बॉडीगार्ड जलाल के साथ देखा जाता है, जो कई सालों से उनके साथ हैं. कथित तौर पर जलाल की सालाना सैलरी 1. 2 करोड़ रुपये सालाना है.
अनुष्का शर्मा के बॉडीगार्ड प्रकाश सिंह उर्फ सोनू न सिर्फ एक्ट्रेस की सुरक्षा करते हैं बल्कि विराट कोहली और उनकी बेटी वामिका की सुरक्षा के भी प्रभारी हैं. कथित तौर पर, सोनू प्रति वर्ष 1. 2 करोड़ रुपये कमाते हैं.
राम सिंह टॉलीवुड सर्किट में मशहूर हैं और सालों से अभिनेता प्रोसेनजीत चटर्जी की सुरक्षा के प्रभारी रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, राम सिंह सालाना करीब 80 लाख रुपये कमाते हैं.
बताया जाता है कि शाहरुख खान के बॉडीगार्ड रवि सिंह सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सेलिब्रिटी बॉडीगार्ड हैं, रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख के बॉडीगार्ड की सालाना तकरीबन 2. 7 करोड़ यानी प्रति माह 17 लाख के करीब सैलरी चार्ज करते हैं.
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बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा कंगना रनोट इन दिनों अपनी कई फिल्मों को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस साल उनकी कई फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज होंगी। कंगना रनोट अपनी फिल्म तेजस को लेकर भी काफी चर्चा में हैं। इस फिल्म में वह भारतीय वायु सेना ऑफिसर का किरदार निभाने वाली हैं।
बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा कंगना रनोट इन दिनों अपनी कई फिल्मों को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस साल उनकी कई फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज होंगी। कंगना रनोट अपनी फिल्म तेजस को लेकर भी काफी चर्चा में हैं।
इस फिल्म को लेकर कंगना रनोट समय-समय पर फैंस को जानकारी देती रहती हैं। अब उन्होंने फिल्म तेजस में अपने किरादर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि वह इस फिल्म में सिख भारतीय वायु सेना ऑफिसर का किरदार निभाने वाली हैं। इस बात की जानकारी कंगना रनोट ने खुद सोशल मीडिया के जरिए दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अपनी एक तेजस फिल्म में अपनी वर्दी की तस्वीर को साझा किया है। इस वर्दी पर लिखा 'तेजस गर्ल' है।
थलाइवी तमिल फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज अदाकारा और उतनी ही बड़ी राजनेता जे जयललिता की बायोपिक है। कंगना रनोट इसमें जयललिता के किरदार में हैं। इस बायोपिक में कंगना ने अपने लुक और गेटअप के साथ काफी प्रयोग किये हैं। जयललिता के बाद के सालों के लिए उन्होंने वेट गेन भी किया था। 24 फरवरी को जयललिता के जन्मदिन पर कंगना रनोट ने फिल्म से जुड़ा टीजर भी जारी किया गया है।
कंगना रनोट बॉक्स ऑफिस पर सैफ अली खान और रानी मुखर्जी से भिड़ेंगी। कंगना ने टीजर शेयर करके लिखा- जया अम्मा के लिए... उनकी जयंती पर। 23 अप्रैल को लीजेंड की कहानी थलाइवी सिनेमाघरों में देखिए। फिल्म का निर्देशन एलएल विजय ने किया है। थलाइवी में अरविंद स्वामी, प्रकाश राज, जिशु सेनगुप्ता और भाग्यश्री अहम किरदारों में दिखेंगे। अरविंद एमजी रामचंद्रन के रोल में हैं। प्रकाश राज एम करुणानिधि बने हैं। जिसु शोभन बाबू के रोल में हैं। भाग्यश्री, जयललिता की मां संध्या के रोल में हैं।
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मेरठ, 18 सितम्बर (हि. स. )। जहरीली शराब के सेवन से कई जिलों में लोगों की मौत पर शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मेरठ जनपद का दौरा कर मृतकों के परिजनों से भेंट की।
उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए प्रदेश सरकार से प्रत्येक मृतक परिवार को 10 लाख रूपये आर्थिक मुआवजा प्रदान किए जाने, पूरे प्रकरण की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। जिससे इस सिंडीकेट से जुड़े बड़े सफेदपोश लोग बेनकाब हो सकें।
जनपद मेरठ के ब्लाक जानी खुर्द के ग्राम मीरपुर जखेड़ा के पवन पुत्र नरपत, जगपाल पुत्र वीर सिंह, अमित यादव पुत्र भुल्लेराम की 10 सितम्बर को मौत हो गयी।
शुक्रवार को मीरपुर जखेड़ा पहुंचें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा कि जहरीली शराब से 2017 से अब तक 100 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, आजमगढ़ आदि जनपदों में भी जहरीली शराब से मौतें हुई हैं। मेरे सदन में मामला उठाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। हरियाणा से बड़ी मात्रा में जहरीली शराब उत्तर प्रदेश में आती है।
उन्होंने सवाल किया है कि आखिर सरकार किसको बचा रही है। क्यों नहीं जिम्मेदार लोग जेल भेजे जाते। डीएम, एसएसपी पर मुकदमा क्यों नहीं दर्ज कराया गया। सफेदपोश लोग जो इस सिंडीकेट में शामिल हैं, क्यों नहीं पकड़े जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि थाने, एसएसपी, कलेक्टर और सरकार की देखरेख में अवैध शराब की बिक्री का रैकेट चल रहा है और निर्दोष लोगों की मौतें हो रही हैं। कुछ लोगों का पोस्टमार्टम कराया गया और कुछ लोगों का अंतिम संस्कार ऐसे ही कर दिया गया।
अजय लल्लू ने सवाल उठाया कि क्यों नहीं डाक्टरों के पैनल की वीडियोग्राफी कराकर सभी मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया। आखिर सरकार किसको बचाना चाहती है? सरकार इस मामले में कुछ बड़े सफेदपोश लोगों को बचाना चाहती है आखिर कौन हैं वे लोग?
उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक पंकज मलिक, महासचिव विदित चैधरी, वीरेन्द्र सिंह गुड्डू, जिला अध्यक्ष कांग्रेस अवनीश काजला, महानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी, संजीव शर्मा, मनिंदर सूद, प्रवक्ता हरिकिशन अम्बेडकर, संजय कटारिया, रविन्द्र सिंह, बबिता गुर्जर, सपना सोम, आशाराम, तेजपाल सिंह, रोहित राणा, राहुल जडोडिया, मुर्स्लीम चौहान, महेन्द्र शर्मा, पवन शर्मा, तरुण शर्मा, जगदीश शर्मा, नवनीत नागर, नईम राणा, हर्ष भारद्वाज, अरुण त्यागी, कपिल जैन, अनिल शर्मा, रोबिन नाथ गोलु,आदि शामिल थे।
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Gujarat: जूनागढ़ में दो मंजिला इमारत गिरी, कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका, रेस्क्यू जारी (Watch Video)
गुजरात के जूनागढ़ में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां एक दो मंजिला इमारत ढह गई. हादसे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. न्यूज एजेंसी ANI ने घटनास्थल का वीडियो भी जारी किया है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि 12-15 लोग मलबे में दबे हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद बचाव दल मौके पर पहुंचा है. मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि, ये इमारत सब्जी मंडी के पास थी और इसके नीचे दुकानें भी मौजूद थीं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इमारत काफी पुरानी थी. शनिवार को शहर में आई बाढ़ के चलते इसकी नींव और कमजोर हो गई थी. इसी के चलते आज इमारत ढह गई.
