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हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए आज से नामांकन पत्र भरने का काम शुरू हो जाएगा। अधिसूचना शनिवार 15 मार्च को ही जारी होगी। नामांकन पत्र सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक भरने का काम होगा। नामांकन पत्र 22 मार्च तक भरे जा सकेंगे। मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीकांत वाल्गद ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 24 मार्च को होगी। 26 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। उसी दिन चुनाव चिन्ह अलॉट होंगे। मतदान 10 अप्रैल को होगा। उन्होंने बताया कि 16 मार्च को रविवार और 17 मार्च को होली की छुट्टी है। इसलिए नामांकन पत्र भरने के लिए सिर्फ छह दिन ही बचे हैं। उन्होंने बताया कि सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार को नामांकन पत्र के साथ 25,000 हजार और अनुसूचित जाति, जनजाति के उम्मीदवार 12,500 रुपये सिक्योरिटी फीस जमा करवानी होगी। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि 12 मार्च तक नए वोट बनवाने के लिए 1,40,000 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन आवेदन पत्रों की जांच हो रही है। जांच के बाद 22 मार्च तक नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कर दिए जाएंगे। अब नए वोट बनाने का काम बंद हो गया है। प्रदेश में 69,129 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 3200 अति संवेदनशील और 3100 संवेदनशील हैं। करीब 2,000 मतदान केंद्र आदर्श बनाए गए हैं।
प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर : अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के जिलाध्यक्ष आशीष मित्तल ने कहा कि जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी नारे बहुत ही घातक है क्योंकि ब्राह्मण हमारे देश के धर्म और संस्कृति को जिंदा रखे हैं और बनिया देश के व्यापार में एहम भूमिका अदा कर रहा है। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि बनिया समाज सभी सामाजिक धार्मिक कार्यों मे अग्रज है। अग्रवाल युवा मंच के संरक्षक पंकज मित्तल ने कहा कि नारे लिखने वाले ने देश की संस्कृति और व्यापार पर प्रहार किया है ऐसी सोच को कुचल देना चाहिए। महासचिव विनोद जिन्दल ने कहा कि जे न यू देशद्रोह और समाज मे नफरती ताकतों को बढावा दे रही है। प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकांत मंगला ने कहा ब्राह्मण बनिया समाज ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम मे सर्वाधिक योगदान दिया है। अग्रवाल युवा मंच के प्रधान पंकज मंगला ने कहा जेनयू भारत विरोधी तकतो का गढ बनता जा रहा हैं। उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा कि युनिवर्सिटी के चप्पे चप्पे पर लगे कैमरो मे फोटो जरूर आई होगी उनके आधार पर सख्ती से कार्रवाई हो। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश सह सचिव पंकज मित्तल,अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के महासचिव विनोद जिन्दल, कोषाध्यक्ष अश्वनी अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकांत मंगला, युवा प्रधान गगन गोयल, युवा महासचिव मोहित गर्ग, अग्रवाल युवा मंच के पूर्व प्रधान राजेंद्र गोयल, अग्रवाल सभा के पूर्व प्रधान मनोज गुप्ता, नवीन गोयल महासचिव आशा देवी अग्रवाल धर्मशाला,हनुमान सेवा समिति के उपाध्यक्ष संदीप राय, उद्योग व्यापार मंडल हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता, रामलीला भवन के महासचिव रोहित गर्ग, शारदा रामलीला के पूर्व प्रधान ललित गुप्ता, विश्वकर्मा रामलीला के प्रधान रामकुमार गर्ग, सर्व कल्याण कामना सभा के महासचिव नवीन गर्ग,अग्रवाल महिला संगठन की प्रधान पूनम अग्रवाल, ह्यूमन राइट्स हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा मित्तल,मातृशक्ति की जिला संयोजिका सुनीता गुप्ता, सर्व कल्याण कामना सभा की उपाध्यक्ष डिम्पल मित्तल इत्यादि ने jnu घटना की घोर निंदा कर सरकार से सख्त कार्यवाही की मांग की।
Central Desk : केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah की मौजूदगी में Assam Government और 8 जनजातीय समूहों के प्रतिनिधियों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुए. अमित शाह ने कहा कि असम और पूरे उत्तर पूर्व के लिए आज का दिन बहुत महत्तवपूर्ण है. एक लंबी प्रक्रिया के बाद नार्थ ईस्ट को शांत और समृद्ध बनाने का काम पूरा हुआ है. अमित शाह ने कहा कि विकास को गति देकर North East को आगे बढ़ाया जा रहा है. सरकार का सबसे बड़ा एजेंडा नार्थ ईस्ट में शांति बहाल करना है. उन्होंने कहा कि अरासु से युवकों ने हथियार डालकर अपने आप को मुख्यधारा में जोड़ा है. सरकार हर विवाद को 2024 तक खत्म कना चाहती है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तर पूर्व को शांत और विकसित बनाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम किए गए. इसमें आज एक बड़ा मील का पत्थर हम पार करके आगे बढ़ रहे हैं. वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा मानना है कि इस समझौते से आदिवासी जनजाति के लोगों को सामाजिक न्याय मिलेगा, आर्थिक विकास का एक बहुत बड़ा मौका मिलेगा और साथ ही राजनीतिक अधिकार भी मिलेगा. सरकार ने जिन आदिवासी संगठनों के साथ त्रिपक्षीय शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए वे हैं- बिरसा कमांडो फोर्स (BCF), असम की आदिवासी कोबरा मिलिट्री (ACMA), ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी (AANLA), आदिवासी पीपुल्स आर्मी (APA), संथाली टाइगर फोर्स (STF), एएएनएलए-एफजी (AANLA-FG), बीसीएफ-बीटी (BCF-BT), एसीएमए-एफजी (ACMA-FG).
पुणे पुलिस की अपराध शाखा ने खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी बताने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है। खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में तैनात बताने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इस सप्ताह के शुरू में औंध में एक धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद 54 वर्षीय फ्राड को पकड़ा गया था। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान वासुदेव निवृत्ति तायडे के रूप में की गई है, जो डॉ विनय देव के रूप में पीएमओ में उप सचिव के रूप में तैनात बताता था और दावा करता था कि वह खुफिया विभाग से संबंधित काम में शामिल है। इसे भी पढ़ेंः 'एक महीने के अंदर तुझे निपटा देंगे', सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को मिली धमकी, पुलिस से शिकायतपुणे शहर के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुणे स्थित संगठन बॉर्डरलेस वर्ल्ड फाउंडेशन ने सोमवार को औंध क्षेत्र में एक समारोह आयोजित किया था, जहां एक धर्मार्थ पहल के तहत जम्मू-कश्मीर में एक एम्बुलेंस भेजी जानी थी। कदम ने कहा कि बॉर्डरलेस वर्ल्ड फाउंडेशन के संस्थापक अधिक कदम ने बताया कि तायडे या 'डॉ देव' को इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था। यह जम्मू-कश्मीर के लिए एक एम्बुलेंस भेजने की एक छोटी सी घटना थी। हमारे ट्रस्टियों, सलाहकारों और समर्थकों का केवल एक छोटा सा समूह इस कार्यक्रम में उपस्थित था। संबंधित व्यक्ति आमंत्रित नहीं था। वह कुछ आमंत्रितों के साथ गए थे। इसे भी पढ़ेंः Brij Bhushan Case में आया नया मोड़, Delhi Police को देनी पड़ी सफाई, Sports Minister Anurag Thakur का भी आया बयानकदम ने कहा कि उस व्यक्ति ने खुद को पीएमओ में कार्यरत एक आईएएस अधिकारी के रूप में पेश किया था, लेकिन ट्रस्टियों में से एक ने उनके दावों में कुछ विसंगतियां देखीं। कुछ प्रारंभिक पूछताछ करने के बाद, ट्रस्टियों ने पुलिस को सतर्क किया। हम पूरी जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ काम करते हैं। जम्मू-कश्मीर में काम करते हुए हमने यही सीखा है। 'क्राइम ब्रांच की यूनिट 1 की एक टीम ने जांच शुरू करने के बाद तायडे का पता लगाया और पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लिया। तालेगांव दाभाडे निवासी तायड़े को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस के उपद्रवियों के होर्डिंग्स लगवाने के निर्देश के बाद मंगलवार शाम को रांची पुलिस ने दस जून को यहां हुई व्यापक हिंसा के कथित उपद्रवियों के पोस्टर जारी कर दिये और उन्हें कुछ स्थानों पर चस्पा भी करवा दिया लेकिन थोड़ी देर बाद ही टाईपसंबंधी त्रुटियां बताकर उन्हें उतरवा भी लिया । पुलिस ने कहा कि उनमें सुधार कर बुधवार सुबह फिर पोस्टर जारी किये जाएंगे। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता ए वी होमकर ने 'पीटीआई भाषा' को बताया कि राज्यपाल के निर्देश के अनुसार शाम को रांची पुलिस ने चिह्नित उपद्रवियों की तस्वीर के साथ पोस्टर बनवाकर जारी किये थे लेकिन कुछ देर बाद ही उनमें कुछ टाइप संबंधी गलतियों की जानकारी होने पर उन्हें वापस ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब इन पोस्टरों को ठीक कर पुलिस कल सुबह जारी करेगी। इससे पूर्व रांची में हिंसा उपद्रव करने वालों लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीर और नाम पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवाने के राज्यपाल के निर्देश के बाद प्रशासन ने उनके पोस्टर बनाकर उसे शहर के चौक-चौराहों पर लगाने की पूरी तैयारी की और शाम को इन्हें जारी भी कर दिया। सोमवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक के अलावा अपर महानिदेशक अभियान संजय आनंद लाटकर, रांची के उपायुक्त छवि रंजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा को राज्यपाल ने इस मामले में राजभवन तलब किया था। राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार को पुलिस महानिदेशक एवं अन्य अधिकारियों से पूछा था कि रांची में हुई हिंसा और उपद्रव को लेकर पुलिस के पास क्या खुफिया सूचना थी और इसके आधार पर उन्होंने ऐहतियाती कार्रवाई क्यों नहीं की थी' राज्यपाल ने निर्देश दिया था कि रांची में शुक्रवार (10 जून) को सड़कों पर हिंसा और उपद्रव करने वालों लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरों और नाम-पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवाएं जिससे आम नागरिक इनके बारे में पुलिस को सूचना दे सकें।
हमारे संवाददाता नई दिल्ली। वीर अर्जुन परिवार के लिए शुक्रवार के बाद शनिवार का दिन भी भारी रहा। सांध्य वीर अर्जुन के समाचार सम्पादक विजय शर्मा की माता जी शांति देवी ने भी दुनिया से विदा ले ली। वह 80 वर्ष की थीं। श्रीमती शर्मा अपने पीछे चार बेटे व दो बेटियों समेत पौत्र-प्रपौत्रों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं। वह काफी धार्मिक विचारों वाली महिला थीं। उनका अंतिम संस्कार कल राजधानी के निगम बोध घाट पर प्रात 11 बजे किया जाएगा। उनकी मौत पर जाने-माने संगठनों ने शोक जताते हुए परमपिता परमात्मा से उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान देने की पार्थना की है।
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस (Coronaviruses) महामारी के चलते उत्पन्न स्थिति के कारण सभी स्कूल और कॉलेज आगामी आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया है। इसके अलावा प्रदेश में उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की परीक्षाएं आगामी आदेश तक स्थगित कर दी हैं। यात्री बसों के संबंध में भी नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। गृह विभाग के प्रमुख सचिव एसएम मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार अंतरराज्यीय बसों का संचालन 30 जून तक बंद रहेगा। राज्य के भीतर इंदौर, उज्जैन एवं भोपाल संभाग के सभी जिलों में 30 जून तक यात्री बसों का संचालन 50 प्रतिशत क्षमता के साथ एवं अन्य जिलों में सामान्य रूप से किया जाएगा। भोपाल नगर निगम क्षेत्र में सभी प्रकार की दुकानें सप्ताह में 5 दिन तथा इंदौर एवं उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में जिला आपदा प्रबंधन ग्रुप के परामर्श के अनुरूप खुलेंगी। इनके अलावा नगर निगम की सीमा के बाहर स्थित सभी प्रकार की दुकानें सामान्य स्थिति में खुली रहेंगी। स्कूल कॉलेज, शैक्षणिक संस्थाएं आगामी आदेश तक बंद रहेंगी। उच्च शिक्षा विभाग की परीक्षाएं 29 जून से 31 जुलाई और तकनीकी शिक्षा विभाग की परीक्षाएं 16 जून से 31 जुलाई तक निर्धारित थीं। प्रदेश सरकार द्वारा अब यह परीक्षाएं आगामी आदेश तक स्थगित कर दी गई हैं। आगामी परीक्षा तिथियां पृथक से घोषित की जाएंगी। इंदौर भोपाल एवं उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में शासकीय, संभागीय एवं जिला कार्यालय एवं निजी कार्यालय 50 प्रतिशत कर्मचारियों की क्षमता के साथ एवं अन्य स्थानों पर कर्मचारियों की पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे। सभी शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहेगी। अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर शेष समस्त गतिविधियां रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक प्रतिबंधित रहेंगी।
निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया 2020 का बजट निराश करने वाला है. इसमें कुछ उत्साहित करने वाली घोषणाएं हैं लेकिन अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कोई बड़ा विचार या कदम नहीं है. यह दिखाता है कि मोदी सरकार अपने राजनीतिक और सामाजिक एजेंडे की तरह आर्थिक नीति में यथास्थिति को बाधित नहीं करना चाहती या ऐसा कर नहीं पा रही है. एक पासवर्ड आपको ईमेल कर दिया जाएगा।
Don't Miss Out on the Latest Updates. Subscribe to Our Newsletter Today! बड़ी उम्र में लोगों को केवल कमज़ोर शरीर की ही समस्या नहीं होती। डिप्रेशन भी एक ऐसी समस्या है जिसका सामना बुज़ुर्गों को करना पड़ता है। डिप्रेशन एक ऐसी स्थिति है जो शरीरिक समस्याओं के साथ मिलकर गम्भीर बन जाती है और सेहतमंद रहने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। यही नहीं, आज की भाग-दौड़भरी दुनिया में, घर और काम की ज़िम्मेदारियों के बीच, परिवार के छोटे सदस्य अक्सर बुजुर्ग सदस्यों या पुरानी बीमारियों वाले मरीज़ों की छोटी-छोटी ज़रूरतों को पूरा करना भूल जाते हैं। जिसकी वजह से अक्सर किसी पर आश्रित लोगों में उपेक्षा, खुद की कम कीमत और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। एक साधारण वयस्क व्यक्ति की तुलना में, एक बुज़ुर्ग व्यक्ति को भावनात्मक सपोर्ट की अधिक ज़रूरत पड़ती है। बुजुर्गों के लिए भावनात्मक समर्थन का अर्थ है उनके मन में आनेवाले नकारात्मक विचारों- अकेलापन, असहायता, ऊब और घबराहट आदि से निपटने के लिए विशेष कदम उठाना है। पोर्टिआ मेडिकल के मेडिकल डायरेक्टर, डॉ. एम उदय कुमार मैया बता रहे हैं बुजुर्गों को डिप्रेशन का सामना करने में मददगार 10 आवश्यक और भावनात्मक बातें। 1. सुरक्षा- साधारण लोगों की तुलना में अधिक कमज़ोर होने के कारण, ज्यादातर वरिष्ठ अपनी सुरक्षा के संबंध में निरंतर चिंतित रहते हैं। यह ज़रूरी है कि उन्हें भावनात्मक और शीरीरिक रुप से सुरक्षा का आश्वासन दिलाया जाए। । इसके लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि घर और बुज़ुर्गों के आसपास का वातावरण हर समय सुरक्षित रहेगा। आपको इन पोषक तत्वों की कमी डिप्रेशन का कारण बनती है। 2. ध्यान- बच्चों की तरह बुज़ुर्गों को भी देखरेख और हमारे ध्यान की ज़रूरत होती है। क्योंकि वे दुनिया की रफ्तार के साथ चल नहीं पाते। इसीलिए अपने बुज़ुर्गों की देखरेख का पूरा ख्याल रखें। उनकी खुशी इस बात पर निर्भर करती है कि वे आपके लिए अहम हैं और इसीलिए आप उनका ख्याल रख रहे हैं। 3. स्वायत्तता और नियंत्रण- भले ही आप उनका काफी ख्याल रखते हैं और उनकी सहायता करते हैं। लेकिन फिर भी अधिकांश बुजुर्गों को अब भी उनके जीवन पर कुछ स्वायत्तता या नियंत्रण चाहिए। जो काम वे खुद कर सकते हैं, उन कार्यों के लिए स्वतंत्रता देना महत्वपूर्ण है इसलिए, उन्हें रोज़मर्रा के छोटे-मोटे काम करने दें। इस तरह उन्हें घर का बड़ा-ज़िम्मेदार व्यक्ति होने और कुछ चीज़ों पर अपना नियंत्रण होने की खुशी देगा। 4. भावनात्मक जुड़ाव- खुद की कीमत कम मानकर खई बुज़ुर्ग खुद को अपने आसपास के सभी लोगों से अलग कर लेते हैं। इसीलिए बुज़ुर्गों की देखभाल करनेवाले लोगों को बुज़ुर्गों और अपने बीच भावनात्मक जुड़ाव फिर से स्थापित करने के लिए पहल करनी चाहिए और ताकि बुजुर्ग महसूस कर सकें कि आपको उनकी ज़रूरत है। 5. अपराधबोध खत्म करना- अपने बच्चों के साथ रहनेवाले बुज़ुर्गों को, खासकर आर्थिक रुप से मां-बाप पर आश्रित लोगों के मन मे यह अपराधबोध होता है कि वे अपने बच्चों की ज़िंदगी में दखलअंदाज़ी और अड़चन डाल रहे हैं। इसी तरह अपने बड़ों की देखभाल कर रहे लोगों को लगता है कि वे अपने मां-बाप को उस तरह की सुविधा नहीं दे पा रहे हैं, जैसी कि उन्हें ज़रूरत है। अगर किसी में इस तरह की भावना या अपराधबोध है तो अपने बड़ों को समझाएं कि उन्हें ऐसा महसूस करने की आवश्यकता नहीं है, और आपने उनको अपने साथ रखा है क्योंकि आपको उनकी ज़रूरत है। 6. संबंधित महसूस करना- ऐसे लोग जो बड़ी उम्र में भी अपने समाज में सक्रिय और घुलेमिले हुए होते हैं वे खुद का ज़्यादा खुशहाल और संतुष्ट महसूस करते हैं। दरअसल, समाज और समूहों में रहने से न केवल उन्हें उनसे संबद्ध होने की भावना महसूस होती है बल्कि साथ ही उन्हें अपने जैसी सोच रखनेवालों से मिलने और अपने विचार साझा करने का मौका मिलता है। इसीलिए पता करें कि आपके आसपास बुज़ुर्गों का ऐसा कोई ग्रुप सक्रिय है क्या, अगर हां, तो अपने माता-पिता को भी वहां ले जाएं। 7. दोस्ती और आत्मीयता- किशोर और नौजवानों की ही तरह, बुज़ुर्गों को भी एक भरी-पूरी ज़िंदगी के लिए प्यार और दोस्ती की ज़रूरत होती है। इसीलिए हमेशा अपने बुजुर्गों को - उन जगहों पर ले जाकर नए दोस्त बनाने का मौका दें जहां उनके आयु वर्ग के अन्य लोग मिलते-जुलते हैं। 8. प्रायवेसी- हमारी और आपकी तरह ही, हमारे बुज़ुर्गों ने भी एक वयस्क व्यक्ति की ज़िंदगी जी है और वे अपनी ज़िंदगी में थोड़ी निजिता या प्रायवेसी ज़रूर चाहेंगे। उनकी इस ज़रुरत का ध्यान रखते हुए ऐसा माहौल बनाएं जहां, उन्होंने अपनी ज़रूरत के अनुसार प्रायवेसी मिलती हो। ऐसा इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि कुछ मामलों में वे आपसे किसी विषय पर बात करने से पहले आपस में विचार-विमर्श और एकांत समय चाहते हैं। 9. सामर्थ्य- उम्र के साथ, खुद के सक्षम होने की भावना (जो कम उम्र में उन्होंने महसूस की है) महसूस करना बुज़ुर्गों के लिए मुश्किल हो जाती है। लेकिन, उन्हें यह महसूस कराना आवश्यक है कि वे इस उम्र में भी समर्थ और सक्षम हैं। इस तरह उन्हें खुश रहने में मदद मिलेगी। इसके लिए उन्हें याद दिलाते रहें कि समान आयु वर्ग के अन्य लोगों की तुलना में उन्होंने जीवन में क्या हासिल किया है। 10. ज़िंदगी का मकसद- अक्सर, बुज़ुर्गों को यह महसूस होने लगता है कि उनकी ज़िंदगी का कोई मकसद या अर्थ नहीं है। हालांकि, यह सच नहीं है। बजाय इसकी, बुज़ुर्गों की देखभाल करनेवालों को ध्यान देना होगा कि उनके बड़े अकेलापन या डिप्रेशन जैसी कोई भावना तो महसूस नहीं कर रहे। ऐसे में अपने बड़ों को यह समझाएं कि हर किसी की ज़िंदगी का मकसद होता है। हमेशा एक उद्देश्य होता है और इस उम्र में वह क्षितिज पर नए और सकारात्मक अनुभव कर सकते हैं। होम हेल्थकेयर(Home healthcare) भारत में स्वास्थ्य खा ख्याल रखने का एक नया तरीका और जिसका लक्ष्य बुज़ुर्ग व्यक्तियों और रोगियों के जीवन को बेहतर बनाना है। वैसे जब हम घर के माहौल में किसी मरीज़ का ख्याल रखते हैं और इलाज करवाते हैं, तो इस बात की ओर ध्यान देना होगा कि किसी पुरानी समस्या की वजह से होनेवाला डिप्रेशन या बढती उम्र का भी ध्यान रखा जाए। अक्सर ज्यादातर बुज़ुर्गों में विभिन्न प्रकार के विचारों के कारण डिप्रेशन अनियंत्रित हो जाता है, जो कि स्थिति को और भी बदतर बना देते हैं। डिप्रेशन से जूझ रहे बहुत कम लोगों के सही इलाज मिल पाता है और इसकी वजह खुद को अच्छी तरह से न समझना, अकेलेपन या छोड़े जाने के डर, सपोर्ट की कमी या किसी और कारण की वजह से बात करने की अनिच्छा है। जहां ज़्यादातर शारीरिक समस्याओं की जांच और इलाज आसानी से किया जाता है, वहीं ज़्यादातर मामलों में मानसिक तकलीप को कम करने और अच्छे जीवन के लिए निरंतर देखभाल और ध्यान देने की ज़रूरत पड़ती है। डिप्रेशन को नियंत्रित करने की ओर पहला कदम यही है कि जल्द से जल्द उसकी पहचान की जा सके। Read this in English.
उज्जैन/इंदौर : देशभर में एक ओर जहां शराबबंदी की बात की जा रही है और बिहार सरकार ने अपने राज्य में पूर्णतः शराब पर प्रतिबंध लगा दिया हो और वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छत्तीसगढ़ में आयोजित एक समारोह में शराबखोरी बंद करने को लेकर चर्चा कर चुके हों तो मध्यप्रदेश में शराबबंदी पर चर्चा होना स्वाभाविक है। हालांकि प्रदेश में भी सरकार इस ओर प्रयास कर रही है मगर यहां पर अभी भी मुख्य मार्गों और हाईवेज़ के आसपास मदिरालय देखने को मिलते हैं। हालांकि राज्य सरकार द्वारा कहा गया है कि हाईवेज़ के आसपास शराब का विक्रय नहीं होगा लेकिन इसके बाद भी बड़े पैमाने पर हाईवेज़ के आसपास शराब की दुकानें मौजूद हैं। इन दुकानों को बाकायदा लाइसेंस दिए गए हैं। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर हाईवे के आसपास शराबबंदी किस तरह से होगी। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि वैकल्पिकतौर पर यह जरूर किया जा सकता है कि इन दुकानों को हाईवे से हटाकर गांव में कहीं और शिफ्ट कर दिया जाए जिससे हाईवे के आसपास शराब की दुकानें भी न हों और इन दुकानों के संचालन से बेरोजगारी का संकट भी न उपजे। मगर इससे ग्रामीण क्षेत्र में शराबखोरी बढ़ने का अंदेशा है। अब देखना यह है कि इस मामले में जिम्मेदार क्या कार्रवाई करते हैं।
Pravasi Bharatiya Sammelan 2023: शनिवार से कई जगह का ट्रैफिक किया डायवर्ट। खजराना, छप्पन, राजवाड़ा और लालबाग नो व्हीकल जोन घोषित। madhya pradeshSun, 08 Jan 2023 04:18 AM (IST) Ambikapur News: अंबिकापुर-मनेन्द्रगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित अंबिकापुर का अंबेडकर तिराहा(बनारस चौक) संकरा हो गया है। यही से बनारस के लिए सड़क निकली है। chhattisgarhFri, 06 Jan 2023 09:51 PM (IST) मैकेनिक यूनियन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन पर डटा रहा, इससे सड़क के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई। chhattisgarhTue, 27 Dec 2022 11:42 PM (IST) भोजपुरी टोल प्लाजा से गुजरने वाले भारी वाहनों के चालकों की आंखों जांच के लिए पांच चिकित्सकों की टीम लगाई गई है। महज कुछ ही चालकों की जांच हो पाती है। जबकि रोजाना एक हजार से अधिक वाहनों की आवाजाही होती है। chhattisgarhWed, 14 Dec 2022 11:13 PM (IST) Balidan Diwas: रविवार चार दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम के लिए दोपहर तक भारी वाहन रहेंगे प्रतिबंधित। राऊ गोल चौराहे से क्षिप्रा तक बायपास पर भारी वाहनों का प्रवेश सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक बंद रहेगा। madhya pradeshSat, 03 Dec 2022 08:40 AM (IST) Pravasi Bhartiya Sammelan: इंदौर में जनवरी में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए यातायात विभाग ने बनाई योजना, ट्रक खड़े करने के लिए उपलब्ध कराएंगे वैकल्पिक स्थान, रेती मंडी की जमीन होगी सम. . . madhya pradeshMon, 28 Nov 2022 05:09 PM (IST) जिले से लगे हाईवे से करते हैं शहरी सीमा में प्रवेश। पुलिस-प्रशासन, खनिज अमले द्वारा सख्ती नहीं बरतने की वजह से चालक बेखौफ होकर दोपहर में भी सड़कों पर डंपर दौड़ा रहे। इनकी वजह से आए दिन जाम की स्थिति बनती है तो कहीं हादसे . . . madhya pradeshSat, 26 Nov 2022 08:48 AM (IST) वाहन के तेज रफ्तार और लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए चालक ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। ठोकर इतना तेज था कि बाइक सवार पिता-पुत्री को वाहन का चालक घसीटते हुए पांच मीटर दूर तक ले गया। जिसकी वजह से दोनों पिता-पुत्री की . . . chhattisgarhWed, 23 Nov 2022 09:28 PM (IST) विपरित दिशा से कोंटा की और जा रही लोहे से भरी भारी वाहन जो कि अनियंत्रित होकर जवानों के दोपहिया से टकरा गई। जिसके बाद जवान पदाम मुया बोडीगुड़ा निवासी व मौसम सुबा बंडा निवासी बुरी तरह जख्मी हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो . . . chhattisgarhSat, 05 Nov 2022 05:41 PM (IST) केशकाल घाट पर पेंच रिपेयर कार्य को निर्बाध गति से संचालित करने के कारण आगामी चार से 11 नवंबर तक मार्ग पर भारी मालवाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। जनसाधारण की सहूलियत के दृष्टिकोण से बसों तथा छोटे चारपहिया व दोपहिया वाह. . . chhattisgarhFri, 04 Nov 2022 10:54 AM (IST)
महत्वपूर्ण जानकारी : अच्छी खबर !! अब 24000 रुपये प्रतिमाह तक कमाने वाले श्रमिकों को भी श्रम कल्याण विभाग की योजनाओं का लाभ मिलेगा। योजनाओं का लाभ लेने के लिए https://skpuplabour.in/ वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। प्रदेश सरकार गरीबों को बिना गारंटी एक लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराएगी, साथ ही श्रमिकों की बेटी की शादी पर अनुदान राशि बढाकर 1 लाख रुपये कर दी गयी है। अधिक जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहे..... अभी पूरे विश्व में कोरोना वायरस नामक महामारी फैली हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इससे निपटने के लिए कई दिशा निर्देश जारी किए है। देश के प्रधानमंत्री ने आम नागरिक की रक्षा के लिए घर में रहने की हिदायत दी है। यह वायरस एक इंसान से दुसरे इंसान में संक्रमण से फैलता है। इसलिए पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है। देश में कोरोना वायरस के मरीज़ों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के दिहाड़ी मजदूरों की रोज़ी रोटी की मदद करने के लिए राज्य सरकार ने एक स्कीम बनाई है। इस योजना के तहत योगी सरकार ने दिहाड़ी मजदूर और कंस्ट्रक्शन मजदूरों को 1-1 हजार रुपए भरण पोषण भत्ता देने का फैसला लिया है। जिससे इस विकट परिस्थिति में वह रोजमर्रा का जीवन बिना किसी परेशानी के निकाल सके। कोरोना वायरस के कारण सभी तरह के कार्य बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में इन लोगों को जिंदगी बसर करने के लिए रोजाना मेहनताना मिलना बंद हो चुका है। इस तरह के लोगों के लिए कोरोना वायरस से ज्यादा बड़ी विपत्ति बिना काम के घर पर रहना है। सरकार द्वारा इस कोरोना वाइरस को रोकने के लिए जनता से अपील की गई हैं कि वे घर में बंद हो जाए और जरूरत पड़ने पर भी बाहर निकले ऐसे में बहुत से काम जिनके जरिये मजदूर वर्ग कमाते हैं। वे सभी स्थगित कर दिये गए हैं ऐसी स्थिती में उन लोगो के लिए दो वक्त की रोटी जुगाड़ना भी कठिन हो गया हैं। इस परेशानी को कम करने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया जा रहा हैं। - मजदूर उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। - योजना के भीतर दिहाड़ी मजदूरो एवं कन्स्ट्रकशन मजदूरों को लाभ मिलेगा। अनुमान लगाया जा रहा हैं कि प्रदेश में लगभग 35 लाख ऐसे मजदूर होंगे जिन्हे सरकार 1000 रुपये देगी। - इस योजना का लाभ उन्ही मज़दूरो को मिलेगा जिन्होने श्रमिक विभाग में पंजीयन करवा रखा हो। यदि आवेदक श्रमिक उपरोक्त किसी भी विभाग में पंजीकृत है, तो सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में स्थानांतरित कर दी जाएगी। भट्ठा श्रमिक आधिकारिक वेबसाइट www.uplabour.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। राज्य सरकार ने दैनिक वेतन भोगी मजदूरों के लिए यूपी योगी मजदुर भट्ट योजना आवेदन पत्र आमंत्रित करना शुरू कर दिया है। यह योजना यह सुनिश्चित करेगी कि श्रमिकों को उत्तर प्रदेश सरकार से पर्याप्त सहायता मिले। - सबसे पहले आपको यूपी लेबर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://uplabour.gov.in/ पर जाना होगा। - इसके बाद होम पेज पर, "Online Registration and Renewal" टैब पर क्लिक करें। - अब यूपी लेबर एक्ट मैनेजमेंट सिस्टम पेज खुलेगा जहाँ मजदूर "Register Now" टैब पर क्लिक करके यूपी भरण पोषण भत्ता योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। - नए खुले पृष्ठ में, 'Member Registration' अनुभाग के अंतर्गत "New Registration" टैब पर क्लिक करें। फिर आपको https://niveshmitra.up.nic.in/ पर Nivesh मित्रा पोर्टल पर पुनः निर्देशित किया जाएगा। - यहां सभी आवश्यक विवरण भरें और मजदूरों की पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करने के लिए "Register" बटन पर क्लिक करें। - दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को या तो नगरपालिका परिषद या नगर निगम या नागरिक निकायों या ग्राम पंचायत में ऑफ़लाइन अवदान के लिए जाना पड़ता है। - केवल वे मजदूर जिनका नाम यूपी लेबर विभाग में पंजीकृत नहीं है। पोर्टल या आवेदकों का नाम MGNREGA में मौजूद नहीं है श्रमिक सूची केवल आवेदन कर सकती है। - पटरी दुकानदार / वेंडर, रिक्शा / तांगा चालक, टेम्पो / औटो / ई रिक्शा चालक, दैनिक दिहाड़ी मजदूर / मंडियो मे पल्लेदारी करने वाले / ठेलिया चलाने वाले, अन्य दैनिक कार्य करने वाले व्यक्ति ऑफ़लाइन या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। नगरपालिका परिषद में, नामित नोडल अधिकारी और नगर निगम या नागरिक निकायों में, कार्यकारी अधिकारी मजदूरों का पंजीकरण करेंगे। कलेक्टर को नोडल अधिकारी नामित करने की जिम्मेदारी दी गई है। ।फेसबुक पेज को लाइक करें (Like on FB) ।टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिये (Join Telegram Channel) ।इंस्टाग्राम पर हमें फॉलो करें (Follow Us on Instagram) अगर आपको यूपी श्रमिक भरण पोषण योजना से सम्बंधित कोई भी प्रश्न पूछना हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है , हमारी टीम आपकी मदद करने की पूरी कोशिश करेगी। अगर आपको हमारी ये जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इसे अपने दोस्तों को भी शेयर कर सकते है ताकि वो भी इस योजना का लाभ उठा सके।
Highlightsसुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को टी20 क्रिकेट में जीत हासिल करने के लिए टिप्स दिया है। गावस्कर ने कहा भारतीय खिलाड़ियों को अपनी फील्डिंग में हर हाल में सुधार करना होगा। भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टॉस हारकर बाद में गेंदबाजी करते हुए बड़ी जीत दर्ज की, लेकिन उसे दूसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा था। इस पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम को टी20 क्रिकेट में बाद में गेंदबाजी करते हुए जीत हासिल करने के लिए टिप्स दिया है। सुनील गावस्कर का मानना है कि अगर टीम इंडिया को अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप जीतना है तो भारतीय खिलाड़ियों को अपनी फील्डिंग में हर हाल में सुधार करना होगा। गावस्तर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि फील्डिंग सबसे अहम है। आप रन बचाओ और विपक्षी टीम पर दबाव बनाओ। ' उन्होंने आगे कहा, 'फील्डिंग में सुधार करके आप लक्ष्य का बचाव कर सकते हैं और मैच जीत सकते हैं। ' बता दें कि भारतीय टीम ने शुरुआती दो मैचों काफी खराब फील्डिंग की थी और दूसरे मैच के बाद कप्तान कोहली ने कहा था कि खराब फील्डिंग के बाद हम कितना बड़ा भी लक्ष्य बचा नहीं सकते हैं। अब सुनील गावस्कर ने विराट कोहली की बातों का समर्थन किया है और कहा, 'भारतीय टीम काफी अच्छा कर रही है, लेकिन मुझे लगता है कि फील्डिंग में वो जितना काम करेंगे, कैच लेंगे और रन बचाएंगे, उनके लिए जीत उतना ही आसान होगा। ' उन्होंने कहा, 'टी20 क्रिकेट ऐसा खेल है, जिसमें सिर्फ भारत ही नहीं अन्य टीमों को भी लक्ष्य को बचाने मुश्किल होती है। पहले टी20 में वेस्टइंडीज ने 200 से ज्यादा रन बनाया था, लेकिन भारत ने इसे आसानी से हासिल कर लिया था। इसलिए यह यह सिर्फ भारत के साथ नहीं है, यह आमतौर पर बाकी की टीमों के साथ भी है। ' गावस्कर ने कहा, 'टी20 के ज्यादातर मैच शाम को खेले जाते हैं और बाद में फील्डिंग करते हुए कई तरह की समस्याएं आती है। ओस के कारण गेंदबाजों के साथ-साथ फील्डर्स को भी परेशानी होती है, क्योंकि गेंद अच्छे से पकड़ में नहीं आती है। '
जबलपुर। जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां के एकलव्य आदर्श छात्रावास में खाना खाने के बाद 80 बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसके बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें से 8 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी का प्राइवेट अस्पताल में इलाज जारी है। जानकारी के अनुसार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में सोमवार की शाम का खाना खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग से करीब 80 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद सभी को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसमें से 8 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय रामपुर छापर पीवीटी जी जबलपुर के छात्रावास में शाम को भोजन के दौरान सड़ी सब्जी खाने के कारण छात्र-छात्राओं को फूड प्वाइजनिंग हो गया। जिसके चलते लगभग 30, 40 छात्र छात्राओं को आदित्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। दो एंबुलेंस और छात्र-छात्राओं को लेने के लिए स्कूल के लिए निकल गई है। छात्र-छात्राओं की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। इतना ही नहीं बच्चे बेहोश हो कर गिर रहे हैं। साथ ही उन्हें लगातार उल्टियां भी हो रही है।
उस समय एथज़ में दो व्यक्ति बड़े शक्तिशाली थे । एक का नाम एरस्टेडलीज़ था । वह यह समझता था कि यदि एथञ्ज ने ईरानियों को एक बार हरा दिया है तो वह भविष्य में भी उन्हें हरा सकेगा। वह सागरसेना बनाने के विरुद्ध था, क्योंकि उसमें दरिद्र लोग भरती होंगे और उनकी शक्ति बढ़ जायगी। इसके विपरीत थेमिस्टाक्लोज़ यह समझता था कि ईरानी आक्रमण के लिए बड़े ज़ोर के साथ तैयारी करेंगे, और इसके लिए एथन्ज़ को बड़े भारी बेड़े की आवश्यकता होगी। उसकी सम्मति के अनुसार एथन्ज़वालों ने चाँदी की खानों की आय को जहाज़ बनाने में व्यय कर दिया और समुद्र के तट पर पिर्स के स्थान पर एक व्यापारिक नगर बसाया । उसने जनता की सम्मति लेकर एरिस्टडीज़ को इस वर्ष के लिए निर्वासित कर दिया । दारा के पुत्र ज़रकसिस ने बारह सौ लड़ाकू जहाज़ और अधीनस्थ छयालीस जातियों में से दस लाख के लगभगसेना एकत्र की । सन् ४८० ईसा पूर्व में उसने चढ़ाई प्रारम्भ की । हेलस पुय्राइट पर दो पुल बनाये गये । वह स्वयं संगमरमर के सिंहासन पर एक पर्वत शिखर पर बैठ गया। सात दिन और सात रात पुल पर से सेना गुज़रती रही। इस बार स्पार्टा ने एथन्ज़ को सहायता देना स्वीकार कर लिया । परन्तु उसने यह शर्त की कि सेना का नेतृत्व उसे दिया जाय । यद्यपि इस आक्रमण
एमपी के नर्मदापुरम केन्द्रीय जेल में कैदियों के बीच शिक्षा की अलख जगाने के लिए एक नई पहल प्रारंभ की गई है। हत्या के जुर्म में सजायाफ्ता महिला कैदियों के बच्चों को शिक्षित किया जाएगा। जेल में सजा काट रहे कैदियों के बच्चों को आंगनबाड़ी भेजा जाएगा जहां वह शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। मां के साथ जेल में बंद बच्चे जब बाहर की दुनिया देखेंगे तो वह अशिक्षा से हीन भावना का शिकार न हो सकें। इससे बच्चों को बचाने के लिए जेल प्रशासन द्वारा अनूठी पहल प्रारंभ की गई है। केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम में महिला कैदी के साथ रहने वाले बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे। दो बच्चों का एडमिशन भी पुलिस लाइन स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में करा दिया गया है। इनको प्रतिदिन जेल से आंगनबाड़ी तक लाने और ले जाने की जिम्मेदारी जेल प्रबंधन की रहेगी। जिन दो बच्चों का आंगनबाड़ी में प्रवेश दिलाया गया है वह तकरीबन ढाई साल बाद जेल से बाहर आए हैं। पहली बार जेल से बाहर की दुनिया देख वह काफी उत्साहित और आनंदित नजर आए। किताबों में ही उन्होंने गाड़ियों और जानवरों को देखा था किन्तु जेल से बाहर की दुनिया में वह साक्षात इनको देखकर काफी प्रसन्न नजर आए। इस संबंध में जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी के मुताबिक सर्वोच्च न्यायालय के रिट पिटीशन 559/94 में पारित आदेश 13.4.2006 एवं जेल मुख्यालय भोपाल के परिपत्र 25 सितंबर 2006 के बिंदु क्रमांक 11 के अनुसार जेल में रह रहे तीन से 6 साल तक के बच्चों के लिए नर्सरी की सुविधा प्रदान करने के निर्देश हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम परिसर में नर्सरी की सुविधा नहीं है। जिसके कारण दोनों बच्चों को शिक्षा, मनोरंजन एवं खेलकूद की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से पुलिस लाइन में संचालित आंगनबाड़ी में प्रवेश दिलवाया गया है। जिसमें एक तीन वर्ष का बच्चा है जबकि दूसरी 4 वर्ष की बच्ची है। बताया गया है कि बच्चे की मां हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास में पिछले दो-ढाई साल से बंद है। जबकि दूसरे के माता-पिता दोनों हत्या के जुर्म में आजीवन सजा काट रहे हैं।
आप सभी देख ही रहे होंगे कि इन दिनों लगातार कई सेलेब्स शादी के बंधन में बंध रहे हैं. ऐसे में फिर वह बॉलीवुड स्टार हो या टीवी सेलेब्स सभी शादी कर रहे हैं. आप सभी को बता दें कि आज कपिल शर्मा, पारुल चौहान और ईशा अंबानी के साथ ही अदिति गुप्ता की भी शादी है. जी हाँ, टीवी शो 'किस देश में है मेरा दिल' से अपनी पहचान बनाने वाली अभिनेत्री अदिति गुप्ता ने 12 दिसंबर को यानी बीते कल अपने बॉयफ्रेंड कबीर से शादी की है. हाल ही में उनकी शादी की तस्वीरें सामने आई है जो बहुत शानदार हैं. इन तस्वीरों में अदिति बहुत खूबसूरत लग रहीं हैं उनका अंदाज सभी से काफी जुदा दिखाई दे रहा है और वह बहुत आकर्षक दिखाई दे रहीं हैं. आप सभी को बता दें कि अदिति कबीर को काफी लम्बे समय से डेट कर रहीं थीं और उन्होंने बीते दिनों ही उनसे सगाई की थी. शादी के एक दिन पहले यानी बीते कल उन्होंने एक कॉकटेल पार्टी भी की थी जिसमे कई टीवी सेलेब्स, उनके दोस्त और उनके पति नजर आए थे. आप सभी को यह भी बता दें कि अदिति के पति कबीर एक पायलट हैं और इस कपल ने नवंबर में सगाई की थी और अब 12 दिसंबर को यानी बीते कल दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली है. शादी के अदिति के बेस्ट फ्रैंड्स 'सिलसिला बदलते रिश्तों का' की लीड स्टार दृष्टि धामी, पूजा गौर, कृतिका कामरा और 'नागिन' विशाखा उर्फ अनीता हसनंदानी सभी ने उनकी मेहँदी सेरेमनी एन्जॉय की थी और अब सब शादी में खूब शानदार अंदाज में नजर आईं हैं.
