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ऋतिक रोशन और सुजैन खान ने रविवार को अपने बेटे ऋदान का 14वां बर्थडे सेलिब्रेट किया। पूरी फैमिली लंच डेट पर नजर आई।
फिल्म तारे जमीन पर में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम करने वाला बच्चा दर्शील सफारी अब 25 साल का हो गया है। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने करियर को लेकर काफी कुछ बातें कीं।
86 साल के धर्मेंद्र पिछले 4 दिन से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। बीती रात उन्हें डिस्चार्ज कर दिया था। घर लौटकर उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपनी सेहत की जानकारी दी।
श्वेता तिवारी की बेटी पलक तिवारी इन दिनों टॉक ऑफ द टाउन बनी हुई है। वहीं, पलक ने हाल ही में इंटरव्यू में अपने पापा राजा चौधरी के साथ रिश्तों को लेकर बात की।
आमिर खान की 25 साल की बेटी आयरा खान काफी समय से डिप्रेशन का शिकार है, लेकिन अब वे एक और बीमारी का शिकार हो गई, जिसके बारे में उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर की है।
मराठी फिल्मों की जानीमानी एक्ट्रेस प्रेमा किरण का रविवार को सुबह निधन हो गया। वे 61 साल की थी। खबरों की मानें तो उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।
करीना कपूर और आमिर खान ने हाल ही में एक फेदर चैलेंज किया और फिर इसे सबसे करने को कहा। करीना की चाची नीतू सिंह अपने बेटे रणबीर कपूर के साथ ये चैलेंज पूरा करती नजर आई।
बोल्डनेस का तड़का लगाने वाली उर्फी जावेद का एक वीडियो का एक वीडियो सोशल मीडिया पर कदर मचा रहा है। दरअसल, इस वीडियो में टॉपलेस नजर आ रही है।
जानीमानी सिंगर और कई ग्रैमी अवॉर्ड्स अपने नमा करने वाली नाओमी जुड का निधन हो गया है। वे 76 साल की थी। उनकी बेटी ऐशले जुड ने ट्वीट कर मां के निधन की पुष्टि की।
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चीन में कोरोना के मामले खतरनाक रफ्तार से बढ़ रहे हैं. चीन में बढ़ते कोरोना मामलों ने भारत को भी चिंता में डाल दिया है. चिंता उस BF. 7 वैरिएंट को लेकर भी है जिसने चीन में कोरोना को विस्फोटक रूप दिया है. भारत में भी उस वैरिएंट के पांच केस सामने आ गए हैं.
इस बीच कोविड-19 के हालात पर नजर रखने वाले देश के सबसे अग्रणी डाटा एक्सपर्ट आईआईटी कानपुर के प्रो मनिंद्र अग्रवाल देश में वायरस के बढ़ने की संभावना को लेकर राहत की बात कही है. मनिंद्र अग्रवाल की टीम ने ही सबसे पहले कोविड-19 के तीनों लहर और उसके पीक की गणना कर उसकी भविष्यवाणी की थी कि कब कोरोना का लहर आएगी और कितने लोग इससे प्रभावित होंगे, कब इसका पीक आएगा और कब कोरोना अपनी ढलान पर होगा.
देश के तीनों कोरोना लहरों की भविष्यवाणी करने वाले मनिंद्र अग्रवाल ने इंडिया टुडे ग्रुप से खास बातचीत में बताया कि भारत और चीन के हालात बिल्कुल अलग हैं. चीन ने कभी भारत में आई दूसरी कोविड-19 के लहर को नहीं फेस किया है. इसकी वजह से वहां नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बन पाई जबकि भारत में लगभग 98 फीसदी नेचुरल इम्युनिटी बन गई है. यही नहीं भारत में कोविड-19 को लेकर 3 स्तरीय सुरक्षा है. पहला नेचुरल या हेर्ड इम्युनिटी, दूसरा भारत की ताकतवर और दमदार वैक्सीन और तीसरा है वैक्सीन का बूस्टर डोज. मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक चीन इन तीनों में पिछड़ चुका है.
मनिंद्र अग्रवाल मानते हैं कि कठोर लॉकडाउन के चलते चीन को यह स्थिति फेस करनी पड़ रही है और जब तक लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बनेगी तब तक कोरोना का सामना नहीं किया जा सकता.
मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक भारत में थोड़े बहुत मामले बढ़ सकते हैं लेकिन कोई लहर नहीं आएगी रही बात बीएफ 7 वेरिएंट की तो भारत में जुलाई में ही यह वेरिएंट आ चुका है और इस वेरिएंट से कोई नुकसान अभी तक नहीं दिखा है. ऐसा लगता है कि भारत की वैक्सीन और नेचुरल इम्युनिटी दोनों में इसका मुकाबला करने की क्षमता है. ऐसे में देश में थोड़े मामले बढ़ जरूर सकते हैं लेकिन ना तो कोई लहर आएगी ना ही कोई पीक आएगा, इसलिए बहुत चिंता की बात नहीं है.
हालांकि, सरकारें कोविड प्रोटोकॉल लागू करेंगी जो एहतियातन जरूरी की है लेकिन भारत में चीन जैसे हालात की कोई संभावना नहीं है.
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पंजाब सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में फिर सख्ती करते हुए लॉकडाउन के नियमों में कुछ बदलाव किया है। उधर केंद्र सरकार ने भी देश के यातायात और आर्थिक व्यवस्था में मुख्य भूमिका निभाने वाली रेल को लगभग बंद ही रखा है, बेशक मालगाडि़यां और कुछेक पैसेंजर ट्रेन चल रही हैं।
इसी तरह और भी देश और प्रदेशों के कारोबार, व्यापार और आर्थिक व्यवस्था के साधन अभी भी पूरी तरह दुरुस्त नहीं हो पाएं हैं। इस कारण जहां एक तरफ सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ देश में बेरोजगारी और बेकारी बढ़ रही है। इससे देश में लोग भी भारी आर्थिक संकट की चपेट में आ गए हैं। सरकार को चाहिए कि वह इस संकट का समाधान प्राथमिकता से करे।
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विराट कोहली ने एजबेस्टन में दो पारियों में 11 और 21 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने चौथी पारी में 378 रनों का पीछा करते हुए 2021 श्रृंखला के पुनर्निर्धारित पांचवें टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन इस मैच को सात विकेट से जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबर कराया था। विराट कोहली ने नवंबर 2019 के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं बनाया है और उनका खराब फॉर्म पिछले कई टेस्ट में चिंता का विषय रहा है।
स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए गावस्कर ने कहा की अपने बुरे दौर से बाहर निकलने के लिए कोहली उत्सुकता में लगभग हर गेंद तक पहुंचने और उस पर खेलने की कोशिश कर रहे हैं।
गावस्कर ने माना कि जिस तरह से साउथ अफ्रिका ने पिछले साल भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में चौथी पारी में रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा किया था उसी तरह इंग्लैंड ने भी किया और वह भारतीय टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। 378 रन एक बड़ा टोटल है और जिस तरह से उन्होंने अंतिम दिन के लिए इतना समय बचा लिया था वह अविश्वसनीय बल्लेबाजी थी।
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Jamshedpur (Sunil Pandey) : बिष्टुपुर तुलसी भवन में तीन दिवसीय संगीतमय श्री खाटू श्याम जी की कथा (शीश के दानी की अमर कहानी) के दूसरे दिन शुक्रवार को व्यास पीठ से कथा व्यास श्याम रत्न खाटू वाले पप्पू शर्मा ने बर्बरीक का जन्म, भीम और बर्बरीक (दादा और पोता) में युद्ध, भगवान कृष्ण ही बर्बरीक के गुरू, बर्बरीक द्धारा स्वच्छता का संदेश आदि का प्रसंग विस्तार से सुनाया. उन्होंने श्रद्धालुओं को बताया कि घटोत्कच व माता मोरवी को तीन पुत्र रत्नों की प्राप्ति हुई. सबसे बड़े पुत्र के बाल बब्बर शेर की तरह होने के उसका नाम बर्बरीक रखा गया. ये वही वीर बर्बरीक हैं जिन्हें आज लोग खाटू के श्री श्याम, कलयुग के देव, श्याम सरकार, तीन बाणधारी, शीश के दानी, खाटू नरेश व अन्य अनगिनत नामों से जाने जाते हैं.
स्वच्छता का संदेश देने के लिए भीम और बर्बरीक का युद्ध का प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने कहा कि एक दिन पांडव वनवास काल में भ्रमण करते हुए भूखे प्यासे उस तालाब के पास पहुंचे जिससे वीर बर्बरीक सिद्ध अम्बिकाओं के पूजन हेतु जल लिया करते थे. महाबली भीम प्यास से उतावले थे. वह बिना हाथ-पैर धोए ही उस तालाब में प्रवेश कर गए. बर्बरीक ने गर्जना करते हुए भीम को ऐसा करने से रोका. दोनों के बीच विवाद हो गया. भीम और बर्बरीक के बीच मल्ल युद्ध शुरू हुआ. बर्बरीक ने महाबली भीम को अपने हाथों से उठा लिया और जैसे ही उन्हें सागर में फेंकना चाहा, सिद्ध अम्बिकाएं प्रकट हो गईं. उन्होंने बर्बरीक से भीम का वास्तविक परिचय करवाया. सत्य जानकर बर्बरीक को बड़ा शोक हुआ और वह अपने प्राणों का अंत करने को तैयार हो गए. सिद्ध अम्बिकाओं एवं भगवान शंकर ने बर्बरीक का मार्ग दर्शन करते हुए उन्हें भीम के चरणस्पर्श कर क्षमा याचना का सुझाव दिया. महाबली भीम अपने सुपौत्र के पराक्रम से प्रसन्न हुए और बर्बरीक को आशीर्वाद देकर विदा हो गए.
आज के इस धार्मिक कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से श्याम प्रेमी मुकेश आगीवाल, संगीता काबरा, बीना देबुका, ममता केजरीवाल, आकांक्षा धूत, सोनल केजरीवाल, सुजीता अग्रवाल,कविता धूत, रिंकू अग्रवाल, पायल सोंथालिया, पायल गर्ग, कृतिका गोयल, निमेश धूत, विष्णु गोयल आदि का योगदान रहा.
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उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में शराबी पति की हरकतों से तंग आकर पत्नी ने नाबालिग के बेटे के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी महिला और उसके बेटे को पकड़कर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, थाना गजरौला क्षेत्र में 50 साल का एक व्यक्ति अपनी पत्नी और 11 साल के बेटे के साथ रहता था. वह आए दिन शराब पीकर पत्नी और बेटे के साथ मारपीट करता था. इस बात से तंग आकर उसकी पत्नी ने अपने 11 वर्षीय बेटे के साथ मिलकर रात में पति का गला घोंट दिया. इसके बाद सुबह होने पर ग्रामीणों से कहा कि पति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है.
जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. जब जांच पड़ताल की तो मृतक के गले में चोट के निशान मिले. इसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी से सख्ती से पूछताछ की. इस दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस का कहना है कि आरोपी महिला व उसके बेटे ने जुर्म कबूल कर लिया है. दोनों को हिरासत में ले लिया गया है.
पुलिस ने बताया कि मृतक अपने घर में नॉनवेज बनाना चाहता था. उसकी पत्नी अपने बेटे के लिए खाना बना रही थी. इस दौरान नाराज होकर मृतक ने खाने में मिट्टी मिला दी. इसको लेकर पति-पत्नी में जमकर मारपीट हुई. पत्नी ने अपने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर पति का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
इस मामले में मृतक की विवाहित बेटी की ओर से अपनी मां और नाबालिग भाई के खिलाफ तहरीर दी गई है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है. इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि मृतक के पास जमीन थी. धीरे धीरे सारी जमीन बेचकर शराब पी गया.
अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया महिला ने अपने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी है. रात भर इस मामले को दबाए रखा. सुबह संदिग्ध हालात में मौत बताकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया. पुलिस ने महिला से सख्ती से पूछताछ की तो महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व के तहत भारत सरकार ने निर्यातकों को बकाया सभी लंबित निर्यात प्रोत्साहनों को संवितरित करने के लिए चालू वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ही 56,027 करोड़ रुपये का प्रावधान करने का निर्णय लिया है। इस राशि में एमईआईएस, एसईआईएस, आरओएसएल, आरओएससीटीएल से संबंधित दावों, पहले की नीतियों से संबंधित स्क्रिप आधारित योजनाओें तथा वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में निर्यात के लिए रोडटेप तथा आरओएससीटीएल के लिए छूट सहायता शामिल है। ये लाभ 45,000 से अधिक निर्यातकों के बीच वितरित किए जाएंगे, जिसमें लगभग 98 प्रतिशत एमएसएमई वर्ग में छोटे निर्यातक हैं।
56,027 करोड़ रुपये की यह बकाया राशि विभिन्न निर्यात संवर्धनों तथा छूट स्कीमोंः एमईआईएस (33,010 करोड़ रुपये), एसईआईएस (10,002 करोड़ रुपये), आरओएससीटीएल (5,286 करोड़ रुपये), आरओएसएल (330 करोड़ रुपये), आरओडीटीईपी (2,568 करोड़ रुपये), टार्गेट प्लस आदि (4,831 करोड़ रुपये) जैसी अन्य लीगेसी योजनाओं के लिए हैं। यह राशि इस वित्त वर्ष अर्थात 2021-22 के लिए पहले ही घोषित आरओडीटीईपी स्कीम के लिए 12,454 करोड़ रुपये तथा आरओएससीटीएल स्कीम के लिए 6,946 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है।
भारत में निर्यातों में हाल के महीनों में जोरदार बढ़ोतरी देखी गई है। अप्रैल-अगस्त, 2021 के लिए मर्केन्डाइज निर्यात लगभग 164 बिलियन डॉलर था जो वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 67 प्रतिशत तथा 2019-20 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक था। इसी वित्त वर्ष के भीतर सभी लंबित निर्यात प्रोत्साहनों को मंजूरी दिए जाने से आगे आने वाले महीनों के दौरान और अधिक तेजी से निर्यातों में बढ़ोतरी होगी।
मर्केन्डाइज निर्यातों के लिए, एमईआईएस के तहत कवर किए गए सभी सेक्टर जैसे फार्मास्यूटिकल्स, लोहा एवं इस्पात, इंजीनियरिंग, रसायन, मत्स्य पालन, कृषि तथा संबद्ध क्षेत्रों, ऑटो तथा ऑटो कंपोनेंट पहले के वर्षों में निर्यात के लिए दिए गए लाभों का दावा करने में सक्षम हो जाएंगे। ये लाभ ऐसे सेक्टरों को नकदी प्रवाह बनाये रखने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार, जिसमें इस वित्त वर्ष के दौरान तेज सुधार देखा जा रहा है, में निर्यात मांग पूरी करने में सहायता करेंगे।
यात्रा, पर्यटन तथा आतिथ्य क्षेत्रों सहित सेवा क्षेत्र से जुड़े निर्यातक वित्त वर्ष 2019-20 के लिए एसईआईएस लाभों का दावा करने में सक्षम हो जाएंगे जिनके लिए 2,061 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। वित्त वर्ष 2019-20 के लिए एसईआईएस के लिए सेवा वर्गों तथा दरों में कुछ विशेष संशोधनों को अधिसूचित किया जा रहा है। इस सहायता का गुणक बढ़ाने वाला प्रभाव पड़ेगा और इससे रोजगार सृजन में तेजी आएगी।
वस्त्र क्षेत्र जोकि एक प्रमुख श्रम केंद्रित सेक्टर है, को आरओएसएल तथा आरओएससीटीएल के तहत पिछली बकाया राशियों का भुगतान होगा और एक दूसरे से जुड़ी आपूर्ति श्रृंखलाओं के सभी हितधारक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में त्यौहारी सीजन की मांग की पूर्ति करने के लिए मजबूत स्थिति में आ जाएंगे।
पहले के वर्षों से संबंधित निर्यात दावों के लिए निर्यातकों द्वारा 31 दिसंबर 2021 तक दावा दाखिल करने की आवश्यकता होगी जिसके बाद वे समय-बाधित हो जाएंगे। एमईआईएस तथा अन्य स्क्रिप आधारित आवेदनों को स्वीकार करने के लिए जल्द ही ऑनलाइन आईटी पोर्टल को सक्षम बनाया जाएगा और बजटीय ढांचे के तहत निर्यात प्रोत्साहनों के प्रावधान तथा संवितरण की निगरानी करने के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा गठित एक मजबूत तंत्र के साथ उन्हें सम्मिलित कर दिया जाएगा।
महामारी से उत्पन्न अन्य बजटीय प्रतिबद्धताओं के बावजूद इसी वित्त वर्ष के भीतर सभी लंबित निर्यात प्रोत्साहनों की अनुमति देने के निर्णय का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था के इस अत्यंत महत्वपूर्ण स्तंभ को सही समय पर तथा निर्णायक सहायता उपलब्ध कराना है।
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रात को सोने से पहले चाय न पिएं। ऐसा करने आपकी नींद में व्यबधान पद सकता है।
खाली पेट चाय पीने से एसिडिटी और कब्ज के साथ मितली जैसी समस्या भी हो सकती है।
चाय बनने और कप में छानने के दो-तीन मिनट बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
चाय पीने से एसिडिटी की समस्या दूर करने के लिए चाय के साथ नाश्ते में जरूर कुछ खाना चाहिए।
खाना खाने के बाद चाय पीने से बचना चाहिए। इससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
दो कप से अधिक चाय का सेवन विभिन्न तरह की बीमारियों को जन्म दे सकता है।
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नोएडा में एक शार्ट फिल्म प्रोड्यूसर पर नौकरानी के साथ रेप करने का मामला सामने आया है।
नोएडा में एक शार्ट फिल्म प्रोड्यूसर पर नौकरानी के साथ रेप करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद नोएडा सेक्टर 20 पुलिस ने नौकरानी से दुष्कर्म के मामले में प्रोड्यूसर को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रोड्यूसर पर आरोप है कि उसने नौकरानी के साथ दुष्कर्म कर मारपीट की और उसका वीडियो बना लिया और किसी से बताने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
जानकारी के मुताबिक आरोपी के पिता इडियन ब्रॉडकास्टिंग में ऊंचे पद पर कार्यरत रह चुके हैं और पत्नी एक चैनल में ग्राफिक्स डायरेक्टर है।
सेक्टर-20 के थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार शाही ने बताया कि पीड़िता के पति ने आज रिपेार्ट दर्ज कराई है कि उसकी पत्नी जो कि सेक्टर-15 के ई ब्लाक में रहने वाले अनूप गांगुली के यहां काम करती है, उसने मेरी पत्नी के साथ मारपीट कर जबरन उसका रेप किया।
इसे भी पढ़ें- पूर्व कमिश्नर पर बेटी ने लगाया आरोप, "पापा ने मेरे साथ किया रेप"
पीड़िता के पति ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि रेप का विरोध करने पर गांगुली ने उसकी पत्नी को धमकी दी है कि अगर यह बात किसी को बताई तो उसके द्वारा बनाया वीडियो वह सार्वजनिक कर देगा।
मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी के गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
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बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर को आखिरी बार साउथ एक्टर दुलकर सलमान के साथ अभिषेक शर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म द जोया फैक्टर में देखा गया था. फिल्म को बॉकस ऑफिस पर तो अपना ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाई, लेकिन फिल्म की किरदारों को काफी पसंद किया गया था. वहीं इन दिनों सोनम कपूर अपनी बहन रिया कपूर के साथ लॉस एंजिलस में वेकेशन एंजॉय कर रही हैं, जिसकी खूबसूरत फोटोज वो अपने तमाम फैंस के साथ सोशल मीडिाय पर शेयर भी कर रही हैं. हाल ही में सोनम कपूर और रिया कपूर ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी कुछ बेहद ही खूबसूरत फोटोज शेयर की हैं.
शेयर की गई फोटोज में दोनों बहने वेकेशन के बीच खाने और शॉपिंग का लुफ्त उठाती हुई नजर आ रही हैं. फोटोज को उनके सभी फैंस द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. फोटोज पर अब तक काफी सारे लाइक और कमेंट्स भी आ चुके हैं. फैंस दोनों के लुक्स की काफी तारीफें कर रहे हैं. बी टाउन में सोनम कपूर को फैशन आइकॉन के रुप में जाना जाता है. वो अक्सर ही अलग लुक्स ट्राइ करती रहती हैं, जो उनके सभी फैंस द्वारा काफी पसंद भी किए जाते हैं.
इससे पहले भी दोनों बहनों ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी कुछ खूबसूरत फोटोज शेयर की थी. फोटोज में दोनों बहने एक दूसरे के साथ काफी क्वालिटी टाइम बिताते हुए नजर आ रही हैं. दोनों बेहद ही बोल्ड अंदाज में और खूबसूरत नजर आ रही हैं. इन फोटोज में भी सोनम कपूर बहन रिया कपूर के साथ किसी रेस्तरां में बैठी हुई नजर आ रही हैं. साथ ही दोनों काफी खुश भी नजर आ रही हैं. इस फोटो को उनके तमाम फैंस द्वारा काफी पसंद किया गया था.
सोनम कपूर के अलावा उनकी बहन रिया कपूर ने भी खूबसूरत फोटो शेयर की है. वहीं अगर सोनम कपूर के काम की बात की जाए तो, उनको फिल्म द जोया फैक्टर में आखिरी बार साउथ एक्टर दुलकर सलमान के साथ नजर आई थी, जिसके बाद खबर आ रही है कि जल्द ही सोनम कपूर एक कोरियन फिल्म के हिन्दी वर्जन में नजर आएंगी. हालांकि ये खबर भी अभी पक्की नहीं है लेकिन जल्द ही सोनम कपूर किसी प्रोजेक्ट में बिजी होने वाली है.
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वसंत महोत्सव चीन का प्रसिद्ध त्योहार है। यह त्योहार परिवर्तन नई शुरुआत का समय है। वसंत उत्सव का उद्देश्य है पुराने को हटाना और नए का स्वागत करना। हालांकि, कोरोना के चलते पूरा त्योहार वर्चुअली मनाया जाएगा। इसको लेकर खास चर्चा हो रही है। इस चर्चा के लिए एएनएम न्यूज पर रखें नजर।
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श्रीलंका में पहली बार लंका प्रीमीयर लीग का आगाज होने वाला है। जिसमें खेलने के लिए भारत के पूर्व तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल ने श्रीलंका पहुंचकर कैंडी टस्कर्स टीम को ज्वाइन कर लिया है। जिसमें पहले से ही टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान शामिल है।
कैंडी टीम ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा, "हमें ये बताते हुए काफी प्रसन्नता महसूस हो रही है कि पूर्व तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल ने कैंडी टीम के दल को ज्वाइन कर लिया है। "
कैंडी की टीम में इरफ़ान पठान और मुनाफ पटेल के अलावा विंडीज दिग्गज क्रिस गेल और कुशल परेरा शामिल है। जबकि अन्य टीमों में शानदार खिलाड़ी जैसे कि कुशल मेंडिस, नुवान प्रदीप और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।
बता दें कि भारतीय फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म-माइ11सर्किल एलपीएल के पहले संस्करण का टाइटिल स्पांसर होगा। तीन सप्ताह तक चलने वाले टूर्नामेंट में पांच टीमें हिस्सा ले रही हैं। टी20 फारमेट का यह टूर्नामेंट हम्बानटोटा में खेला जाएगा और इसका समापन 16 दिसम्बर को होना है। जबकि 26 नवंबर से इस टूर्नामेंट का आगाज होगा।
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बढ़ती महंगाई की मार तो जानता झेल ही रही है। अब जानता को एक और झटका लगता दिख रहा है। महंगाई ने तो आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। अब इसका असर सब्जियों पर भी दिखने लगा है। बात करें टमाटर की तो टमाटर के भाव अचानक आसमान छूने लगे हैं।
साथ-साथ कई हरी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि आम लोगों के थाली का स्वाद भी अब फीका हो जाएगा। बाजारों में सब्जी लेने के लिए पहुंचे लोग हैरान और चिंतित हैं कि अचानक सब्जियों के दाम इतने क्यों बढ़ गए।
आम लोग अभी इस उम्मीद में बैठे थे कि उन्हें महंगाई से राहत मिलेगी। इसके उलट सब्जियों के बढ़ते दामों की वजह से सीधे उनके महीने भर के बजट पर असर पड़ता दिखाई दे रहा है। बाजारों में टमाटर के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। खाने की ज्यादातर सब्जियों में इस्तेमाल होने वाले टमाटर 120 रुपए किलो के हिसाब से बिक रहा है।
वहीं हरी सब्जियां भी दाम बढ़ोतरी के मामले में पीछे नहीं हैं। अगर बात करें लहसुन की तो लहसुन 200 रुपये किलो, अदरक 200 रुपये किलो, गोभी 100 रुपये किलो बिक रही है। यह कह सकते हैं कि गरीब तबके के लोगों की थाली का स्वाद पूरी तरह से बिगड़ चुका है। वहीं जो लोग किसी सब्जी को किलो की मात्रा में ले जाते रहे हैं अब वह लोग पाव-पाव लेकर काम चलाएंगे।
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Atiq Ashraf Murder: अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों का कबूलनामा! क्यों मारा, क्या थे मंसूबे?
