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यह रणनीति एक आवश्यक उपाय है, क्योंकि एफ-एक्सएनयूएमएक्स की उच्च लागत ने आर्थिक स्थिरता और इराक और अफगानिस्तान में महंगे युद्धों के साथ संयुक्त रूप से पेंटागन को एक्सएनएक्सएक्स रैप्टर सेनानियों के लिए ऑर्डर को कम करने के लिए एक्सएनएक्सएक्स इकाइयों के लिए मजबूर किया। विंग का लेआउट अपेक्षाकृत हल्का है और सस्ते फाइटर F-22 ईगल इस समस्या को हल कर सकते हैं।
F-22 रैप्टर दृश्यता और उड़ान प्रदर्शन से समझौता किए बिना 6 मध्यम-दूरी की मिसाइलों AMRAAM तक ले जा सकता है, और F-35 - 4 तक। इसलिए, उन्हें एक अधिक सुसज्जित मशीन के साथ पूरक होना चाहिए, जिसे एफ-एक्सएनयूएमएक्स माना जाता है, जो एएमएआरएएम मिसाइलों के एफ-एक्सएनयूएमएक्स ईगल एक्सएनयूएमएक्स संस्करण में अपग्रेड करने के बाद है।
यह माना जाता है कि जब F-22 और F-35 लक्ष्य का पता लगाया जाता है, तो आसानी से पता लगाने योग्य और अधिक कमजोर F-15 ईगल को समूह के सामने के किनारे पर फिर से व्यवस्थित किया जाएगा और उपलब्ध लक्ष्य निर्धारण के अनुसार, दुश्मनों को ज्वालामुखी से नष्ट कर देगा। गोला-बारूद समाप्त हो जाने के बाद, वे एयर बेस पर जाएंगे, और यदि आवश्यक हुआ तो F-22 और F-35 लड़ाई जारी रखेंगे।
ईगल वेरिएंट में F-15 के आधुनिकीकरण में पंखों पर तथाकथित "चार-पैक" मुकाबला बिंदु स्थापित करने में शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक 4 AMRAAM मिसाइलों को ले जाने में सक्षम है। फ्लाइट रेंज बढ़ाने वाले नए फ्यूल स्टोरेज टैंक लगाए गए हैं, जो एयरोडायनामिक ड्रैग को कम करने के लिए एयरक्राफ्ट बॉडी से जुड़े होते हैं। टैलोन हेट सेंसर और एक संचार मॉड्यूल स्थापित किया गया है, जिससे F-15 को F-22 से डेटा प्राप्त करने की अनुमति मिलती है जब दुश्मन द्वारा उन्हें रोकना असंभव है। प्राप्त जानकारी को कॉकपिट में नए केंद्रीय टचस्क्रीन डिस्प्ले में प्रसारित किया जाता है।
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भारत मंडपम... दुनिया के सबसे भव्य जी-20 आयोजनों में से एक का गवाह रहा है। आज 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन का दूसरा दिन है और पीएम मोदी कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से बात करेंगे. शिखर बैठक से पहले सभी जी20 देशों के नेता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने उनका स्वागत किया. अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने जब दुनिया के तमाम दिग्गज नेता राजघाट पहुंचे तो प्रधानमंत्री मोदी ने खादी अंगवस्त्रम पहनाकर सभी का स्वागत किया. राजघाट पर जहां पीएम मोदी विदेशी मेहमानों का स्वागत कर रहे थे, उसके पीछे साबरमती आश्रम का मॉडल नजर आ रहा था.
प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले सभी मेहमानों का खादी का पटका पहनाकर स्वागत किया और फिर साबरमती आश्रम के बारे में बताया. आपको बता दें कि महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम की कुटिया से भारत को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की थी. साबरमती आश्रम उस आदर्श का घर बन गया जिसने भारत को स्वतंत्र कराया। साबरमती आश्रम आज प्रेरणा और मार्गदर्शन के स्रोत के रूप में कार्य करता है।
जी-20 देशों के नेताओं ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। यहां महात्मा गांधी का पसंदीदा भक्ति गीत 'वैष्णवजन तो ऐ रे काहे, जे पीड़ पराई जाने रे...' सुना गया. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नेताओं का खादी शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया. पीएम मोदी ने सभी नेताओं को राजघाट के बारे में भी जानकारी दी. साथ ही साबरमती की पृष्ठभूमि पर महात्मा गांधी की कहानी बताई जा रही है. ऋषि सुनक सुबह-सुबह दिल्ली अक्षरधाम मंदिर गए। वह वहां से सीधे राजघाट बापू को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
इससे पहले शनिवार को जब पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में विदेशी नेताओं का स्वागत कर रहे थे, तो पृष्ठभूमि में ओडिशा के प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर का सूर्य चक्र था। पीएम मोदी ने मेहमानों को कोणार्क सूर्य मंदिर और चक्र के बारे में भी जानकारी दी.
वहीं, राष्ट्रपति की ओर से भारत मंडपम में रात्रिभोज का आयोजन किया गया. इस दौरान स्वागत मंच के बैकग्राउंड में नालंदा यूनिवर्सिटी की झलक दिख रही थी. प्रधानमंत्री मोदी जी-20 के कुछ नेताओं को विश्वविद्यालयों के महत्व के बारे में बताते भी दिखे. राष्ट्रपति मुर्मू ने ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक सहित जी-20 नेताओं को नालंदा विश्वविद्यालय का महत्व समझाया। आपको बता दें कि नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत की प्रगति को दर्शाता है।
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टीम इण्डिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली को चाहने वाले पूरे विश्व में हैं, जो उनसे मिलने के लिए हमेशा बेचैन रहते हैं और उनके बारे में सब कुछ जानना चाहते हैं. कई बार फैंस के इस उत्साह से खिलाड़ियों को कठिनाई का भी सामना करना पड़ता है. ऐसा ही कुछ कठिनाई का सामना किंग कोहली को करना पड़ा. टीम इण्डिया टी-20 वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया में है. एक फैन उनकी गैर मौजूदगी में उनके कमरे में घुस गया और उसका वीडियो बनाया. इसको लेकर विराट कोहली ने नाराजगी जाहिर की और उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो को शेयर किया और पोस्ट डाली. उनके इस पोस्ट के बाद कई सेलिब्रेटीज ने भी कमेंट किया और फैंस के इस व्यवहार को गलत बताया. बॉलीवुड अदाकारा परिणिति चोपड़ा और वरुण ने भी इस व्यवहार को गलत ठहराते हुए वीडियो पर कमेंट किया.
विराट के होटल रूम में टेबल पर लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति.
कोहली के होटल रूम के वायरल वीडियो में उनके रूम में रखे जर्सी के सेट भी नजर आए.
कोहली ने फैंस की ओर से बनाया गया जो वीडियो शेयर किया है, उसमें उनके होटल रूम में रखी चीजें दिख रही हैं. उनके टेबल पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति सफेद कपड़े पर रखी हुई हैं. उनकी कैप, चश्मा और घड़ियों के बॉक्स भी इसमें दिख रहे हैं. उनके कमरे में रखे हुए कई जोड़ी जूते और जर्सी के कई सेट भी इस वीडियो में नजर आ रहे हैं. इसके अतिरिक्त कई तरह की क्रीम भी ड्रेसिंग टेबल पर रखी हुई हैं.
विराट के होटल रूम में जूतों की भी कई जोड़ी वायरल वीडियो में नजर आई.
सितंबर माह में इंग्लैंड दौरे के दौरान भारतीय विमेंस टीम की विकेटकीपर बल्लेबाज तानिया भाटिया के होटल रूम में भी चोरी हो गई थी. लंदन के मैरियट होटल से चोर कैश, कार्ड, घड़ियां और आभूषण से भरा उनका बैग ले गए थे.
विराट कोहली का इस टी-20 वर्ल्ड कप में बहुत बढ़िया प्रदर्शन रहा है. पाक के विरूद्ध पहले मैच में उन्होंने 53 गेंदों पर नाबाद 82 रनों की पारी खेलकर टीम इण्डिया को अकेले दम पर जीत दिलाई थी. इसके बाद नीदरलैंड के विरूद्ध भी उन्होंने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली थी. साउथ अफ्रीका के विरूद्ध 12 रन बनाए.
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भोपाल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया है।
चौहान ने कहा कि धर्म और मानवता के सच्चे सेवक, सिखों के दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर कोटिशः नमन।
दीन-हीन और असमर्थों की सेवा और कल्याण ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सिखों के दसवें गुरु, खालसा पंथ के सृजनहार गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर सभी को लख-लख बधाई प्रेषित की है।
उन्होंने ट्वीट के जरिए लिखा है कि गुरु गोबिंद सिंह ने धर्म व समाज की रक्षा की ख़ातिर अपने पूरे परिवार का बलिदान दिया। उनका एकता, भाईचारे व मानवता का संदेश आज भी हमारे लिये प्रेरणादायी है।
राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों और अन्य नेताओं ने भी गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व (जन्मोत्सव) पर उनका स्मरण करते सभी को बधाई दी हैं।
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ICC Women's World Cup India W vs Australia W: आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2022 में शनिवार (19 मार्च) को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच खेला जाना है। इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी तालिया मैकग्रा को 2017 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ मिली हार याद आई है। मैकग्रा ने कहा कि उस हार ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को पूरी तरह से बदल डाला।
मैकग्रा ने कहा शनिवार को होने वाले मैच में कुछ भी हो सकता है। तालिया का द्विपक्षीय सीरीज में भारत के खिलाफ काफि बढ़िया प्रदर्शन रहा था। साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ भी उन्होंने सबको काफी प्रभावित किया था। मैकग्रा ने ऑकलैंड में कहा, 'हमें हाल की भारत के खिलाफ काफी सफलता मिली है, लेकिन यह एक नया वेन्यू है, नया टूर्नामेंट है, इसलिए कुछ भी हो सकता है। भारत एक वर्ल्ड लेवल टीम है, इसलिए हम उन पर अपना होमवर्क कर रहे हैं, ट्रेनिंग पर ध्यान दे रहे हैं, ताकि हम शनिवार को उन्हें हरा सकें। '
उन्होंने कहा, '2017 का सेमीफाइनल एक पुरानी बात है। उसके बाद से हमारे खेल में काफी बदलाव आया है। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं है कि उस हार के बाद हमने खेल के प्रति अपने नजरिए में काफी बदलाव किया है। अब हमारा खेल के प्रति जो भी नजरिया है या फिर जो भी अप्रोच है, वह काफी साधारण और सरल है। एक बार में एक मैच के बारे में सोचें और उस तरीके का क्रिकेट खेलिए. जो आप खेलना चाहते हैं और खेलना जानते हैं। '
मैकग्रा से पूछा गया कि क्या होगा अगर इंग्लैंड से मात खाने के बाद भारतीय टीम आक्रामक तरीके से ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ मैदान पर उतरे तो उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि हर टीम हमें कड़ी टक्कर देगी। साथ ही हमारे खिलाफ काफि आक्रामक प्रकार की क्रिकेट खेलेगी। हमें यह पसंद भी है। हम उम्मीद कर रहे हैं, भारतीय बैटर्स हमारे खिलाफ बढ़िया बल्लेबाजी करेंगी और झूलन गोस्वीमी के नेतृत्व में हमें एक क्वॉलिटी बॉलिंग अटैक का सामना करना पड़ेगा। '
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खेजरोली कस्बे के चौमूं रोड स्थित नांगल मोड़ पर 6 महीने पहले बनी सड़क बरसात आते ही कई जगह से उखड़ गई। जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
स्थानीय ग्रामीण, वार्ड पंच सरवन बागड़ा और एडवोकेट सीएल जिंदल ने बताया कि यहां पर सड़क की ऊंचाई ज्यादा होने से आए दिन हादसे होते रहते थे। जिस पर हाईकोर्ट में सड़क की ऊंचाई कम करने की याचिका लगाई थी।
हाईकोर्ट के आदेश पर सड़क की ऊंचाई कम करके नई सड़क बनाई गई, लेकिन कुछ ही दिनों में सड़क कई जगह से उखड़ चुकी है। ऐसे में वाहन चालक को हिचकोले खाकर गुजरना पड़ रहा है। साथ ही हादसा होने का भय भी बना रहता है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के जेईएन बीरबल सिंह पिलानिया ने बताया कि शीघ्र ही मौका मुआयना करके सड़क का दुरुस्ती करण किया जाएगा।
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रियो डी जनेरियो : ब्राजील के तैराक एलान डो कार्मो ने यहां आयोजित ओपन वाटर मैराथन तैराकी प्रतियोगिता में जापान के यासुनारी हिराई को हराकर जीत का परचम लहराया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, डो कार्मो ने शनिवार को कोपाकबाना बीच पर 10 किलोमीटर के कोर्स को दो घंटे तीन मिनट और 53 सेकेंड के समय में समाप्त किया, जो हिराई के समय से मात्र एक सेकेंड आगे था. प्रतियोगिता में तीसरा स्थान कनाडा के तैराक रिचर्ड विनबर्गर को मिला.
रिचर्ड ने 2:03. 57 के समय में लाइन को पार किया. डो कार्मो ने कहा, "प्रतियोगिता काफी मुश्किल थी और साथ ही समुद्र में तैराकी करना भी मुश्किल हो रहा था, जिसने इसे और भी कठिन बना दिया. इस स्थिति में आपके पास दिशा का अच्छा ज्ञान होना जरूरी है.
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उत्तर प्रदेश॥ यूपी के कानपुर साउथ में हत्या का एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने एक युवक की हत्या के आरोप में उसके ही छोटे भाई को अरेस्ट किया है। जबकि खुद छोटे भाई ने पुलिस स्टेश़न जाकर बड़े भाई की हत्या का केस दर्ज कराया था।
आरोपी युवक ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि उसने बड़े भाई की हत्या इसलिए कि क्योंकि उसके उसकी गर्लफ्रेंड के साथ नाजायज संबंध थे। इसका पता लगने के बाद छोटे भाई ने पीड़ित का चापड़ से गला काटकर हत्या कर दी थी। खुद ही FIR भी दर्ज कराई थी। 14 माह बाद आरोपित को अऱेस्ट किया गया है।
नौब़स्ता हंसपुरम निवासी कार ड्राइवर ओमप्रका़श वर्मा की बिधनू में शम्भुआ रेल़वे ओवऱब्रिज के पास ग़ला रेतक़र बीते वर्ष 22 अक्तूबर को हत्या हुई थी। हत्याकांड की FIR छोटे भाई छोटू ने दर्ज कराई थी। सबसे बड़े भाई तेजबहादुर सहित 4 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। बिधनू एसओ सुखराम रावत ने बताया कि जांच-पड़ताल के दौरान पता चला कि मृतक ओमप्रकाश और वादी सगे भाई छोटू एक ही युवती से अवैध संबंध थे।
आरोपित ने अपराध कबूला अदालत ने भेज दिया जेल 22 अक्तूबर की शाम ओमप्रकाश को शराब पिलाकर बिधनू के एक गांव चलने को कहा। छोटू पीछे बैठा, जबकि ओमप्रकाश बाइक चला रहा था। शंभुआ रेलवे ओवरब्रिज के पास लघुशंका के बहाने छोटू ने बाइक रुकवाई।
भाई के लघुशंका करने पर पीछे मुंह दबाकर चापड़ से गला़ रेत दिया था। इसके साथ ही छोटू को हिरा़सत में लेकर स़ख्ती से पूछताछ की तो जुर्म कबूल किया। मंगलवार को अदालत में पेश किया, जहां से न्यायि़क हिरासत में जेल भेजा गया।
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आप एक ऐसे प्रमुख स्वास्थ्य सेवा संगठन के वरिष्ठ कार्यकारी हैं जिसने हाल ही में रोगियों के निदान और उपचार में डॉक्टरों की सहायता हेतु एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रणाली की शुरुआत की है। इस प्रणाली में रोगी से संबंधित डेटा का विश्लेषण करने, पैटर्न की पहचान करने और परिणामों की भविष्यवाणी करने के लिये मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है। इसे रोगी से संबंधित परिणामों में सुधार करने एवं लागत कम करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
हालांकि यह प्रणाली हाल ही में ऐसे मीडिया, रोगी समूहों और नियामक तंत्र के जाँच के दायरे में रही है जो स्वास्थ्य देखभाल में एआई का उपयोग करने के नैतिक प्रभावों के बारे में चिंतित हैं। इसमें ऐसी चिंताएँ शामिल हैं कि यह प्रणाली पक्षपाती हो सकती है क्योंकि डेटा आधारित होने के कारण इसका सभी रोगियों के संदर्भ में सामान परिणाम नहीं हो सकता है। इसमें रोगियों की गोपनीयता और स्वतंत्रता के बारे में भी संभावित चिंताएँ निहित हैं, क्योंकि इसमें इनका डेटा इनकी स्पष्ट सहमति के बिना एकत्र और विश्लेषित किया जा रहा है।
आपको इन नैतिक चिंताओं को दूर करने के साथ यह सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया है कि स्वास्थ्य सेवा संगठन जिम्मेदार और नैतिक तरीके से संचालित हो रहा है।
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मेघ गर्जन के समान है जिसको सुनकर सन्त लोग मोर के समान प्रसन्न होते हैं ।" अप्टछाप वाले कृष्णदास की रचना न तो चर्चरी छन्द मे मिलती है और न उसमे गिरिराजवरन को छाप ही है । इसलिए कृष्णदास चालक भी अप्टछापवाले कृष्णदास नही हैं ।
उक्त भक्तों के अतिरिक्त भक्तमाल में दो कृष्णदासो का और नाम के सामने कोई विभेद-सूचक उपनाम नही जोडा गया । छप्पय नं० एक कृष्णदास के विषय मे कहते हैं, - "ये खरूज सुनार के पुत्र और के उपासक है और नाचने-गाने मे बडे प्रवीण हैं । इन्होंने अपनी भक्ति से राधालाल को रिभा लिया है ।" ये कृष्णदास भी कृष्णदास अधिकारी नहीं है, क्योकि इनका वंशपरिचय वार्ता में दिये हुये वंश - परिचय से नही मिलता ।
छप्पय नं० ८१ में नाभादास जी ने जिन कृष्णदास का परिचय दिया है, वे ही अष्टछाप के भक्त कवि और श्रीवल्लभाचार्य जी के शिप्य कृष्णदास अधिकारी हैं । नाभादास जी ने इनके वर्णन मे इस उपर्युक्त बात को स्पष्ट कर दिया है । वे कहते हैं, - "गिरधारी श्रीकृष्ण ने कृष्णदास पर रीझकर अपने नाम मे साझा दिया । इनके गुरु श्रीवल्लभाचार्य जी ने जो भजन की रीति चलाई, उसमे ये पूर्ण और गुरगागर हुये। इनकी कविता निर्दोप और अनोखी होती थी और ये श्रीनाथ जी की सेवा मे बडे प्रवीण थे । इनकी वाणी श्रीगोपाल जी के मुजस से अलंकृत रहती थी और उस वारगी की पण्डित लोग बडे आदर ने वन्दना करते थे । ये व्रज की रज की आराधना करते थे और चित्त मे उसे सर्वस्त्र जान कर धारण करते थे । हरि दासो का सदा सान्निध्य करते थे । १ श्रीराधाकृष्ण के भजन का ही एकमात्र इनका दृढ़ व्रत था । " २ इस वृत्तान्त से कृष्णदास अधिकारी का निम्नलिखित अल्प परिचय मिलता है :१ - ये श्रीनाथ जी की सेवा करते थे ।
१ - [अथवा गोवर्धन पर्वत के सदा निकट रहते थे । २ - गिरिधरन रोकि कृष्णदास को नाम माँझ साझ दियौ, श्रीवल्लभ गुरुदत्त भजन सागर गुनागर । कवित नोल निर्दोष नाथ सेवा में नागर, वानी वन्दित विदुष सुजस गोपाल अलंकृत । व्रज रज अति अराध्य वहै धारी सर्वसु चित । सानिध्य सदा हरिदासवर्य गौर स्याम दृढ़ व्रत लियौ, गिरिधरन रीभि कृष्णदास को नाम मॉभ साभौ दियौ । भक्तमाल, भक्ति-सुधास्वाद - तिलक, पृ० ५८१ |
ऊना - हिमाचल पथ परिवहन निगम ऊना में लाखों रुपए की लो-फ्लोर बसें वर्कशॉप में धूल फांक रही हैं। करीब 17 बसें ऊना डिपो की अभी भी खड़ी हुई हैं। जोकि किसी भी रूट्स पर नहीं दौड़ पाई हैं। हालांकि सरकार के निर्देशों के बावजूद भी कई बसें चलाई जा चुकी हैं, लेकिन ऊना जिला के लोकल रूट पर चलने वाली कईं बसें नहीं चल पाई हैं। इसका खामियाजा हर रोज सफर करने वाले यात्रियों के साथ ही हिमाचल पथ परिवहन निगम को भी भुगतना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि हिमाचल पथ परिवहन निगम और निजी बस आपटरेट यूनियन के बीच चल रहे विवाद के चलते यह बसें रूट पर नहीं चल पाई हैं। निजी बस आपरेटर यूनियन ने इन बसों को न चलाने को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया हुआ है। वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम इन बसों को रूट पर चलाने के पक्ष में हैं। एक ओर जहां ओवरलोडिंग न करने के चलते कई स्टेशनों पर बसें नहीं रोकी जा रही हैं। इसके चलते लोगों को समस्या झेलनी पड़ रही है, लेकिन यदि इन बसों को रूट पर चला दिया जाता है तो लोगों की यह समस्या भी खत्म हो जाएगी। अभी तक इन बसों को रूट पर चलने के लिए समय लग सकता है। निगम के लिए भी इन बसों को रूट पर चलाना गले की फांस बना हुआ है। बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल पथ परिवहन निगम ऊना को 45 लो-फ्लोर बसें मुहैया करवाई गई थी, ताकि आम जनता को इनका लाभ मिल सके। इन लो-फ्लोर बसों के लिए रूट पर चलाने के लिए 40 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी। इसके बावजूद भी लंबे समय तक यह बसें प्रदेश के अलावा अन्य बाहरी राज्यों के रूटों पर चलती रही। हालांकि इन लो-फ्लोर बसों का लाभ स्थानीय जनता को मिलता रहा, लेकिन कुछ समय पहले लो-फ्लोर बसों को रूट पर नियमों के विपरीत चलाने के खिलाफ एक व्यक्ति द्वारा याचिका दायर की गई थी। इसके चलते माननीय न्यायालय की ओर से इन लो फ्लोर बसों को निर्धारित रूट पर ही चलाने के निर्देश दिए थे। ऊना में यह बसें ऊना, संतोषगढ़, अंब रूट पर ही चल सकती थी। इन बसों को निगम द्वारा लंबे रूट्स पर भी भेजा गया। न्यायालय के निर्देश के बाद इन लो-फ्लोर बसों को लंबे रूट पर नहीं भेजा गया। वर्तमान में ऊना जिला के तहत 17 बसें ऊना के रामपुर के स्थित वर्कशॉप में खड़ी हैं। वहीं, टीएम एचआरटीसी ऊना दर्शन सिंह ने कहा कि ऊना डिपो की 17 लो-फ्लोर बसें बिना रूट के ही वर्कशॉप में खड़ी हैं। अन्य बसों को रूट्स पर चलाया गया है। वहीं, इन बसों को भी रूट पर चलाने के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके। वहीं, आरएम एचआरटीसी ऊना जगरनाथ ने कहा कि ऊना डिपो की 17 लो-फ्लोर बसें बिना रूट के ही वर्कशॉप में खड़ी हैं। अन्य बसों को रूट्स पर चलाया गया है। वहीं, इन बसों को भी रूट पर चलाने के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है, ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके।
ऊना के रामपुर स्थित लो फ्लोर बसें पिछले करीब डेढ़ साल से खड़ी हैं, लेकिन कभी कभार ही इन बसों को चलाया जाता है। इसके चलते अब इन बसों की बैटरियां भी खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। अब इन बसों को रूट पर चलाने से पहले बसों की बदलनी पड़ेंगी बैटरियां। जो भी बसें शोपीस बनी हुई हैं उनकी हालत दिन प्रतिदिन खस्ताहाल होती जा रही है। ऐसे में सरकार, निगम को इस ओर उचित कदम उठाने चाहिए।
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फर्रुखाबाद में कलेक्ट्रेट सभागार में एक से 31 जुलाई तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान के संबंध में जिलास्तरीय बैठक हुई। बैठक में डीएम ने अन्य विभगों को माइक्रो प्लान के हिसाब से सहभागिता करने के निर्देश दिए। सभी विभागों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी लोग मिलकर संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाएं।
बैठक में जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने निर्देश दिये कि सभी विभाग माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान की गतिविधियां आयोजित करें और दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं प्रशिक्षित किया जाए। साथ ही जिले सहित सभी ब्लॉक पर संचारी रोग अभियान का शुभारंभ जनप्रतिनिधि के द्वारा कराया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों को यह जानकारी जरूर दें कि बुखार होने पर खुद से कोई इलाज न करें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बुखार की जांच और इलाज कराएं।
दस्तक अभियान के तहत आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस के रोगियों, क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों, फाइलेरिया और काला अजार, कुष्ठ रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची बनाई जाएगी। वहीं इन बीमारियों से बचाव के लिए क्या करें-क्या न करें के बारे में जागरूक भी किया जाएगा।
इसके अलावा वह दिमागी बुखार, रोग, वेक्टरजनित एवं जलजनित रोगों से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करेंगी और क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी बनायेंगी। जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है एवं आशा कार्यकर्ता उन घरों के प्रमुख स्थानों पर स्टीकर लगायेंगी। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज, सलानपुरः डॉक्टर के गलत इलाज से नाबालिग लड़की की मौत होने का आरोप लगाते हुए परिजनों और स्थानीय लोगों ने डॉक्टर के घर के सामने शव को छोड़ कर विरोध प्रदर्शन किया। आरोप है कि डॉक्टर के घर और क्लीनिक में तोड़फोड़ की गई।
मृतक नाबालिग का नाम शुक्ला मंडल (17) बराबनी विधानसभा के लालगंज निवासी है। कन्यापुर चौकी का भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में किया।
मृतक नाबालिग की मां रिंकू मंडल अपनी बेटी शुक्ला मंडल को रविवार 29 जनवरी को स्थानीय चिकित्सक द्विजेन भुई के यहां लालगंज ले आई। डॉक्टर उचित उपचार के बिना कुछ दवाएं इंजेक्ट करते हैं। उसके बाद शुक्ल मंडल की हालत बिगड़ने लगी।
उसके मुंह से झाग निकलने लगा और उसे तेज बुखार हो गया। शुक्ला मंडल की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें आसनसोल जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कल दोपहर शुक्ला की वहां मौत हो गई। हालांकि, मृतक की मां रिंकू मंडल ने एक और बड़ी शिकायत की कि जिला अस्पताल के एक डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उनकी बेटी शुक्ला का गलत इलाज किया गया है।
हालांकि स्थानीय और परिजनों ने इस डॉक्टर के फर्जी होने की शिकायत की। इससे पहले भी दो बार ऐसा ही हो चुका है। उन्होंने मांग की कि डॉक्टर को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हालांकि, डॉ. द्विजेन भुई ने इस मुद्दे पर अपना मुंह नहीं खोला, लेकिन कई सवालों के बाद डॉ. द्विजेन भुई के पुत्र चंदन भुई ने बताया कि कुछ दिन पहले बच्ची को इलाज के लिए लाया गया था। बाबा सामान्य इलाज करते हैं। फिर उन्होंने जगह-जगह कई लोगों का इलाज किया लेकिन दोष बाबा को लगाया जा रहा है। वह यह भी कहते हैं कि बाबा प्राइवेट डॉक्टर हैं और उनके पास डॉक्टर के सारे कागजात हैं। वह फर्जी डॉक्टर नहीं हैं।
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स्पेशल न्यूज़ः सन 1971 में हुए भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में पाकिस्तानियों के चारों खाने चित्त हो गए थे. जिसमें भारत ने 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी जीत भी हासिल की थी. इस युद्ध के बाद से पाकिस्तान के करीब 93,000 पाकिस्तानी सेना ने भारत के आगे आत्मसमर्पण कर दिया था. जिसके बाद ही 'पूर्वी पाकिस्तान' आजाद हो गया था, जो कि आज 'बांग्लादेश' के नाम से जाना जाता है. जहां ये दिन भारत में विजय का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश में ये दिन 'विक्ट्री डे' के रूप में मनाया जाता है.
इस बड़ी जीत के असली हीरो फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की गिनती उन लोगों में हुआ करती थी, जो अपने फैसले खुद ले सके. जिसके बाद वो किसी के दबाव में आकर अपने फैसले नहीं लेते थे और न ही कोई काम करते थे. यह कहा जाता है की बांग्लादेश को पाकिस्तान के शिंकजे से आजाद कराने के लिए जब 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सैन्य कार्रवाई करने का मन बनाया तो मानेकशॉ ने उनके फैसले को मानने से इनकार कर दिया था, इसके बाद उन्होंने खुद इस युद्ध की रूपरेखा तैयार की थी.
एक इंटरव्यू के दौरान सैम मानेकशॉ ने यह बताया की, उन्होंने कहा था कि मैंने पीएम इंदिरा गांधी की बात मानने से मना इसलिए किया था क्योंकि उस वक्त हमारी सेना युद्ध के लिए तैयार नहीं थी. हमारी पीएम इंदिरा गांधी ने मेरी बात समझी थी और फिर मुझे अपने तरीके से रूपरेखा तैयार करने के लिए आजादी दी थी, जिसके बाद मैं स्वतंत्रता पूर्वक अपना काम कर सका.
सन 1914 में पंजाब के अमृतसर में जन्में सैम मानेकशॉ दूसरे विश्वयुद्ध का भी हिस्सा थे. जिन्होंने अपने जीवन का 40 साल सेना को समर्पित किया था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ब्रिटिश आर्मी से की थी. साल 1971 में भारत को जीत दिलाने के बाद उन्हें जनवरी 1973 में फील्ड मार्शल बनाया गया था, ऐसा सम्मान पाने वाले वो इंडिया के पहले जनरल थे. उनकी बहादुरी के कारण ही उन्हें 'सैम बहादुर' कहा जाता था। इन्हें पद्मविभूषण, पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था.
3 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों ने भारतीय वायुसीमा को पार करके पठानकोट, श्रीनगर, अमृतसर, जोधपुर, आगरा आदि सैनिक हवाई अड्डों पर बम गिराना शुरू कर दिया. इंदिरा गांधी ने उसी वक्त आक्रमण करने का आदेश दिया, इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानियों के दांत खट्टे कर दिए थे.
इंडियन आर्मी ने खुलना और चटगांव पर कब्जा जमा लिया था लेकिन ढाका पर कब्जा करने का लक्ष्य भारतीय सेना के सामने रखा ही नहीं गया था लेकिन 14 दिसंबर को भारतीय सेना ने एक गुप्त संदेश को पकड़ा कि दोपहर ग्यारह बजे ढाका के गवर्नमेंट हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जिसमें पाकिस्तानी प्रशासन बड़े अधिकारी भाग लेने वाले हैं. भारतीय सेना ने तय किया कि इसी समय उस भवन पर बम गिराए जाएं.
बैठक के दौरान ही मिग 21 विमानों ने भवन पर बम गिरा कर मुख्य हॉल की छत उड़ा दी और इसके बाद 16 दिसंबर की सुबह जनरल जैकब को मानेकशॉ का संदेश मिला कि आत्मसमर्पण की तैयारी के लिए तुरंत ढाका पहुंचें और इसके बाद शाम के साढ़े चार बजे 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया, ये युद्ध लगातार 13 दिनों तक चला था.
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लखनऊ, टीवी डिबेट और सोशल मीडिया में समाजवादी पार्टी के पक्ष में जोरदार अभियान चलाने वाली पंखुड़ी पाठक ने पार्टी को अलविदा कह दिया। उन्होंने कहा कि यादव सेना इंडिया के लोग उन्हें परेशान कर रहे थे और जातिगत टिप्पड़ियां कर रहे थे. मैंने इसकी शिकायत पार्टी पदाधिकारियों से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पंखुड़ी ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे किसी और पार्टी से जुड़ने नहीं जा रही हैं.
पंखुड़ी पाठक का यादव सेना से विवाद पहला विवाद नही है , इससे पहले वह एक भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करा चुकीं हैं. एक न्यूज चैनल डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने सपा की महिला प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक से अमर्यादित शब्द बोल दिए थे. प्रेम शुक्ला जब बहस के दौरान जवाब नही दे पाये तो कहा था- पंखुरी पाठक तुम्हारे पंख ज्यादा फडफ़ड़ा रहे हैं. चुप रहो, ज्यादा ना फडफ़ड़ाएं तुम्हारे पंख. हमें पता है कि तुम्हारे जैसी महिलाओं को यादव परिवार में कैसे एंट्री मिलती हैं और अगर मैंने अपना पूरा मुँह खोला तो तुम शर्मसार हो जाओगी. इस मामले में बीजेपी नेता के खिलाफ नोएडा के सेक्टर-58 थाने में एफआईआर दर्ज हुई। एफआईआर में पंखुड़ी ने डिबेट के दौरान दिए गए रिकॉर्डिड बयान की कॉपी दी.
25 वर्षीय,पंखुड़ी पाठक दिल्ली की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी की लॉ स्टूडेंट रहीं, पंखुड़ी नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड से हैं। उनके पिता जेसी पाठक और मां आरती पाठक डॉक्टर हैं, जो निजी प्रैक्टिस करते हैं। उनका एक छोटा भाई चिराग पाठक है जो अभी ग्रेजुएशन कर रहा है।
पंखुड़ी लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी रही हैं। 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता। उस समय इनकी उम्र लगभग 18 साल थी। उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया। इसके बदले में पार्टी ने रिटर्न गिफ्ट देते हुए उन्हें 2013 में लोहिया वाहिनी का नेशनल सेक्रेटरी बना दिया।
वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। फेसबुक पर उनके हजारों फॉलोवर हैं। जहां वह लंबे समय से पार्टी का स्टैंड मजबूत तरीके से रखती आई हैं। राजनीति मे वह समाजवादी पार्टी के साथ अखिलेश यादव और उनकी पत्नी सांसद डिंपल यादव से काफी प्रभावित हैं।
अखिलेश यादव ने पंखुड़ी पाठक को सपा प्रवक्ता होने के साथ- साथ सोशल मीडिया पर पार्टी का स्टैंड रखने की जिम्मेदारी दी थी।
पंखुड़ी पाठक को कोर टीम में शामिल करने के पीछे अखिलेश यादव का उद्देश्य यूथ को बढ़ावा देना है। वह चाहते हैं कि टीवी चैनलों से लेकर सामाजिक फोरम पर कोई युवा पार्टी का स्टैंड रखे।
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Lucknow News Today: लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा शहर में अनाधिकृत निर्माणों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही किये जाने के क्रम में आज बुधवार को गोमती नगर के विनय खण्ड में आवासीय भूमि में कराएं जा रहे व्यवसायिक निर्माण को सील कर दिया गया है।
Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा शहर में अनाधिकृत निर्माणों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही किये जाने के क्रम में आज बुधवार को गोमती नगर के विनय खण्ड में आवासीय भूमि में कराएं जा रहे व्यवसायिक निर्माण को सील कर दिया गया है। जोनल अधिकारी ने बताया कि गोमती नगर के विनय खण्ड में भूखण्ड संख्या - 5/27 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में आवासीय भूमि के बेसमेंट, भूतल, प्रथम तल और द्वितीय तल का व्यवसायिक निर्माण कराया जा रहा था, जिसको एलडीए ने सीज कर दिया गया है।
प्रवर्तन जोन - 1 के जोनल अधिकारी अरूण सिंह ने बताया, कि कृष्ण नन्द उपाध्याय द्वारा गोमती नगर के विनय खण्ड में भूखण्ड संख्या - 5/27 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में आवासीय भूमि के बेसमेंट, भूतल, प्रथम तल, द्वितीय तल का व्यवसायिक निर्माण कराया जा रहा था।
जिस के विरूद्ध न्यायालय में मुकदमा संख्या - 384/2022 योजित किया गया। इस प्रकरण में संबंधित पक्ष द्वारा निर्माण से सम्बंधित कोई स्वीकृत मानचित्र प्रस्तुत नहीं किया। जब दोबारा निरीक्षण किया गया तब पता चला कि संबंधित पक्ष द्वारा प्रश्नगत स्थल पर फिनिशिंग का कार्य तेजी से कराया जा रहा है, जिस पर सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे।
इस आदेश के अनुपालन में आज बुधवार को सहायक अभियंता अवधेश कुमार सिंह के नेतृत्व में अवर अभियंता सुभाष शर्मा द्वारा एलडीए ने स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से स्थल को सील करते हुए पुलिस अभिरक्षा में सौंप दिया गया।
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा शारदा नगर विस्तार योजना में निर्मित पीएम आवासों की रजिस्ट्री के लिए बुधवार से शुरू किये गये विशेष शिविर में के पहले दिन ही 18 आवंटियों ने एलडीए भवन पहुंच कर रजिस्ट्री के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की और इस दौरान 12 आवंटियों की रजिस्ट्री निष्पादित की गयी। योजना की प्रभारी श्रद्धा चौधरी ने बताया कि एलडीए द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शारदा नगर विस्तार में कुल 2,200 आवास बनाये गए हैं। इसमें आवंटियों के पक्ष में रजिस्ट्री निष्पादित करते हुए उन्हें भवनों का कब्जा दिये जाने के उद्देश्य से प्राधिकरण भवन के भूतल स्थित कमेटी हाॅल में विशेष रजिस्ट्री कैम्प शुरू किया गया है।
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ल्लाहु अलैहि व सल्लम ने इर्शाद फ़रमाया है कि शैतान से बचने के लिए इन दो सूरतों से बढ़ कर कोई चीज़ नहीं । हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने सुबह और शाम सूरः इखलास तीन-तीन बार पढ़ने की भी हिदायत फ़रमायी है । इस मक्सद के लिए 'प्रायतुल कुर्सी' पढ़ना या सूरः बक़रः का प्राखिरी रुकू पढ़ना या सूरः मुस्मिन की शुरू की आयतें 'इलैहिल मसीर' तक पढ़ना भी फ़ायदेमंद बताया गया है और यह तस्बीह भी बहुत मुफ़ीदबतायी गयी है ।
تريك له له الملك وله الحمد وهوعلاكل
لا إله إلا الله وحده شئ قدير
ला इला-ह इल्लल्लाहु वहदहू ला शरीक लहू लहुल मुल्कु व लहुल हम्दु व हु व मला कुल्लि शैइन क़दीर०
इसे अगर आदमी हर दिन सौ बार पढ़ो तो शैतान की बुराई से बचा रहेगा ।
शैतान की बुराई से बचने के लिए सबसे अहम बात यह है कि वंदा ज्यादा से ज्यादा अल्लाह ताला का जिक्र करता रहे । जो दिल अल्लाह के ज़िक्र से ग़ाफ़िल होता है, उसी में शैतानी वस्वसे आ सकते हैं। शैतान की बुराई से बचने के लिए यह सबसे बड़ी ढाल है, फिर नमाज़ पढ़ना, जो मल्लाह के जिक्र की सबसे बड़ी मुकम्मल शक्ल है, इस मक्सद के लिए बहुत ही मुफ़ीद है । शर्त यही है कि बंदा पूरी तवज्जोह के साथ दिल लगा कर मल्लाह का जिक्र करे और नमाज़ पढ़े ।
आखिरी उपाय यह है कि बंदा हर वक़्त अपनी कथनी-करनी पर सख्ती के साथ नज़र रखे और किसी ऐसी चीज़ में अपने को मश्गुल न करे जिससे मना किया गया हो या जिससे कोई फ़ायदा न हो । खास तौर पर अपनी आंखों और अपनी जुबान की सख्त निगरानी करे। शैतान की कामियाबी के लिए ये दो रास्ते बहुत श्राम है । |
'बिग बॉस 13' का पिछला हफ्ता जितना चीख पुकारी वाला निकला इस हफ्ते की शुरुआत उतने ही रोमांस के साथ होने वाली है। और रोमांस भी दो ऐसे सदस्यों के बीच होगा जो एक दूसरे के जानी दुश्मन बने हए हैं। अगले एपिसोड में सिद्धार्थ शुक्ला और रश्मि देसाई रोमांटिग मूड में नजर आएंगे। सिद्धार्थ और रश्मि के बीच शो की शुुरुआत से ही तनातनी दिखी है। दोनों के काफी झगड़े हुए हैं जिनसे घरवाले भी परेशा हो गए थे। परन्तु अब दोनों के बीच रोमांस होता दिखेगा और दोनों को रोमांस करते देख घरवालों की आंखे खुली की खुली रह जाएंगी।
कलर्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर दोनों के रोमांस का एक वीडियो में ट्वीट किया है जिसमें दोनों पूल में रोमांस करते दिख रहे हैं। असल में, इस शो में आने से पहले सिद्धार्थ और रश्मि एक टीवी सीरियल 'दिल से दिल तक' में काम कर चुके हैं। उस सीरियल में दोनों ने पति-पत्नी का किरदार निभाया था। उस सीरियल में दोनों की ऑनस्क्रीन कैमिस्ट्री काफी अच्छी थी। बिग बॉस के घर में आज दोनों की उसी कैमिस्ट्री को दोहराया जाएगा।
Watch this tonight at 10:30 PM.
