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रंजन गोगोई के राज्यसभा में मनोनयन पर उठा विवाद, विपक्षी दलों ने करार दिया सरकार का "निर्लज्ज" कृत्य - इब्तिम्स हिन्दीरंजन गोगोई के राज्यसभा में मनोनयन पर उठा विवाद, विपक्षी दलों ने करार दिया सरकार का "निर्लज्ज" कृत्यमार १८, २०२० १०:५२ इस्टरंजन गोगोईरियूटर्सभारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा में मनोनीत किये जाने को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि सरकार के इस ''निर्लज्ज कृत्य'' ने न्यायपालिका की स्वतंत्रता को हड़प लिया है, वहीं गोगोई ने कहा कि वह राज्य सभा के सदस्य के तौर पर शपथ लेने के बाद मनोनयन को स्वीकार करने पर विस्तार से चर्चा करेंगे।विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बीच उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश कुरियन जोसफ ने हैरानगी जताई और कहा कि गोगोई द्वारा इस मनोनयन को स्वीकार किये जाने ने न्यायापालिका में आम आदमी के विश्वास को हिला कर रख दिया है। पत्रकारों ने जब जोसफ से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने आरोप लगाया कि गोगोई ने न्यायपालिका की स्वतंत्रता व निष्पक्षता के 'पवित्र सिद्धांतों से समझौता' किया।पूर्व न्यायाधीश ने कहा, ''मेरे मुताबिक, राज्यसभा के सदस्य के तौर पर मनोनयन को पूर्व प्रधान न्यायाधीश द्वारा स्वीकार किये जाने ने निश्चित रूप से न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर आम आदमी के भरोसे को झकझोर दिया है।'' उन्होंने कहा कि न्यायपालिका भारत के संविधान के मूल आधार में से एक है।जोसफ ने गोगोई, जे चेलामेश्वर और मदन बी लोकुर के साथ सार्वजनिक रूप से जनवरी 20१८ में एक संवाददाता सम्मेलन कर तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। जोसफ ने इस संवाददाता सम्मेलन के संदर्भ में कहा, ''मैं हैरान हूं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता के लिये कभी ऐसा दृढ़ साहस दिखाने वाले न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने कैसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता के पवित्र सिद्धांत से समझौता किया है।''पिछले साल नवंबर में भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के पद से सेवानिवृत्त होने वाले गोगोई ने कहा कि शपथ लेने के बाद वह मनोनयन स्वीकार करने पर विस्तार से बात करेंगे। उन्होंने गुवाहाटी में संवाददाताओं से कहा, "पहले मुझे शपथ लेने दीजिए, इसके बाद मैं मीडिया से इस बारे में विस्तार से चर्चा करूंगा कि मैंने यह पद क्यों स्वीकार किया और मैं राज्यसभा क्यों जा रहा हूं।"राज्यसभा के लिये मनोनयन की हो रही आलोचना पर गोगोई ने एक स्थानीय समाचार चैनल को बताया, "मैंने राज्यसभा के लिये मनोनयन का प्रस्ताव इस दृढ़विश्वास की वजह से स्वीकार किया कि न्यायपालिका और विधायिका को किसी बिंदु पर राष्ट्र निर्माण के लिये साथ मिलकर काम करना चाहिए।"उन्होंने कहा, "संसद में मेरी मौजूदगी विधायिका के सामने न्यायपालिका के नजरिये को रखने का एक अवसर होगी।" इसी तरह विधायिका का नजरिया भी न्यायपालिका के सामने आएगा।पूर्व सीजेआई ने कहा, "भगवान संसद में मुझे स्वतंत्र आवाज की शक्ति दे। मेरे पास कहने को काफी कुछ है, लेकिन मुझे संसद में शपथ लेने दीजिए और तब मैं बोलूंगा।"कांग्रेस ने केंद्र पर संविधान के मौलिक ढांचे पर गंभीर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्रवाई न्यायपालिका की स्वतंत्रता को हड़प लेती है। राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि इससे न्यायिक प्रणाली में जनता का विश्वास कमजोर होगा और उनके द्वारा दिए गए फैसलों की निष्पक्षता पर संदेह पैदा करेगा। गहलोत ने ट्वीट किया, ''राजग सरकार द्वारा न्यायमूर्ति गांगोई को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद राज्यसभा सदस्य के रूप में मनोनीत किया जाना आश्चर्यजनक है।''माकपा ने गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किये जाने को न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने का ''शर्मनाक'' प्रयास करार दिया। पार्टी ने एक बयान में कहा, ''मोदी सरकार पूर्व प्रधान न्यायाधीश को राज्यसभा के लिये मनोनीत करके शर्मनाक तरीके से न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर कर रही है और राज्य के दो अंगों के बीच शक्तियों के विभाजन को तहस-नहस कर रही है, जोकि हमारी संवैधानिक व्यवस्था में निहित पवित्र सिद्धांत है।''एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि क्या गोगोई के मनोनयन में ''परस्पर लेन-देन'' है? उन्होंने ट्वीट किया, ''कई लोग सवाल उठा रहे हैं, न्यायाधीशों की स्वतंत्रता पर लोगों को विश्वास कैसे रहेगा?''कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इस फैसले ने न्यायापालिका पर लोगों के विश्वास को चोट पहुंचाई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के उस कथन का भी ख्याल नहीं रखा जिसमें उन्होंने न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति के बाद पदों पर नियुक्ति का विरोध किया था। सिंघवी ने जेटली की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा, ''मोदीजी अमित शाह जी हमारी नहीं तो अरुण जेटली की तो सुन लीजिए। क्या उन्होंने न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति के बाद न्यायाधीशों पर दरियादिली के खिलाफ नहीं कहा और लिखा था? क्या आपको याद है?''उन्होंने ने संवाददाताओं से कहा, ''कांग्रेस यह कहना चाहती है कि हमारे सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक स्तंभ न्यायपालिका पर आघात किया गया है। ''न्यायाधीश और सीजेआई के तौर पर उनका कार्यकाल विवादों में भी रहा क्योंकि उन पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगा, हालांकि बाद में वह उस मामले में बेदाग बरी हुए। गोगोई जनवरी 20१८ में न्यायालय के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों के साथ तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश के काम करने के तरीके के खिलाफ अभूतपूर्व संवाददाता सम्मेलन करने वालों में शामिल थे। |
थे सब कमित्ती ऑफ थे चीफ मिनिस्टर्स इस अगेंस्ट थे कॉम्योदितीज ऑन एसेन्शियल कॉम्योदितीज एक्टकृषि जिंसों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के खिलाफ है मुख्यमंत्रियों की उप-समितिपबलिश दते:फ्री, १९ जुल 20१९ १०:४८ आम (इस्ट)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर गठित मुख्यमंत्रियों की उप-समिति ने गुरुवार को अपनी पहली बैठक में कृषि जिंसों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम (ईसीए) को गैरवाजिब करार दिया है।नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर गठित मुख्यमंत्रियों की उप-समिति ने गुरुवार को अपनी पहली बैठक में कृषि जिंसों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम (ईसीए) को गैरवाजिब करार दिया है। उप-समिति के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि इसे तत्काल हटाने की जरूरत है। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्रियों की राय में गैर-कृषि उत्पादों पर भले ही यह कानून लागू हो, लेकिन कृषि जिंसों पर इसकी जरूरत नहीं है। फड़नवीस ने यह भी कहा कि कृषि उपज मंडियों पर सीमित लोगों का वर्चस्व चिंता का विषय है। उप-समिति की अगली बैठक सात अगस्त को मुंबई में होगी, जिनमें पहली बैठक में चिन्हित मुद्दों पर विचार किया जाएगा।उप-समिति का मानना था कि जिंस बाजार अब वैश्विक हो चुका है, जिसके मद्देनजर नीतियां बनानी होंगी। इनमें कृषि व वाणिज्य मंत्रालयों को मिलकर काम करना होगा। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी व अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू मौजूद थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा सत्र चलने की वजह से इसमें शामिल नहीं हो सके।इन्फोसिस के सीईओ और सीएफओ पर व्यापार में मुनाफा दिखाने के लिए अनुचित तरीका अपनाने का आरोपपहली बैठक में शामिल सभी मुख्यमंत्रियों की राय थी कि कृषि क्षेत्र में सुधार की सख्त जरूरत है, जिसमें राज्यों का दायित्व ज्यादा है। कृषि को घाटे से उबारने और नई दिशा देने के लिए तत्काल एक नई नीति चाहिए। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के बारे में फड़नवीस ने चर्चा करते हुए कहा कि इस पर गंभीरता की जरूरत है। बैठक में कृषि क्षेत्र में सुधार के साथ-साथ विकास के लिए निवेश बढ़ाने की आवश्यकता पर खासतौर पर बल दिया गया।फड़नवीस ने कहा कि १९91 के बाद गैर-कृषि क्षेत्र में आर्थिक सुधार तो हुआ, लेकिन कृषि क्षेत्र लगातार पिछड़ता गया। खेतिहर मजदूरों और औद्योगिक मजदूरों की मजदूरी में फर्क बढ़ता गया। सब्सिडी अनाज की खेती पर ज्यादा दी गई, लेकिन विकास दर बढ़ाने में मत्स्य क्षेत्र की भागीदारी ज्यादा है।मंडी कानून पर फोड़ा ठीकराफड़नवीस ने कहा कि कृषि उपज मंडियों की हालत राज्यों के बनाए मंडी कानून से ही खराब हो गई है। मंडियों पर सीमित लोगों का एकाधिकार हो गया। उपज के भाव मुट्ठीभर लोग मिलकर तय करने लगे। ऐसे में किसानों को लाभ मिलना मुश्किल ही था। ई-नाम की शुरुआत हुई, मगर इसका विस्तार नहीं हो पाया, जिससे इसका पूरा उपयोग नहीं हो सका। उप-समिति इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगी।निवेश तत्काल बढ़ाने की जरूरतउप-समिति का मानना था कि कृषि क्षेत्र में निवेश नहीं बढ़ने से हालात नाजुक हो रहे हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। गैर-कृषि क्षेत्र में निवेश की रफ्तार ३६ फीसद है, जबकि कृषि क्षेत्र में वास्तविक निवेश की दर महज तीन फीसद है। इसमें निजी क्षेत्र को शामिल करने की जरूरत है। इसके लिए कृषि क्षेत्र के कानून में सुधार किए जाएंगे। फड़नवीस ने कहा कि जिन राज्यों में ठेके पर खेती का प्रावधान है, वहां निवेश आ रहा है।# ग्रांट फॉर स्टेट्स# सब कमित्ती ऑफ थे चीफ मिनिस्टर्स# फ़ाइनेंस कमिश्न एल्लोकेशन्स तो स्टेट्स# फ़ाइनेंस कमिश्न |
टू डॉक्टर्स डैड बॉडी फाउंड फ्र्म कार इन रोहिनी दिल्ली । कार से मिली महिला और डॉक्टर की लाश, कई सालों से था प्रेम संबंधकार से मिली महिला और डॉक्टर की लाश, कई सालों से था प्रेम संबंधअपराध डिसेंबर ४, २०१९, १:0४ प्मनई दिल्ली : दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-१3 इलाके में बुधवार सुबह एक कार में दो शव पाए गए। ये शव डॉक्टर ओमप्रकाश कुकरेजा व सुदीप्ता मुखर्जी के थे। पुलिस ने बताया कि डॉ. कुकरेजा ने पहले महिला को गोली मारी फिर खुद को गोली मारी है।डॉक्टर ओमप्रकाश कुकरेजा का रोहिणी में अस्पताल है। सुदीप्ता मुखर्जी अस्पताल की निदेशक थीं। आज सुबह दोनों रोहिणी सेक्टर १3 में रंग रसायन अपार्टमेंट के नजदीक कार में मृत मिले। दोनों को गोली लगी हुई है। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर ने महिला को गोली मारने के बाद खुद को गोली मारकर खुदकुशी की है।रोहिणी के डीसीपी एसडी मिश्रा ने कहा, "डॉक्टर कुकरेजा का सुदीप्ता से कई सालों से प्रेम संबंध चल रहा था। सुदीप्ता अब शादी करने का दवाब डालने लगी थीं। डॉक्टर ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से सुदीप्ता के सीने पर गोली मारकर खुद को भी गोली मार ली।"पुलिस ने बताया कि डॉ. कुकरेजा का बेटा देहरादून में डॉक्टर है और वहां उनका एक अस्पताल है। डॉ. कुकरेजा ने खुदकुशी की है या इसे खुदकुशी में तब्दील करने की कोशिश की गई है, यह तो जांच का विषय है। फिलहाल डॉ. कुकरेजा व मुखर्जी के शव पोस्टमार्टम के लिए रोहिणी के बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल भेज दिए गए हैं। दिल्ली पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। |
बालकवि बैरागी की प्रथम पुण्यतिथि पर सुमिरन - तुम्हें हम यूं ना भुला पाएंगे.. मनोज कुमार | रचनाकारबालकवि बैरागी की प्रथम पुण्यतिथि पर सुमिरन - तुम्हें हम यूं ना भुला पाएंगे.. मनोज कुमार(स्व. श्री बाल कवि बैरागी) बालकवि बैरागी की प्रथम पुण्यतिथि पर सुमिरन तुम्हें हम यूं ना भुला पाएंगे.. मनोज कुमार वरिष्ठ पत्रकार एवं मीडिया व...(स्व. श्री बाल कवि बैरागी)बालकवि बैरागी की प्रथम पुण्यतिथि पर सुमिरनतुम्हें हम यूं ना भुला पाएंगे..१३ मई की यह तारीख आज भी है और अगले साल भी आएगी. साल-दर-साल तारीख अपने साथ साल बदलकर आएगी लेकिन २०१८ की १३ मई को भुला पाना आसान नहीं होगा. यह वह तारीख है जिसने हमसे हमारे बैरागी को छीन लिया. आए थे वे इस दुनिया में बैरागी की तरह और रूखत भी हुए तो बैरागी की तरह. ना कोई शोरगुल और ना दवा-दारू का कोई झंझट. भोजन कर दोपहर में घड़ी आध घड़ी की नींद लेने जो सोए तो फिर चिरनिंद्रा में समा गए. इस बैरागी का होना अपने आपमें एक विश्वास का होना था. सच के साथ जीने की शर्त का नाम बैरागी था. वो जो भीतर से थे, वो बाहर से थे. सबकुछ पारदर्शी था. जीवन भी और जीवन का सच भी. जिस कालखंड में हम गुजर रहे हैं. जी रहे हैं, उस काल में बैरागी का होना अपने आपमें चमत्कार की तरह था. उम्र ढल रही थी लेकिन आवाज की ओज में वही कशिश था जो शायद उनकी जवानी के दिनों में रहा होगा. वे नारियल की मानिंद थे. बाहर से सख्त और भीतर से नरम दिल. वे इस समय के उन गुरुजनों में थे, खलीफाओं के खलीफा थे जो उन्हें भा जाता, वे दिल में बैठ जाते और ऐसे भी कई थे जो उनके दिल के करीब नहीं पहुंचे. मैं याद कर रहा हूं मध्यप्रदेश के उस नगीने की जिसे हम बालकवि बैरागी के नाम से जानते हैं. जो कवि भी थे, साहित्यकार थे, पत्रकार थे और थे खरे राजनेता. थे इसलिए कि आज ही के दिन वे हमसे बिछुड़ गए लेकिन हैं इसलिए कि हम जब उन्हें कहीं उल्लेखित करते हैं तो कहते हैं कि बैरागी ने लिखा है. शरीर नश्वर था, सो वो चला गया लेकिन जो समाज के पास बचा, वह अक्षय है. ऐसे में बैरागीजी से एक शिकायत है कि तुम्हें हम यूं ना भुला पाएंगे..मेरा और बैरागीजी का रिश्ता अमूमन सात-आठ का रहा है. उनके विशाल व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ सुन रखा था. कुछ पढ़ा भी था. पहले कुछ साहित्यकारों से परिचय हुआ और उनके तेवर देखकर मैं खौफजदा था. बैरागीजी को लेकर मन में भी यही भाव था. कई बार कोशिश करने के बाद भी मेरे द्वारा संपादित पत्रकारिता एवं सिनेमा पर केन्द्रित मासिक पत्रिका समागम के अंक उन्हें भेजने का साहस जुटा नहीं पाया. यह सोचकर जाने उनकी प्रतिक्रिया क्या हो. आखिरकार हिम्मत जुटाकर एक अंक उन्हें साधारण डाक से भिजवा दिया. यह बात साल २०११-१२ के आसपास की होगी. इस अंक में पेडन्यूज को लेकर आलेख प्रकाशित किया गया था जिसमें देश के वरिष्ठ पत्रकार श्री जगदीश उपासने का वह लेख था जिसमें उन्होंने बड़ी बेबाकी से पेडन्यूज के आचरण के बारे में लिखा था. श्री उपासने इंडिया टुडे हिन्दी के वर्षों सम्पादक रहे. और तब मध्यप्रदेश के रायपुर के रहने वाले थे. उनकी माताजी जनसंघ से विधायक निर्वाचित हुई थीं और उनकी एक मुकम्मल राजनीतिक पृष्ठभूमि थी. वे स्वयं राजनीति से दूर रहे लेकिन परिवार में उनके भाई राजनीति में सक्रिय रहे. उन्हीं के चुनाव के दरम्यान पेडन्यूज के आचरण पर अपने अनुभवों को उन्होंने बेबाकी से लिखा था. समागम का यह अंक ज्यों ही बैरागी को मिला, अगले दिन अलसुबह उनका फोन आया. पहले तो शिकायत यह कि इतने सालों से पत्रिका प्रकाशित कर रहे हो और मुझे भेजा भी नहीं. उसके बाद मेरे साहस की तारीफ कि इस संकट के समय में पेडन्यूज पर तुमने इतनी बेबाकी से छाप दिया. वे मेरे दुस्साहस पर फिदा थे. तत्काल उन्होंने उपासनेजी का नंबर लिया लेकिन मेरी नजदीकी बढ़ती गई. कई बार गलतियों पर डांट और फिर पुचकार कर समझाने के लिए फोन. मैं हैरान था कि मुझ जैसे नासमझ और नौसिखिया सम्पादक को इतने बड़े व्यक्ति का स्नेह मिल रहा है. सबकुछ यथावत चलता रहा.अपने देहांत के कोई चार महीने पहले भोपाल आए थे. शायद अवसर था मध्यप्रदेश शासन द्वारा उन्हें सम्मानित किए जाने का. होटल अशोका में मुलाकात हुई. कौन सी शक्ति काम कर रही थी, मुझे पता नहीं लेकिन उन्होंने मेरे सामने दिल खोलकर रख दिया. बचपन से लेकर अब तक की सारी बातें सिलसिलेवार बताते गए. अपने गरीबी के दिन. भीख मांगकर खाने से लेकर पिता के अपाहिज होने की, हर बात सुनाई. अपनी दास्तां कहते कहते कई बार उनकी आंखें नम हो गई. साहस तो उनमें इतना था कि आंसुओं को पलकों से नीचे आने की इजाजत नहीं दी लेकिन उस आवाज का क्या करते जो उनके दर्द को बयां कर रही थी. अपनी शादी-ब्याहो के बारे में बताते हुए ठहाके लगा दिये. कुछ मन हल्का हुआ. तब की नईदुनिया में उनकी कविता को पढक़र वह लडक़ी उनसे शादी के लिए तैयार हो गई जिनके साथ अंतिम सांस तक उनका साथ रहा.कुछेक अपने अनुभव उन्होंने सुनाए. आप सामने वाले के दिल में उतर गये हैं कि उसके दिल से उतर गये हैं, इस सत्य को समझने के लिए एक जरूरी तरीका यही है कि उस व्यक्ति ने आपसे किस संबोधन का उपयोग करते हुए कुछ कहना शुरू किया है। उसने आपको किस संज्ञा या सर्वनाम या कि विशेषण से आवाज दी है। आपके पास आपके अनुभव और संस्मरण अवश्य होंगे। यह एक सामान्य व्यवहार या अध्ययन बिन्दु है। मेरे पास इस सत्य का संस्मरण श्रीमती इंदिरा गांधी और श्री पं. विद्याचरण जी शुक्ल के संदर्भ में है। एक बार मैं विद्या भैया के साथ इंदिराजी से भेंट करने गया. खुले मैदान में जब इंदिराजी आयीं तो दूर खड़े विद्या भैया को आवाज लगायीं.. शुकुल जी...! शुकुल जी...! शुकुल जी...! और विद्या भैया पूरी तेजी से उस समूह को छोडक़र इंदिराजी के सामने आ गये। मैंने इंदिराजी को प्रणाम किया और अपनी कृतज्ञता प्रकट करने उनका आभार व्यक्त किया। यह मैदानी भेंट पूरी होने के बाद मैं वापस विद्या भैया के साथ ही उनके बंगले पर पहुंच गया। विद्या भैया ने अपने चपरासी को चाय लाने का आदेश दिया और मुझसे बात करने के लिये मुझे देखा। वे कुछ बोलते उससे पहले मैंने अपनी बेचैनी प्रकट कर दी। मैंने कहा- भैया में बेचैन होकर पूछ रहा हूं कि क्या इन दिनों इंदिराजी आपसे नाराज हैं? चाय वाय को रहने दो। वे नजरें नीची करके थोड़ा गंभीर होकर पूछ बैठे- क्या मेरे आने से पहले इंदिराजी ने आपसे कुछ पूछा था क्या? मैंने कहा- कुछ नहीं कहा। बस आपको आवाज उन्होंने खुद ही लगाई। तब नाराजी वाली बात कौन सी हुई? विद्या भैया का सवाल था। मैंने कहा- भैया! वे सदैव आपको विद्या कहकर संबोधित करती थीं। आज उनका संबोधन बदल गया था। वे आपको शुकुल जी..शुकुलजी कहकर आवाज लगा रही थीं। यह बदलाव मुझे बेचैन कर रहा है। विद्या भैया बिलकुल चुप हो गए। इधर-उधर देखने लगे। तब तक चाय आ गई। जब चाय देकर चपरासी चला गया तो विद्या भैया बोले-आपका अनुमान ठीक है। वे इन दिनों मुझसे कुछ नाराज चल रही हैं। आप किसी से चर्चा नहीं करें। और हमारी चाय ठंडी हो गई। विद्या भैया प्राय: असहज हो गए। मेरी बेचैनी बढ़ गई।बैरागी जी एक कवि नहीं थे, एक राजनेता भी नहीं थे, एक पत्रकार भी नहीं थे. सही मायने में वे एक मुकम्मल इंसान थे. वे संवेदनशील थे. वे समय की हवा का रूख पहचानते थे. वे कहते रहे कि मनोज, आज ईश्वर का दिया सबकुछ है मेरे पास. लेकिन मैं अपना अतीत नहीं भुला हूं. मैं आज भी मांगकर कपड़े पहनता हूं. इसलिए कि मुझे याद रहे कि मैं मंगता रहा हूं और मंगता ही रहूंगा. ऐसे बैरागी का साथ भूलने का साहस मेरे जैसा छोटा सा आदमी कैसे कर सकता है. जो उनसे सीखने को मिला, वह कम ना था लेकिन कुछ और वक्त मिल जाता तो जीवन में कुछ और दूजा करने की कोशिश करता. खैर, उनके शब्द आज भी गूंज रहे हैं.. मैं अकेला क्या करूं? कुछ तुम लड़ो, कुछ मैं लड़ूं .रचनाकार: बालकवि बैरागी की प्रथम पुण्यतिथि पर सुमिरन - तुम्हें हम यूं ना भुला पाएंगे.. मनोज कुमार |
ग्रहलाक्ष्मी - सिर्फ जापान नहीं, इंडिया में भी होता है चेरी ब्लॉसम फेस्टिवलसिर्फ जापान...हनीमून के लिए बेस्ट प्लेस है महाराष्ट्र का...सिर्फ जापान नहीं, इंडिया में भी होता है चेरी ब्लॉसम फेस्टिवलजापान के अन्य आकर्षणों के साथ वहां होने वाला चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल भी दुनिया में प्रकृति और फूलों को पसंद करने वालों के बीच खासा लोकप्रिय है। हालांकि आज ज्यादातर भारतीय परिवार जापान के चेरी ब्लॉसम के बारे में इसलिए जानते हैं क्योंकि बच्चो के कार्टून शो डोरेमॉन में इसके बारे में चर्चा है। लेकिन, बहुत कम ऐसे लोग हैं जिन्हें ये पता है कि सिर्फ जापान ही नहीं, हमारे देश में भी चेरी ब्लॉसम का उत्सव मनाया जाता है। कहां? उत्तर पूर्व राज्य मेघालय स्थित शिलॉन्ग में।जी हां, शिलॉन्ग शहर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है और पिछले चार सालों से लगातार यहां इंडिया इंटरनैशलन चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस फेस्टिवल में पर्यटक शहर के अलग अलग हिस्से में खिलने वाले फूलों का मनोरम नज़ारा देख पाते हैं। बता दें मेघालय में फैले चेरी के पेड़ जब खिलते हैं तो पूरा राज्य जैसे गुलाबी रंग की चादर ओढ़ लेता है और पर्यटकों को एक यादगार अनुभव देता है।इस साल ये फेस्टिवल १३ नवंबर से शुरू होकर १६ नवंबर २०१९ तक आयोजित किया गया है।करीना कपूर की यह ड्रेसेस कर देंगी आपको इम्प्रेस,... |
कमलनाथ बताएं क्या उन्हीं के इशारे पर गुंडागर्दी कर रहा प्रशासन: राकेश सिंह कमलनाथ बताएं क्या उन्हीं के इशारे पर गुंडागर्दी कर रहा प्रशासन: राकेश सिंह - खबर्नेशनकमलनाथ बताएं क्या उन्हीं के इशारे पर गुंडागर्दी कर रहा प्रशासन: राकेश सिंह -आमने-सामनेजान २०, २०२०प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-अंग्रेजी शासन की याद दिलाती है राजगढ़ कलेक्टर की मनमानीभोपाल। राजगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को घसीटा जाता है। जिले की कलेक्टर खुद गली के गुंडों की तरह लोगों को कॉलर पकड़कर झंझोड़ती है, लोगों को सड़क पर धक्के मारकर गिराया जाता है और उनसे मारपीट की जाती है। प्रशासन की ऐसी निरंकुशता और गुंडागर्दी अंग्रेजी शासन के समय की याद दिलाती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ को प्रदेश की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रशासन उन्हीं के इशारे पर ऐसी बर्बरता दिखा रहा है? अगर ऐसा नहीं है, मुख्यमंत्री तत्काल लोकतंत्र पर प्राणघातक हमला करने वाली कलेक्टर को हटायें। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने राजगढ़ की घटना पर रोष व्यक्त करते हुए कही।प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार और उसका प्रशासन जिस तरह से प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या पर आमादा है, वही कांग्रेस का असली स्वभाव है, जिसकी झलक देश की जनता आपातकाल के दौरान देख चुकी है। राजगढ़ की घटना से एक बार फिर यह साबित हो गया है कि लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार कांग्रेस को हमेशा चुभते रहे हैं और वह सिर्फ उन्हीं लोगों के प्रजातांत्रिक अधिकारों को मान्यता देती है, जो उसके वोटबैंक के दायरे में आते हैं। हैरानी की बात है कि इस प्रदेश में सीएए के विरोध में प्रदर्शन के लिये तो सरकार और उसका प्रशासन पूरा सहयोग करता है, उनके सारे गुनाह, पुलिस पर पथराव और तोड़फोड़ सब माफ। लेकिन अगर इस कानून के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना है, तो सरकार इसकी अनुमति नहीं देती। समर्थन में रैली निकालने वालों से दंगे पर उतारू भीड़ की तरह निपटा जाता है। लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा जाता है।भारतमाता की जय का नारा कब से गुनाह हो गया?प्रदेश अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि राजगढ़ में जब भाजपा कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने भारतमाता की जय और वंदेमातरम् के नारों के साथ रैली निकालनी चाही, तो कलेक्टर निधि निवेदिता ने हमारे कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारे। उनकी डिप्टी कलेक्टर ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उन्होंने कहा कि आज देश और प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ से यह जानना चाहता है कि भारतमाता की जय बोलना क्या इतना बड़ा गुनाह हो गया है कि उसके लिये कार्यकर्ताओं को पीटा जाए? कानून और प्रशासन की किस किताब में ऐसा लिखा है? अधिकारियों को कहां इस तरह का प्रशिक्षण मिलता है? श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्थिति पूरी तरह अराजक हो चुकी है और कमलनाथ सरकार अराजकता की सरकार बन कर रह गई है। प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी मर्जी से यह गुंडागर्दी और हिंसात्मक कार्रवाई की है, तो मुख्यमंत्री उनके खिलाफ तत्काल एकशन लें, कलेक्टर के खिलाफ एफआई दर्ज की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की जनता के साथ मिलकर अहिंसा की उस शक्ति के प्रदर्शन के लिये तैयार है, जिसने देश से अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेंका था। श्री सिंह ने कहा कि हम २४ जनवरी को होने वाले प्रदेशव्यापी आंदोलन में भी इस मुद्दे को शामिल करेंगे।प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध भाजपा नेताओं के भड़काऊ बयान और हिंसक हमले उनकी छटपटाहट का प्रतीक |
होम > उत्पादों > वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स(वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स के लिए कुल १४ उत्पादों)वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स में से एक, निंग्बो बेइलून ज़ीन्यू मोउल्ड मानुफ़क्टरिंग को.लैड.।व्होलसले वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स फ्र्म चीना, नीद तो फिंड चेप वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स आस लो प्राइस बुत लेडिंग मानुफ़क्चरर्स. जस्त फिंड हाई-क्वालिटी ब्रांड ऑन वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स प्रोडस फक्टरी, यू कन अलसो फिडऐक आबात व्हेट यू वंत, स्टार्ट संविंग एंड एक्सप्लोर और वाहन स्टीयरिंग रीडायरेक्टर पार्ट्स, वे'ल्ल रेप्ली यू इन फास्टस्ट. |
तितले: व्हिच ऑफ थे फॉलोइंग(स) इस/अरे थे देटर्मिनंट ऑफ एंटीजेनीसिटी?तीस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : व्हिच ऑफ थे फॉलोइंग(स) इस/अरे थे देटर्मिनंट ऑफ एंटीजेनीसिटी? , ऑप्शन इस : १. साइज ऑफ थे एंटीजेन , २. केमिकल नेचरे , ३. एल ऑफ थीसे, ४. फोरिज़नेस, ५. नुल मैक एक्सम ऑन : बायोसेंसर्स एंड बायोचिप्स व्हिच ऑफ थे फॉलोइंग(स) इस/अरे थे देटर्मिनंट ऑफ एंटीजेनीसिटी? १)साइज ऑफ थे एंटीजेन २)केमिकल नेचरे ३)फोरिज़नेस ५)>पहला ड्डत्रिम उपग्रह कौनसा था ? >जो वस्तुएं दुर्लभ हों और उनकी आपूर्ति सीमित हो, उन्हें क्या कहते हैं ? >विश्व विकास रिपोर्ट किसका वार्षिक प्रकाशन है ? >डबल फॉल्ट शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >मानव शरीर में पाचन का अधिकांश भाग किस अंग में सम्पन्न होता है ? >वेबसाइट को ।बबमेे करने पर सर्वप्रथम खुलने वाले पेज को क्या कहते हैं ? >मानव-रूधिर का फ क्या है ? >खाद्यान्नों/खाद्य पदार्थों को सुरक्षित रखने के लिए कौनसा रसायन प्रयुक्त किया जाता है ? >अनसॉलिसिटेड ई.मेल को क्या कहते हैं ? >डबल रोटी में फुलाव कौनसी गैस से लाया जाता है ? >उच्च न्यायालय के न्यायाधीश किस आयु तक अपना पद धारण कर सकते हैं ? >नाथुला एक स्थान है, जहाँ ४४ वर्षों के बाद भारत.चीन सीमा व्यापार फिर शुरू किया गया था। वह किस राज्य की भारतीय सीमा पर स्थित है ? >वायु में थोड़ी देर रखने पर किस धातु के ऊपर हरे रंग की परत जम जाती है ? >भारत का दक्षिणतम स्थान इन्दिरा प्वाॅइण्ट कहाँ स्थित है ? >बागों का शहर नाम से उत्तर प्रदेश का कौन-सा शहर प्रसिध्द है ? >नृत्य के मोहिनीअट्टम रूप का विकास कहाँ हुआ था ? >भू.पटल में सबसे अधिक मात्रा में कौनसी धातु है ? >बीड़ी लपेटने वाले आच्छादन के रूप में प्रयोग आने वाले पत्ते किससे प्राप्त होते हैं ? >विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारतीय कंपरियों के शेयरों और बांडों की खरीद क्या कहलाती है ? >किस क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार दिया जाता है ? >भारत ने किस वर्ष एवं कहाँ आयोजित ओलम्पिक खेल में पहला स्वर्ण पदक जीता था ? >पोखरन में अणु विस्फोटन कब हुआ था ? >नासा ने ग्रीनलैण्ड की बर्फ का अध्ययन करने के लिए एक रोबोट भेजा है। इसका नाम क्या है ? >सिन्धु घाटी सभ्यता किस काल की सभ्यता मानी जाती है ? >बिशप शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >टैगोर पुरस्कार किस क्षेत्र में शुरू किया गया है ? >उत्तर प्रदेश में विकेन्द्रित नियोजन प्रणाली कब शुरू की गई ? >कौनण्से राज्य ने सर्वप्रथम ईण्कोर्ट फी सिस्टम लागू किया? >भारत के नियन्त्रक एवं महालेखा परीक्षक की नियुक्ति कौन करता है ? >नेशनल ऑर्डर ऑफ साउथ अफ्रीका पुरस्कार की घोषणा हर वर्ष कब की जाती है ? >ईकोमार्क का प्रतीक र्चिी क्या है ? >वर्तमान में संविधान में मूल कर्तव्यों की कुल संख्या कितनी है ? >विश्व स्वास्थय संगठन (वो की स्थापना कब हुई ? >पुस्तक द रोड अहेड का लेखक कौन है ? >भारत में क्षेत्रीय शासन स्थापित करने वाला पहला यूरोपीय राष्ट्र कौन था ? >लोकसभा का नेता कौन होता है ? >किस शासक की मंत्रिपरिषद् को अष्ट प्रधान की संज्ञा दी गई थी ? >कौन-सा ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है ? >योजना विधि के जन्मदाता कौन हैं ? >विश्व का सर्वाधिक ऊँचा पठार कौन-सा है ? >प्रसिध्द रशियन क्लासिक पुस्तक दि मदर का लेखक कौन है ? >विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की अवधारणा किस देश में पहले शुरू की गई थी ? >इस समय भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ कौन सा है ? >अगस्त माह का नाम किस रोमन शासक के नाम पर पड़ा ? >सूर्य की सतह का तापमान लगभग कितना होता है ? 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>भारत में एकल नागरिकता की अवधारणा किस देश के संविधान से अपनाई गई है ? >भारत में लोकपाल का विचार कहां से लिया गया है ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >१90५ में बंगाल प्रांत को दो भागों में किसने बांटा था ? >अनुदेशों के उस सेट को क्या कहते हैं, जो बताता है कि कम्प्यूटर को क्या करना है ? >मानव हृदय का कौन सा प्रकोष्ठ, पूर्णतः आक्सीजनीड्डत रक्त को महाधमनी में और वहां से पूरे शरीर में भेजता है ? >सीपीयू का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग कौन सा होता है ? >राजस्थान राज्य की सर्वाधिक लम्बी सीमा किस राज्य के साथ है ? >राष्ट्रीय ड्डषि विपणन केन्द्र कहाँ स्थित है ? >यूरोपीय मौद्रिक संघ की मुद्रा कौनसी है ? >अन्नपूर्णा योजना किस वर्ष कार्यन्वित की गई थी ? >भारत का प्रथम मुस्लिम शासक कौन था ? >गंगा को उत्तर से दक्षिण ले जाने वाला चोला राजा कौन था ? >उन दो ग्रहों के नाम बताइए, जो पूर्वी आकाश से मार्निंग स्टार और पश्चिमी आकाश से इवनिंग स्टार के रूप में दिखाई देते हैं ? >राष्ट्रीय अस्थि रोग विकलांग संस्थान कहाँ स्थित है ? >स्फिग्मोमैनोमीटर से क्या मापा जाता है ? >किस धातु के उपयोग को सीमित करने के लिए वैश्विक सन्धि को मंजूरी दी गई ? >यद्यपि एक ही समय में कई प्रोग्राम खोले जा सकते हैं, लेकिन कितने प्रोग्राम एक्टिव हो सकते हैं ? >उत्तर प्रदेश में स्वतन्त्रता से पूर्व कुल कितने विश्वविद्यालय थे ? >किस मुगल शासक ने न्याय की जंजीर लगवाई थी ? >भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता किसे कहा गया है ? >कौनण्सा राष्ट्रीय राजमार्ग नागपुर को कन्याकुमारी से जोड़ता है ? >केईबुल लैम्जवो, विश्व का एकमात्र तैरता राष्ट्रीय उद्यान कहां स्थित है ? >हड़प्पा की खोज किसने की ? >किस सिख गुरू ने स्वयं को सच्चा बादशाह कहा था ? >विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है ? >राष्ट्रपति राज्यसभा के लिए उन व्यक्तियों में से, जो कला, साहित्य, सामाजिक सेवा आदि के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त हैं, कितने व्यक्तियों का नामन कर सकते हैं ? >युआन कहां की मुद्रा है ? >किस दिन महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा शुरू की थी ? >पीले रंग का पूरक रंग कौन-सा है ? >भेल द्वारा भारत का प्रथम अल्ट्रा हाई वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर कहाँ स्थापित किया गया है ? >जवाहर रोजगार योजना कब शुरू की गई थी ? >रिंहद बांध परियोजना से किन राज्यों की सिंचाई होती है ? >भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया था ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >स्वतंत्र भारत के चैथे राष्ट्रपति कौन थे ? >विश्व का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी कौन सा है ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >कौन-सा जलाशय अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को अलग करता है ? >पृथ्वी से दिखाई देने वाला सबसे चमकीला ग्रह कौन-सा है ? >नवजात शिशु में कितनी हड्डियाँ होती हैं ? >शरीर में भोजन प्रायः किसमें पचता है ? >कौन सा सागर सबसे लवणीय सागर है ? >भारत का संविधान किसका प्रतिनिधित्व करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा के दो सदस्यों के नामांकन के लिए मुहैया करता है ? >उबेर कप का सम्बन्ध किस खेल से है ? >१8५7 के बाद किसने, इलाहाबाद में एक दरबार में, ग्रेट ब्रिटेन संप्रभु द्वारा भारत सरकार के ग्रहण की घोषणा की थी ? >चाबी भरी घड़ी में कौनसी ऊर्जा होती है ? >कौन यंग इडिया और हरिजन का संपादक था ? >कौनसी लोकसभा के कार्यकाल को संविधान में उल्लिखित साधारण पांच वर्ष के कार्यकाल से अधिक बढ़ा दिया गया था ? >भारत एवं इण्डोनेशया ने वर्ष २0१५ तक अपना व्यापार लक्ष्य कितना रखा है ? >विंग्स ऑफ फायर पुस्तक किसके द्वारा लिखी गई है ? >१6५१ में मुगलों द्वारा बंगाल में किस स्थान पर ईस्ट इंडिया कंपनी को व्यापार करने और फैक्टरी बनाने की अनुमति दी गई थी ? >पक्षियों की हड्डी किस तरह की होती है ? >विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट कहाँ स्थित है ? >भारत में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृति की आयु क्या है ? >किस ग्रह का द्रव्यमान, आकार और घनत्व पृथ्वी के समान है ? >किसके कारण दूध, दही में परिवर्तित होता है ? >सोने की शुध्दता को मापने के लिए कैरेट शब्द का प्रयोग किया जाता है। सोने का शुध्दतम रूप क्या है ? >सूचना का अधिकार किस वर्ष पास हुआ ? >योजना आयोग का पदेन अध्यक्ष कौन होता है ? >प्रथम अखिल भारतीय बुनियादी शिक्षा सम्मेलन का आयोजन वर्ष १9३9 में कहाँ हुआ था ? >राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने देश के कितने राज्यों में राष्ट्रीय डेयरी योजना आरम्भ करने की घोषणा की ? >विद्युत.आवेश के बीच के आकर्षण एवं विकर्षण के सिध्दांत की खोज किसने की थी ? >विस्सू, पांचोई और दियाई उत्सव किस जनजाति द्वारा मनाए जाते हैं ? >मछली कहाँ से श्वास लेती है ? >विश्व का सबसे गहरा गत्र्त मेरियाना ट्रेंच किस महासागर में स्थित है ? >भारत के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता कौन थे ? >पीछे का दृश्य देखने के लिए कौन-से दर्पण का प्रयोग किया जाता है ? >राज्य को संविधान द्वारा प्रदत्त सभी शक्तियों को प्रयोग करने एवं कार्य कराने का अधिकार किसे प्राप्त है ? >सुभाषचन्द्र बोस ने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस से निकलने के बाद किस पार्टी की स्थापना की थी ? >उठो, जागो और आगे बढ़ते रहो, जब तक सफलता नहीं मिल जाती उक्त कथन किसका है ? >प्रति व्यक्ति आय निकालने के लिए राष्ट्रीय आय को किससे भाग किया जाता है ? >भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय कौन सा है ? >चंद्रगुप्त मौर्य ने अपनी जिंदगी के आखिरी दिन किस स्थान पर गुजारे थे ? >प्रकाश वर्ष किसकी इकाई है ? >संविधान में कितने प्रकार के आपातकालों का प्रावधान है ? >केरल के किस जिले में प्राचीन ब्राह्मी लिपि का शिलालेख मिला है ? >गेकोएला गेपोरेन्सिस किसकी प्रजाति का नाम है ? >कौनसा राजमार्ग दिल्ली एवं लखनऊ को जोड़ता है ? >कंप्यूटर सिस्टम के किस भाग को भौतिक रूप से स्पर्श किया जा सकता है ? >भारतीय संविधान में मूल कर्तव्यों का वर्णन किस अनुच्छेद में है ? >कौन-सा देश सबसे अधिक टिंबर पैदा करता है ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थी ? >यूरोपा किसका उपग्रह है ? >सहतारा यसितार) का जनक किसको समझा जाता है ? >महात्मा बुध्द ने अपना पहला उपदेश कहाँ दिया ? >सौरमंडल की आयु कितने वर्ष है ? >मेवाड़ प्रजामण्डल की स्थापना किसने की ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