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मोतीकरंजा के रहने वाले मोहम्मद हारून और उनकी पत्नी आय का कोई स्रोत नहीं रहने पर अपना इंडक्शन कुकटॉप बेचने की कोशिश कर रहे हैं।
औरंगाबादः कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते आजीविका गंवाने वाला महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर का एक दंपति राशन खरीदने के लिए अपना कीमती सामान को बेचने पर विवश है। मोतीकरंजा के रहने वाले मोहम्मद हारून और उनकी पत्नी आय का कोई स्रोत नहीं रहने पर अपना इंडक्शन कुकटॉप बेचने की कोशिश कर रहे हैं।
इसे उन्होंने एलपीजी का खर्चा बचाने के लिए महज छह माह पहले खरीदा था। घर का किराया देने के लिए हारुन पत्नी के जेवर पहले ही बेच चुके हैं।
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Post Office Kisan Vikas Patra Yojana: डाकघरों में निवेश करना हमेशा से बहुत ही सेफ रहा है। डाकघर की तरफ से पेश की जाने वाली नौ छोटी बचत योजनाओं में से एक है किसान विकास पत्र योजना(KVP) अगर आप अपनी बचत की रकम को सेविंग्स अकाउंट में जमा करना चाहते हैं और उस पर कोई जोखिम भी नहीं लेना चाहते हैं तो, आपके लिए ही है यह योजना। बचत करने का यह एक सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकती है।
डाकघर की इस निवेश योजना में जमाकर्ता को बेहतर रिटर्न के साथ उसके जमा पर सरकारी सुरक्षा का फायदा भी हासिल होता है। Indian Post की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, किसान विकास पत्र योजना में निवेश से 10 साल और 4 महीने (124 महीने) में आपकी जमा की हुई रकम दोगुनी हो जाएगी।
आइए जानते हैं डाकघर की इस योजना के बारे मेंः
Indian POST की इस योजना के नाम से यह पता चलता है कि, यह scheme खास तौर पर किसानों के लिए है। लेकिन, इसमें कोई भी व्यक्ति अपना पैसा जमा कर सकता है।डाकघर की इस scheme में, किसी भी व्यक्ति को KVP सर्टिफिकेट खरीदने के लिए minimum 1,000 रुपये का निवेश करना होगा। यह ज़रूरी है पोस्टऑफिस की इस स्कीम में निवेश केवल 1,000 रुपये के गुणकों में ही किया जाए और इसमें निवेश की कोई भी ऊपरी सीमा तय नहीं है। अगर आप इस स्कीम में 50,000 रुपये से अधिक का निवेश कर रहे हैं तो, इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड देना पड़ेगा।
मौजूदा वक्त में डाकघर की इस योजना में, 6.9 फीसद सालाना ब्याज दर का फायदा हासिल होता है, यह ब्याज yearly compounding है।
डाकघर की इस योजना में कोई भी भारतीय व्यक्ति, जो कि वयस्क है, वह अपना खाता खुलवा सकता है। योजना में खाता खुलवाने की कोई भी upper age limit तय नहीं की गई है। प्रवासी भारतीय , NRI इस स्कीम में invest नहीं कर सकते हैं। Indian Post की इस योजना में निवेश की गई रकम के लिए प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। निस्संदेह यह छोटी रकम इन्वेस्ट करने वालों के लिए बहुत ही sustainable इन्वेस्टमेंट हो सकती है।
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गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) संशोधन विधेयक, 2019 आज राज्यसभा ने भी पारित कर दिया। विधेयक पर बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने वाली एजेंसियों को चार कदम आगे बढ़कर काम करना होगा तभी आतंकवाद खत्म होगा और इन प्रस्तावित संशोधनों का उद्देश्य आतंकी अपराधों की द्रुत गति से जांच और अभियोजन की सुविधा प्रदान करना है।
श्री अमित शाह ने कानून के विरोध में वक्तव्य देने वाले सदस्यों से कहा कि यह कानून आपने ही बनाया और 2004 में, 2008 तथा 2013 में संशोधन का हमने समर्थन किया किंतु विपक्ष में जाते ही आपकी नजर, नजारा और भाषण बदल गये। उनका कहना था कि आतंकवाद रोकने के लिए जो भी कानून लाया जाये उस पर सभी को समर्थन करना चाहिए क्योंकि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है वह इंसानियत के खिलाफ होता है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यूएपीए या किसी अन्य कानून में व्यक्तिगत आतंकवादी को नामित करने का कोई प्रावधान नहीं है। इसलिए, जब किसी आतंकवादी संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो उसके सदस्य एक नया संगठन बनाते हैं। व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने के मामले पर श्री शाह ने यासीन भटकल का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि 2009 में ही यासीन भटकल को आतंकवादी घोषित कर दिया गया होता तो परिस्थितियाँ अलग होती। उनका कह्ना था कि संस्था व्यक्ति से बनती है और घटना व्यक्ति करता है संस्था नहीं करती है इसलिए व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करना आवश्यक है। उनका कह्ना था कि आतंकवाद आज पूरे विश्व की समस्या है इसलिये दुनिया के कई देशों के अंदर अपने-अपने कानून बनाए गए हैं। उन्होँने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सहित विश्व के कई देशों में व्यक्ति को आतंकवादी घोषित किया जाता है।
श्री अमित शाह ने कहा कि कानून के दुरुपयोग रोकने के लिए बहुत सारी सावधानियां रखी गई हैं। विपक्ष के द्वारा कानून के दुरूपयोग पर जवाब देते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष को इमरजेंसी का समय याद करना चाहिए जब कानून का सबसे ज्यादा दुरुपयोग हुआ। श्री शाह ने यह भी कहा कि समझौता एक्सप्रेस मामले में पहले कुछ आरोपी पकड़े गए बाद में राजनीतिक कारणों से नकली मामला बना कर दूसरों को आरोपी बनाया गया।
श्री शाह ने कहा कि वर्तमान में यूएपीए के प्रावधानों के अनुसार, आतंकवाद से जुड़ी संपत्ति को केवल उस राज्य के डीजीपी द्वारा लिखित अनुमोदन के साथ जब्त किया जा सकता है, जिसमें ऐसी संपत्ति स्थित है। कई बार आतंकी विभिन्न राज्यों में अपनी संपत्ति रखते हैं। ऐसे मामलों में अलग-अलग राज्यों के डीजीपी की मंजूरी लेना मुश्किल हो जाता है और जिसके कारण होने वाली देरी से अभियुक्तों की संपत्ति आदि को स्थानांतरित किया जा सकता है। इसलिए जल्द से जल्द आतंकवाद से जुड़ी संपत्तियों को जब्त करना आवश्यक है। यह संशोधन डीजी एनआईए को ऐसी संपत्ति को जब्त करने का अधिकार देता है जो एनआईए द्वारा की जा रही जांच के संबंध में आतंकवाद से जुड़ी है। उन्होँने यह भी कहा कि एनआएए की सजा की दर 91 प्रतिशत है जो वैश्विक स्तर पर सर्वंश्रेस्ठ है।
केंद्रीय मंत्री ने सभी सदस्यों से संशोधन के समर्थन में आने के लिये साथ आने की अपील करते हुए कहा कि यह कानून यदि एक मत के साथ पारित होता है तो विश्व में हमारी एजेंसी के लिए अच्छा संदेश जाएगा और विश्व के आतंकवादियों पर हमारे कानून की धमक बढ़ेगी ।
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सोनीपत, 9 मई (हप्र)
महाराणा प्रताप जयंती पर गांव भैरा बांकीपुर में आयोजित कार्यक्रम में राई से विधायक एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री मोहन लाल ने कहा कि महाराणा प्रताप के अद्वितीय साहस और पराक्रम के बिना भारतीय इतिहास की गौरवगाथा की कल्पना करना असंभव है। उनका अद्भुत शौर्य हमारे स्वर्णिम इतिहास की एक मुकुटमणि है। विधायक ने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन हमें उसकी प्रेरणा देता है। उन्होंने अपनी मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपना पूरा जीवन बलिदान कर दिया। इस मौके पर हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, करनी सेना की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैशाली तोमर, पदमश्री कंवल सिंह, अरूण चौहान, अशोक कौशिक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
गोहाना (निस) : अकेले महाराणा प्रताप ऐसे पराक्रमी योद्धा थे जिन्होंने अकबर के सामने कभी घुटने नहीं टेके। यह टिप्पणी सोमवार को आजाद हिंद देशभक्त मोर्चे के संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने की। दांगी शहर के सेक्टर 7 स्थित महर्षि दयानंद सरस्वती पार्क में महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में बोल रहे थे। अध्यक्षता मोर्चे की शहर इकाई के अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने की। आजाद सिंह दांगी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। आजाद हिंद देशभक्त मोर्चे के संरक्षक ने कहा कि यह महाराणा प्रताप का ही खौफ था कि अकबर ने उनके जीते-जी अपनी राजधानी दिल्ली से लाहौर करने का फैसला किया था।
कार्यक्रम में सुरेश पंवार, बिजेंद्र सैनी, प्रेम कौर, अशोक कश्यप, दीप्ति सैनी आदि ने भी श्रद्धासुमन भेंट किए।
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अमरावती के एक किसान जगन राणे ने कहा कि पिछले एक दशक में पहली बार किसान समुदाय ने राहुल गांधी को एक आशा के रुप में देखा। उन्हें उम्मीद है कि अगर मौका मिलता है, तो वह राष्ट्र का चेहरा बदल सकते हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा ने 7 नवंबर की देर रात महाराष्ट्र में प्रवेश किया, जहां उसका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। समर्थकों के एक विशाल समूह के साथ राहुल गांधी पिछले दो महीने से शहरों, कस्बों, गांवों, बस्तियों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर तेजी से आगे की ओर बढ़ रहे हैं। वह मुद्रास्फीति, बेरोजगारी, चरमराती अर्थव्यवस्था, महिलाओं के खिलाफ अपराध, संकटग्रस्त खेत आदि सामान्य मुद्दों पर लोगों का ध्यान आर्कषित करने के लिए मार्च कर रहे हैं।
कॉमेडियन दर्शन मोंडकर ने कहा, "कई गांवों या छोटे शहरों में, सभी आयु वर्ग के लोग गलियों, सड़कों, राजमार्गों या छतों पर राहुल गांधी का घंटों इंतजार करते हैं और जब वे उन्हें देखते हैं, तो 'राहुल, राहुल' के नारे जोर-जोर से लगाने लगते हैं, मानो जैसे कोई बॉलीवुड सुपरस्टार आसमान से उतरा हो। "
कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष आरिफ नसीम खान ने कहा कि राहुल के लिए प्यार और प्रशंसा के कारण भीड़ भारी संख्या में उमड़ पड़ती है। लोग 'राहुल गांधी आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं', या 'अब की बार, राहुल गांधी सरकार' के नारों से उनका स्वागत करते हैं। लोगों का यह प्यार राहुल गांधी हाथ जोड़कर और चेहरे पर मुस्कान लाकर स्वीकार करते हैं।
राज्य कांग्रेस सोशल मीडिया के प्रमुख विशाल मुत्तेमवार ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को ऑनलाइन व्यापक प्रतिक्रिया मिल रही है, जिसमें फॉलोअर्स, लाइक, फॉरवर्ड, कमेंट, ट्वीट के साथ-साथ अनिवार्य ट्रोल भी बढ़ रहे हैं। मुत्तेमवार ने कहा कि कुछ निहित तत्वों द्वारा बनाई गई निश्चित गतिविधियों को प्रभावी ढंग से बेअसर कर दिया गया है, जनता की धारणा अब काफी बदल गई है। राहुल जी के साथ 'तपस्वी' जैसा व्यवहार किया जा रहा है, जो देश की भलाई के लिए ईमानदारी से चल रहे हैं।
शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता किशोर तिवारी ने कहा कि यवतमाल से 500 महिलाएं बुलढाणा जाएंगी, इसके अलावा, जिले से अन्य 100,000 लोग राहुल की एक झलक देखने के लिए भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बनेंगे, जिसने स्पष्ट रूप से बीजेपी को डरा दिया है।
तिवारी ने भविष्यवाणी की, राहुल की भारत जोड़ो यात्रा ने देश ही नहीं, राज्यों, जनता और राजनीतिक दलों को एकजुट किया है। बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'अत्याचार' को खत्म करने के लिए जल्द ही यूपीए का दौर शुरू होगा। आम जनता क्रांति चाहती है और होगी।
कर्नाटक की एक सामाजिक कार्यकर्ता कीर्तिका थारन राहुल गांधी की यात्रा के लिए काम कर रही हैं। वह उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलीं। उन्होंने कहा, मैंने उनमें एक बड़ा बदलाव देखा है। वह हर स्तर पर सीख रहे हैं, उनके चारों ओर सुरक्षा घेरे के बावजूद आम लोगों के लिए बहुत सुलभ हैं। अक्सर वह भीड़ से बातचीत के लिए छोटे बच्चों या युवाओं को बुलाते हैं, सभी की सुनते हैं। एक बार जब मैंने उनको चिल्लाकर बोला राहुलजी . . ', वह मुड़े, मुस्कुराए और मेरे छोटे से ग्रुप में शामिल हो गए।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में एक बुजुर्ग महिला किसान ने राहुल के हाथों में धान थमाते हुए कहा, 'आपकी दादी (दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी) ने मेरे लिए एक जमीन की व्यवस्था की थी, यह आपको मेरा उपहार है', मेरे पास तारीफ के लिए कोई शब्द नहीं हैं।
मुंबई के एक वयोवृद्ध कांग्रेस कार्यकर्ता डॉ वी. डी. पाटिल को लगता है कि भारत जोडो यात्रा न केवल गांधी के लिए, बल्कि पूरी 137 साल पुरानी पार्टी के लिए भी सीखने का एक बड़ा अनुभव रहा है, जो अब 'रिचार्ज' हो गई है, और अशांत सामाजिक व्यवस्था को रीसेट करने के लिए मंच तैयार कर रही है। पाटिल ने कहा कि साधारण टी-शर्ट या पैंट पहने हुए 'क्राउन प्रिंस' राहुल गांधी आम शौचालयों को इस्तेमाल करने से नहीं झिझकते। इसके अलावा, वह अपने विचारों को थोपने के बजाय 'जन की बात' में लोगों को सुनना पसंद करते हैं।
मोंडकर ने कहा, सैकड़ों लोग उनसे रोज मिलते हैं। वह सभी से प्यार से मिलते है और उन्हें सुनते हैं। वह बातचीत के दौरान सिर हिलाते हुए प्रतिक्रिया देते हैं। राहुल बहुत अलग व्यक्ति हैं। वह बेहतर हो रहे हैं। अमरावती के एक किसान जगन राणे ने कहा कि पिछले एक दशक में पहली बार किसान समुदाय ने राहुल गांधी को एक आशा के रुप में देखा। उन्हें उम्मीद है कि अगर मौका मिलता है, तो वह राष्ट्र का चेहरा बदल सकते हैं।
अन्य प्रत्यक्षदर्शी और प्रतिभागी बताते हैं कि कैसे वह रास्ते में चाय की दुकानों पर छोटे-छोटे समूहों में शामिल हो जाते हैं, हंसते हैं, मजाक करते हैं और उनसे बातें करते हैं। वह विक्रेताओं, दुकानदारों, महिलाओं, युवाओं, उत्साहित स्कूली बच्चों, छोटे बच्चों, स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलनसार प्रदर्शित करते हैं। नागरिक समाज के सदस्य उन्हें आशीर्वाद देते हैं। अधिकांश लोगों का मानना हैं कि जब तक भारत जोडो यात्रा के प्रभाव के कारण 2024 में कांग्रेस और अन्य के बीच बाजी खतरनाक मोड़ में बदल जाएगी।
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वीरविनोद. [ बांसवाड़ाका अहदनामह - १०४२
'हिफाज़तके खर्चेकी बाबत काफी खुयाल फर्मावे, लेकिन वह किसी हालत में आमदनी रियासतपर छः आने फी रुपयेसे ज़ियादह न हो.
शर्त दसवीं- महारावल, उनके वारिस व जानशीन वादह करते हैं, कि राजकी फौज हमेशह अंग्रेज़ी सर्कारके इख्तियारमें रहेगी.
शर्त ग्यारहवीं - महारावल, उनके वारिस व जानशीन इक्रार करते हैं, कि वह हर्गिज़ किसी अरव, मकरानी, सिंधी या गैर मुल्कके सिपाहीको अपनी फ़ौजमें, देशी लोगोंके सिवा, भरती न करेंगे.
शर्त वारहवीं - सर्कार अंग्रेजी वादह फ़र्माती है, कि वह महारावलके किसी रिश्तहदारको, जो उनसे बागी होगा, मदद न देगी; बल्कि महारावलको ऐसा सहारा देगी, कि सर्कश उनका फर्माबर्दार बनजावे.
शर्त तेरहवीं - महारावल इस अदनामहकी नवीं शर्तमें वादह करते हैं, कि वह सर्कार अंग्रेज़ीको ख़िराज दिया करेंगे, बस उसके इत्मीनानके वास्ते इक्रार करते हैं, कि खिराज अदा न होनेकी हालत में एक मोतमद सर्कार अंग्रेज़ीकी तरफसे बांसवाड़े में तईनात हो, जो चबूतरे और दूसरे मातह्त नाकोंकी आमदनीसे बाकि - यातका रुपया वसूल करे.
यह तेरह शर्तोंका अह्म आजकी तारीख कप्तान जे० कॉलफील्डकी मारिफत, ब्रिगेडिअर जेनरल सर जे० माल्कम, के० सी० बी० और के० एल० एस० के हुक्मसे, ऑनरेब्ल ईस्ट इण्डिया कंपनीकी तरफसे, और राय रायां महारावल श्री उम्मेदसिंह रईस बांसवाड़ाकी मारिफत खुद उनकी और उनके वारिसों व जानशीनोंकी तरफ़ से खत्म हुआ; कप्तान कॉलफ़ील्डने उसकी एक न जवान अंग्रेजी, फार्सी और हिन्दी में दस्तख़ती और मुहरी अपनी महारावल श्री उम्मेदसिंहको दी, और एक नक्क उनकी दस्तखती और मुहरी आपली.
कप्तान कॉलफ़ील्ड वादह करते हैं, कि एक नक्क मोस्ट नोव्ल गवर्नर जेनरल बहादुरकी तस्दीक की हुई बिल्कुल इस नामहकी तड़के मुवाफिक, जो तै पाया है, महारावल श्री उम्मेदसिंहको इस महकी तारीखसे दो महीने के अन्दर दीजावेगी; और जो न कप्तान कॉलफ़ील्ड साहिवने अपनी दस्तखती और मुहरी दी है, वह उस वक्त वापस होगी.
यह अह्दुनामह सहारावल श्री उम्मेदसिंहने अपनी मर्जी और स्वाहिशसे तन्दुरुस्ती और अकी दुरुस्ती की हालत में खत्म किया है.
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार (1 अप्रैल, 2021) को कोविड-19 संक्रमित 9 और लोगों की मौत हो गई तथा 2600 मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद में गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में कोविड-19 संक्रमित कुल नौ और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8820 हो गई है।
लखनऊः राजधानी स्थित जनपद न्यायालय के 13 न्यायिक अधिकारियो के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के कारण जनपद न्यायालय लखनऊ के अधीन सभी अदालतें आगामी 2 दिन के लिए (2 अप्रैल और 3 अप्रैल) बंद रहेंगी।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सबसे ज्यादा दो-दो मौतें प्रयागराज और लखनऊ में हुई हैं। इसके अलावा कानपुर नगर, वाराणसी, गोरखपुर, बाराबंकी और गाजीपुर में कोविड-19 संक्रमित एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 2600 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है सबसे ज्यादा 935 नए मामले राजधानी लखनऊ में मिले हैं इसके अलावा प्रयागराज में 242, वाराणसी में 198 और कानपुर नगर में 103 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
'11 लाख से अधिक लोग दोनों खुराक लगवा चुके'
प्रसाद ने बताया कि 11 लाख से अधिक लोग दोनों खुराक लगवा चुके है, जो लोग दोनों खुराक ले चुके हैं उनमें नहीं के बराबर संक्रमण पाया गया है। उन्होंने कहा कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें।
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भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के 18 मरीज मिले हैं, इनमें आठ भोपाल के हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में सामने आई है। इंदौर में छह, ग्वालियर में दो, जबलपुर में दो मरीज मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में सक्रिय मरीज की संख्या अब 142 हो गई है। सक्रिय मरीज बढ़ने की वजह यह है कि जितने मरीज हर दिन बढ़ रहे हैं उस लिहाज से स्वस्थ नहीं हो रहे हैं। श्ाुक्रवार को 10 मरीजों को स्वस्थ घोषित किया गया।
प्रदेश के 142 सक्रिय मरीजों में 77 मरीज भोपाल में हैं। यानी प्रदेश के सक्रिय मरीजों में से आधे से ज्यादा भोपाल के हैं। इसके बाद 42 सक्रिय मरीज इंदौर में हैं। भोपाल में तीन दिन पहले तक हर समय चार से पांच मरीज (करीब पांच फीसद) ही अस्पतालों में रहते थे। बाकी होम आइसोलेशन में होते थे। अब ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नए पाजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने को कहा है, जिससे उनसे दूसरों को संक्रमण का खतरा न रहे। हालांकि, कुछ मरीज अस्पताल जाने को तैयार नहीं होते। ऐसे में उनके साथ सख्ती करके अस्पताल पहुंचाया जाता है।
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उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस ने अंतराज्यीय ऑटो फ्राड गैंग का खुलासा कर तीन सदस्यो को गिरफतार किया है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने आज यहाॅ कहा कि गैंग के सदस्यो के पास से करीब साढ़े 7 करोड़ के वाहन पकड़े गए हैं । पकडे गये वाहनो की संख्या 41 है, जो चोरी की हैं । उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश के इनकी संख्या हजारो मे हो सकती हैं जो एक अनुमान के मुताबिक दस हजार को भी पार कर सकती है। इसलिए इस तरह की वाहनो की जांच के लिए व्यापक जांच के लिए राज्य पुलिस को लिखा जा रहा है ।
खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख 75 हजार का इनाम दिया गया है । साल 2016 से पूरे प्रदेश में इस गैंग का नेटवर्क फैला हुआ है।
नागालैण्ड परिवहन विभाग में फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कर और वहा से एनओसी जारी कर वाहनो को यूपी के कइयों जिलों में चोरी के वाहनो को असली वाहन बना रजिस्टर किया जाता है ।
नागालैंड मणिपुर जैसे पूर्वोत्तर राज्यो से इस गैंग ने चोरी की गाडियो को असली गाडी के तौर पर एआरटीओ आफिसो से मिली भगत करके दर्ज कराया । 41 ऐसे वाहनो को पकड़ा गया है जो पूर्वोत्तर राज्यो से चोरी के वाहनों को एआरटीओ से मिल कर असली बना संचालित करते थे।
इस मामले मे तीन को गिरफ्तार किया गया है।
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गुवाहाटी। असम के शिक्षा एवं स्वास्थ मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गुजरात एवं हिमाचल में मिली शानदार जीत के लिए जनता आ आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा की ये जीत भारत की जनता का भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के पार्टी अटूट प्यार और विश्वास का द्योतक है।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश की जनता का ट्विटर के माध्यम से आभार वयक्त किया और कहा माननीय श्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के विजय रथ को निरंतर नई दिशा देने पर बहुत बधाई।
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यह सुनकर परीक्षक ने कहा- इतने बड़े हो गए हो और इतने वर्ष पढ़ते पढ़ते हो गए हैं फिर भी अब तक वाक्य बनाना नहीं आता ! ठीक बताओ कि तुम क्या सीखे हो ?
जवाहर किरगा। बलो
युधिष्ठिर ने पट्टी के ऊपर 'कोपं मा कुरु' लिख दिया और परीक्षक के सामने रखते हुए कहा- इतना सीखा है।
पहिले भारतवर्ष में संस्कृत भाषा प्रचलित थी। लोग संस्कृत भाषा सीखते थे । आज तो संस्कृतभाषा का स्थान अंग्रेजो भाषा ने ले लिया है और संस्कृतभाषा को लोग Dead Language अर्थात मृतभाषा कहते है । अग्रेजी भाषा जानने वाले का अच्छी नौकरी मिलेगी, ऐसा कुछ लोग मानते है और कुछ लोग उसे सस्कृत भाषा की अपेक्षा अच्छी और समृद्ध भी मानते हैं । किन्तु यह मान्यता भ्रमपूरण है। अपनी मातृभाषा की बेकद्री करना और विदेशी भाषा की कद्र करना भूल है। तुम्हार हृदय में अपनी माता का स्थान ऊँचा है या दामी का ? अगर तुम्हारे हृदय में माता के लिए उच्च स्थान है तो मातृभाषा के लिए भी ऊँचा स्थान होना चाहिए । मातृभाषा माता के स्थान पर है और विदेशी भाषा दासी के स्थान पर । दासी कितनी हां सुरूपवती और सुघड़ क्यो न हो माता का स्थान कदापि नहीं ले सकती ।
प्राचीन समय में हम देश में संस्कृत भाषा प्रचलित थी और इसी भाषा में शिक्षा दी जाती थी। आज की तरह उस समय विदेशी भाषा का महत्व या प्रभुत्व नहीं था । अतएव युधिष्टिर ने संस्कृत भाषा में अपनी पट्टी पर 'कापं मा कुरु' अर्थात् क्रोध मत करो, ऐसा लिख रखा था ।
युधिष्ठिर की पाटी पर लिखा हुआ यह वाक्य पढ़कर परीक्षक ने कहा - 'वस, इतना ही आता है ?'
छबालीस बीस
युधिष्ठिर - अभी तो इतना भी ठीक तरह नहीं आता । परीक्षक - ( क्रुद्ध होकर ) इतना भी अभी याद नहीं हुआ ? युधिष्ठिर - बाहर से तो इतना लेख याद हो गया है, परन्तु अन्दर से याद नहीं हुआ ।
यह सुनकर परीक्षक और अधिक कुपित हो गया, उसने क्रोध में आकर युधिष्ठिर को मारना आरम्भ किया । यद्यपि युधिष्टिर राजपुत्र था और चाहता तो पराक्षक को उचित दंड दिला सकता था; परन्तु उसने क्रोध का उत्तर क्रोध से नहीं वरन् शान्ति से दिया । अर्थात युधिष्ठिर पूर्ववत् प्रमन्नाचत्त हो बना रखा । युधिप्टिर को मार खाने के बाद भो प्रसन्नचित्त बैठे देखकर परोक्षक ते शिक्षक से कहा- ~ "कैसा है यह कि मारने पर भी प्रसन्न- दिखाई देता है !' शिक्षक ने कहा - 'युधिष्ठर की ऐसी हो प्रकृति है। ऐसी प्रकृति वाले का पढ़ाया भी कैसे जाय !' परीक्षक ने युद्धिष्ठिर से पूछा- तुम्हे इतना पीटा गया फिर भी तुमने क्रोध नहीं किया। इससे तो यह जान पड़ता है कि तुम पाटी पर लिखे वाक्य को अमल में ला रहे हो ! इस कथन के उत्तर मे युधिष्ठिर ने बतलायाइस वाक्यको सिद्ध नहीं कर सका हूँ। मैं ऊपर से तो क्रोध नहीं कर रहा था मगर भातर ही भीतर मुझे क्रोध आ रहा था । मै मन मे यह सोच रहा था कि मुझे मारने वाला यह होता कौन है ? अर्जुन ओर सीम सरीखे बलवान् सेरे भाई हैं और भविष्य मे सै राज्याधिकारी होने वाला हूँ; फिर मुझे पीटने वाला यह होता कौन है ? इस प्रकार मेरे हृदय में काध का अग्निड़का थी । 'कोप सा कुरु' इस वाक्य को सिद्ध नहीं कर सका हूँ। आप मुझे आशीर्वाद दीजिए कि मै इसे सिद्ध कर सकूं !
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मधुसूदन शर्मा मथुरा। नेता कांग्रेस विधानमण्डल दल एवं विधायक पदीप माथुर ने अपनी लखनऊ यात्रा के दौरान हाल ही में मथुरा-वृंदावन के विकास कार्यो के ाढम को जारी रखने हेतु उ. प. शासन के विभिन्न मंत्री व पमुख सचिव से मुलाकात की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के मंत्री शिवपाल सिंह यादव से डैम्पीयर नगर स्थिल रेलवे के मुर्गा/मछली फाटक पर ओवरब्रिज बनाये जाने हेतु पत्यावेदन दिया तथा ओवरब्रिज बनाये जाने की महती आवश्यकता पर बल देते हुए बताया कि मुर्गा/मछली फाटक के बंद रहने से इस फाटक से मथुरा शहर के लिये होने वाला आवागमन "प्प हो चुका है । तथा आम जनता को पशासनिक कार्यालय तथा जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, राजीव भवन, तहसील वरिष्" पुलिस अधीक्षक कार्यालय, कैंटोमेन्ट बोर्ड जिलापूर्ति अधिकारी कार्यालय तथा हजारों वकीलों को पतिदिन कचहरी तक आवामन में अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां पुल बनाये जाने की नितांत आवश्यकता को देखते हुए श्रीमाथुर ने पुल के निर्माण आगणन बनाये जाने हेतु मांग की जिससे भविष्य में ये पुल शीघ्र-अतिशीघ्र बनाये जा सके। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए लोक निर्माण मंत्री ने पमुख सचिव लोकनिर्माण को डैम्पीयर नगर स्थित मुर्गा/मछली फाटक पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाये जाने हेतु आगणन तैयार कराये जाने हेतु आदेशित किया।
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विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी शुक्रवार को खगड़िया के अलौली में श्रीश्री 108 श्री कमला मेला महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में वे या उनकी पार्टी जो लड़ाई लड़ रही है।
राज्य ब्यूरो, पटना। विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी शुक्रवार को खगड़िया के अलौली में श्रीश्री 108 श्री कमला मेला महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में वे या उनकी पार्टी जो लड़ाई लड़ रही है, वह कुर्सी की नहीं, बल्कि विचारों की है।
सहनी ने कहा कि मैं अपनी जिंदगी आराम से मुंबई में गुजार रहा था और आगे भी गुजार लेता। लेकिन हमारी परंपरा 'जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी' रही है। भगवान राम ने रावण के साथ युद्ध में विजय हासिल करने के बाद भी अपने भाई लक्ष्मण से कहा था कि यद्यपि यह लंका सोने की बनी है, फिर भी इसमें मेरी कोई रुचि नहीं है। क्योंकि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान हैं।
यही कारण है कि वे अपने राज्य के लोगों की लड़ाई लड़ने बिहार पहुंचे। उन्होंने जोर देकर कहा कि मुझे न पावर चाहिए, न पैसा चाहिए, हर बिहारी के चेहरे पर खुशी रहे यह मेरी प्राथमिकता है। सहनी ने लोगों से अपनी आने वाली पीढ़ी को खूब पढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि आज ज्यादा मेहनत करने वाले गरीब हैं, जबकि कम मेहनत करने वाले ज्यादा अमीर हैं। इसका एकमात्र कारण शिक्षा है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में पावर और पैसे से ही अपने अधिकार की लड़ाई लड़ी जा सकती है और सफलता पाई जा सकती है।
इधर, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आइपीएस विकास वैभव के मामले पर बयान देते हुए शुक्रवार को कहा कि विकास वैभव एक अच्छे अधिकारी हैं। उनका सम्मान होना चाहिए। उनके आरोपों की जांच होनी चाहिए। पप्पू यादव ने नीतीश सरकार को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रशासन पर सरकार का नियंत्रण कम होता जा रहा है। पप्पू यादव ने कहा कि कई अधिकारी वर्षों से एक ही शीार्ष पद पर बैठे हैं। इनके कारण कई काबिल अधिकारियों को बिना काम के रखा जा रहा है।
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नई दिल्ली। । 26/11 हमले में सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू जिंदाल उर्फ अबू हमजा (31) के खुलासे के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो और आतंकियों कमल हसन और काफिल अख्तर का प्रोडक्शन वॉरंट मांगा है फिलहाल वे बेंगलुरु जेल में बंद हैं।
सूत्रों के मुताबिक अबू हमजा से पूछताछ के दौरान पुलिस को इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित कई कथित आतंकियों के बारे में पता चला है। सेल अब उनसे भी पूछताछ करेगी। स्पेशल सेल ने कमल हसन और काफिल अख्तर को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के लिए सोमवार को चीफ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट (सीएमएम) विनोद यादव की अदालत में अर्जी दाखिल की।
स्पेशल सेल ने जामा मस्जिद के पास टूरिस्टों पर हुए हमले में 21 नवंबर 2011 की रात आनंद विहार बस अड्डे के पास से मो. कतील सिद्दीकी को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसके पास से एक लोडेड 9 एमएम की पिस्टल और एक मैगजीन बरामद की थी। पुलिस ने उसके पास से 2 लाख रुपये की इंडियन जाली करेंसी भी बरामद की थी।
पिछले महीने बेंगलुरु पुलिस मो. कतील सिद्दीकी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गई थी। उससे मिली जानकारी के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने बिहार से कमल हसन और काफिल अख्तर को गिरफ्तार किया था। अब इन दोनों कथित आतंकियों से स्पेशल सेल पूछताछ करना चाहती है। स्पेशल सेल को उम्मीद है कि उनसे दिल्ली और मुंबई सहित अन्य राज्यों में हुए धमाकों के बारे में काफी अहम जानकारी मिलेगी।
स्पेशल सेल ने आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तारी डालने के बाद 21 जून को ही अबू हमजा को अदालत में पेश किया था। इसके बाद पुलिस ने अदालत से उसका 5 जुलाई तक रिमांड लिया था। जांच एजेंसी का कहना था कि अबू को 26/11 को हुए मुंबई हमले और अन्य कई शहरों में बलास्ट से जुडे़ मामले की तफ्तीश के सिलसिले में कई स्थानों पर लेकर जाना है। सूत्रों का कहना है कि स्पेशल सेल के एक सीनियर अधिकारी लंदन गए हुए है। उन्हें वापस इंडिया बुलाया जा रहा है।
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Ramgarh: केजिया घाटी में आज सुबह तीन गाड़ियां आपस में टकरा गयी. इस हादसे में दो दर्जन से ज्यादा लोगों को चोट आयी हैं. इसमें एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है. स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को एंबुलेंस से रिम्स भेजा दिया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार घाटी में एक बस के पलट जाने के बाद ये हादसा हुआ है. बस के पलटते ही पीछे से आ रही क्रेटा कार उसके नीचे दब गयी. इसी बीच सामने से आ रहा ट्रक बस को बचाने के चक्कर में चट्टान से जा टकराया. हादसे में बस में सवार 20 यात्री, क्रेटा कार सवार दो और ट्रक का खलासी जख्मी हो गये.
दुर्घटना के वक्त मौजूद लोगों ने बताया कि नवल ट्रेवल नामक AC बस (JH09AJ -3868) धनबाद से रांची आ रही थी. जैसे ही बस केजिया घाटी पहुंची, तीखा मोड़ होने की वजह से अनियंत्रित होकर पलट गयी. इसी दौरान पीछे से आ रही क्रेटा कार बस से जा टकरायी और उसके नीचे दब गयी. लोग कुछ समझ पाते कि तभी सामने से आ रही ट्रक, बस को बचाने के क्रम में चट्टान से टकरा गया.
वहीं ट्रक में फंसे उपचालक को गैस कटर की मदद से वाहन को काट कर निकाला गया. उसकी स्थिति नाजुक बतायी जा रही है. दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद मौके ओर पुलिस पहुंच गयी. जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से राहत के काम में तेजी लायी गयी. मौके पर रजरप्पा थाना प्रभारी सदल-बल मौजूद हैं. घटना स्थल पर भारी संख्या में भीड़ जुट गयी है.