अपकिंग एपिसोड में दिखाया जाएगा कि सारे घरवाले लिविंग एरिया में इकट्ठे होते हैं उसके बाद उनके सामने टीवी पर सिद्धार्थ और रश्मि के सीरियल की एक क्लिप चलती है। ये देखकर घरवाले काफी खुश हो जाते हैं। इस पर सना कहती हैं कि 'तुम दोनों साथ में कितने अच्छे लगते हो तुम साथ में क्यों नहीं रहते'। इसके बाद सिद्धार्थ और रश्मि बेडरूम से लेकर स्वीमिंग पूल तक रोमांस करते दिखेंगे।
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Skin Care Body Lotion: बॉडी लोशन हर एक मौसम में आमतौर पर लोग यूज करते हैं. बॉडी लोशन लगाने से आपकी स्किन बहुत ही मुलायम हो जाती है और दमक उठती है. ऐसे में सर्दियों का मौसम आते ही त्वचा में नमी कम होने लगती है, जिससे स्किन में रैशेज और कई समस्याएं आने लग जाती हैं. ऐसे में बॉडी लोशन स्किन के लिए किसी राम बाण से कम नहीं होता है. लेकिन परेशानी इस बात की होती है कि परिवार के हर सदस्य की स्किन अलग तरह की होती है लेकिन हर कोई एक ही लोशन अपनी स्किन पर यूज करता है.
आपको बता दें कि एक ही तरह के बॉडी लोशन का उपयोग जहां तक हो नहीं करना चाहिए. दरअसल बॉडी लोशन सिर्फ त्वचा का रूखापन दूर करने के लिए होता है. आपको बता दें कि बॉडी लोशन आपकी स्किन के लिए खाने के समान होता है. जिस तरह से शरीर को खाने की जरूरत होती है ठीक वैसे ही बॉडी लोशन आपकी त्वचा की जरूरतों के अनुसार होता है.
कैसे चुनें सही बॉडी लोशन?
-जब भी आप अपने ही बॉडी लोशन खरीदें तो हमेशा इस बात का ध्यान सबसे पहले रखें कि आपकी त्वचा किस तरह की है. अपने स्किन टाइप को ध्यान में रखकर आप हमेशा लोशन के इंग्रीडिऐंट्स को ध्यान दें कि वो आपकी स्किन के लिए ठीक है कि नहीं.
-आमतौर पर त्वचा सैंसटिव स्किन के साथ कई तरह की परेशानी होगी हैं तो इस तरह की त्वचा के लिए ऐक्ने वाली स्किन, पिंपल युक्त त्वचा होती है.
अगर आपकी स्किन ऑइली है तो हमेशा लोशन अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड से युक्त ही यूज में लाएं. क्योंकि इस तरह से लोशन के यूज से आपकी त्वचा पर तेल का नियंत्रित होगा और ये स्किन में बैक्टीरिया के एक्टिव होने से रोकने में मदद करेगा.
बहुत से लोगों की स्किन बहुत ही ड्राई होती है. ऐसे मे इस तरह की स्किन के लिए लोशन का चुनाव करते समय आप ग्लीसरीन, मैकाडामिया नट ऑइल, ऑल्मड ऑइल, रोज वॉटर, शिया बटर और ऑलिव ऑइल युक्त का ध्यान रखें, इन चीजों से युक्त लोशन आपकी स्किन को निखार देते हैं.
बहुत से लोगों की स्किन बहुत ही सेंसेटिव होती है. इस तरह की स्किन वालों को लोशन के चयन के वक्त खास ध्यान रखना चाहिए. ऐसी स्किन वालों को विटमिन-ई युक्त, ग्लीसरीन, रोज वॉटर, ग्रीन-टी और कैमोमाइल जैसे इंग्रीडिऐंट्स से युक्त लोशन का उपयोग करना चाहिए.
लोशन लगाने का भी एक सही तरीका होता है. जब भी आप लोशन का यूज करें आपकी स्किन हमेशा सूखी हुई और साफ त्वचा चाहिए. नहाने के बाद त्वचा को अच्छी प्रकार से पोछें फिरनर्म त्वचा पर ही लोशन लगाएं. ऐसे समय में लोशन जल्दी त्वचा में अब्जॉर्ब हो जाता है. आप दिन के समय लाइट लोशन का उपयोग करें और रात के समय हेवी लोशन का. आप चाहें तो रात को सोने से पहले भी अपनी बॉडी को साफ करके लोशन का यूज कर सकते हैं.
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बरेली में एक विवाहिता अपने प्रेमी के साथ कमरे में रंगरलिया मना रही थी। इस दौरान विवाहिता के पति ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। जिसके बाद परिजनों ने दोनों को बंधक बनाकर पीटा। इस दौरान आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। सूचना पर पहुंची नवाबगंज पुलिस दोनों को थाने ले गई। इस सम्बंध में विवाहिता के पति ने आरोपी युवक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
बरेली के नवाबगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी निवासी युवक की 4 साल पहले शादी हुई थी। इस दौरान विवाहिता का अपने पड़ोस में रहने वाले एक युवक से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। जब भी महिला का पति घर से बाहर जाता था, तो महिला अपने प्रेमी को कॉल कर बुला लेता था। दो माह पहले युवक को पत्नी पर संदेह हो गया था, जहां विवाहिता अपने प्रेमी से चोरी छिपे बात करती थी।
महिला का पति बाहर आया था, जहां विवाहिता ने अपने प्रेमी को कमरे में बुला लिया। विवाहिता प्रेमी संग रंगरलिया मना रही थी। इस बीच विवाहिता के पति ने पत्नी को उसके प्रेमी के साथ पकड़ लिया, जिसके बाद दोनों को बंधक बनाकर पीटा। सूचना पर नवाबगंज पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जा रही है।
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अध्यक्ष मौलाना आजादको नववर्ष दिवसके सायंकाल वन्दी कर लिया गया । उनको अठारह महीने कैदको सजा दी गयी । एक-एक करके काग्र के सारे प्रमुख नेता गिरफ्तार कर लिये गये ।
सैकडो सत्याग्रहियोने इन शब्दोको साथ-साथ दुहराया, "जन या वनसे ब्रिटिश युद्ध - प्रयासमे सहायता देना एक गलत चीज है। सही चीज यह है कि सविनय आज्ञा - भंगके जरिये सारे युद्धोका विरोध किया जाय ।" सन् १९४९ के जनवरी मासतक चालानोकी संख्या बढकर लगभग २,२५० हो गयी । इनमे ऐसे भी काफी मामले थे जिनमे कारावास दण्डकी जगह जुर्मानेकी सजा दी गयी थी । हर एक प्रदेश, दूसरे प्रदेशसे दो बातोमे भिन्न था - आन्दोलनका विस्तार और उसको सचालित करनेका ढंग । संयुक्त प्रदेशमे आन्दोलनका सबसे अधिक जोर था और कुल संख्याकी लगभग आधी गिरफ्तारियाँ वही हुई थी। इस आन्दोलन से पश्चिमोत्तर सीमा प्रदेश सबसे कम प्रभावित हुआ था यद्यपि खान अब्दुल गफ्फार खाँ वहाँ काफी सक्रिय थे । डा० खान साहबको पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया और उनको अपने घर ले जाया गया। बङ्गालमे अधिकाग सत्याग्रहियोको खुला घूमने दिया गया । २७ जनवरी १९४९ को यह सनसनीखेज खवर प्रसारित हुई कि श्री सुभाषचन्द्र बोस, अपने घरसे, जहाँ कि पुलिस उनको वरावर निगरानी रख रही थी, सहसा गायव हो गये है ।
सन् १९४१ के अप्रैल महीनेमे काग्र सके साधारण सदस्योकी भी स्वयंसेवको में भर्ती कर ली गयी। इसका फल यह हुआ कि सत्याग्रहियोकी संख्या एकदम वढ गयी । गर्मीकि बीचतक २०,००० से भी अधिक चालान किये जा चुके थे । एक समय १४,००० से भी अधिक सत्याग्रही जेलमे थे ।
भारतके सभी दलोने इस राजनीतिक गतिरोधका प्रवल विरोध किया। सर तेजबहादुर सप्रूने इस वातकी भरसक चेष्टा की कि कांग्रेस और मुस्लिम लीगके वीच एक समझौता हो जाय लेकिन मि० जिनाका रुख बहुत कडा था । मि० जिनाने सत्याग्रहके इस अभियानको काम सकी मागे स्वीकार करनेके लिए ब्रिटिश सरकारपर डाले गये एक दबावकी सज्ञा दी । गाधीजीने श्री सप्रसे शिकायत करते हुए कहाः "मेरा अपना खयाल यह है कि मि० जिना तबतक कोई समझौता नही करना चाहते जबतक कि वे मुस्लिम लीगकी स्थितिको इतना ठोस नही बना लेते कि वे शासकोके सहित सभी सम्बन्धित राजनीतिक दलोसे अपनी शर्ते मनवा सके ।"
जून महीनेके मध्यमे, जब कि जर्मनीने सोवियत रूसपर आक्रमण किया,
अपय स्थितिम आ गया। तुला में बागी वायरविवार और राष्ट्रीय गुग्गा पर
दो गयो ।
दिगम्बर १९४१ म अत्यन्त स्पष्ट हो गया कि भारतरी राजनानिक स्थिति गुगारने अविलम्ब कुछ निश्चित मात्र है। जमा गाम्गिम घडीमार साथ यात्रा जा रहा था और जान घाम अपना स्थितिरोबारी बना लिया था। अतिम गोता लगानश तैयारिया या भारता लिाल मापा और नयिमत तालिग गनिन
गया था। ३ दिसम्बरमा मिसारन मारा किया भारत सरकार हम उत्तरदायी र विरामी हिजर
त विजय नही मिल जाती तबतक उस पद मागम पिरनर सामना दा जायगो । यह म निगरिय आनाभगहारियाया जा अपरायजीरिया मग रहा है रिहा किया जा सकता है । में पति नेहरू और मौलाना आजात भी शामि।
महात्मा गाधीन लिम्रा जहाँतव मेरा सम्बन्ध है यह मेरे मनको वीणाव एक भी तारखी वृत न कर सका और न भर निकट कोई पद हो पा गया । भारत जिस स्वाधीनतारो भाग रहा है वह एक गुलामकी आजादी ह एवं बरा वरीके आदमीवी नही जिसे कि दूसरे शाम पूर्ण स्वतंत्रता कहा जाता है । यदि भारत सरकार इस उत्तरदायी दढ सक्ल्पपर विश्वास करती है कि जबतक उसे विजय नही मिल जाती तबतक उसे युद्ध प्रयासम निरंतर सहायता दी जायगी तो इसका तकयुक्त निष्कप यह ह कि गासन सविनय अवनाने दिया जा कि उसरे रास्नेम एक बाधा खड़ी करत ह अपनी निगरानीमें ही रखना चाहिए । एसी स्थितिम म इस रिहाईका यह अर्थ निकाल सकता है कि सरकार स्वयं अप नाय गय जेलवे एकातम कदियोके मनके परिवर्तनको आशा कर रही ह। मैं यह आशा करता हू कि सरकारका यह भ्रमजाल शीघ्र ही टूट जायगा ।
खान अदुल गफ्फार साँके रचनात्मक वायवी सराहना करते हुए गाधीजी ने निम्नलिखित वक्तव्य जारी किया
इस अमानुषिक अग्निकाण्डमें जो कि स्त्रोम विश्वास रखनेवाली विश्व शक्तियोको अपनेम ल्ह यह विचार मात्र मनको स्वस्थ करता है और उसे ऊँचा उठाता है कि यहाँ बादशाह खान जसे लोग मौजूद ह । ये विश्व पक्तियाँ
तो यह भी नही जानती कि वे किस लिए लड़ रही है ? वादगाह खान, जो कि खुदाई खिदमतगारोमे पहले व्यक्ति है, शातिक हेतुको लेकर कार्य कर रहे है और स्वाधीनताके आन्दोलनमे भाग लेनेके लिए अपनेको अहिंसात्मक साधनो द्वारा " सज्जित कर रहे हैं, ताकि वे अपना अधिकसे अधिक प्रभाव डाल सकें ।
"उनका अहिंसापर अडिग विश्वास है, हालांकि उसकी सभी मशा उनके आगे अभी स्पष्ट नही है। खुदाई खिदमतगारोको अहिंसात्मक प्रशिक्षण देने के लिए वे पिछले कुछ मासोसे छोटे-छोटे शिविर चला रहे है, लेकिन नवम्वरके तीसरे सप्ताहमे उन्होने एक बड़े शिविरका आयोजन किया जिसमे उन्होने पंजाव, कश्मीर और बलूचिस्तानसे अपने पडोसी कार्यकर्ताओको आमंत्रित किया । चरखा एक आवश्यक क्रिया-कलाप था । वहाँ नित्य ३०० से भी अधिक चक्र घूम-घूमकर अपना कार्य करते थे । उन लोगोको धनुष-तकलीसे भी परिचित कराया गया । वह सब लोगोको वेहद पसन्द आयी । इसके दो कारण है, एक तो वह सस्ती पडती है और दूसरे किसी भी गाँवमे उसे बडी आसानीके साथ तैयार किया जा सकता है । स्वयंसेवकोने आस-पासके गाँवोमे सफाईका काम किया। उन लोगोके लिए व्याख्यानोका भी आयोजन किया गया था। इन भाषणोमे अहिंसाका अर्थ स्पष्ट किया गया था और युद्धमे भाग न लेनेकी आवश्यकता वतलायी गयी थी ।
"शिविरमे पारित एक प्रस्ताव मे कवाडली लोगोसे यह अपील की गयी थी कि वे अहिंसक वनकर शान्तिपूर्ण जीवन विताये । इस प्रस्तावको प्रतियाँ उन कबाइली लोगोमे बांटनेके लिए छापी गयी थी जो कि ब्रिटिश इलाकेमे आ गये थे ।
"गाँवोमे स्वच्छताका कार्य पूर्ण व्यवस्थित ढंगसे किया गया। स्वयसेवक अपनी-अपनी झाड़ लेकर कई टोलियोमै बँट गये। उन्होंने पुलिस थानोको भी सफाई करनेसे नही छोडा । वहाँके अधिकारियोने स्वयसेवकोको सेवाको आभार सहित स्वीकार किया ।
"इस प्रकार सात दिनतक, १६ नवम्बरसे २२ नवम्बरतक यह शिविर चलता रहा। उनमे वीस हिन्दू और दो महिलाएँ भी थी । वादशाह खानने मुझे लिखा था कि यदि मै आवश्यक समझें तो किसीको शिविरमे भेज दूँ । उनका मतलव शिक्षकोसे था । जिनको मैं उन्हें पूर्ण सन्तोप दे सकने योग्य व्यक्ति समझता था, ऐसे दो आदमी मैने उनके पास भेज दिये । यद्यपि बादशाह खान बीमार थे फिर भी उन्होने प्रत्येक क्रिया-कलापमे भाग लिया। शिविर बहुत सादे ढंगसे आयोजित किया गया था। वहाँ नौकर नही थे । एक डाक्टरने अपनी |
सजावटी धतूरा विभिन्न देशों में कई नाम हैं। संयंत्र के जन्मस्थान दक्षिण अमेरिका और Madeira के द्वीप माना जाता है। सजावटी झाड़ियों और धतूरा एक साल के दौर है बढ़ रही है मौसम। इस संयंत्र की खेती सरल है, और इसलिए इस मामले में भी अनुभवहीन लोगों के लिए आसान है। संयंत्र चमकदार रोशनी और उच्च आर्द्रता पसंद करती है।
सजावटी धतूरा एक शानदार झाड़ी सुंदर फल है, नारंगी या लाल को हरे रंग से उसका रंग बदल रहा है, और वे वास्तव में बहुत चेरी के फल के समान हैं। अपनी सुंदरता और आकर्षण, धतूरा सजावटी अलग काफी जहरीला फल के बावजूद, परिवारों हां, तो कुछ छोटे बच्चे हैं, यह इस संयंत्र की खेती से दूर रहने पर समय में आवश्यक है। लेकिन जहरीला धतूरा जामुन केवल जब खाने, अन्यथा यह एक हानिरहित संयंत्र है।
सजावटी धतूरा माना annuals, लेकिन अगर आप पकड़ यह समय-समय पर रोपाई, कतरन, तो यह आपको एक वर्ष से अधिक खुश होगा। तथ्य यह है कि यह एक उष्णकटिबंधीय संयंत्र है के कारण, यह एक निश्चित देखभाल की आवश्यकता है। तुम एक मध्यम तापमान बनाना होगा, इसके बारे में एक बड़ी कमी से बचने के लिए, विशेष रूप से सर्दियों में, साथ ही कृत्रिम रूप से कमरे में नमी को बढ़ाने के लिए, और समय-समय पर छिड़काव पानी पत्तियों का आयोजन करेगा।
यह संयंत्र 120 सेंटीमीटर एक झाड़ी है, और पत्ते कि 10 सेमी की लंबाई तक पहुँचने है। 120 सेमी करने के लिए सदाबहार झाड़ी सीधा फल है कि 1. 5 सेमी की एक व्यास तक पहुँचने और भी जहरीला हो सकता है, संयंत्र के जन्मस्थान मदीरा है।
धतूरा pertsevidny, लैटिन नाम एस capsicastrum।
इस प्रकार का बहुत पिछले एक के समान है, लेकिन यह और छोटे छोटे फल है। अपने देश दक्षिण ब्राजील और उरुग्वे है। लोग इस तथ्य है कि फल के अर्क एनजाइना के उपचार में मदद करता है की वजह से नाम "एनजाइना पेड़" पकड़ लिया।
घरेलू पौधे धतूरा - देखभाल।
फ्लैट धतूरा धूप पक्ष पर रखा जा करने की जरूरत है। संयंत्र ताजी हवा पसंद करती है, और इसलिए गर्मियों में यह बाहर ले जाया जा सकता है। सर्दियों में, कमरे के तापमान 12-25 डिग्री, एक कम तापमान धतूरा बुरा चाल के बीच होना चाहिए, और एक उच्च जरूरत लगातार पानी में। आदेश कई वर्षों के लिए पौधे में वृद्धि करने के लिए, फल से गिरने के बाद उसकी खतना बनाने के लिए आवश्यक है।
संयंत्र दक्षिण, यह गर्म मौसम के दौरान वृद्धि हुई सिंचाई की आवश्यकता के रूप में, नमी की कमी के कारण फूल बंद गिरावट के लिए नेतृत्व करेंगे।
तथ्य यह है एक जन फल गठन नहीं है कि सक्रिय रूप से धतूरा रंग और के कारण, वह ऊर्जा का एक बहुत खर्च करता है। उन्हें पुनर्स्थापित करने के लिए, आप अपने साप्ताहिक निषेचन बाहर ले जाने चाहिए। सर्दियों में, संयंत्र एक बार एक महीने खिलाया।
आप चाहते हैं कि आपके संयंत्र अच्छा और कॉम्पैक्ट था, तो यह 30 सेमी तक पहुंच गया ताज के गठन को पूरा करने के बाद आवश्यक है। यह मुख्य तने को छोटा किया जाता है और दूसरे और तीसरे क्रम की शाखाओं सिरों में लाएं।
संयंत्र के जीवन जारी रखने के लिए अपनी वार्षिक पुनर्रोपण को बाहर ले जाने के लिए आवश्यक है। इस सर्दी के लिए लगभग आधे से खतना शाखाओं, वसंत बंद पानी के लिए और एक नया भूमि पर चले जाएं।
आप धतूरा पुनः पेश करने के लिए चुनते हैं, तो आप दोनों बीज और कलमों या शाखाओं कर सकते हैं। धतूरा संयंत्र स्थायी वसंत ऋतु में यह करने के लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन। पूर्ण विकास के लिए, अच्छा जल निकासी बनाने के लिए आवश्यक है ठहरे हुए पानी के रूप में संयंत्र की मौत हो जाती है।
धतूरा बहुत ही सुंदर संयंत्र, इसके फूल वसंत, जिसके बाद सक्रिय फलने सर्दियों की शुरुआत तक रहता है में शुरू होता है।
सजावटी धतूरा अकेले होने पसंद नहीं करता है, और यदि आप इसे अपने ध्यान और देखभाल के साथ चारों ओर, आप अपने खिड़की पर अद्वितीय सौंदर्य और खुशी मिल जाएगा।
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PIB Fact Check of Viral Message of Government Scheme: बदलते समय के साथ भारत में डिजिटलाइजेशन (Digitisation) बहुत तेजी से बढ़ा है. ऐसे में हर व्यक्ति के हाथ में आजकल स्मार्टफोन है. इसके जरिए वह दो मिनट में केवल एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं. बढ़ते डिजिटलाइजेशन के साथ-साथ साइबर अपराधों (Cyber Fraud) की घटनाओं में भी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. साइबर अपराधी अलग-अलग स्कीम के नाम पर लोगों को SMS या ईमेल भेजते हैं. इसके बाद ग्राहकों की निजी जानकारी चुराकर उनके अकाउंट खाली कर देते हैं.
पीआईबी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस मैसेज का फैक्ट चेक किया है. इस वायरल मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि सरकार पीएम आवास योजना के तहत सबका विकास महा क्विज का आयोजन कर रही है. इस क्विज में भाग लेने वाले लोगों को 20 साल रुपये का इनाम मिलेगा.
▶️ This Message is #FAKE!
पीआईबी ने इस वायरल मैसेज का फैक्ट चेक करके बताया है कि यह वायरल दावा पूरी तरह से फर्जी है. भारत सरकार पीएम आवास योजना के नाम पर किसी तरह के क्विज का आयोजन नहीं कर रही है. ऐसे में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा मैसेज पूरी तरह से फर्जी (Fake Viral Message) है. पीआईबी ने लोगों को आगाह किया है कि इस तरह के भ्रामक मैसेज के चक्कर में बिल्कुल न पड़े. यह मैसेज साइबर अपराधियों द्वारा भेजे जाते हैं. इनके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करके भूलकर भी अपनी पर्सनल और बैंकिंग डिटेल्स (Banking Details) न सेंड करें. ऐसा करने पर आप ठगी के शिकार हो सकते हैं. एक झटके में ही आपका बैंक अकाउंट (Bank Account) खाली हो सकता है.
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काव्य या अलंकार - शास्त्र के ऐतिहासिक विकास के लिये हमारा "अलंकार पीयूष" नामी ग्रंथ का पूर्वार्ध देखना चाहिये ।
यह तो स्पष्ट ही है कि इस काल में पद-शैली, दोहाचौपाई तथा कुछ कुछ कवित्त-सवैया शैली का प्रावल्य था और दूसरी प्रकार की छूंदे कवि लोग बहुत ही कम लिखा करते थे । प्रधान कारण यही था कि भाषा मे छंद-रचना ज्ञान के लिये कोई उत्तम पिंगल था ही नहीं।
यदि कोई पिंगल लिखा भी गया हो तो उसका पता नहीं। केवल "रसचन्द्रिका" नामी एक पुस्तक श्री बाल कृष्ण त्रिपाठी - विर चित ( जन्म-सं० १६३२ रचना-सं० १६५७ ) उल्लेखनीय मानी गई है, जो पिंगल या छन्द-शास्त्र के आधार पर है।
नाटक-इस काल में कवियों तथा लेखकों ने अपना अपना ध्यान अन्य विषयों की रचना करने की ओर भी लगाया, अतः इस काल में रचना-प्रगति कई मार्गोन्मुखी हो गई। कई कवियों ने नाटक और महा नाटक भी लिखे जो अब प्राप्त नहीं। इनमें से निम्नांकित ही उल्लेखनीय है :१ - जानकी रामचरित्र नाटक - लल्लूलाल के वंशज हरीराम (रचना-काल १६५१ सं० ) कृत ।
२- करुणाभरण नाटक-कृष्ण-जीवन (पिता-नाम लच्छिराम, रचना-सं० १६५७ ) कृत ( खोज १६०० ई० )
३- रामायण महानाटक - या महानाटक भाषा ( खोज सन् १९०३ ई० में प्राप्त ) प्राणचन्द्र ( रचना - सं० १६६७ ) कृत ।
अनुवाद - भक्ति के उत्तरार्ध में संस्कृत ग्रंथों का भाषानुवाद करने पर भी लोगों ने बहुत ध्यान दिया है। कई सुप्रसिद्ध ग्रंथों के अनुवाद इस समय में हो गये। इनमें से गीत गोविन्द, हितोपदेश, एवं भोज-प्रबंध मुख्य हैं। अनुवाद के साथ ही साथ टीका करने की भी प्रणाली उठाई और बढ़ाई गई, गीता, हनुमन्ना( ३७७ )
टक, श्रादि प्रधान ग्रंथों की टीकाएँ उल्लेखनीय हैं। चूँ कि इनका हमारे साहित्य से विशेष सीधा सम्बन्ध नहीं, इसलिये हम इनका • विशेष वर्णन नहीं करना चाहते ।
अन्यविषयक रचनायें - हिन्दी भाषा का भंडार इस समय में तक बहुत ही संकीर्ण तथा दीन दशा में रहा है। भक्ति-काल भक्त कवियों के सराहनीय प्रयत्न से काव्यांग की तो अच्छी पूर्ति हुई, किन्तु अन्य विषयों या अंगों की श्री वृद्धि न हो सकी। यह अवश्य है कि इस ओर भी विद्वानों का ध्यान आकृष्ट होने लगा और लोगों ने अन्य विषयों की भी रचनायें प्रारम्भ कर दीं। इस प्रकार की उल्लेखनीय रचनायें बहुत ही अल्प संख्या में हैं।
राजनीति, शालिहोत्र, कोक, स्वरोदय, ध्रुवचरित्र, भरतरी चरित्र, उपदेश-सम्बन्धी बातों पर कई ग्रंथ रचे गये। खेद है कि इनमें से बहुतों का अब कुछ भी पता नहीं ।
इसी समय से संग्रह - ग्रंथों की भी रचना का प्रारम्भ हुआ है, जिनमें से कतिपय संग्रह ग्रंथ अब तक विद्यमान हैं और जिनसे हिन्दी-संसार का बहुत उपकार हो रहा है।
समाचार पत्र - इतिहास से पता चलता है कि इसी समय से समाचार पत्रों या अखबारों का भी सूत्रपात हुआ, जिनमें मुसलमान बादशाहों या उनके अफसरों आदि की ख़बरें रहती थीं, उन्हीं को अखबार कहते थे। ऐसे समाचार सूक्ष्मरूप में लिखे जाकर मुख्य मुख्य मनुष्यों में बाँट दिये जाते थे, वे उन्हें पढ़कर मुख्य मुख्य स्थानों में खड़े होकर लोगों को सुना दिया करते थे ।
इस प्रकार हम इस काल की सूक्ष्म श्रालोचना करके, अब तृतीय काल में प्रवेश करते हैं ।
नोटयहाँ यह कह देना और भी आवश्यक जान पड़ता है कि इसी काल में नीति विषयक-काव्य की दोहा
उदय और विकास हुआ। श्री गो० तुलसीदास और रहीम इसके प्रमुख प्रवर्तक तथा प्रचारक कहे जा सकते हैं। इस नीति-काव्य में व्यावहारिक लोक-नीति तथा कुछ कुछ राजनीति के उपयोगी तथा उपयुक्त सिद्धान्तों को चारुता से देकर उनको पुष्ट करने के लिये उदाहरणों या दृष्टान्तों का भी प्रयोग करते हैं । इसी शैली को श्रीगिरधरदास ने कुंडलिया-पद्धति में ढाल दिया है।
संस्कृत - यहाँ यह कहना भी आवश्यक है कि इस समय के वन तक संस्कृत भाषा तथा उसका साहित्य जनता की पहुँच से बहुत दूर हो गया। उसकी रक्षा बड़े प्रयत्न और परिश्रम से केवल काशी जैसे केन्द्रों में विद्वान ब्राह्मणों के ही द्वारा होती रही। शाहजहाँ के समय तक विद्वान पंडित संस्कृतसाहित्य के क्षेत्र में कुछ कार्य भी करते रहे, यद्यपि वह कार्य सर्वथा मौलिक और साहित्य - श्री वर्धक नहीं कहा जा सकता । प्राकृति तथा अपभ्रंश भाषा में केवल कुछ जैन लोगों को छोड़कर शेष सभी लोगों ने कार्य करना सर्वथा बंद ही सा कर दिया। ब्रजभाषा तथा हिन्दी के अन्य रूपों के प्रवल प्रचुर प्रयोगप्रचार से ये सव भाषायें दब गई ।
उर्द-~~-शाहजहाँ बादशाह के समय से उर्दू भाषा, जो हिन्दी का ही एक रूपान्तर है और जिसे हम फ़ारली प्रधान हिन्दी या खड़ी बोली कह सकते हैं, प्रवलता से विकसित होकर निखरने विखरने लगी। इसका स्तुत्य विकास प्रकाश प्रारम्भ तो दिल्ली और गरे से हुआ ( जहाँ के समीपवर्ती प्रदेश की बोली से इसका उदय हुआ है किन्तु इसकी उन्नति दक्षिणीय हैदराबाद से हुई और फिर वहीं से इसकी साहित्य-रचना का विकासप्रकाश उत्तर की ओर श्रोकर दिल्ली तथा लखनऊ के केन्द्रों में विशेष रूप से हुआ । |
Hair Care Tips In Winters: चाहे कोई भी मौसम हो, बालों के झड़ने और टूटने की परेशानी हर समय बनी रहती है। ये परेशानी सर्दियों में बढ़ जाती है। क्योंकि इस सीजन में नमी की कमी हो जाती है। वहीं यदि बाल ना भी झड़ रहे हों तो स्कैल्प में रूखापन, फ्रिजिनेस, ड्रैंड्रफ और हेयर थिनिंग की परेशानी हो जाती है। दरअसल, बालों में ये सभी समस्याएं ठंडी हवा के कारण होती हैं। साथ ही जब हम रजाई या ब्लैंकेट ओढ़कर सोते हैं तो ये बालों की नमी सोखने का काम करते हैं।
आपतो बता दें, विंटर्स में अपने बालों की खास केयर के लिए आप कुछ जूस ट्राई कर सकते हैं। इस जूस का नियमित सेवन करके आप सर्दी के मौसम में अपने बालों से जुड़ी सभी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। साथ ही इसे पीने से आपकी बॉडी में एनर्जी लेवल भी मेंटेन रहेगा। ठंड के मौसम में आप ये जूस प्रत्येक दिन पी सकते हैं। ये आपको सर्दी लगने से भी बचाएगा। तो आइये जानें इन जूस के बारे में...।
हेयर फॉल और ड्राई बालों की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए आपको सलाद के रूप में खाई जाने वाली मौसमी सब्जियों का इस्तेमाल करना है। जैसे आंवला, चुकंदर और गाजर। इस जूस को बनाने के लिए ये तीन चीज लें। सभी सब्जियों को धोकर, छीलकर, बारीक काट लें। इसके बाद मिक्सर में डालकर ग्राइंड कर लें। आप चाहें तो टेस्ट बढ़ाने के लिए मुनक्का का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि इसके अपने बेनिफिट्स भी हैं, आप अपने मुताबिक इनकी मात्रा बढ़ा या घटा सकते हैं। जूस तैयार होने के बाद इसे ग्लास में डालें और नमक, नींबू डालकर पिएं।
आप इस जूस का सेवन सुबह के नाश्ते या फिर लंच के बीच कर सकते हैं। आप शाम में यानी डिनर से पहले भी इस जूस को पी सकते हैं। लेकिन प्रयास करें कि दिन के समय ही इस जूस का सेवन करें। बालों की अच्छी स्वास्थ्य के लिए आप इसे प्रत्येक दिन पी सकते हैं। यदि आप ये जूस प्रतिदिन पीते हैं तो इसका शीघ्र और बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा।
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लंबे समय तक नेशनल ड्यूटी निभाने वाले धोनी और उनकी वाइफ साक्षी खड़े होकर टीम के साथ नेशनल एंथम में गाते नजर आए। इस दौरान की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
पति को अक्सर चीयर करने स्टेडियम पहुंचने वाली साक्षी लंबे अर्से बाद स्टेडियम में दिखाई दीं। दूसरी ओर, धोनी फिलहाल इसी स्टेडियम में IPL की तैयारियों में लगे हुए हैं।
न्यूजीलैंड की पारी के दौरान जब कैमरा धोनी की ओर गया तो वह हाथ हिलाकर फैंस का अभिवादन करते नजर आए। धोनी भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन उनकी फैन फॉलोइंग में कोई कमी नहीं आई है।
जिस स्टेडियम में यह मुकाबला खेला जा रहा है उसमें एमएस धोनी के सम्मान में पवेलियन का नाम भी रखा गया है। किसी भी क्रिकेटर के लिए यह बड़े ही सम्मान की बात होती है।
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सरकाघाट - उपमंडल सरकाघाट मेन बाजार, टीहरा, सज्याओपिपलू, धर्मपुर, संधोल, मढ़ी, चोलथरा व बलद्वाड़ा में बढ़ते वाहनों की समस्या से स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसके चलते स्थानीय दुकानदारों व आम जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकाघाट में नए बस अड्डे से लेकर जमसाई तक सड़क के अलावा राहगीरों को चलने के लिए कोई भी फुटपाथ नहीं है। बस अड्डे से लेकर अपर बाजार तक सड़क के किनारे खोखे लगे हुए हैं । जहां लोगों को खाली जगह दिखती है, वहीं बेतरतीब ढंग से वाहन खड़े कर दिए जाते हैं, जिस कारण घंटों जाम लगा रहता है। पुराना बस अड्डा प्रतिबंधित क्षेत्र होने के बावजूद पार्किंग स्थल बन गया है। नगर विकास समिति के अध्यक्ष सोहन लाल गुप्ता, सीताराम, प्रकाश, बलवीर सिंह, रमेश कुमार चंदेल, जगदीश चंद आदि ने विभाग से मांग की है कि अतिशीघ्र एनएच डबल लेन कार्य शुरू किया जाए, ताकि लोगों को यातायात की समस्या से निजात मिल सके। इस बारे में राष्ट्रीय उच्च मार्ग एनएच-70 अनुभाग पाडच्छू के कनिष्ट अभियंता पीसी ठाकुर ने कहा कि मेन बाजार सरकाघाट में निशानदेही करवाई जा रही है और निशानदेवी के उपरांत कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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बॉम्बे बेगम्स के ट्रेलर से साफ हो रहा है कि सीरीज में कोई किसी बड़ी कम्पनी की सीईओ है, तो कोई सीईओ बनने के ख्वाब देख रह रहा है. जबकि एक महिला डांसर दिखाई गई है और चौथी एमडी. ऐसे में पूरी सीरीज पांच महिलाओं के इर्द गिर्द घूमती है.
लगभग 10 सालों तक एक्टिंग से दूर रहने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस पूजा भट्ट अब एक बार फिर से अभिनय की दुनिया में अपनी वापसी कर रही हैं. पूजा नेटफ्लिक्स वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स के साथ फैंस के सामने लौट रही हैं. सीरीज महिलाओं पर पूरी तरह से आधिरत है, यही कारण है कि इस सीरीज को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को रिलीज किया जाएगा. सोमवार को सीरीज का ट्रेलर फैंस के सामने पेश कर दिया गया है. इस सीरीज का ट्रेलर फैंस को काफी पसंद आने वाला है.
ट्रेलर से पहले जब पूजा भट्ट ने अपनी वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स का पोस्टर शेयर किया था, तभी से फैंस को इस सीरीज का इंतजार था. सीरीज पांच महत्वाकांक्षी महिलाओं पर आधारित है. सीरीज में पांचों महिलाओं के सपनों को अलग अलग रूप में पेश किया गया है. ट्रेलर से साफ हो रहा है कि सीरीज कैसी होने वाली है. बॉम्बे बेगम्स का ट्रेलर शानदार हैं.