र्ज्ड विधायक की गिरफ्तारी पर राजनीति शुरू, ब्जप बोली-र्ज्ड को विरासत मे मिला है कानून से खिलवाड़ करना२२-फेब-२०१९ ०६:३३ पम्पटना : पूर्व मंत्री और राजद के विधायक चंद्रशेखर के दिल्ली एयरपोर्ट पर कारतूस के साथ पकड़े जाने की खबर के बाद बिहार मे राजनीति शुरू हो गई है। बिहार बीजेपी ने राजद पर हमला तेज कर दिया है। बिहार भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि राजद की संस्कृति मे ही परिवारवाद, भ्रष्टाचार, अपराधियों को संरक्षण और कानून से खिलवाड़ करना है। तेजस्वी यादव इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।दिल्ली एयरपोर्ट पर कारतूस के साथ पकड़े गए थे पूर्व मंत्रीनित्यानंद राय ने कहा कि मधेपुरा के आरजेडी विधायक चंद्रशेखर को बुधवार को आईजीआई एयरपोर्ट पर सामानों की जांच के दौरान पकड़ा गया। सामानों की जांच में उनके पास से ३.१५ बोर के १० जिंदा कारतूस बरामद किए गए, जिसके बाद उन्हें उड़ान भरने से रोक दिया गया और पुलिस को सौंप दिया गया।अपराध और अपराधियों से गठजोड़ राजद का रूटीन कामबीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कानून से खिलवाड़ और अपराधियों से गठजोड़ राजद के लिए कोई नयी बात तो है नहीं है। यह तो उनके लिए रूटीन काम है। राजद शासनकाल के अन्धकार युग के बाद एनडीए बड़ी मुश्किल से बिहार के शासन को पटरी पर लेकर आया है, लेकिन अभी भी तेजस्वी और उनके विधायकों का रवैया वही है।विरोधियों को संकल्प रैली से मिलेगा जवाबनित्यानंद राय ने कहा कि कांग्रेस-राजद जैसे राजनीतिक दलों को एनडीए की संकल्प रैली से जवाब मिल जायगा। बिहार की जनता जितनी बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखने- सुनने के लिए जुटेगी उसे देखकर महागठबंधन दलों की घिग्घी बंध जाएगी। चुनाव आते- आते एनडीए की आँधी में महागठबन्धन हवा में उड़ जायगा और टूटकर बिखर जायगा। |
रक्षा बंधन २०१८: पूर्णिमा (रक्षाबंधन) के दिन किए जाने वाले प्रयोग | रक्षा बंधन २०१८: रेड सोम उसेफूल टिप्स फॉर तीस फेस्टिवल - हिन्दी ओनेइंडिया| पबलिश्ड: फ्रिदय, ऑगस्ट २४, २०१८, १०:०२ [इस्ट]नई दिल्ली। श्रावण की पूर्णिमा को वर्ष की बड़ी पूर्णिमा में गिना जाता है। पवित्र श्रावण माह के अंतिम दिन आने वाली इस पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन भी मनाया जाता है। यह दिन भाई-बहन के स्नेह का दिन तो होता ही है लेकिन शायद बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी अशुभ ग्रहों को अनुकूल करने और जन्मकुंडली में मौजूद किसी भी प्रकार के अशुभ योग को दूर करने के लिए श्रावणी पूर्णिमा के दिन कई प्रयोग किए जाते हैं। शास्त्रों का कहना है इस दिन किए जाने वाले प्रयोग गुप्त रूप से करना चाहिए। यानी किसी से भी इन प्रयोगों की चर्चा न करें। यदि कोई आपको ये प्रयोग करते हुए देख ले और कुछ पूछे तो उसकी बात का जवाब ना दें। आइए जानते हैं श्रावणी पूर्णिमा के दिन किन दुर्योगों से मुक्ति के लिए क्या प्रयोग किए जाना चाहिए।मस्तिष्क को बलपूर्णिमा के दिन फुल मून होता है, इसलिए जन्मकुंडली में चंद्र से जुड़े दोष दूर करने के लिए यह वर्ष का सर्वश्रेष्ठ दिन माना गया है। इस दिन रात्रि के समय चांदी के कटोरे में दूध-चावल से बनी खीर खाने से मस्तिष्क को बल मिलता है। चंद्र को मजबूती मिलती है और उससे जुड़ी समस्त पीड़ाएं शांत होती हैं।ग्रहण दोष का निवारणज्योतिष शास्त्र में ग्रहण दोष को सबसे अशुभ योगों में गिना जाता है। यदि जन्मकुंडली के किसी भी स्थान में सूर्य या चंद्र के साथ राहु या केतु बैठा हो तो ग्रहण दोष होता है। ऐसे योग वाले व्यक्ति के जीवन में कदम-कदम पर परेशानी आती है। कोई कार्य सफल नहीं होता। इस दोष के निवारण के लिए श्रावणी पूर्णिमा के दिन रात्रि में एक चांदी के बर्तन में पानी भरकर चंद्र की रोशनी में रखें। तीन घंटे रखने के बाद इस जल का सेवन लगातार २१ तक रोज थोड़ा-थोड़ा करें। इससे ग्रहण दोष से मुक्ति मिलती है।अल्पायु योग से मुक्तिजैसा कि नाम से ही जाहिर है, जिस व्यक्ति की जन्मकुंडली में अल्पायु योग होता है उसकी आयु कम होती है। ऐसे व्यक्ति की आयु बढ़ाने के लिए श्रावणी पूर्णिमा के समान कोई दूसरा दिन नहीं। इस दिन भगवान शिव की पूर्ण कृपा प्राप्त होती है जिससे अल्पायु योग कट जाता है और व्यक्ति को दीर्घायु प्राप्त होती है। अल्पायु योग चंद्र के कारण ही बनता है, ज्योतिष के अनुसार जब कुंडली में चंद्रमा पाप ग्रहों से युक्त होकर त्रिक स्थानों में हो तो अल्पायु योग बनता है। इसे काटने के लिए श्रावणी पूर्णिमा के दिन १०08 महामृत्युंजय मंत्र के जाप करते हुए गाय के घी से भगवान शिव का अभिषेक करें। शाम को चंद्रमा के उदय होने पर गाय के घी का दान करें।यह भी पढ़ें: रक्षा बंधन २०१८: इस मंत्र के साथ भाई की कलाई पर बांधिए राखी, होगी उम्र लंबीनीच का चंद्रमाजिन लोगों की जन्मकुंडली में चंद्रमा नीच का हो वे श्रावणी पूर्णिमा के दिन सायंकाल चंद्रोदय के बाद कच्चे दूध में मिश्री डालकर चंद्रमा को अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय ऊं सोमेश्वराय नम: मंत्र का जाप करें। गरीबों को दूध का दान करें। इससे चंद्रमा को बल मिलेगा।श्रावण माह भगवान शिव का माह होता है और इसका अंतिम दिन पूर्णिमा होता है। इसलिए शिवजी अपनी पूर्ण कृपा बरसाने को आतुर रहते हैं। कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए इस दिन विशेष पूजा की जाती है। इस दिन भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें और रात्रि के समय चांदी की डिबिया में शहद भरकर सुनसान जगह पर गाड़ दें। इससे कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।यह भी पढ़ें: रक्षा बंधन २०१८: ये बंधन तो प्यार का बंधन है...इसलिए एक धागा भाभी के लिए भीरक्षा बंधन सावन रिलिग्न फेस्टिवल गजेन्द्र शर्मा रक्षा बंधन सावन धर्म त्योहार गजेंद्र शर्मारक्षा बंधन इस सेलिब्रेटेड इन श्रावण मोंठ दूरिंग फुल मून दए और पूर्णिमा दए. हेरे इस सोम उनकोंन फैक्ट आबात इट.स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: फ्रिदय, ऑगस्ट २४, २०१८, १०:०२ [इस्ट] |
उच्च न्यायालय की सख़्त टिप्पणी-तीन तलाक़ को बताया असैंविधानिक,कहा पर्सनल बोर्ड भारत से बड़ा नहीं हो सकता।केंद्र को हस्तक्षेप की आज़ादी। जागरूक इंडियनइलाहाबाद हाई कोर्ट ने ट्रिपल तलाक को असंवैधानिक बताया है और कहा है कि इससे मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का हनन होता है। कोर्ट ने कहा कि कोई भी पर्सनल लॉ बोर्ड संविधान से ऊपर नहीं है। हाई कोर्ट ने ट्रिपल तलाक को लेकर दो मुस्लिम महिलाओं की तरफ से दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।हाईकोर्ट ने बुलंदशहर की हिना और उमरबी की ओर से दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया। २४ वर्षीय हिना की शादी ५३ साल के एक शख्स से हुई थी, जिसने उसे बाद में तलाक दे दिया।हाईकोर्ट की टिपण्णी के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष कमाल फारुकी ने कहा कि इस्लाम महिलाओं के अधिकारों पर दुनिया के सबसे ज्यादा प्रगतिशील धर्मों में से एक है। तलाक शरीय लॉ का हिस्सा है, इससे कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने कहा कि यह बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। मुझे खुशी है कि मेरी मुस्लिम बहनों को हक और इज्जत मिलेगी।गौरतलब है कि ट्रिपल तलाक के मामले को लेकर केंद्र सरकार और मुस्लिम संगठन आमने-सामने हैं। केंद्र सरकार ने ट्रिपल तलाक का विरोध किया था तो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस धार्मिक मामलों में दखल करार दिया था।अप्रैल १६, 20१६ नोवंबर १, 20१६ टीम जागरूक |
होम > उत्पादों > वोटिव मोमबत्ती(वोटिव मोमबत्ती के लिए कुल २४ उत्पादों)शीजियाज़उआंग ताबो कैंडल्स सल्स को.,लैड इस ओन ऑफ थे वोटिव मोमबत्ती लेडिंग ब्रांड इन चीना. इट इस थे फक्टरी & सप्लिएर स्पेशलिजिंग इन मानुफ़क्टरिंग वोटिव मोमबत्ती. ऑफेर हाई क्वालिटी वोटिव मोमबत्ती एट आ चेप व्होलसले प्राइस.तग: वोटिव बैटरी एलईडी मोमबत्ती , ल्यूमीनारा रेचार्जएबल चाय हल्की एलईडी , ल्यूमीनारा रेचार्जएबल वोटिव मोमबत्ती नेतृत्व मेंहमारे धूमहीन ल्यूमीनारा वोटिव मोमबत्ती मोमबत्ती की रोशनी का जोखिम लिए बिना के आम्बिएंस या खुले लपटों की चिंता प्रदान करता है। हाई-टेक की इसी संयोजन का एक असली चंचल ज्वाला के देखो अनुरूपित करने के लिए विद्युत चुम्बकीय और एलईडी लाइट्स का उपयोग,...तग: ल्यूमीनारा मन्नत मोमबत्ती , प्लास्टिक ल्यूमीनारा मन्नत मोमबत्ती , प्लास्टिक मन्नत मोमबत्तीप्लास्टिक ल्यूमीनारा मन्नत मोमबत्तीजोड़ें करने के लिए अपने घर सजावट - चिंता - प्लास्टिक ल्यूमीनारा वोटिव मोमबत्ती का यह सेट का उपयोग कर की लपटें हवा के बिना चमक माहौल। प्रत्येक नकली लौ पूरी तरह से एक जलाई मोमबत्ती के देखो मिमिक्स, लेकिन इसकी शानदार लौ...तग: बैटरी संचालित नृत्य लौ ल्यूमीनारा मन्नत मोमबत्ती , इनडोर नाच लौ ल्यूमीनारा मन्नत मोमबत्ती , लौ ल्यूमीनारा वर्ग मन्नत मोमबत्ती नाचल्यूमीनारा वोटिव मोमबत्ती पीले प्रकाश में, विशेष रूप से चलती बाती कर रहे हैं, उन सब के सब ल्यूमीनारा मन्नत मोमबत्ती असली मोमबत्ती की तरह बनाता है.ल्यूमीनारा वोटिव मोमबत्ती का उपयोग बैटरी, तो वे कर रहे हैं सुरक्षित, वहाँ में कोई धुआं और आग है.टाइमर...थोक चीन से वोटिव मोमबत्ती , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते वोटिव मोमबत्ती खोजने की आवश्यकता है। बस वोटिव मोमबत्ती पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे वोटिव मोमबत्ती का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
मैक एक्सम ऑन : मेडिसिन क्वेस्ट्न्स क.)ऑस्टियोपोरोसिस मई बे सीन इन आ/ए १)हाइपोफॉस्फेटासिया ३)>वन्य जीव सप्ताह कब मनाया जाता है ? >रामदेवजी मेले का प्रमुख नृत्य कौनसा है ? >भारतीय संविधान के अनुच्छेद १७ में क्या उपबंध किया गया है ? >अधिपादप किस विशेष तरह के स्थानों पर पाए जाते है ? >भारतीय संविधान के अंतर्गत संप्रभु शक्तियां किसके पास होती हैं ? >कैला देवी का विश्व प्रसिध्द मन्दिर राजस्थान के किस जिले में स्थित है ? >उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के पद की शपथ किसके द्वारा दिलाई जाती है ? >किस वर्ष में भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरूआत हुई ? >सरकारिया आयोग का सम्बन्ध किससे है ? >मूलभूत अधिकारों की सूची में से किस संविधान संशोधन द्वारा सम्पत्ति के अधिकार को हटाया गया ? >प्रादेशिक सेना में एम.एस. धोनी को कौन-सी मानद पदवी दी गई है ? >पूर्व सैनिकों के लिए देश का पहला मल्टीप्लेक्स बिहार के किस जिले में बनेगा ? >सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया ? >कलम का सिपाही ड्डति के लेखक कौन हैं ? >किस मुगल शासक ने तंबाकू के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था ? >मुद्राराक्षस नामक पुस्तक का लेखक कौन था ? >मैकमोहन रेखा द्वारा अलग किए जाने वाले दो देश कौन से हैं ? 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>उत्तर प्रदेश में स्थित राहुल सांकृत्यायन संस्थान में किन दुर्लभ वस्तुओं का संग्रह है ? >भारतीय संविधान ने राज्यनीति के निदेशक सिध्दान्त कहाँ से लिए है ? >भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का मुख्य कारण क्या था ? >भारत सरकार के बजट आंकड़ों में कुल व्यय और कुल प्राप्तियों के बीच अंतर को क्या कहते हैं ? >भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय कौन सा है ? >नेबुलर हाइपोथीसिस किसके उद्गम का सिध्दांत है ? >सबसे विशाल जीवित स्तनपायी कौन सा है ? >किसने कहा था, अच्छा नागरिक अच्छा राज्य बनाता है और बुरा नागरिक बुरा राज्य बनाता है ? >राजस्थान में खेतड़ी किसके लिए प्रसिध्द है ? >किस संस्था को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने पिन्जरे में बन्द तोता की संज्ञा दी थी ? >किस राज्य सरकार ने शहर में छेड़छाड़ से निपटने के लिए नवम्बर, 20१2 में महिला कमाण्डों टीम वीरांगना का गठन किया है ? >संविधान के किस संशोधन अधिनियम के द्वारा ६ से १4 वर्ष के सभी बच्चों के लिए शिक्षा के अधिकार को मूल अधिकार बनाया गया है ? >भारतीय प्रतीक पर उत्कीर्ण सत्यमेव जयते कहाँ से लिया गया है ? >साइमन कमीशन के बहिष्कार के दौरान हुए लाठी चार्ज के कारण किस नेता की मृत्यु हो गई ? >सामान्यतः बैंक सावधि जमा अधिकतम कितनी अवधि के लिए स्वीकार करते हैं ? >भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के कहाँ पर आयोजित वार्षिक सत्र में पूर्ण स्वराज का संकल्प अपनाया गया था ? >वह एकमात्र पक्षी कौन-सा है, जो पीछे की और उड़ता है ? >अपनी जैव.विविधता के कारण प्रसिध्द मेचूका घाटी कहाँ स्थित है ? >लिंगराज महल कहाँ स्थित है ? >चाइनामैन शब्द किस खेल में सम्बन्धित है ? >किस कोशिकांग को आत्महत्या की थैली कहा जाता है ? >रेडियो का आविष्कार किसने किया था ? >नासा ने ग्रीनलैण्ड की बर्फ का अध्ययन करने के लिए एक रोबोट भेजा है। इसका नाम क्या है ? >यूनीसेफ (यूनीसेफ) का मुख्यालय कहां स्थित है ? >भारत ने किस वर्ष एवं कहाँ आयोजित ओलम्पिक खेल में पहला स्वर्ण पदक जीता था ? >अमृतसर की संधि निम्नलिखित में से किसके और महाराजा रंजीत सिंह के बीच संपादित हुई ? >अजलान शाह कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >यू.एस.ए. की राजधानी किस नदी के किनारे स्थित है ? >मधुमेह से पीडि़त व्यक्ति की क्या जरूरत होती है ? >उत्तर प्रदेश में उर्दू प्रशिक्षण एवं अनुसन्धान केन्द्र कहां अवस्थित है ? >अनुदेशों के उस सेट को क्या कहते हैं, जो बताता है कि कम्प्यूटर को क्या करना है ? >भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता किसे कहा गया है ? >काले वन किस देश में पाए जाते हैं ? >आयरन शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र कौन बुला सकता है ? >गणना और तुलना के लिए कम्प्यूटर के किस भाग का प्रयोग किया जाता है ? >भारतीय संविधान की किस अनुसूची में राजभाषाओं का उल्लेख है ? >भारतीय रेलवे को सर्वाधिक राजस्व किससे प्राप्त होता है ? >यूरोपा किसका उपग्रह है ? >योजना आयोग का पदेन अध्यक्ष कौन होता है ? >संविधान में मूल कर्तव्यों की प्रेरणा किस देश से ली गई है ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थी ? >हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में कब स्वीकार किया गया ? >पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तथा हिरासत में लिए गए व्यक्ति को कितनी समयावधि के भीतर निकटतम मजिस्ट्रेट के पास ले जाया जाना होता है ? >कौन-सा ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है ? >ग्रामीण क्षेत्रों में शासन प्रबन्ध एवं विकास हेतु किस संस्था का गठन किया गया है ? >देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक कौन-सा है ? >कथकली किस राज्य का प्रमुख नृत्य है ? >विश्व के सबसे ऊंचे रेल पुल का जम्मू.कश्मीर में निर्माण हो रहा है। यह पुल किस नदी पर होगा ? >हीमोग्लोबिन का क्या कार्य है ? >आवृत्ति का मात्रक क्या होता है ? >बांबे, कलकत्ता और मद्रास उच्च न्यायालय की स्थापना किस अधिनियम के अंतर्गत की गई थी ? >भारत में समस्त अंतरिक्ष यान प्रचालन का मर्म केंद्र एम.सी.एफ (मास्टर कंट्रोल फेसिलिटी) का मुख्यालय कहां है ? >उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त संगठन कब बना ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >ई.मेल संदेशों के लिए स्टोरेज क्षेत्र को क्या कहते हैं ? >संविधान सभा ने संविधान किस तिथि को अपनाया था ? >स्वतंत्र भारत के चैथे राष्ट्रपति कौन थे ? >कौन-सा जैवीय कारक मरुस्थलों में कम वनस्पति के उत्पादन के लिए उत्तरदायी होता है ? >आर्य भारत में सबसे पहले आकर कहाँ बसे ? >भारत द्वारा अपने देश में विकसित हलके युध्दक विमान का नाम क्या है ? >किस राज्य की सरकार ने ३ फरवरीए 20१३ को सीएम किसान विदेश अध्ययन यात्रा आरम्भ करने की घोषणा की ? >किस राजा के शासनकाल में ईसाई धर्म प्रचारक सेण्ट थॉमस भारत आया ? >भारतीय विदेश व्यापार संस्थान कहाँ स्थित है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
बिजनेस स्टैंडर्ड - म्हाडा मकानों के लिए आवेदन शुरूवेडनेस्ड्य, जून १९, २0१९ ०६:४९ आम इंग्लिश | हिंदीम्हाडा मकानों के लिए आवेदन शुरूबीएस संवाददाता / मुंबई जुलाई १८, २0१८महाराष्ट्र गृह निर्माण एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) के घरों की लॉटरी के लिए आवेदन बुधवार से शुरू हो गया है। इसके तहत म्हाडा कोंकण मंडल के ९,0१८ और नागपुर मंडल के १,5१4 घरों की लॉटरी निकाली जाएगी। म्हाडा के इतिहास में अब तक इतने घरों की लॉटरी कभी नहीं निकाली गई थी। इस योजना में प्रधानमंत्री आवास योजना के घर भी शामिल किए गए हैं। आवेदन ९ अगस्त तक किए जा सकेंगे, जबकि घरों की लॉटरी १९ अगस्त को निकाली जाएगी। म्हाडा के घटक कोंकण गृह निर्माण एवं क्षेत्र विकास मंडल के ९,0१८ और नागपुर गृह निर्माण एवं क्षेत्र विकास मंडल के १,5१4 घरों की बिक्री लॉटरी के लिए ऑनलाइन आवेदन पंजीयन प्रकिया की शुरुआत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत राज्य में सस्ते मकानों के निर्माण के लिए कोंकण गृह निर्माण एवं क्षेत्र विकास मंडल की ओर से सस्ते घरों की राज्य में सर्वाधिक यानी ९,0१८ मकानों की रिकार्ड लॉटरी घोषित की है। इनके अलावा नागपुर मंडलके १,5१4 मकानों की लॉटरी निकाली जाएगी। म्हाडा के उपाध्यक्ष मिलिंद म्हैसकर ने बताया कि कोंकण और नागपुर मंडल के लॉटरी के लिए आवेदन पंजीयन का आरंभ बुधवार से हुआ है। कोंकण मंडल के लॉटरी के लिए प्राप्त आवेदनों की कम्यूटरयुक्त लॉटरी बांद्रा पूर्व क गृहनिर्माण भवन म्हाडा मुख्यालय में १९ अगस्त, २0१८ को सुबह १0 बजे निकाली जाएगी। कोंकण मंडल के मकानों के लिए आवेदन भरने की अंतिम अवधि ९ अगस्त है। नागपुर मंडल की लॉटरी के लिए आवेदकों का भी पंजीयन बुधवार से शुरू हो गया। ऑनलाइन आवेदन भरने की शुरुआत १९ जुलाई को दोपहर २ बजे से शुरू होगी और ९ अगस्त २0१८ तक आवेदन किए जा सकते हैं। फ डणवीस ने म्हाडा अधिकारियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अधिक से अधिक मकानों का समावेश लॉटरी में करने का निर्देश दिया। उन्होंने अगले दो सालों में १0 लाख किफायती मकानों का निर्माण करने का लक्ष्य पूरा करने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए।केय्वॉर्ड: मुंबई, हाउस, म्हादा,, |
हिमांशु शेखर मिश्र की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिन्दी - नत्व इंडिया'हिमांशु शेखर मिश्र' - १८३ वीडियो रिजल्ट्सचौंकाने वाला आंकड़ा! रेलवे में खाली पड़े हैं १.3१ लाख पदग्राउंड रिपोर्ट : 'आधार' मिला तो राशन कार्ड छिनाराष्ट्रीय दलों की संपत्ति में तेजी से हुआ इजाफा'हिमांशु शेखर मिश्र' - ३४७ न्यूज़ रिजल्ट्सकेंद्र सरकार की पहल, अब डाक के ज़रिए लोगों को मिलेगी सस्ती दालइंडिया | शनिवार अक्टूबर १5, २०१6 ०३:2१ प्म इस्टभारत सरकार ने त्योहार के मौसम में लोगों को उचित मूल्य पर दाल उपलब्ध कराने के लिए डाक नेटवर्क के ज़रिए रियायती रेट पर दाल बेचने का फैसला किया है.इंडिया | मंगलवार अक्टूबर ११, २०१6 ०७:३९ प्म इस्टत्योहारों के मौसम में खाने-पीने के सामान और ख़ासतौर पर मिठाइयों में मिलावट की शिकायत अब आम हो गई हैं. नकली मिठाइयों और मिलावटी सामान पर छापे भी ख़ूब पड़ते हैं. अब सरकार ने मिलावट रोकने के लिए नया और सख़्त बिल अगले महीने शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में लाने का फ़ैसला किया है.गस्ट पर केंद्र और राज्यों में बनी सहमति, २० लाख सालाना से कम का कारोबार रहेगा दायरे से बाहरबुसिनेस | शुक्रवार सितम्बर २३, २०१6 ०३:५५ प्म इस्टजीएसटी काउंसिल की बैठक में ये तय हुआ है कि २० लाख सालाना से कम का कारोबार जीएसटी के दायरे में नहीं आएगा, वहीं उत्तर-पूर्वी राज्य और दूसरे पहाड़ी राज्यों में १0 लाख से कम का कारोबार इस कानून के दायरे से दूर रहेगा.हिमांशु शेखर मिश्र से जुड़े अन्य समाचार |
प्रेमिका की तय हुई शादी, प्रेमी ने सुपारी किलर से कराया पिता का मर्डर - क्राइम इमेगाज आजतकप्रेमिका की तय हुई शादी, प्रेमी ने सुपारी किलर से कराया पिता का मर्डरयूपी के मैनपुरी में प्रेम प्रसंग में रोड़ा बने प्रेमिका के पिता को प्रेमी ने शूटर की मदद से गोली मारकर मौत के घाट उतरवा दिया. प्रेमी ने शूटर से ५० हजार रुपये में प्रेमिका के पिता को मार डालने का सौदा किया था. प्रेमिका की शादी दूसरी जगह तय किए जाने पर प्रेमी ने ये कदम उठाया है.ये खुलासा पुलिस ने रविवार को किया. बीते ११ जून को प्रेमिका के पिता का शव मक्के के खेत में पड़ा मिला था, उसी समय से पड़ताल में जुटी पुलिस ने घटना का खुलासा करके प्रेमी सोनू और शूटर ब्रह्मपाल को गिरफ्तार किया है. (प्रतीकात्मक फोटो)घटना मैनपुरी सदर कोतवाली इलाके के रमईहार गांव की है. यहां के रहने वाले नंदकिशोर का शव बीते ११ जून की सुबह मक्का के खेत में पड़ा मिला. उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी. दो गोली नंदकिशोर को लगी थी, एक गोली सिर और एक पेट में लगी थी.घटना के बाद गांव के राकेश व दिवाकर सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ. घटना की गहराई से पड़ताल में जुटी पुलिस को मृतक नंदकिशोर की पुत्री के गांव के ही युवक सोनू उर्फ सुनील से प्रेम संबंध होने की जानकारी लगी. (प्रतीकात्मक फोटो)इसके बाद पुलिस ने फार्मेसी के छात्र प्रेमी सोनू उर्फ सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पुलिस द्वारा कड़ाई से की गई पूछताछ में प्रेमी सोनू ने जुर्म स्वीकार करते हुए घटना का सारा सच उगल दिया.दरअसल सोनू उर्फ सुनील के मृतक नंदकिशोर की पुत्री से काफी समय से प्रेम संबंध थे. अपनी पुत्री को नंदकिशोर ने सोनू के साथ देख लिया था, इसके बाद नंदकिशोर ने बेटी को काफी डांटा और बेटी की शादी दूसरी जगह तय कर दी. (प्रतीकात्मक फोटो)शादी तय होने के बाद बेटी का प्रेमी सोनू उर्फ सुनील बहुत ज्यादा बौखला गया, वह अपनी प्रेमिका के पिता नंदकिशोर को मारने की योजना बनाई. प्रेमी सोनू का शूटर ब्रह्मपाल से ५० हजार रुपये में नंदकिशोर को मारने का सौदा तय हुआ.१० हजार रुपये ब्रह्मपाल को सोनू ने एडवांस दिए. शेष पैसा काम होने के बाद देने की बात तय हुई. दोनों ने २ तमंचा और कारतूस की व्यवस्था की. (प्रतीकात्मक फोटो)१० जून की रात नंदकिशोर घर से खाना खाकर खेत पर लगे ट्यूबवेल पर सोने के लिए जा रहा था. उसी समय रास्ते में नंदकिशोर जैसे ही मक्का के खेत पर पहुंचा, शूटर ब्रह्मपाल और प्रेमी सोनू उर्फ सुनील ने दो गोलियां नंदकिशोर को मार दी. नंदकिशोर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, सुबह उसका शव बरामद हुआ.घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी रही. भीड़ में हत्यारा प्रेमी सोनू भी था, जिससे किसी को कोई शक न हो. हत्या के मामले में जब गांव के दो लोगों राकेश और दिवाकर सिंह की एफआईआर में नामजदगी हुई. दोनों नामजद लोगों की तफ्तीश में नामजदगी झूठी पाई गई और एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. (प्रतीकात्मक फोटो)मैनपुरी एसपी अजय कुमार ने बताया कि यह प्रकरण थाना कोतवाली जनपद मैनपुरी का है. बीते ११ जून को पुलिस को सूचना मिली कि नंदकिशोर नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई जिसमें मुकदमा पंजीकृत हुआ और गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गईं. दोनों नामजद लोगों की तफ्तीश में नामजदगी झूठी पाई गई और एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. जानकारी मिली कि सोनू नामक युवक के मृतक की पुत्री से प्रेम संबंध थे, जिसको मृतक ने देख लिया था. तब से सोनू और उसकी प्रेमिका का मिलना जुलना बन्द हो गया था. (प्रतीकात्मक फोटो)एसपी ने आगे बताया कि सोनू का कहना है कि मृतक ने बेटी की शादी कहीं दूसरी जगह तय कर दी थी और कहा था उसके बाद वो उसे मार देंगे. सोनू ने बदला लेने के लिए पूरा प्लान रचा और एक शूटर को पचास हजार रुपये में तय किया. १० जून की रात शूटर की मदद से इसने मृतक नंदकिशोर को दो गोलियां मारी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. (प्रतीकात्मक फोटो) |
१४ चोरी करने वाले चोर को अब पुलिस ने दबोचा, ३ साल से रखा था ५० हजार का इनाम - युवा हरियानसेतंबर ६, २०१८ सिप्तंबर ६, २०१८ युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन १४ चोरी करने वाले चोर को अब पुलिस ने दबोचा, ३ साल से रखा था ५० हजार का इनामनूह, ६ सेप, २०१८नूहं में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है, पुलिस ने अख्तर नामक बदमाश को गिरफ्तार किया है। बता दें कि अख्तर के खिलाफ विभिन्न थानों में लूटपाट के १४ केस दर्ज हैं ।नवम्बर २०१५ को बंगलौर निवासी गुरुप्रकाश ने पुलिस को शिकायत दी और बताया कि उनके पास एक अग्रवाल नाम के व्यापारी का फोन आया था कि उसके पास एक टन काजू-बादाम हैं, जिसे वे बेचना चाह रहा है। उनकी बातों में आकर वे हवाई जहाज से अपने साथी शशांक के साथ दिल्ली आए और वहां से सोहना आए। जहां से २ युवक उन्हें अपनी कार में बैठा कर चाहलका पहाड़ ती तरफ ले गए।सभी आरोपियों ने मिल कर उनसे २ लाख १० हजार रुपए नकद, सोने की एक चेन व एक अंगूठी, ३ मोबाइल फोन और अन्य कुछ सामान लूट लिया था। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था। जज ने आरोपियों को ८ साल कैद और एक लाख रुपये जुर्माने की सजा भी सुनाई थी ।लेकिन इसी बीच आरोपी तावड़ू थाने से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए थे। अख्तार ३ साल से फरार चल रहा था। जिसके लिए पुलिस ने उसके खिलाफ ५० हजार रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया था । बुधवार को सी.आई.ए. ने पुलिस को सूचना दी कि अख्तर घासेड़ा गांव में आया है।सी.आई.ए. इंचार्ज समशुद्दीन ने तुरंत टीम बनाई और अब पुलिस द्वारा उसे घासेड़ा गांव से अरेस्ट कर लिया गया है। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां उसे २ दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस फिलहाल बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।हरियाणा में अब नसबंदी ऑपरेशन फेल होने पर मिलेगी दोगुना क्षतिपूर्ति राशिगुरुग्राम में युवक का शव मिलने से सनसनी, सिर पर पत्थरों से वार कर उतारा था मौत के घाट |
नेपाली नागरिकता के लिए भारत के तीन गॉव को न्योता - ऑनलाइन पिथौरागढ़होमेन्यूज नेपाली नागरिकता के लिए भारत के तीन गॉव को न्योताजून १७, २०२०बाय तेजू० कम्मंटजैसा कि आपको पता है वर्तमान में चीन के बहकावे में आकर नेपाल ने भारत के साथ अपने संबंधों को कुछ हद तक ख़राब कर दिया है इसी बीच खबर आ रही है कि नेपाल सदन में नया राजनीतिक नक्शा पास होने के बाद वहां के संविधानी भारत के तीन गांवों के लोगों को नागरिकता का न्योता देने का प्रस्ताव दे रहे हैं। नेपाल की राजधानी काठमांडू से प्रकाशित एक समाचारपत्र में संविधानी पूर्णमान शाक्य के बयानों का हवाला देकर कहा गया है कि अब भारत के तीन गांवों के ग्रामीण नेपाल की नागरिकता लेना चाहें तो सरकार उन्हें नागरिकता दे सकती है। अखबार में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के जानकार पूर्णमान शाक्य ने कहा है कि तीन गांवों के ग्रामीणों के पास भारत के आधार कार्ड होंगे, परंतु जिस जमीन पर वह रह रहे हैं वह भूमि नेपाल की है। यह अब नेपाल के नक्शे में शामिल है। समाचारपत्र में पूर्णमान शाक्य के बयानों के आधार पर कहा है कि अब नेपाल सरकार का अधिकृत नक्शा तैयार है। इसमें व्यास गांवपालिका को नेपाल में शामिल किया गया है। इस गांवपालिका में तीन ग्राम गुंजी, नाबी और कुटी आते हैं। भारत के तीन गांवों गुंजी, नाबी और कुटी की लगभग तीन हजार आबादी को भारत से बेहतर सुविधा की भी बात भी कह रहे हैं।नेपाल जिस क्षेत्र को अपना बता रहा है उस क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि भारत की भूमि नेपाल तक फैली है। नेपाल भारतीयों की भूमि को हड़पने के लिए इस तरह के तर्क दे रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गुंजी, नाबी, कुटी, कालापानी, लिपुलेख, लिंपियाधुरा सब भारत का है।साथ ही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में गुंजी के ग्रामीण अपनों से बात करने के लिए नेपाली सिम का उपयोग करते है या फिर वहां पर अपने कर्त्तव्य का निर्वहन कर रहे सशस्त्र बलों के सेटेलाइट फोनों का उपयोग करते है। |