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कानपुर (ब्यूरो) बलाई बुजुर्ग गांव का 26 वर्षीय अजीत कुमार गुजरात के सूरत में एक साड़ी फैक्ट्री में काम करता था। 29 जनवरी को वह छुट्टी पर घर आया था। 31 जनवरी को वह भाई ङ्क्षटकू के साथ जंगल से लकड़ी लाने निकला था। इस बीच उसने भाई से कहा कि वह गुटखा लेने जा रहा है, इसके बाद वह लौटा नहीं। ङ्क्षटकू घर आया पर पता चला कि भाई अजीत नहीं आया है। इस पर खोजबीन शुरू हुई। आसपास के गांव में भी पूछताछ हुई पर कुछ पता न चल सका। इसके बाद अगले दिन परिजनों ने डेरापुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
मंगलवार को गांव के बाहर जंगल के पास सेंगुर नदी किनारे लोगों की नजर शव पर पड़ी जो कंकाल में बदल गया था। ग्रामीणों की सूचना पर जुटे तो अजीत के परिवार के लोग भी पहुंचे। परिजनों ने कपड़ों के जरिए शव की शिनाख्त अजीत के रूप में की। इसके बाद मां विशाखा देवी, भाई ङ्क्षपकू व ङ्क्षटकू का रोकर बुरा हाल हो गया। उन लोगों ने आशंका जताई कि हत्या कर शव यहां फेंक दिया गया। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, एएसपी घनश्याम चौरसिया व डेरापुर पुलिस पहुंची और छानबीन की।
पुलिस की सूचना पर फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और जांच की। पुलिस को करीब 100 मीटर दूर अजीत का शर्ट व शैंपू के पैकेट मिले। एसपी ने बताया कि शैंपू व कपड़ों से आशंका है कि वह नदी में नहाने उतरा हो। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का सही कारण स्पष्ट होगा। उसी हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। अभी परिवार ने किसी पर कोई आरोप या शक नहीं जताया है. करीब एक सप्ताह के अंदर ही शव कंकाल होने से सभी आश्चर्य में हैं। पुलिस का मानना है कि जिस तरह से कंकाल है और मांस का कुछ हिस्सा बचा है व शव पर जो कपड़े हैं वह भी फटे हैं। इससे पता चलता है कि जंगली जानवरों ने नोचा खाया है।
परिजनों ने कपड़ों से शव की शिनाख्त की है। जानवरों के नोचने से शव क्षत-विक्षत हो गया है। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सेच्सच्चाई का पता चलेगा।
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हमारे संवाददाता नई दिल्ली। मशहूर डिजाइनर कैलाश एंड दीपिका ने राजधानी के पीतमपुरा में अपने नए शोरूम डिजाइनर डेन के लांच पर अपना नया कलैक्शन उत्सव बाजार में पेश किया। त्यौहारों के मौसम को ध्यान में रखते हुए डिजाइनर जोड़ी ने अपने इस नवीनतम कलैक्शन का नाम उत्सव रखा है। इस कलैक्शन में चटकीले रंग के साथ भारतीय एवं वैस्टर्न डिजाइन के फ्यूजन को डिजाइनर से खासी तवज्जों दी है। फैशन की इसी दुनिया में डिजाइनर डैन का ऐसा ही नाम है जिसने हर वर्ग, हर मौसम और हर उत्सव को ध्यान में रखते हुए कपड़े तैयार किए हैं। यही वजह है कि इनकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। कैलाश-दीपिका के मुताबिक, हमारे कपड़ों को सभी क्लास के लोग पहन सकते हैं। पीतमपुरा स्थित इस नए शोरूम में रखे गए उत्सव कलैक्शन खासकर यंगस्टर्स को अपनी तरफ खींचने क sलिए काफी है। अलग-अलग रंगों, शेड्स और डिजाइन किए गए कपड़े wऐसे हैं जो हैं तो सदाबहार जो किसी त्यौहार, पार्टियों व शादियों में उन्हें अलग पहचान देंगे। खासकर लेयर्स प्लिटर्स, आदि का इंडो-वैस्टर्न स्टाइल भी मन मोहने के लिए काफी है। कैलाश बताते हैं कि हमारे डिजाइन किए गए कपड़े सभी तरह की फिगर वाली लड़कियों पर फिट बैठते हैं। इसके अलावा प्राइस रेंज इतनी अफोर्डेबल है जिसे हर कोई आसानी से खरीद सकता है। वहीं दीपिका ने कहा कि डिजाइन पैटर्न के साथ एक्सपेरिमेंट हमारे कपड़ों की विशेषता है। आप स्मार्ट बनें, ट्रैंडी बनें। इसके लिए हमेशा चेंजिंग के लिए तैयार रहना चाहिए, बोरिंग ड्रैसिंग सेंस आउट डे ट्रेंड फैशन की निशानी है, इससे लोगों को बचना चाहिए और हमेशा अपने शरीर के अनुरूप ही कपड़े पहनना चाहिए। दूसरी अहम बात यह है कि जब हम लड़कियों के लिए कपड़े डिजाइन करते हैं तो बैकलेस का खास ध्यान रखते हैं, क्योंकि लोगों का ध्यान उस ओर जाता ही जाता है। कैलाश दीपिका के पैटर्न यूं तो कुछ अलग हटकर होते हैं पर इनकी डिजाइनिंग की विशेषता है कि यह मौके के अनुरूप हैं। इन डिजाइनर जोड़ी का कहना है कि आपको नई चीजों के एक्सपेरिमेंट के लिए बोर्ड होना चाहिए, बोल्ड बनकर आप बिना झिझक अगर किसी ड्रैस को कैरी करते हैं तो आप ट्रैंड सेंटर बन जाते हैं और वह कपड़े आप पर जंचने लगते हैं। हमारे यहां सिर्प दुल्हनों के लिए ही ड्रेस नहीं तैयार किए जाते बल्कि दुल्हन की सहेलियां शादी में क्या पहनें, इसका भी ध्यान रखते हैं। इसके अलावा ज्यादातर डिजाइनर्स सिर्प फैशन शो के लिए अपने कपड़े डिजाइन करते हैं, लेकिन हमारे यहां तैयार कपड़े आम दिनों में भी पहन सकते हैं। वैसे शादियों के लिए हमारा विशेष परिधान हैं वसुंधरा। इनका कहना है कि आजकल इंडो वैस्टर्न ट्रैंड का जमाना है और अगर आप एक्सपेरिमेंटल हैं तो इंडियन कुर्ते पर बोल्ड नेक व पायजामी को ट्राई कर सकते हैं। पायजामी में भी स्ट्रेट पायजामी को ट्राई कर सकते हैं। पायजामी में भी स्ट्रेट पायजामी के अलावा कई तरह के चुन्नट व स्टाइलिश कपड़े हैं। इनका कहना है कि शार्ट शर्ट्स घुटनों से थोड़ा उपर ट्राई करना चाहिए। अगर आप दिखने में मोटे हैं तो बस आपको कैरी करने के लिए थोड़ा स्टाइलिश रहना चाहिए। अगर आप दिखने में मोटे हैं तो बस आपको कैरी करने के लिए थोड़ा स्टाइलिश रहना चाहिए। नैक पेटर्न में स्लीवलेस ज्यादा ट्रैंडी है। इसमें आप स्मार्ट भी लगते हैं और बोल्ड भी। इसके अलावा इनकी सलाह है कि ज्यादा लांग शर्ट्स अथवा कुर्ते को एवाइड करें। इससे आपको मैच्योर लुक मिलेगा।
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पंजाब में अमृतसर-पठानकोट नेशनल हाइवे पर खड़ी ट्राली के पीछे टकराने से 3 वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। सुबह करीब 400 बजे घनी धुंध होने के कारण हाईवे पर आ रही एक मुर्गो वाली गाड़ी ट्राली के पीछे टकरा गई।