बॉम्बे बेगम्स के ट्रेलर से साफ हो रहा है कि सीरीज में कोई किसी बड़ी कम्पनी की सीईओ है, तो कोई सीईओ बनने के ख्वाब देख रह रहा है. जबकि एक महिला डांसर दिखाई गई है और चौथी एमडी. ऐसे में पूरी सीरीज पांच महिलाओं के इर्द गिर्द घूमती है. वहीं इन पांचो महिलाओं में जनरेशन गैप देखा जा सकता है. पूजा भट्ट सीरीज में रानी के रोल में नजर आ रही हैं और वह बिल्कुल रानी के जैसी ही लग रही हैं.
बॉम्बे बेगम्स की खास बात ये है कि इस सीरीज में कई टैलेंटेड एक्टर्स एक साथ स्क्रीन शेयर करते नजर आ रहे हैं. सीरीज में बॉस लेडी पूजा भट्ट, शाहाना गोस्वामी, अमृता सुभाष, आध्या आनंद, प्लाबिता बोरथाकुर, राहुल बोस, दानिश हुसैन, विवेक गोम्बर और मनीष चतुर्वेदी जैसे एक्टर्स हैं. पूजा भट्ट का वेबसीरीज सीरीज में पांचों महिलाओं की कहानी एक अलग स्ट्रगल, इमोशन से गुजरेंगी.
बॉम्बे बेगम्स को अलंकृता श्रीवास्तव ने डायरेक्ट किया है. ये सीरीज नेटफ्लिक्स पर 8 मार्च को पेश की जाएगी. ट्रेलर देखने के बाद इस सीरीज को देखने का इंतजार बढ़ गया है. फैंस को अब इस बात का इंतजार है कि आखिर सीरीज कब रिलीज होगी. ट्रेलर रिलीज होते ही छा गया है.
अमेरिकी रैपर निकी मिनाज पर टूटा दुखों का पहाड़, जानिए किस अपने ने कहा दुनिया को अलविदा?
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उमराव जान साल 1981 में रिलीज़ हुई एक बॉलीवुड बायोग्राफी थी, जिसका निर्देशन मुज़फ्फर अली ने किया था। ये फिल्म, उमराव जान अदा नाम की एक उपन्यास पर आधारित, जिसे मिर्ज़ा हादी रुस्वा ने लिखा है। उमराव जान, लखनऊ की एक तवायफ उमराव की कहानी है, जो बचपन में अमरीन थी और एक घटना के बाद वह कोठे पर आ जाती है। इस फिल्म में रेखा ने उमराव जान का किरदार निभाया था। आपको बता दे ये फिल्म रेखा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक मानी जाती है।
Jawan- 50 करोड़ की ओपनिंग के साथ Shahrukh Khan? इस एक्टर ने की तगड़ी भविष्यवाणी!
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IRCTC ने ट्रेन टिकट बुकिंग को लेकर नया नियम बनाया है। भारतीय रेलवे ने सभी यात्रियों से, राजधानी एक्सप्रेस जैसी विशेष ट्रेन सेवाओं के साथ-साथ अन्य ट्रेनों में यात्रा करने के लिए आईआरसीटीसी ट्रेन टिकटों की बुकिंग करने से पहले "क्वारंटीन प्रोटोकॉल" के बारे में जागरूकता की पुष्टि करने के लिए कहा है।
पीयूष गोयल के नेतृत्व वाली भारतीय रेलवे ने इस सुविधा को राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर की ई-टिकटिंग शाखा- IRCTC की वेबसाइट पर जोड़ने का फैसला किया है, इस सप्ताह के शुरू में, दिल्ली के कुछ यात्रियों के बाद - बेंगलुरू स्पेशल ट्रेन को वापस ले जाना पड़ा क्योंकि उन्होंने क्वारंटीन की अवधि (14 दिन) के लिए जाने से इनकार कर दिया था।
अब से, आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट बुक करते समय, वेबसाइट की स्क्रीन पर एक पॉप-अप दिखाई देगा, यात्रियों या उपयोगकर्ताओं से यह पुष्टि करने के लिए कि क्या वे गंतव्य राज्य की हेल्थ एडवाइजरी पढ़ चुके हैं और उसका पालन करने के लिए सहमत हैं। "ओके" चेक करने के बाद ही वे अपने टिकट बुक कर सकते हैं। यह संदेश हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। इसके अलावा, यह यात्री या आईआरसीटीसी उपयोगकर्ता को आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए भी कहता है।
इस सप्ताह के शुरू में, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने सभी यात्रियों के लिए विशेष ट्रेन सेवाओं का संचालन करने का फैसला किया, न कि केवल प्रवासी श्रमिकों, छात्रों, तीर्थयात्रियों और अन्य लोगों ने इसे "यात्री ट्रेन सेवाओं का क्रमिक पुनः आरंभ" कहा। हालाँकि, भारतीय रेलवे ने गंतव्य राज्य सरकारों के साथ-साथ संबंधित रेल यात्रियों को यह पता लगाने के लिए छोड़ दिया कि वे गंतव्य पर पहुंचने या न होने पर COVID-19 महामारी के मौजूदा संकट के कारण अलग हो जाएंगे या नहीं।
14 मई 2020 को, विशेष ट्रेन से दिल्ली से बेंगलुरु पहुंचे 543 यात्रियों में से 140 ने कर्नाटक सरकार के संगरोध नियमों से सहमत होने से इनकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार, भुगतान के आधार पर यात्रियों को दो सप्ताह के लिए पास के क्वारंटीन सेंटर बने होटल में जांच करने के लिए कहा गया था। चूंकि उन्होंने इस बात से सहमत होने से इनकार कर दिया, इसलिए यह भारतीय रेलवे की जिम्मेदारी बन गई क्योंकि कर्नाटक की राज्य सरकार ने इन यात्रियों को रेलवे स्टेशन से बाहर जाने से मना कर दिया। एक आपातकालीन उपाय के रूप में और फिर इस तरह की परेशानी से बचने के लिए, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने, विशेष ट्रेन के लिए एक अतिरिक्त कोच संलग्न किया जो दिल्ली के लिए रवाना होने वाला था।
विशेष राजधानी एक्सप्रेस-प्रकार की रेल सेवाएं राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले 15 शहरों की और से यात्रा कर रही हैं। इसके अलावा, गैर-एसी श्रेणी के डिब्बों वाली अधिक ट्रेनों को भी आने वाले दिनों में पेश किए जाने की संभावना है, लेकिन इसे अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
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यह एक आम गलतफहमी है कि आधुनिक फ्लश शौचालय का आविष्कार 1 9वीं शताब्दी के ब्रिटिश प्लंबर सर थॉमस क्रैपर द्वारा किया गया था। क्रैपर (1836-19 10) निश्चित रूप से अस्तित्व में था, और वह एक प्लंबर था। उन्होंने प्रारंभिक फ्लश टॉयलेट (या "गुप्त," या "पानी कोठरी" की कार्यक्षमता में भी सुधार किया, जिसे इसे तब कहा जाता था)। लेकिन वह लोकप्रिय लोअर के विपरीत नहीं था, छद्म से छद्म नामित बाथरूम उपकरण का आविष्कार किया।
शौचालय का आविष्कार करने के लिए क्रेडिट 16 वीं शताब्दी के कोर्टियर सर जॉन हैरिंगटन के पास जाता है, जो न केवल इस विचार के साथ आया बल्कि अपनी दादी रानी एलिजाबेथ प्रथम के महल में शुरुआती कामकाजी प्रोटोटाइप भी स्थापित किया। हैरिंगटन, एक उल्लेखनीय बुद्धि, डिवाइस के अपने वर्णन का शीर्षक है "एक नया विषय का एक नया विषय। "
इसमें एक सीट के साथ एक बड़ा पैन ("मल पॉट") शामिल था, जिसकी सामग्री को एक पाइप से नीचे और नीचे एक छत या होल्डिंग टैंक से पानी के साथ एक सेसपूल में फेंक दिया जा सकता था। फ्लश शुरू करने के लिए एक हैंडल की मोड़ को छोड़कर, गुरुत्वाकर्षण ने सभी काम किया।
हैरिंगटन ने अपने संकुचन के बारे में लिखा, "अगर पानी बहुत अधिक हो, तो इसका इस्तेमाल किया जाता है और इसे खोला जाता है। " लेकिन अगर पानी दुर्लभ था, तो उसने आगे कहा, "एक बार एक दिन पर्याप्त है, आवश्यकता के लिए, हालांकि बीस व्यक्तियों का इसका उपयोग करना चाहिए . . . और यह अच्छी तरह से किया जा रहा है, और व्यवस्थित रखा गया है, आपकी सबसे खराब गोपनीयता आपके सबसे अच्छे कक्ष के रूप में मीठी हो सकती है । "
थॉमस क्रैपर का जन्म होने से 60 साल पहले 1775 में वॉचमेकर और आविष्कारक अलेक्जेंडर कमिंग को फ्लशिंग वॉटर कोठरी के लिए पहला पेटेंट जारी किया गया था। लेकिन क्रैपर सही समय पर सही जगह पर था और जब उसने देखा तो एक अवसर पता था।
यॉर्कशायर स्टीमबोट कप्तान के बेटे, युवा टॉम क्रैपर की नियति सेट की गई थी जब उन्हें 14 साल की उम्र में लंदन के चेल्सी में मास्टर प्लंबर के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
जब तक वह 25 वर्ष का था, तब तक उसकी अपनी नलसाजी दुकान थी। जैसे-जैसे व्यवसाय बढ़ता गया, थॉमस को एहसास हुआ कि प्लंबर के रूप में पैसा बनाने के अलावा वह काम करने वाले शौचालयों वाले बाथरूमों की बढ़ती मांग को पूरा कर सकता है। इसने उन्हें 1870 में पहले बाथरूम शोरूम में से एक खोलने का नेतृत्व किया। स्पष्ट रूप से एक मेहनती प्रकार, क्रैपर को अपने जीवनकाल के दौरान नलसाजी नवाचारों के लिए नौ पेटेंट दिए गए, उनमें से तीन फ्लशिंग वॉटर कोठरी या शौचालय में सुधार शामिल थे, क्योंकि यह पता चला था।
यद्यपि उन्होंने नीली खूनों के लिए एक स्वच्छता अभियंता के रूप में अपना नाम बनाया- उनकी कंपनी ने अन्य शाही संपत्तियों के बीच विंडसर कैसल, बकिंघम पैलेस और वेस्टमिंस्टर एबे को नलसाजी जुड़नार की आपूर्ति की- क्रैपर स्वयं कमजोर था और कभी नाइट नहीं किया गया था, इसलिए यह एक रहस्य है कि कहानीकारों ने जोर क्यों दिया उन्हें "सर" शीर्षक प्रदान करते हुए, हालांकि गलत धारणा का कारण हो सकता है कि हम कभी-कभी हमारे बाथरूम "सिंहासन कमरे" क्यों कहते हैं। त्रुटि को जोड़कर, क्रैपर को कभी-कभी "सर जॉन क्रैपर" कहा जाता है।
27 वर्ष, 1 9 10 को 74 वर्ष की उम्र में लंदन में थॉमस क्रैपर की मृत्यु हो गई। उनकी कंपनी, थॉमस क्रैपर एंड कंपनी लिमिटेड, आज भी इंग्लैंड के एवन पर स्ट्रैटफ़ोर्ड में मौजूद है।
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कश्मीर घाटी में इस साल कश्मीर पंडितों को निशाना बनाकर कई हत्याएं की गई हैं। लगातार कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाए जाने के बाद कई परिवार डर के साए में जी रहे हैं। इसकी के चलते दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में रहने वाले 10 कश्मीरी पंडित परिवार घाटी छोड़कर पलायन कर जम्मू पहुंच गए हैं। बता दें कि केंद्र सरकार की कश्मीरी पंडितों को घाटी वापस लाने की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के चौधरीगुंड गांव के निवासियों ने कहा कि हाल के हुए आतंकवादी हमलों ने स्थानीय पंडितों के बीच डर पैदा कर दिया है। बता दें कि, 1990 के दशक में जब कश्मीर में आतंकवाद अपने चरम पर था, तभी भी ये परिवार घाटी में डटे रहे। उन्होंने अपने घरों को नहीं छोड़ा, लेकिन अब वे अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं।
मौत की धमकी का सामना करने वाले चौधरीगुंड गांव के निवासी नेबताया, 35 से 40 कश्मीरी पंडितों वाले दस परिवार डर के कारण हमारे गांव से चले गए हैं। गांव अब खाली हो गया है। एक अन्य ग्रामीण ने कहा, हमारे लिए कश्मीर घाटी में रहने के लिए स्थिति अनुकूल नहीं है। हम हत्या के डर में जी रहे हैं। हमारे लिए किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं है।
ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार सुरक्षा की गुहार लगाने के बावजूद उनके गांव से दूर एक पुलिस चौकी बनाई गई है। गांव वालों ने बताया कि, गांव छोड़कर गए ये परिवार अपने पीछे सब कुछ अपने घरों में छोड़ गए हैं। यहां तक कि हाल ही में उनके घरों में आई सेब की फसल को भी छोड़ गए हैं। ये परिवार जम्मू पहुंचे हैं वे अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं।
कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट को 15 अक्टूबर को शोपियां जिले के चौधरीगुंड गांव में उनके पुश्तैनी घर के बाहर आतंकवादियों ने गोली मार दी थी। पूरन कृष्ण भट्ट के भाई, उनकी पत्नी और उनकी बहन ने सरकार से कातिलों को जल्द से जल्द पकड़ने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि अभी तक पुलिस उन्हे पकड़ने में विफल रही है। इस दौरान उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके परिवारों केसाथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। परिवार को सरकार से कोई मदद नहीं मिली। इसके बाद 18 अक्टूबर को शोपियां में मोनीश कुमार और राम सागर को आतंकवादियों ने ग्रेनेड हमले में मार डाला था। जब वे अपने किराए के आवास में सो रहे थे।
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मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के घर आज की सुबह खुशियों ने दस्तक दी है। कपिल के घर किलकारियों के रूप में खुशियां आईं हैं। जी हां! कपिल शर्मा एक बार फिर से पापा बन गए हैं। कपिल की पत्नी गिन्नी चतरथ ने बेटे को जन्म दिया है। जिसकी जानकारी खुद कपिल ने अपने फैंस को दी है।
कपिल शर्मा ने हाल ही में एक ट्वीट के जरिए ये जानकारी दी है। कपिल ने सुबह साढ़े पांच बजे (5:30) एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में कपिल ने लिखा, 'नमस्कार, आज सुबह हमें भगवान के आशीर्वाद के रूप में एक बेटा मिला है, ईश्वर की कृपा से बच्चा और मां दोनों स्वस्थ हैं, आपके प्यार और दुआओं के लिए सभी का शुक्रिया। गिन्नी और कपिल'।
कपिल के इस ट्वीट पर सुबह से ही उनके फैंस की बधाइयों का तांता लग गया। कपिल के तमाम फैंस इस खुशखबरी के लिए उन्हें बधाई दे रहे हैं। साथ ही बच्चे को भी आशीर्वाद दे रहे हैं। बता दें कि कपिल और गिन्नी की इससे पहले बेटी है जिसका नाम अनायरा रखा गया है। अनायरा हाल ही में एक साल की हुई हैं।
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले ही कपिल शर्मा अपने शो 'द कपिल शर्मा शो' के बंद होने को लेकर खूब सुर्खियों में थे। जिसके बाद कपिल ने खुद ही बताया कि वो दूसरी बार पिता बनने जा रहे हैं इसलिए उन्होंने शो बंद करने का फैसला किया है। कपिल ने सोशल मीडिया पर एक फैन के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि उनकी पत्नी गर्भवती हैं और कपिल दूसरी बार पिता बनने वाले हैं। उन्होंने आगे ये भी लिखा था कि यह वक्त ऐसा है जब उन्हें अपनी पत्नी के साथ वक्त बिताने की जरूरत है, इसलिए कुछ हफ्तों के लिए उन्हें अपना शो बंद करना पड़ रहा है।
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मुंबई (एजेंसी) :
यूक्रेन से निकाले गए 219 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का पहला विमान शनिवार शाम रोमानिया के बुखारेस्ट से मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा। युद्ध प्रभावित यूक्रेन से लौटे भारतीय नागरिकों की अगवानी के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल हवाई अड्डे पर मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि दो और उड़ानें- बुखारेस्ट से एआई1942 और बुडापेस्ट से एआई1940 रविवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगी। सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया और यूक्रेन-हंगरी सीमा पर पहुंचे भारतीय नागरिकों को भारत सरकार के अधिकारियों द्वारा क्रमशः बुखारेस्ट और बुडापेस्ट ले जाया गया है, ताकि उन्हें एअर इंडिया की निकासी उड़ानों से स्वदेश भेजा जा सके। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने का कार्य प्रगति पर है, हमारी टीम जमीनी स्तर पर हर समय काम कर रही है और मैं निगरानी कर रहा हूं।
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नई दिल्लीः देशभर में आज से काफी कुछ बदलने जा रहा है. जीएसटी लागू होने के बाद आज से सभी चीजें नई MRP पर मिलेंगी. हालांकि कारोबारियों की सुविधा के लिए नई MRP की मियाद बढ़ा दी गई है लेकिन उपभोक्ता मामले मंत्रालय की तरफ से अभी नोटिफिकेशन नहीं हुआ है.
आज से आपको सस्ते कॉल की सुविधा मिल सकती है. ट्राई ने इंटरकनेक्शन यूजेस चार्ज 14 पैसे से घटाकर 6 पैसे प्रति मिनट कर दिया है. आज से नेशनल हाईवे के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग गाड़ियां बिना रुके गुजर सकेंगी. टोल प्लाजा पर डेडिकेटेड फास्टैग लेन तैयार हो गई है. साथ ही नेशनल हाईवे पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की शुरूआत होने जा रही है.
वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में आज से अकाउंट बंद करवाने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा. शर्त ये है कि खाता एक साल पुराना हो. आज से SBI में मर्ज हो चुके बैंकों के पुराने चेकबुक और IFSC कोड भी मान्य नहीं होंगे. SBI ने मेट्रो शहरों में मिनिमम बैलेंस लिमिट 5,000 रुपये से घटाकर 3,000 रुपये कर दी है. इसका फायदा आज से करीब पांच करोड़ खाताधारकों को मिलेगा.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि फिलहाल जीएसटी के चार स्लैब हैं. इनमें रेट 0 से लेकर 28 फीसदी तक है. हमारे पास पहले दिन में सुधार की गुंजाइश रही है. सुधार के लिए हमारे पास जगह है. जहां तक स्माल टैक्सपेयर्स की बात है तो कंप्लायंस बोझ करने के लिए सुधार की जरूरत है.
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रांचीः राजधानी में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. सदर थाना पुलिस ने एक गिरोह को 56 करोड़ रुपये के चेक के साथ गिरफ्तार किया है.
गिरोह में शामिल व्यक्तियों से पूछताछ हो रही है. बताया गया है कि यह चेक यूपी सरकार के मनरेगा के फंड से जारी हुआ था.
बता दें कि युवकों के पास से बरामद चेक मनरेगा के पैसे का है. इस मामले को लेकर रांची पुलिस ने यूपी पुलिस से संपर्क किया है और पूरे मामले की जानकारी उन्हें दी है.
माना जा रहा है कि 56 करोड़ का चेक क्लोन चेक है. फिलहाल, रांची पुलिस गिरफ्तार किए गए युवकों से पूछताछ कर रही है. इस मामले में रांची पुलिस जल्द ही प्रेस रिलीज जारी कर पूरे मामले का खुलासा कर सकती है.
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राज एक्सप्रेस। देश में कोरोना के चलते मार्च से ही लागू हुए लॉकडाउन के कारण कई सेवाएं बंद थीं। सरकार ने अनलॉक के चौथे चरण से ही धीरे-धीरे कई सेवाएं शुरू कर दी थीं। इन्हीं सेवाओं के तहत कई नियमों के साथ सिनेमाघरों को भी खोलने की अनुमति देदी गई थी, लेकिन इन सिनेमाघरों को 50% दर्शक क्षमता के साथ ही खोलने की अनुमति दी गई थी। वहीं, तमिलनाडु सरकार ने अब इन्हें पूरी तरह खोलने की अनुमति देदी है।
100% क्षमता के साथ खोलने कीअनुमति :
दरअसल, देश में अनलॉक 5 के लागू होने के बाद सरकार ने सिनेमाघरों को भी खोलने की अनुमति तो दे दी थी, लेकिन सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के मकसद से इसे सिर्फ 50% दर्शक क्षमता के साथ ही खोलने के आदेश दिए थे। वहीं, अब तमिलनाडु में सिनेमाघरों को 100% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति देदी है। यानी कि, अब तमिलनाडु में सभी सिनेमाघर कोरोना से पहले जैसे ही खुलने लगेंगे। तमिलनाडु सरकार ने यह फैसला न केवल सिनेमाघरों और थिएटर के लिए लिया है बल्कि अब से सभी मल्टीप्लेक्स भी 100% क्षमता के साथ ही खुल सकेंगे।
दिशा-निर्देश जारी :
बताते चलें, तमिलनाडु सरकार ने भले ही सभी जगहों को 100% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी हो। लेकिन राज्य सरकार ने इन्हे खोलने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किये हैं। जिनके साथ ही इन्हे खोलने की अनुमति मिली है और इन दिशा-निर्देशों का पालन करना सबके लिए अनिवार्य है। ये सभी दिशा निर्देश कोरोना को मद्देनजर रखते हुए बनाये गए। बता दें, लॉकडाउन हटने के बाद मार्च से ही बंद सिनेमाहॉल, थिएटर और मल्टीप्लेक्स को खोलने के लिए तमिलनाडु सरकार ने 10 नवंबर से इन्हें फिर से खोलने की अनुमति दे दी थी। जो कि, 50% क्षमता के साथ खोले गए थे।
फिल्मी सितारों ने किया था अनुरोध :
खबरों की मानें तो, तमिल अभिनेता विजय जैसे कई फिल्मी सितारों ने तमिलनाडु सरकार से पोंगल से पहले सिनेमाघरों को 100% क्षमता के साथ खोलने के लिए अनुमति देने का अनुरोध किया था। सितारों द्वारा किए गए अनुरोध के चलते ही सरकार ने पहले से जारी मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन करते हुए सिनेमाघरों, सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्सों की बैठने की क्षमता को मौजूदा 50% से बढ़ाकर 100% करने की अनुमति दी है।
गौरतलब है कि, राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के तहत शो के समय में दर्शकों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कोरोना के लिए एहतियाती उपायों की भी जांच की जाएगी।
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किशनगंज जिले में उत्पाद विभाग के द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई में उत्पाद विभाग के द्वारा 07 शराबियों को गिरफ्तार किया गया। उत्पाद अधीक्षक तारिक महमूद के साथ उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा बीते 24 घंटों के अंदर शहर के विभिन्न चौक चौराहा विभिन्न चेकपोस्ट पर छापेमारी करते हुए 07 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़ में आए हुए सभी लोगों की जांच ब्रेथ एनालाइजर मशीन से किया गया। जांच के दौरान शराब की मात्रा होने की वजह से शराबियों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं उत्पाद अधीक्षक तारिक महमूद ने बताया कि हमारे द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी वही हमारी टीम के द्वारा विशेष अभियान चलाते हुए शराब का सेवन कर बिहार में प्रवेश करने वाले किशनगंज में प्रवेश करने वाले शराबियों को पकड़ कर उनका सही रास्ता दिखाते हुए उनके सही जगह पर पहुंचाना है ताकि इस सीट से वह शराब पीना छोड़ दें। वही जहां एक तरफ उत्पाद विभाग कार्यवाही पर कार्रवाई की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ प्रतिदिन शराबियों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। आए दिन अधिक से अधिक संख्या में शराबियों की गिरफ्तारी होती जा रही है। इतना होने के बावजूद भी शराब का सेवन कर बंगाल से बिहार प्रवेश करने वाले लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
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बारातियों पर हमले के दौरान पथराव से टूटे गाड़ी के शीशे। फोटो : न्यूज 18 राजस्थान ।
जोधपुर जिले के बालेसर पुलिस थाना इलाके में रविवार रात को अनुसूचित जाति के एक युवक की बारात में नाचने-गाने की बात पर कुछ लोगों ने बारात पर हमला कर दिया. हमले में एक बाराती घायल हो गया. घायल को स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, वहां उसकी हालत ठीक बताई जा रही है.
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Skincare tips for young skin: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है हमारी स्किन के रिन्यूवल की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है। इससे स्किन में कोलाजन के उत्पादन और नेचुरल नमी या सीबम का बनना भी कम हो जाता है। इन सबकी वजह से स्किन बहुत अधिक ड्राई होने लगती है और स्किन पर एजिंग के लक्षण दिखायी देने लगते हैं। बता दें कि, झुर्रियां, काले धब्बे और स्किन की ड्राईनेस बुढ़ापे के महत्वपूर्ण लक्षण हैं। प्रदूषण, धूप, अनहेल्दी डाइट और तम्बाकू के सेवन जैसे कई कारणों से स्किन बूढ़ी और पुरानी दिखायी देने लगती हैं। लेकिन, अगर लोग कम उम्र से ही अपनी स्किन का ख्याल रखें और उसे सही प्रकार का पोषण दें तो इससे स्किन को लम्बे समय तक यंग रखने में मदद हो सकती है।
बढ़ती उम्र के बाद भी चेहरे पर नहीं दिखेंगी झुर्रियां (Tips for younger looking skin)
एक्सपर्ट्स के अनुसार धूप से स्किन को सबसे अधिक डैमेज होता है और इस डैमेज से सुरक्षित रहने के लिए लोगों को धूप में जाने से बचना चाहिए। इसी तरह डाइट और लाइफस्टाइल जितना हो सके उतना हेल्दी बनाएं। साथ ही अपनी स्किन केयर रूटीन को भी सही तरीके से फॉलो करें। यंग और हेल्दी स्किन के लिए जिन स्किन केयर टिप्स को फॉलो करने की भी सलाह दी जाती है, उनके बारे में पढ़ें यहां।
- अपनी स्किन को साबुन की बजाय किसी सोप-फ्री क्लींजर से दिन में दो बार साफ करें।
- ग्लिसरीन, नकली खूश्बू और पैराबीन वाली क्रीम्स या स्किन लोशन को लगाने से बचें।
- स्किन को हाइड्रेटेड रखें।
- सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
- रात में सोने से पहले स्किन पर कोई ऐसी क्रीम लगाएं जिसमें लिपिड्स या पेप्टाइड्स मौजूद हों।
- इसी तरह ह्यालूरोनिक एसिड (hyaluronic acid) वाली क्रीम्स का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सुबह नहाने के बाद और रात में सोने से पहले अपनी स्किन पर मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं।
- विटामिन सी युक्त क्रीम भी स्किन पर अप्लाई करने से फायदा होता है।
- सेंसिटिव स्किन वाले भी अपने स्किन टाइप के हिसाब से नाइट क्रीम जरूर लगाएं।
- रोज 8 घंटे की नींद सोएं और पर्याप्त आराम करें।
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प्रो कबड्डी लीग 8 (Pro Kabaddi League 2022) के 81वें मुकाबले में दबंग दिल्ली (Dabang Delhi) ने गुजरात जायंट्स (Gujarat Giants) को 22 के मुकाबले 41 प्वाइंट से हराया. इससे पहले दबंग दिल्ली को लगातार दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा था.
दबंग दिल्ली की ओर से ऑलराउंडर विजय कुमार और ऑलराउंडर संदीप नरवाल ने शानदार प्रदर्शन किया. विजय ने जहां 8 प्वाइंट अपनी टीम के लिए बनाये. वहीं संदीप नरवाल और आशु मलिक ने 6-6 प्वाइंट बनाये. जबकि डिफेंडर कृष्णा ने 5 प्वाइंट बनाये. अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में टीम में खेले नीरज नरवाल ने 4 प्वाइंट दिल्ली के लिए बनाये.
दिल्ली की टीम ने गुजरात जायंट्स पर पहले ही हाफ में बढ़त बना लिया था. पहले हाफ में दिल्ली का स्कोर 22 और गुजरात का स्कोर केवल 11 था. पहले हाफ में दिल्ली ने गुजरात को एक बार ऑल आउट भी किया, जिससे उसे दो अंक भी मिले.
दूसरे हाफ में दिल्ली की टीम ने गुजरात पर अपना दबदबा कायम रखा. दूसरे हाफ में दिल्ली ने 19 प्वाइंट और गुजरात की टीम ने केवल 11 प्वाइंट ही बनाया. दूसरे हाफ में दिल्ली ने गुजरात को एक बार ऑल आउट किया.
दबंग दिल्ली की टीम ने अबतक 14 मैच खेले हैं, जिसमें उसे 8 में जीत और 4 में हार का सामना करना पड़ा. जबकि दो मैच दिल्ली का टाई रहा था. दिल्ली के अबतक 48 प्वाइंट हैं, जिससे टीम प्वाइंट टेबल में नंबर वन स्थान पर बनी हुई है. दूसरी ओर गुजरात जायंट्स की टीम 12 मैच खेलकर केवल तीन के बाद 28 प्वाइंट लेकर प्वाइंट टेबल में 11वें स्थान पर पहुंच गयी है. गुजरात ने अबतक 12 मैच खेले हैं, जिसमें उसे 3 में जीत और 6 में हार का सामना करना पड़ा. जबकि 3 मैच गुजरात के टाई रहे.
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पटना : बिहार के गोपालगंज में हुए ट्रिपल मर्डर केस (Gopalganj Triple Murder Case) को लेकर बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में हलचल मची हुई है। इस मर्डर केस को लेकर बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद (RJD), नीतीश सरकार (Nitish Government) को घेरने में जुटी है। राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) ने गोपालगंज जाने के ऐलान किया था, जिसके बाद आज वो लॉकडाउन (Lockdown) के बीच अपने काफिले के साथ गोपालगंज के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस (Patna Police) ने उनके काफिले को आवास के बाहर ही रोक लिया। एक तरफ जहाँ तेजस्वी के आवास के बाहर पार्टी समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है, वहीं पटना के एसएसपी (SSP Patna) खुद वहां मोर्चा संभालने में जुटे हैं।
पुलिस द्वारा काफिला रोके जाने और लॉकडाउन का हवाला दिए जाने के पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अपराधियों के लिए कोई लॉकडाउन नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि हम पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का ख्याल रख रहे हैं। तेजस्वी के साथ राबड़ी देवी (Rabri Devi) भी काफिले के साथ गोपालगंज जाने की मांग पर डटी हुई है। हालाँकि खुद पटना के एसपी पुलिस बलों के साथ मोर्चा संभालने में जुटे हैं।
पटना के एसपी विनय तिवारी (Vinay Tiwari) ने कहा कि लॉकडाउन में किसी तरह के राजनीतिक कार्यक्रम (Political Events) की इज़ाज़त नहीं है, लिहाज़ा हम मियमों का पालन करवाने मन जुटे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से इस तरह के दौरे की इज़ाज़त नहीं दी गई है, लिहाज़ा पुलिस सभी को रोकने में जुटी है। बता दें कि गोपालगंज में हुए ट्रिपल मर्डर केस को लेकर तेजस्वी यादव ने कल ही गोपालगंज जाने का ऐलान किया था, जिसके बाद से ही पुलिस चौकसी बरत रही है। गोपालगंज जिला रेड जोन (Red Zone) में शामिल है, इसीलिए भी वहां जाने की इज़ाज़त नहीं मिल रही है।
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रिंकू सिंह की ज़ोरदार बल्लेबाज़ी के बावजूद लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम ने कोलकाता नाइट राइडर्स को केवल 1 रन से हराकर प्लेऑफ़ में जगह बनाई.
रिंकू सिंह ने छह चौके और चार छक्के की मदद से 33 गेंदों पर 67 रन बनाए और अंत तक आउट नहीं हुए.
शनिवार को लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेला गया यह मैच उतार चढ़ाव से भरा और बेहद रोमांचक रहा.
लखनऊ सुपर जायंट्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 176 रन बनाए. जवाब में कोलकाता नाइट राइडर्स ने शुरुआत अच्छी की पहले ओवर में ही वेंकटेश अय्यर ने स्कोर 15 रन पर पहुंचा दिया.
दूसरे ओवर में जेसन रॉय ने कमान संभाली और इस ओवर में भी 15 रन जुटाए. पांचवे ओवर में लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान क्रुणाल पंड्या की लगातार तीन गेंदों पर जेसन रॉय ने चौका जड़ा. लेकिन प्लेऑफ़ के आख़िरी ओवर में वेंकटेश अय्यर को कृष्णप्पा गौतम ने रवि बिश्नोई के हाथों कैच आउट करा दिया.
प्लेऑफ़ के छह ओवरों तक कोलकाता नाइट राइडर्स का स्कोर एक विकेट पर 61 रन रहा. पहले विकेट के लिए वेंकटेश अय्यर ने जेसन रॉय के साथ 61 रनों की ही साझेदारी निभाई.
वेंकटेश के बाद कप्तान नीतीश राणा विकेट पर आए लेकिन केवल 8 रन का योगदान दे सके. उन्हें रवि बिश्नोई ने आउट कर दिया.
यह विकेट 9वें ओवर में गिरा तो अगले ही ओवर में कप्तान क्रुणाल पंड्या ने जेसन रॉय को भी आउट कर दिया, तब स्कोरबोर्ड 10 ओवर में तीन विकेट पर 82 रन था.
यानी केवल 21 रन बनने तक कोलकाता नाइट राइडर्स ने तीन विकेट गंवा दिए.
इसके बाद जहां रन गति में गिरावट आई वहीं कुछ-कुछ अंतराल पर विकेटें भी गिरती रहीं.
14वें ओवर में रहमानुल्लाह गुरबाज़, तो 18वें ओवर में पहले शार्दुल ठाकुर और फिर सुनील नरेन आउट हो गए, तो लगा कि कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम आसानी से घुटने टेक देगी.
लेकिन यहां से बल्लेबाज़ी की कमान रिंकू सिंह ने संभाली.
रिंकू सिंह ने 19वें ओवर में 20 रन बनाए तो आख़िरी ओवर में 18 रन जुटाए लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने अंत तक सात विकेट पर 175 रन ही जुटा सकी और यह मुक़ाबला केवल एक रन से हार गई.
इसके साथ ही लखनऊ सुपर जायंट्स आईपीएल 2023 के प्लेऑफ़ में पहुंचने वाली तीसरी टीम बन गई.
प्लेऑफ़ में गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स की टीमें इस मैच से पहले ही पहुंच गई है.
इससे पहले शनिवार को इस दूसरे मुक़ाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निकोलस पूरन की अर्धशतकीय पारी की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स के सामने 177 रन का लक्ष्य रखा.
निकोलस पूरन ने 58 रनों की पारी खेली. वहीं क्विंटन डीकॉक ने 28 रन, प्रेरक मांकड़ ने 26 रन और आयुश बदोनी ने 25 रनों की पारियां खेलीं.
कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से शार्दुल ठाकुर, सुनील नरेन और वैभव अरोड़ा ने दो दो विकेट लिए जबकि हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती ने एक एक बल्लेबाज़ को पवेलियन लौटाया.
लखनऊ सुपर जायंट्स अगर इस मुक़ाबले को जीत जाते हैं तो वो प्लेऑफ़ में पहुंच जाएंगे लेकिन हारने की स्थिति में उन्हें रविवार को होने वाले मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मैचों के नतीजे का इंतज़ार करना होगा.
शनिवार को पहला मैच चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला गया. ये इन दोनों टीमों का इस आईपीएल में आख़िरी लीग मैच था जिसे 77 रनों के बड़े अंतर से जीतते हुए धोनी की टीम ने प्लेऑफ़ में अपनी जगह पक्की कर ली है.
चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए दिल्ली कैपिटल्स के सामने 224 रनों का लक्ष्य रखा लेकिन दिल्ली कैपिटल्स की ओर से कप्तान डेविड वॉर्नर के अलावा किसी और बल्लेबाज़ ने दम नहीं दिखाया.
वॉर्नर ने 58 गेंदों पर 86 रन बनाए जबकि दिल्ली कैपिटल की टीम 9 विकेट पर केवल 146 रन बना सकी और यह मुक़ाबला 77 रनों के बड़े अंतर से जीत गई.
चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से दीपक चाहर ने तीन और मथीशा पथीराना, महीष तीक्षणा ने दो-दो विकेट लिए.
इस जीत के साथ चेन्नई सुपर किंग्स की टीम प्लेऑफ़ में पहुंचने के साथ पॉइंट टेबल में दूसरे पायदान पर आ गई है और उनके नेट रन रेट में भी जबरदस्त उछाल आया है.
चेन्नई सुपर किंग्स का नेट रन रेट अब 0. 652 हो गया है और वो रिकॉर्ड 12वीं बार आईपीएल के प्लेऑफ़ में पहुंची है.
इससे पहले आईपीएल के अपने आख़िरी लीग मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए दिल्ली कैपिटल्स के सामने जीत के लिए 224 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा.
चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और दिल्ली कैपिटल (डीसी) के बीच आईपीएल का 67वां लीग मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया.
टॉस जीत कर महेंद्र सिंह धोनी ने पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया. चेन्नई सुपर किंग्स के दोनों ओपनर डेवन कॉनवे और ऋतुराज गायकवाड़ ने शुरुआती ओवरों से ही चौके, छक्के की बरसात कर दी.
प्लेऑफ़ में इन दोनों ने 8. 66 की औसत से 52 रन जोड़े. 9वें ओवर में गायकवाड़ ने अक्षर पटेल की गेंदों पर लगातार दो छक्कों के साथ अपना अर्धशतक 37 गेंदों में पूरा किया.
10 ओवर तक चेन्नई सुपर किंग्स का स्कोर बगैर किसी नुकसान के 97 रन था.
12वें ओवर में गायकवाड़ ने कुलदीप यादव की गेंद पर लगातार तीन छक्के लगाए.
14वें ओवर की पहली गेंद पर डेवन कॉनवे ने छक्के के साथ अपना अर्धशतक 33 गेंदों पर पूरा किया.
अगले ओवर में चेतन सकारिया ने ऋतुराज गायकवाड़ को आउट कर दिया. गायकवाड़ ने अपनी 50 गेंदों की पारी में सात छक्के और तीन चौके की मदद से 79 रन बनाए.