उत्तराखण्ड विधानसभा हेतु एक नया भवन देहरादून के रायपुर में बनाने के लिए एन. बी. सी. सी. द्वारा जारी टेंडर से स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार का इरादा गैरसेंण को राजधानी बनाने का नहीं हैऔर वह देहरादून से राजधानी को अन्यत्र नहीं ले जाना चाहती। उसने न केवल रायपुर में विधानसभा भवन, बल्कि सचिवालय भवन बनाने के लिए भी टेंडर भी जारी कर दिया है। देहरादून में पहले से ही विधानसभा भवन और सचिवालय भवन होते हुए भी दोबारा देहरादून में ही विधानसभा भवन और सचिवालय भवन निर्माण के टेंडर जारी करने से स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार का पक्का इरादा देहरादून को ही प्रदेश की स्थायी राजधानी बनाने का है। सरकार का यह फ़ैसला पर्वतीय क्षेत्र के विकास हेतु आमजन की गैरसेंण को राजधानी बनाने की इच्छा के खिलाफ़ है। गैरसेंण को राज्य की राजधानी बनाने की दिशा में यहाँ की अब तक की सभी सरकारों का रवैया उपेक्षा वाला रहा है। भले ही कभी-कभार गैरसेंण के नाम पर तरह-तरह की राजनैतिक नौटंकियों का प्रदर्शन सभी ने किया। हाँ इतना जरूर है कि अब तक सार्वजनिक रूप से कोई भी नेता या दल गैरसेंण को राजधानी नहीं बनाने या उसको सैद्धान्तिक रूप से खारिज करने का साहस नहीं दिखा सका है। गैरसेंण में एक दिखावे का विधानसभा भवन बनाने का मन्सूबा और तम्बुओं में एकाध विधान सभा सत्र का आयोजन सिर्फ बचकाने झुनझुने भर हैं। इस दिखावे के माध्यम से समय-समय पर राज्य सरकारें पर्वतीय जनता की भावनाओं का दोहन ही करती रही हैं और इस सम्बंध में पैदा होने वाले जनाक्रोश को नियंत्रित करने में कामयाब होती रही हैं, बस इससे अधिक कुछ भी नहीं। इस छलावे का सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही कारण है और वह है पर्वतीय जनता में इस मुद्दे पर एकजुटता का अभाव, बस। इसी के कारण सत्ता के भूखे वोट जुगाड़ू नेता अपना स्वार्थ सिद्ध करने में जुटे हुए हैं। उन्हें दो तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं से घिरे इस पर्वतीय क्षेत्र के अभावों, यहाँ से निरन्तर जनशून्य होते गाँवों की विभीषिका, बेरोजगार भटकते युवाओं, प्रतिवर्ष आने वाली प्राकृतिक आपदाओं, यहाँ के संसाधनो की लूट आदि-आदि से कोई वास्ता नहीं। अब तो सूचना का अधिकार(आर. टी. आइ. ) से प्राप्त अभिलेखों से स्पष्ट हो चुका है कि उत्त्तराखंड के सभी विधायकों में इस बात पर सहमति रही है कि देहरादून के रायपुर में विधानसभा भवन बनाया जाए। भले ही वे लोगों को गैरसेंण के नाम पर अलग-अलग तरह से गुमराह करते रहे। ज्ञातव्य है- पत्रावली संख्या -1662 / xxxii / 2013-01(तेरह) (51) / 2013, राज्य संपत्ति अनुभाग-1 दिनाक 12 दिसम्बर, 2013 विस्तार से देहरादून के रायपुर में विधानसभा भवन बनाने की योजना की चर्चा करता है। उक्त पत्र में यह स्पष्ट उल्लिखित है कि रायपुर में विधानसभा भवन बनाने पर विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की सहमति राज्य सरकार द्वारा प्राप्त कर ली गयी है। 53,483 वर्ग किमी. क्षेत्रफल वाले लगभग 1,01,17,000 की आबादी, 13 जिलों और यह एक से बढ़ कर एक घोटाले बाजों वाले इस छोटे से राज्य में तीन-तीन विधानसभा भवनों और दो सचिवालय भवनों का क्या औचित्य है, यह बताने को कोई विधायक, सा्सद व नेता तैयार नही् है। एक और विधानसभा भवन और सचिवालय भवन बनाने में सार्वजानिक धन की कितनी बेदर्दी से बर्बादी की जा रही है, यह इस संवेदना-शून्य हो चुके राजनैतिक तन्त्र और समाज का एक नमूना है। इस नये टेंडर से स्पष्ट परिलक्षित संवेदना-शून्य हो चुकी यह राजनैतिक व्यवस्था एक पूरे समाज को आखीर कहाँ ले जाकर पटक देना चाहती है, यह किसी की समझ में नहीं आ रहा है। इसलिए इस छोटे से राज्य के लिए यह सर्वथा जरूरी है कि रायपुर में विधानसभा और सचिवालय के निर्माण का टेंडर निरस्त किया जाए और तत्काल गैरसेंण को राज्य की स्थायी राजधानी घोषित किया जाए।
- जिन किसानों ने पिछले निर्धारण वर्ष में आयकर का भुगतान किया था, वे इस स्कीम के पात्र नहीं हैं। - आवेदन करने वाले किसानों की मासिक आय 15,000 रुपये या उससे कम होनी चाहिए। - लाभ के लिए पॉलिसीधारकों को 55 रुपये से 200 रुपये तक का मासिक योगदान करना होगा। Pradhan Mantri Kisan Maandhan Yojana: देश के अन्नदाताओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार कई योजनाएं चलाती है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidh Yojana) सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। इस स्कीम की तरह ही प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना भी काफी पसंद की जाती है, जिसका फायदा आप आसानी से उठा सकते हैं। ये सरकारी स्कीम बुजुर्गों की सुरक्षा और छोटे और सीमांत किसानों (SMF) को सोशल सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए बनाई गई है। पीएम किसान मानधन योजना एक स्वैच्छिक और अंशदायी पेंशन योजना है (Pension Scheme) है, जिसके तहत लाभार्थी को 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद हर महीने 3,000 रुपये की न्यूनतम सुनिश्चित पेंशन मिलती है। इतनी ही नहीं, अगर लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है, तो लाभार्थी का पति या पत्नी पेंशन का 50 फीसदी पारिवारिक पेंशन के रूप में प्राप्त करने का हकदार होता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि पारिवारिक पेंशन सिर्फ पति या पत्नी पर ही लागू होती है। पीएम किसान मानधन योजना के लिए कैसे करें रजिस्टर? (how to apply for PM Kisan Maandhan Yojana) - इसके लिए योग्य छोटे और सीमांत किसानों को निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाना होगा। - ग्राम स्तरीय उद्यमी (VLE) को नकद में प्रारंभिक योगदान राशि दी जाएगी। - ऑथेंटिकेशन के लिए वीएलई आधार नंबर, लाभार्थी का नाम और जन्म तिथि की की-इन करेगा। - वीएलई बैंक अकाउंट की जानकारी, मोबाइल नंबर, ईमेल पता और नामांकित की जानकारी भरकर ऑनलाइन पंजीकरण पूरा करेगा। - लाभार्थी की आयु के अनुसार सिस्टम देय मासिक योगदान की स्वतः गणना करेगा। - इसके बाद एनरोलमेंट कम ऑटो डेबिट मैंडेट फॉर्म प्रिंट किया जाएगा और लाभार्थी द्वारा हस्ताक्षरित किया जाएगा। - वीएलई इसे स्कैन करेगा और सिस्टम में अपलोड करेगा। - अंत में एक अद्वितीय किसान पेंशन अकाउंट नंबर (KPAN) उत्पन्न होगी और किसान कार्ड (Kisan Card) प्रिंट किया जाएगा।
Hyundai भारत में इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने वाली पहली ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी थी। उन्होंने हमारे देश में Kona Electric लॉन्च की। सेगमेंट में पहला वाहन होने के बावजूद, Kona Electric वर्तमान में भारत में सबसे कम बिकने वाला इलेक्ट्रिक वाहन है। यह इसकी उच्च कीमत और तुलनात्मक रूप से कम रेंज के कारण है। हालांकि, अब Hyundai और Kia भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार को बदलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दोनों निर्माता भारतीय बाजार में कुल 6 इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करेंगे। Autocar India के मुताबिक किआ 3 इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करेगी और Hyundai भी 3 इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करेगी। मॉडलों के बीच बहुत सारे घटक और मंच साझाकरण होंगे ताकि उन्हें प्रतिस्पर्धी मूल्य दिया जा सके और अनुसंधान और विकास की लागत को बचाया जा सके। यह वैसा ही होगा जैसा दोनों निर्माता Kia Sonet-Hyundai Venue और Kia Seltos-Hyundai Creta के साथ करते हैं। Hyundai ने हाल ही में वैश्विक स्तर पर अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की Ioniq श्रृंखला का अनावरण किया। वाहनों का पहला सेट Ioniq 5 और EV6 होगा। दोनों वाहन एक ही ई-जीएमपी प्लेटफॉर्म का उपयोग करेंगे। यह विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए डिज़ाइन किया गया एक नया मॉड्यूलर आर्किटेक्चर है। यह पूरी तरह से निर्मित इकाइयों के रूप में भारत में आएगी। Ioniq 5 के 2023 में आने की उम्मीद है और Kia EV6 को 2022 में लॉन्च किया जाएगा। Kia EV6 में एक आधुनिक डिज़ाइन है, जबकि Ioniq 5 में एक फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन है। नया प्लेटफॉर्म पहियों को वाहन के कोनों की ओर धकेलता है। यह यात्रियों के लिए केबिन स्पेस को अधिकतम करने में मदद करता है। Ioniq 5 का व्हीलबेस लंबा है। इसका माप 3,000 मिमी है, जबकि EV6 का व्हीलबेस 2,900 मिमी है। दोनों वाहनों के एंट्री-लेवल वेरिएंट टू-व्हील-ड्राइव हैं। 58kWh का बैटरी पैक है जो 170 hp की अधिकतम शक्ति और 350 Nm का पीक टॉर्क देता है। वे 8.5 सेकंड में एक टन हिट कर सकते हैं। एक ऑल-व्हील-ड्राइव वैरिएंट भी है जिसमें बड़ी बैटरी है। Ioniq 5 में मोटर Kia EV6 में 301 hp और 321 hp डिलीवर करती है। टॉर्क आउटपुट 605 एनएम पर समान रहता है और त्वरण समय 5.2 सेकंड तक गिर जाता है। किआ में एक EV6 GT भी है जो एक उच्च-प्रदर्शन वाला संस्करण है। यह 585 एचपी की अधिकतम पावर और 740 एनएम उत्पन्न करता है। WLTP चक्र के अनुसार, निचले वेरिएंट की ड्राइविंग रेंज 400 किमी है, जबकि लंबी दूरी के वेरिएंट Ioniq 5 के लिए 481 किमी और EV6 के लिए 510 किमी की दूरी तय करते हैं। हमारे पास पहले से ही भारतीय बाजार में Kona EV है। विदेशी बाजार में कोना को पहले ही फेसलिफ्ट मिल चुकी है। वही फेसलिफ्ट अब भारत में आने वाली है। किआ हमारे देश में अपना e-Niro भी लाएगी। दोनों वाहन घटकों को साझा करते हैं और सीकेडी या कंप्लीटली नॉक्ड डाउन यूनिट के रूप में आएंगे। Kona EV फेसलिफ्ट के 2022 में लॉन्च होने की उम्मीद है, जबकि e-Niro के भारतीय बाजार में 2023 में आने की उम्मीद है। दोनों वाहनों में 39.2 kWh या 64 kWh का बैटरी पैक मिलता है। छोटी बैटरी 136 पीएस की अधिकतम शक्ति उत्पन्न करती है जबकि बड़ी बैटरी 204 पीएस उत्पन्न करती है। WLTP साइकिल के अनुसार, Kona बैटरी पैक के आधार पर 305 किमी या 484 किमी की ड्राइविंग रेंज प्रदान करती है जबकि e-Niro 289 किमी या 455 किमी की दूरी तय करती है। दोनों निर्माता हमारे देश के लिए बड़े पैमाने पर बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी काम कर रहे हैं। ये अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों की तुलना में बहुत अधिक किफायती होंगे जिनका हमने उल्लेख किया है। ये दोनों कम लागत वाले प्लेटफॉर्म पर आधारित होंगे और वाहनों की कीमतों को कम करने के लिए भारी स्थानीयकरण और FAME सब्सिडी पर निर्भर होंगे। दोनों निर्माता एक छोटे बैटरी पैक के साथ एक इलेक्ट्रिक एसयूवी बना रहे हैं जो लगभग 200 से 220 किमी की दूरी तय करेगी। इनकी कीमत करीब एक लाख रुपये होनी चाहिए। 15 लाख और Tata Nexon EV के खिलाफ जा रहा है जो भारतीय बाजार में अत्यधिक सफल रहा है। दोनों इलेक्ट्रिक एसयूवी को 2024 में लॉन्च किया जाना चाहिए।
रही तेज आदिकी बात उनके लिये उपनिपढ्ने यह कहा है कि हन्ताहमिमास्तिस्त्रो देवता अनेन जीवेनात्मनाऽनुप्रविश्य नामरूपे व्याकरवाणि - उस सत्शब्द वाच्यने विचार किया ये तीन देवता हैं, मैं इन तीनों प्रविष्ट होकर जीवात्माके साथ नामरूपकी व्यक्ति करूं, इससे मालूम होता है तेज आदिकी भी आत्मा वही है उसीके प्रवेशसे ये वस्तु मालूम होती है इनका ईक्षण भी परमात्माका ही ईक्षण है इस कारण यह भी मुख्य है फिर सत्के ईक्षणको कभी भी अमुख्य नहीं कहा जा सकता, जिस तरह दुनियांके मनुष्य गिरनेवाले जड़ किनारे के लिये कह दिया करते हैं कि यह गिरेगा उसी तरह उपनिषदोंमें आनेवाले तेज आदिके ईक्षणको गौण नहीं कह सकते । कारण, इन सबका आत्मशब्दसे व्यपदेश किया गया है तब ईक्षणपूर्वक सृष्टिकर्ता के ईक्षणको किस तरह गौंण कहा जा सकता है। तन्त्रिष्टस्य मोक्षोपदेशात् । १-१-७। तन्निष्ठस्य - सद्ब्रह्म में निष्ठा रखनेवालेको इसी प्रकरण में मोक्षोपदेशात् - मोक्षका उपदेश दिया है। प्रधानके संसारका मूल कारण माननेवाले प्रधानकी निष्ठाको मोक्षका कारण नहीं मानते किन्तु उपनिषद् तो सद्ब्रह्मनिष्ठकी शरीरके शान्त होने पर मोक्ष मानते हैं, सो उपनिषदादिकों में प्रधानका कारणवाद माननेवालोंके मतमें असंगत होगा, इसलिये आरम्भसे प्रधानका कारणवाद स्वीकार करना अच्छा नहीं है । उस श्रुतिको भी यहां ही रखते हैं तस्य तावदेव चिरं यावन्न विमोक्ष्ये अथ संपत्स्यें जिस तरह किसी पुरुषको आंख बांधकर गन्धारसे लेजाकर जंगल में छोड़ दिया जाय फिर वह चारों दिशाओमें मारा मारा फिरता है पर रास्ता नहीं पाता । कोई कृपालु पुरुष उसके आंखोंकी पट्टी खोलकर रास्ता बता देता है तो उस रास्तेसे वह गन्धारको आनन्दके साथ पहुँच जाता है । इसी तरह आचार्य रास्ता बता देता है जिससे वह आनन्दके साथ पहुँच जाता है इसी तरह सन्निष्ठ पुरुषको तब तक ही देर है जब तक प्रारब्धसे पीछा नहीं छूटता, प्रारब्धसे पीछा छूटतेही मुक्त हो जायगा । यह उसी सनिष्ठको मोक्षका उपदेश दिया है पर सांख्यशास्त्र प्रकृतिनिष्ठको मोक्ष नहीं कहता इस कारण सत्का प्रधान अर्थ नहीं किया जा सकता । हेयत्वावचनाच्च । १-१-८। घ- दूसरा कारण यह भी है कि सत्शब्दवाच्यको कहीं भी हेयत्व-त्याज्य होनेका अवचनात् - विधान नहीं किया गया है । सत्शब्दवाच्य ब्रह्म ही है प्रधान नहीं है, यदि प्रधान होता तो सत्निष्ठाको छोड़कर जिस निष्ठामें मोक्ष होता है उस निष्ठाको दिखाना था परन्तु वैसा किया नहीं गया है अतएव सत्शब्दका अर्थ प्रधान नहीं है । प्रतिज्ञाविरोधात् । १-१-९। प्रतिज्ञा - एकके जाननेसे सबका ज्ञान हो जाता है यह प्रतिज्ञा है, प्रधानको सबका कारण माननेपर चेतनवर्गको प्रधानका कारण न होने से प्रधानके ज्ञानसे उसका ज्ञान न होनेके कारण एकके जाननेसे सवका ज्ञान हो जाता है इस प्रतिज्ञाका विरोधात् - विरोध होनेसे प्रधानकारणवाद ठीक नहीं है । ( यह सूत्र शांकरभाष्य में नहीं है )
जमादार सो गया। एक तरफ दूसरा विछौना डालकर मोती भी पड़ रही । थोड़ी देर में विचार करती करती मोती सो गई । जमादार को नीद न आई । उसे विचार सताने लगे। वह, ज्यों-ज्यों सोने का प्रयत्न करता गया, त्यों-त्यों निद्रा उससे दूर भागती गई। बहुत दिनों के बाद, आज उसने भगवान् को याद किया, लेकिन नीद न आई । विचारों के बवण्डर में उसका मन घिर गया । उसका, हसन के यहाँ जाने को जी चाहने लगा। उसने सोचा'न जाने में नामर्दी है। इस तरह जीने से तो मर जाना ही अच्छा है । एक औरत......' ये विचार, बार-बार उसके मन में आने लगे । उसकी आँखों के सामने, सविता की मूर्ति या खड़ी हुई । उस दिन सड़क पर घायल - परेवा की तरह तडफड़ानेवाली सविता, इस समय जगदम्वा - सी जान पड़ने लगी । विचार - ही - विचार में जमादार उठकर छने पर बैठ गया । उससे न रहा गया । 'जाऊँ ही' उसके मन मे श्रा या 'ज़्यादा-से- ज़्यादा मुझे मार ही तो डालेगे ? कोई चिन्ता नहीं । स्त्री और बच्चे भूखों न मरेगे। मोती मे, रोटी पैदा कर लेने की ताकत है और नहीं तो भगवान् सब का मालिक है।' उसे, अकबर और अमीनाबाई याद थाई । सविता और मधुसूदन याद श्राया 'ये लोग भूखो मरने ही न देगे' । जमादार ने, धीरे-से मोती की तरफ देखा । मोती, गाढ़ी-निद्रा में सो रही थी । वच्चों की तरफ देखा । दोपहर की गर्मी के कारण वे भी नीद ले रहे थे । जमादार उठा । उसने कोट पहना । जेब मे सौ रुपये के नोट पडे थे, उन्हे देखा । धीरे-धीरे दरवाजे के पास गया और जरा भी आवाज न होने पावे, इस तरह उसने दरवाजा खोला तथा बाहर निकलकर फिर धीरे-से किवाड़े वन्द कर दिये । बग़ल के घर - श्रमीनावाई के मकान की तरफ उसने दृष्टि दौड़ाई । उसका दरवाजा भी भीतर से बन्द था । मॉ - बेटे, दोनों थककर सो गये थे । जमादार, बिलकुल धीरे-धीरे सीढियाँ उतरा । उसके हृदय मे भय था, भय से अधिक लगन थी और लगन से अधिक कोई ऐसा धक्का था, जिसे वह स्वय भी समझ सकने में असमर्थ था । उसने, नीचे उतरकर एक बार ऊपर की तरफ देखा तरफ देखा और फौरन ही सदर दरवाजे के बाहर पैर रक्खा । उस भागेको, इस बात का किचित् भी पता फाटक की सामनेवाली गली मे ही, उसके दोस्त हसन बैठे है। वे लोग अभी थोड़ी ही देर पहले आये थे। देखकर वे दोनो चौके और जरा छिप रहे । जमादार का, उनलोगो की तरफ ध्यान न गया । वह अपनी ही धुन में आगे बढा । वे दोनों, जमादार के पीछे-पीछे चल दिये। एक के बाद एक गली पार करता हुआ जमादार, हसन के घर के नजदीक आकर खड़ा होगया । हसन, विचार मे पड गया । उसने, कुछ दूर से ही जमादार को पुकारा । जमादार, उस आवास को सुनकर चौका और कॉप उठा । घूमकर देखने पर मालूम हुआ कि हसन और आदम उसके पीछे-पीछे ही आ रहे हैं । "क्यों, इस समय कैसे आये 2 " हसन ने नजदीक आते ही पूछा। आदम, दरवाजा खोलकर भीतर घुसा । जमादार और हसन, दोनों उसके पीछे-ही- पीछे भीतर गये । आदम ने, हसन की तरफ देखकर दरवाज बन्द कर लिया। जमादार, भयभीत - श्राकृति से उन दोनों की तरफ देखने लगा । "क्यों, क्या विचार किया ?" हसन ने फिर पूछा । जमादार ने, कॉपते हुए हाथ से अपनी जेब से सौ रुपये के नोट निकाले और हसन के सामने धर दिये । "अक्लमन्द मत बन । अब नहीं छूट सकता । यह, कोई बच्चों का खेल न था ।" "मैं, नहीं कर सकता" जमादार ने कॉपते हुए स्वर मे कहा । 'तुझे, यह करना ही पडेगा । न करेगा, तो......" हसन ने कमर मे खोसा हुआ छुरा चतलाया । "लेकिन, मैंने क्या कुसूर किया है ? मै, यह बात किसी से न चतलाऊँगा ।" "अरे, नहीं कहने के बच्चे ! तेरी औरत ये सब वाते नहीं जानती ? और अकबरिया एव उसकी माँ 2" "लेकिन, वे लोग किसी से न कहेंगे, इसका मै विश्वास दिलाता हूँ" । "तेरा विश्वास !" श्रादम ने व्यंग्य में कहा । हसन, कुछ विचार में पड़ गया। जमादार, उसी की तरफ देख रहा था । हसन ने, धीरे से जमादार के हाथ से सौ रुपये के नोट ले लिये और बिना कुछ बोले बैठा रहा । कुछ क्षणे, यों ही चीत गई । जमादार व्याकुल होने लगा । "तो मै जाऊँ ?" "कहाँ ?" "या ख़ुदा के घर । " जमादार का सारा शरीर कोप उठा। उसने इधर-उधर देखा । आदम, हँसने लगा । "मुझे, किसी तरह...... जमादार ने हाथ जोड़े। "हमे, मर नहीं जाना है। अव तू जाय, तो हमारी तो शामत झा जाय, न ?" "लेकिन, यह वात किसी के पास जाने नहीं पावेगी"। "तो यह वात भी न जाने पावेगी" आदम हँसता हुआ बोला । हसन ने अपनी जेब से सिगरेट की डिबिया निकाली और एक सिगरेट जमादार को दी। जमादार ने, कॉपते हुए हाथ से सिगरेट ले ली । दूसरी सिगरेट ने ली । हसन, सिगरेट सुलगाता हुआ बोलादम "आखिरी पी ले - बच्चा !" जमादार ने, आँखें नीची करके कुछ सोचा । हसन, उसके चेहरे की ही तरफ ताक रहा था । जमादार की कुचित हुईं, यह हसन ने देखा । जमादार का उस तरफ ध्यान न जाय, इस तरह उसने कुरा निकालकर अपने हाथ में ले लिया। जमादार के कुछ ही पीछे बैठे हुए आदम ने भी एक बडा-सा चाकू अपने हाथ मे उठाया । जमादार ने सिर उठाकर ऊपर देखा, तो हसन के हाथ में छुरा चमक रहा था । उसने, सहसा पीछे नजर डाली, तो वहाँ आदम के हाथ मे बडा-सा चाकू था । वह, फिर नीचे देखने लगा। उसके मस्तिष्क में, लाखों विचार पैदा होने लगे। उसे, मृत्यु सामने ही खड़ी दिखाई दी । भीषण - मौन मे, उसे मृत्यु की पदव्वनि सुनाई देने लगी। हसन, खिलखिलाकर हँस पड़ा। आदम ने भी उसी का अनुकरण किया । " बेवकूफ, तू इतना भी नहीं समझता था, कि तू किसके साथ सौदा कर रहा है ? अगर तुझ मे हिम्मत नहीं थी, तो तू इसमें पडा ही क्यों था 2" जमादार के लिये, कुछ भी बोलना व्यर्थ था । उसने, सिर झुकाये हुए ये सब बाते सुन लीं। हाथ में पकड़ी हुई सिगरेट नीचे गिर पडी । मन, बधिर बन गया । उसे जान पडा, कि मौत होने से पहले ही वह मर चुका है। ठीक इसी समय, किसी ने हसन के घर का दरवाजा खटखटाया। जमादार के हृदय मे, श्राशा का सचार हुआ । कुम्हलाता हुआ चेहरा, फिर कुछ ठीक होने लगा । हसन और हँस पडे। आदम ने उठकर दरवाजा खोला । तीन और बदमाश भीतर आये । प्रायश्चित्त द्वितीय : भाग जमादार, इन सब को पहचानता था । उसकी सारी श्राशा मिट्टी मे मिल गई । आगन्तुकों में से एक ने हसन को एक तरफ बुलाकर उसके साथ थोड़ी देरतक वाते कीं। हसन के मुँह पर भय तथा आश्चर्य की रेखाएं टौड गई । लगभग आधे घण्टे तक वे दोनों बाते करते रहे । जमादार, कुछ भी न समझ पाया । वह, चुपचाप बैठा रहा । "क्यों जमादार, घूमने चलोगे, न ?" जमादार, इस प्रश्न का मर्म समझ गया । वह, बिना कुछ बोले, हसन की तरफ ताकता रहा । "तुझे मारना नहीं है, तू डर मत" हसन के साथ बाते करनेवाले ने जमादार से कहा । जमादार, कुछ निश्चित न कर पाया । "तू घवरा मत" उसने नजदीक कर कहा- "तुझे, यह काम न करना हो, तो मत कर। लेकिन, हमे यह तो वतलावेगा, कि आखिर हमारा यह काम कैसे पूरा हो ?" "मुझे, अपने घर जाने दो" जमादार ने अकुलाते हुए स्वर मे कहा । "घर तो फिर जा सकेगा। पहले तुझे सब वाते बतलानी ही होंगी।" उसने जरा सख्त आवाज में कहा । जमादार को, पिछली बात सत्य जान पड़ी । लेकिन, वाते चतलानी चाहिऍ. या नहीं, यह परेशानी पैदा हुई । क्षणभर के लिये उसके जी ' मे आया कि मार भले ही डाले, लेकिन बाते तो न बतलाऊँगा । किन्तु, दूसरे ही क्षण, जीवित रहने की लालसा बलवान हो उठी । थोड़ी ही देर में, उसके दिमाग में कई विचार उत्पन्न हुए । फिर, मन मे सोचा, कि इन्हें किसी भी तरह समझा दूंगा । इससे, मै भी बच जाऊँगा और देवा की लड़की भी बच जायगी । वह, बाहर चलने को तैयार होगया । दरवाजा खोलते ही जमादार ने देखा, कि वहाँ एक मोटर खडी है। जमादार, कुछ बोलना चाहता था, कि इसी समय आदम ने मुँह पर उँगली धरकर उसे चुप रहने का सकेत किया । सचलोग मोटर मे बैठे । मोटर चल दी । शहर की -गलियो तथा मुख्य रास्तों को पार करती हुई, वह शहर के बाहर निकल गई। जमादार ने हसन से पूछा, कि हमलोग कहाँ जा रहे हैं 2 किन्तु, हसन ने मुँह पर उँगली धरकर मौन रहने को कहां । मोटर, शहर से आठ-दस माइल दूर चली गई । जमादार घबराया । उसने फिर पूछा । जवाब देने के बदले, हसन ने मोटर रोकने को कहा । सबलोग नीचे उतरे । मोटर को वहीं खडी करके सबलोग पैदल ही एक तरफ चल दिये । इस तरफ, छोटीछोटी टेकरियों की पति थी । जमादार, भयभीत होता हुआ सब के साथ चला । एक फर्लाग के करीव जाकर जमादार ने फिर पूछा"हमलोग कहाँ जा रहे हैं 2" हसन ने जवाब दिया - "जहन्नम मे"। जमादार को अपने नेत्रो के सन्मुख जहन्नम दीख पड़ने लगा । वह समझ गया, कि यहाँ मेरी हत्या की जायगी । थोडी दूर जाने के बाद, संबलोग बैठ गये । जमादार भी बैठा । इसन ने जमादार से पूत्रा" सेठ की लडकी तेरे यहाँ आई थी ? " जमादार को आर्य हुआ । किन्तु वह फौरन ही समझ गया, कि इन लोगों को सब बातों की खबर लग गई है । उसने कहा -"हाँ"। "फिर क्या हुआ "कुछ नहीं" । "सच चतला !" हसन ने डाटते हुए कहा ।
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर एक बार फिर पुलिस कार्रवाई का खतरा मंडरा रहा है। इस बार कोरोना वजह बनी है। nationalSun, 16 Jan 2022 07:42 PM (IST) केवल तीन लोग जा सकेंगे नामांकन दाखिल करने, रैली में केवल दो वाहन, भीड़ के साथ चुनाव प्रचार और जनसंपर्क करने की अनुमति नहीं मिलेगी। chhattisgarhMon, 29 Nov 2021 10:55 AM (IST) Ganesh Chaturthi 2021: कोरोना प्रोटोकॉल नियमों का पालन कर पर्व मनाने का किया आह्वान। पंडालों में मूर्ति स्थापित करने की तैयारी पूरी। chhattisgarhFri, 10 Sep 2021 12:30 PM (IST) छिंदवाड़ा। आशाराम गुरूकुल में रविवार को तीन दिवसीय विद्यार्थी भविष्य उज्ज्वल निर्माण शिविर का समापन हुआ। ये शिविर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए महिला समिति के तत्वावधान में संपन्ना हुआ। जिसमें तीन दिनों में विद्यार्थि. . . madhya pradeshSun, 29 Aug 2021 08:43 PM (IST) छिंदवाड़ा। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस साल बड़े स्तर पर तो कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं हो रहा है, लेकिन मंदिरों में साज सज्जा कर ली गई है। वहीं दूसरी ओर . . . madhya pradeshSun, 29 Aug 2021 08:42 PM (IST) छिंदवाड़ा। विश्व आदिवासी दिवस पर सोमवार को जिले भर में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसे लेकर शासन ने एक दिवसीय अवकाश की घोषणा भी की है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ये आयोजन किए जाएंगे। अजाक्स संघ जिला शाखा छिंदवाड़ा के जि. . . madhya pradeshSun, 08 Aug 2021 05:45 PM (IST) शाजापुर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए आमजन से कोविड अनुकूल व्यवहार एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करवाएं। उक्त निर्देश प्रदेश के लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग राज्यमंत्री एवं जिला प्रभारी बृजेन्द्र सिंह यादव . . . madhya pradeshSat, 24 Jul 2021 12:27 AM (IST) आगामी त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने को लेकर जिलेभर के अलग अलग थाना परिसरों में शांति समिति की बैठक हुईं। सिरोंज में एसडीएम अंजली शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एसडीओपी अजित पटेल, तहसीलदार अनिता पटेल, थाना प्र. . . madhya pradeshTue, 20 Jul 2021 06:31 PM (IST) Mask Challan Indore: बाजारों में कई लोग अभी बिना मास्क लगाए या मास्क लापरवाही तरीके से पहने हुए देखे जा सकते हैं। madhya pradeshFri, 09 Jul 2021 05:17 PM (IST) Indore News: तीन दिनी संत समागम महोत्सव की पूर्णाहुति। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया गया। madhya pradeshSun, 04 Jul 2021 11:21 AM (IST)
लखीसराय। शहर के नया बाजार में बिजली विभाग के जेई रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन कर बिजली चोरी को लेकर छापेमारी अभियान चलाया गया। जिसमें कुल आठ लोगों को बिजली चोरी करने के आरोप में लगभग एक लाख 60 हजार रुपए सभी पर जुर्मान लगाते हुए कवैया थाना में मामला दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया गया। जेई ने बताया कि नया बाजार काली स्थान के पास कार्रवाई की गई। सभी के खिलाफ कवैया थाना में मामला दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया गया। छापेमारी दल में कनीय सारणी पुरूष रूपम कुमारी, मंगल कुमार, आर्यन राज, कुंदन कुमार व कुनाल कुमार सहित अन्य शामिल थे। यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
पिछले हफ्ते पंचायत के उप प्रमुख भादू शेख की हत्या के बाद जिले के बोगतुई गांव में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें बदमाशों ने घरों पर हमला किया और उन्हें आग के हवाले कर दिया। रामपुरहाटः पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत पदाधिकारी की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक छह लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पिछले हफ्ते पंचायत के उप प्रमुख भादू शेख की हत्या के बाद जिले के बोगतुई गांव में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें बदमाशों ने घरों पर हमला किया और उन्हें आग के हवाले कर दिया, जिसमें बच्चों सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों आरोपियों को नलहाटी और मारग्राम से गिरफ्तार किया गया, जहां वे 21 मार्च को तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या के बाद से छिपे हुए थे। शेख की हत्या के संबंध में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत कम से कम 10 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
आलिया की हॉलीवुड फिल्म हार्ट ऑफ स्टोन के साथ 11 अगस्त को उनके पति रणबीर कपूर की फ्लिम एनिमल भी रिलीज होने के लिए तैयार है। एनिमल की मौजूदा रिलीज डेट भी 11 अगस्त है। देखना है, फैंस किसे पसंद करते हैं। आलिया भट्ट ने अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म हार्ट ऑफ स्टोन की रिलीज डेट की घोषण की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए आलिया ने लिखा कि हार्ट ऑफ स्टोन 11 अगस्त 2023 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने वाली है। इस हॉलीवुड फिल्म में गैल गैडोट और जेमी डोर्नन मुख्य भूमिकाओं में हैं। नेटफ्लिक्स ने भी 2023 में रिलीज होने वाली फिल्मों की लिस्ट जारी कर हार्ट ऑफ स्टोन की रिलीज की जानकारी दी थी। फिल्म 2023 में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने के लिए तैयार है। हॉलीवुड फिल्म हार्ट ऑफ स्टोन की अपडेट के साथ शेयर की गई वीडियो में आलिया एक बार नजर आई हैं और वो किसी बार में किसी के लिए अपना ग्लास उठाती दिख रही हैं। फैंस को आलिया की इस फिल्म का इंतजार है। लेकिन अब खास ये है कि आलिया की फिल्म के साथ 11 अगस्त को उनके पति रणबीर कपूर की फ्लिम एनिमल भी रिलीज की जाएगी। एनिमल की मौजूदा रिलीज डेट भी 11 अगस्त है। संदीप रेड्डी वांगा द्वारा निर्देशित क्राइम ड्रामा 11 अगस्त को दुनिया भर के सिनेमाघरों में रिलीज की जानी है। यह फिल्म हिंदी, तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज होगी। अब देखना ये होगा कि दोनों में से किसी फिल्म की रिलीज डेट बदलती है या एक ही दिन रिलीज होने पर फैंस किस फिल्म को ज्यादा पसंद करते हैं। बता दें कि टॉम हार्पर द्वारा निर्देशित फिल्म हार्ट ऑफ स्टोन में गैल, जेमी और आलिया के अलावा सोफी ओकोनेडो, मैथियास श्वेघोफर, जिंग लुसी और पॉल रेडी भी हैं। वहीं रणबीर की 'एनिमल' में रणबीर कपूर के साथ रश्मिका मंदाना, बॉबी देओल और तृप्ति डिमरी भी मुख्य भूमिकाओं में हैं।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले कई दिनों से जारी प्रदर्शनों के मद्देनजर जारी रेड अलर्ट के बीच जुमे की नमाज के बाद हालात शांतिपूर्ण रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि जिले की विभिन्न मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई। उत्तर प्रदेश के रामपुर में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच शनिवार को झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवा निलंबित की गई थी। इसके गुस्से में लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूटा। बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जारी प्रदर्शनों के दौरान छह लोगों के मारे जाने की खबर है। हालांकि, प्रदेश पुलिस प्रमुख ने पांच लोगों के मरने की पुष्टि की है । उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि प्रदेश के बिजनौर में दो लोग मारे गए हैं जबकि मेरठ, फिरोजाबाद और संभल में एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। लेकिन अधिकारियों ने कानपुर में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की भी सूचना दी है । उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इन लोगों की मौत के कारण का पता चल पाएगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्यव्यापी प्रदर्शन के दौरान विभिन्न स्थानों पर पुलिस पर गोलीबारी किये जाने की खबरें थी । उन्होंने बताया कि पुलिस ने रबर बुलेट एवं आंसू गैस के गोले छोड़े । सिंह ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 50 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं । बुलंदशहर के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि यह आदेश सोशल मीडिया पर अफवाह और गलत जानकारी फैलने से रोकने के लिए दिया गया है। आदेश में उन्होंने कहा, "कानून व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द को बरकरार रखने के लिए पूरे बुलंदशहर में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को 20 दिसंबर को अपराह्न तीन बजे से बंद किया जा रहा है। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले कई दिनों से जारी प्रदर्शनों के मद्देनजर जारी रेड अलर्ट के बीच जुमे की नमाज के बाद हालात शांतिपूर्ण रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि जिले की विभिन्न मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई। आज जिले की तमाम मस्जिदों से अपील की गयी कि लोग शांति बनाये रखें और अफवाहों के जाल में न फंसें। शहर के मुफ्ती खालिद हमीद ने भी लोगों से शांति की अपील की। कुलहरि ने बताया कि हालांकि शाम को दिल्ली गेट थाना क्षेत्र के शाहजमाल इलाके में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया मगर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया। उन्होंने बताया कि नये नागरिकता कानून को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं को आश्वस्त किया गया कि मुसलमानों को राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) से सम्बन्धित सभी दस्तावेज हासिल करने में मदद के लिये 'विशेष इंतजाम' किये जाएंगे। कुलहरि ने कहा कि पुलिस ने नये नागरिकता कानून को लेकर फैली गलतफहमियां दूर करने के लिये पुलिस ने जिले में पर्चे भी बांटे। इसके पूर्व, जुमे की नमाज के मद्देनजर जिले में घोषित रेड अलर्ट घोषित कर दिया था। जिले में एहतियात के तौर पर 10 कंपनी पीएसी, चार कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और 83 मजिस्ट्रेट तैनात किये गये। जिले में इंटरनेट पर लगी रोक आज पांचवें दिन भी जारी है। इससे कारोबार और बैंकिंग सेवाएं में खासी प्रभावित हुई हैं। मालूम हो कि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गत रविवार को भड़की हिंसा के बाद शहर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिले में उसके बाद भी कई स्थानों पर छुटपुट प्रदर्शन किए गए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (एलबीएसएनएए) और नामीबिया के नामीबिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट (एनआईपीएएम) के बीच क्षमता निर्माण के लिए एमओयू को अपनी मंजूरी दी है। इसके तहत दोनों संस्थानों के फायदे के लिए नामीबिया के लोक अधिकारियों के क्षमता निर्माण एवं अन्य प्रशिक्षण गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह एमओयू देश में उच्च नागरिक सेवाओं के लिए प्रशिक्षण संस्थान चलाने के लिए अपने अनुभवों का प्रसार एनआईपीएएम तक करने में अकादमी की मदद करेगा। साथ ही यह लोक प्रशासन एवं क्षमता निर्माण क्षेत्र की सहयोगी गतिविधियों में दोनों पक्षों को शामिल होने में भी मदद करेगा। AKT/VBA/SH/SKC (Release ID :60008)
भारत के करोड़पति कैसे विदेश जाकर आसानी से बस जाते हैं? इसका खुलासा एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के जरिए किया गया है. नई दिल्ली. भारत के करोड़पति कैसे विदेश जाकर आसानी से बस जाते हैं? इसका खुलासा एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के जरिए किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के करीबन 254 करोड़पतियों ने यूके (UK) में शिफ्ट होने के लिए तथाकथित "गोल्डन वीज़ा" का इस्तेमाल किया है. वे उस देश में बड़े निवेश का हवाला देकर शिफ्ट हो जाते हैं. दरअसल, UK स्थित एक भ्रष्टाचार विरोधी चैरिटी ने सोमवार को एक नई रिपोर्ट के जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2008 में रूट खुलने के बाद से भारत के करीब 254 करोड़पतियों ने गोल्डन वीजा का इस्तेमाल देश में बड़े निवेश के जरिए ब्रिटेन में बसने के लिए किया है. जानें, क्या कहा गया है रिपोर्ट में. . रेड कार्पेट फॉर डर्टी मनी नाम की रिपोर्ट की मानें तो गोल्डन वीजा के जरिए अमीर व्यक्ति अगर UK-रजिस्टर्ड कंपनियों में निवेश करते हैं तो उन्हें उस देश में रहने का अधिकार मिल जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई करोड़पति वहां की कंपनी में 2 मिलियन पाउंड का निवेश करते हैं तो उन्हें तीन साल के लिए UK में रहने का अधिकार मिलता है, इसके बाद दो साल का विस्तार भी होता है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जो व्यक्ति 10 मिलियन पाउंड का निवेश करते हैं, उन्हें और भी ज्यादा बेनेफिट्स मिलते हैं. अनिश्चितकालीन अवकाश से लेकर वीजा होल्डर्स एक साल के बाद, ब्रिटेन की बेशकीमती नागरिकता के लिए एक स्थिर रास्ते पर हैं. हीरा व्यापारी नीरव मोदी, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के संबंध में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भारत से फरार था और अब लंदन में हाई कोर्ट में भारत को प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ लड़ रहा है, माना जाता है कि वह ब्रिटेन में रह रहा था. 2015 में उसने एक निवेशक वीजा के लिए आवेदन किया. उस समय, सुपर-अमीर व्यक्तियों के लिए UK में रहने का अधिकार लेने के लिए बहुत आसान रास्ता था. तब सिर्फ कम से कम 2 मिलियन पाउंड के निवेश पर वहां रहने की अनुमति मिल जाती थी. . 1 सीन को करने में जब डर रहे थे शत्रुघ्न सिन्हा, 49 साल पहले धर्मेंद्र से मांगी थी सलाह, बोले- 'तुम वही करो जो मैंने किया' 220 करोड़ी Jawan को दिया म्यूजिक, पहली हिंदी मूवी से छा गया ये 32 साल का संगीतकार, AR Rahman से भी महंगी फीस!