जागरण संवाददाता, बटालाः अमृतसर-पठानकोट नेशनल हाइवे पर गांव गिल्ला वाली के पास रात करीब 2 बजे ट्रेक्टर की ट्राली के टायर निकल जाने के कारण ट्राली खड़ी कर दी गई। इसी दौरान सुबह करीब 4:00 बजे घनी धुंध होने के कारण हाईवे पर आ रही एक मुर्गो वाली गाड़ी ट्राली के पीछे टकरा गई ।
जबकि उसके पीछे आ रही अन्य दो अन्य कारें एक दूसरे के बीच पीछे से जा टकराई। हादसे के दौरान सभी वाहनों को भारी क्षति पहुंची है। हालांकि इस दौरान किसी तरह का कोई भी जानी नुकसान नहीं हुआ।
वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है की रात के समय गन्ने से भरी ट्राली का टायर निकलने के कारण ट्रैक्टर के ड्राइवर ने ट्राली को हाईवे के बीचो-बीच खड़ा कर दिया था।
सुबह करीब 4:00 बजे इलाके में घनी धुंध होने के कारण हाईवे पर आ रहे मुर्गों से भरी मेटाडोर ट्राली के पीछे जा टकराई। जबकि पीछे आ रहे 2 कारें टकराने से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। फिलहाल किसी के घायल होने की जानकारी नहीं है।
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भारत के सबसे बड़े बैंक SBI के बाद अब निजी क्षेत्र के HDFC Bank ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 0. 05 फीसद की कटौती का ऐलान किया गया है। इससे बैंक से लोन लेने वाले पुराने एवं नए ग्राहकों पर ईएमआई का बोझ कम हो सकता है। इससे पहले SBI ने भी एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेट में 0. 25 फीसद की कटौती की थी। इससे बैंक का EBR घटकर 7. 80 फीसद रह गया है । HDFC Bank ने बयान जारी कर कहा है कि बैंक ने आवासीय ऋण पर Retail Prime Lending Rate (RPLR) में 0. 05 फीसद की कटौती का निर्णय किया है। नई दरें छह जनवरी, 2020 से प्रभावी होंगी।
बैंक ने कहा है कि नई दरें 8. 20 फीसद से 9 फीसद के बीच हो सकती है। HDFC Bank ने कहा है कि ब्याज दरों में परिवर्तन से सभी पुराने ग्राहकों को भी फायदा हो सकता है। दिसंबर में RBI द्वारा रेपो रेट को 5. 15 फीसद पर अपरिवर्तित रखने के बावजूद बैंकों ने ब्याज दरों में यह कमी की है।
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पांच दिसंबर को मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद मीडिया से बातचीत में कहा था कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को घटाने की जल्दी में नहीं है, इसके बावजूद वह यह सुनिश्चित करेगा कि दरों में कटौती का ज्यादा-से-ज्यादा लाभ ग्राहकों तक पहुंचे है । उल्लेखनीय है कि RBI ने पिछले साल ब्याज दर में 1. 35 फीसद की कटौती की थी। इस दौरान बैंकों ने ब्याज दर में औसतन 0. 49 फीसद की ही कटौती की।
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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कर्नाटक में शिव मोगा जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में स्थानीय विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को तहसील परिसर में विरोध -प्रदर्शन करते हुए उपखंड अधिकारी अनूप सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर फांसी दिए जाने की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड उपाध्यक्ष भगवान सिंह महावर ने बताया कि कर्नाटक के शिव मोगा जिले में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता हर्षा की कट्टरपंथी जिहादियों ने चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी और यह बात सामने आई कि मृतक को जिहादियों ने हत्या की धमकी भी दी थी। पिछले कुछ समय से देश में कट्टरपंथियों की ओर से सांप्रदायिक वातावरण बनाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई न होने के कारण उनके मन में कानून का कोई डर नहीं है। वे आए दिन अपने बयानों और कारणों से अपने अनुयायियों को कानून हाथ में लेने के लिए उकसाते रहते हैं। इसी के अंतर्गत हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर गहनता से जांच करके उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कर उन्हें कानूनन फांसी की सजा दिलवाने की मांग की है। इस दौरान भूपेंद्र सिंह गुर्जर, मोनू प्रजापति,नगर अध्यक्ष राहुल शांडिल्य,करतार सिंह चौधरी, वीरेंद्र सिंह, वीर सिंह मावई,अमर मुद्गल, शिवाय अवस्थी, जीतू गुप्ता,आशीष बसवारा, आशीष कौशिक, पवन प्रजापति, सूरज सैनी ,बंटी राज उपाध्याय,आयुष पाराशर,अनिल अवस्थी व आशीष शर्मा आदि मौजूद रहे। नादौती। विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की जिहादियों द्वारा निर्मम हत्या करने के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। हत्यारों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। अशोक कुमार शर्मा जिला सहमंत्री विश्व हिन्दू परिषद, हरेंद्र महावर प्रखंड सहमंत्री ने ज्ञापन सौंपकर बताया कि कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर् की जिहादियो के द्वारा निर्मम हत्या की गई है। जिससे सम्पूर्ण देशवासियों में रोष व्याप्त है। हत्यारों को जल्दी से जल्दी गिरफ्तार कर कठोर सजा दी जाए।
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बाइं ओरसे श्रीमती अश्विनी प्रभु, श्री. हर्षवर्धन शेट्टी, श्री. मोहन गौडा एवं सूत्रसंचालक श्री. श्रीकांत (छायाचित्रमें)
उडुपी - रामनाथी, गोवामें ६ जून से १० जूनकी कालावधिमें होनेवाले द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनके संदर्भमें उडुपीके `स्पंदन टीवी' प्रणालपर प्रश्नोत्तरका कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रमका सीधा प्रक्षेपण किया गया था । इस कार्यक्रममें हिंदू जनजागृति समितिके कर्नाटक राज्यके प्रवक्ता श्री. मोहन गौडा, समितिके श्री. हर्षवर्धन शेट्टी एवं सनातन संस्थाकी श्रीमती अश्विनी प्रभुने सहभाग लिया । उन्होंने इस विषयमें प्रेक्षकोंद्वारा पूछे गए प्रश्नोंके उत्तर दिए ।
हिंदू धर्मांधोंके हाथों मरनेयोग्य ही हैं !