गायकवाड़ और कॉवने ने पहले विकेट के लिए 87 गेंदों पर 141 रनों की साझेदारी निभाई.
18वें ओवर में शिवम दुबे ने दो छक्के जड़े लेकिन इसकी आख़िरी गेंद पर वो आउट हो गए. दुबे ने केवल 9 गेंदों पर 244. 44 के स्ट्राइक रेट से 22 रन बनाए. उन्होंने अपनी पारी में तीन छक्के जड़े.
इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पिच पर आए. हालांकि अगले ही ओवर में डेवन कॉनवे भी 52 गेंदों पर 87 रन बनाकर पर आउट हो गए. कॉनवे ने तीन छक्के और 11 चौके जड़े.
इसके बाद पिच पर आए रवींद्र जडेजा ने इसी ओवर की आख़िरी दो गेंदों पर छक्का और चौका लगाया. अगले ओवर में भी जडेजा ने चौका जड़ा.
इस ओवर में महेंद्र सिंह धोनी को केवल आख़िरी गेंद खेलने का मौक़ा मिला लेकिन इस पर उन्होंने केवल दो रन बनाए. लेकिन अंपायर ने रिव्यू के बाद उसे नो बॉल दिया.
चेतन सकारिया ने अगली गेंद वाइड डाली. धोनी को एक और गेंद खेलने का मौक़ा मिला लेकिन इस पर वो केवल एक रन ही जोड़ सके.
जडेजा ने सात गेंदों पर नाबाद 20 रन बनाए तो धोनी ने चार गेंदों पर पांच रनों का योगदान दिया. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 11 गेंदों पर नाबाद 28 रनों की साझादारी की.
चेन्नई सुपर किंग्स ने 20 ओवरों में 223 रन बना कर अपनी पारी समाप्त की.
चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच आईपीएल में यह 29वां मैच था.
यह चेन्नई सुपर किंग्स की दिल्ली कैपिटल्स पर 19वीं जीत है. 10 मुक़ाबले दिल्ली कैपिटल्स ने जीते हैं.
चेन्नई सुपर किंग्स ने लगातार चौथे मैच में दिल्ली कैपिटल्स को हराया है.
यह मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया. यहां दोनों टीमों के बीच यह आठवां मैच था. यहां भी धोनी की टीम की जीत का पलड़ा 6-2 से भारी है.
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टीबी दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता पैदा कर चुके (एमडीआर) टीबी रोगी बच्चों के लिए राहत भरी खबर है। उनके लिए नई दवा अगस्त के अंत तक जिले में शासन की ओर से उपलब्ध हो जाएगी। डेलामिलिड नाम की यह दवा बच्चों को सिर्फ छह महीने तक ही खानी पड़ेगी। अभी तक एमडीआर रोगियों को दो साल तक दवाओं की खुराक लेनी पड़ती थी।
छह वर्ष से 17 वर्ष की उम्र वाले बच्चों के लिए यह दवा कारगर साबित होगी। उन रोगियों में यह दवा इस्तेमाल होगी जिन रोगियों को तीन या उससे अधिक दवाएं रेजिस्टेंट कर चुकी हैं। वैसे इस दवा के प्रयोग के लिए पांच वर्ष पूर्व ही अनुमति मिल गई थी। बता दें कि सबसे पहले यह दवा ए ग्रेड वाले शहरों को ही उपलब्ध थी। इसके बाद बी ग्रेड वाले शहरों को उपलब्ध कराई गई। बता दें कि फतेहपुर जिला इस मामले में सी ग्रेड पर है। इसके लिए जिला क्षय नियंत्रण रोग विभाग के अधिकारी और टीबी कार्यक्रम से जुड़े स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी की जा रही है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एके अग्रवाल ने बताया कि अभी तक एमडीआर रोगी बच्चों के लिए कोई दवा उपलब्ध नहीं है। इसके लिए शासन की ओर से कवायद चल रही थी। पहले तो यह दवा दिसम्बर तक उपलब्ध होनी थी लेकिन किन्हीं कारणों से जिले का नम्बर नहीं आ सका। अब यह दवा अगस्त माह के अंत तक जिले में उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एमडीआर के गंभीर रोगियों को अभी कानपुर रेफर कर दिया जाता है। वहीं कुछेक मरीजों का व्यवस्थाओं के अनुरूप मुख्यालय में ही इलाज किया जाता है।
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31वीं नॉर्थ जोन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उत्तराखंड ने 41 पदक के साथ ओवरआल चौथा स्थान हासिल किया। बालक वर्ग में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर रहा। प्रतियोगिता के अंतिम दिन उत्तराखंड ने चार स्वर्ण सहित 15 पदक जीते।
संगरूर, पंजाब में आयोजित प्रतियोगिता में विभिन्न स्पर्धाएं हुई। उत्तराखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव केजेएस कलसी ने बताया कि अंडर-16 बालिका वर्ग की चक्का फेंक प्रतियोगिता में रमनीत कौर ने स्वर्ण पदक जीता। प्रतियोगिता में यह उनका दूसरा स्वर्ण पदक है।
200 मीटर दौड़ में अनीषा ने रजत पदक हासिल किया। वहीं अंडर-16 बालक वर्ग की 2000 मीटर दौड़ में अंकित भट्ट ने स्वर्ण, 200 मीटर दौड़ में गोपाल ठाकुर ने कांस्य, डिस्कस थ्रो में योगेश संदल ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
अंडर-18 बालक वर्ग की ट्रिपल जंप में राकेश रोशन ने स्वर्ण पदक, जेवलिन थ्रो में हनी ने रजत, डिस्कस थ्रो में सत्यम ने कांस्य, 400 मीटर हर्डल्स में गौरव कुमार ने कांस्य, 1500 मीटर दौड़ में सिद्धार्थ ने कांस्य, 110 मीटर हर्डल्स में कांस्य और मेडले रिले में भी उत्तराखंड ने कांस्य पदक जीता।
इसके अलावा अंडर-20 बालक वर्ग की डिस्कस थ्रो में वैभव चौहान ने स्वर्ण, अनिकेत काला ने रजत और 10 हजार मीटर दौड़ में अंकुश ने रजत पदक हासिल किया। प्रतियोगिता में उत्तराखंड ने 14 स्वर्ण, 16 रजत और 11 कांस्य पदक हासिल किए।
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गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज मिला है। उसके शरीर पर फफोले पड़े हैं। तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ के साथ शरीर पर चकत्ते भी हैं। युवक का इलाज मेडिसिन और चर्म रोग विभाग के डॉक्टरों की संयुक्त टीमें कर रहीं हैं।
मरीज गोरखपुर के झंगहा का रहने वाला है। उसकी उम्र 36 साल है। युवक हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटा है। विदेश से लौटने के बाद से ही वह बीमार है। परिवार के लोगों ने उसे बीते शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। लक्षण मिलने के बाद उसे अलग वार्ड में आइसोलेट किया गया है।
BRD मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष के डॉ अमरेश सिंह ने बताया, "चर्म रोग और मेडिसिन विभाग से सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम जांच के लिए मौके पर गई थी। मरीज के खून और लार के नमूने लिए हैं।
क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण?
डाॅक्टरों के मुताबिक, बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, सूजी हुई लसीका ग्रंथियां, ठंड लगना, थकावट, शरीर पर मटर के आकार या उससे थोड़ा छोटे दाने निकलना, शरीर पर दाने निकलने के बाद फफोला पड़ जाना, त्वचा का फटना, सांस का फूलना, खुजली होना, सुस्ती होना, बार-बार खांसी आना।
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जोशीमठ. उत्तराखंड में जोशीमठ भू-ध्साव को 6 महीने अधिक का समय हो गया है. ऐसे में सरकार द्वारा अलग-अलग एजेंसियों से कराई गई सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक ना होने के बाद लोगों के मन में कई शंकाएं पैदा हो रही हैं. लोगों को अब तक पता नहीं चला है कि जोशीमठ का कौन सा इलाका सुरक्षित है और कौन सा डेंजर जोन है.
वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा जोशीमठ में केवल सुरक्षात्मक कार्य करने की अनुमति दी गई है, लेकिन लोगों ने एक बार फिर से जोशीमठ में निर्माण कार्य शुरू कर दिए हैं, जिस पर प्रशासन का कहना है कि निर्माण के कार्यों पर रोक लगाई जाएगी.
केंद्र और राज्य सरकार जोशीमठ में राहत बचाव कार्य को लेकर कार्य कर रही है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की योजना भी तैयार की जा रही है. बरसात के बाद तेजी के साथ राहत बचाव कार्य करने का प्लान भी तैयार किया जा रहा है. बता दें कि जोशीमठ से लोगों को स्थानांतरित करने के लिए भी सरकार योजना बना रही थी. वहीं, लोगों को मुआवजा भी सरकार ने बांटा है. लेकिन अब भी लोग जोशीमठ में रह रहे हैं और खतरा बना हुआ है.
सविन बंसल, अपर सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि आपदा के दौरान समय पूर्व अलर्ट मिल जाए, तो जान माल की क्षति को एक हद तक कम किया जा सकता है. सरकार चाहती है कि उसके पास ग्लेशियर की हलचल से लेकर छोटे-छोटे एरिया में होने वाली आसमानी हलचल की सटीक जानकारी हो. क्योंकि, भारी बारिश, बाढ़ , भू-स्खलन, ग्लेशियरों के टूटने से उत्तराखंड में तबाही का एक लंबा इतिहास रहा है. वेदर फोरकास्ट के लिए सरकार अभी तक IMD दिल्ली, डीजीआरआई चंडीगढ़ और मौसम विज्ञान केंद्र पर ही निर्भर रहती है. इसके लिए सरकार ग्लोबल लेवल पर काम कर रही प्राइवेट एजेंसियों को हायर करने जा रही है.
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हर महिला चाहती है कि उसके बाल लंबे, घने और चमकदार हों। क्योंकि अच्छे बाल पर्सनालिटी को निखारने के साथ आपको एक खूबसूरत लुक भी देते हैं। इसलिए इन्हें भरपूर पोषण देना बहुत जरूरी होता है। वैसे तो आजकल बालों को तेजी से बढ़ाने के लिए मार्केट में कई शैंपू व हेयर प्रोडक्ट्स मौजूद हैं, लेकिन फिर भी आप इनसे संतुष्ट नहीं है, तो घरेलू उपायों की मदद से अपने बालों को चमत्कारिक रूप से बढ़ा सकते हैं।
आज ज्यादातर लड़कियों की पसंद लंबे बाल है। लेकिन बढ़ते प्रदूषण, हेक्टिक लाइफस्टाइल के कारण लड़कियों को बालों का झडऩा, टूटना, डैंड्रफ होने जैसी समस्याओं का सामना करना ही पड़ता है, जिससे बालों की ग्रोथ रूक जाती हैं और चाहते हुए भी बाल नहीं बढ़ पाते। वैसे तो बाल बढ़ाने के लिए लोग तमाम प्रोडक्ट्स यूज करते हैं, लेकिन अगर आप अपने हेयर ग्रोथ के लिए लांग टर्म ट्रीटमेंट चाहते हैं, तो घरेलू उपायों का आजमाना सबसे अच्छा विकल्प है। एक तरफ जहां ये बहुत सस्ते हैं, वहीं इन्हें अप्लाई करना बेहद आसान है। यदि आप भी अपने बालों के न बढ़ने से परेशान हैं और इसके लिए प्रभावी, सरल और सुरक्षित उपाय चाहते हैं, तो आज का हमारा ये आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं बालों को तेजी से बढ़ाने के घरेलू उपाय और तरीके।
- क्या बालों के विकास के लिए गर्म तेल उपचार अच्छा है? - Is hot oil treatment good for hair growth?
आपके बाल कैसे बढ़ते हैं, यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे फैक्टर्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपके बालों को बढ़ने से रोकते हैं।
- पीसीओसी (पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम)
हेयर ऑयल, जिसे हेयर टॉनिक भी कहा जाता है, एक वाहक तेल बेस में मिश्रित हर्बल अर्क हैं। कुछ बाल बढ़ाने के तेलों में कई जड़ी-बूटियाँ और वाहक तेल शामिल होते हैं।
हर्बल तेल बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले लोकप्रिय वाहक तेल हैंः
(और पढ़े - जल्दी बाल बढ़ाने के लिए सबसे असरदार तेल...)
हर्बल हेयर ऑयल में उपयोग की जाने वाली कुछ जड़ी-बूटियाँ हैंः
चीनी हिबिस्कस (हिबिस्कस रोजा साइनेंसिस): चीनी हिबिस्कस एक सदाबहार झाड़ी है। इसके खाद्य, जीवंत फूलों का उपयोग अक्सर हर्बल चाय बनाने के लिए किया जाता है। हिबिस्कस को बालों के रोम को उत्तेजित करने, रोम के आकार को बढ़ाने और बालों के विकास को बढ़ाने में मदद करने के लिए जाना जाता है।
ब्राह्मी (Bacopa monnieri): ब्राह्मी, जिसे बकोपा भी कहा जाता है, एक बोल वाली जड़ी बूटी है जिसका उपयोग आयुर्वेद चिकित्सा में किया जाता है। इसमें बालों के विकास के लिए जिम्मेदार प्रोटीन को सक्रिय करने के लिए एल्कलॉइड होता है।
कोट बटन (ट्राइडाक्स प्राप्य): कोट बटन एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी और डेज़ी परिवार का सदस्य है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं और अपने दम पर और अन्य जड़ी बूटियों के साथ मिलाये जाने पर बाल विकास को बढ़ावा देता है।
जटामांसी (Nardostachys jatamansi): जटामांसी एक छोटी झाड़ी है जिसके प्रकंद से बालों की गति तेज हो सकती है। यह कीमोथेरेपी के कारण alopecia में बालों के विकास को बढ़ाने के लिए दिखाया गया है।
जिनसेंग (Panax ginseng): जिनसेंग बालों के झड़ने सहित कई स्थितियों के लिए एक सदियों पुराना प्राकृतिक उपचार है। इसमें सैपोनिन (saponins) होता है, जो माना जाता है कि 5 ए रिडक्टेस को रोककर बालों के विकास को प्रोत्साहित करता है। जो पुरुषों में बालों के झड़ने से संबंधित एक एंजाइम है।
(और पढ़े - लंबे बाल चाहती हैं तो अपनाएं ये आसान तरीके...)
अगर आपके बाल बढ़ नहीं रहे, तो आप बेकिंग सोडा जैसा घरेलू नुस्खा अपना सकते हैं। बेकिंग सोडा आपके स्कैल्प पर जमे क्लोरीन को हटाने में मदद करता है, जो आपके छिद्रों को और हेयर ग्रोथ को रोकता है। बेकिंग सोडा से स्कैल्प की मालिश कर, आप डेड स्किन सेल्स से छुटकारा पाने के साथ ब्लड सकुर्लेशन में सुधार कर सकते हैं। बेकिंग सोडा एंटीफंगल है, इसलिए ये किसी भी फंगल इंफेक्शन का इलाज करने का शानदार तरीका है। बाल बढ़ाने के लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा को 6 चम्मच पानी में मिलाएं और अपने स्कैल्प पर लगाएं। इससे स्कैल्प की मालिश करें और बचे हुए बेकिंग सोडा को अपने बालों पर नीचे की तरफ लगाएं। 10 मिनट के लिए इसे ऐसे ही रहने दें और फिर साफ पानी से बालों को धो लें। हर 10-12 दिन में एक बार इस प्रक्रिया को करने से बाल बढ़ जाएंगे।
(और पढ़े - बेकिंग सोडा के फायदे और नुकसान...)
नारियल का दूध प्रोटीन, आयरन और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो बालों के विकास को बढ़ावा देता है और बाल टूटने को रोकता है। इसका उपयोग करने के लिए आधा कप नारियल का दूध स्कैल्प पर लगाएं। इसे रातभर लगा छोड़ दें। अगली सुबह ठंडे पानी से धो लें। जब भी आप बाल धोएं नारियल का दूध एक रात पहले बालों में लगा लें, इससे बाल तेजी से बढ़ते हैं।
(और पढ़े - नारियल तेल के फायदे बालों के लिए...)
मेंहदी एक प्राकृतिक कंडीशनर के रूप में काम करती है और सुस्त और रूखे बालों को चिकने और चमकदार बालों में बदल देती है। यह बालों के रंग को भी डार्क करती है। यह आपके बालों की जड़ों को मजबूत करके बालों के विकास को बढ़ावा देती है। सूखी मेंहदी पाउडर को दही के साथ मिलाकर एक पैक बनाएं। इसे अपने बालों में जड़ों से लेकर टिप्स तक लगाएं। पैक को तब तक बालों में लगा छोड़ दें जब तक वह पूरी तरह से सूख न जाए। इसके बाद अपने बालों को माइल्ड शैम्पू से धोएं। बाल लंबे करने के लिए महीने में एक बार इस अनोखे मेहंदी पैक को लगाएं।
(और पढ़े - हेयर कलर करने का तरीका और घरेलू उपाय...)
गाजर आपकी सेहत के लिए तो अच्छा है ही वहीं ये आपके बालों की ग्रोथ भी अच्छी करता है। आपको बता दें कि गाजर में विटामिन ई, सी, के, बी1, बी2 और बी6 होता है। इनमें कैरोटिनॉइड भी होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं। ये सभी आपके बालों के रोम को पुर्नजीवित करते हैं और बालों को लंबा, घना बनाते हैं। बाल बढ़ाने के लिए गाजर का उपयोग करने के लिए एक मीडियम आकार की गाजर को किसे और अपने स्कैल्प पर लगाएं। 15 मिनट के लिए इसे स्कैल्प पर लगी छोड़ दें और फिर शैंपू से बाल धो लें। हफ्ते में एक या दो बार ऐसा करने से आपके बाल तेजी से बढ़ेंगे।
(और पढ़े - गाजर खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ और नुकसान...)
धूल और तनाव से भी कई बार आपके बालों का बढ़ना रूक जाता है। ऐसे में इनकी अच्छी ग्रोथ के लिए आप गुलाब जल जैसा घरेलू तरीका अपना सकते हैं। यह आपकी स्कैल्प और बालों को कंडीशन करता है। इसके लिए एक कप गुलाबजल में 8 बूंद जोजोबा ऑयल और एक विटामिन ई कैप्सूल के अंदर के पाउडर को एक साथ एक बाउल में मिलाकर स्कैल्प और बालों पर लगाएं। आधे घंटे तक इसे लगा रहने दें और फिर शैंपू से बाल धो लें। अच्छे परिणामों के लिए हफ्ते में एक बार गुलाबजल का घरेलू नुस्खा बालों पर अपनाकर देखें।
(और पढ़े - स्किन के लिए गुलाब जल के फायदे और उपयोग...)
ज्यादातर लोग आलू की मदद से बाल बढ़ाने के उपचार के बारे में नहीं जानते, लेकिन यह सबसे सरल उपाय माना जाता है। आलू विटामिन ए, बी और सी से भरपूर होता है। यह स्वस्थ और मजबूत बालों के लिए आवश्यक होता है। इस उपाय का उपयोग आप तब भी कर सकते हैं, जब आप पतले बालों से पीड़ित हों। इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले आलू को छीलकर ब्लेंडर में ब्लेंड करें। अब इस जूस को अपने बालों पर 15 मिनट के लिए लगाकर रखें। इसके बाद अपने बालों को माइल्ड शैंपू से धो लें। बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए जब भी आप अगली बार बाल धोएं इस उपचार का उपयोग कर सकते हैं।
(और पढ़े - आलू के फायदे और नुकसान...)
कच्चा शिया बटर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण आपकी स्कैल्प और रिवर्स सेल डैमेज को मॉइस्चराइज और पोषित करने में सक्षम है। इसमें मौजूद विटामिन ए और विटामिन ई बालों के सूखेपन का इलाज करने के साथ बालों का टूटना कम करते हैं और बालों के विकास में भी सुधार करते हैं। इसके लिए शिया बटर को पिघलाकर 30 मिनट तक अपनी स्कैल्प और बालों पर लगा छोड़ दें और फिर शैंपू से बालों को धो लें। हफ्ते में एक बार ऐसा करने से आपके बाल जल्दी-जल्दी बढ़ना शुरू हो जाएंगे।
(और पढ़े - बाल बढ़ाने के लिये विटामिन और मिनरल...)
बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं, लेकिन सरसों का पाउडर बाल बढ़ाने में आपकी बहुत मदद करता है। बता दें कि सरसों सकुर्लेशन बढ़ाती है और बालों के रोम में आ रही सूजन को कम करती है। जिससे आपके बाल स्वस्थ और मजबूत भी बनते हैं। इसके लिए 1 चम्मच मस्टर्ड पाउडर और 1 चम्मच चीनी को गर्म पानी में मिलाएं। अब मास्क को अपने स्कैल्प पर लगाएं और एक घंटे के लिए लगा छोड़ दें और फिर शैंपू से बाल धो लें। हर सप्ताह में एक दिन आप मस्टर्ड पाउडर का घरेलू नुस्खा अपने बालों की ग्रोथ के लिए अपना सकते हैं। बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे।
(और पढ़े - सरसों के बीज के फायदे और स्वास्थ्य लाभ...)
आंवला को एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी का पावर हाउस माना जाता है। यह न केवल स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि बालों के पिगमेंटेशन में भी सुधार करता है। इसके लिए आंवला पाउडर को नींबू के रस में मिलाएं। अब इस मिश्रण को अपनी स्कैल्प पर लगाएं और कुछ देर के लिए सूखने दें। जब मिश्रण सूख जाए तो इसे गुनगुने पानी से धो लें। महीने में एक बार बालों में इस आंवला के मिश्रण को लगाने से आपको बालों की ग्रोथ में काफी अंतर दिखाई देगा।
(और पढ़े - आंवला के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान...)
कढ़ी पत्ता बालों के विकास को बढ़ावा देता है और समय से पहले इन्हें सफेद होने से भी बचाता है। इसमें फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन ए और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो हेयर ग्रोथ के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इसके लिए 10 कढ़ी पत्ते को आधा कप नारियल तेल में डालकर गर्म करें। तब तक गर्म करें जब तक पत्ती काली न पड़ जाए। अब काला अवशेष को ठंडा होने दें और इससे कुछ देर तक स्कैल्प की मालिश करें। एक घंटे तक इसे बालों में लगा रहने दें और हमेशा की ताह बालों को धो लें। बेहतर परिणामों के लिए हफ्ते में दो बार कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल अपने बालों को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।
(और पढ़े - करी पत्ता के फायदे बालों को काला, घना, लंबा और मजबूत बनाने के लिए...)
नींबू का रस भी आपके बालों को बढ़ाने के लिए अच्छा माना जाता है। इसके लिए भीगे हुए बादाम के पेस्ट को दो चम्मच नींबू के रस में मिलाकर अपने बालों पर लगाएं। कुछ देर इसे लगा रहने दें और फिर बालों को साफ पानी से धो लें। अगर आप जल्द से जल्द बाल बढ़ाना चाहते हैं, तो हफ्ते में एक से दो बार इस प्रक्रिया को करें।
(और पढ़े - बालों के लिए नींबू और नारियल तेल के फायदे...)
आपको बता दें कि खीरे में सिलिकॉन और सल्फर अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे आपके बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं। इसके लिए आप अपने बालों को खीरे के रस से धो सकते हैं। जल्दी बालों को बढ़ाने के लिए हफ्ते में चाहें तो रोजाना भी यह घरेलू नुस्खा अपनाया जा सकता है।
(और पढ़े - खीरा (ककड़ी) के फायदे गुण लाभ और नुकसान...)
अंडा प्रोटीन, सल्फर, जिंक, आयरन, सेलेनियम, फॉस्फोरस और आयोडीन से भरपूर होता है। अंडों में मौजूद प्राकृतिक वसा बालों के रोम को मॉइस्चराइज़ और पोषित करता है। विटामिन ए, ई, और डी बालों का गिरना कम करते हैं, बालों की बनावट में सुधार करते हैं और आपके बालों को चमक देते हैं। इसके लिए एक अंडे में एक चम्मच ऑलिव ऑयल और एक चम्मच शहद मिलाएं। इसका स्मूथ पेस्ट बनाकर अपने स्कैल्प और बालों पर सावधानी के साथ लगाएं। 20 मिनट के लिए इसे लगा छोड़ दें और फिर बालों को शैंपू कर लें। लंबे और चमकदार बालों के लिए हफ्ते में एक बार इस प्रक्रिया को जरूर करें।
(और पढ़े - बालों को खूबसूरत बनाने के लिए अंडे का मास्क करें इस्तेमाल...)
एलोवेरा जेल में पाए जाने वाले प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम आपकी स्कैल्प पर बनने वाली डैड स्किन सेल्स को हटाता है। एलोवेरा पोषक तत्वों से भरा होता है, जो बालों के विकास और बनावट में सुधार करता है और आपके बालों और स्कैल्प को हाइड्रेट करता है। बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए एलोवेरा जेल को अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं। एक घंटे तक इसे बालों पर लगा रहने दें और फिर ठंडे पानी से बाल धो लें। हफ्ते में दो से तीन बार इस प्रोसेस को करने से आपके बाल बढ़ने लगेंगे।
(और पढ़े - एलोवेरा का उपयोग बालों के लिए...)
अपने बालों पर प्याज का रस लगाकर भी आप बालों की ग्रोथ बढ़ा सकते हैं। प्याज का रस सल्फर में समृद्ध होता है, जो ऊतकों में कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है और बालों के पुनर्जीवन में मदद करता है। यह बालों के विकास के लिए सबसे पुराने घरेलू उपचारों में से एक है। इसके लिए एक प्साज को ब्लेंडर में पीसकर इसका रस निकालें। अब इस रस को ध्यान से स्कैल्प पर कॉटन बॉल की मदद से लगाएं और 15-20 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ दें। इसके बाद बालों को पानी से धो लें। मनचाहा परिणाम पाने के लिए सप्ताह में एक बार प्याज का रस बालों पर लगा सकते हैं।
(और पढ़े - बालों के लिए प्याज के रस के फायदे और उपयोग...)
लम्बे और घने बालों के लिए चावल के पानी के लाभ एशियाई देशों का एक गुप्त रहस्य था। इसमें विटामिन ई, के और बी 6 और प्रोटीन होते हैं जो खोपड़ी और बालों को पोषण देते हैं। यह बदले में, बालों के विकास में सुधार करता है और आपके बालों को चमकदार बनाता है। चावल को 15 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। चावल के पानी को छाने और अपने स्कैल्प और बालों को इस पानी से धो लें। चावल का पानी लगाने के बाद कुछ मिनट के लिए अपने स्कैल्प पर मसाज करें और फिर अपने बालों को रगड़ें। यदि आवश्यक हो, तो एक हल्के शैम्पू का उपयोग करें। इसके बाद बालों को नार्मल वाटर से धो लें तेजी से बाल बढ़ाने के लिए इस पानी का इस्तेमाल हफ्ते में दो बार करें।
(और पढ़े - चावल के पानी का बालों के लिए उपयोग और फायदे...)
अमरूद के पत्तों में ऐसे यौगिक होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त होते हैं। ये क्षतिग्रस्त बालों के रोम की मरम्मत कर सकते हैं और बालों के विकास में सुधार कर सकते हैं। अमरूद की पत्तियां भी रोगाणुरोधी होती हैं और खोपड़ी के संक्रमण जो आपके बालों के विकास में बाधा बन सकती हैं का इलाज कर सकती हैं।
20 मिनट के लिए अमरूद के पत्तों को उबालें और पानी को छान लें। अपने बालों को शैम्पू से धो लें और इसे प्राकृतिक रूप से सूखने दें। एक बार जब यह लगभग सूख जाते है, तो बालों पर अमरूद के पत्ते का पानी लगाएं। कुछ मिनट के लिए सिर की मालिश करें और अपने बालों पर 2-3 घंटों के लिए अमरुद के पत्तों का पानी लगा छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी का उपयोग कर अपने बालों को धो लें। तेजी से बाल बढ़ाने के लिए इसे हर हफ्ते एक बार दोहराएं।
(और पढ़े - अमरूद के पत्ते के फायदे और नुकसान...)
अदरक आपके सर में रक्त परिसंचरण में सुधार करता है। इसके परिणामस्वरूप, सर और बालों का स्वास्थ्य अनुकूलित होता है, और बालों का तेजी से विकास होता है। अदरक को छील कर कद्दूकस कर लें। इसे अपने स्कैल्प पर उन क्षेत्रों पर लगायें, जहाँ बालों का विकास कम होता है। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें। अपने बालों को हमेशा की तरह साफ पानी से धो लें। तेजी से बाल बढ़ाने के लिए इसे सप्ताह में दो बार करें।
(और पढ़े - अदरक का उपयोग बालों को लंबा करने और झड़ने से रोकने के लिए...)
सही पोषक तत्वों के साथ संतुलित आहार खाने से बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है, खासकर अगर आप खराब पोषण के कारण बालों के झड़ने या बालों का विकास रुकने का सामना कर रहे हैं।
हमारे बालों को बढ़ने के लिए अधिक मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है। हमारे बाल केराटिन नामक एक विशेष प्रोटीन से बने होते हैं। अपने आहार में अंडे, चिकन, टोफू, सोयाबीन, किडनी बीन्स और अन्य समान खाद्य पदार्थों को शामिल करने की कोशिश करें। ये बालों के लिए प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत हैं। वे नए बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं और आपके बालों को चमकदार और चिकना बनाते हैं।
(और पढ़े - शाकाहारियों के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ...)
विटामिन ए बालों के विकास के लिए फायदेमंद है। आम, पपीता, संतरा, प्रून और गाजर कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिनमें विटामिन ए की मात्रा अधिक होती है। इसलिए अपने आहार में विटामिन ए को शामिल करने की कोशिश करें।
(और पढ़े - विटामिन ए के फायदे, स्रोत और इसके नुकसान...)
विटामिन बी हमारे रक्त में हीमोग्लोबिन के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जो ऑक्सीजन वाहक के रूप में कार्य करता है। इससे स्कैल्प में तो ब्लड सकुर्लेशन बढ़ता ही है, साथ ही आपके बालों की भी ग्रोथ तेज होती है। इसलिए अपने आहार में आलू, केला, चिकन, दलिया, मछली और बीन्स शामिल करें।
(और पढ़े - विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के फायदे, स्रोत और नुकसान...)
विटामिन सी कोलेजन उत्पादन में मदद करता है और त्वचा में मुक्त कणों से लड़ता है। अपने दैनिक आहार में बहुत सारे फल जैसे आंवला, संतरा, कीवी, और अमरूद शामिल करना न भूलें।
(और पढ़े - विटामिन C क्या है, स्रोत, कमी के लक्षण, रोग, फायदे और नुकसान...)
अगर आप चाहते हैं कि आपके बाल तेजी से बढ़ें, तो अपने आहार में विटामिन सी शामिल करना ना भूलें। आहार में विटामिन ई के सेवन से स्कैल्प केशिका क्रिया उत्तेजित होती है। यह रक्त परिसंचरण और बालों के विकास को बढ़ावा देता है। अनाज, सूरजमुखी तेल, सोयाबीन तेल, टोफू, आदि में विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है। आपको अपने आहार में इन खाद्य पदार्थों को अधिक से अधिक मात्रा में शामिल करना चाहिए।
(और पढ़े - जानिये विटामिन ई के स्रोत और स्वास्थ्य लाभ...)
अपने आहार में बहुत सारी हरी सब्जियों को शामिल करने की कोशिश करें। इनमें आयरन होता है, जो बालों के विकास के लिए आवश्यक है। न केवल स्वस्थ, लंबे बालों के लिए बल्कि स्वस्थ शरीर के लिए भी अपने आहार में ये बदलाव करना चाहिए।
(और पढ़े - स्वस्थ बालों के लिए क्या खाना चाहिए...)
कई कोशिशों के बाद भी यदि आपके बाल नहीं बढ़ रहे हैं, तो आप योग का विकल्प अपना सकते हैं। योग शरीर में ब्लड और ऑक्सीजन फ्लो में सुधार करके आपकी स्कैल्प को उत्तेजित करता है। इससे बालों के रोम तक पर्याप्त पोषक तत्व पहुँचते हैं और उनका कायाकल्प होता है। योग शरीर के हार्मोन को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है, जो बालों के विकास और बालों के झड़ने को प्रभावित करते हैं। हम आपको नीचे कुछ योग आसन के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें नियमित रूप से करने पर आपके बाल तेजी से बढ़ना शुरू हो जाएंगे।
(और पढ़े - बालों को झड़ने से रोकने के लिए योग...)
- बालों को तेजी से बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए। इससे आपके बाल मजबूत और स्वस्थ बनेंगे।
- अगर आप अपने बालों को ठंडे पानी से धोते हैं, तो इससे दोमुहें बालों की समस्या खत्म हो जाएगी।
- बालों की नियमित रूप से छटनी कराने से भी बालों की ग्रोथ बढ़ जाती है।
- रात को टाइट चोटी बनाकर न सोएं। इससे बालों का टूटना बढ़ सकता है।
- कभी भी गीले बालों में कंघी करने की गलती न करें। इससे बाल टूटने की संभावना बढ़ जाएगी।
- बालों को हमेशा साफ पानी से धोएं। कोशिश करें कि बाल धोने के लिए हार्ड वॉटर यानि नमक के पानी का इस्तेमाल न किया जाए।
(और पढ़े - बाल झड़ना कैसे रोकें, कारण और घरेलू उपाय...)
क्या बालों के विकास के लिए गर्म तेल उपचार अच्छा है? - Is hot oil treatment good for hair growth?
हाँ बिल्कुल! यह बालों के रोम को उत्तेजित कर सकता है और तेल स्कैल्प और बालों को पोषण देने के लिए गहरी परतों में प्रवेश करने की अनुमति देता है।
(और पढ़े - बालों में तेल कैसे और कब लगाएं, बालों में तेल लगाने का सही तरीका...)
यह सबसे आम गलतफहमी है। स्प्लिट एंड्स हेयर टिप्स पर मौजूद होते हैं। स्कैल्प में मौजूद रोम छिद्रों से आपके बाल उगते हैं। दोमुंहे बाल आपके बालों की ग्रोथ नहीं रोकते। इसलिए बालों के विकास के लिए आपको इन्हें बेहतर पोषण देने की जरूरत है।
(और पढ़े - आयुर्वेदिक तरीकों से रुकेगा हेयर लॉस और होगा हेयर रिग्रोथ...)
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- What are omega-3 fatty acids from fish oil? (2016).