अशोकनगर | २८-नवम्बर-२०१७जनसुनवाई में मंगलवार को जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से आने वाले आवेदकों की समस्याओं को कलेक्टर श्री बी.एस.जामोद द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ध्यानपूर्वक सुना गया। जनसुनवाई में प्राप्त आवेदनों से संबंधित शिकायतों एवं समस्याओं के निराकरण मौके पर किया गया। शेष आवेदनों का निराकरण सात दिवस में किये जाने हेतु संबंधित विभागों को भिजवाये गये। इस अवसर अपर कलेक्टर श्री ए.के.चांदिल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सुरेश कुमार शर्मा, तहसीलदार श्री सूर्यकांत त्रिपाठी, जिला अधिकारी एवं आवेदकगण उपस्थित थे।जनसुनवाई में ग्राम करैया निवासी सिरनाम प्रजापति द्वारा भूमि पर बलपूर्वक कब्जा किये जाने, ग्राम कदवाया निवासी जानकी कुश्वाह द्वारा बी.पी.एल.राशनकार्ड बनवाये जाने, ग्राम नगेश्री निवासी नर्मदा अहिरवार द्वारा शौचालय की राशि दिलाये जाने, ग्राम मयाना निवासी गोपाल अहिरवार द्वारा कुटीर स्वीकृत कराये जाने, ग्राम ढुडैर निवासी भैयालाल अहिरवार द्वारा मजदूरी की राशि दिलाये जाने, ग्राम भौराकाछी निवासी ममता बघेले द्वारा उज्जवला योजना के तहत गैस चूल्हा दिलाये जाने, ग्राम थिगली निवासी सुरेन्द्र सिंह द्वारा फसल बीमा राशि दिलाये जाने, ग्राम राजपुर निवासी परमाल सिंह कुशवाह द्वारा शौचालय की राशि दिलाये जाने, ग्राम बमूरिया निवासी मुकेश बंसकार द्वारा कुटीर स्वीकृत कराये जाने, ग्राम बमूरिया निवासी मुकेश अहिरवार द्वारा दिव्यांग पेंशन दिलाये जाने, ग्राम कनावटा निवासी दातार सिंह यादव द्वारा वृद्धावस्था पेंशन दिलाये जाने, मुंगावली निवासी चंदाबाई यादव द्वारा आर्थिक सहायता दिलाये जाने, ग्राम मूढराखाना निवासी ग्यारसा द्वारा भूमि पर जबरन कब्जा किये जाने, ग्राम बीसोर निवासी जगन्नाथ द्वारा शौचालय की राशि दिलाये जाने, ग्राम मूढरा निवासी तारासिंह द्वारा कुटीर स्वीकृत कराये जाने संबंधी आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त आवेदन संबंधित विभागों को कार्यवाही हेतु प्रेषित किये गए। |
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप: प्री-क्वॉटर फाइनल में पहुंचे किदांबी श्रीकांत - लेगेंड न्युस्गस्ट १, 2०१8 लीजेंडनऊज ० कम्मंट ख़िदम्बी श्रीकांत, प्री-क्वॉटर फाइनल, बैडमिंटन, विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिपनानजिंग। भारत के अग्रणी पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए बुधवार को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के प्री-क्वॉटर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। श्रीकांत ने पुरुष एकल वर्ग के दूसरे दौर में स्पेन के पाब्लो एबियान को मात दी। वर्ल्ड नंबर-६ श्रीकांत ने एक घंटे और दो मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में पाब्लो को 2१-१5, १2-2१, 2१-१4 से मात दी। उनका सामना अगले दौर में मलेशिया के डारेन लीव से होगा। सेबी को आंशका, देश से भाग सकते हैं ट्म्क नेता और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी के डी सिंह१2 अलग अलग बायोपिक में दिखेंगे सुशांत सिंह राजपूत |
बिग रिपोर्ट: प्रेम प्रसंग के चलते २ युवकों में पहले हाथापाई, फिर चली गोली, पुलिस ने १ आरोपी को किया गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी, पढें खबरवोइस ऑफ म्प द्वारा लिखित , अंतिम अपडेट: अक्टोबर १२, २0१9, ७:१0 प्मप्रतापगढ़. जिले में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। पुलिस की पकड़ धीली होती जा रही है। शहर के नीमच रोड पर रात को किसी बात को लेकर दो युवकों में विवाद हो गया। इस दौरान एक युवक ने फायरिंग कर दी। लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की ओर से प्रारंभिक जांच में मामला प्रेम प्रसंग में विवाद को लेकर बताया जा रहा है।कोतवाल मदनलाल खटीक ने बताया कि गुरुवार रात को नीमच रोड पर फायरिंग होने की सूचना मिली। इस पर वे जाप्ता लेकर मौके पर पहुंचे। वहां पर मौजूद लोगों से पूछताछ की।पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि रवि उर्फ गोलु ग्वाला व ओशिया विहार कॉलोनी के अभिषेक शर्मा के बीच किसी मामले को लेकर आपस में झगड़ा हुआ था। पुलिस ने दोनों के घर पहुंचकर तलाश की। लेकिन दोनों ही घर पर नहीं मिले। रात को रवि ग्वाला थाने पर आया और रिपोर्ट दी। उसने बताया कि वह गुरुवार रात को अपने घर पर था।रात नौ बजे अभिषेक ने फोन कर नीमच नाके पर बुलाया। वह वहां पहुचा तो अभिषेक के साथ दो अन्य युवक भी थे। तीनों ने उसके साथ मारपीट की। अभिषेक ने पिस्टल निकालकर पैरों के पास दो फायर किए और भाग गए। गोली चलने की आवाज सुनकर कई लोग मौके पर आ गए।पुलिस ने रात को युवक की तलाश ने कुछ जगह दबिश दी, लेकिन नहीं मिला। शुक्रवार को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अभिषेक ओसियां विहार कॉलोनी में है और एक काले रंग की गाडी में छुपा है। पुलिस ने वहां अभिषेक को पकड़ लिया। पुलिस फायरिंग की वजह और पिस्टल व कारतूस के बारे पूछताछ कर रही है।डीजीपी को भी लिखा पत्र-प्रतापगढ़. प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन माह से बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों से चिंतित विधायक रामलाल मीणा ने शुक्रवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भेंट की। उन्होंने जिले में पुलिस महकमे में हाल ही अंधाधुंध तबादलों पर नाराजगी जाहिर की। विधायक ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर जिले में कानून व्यवस्थ बनाए रखने के लिए उचित कार्रवाई की मांग की।विधायक मीणा ने पत्र कहा कि प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले ३ महीनों से मर्डर, फायरिंग और लूटपाट की जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है। पुलिस महकमे में असंतुलित स्थानांतरण से जिले के कई थानों में स्टाफ की कमी हो गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ढिलाई के चलते अपराधियों में भय खत्म होता जा रहा है।हत्या जैसे मामलों में पुलिस कोईकार्रवाई नहीं कर सकी। शव को जमीन में गाड़ देना जिसके ८ दिन तक पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पाई फिर परिजनों ने शंका जाहिर की तब जाकर शव को जमीन खोदकर निकाला गया। ऐसी घटनाओं से पुलिस और सरकार की छवि खराब हो रही है। |
नट डाटा ने $९.२४ मिलियन में किया एटम टेक्नोलॉजीस का अधिग्रहण टेक्संवादनत डाटा ने $९.२४ मिलियन में किया एटम टेक्नोलॉजीस का अधिग्रहणजापान की नट डाटा ने ६३ मून के स्वामित्व वाली एटम टेक्नोलॉजीस में ९.२४ मिलियन अमेरिकी डॉलर में ५५.३५% की हिस्सेदारी ख़रीदी है।हम आपको बता दें कि एटम टेक्नोलॉजीस एक भुगतान फिनटेक कंपनी है। यह अपने १.५ व्यापारी उपभोगताओं के बीच १0 बिलियन डॉलर तक के १५ करोड़ ट्रांजैकशन को संपन्न करता है। इतने बड़े नेटवर्क आधार वाली कंपनी में निवेश के साथ अब इस जापानी कंपनी की नज़र भारत के पेमेंट मार्केट में है।अपने १९ बिलियन डॉलर के राजस्व के साथ नट डाटा विश्व की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में शुमार है। क़रीब १.२ लाख वाले कर्मचारियों वाली यह कंपनी ५0 देशों में अपना संचालन करती है। साथ ही कंपनी का दावा है कि वे जापान में सबसे बड़े पेमेंट ऑपरेटर हैं।२00५ में जिग्नेश शाह के समर्थन वाले फ़ाइनेंशियल टेक्नोलॉजीस का भाग बन एटम टेक्नोलॉजीस ने अपनी शुरुआत की थी। हालाँकि बाद में फ़ाइनेंशियल टेक्नोलॉजीस का नाम बदल कर ६३ मून कर दिया गया था।इस मौके पर कंपनी के ६३ मून के म्ड और सियो, राजेंद्रन ने कहा,एटम टेक्नोलॉजीस भारत में डिजिटल पेमेंट सेवा प्रदान करने वाली पहली कंपनी है। जिसने इन वर्षों में काफ़ी तेजी से अपना प्रसार किया है और साथ ही आने वाले समय में अपने विकास की और भी संभावनाएं और क्षमताएं रखती है। और चूँकि ६३ मून इस बाज़ार को अलविदा कह रहा है, इसलिए अब हमें एक नए भरोसेमंद साथ की जरूरत थी।इस बीच हम आपको बता दें कि यह किसी जापानी कंपनी द्वारा भारत में किया गया अब तक का दूसरा सबसे बड़ा अधिग्रहण है। इसके पहले २0१3 में हिताची ने प्रिज़म पाय्मेंट्स सर्विसेस का १,५40 करोड़ रूपये में अधिग्रहण किया था।टेग्सतम टेक्नोलॉजीस्फीनेंशियल टेक्नोलॉजीशिताचिंट दाटाप्रीज़म पाय्मेंट्स सर्विसेसअधिग्रहण |
प्रशासन ने घरों में दवाइयाँ पहुंचाने के लिए कोऑर्डिनेट करने के लिए इंडस्ट्रीज डायरेक्टर हरजीतसिंह संधू को नोडल ऑफिसर नियुक्त कियाचंडीगढ --अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- प्रशासन ने घरों में दवाइयाँ पहुंचाने के लिए कोऑर्डिनेट करने के लिए इंडस्ट्रीज डायरेक्टर हरजीतसिंह संधू को नोडल ऑफिसर नियुक्त किया है। यह एनजीओ, सोशल ऑर्गेनाइजेशन और समाज सेवी लोगोंसे संपर्क कर कोरोना से निपटने के लिए सहयोग लेने के लिए भी कोऑर्डिनेट करेंगे। डीसी मंदीप सिंह बराड़ नेउन्हें नोडल ऑफिसर लगाया है।तैयार और कच्चा राशन पहुंचाने का काम ,डे शिफ्ट ,१० से पांच बजे तक, कीजिम्मेदारी एरिया एसडीएम अधिकारी एसडीएम सेंट्रल कांशी राम,एसडीएम ईस्ट मनोज,एसडीएम साउथ मोहन लाल को दी गई है।नाइट शिफ्ट ,शाम छह से नौ बजे तक,एसडीएम सेंट्रल रामदास,एसडीएम ईस्ट बशेशर, एसडीएम साउथ ललित मोहन यहजिम्मेदारी निभायेंगे।पका भोजन , एसडीएम सेंट्रल एंड साउथ मनीष सावने,एसडीएम ईस्ट नीरज घाई डेशिफ्ट में व नाइट शिफ़्ट,शाम छह से नौ बजे तक,एसडीएम सेंट्रल एंड साउथ ललित गौतम, एसडीएम तरुणनरूला को तैनात किया गया है।फल सब्जियों की सप्लाई के लिए अधिकारियों व वेंडरों की सूचीजोन-वनअधिकारी मोबाइलएसडीई अमितेश ७२७७१९०७८८जेई अमन ९४१६२३८३०९वेंडर कांटेक्ट नंबर सेक्टर७३५५६२१६३३ १, २, 3९४१60१7९80 ४, ९, १०९888२67९२6 ११९४6५3१२607 १२6२3९९२२36१ १४९8१४33२063 १४6२8४3४५068 १५९8१४33२063 १५8४२7५२6५४१ १68२6४30४38९ १68४२7९१3५7९ १7९४१60१7९80 २२९४१60१7९80 २387२7९6१२२९ २४९४१60१7९80 २५, २५वेस्ट, खुड्डा जस्सू73५५२५५४४५ खुड्डा अलीशेर९8१५703९१7 खुड्डा लाहौरा63९6५९306२ धनास९8१४33२063 धनास, कैंबवाला९6४63५3४९0 पीजीआइ कॉलोनीजोन-टूजेई अमरीक सिंह ९8१५९730९४वर्क मुंशी ललित मोहन ९8१५63९3387५08330९33 ५, 6९8१५२४२3५५ 7९8१५68१४8२ 88१४60१४3९५ १876९6४3९7१7 १९९78१०3५४33 २0९6५36९९763 २१९8१५२४२3५५ २6, २7, २8९५30५१83५५ २९73४7२68070 3086९९6४678१ बापू धाम, दड़वा6२8४0२30५8 मनीमाजरा883778१९९3 मौलीजागरां8१४6२87५3२ कॉलोनी नंबर-चार९५९२707२7४ इंडस्ट्रियल एरिया फेज-वन6२0338४67९ रायपुर कलां९78१०3५४33 रायपुर खुर्द९५7२378५78 मक्खनमाजरा7९8688९५38 किशनगढ़जोन-थ्रीएसडीई राम सिंह ९87२५१११3४जेई जगतार सिंह 883770४67२77१7२8५५76 3५९888९१२४५२ 36788९0२83५3 37९878४९3५१3 386२83९५0९38 38२6२83१२877९ 3९९78१०3५४33 3९२6२83678५6२ ४08५५6873880 ४१९87२6660१४ ४२8९68१११५४0 ४378१४736९१3 ५२९११५8४९१५५ कजहेड़ी8२6४366373 ५3, ५४, ५५73५५४९११7२ ५6700९7१५१3५ 6१९87766१५५7 डड्डूमाजरा88४7४१०8५0 मलोयाजोन-फोरजेई संदीप ९87२५१११४3वर्क मुंशी शिव सिंह ९९88२११3५36२3९8५38४8 3१7९866९२8२3 3२९78१०3५४33 33९५९२५४3५४8 3४९0२36११२५४ ४४8४२783808१ ४५8१४6१63२९8 ४6९५0१6९08२6 ४7९87२83९५3९ ४8९878४3९९7९ ४९6२03१५6२४0 ५076४3030077 ५१९8१५२१९68९ रामदरबार8२830२२8५8 हल्लोमाजरा7९86५११२08 बहलाना |
स्कूली बच्चों ने निकाली रैली दिया स्वच्छता का संदेश - पुलिस मुखबिर्होम फ्लाश स्कूली बच्चों ने निकाली रैली दिया स्वच्छता का संदेशस्कूली बच्चों ने निकाली रैली दिया स्वच्छता का संदेश(पीएम) संवाददाता महराजगंज परतावल सिसवा बाजार कस्बे के जैनी छपरा वार्ड नम्बर एक गोरख शाही मेमोरियल सिटी व कन्या जुनियर हाई स्कूल मे आज दिन गुरुवार को विद्यालय के बच्चों ने स्वच्छता पखवारे के तहत जनजागरूकता रैली निकाली।जिसमे स्कूली बच्चों ने विद्यालय से निकलकर जैनी छपरा, मास्जिदिया टोला, छावनी टोला, पाण्डे टोला, बिजापार भ्रमण करने के पश्चात वापस विद्यालय पहुंचकर रैली समाप्त हुई।इस दौरान रैली में चल रहे विद्यालयों के बच्चे अपने हाथों में स्वच्छता से संबंधित विभिन्न स्लोगन लिखी तख्तियां लिए हुए थे। वे ग्रामीणों को स्वच्छता की जानकारी देने के अलावा उन्हें जागरूक भी कर रहेेे थे। विद्यालय के प्रधानाचार्य अभय दुबे ने कहा कि इन दिनों देश में स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।बच्चों द्वारा रैली निकालकर लोगों को साफ- सफाई के प्रति जागरूक करना बड़ी बात है। सभी को इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करना चाहिए। रैली को सफल बनाने में स्कूलों के बच्चों व शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य अभय दुबे, अमन शाही, ओमप्रकाश तिवारी, सुजित पाण्डेय, नोगेन्दर तिवारी, नीलम सिंह,. सुमन सिंह, राधा पाण्डेय, पुजा गोड़ आदि मौजूद रहे।जैनी छपरा वार्ड नम्बरप्रेवियस आर्टियलअपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में एक गिरफ्तारनेक्स्ट आर्टियलमासूम पौत्री का कलियुगी बाबा ने किया निर्मम हत्यासफाई अभियान को लेकर हियुवा तहसील अध्यक्ष ने दिया धरना ~माँगी न्यायभाजपा नेता अजय श्रीवास्तवा ने चन्दन नदी के अप्रोच का किया निरीक्षणएसपी ने सभी राजपत्रित अधिकारियों व शाखा प्रभारियों के साथ समीक्षा गोष्ठी की |
शनिवार को २ घंटे लेट हुई देश की पहली निजी ट्रेन तेजस, अब यात्रियों को मिलेगा इतना मुआवजा - लाइफबेरीस.कॉम हिंदीशनिवार को २ घंटे लेट हुई देश की पहली निजी ट्रेन तेजस, अब यात्रियों को मिलेगा इतना मुआवजाबाय: पिनकी मों, २१ ऑक्ट २0१9 १२:३९ प्मदिल्ली-लखनऊ के बीच चलने वाली देश की पहली निजी हाईस्पीड ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (तेजस एक्सप्रेस) शनिवार को पहली बार दोनों तरफ लगभग २ घंटे देरी से पहुंची। देरी से पहुंचने की वजह से अब प्रत्येक यात्री को २50 रुपए मुआवजा दिया जाएगा। बता दे, ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को २50 रुपए तक मुआवजा मिलने का प्रावधान है। अगर ट्रेन १ घंटा लेट होती है तो १00 रुपए और २ घंटे लेट होने पर २50 रुपए रिफंड मिलेगा। लखनऊ से ट्रेन में ४5१ यात्री सवार हुए थे। जबकि नई दिल्ली से ५०० लोगों ने यात्रा की थी। यह देरी रख-रखाव में ज्यादा वक्त लगने से हुई।आईआरसीटीसी के लखनऊ के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने कहा कि हमने यात्रियों के मोबाइल पर एक लिंक भेजी है, जिस पर क्लिक करने से वे अपने मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं। शनिवार को देरी होने के कारण यात्रियों को अतिरिक्त चाय, दोपहर का खाना और उन्हें दिए गए रिफ्रेशमेंट के पैकेट्स पर "सॉरी फॉर डिले' छपा हुआ था।यह ट्रेन ४ अक्टूबर को लॉन्च की गई थी। इसका संचालन इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (इर्क्टक) करता है। पहली बार ऐसा होगा कि यात्रा में देरी पर यात्रियों को मुआवजा मिलेगा। प्रावधान के मुताबिक, मुआवजा तब दिया जाता है, जब ट्रेन अपने अंतिम स्टेशन पर निर्धारित समय से देरी से पहुंचती है। वहीं, निर्धारित समय से देरी से चलने के बावजूद ट्रेन अंतिम स्टेशन पर समय से पहुंचती है तो मुआवजा नहीं दिया जाएगा।तेजस एक्सप्रेस डेलाएड |तेजस एक्सप्रेस न्यूज इन हिन्दी | |
बिहार-झारखंड न्यूज | दते: २१-जान-२०१९ | १५:२८:५५सामान्य वर्ग को आरक्षण दिए जाने के फैसले के बीच बिहार के मुख्यमंत्री और ज्दू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग छेड़ दी है. उन्होंने कहा कि 20२१ में जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए. आगामी लोकसभा चुनाव के ख्याल से नीतीश कुमार की यह मांग काफी अहम है. बिहार में ज्दू की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (र्ज्ड) पूर्व में की गई जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग उठाती रही है.20१५ के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले र्ज्ड के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जमकर जातिगत जनगणना रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग उठाई थी. हाल ही में जब केंद्र की मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य वर्ग को शिक्षा और रोजगार में १० प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया तो र्ज्ड ने एक बार फिर से जातिगत जनगणना रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की थी.जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही ?र्ज्ड नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवाल किया कि केंद्र सरकार आखिर जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही है? दरअसल, र्ज्ड और अन्य कुछ पार्टियों का कहना है कि जातिगत जनगणना संबंधी रिपोर्ट आने से ऑब, स्क, स्त का आरक्षण दायरा बढ़ेगा.लोकसभा में सामान्य वर्ग को दिये जाने वाले आरक्षण संबंधी बिल पर र्ज्ड सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा था कि सरकार जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सामने लाए और स्क, स्त और ऑब को ८५ फीसदी आरक्षण दिया जाए.जातिगत जनगणना पर खर्च किया करोड़ों रुपए !तब समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा था कि जातिगत जनगणना पर करोड़ों रुपए खर्च किया, लेकिन रिपोर्ट जारी नहीं की जा रही है. यह रिपोर्ट जारी की जाए और जिसकी जितनी आबादी है, उसे उतना आरक्षण दिया जाए.आपको बता दें कि २०११ में जगणना के समय जाति को लेकर लोगों से सवाल पूछे गए थे. लेकिन डाटा सार्वजनिक नहीं किया गया. समय-समय पर इसकी मांग उठती रही है. |
शहीद कपूर एंड मीरा राजपूत फाइनली टके थेईर हनीमूनबॉलीवुड की खूबसूरत नई विवाहित जोड़ी शाहिद कपूर और मीरा राजपूत कपूर को अपने विवाह के लगभग एक माह के अधिक समय बाद अब अपने हनीमून के लिए वक़्त मिल गया है। खबर है कि शाहिद कपूर अपनी खूबसूरत पत्नी को हनीमून के लिए देश से बाहर लंदन ले कर जा रहे है।७ जुलाई को खूबसूरत महिला मीरा राजपूत से व्याह करने वाले शाहिद कपूर विवाह के बाद से ही काफी व्यस्त चल रहे थे। शादी के अगले दिन शाहिद और मीरा मुंबई आ गये और उसके बाद शाहिद मीरा बॉलीवुड के सहयोगियों और दोस्तों के लिए भव्य रिसेप्शन के आयोजन में व्यस्त हो गये। शादी के रिसेप्शन का कार्यक्रम पूर्ण होते ही मीरा के पति अभिनेता शाहिद अपने डेब्यू टीवी शो झलक दिखला जा की शूटिंग में और उसके बाद आगामी फिल्म शानदार के प्रमोशन में व्यस्त हो गये।शादी के बाद से ही शाहिद को अपने प्रोजेक्ट्स की वजह से विवाहित जीवन में पत्नी मीरा के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका अधिक नही मिला था और कुछ दिन पहले यह जोड़ी निजी जीवन में अनबन को लेकर भी सुर्खियों में थी लेकिन अनबन की सभी खबरों को गलत साबित करते हुए दोनों लवबर्ड्स लंदन के रोमांटिक मौसम और अपने हनीमून को एन्जॉय करने के लिए रवाना हो चुके है।और पढ़े :- शाहिद और मीरा राजपूत की शादी में नही है अनबनसूत्रों से मिली खबर के बात करें तो शाहिद कपूर और मीरा राजपूत का यें हनीमून सिर्फ १५ दिनों का ही है। अपने हनीमून से लौटने के बाद शाहिद को आलिया भट्ट के साथ रिलीज होने वाली शानदार फिल्म और उड़ता पंजाब के प्रमोशन में बीजी होना पड़ेगा।खैर इस समय तो दोनों पति पत्नी हनीमून पर एक साथ समय बिता रहे है और हम जल्द ही उनके हनीमून से जुडी कुछ अच्छी सेल्फी और तस्वीरों के मिलने की उम्मीद कर रहे है। |
नई मिसाल: सावन में हर दिन करता है बाबा भोले की पूजासैतुर्ड्य , नोवंबर १७ २०१८ - ७:२४ पम्होम > धर्म > नई मिसाल: सावन में हर दिन करता है बाबा भोले की पूजा०२/0७/२०१८ ३:०२ आमनई दिल्ली : हिंदू और मुसलमान में जहां हर दिन धर्म को लेकर नए-नए विवाद खड़े हो जाते है।वहीं इस सख्स के बारे में जानकर आपको खुशी होगी जो सावन शुरु होते ही हर दिन भगवान शिव की पूजा करता है।आपको बता दें एक मुसलमान को भगवान शिव के प्रति इतनी श्रद्धा है, जो हर सावन में उनकी पूजा करता है। अफजल का साफ कहना है कि उन्हें शिव पर उतना ही विश्वास है, जितना कि उन्हें अपनी खुदा पर। उनकी नजरों में हिंदू व मुसलमान का भेद केवल बेमानी है।मुसलमान पारा नेवरा निवासी २४ साल के सैय्यद अफजल अपने घर से करीब ५० कदम दूर शीतला मंदिर में स्थापित शिवलिंग पर सावन के महीने में अगरबत्ती जलाकर शिव की आराधना करते हैं। अफजल का कहना है कि वह यह सब इसीलिए नहीं करते कि कौमी एकता दिखे, बल्कि इसीलिए करते हैं कि उन्हें लगता है कि सबका ईश्वर या खुदा एक है। अफजल को इस बात की भी परवाह नहीं कि उनके कौम के लोग क्या कहेंगे। बल्कि सावन के महीने में वे हर दिन पूरी श्रद्धा के साथ शिव लिंग के समक्ष अगरबत्ती जलाना नहीं भूलते।इसके साथ ही शिव की आराधना करते समय अफजल अपनी वेशभूषा में ही रहते हैं। उन्हें अगरबत्ती जलाते देख, उनसे पूछा गया कि मुसलमान होने के बाद भी वे शिव के समक्ष अगरबत्ती क्यों जलाते हैं। तब उनका सीधा सा जवाब था कि उन्हें शिव पर उतनी आस्था है, जितनी खुदा पर।अफजल का कहना है कि वे किसी तरह की मन्नत नहीं मांगते, बल्कि वे पूरी श्रद्धा से ही शिव लिंग की आराधना करते हैं। वे काम पर भरोसा करते हैं। अफजल का कहना है कि उसे शिव लिंग के सामने गजब का सुकून मिलता है। उसका यह भी कहना है कि हिंदू व मुसलमान के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश हो रही है जो ठीक नहीं है।नई मिसाल: सावन में हर दिन करता है बाबा भोले की पूजा बाबा भोले की पूजा सावन२०१८-0७-०२ |
जनता के आरटीआई हथियार को सरकार ने लिया छीन; पारदर्शिता गयी कूड़ेदान में, भ्रष्टाचार की जय!नई दिल्ली। आखिर जिस बात की आशंका थी वही हुआ। आरटीआई पर राज्यसभा में भी सरकार भारी पड़ गयी। और विधेयक पारित हो गया। विपक्ष हंगामे तक सीमित होकर रह गया। बताया जाता है कि पीएम मोदी ने विधेयक को पारित कराने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की थी और उसका नतीजा भी निकला। बीजेडी विधेयक को समर्थन देने के लिए तैयार हो गयी। यह चीज सिर्फ बीजेडी तक सीमित नहीं रही सरकार को राज्यों में सत्तारूढ़ टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस का भी समर्थन मिल गया।बहस के दौरान विपक्ष ने विधेयक को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने का प्रस्ताव दिया। जिसे सरकार ने मानने से इंकार कर दिया। आखिर में इसको लेकर मतदान हुआ जिसमें सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने के पक्ष में महज ७५ वोट पड़े जबकि उसके विरोध में ११७ लोगों ने वोट दिया। वोटिंग से पहले कांग्रेस नेताओं ने कुछ हस्तक्षेप किया तो विपक्षी दलों के साथ सत्ता पक्ष के लोगों की तीखी झड़प हो गयी। जिसके बाद दल के नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में पार्टी ने वाकआउट कर दिया।टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रेयन ने कहा कि संसद को इसकी जांच करनी है। इसकी जांच के लिए समय चाहिए। यह टी-२० का मैच नहीं है।सदन में विपक्ष के एक दूसरे सदस्य ने कहा कि विधेयक कोई डोसा बनाने जैसा काम नहीं है।बताया जाता है कि बीजेडी, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस ने पहले ही बिल के समर्थन का सत्ता पक्ष को भरोसा दिया था जिससे सरकार का काम आसान हो गया।वाईएसआर कांग्रेस के विजय साय रेड्डी ने बताया कि हम आरटीआई संशोधन विधेयक का समर्थन करेंगे.यह मांग सही नहीं है कि सभी बिल स्टैंडिंग कमेटी या फिर सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने चाहिए।टीआरएस जिसने पहले विधेयक का विरोध करने का फैसला किया था बताया जाता है कि गृहमंत्री अमित शाह के तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से बात करने के बाद अपना रुख बदल लिया और विधेयक का समर्थन करने के लिए तैयार हो गयी।सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को शायद इस बात का पहले ही आभास हो गया था कि नंबर उसके पक्ष में नहीं हैं और विधेयक को रोकना कठिन है। लिहाजा उसने वाकआउट करने में ही अपनी भलाई समझी।पांच सदस्यों के कल रिटायर होने के बाद बहुमत में बीजेपी गठबंधन को केवल ६ की कमी रहेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पहले ही आरटीआई विधेयक में संशोधन का विरोध कर चुकी हैं और उन्होंने इस सिलसिले में एक खुला पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र विधेयक को पारित कराने पर आमादा है।इसके पहले कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने 1६ पेंडिंग विधेयकों में से सात को स्टैंडिंग या फिर सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने पर सहमति बनायी थी और उसे सरकार पर दबाव डालकर लागू करने के बारे में तय किया था।आरटीआई में इस विधेयक के द्वारा बदलाव हो जाने के बाद अब सूचना आयुक्तों की नियुक्ति, सैलरी और सेवा से जुड़ी तमाम शर्तों और प्रावधानों पर सरकार फैसला ले सकती है।विपक्ष ने उसे आरटीआई खात्मा विधेयक करार दिया था उसका कहना था कि रोजगार और सैलरी संबंधी चीजों को तय करने का अधिकार सरकार को देने से आरटीआई अथारिटी की स्वतंत्रता पर विपरीत असर पड़ेगा।उनका कहना है कि यहां तक कि ईमानदार अधिकारी भी संवेदनशील सूचनाओं का खुलासा करने से बचने लगेंगे अगर उनकी सैलरी और रोजगार पर उसका असर पड़ेगा।पिछले सत्तर सालों के लोकतंत्र में अगर किसी एक कानून को जिसने जनता को सबसे ज्यादा अधिकार दिए हों चिन्हित किया जाए तो आरटीआई उसमें नंबर वन पर आएगा। लेकिन मौजूदा बीजेपी सरकार ने जनता से उस अधिकार को भी छीन लिया। अनायास नहीं देश के विभिन्न हिस्सों में बाकायदा आरटीआई एक्टिविस्ट खड़े हो गये और पूरा क्षेत्र एक आंदोलन का रूप ले लिया।व्यवस्था में इसने जो पारदर्शिता ले आने का काम किया उससे भ्रष्टाचार जैसे राक्षस पर लगाम लगाने में अच्छी खासी मदद मिली। लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का दावा करने वाली सरकार ने ही उस हथियार को खत्म कर दिया।टैग्स: अमेंडमेंट ब्जप कांग्रेस ऑपऑजिशन पास राज्यसभा रती वाकॉटप्रेवियस उसकी जवानी चली गयी, हमारे माता-पिता की मौत हो गयी, मेरे आंसू सूख गए और मैं उसके लिए रोते हुए बूढ़ी हो गयी।नेक्स्ट वित्त सचिव सुभाष स्वदेशी की भेंट चढ़े या फिर है सरकार में जारी अनिश्चितता का नतीजा?१० ह्र एगो विजय शंकर सिंह२ ह्र एगो शिवाजी राय६ ह्र एगो प्रदीप सिंह |
समाचारपत्रों की सुर्खियां जुलाई -१० | थे इंडियन आवाजइंडियन आवाज़ १७ जुल २०१८ ०१:५८:३१ समाचारपत्रों की सुर्खियां जुलाई -१०पबलिश्ड ऑन: १०/०७/२०१८ - १२:२० प्म बाय इंडियन आवाजनिर्भयादुष्कर्म के दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रहने की खबर आज के अनेक अखबारों की पहली खबर हैः। हिंदुस्तान लिखता है- निर्भया के गुनहगार फांसी पर ही लटकेंगे। नवभारत टाइम्स ने लिखा है- सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कीतीन की रिव्यू पिटिशन, फांसी के फंदे के करीब पहुंचे निर्भयाके गुनहगार। राष्ट्रीय सहारा लिखता है- अब दोषियों केपास केवल क्यूरेटिव और दया याचिका ही विकल्प।दैनिक जागरण और जनसत्ता नेदक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोएडा में सबसे बड़ीमोबाइल फैक्ट्री के उद्घाटन की खबर को अपना पहला समाचार बनाया है। इस संबंध में पंजाबकेसरी की टिप्पणी है-आओ दीदार करो भारतीय डिजीटल क्रांति का। पत्र ने प्रधानमंत्री का बयान दियाहै-न्यू इंडिया संस्कृति के लिए हर कारोबारी को आमंत्रण।दैनिक जागरण की सुर्खी है- ४० लोगों कीजान लेने वाले डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या। जनसत्ता ने भी इसेसबसे ऊपर दिया है। नवभारत टाइम्स की टिप्पणी है- पूरबका डॉन पश्चिमी यूपी की जेल में ढेर।देशबन्धु ने सर्वोच्च न्यायालयके फैसले को बॉक्स में प्रकाशित किया है-निजी अस्पतालों को करना होगा गरीबोंका मुफ्त इलाज।इकॉनॉमिक टाइम्स ने स्वस्थ भारत कीतैयारी शीर्षक से खबर दी है कि देश के फूड रेगुलेटर एफएसएसएआई ने रेस्टोरेंट से कहा-ग्राहकों कोपरोसे जाने वाले आइटम की कैलोरी की जानकारी मेन्यू में दें। पत्र लिखता है-ईट राइट मूवमेंट के तहत उठाया बड़ा कदम।जनसत्ता ने सात जुलाई तक हुईवर्षा के आधार पर बताया है-बिन मानसून सब सून बारह सूबों में उम्मीद से कम बरसेबदरा। वहीं दैनिक ट्रिब्यून ने हिमाचल प्रदेश में कल से १३ जुलाई तक भारी वर्षा की मौसम विभाग की चेतावनी दी है।पत्र ने वैश्विक तापमान में वृद्धि को लेकर किएगए एक अध्ययन के हवाले से लिखा है-अनुमान से दोगुना तक गर्म हो सकती हैधरती। |
अंबाती रायडू ने फिर किया निराश, दुसरे वनडे में भी सस्ते में लौटे - ओनेइंडिया हिंदीपबलिश्ड : जान्वरी १५, २०१९, ०३:५६अंबाती रायडू पवेलियन लौटे, २९९ रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को लगा तीसरा झटका,२९९ रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को शिखर धवन ने ताबड़तोड़ शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए ४७ रनों की साझेदारी हुई। धवन २८ गेंदों में ३२ रन बनाकर बेहरेनडोर्फ की गेंद पर कैच आउट हो गए। इसके बाद कप्तान कोहली के साथ मिलकर रोहित ने पारी को आगे बढ़ाया और भारत के स्कोर को १०० के पार पहुंचाया। |
बरण में आज डीजल की कीमत ८२.९०/ल्त्र रुपए [४ अगस्त, २०२०] - ड्राइवस्पार्क हिंदीहिन्दी बरण में डीजल की कीमतेंहर दिन डीजल की कीमतों में हो रहे बदलाव के चलते बरण में आज डीजल के दाम र्स . ८२.९० /ल्त्र पहुंच गए हैं। इससे पहले बरण में आखिरी बार ३ अगस्त, २०२० को डीजल की कीमतों में +० रुपए की बढ़ोतरी देखी गई थी। ऊपर दिए गए डीजल की कीमतों में राजस्थान राज्य के टैक्स शामिल है। इसके अलावा जानिए बरण में डीजल की कीमतों में क्या बदलाव हुए हैं। ८२.९० /ल्त्र ०.००पिछले १० दिनों में बरण में डीजल की कीमतें०३ अगस्त, २०२० ८२.९० /ल्त्र ०.०००२ अगस्त, २०२० ८२.९० /ल्त्र ०.०००१ अगस्त, २०२० ८२.९० /ल्त्र ०.०२३१ जुलाई, २०२० ८२.८८ /ल्त्र ०.००३० जुलाई, २०२० ८२.८८ /ल्त्र ०.००२9 जुलाई, २०२० ८२.८८ /ल्त्र ०.००२8 जुलाई, २०२० ८२.८८ /ल्त्र ०.००२7 जुलाई, २०२० ८२.८८ /ल्त्र ०.००२6 जुलाई, २०२० ८२.८८ /ल्त्र ०.१४२5 जुलाई, २०२० ८२.7४ /ल्त्र ०.१५बरण में डीजल की ऐतिहासिक कीमतेंअगस्त में अधिकतम कीमत ८७.९२ अगस्त ०२शनिवार, अगस्त १, २०२० ८२.९०रविवार, अगस्त २, २०२० ८७.९२जुलाई में अधिकतम कीमत ८७.8४ जुलाई ३१जुलाई में न्यूनतम कीमत 8१.५६ जुलाई ०6बुधवार, जुलाई १, २०२० 8१.५६शुक्रवार, जुलाई ३१, २०२० ८७.8४जून में अधिकतम कीमत ८७.8४ जून ३०जून में न्यूनतम कीमत 7०.6० जून ०6सोमवार, जून १, २०२० 7०.6०मंगलवार, जून ३०, २०२० ८७.8४मई में अधिकतम कीमत ७८.११ मई ३१मई में न्यूनतम कीमत 7०.०6 मई ०7शुक्रवार, मई १, २०२० 7०.०6रविवार, मई ३१, २०२० ७८.११अप्रैल में न्यूनतम कीमत ६९.5२ अप्रैल १५बुधवार, अप्रैल १, २०२० ६९.5२गुरूवार, अप्रैल ३०, २०२० ७६.९८मार्च में अधिकतम कीमत ७५.८६ मार्च ३१मार्च में न्यूनतम कीमत ६७.३6 मार्च २१ |