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श्री भगवानदास श्री, मं० -श्री मोतीलालजी, स० सं० - ११ । सहा० - ५ । वा० आ० - २०) । सम्प० - साधारण सामान, का० - वेद - प्रचार, २ शुद्धियां, श्रा० वी० द० ( स - २० ) ।
शेष आर्यसमाज२६. बहमनीबाजार, २७ मंडला ।
जिला नीमाड़
२८. खंडवा
रे० स्टे० व डा० खा०-खंडवा । स्था०। ११ अगस्त सन् १८६१ ई० । प्र० - श्री बाबू - शंकरलालजी । मं० - श्री डाक्टर रघुनाथसिंह श्री वर्मा एम. बी. बी. एस. । स० सं० - ३० । वा० ०-७०६।। )।। सम्प० - समाज मंदिर व भूमि । पु० सं० - ५३ । प्रचारकपंडित बहोरीलाल जी भजनीक । का० - ग्राम प्रचार, वेद प्रचार, दलितोद्धार, शुद्धि आदि । संस्था० - आर्य कुमार सभा ( स० सं० - ३५) ।
२६. बुरहानपुर
रे० स्टे० -व डा० खा०-बुरहानपुर । स्था० बसन्त पंचमी १६५८ वि० । प्र० - श्री हरिकृष्ण जी, मं० - श्री पुरुषोत्तम जी पाटीदार । स० सं० - ३२ । वा० ० - २८६॥ ) । सम्प० आर्य समाज मन्दिर । पु० सं०-५१ । का० - वेदप्रचार, दलितोद्धार, शुद्धि, ग्राम प्रचार, अन्तर्जातीय विवाह, चिकित्सालय, वेदभाग्य आदि साहित्य प्रचार ।
जिला सागर
३०. सागर
रे० स्टे० - सागर । डा० खा० सागर कैन्ट । स्था० - २१ जनवरी सन् १८६१ ३० । प्र० - ठा० गोपालसिंह जी वर्मा, मं० - श्री रा० सा० ठाकुर रामसिंह जी । स० सं० - २२ । सहा० - १० । वा० आ० १०५०।। )४ पाई सम्प० -- आर्य समाज मंदिर, सभा भवन व अहाता तथा ८ दुकानें ( किराया मासिक ८५६० । पु० सं० - ४३६ । ६ समाचार पत्र । । शेष आर्यसमाज --
३१. हट्टा, ३२. दमोह, ३३. खुरई । जिला बिलासपुर
३४. बिलासपुर
रे० स्टे० व डा०खा० - स्वयम् । स्था०पहले पहल सन् १६०३ ई० में हुई । पुनः स्थापना - १६२७ ई० । प्र० - श्री गुरुदत्तमल जी ठेकेदार । मं० श्री कृष्ण सेवक श्री स० सं०-५० । सहा० -५० । वा० आ०३०४) रु० । सम्प० - समाज मन्दिर (ला० ३००० रु० ) । पु० सं० - १०० (मू० ५० रु.) का -५ शुद्धियाँ लगभग ३०००० व्यक्तियों में वैदिक धर्म का सन्देश ३ अनाथों की रक्षा, २ विधवाओं की रक्षा । संस्था- आर्य कुमार सभा ( स० - ४० ) । ३५. बिलासपुर (रेलवे स्टेशन)
रे० स्टे० - बिलासपुर । स्था० - सन्
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मंगरूलपीर प्रतिनिधि/दि. 19 - दुपहिया पर आये तीन अज्ञात लोगों ने एक अडत व्यवसायी से उसके पास मौजूद सवालाख रूपये जबरन छीन लिये और फरार हो गये. यह घटना तहसील के पिंपलखुटा संगम मार्ग पर विगत 17 दिसंबर को रात 10 बजे घटित हुई. इस संदर्भ में प्रभुसा डगवार (64) ने पुलिस में दर्ज की गई शिकायत में कहा कि, वे 17 दिसंबर की रात अपने एक मित्र के साथ दुपहिया पर सवार होकर फसल मंडी से पिंपलखुटा की ओर जा रहे थे. इसी समय रास्ते में तीन अज्ञात लोगों ने उनका वाहन रूकवाया और सवा लाख रूपये की नकदी से भरी बैग छीनकर भाग गये. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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लखनऊः हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन कर रहे और बाद में पुलिस द्वारा जबरदस्ती अस्पताल में भर्ती कराए गए अमेठी जिले की गौरीगंज विधानसभा के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अपील पर आज अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया.
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी,समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और अन्य वरिष्ठ ने अस्पताल पहुंचकर विधायक को जूस पिलाया और अनशन समाप्त कराया . ज्ञातव्य है की विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अपने चुनाव क्षेत्र की दो सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए कई बार सरकार से लिखा पढ़ी किया था और विधानसभा में भी इस मामले को उठाया था. सूत्रों के अनुसार उनकी बात को जायज मानकर सरकार द्वारा आदेश दिया गया था कि सड़क बना दी जाए लेकिन स्थानीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण यह काम नहीं हो सका था . अपने मतदाताओं के प्रति कर्तव्य बोध के कारण विधायक ने हर दरवाजा खटखटाया लेकिन काम नहीं हुआ . (Akhilesh Yadav)
इस हालत में उन्होंने गांधीवादी रास्ता अपनाते हुए 31 अक्टूबर से धरना दिया था और बाद में 2 नवंबर से आमरण अनशन शुरू कर दिया था. दो-तीन दिन पहले हजरतगंज पुलिस ने उनको जबरदस्ती उठा लिया था और अस्पताल में भर्ती करा दिया था. पुलिस का कहना था कि विधायक का स्वास्थ्य खराब हो रहा है लेकिन विधायक का कहना था कि मेरा स्वास्थ्य खराब नहीं और मैं अभी भी अनशन जारी रखे हूं . (Akhilesh Yadav)
सोमवार को उनके चुनाव क्षेत्र की महिलायें ने भी बड़ी संख्या में धरने में शामिल हुई थी और मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपा था . आज समाजवादी पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि यह सरकार गांधीवादी तरीकों को मानती ही नहीं है इसलिए उन्होंने अपने विधायक से अनशन समाप्त करके सड़क पर संघर्ष करने के लिए कहा है. उनके ही निर्देश पर रामगोविंद चौधरी और नरेश उत्तम पटेल सहित अन्य नेता, विधायक राकेश प्रताप सिंह का अनशन समाप्त कराने गये थे .
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एक तुलना-विपरीत निबंध के लिए योजना बनाने के अलावा, निर्णय लेने से पहले दो विषयों का मूल्यांकन करने के लिए तुलना / विपरीत चार्ट उपयोगी है । इसे कभी-कभी बेन फ्रेंकलिन निर्णय टी कहा जाता है।
सेल्सपीपल्स अक्सर बेन फ्रैंकलिन के टी का उपयोग केवल उन विशेषताओं को चुनकर बिक्री बंद करने के लिए करते हैं जो उनके उत्पाद को प्रतिद्वंद्वी के बेहतर दिखाई देते हैं। वे विशेषताओं को शब्द देते हैं, इसलिए उन्हें एक साधारण हां या नहीं द्वारा उत्तर दिया जा सकता है, और उसके बाद प्रतिद्वंद्वी के पक्ष में हां की एक स्ट्रिंग और किसी भी प्रकार की स्ट्रिंग को सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता है।
यह अभ्यास भ्रामक हो सकता है, इसलिए सावधान रहें यदि कोई इसे आपके ऊपर कोशिश करता है!
किसी को निर्णय लेने के लिए किसी को मनाने की कोशिश करने के बजाय, तुलना-विपरीत चार्ट को पूरा करने का आपका कारण जानकारी इकट्ठा करना है ताकि आप एक संपूर्ण, रोचक निबंध लिख सकें जो दो विषयों की तुलना करता है और / या विरोधाभास करता है।
दिशाः
- बताए गए दो विचारों या विषयों के नाम लिखें जिन्हें आप तुलना कर रहे हैं और / या कोशिकाओं में विपरीत है।
- विषय एक के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में सोचें और प्रत्येक के लिए एक सामान्य श्रेणी सूचीबद्ध करें। उदाहरण के लिए, यदि आप 60 के दशक से 90 के दशक की तुलना कर रहे थे, तो आप 60 के दशक के चट्टान और रोल के बारे में बात करना चाहेंगे। रॉक एंड रोल की विस्तृत श्रेणी संगीत है, इसलिए आप एक फीचर के रूप में संगीत सूचीबद्ध करेंगे।
- जैसा कि आपको लगता है कि विषय I और उसके बाद विषय II के बारे में कई विशेषताएं सूचीबद्ध हैं। आप बाद में जोड़ सकते हैं। युक्तिः सुविधाओं के बारे में सोचने का एक आसान तरीका यह है कि आप कौन से, कहां, कहां, कब, क्यों और कैसे शुरू करते हैं।
- एक विषय के साथ शुरू करें और प्रत्येक सेल को दो प्रकार की जानकारी के साथ भरेंः (1) एक सामान्य टिप्पणी और (2) उस टिप्पणी का समर्थन करने वाले विशिष्ट उदाहरण। आपको दोनों प्रकार की जानकारी की आवश्यकता होगी, इसलिए इस चरण के माध्यम से मत घूमें।
- दूसरे विषय के लिए वही करो।
- किसी भी पंक्ति को पार करें जो महत्वपूर्ण प्रतीत नहीं होता है।
- महत्व के क्रम में सुविधाओं की संख्या।
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बाराबंकी। सावन के पहले दिन रामनगर ही नहीं, जिले के अन्य शिवालय भी सुबह से शाम तक हर-हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान रहे। शिवालयों के बाहर भक्त हाथों में पूजा की थाल लिए भोर से ही कतारों में लगे थे। रामनगर स्थित लोधेश्वर महादेवा मेंं सुबह से ही शिवभक्तों की कतारें लगी रहीं। अन्य शिवालयों में बेलपत्र, दूध, चंदन, मदार, पुष्प, धतूरा, भांग, शमी की पत्तियां भोलेनाथ को अर्पित कर सुख-समृद्घि का आशीर्वाद लिया।
रामनगर स्थित लोधेश्वर महादेवा में सुबह साढ़े चार बजे मंदिर के कपाट खुलते ही कतार में खड़े भक्तों ने हर-हर महादेव, बम भोले ओम नमः शिवाय के जयकारों के साथ जलाभिषेक शुरू कर दिया। बारिश के बावजूद भीगते हुए शिवभक्त पहुंचे और पूजा-अर्चना की। शाम तक जलाभिषेक चलता रहा। शहर में नागेश्वरनाथ मंदिर, धनोखर, सतोखर तालाब के समीप सिद्घेश्वर महादेव मंदिर, जंगलेश्वर महादेव मंदिर, पायनियर चौराहा स्थित शिवमंदिर, पंचमदास कुटी, मत्थेश्वर महादेव मंदिर समेत कई शिवालयों में भक्तों ने जलाभिषेक किया।
रसूलपुर स्थित दूधेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक हुआ। कैलाश आश्रम में सुबह से ही जलाभिषेक शुरू हो गया। वहीं, लोधेश्वर महादेवा परिसर जलभराव व कीचड़ से भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ा। श्रीराम कॉलोनी स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में सुबह से ही भक्त पहुंचने लगे। हर हर महादेव से वातावरण शिवमय हो गया। सुबह ने भक्तों ने गंगाजल, बेलपत्र, धतूरा, आदि से जलाभिषेक किया। शाम को भक्तों ने दीप जलाए तो अनुपम छटा बिखर गई।
अवसानेश्वर महादेव मंदिर मेंं महा रुद्राभिषेक होता है जो करीब दिनभर चलता है। इसलिए एक दिन में एक बार ही रुद्राभिषेक होता है। एक हजार आठ छिद्रों वाले पात्र से भोलेनाथ के जलाभिषेक की आभा देखते ही बनती है। पं. सीताराम शास्त्री ने बताया कि अभी दो रुद्राभिषेक की बुकिंग हुई हैं। कैलाश आश्रम के महंंत सुरेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि अभी तक चार यजमानों ने रुद्राभिषेक की बुकिंग कराई है। लोधेश्वर महादेवा के पुजारी आदित्यनाथ ने बताया कि आज दो रुद्राभिषेक हुए हैं, अभी कोई बुकिंग नहीं हुई है। उधर, शहर के पीरबटावन मोहल्ला निवासी गौरव शर्मा सावन के प्रत्येक दिन परिवार संग रुद्राभिषेक कर रहे हैं। करीब 10 वर्षों से यह क्रम चल रहा है। मंगलवार को सावन के पहले दिन रुद्राभिषेक किया।
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Corona Vaccine: कोरोनावायरस (Coronavirus) के कोहराम से एक तरफ जहां पूरी दुनिया त्राहिमाम है। वहीं रूस (Russia) ने एक साथ तीन वैक्सीन (Corona Vaccine) लॉन्च कर सबको चौंका दिया। रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V (sputnik V) को लेकर यह दावा किया गया कि यह कोरोना के खिलाफ 95% तक असरदार है।
रूस (Russia) लगातार भारत (India) का साथ दे रहा है। हाल ही में लॉन्च की गई रूस की कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भारत और रूस के बीच कई स्तरों पर बातचीत चल रही है।
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सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि 2018 के कठुआ दुष्कर्म और हत्या मामले के आरोपियों में से एक पर वयस्क के रूप में नए सिरे से मुकदमा चलाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कठुआ और जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट द्वारा पारित आदेशों को रद कर दिया।
नई दिल्ली, एजेंसी। जम्मू के कठुआ क्षेत्र में 2018 के दौरान एक बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की वारदात हुई थी। 2018 के कठुआ दुष्कर्म मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का आदेश रद करते हुए कहा कि इस मामले के आरोपियों में से एक शुभम सांगरा पर बालिग के तौर पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। न कि नाबालिग अपराधी के तौर पर मुकदमा चलना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि 2018 के कठुआ दुष्कर्म और हत्या मामले के आरोपियों में से एक पर वयस्क के रूप में नए सिरे से मुकदमा चलाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM), कठुआ और जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट द्वारा पारित आदेशों को रद कर दिया। इसमें आरोपी को मुकदमे के लिए किशोर माना गया था।
इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट की पीठ के न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला ने फैसला सुनाते हुए आरोपी शुभम सांगरा पर वयस्क के रूप में मुकदमा चलाने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट की पीठ का यह फैसला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर द्वारा सीजेएम और हाईकोर्ट द्वारा पारित आदेशों को चुनौती देने वाली अपील पर आया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आरोपी की उम्र के बारे में चिकित्सा विशेषज्ञ का अनुमान सबूत का वैधानिक विकल्प नहीं है और यह केवल एक राय है। मामले में विस्तृत निर्णय दिन के बाद में अपलोड किया जाएगा।
बता दें कि आरोपी को 2019 में कठुआ गांव में आठ साल की बच्ची के सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जून 2019 में पठानकोट की एक विशेष अदालत ने इस मामले में तीन लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
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हमारे देश के कर्णधारों ने जनता के दुःख दर्द की परवाह ना करते हुए अपनी तनख्वाह और भत्ते लगभग तीन गुना बढा लिए .... . उन्ही की देखा देखी जागरण वालो ने भी हम ब्लोगरो की बजाय खुद अपने सम्पादकों के लिए ही इस बार एक अजब - गजब और अनोखी प्रतियोगिता शुरू कर दी है .... . शायद अपने चले गए हुए सम्पादकों को वापिस बुलाने के लिए ......इसके लिए मैं सभी ब्लोगर्स की तरफ से उनके थिंक टैंक को मुबारकबाद देता हूँ ....
इस प्रतियोगिता में हम सब को जागरण के संपादकों के उच्चकोटि के लिखे हुए निंबध और अच्छी -२ रचनाये पड़ने को मिलेंगी .... और उससे भी बड़ी बात की हम सभी उनकी रचनाओं पर अपने बहुमूल्य कमेन्ट भी कर सकेंगे .... . यहाँ तक तो उपरी तौर पे देखने में सभी कुछ ठीक - ठाक लगता है .... लेकिन बात असल में ऐसी है नहीं ....
1. ज्यादातर ब्लोगर्स में इससे चमचागिरी कि आदत अनायास ही पड़ जायेगी ...एक पुरानी कहावत है की नकल भी अक्ल से करनी चाहिए ...तो मैं आज इसी तर्ज़ पर एक नयी कहावत को इजाद करता हूँ की .... चमचागिरी भी चतुराई और अक्ल से ही होती है .... . आप से गुजारिश है की इस का पेटेंट राईट मेरे नाम पर जरूर बनवा के भिजवा दे .... .
2. दोस्तों अगर आप मेरे को अगर बहुत ही ध्यान से आबजर्व करेंगे तो देखेंगे की मैं किस अदा से चमचागिरी करता हूँ .... किसी को भी इसकी कानो कान खबर तक नहीं है होती .... वेसे भी अगर हम करे तो वोह तारीफ कहलाये और कोई दूसरा करे तो वोह चमचागिरी कहलाये ....
३. दोस्तों अगर चमचागिरी इतनी ही फलदायक होती तो आज हमारा हर नया ब्लॉग फीचर्ड होता .... . लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है ...लेकिन हम भी ऐसे ढीठ है की इस नामुराद आदत को छोड़ नहीं पा रहे है .... . यदि अब कोई फायदा नहीं हुआ है तो क्या ...भविष्य में तो यह आदत कोई न कोई गुल खिलाएगी ही .... .
1. हममे और उनमे ज़मीन और आसमान का अंतर है ...अगर हम न भी माने तो भी वोह तो महसूस करेंगे ही .... .
3 . कहीं यह उनकी कोई मज़बूरी तो नहीं की उनके पास टिप्पणियो के जवाब देने जैसे फ़िज़ूल के काम के लिए कोई समय ही न हो .... (भगवान करे की असल में ऐसा ही हो .... जय हो ! )
4. अगर उनके पास समय की कमी है तो क्यों नहीं मुझ नाचीज की सेवाएँ उधार ले ली जाती , सभी सम्पादकों के ब्लोग्स पे किये हुए कमेन्ट का जवाब देने के लिए .... . सभी ब्लोगर्स की शिकायत भी दूर हो जायेगी और यह कुत्ती चीज चार पैसे भी कमा लेगा ....
अजी साहब केवल यहीं पर बस नहीं ...उसके बाद दिन में बीसियो बार उनके ब्लॉग पर जा - जाकर देखो की कोई जवाब भी मिला है की नहीं .... . और लेखक महोदय इस मुगालते में रहते है की हमारे ब्लॉग को इतने हिट मिले है तो इसको इतने लोगो ने तो पड़ा ही होगा .... तब जनाब यह भी भूल जाते है की खुद उन्होंने टिप्पणियो को देखने के लिए कितनी बार अपना ही ब्लॉग खोला है .... .
इस सारी टिपण्णी करने की कवायद में आजकल ऐसा देखने में आ रहा है की ज्यादातर ब्लोगर्स अपने ब्लॉग ही अपडेट नहीं कर पा रहे है...(चमचागिरी से फुर्सत मिले तब ना )
अब जब हमको जागरण की तरफ से इतना अच्छा मंच मिला है तो जब पहली बार उन्होंने हम लोगो से गुरुदक्षिणा में कुछ माँगा है तो हम भी एकलव्य की तरह उनका एहसान मानते हुए अपना सबकुछ अर्पण करने को तैयार है , सिवाय अदद टिपण्णी के ....
क्योंकि हमारा तो ज़न्म ही इस धरती पे लोगो के दुःख दर्द दूर करने के लिए हुआ है .... . वोह बात दरअसल ऐसी है की हमारा एरोप्लेन इस धरती पे उल्टा उतरा था अपनी माँ को असहनीय पीड़ा देते हुए .... तो हमारी इस खासियत के कारण बचपन में ही हमारी प्रसिद्धि ना केवल इस देश में बल्कि दुनिया के कोने -२ मैं फ़ैल गई थी .... . तो हमारे पास लोगबाग अपना कमरदर्द दूर करवाने आते .... हम उनकी पीठ पे अपने श्री चरणों का स्पर्श सात बार करते ...और वोह हमारा गुणगान करते हुए , हमको दुआएँ देते हुए बिना पीछे देखते हुए ऐसे सरपट दौड़ लगाते की फिर सीधा अपने घर जा कर ही दम लेते ......अगर किसी बजुर्ग का लिहाज करते हुए हम अपने प्रहार को धीमा कर देते तो हमको प्यारी सी और मीठी सी झिड़की भी खाने को मिलती ....
राजकमल समाजसेवक ( खुदाई बख्शीश वाला गधा )
छपते - छपते ...( अभी -२ अति विश्वशनीय और गोपनीय सूत्रों से यह पता चला है की हमारे ब्लोग्स फीचर्ड करने के लिए सभी सम्पादकों की से ड्यूटी बारी -२ लगा करती है )
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Chatra : कोरोना संक्रमण ने लोगों को इस कदर मजबूर कर दिया है कि नेचुरल डेथ के बाद भी श्मशान शव ले जाने के लिए चार कंधे मिल पाना मुश्किल हो रहा है.
ऐसा ही नजारा शुक्रवार को इटखोरी के मुहाने नदी किनारे स्थित धुना घाट पर दिखा. जहां नेचुरल डेथ के बाद कोरोना के डर से गांव वालों ने शव के कंधा नहीं दिया.
ऐसे में बेबस पत्नी, बेटी और बेटा बिना अर्थी के ही शव को एंबुलेंस से इटखोरी के मुहाने नदी के किनारे अंतिम संस्कार के लिए ले गये. जिससे लगभग तीन घंटे तक एंबुलेंस में शव वहीं घाट पर ही रखा रहा. काफी देर इंतजार के बाद मृत व्यक्ति के पुत्र अपने सगे-संबंधियों और दोस्तों के साथ शव का अंतिम संस्कार किया.
आपको बता दें कि इटखोरी के गांधी चौक निवासी जनार्दन सोनी का चार पांच दिनों से तबीयत खराब थी. गुरुवार की देर शाम को अचानक तबियत बिगड़ने के बाद परिवार वाले उन्हें सदर अस्पताल ले गए, जहां जनार्दन सोनी की मौत उपचार के दौरान हो गयी थी.
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने बिजली क्षेत्र में सुधारों में तेजी लाने के लिए राज्यों को वित्तीय प्रोत्साहन दिया है, इसके तहत 12 राज्यों को पिछले दो वित्त वर्ष के दौरान 66,413 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि चालू वित्त वर्ष के लिए 1,43,332 करोड़ रुपये दिए गए हैं। गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय अतिरिक्त उधार अनुमतियों के रूप में वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करता रहा है।
इस कदम का उद्देश्य बिजली क्षेत्र की दक्षता और प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए सुधार करने के लिए राज्यों को प्रोत्साहित करना और समर्थन करना है। इस पहल की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 के अपने बजट भाषण में की थी।
इसके तहत, राज्यों को 2021-22 से 2024-25 तक चार साल की अवधि के लिए सालाना सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) का 0. 5 प्रतिशत तक अतिरिक्त उधार लेने की जगह उपलब्ध है। यह अतिरिक्त वित्तीय विंडो राज्यों द्वारा बिजली क्षेत्र में विशिष्ट सुधारों के कार्यान्वयन पर निर्भर है। इस पहल ने राज्य सरकारों को सुधार प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रेरित किया है, और कई राज्य आगे आए हैं और बिजली मंत्रालय को किए गए सुधारों और विभिन्न मापदंडों की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया है।
बिजली मंत्रालय की सिफारिशों के आधार पर, वित्त मंत्रालय ने 12 राज्य सरकारों को 2021-22 और 2022-23 में किए गए सुधारों की अनुमति दी। ये हैं आंध्र प्रदेश, असम, हिमाचल प्रदेश, केरल, मणिपुर, मेघालय, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल।
2023-24 में राज्य बिजली क्षेत्र के सुधारों से जुड़ी अतिरिक्त उधारी की सुविधा का लाभ उठाना जारी रख सकते हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 2023-24 में इन सुधारों को करने के लिए राज्यों को प्रोत्साहन के रूप में 1,43,332 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध होगी।
बिजली क्षेत्र में सुधार करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन देने का प्राथमिक उद्देश्य क्षेत्र के भीतर परिचालन और आर्थिक दक्षता में सुधार करना और भुगतान की गई बिजली की खपत में निरंतर वृद्धि को बढ़ावा देना है।
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महाराष्ट्र में कोरोना की चपेट में अबतक कई मंत्री और विधायक कोरोना की चपेट में आ गए हैं. NCP विधायक और शरद पवार के पोते रोहित पावर भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण (Maharashtra Corona) एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है. प्रदेश में ओमिक्रॉन के साथ कोरोना के कुल मामलों में काफी बढ़तोरी देखी जा रही है. राज्य में कई मंत्री और विधायक कोरोना की चपेट में आ गए हैं. अब NCP विधायक और शरद पवार के पोते रोहित पावर भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं (Rohit Pawar Corona Positive). दूसरी ओर यूव सेना नेता और आदित्य ठाकरे के मौसेरे भाई वरुण सरदेसाई (Varun Sardesai) भी संक्रमित हो गए हैं.
NCP विधायक और शरद पवार के पोते रोहित पावर के कोरोना संक्रमित होने की खबर सोमवार देर रात मिली. वहीं यूव सेना नेता और आदित्य ठाकरे के मौसेरे भाई वरुण सरदेसाई भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले भी कई मंत्री, विधायक और नेता कोरोना की चपेट में आए हैं. इससे पहले मंत्री बालासाहेब थोराट, राज्य मंत्री प्राजक्त तनपुरे, मंत्री यशोमति ठाकुर, ट्राइवल डेवलपमेंट मिनिस्टर केसी पाडवी और शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ भी संक्रमित पाए गए थे. एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले और उनके पति सदानंद सुले भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
वहीं सोमवार को महाराष्ट्र में 12 हजार 160 कोरोना के केस सामने आए. इसके अलावा 68 ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज भी पाए गए. इसके अलावा सोमवार को कोरोना से 11 लोगों की मौत भी हो गई. कोरोना के बारह हजार से ज्यादा केस में अकेले मुंबई से 8 हजार 82 केस सामने आए हैं. ओमिक्रॉन केस की बात करें तो कुल अड़सठ केस में से मुंबई में ही 40 लोग ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए हैं. महाराष्ट्र के कोरोना-ओमिक्रॉन संक्रमण का आधा से भी ज्यादा बड़ा हिस्सा अकेले मुंबई से सामने आ रहा है. रविवार को भी मुंबई में आठ हजार से ज्यादा केस (8 हजार 63) सामने आए थे.
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संकट की बात करें तो मुंबई में 40 केस पाए जाने के साथ ही पुणे में भी 14 केस सामने आए हैं. नागपुर में 4 ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज मिले हैं. पुणे ग्रामीण और पनवेल में ओमिक्रॉन के 3-3 केस सामने आए हैं. कोल्हापुर, नवी मुंबई, सातारा,रायगढ़ से 1-1 केस सामने आए हैं. राज्य में अब तक 578 ओमिक्रॉन के मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से 259 लोग ओमिक्रॉन मुक्त भी हो चुके हैं.
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इंदौर। इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के सब इंजीनियर गजानंद पाटीदार व उनके भाई बिल्डर रमेशचंद्र पाटीदार के ठिकानों पर लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्रवाई की है। लोकायुक्त की टीम ने सब इंजीनियर के स्कीम नंबर 78 सहित 9 ठिकानों पर सुबह 6 बजे छापा मारा।
लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई में अब तक लगभग 25 लाख की नकदी, करीब सवा लाख रुपए का सोना, 2500 स्क्वेयर फीट में बना ऑलीशान मकान समेत लाखों की चल और अचल संपत्ति का पता चला है। टीम की कार्रवाई सब इंजीनियर पाटीदार और उनके भाई से जुड़े नौ स्थानों पर जारी है।
बताया जाता है कि गजानंद पहले ट्रेसर के रूप में आईडीए में काम करते थे जिसके बाद 2010 में वे पदोन्नत होकर उपयंत्री हो गए। लोकायुक्त ने आय से अधिक संपत्ति मामले में शिकायत मिलने के बाद छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है, वहीं जांच में अधिक संपत्ति के मामले में सब इंजीनियर गजानंद पाटीदार के भाई और रिश्तेदारों के नाम होने की बात सामने आ रही है।
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महंगाई से पूरे देश में जनता का बजट बिगड़ गया है. गरीब के साथ- साथ आम जनता की भी थाली से कई हरी सब्जियां गायब हो गई हैं. ऐसे लोगों को लग रहा है केवल टमाटर के दाम ही काफी अधिक बढ़े है, लेकिन ऐसी बात नहीं है. टमाटर के अलावा कई ऐसी हरी सब्जियां हैं, जिनकी कीमत में बहुत अधित तेजी आई है.
टमाटर के बाद अब सभी राज्यों में फूलगोभी, बींस, हरी मिर्च, प्याज, लौकी, आलू, परवल, भिंडी और कद्दू की कीमतों में बंपर बढ़ोतरी दर्ज की गई है. एक हफ्ते पहले तक 100 से 120 रुपये किलो बिकने वाली ग्रीन चिल्ली की कीमत 400 रुपये हो गई है. व्यापारियों का कहना है कि बारिश का दौर इसी तरह से चलता रहा, तो कीमतों में अभी और बढ़ोतरी होगी.
बात अगर उत्तर प्रदेश के कानपुर की करें, तो यहां पर टमाटर 160 रुपये किलो बिक रहा है. इसी तरह धनिया की कीमत में भी आग लग गई है. 50 से 60 रुपये किलो मिलने वाली हरी धनिया अब 200 रुपये किलो बिक रही है. इसी तरह अदरक भी कानपुर में महंगा हो गया है.
दिल्ली- एनसीआर में प्याज और आलू भी महंगे हो गए हैं. इनकी कीमत में भी 10 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. 15 से 20 रुपये किलो बिकने वाले आलू और प्याज की कीमत अब 30 रुपये हो गई है. इसी तरह भिंडी भी 20 रुपये किलो महंगी हो गई है. लौकी अब 20 के बजाए 40 रुपये किलो बिक रही है. इसी तरह परवल भी महंगा हो गया है.
कानपुर में अदरक 260 रुपये किलो बिक रहा है. खास बात यह है कि ये महंगाई सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं है, बल्कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा सहित पूरे देश में है. बिहार में 40 रुपये किलो बिकने वाला फूलगोभी अब 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है.
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केलांग - जिला लाहुल-स्पीति के लोगों को बेहतर पुलिस सेवाएं प्रदान करना तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता होगी। यह बात लाहुल-स्पीति के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश धर्माणी ने पत्रकारोंसे कही। धर्माणी ने बताया कि गर्मियों के दौरान लेह की ओर जाने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है। जिला पुलिस का यह प्रयास रहेगा कि पर्यटक लाहुल घाटी में भी अधिक समय तक रुके, जिससे पर्यटक व्यवसाय से जुड़े लोगों को अधिक लाभ मिल सके। धर्माणी ने बताया कि राज्य सरकार तथा पुलिस निदेशालय द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार गुडि़या हेल्पलाइन, होशियार सिंह हेल्पलाइन तथा शक्ति बटन ऐप लांच किया गया है। उन्होंने बताया कि शक्ति बटन ऐप व हेल्पलाइन के बारे में स्कूली बच्चों व महिला मंडलों के अतिरिक्त सभी लोगों को जागरूक व प्रशिक्षित करने के लिए कार्य आरंभ कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिला लाहुल-स्पीति के लिए गुडि़या हेल्पलाइन नंबर 89880-92298 होगा।
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ऑस्कर विनर फिल्म 'स्लमडॉग मिलेनियर' में बाल कलाकार के रूप में नजर आ चुकी रुबीना अली अब जल्द ही छोटे बजट वाली ब्रिटिश फिल्म में नजर आ सकती हैं। इस फिल्म का नाम तो अभी तय नहीं हो सका है लेकिन इस फिल्म को लेकर रूबीना काफी खुश नजर आ रही हैं।
हॉलीवुड के स्टार एंथनी हॉपकिंस भी इस फिल्म में मुख्य किरदार के रूप में नजर आ सकते हैं। इस फिल्म की शूटिंग भारत, इंगलैंड और वेल्स में इस साल के अंत में शुरू कर दी जाएगी। जो कि रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है।
यह फिल्म वेल्स के एक ऐसे नागरिक की कहानी है जिसे एक भारतीय लड़की से प्यार हो जाता है। सूत्रों से यह भी खबर मिल रही है कि रग्बी खिलाड़ी रह चुकीं गेविन हेनसन भी इस फिल्म के जरिए अपनी अदाकारी की शुरुआत करेंगी।
Child artist Rubina Ali, who shot to international fame with' Slumdog Millionaire', will star in hollywood veteran Anthony Hopkins in British film.