१. दीपक नामक प्रेक्षकने दूरभाषपर संपर्क कर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, `हमारा राष्ट्र निरपेक्ष है । अधिवेशनद्वारा कुछ नागरिक `हिंदू राष्ट्र' की स्थापना कर रहे हैं । ' ( ऐसे निरपेक्ष राष्ट्रके कारण हुई देशकी दुरावस्था परिवर्तित करनेके लिए `हिंदू राष्ट्र' चाहिए ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) ऐसे लाखों अधिवेशन हुए, तब भी अपना निरपेक्ष राष्ट्र परिवर्तित नहीं होगा । ( ऐसा कहनेवाले हिंदू ही हिंदू धर्म एवं देशके सच्चे शत्रु हैं ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) सनातन प्रभातमें एक वर्ष पूर्व `क्या गांधी वास्तवमें अपने राष्ट्रपिता हैं ? ' ऐसे आशयका लेख प्रकाशित किया गया था । ( सनातन प्रभातने एक वर्ष पूर्व जो छापा था, वही केंद्र सरकारने सूचनाके अधिकारसे जानकारी देते हुए स्पष्ट किया है कि सरकारद्वारा गांधीको `राष्ट्रपिता' कहनेका कोई आदेश नहीं निकाला गया था । क्या दीपकजीको यह बात ज्ञात है ? - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) गांधीपर आलोचना करनेवाले इस देशमें नहीं रह सकते । ( सनातन प्रभात गांधीपर आलोचना नहीं करती, अपितु उनकेद्वारा हुई चूकें एवं चूकोंके कारण हुई देशकी हानि प्रकाशित करती है ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) ऐसे नागरिक हिंदुओंको एकत्रित कर रहे हैं । ( जो देश एवं धर्मपर प्रेम करतें हैं तथा उसके लिए तडपसे कार्य करते हैं, वे ही हिंदुओंको एकत्रित कर सकते हैं ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. इस कार्यक्रममें प्रवीण नामक प्रेक्षकने दूरभाषसे प्रतिक्रिया देते हुए कहा, `हिंदू अधिवेशनके विषयमें कुछ बोलना नहीं चाहता । ( कोई भी मुसलमान एवं ईसाई कभी अपने धर्मके कार्यक्रमके विषयमें ऐसा नहीं कहेंगे; परंतु हिंदू ऐसा कहते हैं, यह दुर्भाग्य है ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) हम सब भारतीय हैं । हम सब एक ही हैं । यदि हम सभीने भारतीय संस्कृतिका अनुकरण किया, तो सभी नागरिक एकत्रित रह सकते हैं । ' ( ऐसा केवल हिंदू ही बोलते हैं एवं धर्मांध मुसलमानोंद्वारा एक तो मारे जाते हैं अथवा ईसाईद्वारा धर्मपरिवर्तित किए जाते हैं । - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
हिंदू एवं हिंदू धर्मका विचार करनेवाले ऐसे धर्माभिमानी हिंदू सर्वत्र हों !
श्री. रवि कुमारने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारा देश `हिंदू राष्ट्र' ही है । पोपद्वारा बताए मार्गपर ईसाई चलते हैं तथा मौलवीद्वारा बताए गए मार्गपर मुसलमान आचरण करते हैं; परंतु हिंदुओंमें एक धर्माचार्य नहीं है । हिंदुओंको उचित मार्गदर्शन एवं धर्मशिक्षा देने हेतु सप्ताहमें एक दिन एकत्रित कर धर्मशिक्षा देनी चाहिए । यदि ऐसा किया गया, तो हिंदुओंमें धर्मप्रेम जागृत होगा एवं कोई भी हिंदुओंके विरोधर्में बोलनेका साहस नहीं दिखाएगा ।
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शनिवार रात 12 बजे इनकम टैक्स विभाग की टीम ने दिल्ली, भोपाल, इंदौर और गोवा के 50 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे हैं. ये सारी छापेमारी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर की गई.
प्रवीण कक्कड़( सीएम कमलनाथ के पूर्व ओएसडी) इनके बारे में सबसे पहले और सबसे ज्यादा जानना बेहद जरुरी है. प्रवीण कक्कड़ 1983 बैच के आईपीएस रहे हैं. कक्कड़ ने जीवाजी विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया था. वो गोल्ड मेडलिस्ट रहे. उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. पुलिस अधिकारी रहने के दौरान ही वो कई मामले में चर्चित रहे. कांतिलाल भूरिया, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से उनकी नज़दीकियां पुरानी हैं. साल 2004 में नौकरी छोड़कर कक्कड़ ने अपना व्यापार शुरू किया था. इसी दौरान वो कांग्रेस नेता भूरिया के ओएसडी बन गए. भूरिया 2004 से 2011 तक केंद्रीय मंत्री थे. पिछले साल दिसंबर महीने में सीएम कमलनाथ ने भी उन्हें अपना ओएसडी नियुक्त किया. उनसे पहले भूपेंद्र गुप्ता कमलनाथ के ओएसडी थे.
इसके अलावा कक्कड़ की चर्चा एक कुशल फंड मैनेजर के तौर पर भी होती है. कहा जाता है कि कांतिलाल भूरिया जब मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ थे तब विधानसभा चुनाव के लिए कक्कड़ ने ही फंड मैनेज करने का काम किया. मोदी लहर में भी कक्कड़ ने ज़बरदस्त रणनीति बनाकर रतलाम-झाबुआ सीट से कांतिलाल भूरिया की जीत में अहम भूमिका निभाई और तारीफ हासिल की. विधानसभा चुनाव में भी कक्कड़ ने काफी काम किया. पहली बार कांग्रेस ने सोशल मीडिया, डाटा और लीगल का एक ज्वाइंट वॉर रूम बनाया था जिसकी ज़िम्मेदारी कक्कड़ पर ही थी. उन्होंने चुनाव में इसकी योजना बनाने और लागू करने में अहम रोल निभाया.
राजेंद्र मिगलानी (कमलनाथ के बेहद करीबी ) मिगलानी करीब 30 वर्ष से कमलनाथ से जुड़े हैं. जब कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने मिगलानी को अपना सलाहकार नियुक्त किया. मुख्यमंत्री से कौन- कब मिलेगा इसके साथ ही उनके अन्य कामों को भी मिगलानी ही संभालते हैं. आयकर विभाग ने मिगलानी के दिल्ली में ग्रीन पार्क कॉलोनी स्थित घर पर कार्रवाई की है.
प्रतीक और अश्विन (आर्म्ड डीलर ) प्रतीक जोशी और अश्विन शर्मा भोपाल के आर्म्ड डीलर हैं. दोनों आपस में रिश्तेदार भी हैं. आयकर विभाग ने घर से नौ करोड़ रुपए मिलने की पुष्टि की है. दोनों की सीएम हाउस तक सीधे पहुंच थी. बताया जा रहा है कि प्रवीण कक्कड़ इन्हीं के माध्यम से डीलिंग करता था. अश्विन शर्मा की कई भाजपा नेताओं से भी नजदीकियां होने की बात भी सामने आई है.