कदा पर ( जहाँ ताजुश्शरीआ की मुस्तकिल सुकूनत है) "मरकज़ी दारुलइफ़्ता" की बुनियाद डाली, 1982 ई. में घर पर ही मसाइल के जवाबात एनायत फ़रमाते थे। बाज़ाबता तौर पर किसी इदारा की बुनियाद नहीं पड़ी थी, मगर उलमा व मशाइख़ और अवामे अहले सुन्नत की ज़रूरत का ख़्याल करते हुये मरकज़ी दारुलइफ़्ता" के कियाम का फैसला किया । उस वक्त हज़रत रोज़ाना दारुल इफ़्ता में जलवा अफ़रोज़ होते, और आप ने मौलाना मुफ्ती क़ाज़ी अब्दुर्रहीम बस्तवी, मौलाना मुफ्ती मुहम्मद नाजिम अली • कादरी बाराबंकी, मौलाना मुफ्ती हबीब रज़ा ख़ाँ बरेलवी को मुफ़्ती की हैसियत से मरकज़ी दारुलइफ्ता में मुर फ़रमाया । फुतावा को रजिस्टर में नक़ल की ख़िदमत के लिए मौलाना अब्दुलवहीद ख़ाँ बरेलवी को मामूर किया गया । मौलाना अब्दुल वहीद बरेलवी मरहूम ने 1983 ई से 2005 ई तक फ़तावा की नक़ल का काम किया। आज मरकज़ी दारुलइफ्ता में मौलाना के हाथ से मुंदरिज फ़्तावा के 80 रजिस्टर होंगे। मौजूदा वक्त में मर्कज़ी दारुलइफ़्ता से जारी फ़तावा की हैसियत मुल्क व बैरूने ममालिक में हर्फे आख़िर के दर्जा में हैं। जिस मसनदे इफ़्ता की बुनियाद मुजाहिदे जंग आज़ादी मौलाना मुफ्ती रज़ा अली ख़ाँ बरेलवी रहमतुल्लाहि अलैहि ने रखी थी वह आज तक बारौनक है। अज़दवाजी ज़िन्दगीः जानशीन मुफ़्ती आज़म का अक्द मसनून हकीमुल32 इस्लाम मौलाना हसनैन रज़ा बरेलवी अलैहिर्रहमा दुख़्तरेनेक अख़्तर सालेह सीरत के साथ तय कर दिया गया था। जिस की तक़रीब 3 नवम्बर 1968 ई शअ बानुलमुअज्ज़म 1388 हिजरी बरोज़ इतवार को महल्ला कांकर टोला पुराना शहर बरेली शरीफ़ से हुई जिन से एक साहबजादा मख़दूम गिरामी मौलाना अस्जद रज़ा क़ादरी बरेलवी और पाँच साहबज़ादियाँ तवल्लुद हुई। जिन में सब की शादियाँ हो चुकी हैं। हज़रत की अहलिया मोहतरमा यानी पीरानी अम्माँ साहिबा जिन को मैं हुज़ूर अम्मी जान कहता हूँ, अल्लाह तआला ने आप को बड़ी खूबियों से नवाज़ा है, आप के अन्दर शफ़क़त व मोहब्बत, उल्फ़त व हमदर्दी, ग़मगुसारी व मुरव्वत और रहनुमाई हद दर्जा पाई जाती हैं। बाहर से आने वाले मेहमानों के तआम व क़ियाम का इन्तिज़ाम करना । घर में रहने वाले खुद्दाम की किफ़ालत और शहर में बहुत से ऐसे ख़ानदान हैं जो निहायत ही गरीब व कमज़ोर हैं, उन की हमेशा माली मदद करती हैं। ग़रीब व नादिर ख़्वातीन की रमज़ान शरीफ़ और ईद व बकरी ईद वगैरा के खास मवाकेअ पर खाना, कपड़ा, कुछ नकदी के साथ खूब मदद करती हैं। इस के अलावा उन के पास ज़रूरत मन्दों की हमेशा एक कतार लगी रहती है। नमाज़ रोज़ा, औराद व बजाइफ, नमाज़े तहज्जुद व नवाफिल की ख़ास पाबंद हैं। हुज़ूर अम्मी जान की दुआओं में क़बूलियत की बड़ी तासीर पाई जाती है। आप को मौजूदा दौर की हज़रत राबिआ बसरी से ताबीर किया C..........aad hu Cam Seani जाये तो बेजा न होगा। अल्लाह तआला सेहत व • सलामती अता फरमाये । (आमीन) अल्लाह तबारक व तआला आप के फ़रज़न्द को सल्फे सालिहीन और ख़ानदाने रज़ा का सच्चा नमूना बनाए और साहिबजादा गिरामी को वालिदे बुज़ुर्गवार ताजुश्शरीआ का सही मअनों में जा नशीन और काइम मकाम बनाए। (आमीन) हज व ज़ियारतः ताजुशशरीआ मुफ्ती मुहम्मद अख़्रत रज़ा अज़हरी ने पहला हज 1403 / 4 सितम्बर 1983 ई., दूसरा हज 1405 / 1985 ई. तीसरा हज 1406 हिजरी 1986 ई. में अदा फ़रमाये । और मुतअद्दिद बार उमरा से भी फैज़याब हुये। अब हर साल रमज़ानुलमुबारक के हसीन अय्याम मक्का शरीफ़ और मदीना शरीफ में गुज़ारते हैं। ज्यारत रोज़ाए नबी सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के इश्क़ की शमअ कभी कभी साल में दो दो बार फ़रोज़ा होती है और ज़्यारते हरमैन से मुस्तफ़ीज़ होते हैं। नसबंदी के ख़िलाफ़ फ़तवा : इंदिरागाँधी साबिक वज़ीर-ए-आज़म हिन्द का मिज़ाज आमिराना था, उनके दौरे इक्तिदार में अवाम पर जुल्म व जबर किया गया, कांग्रेस पार्टी की सारी कुव्वत का नुक्त इंतिख़्वाब सिर्फ और सिर्फ इंदिरागाँधी की जात थी। उन्होंने यह सब बिला शिरकत गैर इक्तिदार पर अपनी गिरफ्त क़ाइम रखने के लिए ही किया था । वह सियासी मुख़ालिफ़ीन को बेदर्दी से कुचल देने के लिए सख़्त से सख़्त इक़दाम करने में कोई हिचकिचाहट महसूस नहीं करती थीं। इंदिरागाँधी के साथ उन के बेटे संजय गाँधी का ताना शाही नज़रिया पसे पुश्त काम कर रहा था। 1975 ई. में पूरे मुल्क में हंगामी हालात (इमर जेंसी) का एलान कर दिया गया, तमाम शहरियों के बुनियादी हुकूक सल्ब कर लिए गये, राक़ीबी को कैदे सलासिल में जकड़ कर नज़रे ज़िन्दा (जेल) कर दिया गया, "मीसा जैसे जाबिर कानून को नाफ़िजुलअमल कर दिया गया। इन तमाम हालात के साथ ही दो से ज़्यादा बच्चे पैदा करने पर सख्ती से पाबन्दी आइद कर दी गई और उन लोगों पर नसबन्दी करना ज़रूरी करार दे दिया। पुलीस अवाम को जबरन पकड़ पकड़ कर नस्बन्दी करा रही थी, उसी इसना में नसबन्दी के जवाज़ या अदमे जवाज़ पर शरई नुक्ता नज़र जानने और अमल करने के लिए दारुलइफ़्ता बरेली से अवाम ने रजूअ करना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ देवबंद के दारुलइफ्ता से कारी मुहम्मद तय्यब मोहतमिम दारुल उलूम देवबन्द ने नसबन्दी के जाइज़ होने का फ़तवा दे दिया। मुल्क की हीजानी कैफियत और उम्मते मुस्लिमा में इन्तिशार को देखते हुये जाबिर व जालिम हुक्मरों के ख़िलाफ़ ताजदारे अहले सुन्नत हुज़ूर मुफ़्ती - ए-आज़म कुद्दुस सिर्रहु के हुक्म पर ताजुश्शरीआ ने नसबन्दी के हराम व नाजाइज़ होने का कृतवा सादिर फ़रमाया । इस फतवा पर हुज़ूर मुफ्ती - ए-आज़म के अलावा हज़रत मौलाना मुफ़्ती काज़ी अब्दुर्रहीम बस्तवी, मौलाना मुफ्ती रियाज़ अहमद सीवानी के
भारत में Diwali के शुभ त्यौहार पर लोग नई चीजें जरूर खरीदते हैं। इस मामले में नई टू व्हीलर Scooter की सेल भी काफी बढ़ जाती है। देखा जाता है कि ग्राहक इस माहौल में डिस्काउंट और शुभ मुहूर्त के चलते गाड़ियां लेना पसंद करते हैं। मारुति अर्टिगा सीएनजी पर भी वेटिंग पीरियड 10 महीने तक है। सीएनजी में पेश की जाने वाली नई पीढ़ी की अर्टिगा की मांग काफी अधिक है। वर्तमान में सभी मारुति सुजुकी कारों में इसकी सबसे लंबी प्रतीक्षा अवधि है। दिवाली से ठीक पहले ग्राहकों के लिए ओकाया ईवी (Okaya EV) ने भारत में अपने दो नए इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को लॉन्च किया है जोकि फ़ास्ट मॉडल्स हैं।कंपनी ने Fasst F2B और F2T को पेश किया है। Blaupunkt Cybersound Smart Tv पर पुरे 14,000 से ज्यादा का डिस्काउंट दिया जा रहा है। यही नहीं कंपनी टीवी पर बैंक ऑफर, एक्सचेंज ऑफर और EMI ऑप्शन भी उपलब्ध है। अब अगर आप भी एक बजट बाइक की तलाश में हैं तो यहां हम आपको कुछ ऐसी बाइक्स के बारे में बता रहे हैं जोकि माइलेज, परफॉरमेंस और कीमत के मामले में निराश होने का मौका नहीं देती। Hero MotoCorp ने इंडिया में अपना पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर Vida V1 नाम से लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे दो तरह के अलग वैरियंट में बाजार में उतारा है। जिसमें Hero VIDA V1 Plus और Hero VIDA V1 Pro शामिल है। Maruti Eeco पेट्रोल इंजन और CNG ऑप्शन में मिलती है यानी जैसी आपकी जरूरत वैसा मॉडल आप चुन सकते हैं। इसमें 5-सीटर और 7-सीटर का ऑप्शन भी दिया जाता है। आप भी अगर पैनोरमिक सनरूफ कार लेने का मन बना रहें हैं,तो हम आपको कुछ बेहतरीन पैनोरमिक सनरूफ वाली SUVs के बारे में बताने जा रहे हैं। BYD Atto 3 इलेक्ट्रिक एसयूवी की बात करें, तो यह पर्मानेंट मैग्ने सिंक्रोनस मोटर के साथ आता है, जो 204bhp और 310Nm का टार्क पैदा करता है। इलेक्ट्रिक एसयूवी को लेकर कंपनी का दावा है कि यह महज 7.3 सेकेंड में 0-100 km प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है।
India vs South Africa, 2nd ODI: दो साल का वक्त बीत चुका है और अबतक विराट कोहली (Virat Kohli) के बल्ले से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं आया है. इस बात को लेकर लगातार विराट पर सवाल भी उठते रहे हैं. पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज सलमान बट (Salman Butt) ने विराट की आलोचना करने वालों की क्लास लगाई. उनका कहना है कि बिना फॉर्म के भी वो इतने रन ना रहा है जितने टीम में मौजूद अन्य कोई खिलाड़ी नहीं कर पा रहा है. हाल ही में विराट ने टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दिया है. वो अब खेल के सभी प्रारूपों में बतौर बल्लेबाज खेलेंगे.
जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर में रविवार को लागू प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी। जिला प्रशासन की ओर से शनिवार को जारी एक अधिसूचना में जानकारी दी गई कि रविवार को दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा-144 के तहत ढील दी जाएगी। वहीं, दूसरी ओर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य में जातीय हिंसा में बाहरी ताकतों का हाथ हो सकता है। इंफाल पश्चिम के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है, "इंफाल पश्चिम जिले के सभी क्षेत्रों में आम लोगों के घरों से बाहर निकलने पर लगाए गए प्रतिबंध में 2 जुलाई को सुबह पांच बजे से शाम 6 बजे तक ढील दी जाएगी। " अधिसूचना के मुताबिक, जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। इसमें कहा गया है कि लोगों को दवाओं और भोजन सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की सुविधा देने के लिए भी प्रतिबंध में ढील देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हालांकि, जो हो रहा है उसे देखते हुए हम न तो इनकार कर सकते हैं और न ही दृढ़ता से पुष्टि कर सकते हैं। यह पूर्व नियोजित लगता है लेकिन कारण स्पष्ट नहीं है। " CM ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार राज्य में शांति बहाल करने के लिए सभी प्रयास कर रही है, उन्होंने दिन में अपने कुकी भाइयों और बहनों से टेलीफोन पर बात की और कहा, "आइए माफ करें और भूल जाएं। " राज्य के लोगों से भावपूर्ण अपील में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनजातियों को एक साथ रहना होगा। उन्होंने कहा कि वह मणिपुर को जातीय आधार पर विभाजित नहीं होने देंगे। मणिपुर में जारी तनाव के बीच, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने, अवैध सीमा पार आंदोलनों और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए म्यांमार की दो दिवसीय यात्रा की। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, "इस यात्रा ने म्यांमार के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ भारत की सुरक्षा से संबंधित मामलों को उठाने का अवसर प्रदान किया। " बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि दूसरे के लिए शत्रुतापूर्ण गतिविधियों के लिए उनके संबंधित क्षेत्रों का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- CAKE के राजस्व में पिछले 90 दिनों में काफी वृद्धि हुई है। - पी/एस अनुपात से संकेत मिलता है कि केक का मूल्यांकन नहीं किया गया था; मेट्रिक्स और बाजार संकेतक मंदी थे। टोकन टर्मिनल के डेटा से पता चला है कि पैनकेकस्वैप [CAKE] पिछले 90 दिनों में राजस्व में काफी वृद्धि हुई है। यह अपडेट पैनकेकस्वैप की हाल की उपलब्धि का पूरक है सबसे अधिक इस्तेमाल किया गता अकेले 2023 में 1.36 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ बीएनबी श्रृंखला पर डीएपी। आश्चर्यजनक रूप से, जैसे-जैसे CAKE का राजस्व और उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि हुई, टोकन के P/S अनुपात में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। ठीक है, अनुपात का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि कोई संपत्ति अंडरवैल्यूड है या ओवरवैल्यूड है। इसलिए, इस मीट्रिक में गिरावट ने सुझाव दिया कि केक अवमूल्यन किया गया था। CAKE की हालिया मूल्य कार्रवाई काफी सुस्त रही है, मौजूदा मंदी के बाजार के रुझान के कारण, जिसने अधिकांश क्रिप्टो को लाभ दर्ज करने से प्रतिबंधित कर दिया है। के अनुसार कॉइनमार्केट कैपपिछले सात दिनों में CAKE की कीमत में 4% से अधिक की गिरावट आई है, और लेखन के समय, यह $765 मिलियन से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ $4.01 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि CAKE के राजस्व में वृद्धि हुई, मीट्रिक मोर्चे पर इसका प्रदर्शन निशान तक नहीं था। उदाहरण के लिए, सेंटिमेंट के आंकड़ों ने बताया कि बीएनबी श्रृंखला पर सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले डीएपी की सूची में सबसे ऊपर होने के बावजूद, पिछले सप्ताह केक के दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता कम हो गए। केक में व्हेल की दिलचस्पी भी कम होती दिख रही थी। वास्तव में, व्हेल्स के लेन-देन की संख्या में गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, दून के आंकड़े बताया कि CAKE के लेन-देन की कुल संख्या पिछले कुछ महीनों में बहुत अधिक नहीं बढ़ी है। बहरहाल, कुछ मेट्रिक्स CAKE के पक्ष में काम कर रहे थे। इस पर विचार करें- CAKE के आसपास सकारात्मक भावना पिछले सप्ताह बढ़ी, जो टोकन में निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है। के अनुसार लूनरक्रशमंदी के भाव में पिछले सप्ताह के दौरान 24% की गिरावट आई, जबकि CAKE के Altrank में सुधार हुआ, जो दोनों तेजी के संकेत थे। कितना हैं 1,10,100 केक आज के लायक? CAKE के डेली चार्ट को चेक करने पर पता चला कि सेलर अभी भी मार्केट में आगे हैं। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) तटस्थ क्षेत्र से नीचे था। सिक्के के एमएसीडी ने एक मंदी की बढ़त का खुलासा किया। इसके अतिरिक्त, बोलिंगर बैंड्स (बीबी) ने सुझाव दिया कि केककी कीमत कम अस्थिर क्षेत्र में थी। इसलिए, अचानक उत्तर की ओर ब्रेकआउट की संभावना कम थी। हालाँकि, मनी फ्लो इंडेक्स (MFI) ओवरसोल्ड ज़ोन के पास आ रहा था, जो आने वाले दिनों में खरीदारी का दबाव बढ़ा सकता है। अंत में, CAKE के चैकिन मनी फ्लो (CMF) में तेजी देखी गई क्योंकि इसने तटस्थ निशान से ऊपर दर्ज किया।
जबसे कैटरीना-रणबीर का ब्रेकअप हुआ तभी से दोनों फिल्मों को लेकर कम बल्कि अपने अलग होने को लेकर ज्यादा चर्चा का विषय बने हुए हैं। लिहाजा इसी बीच आया वैलेंटाइन तो दोनों ने अलग-अलग अपने पार्टनर के साथ इस दिन को भी सेलिब्रेट किया। जी हां, जहां कैटरीना फिल्म फितूर को प्रमोट करने के साथ वैलेंटाइन को सेलिब्रेट करती रहीं तो वहीं रणबीर भी इस दिन अपने नए पार्टनर के साथ दिखे। February 16, 2016 06:33 IST जबसे कैटरीना-रणबीर का ब्रेकअप हुआ तभी से दोनों फिल्मों को लेकर कम बल्कि अपने अलग होने को लेकर ज्यादा चर्चा का विषय बने हुए हैं। लिहाजा इसी बीच आया वैलेंटाइन तो दोनों ने अलग-अलग अपने पार्टनर के साथ इस दिन को भी सेलिब्रेट किया। जी हां, जहां कैटरीना फिल्म फितूर को प्रमोट करने के साथ वैलेंटाइन को सेलिब्रेट करती रहीं तो वहीं रणबीर भी इस दिन अपने नए पार्टनर के साथ दिखे। बॉलीवुड की जानीमानी जोड़ी रणबीर और कैटरीना अलग हो चुके है। लेकिन अब तक ना रणबीर ने और ना ही कैटरीना ने अपने ब्रेकअप की खबर की पुष्टि की है। हालांकि कैटरीना से ब्रेकअप के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इतना जरूर कहा कि रणबीर के साथ रिलेशन में नहीं थी। लेकिन अब जो हम आपको बताने जा रहें है वह आपके होश उड़ा देगा। जी हां, रणबीर और कैटरीना साथ नहीं है मगर इस वक़्त रणबीर किसी और के बहुत करीब हैं। उन्होंने अपना क्वालिटी टाइम स्पेंट करने के लिए एक नया साथी तलाश कर लिया है। अपने नए साथी के साथ इन दिनों रणबीर कुछ ज्यादा ही नजर आ रहे हैं, चलिए आपको बता ही देते है की कौन है रणबीर का नया प्यार। रणबीर का नया प्यार नील रंग की नई शानदार कार रेंज रोवर है। आपको बता दें की रणबीर ने इस कार का नंबर अपने फेवरेट नंबर 8 पर रखा है। आपको बता दें की रणबीर ने इस कार का नंबर अपने फेवरेट नंबर 8 पर रखा है। रणबीर वैलेंटाइन डे के दिन अपने दोस्त कारन जोहर और अपने नए प्यार रेंज रोवर के साथ बांद्रा में घूमते हुए देर रात दिखे थे। इस कार की यह खासियत है की इसे रणबीर ने अपने सहूलियत के हिसाब से डिज़ाइन करवाया है। इस शानदार कार के अलावा रणबीर के पास एक ऑडी और मर्सिडीज़ बैंज G63 भी है। ये वो कार है जब रणबीर दीपिका को डेट करते थे। लेकिन अब उन्होंने फिर से एक कार खरीद ली है। आखिर इन दिनों रणबीर अपनी तनहाई को इस कार के जरिए फ्रेंड के सहारे जाते हैं।
- 23 min ago जब बिग बी के साथ रानी मुखर्जी ने दे दिया था लिप लॉक सीन, बोलीं- 'अमिताभ अंकल के साथ किसिंग सीन देना बहुत...' Don't Miss! - News PM मोदी ने किया पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन, जानें क्या-क्या है खासियत? Prabhas: बाहुबली फ्रेंचाइजी की अपार सफलता के बाद से ही प्रभास को एक पैन इंडिया स्टार के रूप में देखा जाता है। देश भर में उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। हाल ही में, एक प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म के पापुलर टॉक शो पर उन्होंने अपनी मैजूदगी दर्ज कराई जो कि आमतौर पर कम ही होता है। इस शो को तेलुगु सेलिब्रिटी नंदामुरी बालकृष्ण द्वारा होस्ट किया जाता हैं। शो के इस एपिसोड ने महज 12 घंटे में 50 मिलियन मिनट हासिल कर लिये। लेकिन अब इस ओटीटी प्लेटफॉर्म ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए अपने आधिकारिक हैंडल पर प्रशंसकों से माफी मांगी, उन्होंने लिखा, "आपका प्यार असीम है डार्लिंग्स! हमारा ऐप ऑफलाइन है लेकिन हमारा प्यार नहीं है। हमें इसे ठीक करने के लिए बस थोड़ा सा समय दें। ये कुछ ही देर में फिर से काम करने लगेगा!"। एक दूसरा ट्वीट, जिसका स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है.. उसमें लिखा है, "आपको यह सूचित करने के लिए खेद है कि प्यारे #Prabhas प्रशंसकों से जबरदस्त प्यार मिलने के कारण हमारा ऐप क्रैश हो गया है। हम इस पर काम कर रहे हैं और इसे जल्द ही रिस्टोर कर दिया जाएगा।" इस शो पर प्रभास ने कृति सैनन के साथ अपनी डेटिंग की अफवाहों पर भी बात की। जब इस बारे में प्रभास से पूछा गया.. तो एक्टर ने कहा- "इस तरह की कोई बात नहीं है। कृति पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि हमारे बीच दोस्ती से परे कुछ भी नहीं है.." वहीं प्रभास की आने वाली फिल्मों की बात करें तो उन्हें स्पिरिट, सालार, कृति सेनन के साथ आदिपुरुष, दीपिका पादुकोण के साथ प्रोजेक्ट के और निर्देशक मारुति की फिल्म में देखा जाएगा। उनका लाइनअप बहुत ही रोमांचक है और पूरा देश उनकी फिल्म के थिएटर में हिट होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। Viral Video: बंद कमरे में लड़कियों ने की ऐसी हरकत, वीडियो देख भड़के यूजर्स, बोले- 'पढ़ने लिखने की उम्र में...' Salaar 2 के रिलीज से पहले जगपति बाबू ने खोल डाला सबसे बड़ा राज, ऐसा होगा सीक्वल?