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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बाल विकास परियोजना सहसपुर की ओर से चल रहे पोषण माह के तहत सोमवार को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जागरूकता कार्यक्रम किये गए। इसमें पेंटिंग के जरिए सही पोषण देश रोशन का संदेश देते हुए छात्र-छात्राओं को हाथों की स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। सोमवार सुबह परियोजना अधिकारी देवेन्द्र थपलियाल के निर्देश पर परियोजना टीम ने सहसपुर क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अभियान चलाया। टीम में शामिल कर्मचारियों ने जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं व बच्चों को पोषक आहार, स्वच्छता, स्वास्थ्य आदि के प्रति जागरूक किया। साथ ही, महिलाओं को एनिमिया की जानकारी दी। इस दौरान सहसपुर केन्द्र पर छात्र-छात्राओं के लिए हैंडवास कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। इसमें परियोजना अधिकारी ने छात्र-छात्राओं को खाने से पहले व बाद में हाथ धोने की सलाह दी। इस मौके पर सुपरवाइजर ममता लेखक, मिथलेश पाल, इंद्रा शाह, राजवती, गीता डिमरी, गीता शर्मा, मंजू पुंडीर, फूल देवी, अनीता काम्बोज, अनीता पटवाल, रेखा भंडारी, प्रवीन आदि मौजूद रहे।
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश सिंह आज अपना कार्यभार संभाल लिया। वह केंद्र सरकार में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में महानिदेशक के पद पर तैनात थे। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि ओपी सिंह ने मंगलवार को यूपी कैडर में अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
लखनऊ पहुंचे ओपी सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि मुझे यूपी का डीजीपी बनने पर गर्व है। महिला-बच्चों और आम जन को सुरक्षा देना मेरा पहला लक्ष्य है, जिससे प्रदेश की पुलिस पर लोगों का विश्वास बना रहे। प्रदेश की पुलिस में प्रोफिसनीलाज़म आए। डीजीपी ने कहा कि पिछले कुछ समय से प्रदेश कानून-व्यवस्था में अच्छा चल रहा है। इसको और अच्छा बनाने की कोशिश करेंगे। वहीं पुलिस के विवेचना में गुणवत्ता और अधिक लाना है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिस पर हमें ज्यादा से ज्यादा काम करना है। उन्होंने प्रदेश की पुलिस का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि हमारे ऑफिसर्स बहुत अच्छे हैं।
यूपी डीजीपी की रेस में बड़ा फेरबदल करते हुए आईपीएस ओपी सिंह का डीजीपी बनाया गया है। 1983 बैच के आईपीएस अफसर ओपी सिंह को प्रदेश का पुलिस मुखिया बनाया गया। ओपी सिंह डीजी सीआईएसएफ के पद पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे थे।
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पंतासीम भागम
कत त्व के प्रश्न को निरस्त करता है । मुर्गी से झण्डा, झण्डे से मुर्गी यही कार्य कारण भाव पहले था, आग है। भविष्य में भी रहेगा। बीज से वृक्ष औौर वृक्ष से बोज, की भी यही बात है। माता-पिता के क्रम से सन्तति परम्परा पहले भी चलती थी, आज भी चलती है, भविष्य में नहीं चलेगी, यह सोचने का विषय नहीं है। यह चिन्तन अब वौद्धिक स्तर का नहीं रहा कि किसी समय यह कम नहीं चलता था और किसो जगत् में सप्टा ने इस कार्य कारण' स्थिति को खड़ा किया। भौतिक, प्रभौतिक प्रत्येक क्रिया का हेतु भाज मनुष्य के लिए बुद्धिगम्य बनता जा रहा है। किसी दिन मनुष्य का ज्ञान आज की अपेक्षा बहुत सीमित था तथा वह बादलो मे प्रकटित इन्द्रधनुष को भी ईश्वरीय लीला के अतिरिक्त कुछ नही सोच सकता था। भगवान् महावीर के कथनानुसार विश्व अस्तित्व की अपेक्षा अनादि, अनन्त तथा परिवर्तन की भपेक्षा सादि, सान्त है । भगवती गम में लोक विषयक प्रश्न को कई स्थानों पर भनेकान्त को विविध विधाओं से खोला है ।
६. खायाधम्मकहाधो ( ज्ञाताघमंकथा या ज्ञातृधर्मकथा)
नाम की व्याख्या
णायाधम्मकहाम्रो के तीन सस्कृत-रूपान्तर हो सकते हैंज्ञाताघमंकया, ज्ञातृधर्मकथा, न्याय धर्मकया। अभिधान राजेन्द्र में 'ज्ञाता धर्मकथा' व्याख्या में कहा गया है.-"ज्ञात का अर्थ उदाहरण है । इसके अनुसार इसमें उदाहरण प्रधान धर्मकथाएं हैं। अथवा इसका अर्थ इस प्रकार भो किया जा सकता है जिसके प्रथम श्रुतस्वन्ध में ज्ञात अर्थात् उदाहरण हैं तथा दूसरे थ्रु त स्कन्ध में धर्म क्यायें हैं, वह 'ज्ञातापगंकया है।"
ज्ञातृधर्मकथा की व्याख्या इस प्रकार की जा सकती हैः - ज्ञातू पर्थात् ज्ञातु कुलोत्पन्न या शातपुत्र भगवान् महावीर द्वारा उपदिष्ट शावान्युदाहरणानि तत्प्रयाना धर्मश्चा जाताघमंकचा अपवा काठानि भाताध्ययनानि प्रथम तस्वन्धे, धर्मक्या द्वितीये, यामु
प्रत्यपद्धतिषु ताजाताधर्मवचाः ।
अभियान राजेद्रः च आप, पृ० २००६
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अमेरिकी कंपनी स्पेसएक्स ने बुधवार रात 2 बजकर 25 मिनट पर दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट को लांच किया। रॉकेट फाल्कन हेवी नामक इस रॉकेट को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेटों में शुमार फाल्कन हेवी रॉकेट का वजन लगभग 63. 8 टन है, जो कि दो स्पेस शटल के वजन के बराबर है। इस रॉकेट में स्पेस सूट पहने एक पुतला और कंपनी के मालिक एलन मस्क की चेरी रेड कलर की टेस्ला कार भी भेजी गई है।
गौरतलब है कि यह पहला ऐसा मौका है, जब किसी प्राइवेट कंपनी ने बिना सरकारी सहायता के इतने बड़े और शक्तिशाली रॉकेट का निर्माण किया है। इस रॉकेट की खास बात ये है कि इसमें 27 मर्लिन इंजन लगे हैं, जिसकी लम्बाई 230 फुट है। इसे भारतीय समयानुसार रात 12 बजे लॉन्च किया जाना था, लेकिन कुछ कारणों के चलते इसे रात 2:25 बजे लॉन्च किया गया।
कंपनी ने दावा किया है कि रॉकेट फाल्कन हेवी, सबसे शक्तिशाली रॉकेट डेल्टा-4 हैवी से भी दोगुना वजन ले जाने में क्षमता रखता है। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में फॉल्कन हैवी के जरिए लोगों को चांद और मंगल पर भेजा जा सकेगा।
रॉकेट लॉन्चिंग के मौके पर अमेरिकी लोगों में ख़ासा उत्साह देखने को मिला। लॉन्चिंग के समय वहां हजारों लोग मौजूद थे। गर्व की बात है कि इसी स्पेस सेंटर से सबसे पहले 'मून मिशन' की भी शुरुआत की गई थी।
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दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तरी कोरिया पर बुधवार को जापान सागर की ओर बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ने का आरोप लगाया है। द. कोरिया सेना के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने दावा किया कि उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर में कम से कम एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि मिसाइल कितनी दूरी पर गिरी। वहीं, जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया से एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई है। जापान का कहना है कि प्रक्षेप्य जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरा है।
जापान इससे किस हद तक प्रभावित हुआ है, इस बारे में अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं। शनिवार के बाद उत्तर कोरिया द्वारा यह पहला बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण था। यह प्रक्षेपण तब हुआ है जब अमेरिकी मध्यावधि चुनावों में मतगणना चल रही है। पिछले गुरुवार को, उत्तर कोरिया ने कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें संभवतः एक ICBM भी शामिल थी। नवीनतम मिसाइल प्रक्षेपण प्योंगयांग का इस साल 32वां है, जिसमें क्रूज मिसाइलें भी शामिल हैं।
इस बीच जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने इसे लेकर निर्देश जारी किया है। जापानी प्रधानमंत्री ने "सूचना एकत्र करने और उसका विश्लेषण करने के पश्चात जनता को त्वरित और पर्याप्त जानकारी प्रदान करने के लिए अधिकतम प्रयास करने का निर्देश दिया है। इसके साथ पीएम ने कहा है कि विमान, जहाजों और अन्य संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही पीएम ने आकस्मिक परस्थितियों में एहतियात बरतने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया है। "
उ.
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया पिछले कुछ समय से लगातार हथियारों का परीक्षण और प्रदर्शन कर रहा है। उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया सहित अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल दागने के अभ्यास के तहत दागी। उत्तर कोरिया इन दिनों तेजी से और रिकॉर्ड संख्या में हथियारों का परीक्षण कर रहा है क्योंकि शासक किम जोंग उन रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में तेजी से अपने हथियारों का विकास करना चाहते हैं।
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Banswara news: बांसवाड़ा में अगर इन दिनों आंखें ज्यादा लाल हो रही हैं, या दर्द हो रहा है तो इसे हल्के में नहीं लें,क्योंकि बांसवाड़ा जिला आई फ्लू रोग की चपेट में आ रहा है.
Banswara news: बांसवाड़ा में अगर इन दिनों आंखे ज्यादा लाल हो रही हैं,शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में आई फ्लू रोग तेजी से फैल रहा है. इसकी बानगी शहर में स्थित सबसे बड़े महात्मा गांधी अस्पताल में देखने को मिल रही है. यहां नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.
हर दूसरा रोगी आई फ्लू का है,अस्पताल प्रबंधन की माने तो जिला अस्पताल में सामान्य दिनों में जहां आई ओपीडी में 6-10 लोग औसत हर दिन पहुंच रहे थे, वो ओपीडी अब 100 से अधिक मरीज प्रतिदिन पहुंच चुकी है. इस संक्रमण से बच्चों का अधिक प्रभावित होना बताया जा रहा है,लेकिन अस्पताल में हर उम्र वर्ग के मरीज पहुंच रहे हैं.
इन मरीजों की आंखें सामान्य से ज्यादा लाल है, दर्द हो रहा है और पानी की जगह मवाद निकल रहा है. यह मरीज 8 से 10 दिन में ठीक हो रहे हैं.
यह एक संक्रमण है,जो कंजक्टिवा यानी आंख के ऊपर की झिल्ली पर सूजन का कारण बनता है.कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है,जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है. मानसून के दौरान,कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी के कारण लोग बैक्टीरिया,वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं,जो एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इंफेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं.
आई फ्लू के कारण संक्रमितों की आंखें लाल होने की शिकायत सबसे ज्यादा है, इस कारण जिले सहित शहर के निजी स्कूलों,जिसमें सेंट्रल स्कूल,लीयो स्कूल में अलर्ट घोषित कर दिया. अभिभावकों को हिदायत दी गई है कि अगर बच्चों को इस प्रकार के लक्षण हैं तो स्कूल नहीं भेजें.
आंखों में लालपन,सूजन,खुजली,जलन,रोशनी के प्रति संवेदनशीलता,सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना,सामान्य से अधिक आंसू आना इसके लक्षण है.
हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और हाथ बार-बार धोएं,दूषित हाथों के कारण ही कंजंक्टिवाइटिस फैलता है.आंखों के मेकअप और तौलिये जैसी निजी वस्तुओं को सेपरेट रखें.आंखों के लिए इस्तेमाल होने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने के बाद इस्तेमाल नहीं करें.अपने तकिए के कवर को बार-बार बदलें. साथ ही बाहर जाए तो चश्मा लगाकर रखे.
बारिश का मौसम शुरू होते ही वातावरण में आई नमी के कारण इसके बैक्टेरिया व वायरस पनप जाते हैं, और आंखों को संक्रमित करते हैं इससे कई लोगों को आई फ्लू हो जाता है.आई फ्लू से ग्रसित मरीज स्वयं घर पर उपचार नहीं करें. डरने की जरूरत नहीं है.
मरीज 8 से 10 दिन तक उपचार के बाद सही हो जाता है,लेकिन समय पर इलाज न मिलने और बीमारी ज्यादा बिगड़ने पर आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी रहता है. आई फ्लू का वायरस म्यूटेंट होकर आया है. इसकी संक्रामकता की रफ्तार ज्यादा है.
संक्रमण होने पर आंखों को हल्के गर्म पानी से दिन में एक या दो बार ही धोएं.उपचार में भी एक से दो सप्ताह तक का समय लग जाता है, जिन लोगों की इम्युनिटी अच्छी होती है उनमें अपने आप ठीक भी हो जाता है.
नेत्र रोग चिकित्सक उमा भगवती गौतम ने बताया की चिकित्सालय में आई फ्लू के मरीज लगातार बड़ते जा रहे हैं, यह बीमारी लगातर हर वर्ग के लोगों में फैलती जा रही है. इसका इलाज चिकित्सालय में किया जा रहा है। साथ ही इसके बचाव ही इसका मुख्य उपचार है.यह बीमारी छूने से फेल रही है.
एमजी हॉस्पिटल के पीएमओ डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि आई फ्लू बीमारी इन दिनों बहुत अधिक फेल रही है. इस बीमारी में आंख लाल होना और दर्द होता है, जिस किसी को यह फ्लू हुआ है वो तत्काल चिकित्सक को बताए. वहीं, घर से बाहर निकलना है तो चश्मा पहने,और दवा को समय पर ले.
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2019 क्रिकेट विश्व कप का पहला सेमीफाइनल मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच मंगलवार 9 जुलाई को खेला गया, जो बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका और रिज़र्व-डे होने के कारण बुधवार को आगे का मैच खेला जाएगा। क्रिकेट के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट के 12वें संस्करण का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 11 जुलाई को खेला जाना है। इससे पहले जानिए कब और किन टीमों के बीच हुए विश्व कप के सबसे रोमांचक सेमीफाइनल मैच।
2015 विश्व कप के पहले सेमीफाइनल मैच में साउथ अफ्रीका ने पहलेे खेलते हुए खराब शुरुआत की थी, लेकिन फैफ डु प्लेसिस (82) और एबी डिविलियर्स (65) ने पारी को संभाला। इसके बाद बारिश के कारण मैच 43 ओवर का कर दिया गया। अफ्रीका ने 281 रन बनाए। लेकिन डकवर्थ लुईस नियम के तहत न्यूजीलैंड को 299 रनों का लक्ष्य दिया गया। जवाब में न्यूजीलैंड को आखिरी गेंद पर ग्रांट एलियट (84) ने छक्का मारकर जीत दिला दी।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए स्टीव वॉ (56) और माइकल बीवन (65) की बेहतरीन अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 213 रन बनाए थे। जवाब में साउथ अफ्रीका ने काफी खराब शुरुआत की, लेकिन लांस क्लूसनर ने अंत में 16 गेंदो में 31 रनों की पारी खेल कर साउथ अफ्रीका को लगभग मैच जिता दिया था, लेकिन जब आखिरी गेंद पर उन्हें जीत के लिए एक रन की ज़रूरत थी, तो एलन डोनाल्ड रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया।
1996 विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए दो बार की विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज के सामने महज़ 15 रनों पर चार विकेट गवां दिए थे, लेकिन स्टुअर्ट लॉ (72) और माइकल बीवन (69) ने उन्हों 207 तक पहुंचा दिया। जवाब में वेस्टइंडीज ने एक समय तीन विकेट के नुकसान पर 165 रन बना लिए थे, लेकिन अंत में शेन वॉर्न ने चार विकेट लेकर वेस्टइंडीज को 202 रनों पर समेट दिया।
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Mumbai Crime News: कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं, जो फिल्मों में ही देखने को मिलती हैं, जिन्हें देखकर रूह तक कांप जाती है। वहीं फिल्मों में निडर बदमाश ऐसी घटना को अंदाज देने में कोई मौका नहीं छोड़ते हैं, लेकिन सोचिए तब क्या होगा जब फिल्मों में दिखने वाली कोई घटना अपने आसपास हो जाए। मुंबई के ठाणे में एक ऐसी ही रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। जिसने आसपास के लोगों को हैरान कर दिया है। पुलिस को एक बोरे में अज्ञात शख्स की लाश मिली है। घटना ठाणे के अंबरनाथ इलाके की है। शख्स की लाश मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस अज्ञात शख्स की चाकू से गोदकर हत्या की गई है। मारने के बाद उसके शव को बोरे में भरकर तालाब में फेंक दिया गया है। पुलिस ने बताया है कि मरने वाले शख्स की उम्र 20 साल की है।
शख्स का शव मिलने के बाद अंबरनाथ पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया है कि मृतक का शव गुरुवार शाम को मिला है। घटना के बारे तब पता चला जब राह चलने वाले स्थानीय लोगों ने जावसाई गांव में अयप्पा मंदिर के पास तालाब में एक सड़ी-गली लाश तैरती देखी। यह लाश बोरे में बंद थी। हालांकि पुलिस मृतक की पहचान करने में कामयाब रही है।
पुलिस के मुताबिक मारे गए शख्स का नाम विशाल सर्वजीत राजभर है। पुलिस ने यह भी बताया है कि वह शख्स मुंबई के उल्हासनगर के हनुमान नगर इलाके का रहने वाला है। जांच करने के बाद पुलिस को संदेह है कि विशाल सर्वजीत राजभर की हत्या करने में दो या दो से ज्यादा आरोपी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
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भोपाल। Madhya Pradesh Weather Update मध्य प्रदेश में मौसम के बदलते मिजाज और ठंड के असर के बीच पूर्वी हिस्से में बारिश की गतिविधियां फिर से तेज़ होने की संभावना बन रही हैै।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार एक ट्रफ दक्षिणी छत्तीसगढ़ तक बनेगी। इसी सिस्टम के चलते पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में एक बार फिर से बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि और गरज के साथ मध्यम वर्षा भी हो सकती है।
वहीं तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुमान के अनुसार जबलपुर एवं शहडोल संभागों के जिलों सहित मंडला, जबलपुर, दमोह सहित पूर्वी मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
मौसम केंद्र के अनुसार जम्मू और कश्मीर एवं आसपास के क्षेत्रों पर स्थित एक चक्रवाती संचलन के रूप में पश्चिमी विक्षोभ पूर्वोत्तर की ओर दूर चला गया है। औसत समुद्र से 5.8 किमी ऊपर अपनी धुरी के साथ मध्य और ऊपरी क्षोभ मण्डल में एक द्रोणिका के रूप में कमजोर पश्चिमी विक्षोभ अब लगभग 71°पूर्वी देशांतर से लेकर 30° अक्षांश तक चलायमान है।
11 फरवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा कमजोर पश्चिमी विक्षोभ का असर होने की संभावना है।
एक चक्रवाती परिसंचरण मध्य महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों पर औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर स्थित है।
दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से पूर्वी विदर्भ तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर पूर्वी हवाओं (ईस्टरली) में द्रोणिका अब अब दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से उत्तर आंतरिक कर्नाटक से होती हुई चक्रवाती परिसंचरण के केंद्र तक चलायमान है।
पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलती रही है। हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश में कुछ कमी आई क्योंकि कॉन्फ्लुएंस जोन पूर्वी भारत की ओर बढ़ गया है।
मध्य प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश 8 फरवरी तक जारी रहेगी। इसके बाद 9 फरवरी से बारिश की गतिविधियां ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ जाएंगी और मध्य भारत के राज्यों में मौसम साफ हो जाएगा। मौसम साफ होने के साथ ही इन भागों में दिन के तापमान में फिर से वृद्धि देखने को मिलेगी।
फिलहाल 8 फरवरी तक बादल छाने और बारिश होने के चलते पूर्वी मध्य प्रदेश ज़्यादातर शहरों में दिन का तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री कम रहेगा। दूसरी ओर इसी दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहेगा। पूर्वी मध्य प्रदेश के एक-दो स्थानों पर छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है।अगले 24 घंटों के लिए पश्चिमी में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की उम्मीद है और इसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है।
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अमृतसर से स्पेशल ट्रेन दोपहर दो बजे चली और आठ घंटों के बाद मुगलपुरा पहुंची। रास्ते में कई आदमी मारे गए। अनेक जख्मी हुए और कुछ इधर-उधर भटक गए।
सुबह दस बजे कैंप की ठंडी जमीन पर जब सिराजुद्दीन ने आंखें खोलीं और अपने चारों तरफ मर्दों, औरतों और बच्चों का एक उमड़ता समुद्र देखा तो उसकी सोचने-समझने की शक्तियां और भी बूढ़ी हो गईं। वह देर तक गंदले आसमान को टकटकी बांधे देखता रहा। यूं ते कैंप में शोर मचा हुआ था, लेकिन बूढ़े सिराजुद्दीन के कान तो जैसे बंद थे। उसे कुछ सुनाई नहीं देता था। कोई उसे देखता तो यह ख्याल करता की वह किसी गहरी नींद में गर्क है, मगर ऐसा नहीं था। उसके होशो-हवास गायब थे। उसका सारा अस्तित्व शून्य में लटका हुआ था।
गंदले आसमान की तरफ बगैर किसी इरादे के देखते-देखते सिराजुद्दीन की निगाहें सूरज से टकराईं। तेज रोशनी उसके अस्तित्व की रग-रग में उतर गई और वह जाग उठा। ऊपर-तले उसके दिमाग में कई तस्वीरें दौड़ गईं-लूट, आग, भागम-भाग, स्टेशन, गोलियां, रात और सकीना...सिराजुद्दीन एकदम उठ खड़ा हुआ और पागलों की तरह उसने चारों तरफ फैले हुए इनसानों के समुद्र को खंगालना शुरु कर दिया।
पूरे तीन घंटे बाद वह 'सकीना-सकीना' पुकारता कैंप की खाक छानता रहा, मगर उसे अपनी जवान इकलौती बेटी का कोई पता न मिला। चारों तरफ एक धांधली-सी मची थी। कोई अपना बच्चा ढूंढ रहा था, कोई मां, कोई बीबी और कोई बेटी। सिराजुद्दीन थक-हारकर एक तरफ बैठ गया और मस्तिष्क पर जोर देकर सोचने लगा कि सकीना उससे कब और कहां अलग हुई, लेकिन सोचते-सोचते उसका दिमाग सकीना की मां की लाश पर जम जाता, जिसकी सारी अंतड़ियां बाहर निकली हुईं थीं। उससे आगे वह और कुछ न सोच सका।
सकीना उसके साथ ही थी। दोनों नंगे पांव भाग रहे थे। सकीना का दुप्पटा गिर पड़ा था। उसे उठाने के लिए उसने रुकना चाहा था। सकीना ने चिल्लाकर कहा था "अब्बाजी छोड़िए!" लेकिन उसने दुप्पटा उठा लिया था।....यह सोचते-सोचते उसने अपने कोट की उभरी हुई जेब का तरफ देखा और उसमें हाथ डालकर एक कपड़ा निकाला, सकीना का वही दुप्पटा था, लेकिन सकीना कहां थी?
सिराजुद्दीन ने अपने थके हुए दिमाग पर बहुत जोर दिया, मगर वह किसी नतीजे पर न पहुंच सका। क्या वह सकीना को अपने साथ स्टेशन तक ले आया था?- क्या वह उसके साथ ही गाड़ी में सवार थी?- रास्ते में जब गाड़ी रोकी गई थी और बलवाई अंदर घुस आए थे तो क्या वह बेहोश हो गया था, जो वे सकीना को उठा कर ले गए?
सिराजुद्दीन के दिमाग में सवाल ही सवाल थे, जवाब कोई भी नहीं था। उसको हमदर्दी की जरूरत थी, लेकिन चारों तरफ जितने भी इनसान फंसे हुए थे, सबको हमदर्दी की जरूरत थी। सिराजुद्दीन ने रोना चाहा, मगर आंखों ने उसकी मदद न की। आंसू न जाने कहां गायब हो गए थे।
छह रोज बाद जब होश-व-हवास किसी कदर दुरुसत हुए तो सिराजुद्दीन उन लोगों से मिला जो उसकी मदद करने को तैयार थे। आठ नौजवान थे, जिनके पास लाठियां थीं, बंदूकें थीं। सिराजुद्दीन ने उनको लाख-लाख दुआऐं दीं और सकीना का हुलिया बताया, गोरा रंग है और बहुत खूबसूरत है... मुझ पर नहीं अपनी मां पर थी...उम्र सत्रह वर्ष के करीब है।...आंखें बड़ी-बड़ी...बाल स्याह, दाहिने गाल पर मोटा सा तिल...मेरी इकलौती लड़की है। ढूंढ लाओ, खुदा तुम्हारा भला करेगा।
रजाकार नौजवानों ने बड़े जज्बे के साथ बूढे ̧ सिराजुद्दीन को यकीन दिलाया कि अगर उसकी बेटी जिंदा हुई तो चंद ही दिनों में उसके पास होगी।
आठों नौजवानों ने कोशिश की। जान हथेली पर रखकर वे अमृतसर गए। कई मर्दों और कई बच्चों को निकाल-निकालकर उन्होंने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। दस रोज गुजर गए, मगर उन्हें सकीना न मिली।
एक रोज इसी सेवा के लिए लारी पर अमृतसर जा रहे थे कि छहररा के पास सड़क पर उन्हें एक लड़की दिखाई दी। लारी की आवाज सुनकर वह बिदकी और भागना शुरू कर दिया। रजाकारों ने मोटर रोकी और सबके-सब उसके पीछे भागे। एक खेत में उन्होंने लड़की को पकड़ लिया। देखा, तो बहुत खूबसूरत थी। दाहिने गाल पर मोटा तिल था। एक लड़के ने उससे कहा, घबराओ नहीं-क्या तुम्हारा नाम सकीना है?
लड़की का रंग और भी जर्द हो गया। उसने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन जब तमाम लड़कों ने उसे दम-दिलासा दिया तो उसकी दहशत दूर हुई और उसने मान लिया कि वो सराजुद्दीन की बेटी सकीना है।
आठ रजाकार नौजवानों ने हर तरह से सकीना की दिलजोई की। उसे खाना खिलाया, दूध पिलाया और लारी में बैठा दिया। एक ने अपना कोट उतारकर उसे दे दिया, क्योंकि दुपट्टा न होने के कारण वह बहुत उलझन महसूस कर रही थी और बार-बार बांहों से अपने सीने को ढकने की कोशिश में लगी हुई थी।
कई दिन गुजर गए- सिराजुद्दीन को सकीना की कोई खबर न मिली। वह दिन-भर विभिन्न कैंपों और दफ्तरों के चक्कर काटता रहता, लेकिन कहीं भी उसकी बेटी का पता न चला। रात को वह बहुत देर तक उन रजाकार नौजवानों की कामयाबी के लिए दुआएं मांगता रहता, जिन्होंने उसे यकीन दिलाया था कि अगर सकीना जिंदा हुई तो चंद दिनों में ही उसे ढूंढ निकालेंगे।
एक रोज सिराजुद्दीन ने कैंप में उन नौजवान रजाकारों को देखा। लारी में बैठे थे। सिराजुद्दीन भागा-भागा उनके पास गया। लारी चलने ही वाली थी कि उसने पूछा-बेटा, मेरी सकीना का पता चला?
सबने एक जवाब होकर कहा, चल जाएगा, चल जाएगा। और लारी चला दी। सिराजुद्दीन ने एक बार फिर उन नौजवानों की कामयाबी की दुआ मांगी और उसका जी किसी कदर हलका हो गया।
शाम को करीब कैंप में जहां सिराजुद्दीन बैठा था, उसके पास ही कुछ गड़बड़-सी हुई। चार आदमी कुछ उठाकर ला रहे थे। उसने मालूम किया तो पता चला कि एक लड़की रेलवे लाइन के पास बेहोश पड़ी थी। लोग उसे उठाकर लाए हैं। सिराजुद्दीन उनके पीछे हो लिया। लोगों ने लड़की को अस्पताल वालों के सुपुर्द किया और चले गए।
डॉक्टर, जिसने कमरे में रोशनी की थी, ने सिराजुद्दीन से पूछा, क्या है?
सिराजुद्दीन के हलक से सिर्फ इस कदर निकल सका, जी मैं...जी मैं...इसका बाप हूं।
डॉक्टर ने स्ट्रेचर पर पड़ी हुई लाश की नब्ज टटोली और सिराजुद्दीन से कहा, खिड़की खोल दो।
सकीना के मुद्रा जिस्म में जुंबिश हुई। बेजान हाथों से उसने इज़ारबंद खोला और सलवार नीचे सरका दी। बूढ़ा सिराजुद्दीन खुशी से चिल्लाया, जिंदा है-मेरी बेटी जिंदा है?
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Premanand Maharaj : छोटी बच्ची ने प्रेमानंद महाराज को सुनाया ऐसा भजन, जिसे सुनकर खिलखिला उठे सभी लोग !
Premanand Maharaj : कथा वाचक प्रेमानंद जी महाराज का वीडियो इंटरनेट पर खूब ट्रेंड करता है. हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में प्रेमानंद महाराज को एक छोटी बच्ची भजन सुनते हुए दिखाई पड़ रहे हैं. देखें वीडियो..