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कुछ लोगों को इतना अधिक दर्द महसूस होता है कि उनके लिए उस दर्द को बर्दाश्त कर पाना मुश्किल हो जाता है और वे दर्द से कराह उठते हैं।
कुछ लोगों को इतना अधिक दर्द महसूस होता है कि उनके लिए उस दर्द को बर्दाश्त कर पाना मुश्किल हो जाता है और वे दर्द से कराह उठते हैं।
यह एक खास होममेड ड्रिंक है जो मलाइका हमेशा पीती हैं।
जब तक स्टैमिना मजबूत नहीं होगा तब तक वर्कआउट को अच्छी तरीके से कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है। यहां हम आपको बता रहे हैं जिम में वर्कआउट करने के लिए स्टैमिना कैसे बढ़ाएं।
सर्द मौसम के छोटे दिन और लंबी रातें शरीर की सर्केडियन रिदम को बिगाड़ती है, जिसकी वजह से आप कई परेशानियों का शिकार हो सकते हैं। जानिए इनसे कैसे बचें।
शरीर के कुछ स्पॉट्स पर होनेवाला दर्द हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल का संकेत हो सकता है। लेकिन, अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती इसीलिए, वे इसे साधारण दर्द समझकर इसकी तरफ ध्यान नहीं देते।
अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट, डॉ. सम्राट शहा सर्दियों में बीमारियों से दूर रहने और फिट रहने से जुड़े कुछ टिप्स बता रहे हैं, जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
What to Eat In Winter To Keep Warm: यहां हम आपको 4 ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जो सर्दियों में आपके शरीर को गर्म रखेंगे साथ ही सर्दियों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाएंगे।
Detox Body after Marriage : अगर आपके घर में भी शादी का माहौल बन रहा है और आप चाहते हैं कि आपका स्वास्थ्य न बिगड़े तो इन 5 टिप्स से अपनी सेहत को दुरुस्त रख सकते हैं।
ठंड के मौसम में हेल्दी और एनर्जेटिक रहने के लिए ये डाइट टिप्स फॉलो करें।
Protein Sources for Diabetes : अगर आपको डायबिटीज है तो आपको अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन शामिल करने की जरूरत है। आइए जानते हैं डायबिटीज रोगियों के लिए प्रोटीन के रिच सोर्स ।
Acupressure points for eyes: आंखों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए सिर्फ दवाएं ही नहीं एक्यूपंक्चर थेरेपी भी काफी फायदेमंद है। इस लेख में जानें आंख के लिए ऐसे खास प्रेशर पॉइंट्स जिनकी मदद से कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
एक शोध में ये जानकारी सामने आई है कि कैसे कैंसर सेल्स को बढ़ने और शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है।
Diwali detox : जब आप सुबह फ्रेश होने जाते हैं तो खुलकर फ्रेश नहीं हो पाते हैं और वो खाना अंदर ही अंदर सड़ने लगता है, जिसकी वजह से मलत्याग के दौरान बदबू आती है। जानें बदबू दूर करने वाले 5 जूस।
दिवाली के समय हम अक्सर मीठा और तले हुए खाने का सेवन करते हैं जिसकी वजह से हमारे को काफी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे की शुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल का बढ़ जाना।
डिटॉक्स से ना केवल बॉडी को अंदर से क्लीन करता है बल्कि, इससे शरीर की कार्यप्रणालियां बूस्ट होती हैं। जिससे आप अधिक हेल्दी और एनर्जेटिक दिखायी देते हैं। बॉडी डिटॉक्स करने से हेल्थ को कई और भी फायदे होते हैं।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर पुनीत आपको बंद नसों के कारण शरीर के अंगों में होने वाले दर्द के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें पहचानकर नसों के ब्लॉक होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।
Winter Rituals in hindi : ठंड के समय में शरीर ज्यादा शिथिल हो जाता है और इस समय मांसपेशियों में ऐंठन और जकड़न होने की संभावना अधिक होती है। आप इन आयुर्वेदिक तरीकों से आराम पा सकते हैं।
Body detox foods: सेहतमंद रहने के लिए शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालना भी जरूरी है। इस लेख में हम आपको 5 ऐसे फूड्स के बारे में बताने वाले हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करेंगे और साथ ही सेहत भी बनी रहेगी।
बॉडी डिटॉक्स के लिए किस तरह से घर में कुछ उपाय किए जा सकते हैं उसके बारे में आप पढ़ सकते हैं इस लेख में।
Neck fat loss tips: गर्दन के पीछे जमा चर्बी देखने में अक्सर भद्दी लगती है। साथ ही गर्मियों के मौसम में इसमें पसीना जमा होना खुजली, दाने और स्किन इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
अगर लाख प्रयास के बावजूद आपका वजन कम नहीं हो रहा है तो आप इन 4 उपायों को अपनाकर अपना वजन कम कर सकते हैं।
मेटाबॉलिज्म तेज करने के उपाय : मेटाबॉलिम्ज तेज ना होने से वजन बढ़ सकता है और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के घरेलू उपाय के बारे में।
एक नयी स्टडी में यह दावा किया गया है कि,मानव त्वचा पर ओमिक्रोन वेरिएंट (omicron on human skin) लगभग 21. 1 घंटे तक एक्टिव रह सकता है।
यह सर्जरी भारत में की गई एक अभूतपूर्व और अत्यंत दुर्लभ सर्जरी बतायी जा रही है । (Cucumber-sized stones removed from a man's knee)
अगर आप होली खेल कर बहुत थका हुआ महसूस कर रहे हैं तो यहां हम आपको बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन के उपाय बात रहे हैं.
होली के दौरान आप जो खाना खाएं वह आपके पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करने वाला होना चाहिए। इसलिए जरूरी है कि 2 से 3 दिन पहले डिटॉक्स प्रोग्राम शुरू कर दिया जाए।
Reduce Body Heat in Summer: न्यूट्रीशनिस्ट अवंती देशपांडे ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया है कि गर्मी से खुद को कैसे बचाएं।
Dumbbell Exercises To Tone Body: यह एक्सरसाइज आपकी बाजुओं, जांघों और पेट की मसल्स को मजबूती देने में मदद करती हैं। अगर आप के पास डंबल नहीं हैं तो आप भरी हुई पानी की बॉटल या फिर किसी भारी किताब का प्रयोग भी कर सकते हैं।
हाल ही में एक स्टडी में इस बात की ओर इशारा किया है कि कैसे कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट शरीर के अलग-अलग हिस्सों में छिपे रह सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे होता है ऐसा।
कैसे शरीर में एक विटामिन की कमी आपको कोविड का गंभीर रूप से शिकार बना सकती है। आइए जानते हैं कौन सा है ये विटामिन।
कोविड वैक्सीन लेने के बाद अगर 90 मिनट तक एक्सरसाइज कर ली जाए तो एंटीबॉडीज तेजी से बन सकती हैं.