हेमंत सोरेन की कुर्सी पर जारी संकट के बीच सीएम दिल्ली दौरे पर हैं। इसी बीच सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक बार फिर राज्यपाल रमेश बैस और निर्वाचन आयोग से सदस्यता पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक बार फिर राज्यपाल रमेश बैस और निर्वाचन आयोग (ईसीआई) से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता मामले में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने आयोग का मंतव्य सीएम को उपलब्ध कराने का आग्रह किया है, ताकि प्रतिकूल स्थिति में न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया जा सके और कोई साजिश न हो पाए। सुप्रियो ने कहा कि एक सितंबर को यूपीए प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की थी, तब राज्यपाल ने दो दिनों में चुनाव आयोग को अपना निर्णय भेजने का भरोसा दिलाया था। लेकिन, आजतक स्थिति कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पायी है। उन्होंने कहा कि उसी दिन मुख्यमंत्री के कानूनी सलाहकार ने भी ईसीआई से हेमंत सोरेन के मामले में मंतव्य उपलब्ध कराने का आग्रह किया था, लेकिन 15 दिन बाद भी राज्यपाल या आयोग की ओर से न तो स्थिति स्पष्ट की गई है और न ही मंतव्य की प्रति उपलब्ध कराई गई है। सुप्रियो ने कहा कि राजभवन और भारतीय न्यायाधिकरण से संरक्षण नहीं मिलेगा तो लोकतंत्र कैसे बचेगा। उन्होंने कहा कि राजभवन के फैसले के इंतजार के बीच मुख्यमंत्री हेमंत की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट ने दो निर्णयों से राज्य में खुशी और उमंग का वातावरण तैयार किया, लेकिन इसके बाद से ही विरोधी दल कई तरह के कुचक्र रचने लगे हैं। सीएम के दिल्ली दौरे को लेकर तरह-तरह की बातें होने लगी हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कानूनी सलाहकार ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिख कर खनन लीज मामले में राजभवन को सौंपे गये मंतव्य की प्रति जल्द उपलब्ध कराने की मांग की है। ताकि इस मामले में आगे कानूनी प्रक्रिया की जा सके। यह पत्र गुरुवार को आयोग को सौंपा गया है। निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है कि आयोग के समक्ष आठ और 12 अगस्त को मुख्यमंत्री की ओर से दलीलें दी गई थी। 12 अगस्त को अपना फैसला सुरक्षित रखते हुये आयोग ने दोनों पक्षों हेमंत सोरेन और भाजपा से अपना लिखित जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। कानूनी सलाहकार वैभव तोमर और मलक भट्ट की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिल रही है कि आयोग ने लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 9 ए के तहत अपना मंतव्य राजभवन को सौंपा दिया है।
इसलिए, हम एक नई लागत पत्रक तैयार कर रहे हैं। हम एक नई लागत विश्लेषण कर रहे हैं। तो, गतिविधि आधारित लागत प्रणाली के अंतर्गत रिलायंस अनुषंगी के लिए गियर वायर का लागत पत्रक क्योकि पिछला लागत पत्रक आपके पास पहले से ही है और हमने लागत 5 रु निकाली है। आइए देखें कि यहां वास्तविक लागत कितनी है, हम इसका पता लगाने की कोशिश करेंगे। तो, इस लागत की गणना के लिए हमें यहाँ कुछ शीर्षक लिखने होंगे और ये शीर्षक होंगे पहला गतिविधि, दूसरा है, आप इसे विभिन्न गतिविधियों की वार्षिक लागत कह सकते हैं। फिर लागत निर्धारकों की संख्या है और फिर हमें प्रति निर्धारक लागत की गणना करनी होगी। प्रति निर्धारक लागत का अर्थ है प्रति घंटे प्रति इकाई लागत। तो, जिसकी गणना हमें करनी है वह लागत निर्धारक है। फिर लागत निर्धारकों की खपत है, लागत निर्धारकों की खपत और फिर हमें अंत में हमें यहां कुल लागत की गणना करनी होगी। तो, उत्पाद यानि गियर वायर की कुल लागत। इसलिए, यहां गतिविधियां, वार्षिक लागत, लागत निर्धारकों की संख्या, प्रति निर्धारक लागत, और लागत निर्धारकों की खपत है और फिर यह कुल लागत। तो, सबसे पहले हम प्रत्यक्ष लागत के बारे में बात करेंगे जिसे हम यहाँ ले रहे हैं। मैं यहां गतिविधियां नहीं ले रहा हूं, लेकिन आप इसे गतिविधिया कह सकते हैं। एक और चीज आप यहां जोड़ सकते हैं, वह है लागत मद / गतिविधियां। अतः यहां दिया गया लागत मद क्या है? सबसे पहले आप सामग्री लागत ले क्योंकि आपकी सामग्री लागत प्रत्यक्ष लागत, श्रम लागत प्रत्यक्ष लागत है। इन सभी चीजों की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह सीधे उत्पाद के समानुपातिक होतीं हैं। तो, पहले आप यहाँ लिखेंगे प्रत्यक्ष सामग्री लागत। प्रत्यक्ष सामग्री लागत कितनी है? यहां कुछ नहीं आएगा। और अंत में यह राशि सीधे चली जाएगी, यह राशि 5000 रु है, ठीक है। अब, हम यहाँ प्रत्यक्ष श्रम लागत लिखते हैं। प्रत्यक्ष श्रम लागत यहां है हमें कुछ भी नहीं दिखाना है और प्रत्यक्ष श्रम लागत कितनी है; यह 1000 रु है। अब, हम अप्रत्यक्ष लागत को आवंटित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों की बात करेंगे, जिसे पहले हम प्रत्यक्ष श्रम के 400 प्रतिशत के बराबर आवंटित कर रहे थे। लेकिन अब, हम ऐसा नहीं करेंगे। इसलिए, हमें विभिन्न गतिविधियों का पता लगाना होगा। और पहली गतिविधि गुणवत्ता नियंत्रण है। तो, यहां गुणवत्ता नियंत्रण के लिए कुल कितनी राशि की आवश्यकता है? हमें दी गई लागत है, यानि हमें दी गई लागत की कुल राशि कितनी है? हमें इसकी जांच करनी होगी। हमें जो लागत दी गई है, वह करीब 800000 रू है। तो, यह लागत 800000 रु है। हाँ, कुल लागत 800000 रु है और वार्षिक लागत निर्धारक, कितने उत्पादों की जाँच की गई है यानि हमने इस पर 10000 घंटे तक काम किया। तो, आप इसके बारे में बात करते हैं। हमें यहां यह देखना होगा कि कितनी बार । यानि अगर आप इसके बारे में बात करते हैं तो यह पाया गया कि गुणवत्ता नियंत्रण विभाग द्वारा नकारे गए इकाईयों की कुल संख्या 10000 हैं। अर्थात प्रति इकाई लागत की गणना करनी होगी।
गोंडा, रुपईडीह। भाजपा जिला महामंत्री आशीष त्रिपाठी ने शुक्रवार को कस्बा आर्यनगर में महा जनसंपर्क अभियान के तहत लोगों से मिलकर केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताते हुए लोगों को पत्रक भेंट किया। इस दौरान डॉ ओपी मिश्रा,मंडल अध्यक्ष रमाकांत मिश्रा, रविंद्र कश्यप, संजीव गुप्ता, रमेश चौबे,सुधाकर पांडेय, जेपी चौबे,अशोक मिश्र, पंकज सरकार आदि रहे। यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
Komal Choudhary Hot Video : कोमल चौधरी की खूबसूरत अदाओं का हर कोई कायल गई है, उनकी खूबसूरती के आगे सभी लोग दिल हार बैठते है। जब वो कोई डांस करती है तो हर किसी को नजर उन पर ही टिक जाती है, कोमल चौधरी का दीवाना हर कोई है, सिर्फ इंडिया में नही बल्कि दुनिया भर में उनके लाखो करोड़ों फैन है। इंटरनेट और सोशल मीडिया उनके वीडियो से भरा पड़ा है। जहां देखो सिर्फ कोमल चौधरी ही नजर आ रही है, अब उनका एक नया डांस वीडियो वायरल हुआ, जो लाजवाब लग रहा है। वायरल वीडियो में कोमल चौधरी काला सलवार सूट पहनकर ठुमके लगा रही है, उनके सेक्सी ठुमके देखकर लोगो का दिल फिसल रहा है, उनकी चिकनी कमरिया मटकती देख कर लोगो की हार्टबीट तेज हो रही है। उनके लटको झटको को देखकर सबका दिल भी नाच रहा है। इस वीडियो को लोग बहुत पसंद कर रहे है, इस इसमें लाखो व्यूज हो है, कई लोगो ने इस पर कमेंट कर कोमल चौधरी की तारीफ भी की है। कोमल चौधरी डांस परफॉर्मेंस के मामले में सपना चौधरी और सुनीता बेबी को भी पीछे छोड़ चुकी है। अब हर किसी की जुबान में उन्ही का नाम है। लोग घंटो इंतजार कर सकते है कोमल चौधरी की एक झलक पाने को। कोमल चौधरी का इतना ज्यादा क्रेज इसलिए भी है क्योंकि उनकी तरह खूबसूरत कोई भी नही है। उनकी सेक्सी अदाओं के सामने लोग अपना सब कुछ न हारें तो और क्या करे। यूं तो इंटरनेट में कई वीडियो है पर कोमल चौधरी के डांस के वीडियो से अच्छा कोई नही। कोमल चौधरी का नृत्य मनमोहक और आकर्षित करने वाला है। उनकी निगाहों में वो जादू है जो सबको अपना बना ले, आप भी देखें कोमल चौधरी का वायरल डांस वीडियो और खो जाए उनकी सेक्सी हॉट अदाओं में। देखिए ये बवाल डांस का वीडियो जिसमे है कोमल चौधरी के लटके झटके।
Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan Day 1 Prediction सलमान खान की किसी का भाई किसी की जान 21 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। फिल्म की एडवांस बुकिंग को देखकर लोगों के मन में एक ही सवाल है क्या ये पठान को पछाड़ पाएगी? 21 अप्रैल को रिलीज हो रही है 'किसी का भाई किसी की जान' इस साल रिलीज हुई फिल्मों में से सिर्फ 'पठान' और 'तू झूठी मैं मक्कार' ही बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुईं। पठान ने जहां घरेलू सिनेमाघरों में 545 करोड़ का आंकड़ा पार किया। तो वहीं 'तू झूठी मैं मक्कार' शाह रुख की फिल्म से 400 करोड़ कम यानी 145 करोड़ ही कमाई पाई है। इस दोनों फिल्मों के बीच जितनी भी फिल्में आईं वो बुरी तरह से पिट गईं। तीसरे नंबर है अजय देवगन की 'भोला', जिसने अब तक 87 करोड़ की कमाई की है। क्या पठान को पछाड़ पाएगी? सलमान खान की फिल्म की एडवांस बुकिंग को देखकर नहीं लगता कि ये 'पठान' को पछाड़ पाएगी। बल्कि इसका मुकाबला 'किसी का भाई किसी की जान' से होगा। सलमान खान की पिछली सिनेमा रिलीज की बात करें तो साल 2019 में आई 'दबंग 3' ने बॉक्स ऑफिस पर टोटल 146. 11 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था। इस फिल्म को अंडर-परफॉर्मर करार दिया गया था। हालांकि आज की परिस्थितियों में, अगर कोई फिल्म 200 करोड़ करती है, तो उसे अच्छा माना जाता है, पिछले साल 'ब्रह्मास्त्र' और 'दृश्यम 2' के साथ ऐसा ही हुआ। किसी का भाई किसी की जान के लिए 150 करोड़ पार करने का लक्ष्य माना जा रहा है, वो भी अगर ये तू झूठी मैं मक्कार के करीब ओपनिंग दर्ज करती है तब। याद दिला दें कि दबंग 3 ने 24. 50 करोड़ की ओपनिंग हासिल की थी। हालांकि तब कोरोना चीन तक सीमित था और इसने पूरे विश्व में पैर नहीं पसारे थे। किसी का भाई किसी की जान के लिए शुक्रवार इस लिए भी फीका रह सकता है क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि ईद शनिवार को पड़ रही है। इसके साथ ही सलमान खान की फिल्म का पहले दिन का कलेक्शन 15 से 17 करोड़ के बीच रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर ऐसा होता है ये तो किसी का 'भाई किसी की जान' के लिए अच्छा संकेत है।
क्या कभी आपने ऐसा सुना है कि बिना फिजिकल रिलेशन के कोई महिला प्रेग्नेंट हो गई हो? लेकिन ऐसा एक केस सामने आया है। इंडोनेशिया की इस महिला ने दावा किया है कि उसने किसी भी पुरुष से रिलेशन नहीं बनाए, फिर भी उसे गर्भ ठहर गया। इस लड़की ने एक बच्ची को जन्म दिया है। इस बात में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच का विषय है। लेकिन यह मामला दुनियाभर की मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस महिला का नाम है सती जै़नह ( Siti Zainah) इसका कहना है कि जब ये लिविंग में लेटी थी, तभी हवा से ये गर्भवती हो गई। यही नहीं, सिर्फ 15 मिनट में इसे गर्भ ठहर गया और फिर एक बच्ची को जन्म भी दे दिया। जै़नह ने बताया कि वो दोपहर के समय प्रार्थना के बाद लिविंग रूम में आराम कर रही थी। तभी उसे महसूस हुआ कि पेट में हवा घुस रही है। फिर उसे पेट में दर्द होने लगा। जै़नह ने बताया कि पेट में हवा घुसने पर उसे थोड़ा अजीब लगा। लेकिन इससे पहले कि वो कुछ समझ पाती, करीब 15 मिनट बाद उसे पेट में जोर का दर्द उठा। देखते ही देखते उसका पेट बड़ा होने लगा। जै़नह ने मीडिया को अपने परिजनों को बुलाया और बताया कि उसे पेट में दर्द हो रहा है। परिजन उसे फौरन नजदीक के एक हॉस्पिटल मे ले गए। वहां उसने एक स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया। जै़नब का केस दुनियाभर की मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि लोग जै़नब की दावे पर भरोसा नहीं कर रहे, लेकिन वो अपनी बात पर अडिग है। इसलिए मामले की जांच कराई जा रही है। जब स्थानीय सामुदायिक क्लिनिक के प्रमुख इस मामले में जांच करने महिला के पास पहुंचे, तो एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। मालूम चला कि वो शादीशुदा है, लेकिन अपने पति से अलग रह रही है। सामुदायिक क्लिनिक के प्रमुख इमान सुलेमान ने बताया कि मां और बच्ची स्वस्थ्य है। यह नार्मल डिलीवरी थी। बच्ची का वजन 2. 9 किलोग्राम है। सामुदायिक क्लिनिक के प्रमुख इमान सुलेमान ने बताया कि ऐसे मामले 'गुप्त गर्भावस्था' (Cryptic Pregnancy) कहलाते हैं। यानी इसमें महिला को प्रसव से पहले गर्भावस्था महसूस नहीं होती। चूंकि जै़नब अपने दावे पर अड़ी हुई है, इसलिए पुलिस महिला की पिछली शादी सहित तमाम पहलुओं से जांच कर रही है।
देवी रूपभवानी का लार नामक गाँव में स्थित साधना-कक्ष । © चित्र के सर्वाधिकार प्रकाशक के पास सुरक्षित हैं । अलक्ष्येश्वरी श्री रूपभवानी अपने पिता तथा गुरु श्री माधवजू दर से दीक्षा ले रहीं हैं । चित्र के सर्वाधिकार प्रकाशक के पास सुरक्षित हैं ।
The Kerala Story : फिल्म निर्माता विपुल शाह, एक्ट्रेस अदा शर्मा और 'द केरल स्टोरी' की टीम ने गुरुवार 25 मई को मुंबई में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. नितिन गडकरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर फिल्म निर्माता विपुल शाह, आशिन शाह और एक्ट्रेस अदा शर्मा, योगिता बिहानी और सोनिया बलानी के साथ तस्वीरें शेयर कीं. एक तस्वीर में 'द केरल स्टोरी' की टीम को नितिन गडकरी के साथ चर्चा करते हुए देखा जा सकता है.और ग्रुप फोटो भी खिंचवाई. नितिन गडकरी ने ट्विटर हैंडल शेयर करते हुए लिखा,"फिल्म 'द केरला स्टोरी' के कलाकारों ने केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी आज मुंबई में. फिल्म के निर्माता श्री @VipulAlShah, श्री @Aashin_A_Shah, और अभिनेत्रियाँ @adah_sharma,@iyogitabihani, और @soniabalani9 भी उपस्थित थे. " आपको बता दें कि 'द केरला स्टोरी' को इसकी कहानी के कारण राजनीतिक दलों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.'द केरला स्टोरी' में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सिद्धि इडनानी और सोनिया बलानी प्रमुख भूमिकाओं में हैं. फिल्म को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब इसके ट्रेलर ने दावा किया कि केरल की 32,000 महिलाएं लापता हो गईं और आतंकवादी समूह आईएसआईएस में शामिल हो गईं. इस बयान ने एक गरमागरम राजनीतिक बहस छेड़ दी और कई नेताओं ने दावे की सत्यता पर सवाल उठाया. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 18 मई को फिल्म 'द केरला स्टोरी' पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर रोक लगा दी थी. पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त सचिव के आदेश पर रोक रहेगी, "भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा. फिल्म को लेकर इतने विवाद हुए थे कि इसे कुछ राज्यों में बैन कर दिया गया था. लेकिन इस फिल्म ने शानदार सफलता से सभी विवादों का जवाब दे दिया हैं. वहीं अब फिल्म 'द केरल स्टोरी' 200 करोड़ के क्लब में शामिल हो चुकी हैं.
यहां के श्री जगन्नाथ मंदिर में रविवार को भक्त महाप्रभु के दर्शन नहीं कर पायेंगे. यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि मंदिर के सेनिटाइजेशन के लिए मंदिर रविवार को भक्तों के लिए बंद रहेगा. कोरोना को देखते हुए मंदिर रविवार को सेनिटाइज किया जायेगा. इसलिए महामारी के प्रोटोकॉल के बीच मंदिर प्रशासन ने मंदिर को बंद करने का फैसला किया है. मंदिर प्रशासन ने कहा है कि कोविद प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनना, सेनिटाइटर का उपयोग और सामाजिक दूरी अनिवार्य है. हम लोगों से एक सहज दर्शन के लिए कोविद दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह करते हैं. अब बुजुर्गों के लिए विशेष कतार भी होगी. साथ ही जगन्नाथ मंदिर में कल यानी 21/1/21 से दर्शन के लिए कोविद नकारात्मक रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी. पुरी शहर के लोगों के पास सुबह 6 बजे से सुबह 7 बजे तक विशेष रूप से दर्शन करने के लिए छूट प्राप्त होगी. इसके बाद आम जनता के लिए समय सुबह 7 बजे से होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा 'खिसियानी बिल्ली' तो पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 'हंसना और गाल फुलाना एक साथ नहीं हो सकता' मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं आज फिर उनके वचन पत्र का एक वादा, उनको क्या अब तो जनता को ही याद दिला रहा हूं। इन्होंने कहा था, "200 से लेकर 500 हेक्टेयर विशेष कृषि क्षेत्र विकसित किए जाने के साथ एक ही स्थान पर कृषि उपकरण, सिंचाई विद्युत, बीज उपचार, मिट्टी परीक्षण, भंडारा की सुविधा देने और इन क्षेत्रों को मंडी कर से मुक्त करने का वादा कमलनाथ जी और कांग्रेस ने किया था। अब जनता पूछ रही है कि ये वादा पूरा क्यों नहीं किया। झूठे वादे करना और भूल जाना, झूठ बोलना और जनता को भ्रमित करना यह कांग्रेस और कमलनाथ जी का काम रहा है। ' इसी के साथ उन्होने कहा कि राहुल गांधी और कमलनाथ जी के नेतृत्व में पूरी कांग्रेस ही होल्ड पर रखी हुई है। इसी तरह अब जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है। सवालों का सिलसिला दोनों ओर से जारी है। शिवराज के सवाल के जवाब में कमलनाथ भी एक सवाल जड़ देते हैं। बुधवार को उन्होने ट्वीट करते हुए पूछा है कि 'दो न होयं एक संग भुवालू हंसब ठठाय फुलायिब गालू। शिवराज जी, हंसना और गाल फुलाना, दोनों एक साथ नहीं हो सकते। इसी तरह सत्ता और विपक्ष में बैठना भी एक साथ नहीं हो सकता। सौदेबाजी से आप मुख्यमंत्री तो बन गए, लेकिन पद की गरिमा नहीं समझ पाए। आप किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता की ओर से मैं 11वां सवाल पूछता हूं। हिम्मत हो तो जवाब दीजिएः आपने "हर हाथ, एक काज योजना' के तहत प्रदेश के हर परिवार के एक बेरोजगार व्यक्ति की आय सुनिश्चित करने का वादा किया था। आपने यह वादा क्यों नहीं निभाया और क्यों मध्य प्रदेश में आज 30 लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं? ' इस तरह सवालों की बौछार तो दोनों तरफ से हो रही है, लेकिन उनका सही सही जवाब कहीं से नहीं आ रहा है। आपने यह वादा क्यों नहीं निभाया और क्यों मध्य प्रदेश में आज 30 लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं?
- #West-bengalWest Bengal Elections: पश्चिम बंगाल में चुनावों का अनिवार्य हिस्सा क्यों हो गयी है हिंसा? अधीर रंजन चौधरी बोले- मोदी-ममता के बीच 'मो-मो समझौता' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों के बीच 'मो-मो' समझौता हुआ है। यह समझौता मोदी-ममता के बीच हुआ है। ममता बनर्जी ऐसा कुछ भी नहीं कर सकती हैं जिससे नरेंद्र मोदी जी नाखुश हों। जब मोदी जी यह कहते हैं कि भारत को कांग्रेस मुक्त बनाना है तो ममता बनर्जी जी भी यह कहती हैं कि कांग्रेस को बंगाल से मुक्त कर देना है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की कई लोग तारीफ कर रहे हैं लेकिन ममता बनर्जी इसकी तारीफ नहीं करती हैं। ममता बनर्जी भारत जोड़ो यात्रा पर कुछ नहीं कहती हैं इसकी बड़ी वजह यही है कि मोदी जी इससे नाराज हो जाएंगे। अधीर रंजन ने कहा कि राहुल गांधी ने ममता बनर्जी की पार्टी को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया था, लेकिन उनकी पार्टी से कोई भी इस यात्रा में शामिल नहीं हुआ। बता दें कि राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में पहुंच गई है। बता दें कि इससे पहले अधीर रंजन चौधरी ने इससे पहले भी पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बीच समझौते की बात कही है। जिस तरह से अमित शाह और ममता बनर्जी के बीच बैठक हुई थी उसका जिक्र करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया था कि अमित शाह पश्चिम बंगाल का दौरा इसलिए कर रहे हैं ताकि वह ममता बनर्जी के साथ समझौता कर सके। पीएम मोदी के पश्चिम बंगाल के दौरा करने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसिया ममता बनर्जी के खिलाफ अपनी जांच की रफ्तार को धीमा कर देंगी। बता दें कि पिछले महीने पीएम मोदी ने वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था। इस उद्घाटन पर तंज कसते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि हमने इससे पहले कभी भी नहीं सुना कि प्रधानमंत्री ने कभी ट्रेन का उद्घाटन किया हो। मैं खुद रेलमंत्री रह चुका हूं। लेकिन मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए कभी भी किसी ट्रेन का उद्घाटन नहीं किया।
पंजाब में बेअदबी की घटनाओं को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है, 24 घंटे के अंदर इन मामलों में 2 आरोपियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। निजामपुर में एक नौजवान ने गुरुद्वारा साहिब में लगे निशान साहिब की बेअदबी करने की कोशिश की। गांव की संगतों ने उसे पकड़ लिया और पिटाई कर दी। पक्तिया प्रांत में स्थित चमकानी इलाके के गुरुद्वारा थाला साहिब की छत से शुक्रवार को तालिबान ने सिखों के पवित्र ध्वज निशान साहिब को उतरवा दिया था।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में फिर गोलीबारी हुई है। बेवर्ली क्रेस्ट में देर रात हुई गोलीबारी में तीन लोगों के मारे जाने की सूचना है। इस घटना में चार अन्य घायल भी हुए हैं। मारे गए लोग एक गाड़ी में सवार थे। इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी है।
देश के कार ग्राहक अब सुरक्षा को लेकर अधिक सजग होते जा रहे हैं और वे सुरक्षित कारों के लिए खरीदारी का अपना बजट भी बढ़ाने से संकोच नहीं कर रहे हैं। कारट्रेड टेक के ब्रांड मोबिलिटी आउटलुक के एक सर्वेक्षण के अनुसार, करीब एक-तिहाई ग्राहक बेहतर सुरक्षा उपकरणों के लिए 30,000 रुपए अधिक देने को भी तैयार हैं। यह सर्वेक्षण करीब 2. 7 लाख ग्राहकों के बीच कराया गया। इस सर्वेक्षण में सहयोगी के तौर पर शामिल फर्म फ्रॉस्ट ऐंड सुलिवन के मुताबिक करीब तीन-चौथाई प्रतिभागी अपनी अगली कार की खरीद के समय फोर या फाइव स्टार रेटिंग वाले वाहनों को तरजीह देंगे। इसके लिए ग्राहक अपना बजट भी बढ़ाने के लिए तैयार हैं। हालांकि इस सर्वेक्षण से यह भी सामने आया कि अभी 27 प्रतिशत लोग वाहनों के सुरक्षा मानकों एवं उपकरणों को लेकर जागरूक नहीं हैं, लेकिन सरकार की तरफ से बुनियादी सुरक्षा मानकों को अनिवार्य किए जाने से लोगों के बीच सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ी है। वाहनों में अब एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस), एयरबैग और रोल-ओवर मिटिगेशन जैसे सुरक्षा उपकरणों को तरजीह दी जा रही है और ग्राहक भी इसे लेकर जागरूक हुए हैं। इस सर्वेक्षण से यह भी सामने आया कि लोग पुराने वाहनों की तुलना में नए वाहनों को कहीं ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। करीब 45 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि सुरक्षा रेटिंग से इतर नए वाहन पुराने वाहनों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होंगे। मोबिलिटी आउटलुक की संचालक फर्म कारट्रेड टेक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (उपभोक्ता कारोबार) बनवारी लाल शर्मा ने कहा कि वाहन उद्योग इस समय बदलाव के दौर से गुजर रहा है जिसमें सुरक्षा से जुड़े बिंदुओं को अहमियत दी जा रही है।
नारियल का इस्तेमाल घरों में कई तरह की रेसिपी बनाने से लेकर पूजा-पाठ और ब्यूटी टिप्स के लिए किया जाता है। आज के इस लेख में हम आपको कच्चे नारियल से पाउडर, कोकोनट मिल्क और तेल बनाने की रेसिपी बताएंगे। पूजा पाठ जैसे धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर किचन और ब्यूटी के लिए नारियल के फल से लेकर तेल का इस्तेमाल किया जाता है। नारियल का तेल सब्जी बनाने, स्किन और हेयर में लगाने के लिए घरों में यूज किया जाता है, वहीं नारियल के फल से लोग कोकोनट मिल्क, पाउडर और चटनी बनाते हैं। एक तरह से देखें तो नारियल हर घर का मुख्य हिस्सा है जिसका इस्तेमाल मल्टीपर्पज चीजों के लिए किया जाता है। नारियल से आप तेल, चटनी, मिठाई और पाउडर बना सकते हैं। आप बहुत ही आसानी से घर पर नारियल का इस्तेमाल करते हुए नारियल का पाउडर, तेल और मिल्क बना सकते हैं। इस लेख में हमने नारियल से ये चीजें बनाने के तरीके बताएं हैं, उन्हें फॉलो करें और होममेड कोकनट प्रोडक्ट बनाएं। कोकोनट मिल्क बनाने के लिए एक नारियल लें और इसे तोड़कर साफ कर लें। अब इसके भूरे हिस्से को छिलकर साफ करलें और बारीक काट लें। बारीक काटे हुए नारियल को ग्राइंडर में पानी डालकर पीस लें। जब यह अच्छे से पीस जाए तो इसे छानकर पानी को जार में स्टोर करें। आपका कोकोनट मिल्क तैयार है। नारियल का पाउडर बनाने के लिए आप कोकोनट मिल्क को छानते हैं तो नारियल के टुकड़े बनते हैं, इन्हें सुखाकर कढ़ाई में पानी छटते तक भून लें। आपका कोकोनट पाउडर तैयार है। इसके अलावा आप फ्रेश नारियल से भी पाउडर बना सकते हैं। पाउडर बनाने के लिए सबसे पहले नारियल के भूरे हिस्से को छीलकर बारीक काट लें और इसे मिक्सी में बिना पानी के पीस लें (यूनीक मिठाई) । जब यह महीन पीस जाए तो इसे सुखी कढ़ाई में भून लें ताकी लंबे समय तक इसे स्टोर कर सकें, कच्चे नारियल का पाउडर तैयार है। नारियल का तेल बनाने के लिए सबसे पहले कोकोनट मिल्क बनाना है। कोकोनट मिल्क बनाने के लिए पहले नारियल को साफ छीलकर बारीक काट लें। अब इसे मिक्सी में पानी डालकर पीस लें। जब यह पीस जाए तो इसे छलनी की मदद से छानकर मिल्क को एक कंटेनर में रखें। अब बचे हुए चुरा को एक बार फिर से पीस कर मिल्क निकालने की प्रक्रिया को दो बार दोहराएं। अब इस मिल्क को फ्रिज में 7-8 घंटे के लिए रखें। जब मिल्क के ऊपर मलाई जम जाए तो उसे कढ़ाई में पका लें। थोड़ी देर में मलाई और तेल अलग हो जाएंगे। इसे छानकर किसी कंटेनर में स्टोर करें (नारियल तेल के फायदे) । दूसरा नारियल खरीदने के अलावा आप जब कोकोनट मिल्क बनाएं और उसका चूरा बचे उससे भी तेल बना सकते हैं। ये रही नारियल से मिल्क, पाउडर और तेल बनाने की रेसिपी। इस रेसिपी से आप आसानी से घर पर होममेड नारियल तेल, पाउडर और मिल्क बना सकते हैं। ये तरीका पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें और ऐसे ही लेख पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ। आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia. com पर हमसे संपर्क करें।
Kuldeep Yadav: भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने एशिया कप (Asia Cup 2023) में कमाल का प्रदर्शन किया जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. कुछ वक्त पहले तक कुलदीप टीम में अपनी जगह बनाने की कोशिशों में लगे थे और अब वह वर्ल्ड कप के लिए ट्रंप कार्ड बताए जा रहे हैं. India vs Sri Lanka, Asia Cup 2023 : भारतीय क्रिकेट टीम ने धाकड़ ओपनर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में धमाल मचाते हुए श्रीलंका को फाइनल में हरा दिया और एशिया कप ट्रॉफी अपने नाम की. टीम इंडिया ने रिकॉर्ड 8वीं बार इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) का योगदान इसमें कम नहीं है. उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को इतिहास रच दिया और आठवीं बार एशिया कप (Asia cup-2023) ट्रॉफी अपने नाम की. इसी के साथ रोहित एंड कंपनी ने वर्ल्ड कप 2023 से पहले सभी टीमों के लिए जैसे खतरे की घंटी बजा दी. कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में रविवार को खेले गए फाइनल मैच में पेसर मोहम्मद सिराज (Mohammad Siraj) ने अपनी कातिलाना गेंदबाजी से गदर मचाया और श्रीलंकाई टीम महज 50 रन पर ढेर हो गई. भारत ने बिना कोई विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया. चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने एशिया कप (Asia Cup 2023) में कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने कुल 9 विकेट झटके, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. कुछ वक्त पहले तक कुलदीप भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने की कोशिशों में लगे थे. उन्हें मौके तो मिलते लेकिन सीरीज के सारे मैचों की प्लेइंग-11 का हिस्सा वह नहीं बन पाते थे. अब आलम ये है कि कुलदीप को आगामी वनडे वर्ल्ड कप (ODI World Cup-2023) के लिए ट्रंप कार्ड बताया जा रहा है. कानपुर से ताल्लुक रखने वाले कुलदीप यादव ने इस टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया. उन्होंने जीत के बाद कहा, 'पिछले डेढ़ साल से अपनी लय पर काम कर रहा हूं. क्रीज पर अधिक आक्रामक होना. मुझे अपनी गेंदबाजी पसंद है. टी20 में भी लंबाई काफी मायने रखती है. यह विकेटों के बारे में नहीं, केवल लेंथ के बारे में सोचने के बारे में है. उस पर बहुत मेहनत की है. इसका श्रेय रोहित भाई को जाता है. उन्होंने मुझे अपने एस पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया.' चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को एशिया कप (Asia Cup 2023) में दमदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. कुछ वक्त पहले कुलदीप बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के पास हाथ जोड़े बैठे नजर आए थे. इतना ही नहीं, वह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी पूजा-अर्चना करने गए थे. धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं.
शॉर्टकटः मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ। सीआरटी रंगीन टीवी पटल के संयोजी वर्ण परिभाषित करता है। ये व्यकलित वर्ण प्रणालियों से पथक है, जिसमें लाल, पीला और नीला; या रानी, पीला और क्यान वर्ण मिश्रित करते हैं। संयोजी वर्णों में लाल, नीला और हरा प्रकाश मिश्रित कर सभी वर्ण निर्माण किया जाता है, जैसे कंप्यूटर डिस्प्ले प्राथमिक वर्ण वर्णों के वे रेट होते हैं, जिन्के मिश्रण से सभी रंग बनाये जा सकते हैं। मानव दृष्टि हेतु तीन प्राथमिक वर्ण ही प्रयोग किये जाते हैं, क्योंकि ये दृष्टि त्रिक्रोमैटिक होती है। . संयोजी वर्ण मिश्रणः लाल में हरा मिलाने से पीला मिलता है, पीला में नीला मिलाने पर सफेद मिलता है। एक संयोजी वर्ण प्रतिरूप (additive color model) में संसक्त या एकल स्रोत से निकले प्रकाश का प्रयोग होता है। संयोजी मिश्रण में लाल, हरा एवं नीला प्रकाश प्रयोग होता है, अन्य प्रकाशों को निर्मित करने हेतु। देखें लाल हरा नीला रंग प्रतिरूप. प्राथमिक रंग और संयोजी वर्ण आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)। प्राथमिक रंग 1 संबंध नहीं है और संयोजी वर्ण 15 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (1 + 15)। यह लेख प्राथमिक रंग और संयोजी वर्ण के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखेंः
अन्त्रादाः, उदरादाः, हृदयचराः, चुरवः, दर्भपुष्पाः, सौगन्धिकाः, महागुदाश्चेति । प्रभावो हल्लासास्यसंस्रवणमरोचकाविपाकौ वरो मूर्च्छा जम्भा क्षवथुरानाहोऽङ्गमर्दश्छर्दिः काइयं पारुष्यमिति ।। १२ ।। कफजन्य कृमि - क्षीर- भोजन, गुड़, तिल मछली, जलचर प्राणियों के मांस पिष्टान और परमान्न ( खीर आदि ) का भोजन, कुसुम्भ का तेल, अजीर्ण में भोजन, पूति ( सई ), क्लिन्न ( क्लदकारक द्रव्यों के ) संकीर्ण ( हित और अहित बेमेल मिले भोजन ) और विरुद्ध एवं असाम्य भोजनों से उत्पन्न होते हैं । इनका स्थान आमाशय है । ये आमाशय स बढ़ कर यहीं से ही ऊपर या नीचे अथवा दोनों तरफ फैल जाते हैं। इनका रूप और वर्ण श्वेत तथा कुछ बड़ी मांसपेशी के से, बद के आकार के, कुछ गोल आकार वाले, ( वेष्टन ) वाले, गिंडोये की आकृति के, श्वेत और लाल रंग की आभा वाले होते हैं। कुछ अणु ( पतले ), लम्बे और सूत के समान आकृति वाले, श्वेत होते हैं। इन तीनों प्रकार के कफजन्य कृमियों के नाम ये हैं। जैसे - अन्त्राद, उदराद, हृदयचर, चुरु, दर्भपुष्प, सौगन्धिक और महागुद । इन का प्रभाव - हल्लास वमनकी रुचि हाना, मुख से लार का बहना, अरुचि, अविपाक, उवर, मूर्च्छा, जम्भाई का आना, छींके आना, अकरा, शरीर के अंगों का टूटना, बमन, कुशता और शरीर में रूक्षता वा कठोरता होना है ॥ १२ ॥ पुरीषजास्तुल्य समुत्थानाः श्लेष्मजैस्तेषां स्थानं पक्काशयः । प्रवर्धमानास्त्वषो विसर्पन्ति, यस्य पुनरामाशयाभिमुखाः स्युर्यदन्तरम्; तदन्तरं तस्योद्गारनिश्वासाः पुरीषगन्धिनः स्युः; संस्थानवर्णविशेषास्तु सूक्ष्मवृत्तपरीणाहाः श्वेता दीर्घा ऊर्णांशुकसंकाशाः केचित् केचित्पुनः स्थूलवृत्तपरीणाहाः श्यावनीलहरितपीताः । तेषां नामानि ककेरुका मकेरुका लेलिहाः सशूलकाः सौसुरादाश्चेति । प्रभावः पुरीषभेदः कार्यं पारुष्यं लोमहर्षाभिनिर्वर्तनं च त एवास्य गुदमुखं परितुदन्तः कण्डूं चोपजनयन्तो गुदमुखं पर्यासते, त एव जावद्दषों गुदनिष्क्रमणमतिवेलं कुर्वन्ति - इत्येष लेष्मजानां पुरीषजानां च कृमीणां समुत्थानादिविशेषः ।। १३ ।। पुरीषजन्य ( मल से उत्पन्न ) कृमियों का निदान कफजन्य कमियों के समान है। इन कमियों का स्थान पक्काशय है। ये कृमि बढ़कर नोचे को ओर फळते हैं। जिस पुरुष में ये कमि आमाशय की ओर जाने लगते हैं, उस पुरुष के उद्गार ( डकार ) और श्वास में मल की गन्ध आती है। इनका रूप वर्ण - सूक्ष्म, गोल वेटन वाले तथा श्वेत और भेड के लम्बे बालों के समान
भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि बीजेपी और उसके नेताओं के मुंह से बस झूठ ही निकलता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को झूठ बोलने में ट्रेनिंग मिली हुई है। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए ओमप्रकाश राजभर कहने लगे कि पीएम मोदी को कोई नाई नहीं मिला होगा इसलिए उनकी दाढ़ी लंबी छूटी हुई है। राजभर ने दोहराया कि उनका मोर्चा यूपी की सरकार से बीजेपी को दूर करने के लिए लड़ेगा। राजभर ने अकड़ते हुए कहा, 'देश में कौन माई का लाल है जो मुझे धमकी देगा? मुझसे बड़ा गुंडा कोई है ही नहीं। ' राजभर ने यूपी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लोडर करार देते हुए कहा कि मौर्य को जो कहा जाता है वे वैसा कर देते हैं। लेकिन ओम प्रकाश राजभर लीडर है।
Moscow: भारत और चीन के बीच रिश्ते बीते कई महीनों में काफी बिगड़े हैं. एलएसी पर युद्ध जैसे हालात हैं. कई इलाकों में दोनों देश की सेनाएं आमने-सामने है. इस तनाव भरे माहौल के बीच गुरुवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात करेंगे. ये मीटिंग मास्को में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से अलग होगी. माना जा रहा है कि दोनों देशों के विदेश मंत्री एलएसी पर तनाव कम करने को लेकर चर्चा कर सकते हैं. बता दें कि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मास्को में चीनी समकक्ष से मुलाकात की थी. रूस की राजधानी मास्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक हो रही है. लेकिन इस बैठक से अलग गुरुवार को विदेश मंत्री जयशंकर अपने चीनी समकक्ष से मिलेंगे. न्यूज एजेंसी एएनआइ के मुताबिक ये मुलाकात शाम 6 बजे होगी. इससे पहले दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक 23 जून को हुई थी. एलएसी पर बरकारार तनाव के बीच ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. हालांकि, विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य और राजनीतिक स्तर पर कई बार बातचीत हुई है, लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. वहीं बुधवार को जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष और एससीओ के मेजबान सर्गेई लावरोव के साथ एक बैठक की, जिसके बाद विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी बातचीत शानदार रही और उन्होंने द्विपक्षीय रणनीति संबंधों पर चर्चा की तथा अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया. इधर भारत और चीन की थल सेनाओं के कमांडरों ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में मुलाकात की. उन्होंने, सीमा पर तनाव और अधिक बढ़ने से रोकने के तरीके तलाशने को लेकर हॉटलाइन पर मैसेज का आदान-प्रदान भी किया. सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. मास्को में एससीओ से अलग भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली एक अहम बैठक की पूर्व संध्या पर यह पहल की गई. बता दें कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 30-40 सैनिक पूर्वी लद्दाख में रेजांग-ला रीजलाइन में एक भारतीय चौकी के नजदीक एक स्थान पर जमे हुए हैं. उल्लेखनीय है कि गत सोमवार की रात को ही दोनों देशों ने एक दूसरे पर टकराव की नवीनतम घटना में हवा में गोलियां चलाने का आरोप लगाया था. यह 45 साल के अंतराल के बाद एलएसी पर गोलियों चलने का पहला मामला है.