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६ पल, मध्यम बल दालेको ३ पल, और निर्बल मनुष्य को वस्ति देने के लिए ! । पल स्नेह लेना चाहिए ।
अनुवासन वस्ति का एक भेद मात्रावस्ति भी है, इसमें १ पल मे २ पल तक स्नेह लिया जाता है ।
और रोगी के लिए [[अनुवासन हितकारक है। परन्तु रोगी की अठराग्नि तीव्र हां, तभी यह वस्ति देनी चाहिए । मन्दाग्नि, वाले कुष्ठरोगी, प्रमेडी, उदर रोगी और स्थूल शरीर वाले पुरुष को स्नेहवस्ति कदापि न देनी चा
हिए ।
स्नेह वस्ति वसन्त ऋतु में सायंकाल में और ग्रीष्म, वर्षा तथा शरद ऋतु में रात में देनी चा हिए । पहिले रोगी को विरेचन दें, फिर ६ दिन बाद पूर्ववत् शक्ति आने पर स्नेह वस्ति देनी वा हिए। जिस रोज स्नेह वस्ति देनी हो, उस दिन रोगी के शरीर में तैल मर्दन करके पानी की भाष से पसीना देना चाहिए । और चावलों की पतली पेया श्रादि शास्त्रोक भोजन कराके ज़रा देर टहलना चाहिए, इसके बाद यदि श्रावश्यकता हो तो मल मूत्रादि त्याग करके यथाविधि वस्ति देनी चाहिए । उस रोज रोगा को अधिक स्निग्ध भोजन देना हानिकारक है
वस्ति लेने के समय रोगी को छींकना, जँभाई लेना, खाँसना श्रादि कार्य न करने चाहिए ।
स्नेह वस्ति लेने के बाद रोगी को हाथ पैर सीधे फैलाकर लेट रहना चाहिए । यदि स्नेह वस्ति का स्नेह मल युक्त होकर २४ घंटे के अन्दर स्वमेव बाहर न निकले, तो रोगी को तीचण निरूहण वस्ति, तीचण फलवर्ति (शाफ़ा ), तीक्ष्ण जुलाब और तीचण नस्य देनी चाहिए ।
बस्ति देने के बाद यदि समस्त स्नेह बाहर या गया हो और रोगी की जठराग्नि तीव्र हो तो उसे सायंकाल में पुराने चावल का श्राहार देना चाहिए । अनुवासनोपयोग anuvásan payoga-सं० १० अनुवासनापग वर्ग ।
अनुवासनोपवर्गः anuvásanopavargah -सं० पुं० पडू विंशदशक-नाम कायवर्ग । वह इस श्रौषधियाँ जो धनुवासन के लिए उपयोगी है। यथा - ( १ ) रामना, ( २ ) देवदारु, ( ३ ) बेल, (४) मैनफल, (५) सौंफ, ( ६ ) श्वेत पुनर्नवा ( ७ ) लाल पुननवा, (८) अरनी, ( ६ ) गोखरू र (१०) सोनापाठा । च० स० ४ अ० ।
anuvásákhyah - सं० पुं०
अनुवासन । वै० निध० । अजूज anuvrijo - सं० पुं० फेफड़े, प्लाशि, फुफ्फुस द्वयम् । चौ-सं० । श्रथ० । सू० ६।
अनुवेदना anivedana सं० स्त्रो० समवेदना, सहानुभूति । (Sympathy ). अनुवेलितम् anuvellitam सं० लो० शाखा
व्रण बन्धन भेद । तु० सू० १८ भ० । अनुशय anushaya-०संज्ञा पुं० पश्चाताप, अनुताप, द्वेश ।
अनुशयी annşhayi - सं० स्त्रो० क्षुद्ररोगान्तर्गत पादरोग विशेष
लक्षण - जो फोढ़ा गहरा हो, श्रारम्भ में थोड़ा सा दीखे, ऊपरसे त्वचा के रंग ही का हो ( भीतर चक्करदार हो ) और भीतर ही से पकता थाए उसे वैद्य पैरका "अनुशयी" कहते हैं। इसको कफसे उत्पन्न जानना चाहिए । "कफादन्तः प्रपाकांतां विद्यादनुशयी भिषक् " । सु० सं० अ० १३ ।
चि- श्लेष्म विधि के समान इसका उपचार करना चाहिए । भा० पाद० ० चि० । अनुशस्त्रम् anushastram सं० ली० स्वक् सार, स्फटिक, काच, जलौका, अग्नि, चार तथा नख आदि रूप शत्र। यह शिशु एवं भीरू प्रभृति के लिए होता है। सु० स० ८ प्र० । अनुष्ठान शरीर anushthána-shariraहिं० संज्ञा पु० लिंगदेह, आाथदेह, पुरुषचिन्ह । अनुष्णम् anushnam-सं० ली० उत्पल,
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पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन टेस्टिकल्स में लेडेग कोशिकाओं में उत्पादित होता है। इसके गठन की प्रक्रिया केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, अर्थात् पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा नियंत्रित होती है, और इसे ल्यूटिनिज़िंग हार्मोन (एलएच) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
इंट्रायूटरिन विकास के सातवें सप्ताह मेंएक टेस्टिकल (सेक्स ग्रंथियां) बनती है। चौदह दिनों के बाद, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन शुरू होता है। संक्रमण अवधि (तेरह से सत्रह वर्ष तक) में, लड़कों में हार्मोन का स्राव काफी बढ़ गया है। इस प्रकार, एक आदमी में धीरे-धीरे परिवर्तन शुरू होता है।
हार्मोन के प्रभाव में, एक सामान्यजननांग अंगों का गठन - अंडकोष, लिंग, प्रोस्टेट ग्रंथि। इसके अलावा, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लिंग के माध्यमिक संकेतों के विकास को प्रभावित करता है - शरीर और चेहरे, जघन्य क्षेत्र में बाल की वृद्धि।
हार्मोन ऊतक गठन को भी बढ़ावा देता हैप्रोटीन, मुख्य रूप से मांसपेशियों में। मांसपेशियों की ताकत और विकास टेस्टोस्टेरोन की मात्रा के समान है। हार्मोन शरीर में सामान्य वसा वितरण में भी भाग लेता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हड्डी के ऊतक की परिपक्वता को नियंत्रित करता है, समय पर हड्डी के विकास क्षेत्रों को बंद करता है। हार्मोन के प्रभाव में, स्नेहक ग्रंथियों का कामकाज किया जाता है। इसलिए, एक आदमी की उपस्थिति टेस्टोस्टेरोन की मात्रा पर पूरी तरह से निर्भर है।
हार्मोन के प्रभाव में, युवावस्था के दौरान अस्थिबंधन की मोटाई के कारण कम आवाज बनती है।
टेस्टोस्टेरोन का एक बड़ा प्रभाव पड़ता हैयौन गतिविधि और व्यवहार, मस्तिष्क में अलग-अलग जोनों को प्रभावित करता है, जो आकर्षण के उद्भव (कामेच्छा) की ओर जाता है। सामान्य निर्माण के गठन में हार्मोन की एक महत्वपूर्ण भूमिका भी उल्लेखनीय है। कुछ अध्ययनों के परिणामस्वरूप यह साबित हो गया है कि इसके प्रभाव में गुफाओं के शरीर में पूरी तरह से विश्राम होता है, हार्मोन लिंग के जहाजों में सामान्य रूप से रक्त भरने को बढ़ावा देता है।
टेस्टोस्टेरोन, एक डिग्री या दूसरे के लिए, सभी प्रणालियों और अंगों को प्रभावित करता है।
कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम, हार्मोन को प्रभावित करकेकोरोनरी जहाजों में विस्तार को बढ़ावा देता है, एथेरोस्क्लेरोटिक प्रक्रिया को धीमा करता है, धमनी उच्च रक्तचाप की पृष्ठभूमि के खिलाफ दिल की हाइपरट्रॉफी के विकास को रोकता है, आईएचडी के लक्षणों को कम करता है।
केंद्रीय तंत्रिका तंत्र टेस्टोस्टेरोन के पक्ष से प्रभावित करता हैस्मृति, ध्यान, सोच की गति। हार्मोन मूड की स्थिति को प्रभावित करता हैः बढ़ी हुई सामग्री आक्रामकता, कम अवसाद में योगदान देती है। इसके अलावा, टेस्टोस्टेरोन अंतरिक्ष में अभिविन्यास को प्रभावित करता है, इसमें स्पष्ट चरित्र का एंटीड्रिप्रेसेंट प्रभाव होता है।
अस्थि मज्जा में एरिथ्रोसाइट्स के गठन पर हार्मोन का प्रभाव भी साबित होता है।
शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी विभिन्न लक्षणों से प्रकट होती है। सबसे आम हैंः
- एकाग्रता में कमी;
- अवसाद;
- मांसपेशी द्रव्यमान और ताकत में कमी;
- कामेच्छा को कम करना;
- सीधा दोष?
- एनीमिया;
- ऑस्टियोपोरोसिस;
- ज्वार;
- आकार में प्रोस्टेट ग्रंथि में कमी।
यह पाया गया कि हार्मोन की सामग्री में कमीतीस साल की उम्र में मनाया जाता है। इस प्रकार, टेस्टोस्टेरोन हर साल 1-2% से गिरता है। प्रति दिन एक हार्मोन के उत्पादन के लिए पुरुषों में मानक 15 से 20 मिलीग्राम है। पचास से पचास वर्ष की आयु तक, इसकी सामग्री लगभग आधे से कम हो जाती है। युवा और मध्यम आयु में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य सूचकांक 5.76 - 28.14 एनएमओएल / एल है।
परिपक्व और बुजुर्ग पुरुषों में हार्मोन की मात्राजन्मजात (जेनेटिक) कारकों पर निर्भर करता है, उदाहरण के लिए, शरीर के ऊतकों की संवेदनशीलता पर इसके प्रभावों पर निर्भर करता है। सामग्री पर प्रभाव और आंतरिक अंगों के विभिन्न रोग हैं।
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महाराष्ट्र में लगातार कोरोना के बढ़ते संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे मुख्य सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
मुंबईः महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के चार और पॉजिटिव केस पाए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा अपडेट के मुताबिक यह मुंबई और नवीं मुंबई में ये मामले पाए गए हैं। ऐसे में महाराष्ट्र में कुल बढ़कर कोरोना से संक्रमित संख्या बढ़कर 37 पहुंच गई है। वहीं, भारत में कुल अभी तक 115 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
महाराष्ट्र में लगातार कोरोना के बढ़ते संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे मुख्य सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। वहीं, पुणे में धारा 144 लागू कर दी गई है।
वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, पिम्परी चिंचवाड़ और नागपुर में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी सिनेमाहाल, जिम और मॉल बंद करने के आदेश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के 95 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए। पिंपरी-चिंचवाड़ के नवीनतम मामले के साथ पुणे में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 16 हो गई है। पुणे के कलेक्टर नवल किशोर राम ने रविवार को कहा "उस व्यक्ति को नायडू अस्पताल में 14 मार्च को भर्ती कराया गया था। राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान पुणे से उसके लार के नमूने की रिपोर्ट आई है जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है। व्यक्ति का इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है। " स्वास्थ्य विभाग के बयान के अनुसार उस व्यक्ति ने 23 फरवरी और 3 मार्च के दौरान जापान और दुबई की यात्रा की थी।
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आज 6 अप्रैल के इतिहास की बहुत सी ऐसी बातें ,घटित-घटनाएं, जन्म लिए व्यक्ति, विदा लिए महान व्यक्ति, पर्व, उत्सव से जुडी अन्य बातें जो हमें कुछ सीख दे जाती है और कहती है कि हमें भी अपने जीवन जीनें का ढंग सीखना चाहिए और जीवन की इस डोर को आगे कैसे ले जाना है, कैसे संघर्ष, और उत्साह के साथ आगे बढ़ना है. तमाम बाते सिखाती है.
1606 - राजकुमार खुसरो ने अपने पिता मुग़ल शासक जहाँगीर के ख़िलाफ़ बग़ावत की.
1930 - महात्मा गांधी ने अपनी स्वतंत्र भारत की माँग पर ज़ोर देने के लिए सविनय अवज्ञा आन्दोलन आन्दोलन छेड़ा.
1942 - जापानी लड़ाकू विमानों ने पहली बार भारतीय क्षेत्रों पर बमबारी की.
1966 - भारतीय तैराक मिहिर सेन ने पाक जलडमरूमध्य तैर कर पार किया.
1982 - दक्षिण अटलांटिक महासागर में स्थित उपनिवेश फ़ाकलैंड पर अर्जेन्टीना ने अधिकार किया.
1985 - पाब्लो पिकासो के समकालीन विश्वविख्यात कलाकार मार्क शागल का पेरिस में देहांत.
1998 - गोरी प्रक्षेपास्त्र का पाकिस्तान द्वारा सफल प्रक्षेपण.
1999 - नेपाल में पुनः पांच सौ रुपये के भारतीय नोट चलाने की घोषणा.
2000 - कराची की एक अदालत ने आतंकवाद व विमान अपहरण के मामले में अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ को उम्र क़ैद की सज़ा सुनायी.
2003 - उत्तरी होंडुरास की जेल में हुए दंगे के कारण 86 क़ैदी मारे गये.
2005 - कुर्द नेता जलाल तालाबानी को ईराक का नया राष्ट्रपति चुना गया.
2007 - बांग्ला लेखिका लीला मजूमदार का निधन.
1593 - मुमताज़ महल - आसफ़ ख़ाँ की पुत्री, जिसका निकाह मुग़ल सम्राट 'ख़ुर्रम' (शाहजहाँ) से हुआ.
1929 - महाशय राजपाल - प्रसिद्ध हिन्दी सेवी और प्रकाशक.
2001 - चौधरी देवी लाल - भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भारतीय राजनीति के पुरोधा, किसानों के मसीहा, महान स्वतंत्रता सेनानी, हरियाणा के जन्मदाता.
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पटना, 2 मार्च (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारी पिंटू कुमार सिंह के शहीद होने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताया है। सिंह बिहार के बेगूसराय जिले के बखरी प्रखंड के रहने वाले थे।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि सीआरपीएफ अधिकारी पिंटू कुमार सिंह की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा और पूरा बिहार शहीद के परिवार के साथ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सीआरपीएफ अधिकारी का राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जम्मू एवं कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हो गए थे।
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(७६.) विद्याऽनवद्यकृतिधर्मधनोन्नतीना मास्ते निदानमिति तां परिवर्धयस्त्र । त्वत्सेवकान् कुरु सुशास्त्ररसे रसज्ञान् संसारतारक ! विभो ! भुवनाधिनाथ ! ॥ १६४ ॥
चारुक्रिया, धर्म, एवं धन आदि की उन्नति का मूल कारण. सद्विद्या ही है, विद्या को बढ़ाइये और सेवकों को शास्त्ररस
रसिक बनाइये ।। १६४ ।
संसारसागर सेतुमति विवेक
प्राग्भारपूरित कृतिहूदनीहिमाद्रिं । पूज्यं नवीनमतिदीनजने दयालु
त्रायस्व देव ! करुणाहूद ! मां पुनीहि ॥ १६५. ॥
दुस्तर भवसागर में सेतु समान है बुद्धि जिनकी, : विवेक संसार से पूर्ण क्रियारून नदी के लिये हिमालय ( नदी हिमालय से ही निकलती है ) दुःखी जीवों में परमदयालु ऐसे हमारे नवीन पूज्य श्री जी की रक्षा आप करें ।। १६५ ।।
ध्वान्तार्त्तजीवमिव भानुमुदन्ययांचं वारीव पन्नगगणार्चमिवाहिभोजी । यो मां जुगोप बहु गोप्स्यति पाति नित्यं सीदन्तमद्य भयदव्यसनाम्बुराशेः ॥ १६६ ॥
आप हमारे उन नवीन पूज्य श्री की रक्षा करें जो अन्धकार से पीड़ितों के लिये प्रचण्ड मार्तण्ड हैं, पिपासा कुलों के लिये शीतल जल हैं, विषधरों से काटे हुओं के लिये गरुड़ हैं एवं जिन्होंने भय प्रद व्यसनरूपी जल से भरे हुए इस अपार संसारसागर से रचा श्री करते हैं और करेंगे ॥ १६६ ।।
शत्रुः प्रशाम्यति पराङ्मुखतां प्रयाति सिंहाहिदन्तिमहिदारचयाच हिंस्राः । ध्यानं नितान्तसुखदं हृदये नराणां
यद्यस्ति नाथ ! भवदङ्सिरी रुहाणाम् ।। १६७ ।। ॥ हे लाथ ! यदि आपके चरणकमलों का ध्यान मनुष्यों के हृदय में है तो निस्सन्देह शत्रु स्वयं नष्ट होंगे अथवा भग जांमंगे ह, सर्प, हाथी आदि हिंसक जीव भी प्रसभव पा सकेंगे ।२६७ ।।
वक्तुं बृहस्पतिरसक्त इनोऽपि दीन । शक्नोति नो बहुविशारदशारादपि । अस्मादृशोऽल्पविषयस्तव किं गदामि भक्तेः फलं किमपि सन्तसञ्चायः ॥ १६ ॥
एकान्त संचित की हुई जिस भक्ति के फल को समर्थ वृद्ध की नहीं कह सकता बहुत जानने वाली सरस्वती भी
समर्थ नहीं हो सकती उस भक्ति के फल को बहुत थोड़ा जानने
वाला मेरे जैसा दीन क्या कह सकता है ? ॥ १६८ ॥
सातार नामनगरे वसतोऽन्दकाल
षट् सिन्धुसागर सुनेत्र मिते शुभाऽन्दे । वीरस्य मासि नभसि स्तुवतोऽयकारी तन्मे त्वदेकशरणस्य शरण्यभूयाः ॥ १६६ ।।
का ते स्तुतिः स्तुतिपादतिरिक्तवृत्तेः सर्वानुकूल करणाप्तविशेषशक्तेः । कित्त्वर्थयेऽहमिदमेव भवान् विभूयात् स्वामी त्वमेव भुवनेऽत्र भवान्तरेऽपि ॥ १७०॥
समस्त अनुकूल करणों की प्राप्ति से असाधारण शक्ति वाले तथा स्तुतिमार्ग में न आने वाले स्तुति क्या हो सकती हैं, किन्तु मेरी यही एक प्रार्थना है कि, इस भव में और भवान्तर में भी एका आप ही मेरे स्वामी हो ॥ १७० ।।
ध्यात्वाऽसिनुत्य निजकृत्यमथो वितत्य पूज्यों गतोऽस्ति च भवान् वियत यथैव । एवं वयं जितहुपीकचया व्रजाम इत्थं समाहितांधयो विधिवज्जिनन्द्र ! ॥ १७१ ।।
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24 जनवरी, 2018 दिन से 145 साल के निशानउशाकोव दिमित्री निकोलायेविच का जन्म, लेक्सिकोोग्राफर, जिन्होंने 4-वॉल्यूम स्पष्टीकरण और वर्तनी शब्दकोशों का रचना किया था। हमारे छोटे लेकिन सूचनात्मक लेख में, हम आपको मूल भाषाविद के जीवन, भाषाविज्ञान में उनकी योग्यता के बारे में बताएंगे, और उशाकोव के बारे में सहयोगियों की कुछ यादें देंगे।
एक प्रतिभाशाली भाषाविद, पहला शोधकर्ताघरेलू ऑर्थोपेडिया, और रूसी भाषा के स्पष्टीकरण शब्दकोशों में से एक के अंशकालिक संपादक और संकलक, दिमित्री निकोलायेविच उशाकोव का जन्म 24 जनवरी को मास्को शहर में 1873 में एक नई शैली में हुआ था। अपने परिवार के साथ वह क्रेस्टोवोज्डविज़ेंस्की लेन और वोज्डविज़ेंका के चौराहे पर रहता था।
जब परिवार में एक छोटा सा दिमा 2 साल का थाएक त्रासदी हुईः उनके पिता की मृत्यु हो गई - एक सफल मास्को नेत्र रोग विशेषज्ञ। तब बच्चा मातृ दादा के घर में लाया गया था। मॉस्को क्रेमलिन के अनुमान कैथेड्रल में उनके दादा एक प्रोटोप्रेसबायटर थे।
लड़के को घर पर अपनी प्राथमिक शिक्षा मिली।
- 9 साल की उम्र में (1882 में) थोड़ी दीमा ने मास्को जिमनासियम में प्रवेश किया, जहां उन्होंने 6 वर्षों तक अध्ययन किया।
- 188 9 में, वह 7 वें ग्रेड जिमनासियम नं। 5 में चले गए, जो बोल्शाया मोल्चानोवका और पोवरस्काया के कोने पर स्थित था।
- 18 9 1 में, जिमनासियम दिमित्री निकोलायेविच उशाकोव के स्नातक, जिनकी जीवनी हम जांच कर रहे हैं, इतिहास और फिलोलॉजी के संकाय में विश्वविद्यालय में प्रवेश करती है।
उस समय प्रोफेसर उशाकोव प्रोफेसर फिलिप फेडोरोविच फोर्टुनैटोव थे, रूसी भाषाविज्ञान में आखिरी व्यक्ति नहीं।
विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद, उशाकोव सेवा में प्रवेश करता हैस्कूल, जहां वह रूसी भाषा और साहित्य को 17 साल तक रूसी सिखाता है। 1 9 07 में, वह मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी में एक साथ सिखाता है। शिक्षण का उनका विश्वविद्यालय अनुभव 28 साल से अधिक था। इस समय के दौरान, उशाकोव ने निजी-मासूम के पदों का दौरा किया, और फिर उन्हें एक वरिष्ठ सहायक को पदोन्नत किया गया, थोड़ी देर बाद वह पूर्णकालिक सहयोगी प्रोफेसर बन गए, और अंततः, एक प्रोफेसर बन गए। 1 9 30 के दशक के अंत में दिमित्री उशाकोव ने सोवियत संघ के एकेडमी ऑफ साइंसेज में स्लाव क्षेत्र का नेतृत्व किया। अपनी शैक्षणिक और शैक्षणिक गतिविधि के दौरान, विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में दिमित्री निकोलाइविच व्याख्यान। उनके भाषणों को उच्च शैक्षिक पाठ्यक्रमों में, सैन्य शैक्षणिक विद्यालय में और ब्रायूसोव के नाम पर साहित्यिक संस्थान में भी सुना गया था।
उनकी कलम भाषा विज्ञान पर पहली घरेलू पाठ्यपुस्तक से संबंधित है, जिसे 9 बार पुनर्मुद्रित किया गया था!
जनवरी 1 9 36 में, उशाकोव को डॉक्टर ऑफ लैंग्वेजिस्टिक साइंसेज की अकादमिक डिग्री से सम्मानित किया गया था, और तीन साल बाद वह सोवियत संघ के एकेडमी ऑफ साइंसेज के संबंधित सदस्य बने।
जब भयानक द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ, तो उसे उजबेकिस्तान में खाली कर दिया गया।
एक साल बाद, 1 9 42 में 17 अप्रैल को, ताशकंद शहर में दिमित्री निकोलायेविच उशाकोव गुजर रहा था।
लोगों में दिमित्री उशाकोव प्रसिद्ध हो गएस्पष्टीकरण शब्दकोश का लेखक-कंपाइलर, जिसे 1 9 30 के दशक के मध्य में प्रकाशित किया गया था। उशाकोव की अध्यक्षता उन लेखकों की एक टीम ने की थी जिसमें समान रूप से प्रतिभाशाली वैज्ञानिक शामिल थेः विनोद्रेडोव, विनोकुर, ओझेहेगोव, तोमाशेव्स्की और अन्य भाषाविद।
इस तथ्य के अलावा कि वैज्ञानिक ने एक व्याख्यात्मक शब्दकोश संकलित किया, दिमित्री उशाकोव न केवल शब्दावली के क्षेत्र में, बल्कि वर्तनी और बोलीविज्ञान के क्षेत्र में रूसी भाषा में योगदान दिया।
वैज्ञानिक ने सक्रिय रूप से रूसी वर्तनी के सुधार को बढ़ावा दिया, और XX शताब्दी की शुरुआत में उन्होंने पुस्तक "रूसी वर्तनी" प्रकाशित की। एकेडमी ऑफ साइंसेज ने केवल 1 9 18 में रूसी वर्तनी के सुधार को लागू किया।
1 9 15 में दिमित्री उशाकोव, फोटोजो आप नीचे देखते हैं, सोवियत एकेडमी ऑफ साइंसेज के तहत डायलेक्टोलॉजिकल कमीशन का नेतृत्व किया। इस कमीशन का उद्देश्य सोवियत संघ के यूरोपीय हिस्से के लिए एक बोली मानचित्र बनाना था, जो स्लाव लोगों की बोलीभाषाओं को दर्शाता हैः रूस, यूक्रेनियन और बेलोरूसियन।
- Avanesov रूबेन Ivanovich, सोवियत भाषाविद औरसहयोगी दिमित्री उशाकोव ने अपने संस्मरणों में उनके काम की प्रशंसा की। उन्होंने देखा कि उशाकोव ने स्टाइलिस्ट योजना में कूड़े की एक भारी और बहुआयामी प्रणाली विकसित की और लागू किया। आज स्पष्टीकरण शब्दकोशों के शब्दकोश लेख में हम लिटर देखते हैंः पुस्तक, razg।, अधिकारी। और अन्य।
- Reformatsky अलेक्जेंडर Alexandrovich याद किया,कि उशाकोव लोगों के साथ संवाद करने के लिए पसंद आया। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों, कलाकारों, डॉक्टरों, गायकों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की जो अशिक्षित थे। उन्होंने देखा कि दिमित्री निकोलायेविच ने अपने सहयोगियों को आसपास के जीवन से खुद को बंद नहीं करने के लिए सिखाया था, लेकिन रूसी लोगों को प्रबुद्ध करने के लिए।
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श्रीकृष्णका कालियनागपर शासन करनेके उद्देश्यसे कालियह्रदके तटपर अवस्थित कदम्बके वृक्षपर चढ़कर वहाँसे कालियह्रदमें कूद पड़ना
नीलसुन्दरके सलोने दृगोंमें मानो कालियह्रदकी वह भयंकरता प्रतिबिम्बित हो उठीं-नहीं-नहीं, चुभनेसी लगी- 'अरे! यह विषपूर्ण गर्त तो एक योजन परिमित दीर्घ एवं विस्तृत है! देवगण भी इसको पार कर जायँ, यह दुस्साध्य ही है। यह अत्यन्त गम्भीर है, ह्रासवृद्धिविहीन सागरके समान ही इसका जल भी है। फिर भी जल-जन्तुओंसे, जलचर पक्षियोंसे यह शून्य है; इसकी अगाध जलराशि मेघावृत आकाश - अरे ! देखो सही, अभी इस समय ही तपनतनयाके सी प्रतीत हो रही है। इसकी तीरभूमि सर्पोंके इस कालियह्रदका जल कैसा उबल रहा है ! मानो आवासभूत अनेकों बिलोंसे पूर्ण है, इतना ही नहीं । चूल्हेपर स्थित विशाल जलपात्रका अत्युष्ण जल सर्पगण इनमें निवास भी कर रहे हैं; अतएव अगम्य आलोडित एवं आवर्तित हो रहा हो ! तथा ऊपरकी बन गया है यात्रियोंके लिये ह्रदका यह तट । सर्पोंके ओर, ओह! वह देखो, वे भूले-भटके कुछ विहंगम श्वाससे उद्भूत अग्निधूम इसे परिवेष्टित किये हुए है। उड़ते हुए आये, विषजलसे स्पृष्ट वायुने उन्हें ब्रजपुरवासियोंके पशुगण इसके जलका भोग नहीं कर छू लिया और वे मूर्छित होकर हाय! उस हृदमें सकते, तृषार्त एवं जलकी आशा लेकर आनेवालोंके ही जा गिरे। इसके परिसरमें अवस्थित स्थावर प्राणी लिये इसका जल अपेय बन रहा है। और तो क्या भी जीवित रह ही कैसे सकते थे। दैवप्रेरित जंगमत्रिषवणार्थी (तीन बार स्नान करनेवाले) अमरवृन्दने ! मृग आदि इस हृदके तीरकी ओर आकर जीवित भी इसका उपभोग करना त्याग दिया। आकाशपथसे रह जायँ, यह सम्भव ही कहाँ है। बस, पवन इन पक्षियोंके लिये भी इसके ऊपरसे संचरण करना विषाक्त तरंगमालाओंको स्पर्शकर, विषजलकणोंको सम्भव नहीं है। झंझावातके झोंकोंमें उड़कर गिर वहन करते हुए उन्हें छू लेता है और वे जल जाते जानेवाले तृण-पत्रतक इसके विषके तेजसे तत्क्षण हैं, प्राणशून्य हो जाते हैंभस्म हो जाते हैं। हृदके चारों ओर चार कोस भूमितलकी कैसी भीषण दुर्दशा है। किसकी सामर्थ्य है कि इस सीमामें प्रविष्ट हो जाय; सामर्थ्यशाली देवोंके लिये भी यह दुर्गम है ! ओह ! इस घोर विषाग्निकी ज्वालासे समस्त द्रुम, वीरुध आदि जल जो गये हैंजमुनहिं मिल्यौ
महा। कहा ॥
अति अगाध कहियै बिष की आगि लागि जल
परै ॥
उड़ते खग जहँ गिरि गिरि पवन रासि उठि सुठि जल
लहरें ।
तिन तैं विषकी
फुही जु
फहरें ।।
इक जोजन के
जंत ।
दीर्घं योजनविस्तारं दुस्तरं त्रिदशैरपि । गम्भीरमक्षोभ्यजलं निष्कम्पमिव सागरम् ॥ तोयजैः श्वापदैस्त्यक्तं शून्यं तोयचरैः खगैः । अगाथेनाम्भसा पूर्ण मेघपूर्णमिवाम्बरम् ॥ दुःखोपसर्पतीरेषु ससपैर्विपुलैर्बिलैः । विषारणिभवस्याग्नेर्धूमेन
थिर चर
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सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश हिमा कोहली ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को खतरे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। बल्कि कानूनी अभ्यास की गुणवत्ता को बढ़ाने के एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। ( फाइल फोटो)
नई दिल्ली, पीटीआई। सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश हिमा कोहली ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के पक्ष में और उसके अहम फायदों को गिनवाया है। उन्होंने कहा कि एआई को खतरे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि कानूनी अभ्यास की गुणवत्ता को बढ़ाने के एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे कानूनी क्षेत्र में एक "गेम-चेंजर" करार देना जिसमें वकीलों के काम करने के तरीके में क्रांति लाने की क्षमता है।
हिमा कोहली ने कहा कि एआई ने कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान और उसके बाद भी न्याय प्रक्रिया को चालू रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि न्यायमूर्ति कोहली ने जवाबदेही, पारदर्शिता और पार्टियों के अधिकारों की सुरक्षा के बारे में नैतिक चिंताओं को चिह्नित किया, जो कानूनी क्षेत्र में एआई के उपयोग से पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब हम प्रौद्योगिकी को अपनाते हैं, तो यह अनिवार्य है कि हम उन नैतिक चिंताओं से अवगत हों जो अदालतों में एआई के उपयोग से आती हैं। उन्होंने कहा कि एआई का उपयोग पक्षकारों के अधिकारों के प्रति जवाबदेही, पारदर्शिता और सुरक्षा के बारे में चिंता पैदा करता है।
"एआई को खतरे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए"
शीर्ष अदालत के न्यायाधीश ने शनिवार को यहां आईसीआईसीआई बैंक द्वारा आयोजित एक समारोह में कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश और प्रोटोकॉल स्थापित करना महत्वपूर्ण होगा कि सभी पक्षों को समान रूप से न्याय मिले। एआई और कानूनी क्षेत्र के विषय पर बोलते हुए, न्यायमूर्ति कोहली ने कहा कि एआई के आगमन ने कानूनी बिरादरी के बीच कुछ चिंताएँ पैदा कर दी हैं। "वकीलों को डर हो सकता है कि उनकी विशेषज्ञता और कौशल प्रौद्योगिकी द्वारा बेमानी हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि, मेरे विचार से, एआई को खतरे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि कानूनी अभ्यास की गुणवत्ता बढ़ाने के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।
न्यायमूर्ति कोहली ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होने वाले लाभ के कई आयामों पर विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं इस ओर आपका ध्यान दिलाना चाहती हूं कि एआई में नियमित कार्यों को स्वचालित करके, कानूनी अनुसंधान के लिए आवश्यक समय को कम करके और सूचना तक वास्तविक समय पहुंच प्रदान करके कानूनी अभ्यास की दक्षता में काफी सुधार करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि यह वकीलों के लिए जटिल और मूल्य वर्धित कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक समय और स्थान बना सकता है, जिससे अंततः उनके मुवक्किलों को बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे।
"एआई सिस्टम बड़ी मात्रा में आंकड़े का विश्लेषण कर सकता है"
दूसरी बात यह है कि एआई सिस्टम बड़ी मात्रा में आंकड़े का विश्लेषण कर सकता है और पैटर्न और संबंधों की पहचान कर सकता है, जो मनुष्य के लिए तुरंत जाहिर करना संभव नहीं हो सकता है। इससे निर्णय लेने में सटीकता बढ़ेगी और मुवक्किलों को बेहतर परिणाम मिलेंगे। तीसरा, एआई का उपयोग मुवक्किलों को सूचना, व्यक्तिगत अनुशंसाओं और आभासी कानूनी सहायता तक त्वरित पहुंच प्रदान करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आखिरकार मैं कहना चाहती हूं कि कानूनी पेशे में एआई के एकीकरण में नए कानूनी-तकनीकी उत्पादों और सेवाओं के विकास सहित नए व्यावसायिक अवसर पैदा करने की क्षमता है।
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पटनाः बिहार के बेगूसराय जिले में बुर्का पहने एक लड़की को सरकारी बैंक में लेन-देन करने से रोक दिया गया।
लड़की ने इस घटना को रिकॉर्ड कर रविवार को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। घटना शनिवार की है जब युवती बेगूसराय के मंसूर चौक शाखा के यूको बैंक में पैसे निकालने गई थी।
वीडियो के अनुसार, तीन से चार बैंक कर्मचारियों ने उसे हिजाब हटाने के लिए कहा और उसके बाद ही पैसे निकालने के लिए आवेदन किया। लड़की ने इसका कड़ा विरोध किया और अपने माता-पिता को फोन किया। उन्होंने कर्मचारियों को लिखित सूचना दिखाने के लिए कहा कि बैंक के अंदर हिजाब की अनुमति नहीं है।
उसके पिता वीडियो में पूछते हैं, मैं और मेरी बेटी हर महीने बैंक आते थे लेकिन पहले कभी किसी ने आपत्ति नहीं की थी। वे अब ऐसा क्यों कर रहे हैं? अगर कर्नाटक में ऐसी कोई चीज लागू की गई है, तो वे इसे बिहार में क्यों लागू कर रहे हैं? क्या उनके पास बैंकिंग परिचालन में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के बारे में कोई लिखित सूचना है?