डिटॉक्स ड्रिंक की एक आसान रेसिपी पढ़ें यहां। यह ड्रिंक बना है काली मिर्च और लौंग जैसे गुणकारी और हेल्दी मसालों से। (Homemade Detox Drinks)
विटामिन डी की कमी हमारे लिए कई समस्याएं खड़ी कर देती है लेकिन इसकी कमी का पता लगाया जाए, ये चिंता का सबब होता है। आइए जानते हैं कि कैसे आप मात्र सूंघने से ही पता लगा सकते हैं।
क्या आप जानते हैं कि आपके डेली यूज में आना वाला बॉडी ऑयल भी वो कमाल कर सकता है, जो मॉश्चराइजर करता है।
शरीर के तापमान में वृद्धि कोरोना के सबसे आम संकेतों में से एक है लेकिन ये बात जानना जरूरी है कि यही सिर्फ एक लक्षण नहीं है।
अगर आपका शरीर रोजाना ये संकेत दे रहा है तो आप जान लिजिए कि आपका शरीर खराब होने की ओर इशारा कर रहा है। जानिए कौन से हैं ये संकेत।
जो लोग अपना वजन कंट्रोल करना चाहते हैं या घटाना चाहते हैं, उन्हें दावतें खाने के बाद बहुत दुख होता है। त्योहारों के लज़ीज़ पकवानों के साथ एक्स्ट्रा फैट, चीनी और एक्स्ट्रा कैलोरी शरीर में पहुंच जाती है। (Diwali Health Tips) इसके साथ ही कई हानिकारक तत्व भी शरीर में बैठने लगते हैं। जिससे, शरीर की कार्यप्रणालियों और इम्यून सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। इन सभी नुकसानदायक पदार्थों से छुटकारा पाने के लिए आप ये कुछ डिटॉक्स टिप्स आज़मा सकते हैं । (Body Detox Post-Diwali Tips in Hindi)
यहां पढ़ें कुछ ऐसे फूड्स के बारे में नैचुरली बॉडी डिटॉक्स के लिए बेहतरीन हैं। साथ ही सुबह खाली पेट इनका सेवन करने से आपको वेट लॉस और बॉडी डिटॉक्स जैसे दोहरे फायदे होंगे। आइए जानते हैं कौन-से हों वो फूड्स जो हैं डिटॉक्स के लिए बेस्ट। (Best Food for Detox in Hindi)
बरसात का मौसम बहुत सेंसटिव होता है। इस मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। जरा सी लापरवाही व्यक्ति को कई गंभीर रोगों और संक्रमण का शिकार बना सकती है। अगर आप उन लोगों में से हैं जो अक्सर हाथ पैरों में दर्द का सामना करते हैं तो आपको रात के वक्त कुछ चीजों के सेवन से बचना चाहिए। आज हम आपको 5 ऐसी चीजें बता रहे हैं जिनका सेवन रात के वक्त भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
पुरुषों (Beauty Tips for Men) को बॉडी ऑडर की दिक्कत काफी अधिक होती है। इस समस्या को कम करने के लिए कुछ नैचुरल और स्किन-फ्रेंडली चीज़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसी ही कुछ चीज़ों के बारे में लिख रहे हैं हम यहां, जिन्हें आप लॉकडाउन के इस समय में घर में इस्तेमाल कर सकते हैं।
Tips to reduce body odour: गर्मी के दिनों में कुछ लोगों को बहुत ज्यादा पसीना (Sweating) आता है, जिससे शरीर से दुर्गंध आने लगती है। इससे आसपास मौजूद लोगों को भी परेशानी होने लगती है। गर्मी के मौसम में आपके शरीर से भी बहुत ज्यादा पसीने की बदूब आती है, तो कुछ टिप्स को जरूर आजमाकर देखें।
सर्दी के दिनों में खुद को ठंड से बचाए रखने के लिए आप ऊनी कपड़े पहनते हैं। इससे शरीर गर्म रहता है। आपको ठंड नहीं लगती, लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जिनके सेवन से आपका शरीर अंदर से गर्म रहता है। ये कुछ ऐसे फूड्स हैं, जिन्हें खाकर आपको अधिक ठंड नहीं लगेगी। शरीर अंदर से गर्म रहेगा (Superfoods That Warm You Up) तो आप सर्दी में बहने वाली ठंडी हवाओं के संपर्क में आने से जल्दी बीमार नहीं पड़ेंगे। जानें, किन चीजों को सर्दी के दिनों में आपको खाना चाहिए (foods which keep body warm in winter) ताकि आपका शरीर अंदर-बाहर गर्म रह सके।
प्रेगनेंसी/गर्भावस्था के शुरुआत से ही पेरिनियल मसाज करना जरूरी होता है. नॉर्मल डिलीवरी के लिए पेरिनियल मसाज बहुत जरूरी होता है. वजाइना और एनस तक फैले पेरिनियल एरिया की मसाज करने से सर्जिकल डिलीवरी की जरूरत नहीं पड़ती है. पेरिनियल मसाज करने से डिलीवरी के दौरान दर्द भी कम होता है.
सर्दी के मौसम में शरीर में दर्द की परेशानी अक्सर हो जाती है. कमर दर्द, जोड़ों के दर्द जैसी परेशानी से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपाय कारगर होते हैं. हम यहां पर कुछ अच्छे घरेलू उपाय बता रहे हैं, जो सर्दी के मौसम में दर्द की परेशानी को ठीक करते हैं.