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ORAL ANSWERS TO QUESTIONS
माननीय अध्यक्ष : प्रश्न काल ।
प्रश्न सं. 121 - श्री सुनील बाबूराव मेंढे ।
श्री सुनील बाबूराव मेंढे : अध्यक्ष महोदय, मैं आपको यह अवसर देने के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं मंत्री जी को भी धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने मेरे सवाल का विस्तारपूर्ण जवाब दिया है। मेरा सवाल पूरे महाराष्ट्र, पूरे देश के मेडिकल कॉलेज से संबंधित था। मैं महाराष्ट्र के गोंदिया से बिलाँग करता हूं। वहां पर चरण-1 के तहत मेडिकल कॉलेज सैंक्शन हुआ है । मगर अभी तक उसका निर्माण कार्य चालू नहीं हो पाया है। वहां बच्चों को एडमिशन दी जा रही है, लेकिन निर्माण कार्य में कोई गति नहीं है ।
मैं आपके माध्यम से आदरणीय मंत्री महोदय से पूछना चाहूंगा कि इसका निर्माण कार्य कब तक चालू हो पाएगा और सभी सुविधाओं के साथ में वह मेडिकल कॉलेज कब तक लोगों की उपयोगिता में आएगा? मंत्री जी इसके बारे में जानकारी दें।
श्री मनसुख मांडविया : माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं मेडिकल कॉलेज चालू करने के बारे में कहना चाहता हूं कि भारत सरकार के अनुदान से फेज-1, फेज-2 और फेज-3 के तहत 157 मेडिकल कॉलेजेज राज्यों में चालू करने के लिए भारत सरकार ने निश्चय किया है। उसके मुताबिक महाराष्ट्र
सरकार ने भी रेकमेंडेशन भेजी है । जब राज्य सरकार भारत सरकार को रेकमेंड करती है और मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए आवेदन देती है, तब वे वहां लैंड आइडेंटिफाई करके कहेंगे कि हम यहां लैंड देंगे, हम यहां ये सुविधाएं देंगे, इस टाइप की व्यवस्था करने की जिम्मेवारी स्टेट गवर्नमेंट की होती है। मैंने राज्य सरकार के साथ प्रत्यक्ष बातचीत की है और लेटर भी लिखा है। मैंने कहा है कि यहां लोकल इश्यूज हैं। यहां थोड़े-से लोकल इश्यूज होने के कारण मेडिकल कॉलेज चालू नहीं हो पाया है, लेकिन हमने यह मेडिकल कॉलेज रद्द नहीं किया है। हमारा कमिटमेंट है कि वहां मेडिकल कॉलेज चालू हो । इसलिए हमने मेडिकल कॉलेज चालू कर दिया है, लेकिन इन्फ्रास्ट्रक्चर
डेवलप करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है। हम राज्य सरकार के संपर्क में हैं और तुरंत ही इन्फ्रास्ट्रक्चर चालू करने के लिए मुझे राज्य सरकार की ओर से कहा भी गया है। मेरी अपेक्षा है कि राज्य सरकार उस पर तुरंत ही कार्रवाई करेगी।
श्री सुनील बाबूराव मेंढेः अध्यक्ष महोदय, मैं इसके बारे में कहना चाहूंगा कि वहां पर मंत्री महोदय और राज्य मंत्री महोदय आए भी थे, उन्होंने भी मुझे कहा था कि हम लोग इसको बहुत जल्द चालू करेंगे। इसके बारे में राज्य सरकार से कुछ बात करके काम करना पड़ेगा।
सर, मेरा दूसरा प्रश्न है कि मेरा दूसरा जिला भन्डारा है, जो गोन्दिया से 90 किलोमीटर दूर है । वहां पर भी चरण-3 के तहत मेडिकल कॉलेज के बारे में बात हुई थी, उसके बारे में मैं आपसे मिला भी था और आपने हमें कहा भी था कि जैसे ही राज्य से यह प्रस्ताव आएगा, तो हम उस पर जरूर
बात करेंगे । वहां पर भी मेडिकल कॉलेज चालू करने के लिए मापदंड हैं, जैसा कि आपने अपने जवाब में कहा है। वहां सभी मापदंड पूरे होते हैं। वहां सरकारी अस्पताल भी है। हमें जितने बेड्स चाहिए, वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। भन्डारा में मेडिकल कॉलेज चालू कराने के लिए हम कब तक कोशिश कर सकते हैं और उसमें क्या कार्रवाई की जा रही है? इसके बारे में मुझे जानकारी मिलेगी तो अच्छी रहेगी ।
श्री मनसुख मांडविया : माननीय अध्यक्ष महोदय, राज्य में हमारे स्टूडेंट्स को मेडिकल एजुकेशन की अपॉर्म्युनिटी मिले, उनको एजुकेशन के लिए बाहर न जाना पड़े, इसके लिए भारत सरकार ने देश में ही मेडिकल कॉलेजेज बनाने के लिए अभियान चलाया है ।
आपको बताते हुए, मुझे खुशी हो रही है कि वर्ष 2014 में देश में 387 मेडिकल कॉलेजेज थे, आज उनकी संख्या बढ़कर 655 हो चुकी है। यानी मेडिकल कॉलेजेज में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । सभी राज्य सरकारें अपनी-अपनी ओर से मेडिकल कॉलेज खोलते हैं, प्राइवेट सेक्टर से भी चालू कर सकते हैं और गवर्नमेंट सेक्टर से भी चालू कर सकते हैं। भारत सरकार ने 157 मेडिकल कॉलेजेज खोलने के लिए अनुदान दिए हैं। हम आगे और भी मेडिकल कॉलेजेज खोलने की दिशा में सोचें, उसके पहले, हम चाहते हैं कि हमने जो 157 मेडिकल कॉलेजेज अप्रूव किए हैं, वे पहले स्टेट्स
में स्थापित हो जाएं। हम उसके पीछे लगे हैं। आज तक 84 मेडिकल कॉलेजेज के इंफ्रास्ट्रक्चर्स बनकर तैयार हो गए हैं। जैसे-जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर बनकर तैयार होते जाएंगे, वैसे-वैसे इस विषय में हम आगे बढ़ सकते हैं। लेकिन राज्य सरकारों को मेडिकल कॉलेजेज खोलने के लिए भारत सरकार ने मना नहीं किया है, प्राइवेट सेक्टर को भी मना नहीं किया है, बल्कि हमने कई रूल्स को रिलैक्स किया है ताकि देश में ज्यादा से ज्यादा मेडिकल कॉलेजेज खुलें। पहले बहुत-सी शर्तें थीं, जैसे इतनी लैंड होनी चाहिए, अगर इतनी एकड़ लैंड है तो ही मेडिकल कॉलेज एप्रूव होगा । हमने उसे रिमूव कर दिया है।
माननीय अध्यक्ष महोदय, हमें इसके लिए तीन चीजें चाहिए । एक, जो मेडिकल कॉलेज खोलना चाहते हैं, उनके पास मिनिमम 300 बेड का हॉस्पिटल होना चाहिए और बेड की संख्या बढ़कर 750 तक होनी चाहिए । इसके अलावा, वहाँ फैकल्टीज़ और पेशेंट होने चाहिए। जो अन्य स्पेशिफिकेशंस हैं, उनके मुताबिक इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यवस्था हो, तो हम तुरंत मेडिकल कॉलेज के लिए एप्रूवल दे देते हैं ।
केवल गवर्नमेंट सेक्टर से ही मेडिकल कॉलेज खुले, ऐसा नहीं है। स्टेट गवर्नमेंट्स भी खोलें । कई स्टेट गवर्नमेंट्स ने पीपीपी मॉडल को एडॉप्ट किया है। उसमें स्टेट गवर्नमेंट की हॉस्पिटल होती है, प्राइवेट प्लेयर्स आकर उसमें इंवेस्ट करते हैं और मेडिकल कॉलेज चालू करते हैं। प्राइवेट प्लेयर्स और स्टेट गवर्नमेंट साथ में मिलकर भी मेडिकल कॉलेज खोलते हैं। इस तरह से, मेडिकल कॉलेज बढ़े, उस दिशा में प्रयास हो रहा है। यदि किसी भी राज्य सरकार की ओर से हमारे यहाँ प्रपोजल आएगा, तो हम तुरंत एग्जामिन करेंगे और मेडिकल कॉलेज के लिए एप्रूवल दे देंगे।
माननीय अध्यक्ष महोदय, मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि लास्ट ईयर हमने 37 नये मेडिकल कॉलेजेज के लिए एप्रूवल दिया है। इस साल भी एसेसमेंट चल रहा है। 89 नये मेडिकल कॉलेजेज खोलने के लिए आवेदन आए हैं। उनका इंस्पेक्शन हो रहा है, उनमें से जो एलिजिबल पाए जाएंगे, उनको भारत सरकार की ओर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए एप्रूवल दिया जाएगा ।
दुलाल चन्द्र गोस्वामी : माननीय अध्यक्ष महोदय, बिहार राज्य के अंतर्गत मेरा संसदीय क्षेत्र कटिहार है। कटिहार एक आकांक्षी जिला है । यह सीमांचल क्षेत्र में अवस्थित है। यहाँ असाध्य रोगों
के मरीजों को सही इलाज प्राप्त नहीं हो पाता है। यहाँ के लोगों को कटिहार से 400 किलोमीटर दूर पटना या दिल्ली, जो लगभग डेढ़ हजार किलोमीटर दूर है, जाना पड़ता है। इसके अलावा, लोगों को सही इलाज के लिए चेन्नई और मुम्बई भी जाना पड़ता है। इस क्षेत्र के लोगों की परेशानियों को देखते हुए, क्या स्वास्थ्य मंत्रालय कटिहार में एक अत्याधुनिक केन्द्रीय मेडिकल कॉलेज खोलने का विचार रखती है?
श्री मनसुख मांडविया : माननीय अध्यक्ष महोदय, भारत सरकार की ओर से, बिहार में दो एम्स की स्थापना के लिए कार्रवाई चालू की गई थी, जिसमें से एक एम्स पटना में ऑलरेडी चालू है और यह अच्छी तरह से लोगों की सेवा में लगा हुआ है। इसके अलावा, हमने फेज़-1, फेज़-2 और फेज़-3 में सभी को कहा था कि फर्स्ट कम, फर्स्ट बेसिस पर अपने कंसर्ल्ड देकर भारत सरकार को रेक्मेंड करेंगे, तो उनको हम मेडिकल कॉलेज देंगे। लेकिन बिहार की ओर से जो रेक्झेंडेशन आया था, उसको हमने दिया था । यदि अन्य राज्य सरकारें भी अपने यहाँ मेडिकल कॉलेज खोलना चाहते हैं और वे एनएमसी के पैरामीटर्स को पूरा करेंगे, तो हम अवश्य मेडिकल कॉलेज खोलेंगे ।
SHRI KODIKUNNIL SURESH: Thank you, Speaker, Sir. My question is regarding setting up of new medical colleges. As far as the norms of the Ministry in this respect are concerned, Kerala will not get any medical college. It is because all 14 districts of Kerala have a Government Medical College. As per the norms, the Government of India will not open any new medical college where already there is a medical college. It is according to my information.
Therefore, I would like to ask the hon. Minister, through you, Sir, whether the Government will consider Kerala as a special case and open any medical college with additional medical facilities. There is also a long pending demand of
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IPL 2021 का 14वां चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेला जाने वाला है। दोनों ही टीमों में धुरंधर बल्लेबाज मौजूद हैं, तो वहीं गेंदबाजों के भी क्या कहने। अब तक दो चैंपियन टीमों का आमना-सामना होगा, तो यकीनन इस मैदान पर बड़े-बड़े शॉट्स लगा सकते हैं। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन 8 रिकॉर्ड्स के बारे में बताते हैं, जो इस मैच में बन सकता है।
1- कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच अब तक कुल 25 मैच खेले गए हैं, जिसमें से 9 मैच केकेआर की टीम ने जीते हुए हैं और चेन्नई ने 15 जीत दर्ज की है। इस मैच में चेन्नई के पास केकेआर के सामने 16वीं जीत व केकेआर के पास सीएसके के सामने 10वीं जीत दर्ज कर सकते हैं।
2- मुंबई के वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम में दोनों टीमें पहली बार आमने-सामने होगी, इसलिए दोनों टीमों के पास एक-दूसरे के खिलाफ इस मैदान पर अपनी पहली जीत का मौका होगा।
3- सुरेश रैना अगर इस मैच में एक छक्का लगाते हैं, तो वह आईपीएल में 200 छक्के पूरे कर लेंगे। वह ऐसा करने वाले सातवें बल्लेबाज बन जाएंगे। उनसे पहले यह कारनामा कोहली, धोनी, रोहित, गेल, पोलार्ड और डीविलियर्स कर चुके हैं।
4- सुरेश रैना अगर इस मैच में 2 चौके लगाते है, तो वह आईपीएल में 500 चौके लगाने वाले चौथे बल्लेबाज बन जाएंगे। उनसे पहले यह कारनामा कोहली, धवन और वॉर्नर कर चुके हैं।
5- सुनील नारायण आईपीएल में अब तक 6 बार फोर विकेट हॉल ले चुके हैं। अगर वह इस मैच में भी फोर विकेट हॉल हासिल करते हैं, तो वह लसिथ मलिंगा के 6 फोर विकेट हॉल को पीछे छोड़ देंगे और आईपीएल में सबसे ज्यादा फोर विकेट हॉल लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे।
6- केकेआर के बल्लेबाज करुण नायर अगर इस मैच में 20 रन बनाते हैं, तो वह अपने आईपीएल करियर के 1500 रन पूरे कर लेंगे। वह आईपीएल में 1500 रन पूरे करने वाले 55वें बल्लेबाज बन जाएंगे।
7- चेन्नई सुपर किंग्स के शार्दुल ठाकुर अगर इस मैच में 1 विकेट हासिल करते हैं, तो वह आईपीएल में 50 विकेट लेने वाले 53वें गेंदबाज बन जाएंगे।
8- बिजली की रफ्तार से स्टंपिंग करने वाले महेंद्र सिंह धोनी अगर इस मैच में विकेट के पीछे 2 डिसमिसल करते हैं, तो वह आईपीएल इतिहास में 150 डिसमिसल करने वाले पहले विकेटकीपर बनेंगे।
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- "महंगाई के लगातार बढ़ने का जवाब नहीं है इनके(भाजपा) पास"
- "तमाम नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे लगा कर सरकार ने उन्हें जेल भेजा है"
UP News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों का हिस्सा करार देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई जैसे बुनियादी सवालों का जवाब देने से बचने के मकसद से जनता का ध्यान हटाने के लिए विपक्षी नेताओं को चिह्नित कर झूठे मुकदमों में जेल भेजा जा रहा है।
यादव ने साल 1998 में बलवा और चक्का जाम के एक मामले में गत जुलाई में जेल भेजे गए सपा विधायक रमाकांत यादव से जेल में मुलाकात की। रमाकांत से मुलाकात के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि रमाकांत को 20 साल से ज्यादा पुराने मामले में जानबूझकर सरकार के इशारे पर जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि लगातार उनके खिलाफ झूठे मुकदमे सरकार के इशारे पर दर्ज किए जा रहे हैं और सरकार चाहती है कि वह जेल से नहीं निकल पाएं।
सपा प्रमुख ने मामले को भाजपा की वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़ते हुए कहा, "देश में जो दिखाई दे रहा है, पता नहीं भाजपा क्यों 2024 की अभी से तैयारी कर रही है। विपक्ष के लोगों पर झूठे मुकदमे लगाना, उनके ऊपर प्रशासन से गलत कार्रवाई कराना, यह (भाजपा) 2024 की तैयारी कर रहे हैं। " उन्होंने कहा, "क्योंकि ये बेरोजगारी का जवाब नहीं देना चाहते, महंगाई क्यों लगातार बढ़ती चली जा रही है, उसका जवाब नहीं है इनके पास, इसीलिए जानबूझकर जनता का ध्यान हटाने के लिए और विपक्ष के नेता आवाज ना उठाएं इसीलिए उन्हें चिन्हित कर करके उन्हें झूठे मुकदमे में जेल भेजा जा रहा है। "
पूर्व मुख्यमंत्री ने दिल्ली में आप आदमी पार्टी सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ हुई कार्रवाई की तरफ इशारा करते हुए किसी का नाम लिए बगैर कहा "किसी पर भी झूठे मुकदमे लग सकते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स कह रहा है कि दिल्ली में शिक्षा बेहतर हुई है लेकिन सरकार स्वीकार नहीं कर पा रही है। देखिए क्या मुकदमा लगा दिया। " उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपना सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद और बड़ा फैसला लेकर सरकार के खिलाफ खड़ी दिखाई देगी। यादव ने कहा कि चाहे आजमगढ़ में रमाकांत यादव हो या रामपुर में आजम खां हों, दोनों पर झूठे मुकदमे लगाए गए। केवल इन दो नेताओं को नहीं, तमाम नेता हैं जिनके खिलाफ झूठे मुकदमे लगा कर सरकार ने उन्हें जेल भेजा है।
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- पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए इनका करें सेवन!
ग्रीन टी : चयापचय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसमें कैटेचिन पोलीफेनॉल्स पाई जाती है. इसमें कैलोरी नहीं होती और यह विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी और विटामिन बी युक्त होती है, जो मैगनीज का अच्छा स्रोत होती है. यह भूख को कम करती है और रक्त का थक्का बनने से रोक कर खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करती है. यह दिल की बीमारियों से बचाती है.
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संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित फिल्म 'संजू' इन दिनों काफी चर्चा में हैं। हाल ही में रिलीज हुआ फिल्म का टीजर दर्शकों को काफी पसंद आया था। इसके बाद फिल्म के दो पोस्टर भी सामने आ चुके हैं। संजय दत्त का किरदार कर रहे रणबीर कपूर की इस फिल्म के पोस्टर को संजय दत्त के फैंस ने ही नहीं बल्कि रणबीर सिंह के फैंस ने भी काफी पसंद किया था। अब 'संजू' का तीसरा पोस्टर रिलीज हो गया है।
फिल्म 'संजू' का तीसरा पोस्टर उनके बाकी दो पोस्टर से काफी अलग है। चूंकि इस फिल्म में संजय दत्त की जिंदगी के कई पहलुओं को दिखाया जाएगा। इसलिए 'संजू' के नए पोस्टर में रणबीर कपूर बड़े बालों वाले संजय दत्त के लुक में नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर को देखने के बाद आप यह कह सकते हैं कि इस पोस्टर में रणबीर सिंह संजय दत्त की 'खलनायक', 'सड़क' और 'साजन' जैसी फिल्मों के समय के लुक में नजर आ रहे हैं।
बात करें फिल्म 'संजू' में रणबीर कपूर के अलावा अन्य एक्टर की तो इस फिल्म में रणबीर कपूर के अलावा अनुष्का शर्मा, दिया मिर्जा, सोनम कपूर, मनीषा कोइराला, परेश रावल और विक्की कौशल जैसे स्टार्स प्रमुख भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म में संजय दत्त के बचपन से लेकर जेल में सजा काटने तक की हर घटना को बयां किया गया है।
आपको बता दें कि फिल्म 'संजू' का निर्देशन राजकुमार हिरानी ने किया है। इस फिल्म को बनाने में संजय दत्त ने राजकुमार हिरानी का पूरा साथ दिया। उन्होंने अपनी जिंदगी की पूरी कहानी को बड़ी ईमानदारी से बताया है। फॉक्स स्टार स्टूडियोज द्वारा प्रस्तुत फिल्म विधु चोपड़ा और हिरानी द्वारा सह-निर्मित है। यह फिल्म 29 जून को रिलीज होगी।
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देश में जारी किसानों आंदोलन को लेकर एक बाद एक अंतराष्ट्रिय प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इस मामले में अब अमेरिका की पहली प्रतिक्रिया आई है। अमेरिका ने कहा कि किसी भी देश में शांतिपूर्ण विरोध को लोकतंत्र की पहचान माना जाता है। कृषि कानूनों को लेकर हुए मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए।
वहीं सांसद हेली स्टीवेंस ने कहा, 'भारत में नए कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की खबर से चिंतित हूं। ' तो सांसद इलहान उमर ने भी प्रदर्शनकारी किसानों के प्रति एकजुटता दिखायी।
बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन पर अमेरिका की तरफ से ये प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब कई अंतराष्ट्रीय हस्तियों ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
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UP Politics यूपी एमएलसी चुनाव में सपा को मिली हार के बाद मायावती ने कहा कि चुनाव में सपा द्वारा दलित व ओबीसी उम्मीदवार को खड़ा करना हरवाना तथा ज्यादा संख्या बल होने पर इनकी अनदेखी करना सपा की षडयंत्रकारी नीति बताता है।
लखनऊ, जेएनएन। यूपी एमएलसी की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा के दोनों प्रत्याशियों के जीतने व सपा के दोनों प्रत्याशियों के हारने पर मायावती ने तंज कसते हुए सपा को षडयंत्रकारी बताया है। मायावती ने कहा कि सपा ने जानबूझकर दलित व ओबीसी उम्मीदवार को खड़ा किया और फिर उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी विधान परिषद की दो सीटों के लिए कल हुए उपचुनाव में, हार निश्चित होने के बावजूद, चुनाव में सपा द्वारा दलित व ओबीसी उम्मीदवार को खड़ा करना, हरवाना तथा ज्यादा संख्या बल होने पर इनकी अनदेखी करना यह साबित करता है कि इन वर्गों के प्रति सपा की षडयंत्रकारी नीति थोड़ी भी नहीं बदली।
सपा व इनकी रही सरकारों के दौरान इनकी ऐसी ही संकीर्ण व घृणित राजनीति से दलितों, अन्य पिछड़ों एवं अक्लियत समाज के लोगों का काफी अहित होता रहा है। इसीलिए आगे ऐसे नुकसान से बचने के लिए इन वर्गों के लोगों को हमेशा बहुत ही सावधान रहने की सख्त जरूरत है, बीएसपी की यह अपील।
बता दें कि विधान परिषद की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है। भाजपा के मानवेन्द्र सिंह व पदमसेन चौधरी विजयी हुए हैं। सपा को इस चुनाव में भी निराशा हाथ लगी है। मानवेन्द्र को 280 व सपा के रामजतन राजभर को 115 मत मिले हैं। एक मत अवैध हो गया। इसी प्रकार पदमसेन को 279 व सपा के रामकरन निर्मल को 116 मत मिले। इसमें भी एक मत अवैध हुआ। इस चुनाव में भाजपा के आगे विपक्ष बिखर गया। कांग्रेस व बसपा ने भी सपा का साथ नहीं दिया।
कांग्रेस के दो व बसपा के एक मात्र विधायक ने मतदान में हिस्सा ही नहीं लिया। ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा ने भी सत्ताधारी दल भाजपा का साथ दिया। रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने भी भाजपा प्रत्याशियों को वोट दिया। सिक्किम के राज्यपाल बनने के बाद भाजपा एमएलसी लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने इस साल 15 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। वहीं, बनवारी लाल दोहरे की 15 फरवरी को मृत्यु होने के बाद दोनों ही सीटें रिक्त हो गईं थीं। लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था, जबकि बनवारी लाल दोहरे का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक था।
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विदेशी नंबर से व्हाट्सएप (Whatsapp) पर हो सकता है आपको भी कोई मिस कॉल आया हो या मैसेज में घर बैठे काम करने का ऑफर दिया गया हो. पिछले दो हफ्ते से कई व्हाट्सएप यूज़र्स ने इस बारे में शिकायत की हैं. खासतौर पर ऐसा उन यूज़र्स के साथ ज़्यादा हो रहा है जो व्हाट्सएप का बिज़नेस अकाउंट चलाते हैं. मैसेज या कॉल करने वाले लोग लोग आमतौर पर "घर से काम" (Work from Home) करने का ऑफ़र देते हैं जिसमें उनसे कहा जाता है कि उन्हें ऑनलाइन कुछ प्रॉडक्ट्स को लाइक करना होगा और इसके बदले में उन्हें पैसा दिया जाएगा. इसी बीच यूज़र्स के साथ ठगी हो जाती है.
ढेरों शिकायतों के बाद सरकार ने भी अब इस ओर ध्यान दिया है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार इस बारे में व्हाट्सएप को नोटिस भेजेगी. वहीं व्हाट्सअप के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने अपने आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग सिस्टम को बेहतर किया है और इससे ये स्पैम कॉल्स आना 50 फीसदी तक कम हो जाएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स में चंद्रशेखर ने कहा कि देश में इस तरह के क्लोन नंबर बनाने वाले प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने के लिए आईटी मंत्रालय दूरसंचार विभाग के साथ काम करेगा. अगर कोई प्लेटफॉर्म (व्हाट्सएप) किसी को फर्जी मोबाइल नंबर केअकाउंट बनाने की अनुमति दे रहा है तो ज़रूर इसमें मौलिक रूप से कुछ गलत है.
कैसे होता है घोटाला?
इस घोटाले में आम तौर पर व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर मिस्ड कॉल का जवाब देने वाले व्यक्ति को या मैसेज करके यूट्यूब वीडियो लाइक करने या गूगल (Google) पर अच्छा रिव्यू लिखने के लिए कहा जाता है. इसके बदले उन्हें पैसे देने का वादा किया जाता है. स्कैमर उस व्यक्ति को शुरुआत में कुछ पैसे भी देता है जिसके बाद उसे टेलीग्राम ऐप पर किसी ग्रुप में शामिल कर लिया जाता है. यहां उस व्यक्ति से बड़े भुगतान के लिए कुछ पैसे निवेश करने के लिए कहा जाता है. लेकिन एक बड़ी राशि का निवेश करने के बाद उस व्यक्ति को ग्रुप से ब्लॉक कर दिया जाता है. फिर उसके पास कोई ऐसा ज़रिया नहीं होता जिससे वो उस व्यक्ति को खोज पाए.
कहां-कहां फैले हैं तार?
ये लाखों-करोड़ डॉलर की इंडस्ट्री है और ये लोग ऐसी वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं जो किसी भी देश का वर्चुअल नंबर बना देती हैं. टेलीग्राम और ईबे जैसे प्लेटफॉर्म पर ऐसे नंबर बनाने वाले लोगों की अच्छी खासी भरमार है. ऐसे ही घोटाले से जुड़े एक व्यक्ति ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को smscodes. io नाम के एक प्लेटफॉर्म के बारे में बताया जिसके ज़रिए अमेरिका, ब्रिटेन, पोलैंड, फिलीपींस, इंडोनेशिया और माली सहित कई देशों के फोन नंबर बनाए जा सकते थे. फिर इन नंबरों से व्हाट्सएप पर अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी की जाती है क्योंकि इन नंबरों को पीछे किसी व्यक्ति की जानकारी नहीं होती है इसलिए उन्हें पकड़ना भी मुश्किल हो जाता है.
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जिला प्रशासन आम श्रद्धालुओं के लिए परेशानी मुक्त दर्शन प्रदान करने के उपाय कर रहा है।
विशाखापत्तनम : आम श्रद्धालुओं को परेशानी मुक्त दर्शन की सुविधा देने के दबाव के बावजूद उन्हें हर साल मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हालांकि इस बार देखना होगा कि आम श्रद्धालुओं को हर साल की तरह किसी तरह की परेशानी से निजात मिल पाती है या नहीं। यहां तक कि श्री वराह लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी देवस्थानम के अधिकारी 23 अप्रैल को निर्धारित 'चंदनोत्सवम' के लिए विस्तृत व्यवस्था कर रहे हैं, जिला प्रशासन आम श्रद्धालुओं के लिए परेशानी मुक्त दर्शन प्रदान करने के उपाय कर रहा है।
मंदिर की परंपरा का पालन करते हुए ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष व उनके परिवार के सदस्यों को प्रथम दर्शन दिए जाएंगे। उत्सव के दौरान, ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष और बंदोबस्ती मंत्री भगवान नरसिम्हा स्वामी को सुबह 3 से 3. 30 बजे के बीच रेशमी वस्त्र भेंट करते हैं।
बाद में, सुबह 3. 30 बजे से 4. 30 बजे के बीच वीवीआईपी दर्शन की सुविधा दी जाएगी, जिसके बाद भक्तों को सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक मुफ्त दर्शन उपलब्ध होंगे। दर्शन का समय टिकटों पर छपा होता है। आवंटित स्लॉट समय के अनुसार, भक्तों को कतार में लगने की अनुमति है।
अभी तक, वीवीआईपी और प्रोटोकॉल दर्शन के लिए सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच और फिर सुबह 8 से 10 बजे के बीच दो स्लॉट आवंटित किए जाते हैं। इस दौरान दो पहिया व चार पहिया वाहनों के लिए अपहिल व डाउनहिल दोनों जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है तथा वाहन पार्किंग के लिए 16 स्थान आवंटित किए गए हैं।
आम श्रद्धालुओं के लिए 4. 8 किलोमीटर लंबी कतार लगाई गई है। इसके अलावा, 300 रुपये के टिकट के लिए लगभग 2 किलोमीटर लंबी कतार और 1,000 रुपये के टिकट के लिए आधा किलोमीटर लंबी कतार और 1,500 रुपये की सुविधा दी गई है।
लगभग 27,000 भक्तों को एक बार में समायोजित करने के लिए छाया के साथ कतारें उपलब्ध कराई गई हैं। एक रैंप की व्यवस्था की गई है ताकि भक्तों को 'नीलाद्री गुम्मम' के दर्शन करने में परेशानी न हो। श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए अधिकारियों को हर 20 मीटर पर वाटर प्वाइंट बनाने के निर्देश दिए। जोर प्लास्टिक के उपयोग से बचने और कागज के गिलास के माध्यम से पानी की आपूर्ति करने पर भी है।
चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विभिन्न स्थानों और पैदल पथ पर चिकित्सा शिविर लगाएं। जीवीएमसी आयुक्त सीएम साईकांत वर्मा ने अधिकारियों को 'निजारूप दर्शन' प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं को पीने का पानी और ओआरएस उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अधिकारियों को मंदिर और प्रसाद वितरण काउंटरों पर सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ श्रद्धालुओं में जागरूकता पैदा करने के निर्देश दिए।
इस बीच, निजरूप दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करते समय कई लोगों को तकनीकी गड़बड़ी का सामना करना पड़ा। यद्यपि राशि संबंधित खाते से डेबिट की गई थी, लेकिन टिकट नहीं बनाया जा सका। दो दिनों से हो रही समस्या के बावजूद संबंधित अधिकारी अभी तक इसे ठीक नहीं कर पाए हैं।
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पिछले कुछ महीनों में वैश्विक स्तर पर पीसी की मांग में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आईडीसी की नई रिपोर्ट के अनुसार, 2020 की दूसरी तिमाही में वैश्विक स्तर पर पीसी शिपमेंट में 11. 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि महामारी के कारण लोग वर्क फ्रोम होम को प्राथमिकता दे रहे हैं, इसी ट्रेंड के कारण लैपटॉप और पीसी की मांग बढ़ोतरी देखी गई।
IDC का कहना है कि इस अवधि के दौरान 72. 3 मिलियन (यानी 7. 23 करोड़) यूनिट्स बेचे गए थे, जिसमें लैपटॉप, वर्कस्टेशन और डेस्कटॉप शामिल थे। दिलचस्प बात यह है कि यूरोप, मिडिल-ईस्ट और अफ्रीका (ईएमईए) और संयुक्त राज्य अमेरिका में बिक्री में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह संभव है कि भारत के लिए बिक्री के आंकड़ों में इस वर्ष बाद की तीसरी तिमाही में बेहतर संख्या दिखाई दे।
सेगमेंट में लीडिंग ब्रांडों कौन सा है इस बारे में आईडीसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि एचपी 25 प्रतिशत शेयर के साथ चार्ट में टॉप पर बना हुआ है। लेनोवो 24. 1 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बहुत पीछे नहीं है। और डेल 16. 1 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ टॉप 3 में आखिरी स्थान पर है।
इस अवधि के दौरान एपल लगभग 55 लाख इकाइयों को बेचने में सफल रहा, जिससे उसे 7 प्रतिशत से अधिक की बाजार हिस्सेदारी मिली। एसर ने अपने 6. 7 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ टॉप 5 में शामिल हुआ।
IDC का कहना है कि इन पांच विक्रेताओं ने ओवरऑल पीसी की बिक्री में 80 प्रतिशत का योगदान दिया। लेकिन आने वाले वर्षों में बाजार में बदलाव की उम्मीद की जा सकती है। क्योंकि शाओमी, ऑनर समेत कुछ अन्य ब्रांड्स भी है जो मार्केट में एंट्री कर लाइनअप को रीफ्रेश कर सकते हैं। हालांकि, आईडीसी का कहना है कि जुलाई के बाद पीसी की मांग फिर से घटने की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि दुनिया भर में स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के कारण मांग में कमी आएगी।
मोबाइल की तुलना में, भारत पीसी की मांग अन्य देशों से काफी पीछे है। खरीदार सबसे ज्यादा 40,000 रुपए से कम के सेगमेंट पर फोकस करते हैं, लेकिन हम नए ब्रांडों और टेक्नोलॉजी के सस्ती होने के साथ रुझानों में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। शाओमी ने हाल ही में देश में एमआई नोटबुक लॉन्च किया है जो लेटेस्ट इंटेल 10th जनरेशन के चिपसेट से लैस है। अन्य ब्रांडों भी इसी ट्रेंड को फॉलो कर रहे है, जिससे खरीदारों को चुनने के लिए अधिक विकल्प मिलेंगे।
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बीकानेर का करमीसर गांव। यहां हर घर में प्रोफेशनल साइक्लिस्ट हैं। करीब 4 हजार आबादी वाले इस गांव में अभी 50 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल साइक्लिस्ट हैं। कुछ रिटायरमेंट के बाद युवा पीढ़ी को तैयार करने में जुटे हैं। गांव में दिनभर खेल और प्रोफेशन के नाम पर साइक्लिंग की चर्चा होती रहती है। यही वजह है कि 11 से 15 दिसंबर तक गुवाहाटी में जाे नेशनल ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप होगी, उसमें राजस्थान से 30 से ज्यादा साइक्लिस्ट हिस्सा लेंगे। इनका हाल में जयपुर के एसएमएस स्टेडियम स्थित साइक्लिंग वेलोड्रम पर ट्रायल हुआ।
इस ट्रायल में सबसे ज्यादा करमीसर गांव के साइक्लिस्टों ने दावेदारी पेश की है। राजस्थान टीम में 32 साइक्लिस्टों का चयन हुआ है, इसमें से 28 बीकानेर से हैं। इस गांव के युवा हमेशा से साइकिलिंग काे लेकर इतने जुनूनी नहीं थे। साल 1979 में बीकानेर के गुरु रामदेव शर्मा ने महाराजा करनी सिंह स्टेडियम में साइकिल वेलोड्रम तैयार किया। तब ग्रामीणों ने शौकिया तौर पर साइकिलिंग शुरू की, लेकिन इसे प्रोफेशन नहीं बनाया। यह ट्रैक 2002 के बाद काम में नहीं आ सका, लेकिन युवाओं को इसके बूते कॅरिअर का नया ट्रैक मिल गया। प्रदेशभर में कहीं भी साइकिलिंग का कम्पीटिशन होता तो इस गांव के युवा हमेशा बाजी मारते।
स्टेट-नेशनल और इंटरनेशनल मेडल जीते तो नौकरी में भी फायदा मिलने लगा। इसी ट्रैक से 50 से ज्यादा युवा नेशनल और इंटरनेशनल लेवल में खेल चुके हैं। खेल कोटे से इनमें से आधे लोगों को रोजगार भी मिला। इसलिए अब पूरे गांव ने साइकिलिंग को प्रोफेशन की तरह देखना शुरू कर दिया। हाल में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में नया साइकिल वेलोड्रम बन रहा है। हालांकि, इसकी गुणवत्ता खराब होने के कारण इसकी मरम्मत हो रही है लेकिन युवा हाईवे और अन्य जगह साइकिलिंग की प्रैक्टिस करते देखे जा सकते हैं।
गांव के एक तिहाई लोग साइक्लिंग से जुड़े हैं। अब तक 7 प्लेयर्स को महाराणा प्रताप पुरस्कार मिल चुका है। 10 से ज्यादा इंटरनेशनल और 50 से ज्यादा नेशनल लेवल के साइक्लिस्ट हैं। स्पोर्ट्स कोटे से 15 साइक्लिस्ट रेलवे, 4 राजस्थान पुलिस, 5 इंडियन आर्मी में कार्यरत हैं। राजस्थान का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करने वाले पहले साइक्लिस्ट गणेश सुथार इसी गांव के हैं, जिन्होंने एशियन गेम्स 1982 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित दयालाराम जाट, इसी गांव के इंटरनेशनल साइक्लिस्ट हैं। लंदन में हुए कॉम्नवेल्थ 2022 में भारतीय टीम के कोच रहे हैं। दयालाराम ने बताया- गुरु रामदेव का गांव के पास ही ट्रेनिंग सेंटर था। जब छोटे थे तो उन्हें साइक्लिंग करते और कराते देखा। मैं 20 साल से साइक्लिंग कर रहा हूं। 40 से ज्यादा नेशनल और 3 बार इंटरनेशनल खेल चुके हैं।
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इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सोमवार को राज्य के स्कूलों से 2020-21 के लिए बच्चों की 15 प्रतिशत फीस वापस करने को कहा, जब महामारी के कारण ऑफलाइन कक्षाएं आयोजित नहीं की जा सकीं।
मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति जे. जे. मुनीर की पीठ ने कहा कि सत्र 2020-21 में ली जाने वाली कुल फीस का 15 प्रतिशत अगले सत्र में समायोजित करना होगा। कोरोना काल में ली जा रही स्कूल फीस के नियमन को लेकर कई अभिभावकों की ओर से याचिका दायर की गई थी।
कोर्ट में याचिकाकर्ता अभिभावकों की ओर से इस बात पर जोर दिया गया कि वर्ष 2020-21 में निजी स्कूलों में ऑनलाइन ट्यूशन के अलावा कोई सेवा नहीं दी गई। इस प्रकार, निजी स्कूलों द्वारा ट्यूशन फीस से एक रुपया भी अधिक वसूलना और कुछ नहीं बल्कि शिक्षा का मुनाफाखोरी और व्यावसायीकरण है।
याचिकाकर्ताओं ने अपने समर्थन में भारतीय स्कूल, जोधपुर बनाम राजस्थान राज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का भी हवाला दिया है, जिसमें कहा गया है कि निजी स्कूल बिना कोई सेवा प्रदान किए फीस की मांग करना शिक्षा में मुनाफाखोरी के बराबर है।
हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक स्कूल छोड़ चुके बच्चों को साल 2020-21 में ली गई फीस का 15 फीसदी स्कूलों को वापस करना होगा। इस पूरी प्रक्रिया को करने के लिए हाईकोर्ट ने सभी स्कूलों को 2 महीने का समय दिया है। सभी याचिकाओं पर छह जनवरी को सुनवाई हुई थी और फैसला सोमवार को आया है।
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इस वीडियो में न्यूज़क्लिक की टीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोद लिए आदर्श गांवों (जयापुर, नागेपुर, डोमरी,ककरहिया) से रिपोर्ट कर रही है। ये सारे गांव उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी (बनारस) लोकसभा के अन्तर्गत आते हैं।
मोदी सरकार द्वारा चलायी गयी उज्ज्वला योजना इन गांवों में पूरी तरीक़े से विफ़ल दिख रही है। यहाँ के अधिकतर लोगों का कहना कि उन्हें अभी तक उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत कोई गैस सिलिंडर नहीं मिला है और जिनको मिला है उनको फिर से भरवाने में दिक़्क़तें आ रही हैं।
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सनसनी : शिवहर में मुखिया पति की गोली मार हत्या. .
sheohar:-पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ आपराधिक घटनाएं लगातार हो रही है. इस कड़ी में शिवहर में मुखिया पति की गोली मार हत्या कर दी गई है.
हत्या की यह घटना शिवहर जिले के श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के रोहुआ पंचायत की है. यहां की मुखिया मुन्नी देवी के पति सुबोध राय को बाइक सवार अपराधियों ने रामवन गांव में ताबड़तोड़ गोली मार दी जिसकी वजह से मुखिया पति की मौत हो गई. इस हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गोली लगते ही सुबोध राय गिर पड़े,उसके बाद कुछ लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया. . वहां के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई है.