कर्मचारियों ने उन्हें घटना की रिकॉडिर्ंग बंद करने के लिए भी कहा, जिसे महिला और उसके परिवार ने मना कर दिया। वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया और राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे री-ट्वीट किया।
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए पूछा, आप अपने पद को सुरक्षित करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं? मैं समझता हूं कि आपने अपनी विचारधारा, नीतियों, नैतिक जिम्मेदारी और विवेक को भाजपा के सामने गिरवी रख दिया है लेकिन आपने देश के संविधान की शपथ ली है। कम से कम संविधान का सम्मान करें और कथित कर्मचारियों को गिरफ्तार करें।
इस बीच, यूको बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस घटना पर एक बयान दिया है, बैंक नागरिकों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है और जाति या धर्म के आधार पर अपने सम्मानित ग्राहकों के साथ भेदभाव नहीं करता है। बैंक इस मुद्दे पर तथ्यों की जांच कर रहा है।
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औरैया, उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के फफूंद थाना क्षेत्र के एक गांव में शराब पीकर आये किशोर को माँ ने डाट दिया, तो उसने गांव के बाहर नीम के पेड़ पर रस्सी के सहारे फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि गांव रामनगर भैसौल निवासी राहुल दोहरे (17) मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। मंगलवार की सुबह राहुल मजदूरी करने गया था और शाम को शराब पीकर घर आया। पुत्र के शराब पीकर घर आने की जानकारी माँ राकेश कुमारी को हुई तो उन्होंने उसे डांटते हुए शराब पीने से मना किया और समझाया जिसके बाद वह खाना लेने चली गई। माँ की डांट से क्षुब्ध होकर राहुल घर से चला गया। माँ जब खाना लेकर आई तो राहुल घर पर नहीं था। मां ने देर रात्रि तक राहुल को तलाशा लेकिन उसका कुछ भी पता नही चला।
बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने गांव के बहार रोड़ के किनारे खड़े नीम के पेड़ पर रस्सी के सहारे राहुल का शव फांसी के फंदे से लटका देखा गया तो इसकी जानकारी परिजनों को दी। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
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हो नदियों पार सजन दा ठाना
कित्ते कोल ज़रूरी जाना
नदियों पार सजन दा ठाना
नदियों पार सजन दा ठाना
कित्ते कोल ज़रूरी जाना
कित्ते कोल ज़रूरी जाना
दिल ला लिया बेपरवाह दे नाल
दिल ला लिया बेपरवाह दे नाल
दिल ला लिया बेपरवाह दे नाल
दिल ला लिया बेपरवाह दे नाल
हो ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
बाई ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
हो ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
बाई ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
मेरे पीछे टूटेया दिल मेरा
दिल मौनु होश ना हुण हासिल बिस्मिल
तेरा बन के मैं फिरदा हाँ
सोह्नेया आं आं आं
तू कोल आजा मेरा ओ बेवफा सैयाँ
या मिलने वास्ते तू मुझको भेज दे नैया
तू कोल आजा मेरा ओ बेवफा सैयाँ
या मिलने वास्ते तू मुझको भेज दे नैया
नदियों पार सजन डा ठाना
नदियों पार सजन डा ठाना
कित्ते कोल ज़रूरी जाना
कित्ते कोल ज़रूरी जाना
दिल ला लेया बेपरवाह दे नाल
दिल ला लेया बेपरवाह दे नाल
दिल ला लेया बेपरवाह दे नाल
दिल ला लेया बेपरवाह दे नाल
हो ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
बाई ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
हो ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
बाई ना कर मान रुपये वाला
बन बन बेहन्दा आगे
उह आह लेट द म्यूजिक प्ले
उह आह लेट द म्यूजिक प्ले
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कैसे खेल "अवतार" में मिलता है यह सवालसोना मुफ्त, इस एप्लिकेशन के कई खिलाड़ियों को उत्तेजित करता है तथ्य यह है कि आप इसके बिना सामान्य रूप से नहीं खेल सकते। खेल में सबसे दिलचस्प और उपयोगी, ज़ाहिर है, "सोने" के लिए ठीक से खरीदा जाता है। देखते हैं कि आप इसे कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
तो, यदि आप गेम में कैसे सोच रहे हैं"अवतरिया" सोना मुफ्त में प्राप्त करते हैं, फिर पहला रास्ता है, जो ध्यान देने योग्य है - यह आपकी खुद की किस्मत है जो इस आवेदन में पहले से खेला है वह जानता है कि आप एक तरह के प्रश्नोत्तरी में रोज़गार ले सकते हैं, जिसमें आप कभी-कभी वास्तव में उपयोगी कुछ जीत सकते हैं। लेकिन यह क्यों खेलें?
लेकिन एक और तरीका है जो आप चाहते हैं। ये तथाकथित "अवतारियां" चालें हैं विभिन्न छेड़छाड़ की मदद से निवेश के बिना सोने कैसे प्राप्त करें? यह बहुत सरल है आप सभी की जरूरत है धैर्य की एक बूंद है।
तथ्य यह है कि "अवतार" में एक अलग प्रकार दिया जाता हैनौकरी। उनके लिए, एक बोनस से सम्मानित किया जाता है। यह अनुभव के पूरक है यदि आपके पास धैर्य है, तो आप उन सभी खोजों का प्रदर्शन कर सकते हैं जिनके लिए आपको "सोने" का श्रेय दिया जाएगा। सच में, यह विधि एक बहुत लंबी प्रक्रिया है ऐसा लगता है कि कुछ के लिए कुछ कार्यों पर बहुत समय बिताने के लिए "फॉर्च्यून के व्हील" में आप क्या चाहते हैं, इसे जीतना आसान होगा।
गेम "अवतार" में मुफ्त में सोना पाने का प्रश्न का उत्तर देने का दूसरा विकल्प स्कूल का उपयोग है। लेकिन आप अपने खर्च पर कैसे समृद्ध हो सकते हैं?
इसके अलावा, एक और तरीका है, जैसे किस्कूल की मदद से "अवतार" में सोना प्राप्त करें। परीक्षा आपको यहां मदद करेगी। यदि आप इसे सफलतापूर्वक पास करते हैं, तो आपको एक प्रभावशाली राशि मिलती है - 50 सोना। सच है, इसके लिए बहुत पसीना होगा। वांछित प्राप्त करने के लिए, आपको 275 से अधिक अंक स्कोर करने की आवश्यकता है। ऐसा करना मुश्किल है, हालांकि, इस तरह के इनाम के लिए पीड़ित होना उचित है। लेकिन हमारे रहस्य वहां खत्म नहीं होते हैं। जैसा कि आप देख सकते हैं, पहले से ही मुफ्त सोने के संभावित स्रोतों की एक अच्छी सूची है। लेकिन कुछ और हैं। उनके बारे में, अब हम बात करते हैं।
प्राप्त करने की विधि एक और, लंबी, विधि हैमुफ्त सोने उसके लिए बैठना और खेलना आवश्यक नहीं है। तो यह विधि उन लोगों के लिए आदर्श है, जिन्होंने पहली बार एक अच्छी कमाई करने का फैसला किया, और फिर पूरी तरह से खेलना शुरू कर दिया। आइए देखते हैं कि "अवतार" खेल में किसी भी विशेष प्रयास किए बिना, सोना मुफ्त में मिलता है।
आपके लिए यह आवश्यक है - यह बस हैदैनिक खेल पर जाएं पास के बिना निश्चित दिनों की संख्या के लिए आपको "सोने" का श्रेय दिया जाएगा। उदाहरण के लिए, उदाहरण के लिए, 5 दिनों के लिए आपको 1 सोने, 10 - 5, 15 दिनों के लिए मिलेगा - पहले से ही 7 सोने के सिक्के। इस प्रकार, एक महीने के लिए आप 26 स्वर्ण सिक्के कमा सकते हैं। इसके लिए आप अधिक और "फॉर्च्यून का व्हील" जोड़ सकते हैं, जिसमें आप रोज 3 बार मुफ्त में खेल सकते हैं। बेशक, यदि आप दिन याद नहीं है।
तो आप सोने प्राप्त कर सकते हैं और इसे बचा सकते हैं। काफी लंबा विकल्प, लेकिन एक सौ प्रतिशत। और उपर्युक्त सभी में, परीक्षा में स्कूल में 50 स्वर्ण प्राप्त करने के बाद शायद यह सबसे तेज़ है। सच है, निवेश के बिना "अवतार" में सोना पाने का एक और दिलचस्प तरीका है।
बेशक, एक और अच्छा तरीका हैएक मुफ्त "सोना" प्राप्त करें यह सच है कि यह सवाल कितना तेज़ और अच्छा है, यह सही उत्तर के बिना रहता है। तथ्य यह है कि यह चिप केवल उपयोगकर्ता पर निर्भर करता है।
यदि आप इस बारे में सोच रहे हैं कि कैसे खेल "अवतार"सोना मुफ्त में प्राप्त करें, गेम ग्राफ़ में देखें "सोना मुफ्त।" इससे पहले कि आप एक विंडो खोलें जिसमें उनके लिए कार्य और पुरस्कार सूचीबद्ध हो जाएंगे। कुछ खोजों के लिए साइट पर पंजीकरण की आवश्यकता होती है, कुछ तृतीय-पक्ष साइटों पर गेम होते हैं, और कुछ समूह में मौजूद व्यक्ति से जुड़ने के लिए "पूछें"। बेशक, उनमें से बहुत जटिल कार्य भी हैं, जिसके लिए पूरे हफ्ते की आवश्यकता है हालांकि, वे "सोने" में उनके लिए भुगतान भी बहुत अच्छा है।
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सामान समेट समिति
अधिवेशन के तुरंत बाद ही गाधीनगर में विखरे हुए सामान को एकत्रित करने के लिए निर्मित की गई सामान समेट समिति ने विभिन्न समितियों के सामान को विपय निर्वाचिनी पडाल तथा अन्य स्थानों पर एकत्रित किया । छोटा सामान शुरू में ही विक्री समिति को सम्भला दिया गया। सामान समेट समिति का सम्पूर्ण कार्य सरदार हरलालसिंह के सँयोजकत्व में हुआ ।
ब. प्रधान कार्यालय
अधिवेशन का निमन्त्रण स्वीकार होने के साथ ही कांग्रेस स्वागत समिति का कार्य एक प्रकार से शुरु होगया था। स्वागत समिति के प्रारंभिक संगठन तथा स्वागत सदस्यों की भर्ती आदि कार्य की शुरुआत प्रांतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा करदी गई थी । १ अगस्त १९४८ को प्रातः काल सूर्योदय के समय हिन्द होटल त्रिपोलिया में कांग्रेस स्वागत समिति के कार्यालय का तत्कालीन जयपुर राज्य के मुख्य सचिव और स्वा० म० के प्रधान मन्त्री श्री हीरालालजी शास्त्री द्वारा उद्घाटन हुआ ।
जैसा कि पिछले अध्याय मे बतलाया जा चुका है, अधिवेशन सम्बन्धी विभिन्न कार्यो को करने के लिए कई उपसमितियों का निर्माण किया गया था पर ये सभी समितियां एक साथ न वनकर समयान्तर से बनी थी । कई समितियों के निर्माण से पहले और समाप्त होने के बाद उनका काम निपटाने के लिए जिम्मेदारी स्वभावतया प्रधान कार्यालय पर आई । समितियो के होते हुए भी एक ओर इन समितियों और कार्यकारिणी व संचालन समिति के बीच तथा दूसरी ओर आपस में इन समितियों के बीच परस्पर संपर्क रखने की जिम्मेदारी प्रधान कार्यालय पर ही थी । प्रधान कार्यालय के विभिन्न विभागों के अलावा इन विभिन्न समितियों में से अधिकांश के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ स्टेशनरी फरनीचर, टाइपराइटर आदि आवश्यक सामान को जुटाने तथा उनके आपस के सम्पर्क का काम भी कार्यालय को करना पड़ा ।
कार्यालय के हिसाव विभाग के सगठन की शुरुआत स्वागत समिति के मुख्य खजांची की नियुक्ति के साथ हुई । श्री मोहनलाल चोकडायत ने यह
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सोशल मीडिया (Social media) पर आए दिन जानवरों के वीडियो वायरल (Animals Viral Video) होते रहते हैं, जो आपके चेहरे पर मुस्कान ले आते हैं। वहीं कुछ वीडियो ऐसे भी होते हैं। जिससे इंसानों को सिख लेने की ज़रूरत होती है। इसी कड़ी में ऐसा एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कौआ (Crow) लोगों को साफ़-सफाई की एहमियत का पाठ पढ़ाते हुए नज़र आ रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत पसंद किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग कौए की तारीफ करते नहीं थक रहे।
वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर धमाल मचा रखा है। कौआ वायरल वीडियो में सफाई के बारे में लोगों को बता रहा है कि घर के आपसपास यह अपने मोहल्ले को साफ़ रखना कितना ज़रूरी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इस वीडियो को इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी सुशांता नंदा ने शेयर किया है। वीडियो के साथ उन्होंने काफी मजेदार कैप्शन भी लिखे हैं, जिससे हमें बड़ी सीख मिलती है।
करीब 38 सेकेंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कौआ के आसपास बहुत सा कचरा फैला हुआ है साथ ही पास में एक कूड़ेदान भी रखा हुआ है। देखते ही देखते कौआ एक-एक करके कचरा अपनी चोँच से उठाकर कूड़ेदान में डाल रहा है। इस वीडियो को अब तक 25 हज़ार से ज़्यादा व्यूज मिल चुके हैं। वहीं 3 हज़ार से ज़्यादा लोग इसे लाइक भी कर चुके हैं, साथ ही इसे कई बार रीट्वीट भी किया जाता है।
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अधिवृक्क हार्मोन, मानव जीव के सामान्य कामकाज के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह है के माध्यम से उन्हें कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की विनियमित प्रक्रियाओं चयापचय, साथ ही केंद्रीय तंत्रिका और हृदय प्रणाली है। लेकिन इससे पहले कि हम यह पता लगाने क्या हार्मोन अधिवृक्क ग्रंथियों का उत्पादन, उनकी संरचना से परिचित होने की जरूरत है।
अधिवृक्क ग्रंथि -, छोटे हैं बनती ग्रंथियों पीले रंग, जो सिर्फ गुर्दे ऊपर स्थित हैं। प्रत्येक ग्रंथि को दो भागों, जो उनके कार्य, रूपात्मक और शारीरिक विशेषताओं में मतभेद के होते हैं।
शीर्ष तथाकथित प्रांतस्था, जो बारी में तीन अलग-अलग गेंदों के होते हैं निपटाराः केशिकागुच्छीय के बाहर स्थित क्षेत्र, किरण पीछा किया, और एक जाल भाग सीधे अधिवृक्क के भीतरी हिस्से से सटे - मस्तिष्क गेंद।
अधिवृक्क ग्रंथि की भूमिका शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस तथ्य को प्रयोगात्मक साबित हो चुका है। उदाहरण के लिए, यदि आप हटाना दोनों ग्रंथियों पशु तुरंत नष्ट हो गए।
ग्रंथि के कोर्टेक्स की एक किस्म का उत्पादन स्टेरॉयड हार्मोन, जो कोर्टिकोस्टेरोइड कहा जाता है। इन हार्मोनों के संश्लेषण के लिए बुनियादी सामग्री कोलेस्ट्रॉल जो भोजन के साथ एक साथ किया जाता है है। हार्मोनल पदार्थों के संश्लेषण सेल माइटोकॉन्ड्रिया में किया जाता है।
जाल और किरण अधिवृक्क क्षेत्र द्वारा उत्पादित, ग्लुकोकोर्तिकोइद कहा जाता है जबकि केशिकागुच्छीय गेंद mineralocorticoid के गठन के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा, एण्ड्रोजन के एक मामूली राशि एक जाल क्षेत्र में बनाई है - सेक्स मानव शरीर हार्मोन।
ग्लुकोकोर्तिकोइद - यह बहुत महत्वपूर्ण हार्मोनल पदार्थों जीव के लिए जिसका महत्व जिआदा करने के लिए मुश्किल है। उदाहरण के लिए, ये हार्मोन ग्लूकोज चयापचय को नियंत्रित करने एंजाइमों की गतिविधियों को नियंत्रित करते। ग्लुकोकोर्तिकोइद के लिए कृत्रिम प्रशासन जिगर में ग्लाइकोजन की मात्रा बढ़ जाती है और की सामग्री बढ़ जाती है रक्त में ग्लूकोज। इसके साथ ही, ये हार्मोन की कार्रवाई को रोकने प्रोटीन संश्लेषण होता है। जब हिंसक अपराधों और इन हार्मोनों मनाया को कम करने मांसपेशी शोष।
इसके अलावा, ग्लुकोकोर्तिकोइद, मस्तिष्क समारोह के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे की कमी एक व्यक्ति गंध और स्वाद भेद करने की क्षमता खो देता है। जब हार्मोनल के उल्लंघन के बारे में जानकारी obrabatyvaniya प्रक्रियाओं बिगड़ती की पृष्ठभूमि।
यह साबित कर दिया है और प्रतिरक्षा प्रणाली पर ग्लुकोकोर्तिकोइद के प्रभाव, उनकी संख्या, लिम्फ नोड्स और थाइमस की वृद्धि हुई है में कमी के साथ के रूप में।
Mineralocorticoid - अधिवृक्क हार्मोन है कि मानव शरीर में पानी और नमक संतुलन के लिए जिम्मेदार हैं। वे विशेष रूप से सोडियम और पोटेशियम में आयन एक्सचेंज की प्रक्रिया, नियंत्रित करते हैं। यह इस प्रकार गुर्दे द्वारा रक्त और तरल पदार्थ उत्पादन की मात्रा से नियंत्रित होता है। इसके अलावा, इन अधिवृक्क हार्मोन हृदय की मांसपेशी के काम को विनियमित।
एण्ड्रोजन - जननांग अधिवृक्क हार्मोन है कि केवल स्रावित पदार्थों के प्रभाव बढ़ाना जननांग से। इसके अलावा, एण्ड्रोजन मांसपेशियों के लिए धन्यवाद बढ़ने और मात्रा में वृद्धि। यह पुरुष हार्मोन पदार्थों के स्तर बहुत अधिक है कि ध्यान देने योग्य है। महिला में उनके रक्त के स्तर में वृद्धि माध्यमिक पुरुष यौन विशेषताओं के विकास का कारण बनता है।
ग्रंथि के इस भाग को तथाकथित "तनाव हार्मोन", catecholamines के नाम के तहत एकजुट पैदा करता है। अधिवृक्क ग्रंथियों की ये हार्मोन - यह एड्रेनालाईन, डोपामाइन और norepinephrine। इन पदार्थों को तेजी से रक्त जब मजबूत भावनाओं, तंत्रिका तनाव, खुशी, खुशी, भय, आदि में जारी करने के लिए शुरू मोनोमर को ग्लाइकोजन टूटने - के तहत अपने प्रभाव का दिल की धड़कन, सांस लेने त्वरित है, ब्लड प्रेशर काफी चयापचय को तेज करता है, और विशेष रूप से बढ़ जाता है। वैसे, मानव शरीर द्वारा उत्पादित सभी catecholamines, वैज्ञानिकों बाहरी वातावरण में संश्लेषण के लिए सीखा है।
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यह वीडियो फिल्म के आखिरी दिन की शूटिंग का है। इस वीडियो में डैनियल कहते हैं, 'यहां बहुत सारे लोग हैं जिन्होंने 5 फिल्मों में मेरे साथ काम किया। और मुझे पता है कि कहने के लिए बहुत सारी बातें हैं कि मैं उन फिल्मों या उनके बारे में क्या सोचता हूं. . . जो भी हो, लेकिन मैंने इन फिल्मों को हमेशा बेहद प्यार किया है और खास तौर पर यह वाली क्योंकि मैं रोजाना सुबह उठता था और आप लोगों के साथ काम करने का मौका मिलता था। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। ' देखें, डैनियल का वायरल वीडियोः
बता दें कि 'नो टाइम टू डाय' जेम्स बॉन्ड सीरीज में डैनियल क्रेग की आखिरी फिल्म है। पहले यह फिल्म अप्रैल 2020 में रिलीज होने वाली थी मगर कोरोना वायरस के चलते अब यह फाइनली 30 सितंबर को रिलीज हो रही है। फिल्म में ऑस्कर अवॉर्ड जीत चुके ऐक्टर रामी मालेक विलन के किरदार में नजर आएंगे। डैनियल क्रेग सबसे पहले फिल्म 'कैसिनो रॉयाल' में जेम्स बॉन्ड के किरदार में नजर आए थे। इसके बाद उन्होंने 'क्वॉन्टम ऑफ सॉलेस', 'स्काईफाल' और 'स्पेक्टर' में काम किया है।
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इस सर्कुलर के मुताबिक, कमर्शल प्रॉपर्टी में होटल, मोटल, गेस्ट हाउस, लॉजिंग हाउस, रेस्तरां, कैंटीन, पैंट्री, असेंबली हॉल, बैंक्विट हॉल, फैक्ट्री, इंडस्ट्री, मॉल, ऑफिस, पेट्रोल पंप शामिल हैं। इंस्टिट्यूशनल बिल्डिंग में स्कूल, कॉलेज, आईआईटी, आईटीआई, अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिंग एंड लैब, वेयर हाउस, स्टोरेज हाउस, पैनल एंड मेंटल इंस्टिट्यूट, मल्टी लेवल पार्किंग शामिल हैं। रेजिडेंशल बिल्डिंग में प्राइवेट घर, धार्मिक स्थल, श्मशान घाट, हॉस्टल, एजुकेशनल इंस्टिट्यूट की डोरमेट्री आदि हैं।
जल बोर्ड के प्रवक्ता के अनुसार, अक्टूबर में सर्कुलर जारी होने के बाद नए कनेक्शन पर इन्फ्रास्ट्रक्चर चार्ज लेना शुरू कर दिया गया है।
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चर्चा में क्यों?
18 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की झारखंड स्थित सहायक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) को 2021-22 के कोयला मंत्री पुरस्कार में सुरक्षा श्रेणी में द्वितीय और स्थिरता श्रेणी में तृतीय पुरस्कार मिला।
- केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विभिन्न श्रेणियों में कोयला मंत्री पुरस्कार, 2021-22 प्रदान किये।
- प्रह्लाद जोशी ने कोयला सचिव अनिल कुमार जैन और सीआईएल के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल की उपस्थिति में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के सीएमडी पी. एम. प्रसाद को ट्रॉफी प्रदान की।
- पिछले वर्ष पहली बार शुरू किये गए ये पुरस्कार तीन श्रेणियों- सुरक्षा (safety), उत्पादन एवं उत्पादकता (production & productivity) और निरंतरता (sustainability) में प्रदान किये गए थे।
- इन पुरस्कारों के दायरे में विस्तार करते हुए इस वर्ष गुणवत्ता (quality) और ईआरपी कार्यान्वयन (ERP implementation) की दो नई अतिरिक्त श्रेणियाँ जोड़ी गई हैं। एक अन्य पहलू के रूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों के महाप्रबंधकों (General Managers) को भी इस वर्ष चार उप-श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
- पाँच श्रेणियों में दिये गए पुरस्कारों में से महानदी कोल फील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने तीन श्रेणियों, अर्थात् 'सुरक्षा', 'उत्पादन एवं उत्पादकता'और 'गुणवत्ता'में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। 'निरंतरता'श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जहाँ वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) को मिला, वहीं नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने 'ईआरपी के कार्यान्वयन'में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।
- गौरतलब है कि सीसीएल की स्घ्थापना (सर्वप्रथम एनसीडीसी लिमिटेड) 1 नवंबर, 1975 को सीआईएल की पाँच सहायक कंपनियों में से एक सहायक कंपनी के रूप में हुई थी। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड वर्ष 2007 से कैटेगरी 1 मिनीरत्न कंपनी है।
- सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड ने स्थापना के बाद से पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 68.8 मिलियन टन (एमटी) का उच्चतम उत्पादन और 71.8 मिलियन टन (एमटी) का प्रेषण दर्ज किया है।
- उल्लेखनीय है कि कोल इंडिया लिमिटेड कोयला हेतु देश की प्रथम नियंत्रक कंपनी है। शुरुआत में इसकी पाँच सहायक कंपनियाँ थीं, जबकि अभी सीआईएल की आठ सहायक कंपनियाँ हैं।
- कोल इंडिया लिमिटेड राज्य के स्वामित्व वाली कोयला खनन निगम नवंबर, 1975 को अस्तित्व में आया। अपनी स्थापना के वर्ष में 79 मिलियन टन (एमटी) का साधारण उत्पादन करने वाली कोल इंडिया लिमिटेड आज (11 अगस्त, 2022 तक) 224 मिलियन टन (एमटी) के उत्पादन के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक तथा 2,48,550 (1 अप्रैल, 2022 के अनुसार) की जनशक्ति के साथ सबसे बड़ी कॉर्पोरेट नियोक्ता में से एक है।
- भारत के आठ राज्यों में फैली सीआईएल, अपनी अनुषंगी कंपनियों के 84 खनन क्षेत्रों में माध्यम से प्रचालनरत् है। कोल इंडिया लिमिटेड की 318 खदानें हैं (1 अप्रैल, 2022 के अनुसार), जिनमें से 141 भूमिगत, 158 खुली खदानें और 19 मिश्रित खदानें हैं। सीआईएल के 21 प्रशिक्षण संस्थान और 76 व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र भी हैं।
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ज़्यादातर लोग अनजाने में अपने घर में कुछ ऐसे पेड़ पौधे लगा लेते है जिनका घर में होना अशुभ माना जाता है. और जो हमारे घर में वास्तुदोष का कारन बन सकता है, इसलिए हमेशा अपने घर में वास्तु को ध्यान में रख कर ही पेड़ पौधों को लगाना चाहिए. 1-केले के वृक्ष की पूजा ज़्यादातर लोग करते है . इसलिए लोग अपने घर में केले का पेड़ लगाते हैं, पर उसे लगाने से पहले उसे लगाने की दिशा का ध्यान नहीं रखते. केले के पेड़ को हमेशा अपने घर के ईशान कोण में लगाना चाहिए, इस दिशा में केले के पेड़ लगाने से आपके धन धान्य में वृद्घि होती हैं.
3-बहुत लोग तुलसी के पौधे को गमले में लगाते है. और तुलसी के बगल में कोई दूसरा पौधा रखते है. पर हम आपको बता दे की तुलसी के पौधे के बगल में कभी किसी दूसरे पौधे को नहीं लगाना चाहिए. तुलसी के पौधे के पास हमेशा केले का पौधा लगाना चाहिए. इससे भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है.
4-घर में कभी ऐसे पौधों को नहीं लगाना चाहिए जिन पेड़ पौधे की पत्तियां या डालियां तोड़ने से उसमें से दूध निकले,ऐसे पौधों को घर में लगाने से धन की हानि होती है.