रात को एक अच्छी नींद लेना मांसपेशियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। अगर रात को सोते वक्त कुछ खास चीजों का सेवन करते हैं, तो आप अपने मसल्स की ग्रोथ को पहले से ज्यादा बढ़ा सकते हैं।
जानें, रोजमर्रा में होने वाली शारीरिक समस्याओं (Dangerous Health Symptoms) के बारे में जिन्हें नजरअंदाज करना आपकी सेहत पर पड़ सकता है भारी।
गर्मी के दिनों में अक्सर अधिक पसीना आने से शरीर से बदबू आने लगती है। आप कुछ घरेलू उपायों को आजमाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
निश्चित ही बॉडी बिल्डिंग में व्यायाम के साथ-साथ डायट का भी रोल बहुत अहम होता है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि वह कौन सी डायट है जो बॉडी बनाने में मदद करती है, तो यह स्लाइड आपके लिए है।
जानें, कुछ ऐसे घरेलू और लाभकारी चीजों के बारे में जिनके सेवन से आपका शरीर ताकतवर होने के साथ-साथ वजन भी तेजी से बढ़ने लगेगा।
पार्टी में हेल्दीन डायट ले पाना तो मुमकिन नहीं हो पाता, पर शरीर को ठीक रखने के लिए जरूरी है कि अगले ही दिन से अपनी डायट और फिजिकल एक्टिविटीज पर बहुत ध्या,न रखें।
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यदि आप पर्याप्त पोटेशियम नहीं खाते हैं, तो आप दर्दनाक मांसपेशियों की ऐंठन पाने का जोखिम बढ़ा सकते हैं। लेकिन पर्याप्त पोटेशियम खाने से भी गंभीर परिणाम हो सकता हैः खनिज के निम्न स्तर दिल की बीमारी के विकास की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं, नए शोध में जेसीआई अंतर्दृष्टि सुझाव देता है, यही कारण है कि आपको अपने आहार में एवोकैडो, केला और आलू जैसे खाद्य पदार्थ जोड़ना चाहिए।
अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने चूहों को हृदय रोग के खतरे में तीन समूहों में विभाजित कियाः एक को कम पोटेशियम आहार, दूसरा सामान्य पोटेशियम आहार, और तीसरा उच्च पोटेशियम आहार खिलाया गया था। फिर शोधकर्ताओं ने अपनी धमनियों पर नज़र डालने के लिए, एक इकोकार्डियोग्राफी या दिल की इमेजिंग टेस्ट की।
उन्होंने पाया कि कृत्रिम निचले पोटेशियम आहार को खिलाया गया धमनी कठोरता और कैलिफ़िकेशन के अधिक उपायों को दिखाता है, जो आपके जहाजों में प्लाक बिल्डअप का कारण बन सकता है। दोनों रक्त वाहिकाओं के प्रभाव आपके दिल के लिए बुरी खबर हो सकते हैं, संभावित रूप से आपको हृदय रोग या दिल का दौरा पड़ने का जोखिम हो सकता है।
दिल की बीमारी से लड़ने के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ खाद्य पदार्थः
लेकिन उच्च पोटेशियम आहार खाने से कैलिफ़िकेशन विकास के खिलाफ सुरक्षा लगती है, शोधकर्ताओं ने पाया। (यहां आपके हृदय की 5 अन्य खुराक हैं।)
शोधकर्ताओं ने एक बयान में कहा कि कम पोटेशियम आहार रक्त वाहिकाओं में चिकनी मांसपेशी कोशिकाओं के अंदर कैल्शियम की मात्रा में वृद्धि हुई है। उन्होंने कुछ अनुवांशिक मार्करों की अभिव्यक्ति को भी ट्रिगर किया जो कैलिफ़िकेशन के विकास को अधिक संभावना बना सकता है।
फिर भी, शोध चूहों पर आयोजित किया गया था, इसलिए यह बिल्कुल स्पष्ट नहीं है कि वही निष्कर्ष लोगों पर भी लागू होगा या नहीं। लेकिन मनुष्यों पर पिछले शोध ने पोटेशियम के हृदय-स्वस्थ लाभों की ओर इशारा किया है, विशेष रूप से यह रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, खासकर जब सोडियम का सेवन अधिक होता है।
तो इसे अपने दिल की रक्षा के लिए एक दिन में पोटेशियम की दैनिक अनुशंसित राशि को हिट करने के लिए एक बिंदु बनाएं, जो कि 4,700 मिलीग्राम (मिलीग्राम) है। कुछ उच्च पोटेशियम हिट? एक बेक्ड आलू में 610 मिलीग्राम होता है, एक आकाकाडो का आधा हिस्सा 487 मिलीग्राम होता है, और एक मध्यम केले में 422 मिलीग्राम होता है। अन्य विकल्पों में किशमिश, आटिचोक, दूध और पालक शामिल हैं। (एक खाने की योजना के लिए जो आपको अपने कसरत के दिनचर्या का अधिक से अधिक लाभ उठाने में मदद करेगी, मेटास्ट्रेड डाइट को आजमाएं पुरुषों का स्वास्थ्य.)
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Mission Majnu Trends No 1 On Netflix: सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandanna) पहली बार फिल्मी पर्दे पर नजर आ रहे हैं और इस जोड़ी के साथ 'मिशन मजनू' (Mission Majnu) फिल्म ने भी हर किसी का दिल जीत लिया. ओटीटी पर रिलीज हुई इस फिल्म के हाथ एक बड़ी उपलब्धि लग गई है. ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर ट्रेंड कर रही है. देशभक्ति पर आधारित इस फिल्म को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब पसंद किया जा रहा है.
बता दें साल 2022 बॉलीवुड फिल्म के लिए बेहद बुरा साल साबित हुआ लेकिन अब लगता है कि इस इंडस्ट्री के अच्छे दिन आ गए हैं. सिनेमाघरों में जहां शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' तहलका मचा रही है तो वहीं ओटीटी प्लेटफॉर्म पर 'मिशन मजनू' का जलवा देखने को मिल रहा है. फिल्म के रिलीज हुए अभी एक हफ्ता ही हुए हैं और ये फिल्म भारत में नेटफ्लिक्स पर नंबर 1 पर ट्रेंड कर रही है. इतना ही नहीं, नेटफ्लिक्स की नॉन इंग्लिश वर्ल्ड टॉप 10 की लिस्ट में इस फिल्म ने दूसरे नंबर पर अपनी जगह बनाई है.
ओटीटी पर इतनी बड़ी उपलब्धि मिलने के बाद सिद्धार्थ मल्होत्रा भी फूले नहीं समा रहे हैं. एक्टर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट शेयर करने के साथ लिखा है, 'मैं खुश और उत्साहित होने के साथ-साथ उन दर्शकों का शुक्रगुजार भी हूं, जिन्होंने हमारी इस फिल्म को इतना सारा प्यार दिया. दर्शक मेरी फिल्म से कनेक्ट कर पा रहे हैं. उन्हें मेरी फिल्म पसंद आ रही है. एक एक्टर होने के नाते मेरे लिए इससे ज्यादा खुशी की बात और कोई हो नहीं सकती. मिशन मजनू को दुनियाभर के दर्शक देख रहे हैं. पहले ही हफ्ते में ये नेटफ्लिक्स की वर्ल्ड टॉप 10 लिस्ट में ट्रेंड कर रही है, जोकि असामान्य है. '
बता दें, 'मिशन मजनू' (Mission Majnu) से पहले सिद्धार्थ मल्होत्रा फिल्म 'थैंक गॉड' में नजर आए थे, ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखाई पाई थी. अब एक्टर की फिल्म 'मिशन मजनू' ने तहलका मचा दिया है. उनके अपकमिंग फिल्म की बात करें तो वो 'योद्धा' में नजर आने वाले हैं. 7 जुलाई को ये फिल्म रिलीज होगी जिसमें दिशा पाटनी और राशि खन्ना भी अहम भूमिका में नजर आएंगी.
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विराट कोहली ने आईसीसी टी20 विश्व कप-2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कुछ ऐसे फैसले लिए थे जो हैरान करने वाले थे और जिनकी आलोचना हो रही है.
आईसीसी विश्व कप-2021 (ICC T20 World Cup) में भारत को पहले मैच में हार मिली थी. इस हार के बाद टीम चयन को लेकर कई सवाल खड़े किए गए थे. उम्मीद की जा रही थी न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच में टीम इंडिया अपनी गलतियां सुधारेगी और जीत के साथ वापसी करेगी. साथ ही अपने टीम संयोजन को भी बेहतर करेगी. लेकिन विराट कोहली (Virat Kohli) ने कीवी टीम के खिलाफ जो फैसले लिए उसने सभी को हैरान कर दिया. नतीजा ये रहा कि भारत को आठ विकेट से हार मिली और टीम का आईसीसी टी20 विश्व कप-2021 के सेमीफाइनल का रास्ता मुश्किल हो गया है. टीम में जो बदलाव किए गए थे उसमें रोहित शर्मा को ओपनिंग पर न भेजना शामिल है. उनकी जगह इशान किशन को केएल राहुल के साथ पारी की शरुआत करने भेजा गया था. इस बात से भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) नाराज हैं.