एक विशिष्ट नुस्खा के अनुसार, जॉर्जियाई में लोबियो हिरणों और अन्य अवयवों के अतिरिक्त सेम से तैयार किया जाता है। इस पकवान के लिए बहुत सारे विकल्प हैं, आज हम केवल उनमें से कुछ पर ध्यान केंद्रित करेंगे। सामग्रीः - लाल सेम - 475 ग्राम; - गाजर - 210 ग्राम; - प्याज (अगर वांछित) - 100 ग्राम; - सब्जी परिष्कृत तेल - 40 मिलीलीटर; - टमाटर का पेस्ट - 70 ग्राम; - ताजा हरा धनिया - 1 गुच्छा या स्वाद के लिए; - ताजा अजमोद - 1 गुच्छा या स्वाद के लिए; - ताजा डिल ग्रीन्स - 1 गुच्छा या स्वाद के लिए; - ताजा तुलसी साग - 0. 5 गुना या स्वाद के लिए; - हल्दी - स्वाद के लिए; - adzhika - स्वाद के लिए; - जमीन काली मिर्च - स्वाद के लिए; - लहसुन - 2-3 दांत या स्वाद के लिए; - नमक। इसलिए, सूखे सेम अच्छी तरह से धोए जाते हैं, ठंडे पानी डालते हैं और सूजन के लिए कम से कम सात घंटे छोड़ देते हैं। ध्यान दें कि जब सेम में मात्रा बढ़ जाती है और पानी को अवशोषित कर लेती है, तो इसे मार्जिन के साथ सेम में डालें। हम सूखे सेम से पुराने पानी को निकालते हैं, अनाज अच्छी तरह कुल्लाते हैं, उन्हें एक सॉस पैन में डालते हैं, साफ पानी में डालते हैं, ताकि यह केवल सामग्री को ढक सके, और इसे आग पर रखे। हम एक फोड़ा देते हैं, कम से कम आग की तीव्रता को कम करते हैं, एक ढक्कन के साथ कंटेनर को कवर करते हैं और सेम को नरम तक रखें। औसतन, इसमें ढाई घंटे लगेंगे। खाना पकाने की प्रक्रिया के अंत से पांच मिनट पहले, सेम स्वाद में जोड़ा जाता है। अब हम साफ और पतले गाजर गाजर, अगर वांछित, प्याज और सब्जियों को मुलायम तक एक फ्राइंग पैन या सॉस पैन में पास करते हैं। अब पैन में पूरे उबले हुए सेम की कुल मात्रा आधे डाल दें। शेष बीनबैग को टॉल्स्टॉक द्वारा गले लगाया जाता है और शेष घटकों को भी रखा जाता है। हम शोरबा के एक छोटे से हिस्से में डालते हैं, जिसमें फलियां पकाई जाती हैं, हम टमाटर का पेस्ट, थोड़ा हल्दी, नमक और काली मिर्च भी डालते हैं और इसे तीस मिनट तक छोटी गर्मी में उबालते हैं। अंत में, हम सिलेंडरो, अजमोद, डिल और तुलसी, छीलने और कटा हुआ लहसुन, adzhika, जमीन काली मिर्च के पूर्व-धोया और बारीक कटा हुआ हिरण जोड़ें, यदि आवश्यक हो तो थोड़ा और नमक, मिश्रित, हम एक और पांच मिनट के लिए जारी रखते हैं, और गर्मी से हटा दें। हम लोबियो को पंद्रह मिनट तक पीसते हैं और सेवा कर सकते हैं। सामग्रीः - हरी स्ट्रिंग सेम - 500 ग्राम; - चिकन अंडे - 4 टुकड़े; - प्याज हरा - 100 ग्राम; - मक्खन - 75 ग्राम; - Cilantro के ताजा हिरन - स्वाद के लिए; - ताजा अजमोद साग - स्वाद के लिए; - ताजा तुलसी साग - 20 ग्राम या स्वाद के लिए; - जमीन काली मिर्च - स्वाद के लिए; - नमक। अच्छी तरह से सेम और हरी प्याज धो लें और पानी को निकालें। अब आकार में दो सेंटीमीटर के टुकड़ों में बीन फली काट लें, और हरी प्याज काट लें और सब कुछ एक अलग कंटेनर में जोड़ें। नमक, जमीन काली मिर्च और मिश्रण के साथ हरी द्रव्यमान का मौसम। एक मोटी तल या एक सॉस पैन के साथ एक फ्राइंग पैन में हम मक्खन को भंग करते हैं, कई मिनटों के लिए प्याज और भूरे रंग के साथ सेम फेंकते हैं। पहले धोए गए फ्राइंग पैन में जोड़ें, ताजा हरा धनिया, अजमोद और तुलसी सूखे, एक ढक्कन के साथ कंटेनर को ढकें और इसे कम गर्मी पर ढक्कन के नीचे रखें जब तक कि सेम तैयार न हों। एक अलग कटोरे में, अंडे को नमक और जमीन काली मिर्च के साथ हराकर चिकनी और सेम और हिरन के साथ पैन में डालें। अंडा द्रव्यमान में, आप अपने स्वाद के लिए किसी मसाले और मसाले भी जोड़ सकते हैं। पकवान को सावधानी से हिलाएं ताकि अंडे अच्छी तरह से जब्त किए जाएं, आग से हटा दिया जा सके और ताजा हिरण की शाखाओं के साथ सजाया जा सके।
सुनने में आया है कि वर्ष 2016 के लिए सीजन की फेवरेट फिल्म 'ला ला लैंड' ने प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका (पीजीए) के डेरिल एफ जानुक अवॉर्ड को जीत लिया है. यह तो सभी को पता ही था लेकिन अब एक और भी उपलब्धि इस फिल्म के साथ में जुड़ गई है. जी हाँ, 70वें ब्रिटिश अकादमी फिल्म पुरस्कार में निर्देशक डेमियन शजैल की "ला ला लैंड" का दबदबा रहा और फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म एवं सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री समेत पांच पुरस्कार अपने नाम किए. ब्रितानी भारतीय अभिनेता देव पटेल को भी "लॉयन" के लिए सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता के पुरस्कार से नवाजा गया. "ला ला लैंड" के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का बाफ्टा जीतने वाले शजैल 26 फरवरी को ऑस्कर पुरस्कार समारोह में भी मजबूत दावेदार हैं. ऑस्कर में फिल्म में रिकॉर्ड 14 नामांकन मिले हैं. साथ ही साथ यह भी पता चला है कि, निर्देशक केन लोएच की 'आई, डेनियल ब्लेक' को रविवार रात को समारोह में उत्कृष्ट ब्रितानी फिल्म चुना गया. सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार एमा स्टोन को मिला.
देश के 15 राज्यों में राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। दस जून को होने वाली वोटिंग के लिए नॉमिनेशन चल रहा है। कर्नाटक से मंगलवार को निर्मला सीतारमण ने बीजेपी से नॉमिनेशन किया। बेंगलुरू। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कर्नाटक से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। सीतारमण बेंगलुरू विधानसौध (विधान सभा) पहुंची और भाजपा उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने अपना नामांकन पत्र विधान सौध सचिव विशालाक्षी को सौंपा। नामांकन दाखिल करने से पहले निर्मला सीतारमण ने बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके के ऐतिहासिक गवी गंगाधरेश्वर मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। केंद्रीय मंत्री के पर्चा दाखिला में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील मौजूद रहे। येदियुरप्पा ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बीजेपी से कर्नाटक राज्य से चुनाव लड़ने की अनुमति देने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं और पार्टी के सभी नेता उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने सोमवार को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था। भाजपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने दो उम्मीदवार उतारे हैं। चुनाव 10 जून को होने हैं। एक उम्मीदवार को सीट जीतने के लिए विधायकों के 45 वोटों की आवश्यकता होती है। सत्तारूढ़ भाजपा को 122 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और वह आसानी से दो उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित कर सकती है। विपक्षी कांग्रेस 70 विधायकों के समर्थन से एक उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकती है। 32 विधायकों वाले जद (एस) को अपने राज्यसभा उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय दलों के समर्थन की आवश्यकता होगी। कांग्रेस और बीजेपी ने अपने प्रभाव वाले दो राज्यों राजस्थान और हरियाणा में एक-एक एक्सट्रा कैंडिडेट्स उतारकर मुकाबले को कड़ा कर दिया है। दोनों पक्षों को भरोसा है कि वह एक दूसरे के विधायकों में सेंधमारी कर सकेंगे। यह भी पढ़ेंः
Himachal Pradesh Election 2022: भाजपा बढ़त बनाये हुए दिख रही है। हांलाकि उसे अपनी सीटें और वोट प्रतिशत गँवाने होंगे। हाल फ़िलहाल हिमाचल में भाजपा के वापसी के रास्ते दिख रहे हैं। Himachal Pradesh Election 2022: कांग्रेस और भाजपा के एक एक बार अदला बदली करके सत्ता में आने के समीकरण इस बार हिमाचल में टूटते नज़र आ रहे हैं। भाजपा बढ़त बनाये हुए दिख रही है। हांलाकि उसे अपनी सीटें और वोट प्रतिशत गँवाने होंगे। हाल फ़िलहाल हिमाचल में भाजपा के वापसी के रास्ते दिख रहे हैं। पर कांग्रेस भी पिछली बार की तुलना में बेहद बेहतर प्रदर्शन करती नज़र आ रही है। आप पार्टी के लिए हिमाचल कोई सुखद संदेँस देता नहीं दिख रहा है। सर्वे बताता है कि पाँच सीटों पर विजय का अंतर पाँच सात सौ वोटों से कम का होगा। इन सीटों के बारे में अनुमान लगाना मुश्किल होता है। क्या कहता है Newstrack का सर्वे? Newstrack के सर्वे के नतीजे बताते हैं कि भाजपा को इस विधान सभा चुनाव में 38 से 42 सीटें मिलने की उम्मीद है। जबकि पिछली बार भाजपा को 68 सदस्यों वाली विधानसभा में 44 सटें हासिल हुई थी। इस बार भाजपा के वोटों में भी चार फ़ीसदी से अधिक की गिरावट देखती जा सकती है। भाजपा को 44 फ़ीसदी के आसपास वोट हासिल हो सकते हैं जबकि 2017 भाजपा को 48. 79 फ़ीसदी वोट मिले थे। 2017 में 21 सीटें पाने वाली कांग्रेस पार्टी को 28 से 32 सीटें हासिल होंगी । कांग्रेस न केवल अपनी सीटों बल्कि वोट फ़ीसदी में भी इज़ाफ़ा करती हुई दिखती है। इस बार उसे 43 फ़ीसदी के आसपास वोट मिलता हुआ दिख रहा है। जबकि 2017 के चुनाव में कांग्रेस को 41. 6 फ़ीसदी वोट हासिल हुए थे। आम आदमी पाटी को दो से तीन फ़ीसदी वोट पर संतोष करना पड़ सकता है। पर अन्य के खाते में दस फ़ीसदी वोट के जाने की उम्मीद है। हिमाचल में दो सीटें अन्य के खाते में जाती हुई भी दिखती है । इनमें आप, निर्दल या कम्युनिस्ट कोई हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सबको मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचना चाहिए, इससे और भी कई प्रकार के विकार पैदा होते हैं, लड़कियों को तो बहुत सजग रहना चाहिए। गौरतलब है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का आरोप है कि उनकी पत्नी तथा सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर द्वारा खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज कराने से नाराज सपा मुखिया मुलायम ने 10 जुलाई को उन्हें मोबाइल फोन पर कथित रूप से धमकी दी थी। उन्होंने वह टेप भी जारी किया था और पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी और वहां प्राथमिकी नहीं होने पर जिले के मुख्य दण्डाधिकारी की अदालत में अर्जी लगायी थी, जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। हजरतगंज पुलिस ने इस मामले में बहरहाल अदालत में अपनी फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दी है, मगर अदालत ने 19 नवम्बर को अमिताभ ठाकुर को अपना पक्ष रखने की नोटिस दी है।
अज्ञात समूह के 30 परिसरों पर 16 दिसंबर को छापेमारी की गई थी। ये परिसर नेवेली (कुड्डालोर जिला), कोयंबटूर, नीलगिरी और चेन्नई में स्थित हैं। यह समूह रियल स्टेट (जमीन) और फाइनेंस (वित्त पोषण) के कारोबार से भी जुड़ा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में बताया कि छापेमारी के दौरान एक 'क्लाउड सर्वर' मिला जिसमें खातों की किताबें थी जिसे समूह के अहम कर्मियों ने छुपाकर रखा हुआ था। उसने बताया कि डिजिटल साक्ष्य के शुरुआती विश्लेषण से पता चलता है कि गैर हिसाबी पैसा चिट फंड व्यवसायी से होने वाली आय को और विभिन्न पक्षों से मिलने वाले नकद को कम दिखाकर अर्जित किया गया है। उसने कहा कि इस गैर हिसाबी पैसे का इस्तेमाल रियल स्टेट कारोबार में निवेश के लिए नकद भुगतान के तौर पर किया जाता है।
9. सैयदतना सफिया रज़ियल्लाहु अन्हा, 10. सैयदतना मैमूना रज़ियल्लाहु अन्हा, 11. सैयदतना ज़ैनब बिन्त खुजैमा रज़ियल्लाहु अन्हा । और एक तर्तीब यूँ भी हैः 1. सैयदतना ख़दीजा रज़ियल्लाहु अन्हा, 2. सैयदतना आएशा सिद्दीका रज़ियल्लाहु अन्हा, 3. सैयदतना सौदा रज़ियल्लाहु अन्हा, 4. सैयदतना ज़ैनब बिन्ते जहश रज़ियल्लाहु अन्हा, 5. सैयदतना उम्मे सलमा रज़ियल्लाहु अन्हा, 6. सैयदतना हफ़्सा रज़ियल्लाहु अन्हा, 7. सैयदतना उम्मे हबीबा रज़ियल्लाहु अन्हा, 8. सैयदतना जुवेरिया रज़ियल्लाहु अन्हा, 9. सैयदतना सफिया रज़ियल्लाहु अन्हा, 10. सैयदतना मैमूना रज़ियल्लाहु अन्हा । 11. सैयदतना ज़ैनब बिन्त खुजैमा रज़ियल्लाहु अन्हा । ( सीरत इब्ने हिशाम 2/789 से 793 सवालः अज़वाजे मुतहरात में से उस ज़ौजा मोहतरमा का क्या नाम है जो हज़रत हारून अलैहिस्सलाम की औलाद में से हैं? जवाबः वह सैयदतना सफिया बिन्ते हय्यि रज़ियल्लाहु अन्हा है। ( मदारिजुन्नबुब्बत 2/828) सवालः अज्वाजे मुतहरात में से इस ज़ौजा मुताहिरा का क्या नाम है जो हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की फूफी जाद बहन भी थीं? जवाबः वह सैयदतना ज़ैनब बिन्त जहश रज़ियल्लाहु अन्हा हैं कि उनकी वालिदा हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की फूफी उमैमा बिन्त अब्दुल मुत्तबिल थीं। ( मदारिजुन्नबुब्बत 2/817) वाज़ ने सैयदतना उम्मे सलमा रज़ियल्लाहु अन्हा की वालिदा का नाम आतिका बिन्त अब्दुल मुत्तलिब बताया है जो महल नज़र है । और सुरी यह है कि उनकी वालिदा का नाम आतिका बिन्त आमिर बिन रबिआ है। ( मदारिजुन्नबुब्बत 2,815)
भारत में हर दिन कोरोना वायरस के केस तेज़ी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में बहुत ज़रूरी है की हम बड़ी सख़्ती से सोशल डिस्टेंसिंग और साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें. छोटी सी भी लापरवाही आपके और आपके परिवार की सेहत के लिए बड़ी मुसीबत का कारण बन सकती है. ऐसे में बेहद ज़रूरी है कि आप अपने घर के 'Covid हॉटस्पॉट्स' से अच्छी तरह वाक़िफ़ रहें और उन्हें समय-समय पर साफ़ और सेनिटाइज़ करते रहें. सबसे पहले तो एक नज़र घर की उन सभी सतहों या चीज़ों पर जो ज़्यादा टच की जाती हैं. अब घर की वो चीज़ें जिन से भी कोरोना वायरस के फैलने का ख़तरा होता है मग़र हम इन पर बिलकुल ध्यान नहीं देते. अमेरिकन सोसाइटी फ़ॉर माइक्रोबायोलॉजी द्वारा किए गए शोध के अनुसार, यह पाया गया कि चीन में पुष्टि किए गए COVID-19 रोगियों के कमरे में तीन सबसे ज़्यादा चीज़ें जो वायरस के संक्रमण का ख़तरा बन सकती हैं उनमें बेडशीट, उनके तकिए और बेडरेल शामिल थे. यानी आपको हर दूसरे दिन अपने तकिए का कवर और हफ़्ते में दो बार अपनी बेडशीट बदलनी चाहिए. इतना ही नहीं आपको अपनी बेडरेल की भी हर रोज़ सफ़ाई और सेनिटाइज़ेशन चाहिए. यदि आप बेडसाइड टेबल का भी इस्तेमाल करते हैं तो उसको भी साफ़ रखें.
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग व आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान की पैरवी की है। आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री ने इस योजना की मुख्य विशेषताओं को रेखांकित किया और बताया कि यह 21वीं सदी के भारत को कैसे गति प्रदान करेगी। भारत में गैस पाइपलाइन के बारे में बात करते हुए श्री सोनोवाल ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में देश भर में 16 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी गैस पाइपलाइन का काम चल रहा है। रेल संपर्क के बारे में बात करते हुए मंत्री ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में 9 हजार किलोमीटर से अधिक रेलवे लाइन को दोगुना किया गया है और 24 हजार किलोमीटर से अधिक रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया है। 21वीं सदी के भारत के मूल मंत्र का जिक्र करते हुए श्री सोनोवाल ने कहा कि आज मनुष्य प्रगति के लिए काम, प्रगति के लिए धन, प्रगति के लिए योजना और प्रगति के लिए प्राथमिकता है और पीएम गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान इन सभी मुद्दों को संबोधित करेगा। मैक्रो प्लानिंग और सूक्ष्म कार्यान्वयन के बीच व्यापक अंतर के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समन्वय की कमी की समस्या हमेशा निर्माण में बाधा डालती है और बजट की बर्बादी करती है। उन्होंने कहा कि 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मौजूदा सरकार सत्ता में आई तो सैकड़ों परियोजनाएं अटकी हुई थीं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इन सभी परियोजनाओं को एक मंच पर रखा और बाधाओं को दूर करने की कोशिश की और इस पहल के कारण दशकों से अधूरे कई प्रोजेक्ट पूरे हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस गतिशक्ति पहल का हिस्सा रेलवे, सड़क और राजमार्ग, बिजली, शिपिंग और अन्य सहित केंद्र सरकार के 16 विभाग होंगे। गतिशक्ति विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकार की बुनियादी ढांचा योजनाओं को शामिल करेगी और यह मास्टर प्लान विशाल दक्षता के साथ काम जल्दी पूरा करना भी सुनिश्चित करेगा।
लाइटकॉइन [LTC] बाजार के शीर्ष-20 क्रिप्टो में से पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक लाभ दर्ज किया। के अनुसार कॉइनमार्केट कैपप्रेस समय के अनुसार altcoin $62.21 पर कारोबार कर रहा था, जिसमें 7% की वृद्धि हुई थी। तेजी के बाद, सेंटिमेंट ने नोट किया कि जिन निवेशकों ने पिछले तीस दिनों में कुछ एलटीसी जमा किया था, वे अपने परिसंपत्ति मूल्य में 50% लाभ जोड़ने के कगार पर थे। यह निष्कर्ष बाजार मूल्य से वास्तविक मूल्य (एमवीआरवी) अनुपात द्वारा प्रकट की गई स्थिति के कारण था। उसी के अनुसार एल.टी.सी तीस दिवसीय एमवीआरवी बढ़कर 4.651% हो गया। दिलचस्प बात यह है कि यही मेट्रिक्स 9 नवंबर को -12.30% तक गिर गया था, जिससे निवेशकों और लंबे समय से तैनात व्यापारियों की हालत खराब हो गई थी। हालांकि, नवीनतम उछाल का मतलब है कि LTC को झेलने के लिए पर्याप्त दृढ़ लग रहा था दबाव बाजार ने हाल ही में सामना किया है। हालांकि, ग्लासनोड डेटा के मुताबिक, एलटीसी बहुत कम संचय दर्ज कर रहा है। इसके अलावा, Litecoin's सजीवता 0.733 जितना ऊंचा था। इस स्थिति का तात्पर्य है कि बड़ी संख्या में LTC दीर्घकालिक निवेशक अपने पदों का परिसमापन कर सकते हैं। इसके अलावा, इसका मतलब यह भी हो सकता है कि निवेशक आसन्न कीमतों में उलटफेर से सावधान हो सकते हैं। रिकॉर्ड किए गए मूल्य में गिरावट के बावजूद, अल्पकालिक निवेशकों को सिक्के पर पकड़ बनाने से सावधान रहने की आवश्यकता हो सकती है। यह, क्योंकि एक दिवसीय एलटीसी संचलन निराशाजनक से कम नहीं था। सेंटिमेंट के अनुसार, एक दिन का संचलन काफी गिरकर 398,000 हो गया था। दिलचस्प बात यह है कि यह गिरावट पिछले 24 घंटों के दौरान अचानक नहीं आई है। सेंटिमेंट से डेटा प्रकट किया 14 नवंबर को पिछली बार 3.5 मिलियन के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद से इसमें गिरावट आ रही है। इसलिए, स्थिति आजीविका के साथ संरेखित की गई। यह, क्योंकि घटते संचलन का मतलब है कि उपरोक्त तिथि के बाद से लेन-देन में कम अद्वितीय LTC सिक्के शामिल थे। इसके अतिरिक्त, नेटवर्क को 335,000 पर लाभ और हानि का एहसास हुआ, यह सुझाव दिया गया कि लंबी अवधि के निवेशक ग्रे में बने रहे। एलटीसी यहाँ से कहाँ जाता है? LTC अपनी हालिया गति को बनाए रखने में सक्षम नहीं हो सकता है। यह, डायरेक्शनल मूवमेंट इंडेक्स (DMI) द्वारा दिखाए गए संकेतों के कारण है। डीएमआई के अनुसार, सकारात्मक डीएमआई (हरा) नकारात्मक (लाल) से ऊपर अपनी स्थिति बनाए रखने में असमर्थ रहा है। जबकि औसत दिशात्मक सूचकांक (पीला) 17.28 तक गिर गया था, अभी भी संकेत थे कि LTC एक मंदी की दिशा चुन सकता है। मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (एमएसीडी) के साथ भी ऐसी ही स्थिति थी। प्रेस समय में, विक्रेता (नारंगी) खरीद गति से उन्हें आगे निकलने के प्रयासों के बावजूद नियंत्रण में थे। इसलिए, यह संभावना है कि अल्पावधि में एलटीसी में गिरावट आएगी, खासकर यदि Bitcoin [BTC] रैली का नेतृत्व नहीं करता।
सागर। मध्यप्रदेश के सागर शहर में एक विवाहित महिला और उसके प्रेमी को अरेस्ट किया गया है। महिला ने एक जुलाई को शादी के 20 दिन बाद ही अपने प्रेमी की मदद से अपने ही पति और उसके दोस्त की हत्या करवा दी थी। पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने शनिवार को बताया कि आरोपी पत्नी नेहा विश्वकर्मा और उसके प्रेमी प्रेमी जमील खान को छोटू उर्फ अशोक विश्वकर्मा और उसके दोस्त रम्मू पटेल की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि सागर के केंट थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे के पास दो युवको की धारदार हथियार से दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी। रिछोड़ा गांव के पास की इस घटना से इलाके में सनसनी फेल गई। एक जुलाई को सागर के धर्मश्री इलाके के दो युवक रम्मू पटेल और छोटू उर्फ अशोक विश्वकर्मा की सड़क के किनारे लाश मिली थी। उनकी नई मोटर साइकिल भी वही पड़ी थी। उनकी दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी। यह अंधा कत्ल पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस छानबीन में जब पत्नी नेहा विश्वकर्मा से पूछताछ हुई तो मामला खुलता चला गया। छोटू की उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले के घटवार गांव में इसी साल 12 जून को शादी हई थी। नेहा के पड़ोस में ही रहने वाले जमील खान से संबध थे। जमील बीएससी एग्रीकल्चर का छात्र था। नेहा ने जमील से मिलकर पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उन्होंने बताया कि शादी के चार दिन बाद नेहा मायके चली गई। 30 जून को पति छोटू को फोन किया कि उसके कुछ परिचित आ रहे हैं। उनसे मिल लेना। छोटू अपने दोस्त रम्मू पटेल के साथ रात में फॉर लेन पर मिलने चला गया। वहां पर जमील ने लाठी से दोनों पर हमला किया। तथा संघर्ष के दौरान जमील ने चाकू निकाकर कई वार दोनों युवकों पर किए। दोनों की मोके पर मौत हो गई। दूसरे दिन उनकी लाशें मिली। इस दोहरे हत्याकांड ने इलाके के लोगो को हिलाकर रख दिया था। इस घटना में आरोपी जमील ने स्वीकार किया है कि उसने नेहा से मिलकर उसके पति छोटू की और उसके दोस्त की हत्या की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले को सुलझाने के लिए टीम गठित की गई थी और घटना के दो दिन बाद ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शिमला - परिवहन मंत्री जीएस बाली कांगड़ा के नगरोटा में 12 अप्रैल को धन्यवाद सम्मान रैली का आयोजन करेंगे। इस रैली में प्रदेश के विभिन्न जिलों से युवाओं के आने की उम्मीद है और रैली मैदान में 18 से 20 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं। जीएस बाली ने कहा है कि इसके लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आमंत्रित किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू के अलावा पार्टी हाई कमान को भी न्योता दिया गया है। अब सरकार ने भत्ता देने का फैसला किया है तो अब इसका नाम धन्यवाद सम्मान रैली रखा गया है। श्री बाली ने बेराजगारी भत्ता देने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, कांग्रेस पार्टी व हाइकमान का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि इस भत्ते के लिए सरकार ने 150 करोड़ का प्रावधान किया है, राज्य में करीब दो लाख पात्र युवा इसके दायरे में आएंगे। श्री बाली ने कहा है कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए शिक्षा प्रणाली में भी बदलाव की जरूरत है। मार्केट में जिन कौशलों की मांग है, उनका प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। जीएस बाली ने कहा कि रैली में रोजगार एक्सपर्ट आएंगे, जो कि बेरोजगारों को रोजगार के विभिन्न विकल्पों की जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी युवाओं के लिए कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा। नगरोटा बगवां - नगरोटा मंडल भाजपा ने अपने लीगल सैल के संयोजक एडवोकेट राजेंद्र चौधरी के माध्यम से प्रदेश सरकार को दो पन्नों का आरोप पत्र भेज कर स्थानीय विधायक एवं परिवहन मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। सोमवार को मंडल भाजपा के कई पदाधिकारियों ने स्थानीय तहसील परिसर में भाषणबाजी के बाद तहसीलदार नरेश शर्मा के माध्यम से सरकार को आरोप पत्र सौंपा। भाजपा ने अपने आरोप पत्र में परिवहन मंत्री पर भू-माफिया, नशा माफिया, कंडक्टर भर्ती घोटाला, महिलाओं के अपमान का आरोप, विकास तथा अन्य कई भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर जांच की मांग उठाई है। भाजपा ने मंत्री पर गैर कृषक होते हुए फर्जी प्रमाण पत्र पर धारा 118 का उल्लंघन कर बेनामी भू-संपत्ति अर्जित करने तथा नशे के अवैध कारोबार में सीधा हाथ होने का आरोप लगाया है। उधर, मंडल अध्यक्ष डा. नरेश बरमानी ने कहा कि 12 अप्रैल की प्रस्तावित रैली मंत्री ने सारा प्रशासन रैली की सफलता में झोंक दिया है। इस अवसर पर पूर्व विधायक राम चंद भाटिया, मंगल देव चौधरी, कुलदीप शर्मा, बलराम पूरी, अमित शर्मा, बिहारी लाल खट्टा, राजिंद्र मल्होत्रा, अश्वनी व ब्रह्मा नंद आदि मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से जॉर्डन की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर महामहिम किंग अब्दुल्ला द्वितीय और जॉर्डन के लोगों को बधाई दी। अपने वीडियो संदेश में, प्रधानमंत्री ने महामहिम किंग अब्दुल्ला द्वितीय और जॉर्डन के लोगों को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी ने महामहिम के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की, जिसके अंतर्गत जॉर्डन ने स्थायी और समावेशी विकास, आर्थिक एवं सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। पश्चिम एशिया में शांति के प्रसार में महामहिम किंग अब्दुल्ला द्वितीय की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जॉर्डन आज दुनिया के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र में एक बुलंद आवाज और संयम के वैश्विक प्रतीक के रूप में उभरा है। भारत और जॉर्डन के बीच और मजबूत होते संबंधों पर प्रधानमंत्री ने 2018 में महामहिम किंग अब्दुल्ला द्वितीय की ऐतिहासिक भारत यात्रा का स्मरण किया, जिसके दौरान महामहिम ने 2004 के अम्मान संदेश में मानवता के प्रति सम्मान, सहिष्णुता और एकता के संदेश को दोहराया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और जॉर्डन दोनों इस मुद्दे पर संयुक्त रूप से सहमत थे कि शांति और समृद्धि के लिए संयम और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व आवश्यक है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि दोनों देश संपूर्ण मानवता के लिए उज्ज्वल भविष्य के लिए अपने संयुक्त प्रयास जारी रखेंगे।
गुजरात उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति गीता गोपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मोदी उपनाम मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। अब राहुल गांधी का मामला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एजे देसाई के समक्ष रखा जाएगा, जो इसे दूसरी पीठ को सौंपेंगे। अहमदाबादः गुजरात उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति गीता गोपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मोदी उपनाम मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। सूरत मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा पिछले महीने सुनाई गई सजा पर रोक लगाने की याचिका दायर की गई थी। बुधवार, 26 अप्रैल को न्यायमूर्ति गीता गोपी ने राहुल गांधी का याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। गुजरात उच्च न्यायालय में बुधवार, 26 अप्रैल को दोपहर के भोजन के बाद राहुल गांधी के वकील चंपानेरी अदालत के सामने मामला रखने के लिए खड़े हुए। इस पर न्यायमूर्ति गोपी ने कहा, "इस अदालत के समक्ष नहीं। " अब न्यायमूर्ति गोपी के इस मामले से खुद को अलग करने के बाद राहुल गांधी का मामला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एजे देसाई के समक्ष रखा जाएगा, जो इसे दूसरी पीठ को सौंपेंगे। बता दें कि न्यायाधीशों से किसी मामले की सुनवाई से अपने अलग होने का कारण बताने की अपेक्षा नहीं की जाती है। इसलिए न्यायमूर्ति गीता गोपी ने खुद को सुनवाई से अलग क्यों किया इसका कारण सामने नहीं आया है। न्यायमूर्ति गीता गोपी द्वारा मामले की सुनवाई से इंकार करने से पहले राहुल गांधी के वकील चंपानेरी ने उनसे मामले को सर्कुलेट करने की अनुमति देने का अनुरोध किया। राज्य सरकार ने मामले के शीघ्र पंजीकरण और सर्कुलेट करने की इस मांग पर आपत्ति जताई। राहुल गांधी के वकील चंपानेरी ने अदालत से कहा कि राज्य सरकार महज एक औपचारिक पक्षकार है क्योंकि यह मामला एक निजी शिकायत का है। इस पर सरकारी वकील ने जोर देकर कहा कि हमें इस मामले में गंभीर आपत्ति है। बता दें कि इस बीच मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को पटना हाईकोर्ट से राहत मिल चुकी है। कोर्ट ने उनके निचली अदालत में पेशी के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दिया है। मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को निचली अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था। राहुल गांधी की तरफ से दायर याचिका पर पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश संदीप कुमार ने इस मामले की अगली सुनवाई 15 मई को निर्धारित की है। राहुल गांधी को मोदी सरनेम को लेकर दिये बयान पर पटना की एमपी-एमएलए कोर्ट ने 25 अप्रैल को कोर्ट में हाज़िर होने का निर्देश दिया था।
परिणीति चोपड़ा का घर दुल्हन की तरह सजा, दिल्ली में राघव चड्ढा से करेंगी सगाई! परिणीति चोपड़ा जल्द आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा की दुल्हनियां बनने जा रही हैं. शादी के खबरों के बीच दोनों को कई बार एकसाथ स्पॉट भी किया गया है. कपल 13 मई को दिल्ली में सगाई करने वाला है. जिसके लिए एक्ट्रेस का मुंबई वाले घर को भी लाइटों से सजाया गया है. घर के बाहरी हिस्से को कई सारी लाइटों से दुल्हन की तरह सजाया गया है. परिणीति का घर मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित है. एक्ट्रेस के घर की इस वीडियो को देखकर फैंस उन्हें सगाई की बधाई देने में लग गए है. परिणीति की सगाई की आउटफिट को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई थी. एक्ट्रेस अपनी सगाई में फेमस डिजाइनर मनीष मल्होत्रा द्वारा डिजाइन की गई आउटफिट पहनने वाली हैं.
राज्य सरकार ने मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष संतूलाल सोनकर से वित्तीय अधिकार छीन लिए हैं। अब नगर पालिका के वित्तीय लेन-देन में अध्यक्ष के आदेश की भूमिका नहीं रह जाएगी। नगर पालिका में पिछले दिनों एक घोटाला फूटा था। इसमें कागजों पर नाली बनाकर 13 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया था। नगर पालिका परिषद मुंगेली अंतर्गत परमहंस वार्ड में होरीलाल शर्मा के घर से गार्डन की बाउण्ड्रीवाल होते हुए स्टेडियम तक 300 मीटर नाली निर्माण होना था। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मिलीभगत से यह काम जमीन पर हुआ नहीं। लेकिन कागजों पर काम को पूरा बताकर ठेकेदार सोफिया कंस्ट्रक्शन एण्ड सप्लायर अकलतरा जिला जांजगीर-चांपा को 13 लाख 21 हजार 818 रुपए का भुगतान कर दिया गया। स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने इसकी शिकायत नगरीय विकास मंत्री डॉ. शिव डहरिया से की। जांच के उपरांत मौके पर निर्माण कार्य नहीं होना पाया गया। यहा पूर्व में निर्मित नाली ही बनी पाई गई। इसके बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया। जिला प्रशासन की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस, नगर पालिका अध्यक्ष की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस बीच सरकार ने अध्यक्ष से नगर पालिका अधिनियम 1961 अंतर्गत नगर पालिका लेखा नियम 1971 के नियम 90 (2) (दो) में प्रदत्त वित्तीय शक्तियों को वापस ले लिया है। नाली घोटाला मामले में मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष आरोपी संतुलाल सोनकर, सियाराम साहू और सोफिया कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार वसीम खान ने मुंगेली जिला एवं सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका लगाई गई थी। अग्रिम जमानत पर 7 अगस्त को अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में लंबी बहस हुई। बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। कल अदालत ने अग्रिम जमानत की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि आरोपी साक्ष्यों को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। इस मामले में मुख्य नगर पालिका अधिकारी विकास पाटले, उप अभियंता जोयस तिग्गा, लेखापाल आनंद निषाद, सहायक राजस्व निरीक्षक सियाराम साहू को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर चुका है। इस मामले में नगर पालिका परिषद मुंगेली अध्यक्ष संतूलाल सोनकर को कारण बताओं सूचना जारी करने के साथ ही सम्पूर्ण प्रकरण की जांच और दोषियों के विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज हुई है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
Faridabad/Alive News : लायंस क्लब फरीदाबाद ओल्ड एवं सरकारी प्राईमरी स्कूल सैक्टर 28 ने संयुक्त रूप से स्कूल प्रांगण में शिक्षा दिवस धूमधाम से मनाया। इस मौके पर क्लब द्वारा लगभग 124 बच्चो को शिक्षा सामग्री, फल, बिस्कुट आदि वितरित किये गये। इस अवसर पर प्रधान लायन संजीव दत्ता ने कहा कि शिक्षक वही होता है जो अपने छात्र के जीवन को सफल बनाने में किसी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोड़ता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक का मान सम्मान करना प्रत्येक छात्र छात्राओं का पहला ध्येय व कर्तव्य होना चाहिए। दत्ता ने कहा कि आप सभी को इस बात को अवश्य जान लेना चाहिए कि अध्यापको की विशेषताओ के बारे में बताया और कहा कि शिक्षा को प्राप्त करने में आप किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरते क्योकि घर के बाद अगर आपका भविष्य संवारने में महत्वूर्ण भूमिका निभाता है तो वह है शिक्षक व स्कूल। इस अवसर पर आर. के. चिलाना, एस. के गोयल ने भी अपने सम्बोधन में बच्चो को शिक्षा दिवस क्यो मनाया जाता है के बारे में बताया और कहाकि शिक्षक दिवस भारत के राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधा कृष्नन के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है जिन्होने शिक्षा की अलख जन जन तक पहुंचायी और शिक्षा ही सबके लिए महत्व रखती है के बारे में जागृत किया। इस अवसर पर जयदीप कत्याल सचिव, पुनीत ग्रोवर कोषाध्यक्ष, ए. आर. वोहरा संस्थापक, अशोक अरोडा, वाई. पी. बाठला, विनीता दत्त्ता, रचना कत्याल सहित अन्य क्लब के सदस्य एवं स्कूल स्टाफ मौजूद था।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि मोदी राज्य की अपनी यात्रा के दौरान नियंत्रण रेखा के पार कारगिल-स्कर्दू मार्ग खोलने की घोषणा करेंगे। उमर ने लद्दाख क्षेत्र में कारगिल के लोगों द्वारा उठाए गए मांग का समर्थन किया है, जिन्होंने कल मार्ग खोलने की मांग करते हुए रैली की थी। अन्य मुख्यधारा की पार्टियों जैसे नेशनल पैंथर्स पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) का रुख भी मोदी की यात्रा को लेकर शांत है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के अध्यक्ष हकीम मोहम्मद यासीन शाह ने भी मोदी की यात्रा को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीति से प्रेरित बताया है। कश्मीरी अलगाववादी नेतृत्व ने मोदी की यात्रा के विरोध में बंद का आह्वान किया है। मोदी की यात्रा के मद्देनजर अधिकारियों ने वरिष्ठ अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद कर दिया है।
इंदौर में गुरुवार रात दो जगह आगजनी हो गई। रात में करीब एक बजे समाजवाद नगर के एक घर में आग गई। आग ने देखते ही देखते रौद्र रूप धारण कर लिया। जिसमें गृहस्थी का पूरा सामान जलकर खाक हो गया। इधर, रात 9 बजे राज मोहल्ला में भी एक बैंक के ऊपर इमारत में आग लग गई। जिसमें सर्वर रूम पूरी तरह जल गया। फायर ब्रिगेड के मुताबिक रात 1:15 बजे समाजवाद नगर की गली नंबर 7 में एक घर में आग लगने की सूचना मिली थी। है। यहां मौके पर पहुंचकर करीब एक टैंकर से अधिक पानी डालने के बाद आग पर काबू किया गया। आग मधुकर पुत्र बाबूलाल वेडकर के घर में लगी थी। आग में किसी तरह की जनहानि नही हुई। लेकिन संकरी गलियां होने के चलते दमकलों को अंदर जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। राज मोहल्ला चौराहे के पास गुरुवार देर रात एचडीबी बैंक के सर्वर रूम में आग लग गई। यहां रात को सूचना के बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। जिसमें एक टैंकर पानी डालकर आग पर काबू किया गया। इस दौरान यहां सर्वर रूम के साथ इलेक्ट्रिक आइटम और फर्नीचर पूरी तरह से जल गया। उक्त बिल्डिंग में और भी ऑफिस व दुकानें है, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। दमकल कर्मियों ने आग को आगे नहीं बढ़ने दिया। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। This website follows the DNPA Code of Ethics.