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सब्जी लेकर घर लौट रहे बाइक सवार कुएं में गिर गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दो लोगों की मौत हो चुकी थी।
मनीष कुमार सिंह, उन्नावः यूपी के उन्नाव जिले में बाइक से जा रहे 3 लोग कुएं में गिर गए। सूचना मिलने पर दमकल कर्मी और पुलिस प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद तीनों लोगों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी और एक गंभीर रूप से घायल था। घायल को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया। घटना माखी थाना क्षेत्र के थाना गांव की बताई जा रही है ।
जानकारी के मुताबिक, थाना गांव में एक ईंट भट्ठा संचालित है। यहां पर लखीमपुर जिले के मजदूर भी मजदूरी करते हैं। मंगलवार की शाम दिलवर, अख्तियार और साकिर एक ही बाइक से बाजार गए थे और सब्जी लेकर भट्ठा लौट रहे थे। बताते हैं कि सड़क के किनारे झाड़ियों से ढका हुआ एक कुआं था।
बताते हैं कि तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर कुएं में चली गई। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने इसकी सूचना भट्ठा मालिक और पुलिस को दी। दमकल के कर्मियों ने किसी तरह तीनों लोगों को निकाला, तब तक दो की मौत हो चुकी थी और एक गंभीर रूप से घायल था, जिसका इलाज चल रहा है।
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ट्रांसस्ट 11 वीं इस्तांबुल ट्रांसपोर्टेशन कांग्रेस और फेयर, मेहमत कहित तुरहान, परिवहन और बुनियादी ढांचे के मंत्री के अपने भाषण में, हम अंकारा-सिवास उच्च गति ट्रेन परियोजना के अंत के करीब हैं। " कहा हुआ।
सूचना प्रौद्योगिकी के विकास के अनुरूप तुरहान, वे स्मार्ट परिवहन प्रणालियों, बुद्धिमान परिवहन प्रणालियों, मुख्य केंद्र से पूरे देश के लिए मुख्य कुल्हाड़ियों से यातायात शुरू करने से लाभान्वित होते हैं, यह रेखांकित करते हुए कि वे मुख्य केंद्र के तहत एक एकीकृत संरचना बनाने का लक्ष्य रखते हैं।
मौजूदा रेलवे नेटवर्क का टर्फान, रखरखाव और नवीकरण, पिछले 15 983 एक हजार किलोमीटर एक साल में वे रेलवे कर चुके हैं, पहले से ही 4 हजार 15 ने कहा कि किलोमीटर रेल के निर्माण में काम आता है।
तुहान ने कहा कि उन्होंने २०१ the में रेलवे की लामबंदी के साथ २०१ the में यात्रियों की संख्या that that मिलियन से बढ़ाकर १ in३ मिलियन कर दी थी। तुरहान ने कहा, "सदी की परियोजना, जिसे २ ९ अक्टूबर २०१३ को सेवा में लाया गया था, ने अपनी स्थापना के बाद से २ ९ ६ मिलियन यात्रियों को स्थानांतरित किया है। हम अंकारा-सिवास उच्च गति ट्रेन परियोजना के अंत में आ गए हैं। " उन्होंने कहा।
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हेयरस्टाइल करवाने के बाद एक अलग ही लुक मिलता है, जिससे चेहरे पर भी काफी प्रभाव पड़ता है. अगर आपका चेहरा पतला है तो चेहरे को आप उसे मोटा दिखा सकते हैं, साथ ही आपका हेयर स्टाइल आपको स्लिम लुक भी दे सकता है. अगर आपकी पर्सेनालिटी हेवी है और आप अपने आपको स्लिम लुक देना चाहती हैं तो इन हेयर स्टाइल्स को जरूर ट्राइ करें.
आप बॉब कट करवा सकती है इसकी खास बात यह की ये हमेशा चलन में रहता है, गालों की लेंथ तक अगर इस हेयरकट को रखें तो यह भी आपको बिल्कुल स्लिम लुक देगा. खासतौर पर इस हेयरस्टाइल में मोटापे की वजह से डबल चिन के लुक को छिपाने में यह काफी मददगार साबित होता है. आप चाहे तो चाइनीज स्टाइल भी करवा सकती है इस हेयरस्टाइल में माथे पर बालों को छोटा रखा जाता है और पीछे से बालों को लंबा या छोटा लुक देते हैं.
इस चाइनीज स्टाइल में भी आप स्लिम नजर आएंगी, आप चाहें तो सामने के बालों को साइड लुक भी दे सकती हैं. फ्रेंच हेयरकट भी काफी चलन में है इस हेयरस्टाइल में माथे पर बालों को छोटा रखते हैं और इन्हें साइड में सेट करते हैं इसमें आप स्लिम दिखने के साथ-साथ स्टाइलिश भी लगेंगे.
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नई दिल्ली. संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दलित कारोबारियों को भी अंबेडकर के रास्ते पर चलना चाहिए.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि दलित कारोबारियों ने 14 करोड़ लोगों को रोजगार देने के साथ-साथ सरकारी तिजोरी भी भरने का काम किया है. उन्होंने कहा कि अगर आज अंबेडकर होते तो वो दलितों का विकास देखकर बहुत खुश होते.
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 80 लाख लोगों को बिना एक रुपये की गारंटी के लोन मिला, इनमें से अधिकतर दलित, ओबीसी, एसटी हैं. उन्होंने कहा कि दलितों को विरासत में कोई उद्यम नहीं मिला लेकिन आज इनका देश की जीडीपी में बड़ा योगदान है.
पीएम ने आगे बोलते हुए कहा कि दलितों ने बहुत अपमान सहा है, मेरा भी अपमान हुआ है इसलिए में उनका ये दर्द समझता हूं. मोदी ने कहा कि मैं अधिकार से ज्यादा कर्तव्य पर ध्यान देता हूं, क्योंकि बाबा आंबेडकर ने हमें यही सिखाया है. उन्होंने कहा कि आप यह याद रखें कि दिल्ली में दलितों का साथी बैठा है इसलिए आपको डरने की जरूरत नहीं है.
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क्या हैं 'देश की छवि धूमिल' करने के मापदंड?
अपनी 'सत्ता भक्ति 'का प्रदर्शन करना देश की छवि धूमिल करने जैसा है? यह पैसला समय आने पर स्वयं जनता को करना चाहिए कि आखिर क्या हैं देश की छवि धूमिल करने के मापदंड? लोकहित से जुड़े वास्तविक मुद्दों को दरकिनार कर 'देश कि छवि' की कथित चिता करने वाले तथाकथित राष्ट्रवादियों की इन दिनों बाढ़-सी आईं हुईं है। जिन्होंने और जिनके परिवार के किसी भी सदस्य ने भी आज तक देश हित के लिए शायद कोईं भी योगदान न दिया हो वही राष्ट्रवाद का झंडा उठाए हुए है और उसे उसके अपने विचारों के विरुद्ध नजर आती कोईं भी बात 'राष्ट्र विरोधी' नजर आ रही है।
जाहिर है ऐसी बातें करने वाले लोग, संगठन या पाटा सभी राष्ट्र विरोध और यहां तक की राष्ट्रद्रोही की सूची में डाल दिए गए हैं। यदि आप 'सत्ता भक्तों' से पूछिए कि नौकरियों के नए अवसर पैदा होने के बजाय लाखों लोगों की नौकरियां क्यों जा रही हैं तो आप राष्ट्र विरोधी कहे जाएंगे। आप मंहगाईं, किसानों की बदहाली, बाजार में छाईं मंदी, कानून व्यवस्था, भारतीय मुद्रा के अवमूल्यन, अर्थव्यवस्था में आ रही सुस्ती, अल्पसंख्यकों अथवा दलितों पर आए दिन हो रहे अत्याचार, देश में बढ़ती सांप्रादायिकता, जातिवाद अथवा मानवाधिकारों संबंधी कोईं भी बात करें तो यह अंधभक्त बिना समय गंवाए हुए आपके माथे पर राष्ट्रविरोधी अथवा राष्ट्रद्रोही का लेबल चिपका देंगे और इंतेहा तो यह है कि इन तथाकथित राष्ट्रभक्तों के सरगनाओं ने तो स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करने तथा स्वतंत्रता के बाद देश को तरक्की की राह पर लगाने वाली कांग्रेस पाटा को भी राष्ट्रविरोधी बताना शुरू कर दिया है। ऐसे में इस बात पर चितन किया जाना बेहद जरूरी है कि आखिर 'देश की छवि' को कौन धूमिल कर रहा है और यह भी कि 'देश की छवि धूमिल' करने की परिभाषा व इसकी व्याख्या है क्या? देश में विभिन्न स्थानों से धर्म के नाम पर भीड़ द्वारा की जानी वाली हिसा के प्रति चिता जताते हुए देश की लगभग 49 सम्मानित हस्तियों ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा।
जिन लोगों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा उनमें इतिहासकार रामचंद्र गुहा, फिल्मकार अनुराग कश्यप, मणि रत्नम और अभिनेत्री कोंकणा सेन शर्मा, फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल, अभिनेता सौमित्र चटजा, अभिनेत्री अपर्णा सेन तथा गायिका सुधा मुद्गल आदि के नाम प्रमुख हैं। इन बुद्धिजीवियों ने अपने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री से मांग की कि मुस्लिमों, दलितों और अन्य अल्पसंख्यकों पर व््राइम भीड़ द्वारा की जा रही हिसा पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। नेशनल व््राइम रिकॉर्डस ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोट्र्स के मुताबिक 2016 में दलितों के खिलाफ उत्पीड़न की 840 घटनाएं हुईं। लेकिन इन मामलों के दोषियों को मिलने वाली सजा का प्रतिशत कम हुआ है।
पत्र में एक आंकड़ा पेश किया गया जिसके अनुसार जनवरी 2009 से 29 अक्तूबर 2018 तक धार्मिक पहचान के आधार पर 254 घटनाएं दर्ज हुईं। इनमें 91 लोगों की मौत हुईं तथा 579 लोग घायल हुए। मुस्लिमों के विरुद्ध होने वाली हिसा के 62 प्रातिशत मामले, ईंसाइयों के विरुद्ध हिसा के 14 प्रातिशत मामले दर्ज किए गए। प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए इस पत्र में यह भी कहा गया था कि मईं 2014 के बाद से जबसे आपकी (नरेंद्र मोदी) सरकार सत्ता में आईं है तब से भीड़ द्वारा हमले के 90 प्रातिशत मामले दर्ज हुए। आप संसद में मॉब लिचिग की घटनाओं की निदा कर देते हैं, जो पर्यांप्त नहीं है। सवाल यह है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ क्या कार्रवाईं हुईं? पत्र में यह भी लिखा गया कि इन घटनाओं को गैर जमानती अपराध घोषित करते हुए तत्काल सजा सुनाईं जानी चाहिए।
यह सवाल भी किया गया कि यदि हत्या के मामले में बिना पैरोल के मौत की सजा सुनाईं जाती है तो फिर लिचिग के लिए क्यों नहीं? यह ज्यादा जघन्य अपराध है। नागरिकों को डर के साए में नहीं जीना चाहिए। अपने पत्र में इन लेखकों, फिल्मकारों व इतिहासकारों ने यह भी लिखा कि इन दिनों 'जय श्रीराम' एक हथियार बन गया है। इसके नाम पर मॉब लिचिग की घटनाएं हो रही हैं। यह चौंकाने वाली बात है। अधिकांश हिसक घटनाएं धर्म के नाम पर हो रही है। यह मध्य युग नहीं है। भारत में राम का नाम कईं लोगों के लिए पवित्र है। इसको अपवित्र करने के प्रयास रोके जाने चाहिए। उन्होंने यह भी लिखा कि सरकार के विरोध के नाम पर लोगों को राष्ट्र-विरोधी या शहरी नक्सल नहीं कहा जाना चाहिए और न ही उनका विरोध करना चाहिए।
अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करता है। असहमति जताना इसका ही एक भाग है। सोचने का विषय यह है कि उपरोक्त पत्र में क्या गलत लिखा गया है? देश की चितित जनता यदि अपने प्रधानमंत्री को पत्र न लिखे तो किसे लिखे? और यदि यह पत्र लिखना अपराध है तो भारतीय संविधान के अंतर्गत अनुच्छेद 19 में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा का अर्थ ही क्या है? परन्तु बिहार में मुजफ्फरपुर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) सूर्यं कांत तिवारी के आदेश के बाद प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वाले उपरोक्त बुद्धिजीवियों के विरुद्ध एक प्राथमिकी दर्ज की गईं।
एक स्वयंभू राष्ट्रभक्त स्थानीय वकील की ओर से दो महीने पहले दायर की गईं एक याचिका पर यह प्राथमिकी दर्ज हुईं थी। याचिकाकर्ता वकील का आरोप था कि इन हस्तियों ने देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को कथित तौर पर धूमिल किया। यह प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गईं थी जिसमें राजद्रोह, उपद्रव करने, शांति भंग करने के इरादे से धार्मिक भावनाओं को आहत करने आदि से संबंधित धाराएं लगाईं गईं थीं।
मुजफ्फरपुर में उपरोक्त हस्तियों पर दर्ज हुए राजद्रोह जैसे मुकदमे के विरुद्ध नसीरुद्दीन शाह, रोमिला थापर, अशोक वाजपेयी, जैरी पिटो, शम्सुल इस्लाम, शिक्षाविद इरा भास्कर, कवि जीत थायिल, संगीतकार टीएम वृष्णा और फिल्मकार सबा देवान समेत 180 विशिष्ट लोगों ने यह मुकदमे दर्ज किए जाने की कार्रवाईं का विरोध किया। इन सभी ने पूछा कि प्रधानमंत्री को पत्र लिखने भर से देशद्रोह का मामला वैसे बन सकता है? इन्होंने कहा कि हमारे49 साथियों के विरुद्ध पुलिस में केवल इसलिए मामला दर्ज किया गया क्योंकि उन्होंने देश में मॉब लिचिग पर चिता जताकर एक नागरिक का कर्तव्य पूरा किया था। क्या नागरिकों की आवाज को बंद कराना, अदालतों का दुरुपयोग करना 'उत्पीड़न' नहीं है?
बहरहाल मुकदमा दर्ज होने के बाद जब बिहार पुलिस ने इस संबंध में जांच-पड़ताल की तो उसने अपनी जांच में 49 बुद्धिजीवियों के खिलाफ की गईं शिकायत को झूठ व बेबुनियाद पाया। जांचकर्ता बिहार पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि यह शिकायत तथ्यहीन, आधारहीन, साक्ष्यविहीन और दुर्भावनापूर्ण थी। इस जांच की निगरानी स्वयं मुजफ्फरपुर के एसएसपी मनोज वुशवाहा द्वारा की गईं। उन्होंने इस पूरे मामले को तथ्यहीन, आधारहीन, साक्ष्यविहीन और दुर्भावनापूर्ण बताया। इतना ही नहीं बल्कि बिहार पुलिस के एडीजी जितेंद्र वुमार के अनुसार इस मामले के शिकायतकर्ता वकील के विरुद्ध आईंपीसी की धारा 182/211 के तहत कार्रवाईं का भी आदेश दे दिया गया है।
उपरोक्त पूरे प्रकरण में क्या यह सोचने के बिदु नहीं हैं कि आखिर 'देश की छवि धूमिल' वैसे हो रही है? कौन कर रहा है देश की छवि को धूमिल? क्या जिन घटनाओं व कारणों को लेकर प्रधानमंत्री को शिकायती पत्र लिखकर अपनी चिता जताईं गईं उन घटनाओं व कारणों के चलते देश की छवि धूमिल नहीं हो रही है? या इन कारणों के संबंध में प्रधानमंत्री को अवगत कराना व जागरूक नागरिक का परिचय देते हुए अपनी अभिव्यक्ति का प्रयोग करना ही 'देश की छवि धूमिल करने' के सामान है? या फिर इन शिकायतकर्ताओं के विरुद्ध मुकदमा दायर करना व याचिका के माध्यम से सरकार की खुशामद व चाटुकारिता कर अपनी 'सत्ता भक्ति 'का प्रदर्शन करना देश की छवि धूमिल करने जैसा है? यह पैसला समय आने पर स्वयं जनता को करना चाहिए कि आखिर क्या हैं देश की छवि धूमिल करने के मापदंड?
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इम्यून को बूस्ट करने के लिए करें ये ब्रेकफास्ट।
कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा पूरे देश में काफी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में जिन लोगों का इम्यून सिस्टम (Immunity System) कमजोर होता है, उनमें संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है। इसलिए इन दिनों अपने इम्यून सिस्टम (Immunity System) को मजबूत बनाने के लिए हेल्दी फूड्स खाने चाहिए। इसके साथ-साथ कुछ ऐसे व्यायाम (Exercise) भी करना चाहिए, जिससे शरीर का इम्यून पावर (Immunity Power) बढ़े। इससे आप शरीर को कई संक्रमित बीमारी के खतरे से दूर रख सकते हैं।
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डाक्टर ने सुबहशाम की सैर बताई थी साक्षी को और यह जिम्मेदारी संदीप भाई ने पूर्वा को सौंप दी थी यह कहते हुए कि पूर्वा भाभी, आप तो सुबहशाम सैर पर जाती हैं न, मेरी इस बावली को भी ले जाया करें. मेरी तो ज्यादा चलने की आदत नहीं.
साक्षी को बेटी हुई. परियों सी प्यारी, गुलाबी, गोलमटोल. बिलकुल साक्षी की तरह. मां को पोते की चाह थी शिद्दत से, लेकिन आई पोती. साक्षी डर रही थी कि न जाने उसे क्याक्या सुनना पड़ेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. मम्मीजी ने नवजात कन्या को झट से उठा कर सीने से लगा लिया. खुशी से उन की पलकें भीग गईं, 'मेरी सोनीसुहानी बच्ची,' वे बोलीं और बस, उसी दिन से बच्ची का नाम 'सुहानी' हो गया.
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4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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जिला सिरमौर में गत कई वर्षों से समाज सेवा की दिशा में कार्यरत शंखनाद सामाजिक संस्था ने नाहन में अपना स्थापना दिवस हर्षोलास के साथ मनाया । कार्यक्रम में पूर्व की तरह समाज में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों शंखनाद विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया। शंखनाद सामाजिक संगठन के निदेशक डाक्टर श्रीकांत अकेला ने बताया कि इस वर्ष स्थापना दिवस के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध समाजसेवी, वरिष्ठ पत्रकार और हिमोत्कर्ष सामाजिक संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी थे जबकि प्रसिद्ध पर्यावरणविद डाक्टर सुरेश जोशी समारोह की अध्यक्षता की। प्रसिद्ध समाजसेवी प्रोफेसर अमर सिंह चौहान और उद्योगपति एवं समाजसेवी अनिल सैनी सामाजिक कार्यकर्ता समाजसेवी सुरेंद्र हिन्दुस्तानी और अरावली संगठन के निदेशक डाक्टर यशपाल शर्मा ने बतौर विशिष्ट अतिथि इस सम्मान समारोह में शिरकत की।
संस्था के निदेशक डाक्टर श्रीकांत के अनुसार इस बार शंखनाद विशिष्ट सम्मान के लिए पत्रकारिता में पांवटा साहिब से संवाददाता सुरेश तोमर और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकार सतीश शर्मा, शिक्षा के क्षेत्र में अयूब खान, कृषि बागबानी में अर्जुन अत्री, समाज सेवा में प्रसिद्ध समाजसेवी कुंदन सिंह शास्त्री और युवा उद्यमी मनीष जैन, चिकित्सा के क्षेत्र में डाक्टर शैलेंद्र कौशिक, रंगमंच में गीता कैंथ, कार्य दक्षता में मनी राम पुंडीर ,पर्यावरण संरक्षण में जगमीत सिंह, ग्राम्य विकास के लिए युवा प्रधान संदीपक तोमर को शंखनाद विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया तथा भारत विकास परिषद पांवटा साहिब को सर्वश्रेष्ठ सामाजिक संस्था के रूप में पुरस्कार प्रदान किया गया। यह समारोह सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में होटल कबीरा में मनाया गया। इस अवसर पर नाहन सहित पांवटा साहिब शिलाई और दूर दराज क्षेत्रो से बुद्धिजीवियों ने भाग लिया एइस कार्यक्रम में जहां एक ओर रीटा ठाकुर, कविता और यांशिका ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। वहीं दूसरी ओर कुंदन सिंह शास्त्री, साहित्यकार लेखक चिर आनंद और डाक्टर सुरेश जोशी ने सामाजिक मूल्यों पर बेबाक वक्तव्य देकर सभी से भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प लेने का आहवान किया।
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देश के किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार समय-समय पर कई स्कीम लाती रहती है। इन्हीं में से एक है किसान क्रेडिट कार्ड, जिसके जरिए किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार सस्ती दर पर लोन उपलब्ध कराती है। इस शानदार स्कीम के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। देश में पिछले कुछ समय से किसानों को लेकर काफी हलचल मची हुई है। साथ ही पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को बहुत ही कम ब्याज पर कर्ज प्रदान कराया जाता है। जिसमें केवल 7 फीसदी की दर पर ब्याज आदा करना होता है। खास बात तो ये है कि कोई किसान यदि लोन एक साल के अंदर ही चुका देता है, तो उसे मात्र चार फीसदी ही ब्याज देना होता है।
- किसान क्रेडिट के तहत फसलों की बुवाई के लिए किसानों को बैंकों से बेहद कम ब्याज दर पर लोन मुहैया कराया जाता है। इस योजना में किसानों को तीन लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। साथ ही तीन से लेकर पांच लाख रुपये तक का शॉर्ट टर्म लोन महज चार फीसदी की ब्याज दर पर दिया जाता है।
- दरअसल, इस लोन पर सरकार दो फीसदी की सब्सिडी भी देती है। इतना ही नहीं, समय पर लोन चुकाने पर किसान को तीन फीसदी की छूट भी दी जाती है। इस हिसाब से ये लोन केवल चार फीसदी पर मिल जाता है, लेकिन यदि लोन चुकाने में देरी होती है, तो लोन की ब्याज दर सात फीसदी हो जाती है।
- किसानों के लिए ये स्कीम बेहद काम की है। खास बात तो ये है कि किसान क्रेडिट कार्ड की मदद से किसान अपनी फसल का बीमा भी करवा सकते हैं। कई बार किसी भी कारणवश फसल खराब हो जाती है, जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
- ऐसे में जिस किसी भी कारण से अपनी फसल नष्ट हुई हो, आपको मुआवजा भी दिया जाता है। अब चाहे बाढ़ की स्थिति में फसल के डूबने से खराब हो या फिर सूखा पड़ने पर फसल के जल जाने से, किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए आप इस पर मुआवजा भी पा सकते हैं।
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CAT Admit Card 2020 Released: भारतीय प्रबंधन संस्थान, इंदौर (IIM Indore) आज यानी बुधवार को कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT 2020) का एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। जो उम्मीदवार IIM CAT 2020 परीक्षा के लिए शामिल होने वाले हैं, वे अपना एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट iimcat. ac. in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। भारतीय प्रबंधन संस्थान रविवार, 29 नवंबर, 2020 को तीन सत्रों में एक कंप्यूटर-आधारित कैट 2020 का आयोजन करेगा।
CAT 2020 का आयोजन IIM द्वारा IIM के विभिन्न प्रबंधन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाएगा।
- होमपेज पर, उस लिंक पर क्लिक करें, जो कहता है, "CAT 2020 Admit Card Download"
- इसे डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए उसी का प्रिंट आउट लें।
परीक्षण की संशोधित अवधि 120 मिनट होगी।
तीन खंड होंगेः
प्रत्येक सेक्शन में प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उम्मीदवारों को ठीक 40 मिनट आवंटित किए जाएंगे और उन्हें एक सेक्शन में प्रश्नों का उत्तर देते हुए एक से दूसरे खंड में जाने की अनुमति नहीं होगी।
- परिणाम घोषणाः जनवरी 2021 का दूसरा सप्ताह (टेंटेटिव)
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आईपीएल 2022 के लिए मेगा ऑक्शन आने वाली 12 और 13 फरवरी को होगा। खबर है कि मार्च महीने के आखिर में आईपीएल खेले जाने की संभावना है। इस बार ये पहला मौका होगा जब IPL का ऑक्शन 2 दिनों में हो रहा है। वहीं अब इस ऑक्शन को लेकर राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने बड़ा बयान दिया है।
ऐसे में इस टीम के कप्तान संजू सैमसन का मानना है कि आईपीएल नीलामी उनकी टीम लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अगले पांच साल वर्षों के लिए सही खिलाड़ियों को चुनकर मजबूत आधार बनाना चाहते हैं। इस दौरान पहले सीजन की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स नीलामी में 62 करोड़ रुपये के साथ उतरेगी।
लीग की शुरुआती सत्र की चैम्पियन बनी रॉयल्स फ्रैंचाइजी शनिवार और रविवार यहां प्रस्तावित नीलामी में 62 करोड़ रुपये के साथ उतरेगी। पूर्व चैंपियन ने सैमसन के अलावा इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर और भारत के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को टीम में रिटेन किया है।
सैमसन ने कहा, यह नीलामी वास्तव में महत्वपूर्ण है क्योंकि हम जानते हैं कि हम अगले पांच-छह वर्षों के लिए अपना आधार तैयार कर सकते हैं। इसलिए हम नीलामी में शामिल सभी खिलाड़ियों पर नजर रखें है। हम ऐसे खिलाड़ियों को जोड़ना चाहते है जो फ्रेंचाइजी की दृष्टिकोण को समझे और हमारी टीम को शीर्ष पर वापस ले जाने में मदद कर सकते हैं।
अब तक की नीलामी में राजस्थान की टीम ऐसे खिलाड़ियों पर दांव लगाने के लिए जानी जाती रही है जो भले ही बड़े सितारे ना हो लेकिन टीम के लिए शानदार योगदान देने की क्षमता रखते है। वहीं फ्रेंचाइजी के क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा ने कहा, हमने विस्तृत तौर पर विश्लेषणात्मक आकलन किये है। खिलाड़ियों पर एकत्रित की गई जानकारी हमारे डाटाबेस मे है।
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निष्पक्ष सर्वोच्च न्यायालय को दिया जाता है जो कि केन्द्रीय तथा राज्य सरकारों के बीच उत्पन्न मतभेदों का संविधानुसार निवारण कर सके। यह निष्पक्ष न्यायालय स्वतंत्र होता है और न केन्द्रीय सरकार ही न राज्य सरकार ही इस पर प्रभाव या दबाव डाल सकती हैं परन्तु सोवियत संघ में किसी ऐसी संस्था की व्यवस्था नहीं है । वहाँ तो संविधान की व्याख्या स्वयं केन्द्रीय संसद का प्रेजिडियम करता है। यह प्रेजिडियम निष्पक्ष नहीं हो सकता स्वभावतः यह केन्द्रीय सरकार के पक्ष में निर्णय देगा । ऐसी दशा में राज्यों की स्थिति बड़ी निर्बल तथा अनिश्चित रहती है।
(३) इतना ही नहीं, राज्यों के प्रशासन का निर्देशन तथा नियमन संघ सरकार कई अन्य साधनों द्वारा करती है। समस्त देश की आर्थिक तथा वित्तीय व्यवस्था पर संघ सरकार का नियंत्रण रहता है और राज्यों को इस क्षेत्र में सरकार के आदेशों का पालन करना होता है, यहाँ तक कि राज्य सरकारों के बजट तक पर केन्द्रीय सरकार का नियंत्रण रहता है। बैंक, व्यापार, वाणिज्य, औद्योगिक तथा कृषक संस्थायें सब का नियमन तथा संचालन केन्द्रीय सरकार करती है । यदि किसी विषय पर केन्द्रीय तथा किसी राज्य के कानूनों में विरंध हो तो केन्द्रीय कानून ही मान्य होता है, राज्य का कानून नहीं। इसके अतिरिक्त संघीय मंत्रि-परिषद ( Council of Ministers of the U. S. S. R.) में दो प्रकार के मंत्रालय होते है : (१) अखिल संघीय (All-union ) तथा ( २ ) संघीय गणराज्यों के मंत्रालय (Union Republican Ministries) । संघीय गणराज्यों के मंत्रालय यूनियन-रिपब्लिकों (union republics) में स्थित अपने अनुक्रमिक मंत्रालयों (corresponding ministries) का निर्देशन तथा नियंत्रण करते हैं । इन अखिल संघीय तथा संघीय गणराज्यों के मंत्रालयों के अधिकार इतने व्यापक तथा विस्तृत हैं कि संघातरित राज्यों के विधान निर्माण अथवा प्रशासन के किसी भी क्षेत्र में यह हस्तक्षेप कर सकते हैं। अतः राज्यों की स्वायत्तता केवल नाम मात्र की रह जाती है। वास्तव में यह सोवियत संघ की प्रशासकीय इकाइयाँ (administrative units) बन जाते हैं ।
(४) सोवियत संघ में नये राज्यों तथा प्रदेशों ( territories) को सम्मिलित करने का अधिकार भी केन्द्रीय सरकार को ही है। इतना ही नहीं, केन्द्रीय सरकार ने समय-समय पर संघातरित राज्यों की सीमाओं अथवा क्षेत्रफल में भी अपनी इच्छा तथा आवश्यकतानुसार परिवर्तन परिवर्द्धन किये हैं, उनके निवासियो का अन्य क्षेत्रों में निर्वासन किया है और उनकी श्रेणियों ( status ) में भी अभिवृद्धि (promotion) तथा पतन (degradation) किया है । इस प्रकार संघातरित
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योगी ने न्यूज 18 के कार्यक्रम राइजिंग इंडिया समिट में गोरखपुर और फूलपुर की हार पर कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता यह समझ बैठे कि यह तो सीएम और डिप्टी सीएम की सीट है यहां तो जीत निश्चित है, इसलिए कुछ लोग मतदान करने नहीं गए, जिसके कारण दोनों ही सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा हर जीत प्रेरणा देती है, लेकिन हर हार हमें सबक देती है. ऐसे में हम गोरखपुर की हार से सबक लेकर आगे बेहतर करने का प्रयास करेंगे.
इसके अलावा जब केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से यूपी के दोनों सीटों की हार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हो गया, लेकिन आगे ऐसा नहीं होगा. जब उनसे यह पूछा गया कि आगे अब ऐसा क्यों नहीं होगा, तो उनका जवाब था कि अब समझ में आ गया कि ऐसा भी होता है. बता दें राजनाथ सिंह यूपी की लखनऊ सीट से ही लोकसभा सांसद हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब सवाल पूछा गया कि क्या यूपी के गोरखपुर में आदित्यनाथ की सीट पर बीजेपी की हार ने उनकी धड़कनें बढ़ा दी हैं तो उन्होंने कहा कि उनका दिल केवल मध्य प्रदेश की जनता के लिए धड़कता है. उन्होंने कहा कि मेरा दिल सिर्फ जनता के लिए धड़कता है और मैं उसी के लिए काम करता हूं. हालांकि उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव में हार पर यूपी सरकार ही बेहतर तरीके से जवाब दे सकती है.
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सनी देओल की हीरोइन को जब ज्यादा पढ़ी-लिखी होना पड़ा भारी, एक्ट्रेस ने खूब सुने थे ताने, बोलीं- इंडस्ट्री में. .
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राजस्थान में कई जगहों पर संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों ने केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ रैलियों और जनसभाओं का आयोजन किया है। इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों के किसान पंचायत लगाकर आंदोलन को समर्थन देने की योजना बना रहे हैं।
जयपुरः अब तक किसान आंदोलन का असर राजस्थान के सिर्फ एक जिला में अलवर में देखने को मिल रहा था। शाहजहांपुर बॉर्डर व हरियाणा राज्य से करीब होने की वजह से यहां के किसान बड़ी संख्या में शाहजहांपुर बॉर्डर पर बैठकर तीनों कृषि कानून का विरोध कर रहे थे। लेकिन, अब किसान आंदोलन का असर पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के कई पूर्वी जिलों में भी देखने को मिल रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, राजस्थान के पूर्वी जिलों में कुछ स्थानों पर संयुक्ता किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों ने कानूनों के खिलाफ रैलियों और जनसभाओं का आयोजन किया है।
इसके अलावा किसान अलग-अलग जगहों पर अब बैठक व पंचायत कर तीनों कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में किसानों को एकजुट करने में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भी जनसभाओं के आयोजन में मदद किया।
पूर्वी राजस्थान में दौसा जिला तीनों नए कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन का अब नया केंद्र बनकर उभरा है। किसान नेताओं ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में दौसा में दो बैठकें हुई हैं और 5 फरवरी को दौसा के राजेश पायलट स्टेडियम में एक विशाल ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया जा रहा है।
इसके अलावा, करौली, सवाई माधोपुर और भरतपुर जैसे जिलों में भी किसान एकडुट होकर रैलियों का आयोजन कर रहे हैं। इस बात की जानकारी राज्य किसान संघर्ष समिति के प्रमुख हिम्मत सिंह गुर्जर ने दी है।
हिम्मत सिंह गुर्जर इस क्षेत्र के गुर्जर समुदाय के लोगों में एक प्रभावशाली किसान नेता हैं। हिम्मत सिंह गर्जर समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करने वाले नेताओं में भी सबसे आगे रहे हैं और गुर्जरों के आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया है। ऐसे में गुर्जर जाति के लोग उन्हें अपने नेता के तौर पर देखते हैं।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसान आंदोलन ने जाट, गुर्जर, मीणा और मुसलमानों समेत विभिन्न जाति और धर्म के किसानों को एक साथ एक मंच पर ला दिया है।
उन्होंने कहा कि दौसा में मीना सेमला में तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित एक हालिया कार्यक्रम में लगभग 7000 लोगों की भीड़ जमा हुई। शाहजहांपुर सीमा पर श्रीगंगानगर जिले के ग्रामीण किसान मजदूर समिति (जीकेएस) के संयोजक रणजीत सिंह राजू ने कहा कि इस स्थल पर 3,000 से अधिक प्रदर्शनकारी हैं और 200 से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियां हैं।
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तमिलनाडु के एक शख्स ने अपनी अद्भुत कला से महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) की ऐसी खूबसूरत तस्वीर बनाई है, जिसके फैन वो भी हो गए हैं.