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Pakistan के घरेलू टूर्नामेंट कायदे आजम ट्रॉफी में बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान टीम के मुख्य बल्लेबाज Abid Ali को सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुसार आबिद अली की हालत स्थिर है। अस्पताल जाने के बाद उनके कई तरह के टेस्ट हुए। पूर्व टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज अशरफ ने कहा, 'वह आज सुबह 61 रन बनाकर खेल रहा था जब उसने दो बार सीने में दर्द की शिकायत की और हमने महसूस किया तो हमने तुरंत उसे अस्पताल भेज दिया।
पीसीबी ने कहा कि आबिद को बल्लेबाजी करते हुए सीने में दर्द और कंधे में असहजता की शिकायत करने पर अस्पताल ले जाया गया। बोर्ड के एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा कि आबिद के सभी एहतियाती परीक्षण किए गए हैं और यह क्रिकेटर अब बेहतर महसूस कर रहा है और उसे कोई दर्द भी नहीं है। यूबीएल परिसर में खैबर पखतूनख्वा टीम के खिलाफ खेलते हुए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 9000 रन पूरे करने वाले आबिद हाल में बांग्लादेश के सफल टेस्ट दौरे के बाद मध्य पंजाब टीम से जुड़े हैं।
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माधुरी दीक्षित बॉलीवुड की खूबसूरत और टैलेंटेड एक्ट्रेस में से एक हैं।
माधुरी अपनी ग्लोइंग स्किन का बहुत खास ध्यान रखती हैं। इसके लिए वो स्किन केयर रूटीन फॉलो करती हैं।
माधुरी चेहरे पर ओट्स पाउडर, शहद, दूध और गुलाबजल से बना फेस पैक लगाती हैं।
ये फेसपैक फेस से एक्सट्रा ऑयल को कम करता है और पिंपल की समस्या से छुटकारा दिलाता है।
माधुरी एलोवेरा में शहद, एसेंशियल ऑयल और दूध मिलाकर लगाती हैं।
ये चेहरे को पोषण देता है और साथ ही स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है।
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गोपालदासजीने संस्कृत साहित्यसे संस्कृति-मूलक समस्त प्राचीन भाषाओं और साहित्यको ग्रहण किया है। प्राकृत, पाली, अपभ्रंश आदि प्राचीन भाषाएँ संस्कृत साहित्यसे अभिप्रेत हैं। भाषा-साहित्यसे उनका अभिप्राय हिन्दी, मराठी, गुजराती, तामिल, तेलगु, कन्नड़, मलयालम, बङ्गला प्रभृति देश भाषाओंसे है। वे देश-भाषाओं और उनके साहित्यका अध्ययन ज्ञानके लिए आवश्यक मानते थे । अंग्रेजी साहित्यसे उनका अभिप्राय सभी विदेशी भाषाओं और उनके साहित्यके अध्ययनसे है। छात्र अपनी भिन्न-भिन्न रुचिके अनुसार तीन भाषाओंका ज्ञान अवश्य प्राप्त करें-- विदेशी भाषा, मातृभाषा एवं सांस्कृतिक भाषा चाहे वह संस्कृत हो, प्राकृत हो या अरबी पसियन आदि कोई भी हो ।
पाठ्य-विषयोंमें दूसरे विषयको उन्होंने मुलविद्या कहा है। मूलविद्याको दो बगमें विभक्त किया हैबाध्यात्मिक विद्या और औद्योगिक विद्या । आध्यात्मिक विद्यामे प्रथमानुयोग ( History Myths ) चरणानुयोग ( Ethics ) करणानुयोग ( Geography and Astronomy ) और द्रव्यानुयोग ( Science and Philosophy ) के अध्ययनको परिगणित किया है। औद्योगिक विद्याके अन्तर्गत कृषिविद्या, भूगर्भविद्या ( Agriculture and Mining ), affærer ( Book-keeping and Accountancy), amforvufæen ( Trade, Commerce and Banking), शिल्पविद्या (Engineering and Technology), कलाविद्या (Music, Fine-arts, Painting etc.) एवं शस्त्रविद्या परिगणित की है। सहकारिणी विद्यामे गणित, ज्योतिषी, वैद्यक, कानून ( Iaw ) नीतिविद्या आदिकी गणना की गई है । इस प्रकार गुरु गोपालदासजीने शिक्षाके सम्बन्धमे अपने विस्तृत विचार व्यक्त किये हैं। वे जोवनविकासके लिए संस्कृत और धर्मशिक्षाको अनिवार्य मानते थे। उन्होंने पाश्चात्य पद्धति पर सञ्चालित कॉलेजोंकी शिक्षाका विरोध किया था। वे आत्मशोधन के लिए सास्कृतिक शिक्षाको ही कार्यकारी मानते थे ।
विचार : १६९ |
शिवपुरी। स्थनीय विधायक, मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं ग्वालियर के सिंधिया राजवंश के आखिरी महाराजा जीवाजीराव सिंधिया कि सबसे छोटी प्रिंसेस यशोधरा राजे के घर 5 फरवरी को शहनाइयां बजने वाली हैं। वो अपने बड़े बेटे अक्षय भंसाली के लिए बहू लेने कर्नाटक पहुंच चुकीं हैं। यशोधरा राजे ने अपने बेटे का रिश्ता कर्नाटक के प्रसिद्ध घोरपड़े राजपरिवार के यहां किया है।
बैंगलुरू स्थित संदुर नामक रियासत के घोरपड़े राजवंश की प्रिंसेज कृतिका राजे उनकी दुल्हन होंगी। इसमें भाग लेने के लिए खुद यशोधरा अपने बेटे अभिषेक और बेटी त्रिशला के साथ बैंगलुरू पहुंच गईं। शादी में संदूर राजवंश के मेहमानों के अलावा ग्वालियर की सिंधिया, नेपाल की राणा और गुजरात की गायकवाड़ रॉयल फेमिली के सदस्य शामिल होंगे।
कृतिका के पिता कर्नाटक की संदुर रियासत के प्रिंस कार्तिकेय राजे घोरपड़े हैं, जबकि दादाजी संदुर के महाराज और कर्नाटक की राजनीति में बड़ा नान रखने वाले मुरारीराव यशवंत राव घोरपड़े हैं। 'MY' के नाम से मशहूर कृतिका के दादा जी कर्नाटक में पंचायती राज रिफर्म्स के लिए जाने जाते हैं। 'MY' पंचायती राज मिनिस्टर के साथ ही संदुर से 7 बार MLA और एक बार रायचुर से MP भी रहे। इसके अलावा 'MY' उच्चकोटि के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर के तौर पर भी मशहूर रहे। कृतिका की मां अंबिका राजे बड़ोदरा के उसी गायकवाड़ खानदान से हैं जिससे ग्वालियर की महारानी एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे हैं।
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