4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है। विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है। किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है। - ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है। - सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
मुंबईः 5 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम के दौरान भारत में इथेनॉल सम्मिश्रण के लिए रोड मैप पर विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट 2020-2025 जारी की। भारत सरकार ने अधिसूचना के जरिए तेल कंपनियों को 1 अप्रैल 2023 से 20% तक इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचने का निर्देश दिया गया है। सरकार का महंगे तेल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने के लिए पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत इथेनॉल-मिश्रण प्राप्त करने का लक्ष्य है। सरकार के इस फैसले से चीनी उद्योग को बड़ा फायदा होगा, क्योंकि उन्हें अधिशेष चीनी और राजस्व तरलता की समस्या से छुटकारा मिलेगा। मिलें, किसानों का बकाया भुगतान भी समय पर कर सकती है। जिससे देश के किसान भी लाभान्वित होंगें। गन्ने के साथ साथ तक़रीबन 165 लाख टन अनाज की इथेनॉल उत्पादन के लिए जरूरत होगी। जिससे अनाज की मांग बढ़ेगी और इसका सीधा लाभ किसानों को होगा। 2025 तक, भारत सरकार किसानों को समय पर भुगतान करने के लिए इथेनॉल के उत्पादन के लिए सालाना उत्पादित 60 लाख मिट्रिक टन अतिरिक्त चीनी को कम करने का लक्ष्य बना रही है। आसवनी के विस्तार/नई परियोजनाओं में 40,000 करोड़ से अधिक के निवेश की उम्मीद है, जो न केवल रोजगार के अवसर पैदा करेगा बल्कि क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। इसके अलावा, यह उम्मीद की जाती है कि 2025 तक पेट्रोल के साथ 20% इथेनॉल सम्मिश्रण हासिल करने के बाद सालाना लगभग 30,000 करोड़ विदेशी मुद्रा की बचत होगी, इस प्रकार यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक कदम है। वर्तमान वर्ष में भारत की योजना 10% इथेनॉल मिश्रण करने की है। 10% मिश्रण के लिए लगभग 4 बिलियन लीटर इथेनॉल की आवश्यकता होगी। 2023 तक 20% के लिए 10 अरब (1,000 करोड़) लीटर की जरूरत होगी। केंद्र सरकार के इथेनॉल संमिश्रण निति पर अपने विचार साझा करते हुए गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड के सीएमडी समीर सोमैया ने कहा कि, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर घोषित नया रोडमैप दूरदर्शी है। यह कार्यक्रम देश में बायोमास अधिशेष को एक परिसंपत्ति के रूप में मान्यता देता है। भारत में गन्ना अधिशेष भारत की ऊर्जा जरूरतों के एक हिस्से को पूरा करने, स्वच्छ जलने वाला ईंधन प्रदान करने, जलवायु परिवर्तन को कम करने और देश भर में गन्ना किसानों की आय को स्थिरता प्रदान करने में मददगार साबित होगा। सोमैया ने कहा, केंद्र सरकार 2023 तक E20 को ईंधन के रूप में पेश करने की भी योजना बना रही है। उद्योग के पास इथेनॉल और चीनी के बीच चयन करने में वैकल्पिकता होगी और स्थिर नकदी प्रवाह और विकास के लिए एक उल्लेखनीय अवसर होगा। ये नीतियां उद्योग और वास्तव में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का चेहरा बदल देंगी। गोदावरी बायोरिफाइनरीज देश के दृष्टिकोण के साथ खुद को कैसे जोड़ रही है, इस पर बोलते हुए, उन्होंने साझा किया, गोदावरी बायोरिफाइनरीज ने पिछले 2 वर्षों में इथेनॉल बनाने की अपनी क्षमता को पहले ही 200 से 400 klpd तक बढ़ा दिया है। अब हम 2022 में 600 klpd तक विस्तार करेंगे। हमारा लक्ष्य इस कार्यक्रम के लिए 100 मिलियन लीटर से अधिक की आपूर्ति करना होगा। हम भविष्य में अपने इथेनॉल उत्पादन को और बढ़ाने के लिए मक्का, चुकंदर जैसे फीडस्टॉक्स पर काम कर रहे हैं।
Udaipur, 30 जून . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो Udaipur की टीम ने Friday को सलूंबर जिले के सराड़ा तहसील के पीलादर पटवारी गणपत लाल मीणा को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपित पटवारी आबादी पट्टे का मौका पर्चा बनाने एवं पट्टा जारी करवाने की एवज में परिवादी से 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था. एसीबी एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी ने एसीबी कार्यालय पर आरोपित पटवारी गणपत लाल मीणा पुत्र शिवलाल मीणा निवासी प्रतापगढ़ हाल सुंदरवास Udaipur के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत की थी. परिवादी ने उसका आबादी भूमि पट्टा जारी करवाने के लिए पटवार मंडल में फाइल लगाई हुई है, लेकिन पटवारी आबादी पट्टे का मौका पर्चा बनाने और पट्टा जारी करवाने की एवज में 40 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा है. रिश्वत राशि नहीं देने पर परिवादी को परेशान कर रहा है. डीआईजी राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन किया, इस दौरान भी पटवारी गणपत लाल ने परिवादी से 5 हजार रुपये वसूल लिए थे. पटवारी के रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने पर Friday को एसीबी एडिशनल एसपी विक्रम सिंह राठौड़ के नेतृत्व में निरीक्षक डॉ. सोनू शेखावत ने टीम के साथ ट्रेप कार्रवाई की.
पठान को भारत के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ियों में गिना जाता है. उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2008 में खेला था. इरफान ने 2004 में पाकिस्तान दौरे से सुर्खियां बटोरी थीं. वह भारत की कई अहम जीतों का हिस्सा रहे, जिसमें 2007 टी-20 विश्व कप शामिल है. वह टेस्ट में भारत की तरफ से हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं. उन्होंने 2006 में कराची टेस्ट में पहले ही ओवर में हैट्रिक ली थी. पठान को भारत के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ियों में गिना जाता है. उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2008 में खेला था. वनडे और टी-20 में वह भारतीय टीम में आखिरी बार 2012 में शामिल किए गए थे.
किसी पदार्थ को वह संकल्प मात्र से ही प्राप्त कर सकता है वह ब्रह्मानन्द के भोगार्थ इच्छानुसार अनेक शरीर धारण करने में सक्षम होता है और उनका त्याग करने में भी 12 इस प्रकार जीवात्मा मोक्ष की अवस्था में स्वशासी हो जाता है । राजानुज का मत है कि मुक्तात्मा दो अंशो को छोड़कर प्रायः अन्य सभी रूपों में ब्रह्म के समान हो जाता है, मुक्ति की अवस्था में ब्रह्म के दो गुणों को जीवात्मा नहीं प्राप्त कर पाता, वैसे हैं - प्रथमतः जीवात्मा ब्रह्मवत् विभु नहीं हो पाता, वह अणु परिमारण वाला ही रहता है। दूसरे जीवात्मा को ब्रह्म का जो विशेष शक्ति है, जगत् सृजनात्मिका रूप वह शक्ति प्राप्त नहीं हो पाती । 3 मोक्षावस्था में रामानुज आत्माओं की अनेकता को स्वीकार करते हैं, किन्तु उनके अनुसार आत्माओं का यह क्य गुरणात्मक न होकर गरगनात्मक ही होता है। गुरणात्मक दृष्टि से सभी आत्मायें ब्रह्मानन्द का समान रूप में भोग करने के कारण समान हैं । आचार्य रामानुज द्वारा जीवनमुक्ति का निराससांख्य वेदान्त प्रभृति दर्शनों द्वारा स्वीकृत सशरीर जीवनमुक्ति की अवधारणा को प्राचार्य रामानुज मान्यता नहीं देते । रामानुज के अनुसार शरीर ही बन्धन का काररण है । अतः सशरीर मोक्ष स्वीकार नहीं किया जा सकता । कर्मरूप श्रविद्या का हेतु सशरीरत्व ही है, अतः कर्मरूप विद्या की निवृत्ति के लिये शरीर२. अतएव संकल्पात् उभयविषयम् सशरीरंमशरोरं च मुक्तिं । पूर्वोक्तेव ४, ४, १२ ३. जगत्व्यापारो निखिल चेतनाचेतन स्वरूपस्थितिपूर्वातिभेदनियमसेषु, तद्वर्ण निरस्तनिखिलतिरोधानस्य निर्व्याज ब्रह्मानुभयरूपं मुक्तस्यैश्वर्यम् । - पूर्वोक्तेव । ४,४,१७ ४. यतः सशरीरत्वं वन्धः -- पूर्वोक्तेव १, १,४
- 10 अगस्त से कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती हैं। - होटल में वर्कआउट करते वक्त उन्हें हार्ट अटैक आया था। - राजू श्रीवास्तव को है तेज बुखार, फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं कॉमेडियन। Raju Srivastava Health update: जाने माने कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव एक महीने से जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। 10 अगस्त को उन्हें हार्ट अटैक (Raju Srivastava Heart Attack) आया था और उसी दिन से कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती हैं। उनका परिवार और चाहने वाले उनके लिए दुआएं मांग रहे हैं। इलाज के दौरान राजू श्रीवास्तव को होश आया था और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा लिया गया था लेकिन बाद में उन्हें तेज बुखार आया और उन्हें फिर से वेंटिलेटर पर रखा गया। आज एक महीना पूरा होने के बाद भी राजू श्रीवास्तव की हालत में खास सुधार नहीं हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजू श्रीवास्तव को तेज बुखार है और वह अब भी वेंटिलटर पर बेहोश हैं। उनका परिवार पूजा पाठ कर रहा है, फैंस जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि धीरे-धीरे उनके बीपी और ऑक्सीजन लेवल में सुधार आ रहा है। राजू की हालत पर डॉक्टर पद्म श्रीवास्तव नजर रख रहे हैं। एम्स में न्यूरोलॉजी के हेड हैं। राजू श्रीवास्तव को काफी समय से होश नहीं आया है और उनके दिमाग में वैसी हरकत नहीं दिखाई दे रही जैसी दिखनी चाहिए। डॉक्टर्स इस बात से काफी परेशान हैं और अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। राजू की किडनी, हार्ट, लिवर, ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन लेवल सामान्य है लेकिन दिमाग की हरकत का ठीक से पता नहीं चल पा रहा है। डॉक्टर्स ने बताया था कि राजू श्रीवास्तव के दिमाग की तीन नस में से एक नस ब्लॉक है। वहीं राजू श्रीवास्तव के हार्ट के एक बड़े हिस्से में 100 पर्सेंट ब्लॉकेज की बात सामने आई थी। इस बीच उनके निधन की अफवाहें उड़ाने वालों की कमी नहीं है। राजू श्रीवास्तव जब से भर्ती हैं तब से कई बार उनके निधन की अफवाह उड़ चुकी है।
Kantara: बॉलीवुड (Bollywood) की फ्लॉप फिल्मों के चलते, कांतारा फिल्म को लेकर मशहूर ट्रेड एनालिस्ट तरन आदर्श ने क्या कुछ कहा है यहां हम यही बताने वाले हैं। Kantara Box Office Collection: कांतारा ने वो कर दिखाया जो बॉलीवुड की बड़ी फिल्म भी नहीं कर पाईं हैं, देखें बॉक्स ऑफिस कलेक्शन मात्र 16 करोड़ के आसपास के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जोरदार कमाई की है और कर भी रही है। हिन्दू संस्कृति और धर्म पर बनी इस फिल्म ने और कौन सा रिकॉर्ड अपने नाम किया है यहां हम इसी पर बात करेंगे। Kantara: कांतारा फिल्म ने बनाया ऐसा रिकॉर्ड जिसे जानकर महसूस होगा गर्व, PM मोदी भी देखेंगे कांतारा कांतारा जहां दर्शकों के दिल में बस रही है वहीं बॉक्स ऑफिस पर भी फिल्म अच्छा बिजनेस कर रही है। ऐसे में कांतारा फिल्म ने अपने नाम एक और रिकॉर्ड कर लिया है यहां हम इसी बारे आपको बताएंगे। Kantara: कांतारा ने कलेक्शन के मामले में पांचवे सप्ताह में भी किया कमाल, राम सेतु और थैंक गॉड को किया पीछे इस फिल्म को रिलीज़ हुए 1 महीना से भी ज्यादा हो चुका है लेकिन अगर फिल्म के कलेक्शन की ओर देखें तो राम सेतु और थैंक गॉड दोनों से ज्यादा हैं। चलिए यहां पर इस फिल्म के कलेक्शन को लेकर कुछ बातें आपको बता देते हैं। Kantara: कांतारा फिल्म की दीवानी हुईं कंगना रनौत, फिल्म देखने के बात बोलीं - ऐसा सिनेमा कभी बना ही नहीं है इसके अलावा अब बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत ने भी फिल्म देख ली है और वो भी फिल्म की तारीफ कर रही हैं। यहां हम आपको बताएंगे आखिर फिल्म कांतारा की तारीफ में क्या कुछ कहा है कंगना रनौत ने।
रोजगार एवं आजीविका के क्षेत्र में राजस्थान सरकार महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत गहलोत सरकार ने सरकारी विभागों एवं निजी फर्मों में महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम स्कीम आरम्भ की है। प्रदेश सरकार द्वारा जारी निर्देश के अनुसार, आर्थिक तौर पर कमजोर, विधवा, तलाकशुदा, दिव्यांग, हिंसा से पीड़ित महिलाओं को इस स्कीम के तहत प्राथमिकताएं दी जाएगी। राजस्थान सरकार के एक वरिष्ठ अफसर के अनुसार, सीएम ने वर्क फ्रॉम होम योजना का ऐलान पिछले बजट के चलते ही कर दिया था। अब इस योजना को प्रदेश सरकार ने mahilawfh। rajasthan। gov। in लॉन्च कर दिया है। जनाधार कार्ड के माध्यम से महिलाएं इस पोर्टल पर पंजीकरण करा सकती हैं। महिलाओं को उनकी योग्यता के आधार पर नौकरियां प्रदान की जाएंगी। वेतन कितना होगा ये विभाग या फर्मों द्वारा तय किया जाएगा। निजी फर्मों में 20 प्रतिशत तक महिलाओं का नामांकन किए जाने प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, महिलाओं को काम उपलब्ध कराने वाली कंपनी एवं सरकारी विभाग को संबिधित महिला को प्रशिक्षण देने के बदले में सरकार प्रति महिला 3 हजार रुपये देगी। फिलहाल इस योजना के तहत महिलाओं को अकाउंटिंग संबंधी, वेब डिजाइनिंग, डेटा एनालिसिस, सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग,टाइपिंग, डॉक्यूमेंटेशन, काउंसिलिंग सेवाएं, सिलाई संबंधी काम, ग्रेडिंग एवं पैकेजिंग का काम उपलब्ध कराया जाएगा। प्रदेश सरकार ने वर्क फ्रॉम होम योजना के तहत अगले 6 महीने में 20 हजार महिलाओं को रोजगार देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने इस स्कीम के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है तथा 6 महीने में तकरीबन 20,000 महिलाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। इस स्कीम में अब तक 150 महिलाओं एवं 9 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। बता इस योजना का फायदा लेने के लिए आवेदन करने वाली महिलाएं राजस्थान की मूल निवासी होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त उनकी उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए। आवेदन करते समय महिलाओ के पास इस स्कीम से सभी दस्तावेजो का होना आवश्यक है।
कपूरथला (महाजन): शहर में इन दिनों सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों का संबंधित विभाग के कर्मचारियों द्वारा उचित प्रबंध न किए जाने के कारण लोगों की समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। वहीं इन दिनों हो रही बारिश के कारण इन कूड़े के ढेरों से गंदी बदबू पैदा हो रही है, जिस कारण पास से गुजरने वाले लोगों का सांस तक लेना मुश्किल हो गया है। लोगों को मजबूरन नाक पर रुमाल रख कर या अपनी अपनी सांसें रोक कर इन कूड़े के ढेरों के पास से गुजरता पड़ता है। लम्बे समय तक कूड़े के ढेर पड़े रहने से डेंगू-मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों के फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है। विरासती शहर के इन दिनों जे हालात बनते जा रहे हैं, उसे देख कर शहर निवासी काफी मायूस हो चुके है। लोगों असमंजस में पड़ चुके हैं कि वह किस विभाग या राजनेता के दरवाजे खटखटाएं, जो शहर को विरासती रूप दे पाए। शहर निवासी अवतार सिंह, बलवंत सिंह, राजीव तलवाड़, साहिल महाजन, आशु, रमेश कुमार, राजेश शर्मा, अनिल शर्मा, रमन महाजन, मोनू मन्हास, साहिल शर्मा, रजिन्द्र जगोता, सौरव गिल (साब) आदि ने बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था की काफी चरमरा गई है। शहर के पुरानी कचहरी कॉम्पलैक्स के बाहर, अमृत बाजार, जालौखाना चौक, रमणीक चौक के पास कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, जो शायद नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को नजर नहीं आ रहे। लोगों ने नगर निगम कपूरथला के अधिकारियों से अपील की कि वह हालातों की गंभीरता को समझते हुए शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए, ताकि लोग स्वच्छ माहौल में सुख की सांस ले पाएं।
(नशे को लेकर चौंकाने वाला सर्वे, प्रतीकात्मक तस्वीर) ( Image Source : Pexels ) Indore: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर शहर (Indore City) में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर किए गए एक सर्वे में निजी संगठन ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. सर्वे के आंकड़े सामने आने के बाद जिला प्रशासन का चिंतित होना लाजमी है. अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस (International Anti Drug Day) के अवसर पर सोमवार को कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को शपथ दिलाई, प्रशासन जल्द ही सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत नशे के विरुद्ध बड़ा अभियान शुरू करेगा. एक निजी संगठन द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार इंदौर में ड्रग एडिक्ट युवाओं की संख्या 27 फीसदी तक बढ़ गई है. इनमें 20 से लेकर 35 वर्ष की युवतियां भी शामिल है, जिनकी संख्या 39 फीसदी है. जारी हुए यह आंकड़े इंदौर के लिए वाकई चिंताजनक है. पुलिस और नारकोटिक्स विभाग कितना संज्ञान ले रहा है, इसे लेकर कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता लेकिन इंदौर कलेक्टर ने जरूर सर्वे रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है. हालांकि सर्वे रिपोर्ट आने के पहले ही उन्होंने नशे के विरुद्ध अभियान प्रारंभ कर दिया था. कलेक्टर परिसर में अब कोई भी सिगरेट, बीड़ी, गुटखा या तंबाकू सहित अन्य मादक पदार्थ के साथ संकुल में प्रवेश नहीं कर सकता. प्रवेश द्वार पर ही चेकिंग कर सामग्री जब्त की जा रही है. अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर कलेक्टर ने सोमवार (26 जून) को सभी अधिकारियों को शपथ भी दिलाई. कलेक्टर के अनुसार नशा सामाजिक बुराई है इसे जड़ से मिटाने के लिए प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है, इसी सप्ताह समिति नारकोटिक्स और पुलिस के साथ नशा करने वाले स्थानों को चिन्हित कर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करेगी. नशे के खिलाफ मुहिम प्रारंभ करने के लिए कलेक्टर ने आमजन से भी अपील की है वह सामाजिक संगठनों को भी अपना इस अभियान में शामिल करेंगे. एनजीओ संचालिका भारती मंडोले ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपी है. एनजीओ इवा वेलफेयर आर्गेनाइजेशन द्वारा किए गए सर्वे में पाया गया है कि कई बस्तियों में मादक पदार्थों की उपलब्धता के लिए आठ-आठ ठीए (Place) तक हैं. सर्वे में सम्मिलित 55 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया कि वे दिन में पांच बार तक नशा करते हैं. शहर की बस्तियों में रहने वाला 20 से 50 आयु वर्ग का हर दूसरा व्यक्ति नशे की गिरफ्त में है. बस्तियों में शराब से लेकर गांजा, स्मैक, चरस और एमडीएमए का सेवन हो रहा है. यह खुलासा एक एनजीओ द्वारा किए गए सर्वे में सामने आया है. हैरानी की बात है कि नशा करने वालों में महिलाएं भी शामिल हैं. इनमें भी 20 से 35 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं सबसे ज्यादा हैं. एनजीओ ने यह सर्वे फरवरी 2019 से अगस्त 2022 के बीच किया था. शहर की अलग-अलग निचली बस्तियों में किए इस सर्वे के लिए अलग- अलग आयु वर्ग के 100- 100 लोगों से एनजीओ के सदस्यों ने सवाल पूछे. इस सर्वे को करने के लिए ऑनलाइन भी अभियान चलाया गया था.
चंडीगढ़ः IPL 2023 इस वक़्त भारत के ही 12 अलग-अलग वेन्यू पर खेला जा रहा है. सभी 10 टीमों के बीच अब तक (21 अप्रैल) 29 मुकाबले खेले जा चुके हैं. लैकिन, इसी बीच खिलाड़ियों की सुरक्षा में चूक होने का नया मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, IPL खेल रही एक टीम जिस होटल में रुकी हुई थी. उसी होटल में 3 हिस्ट्री शीटरों ने भी रूम बुक किए थे. तीनों वहां आराम से रह भी रहे थे. लेकिन, पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए प्रीवेंटिव एक्शन के तहत तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. यह कार्रवाई चंडीगढ़ की IT पार्क पुलिस ने की है. बड़ी बात ये है कि जिन तीनों आरोपियों को अरेस्ट किया गया है उनके खिलाफ गोलीबारी सहित अन्य मामलों के केस दर्ज है. यानी इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीनों कितने शातिर और पेशेवर अपराधी हैं. तीनों का IPL टीम की होटल से गिरफ्तार होना काफी गंभीर मामला है. बता दें कि मोहाली में गुरुवार (20 अप्रैल) को ही पंजाब किंग्स (PBKS) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच मैच हुआ था. इस मैच में बैंगलोर ने 24 रनों से जीत दर्ज की थी. मैच के लिए RCB के विराट कोहली सहित कई नामी खिलाड़ी आईटी पार्क स्थित एक नामी होटल में रुके हुए थे. लेकिन, तभी पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया, जब पुलिस अधिकारियों को पता चला कि इसी होटल में हिस्ट्री शीटर अपराधी भी रूम बुक करा कर रुके हुए हैं. हालांकि SHO आईटी पार्क रोहताश यादव की तत्परता से देर रात 10:30 बजे लगभग हिस्ट्रीशीटरों को प्रीवेंटिव एक्शन के तहत अरेस्ट कर लिया गया है. पकड़े गए आरोपियों की शिनाख्त जीरकपुर के रॉयल स्टेट के रहने वाले रोहित (33), चंडीगढ़ बापूधाम कॉलोनी के निवासी मोहित भारद्वाज (33) झज्जर जिले के बहादुरगढ़ निवासी नवीन के रूप में हुई है. IPL 2023: मैदान पर जडेजा का पारा हुआ हाई, क्लासेन संग हुई लड़ाई. .
कैस्टर सेमेन्या ने गुरूवार को ट्विटर पर बताया कि उन्होंने हाल ही में महेन्द्र सिंह धोनी के जीवन पर बनी फिल्म 'एमएस धोनी - द अनटोल्ड स्टोरी' देखी। इस फिल्म को देखने के बाद सेमेन्या काफी प्रभावित हुईं और धोनी को ट्विट कर उन्हें सैल्यूट किया। सेमेन्या ने ट्विट कर कहा, 'महेन्द्र सिंह धोनी मैंने अभी आपकी फिल्म देखी . . फिल्म की स्टोरी प्रेरणा देने वाली है. . . मैं आपको सैल्यूट करती हूं। ' कौन है कैस्टर सेमेन्या? कैस्टर सेमेन्या, दक्षिण अफ्रीका की धावक है साथ ही यह दो बार की ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता भी हैं। सेमेन्या ने 2016 में हुए रियो ओलंपिक में 800 मीटर की रेस में दक्षिण अफ्रीका में गोल्ड मेडल जीता था। इससे पहले 2012 ओलंपिक में भी सेमेन्या, दक्षिण अफ्रीका के लिए गोल्ड मेडल जीत चुकी है। अगले ओलंपिक में भी सेमेन्या 800 मीटर रेस में ओलंपिक गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार हैं। सेमेन्या जिस 'एमएस धोनी - द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को देखकर धोनी का मुरीद बनी उस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी को किरदार निबाया था। सुशांत को इसके लिए दर्शकों के साथ-साथ आलोचकों की बी सराहना मिली थी। 2016 में रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। इस फिल्म का निर्देशन नीरज पाण्डे ने किया था।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी करना चाहते थे पीएम मोदी से मुलाक़ात, क्यों नहीं हो पाया संभव? भारत ने चीनी पक्ष से क्या कहा था? इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के सवाले से बताया है कि भारत ने चीनी पक्ष को बता दिया था कि पीएम मोदी 25 मार्च को व्यस्त रहेंगे क्योंकि उन्हें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना था। अघोषित दौरे पर आए वांग दो साल से अधिक समय के बाद नई दिल्ली पहुंचे थे। वांग यी के दौरे की घोषणा क्यों नहीं की गई? भारत के विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर से जब यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कई कारणों से चीन इस दौरे की पूर्व घोषणा नहीं चाहता था। और चूंकि द्विपक्षीय सहमति नहीं थी ऐसे में हमने भी अपनी ओर से इस दौरे का ऐलान नहीं किया था। विदेश मंत्री जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा है कि भारत और चीन के बीच संबंध सामान्य नहीं हैं क्योंकि समझौतों के विपरीत सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिक तैनात हैं। उन्होंने कहा है कि सीमा पर शांति स्थिर संबंधों के लिए जरूरी है। जयशंकर ने कहा कि जब तक इतनी बड़ी संख्या में सैनिक तैनात हैं तो सीमा पर स्थिति सामान्य नहीं है। दोनों देशों के बीच अभी भी टकराव के मुद्दे हैं। कुछ मुद्दों के समाधान की दिशा में प्रगति हुई है जिनमें पेगोंग झील क्षेत्र का मुद्दा भी शामिल है। मुद्दों के समाधान के लिए अब तक 15 दौर की बात हो चुकी है और आज यह बात हुई कि वार्ता को आगे कैसे बढाया जाये। उन्होंने कहा कि मुद्दों के समाधान की दिशा में काम किया जा रहा है लेकिन यह बहुत धीमा है। इसे तेज किए जाने की जरूरत है क्योंकि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तनाव कम करने के लिए सैनिकों को विवाद की जगहों से पूरी तरह हटाया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया है कि बॉर्डर क्षेत्र में स्थिति के समाधान के लिए कोई समय सीमा निश्चित नहीं की गई है । नई दिल्ली। अलगाववादी सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। एक तरफ कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया है। वहीं, दूसरी ओर भारत ने उनके इस आरोप को बेतुका बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है। इस विवाद के बीच श्रीलंका ने भारत का समर्थन किया है। कनाडा के आरोपों को गलत बताते हुए श्रीलंका ने कहा कि भारत की प्रतिक्रिया 'दृढ़ और सीधी' रही है और कोलंबो इस मामले पर नई दिल्ली का समर्थन करता है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत में निवर्तमान श्रीलंकाई उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा कि श्रीलंका के लोगों को आतंकवाद के कारण नुकसान उठाना पड़ा है और उनके देश ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। भारत के खिलाफ कनाडा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि भारत की प्रतिक्रिया असमान, दृढ़ और सीधी रही है। मुझे लगता है कि जहां तक हमारा सवाल है, हम इस मामले में भारत का समर्थन करते हैं। अब मैं 60 वर्ष का हूं, अपने जीवन के 40 वर्ष, हमने श्रीलंका में आतंकवाद के विभिन्न रूपों का सामना करते हुए बिताए हैं। कनाडा-भारत विवाद ने तूल तब पकड़ा जब 18 सितंबर को कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत की संलिप्तता होने का आरोप लगाया। इसके बाद से भारत और कनाडा के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। गौरतलब है कि निज्जर की हत्या 18 जून को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर हुई थी। इस बीच भारत ने भी कनाडा के एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया कि निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडा की ओर से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।
शिमला - बच्चों के आधार कार्ड बनाने के लिए अभिभावकों को अब लंबी लाइनों में जाकर माथापच्ची नहीं करनी पड़ेगी। अब नवजात के जन्म लेते ही उसके बर्थ रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ आधार का भी पंजीकरण किया जाएगा। पायलट आधार पर यह योजना प्रदेश के तीन जिलों में शुरू की गई हैं। इसमें शिमला, कुल्लू और हमीरपुर शामिल हैं। शिमला में बुधवार को आधार लिंक्ड बर्थ रजिस्ट्रेशन प्रोग्राम दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से शुरू किया गया। इस दौरान सीएमओ शिमला डाक्टर नीरज मित्तल और एमएस रंजना राव भी मौके पर मौजूद रहे। सीएमओ शिमला डाक्टर नीरज मित्तल ने बताया कि शिमला में 18 जगह पर यह सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि इनमें स्वास्थ्य केंद्र रिपन, केएनएच समेत वे केंद्र हैं, जहां पर प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। इस योजना के तहत विशेष तौर पर आपरेटरों को प्रशिक्षण देकर उन्हें आधार बनाने के लिए तैयार किया गया है। प्रशिक्षण के बाद इन आपरेटर्ज को टैब दिए गए हैं। इसके तहत जब बच्चे का जन्म होगा तो जन्म पंजीकरण का फार्म भरने के साथ ही टैब में नवजात के माता या पिता का आधार नंबर डालेंगे। इसके आधार नंबर के साथ ही नवजात से जुड़ी सभी जानकारियां टैब में अपलोड हो जाएंगी। इसमें बच्चे के माता-पिता, घर का पता और उसके लिंग संबंधी जानकारी होगी। इसके बाद अगले चरण में टैब के साथ जुड़ी मिनी बायोमिट्रिक मशीन के जरिए माता या पिता के फिंगर प्रिंट लेकर आधार नंबर की वेरिफिकेशन की जाएगी। पंजीकरण होने के 15 से 20 दिनों के भीतर ही नवजात के अभिभावकों के पते पर बच्चे का आधार कार्ड बाई पोस्ट पहुंच जाएगा। सीएमओ शिमला डाक्टर नीरज मित्तल ने बताया कि जिला शिमला में उन 18 केंद्रों में यह पंजीकरण जरूरी होगा जहां पर प्रसव कराने की सुविधा है। उन्होंने साफ किया कि अस्पतालों में केवल नवजात बच्चों के ही आधार बनाए जाएंगे। नवजात का जो आधार बनेगा उसे अभिभावकों को पांच साल बाद अपडेट कराना होगा।
डिडौली कोतवाली क्षेत्र में चार बदमाशों ने जमीन दिखाने के बहाने बुलाकर तीन दोस्तों का अपहरण कर लिया। उनमें से एक युवक किसी तरह वहां से बच निकला। जानकारी पर हरकत में आई पुलिस व सर्विलांस टीम ने जंगल में कांबिंग की। आम के बाग की घेराबंदी कर चार बदमाशों को गिरफ्तार कर अपहृत दोनों युवकों को छुड़ाया। एएसपी अजय प्रताप सिंह व सीओ सिटी अजय कुमार के मुताबिक नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव पृथ्वीपुर निवासी मोहम्मद अंसार पुत्र मोहम्मद फुरकान, उस्मान पुत्र नजीर हसन व दौलतपुर निवासी सलमान पुत्र तुलवा दोस्त हैं। बुधवार को मोहम्मद अंसार अपने दोनों दोस्तों के साथ जमीन देखने डिडौली के बुढ़नपुर जा रहा था। इसी दौरान उसने पुलिस को सूचना दी कि बुढ़नपुर के जंगल में सात-आठ बदमाशों ने हथियारों के बल पर उन तीनों का अपहरण कर लिया। बताया कि वह किसी तरह बदमाशों के चंगुल से भाग निकला। हरकत में आई पुलिस ने स्वाट व सर्विलांस टीम के साथ जंगल में कांबिंग की। सूचना पर एक आम के बाग की घेराबंदी की। आरोपी अमित पुत्र अजय कुमार, रोहित पुत्र नेतराम, हिजबुल पुत्र नसरुद्दीन निवासी बुढ़नपुर व कोतवाली के ही मुबारकपुर नूरी निवासी अंसार पुत्र इंतजार हुसैन को दबोचा। उनका एक साथी सुरजीत भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने चारों के कब्जे से अपह्त उस्मान व सलमान को मुक्त कराया। उनके पास से तमंचा 315 बोर व तीन चाकू बरामद किए। चारों आरोपियों के खिलाफ अपहरण व आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज किया। एएसपी ने बताया कि चारों का चालान किया जा रहा है। पुलिस टीम में स्वाट टीम प्रभारी नीरज मलिक, डिडौली एसएसआई सतेंद्र कुमार, दरोगा सुनील मलिक, विपिन कुमार, संदीप कुमार, सर्विलांस टीम के अनिल कुमार, योगेश तोमर, गौरव शर्मा, विजय शर्मा आदि रहे। अमरोहा। बकौल एएसपी पकड़े गए अपहरण के चारों आरोपियों के फरार हुए साथी सुरजीत के मोहम्मद अंसार पर पांच लाख रुपये उधार थे। जांच में सामने आया कि वह उधार की रकम वापस नहीं कर रहा था। जिस पर सुरजीत ने पांच लाख रुपये की ये रकम वापस मिलने पर अपने साथियों को ढाई लाख रुपये देने की बात कही थी। जिसके बाद आरोपियों ने अंसार को जमीन दिखाने के बहाने मौके पर बुलाया और फिर अपहरण कर लिया।
श्रम समस्त संसार की प्रतिष्ठा है । लोक में सब जन धर्मिष्ठ के समीप जाते हैं धर्म से जब लोग पाप को दर करते हैं । धर्म में सब प्रतिष्ठित हैं, इससे सब लोक धर्म को सबसे श्रेष्ठ कहते हैं ।। ६३ ।। धर्म की हानि से तात्पर्य जब धर्म का नाश सा जाता है, जैसे हिरण शपु के समय राम का नाम तक लेना बंद कर देना, यज्ञ दान, जप, तप, पाठ आदि शुभकर्म को बलात्कार से बन्द कर देना तथा प्रह्लाद जैसे भक्त को बिना अपराध के नाना प्रकार के कष्ट देना और अधर्म की वृद्धि से अभिप्राय दुराचार, अत्याचार, वेद - निषिद्ध कर्मों का अच्छी तरह बढ़ जाना है । ऐसे समय में भगवान् ने नृसिंह रूप धारण किया । इसी प्रकार दूसरे अवतारों में भी पाया जाता है जैसा कि श्रीमद्भागवत में कहा गया हैमत्स्याश्वकच्छपनृसिंहवराहहंस- राजन्यविप्रविबुधेषु कृतावतारः । त्वं पासि नः त्रिभुवनं च यथाधुनेश भारं भुवो हर यदूत्तम वन्दनं ते ॥ ( श्रीमद्भा. १०।३।४०) प्रभो ! आपने जैसे अनेको बार मत्स्य, हयग्रीव, कच्छप, नृसिंह, वराह, हंस, राम, कृष्ण, परशुराम और वामन अवतार धारण करके हमलोगों की और तीनों लोकों की रक्षा की है, वैसे ही आप इस बार भी पृथ्वी का भार हरण कीजिये । यदुनन्दन ! हम आपके चरणों में वन्दना करते हैं ।।४०।। अन्वय :अर्थ :गीता के इसी श्लोक का भाषा में वर्णन करते हुए संत तुलसीदास मानस में कहते हैं :जब-जब होई धरम कै हानी । बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी ।। करहिं अनीति जाइ नहिं बरनी । सीदहिं विप्र धेनु सुर धरनी ।। तब तब प्रभु धरि विविध सरीरा । (रा. म. १२०/६, ७, ८) इस प्रकार भगवान् ने अर्जुन के छठे प्रश्न का उत्तर दिया । परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे ।।८।। साधूनाम् परित्राणाय, दुष्कृताम् विनाशाय च धर्मसंस्थापनार्थाय युगे युगे संभवामि । साधुओं का परित्राण करने के लिए, दुष्टों का विनाश करने के लिए और (वैदिक) धर्म की स्थापना करने के लिए मैं युग-युग में प्रकट होता हूँ । भगवान् अर्जुन के अन्तिम ७वें प्रश्न का (कि) आपका जन्म किस उद्देश्य से होता है ? उत्तर देते हैं कि वेदानुसार चलने वाले, धर्मशील, वैष्णवाग्रणी तथा मेरे समाश्रयण में प्रवृत साधु पुरुष मेरे नाम, कर्म और स्वरूप का वाणी तथा मन से भी ग्रहण न हो सकने के कारण मेरे दर्शन प्राप्त किये बिना अपने जीवन के धारण-पोषण में जरा भी सुख न पाते हुए, तथा मेरे दर्शन के बिना क्षणमात्र के समय को भी हजारों कल्पों के समान मानते हुए ( मेरे विरहताप से) सारे अङ्ग शिथिल हो जाने के कारण नष्ट हो जायेंगे, अतः उनको अपने स्वरूप और लीलाओं का दर्शन तथा अपने साथ बातचीत आदि करने का सुअवसर देकर उनका (विरहताप से) परित्राण करने, वेद में निषेध किये गये आचरण करने वाले जो साधुओं के विरोधी दुष्ट हैं, उनका समूल नाश करने तथा क्षीण हुए मेरे आराधन रूप वैदिक धर्म का मुझ आराध्य स्वरूप के साक्षात् दर्शन के द्वारा संस्थापन करने के लिये मैं युग-युग में देव-मनुष्यादि के रूप में प्रकट होता हूँ । अभिप्राय यह है कि भगवान् के प्रकट होने में सत्युग त्रेता आदि का कोई विशेष नियम नहीं है । जब भी उपर्युक्तप्रयोजन उपस्थित होता है वे अपने सत्यसंकल्प से प्रकट हो जाते हैं । साधु के विषय में लिखा है किअपि चेत्सुदुराचारो भजते मामनन्यभाक् । साधुरेव स मन्तव्यः सम्यग्व्यवसितो हि सः ॥ (गी. ६।३० ) यदि कोई अति दुराचारीभी अनन्यभाव से मेरा भक्त होकर मुझे भजता है तो वह साधु यानी वैष्णवों में आगे बढ़ा हुआ ही मानने योग्य है, क्योंकि वह ठीक-ठीक निश्चय वाला है ।।३०।। श्रीमद्भागवत में कहा गया हैन ह्यम्मयानि तीर्थानि न देवा मृच्छिलामयाः । ते पुनन्त्युरुकालेन दर्शनादेव साधवः ॥ ( श्रीमद्भा. १०/८४।११) केवल जलमय तीर्थ ही तीर्थ नहीं कहलाते और केवल मिटी या पत्थर की प्रतिमाएँ ही देवता नहीं होतीं, संत पुरुष ही वास्तव में तीर्थ और देवता हैं, क्योंकि उनका बहुत समय तक सेवन किया जाय तब वे पवित्र करते हैं, परन्तु संत पुरुष तो दर्शनमात्र से ही कृतार्थ कर देते हैं ।।११।। अन्यत्र भी कहा गया हैसाधूनां दर्शनं पुण्यं तीर्थभूता हि साधवः । कालेन फलते तीर्थ सद्यः साधु-समागमः ॥ साधुओं का दर्शन पवित्र है, क्योंकि तीर्थ स्वरूप साधु हैं । तीर्थ का पुण्यफल समय से होता है, परन्तु साधु के दर्शन से ही फल प्राप्त होता है । और गंगा पापं शशी तापं दैन्यं कल्पतरुस्तथा । पापं तापं च दैन्यं च सद्यः साधु-समागमः । गंगा पाप को दूर करती है, चन्द्रमा ताप को दूर करता है, कल्पतरु दीनता को दूर करता है और शीघ्र ही पाप, ताप और दीनता तीनों को दूर कर देता है । अवतार के प्रयोजन को तुलसीदास जी कहते हैं कि..हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा । असुर मारि थापहिं सुरन्ह राखहिं निज श्रुति सेतु ॥ जग विस्तारहिं विसद जस राम जन्म कर हेतु ।। ( रा०मा० ११ १२१) इस प्रकार भगवान् ने प्रस्तुत श्लोक में अर्जुन के अन्तिम ७ वें प्रश्न का उत्तर दे दिया । जन्म कर्म च मे दिव्यमेवं यो वेत्ति तत्त्वतः । त्यक्त्वा देहं पुनर्जन्म नैति मामेति सोऽर्जुन ॥९॥ अन्वय :अर्थ :अर्जुन ! मे जन्म च कर्म दिव्यम् एवम् यः तत्त्वतः वेत्ति, सः देहम् त्यक्त्वा पुनः जन्म न एति, माम् एति । हे अर्जुन ! मेरा (वह) जन्म और कर्म दिव्य है ऐसा जो मनुष्य तत्त्व से जान लेता है, वह शरीर को त्याग कर पुनः जन्म को नहीं प्राप्त करता है, मुझको ही प्राप्त करता है । व्याख्या :- भगवान् अपने जन्मों और उनमें किये जाने वाले कर्मों की दिव्यता को तत्त्व से जानने का फल बताते हुए कहते हैं कि कर्म जिसके मूल हैं ऐसी हेयरूपा त्रिगुणात्मिका प्रकृति के संसर्ग रूप जन्म से रहित, सर्वेश्वरत्व, सर्वज्ञत्व उन्हें और सत्यसंकल्पत्व आदि समस्त कल्याणमय गुणों से समन्वित मुझ परमेश्वर के एकमात्र साधुओं का परित्राण करने, अपना समाश्रयण प्रदान करने के उद्देश्य से ही होने वाले मेरे दिव्य- (अप्राकृत) असाधारण जन्म और उसके द्वारा की हुई लीलाओं को जो तत्त्व से जानता है, वह इस वर्तमान शरीर को त्यागकर पुनः जन्म को नहीं पाता, मुझको ही प्राप्त होता है । जैसा कि भगवान् ने अन्यत्र भी कहा हैमामुपेत्य तु कौन्तेय पुनर्जन्म न विद्यते ॥ (गी. ८/१६) हे कुन्तीपुत्र ! मुझे पा लेने के बाद पुनः जन्म नहीं होता ।। १६ ।। देह के विषय में भगवान् कहते हैं कि - 'अन्तवन्त इमे देहाः' (गी. २०१८) अनेक अवयवों के संघातरूप ये सब देह विनाशशील हैं ।।१८।। भगवान् सत्यसंकल्प जिसकी वृद्धावस्था से दिव्य जन्म ले लेते हैं । यहाँ एक आख्यायिका उल्लेखनीय है । एक बीन जाति का व्यक्ति था, आ गई थी । सत्संग द्वारा यह जानकर कि कोई साथ नहीं देता है एक इमली के वृक्ष के नीचे यह कहकर कि भगवान् को देखकर ही प्राण छोड़ेंगे, बैठ गया । घूमते हुए नारद जी वहाँ आये उन्हें देखकर साष्टांग प्रणाम किया और कहा कि बड़े भाग्य से आपका दर्शन प्राप्त हुआ है । जब नारद ने अपने वैकुण्ठ जाने की बात कही तो उसने कहा कि मैंने बड़ा पाप किया है, आप दया करके भगवान् से पूछेंगे कि मुझे कब दर्शन देंगे ? नारद जी भगवान् के पास गये और उन्होंने उस बीन के प्रश्न को पूछा । भगवान् ने कहा कि इमली के वृक्ष में जितने पत्ते हैं उतना जन्म लेगा तब दर्शन दूँगा । लौटकर नारद जी ने वही बात उस बीन से कही । वह इतनी प्रसन्नता से नाच उठा कि बेहोश हो गया । नारद जी यह सोचकर कि हत्या का पाप हमें न लग जाय वहाँ से चल दिये । वहाँ अपने सत्य - संकल्प से तुरन्त प्रकट होकर भगवान् ने इसे दर्शन दिये । इसलिए भगवान् कहते हैं कि मेरा जन्म दिव्य है। दूसरे, इनके कर्म भी दिव्य हैं। जैसा ६ महीने कि उनके जन्म के समय से ही माता के स्थान पर भगवान् को पिता द्वारा देखाजाना, नदी का थाह हो जाना, की रात्रि बना देना इत्यादि उनके सभी कर्म दिव्य हैं । इस तरह भगवान् के अवतार को गुरुओं द्वारा यथार्थ रूप से जो जानता है वह किसी भी वर्णाश्रम का हो फिर से जन्म नहीं लेता । इसलिए भगवान् उपदेश देते हैं कि जब तक मुझको नहीं प्राप्त कर लोगे तब तक ब्रह्मा के लोक आदि से भी वापस जन्म-मरण चक्र में आ जाओगे। दूसरे, अवतारवाद में अवश्य निष्ठा रखना । वीतरागभयक्रोधा मन्मया मामुपाश्रिताः । वहवो ज्ञानतपसा पूता मद्भावमागताः ॥१०॥
पेट्रोल की कीमतें देश के कई महानगरों में 100 रुपये के पार चली गई हैं. पेट्रोल की कीमतें आसमान पर होने से हर कोई परेशान है. ऐसे में महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में रहने वाले एक आदिवासी युवक ने वन सीटर और तीन पहिए वाला जुगाड़ वाहन बनाया है. (इनपुट- रोहिणी ठाकुर) बैट्री से चलने वाली ये 'मिनी कार' एक बार चार्ज करने पर 40 किलोमीटर दौड़ती है. आदिवासी युवक अर्जुन चौरे के दावे के मुताबिक इसे बनाने में करीब 25,000 रुपये खर्च हुए हैं. 27 साल के अर्जुन नंदुरबार नगर परिषद में इलैक्ट्रिक फिटर हैं. अर्जुन ने इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (ITI) से इलेक्ट्रिकल मेंटनेंस में डिप्लोमा किया है. अर्जुन के मुताबिक उसे हर महीने अपनी कम सैलरी से करीब ढाई हजार रुपए पेट्रोल पर खर्च करने पड़ते थे. इसी से बचने के लिए उसने घर पर ही जुगाड़ वाहन बनाने का फैसला किया. मिनी कार को बनाने में अर्जुन ने 144 लिथियम बैटरीज का इस्तेमाल किया. इसमें रिवर्स गियर, हाइड्रोलिक ब्रेक, इंडिकेटर, हेडलाइट के साथ शॉक एब्सॉर्बर भी लगे हैं. बॉडी के लिए प्लास्टिक और मेटल अर्जुन ने स्क्रैप में जूना बाजार से खरीदा. अर्जुन के पिता किसान हैं और मां घर संभालती हैं. इस मिनी कार ने अर्जुन को आसपास के क्षेत्र में चर्चित कर दिया है. अर्जुन जब भी इस बैटरी ऑपरेटर वाहन को लेकर निकलते है तो लोग रूक कर इसे अजूबे की तरह देखना शुरू कर देते हैं. हर कोई इसमें बैठ कर सवारी करना चाहता है. अर्जुन फिलहाल इसे सिर्फ नंदुरबार शहर में ही सड़क पर लेकर निकलते हैं. अर्जुन के मुताबिक इस वाहन का न रजिस्ट्रेशन कराने की कोई जरूरत है और न ही कोई ज्यादा मेंटनेंस का खर्चा है. पहले अर्जुन को हर महीने करीब 65 यूनिट बिजली का बिल भरना पड़ता था. अब वाहन की चार्जिंग की वजह से 12 यूनिट बिजली की अधिक खपत हो रही है. अर्जुन का कहना है कि अब हर महीने 108 रुपए बिजली के अधिक देने पड़ रहे हैं. लेकिन पहले पेट्रोल पर खर्च होने वाली ढाई हजार रुपए की तुलना में ये नाममात्र का ही खर्च है.