११/०७/१७ | प्राइमरी का मास्टर | शिक्शमित्र | बेसिक शिक्षा न्यूज | उपड़त्मार्ट्स | उप्तत| प्राइमरीकमास्त्रहोम / आर्कीव् फॉर ११/०७/१७शिक्शमित्र पढ़ेगा एस०एम० तभी मास्टर बनेगा एस०एम०: हिमांशु राणाशिक्शमित्र पढ़ेगा एस०एम० तभी मास्टर बनेगा एस०एम०: हिमांशु राणा मा० सर्वोच्च न्यायालय में संविधान पीठ का गठन कैसे होता है पता तो कर लो पह...उप्तत: ८३९ याचियों की नियुक्ति के सम्बन्ध में हिमांशु राणा की पोस्टउप्तत: ८३९ याचियों की नियुक्ति के सम्बन्ध में हिमांशु राणा की पोस्ट बात तो खैर बहुत पुरानी है लेकिन समय समय पर हर कोर्ट कार्यवाही से वाकिफ ...डिजिटल बोर्ड: भारत के सभी स्कूलों में लागू होगा ऑपरेशन डिजिटल ब्लैक बोर्डन्यूज: लखनऊ-यूपी कैबिनेट मीटिंग में ५ प्रस्तावों को मिली हरी झंडीटीचर न्यूज: शिक्षकों की कमी को पूरा करने को योगी सरकार कर रही है टीचर्स की रिटायर उम्र बढ़ाने पर विचारटीचर न्यूज: शिक्षकों की कमी को पूरा करने को योगी सरकार कर रही है टीचर्स की रिटायर उम्र बढ़ाने पर विचार प्रदेश में शिक्षको की कमी को पूर...शिक्शमित्र संकट में फंसे शिक्षामित्रों में अब आरोप प्रत्यारोप, हरदोई जिले के 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पदों का जारी किया ब्योरा कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की संयुक्त...रिटायर्ट सरकारी शिक्षकों से काम लेने के विरोध में एबीवीपीरिटायर्ट सरकारी शिक्षकों से काम लेने के विरोध में एबीवीपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने माध्यमिक स्कूलों में रिटायर शिक्षकों ...प्राइमरी का मास्टर शिक्षकों ने बीईओ पर लगाया धनउगाही का आरोप, अपमानित कर पैसे बसूली का आरोपशिक्शमित्र इलाहाबाद हाईकोर्ट: शिक्षा मित्रों के मामले में आज हुई सुनवाई के सारशिक्शमित्र इलाहाबाद हाईकोर्ट: शिक्षा मित्रों के मामले में आज हुई सुनवाई के सार मित्रों, जैसा कि आज दिनांक - ०७ नवम्बर को माननीय इलाहाबा...प्राइमरी का मास्टर महराजगंज : बीएसए से मिल शिक्षक नेताओं ने लगाया भेदभाव का आरोप, ३० अक्टूबर को हुई बाल क्रीड़ा तैयारी बैठक में आमंत्रित नहीं करने से नाराज थे शिक्षक नेताप्राइमरी का मास्टर महराजगंज : बीएसए से मिल शिक्षक नेताओं ने लगाया भेदभाव का आरोप, ३० अक्टूबर को हुई बाल क्रीड़ा तैयारी बैठक में आमंत्रित नही...उप्तत: यूपीटेट की संशोधित उत्तरमाला जारी, दोनों स्तरों के सभी ४-४ सेट में कुल २२ सवालों के जवाब गए बदलेउप्तत: यूपीटेट 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संशोधित अंस्वर की जारी, दो सवालों के थे गल...शिक्शमित्र शिक्षामित्र मामले में स.कार्य स.वेतन का नम्बर न आने से अब सुनवाई १३/११/20१७ कोशिक्शमित्र शिक्षामित्र मामले में स.कार्य स.वेतन का नम्बर न आने से अब सुनवाई १३/११/20१७ को आज अपने समान काम समान वेतन केस की सुनवाई नही...शिक्शमित्र शिक्षामित्रों के लिए आज का दिन होगा महत्वपूर्ण: माननीय हाईकोर्ट में होगी अहम सुनवाईशिक्शमित्र शिक्षामित्रों के लिए आज का दिन होगा महत्वपूर्ण: माननीय हाईकोर्ट में होगी अहम सुनवाई मित्रों जैसा कि हमने आपको बताया था कि हम...पीएसी में १८ हजार सिपाहियों की भर्ती जल्दप्राइमरी का मास्टर: नहीं जारी हो सका बेसिक के फर्जी टीचर्स को नोटिस, एसआइटी जांच में पाए गए फर्जी शिक्षकों का मामलाप्राइमरी का मास्टर: नहीं जारी हो सका बेसिक के फर्जी टीचर्स को नोटिस, एसआइटी जांच में पाए गए फर्जी शिक्षकों का मामला फीरोजाबाद : एसआइटी जां...प्राइमरी का मास्टर: ट्रांसफर समायोजन की अगली तारीख २९ नवम्बर 20१७: देखें हाईकोर्ट का आर्डरप्राइमरी का मास्टर: ट्रांसफर समायोजन की अगली तारीख २९ नवम्बर 20१७: देखें हाईकोर्ट का आर्डर ट्रांसफर समायोजन की 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परालकोट नरनारायण मेला , पखंजूर न्यूज छत्तीसगढ़/कांकेर-परालकोट-नरनारायण-मेला-पखंजूर-न्यूज-२८७१३३"/>परलकोट का प्रसिद्घ नर-नारायण मेला शुरूपबलिश दते:तु, १५ जान 20१५ १२:१८ आम (इस्ट)पखांजूर। परलकोट क्षेत्र का प्रसिद्ध नर-नारायण सेवाश्रम मेले का बुधवार को मकर संक्रांति के पावन अवसर पर शुभारंभ हो गया। छह-सात दिनों तक चलने वाले इस मेले में करीब चार-पांच लाख लोग पहुंचते हैं। ईश्वर का अवतार माने जाने वाले स्वामी सत्यानंद परमहंस के अनुयायियों द्वारा ५१ वर्ष पूर्व इस मेले की शुरुआत की गई थी।पखांजूर (निप्र)। परलकोट क्षेत्र का प्रसिद्ध नर-नारायण सेवाश्रम मेले का बुधवार को मकर संक्रांति के पावन अवसर पर शुभारंभ हो गया। छह-सात दिनों तक चलने वाले इस मेले में करीब चार-पांच लाख लोग पहुंचते हैं। ईश्वर का अवतार माने जाने वाले स्वामी सत्यानंद परमहंस के अनुयायियों द्वारा ५१ वर्ष पूर्व इस मेले की शुरुआत की गई थी। तब से अब तक प्रत्येक मकर संक्रांति से यह मेला प्रारंभ होता आ रहा है। इसमें देश सहित विदेश से भी श्रद्घालु पहुंचते हैं। यहां करोड़ों का कारोबार होता है।शुरुआत में यह मेला केवल एक दिन का होता था। समय के साथ इसका भी समय बढ़ने लगा और आज छह-सात दिन का मेला होता है। इसमें हर साल करीब चार-पांच लाख लोग देश के विभिन्न इलाकों से पहुंचते हैं। परलकोट का यह सुप्रसिद्ध मेला न केवल श्रद्घालुओं की आस्था और हुजूम के लिए जाना जाता है बल्कि इस मेले में रिकार्ड कारोबार भी होता है। इस मेले में स्थानीय सहित बड़ी संख्या में देश के कोने-कोने से व्यापारी पहुंचते हैं।कौन हैं स्वामी सत्यानंदबांग्लादेश के फरितपुर जिले के दक्षिण खालिया ग्राम में जन्मे स्वामी सत्यानंद की बाल्यकाल से ही ईश्वर के प्रति आस्था था। परिवार और सांसारिक मोह-माया को त्याग उन्होंने बहुत ही कम उम्र में वैराग्य का मार्ग अपना लिया था। बहुत ही तेजस्वी होने के कारण बड़ी तेजी से उनके शिष्यों की संख्या बढ़ने लगी। कम उम्र में ही उन्होंने उपदेश देना शुरू कर दिया था। स्वामीजी का तेज देख क्षेत्र सहित देश के कई स्थानों में अनुयायी उन्हें ईश्वर का अवतार मानकर पूजा करते हैं।माथानबाड़ी में बनाया प्रथम आश्रमस्वामी सत्यानंद ने घर-द्वार त्याग अपना प्रथम आश्रम बांग्लादेश के माथानबाड़ी में बनाया था। वहीं अपने शिष्यों के साथ रहकर कई वर्षों तक लोगों की सेवा की। जब भारत बांग्लादेश विभाजन हुआ तब स्वामी सत्यानंद भी अपने कुछ शिष्यों के साथ शरणार्थी बनकर भारत देश के इस परलकोट क्षेत्र में आ गए। लोगों की सेवा में निरंतर तत्पर रहते हुए उन्होंने यहां नरनारायण सेवाश्रम की स्थापना की, जहां आज क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध मेला लगता है।१९७४ में स्वामीजी ने ली समाधीस्वामी सत्यानंद ने अपने संपूर्ण जीवनकाल में भौतिक सुविधाओं को त्याग लोगों की निःस्वार्थ भावना से सेवा की। नरनारायण सेवाश्रम के माध्यम से जन-जन तक अपनी सेवा पहुंचाई। ईश्वरीय ज्ञान ध्यान को जन-जन तक पहुंचाते हुए शिक्षा दीक्षा का अपने शिष्यों में प्रसार किया। स्थानीय लोग उन्हें ईश्वर का अवतार मानते हैं। सन १९७४ में स्वामीजी ने इस भू को त्याग समाधी ले ली। उनकी समाधी पर आज क्षेत्र का सबसे भव्य मंदिर स्थापित है। उनके दिव्य देह को उनकी मूर्ति स्वरूप के नीचे एक विशेष कक्ष में रखा गया है।क्षेत्र का प्रथम निजी हायर सेकंडरी स्कूल बनवायाबांग्लादेश विभाजन के पश्चात् शरणार्थी बनकर आये क्षेत्र के लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने बच्चों के शिक्षा की थी। इसके चलते स्वामी सत्यानंद जी ने नरनारायण सेवाश्रम और अपने शिष्यों के सहयोग से सभी धर्मो और वगोर् के बच्चों की शिक्षा के लिए क्षेत्र के प्रथम निजी हायर सेकंडरी स्कूल की स्थापना की। १९७९ में पंजीकृत यह स्कूल आज सत्यानंद उच्चतर माध्यमिक शाला के नाम से विख्यात है। इस स्कूल से निकले बच्चे आज कई उच्च पदों पर कार्यरत हैं।#परालकोट नरनारायण मेला / फेस्टिवल / नरनारायण मेलाएजेंट टेबल में भीड़ देख प्रत्याशी व समर्थक लगाते रहे रुझान को लेकर कयासआमाडूला के 1१५ वर्षीय बुजुर्ग ने डाला ऐतिहासिक वोटकड़ी सुरक्षा के बीच राजहरा में हुआ मतदान |
पेट्रोल डीझेल प्राइस मई सूँ चेपर इन पंजाब एंड कर्नाटक - राहत : इन दो राज्यों में जल्द सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल, हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तानलास्त उपड़टेड: सुन, ०९ सेप २०१८ ०८:०३ प्म इस्टपेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने हर किसी की जेब पर बोझ डाल रखा है। लेकिन दो राज्य ऐसे हैं जिन्हें इससे थोड़ी राहत मिल सकती है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने रविवार को जानकारी दी कि पंजाब और कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल जल्दी ही सस्ता हो सकता है।पाटिल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस शांसित पंजाब और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों को पेट्रोलियम उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने के लिए पहले ही कहा जा चुका है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वैट में दो प्रतिशत की कमी की थी। पाटिल ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों के विरोध में सोमवार को प्रस्तावित भारत बंद हिमालच प्रदेश में भी शांतिपूर्ण तरीके से प्रभावी होगा।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दौरान आवश्यक सामग्रियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के दौरान कच्चे तेल का दाम काफी उच्च स्तर पर था पर इसके बाद भी देश में पेट्रोलियम उत्पादों की दरें कम थीं।पेट्रो मूल्य वृद्धि विरोध : कांग्रेस का भारत बंद आज, व्यापारियों से मांगा समर्थनमहाराष्ट्र में भी दाम कम करने पर विचारमहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि ईंधन के बढ़ते दामों से लोगों को राहत देने के विभिन्न प्रस्तावों पर प्रदेश सरकार काम कर रही है। फडणवीस ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाना कीमत कम करने का एक तरीका हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ईंधन के दामों को कम करने के विभिन्न प्रस्तावों पर हमारी सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ईंधन के दाम को नियंत्रण को सबसे बेहतर तरीका इसे जीएसटी के दायरे में लाया जाए। यदि जीएसटी परिषद यह प्रस्ताव लाती है तो महाराष्ट्र इसका समर्थन करेगा।वेब तितले:पेट्रोल डीझेल प्राइस मई सूँ चेपर इन पंजाब एंड कर्नाटक१६ दिनों की बढ़ोत्तरी के बाद पेट्रोल-डीजल के मूल्य में १ पैसे की कटौती |
बैंक एक्समिनेशन हेल्प डेस्क....: चीनी मिलों ने अबतक चीनी का करीब ६६ लाख मीट्रिक टन उत्पादन कियारहने की आशा है। ७.७1 मिलियटन मीट्रिक टन भंडार के साथ करीब २५ मिलियन मीट्रिक टन की अनुमानित घरेलू मांग को पूरा करने के लिए चीनी की कुल उपलब्धता पर्याप्त है। वर्तमान चीनी सीजन (सितंबर, २01७) की समाप्ति पर भंडार की स्थिति के ५.२१ मिलियन मीट्रिक टन रहने की संभावना है और इसे अगले चीनी सीजन २01७-१८ में आगे ले जाया जाएगा।इसके अलावा अगले चीनी सीजन (२01७-१८) में चीनी उत्पादन के अच्छा होने की उम्मीद है और इसके जल्द ही शुरू होने की भी संभावना है इसलिए भारत में घरेलू स्तर पर उत्पादित चीनी की कोई कमी नहीं होगी। नवंबर, २01७ तक, शीघ्र पेराई से २ मिलियन मीट्रिक टन चीनी उपलब्ध होगी। सरकार देश में चीनी के पर्याप्त भंडार बनाए रखने और इसके मूल्यों को नियंत्रण में रखने के लिए आवश्यक कदम उठा चुकी है। |
देश को आजादी धर्म या किसी पार्टी से नहीं..भारतीयों से मिली-धरमहोम एक मुलाकात देश को आजादी धर्म या किसी पार्टी से नहीं..भारतीयों से मिली-धरमपोस्टेड इन एक मुलाकात बाय एडीटर ऑन अप्रैल २२, २०१६(भास्कर मिश्र)बिलासपुर।पिछले बारह-तेरह सालों में भारतीय जनता पार्टी सरकार ने प्रदेश के एक एक नागिरक को रोटी,कपड़ा और मकान की चिंता से बाहर निकाला है। रमन सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के विकास को प्राथमिकता से ले रही है। पहले भी था। सूखा पढ़ने के बाद प्रभावित मजदूर किसानों और गरीबों तक तेजी से राहत पहुंचाने का काम डॉ.रमन सिंह की सरकार ने किया है।कांग्रेस अंतर्कलह की शिकार है। संगठन और अनुशासन नाम की कोई चीज ही नहीं है। देश को किसी एक जाति,धर्म या पार्टी के योगदान से नहीं बल्कि भारतीयों की सम्मलित भूमिका के बाद आजादी मिली है। विश्व के किसी भी देश का शायद ही ऐसा कोई नागरिक हो जिसे अपने मातृभूमि से प्यार ना हो। जिस मिट्टी में पैदा हुए हैं। उसकी जय बोलने से गर्व महसूस होना चाहिए। लेकिन सस्ती राजनीति करने वालों को यह सब रास नहीं आ रहा है। सीजी वाल से बातचीत में यह बातें छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने कही। पेश है लम्बी बातचीत के कुछ अंशसीजीवाल-आज माहौल देखकर..नहीं लगता कि चौथी बार भाजपा की सरकार बनेगी। जबकि भाजपा का दावा है कि हमेशा चुनाव के लिए तैयार हैजवाब छत्तीसगढ़ गठन के बाद प्रदेश में कांग्रेस की मनोनित सरकार थी। मात्र तीन साल में कांग्रेस सरकार की रूख को जनता ने भांप लिया। वागड़ोर डॉ.रमन सिंह को थमा लिया। उनकी कार्यशैली और लोगों के प्यार ने भाजपा को तीसरी बार सरकार बनाने का मौका दिया। सरकार बनाने के बाद डॉ.रमन सिंह ने सिंचाई,स्वास्थ्य,शिक्षा और आधारभूत संरचना पर बल दिया है। किसानों और मजदूरों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री बनते ही डॉ.रमन सिंह ने गांव गांव तक विकास की धारा को बहाया है। इसलिए संशय का सवाल ही नहीं है..कि चौथी बार भी प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। क्योंकि सरकार बनाने का अर्थ जनता की सेवा करना है।सीजीवाल-हर चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच फासला कम हुआ है । आप चौथी बार सरकार बनाने का दावा कैसे कर सकते हैं।जवाबयह सच है कि फासला कम हुआ है। राज्य गठन के बाद पहले चुनाव में वोट और सीट का फासला कमोवेश वैसा ही था जैसा तीसरी बार सरकार बनाते समय हुआ। बावजूद इसके हम अच्छी तरह जानते हैं कि यह फासला कोई मायने नहीं रखता। तब..जब हमें सीट अधिक मिलें और हमारे काम को जनता पसंद करें। लेकिन यह भी सच है कि पिछले बारह सालों में प्रदेश में जितना काम हुआ है..उतना किसी अन्य राज्यों में देखने को नहीं मिलेगा। जनता से हमारा लगातार संवाद रहता है। जनआकांक्षाओं के अनुसार काम किया जा रहा है। हर तरह विकास की बयार है। चौथी बार जीत में संशय का सवाल ही नहीं उठता।सीजीवाल-इस बार मतलब.. चौथी बार आप जनता के बीच किन मुद्दों को लेकर जाएंगे। यानि आपका मुद्दा क्या होगा।जवाबरोटी,कपड़ा और मकान का मुद्दा हो ही नहीं सकता। सरकार के प्रयास से लोगों का जीवन स्तर ऊंचा हुआ है। हां अब राज्य और केन्द्र सरकार गरीबों के लिए बेहतर सुविधा वाले मकान बनाने का निर्णय लिया है। पिछले १२ सालों से एनीकट बनाकर पानी संरक्षण का काम किया है। स्वास्थ्य और शिक्षा पर हम लगातार मेहनत कर रहे हैं। पहले यहां पानी संरक्षण को लेकर कभी प्रयास नहीं किया गया। लेकिन अब ऐसा नहीं है। प्रधानमंत्री ने भी हमारे प्रयासों की तारीफ की है। फिलहाल चुनाव अभी दूर है। जनता जिस बात की जरूरत होगी वहीं हमारा मुद्दा होगा। उनका समग्र विकास ही हमारा मुद्दा होगा। स्किल डेवलपमेंट का दौर है। जाहिर सी बात है कि रोजगार के अवसर मिलेंगे। कुल मिलाकर अभी मुद्दों पर नहीं बल्कि विकास को केन्द्र मे रखकर सरकार काम कर रही है। मैने विधायक रहते हुए जब बिलासपुर सड़क विकास पर ध्यान दिया तो कांग्रेसी कहते थे कि धूल उड़ रहा है। मैं सवाल करता हूं कांग्रेस ने ६० साल में बिना काम किये मिट्टी उड़ाया। अब देख सकते हैं कि रमन सरकार रेल कोरिडोर और सड़क विकास पर कितना गंभीर है। मुझे लगता है कि हमे मुद्दों को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। विकास के नाम पर हमारी चौथी जीत होगी।सीजीवाल-निकाय चुनाव में आपको अपेक्षित सफलता नहीं मिली। क्या यह सरकार के खिलाफ जनता का आक्रोश है। आखिर क्या कारण हो सकते हैं।जवाब पंचायत,जनपद और जिला में भाजपा का अच्छा प्रदर्शन रहा। हां नगरीय निकाय में अपेक्षा के अनुरूप सफलता नहीं मिली । इसकी वजह स्थानीय मुद्दे हैं। यह कहना कि सरकार के खिलाफ आक्रोश है..गलत होगा। स्थानीय, प्रादेशिक और केन्द्रीय मुद्दे अलग-अलग होते हैं। नगर में भाजपा को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने का कारण भी स्थानीय मुद्दा ही रहा। इसमे कई बातें भी शामिल हैं।सीजीवाल-प्रदेश में आपका मुख्य विपक्षी कांग्रेस है। चुनाव के मद्देनजर आप कांग्रेस को किस तरह ले रहे हैं।जवाब कांग्रेस और भाजपा के अपने मतदाता हैं। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। संगठन की बात करें तो कांग्रेस में अनुशासन और नेतृत्व में भयंकर भटकाव है। भारी अंतर्कलह है। गुटबाजी चरम पर है। एक गुट ने आज एक बयान दिया। कुछ घंटे बाद काउंटर बयान आ जाता है। नेतृत्व तो है ही नहीं। निष्कासित विधायक के साथ कांग्रेस के नेता घूम घूम कर बयानबाजी कर रहे हैं। नेताओं में संगठन का भय नहीं है। भाजपा के साथ ऐसा नहीं है। यहां संगठन महत्वपूर्ण है। सबके लिए समान अनुशासन है। यही कारण है कि भाजपा कांग्रेस से हटकर है।सीजीवाल-भारतीय जनता पार्टी भारत माता की जय थोपना क्यों चाहती है। आपके भारत प्रेम पर ही कांग्रेस सवाल उठा रही है। आप क्या कहेंगेजवाब जिस देश में जन्म लिया वह हमारी मातृभूमि कहलाती है। भारत भी मातृभूमि है। भारत माता की जय बोलने से हमारा स्वाभिमान जागता है। आजादी के समय लोग चाहे किसी भी धर्म या सम्प्रदाय से रहे हों हंसते हंसते भारत मां की जय बोलते हुए फांसी पर चढ़ गये। भारत माता की जय हमारी अस्मिता से ज़ुडी है। धर्म या मजहब से नहीं। लोग विदेशों की जय बोले और भारत माता की जय बोलने से एतराज करें ठीक नहीं होगा। भारत माता की जय हमारे आत्मगौरव से भी जुड़ा है। आज भी सीमा पर गौरव, अभियान और जोश के लिए भारत माता की जय बोला जाता है। संविधान में तो बहुत कुछ नहीं लिखा है। लेकिन सब कुछ हो रहा है। भारत माता की जय बोलने से कोई छोटा या बड़ा हो या ना हो लेकिन भारत भूमि पर रहने वालों को अपने मातृभूमि पर गर्व जरूर होता है। कांग्रेस को सोचना होगा कि भारत की आजादी को एकसूत्र में पिरोने का काम भारत माता की हुंकार से हुआ है। किसी धर्म या पार्टी से नहीं।सीजीवाल-भूपेश का आरोप है कि कश्मीर में आंतंकवादी का समर्थन करने वाले के साथ सरकार बनाई है। आजादी की लड़ाई में आपने अंग्रेजों का साथ दिया हैजवाबपहली बात तो यह कि आजादी की लड़ाई में किसी धर्म,जाति या पार्टी ने नहीं बल्कि भारतीयों ने हिस्सा लिया था। दूसरी बात जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने की है तो बताना चाहूंगा कि हमारे लिए देश पहले,पार्टी बाद में और व्यक्ति तीसरे स्थान पर है। हम राष्ट्र के लिए काम करते हैं..व्यक्ति के लिए नहीं। इसी सोच ने कांग्रेस के दायरे को समेट दिया है। कभी पूरे देश में सरकार चलाने वाली कांग्रेस की खराब हालत का कारण भी यही है। कांग्रेस अब राष्ट्रीय पार्टी से पिछलग्गू पार्टी बन गयी है। राज्यों के चुनाव में अन्य दलों के रहमों करम पर छोड़ी हुई सीट पर ल़ड़ती है। हमारे लिए देश का झंडा हमेशा महत्वपूर्ण रहा है।सीजीवाल-आप बिलासपुर से हैप्रदेश के भाजपा अध्यक्ष हैं..बिलासपुर अंचल से भाजपा को कई बड़े नेता मिलेउनके योगदान पर आपकी प्रतिक्रिया क्या हैजवाबआजादी के बाद लरंग साय जनसंघ से बड़े नेता हुए। केन्द्रीय मंत्री बने। देश में प्रदेश का नाम रोशन किया। लखीराम अग्रवाल जी के योगदान को पूरा देश याद करता है। प्रेमनारायण, मदन भैया,शेष जी,जमुना प्रसाद वर्मा जी, निरंजन केशरवानी, मनहरण पाण्डेय,बद्रीधर दीवान,दिलीप सिंह जू देव,महाराजा जूदेव, इन्होने जनसंघ से लेकर भाजपा तक अपने योगदान से पार्टी को शक्ति दी है। हमने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि यदि उनके पास इन नेताओं के साथ छायाचित्र या स्मृति चिन्ह हो तो संगठन को दे। ताकि उनकी यादों को चिरस्थायी बनाने की दिशा में काम किया जा सके। पंडित दीनदयाल उपाध्याय,जगन्नाथ जोशी,भंडारी जी,अटल बिहारी वाजपेयी,लालकृष्ण आडवाणी,राजमाता विजयराजे सिंधिया,कुशाभाऊ ठाकरे जैसे नेताओं का बिलासपुर संभाग से हमेशा से लगाव रहा है। उनकी यादों को भी हम चिरस्थायी बनाना चाहते हैं। इस दिशा में तेजी से काम प्रदेश भाजपा संगठन कर रही है।सीजीवाल-सूखे पर राजनीति हो रही हैकांग्रेस विधायक बढ़े हुए वेतन को जनता के बीच दे रहे हैंभाजपा विधायक भी कुछ ऐसा करने वाले हैं क्याजवाबजोगी जी जब मुख्यमंत्री थे तो प्रदेश में सूखा था। उस समय उन्होने क्या किया..यदि यह बता दें तो अच्छा होगा। सरकार रहते हुए उन्हें किसानों मजदूरों की याद नहीं आयी। अब वेतन बांटते फिर रहे हैं। चौदह प्रतिशत से व्याज कम किया नहीं। उस समय प्रदेश की हालत बद से बदतर थी। आज रमन सिंह की सरकार किसानों के साथ है। कर्ज माफ कर दिया है। प्रति एकड़ एक क्विटंल बीज बांटा गया है। प्रति हेक्टेयर छःहजार आठ सौ रूपए फसल क्षतिपूर्ति दी गयी है। आजादी के बाद पहली बार ऐसा कुछ हुआ है। सूखा प्रभावित किसानों के बच्चों की शादी में तत्काल तीस हजार की सहायता की व्यवस्था की गयी है। इलाज में भी छूट दी गयी है। कर्ज पर जीरो प्रतिशत व्याज कर दिया गया है। जोगी जी ने क्या किया यह भी बताएं तो अच्छा होगा। हां वह सूखे की राजनीति कर रहे हैं। लेकिन जनता सब कुछ जानती है।पंडा बनाने बेरोजगारों से खुली लूटआयुक्त को आया गुस्सासमस्याएं नहीं रोक सकती विकास का रथरानूप्म मोदी ने बनाई आर्थिक सलाहकार परिषद,विवेक देबरॉय होंगे चेयरमैनसर्जिकल स्ट्राइक एक मैसेज था, जरूरत पड़ने पर दोबारा करेंगेनारी शक्ति की मांग..महिला सरपंच को दें महिला सचिव२५ प्रतिशत किया जाए जेन्डर बजटराष्ट्रीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़ मॉडल की जमकर तारीफसबी ने ग्राहकों को दी बड़ी राहत,मिनिमम बैलेंस की लिमिट हुई कमक्गवाल कॉपिराइट २०१७. २०१६क्गवाल बऐक तो टॉप |
शाह रुख खान तो मार्क हिस डिजिटल देबूत सूँहोम मनोरंजन गॉसिप शाहरुख खान के प्रशंसकों के लिए ये अच्छी खबर, जल्द हीशाहरुख खान के प्रशंसकों के लिए ये अच्छी खबर, जल्द हीबॉलीवुड के सुपरस्टार अभिनेता शाहरुख खान की किस्मत पिछले काफी समय से ठीक नहीं चल रही हैं। जी हां आपको बता दें कि उनकी पिछली कई फिल्में रिलीज हुई लेकिन फ्लॉप हो गई थी। यही कारण है कि वो कोई भी अगला प्रोजेक्ट काफी सोच समझकर साइन कर रहे हैं। आज युवा डिजटली काफी ज्यादा स्ट्रॉन्ग है यही कारण है कि अब शाहयख खान भी डिजिटल दुनिया से जुड़ने वाले हैं। शाहरुख खान के प्रशंसकों के लिए ये अच्छी खबर है कि वे भी जल्द ही डिजिटल मीडिया पर अपना डेब्यू करने जा रहे हैं। बतौर प्रोड्यूसर पहले ही शाहरूख खान इससे जुड़ चुके थे लेकिन अब वो जल्द ही एक वेब सीरीज में एक्टिंग करने की खबरें आ रही हैं। उनके प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज इंटरटेनमेंट के तले बॉर्ड ऑफ ब्लड नाम की एक वेब सीरीज का निर्माण किया जा रहा हैं। जिसमें इमरान हाशमी मुख्य किरदार निभाते हुए नजर आने वाले हैं। उनकी ये वेब सीरीज एक पॉलिटिकल थ्रिल है, जो बिलाल सिद्दीकी की किताब पर आधारित कहानी होने वाली है। आई खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि, शाहरुख खान को स्क्रिप्ट काफी पसंद आ गई है और उन्होंने इसमें एक्ट करने का भी मन बना लिया है।शाहरूख खान को पिछली बार फिल्म जीरो में देखा गया था। जो पिछले साल क्रिसमस के मौके पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म में उनके साथ अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ मुख्य किरदार में नजर आई थी। फिल्म में शाहरूख खान ने काफी मेहनत की थी जिससे उनको बहुत उम्मीदें थी। लेकिन फिल्म बॉक्स आफिस पर पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुई।प्रेवियस आर्टियलआते ही धूम मचा दी है रेड्मी नोट ७ एवं सैमसंग गैलेक्सी म१० स्मार्टफ़ोन को टक्कर देने वाले रियलमी के इस शानदार कैमरे एवं बढ़िया प्रोसेसर वाले स्मार्टफ़ोन ने!नेक्स्ट आर्टियलअपनी सुरक्षा के लिए बॉडीगार्ड्स को करोड़ों की सैलेरी देते है बॉलीवुड सितारें, जानें कौन है सबसे अमीरचीन रामबाबू शर्मा - मार्च १९, 20१९ |
बस्तर: तीरथगढ चापड़ा की चटनी ~ छत्तीसगढ: एक सैलानी की कलम सेमोनु अपने हैंडी कैम से तस्वीरें लेने लगी। पेड़ की डाल पर बैठा लाल मुंह का बंदर पहले डालियाँ हिला रहा था फ़िर नीचे उतरकर मोनु के तरफ़ बढा, वह सहम गयी, मैने बंदर को भगाया। अगर बंदर के डर से पीछे भागी तो सीधे ३०० फ़िट गहरी खाई में। हड्डी पसली भी नहीं मिलने वाली। झरने की गहराई देखकर तो दिल के कमजोर आदमी के पैरों की पिंडलियाँ कांपने लगती हैं। अदभूत दृश्य था झरने का। प्रकृति से बड़ा कोई शिल्पकार नहीं। उसने जो गढा अदभुत ही गढ़ा। इन जगहों को देखने के बाद प्रकृति की ताकत और निर्माण के आगे नतमस्तक होना पड़ता है। बड़े से बड़ा नास्तिक भी प्रकृति में छिपे ईश्वरीय तत्व को मानने लगता है। ३०० फ़िट की उंचाई से गिरता दूधिया जल सहज ही आकर्षित करता है। अगर पंख होते तो घाटी में उड़ कर देखता उसके अदभुत सौंदर्य को। आज यहाँ पर खड़े हुए मन की उड़ान के साथ उड़ रहा था। मन की उड़ान के लिए पंखों की आवश्यकता नहीं होती। बिना पंखों के लिए परवाज किया जा सकता है।वर्तमान में लोग नेट से ही सूचना लेकर अपने घूमने का कार्यक्रम बनाते हैं। मोनु ने अपने मोबाईल पर सर्च किया तो बहुत सारे स्थान बस्तर पर्यटन में दिख रहे थे। वह बताती जाती थी लेकिन सभी जगह जाना संभव नहीं था। उसने बारसूर की रट लगा रखी थी। बारसूर में प्रस्तर की विशाल गणेश प्रतिमाएं हैं। हमने अगली बार देखेंगे कह कर टाल दिया। जब कुटुमसर कांगेर वेली के गेट पर पहुंचे तो उन्होने बताया कि बरसात होने के कारण कुटुमसर बंद कर दिया है। अगर कल बरसात नहीं होगी तो खोला जा सकता है। यहाँ से हमे मायूस होकर लौटना पड़ा। क्योंकि यात्रा के लिए प्लान बनाकर चलना चाहिए। कहाँ क्या देखना है और कहाँ रुकना है। पर इधर घुमने का कार्यक्रम अचानक ही बना था और सभी स्थान देखने के लिए कम से कम एक सप्ताह का समय होना चाहिए बस्तर कोई छोटा सा स्थान नहीं है जहाँ दो दिन में घूम लिया जाए।रास्ते में साप्ताहिक हाट बाजार लगे थे। जहाँ ग्रामीण अपनी आवश्यकता की चीजें खरीदने एवं बेचने आते हैं। बस्तर के हाट में घर गृहस्थी का सभी सामान मिलता है। महुआ मंद से लेकर नमक तक, इलेक्ट्रानिक के सामान से लेकर कपड़े तक। यहाँ आम के पेड़ पर रहने वाले माटरा (लाल मकोड़े, चापड़ा, माटा) अंडे सहित बेचे जाते हैं। जिसे दो रुपया दोना के हिसाब से बेचा जाता है। आदिवासी इसे अंडो समेत खाते हैं, टमाटर और मिर्च डालकर इसकी चटनी भी बनाई जाती है। इसका कभी स्वाद लेने का मौका तो मिला नहीं पर खाते हुए देखा है। हाट में केकड़े, मुर्गे, मछली, बकरा, महुआ की मंद, सल्फ़ी, ताड़ी, कंद इत्यादि मिलते है। मंद, सल्फ़ी और ताड़ी को दोने (पत्ते के कटोरा) में पीया जाता है। हम भी ताड़ी का स्वाद लेना चाहते थे। लेकिन समय अधिक हो गया था। बताते हैं कि ताड़ी को सुर्योदय से पहले ही पीना चाहिए, सुर्य की किरणे पड़ने के बाद उसमें खट्टापन आ जाता है। ताड़ी सेवन फ़िर कभी पर टाल कर हम आगे की यात्रा पर बढ लिए। अब हमें जाना था चित्रकूट जलप्रपात.............आगे पढें............कुटुमसर गुफ़ा, चित्रकूट जलप्रपात, तीरथगढ़, बस्तर, बारसूर |
कॉफी का आटाः जी हां हेल्थ के लिए है अनोखा आहार - रेड हेल्थ रिलेटेड ब्लॉग्स, आर्टिक्ल्स & न्यूज ऑन डाइट एट तेहलथईट.कॉम्होम / हिन्दी / डाइट / कॉफी का आटाः जी हां हेल्थ के लिए है अनोखा आहारकॉफी का आटाः जी हां हेल्थ के लिए है अनोखा आहारकॉफी के आटे का स्वाद कॉफी जैसा नहीं होता है। इसका स्वाद फलों की तरह होता है।अखिलेश द्विवेदी | पबलिश्ड: सिप्तंबर २८, २०१८ १०:२० प्मटेग्स: एन्टीऑक्सीडेंट बेनेफिट्स ऑफ कॉफ़ी फ्लोर कॉफ़ी फ्लोर फाइबर फूड्स वाइट लॉस डाइटकॉफी के आटे से होने वाले फायदे। शटरस्टॉकसभी को पीने वाली कॉफी के बारे में तो पता ही होता है पर क्या आपने कॉफी के आटे के बारे में सुना है? इस आटे में ग्लूटिन नहीं होता है। कॉफी बनाने के लिए कॉफी के पेड़ से चेरी तोड़कर उसमें से कॉफी निकालकर चेरी को फेंक दिया जाता है। मगर इस चेरी से ही कॉफी का आटा बनाया जाता है। इन बची हुई चेरी को सूखाकर फिर पीसकर कॉफी का आटा बनाया जाता है। कॉफी के आटे का स्वाद कॉफी जैसा नहीं होता है। इसका स्वाद फलों की तरह होता है। कॉफी के १ चम्मच कॉफी के आटे में ३४ कैलोरी, 3१० एमजी पोटेशियम, १.८ एमजी सोडियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। तो आइए आपको कॉफी के आटे से होने वाले फायदों के बारे में बताते हैं।कॉफी के आटे में कम मात्रा में फैट होते हैं जो वजन कम करने में मददगार होते हैं। बादाम का आटा और नारियल के आटे से कॉफी के आटे का सेवन फायदेमंद होता है अगर आप वजन कम करना चाहते हैं।कॉफी के आटे में डाइट्री फाइबर होता है जो पाचन में मदद करते हैं। कॉफी के आटे में ५.२ ग्राम फाइबर होते हैं। जो खाद्य पदार्थ को धीरे-धीरे पचाने में मदद करते हैं जिससे आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है।पोटेशियम एक महत्वपूर्ण माइक्रन्यूट्रिएंट है जो कॉफी के आटे में पाया जाता है। यह पोषक तत्व शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित बनाने में मदद करता है। पोटेशियम कोशिकाओं के सामान्य कार्य के लिए भी जरुरी होता है।कॉफी के आटे में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। कॉफी के आटे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल को नष्ट करके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।पबलिश्ड: सिप्तंबर २८, २०१८ १०:२० प्मभूलकर भी न खाएं ये ५ फूड्स, हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर |
भारत-भारती: जीस देश का राजा व्यपारी उस देश की प्रजा भीखारी भारत-भारतीजीस देश का राजा व्यपारी उस देश की प्रजा भीखारी मैंने अपने दादा -दादी से एक काहानी सुनी थी काहानी मे एक पात्र था एक राज्य का राजा था | उसके मन मे लालच इस कदर भर जाता है की राज्य मे जितना भी धन है वो उसके खजाने का हिस्सा कैसे बने इसी बात को ले कर वो अपना ध्यान केन्द्रीत करने लगा | और छोटे से छोटे व्यापार पर कब्जा करने की फिराक मे राज्य मे भय का वातावरण पैदा हो गया और छोटे छोटे व्यपारी और दुकानदार भी राज्य से पलाकर दूसरे राज्य मे अपना जीवन यापन करने लगे | एक समय एसा आ गया की आम लोगो को पूरी तरह राजा पर निर्भर होना पड़ गया और राजा लोगो की आपुर्ती कर पाने मे असफल हो गया | यही स्थीती आज पूरे देश मे पैदा हो रही है सबसीडी की दुकान खोल कर सरकारे लोगो को अपने ऊपर निर्भर तो कर ही रही है दूसरी तरफ लोगो को होने वाली आपुर्ती पूरी कर पाने मे असफल है |और आम आदमी गलत सरकारी नीतीयों के कारण छोटे से छोटा व्यवसाय करने मे डरने लगे है | और अपने आप को सरकारी नौकरीयों पर निर्भर करते जा रहे है | और वोटो की राजनीती के कारण सरकारे उतनी नौकरीया या पद अर्जित नही करती ताकी लोग उनके पास आते रहे और रोजी रोटी के लीये उनपर निर्भर हो जाये और व्यवसायो पर तो पहले ही वो नीयत्रीण कर चुकी होती है और आम लोग भी सब्सीडी के चलते काम करने से बचते है | और पूरी तरह सरकार पर निर्भर हो कर राजनीती वशीकरण जैसी स्थीती मे पाहुच जाते है | दूसरे शब्दो मे सरकार सब्सीडी का खेल कर अपना वोट बैंक तयार करती है | और लोग बीना काम कीए सब्सीडी का लाभ लेने के लीये सरकार को बनाए रखते है | इस सब का शीकार हो रहा है | मध्यम वर्गी कीसान ,दुकान दार ,व्यपरी , पूरा मध्यम वर्ग और बीना काम कीए कई सरकरी योजनाओ से सब कुछ पा लेने के एक रीवाज़ ने श्रम शक्ति को नष्ट करने का मानो बीड़ा उठा लीआ है | यह एसी राषटीय छ्ती है जिससे वीकास , निर्माण कार्य , क्रीषीय उत्पादन , औधोगीक ऊटपादन तेजी से नीचे आ राहा है | और इस सब की वजह से हमारी निर्यात घट रही है | और वीदेशी मुद्रा के अभाव मे हमारा रुपया रोज नीचे आ राहा और अंतराष्टीय बाजार मे हामारी साक भी |इस सब की वजह से हमारे ऊपर विदेशी कर्ज बड़ाता जा राहा है | और फ़ीर सरकार टैक्स पर टैक्स लगाते चले जाती है जिससे रोज़मर्रा की चीजे महगी होती है | सब्सीडी पा रहे लोगो के लीये तो सरकार चीजे उपलब्ध करा देती है पर मध्यम वर्ग की पहुच से वो बाहार हो जाती है | और उसे पाने के लीये वो जद्दो जहद करते हुए आत्म हत्या तक चले जाते है | और ये सब वोट खरीदने के लीये कीए जा रहे सब्सीड़ी के खेल की वजह से होता है | व्यापारो पर सरकारी और राजनीतीक व्यकतीयों के प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष नियत्र्ण है| साथ ही साथ सरकारो के व्यवसाई होने के कारण भी ये होता है |इससे ये स्पष्ट होता है की रामायण मे लीखा सत प्रतिशत सही है की जिस देश का राजा व्यापारी उस देश की प्रजा भीखारी ................................................ तो दोस्तो समझो ,जागो और अपना भला खुद करो कोई व्यक्ती , सरकार या राजनीतीक पार्टीया आप को देश को माहान , उन्न्त ,और अग्रणीय नाही बना सकती हम सब को देश ही मे अधीक से अधीक काम करना चाहीये सरकार से कीसी प्रकार की सब्सीड़ी की आशा कीए बगैर अपने आप हम कर्ज मुक्त और वीक्सीत हो जायेगे | और हमे हर चीज वाजीब कीमत पर मीलेगी इससे उत्पादन बढेगा, निर्यात बढ़ेगा और वीदेशी मुद्रा का भंडार भी | दुनीया मे हमारा भरोसा बढ़ेगा तब वीकसीत देश के नागरीक कहलायेगे |भीख या हक़ और ज़िम्मेदारी या सेवा .लो बीता १२/१२/१२ ........ सदी का आखरी तिथी संयोगजीस देश का राजा व्यपारी उस देश की प्रजा भीखारी |