इस वारदात पर एसपी अनंत कुमार राय ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। बाइक सवार बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए सभी थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग शुरू कर दी गई है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा।
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इस लेख में, हम व्लादिमीर नाबोकोव के सबसे परिवादात्मक कार्य के बारे में बात करेंगे - उपन्यास "लोलिता।" पुस्तक का संक्षिप्त विवरण हमारे लिए मुख्य विषय होगा।
काम मूलतः पर लिखा गया थाअंग्रेजी और 1 9 55 में प्रकाशित नबोकोव ने बाद में उसे रूसी में अनुवाद किया काम 20 वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ उपन्यासों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है। वैसे, उपन्यास का पहला संस्करण प्रकाशन घर से वापस ले लिया गया था, और इस पुस्तक को अश्लील साहित्य के कारण फ्रांस, इंग्लैंड और अन्य कई देशों में प्रतिबंधित किया गया है।
काम एक उपन्यास-कबुलीकरण, लेखक के रूप में लिखा गया हैजो हंबरटी है, जो जेल में है। और 1 9 47 की गर्मियों में उन्होंने जिन घटनाओं का वर्णन किया था इससे पहले 10 साल तक, वह पेरिस में रहता था और शादी कर ली थी, लेकिन उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया और उसके प्रेमी से भाग गया। हिम्बत ने खुद अमेरिका के लिए जाने के लिए इस पर फैसला किया। यहां वह श्रीमती चार्लोट धुंध के घर में एक कमरा किराए पर लेती हैं, जिसकी बारह साल की बेटी की डोलोरेस-लो या लोलिता थी।
काम का सारांश "लोलिता"जुनून के वर्णन से भरा है जो कि नायिका लोलिता के लिए लगता है लेकिन यहां वह क्षण आया जब लड़की को ग्रीष्मकालीन शिविर में भेजने का फैसला किया गया। उसी समय, उसकी मां, शेरोट, हंबरट को एक पत्र लिखती है, जिसमें उन्होंने अपना प्यार कबूल किया और उसे एक किरायेदार न होने का निमंत्रण दिया, लेकिन एक रूममेट नायक इस प्रस्ताव को स्वीकार करता है और उससे विवाह करता है, सोच रहा है कि उस क्षण से कुछ भी नहीं लोलिता के साथ अपने संचार को रोकेगा।
लेकिन फिर पता चला कि शेर्लोट ने भेजने का निर्णय लियालो बोर्डिंग हाउस में, और फिर - कॉलेज बीवर्ड्स में हंबर्ट की सभी उम्मीदें एक पल में ढह गई हैं। एक बार, जब वह और चार्लोट एक जंगल झील में तैरने के लिए गए, हंबर्ट ने लगभग अपनी पत्नी को डूबने का फैसला नहीं किया। लेकिन पड़ोसी-कलाकार ने उनकी योजनाओं को रोक दिया था, जो उन्हें देख रहे हैं।
जल्द ही चार्ल्सट डायरी हंबरट के हाथों में,जहां वह लोलिता के लिए अपनी भावनाओं का वर्णन करता है। घोटाला खेला जाता है। हंबरट नहीं जानता कि क्या करना है। शार्लोट क्रोध और आंसुओं में अपार्टमेंट से बाहर चला जाता है और गलती से कार के नीचे आता है।
सब कुछ हुआ, वह लोलिता के ग्रीष्मकालीन शिविर में थी। सारांश बताता है कि कैसे उसकी पत्नी हंबरट के अंतिम संस्कार के बाद लड़की ले जाती है और उसे बताती है कि उसकी मां अस्पताल में है।
हंबरट एक शहर से दूसरे शहर में जाने का फैसला करता हैलो के साथ अन्य। वह लड़की को होटल में लाता है, सारी रात वह वासना और डर से पीड़ित होती है। और सुबह में लोलिता उठती है और अपने सौतेले पिता को खुद को seduces। यह पता चला है कि वह एक कुंवारी नहीं है।
उसके बाद, हंबरट लो को उसके बारे में सच्चाई बताता हैमां। अगले वर्ष वे होटल और होटलों में रहने वाले अमेरिका की यात्रा करते हैं। नतीजतन, नायक लड़की को देश के पूर्व में बेर्ड्सले में ले जाने का फैसला करता है, जहां वह एक निजी जिमनासियम में पढ़ाई करेगी।
1 जनवरी, 1 9 4 9 अपना 14 वां दिन मनाता हैलोलिता का जन्म सारांश हमें दिखाता है कि इसके साथ हुए बदलाव - यह अब एक निमंत्रण की तरह दिखता नहीं है, इसकी शब्दावली में बहुत सारी अशिष्टता और श्राप हैं। इसके अलावा, लुओ हंबरट से पैसा निकालता है और इसे स्टोर करता है। नायक को संदेह है कि लड़की उससे बचना चाहती है।
1 9 4 9 की गर्मियों में, उन्होंने लोलिता को जिमनासियम से बाहर ले लिया,अपनी नई यात्रा शुरू करता है। हंबर ने विचारों और संदेहों से पीड़ित - ऐसा लगता है कि लो उस पर धोखा दे रहा है। किसी भी तरह वह उनके पीछे कार को नोटिस करता है। नायक यह नहीं समझ सकता कि यह कौन है - लोलिता का एक निजी जासूस या प्रेमी।
"लोलिता" - एक पुस्तक (लेख में एक संक्षिप्त सारांश प्रस्तुत किया गया है) बल्कि संदिग्ध है। नायकों और खलनायकों, संतों और पापियों को यहां खोजना बहुत मुश्किल है, जिसे निम्नलिखित एपिसोड द्वारा पुष्टि की जाती है।
एल्फिंस्टन में लड़की गंभीर रूप से बीमार है, उसेअस्पताल ले जाओ जल्द ही, हंबॉल्ट का स्वास्थ्य भी खराब हो जाता है। पुनर्प्राप्ति, नायक लोलिता के लिए अस्पताल आता है, लेकिन यह पता चला है कि उसकी पूर्व संध्या पर पहले से ही "चाचा" लिया गया था।
लोलिता हंबरट के जीवन से तीन के लिए गायब हो गईआधा साल पहले वह लो की तलाश में था, फिर लगभग पागल हो गया, तीस साल की रीता से मुलाकात की, जिसने उसे बचाया। तब वर्ष नायक ने कैंट्रीप विश्वविद्यालय में काम किया। और यहां न्यूयॉर्क में 1 9 53 में उन्हें लो से एक पत्र प्राप्त हुआ। उसने बताया कि वह विवाहित है और एक बच्चे की उम्मीद है। पति के साथ वे अलास्का जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें कर्ज चुकाना होगा, लेकिन बिल्कुल कोई पैसा नहीं है।
हंबरट लोलिता की तलाश में है, जो एक ढेर में रहता हैएक बधिर पति के साथ, युद्ध के एक अनुभवी। लड़की कहती है कि उसे एक प्रसिद्ध नाटककार द्वारा अपहरण कर लिया गया था, जिसे वह जिमनासियम में अभी भी मिले थे। वह उसे खेत में लाया, जहां दवाएं, शराबीपन, विकृति और अंगूठे उसके लिए इंतजार कर रहे थे। लोलिता ने भाग लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उसे सड़क पर फेंक दिया गया। इस पल से, कठिन दिन शुरू हो गए, वह पैनीज़ में बाधित थी, अपने भविष्य के पति से मुलाकात की, और इस भयानक जगह में भी था।
हंबरेट लोलिता पैसे छोड़ देता है - वह घर से आय जो उसने अपनी मां से छोड़ी थी, और नाटककार की तलाश में जाती है।
उपन्यास "लोलिता" खत्म हो रहा है। अध्यायों का सारांश वर्णन करता है कि कैसे हंबर को नाटककार मिला और एक कठिन संघर्ष के बाद उसे मार डाला।
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Delhi Flood : दिल्ली की सड़कें बनीं तालाब, भारी बारिश से कई जगहों पर भरा पानी । News18 IndiaDelhi Flood: After the heavy rains in Delhi in the past and the release of water from Hathnikund barrage, the Yamuna has come in spate. Yamuna river water is flowing above the danger mark. Many residential areas of the national capital have been flooded. There is hue and cry all around. People are forced to leave their homes. Delhi Flood : दिल्ली में बीते दिनों हुए भारी बारिश और हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना ऊफान पर आ गई है. यमुना नदी का पानी का खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. राष्ट्रीय राजधानी के कई रिहायसी इलाकों में पानी भर गया है. चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है. लोग अपने आशियाने को छोड़कर जाने को मजबूर है.
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राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में मिले राष्ट्रीय पुरस्कारों पर खुशी जाहिर करते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि ग्लोबल मीडिया प्रचार से प्रदेश के पर्यटन को विशिष्ट पहचान मिली हैं।
श्रीमती राजे ने राज्य को पयर्टन क्षेत्र में मिले पुरस्कारों पर आज यहां यह बात कही। गत दिनों नई दिल्ली में मिले इन पुरस्कारों को राज्य की पर्यटन मंत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन) एन सी गोयल ने मुख्यमंत्री कार्यालय में श्रीमती राजे को सौंपे। इस पर उन्होंने राज्य को मिले राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कारों को प्रदेश में सबके लिए गौरव का विषय बताया।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री के जे अलफोन्स ने पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए पिछले दिनों आयोजित समारोह में राजस्थान पर्यटन विभाग को दो राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कारों से सम्मानित किया था। साथ ही तीन अन्य श्रेणियों में भी राजस्थान को पुरस्कार प्रदान किये गये थे।
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हरियाणा में इस बार बीजेपी की डगर कुछ मुश्किल दिखाई पड़ती है। दो बार की सत्ता विरोधी लहर है, किसानों का प्रदर्शन, पहलवानों की नाराजगी और इसके ऊपर दुष्यंत चौटाला के साथ अनबन की खबरें आने लगी हैं। ये किसी भी सूरत में हरियाणा जैसे अहम राज्य में बीजेपी के लिए अनुकूल स्थिति नहीं मानी जा सकती। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जाट आंदोलन ने सत्ता गंवाने की कगार पर ला दिया था, इस बार फिर कई प्रदर्शनों ने खतरे की घंटी बजा दी है। अब इस घंटी की गूंज बीजेपी के कानों में पड़ी है, उसने इसका एक तोड़ भी निकाला है।
मंदिर पॉलिटिक्स बीजेपी की हिंदुत्व विचारधारा के साथ सटीक बैठता है, पार्टी ने जब से अपना सियासी सफर शुरू किया है, इस मुद्दे ने उसे हर बार अच्छे परिणाम दिए हैं। अब जब हरियाणा में माहौल कुछ खिलाफ लग रहा है, पार्टी फिर उस पुराने मुद्दे की ओर बढ़ चली है। असल में विश्व हिंदू परिषद एक नई मुहिम शुरू कर रही है- जाने अपने मंदिर, इसकी एक अलग वेबसाइट भी बनाई जा रही है। अब शुरुआत वीएचपी कर रहा है, लेकिन समर्थन बीजेपी का है। दिल्ली में बकायदा कल एक बड़ा कार्यक्रम होने वाला है। हरियाणा के बीजेपी इनचार्ज से लेकर कई दूसरे बड़े नेता शिरकत करने वाले हैं। पूरी तैयारी है कि इस इवेंट को बड़ा बनाया जाए, सीधे-सीधे जनता के बीच में इसे चर्चा का विषय बनाया जाए।
क्या है ये टेंपल प्रोजेक्ट, बीजेपी के लिए क्यों जरूरी?
इस मुहिम के जरिए देश के जितने भी बड़े मंदिर हैं, उनकी सारी जानकारी दी जाएगी, कैसे जा सकते हैं, ये बताया जाएगा, उनका इतिहास क्या रहा है, इस पर रोशनी रहेगी। इसमें दिल्ली के पौराणिक मंदिरों को शामिल किया जाएगा, चुनावी राज्य हरियाणा पर फोकस रहेगा, कुछ दूसरे राज्यों की जानकारी भी दी जाएगी। यानी कि बिना मंदिर जाए लोगों को फिर हिंदुत्व की धरा से जोड़ा जाएगा।
रेसलर्स के प्रदर्शन से क्या कनेक्शन?
वैसे जिस कार्यक्रम के जरिए बीजेपी सियासी हवा को बदलना चाहती है, उसमें सांसद और पूर्व रेसलर बबीता फोगाट को भी शामिल किया गया है। इसके सियासी मायने निकला लाजिमी है, इसी तरह राम जन्मभूमि के साथ जुड़ा रहा विश्व हिंदू परिषद भी कार्यक्रम में शिरकत करेगा। सवाल ये उठता है कि क्या बीजेपी हरियाणा में मुद्दे को बदलना चाहती है? क्या जनता के बीच में नेरेटिव सेटिंग का काम हो रहा है? राजनीतिक जानकार हां बोलते हैं, लेकिन बीजेपी वाले ना में जवाब देते हैं।
अब बीजेपी के लिए ये मंदिर पॉलिटिक्स वाला नेरेटिव मायने रखता है क्योंकि इस समय उसका जमीन पर समीकरण कुछ बिगड़ता नजर आ रहा है। असल में हरियाणा की राजनीति में जाट सबसे ज्यादा सक्रिय माने जाते हैं, 30 से 35 विधानसभा सीटों पर तो उनका सीधा प्रभाव है। लेकिन इस वर्ग का दिल जीतने के लिए बीजेपी के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं, कांग्रेस भूपेंद्र हुड्डा के सहारे आगे बढ़ रही है। इसी तरह मुस्लिम मतदाता मजबूती के साथ कांग्रेस के साथ खड़ा है, दलित वोटबैंक में भी सेंधमारी करने की तैयारी है। अब इस स्थिति में बीजेपी अपने रटे रटाय फॉर्मूले पर आगे बढ़ने की तैयारी कर रही है, सफल कितनी रहती है, ये आने वाले समय में साफ होगा।
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जापान की मल्टीनेशनल इलेक्ट्रॉनिक कंपनी Nintendo जल्दी ही अपने स्विच गेमिंग कंसोल को लांच करने वाली है. जिसे 3 मार्च को लांच किया जायेगा. बताया गया है कि स्विच गेमिंग कंसोल को Nintendo द्वारा एक इवेंट के दौरान पेश किया जायेगा. हाल में इसकी कीमत और उपलब्धता के बारे में मिली जानकारी में इसकी कीमत $299. 99 (करीब 20,000 रुपए) बताई गयी है. वही अमरीकी (न्यूयॉर्क) में इसके प्री आर्डर शुरू हो गए है.
इस नए स्विच गेमिंग कंसोल को खास तरीके से बनाया गया है जिसमे 6. 2 इंच की 1280 x 720 पिक्सल रेसोलुशन को सपोर्ट करने वाली मल्टी-टच कैपेसिटिव टच स्क्रीन के साथ एम्बिएंट लाइट सेंसर और 32जीबी की इंटरनल मैमोरी दी गयी है. इसके साथ ही इसमें NVIDIA का गेमिंग ग्राफिक कार्ड्स व NVIDIA GPU भी दिया गया है.
पावर के लिए इसमें एक दमदार बैटरी दी गयी है जो एक बार चार्ज करने पर 6 घंटों का लगातार बैटरी बैकअप देने में सक्षम है. यह यूज़र्स के लिए खास तौर पर बनाया गया है, जिसमे उन्हें एक अलग अहसास होगा.
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नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को घोषणा की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत देश में रक्षा वस्तुओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर रोक लगाई जाएगी।
सिंह ने ट्वीट किया कि रक्षा मंत्रालय 'आत्मनिर्भर भारत' पहल को आगे बढ़ाने के लिए अब बड़े कदम उठाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में रक्षा संबंधी निर्माण बढ़ाने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर रोक लगाएगी और इस फैसले से भारतीय रक्षा उद्योग को बड़े अवसर मिलेंगे। सिंह ने कहा कि आयात प्रतिबंधों के लिए चिह्नित की गई 101 रक्षा वस्तुओं की सूची में तोप, असॉल्ट राइफल, परिवहन विमान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 101 रक्षा वस्तुओं के आयात पर रोक लगाने की योजना 2020 से 2024 के बीच चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित होगी।
सिंह ने टि्वटर पर कहा कि आयात पर प्रतिबंध के लिए चिह्नित सैन्य वस्तुओं के घरेलू स्तर पर उत्पादन की समयसीमा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे तथा आयात पर प्रतिबंध के लिए और भी रक्षा उपकरणों को चरणबद्ध तरीके से चिह्नित किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने बताया कि सरकार ने 2020-21 के लिए पूंजीगत खरीद बजट को घरेलू और विदेशी खरीद के बीच दो भागों में आवंटित किया है। सिंह ने कहा कि बजट 2020-21 में घरेलू पूंजीगत खरीद के लिए करीब 52,000 करोड़ रुपये का पृथक मद तैयार किया गया है।
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बुधवार को, सीरियाई सरकार ने कहा कि वाशिंगटन इराक पर दबाव डाल रहा है, दमिश्क और बगदाद के बीच आतंकवादियों के बीच समन्वय को रोकने की कोशिश कर रहा है।
"देश हम पर दबाव डाल सकते हैं, लेकिन हम जो निर्णय लेते हैं, वे हमारे अपने हितों पर आधारित होते हैं। सभी प्रकार की नीतियों में से, आईएस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई सभी के लिए सर्वोपरि होनी चाहिए, "फेली ने कहा।
इस बीच, इराक में ही सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक डिप्टी ग्रुप बनाया जा रहा है। इसके निर्माण का उद्देश्य इराक में आतंकवाद विरोधी अभियान के विस्तार के अनुरोध के साथ रूस का रुख करने के लिए देश के नेतृत्व को राजी करना है।
"राष्ट्रीय गठबंधन के कर्तव्यों ने संसदीय दबाव समूह बनाने के लक्ष्य के साथ अन्य राजनीतिक क्षेत्रों के सहयोगियों की ओर रुख करना शुरू कर दिया, जो सरकार से इस्लामिक स्टेट पर हवाई हमले करने में रूसी सहयोग के अनुरोध के साथ आगे आने का आग्रह करेगा, साथ ही इराकी सैन्य संयंत्रों को बहाल करेगा"- अर-राबिया के राष्ट्रीय गठबंधन के प्रतिनिधि मुअफ्फाक ने कहा।
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Tagg Verve plus को चौकोर डॉयल में पेश किया गया है। इसे बनाने में Zinc Alloy मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। स्मार्टवॉच को 100 से ज्यादा वॉच फेस के पेश किया गया है। यह एक गुड लुकिंग वाली स्मार्टवॉच है। हालांकि स्मार्टवॉच में काफी सारे मोटे बेजेल्स दिये गये हैं, जो इसकी प्रीमियम लुक को कमजोर बनाने का काम करते हैं। हालांकि स्मार्टवॉच का स्ट्रैप काफी बेहतरीन है। स्मार्टवॉच में एक पावर बटन दिया गया है। यह स्पोर्टी, फैशनेबल और किफायती है। Tagg Verve Plus में 3 डायल कलर्स सिल्वर, ब्लैक और गोल्डन में उपलब्ध है। जबकि इसमें 16 वेरिएंट स्ट्रैप दिये गये हैं। यह स्मार्टवॉच एंड्रॉइड और आईओएस दोनों को सपोर्ट करती है।
Tag Verve Plus स्मार्टवॉच में 1. 6 इंच की डिस्प्ले दी गई है। जो कि एक परफेक्ट साइज है। इसमें 240/289 पिक्सल रेजॉल्यूशन मिलता दिया गया है। स्मार्टवॉच को IPS LCD पैनल दिया गया है। Tagg Verve Plus में 500 nits का पीक ब्राइनेस लेवल दिया गया है, जिससे दिन के वक्त धूप की रोशनी में टाइम या अन्य गतिविधयों को देखने में कोई दिक्कत नहीं होती है। हालांकि यूजर इंटरफेस ज्यादा अच्छा नहीं लगा। वॉच फेस बदलने के प्रोसेस में काफी वक्त लगता है। कुल मिलाकर डिस्प्ले परफॉर्मेंस और इंटरफेस पर ज्यादा बेहतर काम करने की जरूरत है।
TAGG Verve Plus में 16 स्पोर्ट्स मोड दिये गये हैं। Tagg Verve Plus स्मार्टवॉच काफी हल्की है। इसका वजन 27. 4 ग्राम है। TAGG Verve Plus आपके जीवन को आसान बनाने के लिए है। TAGG Verve Plus में 24x7 शरीर के तापमान, रियल-टाइम SpO2, और हृदय गति और रक्तचाप की निगरानी जैसे जरूरी फिटनेस ट्रैकिंग फीचर्स दिये गये हैं। साथ ही इसमें स्लीप ट्रैकिंग, फीमेल हेल्थ ट्रैकिंग और गोल ट्रैकर दिये गये हैं।
TAGG Verve Plus फिटनेस ट्रैकर दिया गया है, जो आपकी वॉकिंग, रनिंग और स्टेप काउंट जैसे फीचर्स पर नजर रखता है। स्मार्टवॉच के 16 स्पोर्ट्स मोड आपकी रोजाना की गतिविधियों को कदम, कैलोरी, दूरी और सक्रिय घंटों के साथ ट्रैक कर सकता है। इस घड़ी को फिटनेस लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। स्मार्टवॉच में 16 स्पोर्ट्स मोड साइकिलिंग, स्किपिंग, स्विमिंग, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, टेनिस, हाइकिंग, वॉकिंग, बास्केटबॉल, फुटबॉल, डांसिंग, योगा, सिट अप, इंडोर रनिंग, आउटडोर रनिंग दिये गये हैं।
अगर आप तैराकी करते हैं या फिर पानी से जुड़ा कोई काम करते हैं, तो Tag Verve Plus के बेहतरीन ऑप्शन साबित हो सकता है। TAGG Verve Plus IP68 तक वाटर रेजिस्टेंस के साथ पेश किया गया है। यह गहरे पानी और पसीने से आपकी स्मार्टवॉच को खराब होने से बचाती है।
तापमान मॉनिटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटर, ब्लड ऑक्सीजन मॉनिटर, हार्ट रेट सेंसर और स्लीप ट्रैकर जैसे फीचर्स दिये गये हैं। TAGG Verve Plus में हार्ट रेट सेंसर दिया है। यह 24 घंटे हर्ट रेट ट्रैकर सपोर्ट के साथ आता है। स्मार्टवॉच आपके शरीर के तापमान को 24X7 मॉनिटर करती है। इसमें SpO2 का सपोर्ट दिया गया है, जो ब्लूड ऑक्सीजन को मापने का काम करती है। साथ ही यह स्लीप ट्रैकिंग में मदद करती है।
मासिक धर्म साइकिल ट्रैकर - महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखने के लिए TAGG Verve Plus में मासिक धर्म चक्र ट्रैकर दिया गया है। जिससे महिलाएं अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
Tagg Verve Plus स्मार्टवॉच में 180mAh की बैटरी दी गई है। स्मार्टवॉच को बिना ऐप कनेक्टिविटी के करीब 10 दिनों तक सिंगल चार्ज में इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ऐप कनेक्टिविटी के साथ स्मार्टवॉच की बैटरी लाइफ कम हो जाती है। इसका चार्जिंग टाइम 2 से 3 घंटें का है। वॉच चार्जिंग के लिए मैग्नेटिक चार्जर दिया गया है। जिसे कनेक्ट करना काफी आसान है। साथ ही यह चार्ज किसी भी एडॉप्टर से कनेक्ट किया जा सकता है। चार्जर काफी कॉम्पैक्ट डिजाइन में आता है।
TAGG Verve Plus में कॉलिंग और मैसेजिंग अलर्ट फीचर्स दिये गये हैं। हालांकि इनकॉमिंग कॉलिंग को एक्सेप्ट और रिजेक्ट करने का ऑप्शन नहीं दिया गया है। इसके अलावा स्मार्टवॉच में 5 दिनों का मौसम पूर्वानुमान, टाइमर दिया गया है। जो आपकी हर गतिविधियों पर नज़र रखने का काम करता है। इसमें एक स्टॉपवॉच और टॉर्च का सपोर्ट दिया गया है।
Tagg Verve Plus एक स्पोर्टी लुक वाली बेहतरीन स्मार्टवॉच है। अगर आपका बजट कम है और आप फिटनेस हेल्थ फीचर्स वाली स्मार्टवॉच खऱीदना चाहते हैं, तो Tagg Verve Plus एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकती है। इसमें फिनटेस के साथ कॉलिंग और WhatsApp नोटिफिकेशन जैसे फीचर्स मिलेंगे। TAGG Verve Plus स्मार्ट 12 महीने की वारंटी के साथ पेश किया गया है।
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पाकुड़ः बड़ी खबर पाकुड़ से जहांहिरणपुर थाना क्षेत्र के दुलमी में बम बनाने के दौरान ब्लास्ट से एक युवक घायल हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पहुंच कर घायल युवक को कस्टडी में लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल सोनाजोड़ी पाकुड़ भेजा जहां स्थिति गंभीर देखते हुए चिकित्सक ने दुमका मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है. घटना के बाद पुलिस ने 2 अन्य युवकों को अरेस्ट कर लिया है. पकड़े गये लोगों से पिस्तौल सहित4जिंदा कारतूस जब्त किया गया है. फिलहाल मामले की छानबीन कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
घटना के संबंध में लोगों का कहना है किहिरणपुर थाना क्षेत्र के दुलमी में बम बनाने के क्रम में विस्फोट होने से एक व्यक्ति घायल हो गये. मामले की सूचना मिलते ही हिरणपुर पुलिस दल बल के साथ घटना स्थल पहुंच कर घायल युवक को कस्टडी में लेकर इलाज़ के लिए सदर अस्पताल सोनाजोड़ी पाकुड़ भेजा गयाजहां स्थिति को नाजुक देखते हुए चिकित्सक ने दुमका मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है. इधर घटना को लेकर पुलिस ने दो अन्य युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही पिस्तौल सहित4जिंदा कारतूस बरामद किया है.
बताया जा रहा है कि आज अहले सुबह घाघर जानि निवासी जमीन हांसदा अपने ससुराल दुलमी में बम बनाने की कवायद में लगे थे. साथ ही पिस्तौल में 3 लोडेड कारतूस के साथ जमीन हांसदा अपने दो अन्य साथी सुतिन हेम्ब्रम और मुंशी मरांडी के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे. लेकिन इसी बीच किसी कारणवश बम बनाने के दौरान ब्लास्ट हो जाने से मामले सामने आया और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने में विफल हो गया. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बम विस्फोट से घायल युवक को अस्पताल भेजा और 2 अन्य युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार युवकों के पास से पिस्तौल सहित 4 जिंदा गोली बरामद किया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
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हेल्थ डेस्कः जब कोई महिला गर्भवती होती हैं तो उसका सपना होता हैं की उसका जन्म लेने वाला बच्चा सेहतमंद रह सके। लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण महिलाएं अपने बच्चे को सेहतमंद रखने में असमर्थ हो जाती हैं। आज जानने की कोशिश करेंगे कुछ ऐसे काम के बारे में जिस काम को अपना कर महिलाएं अपने बच्चे को सेहतमंद बना सकती हैं। इससे महिलाओं का शरीर भी स्वस्थ और फ़िट रहेगा। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की गर्भावस्था में रोजाना करें ये 5 काम, बच्चा रहेगा सेहतमंद।
मेडिटेशन, गर्भावस्था में महिलाओं को रोजाना मेडिटेशन करना चाहिए। इससे गर्भवती महिला को मानसिक शांति मिलती हैं तथा महिलाओं का दिमाग ठीक तरीकों से काम करता हैं। साथ ही साथ महिलाएं के दिमाग में तनाव और डिप्रेशन की समस्या उत्पन नहीं होता हैं। जिससे गर्भ में पल रहा बच्चा सेहतमंद रहता हैं। इसलिए सभी गर्भवती महिला को रोजाना मेडिटेशन करना चाहिए।
व्यायाम, गर्भावस्था में व्यायाम करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता हैं। जिससे महिलाओं खुद को स्वस्थ और फ़िट महसूस करती हैं। इससे गर्भ में पल रहा बच्चा सेहतमंद रहता हैं तथा बच्चे के विकास में कोई बाधा नहीं आती हैं। इसलिए सभी गर्भवती महिला को गर्भावस्था में डॉक्टर से सलाह ले कर रोजाना व्यायाम करना चाहिए।
मॉर्निंग वॉक, गर्भावस्था में मॉर्निंग वॉक करने से शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो ठीक तरीकों से होता हैं। साथ ही साथ महिलाओं के शरीर में बीमारी होने के चांस कम जाते हैं और शरीर का मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता हैं। जिससे गर्भ में पल रहा बच्चा खुद को सेहतमंद महसूस करता हैं और बच्चे की शारीरिक और मानसिक विकास भी ठीक तरीके से होती हैं। इसलिए सभी गर्भवती महिला को रोजाना मॉर्निंग वॉक करना चाहिए।
साबुत अनाज का सेवन, गर्भावस्था में साबुत अनाज का सेवन महिलाओं के लिए सबसे फायदेमंद माना जाता हैं। इसके सेवन से महिलाओं के शरीर में एनर्जी बनी रहती हैं तथा गर्भ में विकसित हो रहे बच्चे को ज़रूरी पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। जिससे बच्चा सेहतमंद रहता हैं तथा बच्चे के शरीर में बीमारी होने के चांस कम जाते हैं। इसलिए गर्भावस्था में महिलाएं साबुत अनाज का सेवन जरूर करें।
ताजा फल, गर्भवती महिला को गर्भावस्था में ताजा फल का सेवन करना चाहिए। क्यों की इसमें कई तरह के विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं जो महिला के साथ उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए लाभदायक साबित होते हैं। इससे बच्चा स्वस्थ और सेहतमंद रहता हैं और शरीर में एनर्जी की कमी नहीं होती हैं। इसलिए सभी गर्भवती महिला को गर्भावस्था में ताजा फल का सेवन रोजाना करना चाहिए।
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-राकेश दवेसाउथ के जाने-माने निर्देशक एक एक राजामौली की फिल्म आर आर आर रिलीज हो चुकी है और इस फिल्म को रिलीज हुए लगभग तीन हफ्ते से ज्यादा हो गए है। ये फिल्म लोगों के दिलों को छूने में कामयाब रही है और शुरुआत से ही सिनेमाघरों में धमाल मचा रही है। वहीं हाल ही में फिल्म की ग्रैंड सक्सेस पार्टी रखी गई। इसी बीच इस पार्टी में साउथ समेत बॉलीवुड की तमाम हस्तियों ने शिरकत की।आपको बता दें कि, फिल्म 'आरआरआर' बॉक्स ऑफिस पर अभी भी बनी हुई है। फिल्म ने अब तक 1 हजार करोड़ रुपए का बिजनेस कर लिया है। वहीं इस मौके पर फिल्म के मेकर्स ने मुंबई मेगा पार्टी का आयोजन किया। इसी के साथ आरआरआर की सक्सेस पार्टी में एक्टर राम चरण ब्लैक आउटफिट में पहुंचे थें साथ ही इस दौरान वह नंगे पैर थे जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। वहीं एक्टर जूनियर एनटीआर के लुक की बात करें तो, वो इस दौरान ब्लू टी-शर्ट और ब्लेजर के साथ मैचिंग डेनिम पैंट में दिखाई दिए है।इस सक्सेस पार्टी में फिल्म के निर्देशक एस एस राजमौली का ग्रैंड वेलकम किया गया था। वहीं इस पार्टी में दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर, करण जौहर, आमिर खान, एमएम किरवानी, दिग्गज डायरेक्टर की जोड़ी अब्बास मस्तान, जयंतीलाल गड़ा, सतीश कौशिक, शरद केलकर, हुमा कुरैशी, जीतेंद्र, टी सीरीज के प्रबंध निदेशक भूषण कुमार समेत और भी कभी कई हस्तियों ने शिरकत की।
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भारतीय क्रिकेट टीम की इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में खेले गए आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में हार के बाद से ही भारतीय क्रिकेट में हाहाकार मचा हुआ है। एक तरफ जहां फैंस मायूस हैं तो दूसरी तरफ टीम की हार के लिए मुख्य कोच रवि शास्त्री को भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है।
भारतीय टीम के कोच पद पर रहते हुए अपने दो साल के कार्यकाल को रवि शास्त्री ने पूरा कर लिया है लेकिन फिलहाल बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज के दौरे को देखते हुए शास्त्री के कार्यकाल में 45 दिन बढ़ा दिए हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के महान कप्तानों में से एक रहे सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में कई मुकाम हासिल किए। सौरव गांगुली में किसी टीम को कोच के रूप में भी आगे ले जाने का पूरा दमखम मौजूद है।
इस समय सौरव गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं लेकिन उन्होंने इसी साल दिल्ली केपिटल्स के लिए मेंटर के रूप में अपनी सेवाएं दी थी। इनके मार्गदर्शन में दिल्ली केपिटल्स ने टॉप-4 में प्रवेश किया था। ऐसे में सौरव गांगुली भारतीय टीम के कोच बनने का मजबूत विकल्प हैं।
भारतीय क्रिकेट इतिहास में वीवीएस लक्ष्मण का एक बल्लेबाज के तौर पर बड़ा नाम हुआ है। वीवीएस लक्ष्मण भारतीय क्रिकेट के एक महान बल्लेबाज कहे जाते हैं। लक्ष्मण में क्रिकेट के खेल की जबरदस्त समझ है।
वीवीएस लक्ष्मण के कोचिंग अनुभव की बात करे तो वो पिछले कुछ साल से सनराईजर्स हैदराबाद की टीम के मेंटर के तौर पर काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मुथैया मुरलीधरन और टॉम मूडी जैसे दिग्गजों के साथ काम किया ऐसे में उन्हें भी कोचिंग का अच्छा अनुभव हासिल हो चुका है। इसे देखते हुए वीवीएस लक्ष्मण भी भारतीय टीम के कोच पद का दावेदार माने जा सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे आक्रमक बल्लेबाजों में से एक वीरेन्द्र सहवाग एक बड़े खिलाड़ी रहे हैं। भारत के सबसे सफलतम सलामी बल्लेबाजों में से एक वीरेन्द्र सहवाग की बल्लेबाजी पर कोई शक नहीं है।
तो साथ ही साथ वीरेन्द्र सहवाग को कोचिंग का भी अनुभव है। वीरू को आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के मुख्य कोच के पद के साथ ही सलाहकार के रूप में भी सेवाएं देने का मौका मिला है। ऐसे में वीरू को इसका बढ़िया अनुभव है। पिछली बार तो इन्होंने भारतीय टीम के कोच पद के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला लेकिन इस बार उन्हें इसका मौका दिया जा सकता है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी लालचंद राजपूत को वैसे तो खिलाड़ी के तौर पर ज्यादा नहीं पहचाना गया लेकिन इन्होंने अपने आपको अपनी कोचिंग कौशल से विश्व क्रिकेट में स्थापित किया।
लालचंद राजपूत को भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद पर ना सही लेकिन डायरेक्टर के रूप में मौका मिल चुका है। आपको बता दें कि भारतीय टीम ने 2007 में विश्व टी20 का खिताब जीता था तब लालचंद राजपूत ही टीम के डायरेक्टर थे। इसके अलावा राजपूत दूसरी टीमों के लिए भी सेवाएं दे चुके हैं इसे देखते हुए लालचंद राजपूत भी टीम के कोच पद के बड़े दावेदार हो सकते हैं।
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हिंदी भाषा अपने आप में बहुत शक्तिशाली है और विश्व की कई भाषाओं से अग्रणी है. हालाँकि इसपर कई वाद-विवाद हैं किंतु मनीषियों की मानें तो आज हिंदी विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, इंटरनेट, संप्रेषण का मायाजाल है.
हिंदी भाषा अपने आप में बहुत शक्तिशाली है और विश्व की कई भाषाओं से अग्रणी है. हालाँकि इसपर कई वाद-विवाद हैं किंतु मनीषियों की मानें तो आज हिंदी विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, इंटरनेट, संप्रेषण का मायाजाल है. इससे संप्रेषण में हजारों - लाखों गुना वृद्धि हुई है. हाथ से लिखने की जगह से उठकर आज हम ऐसे दौर पर आ गए हैं जहाँ किसी की कही हुई बात दुनियाँ के दूसरे कोने में वहाँ की भाषा में सुनी जा सकती है और शायद देखी भी जा सकती है, छापा जा सकता है.
इसके अलावा हर काम की गति में तेजी आई है जैसे टाईपिंग ने तो लिखने की रफ्तार में चार चाँद लगा दिए हैं. उसकी प्रिंटिंग तो देखते देखते हो जाती है. पहले जितनी प्रतिय़ाँ चाहिए उतनी बार लिखना पड़ता था अब एक बार टाईप कर लीजिए और एक ही आदेश से जितनी कापियाँ चाहिए प्रिट कर लीजिए. दुनियाँ भर में कहीं भी , कितनों को भी चाहें पलक झपकते ही सारा मिसिल भेज दीजिए. लेकिन इससे लिखने की कला खत्म होने के कगार पर आ गई है. हो सकता है कि अब से पाँचवीं पीढ़ी लिखना ही न जाने या फिर केवल पंचिंग या टाईपिंग ही जाने.
लिखने पर गलतियाँ सुधारने के लिए काट छाँट करनी पड़ती थी जो रिकार्ड को गंदा करता था, अब तो उतना ही मिटा कर पुनः टाइप कर लीजिए. हो गया नया दस्तावेज तैयार. इलेक्ट्रानिक हस्ताक्षर भी उपलब्ध हो रहे हैं. सो हो सकता है कुछ बाद की पीढ़ियों को लिखने की जरूरत नहीं होगी. शायद लिखने की कला, अब ओझल हो जाएगी.
इंटरनेट के चलते हर वह काम जो अंग्रेजी में हुआ करता था / है, अब हिंदी में भी हो सकेगा. यानी टायपिंग, सुधार, ईमेल, फाईल का आदान प्रदान इत्यादि. ऑडियो वीडियो चेट तो हो ही रहे हैं. लेकिन इन पर हमें संतोष नहीं करना है. हमें अपनी भाषा में प्रोग्रामिंग भी बनानी है. ताकि बिना किसी अन्य भाषा का सहारा लिए भी हम वे सभी काम कंप्यूटर पर हिंदी में कर सकें. आज भी हमारे पास मंगल के अलावा अनुमोदित यूनीकोड लिपि नहीं है. हिंदी डॉक्यूमेंट के स्पेल चेक की उचित सुविधा नहीं है.
हर विषय के विस्तृत हिंदी शब्दकोश आज भी हमारे पास उपलब्ध नहीं है. यदि इन विषयों पर कार्य किया जाए और कमियों को मिटा दिया जाए तो आज के इंटरनेटी युग का हम भी सही प्रयोग कर पाएंगे. एक बार इंरनेट की दुनियाँ में पूरी तरह आ जाएं, तो प्रगति की गति अपने आप ही बढ़ जाएगी.
आज तो सोचा ही जा सकता है कि एक हिंदी में लिखा पत्र विदेश में अपनी भाषा में पढ़ा जा सके वैसे ही विदेशी भाषा में लिखकर प्रषित पत्र को हम यहाँ हिंदी में पढ़ सकें. ऐसे में विश्व में भाषा का दायरा समाप्त हो जाएगा. भाषाएं एक दूसरे के संपर्क में आते हुए विकसित होंगी और एक दिन विश्व में एक ही भाषा रह जाएगी - विश्वभाषा. स्वाभाविकतः प्रत्येक शख्स चाहेगा कि उसकी भाषा ही विश्व भाषा बने.
हिंदी भाषा के लोग हिंदी में अन्य भाषाओं के शब्दों को आत्मसात् करने के मामले में बहुत ढ़ीले हैं या कहें बहुत पीछे हैं. उनको इसमे रफ्तार लानी होगी. हिंदी को विश्व भाषा बनाने की ओर अग्रसर होने से पहले हमें अपने देश की भाषाओं के उत्कृष्टताओं को अपनी हिंदी में समेटना होगा. आज भी दक्षिणी भाषाओं के ए ऐ व ओ - औ के बीच के उच्चारण हिंदी में पूरी तरह नहीं आए हैं वैसे ही गुरुमुखी का द्वयत्व भी हिंदी में नहीं आया है. कहीं कहीं यह दिख जाते हैं किंतु वर्णमाला का भाग तो अब भी नहीं बन पाया है. पता नहीं क्यों. किस बात का या वक्त का इंतजार है. हम यदि ऐसे ही ढ़ीले रहे तो सोचना ही बेकार है कि हिंदी की प्रगति होगी. जो गति है वही रह जाए तो भी ठीक है.
इसी तरह इंटरनेट पर व्याप्त होने पर वैश्विक भाषाओं के ज्ञान को भी हिंदी में उपलब्ध कराया जा सकता है. इससे हिंदी की भी प्रगति होगी और हिंदी विश्वभाषा बनने के करीब पहुँचेगी.