दृष्टसृष्टक्रियो वार्तः संपूर्णांगः परार्थकृत् । वर्णी गृहाँ वा सट्टात्तरशूद्रा याजका धुराट् ।। ११४॥ गुणिनोप्यगुणे व्यर्थी गुणवत्यगुणा अपि । याजकेऽन्ये कृतार्थाः स्युस्तन्मृग्योसौ स्फुरद्गुणः ११५ प्यारा, मंद क्रोध मान माया लोभरूप कषायोंवाला अर्थात् शांत स्वभाववाला, खोटे विपयांसे इंद्रियोंको रोकनेवाला जितेंद्री, जिनपूजा आदि छह आवश्यक गृहस्थंके कर्मोका करनेवाला, दृढ प्रतिज्ञावाला महान् धनवान बहुत कुटुंबवाला हो ॥ ११३ ॥ जिसने प्रतिष्ठाविधि जाननेवालोंसे कराई गई प्रतिष्ठा देखी हो अथवा आप अपने हाथसे की हो, शिल्प आदि विद्यास जीविका नहीं करनेवाला, हीन अधिक शरीरके अवयवोंसे रहित संपूर्ण अंगवाला हो, उत्तम प्रयोजन अथवा पराया उपकार करनेवाला हो, आठमूल गुण और बारह उत्तर गुणवाला पहले ब्रह्मचर्य आश्रमवाला हो या गृहस्थाश्रमवाला हो, ग्रहणकरने योग्य वस्तुको ग्रहण करनेवाला सदाचारी हो शूद्र वर्ण न हो ब्राह्मणादि तीन उत्तम वर्णोंका धारक हो । ऐसा प्रतिष्ठा करनेवाला इंद्रसमान प्रतिष्ठाचार्य कहा गया है । ११४ ॥ प्रतिष्ठाविधि करनेवाला आचार्य यदि अपने पूर्वोक्त गुणसहित न हो तो गुणवान् यजमानका भी सर्व नाश कर देता है और पूर्वोक्तगुणोंवाला हो तो गुणरहित-निर्गुणी, प्रतिष्ठा में धर्न खर्च करनेवाले यजमानको भी कृतार्थ करदेता है उसके प्रयोजनोंको सिद्ध करदेता है। इसलिए १ वानप्रस्थ और भिक्षुको प्रतिष्ठा करानेका निषेध है दूसरी जगह ऐसा भी कहा है कि चौथी प्रतिमासे आठवीं प्रतिमा तक पाँच प्रतिमावालाम कोई हो वही अधिकारी है । पाक्षिकाचारसंपन्नो घीसंपद्धुबंधुरः । राजमान्यो वदान्यश्च यजमानो मतः प्रभुः ॥ ११६ ॥ ऐदंयुगीनश्रुतधृद्धुरीणो गणपालकः । पंचाचारपरी दीक्षाप्रवेशाय तयोर्गुरुः ॥ ११७ ॥ इति इंद्रादिलक्षणम् । निचित्य लग्नमासनं दिवसेषु कियत्स्वपि । सुमुहूर्ते प्रतिष्ठार्थ दातेंद्रं स्वग्रहं नयेत् ॥ ११८ ॥ प्रतिष्ठाचार्य उत्तम गुणोंवाला ढूंढना चाहिये और उससे प्रतिष्ठा कराना चाहिये अयोग्योंसे कभी नहीं कराना ॥ ११५ ॥ अव प्रतिष्ठामें धन खर्चनेवाले यजमानका लक्षण कहते हैंपाँच पाप तीन मदिरा आदि मकार-इन आठोंको त्यागरूप आढमूलगुण स्वरूप पाक्षिक आचारका धारण करनेवाला हो ज्ञानवैराग्य सहित हो बहुतधन और बंधुजन जिसके अधिकारमें हों लोकमान्य हो राजासे जिसने संमान (इज्जत) पाया हो उदार चित्तवाला दानी हो ऐसा यजमान होना चाहिए ॥ ११६ ॥ अब दक्षिा देनेवाले आचार्यका स्वरूप कहते हैं - व्यवहार शास्त्रको जानने वाला, श्रुतज्ञानियोंमें मुख्य, साधुसंघका पालनेवाला दर्शनाचार आदि पांच आचारोंके पालनेमें लीन ऐसा आचार्य; यजमान और प्रतिष्ठाचार्यको इस प्रतिष्ठा करानेकी दीक्षा देनेवाला गुरु कहा गया है ॥११७॥ इस प्रकार इंद्र ( प्रतिष्ठाचार्य ) यजमान ( प्रतिष्ठामें धन खर्चनेवाला) और इस प्रतिष्ठाकार्य करने की दीक्षा देनेवाले आचार्यका १ प्रियाग दानशीलक्ष वदान्यः परिकीर्तितः । पुरोगाक्षतपात्रोद्धययोषित्साधार्मिकान्वितः।गत्वा ई महेंद्रस्य नत्वेदं पौर्तिको वदेत् ॥ ११९३ न्यायेनोपार्ज्य संरक्ष्य संवर्ध्याहन्महे धनम् । विनियुज्य परं श्रेयः प्राप्तुमिच्छामि संप्रति १२० केतच सुमहत्साध्यंक चार्य स्वल्पको जनः । तथाप्यत्र यते योग्या यदि स्युः सहकारिणः १२१ योग्यता चासकृद् दृष्टकर्मणां वोत्र गम्यते । किं परार्थैककार्यान् वः प्रत्यन्यद्वाच्यमस्त्यतः १२२ स्वरूप वर्णन किया । अब इंद्रप्रतिष्ठाकी विधि कहते हैं- प्रतिमा आदिकी प्रतिष्ठा कराने में धन खर्च करनेवाला यजमान, प्रतिष्ठा के सात आठ दिन बाकी रहनेपर जल्दी आनेवाली शुभ लग्नकां निश्चय करके प्रतिष्ठाकी विधि करानेकेलिये शुभ मुहूर्तमें प्रतिष्ठाचार्य - इंद्रके घरको बुलाने के लिये जावे ॥ ११८ ॥ उससमय ऐसे ठाठसे जावे कि स्त्रियां तो अक्षत भरे हुए पात्र हाथ में लिये गातीं हुई आगे जा रहीं हों और साथमें साधर्मा भाई हों। इसप्रकार यजमान प्रतिष्ठाचार्य इंद्र के घर जाके उसे प्रणाम कर ऐसी प्रार्थना ( वीनती ) करे ॥११९॥ हे जितेंद्रिय । मैंने न्यायसे धन पैदाकर इकट्ठा किया है और उसकी अच्छी तरह रक्षा की है अब में उसे अर्हतर्विव प्रतिष्ठाके उत्सव में लगाकर उत्तम सुख प्राप्त करना चाहता हूँ ।। १२० ॥ कहां तो महान कठिन यह कार्य और कहां तुच्छ शक्तिवाला मैं, सुमेरु सरसोंका सा फरक है तो भी आप सरीखे योग्य सत्पुरुप सहायक मिल जांयगे तो वांछित कार्य अवश्य सिद्ध हो जाइगा ॥ १२१ ॥ आपका कईवार यह प्रतिष्ठाकार्य देखा १ वापीकूपतढागदेवतागृहअन्नपानआराम इत्यादिकं पूर्त तत्र नियुक्तः पौर्तिकः यजमानः । इत्यभ्यर्थनया कार्यमंगीकार्य तमालयम् । स्वमानीय चतुष्कोणज्वलद्दीपे सुपूरिते ॥ १२३ ॥ चतुष्के रक्तसदस्रमच्छादितसुविष्टरे । उपवेश्य नदद्वाद्यनादसंगीतमंगलैंः ॥ १२४ ॥ कुल्याभी रक्तवस्त्रत्रग्भूपाकाश्मीरचारुभिः । युवतीभिश्चतसृभिश्चंदनं तस्य वर्धयेत् ।। १२५ ॥ ततः स तैलमारोग्य पीतोद्वर्तन पूर्वकम् । तीर्थमालापाठजिनाद्याशीर्वादरवाकुलम् ॥ १२६ ॥ पीतखल्या पोय तैलं परिपेच्य सुखांबुभिः सुभोज्यावर्ज्य भूषास्रग्वखचंदनवंदनैः ॥ १२७ ॥ जाना हुआ है इसलिये आपकी ही योग्यता बहुत अच्छी है। दूसरी बात यह है कि आप दूसरोंका वांछित भयोजन सिद्ध कर देते हैं इसलिये हम आपको अधिक क्या कह सकते हैं ॥ १२२ ॥ ऐसी प्रार्थना करके प्रतिष्ठाकार्य करनेकी स्वीकारता ( मंजूरी ) कराके प्रतिष्ठाचार्य (इंद्र ) को अपने घर लाये । वहां चौकी विछाकर उसपर सिंहासन रक्खे और चौमुखी दीपक जलावे । सिंहासनपर लाल वस्त्र बिछावे उसपर इंद्रको बिठाकर गीत नृत्य वाजोंके साथ लालवस्त्र माला आभूषण चंदनसे शोभायमान चार सधवा जवान स्त्रियोंसे चंदन अंगपर लगवावे ॥ १२३ । १२४ । १२५ ॥ फिर जिन आदिकी आर्शीवाद बुलवाता हुआ उस इंद्रके अंगमें पीले उवटने सहित तैल लगवावे फिर पीली खलिसे अंगका तेल दूरकर प्रासुक जलसे स्नान करावे । पुनः स्वादिष्ट भोजन कराके आभूषण कपड़े चंदन माला लेजाये । उस समय : निमिति' ऐसा आदिसे सजावे । पश्चात् प्रतींद्र सहित उस इंद्रको हाथी या घोडेपर चढाकर जैनमंदिरमें उच्चारण करके जिनमी रमें समतींद्र तमारोप्य द्विपं चैत्यालयं नयेत् । निसिहत्युिच्चरन्नेप तं प्रविश्य जिनम्॥१२८ दर्शनस्तोत्रपाठेन त्रिः परीत्य त्रिरानतः । कृतेर्यापथशुद्धिस्तं श्रुतं सुरिं समर्च्य च ॥ १२९ ।। साधर्मिकैः परितः सर्वसंघसमक्षतः । जिनाग्रे याजकतया सौधर्मेन्द्रोसि सोधुना ॥ १३० ॥ इत्युच्चैर्वेदता दत्तान् समंत्रान् गुरुणाक्षतान । स्वीकृत्यांजलिनोपांशु मंत्रमुच्चार्य नामितः १३१ स्वमूर्ध्नि विन्यसेत्सोहं सौधर्मेन्द्रं इति ब्रुवन् । प्रतिपद्येत चाष्टाहं सैकभक्तं सुनिर्मलम् ॥ १३२ ॥ ब्रह्मचर्यं विविक्ते च सुप्यात्सद्भावनारतः । शलाकापुरुषाख्यानध्यानस्वाध्यायभाग्भवेत् जिनेंद्र देवकी दर्शन स्तुतिपाठ पूर्वक तीन परिक्रमा देवे और तीनवार नमस्कार करे । फिर ईर्यापथशुद्धि करके शास्त्र और आचार्यकी पूजाकर साधर्मियोंकर घिरा हुआ सब संघके आगे जिनेंद्रदेवके सामने पूजकपनेसे इंद्रको ऐसा कहे कि तुम अब सौधर्म इंद्र हो ऐसा ऊंचेस्वरसे बोले । उस समय इंद्र भी दीक्षागुरुसे दिये गये मंत्रित हुए अक्षतोंको अंजलिमें लेके फिर आप ओं नहीं आदि मंत्र पढके में वही सौधर्म इन्द्र हूँ ऐसा कहता हुआ उन अक्षतोंको अपने मस्तकपर रखे ॥ १२६ । १२७ । १२८ । १२९ । १३० ॥ ॥ १३१ । १३२ ॥ वह मंद्र आठदिनतक एकवार भोजन करे, निर्दोष ब्रह्मचर्य पाले और श्रेष्ठ १ औं हीडई असिभाउसा णमो अरहेतांणं अनाहतपरांकंमस्ते भवतु ह्रीं नमः स्वाहा । एवं मंत्रो गुरुणा प्रयोज्यः । २ इंद्रेण पुनरत्रैच ते स्थाने मे इति प्रयोज्यम् । । परमेष्टिश्रुतगुरूनेव वंदेत वर्जयेत् । साधर्मिकसजातीयैरपि पंक्ति व भोजने ॥ १३४ ॥ तदा प्रभृति यष्टापि ब्रह्मयाजकवञ्चरेत् । आयज्ञांतं विशेषेण तदाज्ञां च न लंघयेत् ॥ १३५ ।। प्रतिष्ठा सूचकैलेखैः संघ देशांतरादपि । आकारयेद् ब्रजेद्द्रष्टुं तां संघोपि यथावलम् ।।१३६॥ वेदीनिवेशादारभ्य यावत्व । धर्मकारी गुणौचिन्यकृपादानपरो भवेत् ।।१३७ ॥ गर्भरूपो विनेयास्मीत्याक्षिप्तो गुरुभिर्वदेत् । आक्रुष्टो याचकै श्रेष्टदाने वोस्मि कियानिति ।। १३८॥ भावनाओंमे ( विचारोंमें ) लीन हुआ एकांत जगहमें सोवे और त्रेसठ शलाका पुरुषोंक चरित्रका स्वाध्याय तथा शुभ ध्यानमें लीन रहे ॥१३३॥ पंच परमेष्ठी जैन शास्त्र जैन गुरुओंको ही नमस्कार करे । और अपनी जातिके साधर्मियोंके साथ भी एक पंक्तिमें बैठकर भोजन न करे ॥ १३४ ॥ उसी समयसे वह यजमान भी प्रतिष्ठाचार्यकी तरह एकवार भोजन ब्रह्मचर्यादिका आचरण करे और पूजाके उत्सवकी समाप्ति तक नियमसे इंद्रकी आज्ञाको पाले, उलंघन नहीं करे ॥१३५ ॥ वह यजमान प्रतिष्ठाको जाहिर करनेवाले लेखोंसे (कुंकुम पत्रिकाओंसे ) दूसरे देशोंसे भी सब साधर्मी भाइयोंको बुलावे । पत्रीके पहुंचते समय वे साधर्मी भाई भी अर्हतप्रतिष्ठा देखने के लिये शक्तिके माफिक अवश्य जावें ॥ १३६ ॥ वह यजमान वेदी प्रतिष्ठासे लेकर विवप्रतिष्ठा तक आत्मज्ञानी होके धर्मके कार्य करता रहे और गुणी जनोंको यथायोग्य दानादि देता रहे और दुःखितोंको करुणादान दे ॥ १३७ ॥ गुरुओंके सामने ऐसा कहे कि में नया ही चेला हूं जो कुछ भूल हो याजका यष्टवत्सर्वे श्रावकैरपरैरपि। संभाव्या भक्तितः संघोप्याराथ्यो धर्मकाम्यया ।। १३९॥ दावसंघनृपादीनां शांत्यै स्नात्वा समाहिताः। शांतिमंत्रैर्जपं होमं कुर्युरिंद्रा दिने दिने ॥१४०॥ देशकालानुसारेण व्यासतो वा समासतः । कुर्वन कृत्स्नां क्रियां शक्रो दातुश्चित्तं न दूपयेत् ॥ यथोक्तनिगदद्रव्यैः प्रयुक्तैर्व्यासतः क्रिया । मंत्रमात्रयथामा सद्रव्यैश्चेष्टा समासतः ॥ १४२ ॥ इति इंदुमतिष्ठा । वह क्षमा करें और याचकों ( मांगनेवाले ) से ऐसा कहे कि तुमको इच्छित दान देनेकी मुझमें शक्ति नहीं है ॥ १३८॥ अन्य श्रावक भी उस यजमानकी प्रशंसा करें कि तुमने बहुत अच्छा किया और यह यजमान भी धर्मकी इच्छा रखता हुआ आये हुए सव साधर्मियोंका भक्तिपूर्वक सत्कार करे ॥ १३९ ॥ वे इंद्र प्रतींद्र भी दाता, श्रावकसंघ और राजा आदिको शांति (सुख ) मिलनेके लिये प्रतिदिन स्नानकरके शांतिमंत्रोंसे जप और होम अवश्य करें ॥ १४० ॥ वह इंद्र देश और कालका विचार करके विस्तारसे या संक्षेपसे सब प्रतिष्ठा की क्रियाओंको इसतरह करे कि जिसमें दाता (यजमान) का दिल न दुःखी हो अर्थात् दाताका उत्साह नष्ट न हो और न क्रोध ( गुस्सा ) उत्पन्न हो ॥ १४१ ॥ यदि शास्त्र में विस्तारसे कही हुई सब चीजोंके लानेमें खर्च करनेकी सामर्थ्य हो तब तो विस्तारसे प्रतिष्ठाविधि करे अगर उसमें अधिक खर्च करनेकी शक्ति न हो तो शक्तिके माफिक जितना खर्च करसके सज्जयित्वोपकरणान्याचार्यः कार्यसिद्धये । कृत्वा शांतिविधानं च सूत्रयेन्मंडपादिकम् ॥ १४३ ॥ खोतेऽधः शोधिते पूर्णे समीकृत्य पवित्रिते । भूभागेऽर्हन्मृजांभोभिचारुक्षीरद्रुदारुभिः ।।१४४।। शुभेहि मंडपं चित्रवत्रच्छन्नं विधापयेत् । ज्यादित्रिवर्द्धिष्णुचतुर्विंशत्यंतकरप्रमम् ॥ १४५ ॥ प्रोल्लसच्छलकीरंभास्तंभध्वजदलस्रजम् । चतुर्द्वारोर्ध्वकोणस्थ शुभ्रकुंभाष्टकोद्भटम् ॥ १४६॥ उसके अनुसार ही संक्षेपसे प्रतिष्ठाविधि करनी चाहिये ॥ १४२ ॥ इसप्रकार इंद्रप्रतिष्ठाविधि समाप्त हुई । अब मंडप आदि वनानेकी विधि कहते हैं - प्रतिष्ठाचार्य सब सामग्री तयार करके मंडपादिकी निर्विघ्न रचना समाप्ति के लिये लघु या वृहत् शांतिविधान करके मंडप वेदी आदिकी रचना करावे ॥ १४३ ॥ वह इसतरह है कि पहले तो जमीन खुदावे पीछे उसे सोधकर मट्टीसे भरके समतल करे फिर अर्हत प्रतिमाके गंधोदकसे छिड़के। उसके बाद सुंदर- ऊपरसे सूखा कीडे आदिसे नहीं खाया हुआ ऐसा जो उदुम्बर पीपल आदि क्षीरवृक्ष उसकी लकडीसे तथा पांचरंगोंवाले वस्त्रसे शुभ मुहूर्तमें मंडफ तयार करावे और कमसे कम तीन हाथका मंडप होना चाहिये और एक हाथकी वेदी बननी चाहिये । यह संक्षेप विधि करने में जानना । और अधिक विधि करनी हो तो तीन तीन हाथ चढाते जाना अर्थात छह हाथका मंडप ओर दो हाथ की वेदी करना । इसतरह सबसे अधिक चौवीस हाथका मंडफ और आठ हाथकी वेदी बनाना चाहिये। यह विस्तार विधि करनेके समय जानना ॥१४४॥ ) ॥ १४५ ॥ उस मंडफमें सल्लकी वृक्ष और केलाके वृक्षके खंभे हों, धुजा हरे पत्तोंकी मालाC तोरणोदारसौंदर्यं नानारत्नांशुकांचितम् । प्रलंबिमुक्तालंवृपहारस्रक्तारिकोज्ज्वलम् चंदनच्छटया सिक्तं पुष्पमकरदंतुरम् । मुक्तास्वस्तिकविन्यासरंगावलिमनोहरम् ॥ १४८ ॥ कलशादर्शभृंगारयावारादिरमाकुलम् । संधूपधूमगंधांधभृंगझंकारकोमलम् ॥ १४९ ॥ इति मंडपनिर्मापणम् । पूते नवमतन्मध्यभागेऽर्हत्सवनांबुना । एकाद्यष्टांतहस्तासु नंदाद्याख्यासु वेदिपु ॥ १५० ।। यें चकचकाट कर रही हों चार दरवाजे हों उन दरवाजोंके ऊपरकी चोटीपर चूनासे लेप किये गये आठ घड़े रक्खे गये हों ॥ १४६ ॥ वह मंडप शोभायमान, वंदनवारोंसे रमणीक हो, माणिक्य आदि पांचरत्नोंसे जड़े हुए कपड़ेसे पूजित हो यानी जरी ( सलमासितारा ) के बने हुए चंदोपसे चमक रहा हो, मोतियोंके झुमका-हार-मालाओंसे तथा कांसे आदिकी बनी हुई घंटरियोंसे बहुत प्रकाशमान हो । घिसे हुए चंदनकी छींटोंसे युक्त, पुष्पोंसे शोभायमान, मोतियोंके सांतियोंकी रचनासे तथा अनेक रंगोंकी रचनाओंसे शोभित हो । कलश ( घडा ) दर्पण, झाडी, बोये हुए जौके अंकुर, छत्र चमर आदि सामग्रीसे सुंदर हो, काले अगर आदिकी बनी हुई दशांग धूपके धुंआंकी सुगंधीसे मस्त हुए भ्रमरोंकी झंकारध्वनीसे रमणीक होना चाहिये । १४७ ।। १४८ ॥ १४९ ॥ इस प्रकार मैडप बनाने की विधि समाप्त हुई । आगे वेवी बनानेकी विधि वतलाते हैं - अर्हतचिंबके गंधोदकसे नौमा मंडपको यथास्वमामेष्टिकाभिः कार्या व्याससमायतिः । वेदीव्यासपडंशोच्चा चतुरस्रेशदिक्लवा।। शिलान्या सवदत्राचं कृत्वा पंचाममृद्धटान् । आक्रमंतीष्टिकाभिर्यद्गतानुगतिकैव सा ॥ १५२ ॥ इति वेदी निवर्तनम् । पूतमृद्गोमयक्षीरवृक्षत्वक्काथइस्तया । संमार्ज्य प्रोक्ष्य लेप्यासौ स्नातालंकृत कन्यया ॥१५३॥ इति वेदीलेपनविधानम् । मध्यका भाग पवित्र करके उसकी आठों दिशाओंमें नंदा १ सुनंदा २ प्रभा ३ सुप्रभा ४ मंगला ५ कुमुदा ६ पुंडरीका ७ इंद्रावेदी ८ - इस तरह आठ वेदीं एक हाथ चौड़ाईस लेकर आठहाथ तक मंडपके अनुसार कच्ची ईंटोंसे बनवावे, चौड़ाईके समान लंबाई रक्खे, चौड़ाईसे छठे भाग उंचाई रक्खे तथा ईशानकोणमें कुछ नीची रक्खे इस प्रकार चौकौंन वेदीं वनवावे ॥ १५० ॥ १५१ ॥ यहांपर शिला रखनेकी तरह पूजा करे और पांच कच्चे मट्टीके घड़े रक्खे ॥ यह पांच घड़े रखनेकी रीति परंपरासे जानना ॥ १५२ ॥ इस प्रकार वेदी बनानेकी विधि पूर्ण हुई । अब वेदीके लीपनेकी विधि कहते हैंनदीके किनारेकी वामी आदिकी पवित्र मट्टी, पृथ्वीपर नहीं गिरा हुआ पवित्र गोवर और ऊंमर आदि वृक्षोंकी छालका बनाया काढा- इन तीनोंको हाथमें लियें स्नान आभूषणसे तयार ऐसीं कन्याओंसे उस वेदीको झड़वाकर और प्रोक्षणमंत्रपूर्वक जलसे छिड़कवाकर लिपवाना १ औं क्षौ क्षः प्रोक्षणजलाभिमंत्रणम् । त्रयोदशांगुलोद्देशे तुर्यवेद्यास्तु कारयेत् । हस्तमात्राणि पीठानि दिक्ष्वन्यासां यथोचितम् १५४ माग्मंडपसमं वेदीकर्णिमात्रा ध्वसंगतम् । ईशानदिशि निर्माप्य मंडपं तत्र कारयेत् ॥ १५५ ॥ वेदीं तस्यैव चार्थेन त्रिभागेणाथवा मिताम् । भांडद्धास्तोरणाद्यैव भूपयेन्मूळवेदिवत् १५६ इति उत्तरवेदीनिवर्तनं । चाहिये ॥१५३ ॥ ओं क्ष्रां इत्यादि टिप्पणी में मंत्र देखलेना । इस प्रकार वेदी लेपनकी विधि जानना । ईशानकोणकी चेदीको छोड़कर सातवेदियोंके आगे तेरह २ अंगुल जमीन छोड़के पूर्वादि चारों दिशाओंमें जयादि आठ देवियोंके पूजनके लिये चार छोटीं वेदीं वनावे । और बीचकी वेदीसे ईशान दिशाकी तरफ छोटा मंडप वनवावे, और उस मंडपके तीसरे भाग प्रमाण उत्तर बेदी बनवावे और उसे मूलवेदी की तरह ध्वजा छत्र तोरण आदिसे सजावे ।। १५४ ।। १५५ ।। १५६ ॥ इस तरह उत्तरवेदाकी रचना हुई। इसके बाद वह इंद्र स्वच्छ क पड़े माला आभूषण और चंदनका लेप इन वस्तुओंसे सजा हुआ प्रतींद्र और प्रतिष्ठा करानेवाले दाताके साथ हाथी या घोड़ेकी सवारीपर चढके प्रतिष्ठाके पहले दिन सरोवर पर जाये । जिसके साथमें, श्रेष्ठ पत्तोंसे ढके हुए दूध दही अक्षतसे पूजित फलसे भरे हुए कंठमें मालायें डाले हुए मजबूत नवीन ऐसे घडोंको ऊपर रखनेवालीं सजीं हुईं प्रसन्नचित्त ऐसीं कुलीन स्त्रियां जा रहीं हो । और सब साधर्मी भाई तथा छत्र वाजे धुजा वगैरःसे घिरा हुआ जगतको आश्चर्य करता वह इंद्र शांतिके लिये जौ और सरसोंको मंत्रसे मंत्रित करके भी दिव्यांमभूषागोधी संस्कृतः । प्रतींद्रदातृयुग्धुर्य गजं वाश्वमधिष्ठितः ॥ १५७ ॥ मन्उच्नमुखान दुर्वादध्यक्षतचितान्। फूलगर्भान्नवान् कुंभान् दृढान कंठ लुटत्त्रजः १५८ ॥ चिनीमिः सुवेशाभिः सहभिः पुधिभिः । सर्वसंधेन च वृत्तच्छत्रतौर्यत्रिकध्वजैः १५९ शांत्यै सर्वतो यवसर्पपान्। मंत्रोभ्यस्तान किरन गत्वा प्रतिष्ठामाग्दिने सरः तस्मै दजार्गमापाय तत्तीरे वास्तुवाद्वेधिम्। आमाननादिविधिना प्रसाथ जळदेवताम् ॥ १६१॥ पूरला जरास्यस्थापितञ्ज्यादिदेवतान् । ताभिरेव पुरंध्रीभिर्महाभूत्या तथैव तान १६२॥ कुंभानानाग्य संस्थाप्य वैत्यगेहे सुरक्षितान् । तथैवोत्तरकृत्याय दावमंदिरमाश्रयेत् ।। १६३॥ इति जलयात्राव्यावर्णनम् । पास तरफ बसेर रहा हो ॥ १५७।१५८ १५९ । १६० ॥ उस सरोवरको अर्ध देकर उसके किनारे पहलेकी तरह आतानादि विधिसे जलदेवताको प्रसन्न करे ॥ १६१ ॥ उसके बाद उन पडाँको जलसे भरकर उनके मुखमें श्रीआदि देवियोंका स्थापनकर उन्हीं कुलीन स्त्रियोंके ऊपर रस्खे और उन घडीको लाकर जिनमंदिरमें अच्छी तरह स्थापन करे। उसके बाद आगेकी किया करनेके लिये यजमानके घरपर आये ॥ १६२ । १६३ ॥ इस प्रकार जलयात्राविधि पूर्ण हुई। उसके बाद यजमान और वे इंद्र नान तथा पूजा करके साधर्मी भाइयोंको स्वादिष्ट े ओं फट् किरिटि पासय २ परविनान् स्फोटय २ सम्दान् फुरु २ परमुदाच्छिद २ परमंत्रान् गिंद बारा । इति मे देशवाः । तत्रेंद्रा यजमानच स्त्रांत्वाभ्यर्याईतोखिलम् । लोकं संतर्प्य भुक्त्वेष्टं सुस्वाद्वनं हितं मितम् ।। कृतारात्रिकमांगल्याः स्वारूढवरवाहनाः । तां यागभूमिं गच्छेयुः सयज्ञांगपरिच्छदाः १६५ अभीष्टसिद्धिरस्त्वेवं वादिन्याः पथि सुत्रियाः । पाणिपात्रात्फलादींद्रो गृह्णीयाच्छकुनेच्छया। चैत्यालयप्रवेशादिविधिं प्राग्वद्विधाय ते । कृत्वा गुरोबृहत्सिद्धयोगभक्ती तदाज्ञया ॥१६७।। त्रिघोषवासमादाय वृहदाचार्यभक्तितः । प्रणम्य चरणद्वन्द्वं तस्य गृह्णीयुराशिपः ॥ १६८ ॥ इति उपवासादानविधानम् । हितकारी भोजन करावें तथा आप भी जीमें ॥ १६४ ॥ पुनः मंगलदीपकसे आरती किये गये तथा अपनी २ उत्तम हाथी घोड़ा आदि सवारियोंपर बैठे हुए यज्ञांग और परिवार सहित वे इंद्रादिक उस यज्ञभूमिके पास जावें ॥१६५॥ मनो वांछित अर्थकी सिद्धि हो ऐसा रस्तेमें कहतीं हुई सौभाग्यवती स्त्रियोंके हाथसे शुभ शकुन होनेकी इच्छा करके फल लेवें ॥ १६६ ॥ वे इंद्रादिक चैत्यालयप्रवेश, परिक्रमा देना, ईयापथ शोधन, स्तुति पूजा इत्यादि विधि पहले की तरह करके गुरुकी आज्ञासे वृहत् सिद्ध भक्ति योग भक्ति करें ॥ १६७ ॥ फिर जलके छोडनेके सिवाय तीन प्रकार त्यागरूप उपवास करके तथा वृहत् आचार्य भक्ति करके गुरूके चरणकमलोंको नमस्कार करें और उनका आशीर्वाद ग्रहण करें ।।१६८ ।। इस प्रकार उपवास ग्रहणविधि कही । इस प्रकार वे इंद्रादिक अपनी शुद्धिके लिये एकांत में मंत्रस्नानादि करके पंच नमस्कार मंत्र एकसौ आठ वार जपैं। उसके ॐ ह्रां आदि निसीही अथो रहः पुरा कर्म. कृत्वा जप्त्वापराजितम् । स्वशुद्धयेष्टाग्रशतं निगदंतो निषेधिकाम् ॥ १६९॥ यागभूमिं प्रविश्येंद्रा जिनानभ्यर्च्य भक्तितः । सिद्धानत्वा महर्षीणां विदध्युः पर्युपासनम् ।। ततो याजकयष्टारो दध्युचंदनचर्चिताः । वराः सजो नवाऽस्यूतशुचिवस्त्राण्यलंकृतीः१७१॥ यज्ञदीक्षाध्वजं विभ्रत्सौधर्मेंद्रोऽथ मंडपम् । प्रतिष्ठयेत् समतींद्रो वेदीं चोद्धृत्य मंडलम् १७२ ।। इति प्रतिष्ठा महोयोगः । वेद्यामालिख्य चूर्णेन पंचवर्णेन कार्णकाम् । बहिः षोडशपत्राणि चतुर्विंशतिमन्वतः ॥१७३॥ मंत्रको तीनवार बोलें ॥ १६९ ॥ फिर वे इंद्र यागस्थान में प्रविष्ट होकर भक्ति सहित अर्ह तकी पूजा करके व सिद्धोंको नमस्कार करके आचायोंकी पूजा करें ॥ १७० ॥ उसके वाद इंद्र और यजमान चंदनसे छांटीं हुई उत्तम चंपा चमेली आदिकी पुष्पमालायें विना सिले नये शुद्ध कपडे और आभूषण धारण करें ॥ १७१ ॥ अनंतर सौधर्म इंद्र प्रतींद्र सहित यज्ञदीक्षाके चिन्ह मौंजी बंधन आदिको धारण करके वेद्रीपर मांडला बनाके मंडपकी प्रतिष्ठा करे ॥ १७२ ॥ इस प्रकार प्रतिष्ठाका महान् उद्योग करे । उस वेदीमें पांच रंगके चूर्णसे वीचमें कर्णिका बनाकर बाहर सोलह पत्तोंवाला आकार बनावे । उसके चारों तरफ चौवीस पत्तोंवाला उसके बाद बतीस कमल पत्रोंवाला आकार खींचे और बाहर वज्रके चिन्ह चनावे तथा चार कोनोंमें चार दरवाजे हों ऐसी वेदीकी रचना करे ॥ १७३ । १७४ । कई भों ह्रां ह्रीं हूं ह्रौं हः अहं णमो अरहंताणं णिसिहिए स्वाहा । इति णिसीहीमंत्रः । द्वात्रिंशतमतःपद्मान वहिर्वज्रांकितैर्युताम् । कोणैश्चतुर्भिः सचतुर्दिग्द्वारां वेदिमालिखेत् ॥ १७४॥ जयाद्यष्टदलान्येके कर्णिकावलयाद्वहिः । मन्यते वसुनंद्युक्त सूत्रज्ञैस्तदुपेक्ष्यते ॥ १७५ ॥ काश्मीरादिशुभद्रव्यलिखिताखंडमंडलम् । नवं चंद्रोपकं चोर्ध्वं तयोर्वेद्योर्विंतानयेत् ॥१७६॥ हेमापामार्गदर्भान्यतमकतशलाकया । चूर्णाकीर्णे वेदिपृष्ठे वर्तयेद्यागमंडलम् ।। १७७ ।। भूर्जे गंधेन चालिख्य क्ष्माई पीठाक्षरं तथा । प्रणवं दक्षिणे भागे वामे सं सविसर्गकम् १७८ विद्वानोंका ऐसा कहना है कि कर्णिकाकी गोलाईके बाहर जया आदिके आठ पत्र बनावे परंतु वसुनंदि आचार्य कथित प्रतिष्ठा सिद्धांत के जाननेवाले उस वचनको नहीं स्वीकार करते । क्योंकि उनका मानना अज्ञानताको लिये हुए है ॥ १७५ ॥ यागमंडल और ईशान बेदी-इन दोनोंके ऊपर नया चॅदोआ बांधै । उस चॅदोवेमें केशर आदि शुभ द्रव्योंसे यागमंडल अभिषेकमंडल लिखा हो ॥ १७६ ॥ उस वेदीके पिछाड़ीके भागपर सोना अपामार्ग और डाभ इनमेंसे किसी एककी सलाई बनाकर उसमें रंग भरके वेदीके पृष्ठभागमें यागमंडलको लिखे ॥ १७७ ॥ फिर भोजपत्रपर घिसे हुए चंदन कपूर मिश्रित उस सलाईसे दमाईं ऐसा मध्यत्रीज लिखे, दाहिने भागमे ओं लिखे वाएं भागमें सः लिखे उसके ऊपर भागमें अर्ह लिखे उसे ओं णमो अरहंताणं ह्रौं स्वाहा इस मूलमंत्रसे घेर दे । उसके बाद ओं अईं आदिमें तथा स्वाहा अंतमें है जिसके ऐसे केवलिमंत्रको अर्थात् ओं अर्ह अर्हत्सिद्धसयोगिकेवालेभ्यः स्वाहा इस मंत्र को लिखे ॥ उसके चारों तरफ नंद्यावर्तचक्र, ययचक्र और ओं आदि में तस्याई वीजमूर्ध्वे च मूळमंत्रेण वेष्टयेत् । ततः केवलिमंत्रेण स्वाहांतोमर्हमादिना ॥ १७९ ॥ चक्रेण नंद्यावर्तानां यवानां चोंमुखेन च । चत्तारीत्यादिना स्वाहांतेनाव्जांतच तन्न्य सेत् १८० अथ यागमंडलोद्धरणम् । यथार्हवर्णचूर्णौघैर्न्यस्याः क्षेत्र पं दिशि । ईशस्य वास्तुदेवादीन् न्यस्यातः कोणशो द्विशः १८१ स्वाहा अंतमें ऐसे चत्तारि इत्यादि टिप्पणीमेंसे देखकर लिखै । उस लिखे यंत्रको कमलके मध्यभागमें रक्खे ॥ १७८ । १७९ । १८०॥ अब यागमंडलका उद्धार बतलाते हैं । यथायोग्य रंगके अनुसार चूर्णसे आग्नेय दिशामें क्षेत्रपालका स्थापन करे, ईशानकोणमें वास्तुदेवका पुंज रखे, चारों कोनोंमें वायुकुमार मेघकुमार अग्निकुमार आदिके पुंज रखे और कोंनोंके आगे दो २ वज्र बनावे । तथा अपने २ मंत्रोंसे कमलके मध्य में स्थित पंचपरमेष्टी आदिकी पूजा करे। उसके बाद सोलह विद्यादेवी चौवीस जिनमाता बत्तीस इंद्रादिकोंका पत्र में १गों नमो अरहंताणं ह्रौं स्वाहा । मूलमंत्रः । ओं ह्रीं अर्ह अर्हत्सिद्धसयोगिकेवलिभ्यः स्वाहा । केवलिमंत्रः । ओं अई नंद्यावर्तवलयाय स्वाहा । नंद्यावर्तवलयस्थापनं । ओं अर्ह यववलयाय स्वाहा । यववलयस्थापनम् । ओं सत्त्वारि मंगल अरहंतमंगलं सिद्धमंगलं साहुमंगलं केवलिपण्णत्तो धम्मो मंगलं । चत्तारि लोगोत्तमा अरहंतलोगोतमा सिद्धलोगोत्तमा साहुलोगोत्तमा केवलिपण्णत्तो धम्मो लोगुत्तमा । चत्तारि सरणं पव्वजामि अरहंत सरणं पन्चज्जामि सिद्धसरणं पव्वजामि सानुसरणं पग्नज्जामि केवलिपण्णत्ता धम्मो सरणं पन्चज्जामि स्वाहा । इति मंगललोकोत्तमशरणमंत्रः २ वास्तुदेवका सफेद, चायुकुमारका हरा, मेघकुमारका काला, अमिकुमारका लाल पुंज होता है । ईशान दिशासे आरंभ करे । वज्रान स्वमंत्रैः पद्मातः परब्रह्मादिकान यजेत्। ततश्च विद्यादेव्यादीन नस्य पत्रादिपु क्रमात् १८२ चत्वारि मंगलादीन वाणादित्रितयं शिला। भट्टासनं च संस्थाप्यं ततो वेद्यां यथोचितम् १८३ पीठेपूत्तरवेयां च वर्तयित्वा यथायथम् । मंडलानि विधानेन वक्ष्यामाणेन चार्चयेत् १८४ इति मंडलार्चनम् । इति सूत्रितमाध्यायन विधिं सम्यकृतक्रियः । श्रद्दधानो यथाशास्त्रं जिनर्विवं प्रतिष्ठयेत् १८५।। या त्रिसंध्यं दिने द्वे वा चत्वारीष्टाधिवासना । यथात्मविभवं कार्या सादेशाद्यनुरोधतः १८६ स्थापन करके क्रमसे पूजे ॥ १८१ । १८२ ॥ पुनः यागमंडलकी वेदीमें यथायोग्य छत्रादि आठ, आयुधादि आठ, पताका आठ और कलश आठ-इस तरह चार मंगलादि वाण सरसों जौके अंकुर - ये तीन चारों कोनोंमें तथा चंदनादि घिसनेकी शिला और सोने चांदी चंदन पीपल आदि क्षीरवृक्षका काठ इत्यादिका बनाया हुआ पट्टारूप गर्भावतार कल्याणके लिये भद्रासन - ये सब वस्तुएं रक्खे ॥ १८३ ॥ उत्तर वेदी ( ईशान वेदी ) व जन्माभिषेक वेदीपर मांडला खींचकर आगे कहे जानेवाली विधिसे पूजा करे ॥१८४ ॥ इस प्रकार मंडलकी पूजा कही गई । इस तरह याजकाचार्य शास्त्रमें कही गई विधिको विचारता हुआ गर्भ जन्मादि संबंधी क्रिया अच्छी तरह करता हुआ शास्त्रानुसार श्रद्धान करता हुआ जिनप्रतिमाको प्रतिष्ठित करे ॥ १८५ ॥ गुरुके उपदेशके अनुसार तीनों संध्या व एक दिन दो दिन चार दिनतक पूजा होम जपादिक क्रिया शक्तिके माफिक करे ॥ १८६ ॥ जिन ततः कृत्वाभिषेकादि यज्ञदीक्षां विसृज्य च । मूलदीक्षास्थितः कुर्यादाचार्योऽवभूथक्रियाम् ।। देवे क्षेत्रादितीर्थे च नियुज्यार्थं स्वशक्तितः । नत्वेन्द्रं स्वं समयिस्मै दातागंतूंश्च संवदेत् १८८ इति जिनप्रतिष्ठाविधानम् । सिद्धचक्रं गणधरवलयं प्रार्घ्यं तद्दिशा । सारस्वतादियंत्रं च सिद्धार्चादि प्रतिष्ठयेत् ।। १८९॥ जीर्णचैत्यालयोद्धारे प्राक्तने चैत्यमंदिरे । अपूर्वार्चाप्रवेशे च यथार्हे शांतिमाहेत् ।।१९० ॥ इति शेषप्रतिष्ठाविधानम् । बिंत्र प्रतिष्ठाके वाद प्रतिष्ठाचार्य अभिषेकादि यज्ञकी दीक्षा ( वेश ) को छोड़कर श्रावक व्रतरूप मूल दीक्षामें स्थित हुआ पंचगुरु भक्ति शांतिपाठ विसर्जनादि क्रियाको करे ॥ १८७ ॥ वह दाता यजमान अपनी सामर्थ्यके अनुसार जिनविंबके निमित्त, क्षेत्र घर कुआ वगीचा आदि धर्मसाधनोंके निमित्त धनको लगाकर और इंद्र ( प्रतिष्ठाचार्य ) को नमस्कारपूर्वक शक्तिके अनुसार धन देकर आये हुए सज्जनोंको यथायोग्य संतोषित करे१८८॥ इसप्रकार जिनविंब प्रतिष्ठाविधि पूर्ण हुई । उसके बाद जिनप्रतिष्ठाशास्त्रों में कथित रीतिसे सिद्धचक्र गणधरवलयकी पूजा करके तथा सारस्वत श्रुतस्कंध आदि यंत्रको पूजकर सिद्ध आचार्य आदिकी प्रतिमाको प्रतिष्ठित करे ॥ १८९ ॥ जीर्ण ( पुराने ) जिनमंदिरके उद्धारमें अथवा पुराने जैनमंदिरमें अपूर्व प्रतिमाके आगमनमें यथायोग्य शांतिविधान करे ॥ १९० ॥ इस प्रकार शेष सिद्धादि प्रतिमा की प्रतिष्ठाविधि जानना । मैंने (आशाधरने )