स्मार्ट लोग अधिक हस्तमैथुन करते हैं, एक अध्ययन बताते हैं - येस, थेरेपी हेल्प्स!कभी-कभी वैज्ञानिक डेटा जो हमें पेश किया जाता है, वह लोगों के बाद एक सापेक्ष सत्य है हम आमतौर पर अक्सर झूठ बोलते हैं .हम पूरी सच्चाई नहीं बताते हैं, खासकर उन विषयों में जो हमें परेशान करते हैं या जो सांस्कृतिक वर्जित करते हैं। सबसे स्पष्ट लिंग में से एक है, जहां "सामान्यता" एक धुंधली अवधारणा है। लेकिन अब हर समय कुछ वैज्ञानिक अध्ययन हैं जो इस सवाल पर कुछ प्रकाश डालते हैं कि हम दूसरे सेक्स और खुद से कैसे संबंधित हैं।स्मार्ट लोग अक्सर हस्तमैथुन करते हैं, एक अध्ययन बताते हैंसंयुक्त राज्य अमेरिका में किए गए एक हालिया जांच ने दो चर के बीच एक उत्सुक सहसंबंध प्रकट किया है: किसी व्यक्ति के अध्ययन का स्तर और हस्तमैथुन की आवृत्ति, यह पता लगाना कि वे हैं उच्चतम शैक्षिक ज्ञान वाले लोग अधिक बार हस्तमैथुन करते हैं .यह दिलचस्प और विवादास्पद अध्ययन नेशनल स्कूल ऑफ हेल्थ एंड लैंगिक व्यवहार द्वारा किया गया है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में किन्से इंस्टीट्यूट के एक प्रमुख शोधकर्ता लैंगिक व्यवहार डेबी हेर्बेनिक में विशेषज्ञता रखने वाले मनोवैज्ञानिक द्वारा निर्देशित किया गया है। उन्होंने इस शोध का नेतृत्व किया है, यह पता लगाने के लिए कि उच्च शैक्षणिक स्तर वाले लोग अधिक बार हस्तमैथुन करते हैं।कैटलन वैज्ञानिक प्रसारक पेरे एस्टुपिना के अनुसार उनकी पुस्तक में एस = एक्स२, जांच पूरी तरह से एक प्रसिद्ध कंडोम निगम द्वारा वित्त पोषित की गई थी, और प्रतिभागियों के व्यापक अनुवर्ती अनुपालन के साथ १४ से ९ ० वर्ष की आयु के बीच कुल ६,००० अमेरिकी नागरिकों को सर्वेक्षण आयोजित करना शामिल था, आज के समाजों में हम कैसे यौन संबंध रखते हैं, इस बारे में सबसे पूर्ण अध्ययनों में से एक होने के नाते । इन सर्वेक्षणों के डेटा और परिणामों को बहुत ध्यान मिला है।जैसा कि चुनाव की जांच से पता चला है, २५ और २ ९ साल के बीच महिलाओं की ७१.५% ने पिछले साल के दौरान हस्तमैथुन किया था । 4६.५% की एक और मामूली आकृति, ६० और ६९ वर्ष की आयु के बीच महिलाएं हैं जो पिछले ३६५ दिनों में ऐसा करने का दावा करती हैं।यदि हम उम्र में कुछ और उन्नत होते हैं, जैसा 7० से अधिक वर्षों के लोगों के मामले में है, तो अध्ययन में बताया गया है कि ३३% ने कहा है कि उन्होंने पिछले साल हस्तमैथुन किया है; अगर हम इस बात को लोकप्रिय मानते हैं कि बुजुर्गों के जीवन में सेक्स मौजूद नहीं है तो एक काफी उच्च आंकड़ा।ऐसा लगता है कि बेहतर प्रशिक्षण अभ्यास वाले लोग अधिक उन्मूलन करते हैंअध्ययन के अन्य निष्कर्ष, उदाहरण के लिए, विषय के अकादमिक स्तर और हस्तमैथुन में आवृत्ति के साथ इस चर के सहसंबंध के बीच सहसंबंध थे। जैसा कि समाचार का शीर्षक कहता है, वहां एक प्रवृत्ति प्रतीत होती है अध्ययन के उच्च स्तर पर, व्यक्ति आमतौर पर हस्तमैथुन करता है .दूसरी ओर, सर्वेक्षण ने यह भी दिखाया कि २५% पुरुष और केवल ५% महिलाएं अश्लील सामग्री से परामर्श करने के लिए कबूल करती हैं पिछले महीने के दौरान इंटरनेट पर। एक और दिलचस्प तथ्य, जिसे यौन संबंधों में सुरक्षा के साथ करना है, यह है कि २8% पुरुष दावा करते हैं कि वे अपने पिछले तीन यौन मुठभेड़ों में से कम से कम एक पर कंडोम डालने वाले थे।मूल अध्ययन: // मैथुन करने वाले लोग हो जाते है इन ३ बीमारियो के शिकार (दिसंबर २०1९). |
सलमान ने की लवरात्रि की पहली तस्वीर शेयर, कुछ इस अंदाज में नजर आएंगे आयुष | सलमान खान शार् थे फर्स्ट पिकचर फ्र्म फर्स्ट दए ऑफ आयुष शर्मा'स 'लवरात्रि' शूट - हिन्दी फिल्मिबिट सलमान ने की लवरात्रि की पहली तस्वीर शेयर, कुछ इस अंदाज में नजर आएंगे आयुषसलमान ने की लवरात्रि की पहली तस्वीर शेयर, कुछ इस अंदाज में नजर आएंगे आयुषआयुष शर्मा सलमान खान की बहन अर्पिता के पति हैं और काफी लंबे से उनके डेब्यू की खबरें आ रही थी। दोनों का कुछ दिनों पहले फर्स्ट लुक भी शेयर किया गया था। उम्मीद की जा सकती है कि दर्शक इस जोड़ी को फिल्म में पसंद करेंगे। बता दें, लवरात्रि गुजरात की एक लव स्टोरी है।बहरहाल, सच तो यह है कि सलमान खान की वजह से फिल्म की काफी चर्चा है। सलमान फैंस को भी काफी उम्मीद है। लेकिन फिल्म और आयुष शर्मा की डेब्यू कैसी होने वाली है.. यह तो अब ५ अक्टूबर को पता चलेगा। फिलहाल फिल्म को सुर्खियों में छाने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।फिल्म में आयुष शर्मा और वारिना हुसैन दोनों ही डेब्यू करेंगे।सलमान खान ने कुछ दिनों पहले ही वारिना हुसैन के नाम की घोषणा की थी। फिल्म की शूटिंग फिलहाल गुजरात में चल रही है।फिल्म की शूटिंग शुरु हो चुकी है और जोर शोर से दोनों स्टार्स के डेब्यू करने की तैयारी चल रही है। खास बात है कि फिल्म के हीरो, हीरोइन ही नहीं.. बल्कि फिल्म के निर्देशक भी डेब्यू हैं। इस फिल्म के साथ अभिराज बॉलीवुड में बतौर डायरेक्टर शुरुआत करने जा रहे हैं।रेड मोर आबात: सलमान खान बॉलिवुड आयुष शर्मा सलमान खान बॉलीवुड आयुष शर्मासलमान खान शार् थे फर्स्ट पिकचर फ्र्म फर्स्ट दए ऑफ आयुष शर्मा'स 'लवरात्रि' शूट. |
ब्रेक फेल होने से तीर्थयात्रियो से भरी बस | उत्तराखंड जोश्वेदनेस्ड्य, जून १९, 2०१९, ०६:३१:५५अम्मय २३, 2०१९ सुशील कुमार जोश ० कमेंट ब्रेक फैलूरे, बस फिल्ड, पिलग्रिम, रेसल्ट्स, तीर्थयात्रियों, बस पलटी, ब्रेक फेल, सीएचसी जोशीमठदेहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है। प्रदेश सरकार के चारधाम यात्रा के सुरक्षित और यात्रियों के लिए पुख्ता इंतजाम होने दावों के बीच रोजाना ही यात्रियों को किसी न किसी परेशानी से जूझना पड़ रहा है।लगभग हर रोज चारधाम यात्रा को लेकर अव्यवस्थाओं के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। अब इसी क्रम में यात्रियों को लेकर आ रही एक बस हादसे का शिकार हो गयी।प्राप्त जानकारी के अनुसार बदरीनाथ धाम से तीर्थयात्रियों को लेकर लौट रही एक बस के बेनाकुली में ब्रेक फेल हो गए। चालक ने सूझबूझ का परिचय देकर बस पहाड़ी से तो टकरा दी लेकिन बस हाईवे पर पलट गई।बस में २४ तीर्थयात्री सवार थे, जिनमें से ११ को चोटें आई हैं। सीएचसी जोशीमठ में प्राथमिक उपचार के बाद तीन घायलों को हायर सेंटर भेज दिया गया है।बुधवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे बदरीनाथ से आंध्रप्रदेश के तीर्थयात्रियों को लेकर जोशीमठ जा रही बस के बेनाकुली में ब्रेक फेल हो गए। चालक ने बिना तीर्थयात्रियों को बताए बस को पहाड़ी से टकरा दिया और बस हाईवे पर पलट गई। हाईवे के नीचे ही अलकनंदा बह रही है अगर चालक बस पहाड़ी से न टकराता तो बड़ा हादसा हो सकता था।हादसे में नागराजन पुत्र के राजू, हेमलता पत्नी अपारा, डी श्यामलता पत्नी डी गिरी, आरवारा लक्ष्मी पत्नी आर लक्ष्मी, एस नागेश्वर राव पुत्र के स्वामी, आर सरस्वती पत्नी आर सचनारायण, एन भारती पत्नी एस राज, नागलक्ष्मी पुत्री सचनारायण, एन ज्योति पुत्री रमेश, नारायणी पत्नी नागेश्वर और डी लक्ष्मी पत्नी सत्य नारायण सभी आंध्रप्रदेश निवासी को चोटें आई हैं।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जिला अस्पताल से भी चिकित्सकों की टीम एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंची। सभी घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी जोशीमठ में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने आर सरस्वती, आरवारा लक्ष्मी और डी श्यामला को गंभीर हालत में हायर सेंटर भेज दिया। पिता के साथ कलयुगी कपूत ने की हैवानियत; कांप जाएगी रूह -जानिए खबरमिसेज इंडिया प्रतियोगिता का देहरादून में हुआ ऑडिशन बेहतर इलाज के लिए दून में नए ओपीडी भवन का लोकार्पणमार्च ६, 2०१९ सुशील कुमार जोश ०महर्षि वाल्मीकि ने त्याग, समरसता, सद्भाव तथा मानवता जैसे नैतिक मूल्यों की शिक्षा को जीवन में अपनाने पर बल दिया |
योर मनीः कैसे करें एनआरआई भारत में निवेश यूर मोने: हॉ तो इन्वेस्ट इन न्री इंडियाअचिन गोयल का कहना है कि एनआरआई भारत में दो तरह के खाते खोलने की जरुरत है।अपडेटेड मई ३१, २०१८ पर १५:१८ | स्रोत : कनब्क-आवाजएनआरआई निवेश एक ऐसा विषय है। एनआरआई भारत में कैसे निवेश कर सकते हैं और एनआरआई के लिए पीपीएफ या दूसरे डेट विकल्प कितने मुनाफेदार हैं ये जानने के लिए हमारे साथ मौजूद हैं बोनांजा पोर्टफोलियो के वेल्थ मैनेजमेंट और फाइनेंशियल प्लानिंग हेड अचिन गोयल।अचिन गोयल का कहना है कि एनआरआई भारत में दो तरह के खाते खोलने की जरुरत है। पहला एनआरई खाता यानि नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल और एनआरओ खाता यानि नॉन रेजिडेंट ऑर्डिनरी। नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल यानि एनआरई खाते में फॉरेन करेंसी जमा कर रूपये में बदली कर सकते है। साथ ही एनआरई खाते से भारत में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। एनआरई खाता टैक्स फ्री होता है। इसमें सेविंग, रेकरिंग, फिक्सड खाते का विकल्प है। एनआरई खाते से पैसे विदेश ले जा सकते हैं। साथ ही विदेश से होने वाली कमाई को भी जमा की जा सकती है।एनआरओ खाता यानि नॉन रेजिडेंट ऑर्डिनरी खाते में भारत में कमाई हुई रकम जमा कर सकते है। खाते में सिर्फ भारत की करेंसी में पैसा रखा जा सकता है। इसमें कमाई का स्रोत भी भारत होना चाहिए। एनआरओ खाते में आर्थिक लेनदेन पर टैक्स लगता है। इसमें सेविंग, रेकरिंग, फिक्सड खाते का विकल्प है। एनआरओ खाते में १० लाख से ज्यादा तक की रकम पर आरबीआई की इजाजत पर विदेश ले जा सकते हैं।अब एनआरआई छोटी बचत योजनाओं में ज्यादा कमाई नही कर पाएंगें। छोटी बचत योजनाओं को लेकर नियमों में बदलाव किए गए हैं। ये बदलाव पीपीएफ और एनएससी से जुडें हैं। अब अगर खाताधारक एनआरआई हो जाते हैं तो उनका पीपीएफ और एनएससी खाता बंद कर दिया जाएगा और एनआरआई स्टेटस होने पर उन्हे पोस्ट ऑफिस का ४ फीसदी ब्याज मिलेगा। ४ फीसदी ब्याज की कमाई एनआरआई स्टेटस मिलेने पर लागू हो जाएगा। ये बदलाव पीपीएफ और एनएससी में निवेश को लेकर है। इसलिए एनआरआई बनते ही खाता बंद कर दें।निवेश और टैक्स को समझा जाएं तो एनआरआई के लिए निवेश पर कमाया डिविडेंड टैक्स फ्री है। इक्विटी पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर टैक्स नहीं है। हालांकि इक्विटी पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स पर १५ फीसदी टैक्स देना होगा। एनआरओ खाते पर कमाए ब्याज पर टैक्स है। आपको २.५ लाख तक की कमाई पर टैक्स नहीं देना होता। टीडीएस को रिफंड के लिए क्लेम करें। रिफंड के लिए रिटर्न फाइल करना जरूरी है।भारत लौट आने पर एनआऱआई तमाम निवेशों में बदलाव करें। भारत में बैंक खाता खोलें। भारत में बिताए दिनों के आधार पर टैक्स लगाया जाएगा। |
<% इफ ( टोटल_वियू > ० ) { %> <%= टोटल_वियू > १ ? "वियूज" : "टोटल वियू" %> <% इफ ( तोडे_वियू > ० ) { %> <%= तोडे_वियू > १ ? "" : "वियू तोडे" %> नो वियूज तोडेनो वियूज येटम मोदी फर्स्ट स्पीच आफ्टर इलेक्शन रेसल्ट 2०१9 | लोक सभा इलेक्शन्यू अरे एट:होमलोक सभा इलेक्शन्सजीत के बाद मोदी का पहला भाषण, लिए तीन नए संकल्पबाय टैलेंटेड डेस्क ऑन 2०१9-०5-२४ ८:४५:2१ आम लोक सभा इलेक्शन्स, नो नोटिफिकेशनलोकसभा चुनाव (लोकसभा इलेक्शन) में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( प्म मोदी फर्स्ट स्पीच आफ्टर इलेक्शन रेसल्ट 2०१9) ने देश से तीन नए वादे या संकल्प अपने आने वाले कार्यकाल के लिए बताये हैं| दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने ३ बातों का जिक्र करते हुए जनता से कहा कि मुझे इन तीन कसौटियों पर खरा न पाओ तो मुझे कोसते रहना|नरेंद्र मोदी ने कहा ( प्म मोदी फर्स्ट स्पीच आफ्टर इलेक्शन रेसल्ट 2०१9) कि काम करते-करते गलती हो सकती है लेकिन कोई भी काम बदनीयत से नहीं करूंगा| साथ ही उन्होंने कहा, मैं मेरे लिए कुछ नहीं करूंगा| मेरे समय का पल-पल, मेरे शरीर का कण-कण सिर्फ देशवासियों के लिए है| जनता जब भी मेरा मूल्यांकन करे इन तीन बिन्दुओ पर करें | मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि मैं सार्वजनिक रूप से जो बातें बताता हूं उसको जीने के लिए भरपूर प्रयास करूंगा|विपक्ष को साथ लेकर चलने की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा ( प्म मोदी फर्स्ट स्पीच आफ्टर इलेक्शन रेसल्ट 2०१9), चुनाव में क्या हुआ, कैसे हुआ, कौन बोला, क्या बोला, मेरे लिए वो बातें बीत चुकी हैं| अब हमें आगे बढ़ना है| विरोधियों को भी साथ लेकर चलना है| लोकतंत्र की मर्यादाओं के बीच चलना है| संविधान का भाव पकड़ते हुए चलना है|उन्होंने कहा, मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जनता ने इस फकीर की झोली तो भर दी, आशा और आकांक्षाओं के साथ भरी है मैं जानता हूं| मैं इस गंभीरता को भी समझता हूं| लेकिन मैं कहूंगा कि जनता ने 2०१4 में कम जानते हुए भरोसा किया और 2०१9 में ज्यादा जानने के बाद मुझ पर भरोसा किया| मैं इसके पीछे की भावना को भली भांति समझता हूं| इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि देश ने जो दायित्व दिया है उसके लिए मेरा वादा है कि मैं बदनीयत से कोई काम नहीं करूंगा|पीएम मोदी ने कहा ( प्म मोदी फर्स्ट स्पीच आफ्टर इलेक्शन रेसल्ट 2०१9), जब महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ तो कृष्ण से पूछा गया कि आप किसके पक्ष में थे| मैं समझता हूं कि उस समय भगवान ने जवाब दिया था, आज वही जवाब जनता ने कृष्ण के रूप में जवाब दिया है| भगवान ने उस समय कहा था कि मैं किसी के पक्ष में नहीं था|मैं तो सिर्फ हस्तिनापुर के लिए हस्तिनापुर के पक्ष में खड़ा था| आज १३० करोड़ जनता भारत के लिए भारत के पक्ष में खड़ी है| देश के सामान्य नागरिक की भावना भारत के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है|ब्जप मोदी फर्स्ट स्पीच आफ्टर विन प्म नरेन्द्र मोदीज्यादा देर तक लेना है सेक्स का मजा तो इस तरह करें सेक्स हिन्दी कहानी : प्राकृतिक सुंदरता से ज्यादा सुंदर कुछ नहीं वेस्टइंडीज में सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज टेस्ट सिरीज : भारतीय टीम के पास इतिहास रचने का मौका भोजपुरी मूवी : निरहुआ की सबसे बड़ी फिल्म, अभी देखें साउथ मूवी : अल्लू अर्जुन की ना पेरू सूर्य ना इल्लू इंडिया यूट्यूब पर रिलीज़ अक्षय की पिछली १० फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस की धमाकेदार कमाई, देखें आंकड़े साउथ इंडिया ग्क इन हिन्दी : दक्षिण भारत से संबंधित सामान्य ज्ञान के प्रश्न प्सक्ल रिक्रूटमेन्ट 2०१9 : बिजली विभाग में कई पदों पर भर्तियाँ पातालपानी इंदौर : बेमिसाल खूबसूरती का खजाना पातालपानी |
कवर्गर्ल, चीकर्स, ब्लश, ११० क्लासिक पिंक, .१२ आउंस (३ ग्राम) - इहर्ब्कवर्गर्ल, चीकर्स, ब्लश, ११० क्लासिक पिंक, .१२ आउंस (३ ग्राम)उत्पाद कोड: कग-0५३५2उप कोड: 0६19७20५३५24इसमें #८६ ब्लश >टैल्क, माइका, जिंक स्टीयरेट, एथिलहेक्ज़िल पामिटेट, डायमेथिकोन, एवेना सतीवा (ओट) कर्नेल फ्लोर, बोरान नाइट्राइड, कैल्शियम सिलिकेट, मेथिलपैराबेन, सोडियम डिहाइड्रेटएसिटेट, प्रोपिलपैराबेन. इसमें ये चीज़ें शामिल हो सकती हैं: टाइटेनियम डाइऑक्साइड, आयरन ऑक्साइड्स, अल्ट्रामरीनस, रेड ७ लेक, येलो ५ लेक, कार्रमाइन, रेड ६ लेक. |
ग्रहलाक्ष्मी - रक्षा मंत्री ने कहा महिलाओं को भी सेना में मिले बराबर के अवसरबच्चों के लिए प्रियंका का 'फेयर स्टार्ट'...रक्षा मंत्री ने कहा महिलाओं को भी सेना में मिले बराबर के अवसरअभी तक भारतीय सेना में महिलाओं को युद्ध में भाग लेने की अनुमति नहीं है। इसलिए हमारे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने महिलाओं को सेना में आगे बढाने की एक पहल करने की कोशिश की है। उन्होंने सोमवार को सेना में पूर्ण महिला बटालियन बनाने और महिलाओं को युद्धक पोत पर तैनात करने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि अगर सेना, नौसेना में महिलाओं को भी बराबर अवसर दिया जाता है तो अमेरिका और इस्राइल सहित भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो जाएगा, जहां इस तरह की व्यवस्था है।क्या कहा रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने -उन्होंने कहा, जब मैं रक्षा मंत्री बना था तो मैंने सोचा कि हमें सामरिक पहल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में मुख्यत: पुरूषों का ही वर्चस्व है।उन्होंने यह भी कहा कि , महिलाएं लड़ाकू भूमिका में भी हो सकती हैं। पूरी महिला टीम, महिलाओं की बटालियन क्यों नहीं हो सकती। इसलिए पुरूषों की टीम का नेतृत्व महिला अधिकारियों के करने के सवाल पर अगर शुरूआती विरोध होने की बात है तो इसका भी समाधान निकाला जा सकता है।अपनी तरफ से मैं इसके लिए पूरी कोशिश करूँगा।फिलहाल हमारी सेना में महिलाएं सिर्फ डॉक्टर-नर्स के रूप में कार्यरत है या फिर ए.एम.सी. एवं एम.एन.सी. के अतिरिक्त स्त्री अधिकारियों को आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओ.टी.ए.) में प्रशिक्षण दिया जाता है| हाल ही में गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार थलसेना,वायुसेना और नौसेना के पारंपरिक पुरुष दलों के साथ महिलाओं की अलग टुकड़ियां भी नजर आई। साथ ही थलसेना में महिलाओं की एक अलग टुकड़ी को शामिल किया गया है ।जानिए अभी हमारी सेना में महिलाओं क्या कर रही है और अब तक उन्हें किस तरह के अवसर दिए गए है।क्या है सेना में स्थितिफिलहाल, सेना में महिलाओं को स्थाई कमीशन लीगल, इंटेलिजेंस, सप्लाई कोर में ही दिया गया है।करीब २०३१ महिलाओं को स्थाई कमीशन एविएशन, सिग्नल जैसी शाखाओं में दिया जाएगा।अभी हमारे देश में हमारी सेना में महिला केवल अफसर ही बन सकती हैं। जवान के स्तर पर महिलाओं की भर्ती सेना में नही होती। वहीं अर्धसैनिक बलों में महिला जवानों की भर्ती भी होती है।कितनी संख्या है महिला सैनिकों कीभारतीय सेना में कुल करीब १३ लाख जवान हैं,जिनमें करीब ३७ हजार पुरुष अधिकारी हैं,जबकि महिला अधिकारियों की कुल संख्या मात्र १३00 है। यानि सेना में प्रति २८ पुरुष अधिकारियों की तुलना में सिर्फ एक महिला अधिकारी है। इसी तरह से वायुसेना में महिलाओं की संख्या है १३३4,जिसका अनुपात है १:८ (पुरुष अधिकारियों की संख्यां है करीब ११ हजार)। यानि आठ पुरुष अधिकारियों की तुलना में एक महिला अधिकारी।कितने साहसिक कार्य कर चुकी है महिला सेना अधिकारी -१ -सीमा सुरक्षा बल में महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय पोस्ट की सुरक्षा में तैनात किया गया है और सीमा पर पैट्रोलिंग भी कर रही हैं।२ -सीआरपीएफ में तो महिलाओं को नक्सल विरोधी अभियान में शामिल किया गया है। वहीं, महिला अधिकारियों का दावा है कि सेना के भीतर तमाम मौके पर प्रतिस्पर्धाओं में महिला अधिकारियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है।३-हमारे सीमा सुरक्षा बल में महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय पोस्ट की सुरक्षा में तैनात किया गया है और साथ ही सीमा पर पैट्रोलिंग भी कर रही हैं।तेजाब खोखला नहीं कर पाया मेरे हौसलों कोगुजारा भत्ता मांगने से पहले सोच लेंरूढिय़ों को ध्वस्त करतीं महिला ब्रोकर्सप्रेरणादायक हैं स्वामी विवेकानंद के ये १0 अनमोल वचनटैग्स:आर्मीनावयओमान्स इन आर्मी महिलाओं की बटालियन |
उड़ीसा के केंद्रपाड़ा में एक पंचायत है सतभाया..। इस पंचायत में कभी सात गांव हुआ करते थे। और रकबे की ज़मीन थी ३२० वर्ग किलोमीटर। अब बचे हैं डेढ़ गांव और सौ वर्ग किलोमीटर से भी कम का रकबा।अपने साप्ताहिक धारावाहिक डॉक्युमेंट्री शूट करने के दौरान वहा गया तो दिल धक्क से रह गया। वहां की हालत देखकर। अब वहां गोविंदपुर, खारीकुला, महनीपुर और सारापदा समेत पांच गांव पूरी तरह समुद्र की पेट में जा चुके हैं। कानपुरु आधा डूब चुका है और सतभाया आखिरी सांस लिए समंदर के आगे बढ़ जाने की बाट जोह रहा है।समुद्र ने गांव की खेती लायक १०६१ एकड़ ज़मीन, घर-बार सबकुछ निगल लिया है। और अब भी वह रुका नही है दिन ब दिन आगे ही बढ़ रहा है। दुनिया ग्लोबल वॉर्मिग की वजह से मालदीव किरिबाती तुवालू और पापुआ न्यू गिनी के डूब जाने का खतरा शायद कुछ दशक दूर हो, लेकिन सतवाया के गांव वाले चढ़ते समंदर का कोप झेल रहे हैं और यह विपदा शायद और भी घनी हो, जबकि उत्सर्जन के लिहाज से यह गांव बिलकुल पाक साफ है।गांब में बिजली नहीं पहुंची है। एक मोटरसाइकिल तक नहीं। लेकिन आगे बढ़ते समंदर का कोपभाजन बना हुआ है गांव। सतवाया के लोग ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में ज़रा भी योगदान नहीं करते.। फिर भी हाशिए पर पड़े इन लोगों पर कुदरत की मार पड़ी है। गांव रके बुजुर्ग बताते हैं कि पहले उन्हें समुद्र देखने के लिए तीन मील आगे जाना होता था, लेकिन अब समुद्र गांव के लिए खतरा बन गया है।हृषिकेश विस्वाल गांव के ७८ साल के किसान हैं। उनके मुताबिक उनका गांव समुद्र में डूब चुका है। और वह बीस बरस पहले तक समुद्र देखने जाते तो वापसी में शाम हो जाया करती थी।उत्कल विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के प्राध्यापक जी के पंडा कहते है कि सतभाया का डूबना ग्लोबल वार्मिंग का या दूसरे शब्दों में कहें तो जलवायु परिवर्तन का नतीजा है।गांव का सवा सौ साल पुराना स्कूल, और बाकी इमारतें डूब गई हैं। अब कानपुरु के लोग भीतरकनिका नैशनल पार्क की सरहद में जंगल में नए बसेरे में रहते हैं,वहीं प्राइमरी स्कूल भी झोंपड़े में चलता है। लेकिन यह गांव भी समंदर की जद से दूर नहीं।सतभाया और समंदर के बीच रेत का एक टीला है। लेकिन यह टीला कब तक गांव को बचा पाएगा? खुद टीले की रेत फूस के झोंपड़ों पर गिर कर नई मुसीबत बन रही है।पहले ही उड़ीसा का यह हिस्सा विकास की दौड़ में पीछे था लेकिन विकास की कुछ कोशिशें हुईं भी तो समंदर के पेट में चली गईं। पहले गांव में छह टयूब वेल थे लेकिन उनमें से पांच समंदर में समा गए।ऐसे में गांव में पीने के पानी की समस्या पैदा हो गई हैं। बचे खुचे हैंड पंप पानी तो देते हैं लेकिन उनमें से निकलने वाला पानी भी नमकीन और खारा हो चुका है। आज पूरे गांव में फूस के ढांचे बचे हैं। पक्की इमारत के नाम पर बस ढाई सौ साल पुराना पंचवाराही मंदिर और नया बना पंचायत भवन हैं। हर साल तकरीबन ३०० मीटर की दर से आगे बढ़ रहे समंदर के पानी ने सतवाया पंचायत के पांच गांवो को अपनी चपेट में ले लिया है। पिछले साल यह गांव के ८० मीटर ज्यादा पास आ गया आया था। धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए समंदर ने गोविंदपुर, खारीकुला, महनीपुर सारापदा समेत पांच गांवो को भारत के भौगोलिक नक्शे से मिटा दिया।जारीदेखिये ना..अपने ही जीवन काल मे हमें क्या क्या देखकर जाना पड़ेगा दुनियाँ से...वयुमंडल को प्रदोषित कौन कर रहा हैं,कौन नहीं ,यह कहाँ प्राकृति सुनती हैं...उसका न्याय तो सब्पर एक जैसा होता हैं....काश की इसे तेजी से विनाश के मुँह मे झोंकने वाले अब भी चेत जायें....अफसोसजनक लगता है.यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है. मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.नववर्ष में संकल्प लें कि आप नए लोगों को जोड़ेंगे एवं पुरानों को प्रोत्साहित करेंगे - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।आपका साधुवाद!!नववर्ष की अनेक शुभकामनाएँ!समीर लालउड़न तश्तरीयू कन फिंड ओग्लीवे टर्टले तेरे. यह आप जिक्र करना भूल गये हैं. निस प्लेस एंड सुन्दर डेस्क्रिप्शन.. |
सेलिब्रिटी के सुपरफूड इन हिन्दी विडियो | एक्सरसाइज और फिटनेसएक्सरसाइज और फिटनेसबाय ओनलिमय्हल्थ एडीटोरिअल टीम / २०१७-०२-०२त००:००:००+५:३०सेलेब्स हमेशा हेल्दी और स्ट्रॉंग रहने के लिए क्या खाते हैं, शायद आपके मन में भी यह सवाल आता होगा तो देर किस बात की आइए हमारे साथ जानें सेलेब्स के सुपरफूड क्या है। हिमेश का सुपरफूड बादाम है, हिमेश कहते हैं कि बादाम खाने से स्किन बहुत ग्लो करती है, बादाम से हड्डियां बहुत मजबूत रहती है और इससे आप एनर्जी से भरपूर रहते हैं। मिस्टर इंडिया वीरेन बर्मन का सुपरफूड पालक है, क्योंकि यह प्रोटीन, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। जिससे आपकी त्वचा साफ और बालों में चमक आती है। तापसी का सुपरफूड बादाम और अंजीर है, तापसी कहती है कि मैं रोजाना बादाम, अंजीर और अखरोट जरूर खाती हूं क्योंकि इससे त्वचा पर निखार आता है।हेल्दी और स्ट्रॉगसुपरफूड इन हिन्दी |
फसल सुधार में क्लोरोफ्लास्ट का महत्व | हिन्दी वाटर पोर्तलफसल सुधार में क्लोरोफ्लास्ट का महत्वसुब्मिटेड बाय हिन्दीवाटर ऑन तुए, १२/१७/२०१९ - १२:४०अमन वर्मा एवं लोकेश कुमार थवाईतविज्ञान प्रगति, दिसम्बर २०१९दुनियाभर में आबादी लगातार बढ़ रही है और वर्ष २०५० तक इसके लगभग ९.२ अरब होने की सम्भावना है। पृथ्वी पर बढ़ती हुई जनसंख्या की खाद्य आपूर्ति के लिए, उत्पादन को भी समान रूप से बढ़ाना होगा। मनुष्य मूलतः कृषि पर निर्भर रहता है, और इसलिए कृषि का विकास एक चिंतनीय विषय है। कृषि उत्पादन प्रणाली का मुख्य उद्देश्य मनुष्यों के लिए भोजन और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध करना है। कृषि मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मूलभूत आधार है। कृषि जब नकद या निर्वाह अर्थव्यवस्था के लिए लगातार उत्पादन कर पाएगी, तब कृषि को टिकाऊ कहा जाएगा। यह विचारणीय है कि कृषि योग्य भूमि का अधिकतम उपयोग होने के बावजूद भी, खाद्य आपूर्ति अधूरी है। अतः कृषि जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रगति, मुख्यतः पादप आनुवंशिक इंजीनियरिंग, फसल उत्पादकता में सुधार के लिए उपयुक्त हो सकती है।क्लोरोप्लास्ट इंजीनियरिंगक्लोरोप्लास्ट इंजीनियरिंग एक नई तकनीक के रूप में उभरी है और कई क्षेत्रों में केन्द्रीय इंजीनियरिंग से बेहतर भी है। क्लोरोप्लास्ट इंजीनियरिंग को क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी के रूप में भी जाना जाता है और यह वर्तमान परिदृश्य में बहुत लोकप्रिय है। महत्त्वपूर्ण स्रोतों में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी के माध्यम से विभिन्न जीनोम से १३० अतिरिक्त जीनों को सम्मिलित किया गया है। तम्बाकू, चावल, जौ, मक्का, गाजर, पाइन, आलू, सूरजमुखी और कपास सहित महत्त्वपूर्ण पौधों में सफलतापूर्वक क्लोरोप्लास्ट इंजीनियरिंग से जीन स्थानांतरण किया गया है। शोधकर्ता विभिन्न जैविक और अजैविक तनाव जैसे-कीट, विषाणु, फफूंदी और जीवाणु जनित रोगजनकों, अनेक प्रकार के शाकनाशियों, सूखे, ठंड और लवण सहनशीलता हेतु फसल में प्रतिरोध विकसित करने के लिए क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं।क्लोरोप्लास्ट जीनोमक्लोरोप्लास्ट, कोशिका द्वारा उपयोग किए जाने वाले महत्त्वपूर्ण रासायनिक घटकों के निर्माण और भंडारण का प्रमुख स्थान है। क्लोरोप्लास्ट, शर्करा, स्टार्च, जटिल कार्बनिक यौगिकों और अमीनो अम्लों जैसे कई जैविक अणुओं का निर्माण स्थल है। नाइट्रेट को अमोनियम में परिवर्तित करना और क्लोरोप्लास्ट प्रोटीन को इकट्ठा करना इसके अतिरिक्त कार्यात्मक गुण हैं।क्लोरोप्लास्ट और शैवाल की कोशिकाओं की उत्पत्ति प्रकाश संश्लेषक जीवाणुओं से हुई है। क्लोरोप्लास्ट में १००-२५० जीनों के साथ वृत्तीय जीन की कई प्रतियां हैं। इसका जीनोमिक आकार अलग-अलग प्रजातियों में भिन्न-भिन्न होता है, उदाहरणस्वरूप, कैथाया आर्जिरोफीला में १०७ किलो बेस से लेकर पेलार्गेनियम में २१8 किलो बेस तक होता है और यह एंजियोस्पर्म पौधों में मातृ वंशानुक्रम का पालन करता है। प्रति कोशिका जीनोम की कॉपी संख्या कोशिका की आयु पर निर्भर करती है, जो १००० से लेकर १०,००० तक हो सकती है। क्लोरोप्लास्ट जीनोम के विभिन्न जीनों को पॉलीसिस्ट्रोनिक अनुलेखन इकाइयों में श्रेणीबद्ध किया जाता है, यानी दो या दो से अधिक जीनों के कैसेट, जिन्हें एकल प्रमोटर से आरएनए पॉलीमरेज एंजाइम द्वारा अनुलेखित किया जाता है। पराग की परिपक्वता के दौरान, क्लोरोप्लास्ट डीएनए लुप्त हो जाता है और इसलिए यह आने वाली पीढ़ी में हस्तांतरित नहीं हो पाता है।केन्द्रकीय जीनोम एवं क्लोरोप्लास्ट जीनोम का तुलनात्मक अध्ययनक्र.सं. क्लोरोप्लास्ट जीनोमकेन्द्रकीय जीनोम१. एकल गोलाकार गुणसूत्र की लगभग ६० प्रतियांकई गुणसूत्रों में से प्रत्येक की दो प्रतियां२. मातृ वंशानुक्रममातृ-पितृ वंशानुक्रम३. प्रति कोशिका लगभग ५०-६० क्लोरोप्लास्टप्रति द्विगुणित कोशिका में गुणसूत्रों की संख्या प्रजाती विशिष्ट है४. बाह्य प्रोटीन की उच्च अभिव्यक्ति एवं संग्रहबाह्य प्रोटीन की कम अभिव्यक्ति एवं संग्रह५. एकल रूपांतरण में कई जीनों की अभिव्यक्तिएकल रूपांतरण में कई जीनों की अभिव्यक्ति बहुत कम६. बहु उप इकाई जटिल प्रोटीन की अभिव्यक्ति हेतु एकल प्रमोटरसम्बन्धित उप इकाई की अभिव्यक्ति को चलाने के लिए, प्रत्येक जीन हेतु कई प्रमोटरक्लोरोप्लास्ट इंजीनियरिंग के अनुप्रयोगतनाव सहनशीलता प्रदान करना-जैसा कि पहले ही उल्लेख किया गया है, क्लोरोप्लास्ट अधिक जीन अभिव्यक्ति और मातृ वंशानुक्रम के माध्यम से होने वाले नियंत्रण के कारण कृषि सम्बन्धी विशिष्ट गुणों में सुधार के लिए सबसे उपयुक्त साधन है। कई वैज्ञानिक समूह लगातार इस अद्भुत कोशिकांग को शाकनाशी, कीट प्रतिरोध और अन्य जैविक एवं अजैविक तनाव सहनशीलता को लक्ष्य बनाकर काम कर रहे हैं।कीट प्रतिरोधकता प्रदान करनाफसलों में कीटों के प्रकोप के कारण खाद्य उत्पादन में बहुत कमी हो जाती है जो कि दुनिया भर में चिन्ता का विषय बना हुआ है। इस दिशा में अधिकांश शोध बैसिलस थूरिन्जिएन्सिस नामक जीवाणु द्वारा उत्पादित पौधों में कीटनाशक प्रो-टॉक्सिन के एकीकरण पर आधारित हैं। क्री२आ२, क्री११आ५ और रोगाणुरोधी पेप्टाइड म्सी-९९ जीन की अभिव्यक्ति, बैसिलस थूरिन्जिएन्सिस के चैपरॉन क्रिस्टल प्रोटीन की अति-अभिव्यक्ति करके कीटों के लिए घातक सिद्ध होते हैं और इस तरह फसलों को कीटों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। केन्द्रीय जीनोम रूपांतरण के माध्यम से चैपरॉन क्रिस्टल प्रोटीन की कम अभिव्यक्ति बैसिलस थूरिन्जिएन्सिस प्रतिरोधी कीटों के विकास का खतरा उत्पन्न करती है। क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी, जीवाणु और फफूंदीय रोगजनकों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी पर्याप्त है।परासरणी तनाव प्रतिरोध प्रदान करनालवणता, ठंड और सूखे जैसे पर्यावरणीय तनाव, परासरणी असंतुलन और कोशिकीय निर्जलीकरण उत्पन्न करते हैं, किसके परिणामस्वरूप पौधों की वृद्धि एवं विकास बाधित हो सकते हैं। परासरणी रक्षक (ऑस्मोप्रोटेक्टेंट्स), परासरणी संतुलन बनाए रखने और जीवों को तनावग्रस्त परिस्थितियों में जीवित रखने वाले अणु हैं। पौधों की तनावग्रस्त स्थिति में शर्करा, ग्लाइसीन-बीटाइन और अमीनो एसिड जैसे विलेय पदार्थों का उत्पादन होता है। ये विलेय पदार्थ, उच्च लवण सांद्रता से कोशिका के बड़े अणुओं, जैविक झिल्ली की अखंडता एवं स्फीति दबाव को संतुलित बनाए रखते हैं। गर्मी, ठंड सूखे और लवणता तनाव की स्थिति में, ये ओस्मोलाइट बढ़कर पौधों को हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं।पोषण में वृद्धिविटामिन-ई समृद्ध तेल, सरसों, सोयाबीन, मूंगफली और मक्का के बीज से प्राप्त किया जाता है। विटामिन-ई का सबसे प्रचुर रूप य -टोकोफेरॉल है, लेकिन इसका जैविक सक्रिय रूप क्स-टोकोफेरॉल है, जो अपेक्षाकृत कम मात्रा में पाया जाता है। हालांकि,सूरजमुखी (हेलिएंथस एनस) का तेल क्स-टोकोफेरॉल का एक समृद्ध स्रोत है। क्स- टोकोफेरॉल अपने निकटतम पूर्ववर्ती य -टोकोफेरॉल से एंजाइम य-टोकोफेरॉल मिथाइल ट्रांसफेरॉल की मदद से संश्लेषित किया जाता है। क्लोरोप्लास्ट जीमोन में य-त्म्ट जीन के एकीकरण द्वारा इसके भीतरी परत में य-टोकोफेरॉल मिथाइल ट्रांसफेरेज की अति-अभिव्यक्ति होती है, जिसके कारण य-टोकोफेरॉल से क्स-टोकोफेरॉल की रूपांतरण दर बीजों में लगभग १० गुना अधिक पाई जाती है। प्रोविटामिन-ए (ब-कैरोटीन) का संश्लेषण एक और उदाहरण है, जहाँ लाइकोपीन ब-साइक्लेज जीन को टमाटर के प्लास्टिड में एकीकृत किया गया, जिसके कारण लाइकोपीन से ब-कैरोटीन का रूपांतरण कई गुना बढ़ गया।क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी की सीमाएंक्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी की क्षमता को सीमित करने वाली प्रमुख बाधा फसल में प्रकाश-संश्लेषण को बढ़ावा देने वाले पुनर्जीवित होमो-प्लास्मिक मोनो-कोटिलेडनस ट्रांस-प्लास्टोमिक पौधों को उत्पन्न करने में असर्मथता है। इसके लिए एकबीजपत्रियत घास में स्थाई रूपांतरण को प्राप्त करने के लिए चयन करने योग्य मार्करों और पादप ऊतक संवर्धन तकनीक की सीमाओं को बढ़ाना होगा। समय की मांग अनुसार जिन फसलों में क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी मुश्किल होती है, वहाँ केन्द्रीय रूपांतरण को सम्भव बनाना होगा।केन्द्रकीय जीनोम की अपेक्षा क्लोरोप्लास्ट जीनोम के कई लाभ हैं, जैसे की जीन अभिव्यक्ति की अधिक दर और बहु-जीन इंजीनियरिंग (एक से अधिक जीन ट्रांसफर इंजीनियरिंग) आवश्यक होने पर केन्द्रकीय जीनोम, उत्पादों को वितरित करने में सक्षम नहीं होता है। जबकि क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण अन्य जैव प्रौद्योगिकीय अनुप्रयोगों की अपेक्षा कई लाभ प्रदान करता है, जैसे कि प्रकाश संश्लेषक गुण में सुधार करना, फसलों में एग्रोनॉमिक गुण प्रदान करना आदि। इसके अलावा, क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी मार्कर मुक्त ट्रांसजेनिक पौधे प्रदान करता है जो निश्चित रूप से एंटीबायोटिक प्रतिरोधकता सम्बन्धित समस्या को कम करेगा और इस अद्भुत तकनीक को व्यापक जन-स्वीकृति प्रदान करेगा। कई फसलों में क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी ने सफलतापूर्वक कार्य किया है, जैसे कि टमाटर, तम्बाकू, एराबिडोप्सिस, गाजर, सलाद पत्ता, आलू, सरसों, चुकंदर, कपास, सोयाबीन, चावल और गन्ना। यद्यपि क्लोरोप्लास्ट रूपांतरण प्रौद्योगिकी में कई सफल प्रयास किए गए हैं, लेकिन अभी भी आगे बहुत सम्भावनाएं हैं, जो पहले के तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं। कई बाधाओं के बावजूद, क्लोरोप्लास्ट जीनोम लक्ष्यीकरण अभी भी शोध के लिए एक आकर्षक क्षेत्र है तथा आने वाले समय में व्यापक गति प्राप्त कर सुखद परिणाम दे सकता है।क्लोरोप्लास्त इंजीनियरिंग, बेनेफिट्स ऑफ क्लोरोप्लास्त इन फार्मिंग, क्लोरोप्लास्त, फार्मिंग, एग्रिकल्चर, फार्मिंग इंडिया.क्लोरोप्लास्त_०.जप्ग१६8.7३ कब१०/१५/२०१९ - १७:०६मोटे अनाज के बड़े फायदे |