यह सब तो ठीक है. लेकिन दुर्भाग्यवश हमारे यहाँ हिंदी के लिए क्या करना है कहने, बोलने व लिखने वाले तो बहुत हैं लेकिन करने वालों की बहुत ही कमी है. यानी आम जन की मानसिकता सलाहकार बनने की है, कलाकार बनने की नहीं. जब तक यह मानसिकता की दीवार ढह नहीं जाती हम अपने जगह पर ही बने रहेंगे.
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विश्व-राज्य हिन्सा द्वारा या हिन्सा के आधार पर क़ायम न होगा। प्रकृति ने मनुष्य को काम करने योग्य हाथ पाँव दिये हैं. लेकिन पैने नख, पंजे नहीं दिये । इससे प्रकृति का मनुष्य को आदेश है कि काम करो, लड़ो नहीं; एक दूसरे को जख्मी न करो, किसी की हत्या मत करो । हिन्सा हमेशा न्याय और समानता की दुशमन रही हैं । जब सब आदमी मेहनत करें और धन पैदा करें तो कुछ लोगों की मेहनत से अलग रख कर उन्हें घातक याहिंसक हथियार क्यों दिये जायँ ! यह हथियारबन्द श्रेणी अन्त में सारे समाज को सताती और उसका शोषण करती है, चाहे उसकी स्थापना किसी भी गरज़ से क्यों न हुई हो। आजकल की सी पुलिस और सेना कभी उपयोगी संस्थाएँ नहीं हो सकतीं । यदि सब आदमी और और ईमानदारी से काम करें और शान्ति से रहें, तो चोरी या ठगी करने वाला ही कोई न होगा. जिससे रक्षा करने के लिये पुलिस जरूरी समझी जाती है। जब पुलिस होती है तो उसकी धांधली और ज्यादती से लोगों की रक्षा करने के लिये हमें उसका नियंत्रण करने वाली संस्थाएँ चाहिएँ, और फिर उन नियन्त्रक संस्थाओं का नियंत्रण करने वाली संस्था चाहिए. इस तरह कहीं अन्त ही होने में नहीं आता।
वर्तमान समय में पुलिस की जरूरत ज्यादह्तर धनी लोगों की सम्पत्ति की रक्षा के लिए होती है, क्योंकि गरीब ईमानदार आदमियों के पास ऐसा कुछ नहीं होता जिसे चोर चुराना चाहे । यदि सम्पत्ति और श्रम का ठीक ठीक बँटवारा हो जाय तो चोरों का अस्तित्व मिट जायगा। कोई बच्चा चोर पैदा नहीं होता। चोर और गठकतरे पूँजीवाद से पैदा होते हैं । सोना और चाँदी, जवाहरात और नकदी, हीरे और मोती चोर और डाकुओं का साहस बढ़ाते हैं । इसलिए व्यक्तिगत या निजी |
चंडीगढ़, 5 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के माध्यम से ग्रामीण पढ़े-लिखे युवाओं को लघु उद्योग लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि ग्रामीण युवाओं को लघु उद्योग लगाने में किसी प्रकार की परेशानी न आए। राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है ताकि वे 'आत्मनिर्भर भारत' की सोच को साकार रूप देने में अपनी भूमिका निभा सकें। वे शुक्रवार को बार्ड अधिकारियों की मीटिंग में बोल रहे थे। इस मौके पर बोर्ड चेयरमैन रामनिवास सुरजाखेड़ा भी मौजूद रहे। डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उत्पादों को 'हरखादी' ब्रांड के नाम से अधिक से अधिक प्रमोट करेगी।
ई-फाइलिंग पोर्टल लांचः उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने आज हरियाणा सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालय से उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए 'ई-फाइलिंग' पोर्टल लांच किया। अब उपभोक्ता अपने केस ई-दाखिल एनआईसी डॉट इन वेबसाइट पर पर कहीं से भी ऑनलाइन दाखिल कर सकेंगे।
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शृण्वन्मृगनिभाक्षीणां सरसं मोदवर्द्धनम् । हास्यवाक्यान्वितं गानं सखीनां सुस्मिताननः ॥५०॥
तब मृगके समान चञ्चल तथा मनोहर नेतो बाली उन सखियोंके रसमय, शानन्द वर्धक, हास्य वचन युक्त गीतको भ्रमण करते हुये, अन्य रानियों के सहित श्रीसुनयना अम्बाजी के प्यार करते हुये, उन श्रीरामभद्रजूने अपने भाइयोके समेत क्लेऊ करना प्रारम्भ किया ॥४६-५० ॥ पत्न्यो ह्यशेषवन्धूनां जनकस्य तदा क्रमात् ।
सर्वा जमातृबुद्ध्या तान् सानुरागमभोजयन् ॥५१॥ तत्र श्री मिथिलेशजीमहारा के पन्द्रहो माइयांकी रानियोने क्रमशः उन चारों बरोको अपने भावसे अनुराग पूर्वक भोजन करवाया ॥५१॥
मीत्या प्रदाय सा तेभ्यो राज्ञी ताम्बूलवीटिकाः । थाजगामान्तिके पुत्र्याः समाचान्तेभ्य एव च ॥५२॥ जब वे आचमन ले चुके, तव श्री सुनयना महारानीजीने उन कुमारों को पानका वीड़ा प्रदान करके अपनी श्रीललीजीके पास में आई ॥५२॥
लाल नेविविधेस्तस्यै युतायें सर्वस्वसृभिः ।
तर्पयामास सुप्रीत्या विविधैस्तत्प्रियाशनैः ॥५३॥ और हर्ष पूर्वक, अत्यन्त प्रेम के साथ, सभी बहिनोंके सहित अपनी श्रीललीजीको अनेक प्रकार से प्यार करती हुई, उनके विविध प्रकार के प्रिय भोजनो के द्वारा उन्हें तप्त किया ॥५३॥ कारयित्वा तयाऽऽचामं प्रदत्ता वीटिकाः पुनः । तद्रूपामृतपाथोधिमग्नपङ्कजनेत्रया ॥५४॥
पुनः श्रीललीजीफे छपि रूपी सुधा सागरम ड्वे हुये नेत्रगेवाली उन श्रीयम्बाजीने उन्हें आचमन कराकर पानका बीड़ा प्रदान किया ॥५४॥
सिद्धिः श्वश्रूमनुज्ञाप्य श्रीरामं बन्धुभिर्युतम् । निनाय भवनं स्वीयं ससीभिः परिवारिता ॥५५॥
तब श्रीसिद्धिजी अपनी सासुजीसे यात्रा मागकर भाइयों के सहित बूलहमरसार श्रीराममद्रजीको
सखियोंके सहित अपने भवनमें ले गयीं ॥५५।।
कृत्वा नीराजनं प्रेम्णा गानवांद्यपुरः सरम् । गृहीत्वा पाणिना पाणि मणितल्पे न्यवेशयत् ॥५६॥
वहाँ गान बजानके सहित आरती करके श्रीसिद्धिजी उनके कर कमलको अपने हस्त कमल से पकड़ कर उन्हें मणिमय पलङ्ग पर विराजमान किये ॥५६॥
स्वसृभिः सहिता ते वसन्तोत्सवकाङ्क्षिणी । पिष्टातेन कपोलो द्वौ तेषां सा चार्यभूपयत् ॥५७॥
पुनः सखियोंके सहित उन बरोंसे वसन्तोत्सवकी इच्छा करके उन्होंने सुगन्धं युक्त गुलालये उन चारोंके कपोलांको भूपित किया ॥ ५७॥
क्रीडया च तया रामः कृत्वा तां मुदितां भृशम् । जनावासं समागत्य प्रपनाम मुनीश्वरी ॥५८ ॥
सर्वसुखदाई तथा सभी के अन्तः करण में रमण करने वाले, वे तु श्रीरामजी श्रीसिद्धिजीको उस क्रीडाके द्वारा अत्यन्त सुखी करके जनवा में पहुँच कर उन्होंने मुनीश्वर श्रीवशिष्टजी तथा श्रीविधीको प्रयाम किया । ५८।।
बन्धुभिः प्रणमन्तं तं कोशलेन्द्रो विमोहनम् । अवगाहत वीत्येव महानन्दपयोनिधिम् ॥५६॥
भाइयोंके सहित उन विश्वनिमोहन सरकार ( श्रीरामभद्र) को प्रणाम करते देख कर ही श्रोदशरथजी महाराज महान-आनन्द-सागरमें डुबकी लगाने लगे ॥५६॥
ततो लक्ष्मीनिधिचे व श्रीनिधिं च गुणाकरम् ।
थालिलिङ्ग मुदायुक्तः श्रीनिधानकमेव सः ।।६०।।
वत्सवात् श्रीलचमीनिघिजी, श्रीनिधिजी, श्रीगुणाकार जी तथा श्रीनिधानकजीको हर्षित हो उन्होंने अपने हृदयसे लगाया ॥६० ॥
अन्ये सर्वे कुमाराश्च सत्कृता भूपपुत्रवत् । महाराजेन मुदिता रामपार्श्व उपस्थिताः ।।६१।।
ध्धौर भी श्रीरामभद्र चगनमें उपस्थित हगारों सभी श्रीविदेहराजमार श्रीनमी निषि आदि भइयोंके समान ही उन्होंने सत्कार किया ॥६१॥
महितो मैथिलेन्द्रेण चन्द्रभानुर्महामतिः । नृपेन्द्रं प्रार्थयामास गन्तुं स भोजनालयम् ।।६२ ।।
श्री मिथिलेशजी महाराज के भेजे हुये महामति श्रीचन्द्रभानुजी महाराजने श्रीचक्रचवींजीरो भोजन भवनमें पधारने के लिये मार्थना की ।।६२।।
ततः सर्वसमाजैश्च युक्तो दशरथो नृपः । वशिष्ठ कौशिकाभ्यां व चन्द्रमानुसमन्वितः ।।६३॥
उनकी प्रार्थनासे सम्पूर्ण समाजसे युक्त हो, श्रीवशिष्ठजी व श्रीविश्वामित्रजी महाराजके सहित श्री चन्द्रमाज महाराज के साथ श्रीदशरथजी महाराज - ।।६३।।
स्यन्दनं स समारुह्य चचालाशनमन्दिरम् । गजयाने स्थिते रामे श्यालैर्भ्रातृभिर्युते ॥६४॥
श्रीभरतजी आदि भाइयों तथा श्रीलक्ष्मीनिधिजी आदि शालोंके सहित श्रीरामभद्रजूके गजरथ पर बैठ जाने पर, घे ( श्री चक्रवर्तीजी) रथपर आरू हो भोजन-भवनको चले ॥६४।।
सफलानि च चक्षू पि कुर्वन्तो नृपतेः सुताः । जनानां मार्गलब्धानां दर्शनेन मनोव्हरन् ।।६५।। चारो राजकुमारोंने अपने दर्शनोसे मार्ग में उपस्थित जनताके नेत्रों को सफल करते हुए उनके मनको हरण कर लिया ॥६५॥
विदेहो भोजनागारं निशम्यागच्छतो वरान् । प्रत्युद्गम्यानयामास तान् नृपेण महानसम् ।।६६।। श्रीमिथिलेशजी महाराजने चरोको भोजन भवनमें पधारते हुये सुनकर आगे जाकर श्री चक्रवर्तीजी महाराज के सहित उन्हें भोजन गृहमे ले आये ।।६६॥
बशिष्टादिमहर्षीणां प्रक्षाल्यादौ पदाम्बुजे । ततः श्रीकोशलेन्द्रस्य वराणां तदनन्तरम् ॥६७॥ चालयित्वा पदाम्भोजे संनिवेश्यासनेषु च । यथोचितेषु सर्वान् सः स्वौद निकानचोदयत् ॥६८ ॥ यहाँ पहिले श्रीवशिष्ठजी आदि महर्षियोंके चरण कमलोको धोकर पुनः श्रीदशरथजीके तदनन्तर । |
मनेन्द्रगढ़, 28 मई। वन विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपियों को मनेंद्रगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायिक रिमांड पर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत झगराखंड रोड वार्ड क्र. 14 निवासी 47 वर्षीय रामकुमार श्रीवास ने 27 मई 2023 को सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ में उपस्थित होकर इस आशय की नामजद लिखित शिकायत दर्ज कराई कि उसके पुत्र की फॉरेस्ट विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर प्रवीण प्रधान एवं रामनिवास सेन पिता इंद्रभान के द्वारा ठगी की गई है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी प्रवीण प्रधान ने अपने आपको फॉरेस्ट विभाग एवं मंत्रालय में काफी पहुंच पहचान होना बताया जिससे उसकी बातों में आकर फॉरेस्ट विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर अपने बेटे की नौकरी लगवाने के लिए उसे 2 लाख 35 हजार रूपए दिए हैं। उसने कहा कि पैसे लेने के बाद आरोपी लगातार फोन से संपर्क पर रहा और उसके द्वारा बेटे की नौकरी लगवा देने का आश्वासन दिया जाता रहा। कुछ दिनों बाद उसने कॉल रिसीव करना बंद कर दिया है। ॉ रिपोर्ट पर थाना मनेंद्रगढ़ में अपराध पंजीबद्ध कर तत्काल घटना से पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा को अवगत कराया गया। एसपी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेश बरैया एवं एसडीओपी राकेश कुर्रे के मार्गदर्शन में पुलिस टीम तैयार कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपी प्रवीण प्रधान ने बताया कि उसने मनेंद्रगढ़ के माधव प्रसाद, संतोष सोनकर, दीपक नेताम, योगेश कुमार व गौरेला, पेंड्रा तथा अन्य जिलों में इस प्रकार की घटना में लगभग 20 लाख रूपए की ठगी की है। मनेंद्रगढ़ में जितने भी लोगों से पैसे लिए उसमें से 1 लाख 65 हजार रूपए झगराखंड निवासी रामनिवास सेन को कमीशन के तौर पर दिए हैं, क्योंकि इसी के माध्यम से मनेंद्रगढ़ में लोगों से मुलाकात हुई थी।
पुलिस ने दोनों आरोपियों महासमुंद जिला अंतर्गत थाना बसना ग्राम डोगरीपाली निवासी 39 वर्षीय प्रवीण प्रधान एवं एमसीबी जिला अंतर्गत झगराखंड निवासी 55 वर्षीय रामनिवास सेन के विरूद्ध आईपीसी की धारा 420, 34 के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायिक रिमांड पर उन्हें जेल भेज दिया गया।
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नई दिल्ली। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (एआईएडीएमके) के पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाले धड़े ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मांग की कि वी.के.शशिकला की पार्टी महासचिव पद पर नियुक्ति को अवैध घोषित किया जाए तथा कोषाध्यक्ष डिंडूगल श्रीनिवासन द्वारा बैंकों में जमा पार्टी कोष से पैसे निकालने पर रोक लगा दी जाए।
मुख्यमंत्री पलनीस्वामी के नेतृत्व वाले गुट से विलय की बाचतीत को खारिज करते हुए पन्नीरसेल्वम ने कहा कि जब तक शशिकला तथा उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी से औपचारिक तौर पर निष्कासित नहीं किया जाता, पार्टी के दोनों धड़ों के विलय पर बातचीत संभव नहीं है।
पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मुलाकात की तथा पार्टी के चुनाव चिन्ह 'दो पत्ती' पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए अयोग को और दस्तावेज सौंपे।
प्रतिनिधिमंडल ने जयललिता के निधन के बाद शशिकला को पार्टी का महासचिव बनाए जाने को 'अवैध' घोषित करने को लेकर आयोग को 170 पन्नों का एक ज्ञापन सौंपा। उसने निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर एआईएडीएमके के महासचिव पद पर किसी भी व्यक्ति के नाम के न होने का हवाला देते हुए कहा कि इस नियुक्ति को (शशिकला की) अवैध घोषित किया जाना चाहिए।
पन्नीरसेल्वम ने कहा कि निर्वाचन आयोग को जल्द ही इस पर फैसला लेना चाहिए, क्योंकि अयोग की वेबसाइट पर महासचिव के रूप में अभी भी किसी के नाम का उल्लेख नहीं है, क्योंकि उसने शशिकला की नियुक्ति को स्वीकार नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि आयोग को पार्टी कोषाध्यक्ष डिंडूगल श्रीनिवास की शक्तियों में हस्तक्षेप करना चाहिए और उसे छीन लेना चाहिए, जिन्होंने पार्टी कोष से करोड़ों रुपये की निकासी की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शशिकला द्वारा उन्हें कोषाध्यक्ष पद पर नियुक्ति भी अवैध है।
पन्नीरसेल्वम ने कहा कि पार्टी के संविधान के हिसाब से जयललिता के निधन के बाद पार्टी के संचालन की मंजूरी उन्हें मिलनी चाहिए, क्योंकि जब भी असामान्य परिस्थितियां आईं, जयललिता मानक प्रकिया अपनाती थीं।
असामान्य मौकों पर पार्टी के संचालन के लिए जयललिता प्रेसीडियम चेयरमैन तथा कोषाध्यक्ष नामित करती थीं और इस तरह से पार्टी के संचालन की मंजूरी उन्हें मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिस दिन मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी गुट ने घोषणा कर दी कि उसने शशिकला तथा दिनाकरन को बाहर निकाल दिया है, उसी दिन विलय पर आराम से बातचीत होगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में कि प्रतिद्वंद्वी गुट को चलाने में किसका हाथ है? पूर्व मंत्री तथा पन्नीरसेल्वम गुट के नेता के. मुनुस्वामी ने कहा कि फिलहाल तो पार्टी को शशिकला के एक अन्य रिश्तेदार दिवाकर चला रहे हैं।
समूह जुलाई महीने में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में किस पार्टी या उम्मीदवार का समर्थन करेगा, इस बारे में भी अपने पत्ते नहीं खोले।
इस बारे में पूछे जाने पर कि राष्ट्रपति चुनाव में उनके गुट की क्या रणनीति होगी? पन्नीरसेल्वम ने कहा कि अभी न तो चुनाव की घोषणा हुई है और न ही किसी उम्मीदवार के बारे में किसी पार्टी ने कोई घोषणा की है। एक बार जब यह हो जाता है, तो पार्टी नेतृत्व बैठक करेगा और इस बारे में फैसला लेगा।
वडोदरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के वडोदरा में नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर विपक्ष वास्तव में महिलाओं को लेकर चिंतित होता तो वह दशकों से महिलाओं को उनके अधिकरों से वंचित नहीं रखता।
पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम में कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने महिलाओं के लिए शौचालयों के बारे में बात करने पर मेरा मजाक उड़ाया था। उन्होंने आगे कहा कि मैंने महिलाओं के लिए जनधन खातों की बात की, लेकिन इन्होंने उज्ज्वला योजना का भी मजाक उड़ाया।
पीएम ने तीन तलाक के मुद्दे पर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने की बात कर रही थी, लेकिन विपक्ष को अपनी राजनीतिक समीकरणों की चिंता थी।
विपक्ष को मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की कोई चिंता नहीं थी। वह केवल अपने वोट बैंक को खोना नहीं चाहते थे। पीएम ने आगे कहा कि जब तीन तलाक के खिलाफ कानून लाया गया तो वह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए खड़े नहीं हुए।
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एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा सुधीर भंडारी ने कहा, ' मुख्यमंत्री की तीन मुख्य धमनियों में से एक में 90 प्रतिशत ब्लाक मिला। उनकी एक धमनी की एंजियोप्लास्टी हुई। एक धमनी में स्टेंट लगा। '
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गहलोत अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और जल्द ही सामान्य कामकाज करने लगेंगे।
भंडारी ने कहा, ' जैसे ही स्टेंट लगा, उनके सारे दिक्कत वाले लक्षण खत्म हो गए। वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। वह एक दो दिन में सामान्य रूप से काम करने लगेंगे। '
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में आम नागरिक की तरह पंजीकरण करवाया और उनकी एंजियोप्लास्टी की गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत एक हाथ व गर्दन में दर्द की शिकायत थी। कल से उन्हें सीने में भारीपन हो रहा था। इसको देखते हुए गहलोत को सीटी एंजियोग्राफी करवाने की सलाह दी गई। इसमें उनकी धमनी में ब्लाकेज सामने आया और उनकी एंजियोप्लास्टी की गई।
भंडारी ने कहा कि गहलोत को 2- 3 दिन के पूरी तरह से आराम की सलाह दी गई है।
उल्लेखनीय है कि 70 वर्षीय कांग्रेस नेता गहलोत इस साल अप्रैल में कोरोना वायरस संक्रमित हो गए थे और उसके बाद से वह कोरोना के बाद के प्रभावों का सामना कर रहे हैं।
गहलोत स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक रफीक खान के साथ अस्पताल पहुंचे।
मुख्यमंत्री के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंजियोप्लास्टी सफलता पूर्वक की गई। इससे पहले गहलोत ने भी ट्वीट के जरिये बताया कि उनकी एंजियोप्लास्टी की जायेगी।
इस बीच मुख्यमंत्री गहलोत की तबीयत नासाज होने का समाचार मिलने पर अनेक नेताओं ने उनकी कुशलक्षेम जानी और सोशल मीडिया पर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने गहलोत को फोन किया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दीं। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी चिकित्सा मंत्री डा रघु शर्मा व गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत से बात कर मुख्यमंत्री की कुशलक्षेम जानी।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित तमाम नेताओं ने गहलोत के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अनेक नेता उनकी कुशल क्षेम जानने अस्पताल पहुंचे।
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जीar aer और मारवाड़ी समाज
[ श्री शिवसिंह कोठारी, बी० कॉमo ]
हमारी अवनति का एक सबसे बड़ा कारण तो यह है कि हम समय के साथ नहीं चलते। कोई नवीन बात चाहे वह हमारे लाभ की ही क्यों न हो हम उसको उस समय तक ग्रहण नहीं करते जबतक कि हमको बाध्य होकर उसे ग्रहण न करना पड़े । प्रथम तो हम अपने मस्तिष्क को किसी नवीन वस्तु के लाभ व हानि समझने के लिये लगाते ही नहीं और यदि हम चेष्टा भी करें तो यह हमारी आदत हो गई है कि हम उसमें बुगई ढूंढ़ने की फिक्र में लग जाये ।
जीवन बीमा कोई नवीन वस्तु नहीं है । वर्ष में भी बहुत समय से इसका प्रचार हो रहा है, और पिछले कुछ वर्षों से तो इसका प्रचार बहुत ही ज़ोगें से बढ़ रहा है। यूरोप और अमेरिका में तो प्रत्येक मनुष्य चाहे वह धनवान हो या गरीब जीवन बीमा कराना अपना कर्त्तव्य समझता है। जिस प्रकार रोटी स्वाना और पानी पीना मनुष्य के शरीर के लिए आवश्यक है ठीक उसी प्रकार संसार क्षेत्र में सफलता पूर्वक कार्य करने के लिए वे जीवन बीमा को आवश्यक समझते हैं * ।
* विद्वान् लेखक ने यहां तथा इस लेख में अन्य कुछ और स्थानों में भी किंचित् अत्युक्ति से काम लिया है - सम्पादक
यदि जीवन बीमा कराना आवश्यक न होता तो उसको संसार में लोग इतना नहीं अपनाते। किन्तु शोक है कि हमारे मारवाड़ी भाइयों को इसमें कुछ भी लाभ नहीं दिखाई देता, जब कभी कोई कम्पनी का एजेण्ट उनके पास जाता है तो वे उसकी बात को पूरी तौर से सुनने को भी तैय्यार नहीं होते।
संसार में जीवन बीमे के सिवा समृद्धि स्थापन करने और कुटुम्ब तथा वृद्ध मनुष्यों के निर्वाह के लिए दूसरा कोई उत्तम जरिया नहीं है। अपने आप को, अपने कुटुम्ब को और अपने व्यापार-व्यवसाय को संरक्षित रखने की किस मनुष्य की इच्छा न होगी ? जीवन बीमा ही एक ऐसा मार्ग है जिसके अवलम्बन से इन तीनों ही की रक्षा भली प्रकार से हो सकती है । जो मनुष्य अपना बीमा कराये बिना रहता है वह समकता है कि मानों मृत्यु आवेगी ही नहीं या अगले तीस चालीस वर्ष तक नहीं मरने का ठेका किसी ने ले लिया है। किन्तु मौत की गारण्टी एक दिन के लिये भी कोई नहीं ले सकता । वृद्धावस्था भी मनुष्य को आती ही है जो उसको अपने कारबार से अलग होने को बाध्य करती है और कई बीमारियाँ भी अकस्मात ही ऐसी लग जाती हैं जो मनुष्य को बेकार कर देती हैं। इसके |
प्रियंका गांधी के सियासत में सक्रिय होने के बाद कांग्रेस पार्टी उत्साह से लबरेज दिख रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी है. वहीं उत्तर प्रदेश के बाद कांग्रेस की नजर अब मध्य प्रदेश पर है. इसी क्रम में प्रदेश प्रभारी ने संकेत दिए हैं कि एमपी में भी कांग्रेस राहुल गांधी के फॉर्मूले पर काम करेगी.
दरअसल, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया राहुल गांधी के खास माने जाते हैं. विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने उन्हें मध्य प्रदेश भेजा था. अब लोकसभा चुनावों के लिए भी बाबरिया ने कमर कस ली है. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी 29 सीटों को जीतने का लक्ष्य बना रही है. उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी किसी भी विधायक को लोकसभा के लिए टिकट नहीं देगी. बाबरिया ने बताया कि कांग्रेस फरवरी के आखिरी तक प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगी.
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बाबरिया की यह बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले दिनों राहुल गांधी की भोपाल रैली में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभी सीटों पर जीत के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार रहने के संकेत दिए थे. अब तक प्रदेश में बीस से चौबीस सीटें जीतने का दम भर रहे कांग्रेस नेताओं ने अब सभी 29 सीटें जीतने का टास्क दिया है.
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सभा से पहले राहुल गांधी ने भी पार्टी नेताओं के साथ मीटिंग के दौरान यह बात रखी थी. राहुल गांधी ने रैली से पहले नेताओं के साथ अलग से चर्चा कर कांग्रेस सरकार के फैसलों और उस पर हुए अमल का जोरशोर से प्रचार कर सभी सीटें जीतने के लक्ष्य पर काम करने को कहा है.
अगर मध्य प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनावों की बात करें तो मोदी लहर के कारण कांग्रेस और दूसरे दलों का वोट बैंक खिसक कर बीजेपी के खाते में चला गया था. बीते चुनाव में 54. 8 फीसदी वोट बैंक के साथ बीजेपी ने 27 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस को महज दो सीट मिली थी. बीजेपी को कांग्रेस से 19 फीसदी ज्यादा वोट शेयर हासिल हुए थे.
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जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक हस्तक्षेप याचिका दायर कर दावा किया कि कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने अपने पासपोर्ट के तेजी से नवीकरण के अनुरोध वाली याचिका में कोर्ट से कुछ तथ्य छिपाए हैं।
बॉलिवुड के जाने-माने गीतकार और लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में एक हस्तक्षेप याचिका दायर कर दावा किया कि बॉलिवुड ऐक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने अपने पासपोर्ट के तेजी से नवीकरण के अनुरोध वाली याचिका में कोर्ट से कुछ तथ्य छिपाए हैं। जावेद अख्तर ने कंगना रनौत द्वारा दायर याचिका में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है जिन्होंने लेखक के कॉपीराइट के कथित तौर पर उल्लंघन के लिए अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को चुनौती दी है।
पिछले महीने कंगना रनौत ने भी एक अंतरिम याचिका दायर कर अनुरोध किया था कि क्षेत्रीय पासपोर्ट प्राधिकरण को उनका पासपोर्ट नवीकरण करने का निर्देश दिया जाए जो उन्हें एक फिल्म की शूट के लिए बुडापेस्ट, हंगरी तक जाने के लिए जरूरी है। इस याचिका पर 28 जून को सुनवाई के दौरान पासपोर्ट प्राधिकरण की तरफ से अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल अनिल सिंह ने कोर्ट को बताया था कि कंगना रनौत की याचिका अस्पष्ट है और इसमें यह साफ नहीं है कि उनके खिलाफ कौन सी आपराधिक कार्यवाही लंबित है।
कंगना रनौत के के वकील रिजवान सिद्दीकी ने जज एसएस शिंदे की पीठ को बताया कि ऐक्ट्रेस के खिलाफ केवल दो प्राथमिकी दर्ज थी लेकिन इन प्राथमिकियों में ऐक्ट्रेस के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं हुई है। वकील ने बताया कि बांद्रा पुलिस ने अपने ट्वीट के जरिए धार्मिक शत्रुता को बढ़ावा देने के लिए पिछले साल अक्टूबर में पहली प्राथमिकी दर्ज की थी। दूसरी प्राथमिकी इस साल मार्च में पुस्तक 'दिद्दा : वॉरियर क्वीन ऑफ कश्मीर' के लेखक की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी जिन्होंने आरोप लगाया था कि कंगना रनौत ने उनकी इजाजत के बिना किताब के विषय पर फिल्म की घोषणा की थी।
अपनी हस्तक्षेप याचिका में जावेद अख्तर ने कहा कि उन्होंने ऐक्ट्रेस द्वारा एक टीवी साक्षात्कार में उनके खिलाफ टिप्पणी करने पर नवंबर 2020 में कंगना रनौत के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी और इस मामले में आपराधिक कार्यवाही लंबित है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत कोर्ट के समक्ष इसका खुलासा करने में विफल रहीं।
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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आज मैं आपके साथ क्रीमी और सुपर टेस्टी डिज़र्ट बनाने की रेसिपी को शेयर करुँगी। जिसको आप बिना किसी ताम-झाम और बिना गैस जलाएं बना सकते हैं। आम के मौसम में ये सबसे बेस्ट और आसान डिज़र्ट हैं। जिसको खाकर आपका दिल भी खुश जाएंगा और आपको इस डिज़र्ट को बनाने में भी मज़ा आएंगा।
- ओरियो बिस्किट = 1 पैकेट (30 रूपए वाला)
ओरियो मेंगो श्रीखंड बनाने के लिए सबसे पहले आपको प्लेन दही को हंग दही बनाना हैं। क्यूंकि इस डिज़र्ट को बनाने में आपको दही में थोड़ा भी पानी नहीं चाहिए। दही एकदम गाढ़ी चाहिए। इसलिए आपको एक बाउल में सूती कपड़े को रखकर इसमें दही को डालना हैं।
फिर कपड़े के चारो कोनो को पकड़कर दही को अच्छे से निचोड़ ले। जिससे इसमें से पानी निकल जाएँ, जब आप इस तरह से दही को निचोड़कर इसमें से पानी को निकालेगे तो काफी हद तक पानी दही से निकल जाएंगा। लेकिन थोड़ा-बहुत पानी दही में रह जाएंगा। इसको निकालने के लिए आपको कपड़े को बांधकर इसको लटकाना हैं।
इसी तरह से आपको दही को 2 से 3 घंटे के लिए टांग ले। जिससे दही के अंदर जो भी पानी हैं, वो सब निकल जाएंगा। 2 से 3 घंटे के बाद आप दही को चेक करेगे। आप देखेगे आपकी दही पहले से गाढ़ी हो जाएँगी। इस तरह से आपकी हंग दही बनकर तैयार हैं।
जिसको आप एक बाउल में कर लेगे और इसको चम्मच से चला भी लेगे। फिर दही को एक साइड रख ले। उसके बाद बिस्किट का क्रम्बस बना लेगे। जिसके लिए आपको एक ग्राइंडर जार लेकर इसमें ओरियो बिस्किट का पैकेट लेकर इसमें सारे बिस्किट को तोड़कर डालना हैं।
फिर बिस्किट को ग्राइंड कर ले। इस तरह से आपके बिस्किट क्रम्बस बनकर तैयार हो जाएंगे। फिर आपको इनको एक प्लेट में निकालकर रखना हैं। उसके बाद अब आपको आम की प्यूरी बनानी हैं। जिसके लिए आपको दोनों आम को छीलकर इसका छिलका उतार लेना हैं। फिर आप दोनों आम को छोटे-छोटे क्यूब में काट लेगे। फिर ग्राइंडर जार लेकर इसमें आम के क्यूब को डालकर इसको ग्राइंड करके प्यूरी बना ले।
अब हंग दही जिसको आपने बनाया हैं उस दही में आपको आम की प्यूरी को डालना हैं। फिर इसमें पाउडर शुगर और हरी इलायची का पाउडर डालकर हैण्ड विस्कर से अच्छी तरह से मिक्स कर ले। (पाउडर शुगर को डालने से पहले आप आम को टेस्ट करे अगर आम ज़्यादा मीठा हैं तब आप इसमें पाउडर शुगर का इस्तेमाल न करे) जिससे आपका ये मिक्सचर एकदम क्रीमी हो जाएँ। अब आप इस मिक्सचर को एक पाइपिंग बेग में फिल करके रख ले।
फिर डिज़र्ट बनाने के लिए आपको एक कप लेना हैं और इसमें आप सबसे पहले बिस्किट क्रम्बस को चम्मच से डाले। जिससे बिस्किट क्रम्बस की एक लेयर लग जाएँगी। अब आपको दूसरी लेयर लगानी हैं और दूसरी लेयर आपको आम के मिक्सचर की लगानी हैं।
जिसके लिए आपको पाइपिंग बेग को नीचे की साइड से थोड़ा सा काटना हैं। फिर आपको पाइपिंग बेग से इस मिक्सचर को कप में बिस्किट क्रम्बस के ऊपर दूसरी लेयर को लगाना हैं और फिर से बिस्किट क्रम्बस की एक और लेयर को लगाना हैं और फिर से मिक्सचर की लेयर को लगाना हैं।
फिर इसी तरह से आप बाकी के डिज़र्ट को भी रेडी कर ले और अब डिज़र्ट के ऊपर थोड़ा-थोड़ा बिस्किट क्रम्बस को स्प्रिंक्ल कर ले और अब इनके ऊपर एक-एक ओरियो का बिस्किट रख ले। इस तरह से आपका टेस्टी ओरियो मेंगो श्रीखंड बनकर तैयार हैं। जो बहुत ही यम्मी बनता हैं।
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हैम्स्टर बहुत मोबाइल और प्यारे पालतू जानवर हैं। कुछ लोग अपने आकर्षण से पहले खड़े होंगे। यह वास्तव में दुखी हो जाता है जब इस तरह के एक छोटे से प्राणी में स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। लेकिन हैम्स्टर की बीमारी असामान्य नहीं है और जानवरों को प्राप्त करने से पहले संभावित कठिनाइयों को तुरंत तैयार करना बेहतर होता है। हैम्स्टर के पास कौन सी बीमारियां हैं और उन्हें कैसे पहचानें?