- सलमान खान की बहन अर्पिता खान ने रेस्टोरेंट में तोड़ी प्लेट्स। - वीडियो में प्लेट्स उठाकर फेंकती नजर आईं अर्पिता खान शर्मा। - अर्पिता खान का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान अक्सर चर्चा में रहते हैं। इन दिनों उनकी छोटी बहन अर्पिता खान शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके चलते वो खबरों में हैं। दरअसल अर्पिता का जो वीडियो सामने आ रहा है उसमें वो एक होटल में प्लेट्स तोड़ती नजर आ रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि अर्पिता रेस्टोरेंट में बैठी हैं और उठा- उठाकर प्लेट्स फेंक रही हैं। इसके बाद वो अपने कुछ दोस्तों के साथ रेस्टोरेंट के दूसरे हिस्से में प्लेट्स तोड़ती दिख रही हैं, इस दौरान अर्पिता काफी खुश लग रही हैं, जानकारी के मुताबिक यह वीडियो दुबई के एक रेस्टोरेंट का है। अगर आप सोच रहे हैं कि अर्पिता ने यह काम गुस्से में किया है तो बता दें कि आप पूरी तरह गलत हैं। दरअसल एक प्राचीक ग्रीन सभ्यता के मुताबिक रेस्टोरेंट में तोड़ने के लिए प्लेट्स दी जाती हैं और वीडियो में अर्पिता वही करती दिख रही हैं। माना जाता है कि यह परंपरा बुराई से दूर करती है और सौभाग्य लाती है। अर्पिता के इस वीडियो को फैंस का मिला जुला रिएक्शन मिल रहा है। जहां एक तरफ कुछ लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर अर्पिता ऐसा क्यों कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ का मानना है कि यह परंपरा खराब है। फैंस का कहना है कि इस परंपरा में कुछ भी अच्छा और सराहनीय नहीं है। मालूम हो कि अर्पिता ने 18 नवंबर 201को आयुष शर्मा से शादी की थी। हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले आयुष शर्मा राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके दादा केंद्र सरकार में मंत्री रहे हैं और उनके पिता अनिल शर्मा जाने माने नेता हैं। अर्पिता दो बच्चों की मां हैं। उनका बेटा आहिल है जबकि दूसरी बेटी है। बेटी साल 2019 में सलमान के जन्मदिन पर पैदा हुई थी। उनकी बेटी का नाम आयत है।
बायो बबल के बावजूद आईपीएल (IPL) में कोरोना संक्रमण के मामले देखने को मिले, जिसके बाद लीग को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. आईपीएल पोस्टपोन होने के बाद मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) वाइफ संजना गणेशन (Sanjana Ganesan) संग घर लौट चुके हैं. आईपीएल के दौरान जहां एक ओर जसप्रीत बुमराह मैदान के अंदर खिलाड़ी के रूप में, तो दूसरी तरफ संजना मैदान के बाहर बतौर एंकर भूमिका निभा रही थीं. घर आने के बाद ये नव दंपति क्वालिटी टाइम बिता रही है. संजना ने हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें उनके साथ जसप्रीत बुमराह नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर में यह कपल एक ही रंग की टी-शर्ट पहने नजर आ रहा है. बता दें कि मुंबई इडियंस ने इस सीजन 7 में से 4 मैच अपने नाम किए. मुंबई अंकतालिका में चौथे पायदान पर है और उसे अब तक आरसीबी, दिल्ली और पंजाब के हाथों हार का सामना करना पड़ा है. जसप्रीत बुमराह इस सत्र 7 मैचों में 6 विकेट अपने नाम किए. गौरतलब है कि इंडियन प्रीमियर लीग को स्थगित किए जाने के बाद अब भारत में इस साल अक्टूबर नवंबर में होने वाले टी 20 विश्व कप पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. देश भर में कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद आईपीएल बायो बबल अभेद्य होना चाहिए था. हालांकि आईपीएल की आधी टीमों में पॉजिटिव मामलों के सामने आने से भारतीय क्रिकेट बोर्ड की सुरक्षित बायो सिक्योर क्षमता पर सवालिया निशान लग गए हैं. हालांकि भारत में होने वाले टी 20 विश्व कप को शुरू होने में अभी पांच महीने है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को लगता है कि अभी भी समय है. बोर्ड का मानना है कि टूर्नामेंट के जबरन निलंबन की संभावना कम ही है.
(World Heritage Day) प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को सांस्कृतिक-ऐतिहासिक स्थलों और धरोहरों के संरक्षण हेतु जागरूकता पैदा करने के लिये 'अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल दिवस' अथवा 'विश्व धरोहर दिवस' का आयोजन किया जाता है। - वर्ष 2021 के लिये इस दिवस की थीम 'कॉम्प्लेक्स पास्ट्सः डाइवर्स फ्यूचर्स' (जटिल अतीतः विविध भविष्य) है। - इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS) ने वर्ष 1982 में 'विश्व धरोहर दिवस' की स्थापना की थी और वर्ष 1983 में इसे 'संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन' (UNESCO) की मंज़ूरी प्राप्त हुई थी। - इस दिवस का उद्देश्य विभिन्न समुदायों के बीच सांस्कृतिक-ऐतिहासिक विरासत के बारे में जागरूकता पैदा करना है। - विश्व विरासत स्थल का आशय एक ऐसे स्थान से है, जिसे यूनेस्को द्वारा उसके विशिष्ट सांस्कृतिक अथवा भौतिक महत्त्व के कारण सूचीबद्ध किया गया है। - विश्व धरोहर स्थलों की सूची को 'विश्व धरोहर कार्यक्रम' द्वारा तैयार किया जाता है, यूनेस्को की 'विश्व धरोहर समिति' द्वारा इस कार्यक्रम को प्रशासित किया जाता है। - यह सूची यूनेस्को द्वारा वर्ष 1972 में अपनाई गई 'विश्व सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण से संबंधित कन्वेंशन' नामक एक अंतर्राष्ट्रीय संधि में सन्निहित है। - वर्तमान में भारत में कुल 38 विश्व धरोहर स्थल मौजूद हैं। - इनमें से 30 'सांस्कृतिक' श्रेणी में हैं, जैसे कि अजंता की गुफाएँ, फतेहपुर सीकरी और हम्पी स्मारक आदि, जबकि 7 'प्राकृतिक' श्रेणी में हैं, जिनमें काजीरंगा, मानस और नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं। - वर्ष 2019 में 'जयपुर शहर' को 'सांस्कृतिक' श्रेणी के तहत भारत की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में 38वाँ स्थान प्राप्त हुआ था। - 'कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान' को 'मिश्रित' श्रेणी के तहत सूचीबद्ध किया गया है। - यूनेस्को को वर्ष 1945 में स्थायी शांति के निर्माण के साधन के रूप में 'मानव जाति में बौद्धिक और नैतिक एकजुटता' विकसित करने हेतु स्थापित किया गया था। - यह पेरिस, फ्रांँस में स्थित है। - मानव व जीवमंडल कार्यक्रम (MAB) इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS) - यह यूनेस्को से संबद्ध एक वैश्विक गैर-सरकारी संगठन है। यह भी पेरिस, फ्रांँस में स्थित है। - इसका प्राथमिक मिशन स्मारकों, परिसरों और स्थलों के निर्माण, संरक्षण, उपयोग और बढ़ोतरी को प्रोत्साहन देना है। - यह यूनेस्को के विश्व धरोहर सम्मेलन के कार्यान्वयन हेतु विश्व धरोहर समिति के एक सलाहकार निकाय के रूप में भी कार्य करता है। - इस रूप में यह सांस्कृतिक विश्व विरासतों के नामांकन की समीक्षा करता है और उनकी संरक्षण स्थिति सुनिश्चित करता है। - वर्ष 1965 में इसकी स्थापना वास्तुकारों, इतिहासकारों और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के बीच शुरू हुई वार्ता का तार्किक परिणाम है, जो बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में शुरू हुई और वर्ष 1964 में 'वेनिस चार्टर' के रूप में संपन्न हुई। (Disk-Footed Bat) हाल ही में भारत का पहला बाँस के वृक्षों पर रहने और चिपचिपे डिस्क (पंजों का आंतरिक हिस्सा) वाले चमगादड़ को मेघालय के नोंगखिल्लेम वन्यजीव अभयारण्य (Nongkhyllem Wildlife Sanctuary) के पास देखा गया। डिस्क-फुट चमगादड़ के विषय मेंः - चमगादड़ की यूडिसकोपस डेंटिकुलस (Eudiscopus denticulus) प्रजाति, जिसे डिस्क-फुटेड बैट (Disk-Footed Bat) भी कहा जाता है, अँगूठे और चमकीले नारंगी रंग में प्रमुख डिस्क जैसे गद्दी (Pad) के साथ दिखने में बहुत विशिष्ट लगते हैं। - इसे बाँस के तना के आंतरिक भाग में पाया गया है। - यह प्रजाति दक्षिणी चीन, वियतनाम, थाईलैंड और म्याँमार के कुछ इलाकों में पाई जाती है। - यह अपने नज़दीकी निवास स्थान म्याँमार से लगभग 1,000 किमी. पश्चिम में मेघालय में नोंगखिल्लेम वन्यजीव अभयारण्य के निकट लाईलाड क्षेत्र (Lailad area) में देखी गई है। - IUCN की रेड लिस्ट में स्थितिः बहुत कम संकट (Least Concern)। भारत में चमगादड़ प्रजातियों की संख्याः - मेघालय में चमगादडों की संख्या डिस्क-फुट चमगादड़ को पाए जाने के बाद 66 हो गई है। - भारत में पाए जाने वाली चमगादड़ प्रजातियों में एक और प्रजाति की वृद्दि हो गई है। भारत में चमगादड़ की कुल 130 प्रजातियाँ हैं। - यह अभयारण्य री-भोई ज़िले में लैईलाड गाँव के पास स्थित और 29 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो मेघालय राज्य का एक प्रसिद्ध आकर्षण स्थल है। - यह अभयारण्य पूर्वी हिमालय के वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट (Eastern Himalayan Global biodiversity) में पड़ता है। - यह अभयारण्य विभिन्न प्रजातियों जैसे- रॉयल बंगाल टाइगर, क्लाउडेड तेंदुआ, भारतीय बाइसन, हिमालयन ब्लैक बियर आदि को पर्यावास उपलब्ध करता है। - यहाँ पक्षियों की कुछ दुर्लभ प्रजातियाँ जैसे- मणिपुर बुश क्वेल, रूफस नेक्ड हॉर्नबिल, ब्राउन हॉर्नबिल आदि पाई जाती हैं। - मेघालय के अन्य वन्यजीव अभयारण्यः
एक शोध के मुताबिक़ दिल्ली में पांच में एक से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और शोध इस बात की ओर इशारा करता है कि ज़्यादातर मामलों का पता ही नहीं चला। यह शोध 27 जून से लेकर 10 जुलाई के बीच किया गया। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस को लेकर नेशनल सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल (एनसीडीसी) ने 21,387 लोगों की जांच की और पाया कि 23. 48 प्रतिशत लोगों में कोरोना के ख़िलाफ़ एंटीबॉडीज़ विकसित हो चुकी है। एनसीडीसी के निदेशक डॉक्टर सुजीत कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नेगेटिव और पॉज़िटिव के ग़लत नतीजे को समायोजित कर अनुमान लगाया गया कि दिल्ली में 22. 86 प्रतिशत आबादी कोरोना वायरस से संक्रमति हुई। दिल्ली की आबादी 2. 9 करोड़ है और यहां पर आधिकारिक तौर पर 1,25,096 मामले दर्ज किए गए हैं और 3,690 मौत हो चुकी है। हालांकि शोध 66 लाख से अधिक संभावित मामलों को इंगित करता है, जिनमें से अधिकांश की पहचान नहीं हो पाई या फिर उनका टेस्ट नहीं हुआ। वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में महामारी वैज्ञानिक डॉक्टर जयप्रकाश मुलियाल कहते हैं कि सर्वे के नतीजे औसत है और संक्रमित लोगों का प्रतिशत बहुत अधिक हो सकता है। उनके मुताबिक़ कुछ इलाक़ों जैसे कि झुग्गी बस्ती में संक्रमितों की संख्या अधिक हो सकती है। डॉक्टर मुलियाल सरकार को वायरस पर निगरानी को लेकर सलाह भी दे रहे हैं। डॉक्टर मुलियाल कहते हैं, "आपको अलग-अलग क्लस्टरों को देखने की ज़रूरत है। " एनसीडीसी द्वारा दिल्ली में यह शोध 27 जून से 10 जुलाई के बीच हुआ था और डॉक्टर मुलियाल कहते हैं अब तक संक्रमण के संभावित मामले बढ़ गए होंगे। बुधवार 22 जुलाई तक भारत में कोरोना वायरस के मामले 11,92,915 तक पहुंच गए और इस देश में मृतकों की संख्या 28,732 हो गई। भारत में सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में दिल्ली तीसरे स्थान पर है। दिल्ली में बुधवार 22 जुलाई तक 1,25,096 मामले दर्ज किए जा चुके हैं और वहां सक्रिय मामलों की संख्या 15,288 है। पहले स्थान पर महाराष्ट्र है जहां पर 3,27,031 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। तमिलनाडु 1,80,643 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। कोविड-19 से सबसे अधिक मौतें महाराष्ट्र में हुई है। जहां अबतक 12,276 मौतें हुई है। दिल्ली में 3,690 और तमिलनाडु में 2,626 लोग मारे जा चुके हैं। उल्लेखनयी है कि, अमेरिका और ब्राज़ील के बाद भारत में ही सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि इन देशों और वैश्विक औसत की तुलना में भारत में मृतकों की संख्या काफ़ी कम है। जानकारों को आशंका है कि वायरस से होने वाली बहुत मौतों को आधिकारिक आंकड़ों में जोड़ा नहीं जा रहा है, ख़ासकर बुज़ुर्गों में होने वाली मौतों को। दिल्ली के बाहर जांच भी सीमित है। शुरूआत में कोरोना वायरस भारत के बड़े शहरों तक ही सीमित था लेकिन ग्रामीण इलाक़ों में हालात अब चिंताजनक हो गए हैं। ग्रामीण इलाक़ों में स्वास्थ्य प्रणाली बहुत कमज़ोर है और वहां टेस्टिंग को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं। भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ते देख भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने राज्यों से कोरोना जांच के लिए और अधिक लैब विकसित करने और टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने को कहा है। (RZ) ताज़ातरीन ख़बरों, समीक्षाओं और आर्टिकल्ज़ के लिए हमारा फ़ेसबुक पेज लाइक कीजिए!
नई दिल्ली (English Learning, Learn English, English Sikhen). अंग्रेजी में बात करने के लिए A, B, C, D के बेसिक ज्ञान और Noun, Pronoun, Adjectives, Verbs आदि की जानकारी होना काफी नहीं है (English Grammar Basics). इनके साथ ही इंग्लिश ग्रामर के अन्य ज़रूरी रूल्स भी पता होने चाहिए. अगर आप एक्सपर्ट की तरह अंग्रेजी भाषा में बात करना चाहते हैं तो आपको किसी भी स्टेटमेंट को सवाल में बदलना भी आना चाहिए (English Speaking). इसके लिए इंग्लिश ग्रामर में विशेष नियम बनाए गए हैं (How To Convert Statement Into Question). इनके बारे में जानकर आप भी इंग्लिश स्पीकिंग में सुधार कर सकते हैं. Rule 1: Objective केस के लिए Whom का इस्तेमाल करें. उदाहरणः 1- I want to see Mr. Tanuj. - Whom do you want to see? 2- He was talking to his brother. - Whom was he talking to? Rule 2: Possessive केस के लिए Whose का इस्तेमाल करें. उदाहरणः 1- That is Shyam's office. - Whose office is that? Rule 3: What का इस्तेमाल वस्तु की पहचान या व्यक्ति का प्रोफेशन जानने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- He wants some toffees - What does he want? 2- His father is a musician. - What does his father do? Rule 4: When का इस्तेमाल समय बताने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- He returned from America on Friday - When did he return from America? Rule 5: How का इस्तेमाल मैनर (विधि) और कंडिशन (दशा) बताने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- He saved himself by climbing a tree. - How did he save himself? 2- There are about a hundred colleges in Delhi. - How many colleges are in Delhi? Rule 6: Where का इस्तेमाल जगह बताने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- He was at his friend's place last night. - Where was he last night? Rule 7: Why का इस्तेमाल वजह बताने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- People dislike him for his cunning behavior. - Why do people dislike him? Rule 8: Which का प्रयोग आमतौर पर सेलेक्शन बताने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- This book is Ram's. - Which is Ram's book? 2- He could not attempt the last question. - Which question could he not attempt? Rule 9: Who/whom/whose का इस्तेमाल किसी की आइडेंटिटी यानी पहचान बताने के लिए किया जाता है. उदाहरणः 1- His father is Sameer. - Who is his father? 2- I know the bank manager. - Whom do you know here? Rule 10: Subjective केस के लिए Who का इस्तेमाल करें. उदाहरणः 1- The thief broke the door. - Who broke the door? ये भी पढ़ेंः . मीना कुमारी की जिंदगी. . . एक दुख भरा अफ्साना, नरगिस दत्त ने क्यों कहा था- 'मौत मुबारक हो. . . '
शाहिद कपूर और मीरा राजपूत बॉलीवुड के सबसे मजेदार कपल्स में से एक है. दोनों साथ में रोमांस और क्यूट मोमेंट्स शेयर करते भी दिखते हैं, तो मस्ती करते हुए भी. शाहिद, मीरा की टांग खींचने से कभी बाज नहीं आते और मीरा पलटवार करने में नंबर 1 हैं. दोनों के मस्तीभरे और प्यार भरे रिश्ते में मानों कभी दिक्कत आ ही नहीं सकती. लेकिन अब शाहिद ने बताया है कि कैसे एक बार मीरा ने उन्हें तलाक देने की बात कही थी. अरे डरिए नहीं, जैसा आप सोच रहे हैं वैसा कुछ नहीं है. असल में ये बात शाहिद की पत्नी मीरा ने उनकी फिल्म उड़ता पंजाब देखने के बाद कही थी. शाहिद ने अपने नए इंटरव्यू में बताया है कि मीरा को यह फिल्म देखने के बाद उनके साथ रहने पर डाउट होने लगा था. न्यूज 18 से बातचीत में शाहिद कपूर ने बताया था कि कैसे उड़ता पंजाब देखने के बाद मीरा राजपूत को लगा था कि उन्होंने गलत इंसान से शादी कर ली है. इंटरव्यू में शाहिद कपूर ने बताया, "बहुत फनी चीज हुई थी. जब मेरी और मीरा की नई-नई शादी हुई थी, तो मैं रिलीज से पहले ही उन्हें 'उड़ता पंजाब' देखने के लिए ले गया था. हमने उस फिल्म को एडिटिंग रूम में देखा था. मैं फिल्म देखने के लिए जा रहा था, तो मैंने मीरा से भी पूछा कि क्या तुम चलोगी? और उन्होंने कहा, हां चलूंगी. " शाहिद ने बताया कि फिल्म शुरू होने के वक्त मीरा उनके बगल में ही बैठी थीं. लेकिन इंटरवेल तक आते-आते मीरा उसने दूर हो गई थीं. शाहिद ने कहा, "वो मुझसे सही में पांच फुट दूर थी. और मैंने कहा क्या हो गया? हमने अभी-अभी शादी की थी और अरेंज मैरिज थी. हम एक दूसरे को उतनी अच्छी तरह से नहीं जानते थे. . . उनसे कहा, 'क्या तुम ऐसे लड़के हो? क्या तुम इसके ही जैसे हो? मैं तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहती. ' इसपर मैंने कहा, 'नहीं नहीं, वो टॉमी सिंह है. उसका मुझसे कोई लेना देना नहीं है. " मीरा राजपूत और शाहिद कपूर ने 7 जुलाई 2015 में शादी की थी. ये एक अरेंज मैरिज थी, जिसे दोनों के परिवार ने मिलकर करवाया था. शाहिद और मीरा दो बच्चों के पेरेंट्स हैं. उनके पास एक बेटी है जिसका नाम मीशा है और एक बेटा है जिसका नाम जैन है. प्रोजेक्ट्स की बात करें तो शाहिद कपूर अपनी नई फिल्म जर्सी की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं. ये फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होगी.
जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मीटिंग नवनियुक्त प्रधान सुरेंद्र सिंह मेहरा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि दादरी जिला बार किसान आंदोलन को अपना समर्थन देती है। बार प्रधान सुरेंद्र सांगवान व सचिव दीपक कुमार श्योराण ने संयुक्त बयान में कहा है कि शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे निहत्थे किसानों पर पुलिस प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज करना एक घिनौनी हरकत है। इसलिए प्रशासन की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं इसके साथ साथ प्रधान ने कहा है कि जिन किसानों पर प्रशासन द्वारा झूठे मुकदमे बनाए गए हैं उन सभी मुकदमों की निशुल्क पैरवी की जाएगी इसके साथ साथ दादरी बार से वकीलों का डेलिकेट दिल्ली के लिए रवाना किया गया है। डेलिकेट दल में एडवोकेट संजीव तक्षक, एडवोकेट संजीव गोदारा, एडवोकेट बिजेंद्र सांगवान, एडवोकेट विरेंद्र डूडी, एडवोकेट प्रवीन तक्षक, एडवोकेट विशाल आदि शामिल थे। बार प्रधान सुरेंद्र सिंह ने काफिले को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर पदाधिकारी उप प्रधान अजय छिक्कारा सचिव दीपक कुमार खजांची राजवीर वर्मा सह सचिव संदीप जांगड़ा, अधिवक्ता सुदीप सांगवान, पूर्व प्रधान प्रवीण श्योराण, आनंद सिंह बिजारणिया, पूर्व प्रधान वेद पाल सांगवान, पूर्व प्रधान दरियाव सिंह वरिष्ठ अधिवक्ता, देवेंद्र चाहर पूर्व सचिव, नसीब राणा पूर्व सचिव आदि उपस्थित थे। अधिवक्ता संजीव तक्षक ने दिल्ली के लिए रवाना होते हुए कहा कि हम सब किसान का दिया ही खाते है और किसान द्वारा उपजाऊ खेती से अपना जीवनयापन करते है। यदि किसान मरेगा तो हम भी नहीं बचेंगे और किसान नहीं बचेगा तो खेती कहा से होगी। जिसका हम सदैव नमक खाते आ रहे है अब उसका कर्ज उतारने का वक्त है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का हर वर्ग चाहे कोई व्यापारी है, चाहे कोई नौकरी-पेशे वाला, चाहे मजदूर वर्ग आदि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसान की खेती पर निर्भर है। हमारी जीडीपी भी किसान की आय पर आश्रित है। This website follows the DNPA Code of Ethics.