चीन निर्माण मशीनरी के लिए निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरीनिर्माण मशीनरी के लिए - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से(निर्माण मशीनरी के लिए के लिए कुल २४ उत्पादों)लवली इंजन प्रदर्शन भागों सिलेंडर सिर गैसकेट काम करता है हमारे स्पेयर पार्ट्स को दुनिया भर में निर्यात किया गया था, गुणवत्ता की गारंटी है। हमारे पास लवली इंजन सभी स्पेयर पार्ट्स हैं, जैसे कि: १. लवोल १00३ जी, १00३ टीजी, १00४ जी, १00४ टीजी, १006तग, १006 टीजी १ ए, १006 टीजी २ ए २. लवली १00३-३ज़, १00३-३ट्ज, १00४-४ज़,...लवली इंजन भागों लवली सिलेंडर ब्लॉक बिक्री के लिए हमारे स्पेयर पार्ट्स को दुनिया भर में निर्यात किया गया था, गुणवत्ता की गारंटी है। हमारे पास लवली इंजन सभी स्पेयर पार्ट्स हैं, जैसे कि: १. लवोल १00३ जी, १00३ टीजी, १00४ जी, १00४ टीजी, १006तग, १006 टीजी १ ए, १006 टीजी २ ए २. लवली १00३-३ज़, १00३-३ट्ज, १00४-४ज़, १00४-४ट्ज,...निर्माण मशीनरी के लिए निर्माण मशीनरी के लिए इंजन डीजल डीजल इंजन निर्माण मशीन के लिए निर्माण मशीन के लिए ख्ड डेट्ज २१0१२ इंजन कार्बन क्लीनर मोबिल कार्बन क्लीनर इंजन ४ सिलेंडर मरीन डीजल इंजन ३ सिलेंडर मरीन इंजन |
सूरन की सब्जी बनाने की ये है सही विधि - हॉ तो मके सुरन जीमिकंद ओल की सबजी रेसिपे इन हिन्दी ओल की सबजीसूरन की सब्जी बनाने की ये है सही विधिसूरन को कई जगह जिमीकंद और ओल भी बोला जाता है. बिहार में तो दीपावली के दिन इसकी सब्जी जरूर बनाई जाती है. इसे खाने से गले में खराश होने लगती है इसीलिए इसे कम लोग बनाते हैं. यहां जानिए सूरन की सब्जी का बनाने का सही तरीका.२५० ग्राम सूरन१ टी स्पून मिर्ची पाउडर१/२ टी स्पून चम्मच जीरा२ टमाटर मोटे टुकड़ों में कटे हुए२ टेबल स्पून धनियापत्ती, बारीक काट लें४-५ टेबल स्पून तेल- जिमीकंद या सूरन को छीलकर छोटे पतले टुकड़ों में काट लें.- ग्राइंडर जार में टमाटर, अदरक और हरी मिर्च डालकर बारीक पीस लें.- प्रेशर कूकर में २ कप पानी, थोड़ा नमक और सूरन के टुकड़ों को डालकर मीडियम आंच पर रखकर २-३ सीटी लगा लें.- कूकर का प्रेशर खत्म होने के सूरन के टुकड़ों को निकाल लें. इन्हें हल्का सा सुखा लें या कपड़े में लपेटकर रख दें.- तेल गर्म होने पर इसमें सूरन के टुकड़े डालकर सुनहरा होने तक फ्राई कर लें.- सूरन के टुकड़ों को प्लेट पर निकाल लें.- कड़ाही में बचे तेल में जीरा डालकर तड़काएं.- जीरा के बाद पिसा हुआ पेस्ट डालकर अच्छी तरह चलाते हुए भूनें.- जब पेस्ट तेल छोड़ने लगे तो इसमें धनिया और हल्दी पाउडर डालें और मिला लें.- जब मसाले भुनने की खुशबू आने लगे तो इसमें दही, गरम मसाला और नमक डालकर अच्छी मिला लें.- इसके बाद इसमें एक कप पानी डालकर १0 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं.- उबाल आने के फिर से एक कप पानी डालें और उबाल आने का इंतजार करें.- ग्रेवी में सूरन के टुकड़े डालकर मिलाएं और कड़ाही को ढक दें.- ८-१0 मिनट तक धीमी आंच पर पकाने के बाद धनियापत्ती डालकर आंच बंद कर दें.- तैयार सूरन की सब्जी को रोटी या चावल के साथ खाएं.लंच या डिनर के लिए बेस्ट हो सकती है पनीर मखनी |
चुनाव विरोधी प्रचार के बाद यासीन मलिक गिरफ्तार | चुनाव विरोधी प्रचार के बाद यासीन मलिक गिरफ्तार - हिन्दी ओनेइंडियाचुनाव विरोधी प्रचार के बाद यासीन मलिक गिरफ्तारश्रीनगर, २३ अक्टूबर (आईएएनएस)। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को चुनाव बहिष्कार का प्रचार करने के कारण गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया, इसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए।मलिक ने बुधवार सुबह को उत्तर कश्मीर के हाजिन कस्बे से अपना चुनाव बहिष्कार का प्रचार शुरू किया था। कस्बे में भारी भीड़ को संबोधित करते हुए मलिक ने १७ नंवबर और २४ अक्टूबर को होने वाले राज्य विधान सभा के चुनावों के बहिष्कार का आग्रह किया।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जेकेएलएफ प्रमुख को मैसुमा स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। जेकेएलएफ मुख्यालय भी उसी क्षेत्र में है। उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंसा भड़क उठी और इलाके की दुकाने बंद हो गईं।मलिक की रिहाई की मांग रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज भी किया।मलिक के साथ चुनाव बहिष्कार के प्रचार में शामिल जमीयत अहल-ए-हदीस के प्रमुख शौकत अहमद शाह को भी गिरफ्तार किया गया है। |
कुंड रेस्टॉर्न आर्कीव् - वृन्दावन टुडेकुंडों की कतार लगा बुझाई प्यासएक-एक बूंद के लिए तरसते-तड़पते ब्रजवासियों का दर्द देख जगी एक अनूठी प्यास। बदलते वक्त के दौर में जमीन में दुबका दिए गए प्राचीनतम कुंडों को खोजने की। न सरकारी ग्रांट का लालच और न नाम कमाने की मंशा। विशुद्ध रूप से निजी स्तर पर भरपूर संसाधनों और विशेषज्ञों की मदद से पहले कुंड को खोज कर परम्परागत तरीके से सजाया-संवारा। पानी से लबालब इस कुंड [आगे पढ़ें...]के तहत दायर: धार्मिक जीवन, पर्यावरण, यमुना, सदाचार, संस्कृति साथ टैग की गईं: ब्रह्मा कुंड, ब्रज, कुंड रेस्टॉर्न, मथुरा, थे ब्रज फाउंडेशन, यूनेस्को अवार्ड, वृंदावन, वृष्भानु कुंड |
दिल्ली में १० दिनों तक कपिल संग ट्रेनिंग करेंगे रणवीर | संध्या प्रवाक्तहोम सिनेमा दिल्ली में १० दिनों तक कपिल संग ट्रेनिंग करेंगे रणवीरदिल्ली में १० दिनों तक कपिल संग ट्रेनिंग करेंगे रणवीरमुंबई, अभिनेता रणवीर सिंह अगले १० दिनों के लिए दिल्ली को अपना घर बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।फिल्म ८३ के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव से बारीकियों को समझने के लिए रणवीर उनके संग रहकर उनसे प्रशिक्षण लेंगे।अपने किरदार के लिए रणवीर गंभीर तैयारियां करते हैं। बात चाहे पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी की हो या गली बॉय के मुराद की, रणवीर खुद को किरदार में डुबो देते हैं।फिल्म ८३ के लिए भी वह ऐसा ही कुछ कर रहे हैं। इस फिल्म की कहानी साल 19८३ के क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की जीत पर आधारित है।फिल्म में रणवीर, कपिल देव के किरदार को निभाएंगे। कबीर खान फिल्म का निर्देशन करेंगे। रणवीर पहले ही क्रिकेट के इस आइकॉन से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं, लेकिन उनके साथ अभी और वक्त बिताना चाहते हैं।रणवीर ने एक बयान में कहा, मैं, कपिल सर के साथ और अधिक समय बिताने के लिए उत्सुक हूं। वह दयालु, उदार, जोशीले और मजाकिया हैं। धर्मशाला में उनके साथ बिताए गए दो पल बेहद यादगार है। उनके बारे में और अधिक जानने के लिए मैं दिल्ली में उनके साथ और वक्त बिताने जा रहा हूं।रणवीर ने आगे कहा, यह मेरे अभिनय की प्रक्रिया में अपनी तरह का पहला अभ्यास है जहां मैं खुद उस व्यक्ति से सीखूंगा जिनके किरदार को मैं पर्दे पर निभाने जा रहा हूं। एक सच्चे किंवदंती से उनकी जिंदगी के बारे में जानने के इस अवसर को पाकर मैं बहुत रोमांचित हूं।फिल्म से जुड़े एक सूत्र के अनुसार, रणवीर के दिल्ली जाने का एक प्लान तैयार है, शूटिंग शुरू करने से पहले वह कपिल को देखना चाहते हैं, उनके साथ रहना चाहते हैं और उनके साथ सांस लेना चाहते हैं।प्रेवियस आर्टियलमहिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अर्जुन बने उद्यमीनेक्स्ट आर्टियलहिस इंस्टाग्रम स्टोरी इस फिल्ड वित पिकर ऑफ थे टू सिंगर्स एंड अन ई-तूने रिकॉर्डिंग. इफ हिस क्रिप्टिक हिंट्स अरे अन्यतिंग तो गो बाय, सोमेतिंग मई रिलीस तीस फ्रिदय.भारत ने ललित मोदी और उनकी पत्नी के स्विस बैंक खातों का ब्योरा मांगा, जारी किए गए नोटिसजीत का जज्बा मन में लिये टीम इंडिया आस्ट्रेलिया के लिए रवानावाराणसी : सीएए विरोध प्रदर्शनों गिरफ्तार ५७ प्रदर्शनकारियों को जमानतकंगना रनात की जुड़जमेंट्ल हैं क्या के लिए सुपर एक्साइटेड फैंस,... |
उधमसिंग नगर स्प सदानंदे दाते का हुआ क्बी में ट्रांसफर, सरकार ने किया रिलीव - उत्तराखंड न्यूशोम उनलेबल्ड उधमसिंग नगर स्प सदानंदे दाते का हुआ क्बी में ट्रांसफर, सरकार ने किया रिलीवउधमसिंग नगर स्प सदानंदे दाते का हुआ क्बी में ट्रांसफर, सरकार ने किया रिलीवदेहरादून- उधमसिंह नगर जिले के एसएसपी और एनएच-७४ घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम के प्रमुख सदानंद दाते का ट्रांसफर आज सीबीआई में हो गया. आपको बता दें सीएम त्रिवेंद्र रावत ने सोमवार को अपने एक कार्यक्रम में इसकी पुष्टि भी की थी. जिसके बाद आज उनका ट्रांसफर हो गया.राज्य सरकार ने दिए दाते को रिलीव करने के आदेशसाथ ही आपको बता दें लम्बे समय से डाॅ. सदानंद दाते को केन्द्र सरकार रिलीव करने के आदेश दे रही थी लेकिन दाते राज्य में एनएच-७४ घोटाले की अहम जांच में जुटे थे. लिहाजा राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से और समय मांगा था। लेकिन अब एनएच ७४ घोटाले की जांच लगभग पूरी हो चुकी है तो ऐसे में उधमसिंह नगर सदानंद दाते को राज्य सरकार ने रिलीव करने के आदेश दे दिए हैं और आज उनका ट्रांसफर सीबीआई के लिए कर दिया गया. जिससे के बाद उनको अब केंद्र में नई जिम्मा सौंपा गया.आईपीएस डाॅ.सदानंद दाते की गिनती बेहत तेज तर्रार और ईमानदार पुलिस अधिकारी मेंआपको बता दें कि आईपीएस डाॅ.सदानंद दाते की गिनती बेहत तेज तर्रार और ईमानदार पुलिस अधिकारियों में की जाती है। उन्हें आम और पीड़ित लोगों के प्रति मित्र पुलिस के काॅन्सेप्ट को साकार करने का श्रेय भी जाता है। |
नये रिकार्ड पर पेट्रोल और डीजल के दाम | संमार्गनयी दिल्लीः लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़कर महंगाई के नये रिकॉर्ड स्तर पर रहे।चार बड़े महानगरों दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत २७ पैसे से ३० पैसे और डीजल की २२ पैसे से २४ पैसे प्रति लीटर तक की वृद्धि लिए रही। कितनी रही कीमतदिल्ली में पेट्रोल २८ पैसे की वृद्धि लेकर ८१.२८ रुपये प्रति लीटर औप डीजल २२ पैसे महंगा होकर ७३.३० रुपये प्रति लीटर रहा।मुंबई में पेट्रोल के दाम २८ पैसे और डीजल के २४ पैसे बढ़े। इनके दाम क्रमशः ८८.६७ रुपये और ७७.८२ रुपये प्रति लीटर रहे।कोलकाता में पेट्रोल २७ पैसे महंगा होकर ८३.१४ रुपये और डीजल २२ पैसे की वृद्धि लेकर ७५.१५ रुपये प्रति लीटर रहा।चेन्नई में पेट्रोल की कीमत ३० पैसे तथा डीजल की २४ पैसे बढ़ी। चेन्नई में पेट्रोल ८४.४९ रुपये का और डीजल ७७.४९ रुपये प्रति लीटर रहा।नई दिल्ली : अग्रणी ग्लोबल पेंट्स एवं कोटिंग्स कंपनी और भारत में ड्युलक्स पेंट्स की निर्माता अक्जोनोबल ने ड्यूलक्स प्रोफेशनल श्रेणी में दो उत्पाद पेश किए हैं। ड्यूलक्स प्रोफेशनल वेदरशील्ड टीआर ई२००० और ड्यूलक्स प्रोफेशनल वेदरशील्ड क्रिएशन स्टोनटेक्स को टिकाऊपन [रेड मोर...] |
बिहार पॉलीटेकनिक एक्सम एडमित कार्ड तो बे रिलीस् तोडे | बिहार पॉलीटेकनिक एडमित कार्ड २०१९: बिहार पॉलिटेक्निक परीक्षा के एडमिट कार्ड आज होंगे जारी, ऐसे करें डाउनलोड- हरिभूमि, हरिभूमिबिहार पॉलीटेकनिक एडमित कार्ड २०१९: बिहार पॉलिटेक्निक परीक्षा के एडमिट कार्ड आज होंगे जारी, ऐसे करें डाउनलोडबिहार पॉलीटेकनिक एडमित कार्ड २०१९: बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड (ब्सेसब) द्वारा बिहार पॉलिटेक्निक परीक्षा के ऐडमिट कार्ड आज जारी किए जाएंगे।बिहार पॉलीटेकनिक एडमित कार्ड २०१९: बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड (ब्सेसब) द्वारा बिहार पॉलिटेक्निक परीक्षा के ऐडमिट कार्ड आज जारी किए जाएंगे। बिहार पॉलिटेक्निक २०१९ के लिए आवेदन करने वाले छात्र बीसीईसीईबी (ब्सेसब) की ऑफिशियल वेबसाइट ब्सेसेबोर्ड.बिहार.गोव.इन पर जाकर अपना बिहार पॉलिटेक्निक एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।बिहार पॉलिटेक्निक परीक्षा का आयोजन २३ और २४ जून २०१९ को किया जाएगा, लेकिन पहले यह परीक्षा १६ और १७ जून को आयोजित होनी थी। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड ने पॉलिटेक्निक परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया है। बिहार पॉलिटेक्निक ऐडमिट कार्ड २०१९ पहले को ४ जून को जारी होने थे लेकिन अब आज यानी ११ जून को जारी किए जाएंगे।आपको बता दें कि बिहार पॉलिटेक्निक परीक्षा के एडमिट कार्ड किसी भी उम्मीदवार को पोस्ट या ईमेल के माध्यम से नहीं भेजे जाएंगे, उन्हें बीसीईसीईबी की ऑफिशियल वेबसाइट ब्सेसेबोर्ड.बिहार.गोव.इन पर जाकर डाउनलोड करना होगा।बिहार पॉलिटेक्निक एडमिट कार्ड २०१९ पर उम्मीदवारों आवेदकों का रोल नंबर, परीक्षा केन्द्र और समय आदि की जानकारी दी गई होगी। बिहार पॉलिटेक्निक २०१९ (बिहार पॉलीटेकनिक २०१९) परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पेपर हल करने के लिए १३५ मिनट का समय मिलेगा।चरण १. सबसे पहले उम्मीदवार बीसीईसीईबी की ऑफिशियल वेबसाइट ब्सेसेबोर्ड.बिहार.गोव.इन पर जाएं।चरण २. होमपेज पर ड्सेस एडमित कार्ड डावनलोड लिंक लिंक पर क्लिक करें।चरण ३. इसके बाद उम्मीदवार अपना एप्लीकेशन नंबर और पासवर्ड भर कर लॉगइन करें।चरण ४. अंत में एडमिट कार्ड स्क्रीन पर खुल जाएगा, उसे डाउनलोड कर प्रिंट आउट निकाल लें। |
जो महिलाएं चूड़िया पहनती हैं, उनके अंदर होते हैं ऐसे गुण..और होता है इतना फायदेमंद - २४ हिन्दी न्यूजजो महिलाएं चूड़िया पहनती हैं, उनके अंदर होते हैं ऐसे गुण..और होता है इतना फायदेमंदचूड़ी पहनना लगभग हर लड़की का शौक होता है। लड़कियों को चूड़ी पहनना बहुत ज्यादा पसंद होता है। हमारे भारत में चूड़ी पहनना एक सुहाग की निशानी होती है। इसके अलावा आजकल चूड़ी पहनना एक फैशन का हिस्सा बन चुका है। आज कल बाजार में बहुत तरह की चूड़ियों की वैराइटी आसानी से मिलने लगेगी हैं।चूड़ियों को पहनने से हमारे हाथों की खूबसूरती बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। ज्यादातर महिलाएं अपने ओउत्फिट्स के साथ मैच करके चूड़ी पहनती हैं। पर शायद ही कुछ लोग यह जानते हैं कि चूड़ी पहनना हमारे सेहत के लिए भी मददगार साबित होता है।चूड़ी पहनने से औरतों को ऊर्जा मिलती है। औरतों के शरीर में पुरुषों के मामले में हारमोंस के उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा होते हैं इसलिए चूड़ी पहनने से औरतों के हार्मोन्स में हुए उतार-चढ़ाव बैलेंस हो जाती हैं। चुड़ी पहनने से बॉडी में खून का दौरा बेहतर हो जाता है और जब हमारा खून का दौरा बेहतर हो जाता है तो हमें थकावट नहीं होती है।चूड़ी पहनने से मानसिक संतुलन हमेशा काबू में रहता है इसलिए औरतें बहुत तरह के काम अकेले ही संभाल लेती हैं। ऐसा इसीलिए है क्योंकि उनका मन काबू में रहता रहता है। चूड़ियों के पहनने से हमारी सेहत ठीक रहती है। और इसके अलावा हमें थकावट भी नहीं होती है। |
- धर्मू चक्क का जर्रा-जर्रा शोक में, अमृतसर न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।अमृतसर धर्मू चक्क का जर्रा-जर्रा शोक में{"_ईद":"२५६७८","स्ल्ग":"अमृतसर-२५६७८-९२","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ0९२7\उ०९३०\उ०९४ड\उ0९२ए\उ०९४2 \उ०९१आ\उ०९१5\उ०९४ड\उ०९१5 \उ०९१5\उ०९३ए \उ०९१च\उ०९३०\उ०९४ड\उ०९३०\उ०९३ए-\उ०९१च\उ०९३०\उ०९४ड\उ०९३०\उ०९३ए \उ०९३6\उ०९४ब\उ०९१5 \उ0९२ए\उ०९४7\उ०९०२","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३० \उ०९१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ0९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}धर्मू चक्क (अमृतसर)। पंजाब ने अपनी मिट्टी का सपूत रुस्तम-ए-हिंद दारा सिंह खो दिया है। गांव धर्मू चक्क का जर्रा-जर्रा दारा सिंह को सजदा कर रहा है। धर्मू चक्क के नाम को दुनिया के कोने कोने तक लेकर जाने वाला शेर आज इस दुनिया से विदा हो गया, लेकिन उसकी यादें आज धर्मू चक्क के बच्चे बच्चे के जहन में सदा के लिए अमर हो गई हैं। पंजाब व भारत के नाम का दुनिया भर में झंडा बुलंद करने वाले दारा सिंह के निधन पर धर्मू चक्क के हर बाशिंदे की आंखें नम हैं। निधन की सूचना मिलते ही दारा के भतीजे बलजीत सिंह का परिवार मुंबई रवाना हो गया है। दारा के पैतृक घर को ताला लगा हुआ है। घर के पास ही बरगद और पीपल के पेड़ के नीचे बनी चौपाल पर गांव की महिलाएं, पुरुष व बच्चे इकट्ठा होकर शोक व्यक्त कर रहे हैं। दारा सिंह के दोस्त जगीर सिंह और निकटवर्ती रिश्तेदार दरबारा सिंह की आंखों से पानी तब से बहे जा रहा है जब से उन्होंने दारा की मृत्यु की खबर सुनी है। सारा गांव दारा सिंह की आत्मिक शांति के लिए प्रार्थना में जुटा हुआ है। बहुत से युवा आज अपने गांव के शेर के चले जाने की सूचना सुनकर अपने काम पर नहीं गए। गांव में कुछ ही दुकानें हैं जिनको भी गांव वासियों ने अपने हीरो की मौत के शोक में बंद रखा है। एलिमेंटरी स्कूल में भी बच्चों की हाजिरी कम है। गांव में चारों ओर शोक की लहर है। बॉक्समेरी सेहत की दुआ करने वाली ही चला गया : जगीर सिंहदारा के दोस्त जगीर सिंह की तो मानो आवाज ही बंद हो गई है। रोता हुआ जगीर सिंह कुछ बोल नहीं रहा। बस इशारों से ही अपने दिल का दर्द बया कर रहा है। आंखों से बहते नीर को कुछ पल के लिए अपने कंधे पर रखे हुए परने से पाेंछते हुए जगीर ने कहा कि था कि जब दारा गांव में स्टेडियम का शुभारंभ करने के लिए आया था तो मुझे कहता था कि तू बहुत कमजोर हो गया है। कुछ खायापीया कर। डाक्टर से दवाई लेता रह और हर १५ दिन में चेकअप करवाया कर। कहीं यह न हो कि अगली बार जब मैं गांव आऊं तो दूसरे दोस्तों की तरह मुझे मेरा जगीरा भी गांव में न मिले। जैसे मेरे अन्य साथी एक एक करके मुझ से दूर चले गए उसे तरह मैं जगीरा को अपने से दूर नहीं होना देना चाहता। जगीर सिंह बोलता है कि मुझे क्या पता था कि मेरी सेहत की दुआ करने वाला मुझे से पहले ही इस संसार को छोड़ जाएगा।ऐसा लगा जैसी आत्मा ही चली गई : दरबारा सिंहदारा के साथ विभिन्न कुश्तियों के रिंग में साथ रहने वाले दरबारा सिंह की आंखों का पानी तो जैसे दारा की मृत्यु की खबर सुन कर सूख ही गया है। उसे गले से आवाज ही नहीं निकल रही है। दरबारा कहता है कि वह दारा की अंतिम शव यात्रा में शामिल होना चाहता है, लेकिन हार्ट का मरीज होने के कारण मुझे डाक्टरों ने आने जाने से मना किया है। मैं सिर्फ गांव के गुरुद्वारा साहिब में ही बैठ अपने भाई व जिगरी दोस्त की आत्मा की शांति के लिए दुआ करूंगा। आज मुझे लग रहा है कि मेरी आत्मा ही निकल कर कहीं चली गई है। दारा की मौत की खबर ने धर्मू चक्क के हर निवासी को गहरे शोक में धकेल दिया है। लोगों ने दारा की याद में गुरुद्वारा साहिब में लंगर की व्यवस्था भी की हुई है।जार्रा जार्रा चक्क धर्मू-इन स्पॉटलाइट |
प्रिंस रूपर्ट फेयरव्यू टर्मिनल के लिए विस्तार सेटफोटो: प्रिंस रूपर्ट पोर्ट अथॉरिटीप्रिंस रूपर्ट और डीपी वर्ल्ड का बंदरगाह एक परियोजना विकास योजना के मामले में सहमत हुआ है जो डीपी वर्ल्ड प्रिंस रूपर्ट फेयरव्यू कंटेनर टर्मिनल के विस्तार के अगले चरण की रूपरेखा तैयार करता है।चरण २ बी विस्तार २0२२ में पूरा होने पर कनाडा के दूसरे सबसे बड़े कंटेनर टर्मिनल में १.८ मिलियन टीईयू (बीस फुट समकक्ष इकाइयों) में वार्षिक थ्रूपुट क्षमता में वृद्धि करेगा।डीपी वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन और सीईओ सुल्तान अहमद बिन सुलायम ने कहा: "कनाडा हमारे वैश्विक नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हम इन योजनाओं की पुष्टि करने में प्रसन्न हैं, जो राजकुमार रूपर्ट के प्रति हमारी वचनबद्धता को रेखांकित करते हैं, जो व्यापार को सक्षम करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है क्षेत्र और पश्चिम तट पर देश के बाकी हिस्सों और संयुक्त राज्य अमेरिका के अंतर्देशीय रेल कनेक्शन के साथ। यह पोर्ट अथॉरिटी के साथ बनाए गए उत्कृष्ट रिश्ते और भविष्य में दोनों विश्वास और समुदाय में नौकरियों के निर्माण को दर्शाता है, जो स्थानीय और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को उत्तेजित करता है। मैं प्रिंस रूपर्ट में अपने सभी भागीदारों और लोगों को उनकी प्रतिबद्धता और निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। "फेयरव्यू चरण २ बी परियोजना फेयरव्यू चरण २ ए के २0१7 के पूरा होने के बाद है, जिसने ५००,००० टीईयू द्वारा टर्मिनल क्षमता में १.३५ मिलियन टीईयू की मौजूदा क्षमता में वृद्धि की है।चरण २ बी पर निर्माण २0१ ९ के मध्य में शुरू होगा। २0२0 में दक्षिण में कंटेनर यार्ड के पूर्ण विस्तार के बाद १.६ मिलियन टीईयू की क्षमता की प्रारंभिक क्रमिक रिलीज होगी।पोर्ट ऑफ प्रिंस रूपर्ट चेयर, बड स्मिथ ने कहा: "इस समझौते के निष्पादन ने कनाडाई व्यापार को एक और महत्वपूर्ण निवेश के साथ सक्षम करने के लिए डीपी वर्ल्ड की प्रतिबद्धता को दर्शाया है जो कम से कम प्रिंस रूपर्ट के बंदरगाह को कंटेनर क्षमता के कुल दस लाख अतिरिक्त टीईयू लाएगा पांच साल से अधिक यह परियोजना कनाडा के पश्चिमी तट के लिए महत्वपूर्ण व्यापार-सक्षम बुनियादी ढांचा प्रदान करेगी, जो ट्रांस-पैसिफ़िक व्यापार में पूर्वानुमानित विकास के लिए समय पर प्रतिक्रिया देगी और सीपीटीपीपी जैसे नए मुक्त व्यापार समझौतों के माध्यम से बाजारों को विविधता देने के कनाडा के प्रयासों का समर्थन करेगी। "यह परियोजना कंटेनर यार्ड को अपने वर्तमान 3२ हेक्टेयर से 4१ हेक्टेयर तक बढ़ाएगी और दो नए रबड़-थके हुए गैन्ट्री (आरटीजी) क्रेन के साथ-साथ आठवीं डॉक गैन्ट्री क्रेन भी शामिल करेगी। अतिरिक्त रखरखाव भंडारण क्षमता बनाने के लिए मौजूदा रखरखाव और प्रशासन भवनों को स्थानांतरित किया जाएगा।टर्मिनल के दक्षिण छोर पर ट्रक गेट का विस्तार और स्थानांतरण, जहां यह फेयरव्यू - रिडले कनेक्टर प्रोजेक्ट के साथ जुड़ जाएगा, जो प्रिंस रूपर्ट पोर्ट द्वारा उन्नत किया जा रहा है, भी दक्षता में सुधार करेगा। चरण २ बी परियोजना २0२२ तक कुल २4,६८0 फीट ऑन-डॉक रेल के लिए, ६,६८0 फीट के कामकाजी ट्रैक के अतिरिक्त ऑन-डॉक रेल क्षमता का विस्तार करेगी।सीएन अंतरिम अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे जे रुएस्ट ने कहा: "हमारे आपूर्ति श्रृंखला भागीदारों के साथ, यह विस्तार बीसी और उसके रेल नेटवर्क में सीएन के निवेश के साथ संयुक्त है, हमें इस अद्वितीय व्यापार गेटवे सफलता की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए स्थान देता है।"प्रोजेक्ट प्रिंस रूपर्ट और आसपास के क्षेत्र पर महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव डालेगा, फेयरव्यू कंटेनर टर्मिनल में लगभग ३०० अतिरिक्त पूर्णकालिक समकक्ष (फ़्ते) पदों का निर्माण करेगा।श्रेणियाँ: बंदरगाहों, रसद, लोग और कंपनी समाचार, वित्त, समुद्री पावर |
राष्ट्रपिता एक रूप अनेक | मुद्दाब्लॉगिड : ४५८२ पोस्टिड : १३८१आज दुनिया के किसी कोने में चले जाइए और किसी भी व्यक्ति से पूछिए कि क्या वह किसी दो भारतीय विभूतियों का नाम बता सकता है? उत्तर में संभवतया वह गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी के नामों का उल्लेख करे। पिछले २६०० वर्षो की समयावधि के दौरान पैदा हुए सभी भारतीयों में से ये दोनों हस्तियां सर्वाधिक लोकप्रिय रहीं। इन्हें सर्वाधिक सम्मान मिला। इसका सर्वाधिक प्रमुख कारण माना जा सकता है कि इनकी नीतियां एवं सिद्धांत काफी कुछ मिलते-जुलते हैं और वर्तमान परिवेश में भी लागू होते हैं। गांधी जयंती के अवसर पर आइए बापू के जीवन से जुड़े कुछ अनछुए तथ्यों पर डालें एक नजर:-* गांधीजी के पास कृत्रिम दांतों का एक सेट हमेशा मौजूद रहता था। इसे वे अपनी लंगोटी में लपेटकर चलते थे। जब उन्हें भोजन करना होता था, तभी उनका उपयोग करते थे। भोजन करने के बाद उन्हें अच्छी तरह से धोकर, सुखाकर फिर से लंगोटी में लपेट रख लेते थे।* ये आयरिश उच्चारण वाली अंग्रेजी बोलते थे। इसका एक मात्र कारण था कि शुरुआती दिनों में गांधीजी को अंग्रेजी पढ़ाने वाले अध्यापकों में से एक आयरिश व्यक्ति भी था।* लंदन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करके अटार्नी बने लेकिन कोर्ट में पहली बार बोलने के प्रयास के दौरान उनकी टांगें कांप गई। वे इतना डर गए कि निराशा और हताशा के बीच उन्हें बैठने पर विवश होना पड़ा।* लंदन में उनकी वकालत बहुत ज्यादा नहीं चली। बाद में वे अफ्रीका चले गए। वहां उन्हें बड़ी संख्या में मुवक्किलों का मिलना शुरू हुआ। गांधीजी अपने कई मुवक्किलों के मामलों को अदालत से बाहर ही शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा देते थे। इससे लोगों का समय के साथ आर्थिक बचत भी होती थी।* दक्षिण अफ्रीका में वकालत के दौरान इनकी सालाना आय १५ हजार डॉलर तक पहुंच गई थी। उन दिनों में अधिकांश भारतीयों के लिए यह आय एक सपना थी।* यह देखने के लिए कि कितने कम खर्च में वे जीवित और स्वस्थ रह सकते हैं, उन्होंने अपनी खुराक को लेकर भी प्रयोग किया।सैद्धांतिक रूप से वे फल, बकरी के दूध और जैतून के तेल पर जीवन निर्वाह करने लगे।* सविनय अवज्ञा की प्रेरणा उन्हें अमेरिकी व्यक्ति की एक किताब से मिली। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट डेविड थोरियू नामक यह व्यक्ति मैसाचुसेट्स में एक संन्यासी की तरह जीवन बिताता था। उसने सरकार को टैक्स अदा करने से मना कर दिया, जिसके चलते उसे जेल भेज दिया गया। वहीं पर डेविड ने सविनय अवज्ञा पर एक किताब लिखी और लोगों को टैक्स न चुकाने की शिक्षा देने लगा। वहां पर लोगों ने उसकी किताब को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन भारत में वह किताब गांधीजी के हाथ लग गई। उन्होंने इस रणनीति को आजमाने का विचार किया। उन्होंने देखा कि अंग्रेज अपने वायदे के खिलाफ भारत को आजादी नहीं दे रहे हैं, लिहाजा अंग्रेजी हुकूमत को सबक सिखाने के लिए उन्होंने लोगों से टैक्स देने के बजाय जेल जाने का आह्वान किया। इसके साथ उन्होंने विदेशी सामान के बहिष्कार का भी आंदोलन चलाया। जब ब्रिटिश हुकूमत ने नमक पर टैक्स लगा दिया तो गांधीजी ने दांडी यात्रा के तहत समुद्र तट पर जाकर खुद का नमक बनाया।* महात्मा गांधी कभी अमेरिका नहीं गए, लेकिन वहां उनके कई प्रशंसक और अनुयायी बन गए थे। इन्हीं में से एक उनके असाधारण प्रशंसक प्रसिद्ध उद्योगपति और फोर्ड मोटर के संस्थापक हेनरी फोर्ड भी थे।गांधीजी ने उन्हें एक स्वहस्ताक्षरित चरखा भेजा था। द्वितीय विश्व युद्ध के भयावह समय के दौरान फोर्ड इस चरखे से सूत काता करते थे।* अपने अहिंसा और सविनय अवज्ञा जैसे सिद्धांतों से राष्ट्रपिता ने दुनिया के लाखों लोगों को प्रेरित किया। शांति के नोबेल पुरस्कार विजेता कई विश्व नेताओं ने गांधीजी के विचारों से प्रभावित होने की बात स्वीकारी है। मार्टिन लूथर किंग जूनियर (अमेरिका), दलाईलामा (तिब्बत), आंग सान सू की (म्यांमार), नेल्सन मंडेला (दक्षिण अफ्रीका), एडोल्फो पेरेज इस्क्वीवेल (अर्जेटीना) और अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस सत्य को स्वीकारा है कि वे गांधी के विचारों एवं दर्शन से प्रभावित हैं। ये बात और है कि अपने विचारों और सिद्धांतों से नोबेल पुरस्कार विजेताओं को प्रभावित करने वाले महात्मा गांधी को इस पुरस्कार से वंचित रहना पड़ा।* महान भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंसटीन ने गांधीजी के बारे में एक बार कहा था, हमारी आने वाली पीढि़यां शायद ही यकीन कर पाएं कि कभी हांड़-मांस का ऐसा इंसान (गांधीजी) इस धरती पर मौजूद था।* प्रसिद्ध पत्रिका टाइम ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को तीन बार अपने कवर पेज पर स्थान दिया है। १९३० में गांधीजी को मैन ऑफ द ईयर घोषित किया था। १९९९ में पत्रिका द्वारा मशहूर भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंसटीन को पर्सन ऑफ द सेंचुरी चुना गया तो महात्मा गांधी दूसरे स्थान पर रहे।टैग्स: महात्मा गांधी ट्रिब्यूट तो महात्मा गांधी क्नो यूर गांधी महाराष्ट्र प्रिसनर्स प्रेपरे फॉर टेस्ट टेस्ट ऑन गांधी गांधी ज्यंती अक्टोबर २ दो आँखें बारह हाथ बापू ने कहा था लगे रहो मुन्नाभाई थे मनी फेएस ऑफ महात्मा गांधी थे टू फेएस ऑफ महात्मा गांधी महात्मा गांधी'स फेस रारे फोटो ऑफ महात्मा गांधी महात्मा गांधी जयंती सेलिब्रेशन्स साउथ अफ्रीका सेलिब्रेट् गांधी जयंती साउथ अफ्रीका एंड गांधी |
कॉन्स्टेबल रिक्रूटमेन्ट एक्समिनेशन कंडक्टेड इन स्त्फ ऑबजर्वेशनूप पुलिस भर्ती : स्त्फ की निगरानी में हो रही परीक्षा, जायजा लेने पहुंचे सप्पबलिश दते:मों, २८ जान २०१९ ०२:२४ प्म (इस्ट)लखनऊ के ६२ परीक्षा केंद्रों पर करीब एक लाख २४ हजार अभ्यर्थी पहली पाली में प्रतिभाग ले चुके हैं। रविवार को परीक्षा में सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश भर में पुलिस कांस्टेबल के ४९,५६८ खाली पदों के लिए दूसरे दिन यानी आज लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा के लिए दूर-दराज से परीक्षार्थी पहुंचे। राज्यभर के विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा दो पालियों में आयोजित कराई जा रही है। लखनऊ के ६२ परीक्षा केंद्रों पर करीब एक लाख २४ हजार अभ्यर्थी पहली पाली में प्रतिभाग ले चुके हैं। एसटीएफ की निगरानी में नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए पुलिस भी तैनात है। वहीं, एसएसपी कलानिधि नैथानी परीक्षा केंद्रों का जायजा लेने पहुंचे। बता दें, रविवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में तकरीबन ढाई लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। साथ ही परीक्षा में सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।२८ को पकड़े गए थे तीन सॉल्वरताजनगरी आगरा से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह लोग परीक्षा में कॉपी बदलने की फिराक में थे। इन तीनों ने सात लोगों से परीक्षा पास कराने के नाम पर धन उगाही की थी। इनमें शिव कुमार पुत्र हाकिम सिंह निवासी बछगांव गोवर्धन के पास थाना मोगर्रा जनपद मथुरा, भुवनेश पुत्र राम कुमार निवासी सोनई थाना राया मथुरा व सत्यम कटियार पुत्र प्रदीप कटियार निवासी अमोली कुुर्मियान थाना डेरापुर तहसील सिकन्दरा कानपुर देहात हैं। इनके पास से ४२ हजार रुपया, दो आधार कार्ड, तीन वोटर आइडी कार्ड, चार पेन कार्ड, एक डीएल तथा दो फर्जी एडमिट कार्ड मिला है। रविवार और सोमवार को दो पालियों में परीक्षा हो रही है।कोरोनाविरस कनिका कपूर : कनिका कपूर की छठी रिपोर्ट निगेटिव आई, सगप्गी ने किया डिस्चार्जचप्पे-चप्पे पर सुरक्षा-व्यवस्था सख्तउधर, बीते दिन परीक्षा मेें तीन सॉल्वर पकड़े जाने के बाद से यूपी पुलिस सक्रिय हो गई है। एसटीएफ की निगरानी में सिपाही भर्ती परीक्षा २०१९ की परीक्षा कराई जा रही है। रविवार को आइजी रेंज एसके भगत और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सभी परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया था। उस दौरान एसएसपी का कहना था कि परीक्षा केंद्र के अंदर ऑब्जर्वर के रूप में एक-एक इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अतिरिक्त सभी केंद्रों के बाहर क्यूआरटी के साथ क्राइम ब्रांच, स्वाट टीम के साथ पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। सभी केंद्रों की मॉनिटरिंग सीसी कैमरों से कंट्रोल रूम से की जा रही थी। सभी केंद्रों की सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी।परिवार में विवाद के बाद झील में कूदा युवक, बचाने भाई ने लगाई छलांग-दोनों की तलाश# उप पुलिस रिक्रूटमेन्ट एक्सम २०१९ |