पूरा देश हुनरमंद लोगों से भरा पड़ा है. देश में ऐसे-ऐसे टैलेंटेड लोग (Talented Man) हैं, जो अपने अद्भुत टैलेंट से पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना देते हैं. चाहे सिंगिंग के क्षेत्र में हो या डांसिंग या फिर पेंटिंग ही क्यों न हो, हर क्षेत्र में एक से बढ़कर एक हुनरमंद लोग हैं. ऐसे ही एक हुनरमंद शख्स की चर्चा आजकल सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है, क्योंकि इस शख्स ने अपनी अद्भुत कला से महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) की ऐसी खूबसूरत तस्वीर बनाई है, जिसके फैन वो भी हो गए हैं. इन दिनों आनंद महिंद्रा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल (Viral Photo) हो रही है, जिसे देख कर आप भी आर्टिस्ट की तारीफ किए बिना नहीं रह पाएंगे.
यूं तो आनंद महिंद्रा अपने चुटीले अंदाज के लिए पूरे देश में जाने जाते हैं और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चीजें अक्सर शेयर करते रहते हैं. ये तस्वीर भी उन्होंने ही अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है, जिसे तमिलनाडु के एक आर्टिस्ट ने प्राचीन तमिल अक्षरों से बनाई है. इस आर्टिस्ट का नाम गणेश है, जो कांचिपुरम के रहने वाले हैं. उन्होंने कुल 741 प्राचीन तमिल अक्षरों से आनंद महिंद्रा का पोर्ट्रेट बनाया है. ये अपनी तरह की पहली चित्रकारी है, जिसे गणेश ने बनाया है. इस चित्रकारी ने तो सबका दिल जीत लिया है.
आनंद महिंद्रा का ये पोर्ट्रेट देख कर तो आप भी यही कहेंगे कि आर्टिस्ट के हाथ में गजब का जादू है. वैसे तो ट्विटर पर आर्टिस्ट ने ही अपने अकाउंट के माध्यम से एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उसे पोर्ट्रेट बनाते देखा जा सकता है. आनंद महिंद्रा ने भी उसके ट्वीट को रिट्वीट करते हुए तमिल में लिखा है कि 741 प्राचीन तमिल अक्षरों से मेरी तस्वीर बनाई है, ये बड़े आश्चर्य की बात है. साथ ही उन्होंने ये भी लिखा है कि वो इस खूबसूरत तस्वीर को अपने घर में लगाएंगे.
महज 24 सेकेंड के इस वीडियो को अब तक 2 लाख 80 हजार से भी अधिक व्यूज मिल चुके हैं, जबकि हजारों लोगों ने वीडियो को लाइक भी किया है और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी दी हैं.
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विमल कौशिक, नई दिल्लीः दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में मंगलवार को एक ज्वैलरी शॉप में पहुंचे बदमाशों ने एक व्यक्ति को गोली मार दी और वहां से हजारों की नकदी लूट कर फरार हो गए। बदमाश पूरी तरह बेखौफ थे। पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए आरोपियों को ट्रैक किया और पकड़ने की कोशिश की तो बदमाशों ने पुलिस पर भी गोली चला दी। हालांकि पुलिस ने भी जवाबी गोली चलाई। जिसमें एक बदमाश घायल हो गया। जिसके बाद 2 बदमाशो को पकड़ लिया गया। जबकि उनके 3 साथियों की तलाश चल रही है।
पुलिस के मुताबिक दोपहर 12 बजे सूचना मिली की नजफगढ़ में ज्वेलरी शॉप पर फायरिंग हुई है। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि ज्वैलरी शॉप पर बैठे व्यक्ति पर दो लोगों ने गोली चलाई थी। उनके सीधे साइड के जबड़े पर यह गोली लगी थी। जानकारी में पता चला कि लूट के इरादे से वारदात अंजाम दी गई है। जिसमें 25000 के करीब लूटपाट की गई है। पुलिस ने मौके से सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लिया। इसके अलावा सर्विलांस टीम को भी एक्टिवेट किया गया।
सीसीटीवी में दो आरोपी वारदात के बाद भागते नजर आए, उनको ट्रैक किया गया। आरोपियों को घेरने जब नजफगढ़ के पुराना शिव मंदिर के पास मौके पर पुलिस टीम पहुंची तो बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लग गई।
पकड़े गए दोनों आरोपियों की उम्र को वेरीफाई किया जा रहा है। दोनों की उम्र 17 साल से 18 के बीच हो सकती है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि कुल 5 आरोपी लूटपाट के इरादे से दिल्ली आए थे। पांचों आरोपी हरियाणा के झज्जर के रहने वाले हैं। इससे पहले भी यह अलग-अलग क्रिमिनल एक्टिविटी में शामिल रहे हैं। आरोपियों ने एक बाइक का इस्तेमाल किया था वह बाइक भी पूर्व में छीनी गई थी। मामले में आगे की जांच पड़ताल की जा रही है और बाकी के आरोपी की भी तलाश की जा रही है।
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पंजाब के गुरदासपुर स्थित बटाला प्रशासन द्वारा बटाला-जालंधर रोड चिट्टी ग्राउंड के सामने IELTS सेंटरों में छापेमारी की गई। इस दौरान करीब 5 IELTS सेंटर ऐसे पाए गए जिनके पास न तो लाइसेंस था और न ही फायर सेफ्टी की NOC पाई गई। इतना ही नहीं इन सेंटरों में अग्नि सुरक्षा के लिए कोई उपकरण भी नहीं लगाए गए। जिनको प्रशासन ने बंद करा दिया।
नायब तहसीलदार और फायर ब्रिगेड अधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी के लिए निकली टीम ने बटाला में IELTS सेंटरों की जांच की। पांच IELTS केंद्रों की कक्षाएं बंद कर दी गईं और केंद्रों पर ताला लगा दिया गया। इनके पास न तो लाइसेंस था और न ही फायर सेफ्टी की NOC। इन सेंटरों को 15 दिन की चेतावनी दी गई है कि अगर ये सेंटर 15 दिन के अंदर अपने दस्तावेज पूरे नहीं करेंगे तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नायब तहसीलदार लखविंदर सिंह और फायर ब्रिगेड ऑफिसर ओंकार सिंह ने कहा कि ये सेंटर जहां सरकार को चूना लगा रहे हैं, वहीं बच्चों और अभिभावकों को धोखा भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे जाली IELTS सेंटरों के कारण बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। ऐसे IELTS के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उनके मलिकों के ऊपर 420 का मामला दर्ज होना चाहिए।
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मीरा अब इस कैद में रहते हुए ऊब चुकी थी। यहाँ से भागना नामुमकिन था। अगर वह सुइट का दरवाज़ा खोलकर कॉरीडोर में कदम भी रखती तो फौरन सीसीटीवी कैमरे की पकड़ में आ जाती। सिक्योरिटी अलर्ट मोड पर आ जाती। जब पहले दिन उसे यहाँ लाकर रखा गया था तो उसने ऐसी कोशिश की थी। तब फौरन ही सिक्योरिटी गार्ड ने आकर उसे अपनी गन प्वाइंट पर ले लिया था।
इस कैद में वह उस परिंदे की तरह फड़फड़ा रही थी जो आसमान में उड़ने का आदी रहा हो और उसे अचानक पिंजड़े में रहना पड़ रहा हो। सबसे बड़ी उलझन इस बात की थी कि वह यह नहीं जानती थी कि उसके साथ क्या होने वाला है। पहले तो उसे लगा था कि अंजन उसकी जान ले लेगा। पर इधर कई बार मौका होने पर भी उसने ऐसा नहीं किया। पिछली बार जब उसने अंजन को इतना भला बुरा कहा था तब भी उसका हाथ उसकी गर्दन तक आकर रुक गया था। जिस तरह से बेबस होकर वह यहाँ से गया था उससे मीरा समझ गई थी कि वह उससे प्यार करता है।
अंजन उससे अभी भी प्यार करता है जानने के बाद मीरा और भी अधिक उलझन में पड़ गई थी। वह जानती थी कि अंजन इस समय मुश्किल दौर से गुज़र रहा है। उसका अपना भविष्य खुद ही खतरे में है। पूरी संभावना है कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले। ऐसे में उसके साथ वह अपना भविष्य कैसे जोड़ सकती थी। वह सोच रही थी कि जिस नाव का डूबना तय हो उस पर सवार होना बेवकूफी ही कहलाएगा।
वह अंजन के साथ अपना भविष्य नहीं जोड़ना चाहती थी। पर समस्या यह थी कि इस समय वह कोई भी फैसला लेने के लिए आज़ाद नहीं थी। उसके साथ क्या होने वाला है यह वक्त को तय करना था। ऐसे में वक्त काटना उसके लिए कठिन हो रहा था।
डोरबेल बजी। मीरा को लगा कि यह समय खाना लेकर आने का तो है नहीं। इसका मतलब यह अंजन होगा। वह परेशान हो गई कि अब वह क्या करने आया है। उसने दरवाज़ा खोला तो सामने सागर खत्री खड़ा था। सागर खत्री अंदर आते हुए बोला,
"उम्मीद है सब समय पर मिल जाता होगा। कोई दिक्कत नहीं होगी तुमको।"
मीरा ने व्यंग्य भरी मुस्कान के साथ कहा,
"नहीं इस आरामदायक पिंजड़े में सबकुछ मिल जाता है। बस पंख फैलाने को नहीं मिलते हैं।"
उसका तंज़ सुनकर सागर खत्री हंस दिया। उसके बाद गंभीर होकर बोला,
"बात तो है तुम्हारे अंदर। अभी भी तेवर बाकी हैं।"
मीरा ने भी उसी अंदाज़ में उत्तर दिया,
"यह यकीन हो गया है कि जान नहीं बचनी है। इसलिए डर छोड़कर तेवर अपना लिया।"
"अच्छा किया। अब अगर तेवर की जगह समझदारी से काम लोगी तो ऐश से रहोगी।"
अपनी बात कहकर सागर खत्री अजीब तरह से मुस्कुराया। उसकी आँखों में हवस थी। मीरा समझ गई कि उसका इशारा क्या है। उसने गुस्से में कहा,
"मुझे इस तेवर के साथ मरना अधिक पसंद है।"
उसका यह जवाब सुनकर सागर खत्री का चेहरा गुस्से से लाल हो गया। दांत पीसते हुए बोला,
"बेवकूफ हो तुम। अभी खुद ही कह रही थी कि पिंजड़े में हो। पंख नहीं फ़ैला सकती हो। तो यह क्यों नहीं समझ रही हो कि मैं चाहूँ तो कुछ भी कर सकता हूँ। मेरे इस किले के बाहर तुम्हारी चीख पुकार नहीं पहुँच सकती है। इसी के भीतर तुम घुट कर रह जाओगी। फिर भी मैंने तुम्हें ऑफर दिया।"
वह रुका। मीरा का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा। बालों से पकड़ कर उसका चेहरा अपनी तरफ करके बोला,
"तेवर नहीं समझदारी तुम्हारे काम आएगी।"
उसकी धमकी से मीरा डर गई थी। पर अंतिम हथियार के तौर पर उसने कहा,
"तुम्हें पता है ना कि अंजन मुझे कितना चाहता है। वह तुम्हें छोड़ेगा नहीं।"
उसकी यह बात सुनकर सागर खत्री पागल की तरह हंसने लगा। उसकी यह हंसी मीरा को और डरा रही थी। कुछ देर जी भरकर हंसने के बाद वह चुप हो गया। अचानक उसकी आँखों में हैवानियत उतर आई थी। वह बोला,
"जिसकी तुम बात कर रही हो आजकल वह मेरी दया पर जी रहा है। उसकी हालत ऐसी है कि अगर मैं उसे अपने जूते चाटने को कहूँ तो वह भी कर देगा।"
उसने मीरा को परे ढकेल दिया। वह लड़खड़ा कर फर्श पर गिर पड़ी। सागर खत्री ने उसी हैवानियत से कहा,
"तुमको एक मौका देकर जा रहा हूँ। अच्छी तरह सोच लो। मेरी बात मान लोगी तो आराम में रहोगी।"
यह कहकर वह चला गया।
सागर खत्री के जाने के बाद मीरा फर्श पर पड़ी अपनी मजबूरी पर रोने लगी। सागर खत्री उसे जिस तरह की ज़िंदगी देना चाहता था वह तो अंजन के साथ रहने से भी अधिक भयानक थी। वह मजबूर थी। इस समय वह कुछ भी कर सकने की स्थिति में नहीं थी। अपनी मजबूरी में वह ऊपरवाले से खुद के लिए मौत मांगने लगी।
मुंबई में जो कुछ भी हो रहा था उसकी खबर अंजन को लग चुकी थी। उसने सागर खत्री से रिक्वेस्ट की थी कि वह उसकी मदद करे। वह मुंबई में अपनी पहचान के कुछ लोगों से बात करके इस स्थिति से निकलने की कोशिश करना चाहता है। सागर खत्री ने उसकी मदद करने के बदले में शर्त रखी थी कि वह मीरा के बारे में उसके प्रस्ताव को स्वीकार कर ले। अंजन के पास कोई और रास्ता नहीं था। अपने आप को इस मुसीबत से बचाना उसके लिए बहुत ज़रूरी था। उसने उसकी बात मान ली।
सागर खत्री की इस हरकत पर अंजन के मन में उसके लिए नफरत ने जन्म ले लिया था। अभी तो उसके लिए सब सहना मजबूरी थी। पर उसने मन ही मन निश्चय कर लिया था कि जैसे ही वह अपनी पुरानी स्थिति में लौटेगा, इस बात का बदला ज़रूर लेगा।
इस समय वह बहुत छटपटा रहा था। वह चाहता था कि जल्दी से जल्दी उसका मुंबई में बैठे उन लोगों से संपर्क हो जाए जिनसे उसे सहायता की उम्मीद थी। पर सागर खत्री ने अभी तक इस सिलसिले में कुछ नहीं किया था। वह बहुत परेशान था। समझ नहीं पा रहा था कि सागर खत्री कुछ करना भी चाहता है या उसे बेवकूफ बना रहा है। उसने सागर खत्री से बात करने का मन बनाया।
सागर खत्री अपने बिस्तर पर लेटा मीरा के बारे में सोच रहा था। वह अपने और मीरा के विषय में बहुत रंगीन कल्पनाएं कर रहा था। उसके पास लेटी अलीशिया उसका ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए कभी उसके बालों को सहला रही थी तो कभी उसे चूम रही थी। मीरा के खयालों में खोए हुए सागर खत्री को उसका यह सब करना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था। उसने एक दो बार उसे रोकने की कोशिश की। पर अलीशिया नहीं मानी। इससे चिढ़ कर सागर खत्री ने उसे धक्का देकर बिस्तर से नीचे गिरा दिया।
ज़मीन पर गिरी अलीशिया स्तब्ध सी उसकी ओर देख रही थी। सागर खत्री ने अपनी उंगली उसकी तरफ करके गुस्से में कहा,
"खबरदार जो आज के बाद मेरी बात को नज़रंदाज़ किया। उठाकर उसी गंदगी में फेंक आऊँगा जहाँ से आई हो।"
यह कहकर वह गुस्से में कमरे से बाहर चला गया।
इधर कई दिनों से अलीशिया महसूस कर रही थी कि सागर खत्री का मन उससे हट गया है। सागर खत्री के कारण ही उसे यह ऐशो आराम मिला था। वह नहीं चाहती थी कि वह उसके आकर्षण से बाहर जाए। इसलिए उसे रिझाने की हर कोशिश करती थी। पर सागर खत्री उसकी तरफ ध्यान ही नहीं देता था।
जाते समय वह उसे धमकी दे गया था कि जिस जगह से उसे उठाकर लाया है वहीं छोड़ आएगा। अलीशिया उसके बटलर की बेटी थी। बहुत आकर्षक थी। पर एक बहुत बुरी शादी में फंस गई थी। वहाँ मार पिटाई, गाली गलौज और पैसों की तंगी थी। सागर खत्री ने उसे उस नर्क जैसी ज़िंदगी से निजात दिलाई थी। वह वापस उसी ज़िंदगी में नहीं जाना चाहती थी। उसकी धमकी से वह डर गई थी।
अलीशिया को भी अंदाज़ा हो गया था कि सागर खत्री में आए इस बदलाव का कारण वह लड़की है जो तीसरी मंजिल के सुइट में कैद करके रखी गई है। उसे यह भी पता था कि वह अंजन की प्रेमिका है जिसने उसे धोखा दिया था। पर अंजन उसे उसके किए की सज़ा नहीं दे रहा है।
मीरा के कारण उसकी ज़िंदगी में यह मुश्किल वक्त आया था। अलीशिया के मन में मीरा के लिए नफरत पैदा हो गई थी। वह उस लड़की को सबक सिखाना चाहती थी जो उसकी तबाही का कारण बन रही थी।
अलीशिया फर्श पर बैठी थी। अचानक उसे लगा कि मीरा बिस्तर पर आराम से लेटी है। उसकी तरफ देखकर हंस रही है। फिर वह बिस्तर पर उठकर बैठ गई। अलीशिया की तरफ उसी अंदाज़ में उंगली उठाई जैसे सागर खत्री ने उठाई थी। फिर उसी के अंदाज़ में बोली,
"यह बिस्तर मेरा है। तुम उसी फर्श के लायक हो। कभी सागर के नज़दीक आने की कोशिश मत करना।"
अपनी कल्पना में अलीशिया ने जो कुछ देखा उससे वह गुस्से से पागल हो गई। वह उठी। पागलों की तरह बिस्तर से चादर, तकिए निकाल कर ज़मीन पर फेंक दिए। ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी कि वह मीरा को कामयाब नहीं होने देगी।
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रामपुर बुशहर - रामपुर उपमंडल के कन्या छात्रा स्कूल रामपुर की दीवारों और साथ लगती पहाड़ी से पिछले तीन दिनांे से पानी लीकेज हो रहा है। इसके चलते स्कूली छात्राआंे को खतरा बना हुआ है और ब्रौ रामपुर आने-जाने वाले राहगीरों को भी खतरे के साये में गुजरना पड़ रहा है। स्कूल प्रशासन ने आईपीएच विभाग से समय रहते पानी की लीकेज रोकने की मांग की है, ताकि यहां कोई हादसा पेश न आए। गौरतलब है कि एनएच पांच में आईपीएच की भूमिगत लाइन बिछाई गई है। इसका पानी रिसकर पहाडि़यों, सड़क की दीवार और स्कूल की दीवार से निकल रहा है। ऐसे में यहां कभी भी हादसा हो सकता है। यहां स्कूल में सैकड़ों छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं, जिन्हें इससे खतरा बना हुआ है। रामपुर-ब्रौ मार्ग पर रोजाना हजारांे लोगांे का आना-जाना रहता है। पानी के लीकेज होने से उन्हें भी खतरा बना गया है। लोगों का कहना है कि यदि यहां कोई हादसा पेश आता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। स्थानीय प्रशासन या फिर आईपीएच विभाग। बताते चलें कि यहां पहले भी पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक कालेज की छात्रा मौके पर ही मौत हो गई थी। अब पहाड़ी से पानी रिसने के कारण यहां कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। प्रशासन और आईपीएच विभाग को चाहिए कि समय रहते इस समस्या का समाधान करें, ताकि यहां कोई हादसा पेश न आए। इस बारे में प्रधानाचार्य मेहर चंद ने कहा कि स्कूल मैदान और साथ लगती सड़क पर तीन दिन से पानी रिस रहा है। इस समस्या के बारे में आईपीएच विभाग से समय रहते इस समस्या को दूर करने की मांग की है, ताकि कोई हादसा पेश न आए।
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केरला स्टोरी को लेकर विवाद और बयान बाजी अब भी थमती नजर नहीं आ रहे है. जहां एक और फिल्म बॉक्स ऑफिस में धमाल मचा रही है, वहीं सोशल मीडिया में इसे लेकर कई तरह के पोस्ट और खबरें सामने आ रही हैं. कुछ राज्यों ने इसे अभी बैन करके रखा है और विवादित फिल्म होने के कारण इसे रिलीज नहीं होने दिए. इन सभी के बीच और एक्टर एक्ट्रेस ने इसके फेवर में कई बातें कही है. इसमें अब Kangana Ranaut का भी नाम शामिल हो गया है.
तमाम विरोध के बाद भी इस फिल्म को सुपरहिट होने से कोई नहीं रोक पाया. लगातार फिल्म बॉक्स ऑफिस में तगड़ी कमाई कर रही है और लोग इसे देखने अभी पहुंच रहे हैं. मेकर्स का मानना है कि आगे भी लोग फिल्म को देखने थिएटर तक जाएंगे. फिल्म द केरला स्टोरी ने अब तक अपने खाते में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा जोड़ चुकी है. अनुमान है की आंकड़ा 250 के पार जा सकता है.
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सीधी ( विजय सिंह )- विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले साथ ही उनके कौशल में बढ़ोत्तरी हो जिससे उनके रोजगार के बेहतर अवसर स्थापित कर सकें। नई शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य रोजगार परक शिक्षा है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव आज संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय के अटल ऑडोटोरियम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर व्याख्यान संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारने का साधन है। साथ ही यह हमारी गौरवशाली संस्कृति को संरक्षित रखने का कार्य करती है। इतिहास गवाह है कि आक्रांताओं द्वारा सर्वप्रथम शिक्षा से जुड़ी संस्थाओं को नष्ट करने के प्रयास होते रहे हैं। डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से राष्ट्र के गौरवशाली इतिहास को सुदृढ़ता के स्थापित करने के प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अधोसंरचना विकास की ओर अग्रसर है। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में प्रारंभ कर प्रदेश ने क्रांतिकारी कदम उठाया है। इससे हिन्दी भाषी बच्चों की उच्च शिक्षा की कठिनाइयां दूर होगी। नई शिक्षा नीति नये विषयों कोर्स को प्रारंभ करने की छूट देता है। छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाविद्यालयों में कृषि, वानिकी, बागवानी, पर्यटन आदि क्षेत्र की विशेषता आधारित पाठ्यक्रमों का संचालन भी करें। साथ ही पैरामेडिकल कोर्सेस का संचालन प्रारंभ करें। उन्होंने जिले में निजी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय खोलने वालों को भी आमंत्रित किया तथा कहा कि उनकी हर संभव मदद की जायेगी। महाविद्यालयों के रिक्त पदों की भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जा रही है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम की मांग पर कुसमी एवं मझौली में परीक्षा केन्द्र बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ करने आश्वस्त किया है। साथ ही संजय गांधी महाविद्यालय परिसर को अतिक्रमण मुक्त करने, छात्रावास के व्यवस्थित संचालन तथा छात्रों के लिये प्रतियोगी परीक्षा, व्यावसायिक परीक्षाओं के लिये विशेष कक्षाओं के संचालन के निर्देश दिये हैं।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, जिला पंचायत सदस्य पूजा कुशराम, कलेक्टर साकेत मालवीय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ. पंकज श्रीवास्तव, पुष्पराज सिंह, अमलेश्वर चतुर्वेदी सहित गणमान्य नागरिक, शिक्षाविद् एवं महाविद्यालय के प्राध्यायक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्राचार्य डॉ. ए. आर. सिंह द्वारा तथा आभार प्रदर्शन डॉ. पी. के. सिंह द्वारा किया गया।
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अगस्ता वेस्टलैंड को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जंग शुरू हो गई है। शनिवार को इस मामले में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि चोर शोर मचा रहा है। इसके जवाब में आज कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा है कि सरकार ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट से बाहर क्यों किया। मोदी सरकार अगस्ता की सहकारी है।
रणदीप सुरजेवाला ने पूछा कि मोदीजी आपकी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड और उसकी स्वामित्व कंपनी फिनमेकैनिका को ब्लैकलिस्ट से क्यों हटाया? कांग्रेस सरकार ने 23 मई 2014 को अगस्ता वेस्टलैंड से 228 मिलियन यूरो की बैंक गारंटी जब्त कर ली थी। कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड के सामने निर्णायक कार्यवाही की।
सुरजेवाला ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जुलाई 2018 में क्रिश्चियन मिशेल की बहन और मां ने खुलासा किया था कि भारत के प्रधानमंत्री और ईडी ने कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ गलत और मनगढ़ंत बयान देने के लिए उसपर दबाव डाला।
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शॉर्टकटः मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
चाम लिपि में १०वीं शताब्दी का शिलालेख, पो नगर, ९६५ ई चाम लिपि ब्राह्मी लिपि से व्युत्पन्न एक लिपि है। यह चाम भाषा को लिखने के लिये प्रयुक्त होती है जो एक आस्ट्रोनेशियायी भाषा है। वियतनाम और कम्बोडिया के लगभग ढाई लाख लोग इसे बोलते हैं। यह लिपि देवनागरी की तरह बायें से दायें लिखी जाती है। चाम लिपि दक्षिण भारत की ग्रंथ लिपि से लगभग २०० ई के समय व्युत्पन्न हुई थी। ग्रन्थ लिपि से व्युत्पन्न होने वाली आरम्भिक लिपियों में से एक है। हिन्दू धर्म तथा बौद्ध धर्म का जब दक्षिण-पूर्व एशिया में प्रसार हुआ तो यह लिपि वहाँ पहुँची। चम्पा सभ्यता के हिन्दू मंदिरों में लिखे शिलालेख संस्कृत और चाम दोनों भाषाओं में हैं। सबसे पुराने शिलालेख माई सों (Mỹ Sơn) मंदिर के हैं और वे लगभग ४०० ई के हैं और अशुद्ध संस्कृत में हैं। इसके बाद के शिलालेख संस्कृत और चाम दोनों में मिलते हैं। . कान्हेरी गुफा की एक शिला पर ब्राह्मी लेख ब्राह्मी एक प्राचीन लिपि है जिससे कई एशियाई लिपियों का विकास हुआ है। देवनागरी सहित अन्य दक्षिण एशियाई, दक्षिण-पूर्व एशियाई, तिब्बती तथा कुछ लोगों के अनुसार कोरियाई लिपि का विकास भी इसी से हुआ था। इथियोपियाई लिपि पर ब्राह्मी लिपि का स्पष्ट प्रभाव है। .
चाम लिपि और ब्राह्मी लिपि आम में 4 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): देवनागरी, बौद्ध धर्म, लिपि, संस्कृत भाषा।
"'देवनागरी"' में लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि देवनागरी एक लिपि है जिसमें अनेक भारतीय भाषाएँ तथा कई विदेशी भाषाएं लिखीं जाती हैं। यह बायें से दायें लिखी जाती है। इसकी पहचान एक क्षैतिज रेखा से है जिसे 'शिरिरेखा' कहते हैं। संस्कृत, पालि, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, सिन्धी, कश्मीरी, डोगरी, नेपाली, नेपाल भाषा (तथा अन्य नेपाली उपभाषाएँ), तामाङ भाषा, गढ़वाली, बोडो, अंगिका, मगही, भोजपुरी, मैथिली, संथाली आदि भाषाएँ देवनागरी में लिखी जाती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थितियों में गुजराती, पंजाबी, बिष्णुपुरिया मणिपुरी, रोमानी और उर्दू भाषाएं भी देवनागरी में लिखी जाती हैं। देवनागरी विश्व में सर्वाधिक प्रयुक्त लिपियों में से एक है। मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की एक ट्राम पर देवनागरी लिपि .
बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और महान दर्शन है। इसा पूर्व 6 वी शताब्धी में बौद्ध धर्म की स्थापना हुई है। बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी, नेपाल और महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर, भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जम्बू महाद्वीप में भी फैल गया। आज, हालाँकि बौद्ध धर्म में चार प्रमुख सम्प्रदाय हैंः हीनयान/ थेरवाद, महायान, वज्रयान और नवयान, परन्तु बौद्ध धर्म एक ही है किन्तु सभी बौद्ध सम्प्रदाय बुद्ध के सिद्धान्त ही मानते है। बौद्ध धर्म दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है।आज पूरे विश्व में लगभग ५४ करोड़ लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, जो दुनिया की आबादी का ७वाँ हिस्सा है। आज चीन, जापान, वियतनाम, थाईलैण्ड, म्यान्मार, भूटान, श्रीलंका, कम्बोडिया, मंगोलिया, तिब्बत, लाओस, हांगकांग, ताइवान, मकाउ, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया समेत कुल 18 देशों में बौद्ध धर्म 'प्रमुख धर्म' धर्म है। भारत, नेपाल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, रूस, ब्रुनेई, मलेशिया आदि देशों में भी लाखों और करोडों बौद्ध हैं। .
लिपि या लेखन प्रणाली का अर्थ होता है किसी भी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग। ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है। लिपि और भाषा दो अलग अलग चीज़ें होती हैं। भाषा वो चीज़ होती है जो बोली जाती है, लिखने को तो उसे किसी भी लिपि में लिख सकते हैं। किसी एक भाषा को उसकी सामान्य लिपि से दूसरी लिपि में लिखना, इस तरह कि वास्तविक अनुवाद न हुआ हो, इसे लिप्यन्तरण कहते हैं। चीनी लिपि (चित्रलिपि) यद्यपि संसार भर में प्रयोग हो रही भाषाओं की संख्या अब भी हजारों में है, तथापि इस समय इन भाषाओं को लिखने के लिये केवल लगभग दो दर्जन लिपियों का ही प्रयोग हो रहा है। और भी गहराई में जाने पर पता चलता है कि संसार में केवल तीन प्रकार की ही मूल लिपियाँ (या लिपि परिवार) है-.
संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक शास्त्रीय भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार का एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। .
चाम लिपि 14 संबंध है और ब्राह्मी लिपि 53 है। वे आम 4 में है, समानता सूचकांक 5.97% है = 4 / (14 + 53)।
यह लेख चाम लिपि और ब्राह्मी लिपि के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखेंः
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