इन छोटे पालतू जानवरों की कई आम बीमारियां हैं। हम हैम्स्टर और उनके कारणों की कुछ बीमारियों का विश्लेषण करेंगेः
- मोटापा। हैम्स्टर की इस बीमारी के लक्षण काफी पहचानने योग्य हैंः जानवर निष्क्रिय है, इसके सहवासियों के बीच अतिरिक्त वजन की उपस्थिति से अलग है। वास्तव में, यह बीमारी भयानक परिणाम हैः दिल पर एक बहुत भारी बोझ। अपने पालतू जानवर चलाने के लिए एक पहिया खरीदना सुनिश्चित करें और आहार में इसे सीमित करने का प्रयास करें।
- गंजापन। इस बीमारी की एक विशिष्ट विशेषता ऊन के बिना एक साफ और नाजुक त्वचा है। घाव में त्वचा को वंचित करते समय और रंग बदलते हैं। और अक्सर हैम्स्टर की इस बीमारी का कारण विटामिन की एक साधारण कमी है। अपने पालतू जानवरों के लिए पालतू जानवरों के स्टोर विटामिन में खरीदना सुनिश्चित करें। इस तरह के खामोशी का एक अन्य कारण जानवर का तनाव हो सकता है।
- पशु छींकता है। यह एलर्जी या निमोनिया हो सकता है। सटीक कारण निर्धारित करने के लिए, याद रखें कि आपने हाल ही में एक नया पालतू भोजन या भूसा खरीदा है या नहीं। फेफड़ों की सूजन अक्सर हैम्स्टर के बीच आम है, इसलिए पशु चिकित्सक के लिए अभियान अनिवार्य नहीं होगा।
- पूंछ क्षेत्र में नमी। ऐसा लक्षण एक आंतों के विकार का संकेत हो सकता है। लेकिन सरल दस्त के अलावा, किसी को भी एक और गंभीर बीमारी पर संदेह होना चाहिए। ऐसे लक्षणों पर ध्यान देंः भूख की कमी, चिड़चिड़ापन, पानी के मल, आवधिक रेक्टल रक्तस्राव और कटे हुए बाल। "गीले पूंछ" हैम्स्टर के लिए एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। यदि आप इसका इलाज नहीं करते हैं, तो जानवर के लिए घातक परिणाम की गारंटी है।
- गाल पाउच की सूजन। अगर एक हम्सटर अपने गाल पर कुछ तेज लगाने की कोशिश करता है या एक कठोर भोजन होता है, तो सूजन शुरू हो सकती है। इसे जाने दो मत, रोग खुद ही पारित नहीं होगा। पशुचिकित्सा को भोजन के अवशेषों को हटा देना चाहिए और एंटीसेप्टिक के साथ सबकुछ का इलाज करना चाहिए।
- हैम्स्टर के रोगः आंखें। आंखों की बीमारियों पर हम अधिक विस्तार से रुकेंगे, क्योंकि यह एक सामान्य समस्या है और यह बहुत आम है। बीमारी के कारण भूरे रंग के संक्रमण, संक्रमण, सेनेइल conjunctivitis, एक लड़ाई के बाद आघात के लिए आघात हो सकता है। रोग की शुरुआत के लक्षण निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैंः
- जानवर अच्छी तरह से नहीं खाते हैं या खाने से इनकार करते हैं;
- ऊन की सुस्त उपस्थिति होती है, थोड़ी सी रफल होती है;
- हम्सटर वजन कम करना शुरू करता है;
- जानवर धीमा गति से चल रहा है और आंखें लगातार ढकी हुई हैं।
हर दिन पालतू जानवरों की आंखों की जांच करने की आदत प्राप्त करें। वे साफ और चमकदार होना चाहिए। सुस्त और आधा बंद आँखें एक खतरनाक लक्षण हैं। जानवर को पशु चिकित्सक के पास ले जाना सुनिश्चित करें। आंखों पर तनाव को कम करने के लिए पिंजरे को एक अंधेरे जगह में रखने की कोशिश करें।
बाकी से बीमार हम्सटर को अलग करना जरूरी है। उसकी सभी चीजें और पिंजरे ठीक तरह से कीटाणुरहित होना चाहिए। कभी भी स्व-दवा न करें, यह टुकड़ों के लिए घातक खतरा बन सकता है।
रोग के पहले लक्षणों पर विशेष ध्यान जंगल हैम्स्टर के मालिकों को दिया जाना चाहिए। ये हैम्स्टर बहुत तेज और तेज़ होते हैं, वे आसानी से खुद को चोट पहुंचा सकते हैं या संक्रमण पकड़ सकते हैं। पिंजरे के बाहर अकेले अपने पालतू जानवर को कभी न छोड़ें, हैम्स्टर बहुत बेकार प्राणी हैं और उनके लिए ऊंचाई से गिरना एक आम बात है। भले ही उन्हें गंभीर चोट न हो, फिर भी वे सदमे से मर सकते हैं। विशेषज्ञों से संपर्क करना सुनिश्चित करें और जानवरों का इलाज न करें, इससे उन्हें अपना जीवन खर्च हो सकता है।
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DOOGEE अपने रग्ड और मॉन्स्टर बैटरी स्मार्टफोन्स के लिए पॉपुलर है। कंपनी अब एक नया फोन ला रही है, जिसमें बैटमैन डिजाइन देखने को मिलेगा। दरअसल, हम बात कर रहे हैं कंपनी के अपकमिंग DOOGEE S89 Pro की।
DOOGEE अपने रग्ड और मॉन्स्टर बैटरी स्मार्टफोन्स के लिए पॉपुलर है। कंपनी अब एक नया फोन ला रही है, जिसमें बैटमैन डिजाइन देखने को मिलेगा। दरअसल, हम बात कर रहे हैं कंपनी के अपकमिंग DOOGEE S89 Pro स्मार्टफोन के बारे में। कंपनी के इस नए रग्ड फोन में कई धांसू फीचर्स मिलेंगे। स्मार्टफोन में 65W फास्ट चार्जिंग के साथ 12000mAh की बैटरी होगी और यह Mediatek Helio P90 चिप से लैस होगा।
S89 Pro एक बहुत ही मजबूत स्मार्टफोन है। फोन में बैटमैन-थीम वाले डिस्प्ले मिलेगा। मजबूती के मामले में इसे MIL-STD-810H सर्टिफिकेशन मिला है और यह आउट-ऑफ-द-बॉक्स Android 12 पर काम करेगा। कंपनी ने अपना ट्वीट में कहा कि फोन ईंट जितना मजबूत है।
फोन में 6. 3 इंच का LCD FHD+ डिस्प्ले है जिसमें बैटमैन की मल्टी-कलर ब्रीदिंग लाइट है। S89 Pro में 8GB रैम और 256GB स्टोरेज है और इसमें कस्टमाइजेबल साइड बटन है। कैमरा सेटअप में 64MP का मेन कैमरा, 20MP का नाइट शूटर, 8MP का मैक्रो/वाइड-एंगल सेंसर और 16MP का सेल्फी शूटर शामिल है। स्मार्टफोन 4G कनेक्टिविटी और एनएफसी सपोर्ट करता है। इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट रीडर भी है।
डिवाइस के लिए गजब की बैटरी है। यह 65W वायर्ड चार्जिंग और 15W वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करता है। MIL-STD-810H स्टैंडर्ड के अलावा, Doogee S89 Pro स्मार्टफोन IP68 और IP69K रेटेड है। कंपनी ग्राहकों को लुभाने के लिए S89 प्रो पर एक धांसू अर्ली-बर्ड ऑफर लेकर आई है। लॉन्च के पहले पांच दिनों में AliExpress के माध्यम से इसे $239. 99 की रियायती कीमत पर बेचा जाएगा। जैसा कि पहले बताया गया है कि स्मार्टफोन की बिक्री 25 जुलाई से शुरू होगी।
कंपनी DOOGEE S89 Pro को 25 जुलाई को लॉन्च करेगी। ग्राहकों को लुभाने के लिए S89 प्रो पर एक धांसू अर्ली-बर्ड ऑफर लेकर आई है। ऑफर के तहत, पहले 5 दिन यानी 29 जुलाई तक इसे 239. 99 डॉलर (लगभग 19,000 रुपये) में बेचा जाएगा, उसके बाद फोन की इसकी कीमत बढ़कर 700 डॉलर (यानी लगभग 56 हजार रुपये) हो जाएगी। फोन को AliExpress से खरीदा जा सकेगा। फोन की बिक्री 25 जुलाई से शुरू होगी।
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(www. arya-tv. com)पॉप्युलर रियलिटी शो बिग बॉस का 14वां सीजन 3 अक्टूबर से शुरू होने वाला है। शो शुरू होने के लिए सिर्फ 4 दिन ही बचे हैं इसी बीच शो के कंटेस्टेंट्स के नाम सामने आ रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सीजन शो में एजाज खान, सारा गुरपाल, पवित्रा पुनिया, निशांत मलकानी, जैस्मिन भसीन, रुबीना दिलायक, अभिनव शक्ला, निकी तम्बोली और राहुल वैद्या नजर आने वाले हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि शो शुरू होने से पहले सभी अलग-अलग होटल में रहेंगे।
दिल से दिल तक, नागिन और टशन-ए-इश्क सीरियल में काम कर चुकीं जैस्मिन इस शो का हिस्सा बन रही हैं। बता दें कि इससे पहले जैस्मिन खतरों के खिलाड़ी मेड इन इंडिया में नजर आई थीं।
अभिनव शुक्ला और रूबीना दिलायक दोनों पति-पत्नी साथ में शो में एंट्री मारेंगे। बता दें कि अभी तक रूबीना और अभिनव हिमाचल में साथ में टाइम स्पेंड कर रहे थे।
सिंगर राहुल वैद्या भी इस शो का हिस्सा बनेंगे। राहुल के गानों को काफी पसंद किया जाता है। राहुल इस सीजन के स्ट्रांग कंटेस्टेंट्स हो सकते हैं।
सलमान ने बताया कि शो में इस बार बाहर का खाना, स्पा, थियेटर और शॉपिंग की सुविधा भी होगी। दरअसल, यह पहला मौका है जब बिग बॉस में बाहर का खाना और अन्य सुविधाएं कंटेस्टेंट्स को दी जा रही हैं।
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मुंबई. टीवी शो "कॉमेडी नाइट्स विद कपिल" से कपिल शर्मा बड़े पर्दे पर धमाकेदार एंट्री के लिए तैयार हैं। वह डायरेक्टर अब्बास मस्तान की फिल्म 'किस किसको प्यार करूं' से बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे हैं। इस कॉमेडी फिल्म में कपिल की एक नहीं बल्कि तीन बीवियां हैं, साथ में एक गर्लफ्रेंड भी है, जिनके साथ वे इस फिल्म में रोमांस करते नजर आएंगे। लेकिन रियाल लाइफ में कपिल को रोमांस में अनाड़ी हैं।
हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है। इस दौरान कपिल ने फिल्म के बारे में बताया, यह पूरी तरह फैमिली फिल्म है। इसमें कॉमेडी है, रोमांस है, एक्शन है, थ्रिलर है। दर्शक इस फिल्म को बहुत एंज्वॉय करेंगे। मुझे रोमांस करना ठीक से नहीं आता, लेकिन हीरोइनों को देख कर थोड़ा-थोड़ा रोमांस भी हो गया है। जिंदगी में मैंने कभी डांस नहीं किया था, इस फिल्म में थोड़ा बहुत डांस भी करता नजर आऊंगा। ओवर एंड आॅल दर्शक अपने पूरे परिवार के साथ फिल्म देख सकते हैं। '
रियाल लाइफ में कपिल काफी शर्मीले और रिजर्व्ड हैं, लेकिन कॉमेडी शो के जरिए हीरोइनों के साथ कॉमेडी स्टाइल में फ्लर्ट करके उन्होंने कई हीरोइन को अपना दीवाना बना लिया है। ऐसे में जब उनसे पूछा गया, क्या किसी लड़की को अट्रैक्ट करने के लिए कॉमेडी का हुनर आना कितना अच्छा है? कपिल ने हंसते हुए कहा, 'बेसिकली हर किसी को हंसना अच्छा लगता है।
मैंने ज्यादातर देखा है कि अगर किसी लड़की से पूछा जाए कि उसको किस तरह का पति पसंद है तो वह यही कहती हैं कि वह हंसमुख होना चाहिए, सेंस आॅफ हूयमर अच्छा होना चाहिए। उस हिसाब से मुझे लगता है कि अगर आपको किसी लड़की का दिल जीतना है तो आपमें उसको हंसाने की एबिलिटी होनी चाहिए। '
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मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले भागों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है। वहीं, प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है जबकि अधिकतम तापमान सामान्य है।
हिमाचल प्रदेश में 30 सितंबर तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार इस दौरान राज्य के विभिन्न भागों में बारिश के आसार हैं। केंद्र के अनुसार मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले भागों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है। वहीं, प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है जबकि अधिकतम तापमान सामान्य है। उल्लेखनीय है कि अभी भी मंडी जिला में पांच और कुल्लू में दो सड़कें बंद हैं।
वहीं, राजधानी शिमला में भूस्खलन का सिलसिला जारी है। शहर के उपनगर पंथाघाटी में भूस्खलन होने के बाद सड़क पर आए मलबे से दो कारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। दोनों वाहन सड़क किनारे पहाड़ी के नीचे पार्क थे। एक कार की छत, जबकि दूसरे वाहन के बंपर को नुकसान पहुंचा है। रविवार को लोक निर्माण विभाग ने सड़क से मलबे को हटा दिया है। कारों को काफी नुकसान पहुंचा है। उधर, रविवार को प्रशासन और पुलिस की टीम ने मौका का निरीक्षण किया।
उधर, जालंधर-मंडी वाया धर्मपुर नेशनल हाईवे पर रविवार दोपहर करीब 12:30 बजे लौंगणी के पास पहाड़ी दरक गई। इससे सड़क से गुजर रही एक कार भूस्खलन की चपेट में आ गई। कार में बैठे चालक ने मुश्किल से जान बचाई। उसे मामूली चोटें आई हैं। भूस्खलन के बाद मार्ग बंद हो गया। तीन घंटे के बाद हाईवे को बहाल कर दिया गया है। रविवार को मौसम साफ होने के चलते धूप खिली थी। धर्मपुर के खैलग निवासी बाबूराम दोपहर कार से अपने घर धर्मपुर लौट रहे थे।
जैसे ही वह लौंगणी के पास पहुंचे तो पहाड़ से चट्टानें और पेड़ सड़क पर गिरने लगे। भूस्खलन की चपेट में आने से कार भी मलबे में दब गई। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर लोगों का जमावड़ा लग गया। कड़ी मशक्कत के बाद कार को बाहर निकाला गया। बाबूराम ने बताया कि उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला। कार पर मलबा गिरने से नुकसान पहुंचा है। उन्हें हल्की चोटें आई हैं लेकिन जान बच गई। एनएचए के कनिष्ठ अभियंता अमरजीत शर्मा ने बताया कि लौंगणी के पास हाईवे बाधित हुआ था। अब हाईवे को बहाल कर दिया है।
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सचिन के मुताबिक रेड बॉल से टेस्ट सीरीज शुरू की जानी चाहिए थी.
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चैंपियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कोरोना वायरस महामारी के बीच छह राज्यों में कमजोर तबके के 100 बच्चों के उपचार में मदद की.
सचिन तेंदुलकर के मुताबिक भारत के पास संपूर्ण गेंदबाजी अटैक है.
सचिन ने 'एकम' फाउंडेशन के साथ महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बच्चों के इलाज में मदद की जो सरकारी और ट्रस्ट के अस्पतालों में हुआ.
गंभीर बीमारियों से जूझ रहे ऐसे बच्चों की उन्होंने मदद की जो उपचार का खर्च उठाने में सक्षम नहीं है .
धोनी और सचिन को वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की मदद के लिए बुलाओ!
मणिपुर CM के घर पर हमला,भारत में वर्ल्ड कप को निशाना बनाएगा खालिस्तान?
पटना में लालू-नीतीश की मुलाकात, जानिए क्या हुई बात?
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कर्नाटक हाई कोर्ट ने यह कहते हुए हुबली की ईदगाह मैदान में गणेश महोत्सव की अनुमति दे दी है कि बेंगलुरू के चामराजपेट ईदगाह मामले की तरह इस मामले में ज़मीन के मालिकाना हक़ को लेकर कोई विवाद नहीं है।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, मंगलवार को ही देर रात 10 बजे कर्नाटक हाई कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई। क़रीब एक घंटे की बहस के बाद जस्टिस अशोक एस किनागी ने रात पौने 12 बजे अपना फ़ैसला सुनाया। जस्टिस किनागी ने कहा, "मौजूदा मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश मान्य नहीं है। मुझे याचिकाकर्ता की ओर से अंतरिम आदेश पारित करने की अर्ज़ी में कोई आधार नहीं दिखता। इसलिए इस मामले में याचिकाकर्ता की ओर से अंतरिम आदेश की मांग को खारिज किया जाता है। " कोर्ट ने हुबली-धारवाड़ नगर निगम (एचडीएमसी) की ओर से हिंदू संगठनों को ईदगाह मैदान में गणेश उत्सव मनाने की इजाज़त देने वाले आदेश को बरकरार रखा। बता दें कि मंगलवार को दिन में बेंगलुरू की चामराजपेट ईदगाह मैदान से जुड़े एक अन्य मामले में जस्टिस इंदिरा बनर्जी की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने आदेश देते हुए कहा था, ""बुधवार और गुरुवार को ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी की पूजा आयोजित नहीं की जाएगी। "
मामले की अगली सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 23 सितंबर की तारीख़ तय की थी। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने संबंधित पक्षों को मामला सुलझाने के लिए हाई कोर्ट से संपर्क करने को कहा था। ग़ौरतलब है कि हुबली ईदगाह मैदान को लेकर अंजुमन-ए-इस्लाम ने हाई कोर्ट में अर्ज़ी दायर करके कहा था कि ईदगाह मैदान में गणेश प्रतिमा को स्थापित करने से रोकने के लिए अंतरिम आदेश दिया जाए। यह पहली बार है जब हिंदू संगठनों ने हुबली धारवाड़ नगर निगम से यहां पूजा करने की अनुमति मांगी है। हालांकि, याचिकाकर्ता ने यह भी स्वीकार किया है कि उन्हें रमज़ान और बक़रीद सहित अन्य मौकों पर इसी ईदगाह में नमाज़ पढ़ने की मंज़ूरी दी जा चुकी है। हुबली ईदगाह मैदान उन जगहों में से है जिसे लेकर सबसे लंबी क़ानूनी लड़ाई लड़ी गई है। क़रीब एक शताब्दी पहले सन् 1921 में अंजुमन-ए-इस्लाम को यहां सामूहिक नमाज़ पढ़ने का अधिकार मिला था। (RZ)
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प्रसग - कृष्ण के वियोग मे सतप्त गोपियाँ दिन प्रतिदिन क्षीण होती जा रही है। प्रस्तुत पद मे उसी कृशता का वर्णन किया गया है ।
व्याख्या - हे उद्धव । श्रीकृष्ण के वियोग का दुख सहते सहते हमारा शरीर दिन प्रतिदिन क्षीण होना जा रहा है । यही कारण है कि जो पहुँची अथवा कगन हाथ मे पहना करती थी अब वही बाजूबन्द के रूप मे पहना जा सकता है। जब हमारे मनमोहन श्रीकृष्ण मथुरा चलने लगे थे तो उन्होने वापस आने के लिए पन्द्रह दिन की अवधि कही थी, वह अबधि समाप्त हो, प्रभु से शीघ्रमिलन हो, इसके लिए हम निरन्तर उनकी बाट देखती रही, रातदिन कृष्ण के लौटने की आशा मे भगवान् शकर से नाना प्रकार की मनोतियाँ मनाती रही किन्तु वे श्याम लौट कर नही आये । अब तो विरह के सताप में सारा शरीर इतना दुखी है कि जब हम अपने विरह का दुख लिखती है तो पत्र लिखने का कागज से भीग कर एकदम जलमय हो जाता है, इसलिए अब तो पत्र लिखना भी मुश्किल हो गया है । हे उद्धव ! तुम जाकर श्रीकृष्ण को हमारी दशा का जबानी ही वर्णन करना, उन्हें बताना कि हमारे मन मे आपसे मिलने की अत्यन्त उत्कण्ठा है और आपके वियोग मे हम नित्यप्रति बहुत कष्ट सहन करती रहती है। ब्रज की सभी गोपियाँ आपके विरह की अग्नि में जल रही है, उनके मन मे आपके ही दर्शनो की लालसा बनी
विशेष - इस पद में विरहजन्य कृशता को मालकारिक चमत्कारिक रूप देकर चित्रित किया गया है । वियोगिनी का चित्रण करते हुए अनेक कवियों ने ऊहात्मक पद्धति का सहारा लिया है, प्रस्तुत पद मे उसी शैली का अवलम्वन किया गया है ।
अलकार - 'कर ककन ते भई'-सम्बन्धातिशयोक्ति ।
फूल बिनन नहिं जाउँ सखी री ! हरि बिन कैसे बीनों फूल । सुन री, सखी ! मोहि रामदोहाई फूल लगत तिरसूल । जो राते राते फूलन फूली डार । हरि विन फूल भार से लागत भरि भरि परत श्रृंगार ।। कैसे के पनघट जाउँ सखी रो ! डोलौं सरिता-तोर । भरि भरि जमुना उमड़ि चली है इन नैनन के नीर ।।
इन नैनन के नीर सखी री ! सेज भई घरनाउँ । चाहति हौं याही पै चढ़िकै स्थाम-मिलन को जाउँ । प्रान हमारे बिन हरि प्यारे रहे श्रधरन पर प्राय । सूरदास के प्रभु सों सजनी कौन कहै समुझाय ॥३६८ ॥ शब्दार्थ - विनन - चुनते हुए । तिरसूल = त्रिशूल । राते- राते = लाल ज्वाला । डोलौ= घूमू । सरिता तीर=नदी किनारा । घरनाऊ =बाँस मे उलटे घडे बांधकर बनाई हुई नाव । याही पै इसी पर ।
प्रसंग - वियोगावस्था में प्रकृति के शीतल, कोमल और आकर्षक तत्व भी - दाहक, कठोर और दुखप्रद दिखाई देते है । प्रस्तुत पद मे गोपियों की इसी दशा का चित्ररण किया गया है ।
व्याख्या - हे सखी । मैं फूल चुनने के लिए उपवन मे नही जाऊँगी, क्योकि मैं जब भी फूलो को देखती हूँ तो मेरे सम्मुख कृष्ण का कोमल, सुन्दर, स्वरूप छा जाता है। मन मे नाना प्रकार की उमगे हिलोरे लेने लगती है, इसलिए कृष्ण के बिना मैं फूल कैसे चुन सकती हूँ । हे सखी । मैं राम की सौगन्ध खाकर कहती हूँ कि ये फूल श्रीकृष्ण के विना मुझे त्रिशूल के समान मालूम पड़ते हैं । वे जो वृक्षो पर टेसू के लाल लाल फुलो के समूह दीखते है वे सभी कृष्ण के अभाव में ऐसे प्रतीत होते है जैसे वे फूल अग्नि की ज्वाला हैं और जैसे रेडकर धरती पर गिर रहे है ।
हे सखी ! मैं पनघट पर भी कैसे जा सकती हूँ, यमुना के किनारे पर भ्रमण करने के लिए भी नही जा सकती, क्योकि यमुना को देखकर ही आँखो अश्रुधारा प्रवाहित हो जाती है । और जब श्राखो मे पानी भरा हुआ होता है तो शया भी ऐसी दिखाई देती है जैसे बाँस मे उल्टे घडे वाँधकर बनाई हुई नौका हो । मै चाहती हूं कि श्याम को मिलने के लिए इसी नौका पर बैठकर चलूँ । वास्तव मे हमारे प्राण श्रीकृष्ण के बिना अधरो तक आ गए है। किन्तु हे सखी । कौन ऐसा व्यक्ति है जो कृष्ण को यहाँ की स्थिति समझा सके । श्राज उनके विरह ने हमारे जीवन का सभी सुख, आनन्द और उल्लास समाप्त कर दिया है उनके दर्शन करने से ही हमारी वेदनाये समाप्त हो सकती है । |
नई दिल्ली। अभिनेत्री हुमा कुरैशी का कहना है कि उन्होंने मुंबई आने के बाद कभी भी बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेताओं में शुमार खान बंधुओं के साथ काम करने का सपना नहीं देखा देखा था। उन्होंने कहा कि उस समय उनके लिए एक फिल्म मिल जाना ही सबसे बड़ी बात थी।
टाटा स्काई एक्टिंग अड्डा पर हुमा ने शो 'छाबड़ा का डाबरा' में अपने पहले निर्देशक मुकेश छाबड़ा से बात की। इस शो में कलाकार अपने फिल्मी सफर पर बात करते हैं।
एक बयान के अनुसार, शो में छाबड़ा ने उनसे खान बंधुओं के साथ काम करने के सपने के बारे में पूछा।
उन्होंने याद किया कि कैसे उन्हें सलाह दी जाती थी कि फिल्म निर्देशकों की नजर में आने के लिए अच्छे टीवी विज्ञापन करने चाहिए।
सलाह मानते हुए उन्होंने आमिर खान, अभिषेक बच्चन तथा कई बड़ी हस्तियों के साथ टीवी विज्ञापन किए।
(आईएएनएस)
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वीर अर्जुन संवाददाता इलाहाबाद । शासन द्वारा चिन्हान्कित विकास पाथमिकता कार्यकमों की समीक्षा बै"क मण्डलायुक्त बी के सिंह की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय स्थित गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बै"क में गेहू खरीद, खरीफ की फसल हेतु तैयारी, कामधेनु याजना, मिनी कामधेनु योजना, कुक्कुट पालन योजना, फसल बीमा योजना, आम आदमी बीमा योजना, कृशक दुर्घटना बीमा योजना, खलिहान दुर्घटना बीमा योजना, डा0 राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम योजना के अंतर्गत सम्पर्क मार्ग निर्माण, ग्रामीण विद्युतीकरण, सीसी रोड एण्ड के0सी0 ड्रेन, स्वच्छ पेयजल, तालाबों का जीर्णोद्धार, पाथमिक उच्च पाथमिक विद्यालयों की स्थापना, वैकल्पिक मार्ग पकाष व्यवस्था, स्वच्छ षौचालय निर्माण, इन्दिरा आवास, लोहिया आवास, मनरेगा, निःषुल्क बोरिंग, कौषल विकास कार्यकम, पेंषन, छात्रवृत्ति, मृदा परीक्षण, मत्स्य पालन, राश्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन, पट्टा, किसान केडिट कार्ड, पषु टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, नहरों की षिल्ट सफाई, समाजवादी पेंषन, 50 लाख से ऊपर सड़क निर्माण व अन्य निर्माण कार्य, फोर लेन सड़क निर्माण कार्य, संस्थागत पसव, नियमित टीकाकरण, राज्य पोशण मिषन, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण, 72 घण्टे के अन्दर जले ट्रान्सफार्मरों को बदलना, सर्व षिक्षा अभियान, नवीन राजकीय हाईस्कूल माडल स्कूल भवनों का निर्माण, राजस्व न्यायालयों का कम्प्यूटरीकरण, मल्टी सेक्टोरल डेवलपमेंट प्लान आदि के संबन्ध में विस्तार से चर्चा करते हुये मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को आवष्यक दिषा निर्देष जारी किये। गेहूं खरीद में पीसीएफ केन्दों पर कम खरीद पर मण्डलायुक्त ने रोश व्यक्त करते हुये सभी आरएमओ, डीएसओ तथा एडीएम एफआर को चार दिन में मानक के अनुरूप गेहूं कय का पतिषत् बढ़ाने के निर्देष दिये, साथ ही जिलों में आढ़तियों की नियुक्ति कर गेहूं खरीद बढ़ाने के लिये आदेषित किया है। खरीफ की फसल हेतु खाद एवं बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिष्चित कराने हेतु संयुक्त निदेषक कृशि, डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारिता को आदेषित किया। क् ाढामधेनु एवं मिनी कामधेनु योजना के अंतर्गत कौषाम्बी की पगति कम पाये जाने पर वहां के मुख्य पषु चिकित्साधिकारी को पगति में सुधार लाने के लिये सचेत किया। विद्युत विभाग के कार्यें की समीक्षा करते हुये मण्डलायुक्त विद्युत विभाग के अभियंताओं को सचेत करते हुये कहा कि यदि कहीं पर भी विद्युत के जर्जर व लटकते हुये तारां से जन-धन की हानि होती है तो संबन्धित एई तथा जेई के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराकर उनके विरूद्ध दण्डात्मक व अनुषासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। साथ ही उन्होने जले हुये ट्रान्सफार्मरों को 72 घण्टे के अन्दर बदलने के निर्देष भी दिये तथा विद्युत ट्रान्सफार्मरों पर एकत्र खरपतवार की सफाई तत्काल कराने के निर्देष दिये। पधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा में फतेहपुर व पतापगढ़ में सड़कों की स्थिति दयनीय पायी गयी। मण्डलायुक्त ने अधिषासी अभियंता व अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी को षख्त हिदायत दी है कि बिना जिलाधिकारी से अनुमोदन पाप्त किये सड़कों के मरम्मत का कार्य कतई न कराया जाये। लोहिया ग्रामों में सीसी रोड निर्माण हेतु रोड चयन अधीक्षण अभियंता खुली बै"क कराकर पस्ताव जिलाधिकारी से अनुमोदित करायें। मनरेगा की समीक्षा में कौषाम्बी तथा इलाहाबाद में मानव दिवस सृजित करने का पतिषत कम पाये जाने पर मण्डलायुक्त ने सुधार लाने की षख्त हिदायत देते हुये कहा कि खराब पगति के लिये संबन्धित मुख्य विकास अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे। किसान बीमा/फसल बीमा, खलिहान, आम आदमी, योजनाओं के वृहत पचार-पसार करने की आवष्यकता पर मण्डलायुक्त द्वारा बल दिया गया। स्वास्थ्य विभाग से संबन्धित कार्यें की समीक्षा करते हुये मण्डलायुक्त ने संस्थागत पसव को बढ़ाने, आंगनवाड़ी केन्दों के निर्माण में तेजी लाने तथा राज्य पोशण मिषन के अंतर्गत व गोद लिये ग्रामों में गम्भीर कुपोशित बच्चों का पोशण स्तर सुधारने, नियमित टीकाकरण कार्य को माइको प्लान के अनुसार कियान्वित करने पर जोर दिया गया। बै"क में जिलाधिकारी इलाहाबाद कौषल राज षर्मा, जिलाधिकारी पतापगढ़ अमृत त्रिपा"ाr, जिलाधिकारी कौषाम्बी राजमणि यादव, संयुक्त विकास आयुक्त उदयभानु त्रिपा"ा़r, अपर आयुक्त डीपी गिरि एवं षेशमणि पाण्डेय सहित संबन्धित विभागों के विभागीय मण्डल स्तरीय एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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रांची, वरीय संवाददाता। राजी पड़हा प्रार्थना सभा, रांची महानगर समिति का पुनर्गठन रविवार को किया गया। प्रदेश अध्यक्ष रवि तिग्गा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में महानगर अंतर्गत सभी गांवों से चार-चार लोगों की सूची ली गई। इसके बाद 21 पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई। इसमें लोवाडीह से अध्यक्ष चम्पा कुजूर और उपाध्यक्ष ज्ञान मुंडा, दुर्गा उरांव, फूलो कच्छप व पवन टोप्पो को चुना गया। महासचिव के रूप में मंगा उरांव, सचिव अर्जुन गाड़ी, अनु मुंडा, करमा गाड़ी, संगीता मुंडा, कोषाध्यक्ष सुधीर उरांव, उपकोषाध्यक्ष तारा गाड़ी, कार्यकारिणी सदस्य मुन्नी लकड़ा, संगीता टोप्पो, अनिता असुर, देवंती खलखो, संगीता तिर्की, सुशीला लकड़ा, रजनी तिर्की, नेहा कच्छप और विनीता तिर्की को चुना गया।
इस दौरान निर्वाचित सभी सदस्यों का स्वागत किया गया। मौके पर एतवा किस्पोट्टा, रेणु तिर्की, राजू लकड़ा, गुलाबचंद बाड़ा, बाहा उरांव, जगन्नाथ उरांव, सुनिल कच्छप, बुधुवा उरांव, तानसेन गाड़ी, रायमुरी किस्पोट्टा, राजन मुंडा, रजनी कच्छप सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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इस रिपोर्ट में हम आपको साल 2022 में लॉन्च हुए उन टॉप 5 स्कूटर्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटौरी। अगर आप एक नया स्कूटर खरीदने का सोच रहे हैं तो भी यह रिपोर्ट आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।
इस रिपोर्ट में हम आपके के लिए 5 ऐसी हाइब्रिड कारों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जोकि जल्द ही भारत में एंट्री करने जा रही हैं।
इस नई Honda CB300F नेकेड बाइक को अगस्त 2022 में लॉन्च किया गया था। मोटरसाइकिल को दो वेरिएंट्स - डीलक्स और डीलक्स प्रो में पेश किया गया था। इनकी कीमत क्रमशः 2.26 लाख रुपये और 2.29 लाख रुपये थी।
TVS Motor ने ICICI Bank के साथ मिलकर ग्राहकों के लिए काफी अच्छे ऑफर्स पेश किये हैं। ऑफर्स के तहत अगर आप TVS Star City Plus बाइक को खरीदने का मन बना रहे हैं तो आपको सिर्फ 9999 रुपये की डाउन पेमेंट का ऑफर मिलेगा।
यहां हम आपके लिए कुछ ऐसे स्कूटर्स की जानकारी दे रहे हैं जोकि आरामदायक तो हैं ही साथ ही डेली यूज़ के लिए भी काफी बेहतर हैं। इनकी राइड हैवी ट्रैफिक में भी आपको थकान महसूस होने नहीं देगी।
ऑटोमोबाइल बाजार में आए दिन नई Bikes लॉन्च होती रहती है। वहीं बाजार में मौजूद कई ऐसी बाइक हैं, जिनमें शानदार परफॉर्मेंस, तगड़ा लुक और अच्छा माइलेज मिल जाता है।
जैपनीज ऑटोमेकर टोयोटा (Toyota) अगली पीढ़ी की फॉर्च्यूनर एसयूवी (Fortuner SUV) पर काम करना शुरू कर दिया है। नए मॉडल के बारे में कहा जा रहा है कि यह 2023 में ग्लोबल मार्केट में एंट्री करेगा।
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शंकर जिद मत करो, तुम्हारे भैया के आने के बाद ही मिलेगा।
शंकर रूठकर वहां से चला जाता है और बाहर खाट पर जाकर बैठ जाता है।
कुसुम रसोई से उसे देखकर मुस्कुरा रही थी। फिर उठती है और एक प्लेट में सभी पकवान थोड़े-थोड़े लेकर आती है और शंकर के पास बैठ जाती है। फिर शंकर से पूछती है- बहुत भूख लगी है मेरे बेटे को ?
भाभी इन पकवानों की खूशबू ही इतनी अच्छी है कि किसी को भी भूख लग जाएगी। थोड़ा सा दो ना।
नहीं का मतलब नहीं होता है शंकर। कुसुम ने कहा।
ओह ये भैया भी पता नहीं कहां रह गए हैं, और पता नहीं कब तक आएंगे।
तभी कुसुम उसकी ओर वो थाली बढ़ा देती है और कहती है पर अपने भैया को मत बोलना कि तुमने खा लिया था।
शंकर हंसते हुए प्लेट पकड़ता है और कहता है बिल्कुल नहीं भाभी। मेरी सबसे अच्छी भाभी। और फिर खाना शुरू कर देता है। कुसुम उसके सिर पर हाथ फिराती है और कहती है कि मेरे होते हुए मेरा बेटा कभी भूखा नहीं रह सकता।
थोड़ी देर बाद हरी भी शहर से वापस आ जाता है और फिर तीनों एक साथ खाना खाते हैं।
अपने ख्यालों में गुम शंकर को कब नींद आ जाती है उसे पता ही नहीं चलता है।
अगले दिन सुबह वहीं सिपाही शंकर को नींद से जगाता है। कुछ देर के लिए शंकर बाहर निकल जाता है। जब वो वापस आता है तो सिपाही उसे चाय और नाश्ता देता है फिर उसे नए कपड़े भी दे देता है। चौकी के पास ही शंकर नहा-धोकर तैयार हो जाता है। कुछ ही देर बाद वो इंस्पेक्टर भी चौकी पर पहुंच जाता है। शंकर का हुलिया अब पूरी तरह से बदल गया था। शंकर को देखकर इंस्पेक्टर खुश होता है फिर वो शंकर से पूछता है कि उसने चाय नाश्ता कर लिया है ? शंकर उसे हां में जवाब देता है और नए कपड़ों के लिए उसका आभार व्यक्त करता है। इंस्पेक्टर उसे कहता है कि वो अपना रोज का थोड़ा सा काम निपटा ले उसके बाद उन साहब के पास चलेंगे। शंकर वहीं बैठ जाता है। करीब एक घंटे में इंस्पेक्टर अपना काम निपटाता है और शंकर को लेकर उन साहब से मिलने के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंच जाता है। शंकर इंस्पेक्टर को सीधे उन साहब के पास ले जाता है।
कलेक्टर ऑफिस का बाबू इंस्पेटर को बताता है कि पहचान संबंधी दस्तावेज देखने के बाद वे शंकर को बाढ़ राहत सहायता राशि दो लाख रूपए तत्काल प्रदान कर सकते हैं। इंस्पेक्टर उसे बताता है कि उसके पास कोई कागज नहीं है तो फिर उसे यह राशि कैसे प्राप्त होगी ? बाबू इंस्पेक्टर से कहता है कि यदि इसके गांव के 10 या पांच लोग भी लिखकर अगर दे दें कि यही शंकर है और वे इसे जानते हैं तो भी इसे राशि मिल जाएगी। इसके बाद इंस्पेक्टर और शंकर फिर पुलिस चौकी पर आ जाते हैं। शंकर को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वहां इंस्पेक्टर और उन साहब के बीच क्या बात हुई है। शंकर अब इंस्पेक्टर से पूछता है- वो साहब मुझे रूपए कब दे देंगे साहब ?
इंस्पेक्टर शंकर को देखता है और फिर कहता है कि उसमें अभी कुछ वक्त लगेगा। तुम एक काम करो अपने गांव के कुछ लोगों को लेकर मेरे पास आ जाओ।
पर साहब गांव में तो अभी कोई भी नहीं है, गांव तो उजाड़ पड़ा है। उस गांव का सिर्फ एक मैं ही हूं। बाकि लोग तो पता नहीं अब कहां होंगे ?
इस बात पर इंस्पेक्टर ने शंकर से कहा कि तो फिर अब मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर पाएंगा शंकर, मुझे माफ करना।
अरे साहब, आप क्यों माफी मांग रहे हैं, हमारी ही किस्मत खराब है। वैसे आप अब भी मुझे वो एफआईआर नहीं दे सकते हैं ?
शंकर तुम्हें ऐसे एफआईआर नहीं मिल सकती, मेरे बस में होता तो मैं तुम्हारे कुछ कर सकता था, पर अब मैं कुछ भी नहीं कर सकता हूं। इंस्पेक्टर ने शंकर को फिर समझाते हुए कहा। तुमने कोई अपराध किया होता, जैसे चोरी की होती तो तुम्हें एफआईआर मिल जाती।
शंकर फिर से उदास होकर वहां से चला जाता है। उसे उम्मीद थी कि इंस्पेक्टर उसकी मदद कर उसे वो सहायता राशि दिला देगा, उसके बाद वो अपना घर तैयार कर लेगा और आगे का जीवन शुरू कर देगा। पर उसकी यह उम्मीद पूरी नहीं हो सकी थी।
हर बार उदास होने के बाद वो अपने घर की जगह पर आकर बैठ जाता था और अपने भैया और भाभी को याद किया करता था। इस बार भी उसने ऐसा किया और अपने घर की जगह पर आकर बैठ गया था। पर इस बार उसके दिमाग में भैया-भाभी की बातों की जगह इंस्पेक्टर और कलेक्टर ऑफिस के उस बाबू की बातें घूम रही थी। हालांकि उसकी आंखों में आंसू भी थे, अपनी बेबसी और मजबूरी पर। वो अचानक खड़ा होता है और अपने आंसूओं को पोंछता हुआ फिर उसी रास्ते पर चल पड़ता है जिस रास्ते से वह आया था। यानि कि पुलिस चौकी की ओर।
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नईदिल्ली। देश में जारी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को लेकर राहत देने वाली बड़ी खबर सामने आई है। अमेरिकी वैज्ञानिक ने इस वैक्सीन को कोरोना के खिलाफ सबसे ज्यादा असरकारक माना है। व्हाइट हाउस के एडवाइजर डॉ. एंथनी फौसी ने कहा भारत में निर्मित कोवैक्सीन कोरोना के वैरिएंट 617 के के खिलाफ कारगर है।
उन्होंने कहा ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत में कोवैक्सिन लगवाने वाले लोगों के डेटा से वैक्सीन के असर के बारे में पता चला है। ये कोरोना के 617 वेरिएंट को बेअसर करने वाला पाया गया है। इसलिए भारत में मुश्किल हालात के बावजूद वैक्सीनेशन काफी अहम है।
क्या है वैरिएंट 617 ?
भारत में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या और तेजी से होते प्रसार के लिए 617 वैरिएंट को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। इस वेरिएंट के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र और दिल्ली में सामने आए है।
बता दें की इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर ) ने 20 अप्रैल को कहा था कि कोवैक्सिन डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट के खिलाफ भी प्रोटेक्शन देती है। अपने अध्ययन के आधार पर आईसीएमआर ने कहा था की ये वैक्सीन दक्षिण अफ्रीकी, ब्राजील और यूके वेरिएंट के खिलाफ भी असरदार है। यह इन सही वेरिएंट से प्रोटेक्शन देती है। देश में जारी दूसरी कोरोना लहर के दौरान इन्हीं वेरिएंट्स को जिम्मेदार माना जा रहा है। दरअसल, भारत के 10 राज्यों में सामने आया है की डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट सबसे घातक है। ये कम समय में नाही जल्दी से एक -दूसरे में ट्रांजिट होता है, बल्कि बहुत कम समय में ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।
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