रणबीर कपूर्स पिकर आस संजय दत्त सोलन्ट हवे कमे आउट सएस राजकुमार हीरानी - खबर इंडिया त्व न्यूजसंजय दत्त के लुक में रणबीर की तस्वीरें लीक होने पर बोले डायरेक्टर हिरानीसंजय दत्त की जिंदगी प बन रही फिल्म को लेकर इन दिनों काफी चर्चा बनी हुई है। फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी कर रहे हैं। इसमें रणबीर कपूर, संजय दत्त की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म की आधी से ज्यादा...इंडिया त्व एन्टर्टेन्मन्ट डेस्क [पबलिश्ड ऑन:०८ मई २०१७, २:१९ प्म इस्ट]मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की जिंदगी प बन रही फिल्म को लेकर इन दिनों काफी चर्चा बनी हुई है। फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी कर रहे हैं। इसमें रणबीर कपूर, संजय दत्त की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म की आधी से ज्यादा शूटिंग पूरी हो गई है और इसकी अगले चरण की शूटिंग इस साल के अंत में न्यूयॉर्क में की जाएगी। हिरानी ने रविवार को लेखिका व निर्देशक तनुजा चंद्रा की किताब 'बिजनेस वुमन' का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, "फिल्म की ६० फीसदी शूटिंग हो चुकी है। हम अगले चरण की शूटिंग शुरू कर रहे हैं। जून के मध्य में इसे पूरा कर लेंगे और इसके बाद अगले चरण की शूटिंग न्यूयॉर्क में की जाएगी।"संजय दत्त के किरदार में रणबीर कपूर के लुक की तस्वीरें मीडिया में लीक हो जाने के बारे में हिरानी ने कहा, "उस लुक को लीक नहीं होना चाहिए था। हम कार्टर रोड पर शूटिंग कर रहे थे और किसी तरह मीडिया ने वे तस्वीरें खींच ली और उन्हें लीक कर दिया।" फिल्मकार इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि ढेर सारी सकारात्मकता और प्रसन्नता के साथ फिल्म बनाने को लेकर वह बेहद खुश हैं। उनका मानना है कि खुशी के साथ फिल्म बनाने से अच्छी फिल्म बनाने को लेकर प्रतिबद्धता हो जाती है, फिल्म की कहानी अच्छी है और रणबीर कपूर इसमें शानदार दिख रहे हैं।किताबों के प्रति अपने लगाव के बारे में हिरानी ने कहा कि उन्हें पढ़ना अच्छा लगता है, जब तक वह किताब नहीं पढ़ लेते तब तक वह सो नहीं सकते हैं। किताबें दुनिया को जानने और जानकारी पाने का बेहतरीन माध्यम हैं। हिरानी की इस फिल्म में सोनम कपूर, अनुष्का शर्मा, परेश रावल, मनीषा कोईराला, करिश्मा तन्ना, विकी कौशल, दिया मिर्जा और जिम सरभ भी हैं। फिल्म इस साल दिसबंर के आसपास रिलीज होने की संभावना है। 'बाहुबली २' देखने के बाद ऋषि कपूर ने जाहिर की यह अनोखी इच्छाराजकुमार हीरानी, रणबीर कपूर, संजय दत्त, सोनम कपूर, अनुष्का शर्मा, परेश रावल, मनीषा कोइराला, करिश्मा तन्ना, दिया मिर्जा, बॉलिवुड, एन्टर्टेन्मन्ट न्यूज़प्रेवियस स्टोरी 'बाहुबली २' देखने के बाद ऋषि कपूर ने जाहिर की यह अनोखी इच्छानेक्स्ट स्टोरी सुशांत संग कॉफी डेट पर दिखीं एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता! |
जियो ने दुनिया में बनाया नया रिकॉर्ड, अमरीका और ब्रिटेन की कंपनी भी नहीं कर सकी यह उपलब्धि हासिल - न्यूज भीलवाड़ा,भीलवाड़ा न्यूज भीलवाड़ा हलचलहोम इंडस्ट्री जियो ने दुनिया में बनाया नया रिकॉर्ड, अमरीका और ब्रिटेन की कंपनी...प्रेवियस आर्टियलमुकेश अंबानी टाइम पत्रिका के १०० सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिलनेक्स्ट आर्टियललाचारी की आड़ में करता है अपराधबुचावास सोसायटी ने लगाया ऋणमाफी शिविर, ४५० किसानों का १.२५ करोड़...चोरी नहीं हुए थे गहने बहु रखकर भूल गई थी, पुलिस...अस्पताल स्टाफ ने लगाए परिंडे व चुग्गा पात्रफेक न्यूज से रहें सावधान, अमेरिका ने ईरान से बातचीत की...सुकीर्ति कर्णपाल एल सेट तो मके आ कॉमेबऐक वित आ सुपरनेचरल...कोटा में जहरीली गैस का रिसाव, लोगों की तबीयत बिगड़ी, बेहोशी...केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की किताब लॉन्च करने पहुंची वसुंधरा... |
विजय पथ: व्यंग्य बाण : आगे अम्मा की मरजीपिछले दिनों कई साल बाद एक घरेलू कार्यक्रम में गांव जाने का अवसर मिला। बहुत दिन बाद गया था, अतः पुराने संबंध और यादें ताजा करने के लिए मैं कुछ दिन और रुक गया।एक दिन मैं अपने पुराने मित्र चंपकलाल के घर बैठा गप लड़ा रहा था, तभी वहां एक अधेड़ महिला प्रेस के लिए कपड़े लेने आई। उसके साथ लगभग दस वर्ष का एक बालक भी था। गांव में काम-धंधा चाहे कुछ भी हो; पर सब लोग घर-परिवार की तरह ही रहते हैं। वह महिला कपड़े लेकर चंपकलाल की मां से बात करने लगी। लड़का खाली बैठा इधर-उधर देख रहा था। मैंने उसे एक बिस्कुट देकर पूछा - क्यों बेटा, तुम कौन हो ?मैं तो लड़के का नाम जानना चाहता था; पर उसका जवाब सुनकर मेरा दिमाग भी चक्कर खा गया। उसने कहा -हूं तो मैं जुलाहा, पर फिर हुआ दरजीआजकल हूं धोबी, आगे अम्मा की मरजी।।बाद में चंपकलाल ने बताया कि इसका नाम रशीद है और यह एक जुलाहे पिता की संतान है; पर इसके जन्म के दो साल बाद पिता की मृत्यु हो गयी, तो मां एक दरजी के पास जाकर रहने लगी। कुछ समय बाद उस दरजी ने किसी बात से नाराज होकर इसकी मां को घर से निकाल दिया, तो एक धोबी ने उसे शरण दे दी। रशीद भी अपनी मां के साथ ही रहता है, इसलिए उसने ऐसा परिचय दिया है।यह प्रसंग मुझे इसलिए याद आया कि हमारे मित्र शर्मा जी भी इन दिनों कुछ ऐसी ही मनःस्थिति में से गुजर रहे हैं। यों तो वे नौकरी करते हुए भी कार्यालय में राजनीति करने से बाज नहीं आते थे; पर अवकाश प्राप्ति के बाद तो उन्होंने पूरी तरह इस कीचड़ में उतरने का निर्णय कर लिया। इस बारे में उन्होंने मुझसे सलाह मांगी।मैं ठहरा राजनीति को कई मील दूर से राम-राम करने वाला आदमी। सो मैंने उन्हें कहा कि वे किसी बड़े नेता के साथ चिपक जाएं। चाहे जो हो; पर उसका साथ न छोड़ें। उस नेता का कद बढ़ेगा, तो उसका लाभ तुम्हें भी होगा। यदि वो सांसद बन गया, तो विधानसभा के लिए अपना टिकट भी पक्का समझो।शर्मा जी के भेजे में यह बात अच्छी तरह बैठ गयी। उन दिनों अपने नगर में वर्मा जी का राजनीतिक सितारा बुलंदी पर था। अतः शर्मा जी उन्हीं के साथ चिपक गये। वर्मा जी को भी एक पढ़े-लिखे आदमी की आवश्यकता थी, अतः उन्होंने शर्मा जी को अपना निजी सहायक बना लिया। यों तो वे शर्मा जी को प्रायः अपने साथ ही रखते थे; पर यदि शर्मा जी को कहीं अलग से जाना हो, तो एक अन्य गाड़ी की व्यवस्था भी उनके लिए कर दी गयी।लेकिन वर्मा जी सही मायने में राजनेता थे। जहां मिलेगी तवा परात, वहीं कटेगी सारी रात.. उनका मूल मंत्र था। राज्य और केन्द्र में कांग्रेस का शासन होने के कारण वे काफी समय से कांगे्रस के साथ थे; पर पिछले कुछ समय से सब ओर नमो-नमो की लहर चल रही है। इसलिए वे भाजपा की रैली में मोहल्ले से एक बस में भर कर लोगों को ले गये थे। खर्चे की वे चिन्ता नहीं करते। वे इसे कारोबारी निवेश मानते हैं। आज जितना लगाएंगे, कल उससे चार गुना कमाएंगे। रैली में भी उन्होंने खूब बढ़-चढ़कर नारे लगाये।शर्मा जी उनके साथ रहते ही थे। वर्मा जी ने उन्हें कैमरे वाला एक अच्छा मोबाइल फोन दे दिया था, जिससे वे बड़े लोगों से मिलते समय उनके चित्र भी लेते रहते थे। पार्टी अध्यक्ष जी के साथ उनका एक चित्र बहुत अच्छा खिंच गया था, सो उसे मढ़वा कर उन्होंने बैठक कक्ष में लगा लिया।जब से विधानसभा के चुनावों की घोषणा हुई है, तब से शर्मा जी की व्यस्तता भी काफी बढ़ गयी थी। उन्होंने वर्मा जी के विस्तृत सामाजिक और राजनीतिक जीवन को दर्शाने वाली एक छोटी पुस्तक छपवाई है, जिसे वर्मा जी व्यक्तिगत रूप से मिलकर सब बड़े नेताओं को दे रहे है। उनकी इच्छा है कि मोदी लहर में उन्हें भी विधानसभा का मुंह देखने का सुअवसर मिल जाए।शर्मा जी की इस व्यस्तता के कारण उनसे मिलना ही कठिन हो गया। सुबह वे जल्दी निकल जाते और रात में देर से घर आते थे। पहले वे कितने भी व्यस्त हो; पर प्रातःकालीन भ्रमण नहीं छोड़ते थे; पर इन दिनों वह भी राजनीति की भेंट चढ़ गया। इसलिए एक दिन मैंने उन्हें घर पर ही पकड़ लिया।वे कुछ उदास और थके हुए से लग रहे थे। पूछने पर बोले कि भा.ज.पा. वालों ने वर्मा जी को यह कहकर टिकट देने से मना कर दिया है कि तुम तो पुराने कांग्रेसी हो। कई लोगों से और कई तरह से कहलवाया, पर बात नहीं बनी। इसलिए फिर से कांग्रेस वालों के पास गये; पर उन्हें किसी ने यह बता दिया था कि वे नरेन्द्र मोदी की रैली में गये थे। इसलिए उन्होंने भी टरका दिया।- तो फिर.. ?- फिर क्या, इन दिनों हम लोग केजरी आपा (आम आदमी पार्टी) के संपर्क में हैं। हो सकता है वहां से टिकट मिल जाए।- और यदि उसने भी मना कर दिया तो ?- तो स.पा. है, ब.स.पा. है। दिल्ली में बिहार के भी लाखों लोग हैं। इसलिए नीतीश, लालू और रामविलास पासवान भी अपने प्रत्याशी खड़े करने वाले हैं। शरद पंवार, ममता बनर्जी और ओमप्रकाश चैटाला भी कुछ सीटों पर दांव लगाएंगे। कोई न कोई तो फंसेगा ही, जो वर्मा जी को टिकट दे देगा।- पर शर्मा जी, इस आयाराम-गयाराम की राजनीति से देश चैपट हो रहा है; क्या विचारधारा का कोई महत्व नहीं है ?- तुम किस जमाने की बात कर रहे हो भाई ? अब न विचार है न धारा। अच्छा बताओ अजीतसिंह ने अब तक कितने दल बनाये हैं ? ऐसा कौन सा दल है, जिससे मायावती ने समझौता किया और फिर तोड़ा न हो ? ऐसा कौन सा समाजवादी है, जिसने चार-छह बार केंचुल न बदली हो ? भारत में कितनी कांग्रेस और कितने वामपंथी दल हैं, यह कोई ठीक-ठीक बता दे, तो उसे एक लाख रु. का पुरस्कार दिलवा दूं।- लेकिन शर्मा जी, आप किसके साथ हैं ?- इसका तो भाई एक ही जवाब है - वर्मा जहां, शर्मा वहां।मुझे अचानक अपने गांव वाला रशीद और उसका उत्तर याद आ गया - आगे अम्मा की मरजी।प्रस्तुतकर्ता विजय कुमार पर ४:१२ प्मलेबल: व्यंग्य बाण : आगे अम्मा की मरजी |
मुंबई का ये भिखारी सिर्फ भीख मांगकर कमा लेता है ७५ हजार से ८० हजार रुपैय महीनादेखो भारत का सबसे अमीर भिखारी है ये आदमी, महीनेभर में भीख मांगकर कमाता है ७५ से ८० हजार रुपैय महीनाद्वी न्यूस्जून २६, २०१८मानों या मानों- लेकिन ये हैं इंसान के ७ बच्चे जिनको जंगल में जंगली जानवरों ने है पाला, पढ़िए मोगली जैसी सच्ची कहानियां डिसेंबर ७, २०1७मौत के बाद भी ४० साल जिंदा रहा हिटलर, पढ़िए हमारी ख़ास पेशकश हिटलर ज़िंदा रहा अपनी प्रेमिका के साथ ऑगस्ट 2७, २०1७और बिना कुछ बोले योगी आदित्यनाथ मंच पर ही रोने लगे, जीत लिया मुख्यमंत्री ने लाखों लोगों का दिल अक्टोबर ३०, २०1७रीचेस्ट बेग्गार्स इन इंडिया- आज के समय में बेरोजगारी से लोगों के पास काम नही रहा है, जिसकी वजह से पैसा कमाना बड़ा मुश्किल हो गया है. अगर काम मिल भी जाता है, तो कम तनख्वा पर ज्यादा काम करने को मिलता है, क्योकि काम करने वाले लोगो की संख्या ज्यादा है,जो कम पैसे में काम कर लेता है उसको ही काम दिया जाता है.इसलिए एक पढ़ा लिखा व्यक्ति ऑफिस में बैठ़ कर १५ या २० हजार महीना पैसा कमा पाता है. अगर कोई बड़े पद पर होता है तो ३० सो ३५ ज्यादा से ज्यादा कमा पाता है, लेकिन जब हम आपको बतायेंगे, किस तरह एक साधारण भिखारी एक महीनें में ७५ हजार कमाता है. तो आप दंग रह जायेगें, क्योकि यह आश्चर्य की बात होगी की हमारे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक भिखारी हर महीने कम से कम ७५ हजार रुपये कमा रहा है.आप पढ़ लिखकर सुट बूट पहनकर ऑफिस जाते है तब भी आप को रोज के १००० हजार से ज्यादा नही मिल पाता है, लेकिन मुम्बई में एक भिखारी २५०० रूपये रोजाना के कमाता है.आप ऑफिस जाते वक्त जिन भिखारियों को दया की दृष्टि से देखकर दयावान बन कर भीख देते है आज वही व्यक्ति आप से ज्यादा कमा लेता है. मुम्बई में रहने वाले भारत जैन का मुख्य कार्य भीख मांगना है.जो रोज छत्रपति शिवाजी टर्मिनल या आजाद मैदान में आकर भिख मागता दिखाई देता है, भारत जैन के पास ८० लाख का एक फ्लैट जिसमें बीवी और दो बच्चो के साथ रहता है.भारत अपने बच्चो को ऐसी परवरिश देते है, जैसी एक मुख्यमंत्री अपने बच्चो को देते है, और भांडुप में एक दुकान भी है, जिसका एक महींने का किराया लगभग १० हजार रूपये आता है. और बैंक में लाखो रूपये की सेंविग्स के अलावा शेलपुरा में दो घर भी है. भारत जैन देश का सबसे अमीर भिखारी बन गया है.बड़े बुर्जगो की ये काहवत सटिक बैटती है कि भगवान के घर में देर है, लेकिन अंधेर नही है, भगवान की माया अपरम्पार है. जिस घर में लक्ष्मी आती है तो बिना किसी स्वार्थ के आती है आज आप नें देखा और सुन भी लिया, किस तरह एक महीनें में ७५ हजार कमाये जाते है. (सोनम सैनी, डेमोक्रेटिक वोइस ऑफ़ इण्डिया) |
भाषा स्कूल थेसालोनिकी - ग्रीक पाठ्यक्रमक्स #१ भाषा पाठ्यक्रम बुक करने के लिए सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली वेबसाइट सहायता आपको हमसे क्या मदद चाहिए? भाषा पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए उठाए जाने वाले कदम अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न हमसे संपर्क करें समूह छूट हमारे बारे में भाषा स्कूल ग्रीस थेसालोनिकी भाषा स्कूल दुनिया भर के अधिकांश भाषा स्कूल एक निर्धारित शुल्क लेते हैं, जो पाठ्यक्रम की अवधि और उसके प्रकार पर निर्भर नहीं होती। यह हमारी ओर से बुकिंग सेवा का उपयोग करने के लिए अतिरिक्त शुल्क नहीं है, बल्कि सीधे विद्यालय की ओर से लिया जा रहा शुल्क है। इस विद्यालय में दाखिला ले रहे हर छात्र को इस शुल्क का भुगतान करना पड़ता है।यदि आप विद्यालय में सीधे दाखिला लेते हैं तब भी आपको इस शुल्क का भुगतान करना होगा और आपको इस शुल्क का विवरण विद्यालय की वेबसाइट, या विद्यालय की विवरणिका में पंजीकरण शुल्क, नामांकन शुल्क, या प्रशासनिक शुल्क के नाम से मिल जाएगा। कीमतों की तुलना करते समय सुनिश्चित करें कि स्कूल के ये सभी मूल्य शामिल किए जा रहे हैं। विद्यालय का प्रशासनिक शुल्क थेसालोनिकी, ग्रीस में ग्रीक भाषा स्कूल मेनू को बंद करेंग्रीक सीखेंग्रीक शब्द और यात्रा वाक्यांश सीखेंसाइट खोज मुझे पसंद है के बारे में |
मेरी निम्मो रेवीव: जब ८ साल के बच्चे को हो जाता है अपनी दीदी से प्यार - आनंद ल राय अंजलि पाटिल मेरी निम्मो रेवीव त्मोव - आजतकमेरी निम्मो के एक सीन में अंजलि पाटिलमुंबई, २६ अप्रैल 201८, अपडेटेड २७ अप्रैल 201८ १७:2८ स्त्रीवीव:बियॉन्ड द क्लाउड्स की कहानी बेदम, ईशान की एक्टिंग भी औसतएवेंडर्स रेवीव: सारे सुपरहीरो आए एकसाथ, दमदार कहानीरेवीव: 'नानू की जानू' डराती है, न हंसाती हैरेवीव:बियॉन्ड द क्लाउड्स की कहानी बेदम, ईशान की एक्टिंग औसतरेवीव: अरसे बाद बेहतरीन लव स्टोरी, 'अक्टूबर' वरुण की बेस्ट फिल्म |
उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉलहोम > उत्पादों > उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल(उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल के लिए कुल २4 उत्पादों)उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल में से एक, शेन्युं एनर्जी (शानदोंग) डेवलमेंट को. लैड।व्होलसले उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल फ्र्म चीना, नीद तो फिंड चेप उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल आस लो प्राइस बुत लेडिंग मानुफ़क्चरर्स. जस्त फिंड हाई-क्वालिटी ब्रांड ऑन उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल प्रोडस फक्टरी, यू कन अलसो फिडऐक आबात व्हेट यू वंत, स्टार्ट संविंग एंड एक्सप्लोर और उच्च शुद्धता ९९ २ बुटोक्सीएथेनॉल, वे'ल्ल रेप्ली यू इन फास्टस्ट. |
राष्ट्रपति चुनाव के लिए कमला हैरिस की दावेदारी से उत्साहित हैं भारतीय-अमेरिकी - इंडियन अमेरिकन कम्युनिटी एक्सिटेड आबात कमला हरिस रून फॉर उस प्रेजिडेंट पोल - हिन्दी न्यूज, इंडिया त्व्हिंदी न्यूज विदेश अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के लिए कमला हैरिस...डेमोक्रेटिक पार्टी की उभरती नेता एवं राष्ट्रपति ट्रंप की मुखर आलोचक, हैरिस अगले साल होने वाले चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनने की चौथी दावेदार हैं।भाषा २२ जान २०१९, १२:०१:४५ इस्टवॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए भारतीय मूल की पहली सीनेटर कमला हैरिस की दावेदारी से भारतीय-अमेरिकी समुदाय बेहद उत्साहित है। वे हैरिस की दावेदारी की अभूतपूर्व घोषणा को गौरव का एक क्षण मान रहे हैं।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को २०२० के चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से चुनौती देने के लिए ५४ वर्षीय हैरिस ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर अपनी मुहिम शुरू की। उन्होंने कहा कि वह ऐसे दिन अपनी दावेदारी की घोषणा करके सम्मानित महसूस कर रही हैं जिस दिन अमेरिकी महात्मा गांधी को प्रेरणास्रोत मानने वाले मार्टिन लूथर किंग जूनियर का जश्न मना रहे हैं।इंडियासपोरा के संस्थापक एवं प्रख्यात समाजसेवक एम आर रंगास्वामी ने पीटीआई-भाषा को बताया, अपने किसी व्यक्ति को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवर बनते देखना भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट फंड ने कहा कि वह सीनेटर हैरिस की इस घोषणा से उत्साहित है। |
१०/०६/२०१८ : २३:०५ ह:म्मकन्नौजः एक तरफ हमारा समाज विकसित होने के दावे करता है तो वहीं दूसरी तरफ उसी समाज में आज भी महिलाएं दहेज प्रथा जैसी कुरीति की बलि चढ़ रही हैं। ताजा मामला कन्नौज जिले का है। जहां दहेज लोभियों ने दहेज की मांग पुरी ना होने पर विवाहिता की बेरहमी से हत्या कर उसे फांसी पर लटका दिया।जानकारी के मुताबिक मामला बेहटा रामपुर गांव का है। यहां रहने वाले पदम से मृत शवेता की शादी १९ जून २०१७ को हुई थी। मृतका के परिजनोंं की मानें तो शादी में अपनी क्षमता से ज्यादा दहेज़ पदम सिंह को दिया था, लेकिन इसके बावजूद दहेज़ लोभियों का पेट नहीं भरा और दहेज़ में २ लाख रूपए की मांग करते रहे। वहीं मांग ना पूरी होने पर ससुराली शवेता के साथ मारपीट करते थे। कई बार मामले में बीच बचाव कराया गया। वहीं घटना वाले दिन दहेज़ लोभियों में स्वेता को मारकर फांसी पर लटका दिया और मौके से फरार हो गए।वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारीयों का कहना था पीड़ित परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। |
- अतिरिक्त पैसे मांगने पर भड़के खरीदार, नोएडा न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।नोएडा अतिरिक्त पैसे मांगने पर भड़के खरीदार{"_ईद":"७३-२८३२३","स्ल्ग":"नोएडा-२८३२३-७३","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९०५\उ०९२४\उ०९३फ\उ०९३0\उ०९३फ\उ०९१५\उ०९४ड\उ०९२४ \उ०९२आ\उ०९४8\उ०९३8\उ०९४7 \उ०९२ए\उ०९३ए\उ०९०२\उ०९१७\उ०९२8\उ०९४7 \उ०९२आ\उ०९३0 \उ०९२ड\उ०९२1\उ०९३च\उ०९१५\उ०९४7 \उ०९१६\उ०९३0\उ०९४0\उ०९२6\उ०९३ए\उ०९३0","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३0 \उ०९१४\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}नोएडा। २५ हजार रुपये देने के बाद सिर्फ दस हजार रुपये की सरकारी पर्ची देख बुधवार को रजिस्ट्री विभाग पहुंचे खरीदार भड़क गए और बिल्डर कंपनी के प्रतिनिधि को घेरकर बाकी पैसों का हिसाब मांगने लगे। बिल्डर कंपनी के लीगल सेल पर रिश्वत मांगने का आरोप भी लगाया। खरीदारों में शामिल सत्या झा व शिल्पी झा ने बताया कि करीब तीन साल पहले बिल्डर के सेक्टर १०० स्थित प्रोजेक्ट लोटस विला में फ्लैट बुक कराया। पजेशन पिछले साल ही मिलना था, मगर एक साल और बिताकर बिल्डर अब उसका पजेशन दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंगलवार शाम को बिल्डर कंपनी के लीगल की ओर से करीब २० से अधिक खरीदारों को फोन करके कहा गया कि बुधवार को रजिस्ट्री विभाग में प्रति खरीदार २५ हजार रुपये लेकर आना है। बुधवार को फ्लैटों की रजिस्ट्री कर कागजात दे दिए जाएंगे।सूचना के आधार पर खरीदार बुधवार करीब ११ बजे पैसे लेकर पहुंच गए। कुछ खरीदारों ने पैसे कंपनी प्रतिनिधि को दे भी दिया। उनको सिर्फ दस हजार रुपये की पर्ची दे दी गई। खरीदारों का कहना है कि जब उन्होंने २५ हजार रुपये का हिसाब पूछा, तब मौकेपर मौजूद कंपनी प्रतिनिधि ने कहा कि बाकी पैसे रजिस्ट्री विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को खिलाने-पिलाने में खर्च होगा। इस पर लोग भड़क गए और कंपनी प्रतिनिधि से बहस शुरू हो गई।खरीदारों ने ही फोन करके मीडिया को भी बुला लिया। कुछ देर में रजिस्ट्री विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। लोगों को समझाकर शांत किया गया। ३-४ खरीदारों से दस हजार रुपये रजिस्ट्रेशन फीस लेकर रजिस्ट्री भी कर दी गई। जो खरीदार पहले ही २५ हजार रुपये देने का दावा कर रहे हैं, वे कंपनी प्रतिनिधि से बाकी पैसे वापस मांगने लगे। विरोध करने वाले खरीदारों में अंशुमान सिंह रावत, ब्रज किशोर शर्मा, निहारिका सिंह आदि शामिल रहे। इस बारे में एआईजी स्टांप एसके सिंह का कहना है कि अगर विभाग के किसी अधिकारी कर्मचारी पर इस तरह का आरोप लगाया गया होता तो जांच की जाती, मगर यह आरोप कंपनी के प्रतिनिधि पर लगा है, ऐसे में विभाग का कोई रोल नहीं है। |
कल्पना और ज्ञान कल की मुद्रा में हैं. यह अमूर्त चित्र बना लेता है: बिंदु, रेखा, घटता, आकार, पैटर्न, बनावट, रचना + कल्पना + रंग. कला के इस काम के निर्माण के लिए मिश्रित मुख्य रंग: बार्बेरी #देड७१७ ब्राइट तुरक्वोइस #०फेफ९ प्लेटन ऑतुमन लीव् #ए३आ7०८ टके मे व्हेरे स्प्रिंग लीव् #१४ईआ५ विब्रांत ग्रीन #०अड०८ आपोल ग्रीन २ #ए२फ३एक ग्रीन गोल्ड ऑफ साइबेरिया #आ६आ१०आ रिसीन होनेसुकले #ए८एड६९ एमरौड़े #०१ड7५८ ट्रिप मे तो थे हेवन #१च१ब्ड़े वर्ट प्रएरिए #५7ड५३बजीवंत रंग. प्रकाश छवि के लिए एक आकर्षण देता है या इसे दूर ले जाता है. समय से लोगों को अति प्राचीन रंगों की भाषा पढ़ने के लिए विशेष महत्व. वॉलपेपर 7३7५३३०: चिकनी. गतिशील. कला में यह उससे भी बड़ी बेसब्री से पूरी तरह से ठंड से विचित्र होना करने के लिए बेहतर है. प्रकाश के गुण. रंग स्पेक्ट्रम. चमक. ताजा. जीवंत रंग. मिश्रण. उदाहरण काम. ज़ंग खाया हुआ. ताज़गी. मुलायम. रचना. आधुनिक कला. मृदुता. अमूर्त बस अलग आंखों के साथ हमेशा की तरह चीजों पर एक नज़र है. दृश्य प्रभाव. चमक. धब्बा. लालित्य. रंग मानव जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. दृश्य कल्पना छूट. हमारे क्षणभंगुर और सांसारिक दुनिया में, लोगों को शायद ही कभी अपनी कल्पना को चालू करने का अवसर है. समकालीन कला. बहुरंगी. कायरता. सजावटी कला. मिश्रण. तेजतर्रार. उज्ज्वल कलाकृति. आकार कला. कला बनावट. डिजाइन में रचनात्मक रणनीतियों. संकल्पना. शिल्प. जीवन के पैटर्न. मिश्रण. प्रवाह. रंगीन छवियों - रंगीन हद वॉलपेपर मुफ्त डाउनलोड. ग्रंज. सादगी. उच्चारण के साथ सजावट. प्रतिबिंब. रचनात्मकता विचारों. कैनवास. कलाकृति डिजाइन. कलात्मक छवि |
- एमबीडी गीगाबाइट ने मनाया हेलोवीन दिवस - अमर उजालाएमबीडी गीगाबाइट ने मनाया हेलोवीन दिवस{"_ईद":"१०२-२९४८६","स्ल्ग":"लुधियाना-२९४८६-१०२","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९०फ\उ०९२ए\उ०९२च\उ०९४०\उ०९२1\उ०९४० \उ०९१७\उ०९४०\उ०९१७\उ०९३ए\उ०९२च\उ०९३ए\उ०९०7\उ०९१फ \उ०९२8\उ०९४७ \उ०९२ए\उ०९२8\उ०९३ए\उ०९२फ\उ०९३ए \उ०९३9\उ०९४७\उ०९३2\उ०९४ब\उ०९३5\उ०९४०\उ०९२8 \उ०९२6\उ०९३फ\उ०९३5\उ०९३8 ","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३0 \उ०९१4\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}लुधियाना। ऑल हेलो इव से संबंधित पुरातन सेल्टिक फेस्टिवल की झलक एमबीडी के गीगाबाइट में मंगलवार देखने को मिली। गीगाबाइट के स्टॉफ क ो भूत प्रेत की वेशभूषा पहनाई गई और कुछ सब्जियों को भी प्रेतों का लुक दिया गया।गीगाबाइट के महाप्रबंधक राकेश रावत के अनुसार करीब दो हजार साल पहले सेंट भूतों को भगाने के लिए ३१ अक्तूबर के दिन उनकी ही शक्ल धारण करते थे। इसी उपलक्ष्य में यह आयोजन अब यहां पर भी किया जा रहा है, ताकि पंजाबी लोग भी विश्व में प्रचलित परंपराआें से अवगत हो सकें। इस अवसर पर लोगों के खाने पीने के लिए भी विशेष मैन्यू तैयार किया गया है और डिशेज को भी विशेष नाम दिए गए हैं। मसलन दाल मखनी को ब्लैक डेविल, टमाटो सूप को रेड लव प्वाइजन, तंदूरी चिकन को बॉडी विदाउट सोल, मटन रोगन जोश को खूनी पंजा इत्यादि नाम दिया गया है। इस फेस्टिवल के दौरान भूत प्रेत देखने के लिए बच्चों में भी खासा उत्साह पाया जा रहा है।म्ब्द जीगेबते हलोवीन दए |
फ़्री दिल्ली मेट्रो राइड; दिल्ली डेपुटी कम मनीष सिसोदिया सएस इट विल बे बेनेफिशियल फॉर दिल्ली मेट्रो,दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया |ट्विटरदिल्ली मेट्रो में महिलाओं की फ्री एंट्री को लेकर अब क्या बोल गए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया१५ जून, २०१९ एट ०७:४९ आमदिल्ली मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त यात्रा को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच खींचतान जारी है। दिल्ली की महिलाओं को मेट्रो में मुफ्त यात्रा करने का लाभ मिलेगा या नहीं इसपर अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। मगर सूत्र बताते हैं कि सरकार इस विकल्प के बारे में गम्भीरता से विचार कर रही है।वहीं बीजेपी इसे आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा रही है। इसी बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मेट्रोमैन ई श्रीधरन को एक खत लिखा है जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।दरअसल, दो दिन पहले राजधानी दिल्ली की मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त यात्रा को लेकर मेट्रोमैन ई श्रीधरन ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा था जिसमें उन्होंने दिल्ली मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त यात्र का विरोध किया था और कहा था कि सरकार अपने बजट का आधा हिस्सा महिलाओं की यात्रा पर खर्च करना चाहती है। जो कि ठीक नहीं है।मेट्रोमैन ई श्रीधरन के इस खत के जवाब में, दिल्ली के मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि "मुश्किल कुछ भी नहीं है, बस नियत साफ़ होनी चाहिए। दिल्ली सरकार महिलाओं को मुफ्त यात्रा देने में इसलिए संभव हो पा रही है क्योंकि हमारी नियत साफ़ है। और मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि ई श्रीधरन को दिल्ली सरकार का यह प्रस्ताव पसंद नहीं आ रहा है।उन्होंने कहा कि मेट्रोमैन ई श्रीधरन ने मेट्रो में मुफ्त यात्रा योजना को लेकर उनका जो पक्ष है वो हमारी योजना के प्रति आपकी गलतफहमी को दर्शाता है।मीडिया से बात करते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री ने कहा "मैंने श्रीधरन साहब को पत्र लिखा है और उनसे कहा है कि दिल्ली मेट्रो घाटे में चल रहा है। अगर इसकी क्षमता ४० लाख यात्रियों की है और यह वर्तमान में केवल २५ लाख यात्रियों को ले जा रहा है। तो दिल्ली सरकार की योजना उनके लिए फायदेमंद रहेगी।मनीष सिसोदिया ने कहा कि "मेट्रो में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा का हमारा प्रस्ताव दिल्ली मेट्रो के लिए फायदेमंद होगा, इसकी राइडरशिप बढ़ेगी और किराए में कमी आएगी। अगर दिल्ली सरकार महिला यात्रियों का किराया चुकाती है, तो दिल्ली मेट्रो को इससे खुश होना चाहिए। ना की प्रधानमंत्री को खत लिखकर इसका विरोध करना चाहिए।दिल्ली मेट्रोदिल्ली विधानसभा चुनाव २०१९दिल्ली डेपुटी कम मनीष सिसोड्फ़्री एंट्री ऑफ वोमेन इन दिल्ली मेट्रोमनीष सिसोदिया |
आईम्स भुवनेश्वर ९२७ सिस्टर ग्रेड-ई & ई स्टाफ नर्स डाइरेक्ट रिक्रूटमेन्ट, आप्प्ली ऑनलाइन - एम्स भुवनेश्वर में ९२७ सिस्टर ग्रेड- ई एवं ई स्टाफ नर्स सीधी भर्ती, भारतीय नागरिक २५ दिसम्बर २०१७ तक ऑनलाइन आवेदन करें - जॉब्स्किंद.कॉम्होम ९३००-३४८०० आईम्स-जॉब एल-इंडिया-जॉब्स भुवनेश्वर-जॉब्स ब्स्क-जॉब्स गम-जॉब्स नर्सिंग-कॉलेज-जॉब्स स्टाफ-नर्स-जॉब्स आईम्स भुवनेश्वर ९२७ सिस्टर ग्रेड-ई & ई स्टाफ नर्स डाइरेक्ट रिक्रूटमेन्ट, आप्प्ली ऑनलाइन - एम्स भुवनेश्वर में ९२७ सिस्टर ग्रेड- ई एवं ई स्टाफ नर्स सीधी भर्ती, भारतीय नागरिक २५ दिसम्बर २०१७ तक ऑनलाइन आवेदन करेंआईम्स भुवनेश्वर ९२७ सिस्टर ग्रेड-ई & ई स्टाफ नर्स डाइरेक्ट रिक्रूटमेन्ट, आप्प्ली ऑनलाइन - एम्स भुवनेश्वर में ९२७ सिस्टर ग्रेड- ई एवं ई स्टाफ नर्स सीधी भर्ती, भारतीय नागरिक २५ दिसम्बर २०१७ तक ऑनलाइन आवेदन करेंभुवनेश्वर-जॉब्सअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भुवनेश्वर (आईम्स भुवनेश्वर) उड़ीसा द्वारा स्टॉफ नर्स ग्रेड -१ (नर्सिंग सिस्टर-ई) के १२7 और स्टॉफ नर्स ग्रेड-२ (सिस्टर ग्रेड-ई) के ८०० रिक्त पदों पर सीधी भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। इन पदों पर आवेदन करने के लिए भारतीय नागरिकों से दिनांक २५ दिसम्बर २०१७ तक ऑनलाईन आवेदन मंगाया गया है।निर्धारित योग्यता रखने वाले उम्मीदवार अंतिम तिथि तक विभाग को आवेदन कर सकते हैं। इस रोजगार सूचना पर शैक्षिक योग्यता, आयु सीमा और चयन प्रक्रिया जैसे विवरणों के बारे में जानने के लिए, आप विभाग द्वारा प्रकाशित आधिकारिक अधिसूचना नीचे दिये गये लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं या नीचे गये विवरणों का अवलोकन कर सकते हैं।आईम्स भुवनेश्वर ९२७ सिस्टर ग्रेड-ई & ई स्टाफ नर्स डाइरेक्ट रिक्रूटमेन्ट, आप्प्ली ऑनलाइनअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भुवनेश्वर (आईम्स भुवनेश्वर) उड़ीसास्टॉफ नर्स ग्रेड -१ (नर्सिंग सिस्टर-ई) १२7 पद।स्टॉफ नर्स ग्रेड-२ (सिस्टर ग्रेड-ई) ८०० पद।कुल ९२७ पद।एम्स में हो रही अन्य भर्ती पदों के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें क्लिक हेरेआरक्षण (रिज़र्वशन/कोटा) नियमानुसार।(ई) इस रोजगार सूचना पर दिनांक २५ दिसम्बर २०१७ तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। अंतिम तिथि के बाद, पोर्टल स्वचालित रूप से निष्क्रिय हो जाएगा । इस रोजगार विज्ञापन पर आवेदको को जितनी जल्दी हो सके विभाग को आवेदन प्रस्तुत करना चाहिए।(व)। पूर्ण भरे हुए आवेदन को प्रिंट करें और इसे भविष्य की प्रतिक्रिया के लिए सुरक्षित रखें या यदि आवश्यक हो; तो पंजीकृत पोस्ट / स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदन की हार्डकॉपी इस प्रकार भेजें कि वह निर्धारित अंतिम तिथि तक विभाग को प्राप्त हो जाये।विभाग में ऑनलाईन आवेदन करने की प्रारंभिक तिथि - १5 नवम्बर २०१७विभाग में ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि - २५ दिसम्बर २०१७ |
होम > न्यूज़ > एकमात्र बल्लेबाज जो अपने टेस्ट करियर के १००वें मैच में गोल्डन डक पर हुआ आउटआदित्य तिवारी, ४ मोंट्स एगो २ मीन रेड २२0किसी भी बल्लेबाज के लिए टेस्ट क्रिकेट में १०० मैच खेलना बहुत ही शानदार अनुभव होता है. एक बल्लेबाज यदि १०० टेस्ट मैच खेल लेता है जिसका अर्थ होता है उस खिलाड़ी ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन यदि आप अपने १००वें टेस्ट मैच में गोल्डन डक पर आउट होकर पवेलियन लौट जाएँ जो ये अनुभव बुरे ने बदल जाता है.अपने १००वें मैच में गोल्डन डक पर आउट हुआ ये बल्लेबाजइंग्लैंड टेस्ट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और कप्तान सर एलिस्टर कुक अपने १००वें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में गोल्डन डक पर आउट हो गये थे. २013-1४ एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाना था. ये मैच सर एलिस्टर कुक का १००वाँ टेस्ट मैच था. इस मैच की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने ३८५ रन और फिर इंग्लैंड की टीम ने २५1 रन बनाए.जिसमें सर एलिस्टर कुक ने 7२ रनों की पारी खेली थी. उसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने ३६९ रन ६ विकेट गँवा कर बनाए और पारी घोषित कर दी. जवाब में जब इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी करने आई तो रेयान हैरिस ने कुक को पहले ही गेंद पर बोल्ड कर पवेलियन भेज दिया था.शानदार रहा है एलिस्टर कुक का टेस्ट में रिकॉर्डसर एलिस्टर कुक टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. कुक ने इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में 1६1 मैच खेले. जिसकी २91 पारियों में ४५.३५ की औसत से उन्होंने 1२४7२ रन बनाए. जिसमें ५७ अर्द्धशतक और ३३ शतक शामिल था. कुक ने ५ दोहरा शतक भी लगाया था.टेस्ट क्रिकेट में सर एलिस्टर कुक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर २9४ रन था. इस खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में एक कप्तान और बल्लेबाज के रूप में दिए गये योगदान के कारण ही सर की उपाधि दी गयी थी. कुक ने भारत के खिलाफ २018 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था.एलिस्टर कुक ने अन्य प्रारूप में नहीं किया अच्छा प्रदर्शनइस दिग्गज टेस्ट खिलाड़ी ने क्रिकेट की अन्य प्रारूप में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. एकदिवसीय क्रिकेट में कुक ने 9२ मैच खेला. जिसमें उन्होंने 3६.४1 की औसत से 3२0४ रन बनाए. टी२0 क्रिकेट में ४ मैच खेलकर 1५.२५ की औसत से मात्र ६1 रन बनाए. इस बीच कुक का स्ट्राइक रेट 11२.9६ का रहा.टैग्स #इंग्लैंड क्रिकेट टीम #ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम #सर एलिस्टर कुकऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने जो रूट की कप्तानी पर साधा निशानासबसे अधिक विवादों में रहने वाले खिलाड़ीप्रसंशको के लिए बुरी खबर किसी भी समय वनडे क्रिकेट से सन्यास ले सकता है यह दिग्गज भारतीय खिलाड़ी |
त्व तोडे इंडिया : ४०० पेटी अवैध शराब सहित तस्कर पकड़ानव दिल्ली (इंडिया) ०९:३६ वेड ११ डेक २०१९मथुरा४०० पेटी अवैध शराब सहित तस्कर पकड़ा४०० पेटी अवैध शराब सहित तस्कर पकड़ावरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं क्षेत्राधिकारी छाता महोदय के पर्यवेक्षण व प्र०नि० दुर्गेश कुमार के नेतृत्तव में शराब माफियाओं के विरूद्व चलाये जा रहे अभियान में दिनांक ०2.१२.२०१९ को चौकी कोटवन के सामने बैरियर पर चैकिंग के दौरान होडल की तरफ से एक ट्रक न० हर६३ब०९89 को मय ०१ नफर अभियुक्त १.प्रमोद कुमार पुत्र राम सिह नि०परसरा मऊ थाना इंदरगढ जनपद कन्नौज उ०प्र० को समय ०6.3० पर गिरफ्तार किया गया।पूछने पर ड्राईवर ने ट्रक में परचून का सामन, साबुन, सैम्पू तेल आदि भरा होना बताया तथा इस सामान का फर्जी ई वे बिल बिल्टी भी दिखायी। जबकि चैक करने पर ट्रक मे शराब की ४०० पेटी नाजायज पायी गयी, जिसके सम्बन्ध मे थाना हाजा पर मु०अ०सं० ७३२/१9 धारा 6०(१)/६३/७२ आवकारी अधिनियम 42० भादवि पंजीकृत किया गया। अभियुक्तगणों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजा जा रहा है। बरामद शराब की कीमत १० लाख रूपये करीब है। |
आबात उस | नुनवादिंग बास्केटबॉलनूनवाडिंग बास्केटबॉलनुनवाडिंग बास्केटबॉल में आपका स्वागत है; मेलबोर्न ईस्ट बास्केटबॉल एसोसिएशन और उसके प्रतिनिधि टीमों का घर, नुनवाडिंग स्पेक्ट्रम - ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े और निर्विवाद रूप से बास्केटबॉल कार्यक्रमों में से एक.वर्तमान में नुनावैडिंग बास्केटबॉल साप्ताहिक आधार पर १२,००० खिलाड़ियों, कोचों और अधिकारियों के लिए बास्केटबॉल प्रतियोगिताओं और इन-हाउस की सुविधा प्रदान करता है। हमारे पास प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के भीतर सक्रिय कार्य के माध्यम से एक बड़ा पदचिह्न है, साथ ही विभिन्न सामुदायिक कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से शामिल होने और हाल ही में बास्केटबॉल विक्टोरिया के जूनियर प्रोग्राम ऑफ द ईयर से सम्मानित होने का गर्व है।यदि आप आरंभ करना चाहते हैं, तो नुनवाडिंग बास्केटबॉल मौलिक कौशल विकास को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के परिचयात्मक कार्यक्रम प्रदान करता है, या आप आगामी सत्र में एक टीम में शामिल होने के लिए अपने स्थानीय मेबा घरेलू क्लब से संपर्क कर सकते हैं।नुनावैडिंग स्पेक्टर्स मेबा की प्रतिनिधि टीमें हैं, जिसका अर्थ है कि हमारी घरेलू प्रतियोगिताओं के बहुत अच्छे खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में नुनावडिंग बास्केटबॉल का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना जाता है। हमें गर्व है कि ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप के प्रतिनिधि देश में किसी भी अन्य एसोसिएशन की तुलना में नुनवाडिंग बास्केटबॉल के कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से आए हैं। ननवाडिंग बॉस्केटबॉल हॉल ऑफ़ फ़ेम में कुछ प्रेरकों की जाँच अवश्य करें!नुनवाडिंग १९७९ में नेशनल बास्केटबॉल लीग के पुराने वाबा में पावरहाउस प्रदर्शन के पीछे एक नींव सदस्य थे। १९८० के दशक में ६ क्स राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतने वाली महिला राष्ट्रीय बास्केटबॉल लीग इतिहास में हमारी महिलाएं भी सबसे सफल टीमों में से एक थीं।आज, हमारी कुलीन टीमें बास्केटबॉल ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित दक्षिण पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बास्केटबॉल लीग (एसईएबीएल) में भाग लेती हैं और टीमों से चुनाव लड़ती हैं; विक्टोरिया, न्यू साउथ वेल्स, कैनबरा, क्वींसलैंड, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया के साथ वर्तमान में विस्तार पर चर्चा की जा रही है।हमारे घर का खेल नुनवाडिंग बास्केटबॉल सेंटर में आयोजित किया जाता है, शो कोर्ट पर क्षमता भीड़ के साथ अभी भी बहुत नियमित घटना होती है, जिससे एक अद्भुत परिवार और सामुदायिक वातावरण बनता है।ऑस्ट्रेलिया के पार, नुनवाडिंग बास्केटबॉल उच्च संबंध में आयोजित किया जाता है। आज तक, हम बहुत ही बेहतरीन बास्केटबॉल अनुभव उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखते हैं। हम आपको इसे अपने लिए आजमाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं! |
इस पेंटिंग को जिसने भी खरीदा उसकी तुरंत हो गई मौत.... - समाचारबुद्यओम ज़रा-हटके इस पेंटिंग को जिसने भी खरीदा उसकी तुरंत हो गई मौत.दुनिया भर में कई सारी शापित पेंटिंग्स से जुडी घटनाए हुई और कई सामने आयी जिनमे सबसे ज्यादा मशहूर है द क्राइंग बेबी की पेंटिंग।द क्राइंग बेबी की पेंटिंग जियोवनी ब्रागोलिन नाम के चित्रकार ने बनाई थी ये इटली का बेहद ही जाना माना चित्रकार उस वक्त में हुआ करता था और जैसे ही उसने ये जीवंत बच्चे की रोती हुई पेंटिंग बनाई सब लोग उसे देखकर के अपने आप में हैरान थे।पेंटिंग ऐसी चीज होती है जो हम सबको अन्दर ही अन्दर एक नए इंसान को जन्म देने को मजबूर कर देती है। लेकिन इसके विपरीत पेंटिंग्स का एक दूसरा पहलू भी है जो बेहद ही भयावह है।प्रेवियस आर्टियलसिर्फ एक खूबी की वजह से ५ दिन में दुनिया पर छा गई ये पोर्नस्टार..नेक्स्ट आर्टियल१० साल से घर में पड़े इस पत्थर से झटके में ये शख्स बना अरबपति |
गत्यात्मक ज्योतिष: विभिन्न रंगों की वस्तुओं के मांग और पूर्ति के संतुलन पर इनसे संबंधित ग्रहों का प्रभाव"विभिन्न रंगों की वस्तुओं के मांग और पूर्ति के संतुलन पर इनसे संबंधित ग्रहों का प्रभाव "गत्यात्मक ज्योतिष पर आपका यह लेख, खोजपरक तथा तथ्यों से परिपूर्ण है।ज्योतिष पर आप की जानकारी इतने रोचकता लिए है कि इसे पढने का आनन्द ही कुछ और हैग्रहों के रंगो से मेल खाने वाली वस्तुयों पर ग्रहों का प्रभाव पड़ता है इस बात की पुष्टि आपके और कमल शर्माजी के बीच हुई वर्तालाप से सत्य जान पड़ता है .बहुत अच्छी जानकरी मिली .सार्थक आलेख साधुवादऐसे विस्तृत और गहन अध्ययन किसी सुनिश्चित निष्कर्ष पर पहुचने में सहायक होते हैं।वाह....! ये सही तरीका हैं...! प्रेक्टिवल सहित थ्योरी का. बहुत अच्छे..!बहुत कुछ समझने का मौका मिला४/०९/२००९ 0४:५८:०० प्मज्योतिष पर आप की जानकारी काफ़ी ज़यादा है । पढ़ कर बहुत अच्छा लगा । लगता है आपके पुराने लेख पढ़ने के लिये भी वक़्त निकलना पडेगा ।आज का पोस्ट मुझे बहुत ज्यादा रोचक लगा...धन्यवाद९/०२/२००९ ०७:२०:०० प्म |
छोटीगली... छोटीगाली: पुलिस और समाजपुलिस से न दोस्ती अच्छी , और दुश्मनी तो कभी नहीं। ये सोच रहा है या अभी भी है आम आदमी के जेहन में।वजह साफ़ है, पुलिस का शिकार अपराधी कम , निरपराध ज़्यादा होता है। शिकायत करने वाला ही पुलिस की नज़रों में गुनाहगार होता है और गालियों से खातिरदारी करना तो आम बात है। किसी भी मामले में अपराधी के कम गवाह के फंसने की संभावना ज़्यादा होती है, बजाय दोषी के। इसलिए पुलिस को किसी घटना का गवाह नहीं मिलता है।ये कुछ कैरेक्टर हमारी पुलिस की है। जिसने पब्लिक और पुलिस के बीच ज़मीन -आसमान की खाई बना दी है। लेकिन हकीक़त पूरी ऐसी नहीं है। पुलिस का एक दूसरा रूप भी है जो हम अक्सर देखने की कोशिश नहीं करते हैं। वो है - भक्षक की जगह रक्षक की। दुश्मन की जगह दोस्त की । और हमारे , समाज के सहयोगी की । पुलिस के इस कैरेक्टर की बानगी देखने को मिलती है " हरियाणा पुलिस अकेडमी " में। जहाँ उनकी ट्रेनिंग कुछ इस तरीके से होती है की आप यकीं नहीं कर पाएंगे क्या ऐसी पुलिस भी हमारी सोसाइटी में है जो इस तरीके की भी हो सकती। जो हम से तू या तुम की जगह आप कह कर बात करती है। जी हाँ , ऐसा है , बिल्कुल है और ये है इसी -" हरियाणा पुलिस अकेडमी में। " जो पुलिस की बदलती हुई तस्वीर को हमारे सामने ला रही है।इस अकेडमी की खास बात है इसकी ट्रेनिंग और ट्रेनिंग कांसेप्ट। जहाँ पुलिस ट्रेनिंग से जुड़ी तमाम बातों के साथ -साथ उन्हें संस्कृति , सिनेमा और आर्ट की भी तरंग दी जाती है। ये प्रयास उन्हें औए ह्यूमन बनने के लिए और उनके मानसिकता बदलने के लिए किया जाता है। ये कहना है अकेडमी के निदेशक विकास नारायण राय का। जिससे पुलिस ब्रिटिश समाया की मानसिकता से निकल कर हिन्दुसतानी हो सके। औरज़्यादा मानवीय हो सके। इसी क्रम में पुस्तकालय जाना भी उनके ट्रेनिंग का अनिवार्य हिस्सा है। कुछ इस तरह हमारी पुलिस की तस्वीर बदल रही बस ज़रूरत है तो पब्लिक के सहयोग की भी।जय भारत! जय पुलिस। |
इफिसुस टूर रिव्यू /पेज:३८ आप हम पर भरोसा क्यों करें!५ आउट ऑफ ५, रेवीव्द ऑन १ अक्टोबर 20१3हमारे पास अपने पूरे अनुभव के बारे में कहने के लिए और कुछ भी नहीं है। बुकिंग एक हवा थी जिसमें संचार तेज और कुशल था। हमारे गाइड, डेनिज़ शानदार थे। वह हमारे क्रूज़ टर्मिनल पर हमारी प्रतीक्षा कर रहा था, एक विशेषज्ञ की तरह क्षेत्र का इतिहास समझाया और बहुत दोस्ताना था। उसने हमें कॉफी और तुर्की डिलाइट भी खरीद कर दी! हमारा ड्राइवर अद्भुत था और हमने पूरे समय सुरक्षित महसूस किया। वैन हम चारों के लिए थोड़ी बड़ी थी लेकिन यह कोई बड़ी बात नहीं थी। जो दोपहर का भोजन प्रदान किया गया था वह स्वादिष्ट था और हम सराहना करते हैं कि हम शाकाहारी भोजन प्राप्त करने में सक्षम थे। हमारा गलीचा प्रदर्शन बहुत दिलचस्प और जानकारीपूर्ण था। हम निश्चित रूप से तुर्की जाने वाले किसी भी व्यक्ति को उनकी सेवाओं की सिफारिश करेंगे।फ्लिपलोप ए५ आउट ऑफ ५, रेवीव्द ऑन ३० सिप्तंबर 20१3हमारे पास इफिस के साथ भ्रमण का एक बहुत अच्छा दिन है & कोट; इफिसुस के बारे में & कोट; और सुश्री सेल्दा हमारे टूर गाइड के रूप में। कुसदासी में हमें अपने जहाज से तुरंत उतारा गया। हम वान की स्थिति और चालक की क्षमता दोनों से बहुत प्रसन्न थे - हम हर समय काफी सहज महसूस करते थे। हम समय पर जहाज में वापस आ गए। हम दौरे से बहुत खुश थे, और विशेष रूप से सुश्री सेल्दा के साथ। वह एक रमणीय मार्गदर्शिका थी - प्रकृति में बहुत ही सुखद, जो हम देख रहे थे, उसके स्पष्टीकरण में स्पष्ट है, साथ ही साथ स्वादिष्ट दोपहर के भोजन के लिए एक रमणीय परिचारिका जो हमारे लिए प्रदान की गई थी। हम आपकी कंपनी द्वारा प्रस्तावित किसी भी टूर के लिए एक गाइड के रूप में आपके कोमोनी और सुश्री सेल्दा की अत्यधिक अनुशंसा करेंगे। हमें अपने मार्गदर्शक के रूप में फिर से खुश होना चाहिए, क्या हमें तुर्की में वापसी का अवसर मिलना चाहिए। निष्ठा से तुम्हारा, डॉन और मार्लीन हॉलहाल्डो१इफिसुस में अद्भुत दिनहम के साथ सेप्ट में व्यवस्थित आधे दिन के बहुत ही सुखद दौरे पर आए थे। हमारी मार्गदर्शिका हुइला थी। यह हमारे क्रूज की खासियत थी। हुइला हमें ड्राइवर के साथ व्यवस्था के रूप में बंदरगाह पर मिले। वह स्वागत कर रहा था और बहुत अच्छी अंग्रेजी बोल रहा था। जब हम इफिसुस को देख रहे थे तब वह बहुत संगठित और जानकार थी। छत वाले मकान एक चाहिए और मुझे खुशी है कि हमने इन्हें देखने के लिए अतिरिक्त भुगतान किया है। यात्रा की बुकिंग के समय यह प्रक्रिया बहुत अच्छी और कुशल थी। दौरे में शामिल एक बढ़िया दोपहर का भोजन था। हम इफिस की वापसी की योजना बना रहे हैं क्योंकि देखने और सोखने के लिए बहुत कुछ है। कृपया सुबह की गर्मी से निपटने के लिए अपने दौरे की योजना बनाएं- हमने ८.३० बजे दौरा शुरू किया।इफिसुस के महान दौरे- याद नहीं करने के लिएहमने अपने गाइड के रूप में कनान के साथ ६ का हमारा दौरा किया। कानन बहुत ज्ञानी थे। इफिसुस को याद नहीं करना है। मैं उस्मान टूर कंपनी और कनान दोनों को बहुत सलाह देता हूं। उन्होंने हमारे क्रूज शिप से समय पर हम में से ६ को उठाया। उसने यह भी सुनिश्चित किया कि हम समय पर क्रूज जहाज पर वापस आ गए। कनान उत्साही है और तुर्की का उसका ज्ञान अंतहीन है। वैन बहुत साफ और वातानुकूलित थी। ड्राइवर पेशेवर और बहुत विनम्र। स्टॉप तस्वीर लेने के लिए व्यापक थे और हमें लगता है कि अब हमें तुर्की की पूरी छुट्टी करनी चाहिए। यह पहली बार हमारे १2 दिन के क्रूज पर एक स्टॉप था। लेकिन जैसा कि आधुनिक तुर्की के बारे में बात करने के लिए कनान बहुत खुश था अब हम सिर्फ तुर्की की यात्रा की योजना बना रहे हैं और इस यात्रा के लिए इस टूर कंपनी का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। यूरोप के व्यापक दौरे में सुंदर स्थान और पर्यटन सबसे अच्छे स्थानों में से एक थे।इफिसुस का प्यारा दौरा!हमें अपने बंदरगाह पर बधाई दी गई और टूर गाइड और एक ड्राइवर द्वारा इफिसुस ले जाया गया। दौरा शैक्षिक, दिलचस्प और मजेदार था! हमारे टूर गाइड और ड्राइव ने हमें यात्रा करते समय बहुत स्वागत और सुरक्षित महसूस कराया। हमें कभी भी दौड़ाया नहीं गया और गाइड ने हमारे साथ तुर्की में इतिहास और वर्तमान जीवन के कई विवरण साझा किए। हमारा दोपहर का भोजन अविश्वसनीय था और हमारे पास एक शानदार दिन था!६0५मिशेलीसनसनीखेज दिनसमय में वापस कदम रखें और वास्तव में यह महसूस करें कि यह प्राचीन रोमन गांव में रहने के लिए क्या था। मुख्य रूप से बिना किसी शेड के खंडहर, लेवल ग्राउंड में काफी पैदल चलना। लेकिन इसे देखने के लिए आपको वॉक जरूर करनी चाहिए। टूर गाइड प्रत्येक संरचना के महत्व को समझने के लिए आवश्यक हैं। खूब तस्वीरें खिंचवाईं। कोई शौचालय की सुविधा, कोई लिफ्ट या एस्केलेटर नहीं है, इसलिए विकलांग पर्यटक इस साइट के आसपास संघर्ष कर सकते हैं। निकास द्वार पर उपलब्ध दुकानें और स्मृति चिन्ह। यह देखना होगा कि क्या आप कुसादसी में रुकते हैं और मैं एक दिन के दौरे की सलाह देता हूं। यात्रा के लिए एक दिन चुनें जब अपने स्वयं के टूर गाइडों के साथ भारी भीड़ से बचने के लिए बंदरगाह में कोई क्रूज जहाज नहीं हैं।शानदार टूर और शानदार गाइड५ आउट ऑफ ५, रेवीव्द ऑन 2५ सिप्तंबर 20१3चार के हमारे समूह में एयेलस, टैरेस हाउसेस और द हाउस ऑफ वर्जिन मैरी को दिखाते हुए, हमें एलेनस उर्फ दिखाने की खुशी थी। क्या शानदार दौरा है। टायलान शानदार और बहुत ही मिलनसार है और हमारे मार्गदर्शक होने के नाते एक महान काम किया है। हमने कुछ अद्भुत स्थानों को देखा और यह यात्रा का मुख्य आकर्षण था। हमें क्रूज शिप पोर्ट से उठाया गया था और वे जल्दी और हमारे लिए इंतजार कर रहे थे। अच्छा संगठन!अमेजिंग ट्रिप५ आउट ऑफ ५, रेवीव्द ऑन २४ सिप्तंबर 20१3इस कंपनी के साथ मेरे पहले संपर्क से, मैं अपने परिवार को जानता था और मैं बहुत अच्छे हाथों में था। हमने पहली बार वर्जिन मैरी और हाउस की सभा को रवाना किया। । हमारे पास पूरी साइट थी! इसके बाद, हम प्राचीन शहर इफिसुस गए और आर्टेमिस के मंदिर, टेरेस हाउस और इस प्राचीन शहर के कई अन्य स्थलों को देखा। फिर, हमने एक तुर्की गलीचा प्रदर्शन का दौरा किया (जो इन खूबसूरत आसनों को बनाने के लिए आकर्षक था), एक अद्भुत तुर्की दोपहर का भोजन (जो मेरे पसंदीदा भोजन में से एक था), और एक तुर्की मिट्टी के बर्तनों की दुकान का दौरा किया (हमने रास्ता भी बिताया। यहाँ बहुत पैसा है, लेकिन पूरी तरह से इसके लायक था)। हमारे यात्रा गाइड अविश्वसनीय और बहुत ही अनुकूल थे! उसने प्रत्येक टूर साइट के लिए पृष्ठभूमि की जानकारी प्रदान की, प्रत्येक साइट के पीछे के इतिहास और साइटों के महत्व को समझाया। हमने अपने देश के इतिहास के लिए उनके ज्ञान और उत्साह के कारण सूचित और बेहतर शिक्षित महसूस किया। टैरेस हाउसों की निर्देशित यात्रा अच्छी तरह से अतिरिक्त पैसे के लायक थी। साइट लुभावनी थी और वास्तुकला और कला के लिए मेरी प्रशंसा को आगे बढ़ाया! गोनका ने मुझे जन्मदिन बक्लावा भी खरीदा क्योंकि यह दौरे का दिन था। हम सभी मनाते हैं और यह मेरे लिए सबसे यादगार जन्मदिनों में से एक था। दिन के अंत तक, हम सभी दोस्त एक साथ हँस रहे थे! कंपनी ने अपने सभी वादों को पूरा किया और बहुत कुछ! मैं निश्चित रूप से भविष्य में इस कंपनी का फिर से उपयोग करूंगा और गोंका के लिए पूछूंगा!इफिसुस जीवन में लाया! क्या यादगार दौरा है!दौरे की बुकिंग से पहले, जैसा कि हम हमेशा ट्रिप सलाहकार समीक्षा के माध्यम से पढ़ते हैं। पल से हम अपने गाइड प्रोफेसर से मिले? (उसका नाम अब मुझे बचता है) हम जानते थे कि हम एक अद्भुत दिन के लिए थे। & कोट; टैक्सी & कोट; एक उत्कृष्ट चालक के साथ एक लक्जरी मिनी कोच था। हमारे मेजबान ने इफिसुस को जीवन में लाया, मेरी पत्नी और मैं दोनों को इफिस के पूरे अनुभव को साझा करने में सक्षम किया। शब्द यह बताने के लिए अपर्याप्त हैं कि हमें कैसा महसूस हुआ जैसा कि हम इतिहास के माध्यम से चले थे ... आपको बस इसे और गहराई से जीना होगा ... एक वास्तविक भावनात्मक यात्रा जिसे हम कभी नहीं भूलेंगे। धन्यवाद प्रिय प्रोफेसर! हम आपको फिर से बहुत दूर के भविष्य में नहीं देखने की उम्मीद करते हैं। इफिसस टूर्स को धन्यवाद देते हुए, 20१4 में हमारी अगली यात्रा पर हम आपके साथ होंगे। पहला पेज - [ १ ]....[ 3६ ][ ३७ ][ ३८ ][ ३९ ].... - अगला |
भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत: खनन क्षेत्र में भ्रष्टाचार से लड़ूंगा: अन्नाखनन क्षेत्र में भ्रष्टाचार से लड़ूंगा: अन्नापणजी। गांधीवादी अन्ना हजारे ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई में गोवा स्थित खनन क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार प्रमुख केंद्र होगा। गोवा में सोमवार को एक रैली को संबोधित करते हुए अन्ना हजारे ने यह बात कही। रैली के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि खनन क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार ही देश में कालेधन का सबसे बड़ा श्रोत है।उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है, इससे निपटने के लिए प्रभावी तरीका अपनाए जाने की जरूरत है। भारत के काले धन में सबसे बड़ा योगदान खनन क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार का ही है। अन्ना हजारे ने कहा कि खनन क्षेत्र की मजबूत लॉबी से भ्रष्टाचार को लेकर निपटना आसान नहीं है। इसलिए हमने इसके खिलाफ लड़ाई लडऩे का फैसला किया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई में गोवा के खनन क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार मुख्य केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण व प्रकृति की कीमत पर खनन को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।हजारे ने कहा कि अगर प्रकृति के साथ इसी तरह से खिलवाड़ किया जाता रहा है तो हमारा विनाश निश्चित है। |
पॉलिटिक्स बॉइल्स ऑन क्लोस एन्वलोप गिफ्टेड लालू यादव तो सुशील मोदी सोन मेरेज पटनाहोम राज्य सुशील मोदी के बेटे की शादी: मना करने के बाद भी दिया,...सुशील मोदी के बेटे की शादी: मना करने के बाद भी दिया, आखिर क्या था लिफाफे में ?बिहार में इन दिनों राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बेटे की शादी का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है। लेकिन अब मुद्दा लालू यादव द्वारा सुशील मोदी के हाथों में एक बंद लिफाफा देने का बन गया है। यह मुद्दा इसलिए उठ रहा है क्योंकि सुशील मोदी ने शादी के निमंत्रण कार्ड में पहले कह दिया था कि कोई भी किसी भी तरह का तोहफा ना लेकर आएं।एन्वलोप गिफ्टेड लालू यादव तो सुशील मोदी सोन मेरेजरविवार को सुशील मोदी के बेटे की शादी हुई। इस शादी में ना ही किसी प्रकार का बंदोबस्त किया गया था और ना ही इस शादी में दहेज लिया गया। जानकारी है कि इस दहेज मुक्त शादी में सुशील मोदी ने कई बार लालू से अपील की लेकिन फिर भी लालू यादव ने उनके बेटे के हाथों में एक बंद लिफाफा पकड़ा दिया। जिसके बाद से ही यह लिफाफा सुर्खियों में आ गया है। सभी यह जानना चाह रहे हैं कि इस लिफाफे में आखिर है क्या। हालांकि राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला यहां पर भी देखने को मिला।जेडीयू नेता संजय सिंह ने यहां पर लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि लालू यादव मीडिया के कैमरों में बने रहने के लिए कुछ ना कुछ करते ही रहते हैं, लालू यादव लाफ्टर चैनल के हीरो हैं। संजय सिंह ने कहा कि लालू यादव ने जानबूझकर बंद लिफाफा दिया ताकि वह एक बार फिर से मीडिया की सुर्खियों में बन सके। दूसरी तरफ बीजेपी से नेता नितिन नवीन ने कहा कि सुशील मोदी के निमंत्रण में कुछ ना लाने की अपील की गई थी लेकिन इससे लालू यादव को कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव सिर्फ चर्चा में रहना चाहते हैं।क्लोस एन्वलोप गिफ्टेडपॉलिटिक्स बॉइलस्प्रेवियस आर्टियलकांग्रेस अध्यक्ष पद: भर दिया पर्चा, जल्द राहुल बनेंगे अध्यक्षनेक्स्ट आर्टियलराम मंदिर पर बयान देकर आग से खेल रहे हैं भागवत: ओवैसी |
सिद्धार्थ शुक्ला के विनर बनने के बाद बवाल, कलर्स कमर्चारी ने छोड़ी नौकरी, लगया गंभीर आरोप | खबर उत्तराखंड न्यूशोम मनोरंजन सिद्धार्थ शुक्ला के विनर बनने के बाद बवाल, कलर्स कमर्चारी ने छोड़ी...सिद्धार्थ शुक्ला बिग बॉस १३ के विनर घोषित हुए लेकिन इसके बाद से बवाल मचा हुआ है। लोगों ने बिगबॉस शो पर सिद्धार्थ के पक्ष में शो स्किप्ट रखने और कम वोट के बावजूद सिद्धार्थ को जिताने की बात कह रहे हैं। लोगों का कहना है कि असली विनर आसिम थे लेकिन कलर्स ने पक्षपात कर सिद्धार्थ को जिताया है।कर्मचारी का आरोप, कलर्स चैनल की क्रिएटिव हेड सिद्धार्थ की एक्स गर्लफ्रेंडखबर है कि विनर बनने के बाद कलर्स की एक कर्मचारी ने नौकरी छोड़ दी है। इस कर्मचारी ने एक ट्वीट कर कलर्स पर पक्षपात का आऱोप लगाया है। उनका कहा है कि कलर्स चैनल की क्रिएटिव हेड सिद्धार्थ की एक्स गर्लफ्रेंड हैं इसलिए सिद्धार्थ को विनर बनाया गया है।सिद्धार्थ को विनर बनाने के चलते उन्होंने नौकरी छोड़ दी है-फेरिहाजी हां विनर के ऐलान के पहले फेरिहा नाम की एक लड़की ने बताया कि वो कलर्स चैनल की कर्मचारी हैं और सिद्धार्थ को विनर बनाने के चलते उन्होंने नौकरी छोड़ दी है। फेरिहा ने अपने ट्वीट में लिखा कि चैनल के क्रिएटिव विभाग में काम कर अच्छा समय बीता, लेकिन एक फिक्स्ड शो का हिस्सा बनकर मैं गिर नहीं सकती। कम वोट्स के बावजूद सिद्धार्थ शुक्ला को विजेता बनाना चाहता है। माफ कीजिए मैं इसका हिस्सा नहीं बनूंगी।जिसमें सिद्धार्थ शुक्ला पहले से फिक्स्ड विनर हैं-फेरिहाइस कर्मचारी ने एक ट्वीट ये भी किया था कि बिग बॉस १३ एक स्क्रिप्टेड शो है, जिसमें सिद्धार्थ शुक्ला पहले से फिक्स्ड विनर हैं। बिग बॉस १३ की क्रिएटिव और प्रोग्रामिंग हेड सिद्धार्थ की एक्स गर्लफ्रेंड हैं। क्या मैं कुछ और भी बताऊं। इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी।वहींं इसके बाद अब कलर्स चैनल ने भी एक ट्वीट कर सच्चाई बताई। चैनल ने ट्वीट कर लिखा कि कलर्स चैनल की ओर से ये साफ किया जाता है कि फेरिहा नाम की कोई भी लड़की यहां काम नहीं करती थी । चैनल, टैलेंट और स्पोक्सपर्सन पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो झूठे हैं । हम अपने फैंस और दर्शकों से गुजारिश करते हैं कि ऐसे अपुष्ट और अनाधिकृत सूत्रों से आ रही जानकारी पर भरोसा ना करें।वहीं कलर्स के इस ट्वीट पर फेरिहा ने जवाब देते हुए लिखा कि जैसी उम्मीद थी वही हुआ । क्या कंट्रोल रूम का वीडियो फेक है? सिद्धार्थ शुक्ला का कॉन्ट्रेक्ट सार्वजनिक क्यों नहीं कर देते? बिग बॉस फिनाले में मिले वोटों का इंडिपेंडेंट ऑडिट क्यों नहीं करवा लेते?लोगों को बेवकूफ़ बनाना बंद कीजिए। आप का चिट्ठा खुल चुका है।प्रेवियस आर्टियलहेड कांस्टेबल ने सर्विस राइफल से गोली मारकर की पत्नी समेत ४ लोगों की हत्यानेक्स्ट आर्टियलविडिओ : शहीद मेजर विभूति का पत्नी के साथ डांस, घुटनों के बल बैठकर गुलाब देकर किया था प्रपोज.... फेब्रुवारी १९, २०२० एट ८:५९ प्म्किसी की तारक्की देखी नहीं जाती लोगों से उफ़ |
डी.आई.जी. से नियाव के गोहार | खबर लहरिया (खबर लहरिया)खबर लहरिया डी.आई.जी. से नियाव के गोहारडी.आई.जी. से नियाव के गोहारद्वारा लिखित खबर लहरिया डिसेंबर १, 20१4 ६ बार देखा गयाजिला चित्रकूट, शहर कर्वी, मोहल्ला बल्दाऊ गंज। हेंया के कृष्ण कुमार के औरत प्रीति गुप्ता (उमर चौबीस साल) का कर्वी कोतवाली पुलिस २४ नवम्बर का दिन ११ बजे मिट्टी के तेल से नहाई कोतवाली लाई। साथै ससुर अउर देवर का भी लाई रहै, पै कुछ देर मा छोड़ दिहिस। 2६ नवम्बर का डी.आई.जी. का दरखास दिहिस है।प्रीती गुप्ता का कहब है-मैं एक साल से आपन मइके मा रहत रहौं। १3 नवम्बर का ससुराल वाले मोरे मइके (जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव अतर्रा) मा जातीय पंचायत कइके मोहिका लेवा लायें। दहेज न लावैं के बात का लइके २४ नवम्बर का ससुर भागवत प्रसाद, देवर अनिल अउर सुनील पकड़ के हाथन का चाकू से गोदिन। तेल डाल के आगी लगा के कमरा मा बन्द कई दिहिन। पुलिस का १00 नम्बर मा फोन कइके सहायता मांगेव तबै कर्वी कोतवाली के पुलिस मउके मा घर मा जा के जान बचाइस है। मोर अस्सी प्रतिशत शरीर जल गा है। कर्वी कोतवाली के कोतवाल राकेश कुमार सिंह का कहब है कि एस.आई. विजय भदौरिया मउके मा गे रहैं। प्रीति गुप्ता का घर के पीछे से कुड़ी खोल के निकाल के लाये हंै। या मामला का मुकदमा मा ससुराल वालेन के खिलाफ धारा ४९८ ए (दहेज उत्पीड़न) 32६ ख (आगी लागै खातिर मिट्टी का तेल डालब) ३२३ (मारपीट) लाग है। इं धारन के तहत पांच साल के जेल है।डी.आई.जी. भजनी राम मीना का कहब है कि या मामला मा कारवाही कीन जई। कर्वी के एस.पी. का मैं आदेश दीने हौं कि ससुराल वालेन के खिलाफ मुकदमा लिख के धारा लगावै। प्रीती के मेडिकल जांच खातिर महिला थाना के पुलिस दीन गे हैं। कृष्ण कुमार फोन मा कहिस है कि वा इलाज का पूरा खर्चा उठाई।चालिस बिगहा जरिगै गन्ना |
लोलार्क कुण्ड, वाराणसी - भारतकोश, ज्ञान का हिन्दी महासागरलोलार्क कुण्ड, वाराणसीलोलार्क कुण्ड उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी नगर में स्थित है। वर्तमान समय में स्थिति यह है कि अधिकांश कुण्ड मानव आवश्यकता की बलि चढ़ गये और इन्हें पाटकर उँची-उँची इमारतों और आलीशान कालोनियों ने अपना अस्तित्व कायम कर लिया है। इसके बावजूद काशी की धर्म प्राण जनता के लिये आज भी उसका महत्व बरकरार है। इन कुण्डों पर समय विशेष पर मेले लगते हैं और श्रद्धालु वहाँ जाकर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिये पूजन-अर्चन करते हैं। यह कुण्ड भदैनी मुहल्ले में है। यहाँ भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को एक विशाल मेला लगता है। लोलार्क छठ के नाम से प्रचलित है। भदैनी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध राम मंदिर के बगल में स्थित लोलार्क कुण्ड लोलार्क छठ के नाम से भी जाना जाता है। कुण्ड की अनेक मान्यताओं में यह भी शामिल है कि इसमें स्नान करने से बांझ (संतानोत्पत्ति में असमर्थ) महिलाओं को भी संतानोत्पत्ति होती है और चर्म रोगियों को लाभ मिलता है। शास्त्रकारों के अनुसार अकबर और जहांगीर के युग में इस कुण्ड को वाराणसी का नेत्र माना जाता था। ऐसी कल्पना की जाती है कि उस युग में यहाँ लोलार्क नाम का एक मुहल्ला भी था। पुरातत्वविदों के अनुसार यहाँ स्थित मंदिर का उल्लेख गाहड़वाल ताम्रपत्रों में मिलता है। बावड़ी का मुंह दोहरा है, एक में पानी इकट्ठा होकर दो कुओं में जाता है। यह कुएं पत्थर के बने हैं और उन पर जगत बना हुआ है। दोनों जगतों के मध्य प्रदक्षिणा पथ है जिसे कहा जाता है कि अहिल्याबाई, अमृतराव तथा कूच विहार के महाराजा ने बनवाया था। इस कुण्ड के एक ताखे पर भगवान सूर्य का प्रतीक चक्र बना हुआ है।)पुरातत्वविदों का यह मानना है कि इस स्थान पर कई वर्षों पूर्व आकाश से भयानक आवाज करते हुये एक उल्का पिंड गिरा था। आग की लपटों में घिरी उल्का ऐसा भान करा रही थी कि मानों सूर्य पिंड ही पृथ्वी पर गिरा रहा है। उल्का पिंड के पृथ्वी पर गिरने के कारण ही लोलार्क-कुण्ड का निर्माण हुआ था।बहरहाल कुण्ड के अस्तित्व में आने के कारण कुछ भी हो, लोगों का इस सम्बन्ध में जो भी तर्क हो किन्तु वर्तमान समय में यह लोगों के आस्था और विश्वास का केन्द्र है। मान्यताओं के अनुसार गंगा के सीधे सम्पर्क में होने से गंगा स्नान का महत्व है। लोलार्क षष्ठी के दिन स्नान से पुत्र प्राप्ति सम्भव और शादी के बाद भी लोग यहाँ पूजन-दर्शन करने आते हैं। इसका उल्लेख-स्कन्द पुराण के काशी खण्ड में, शिवरहस्य, सूर्य पुराण में और काशी दर्शन में विस्तार से है।खेद है कि प्रचलित लोलार्क कुण्ड धीरे-धीरे बर्बादी के कगार पर जा रहा है। अपने तरह का अनोखा दिखने वाला कुण्ड चारों ओर से घरों से घिर गया है। इससे जाने अनजाने में भी लोगों के घरों का कचरा कुण्ड में आता है। कुण्ड के नीचे स्नान करने के लिये बनी सीढ़ियों की दीवारों पर लगे पत्थर परत-दर परत उखड़ रहे हैं। चारों ओर से घिरी दीवारों का भी यही हाल है। कई दशक पुराने इस कुण्ड की दशा अत्यन्त दयनीय है, कुण्ड को घेरने के लिये बनी बाउन्डरी की ईटें भी कमज़ोर पड़ गयी हैं।[१] कुंड व तालाब (हिंदी) काशी कथा। अभिगमन तिथि: ११ जनवरी, 20१4।नगर काशी इतिहास भूगोल संस्कृति अर्थव्यवस्था पर्यटन स्थल प्रमुख मंदिर वाराणसी की नदियाँ वाराणसी के घाट चित्रावलीबनारस हिन्दू विश्वविद्यालय सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठविभूतियाँअगस्त्य धन्वन्तरि बुद्ध कबीर झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई पतंजलि रैदास आदि शंकराचार्य तुलसीदास वल्लभाचार्य उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ पंडित रविशंकर भारतेंदु हरिश्चंद्र अयोध्यासिंह उपाध्याय जयशंकर प्रसाद प्रेमचंद श्यामसुन्दर दास राय कृष्णदास आचार्य रामचन्द्र शुक्ल आग़ा हश्र कश्मीरीप्रमुख नदियाँगंगा बानगंगा गोमती वरुणा नदी असि नदीशिल्पकला उद्योगबनारस की वस्त्रकला बनारस की काष्ठ कला बनारस की ताम्रकलाविश्वनाथ मन्दिर भारत माता मन्दिर दूध का कर्ज़ मंदिर अन्नपूर्णा मंदिर साक्षी गणेश मंदिर काशी विशालाक्षी मंदिर केदारेश्वर मंदिर विष्णु चरणपादुका भैरव मंदिर सीता मंदिर मारकण्डेय महादेव मंदिर विंध्याचल मंदिर संकटमोचन मंदिर दुर्गा मंदिर मानस मंदिर कर्दमेश्वर मंदिर गुरुधाम मंदिर रविदास मंदिर बालाजी मंदिर रूरू भैरव, मंदिर रामेश्वर, वाराणसीकुण्ड एवं तालाबलोलार्क कुण्ड दुर्गाकुण्ड बेनिया कुण्ड बकरिया कुण्ड लक्ष्मी कुण्ड कुरुक्षेत्र कुण्ड क्रीं-कुण्ड पितृ कुण्ड विमल कुण्ड राम कुण्ड सूरज कुण्ड कर्णघण्टा सरोवर मातृ कुण्ड रामकटोरा कुण्ड मत्स्योदरी तालाब कपालमोचन तालाब ऐतरनी-वैतरणी तालाब बृद्धकाल कूपउत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलअक्रूर घाट वाराणसी अग्निश्वर घाट वाराणसी अमरोहागिरी बावली घाट अयोध्या असितांग भैरव असी घाट वाराणसी अहिल्याबाई घाट वाराणसी आदिकेशव घाट वाराणसी इलाहाबाद उन्मत्त भैरव ऐतरनी-वैतरणी तालाब ओंकारेश्वर कपालमोचन तालाब कपाली भैरव कर्णघण्टा सरोवर कर्णवास कर्दमेश्वर मंदिर कालीपलटन मंदिर कालेश्वर, वाराणसी काशी के अष्ट भैरव मन्दिर काशी के शिव मन्दिर कुरुक्षेत्र कुण्ड, वाराणसी कुशीनगर कुसुम सरोवर गोवर्धन कृष्ण जन्मभूमि केदार घाट वाराणसी केदारेश्वर, वाराणसी क्रीं-कुण्ड, वाराणसी क्रोधन भैरव खिरकी घाट वाराणसी खोरी घाट वाराणसी गंगामहल घाट वाराणसी गणेश घाट वाराणसी गणेश मन्दिर कालपी गाय घाट वाराणसी गुप्तार घाट, फ़ैज़ाबाद गुरुधाम मंदिर, वाराणसी गुलरिया घाट वाराणसी गोपेश्वर महादेव वृन्दावन गोरखनाथ मंदिर गोला घाट वाराणसी गोवर्धन गोविन्द देव मन्दिर वृन्दावन घुश्मेश्वरनाथ मंदिर घोड़ा घाट वाराणसी चण्ड भैरव चेतसिंह घाट वाराणसी चौकी घाट वाराणसी चौसट्ठी घाट वाराणसी जयगुरुदेव मन्दिर मथुरा जलसाई घाट वाराणसी जानकी घाट वाराणसी जामा मस्जिद मेरठ जामी मस्जिद जौनपुर जैन घाट वाराणसी जैन श्वेतांबर मंदिर हस्तिनापुर झंझीरी मस्जिद जौनपुर तामेश्वरनाथ मंदिर तिलभाण्डेश्वर, वाराणसी तुलसी घाट वाराणसी तेलियानाला घाट वाराणसी त्रिपुरा भैरवी घाट वाराणसी त्रिलोकपुर तीर्थ त्रिलोचन घाट वाराणसी दंडी घाट वाराणसी दरभंगा घाट दशाश्वमेध घाट दानघाटी गोवर्धन दिग्पतिया घाट वाराणसी दुग्धेश्वरनाथ दुर्गा घाट दुर्गा मंदिर, वाराणसी दुर्गाकुण्ड, वाराणसी देवतासरा देवीपाटन मंदिर द्वारिकाधीश मन्दिर मथुरा धर्मराजिका स्तूप धोबिया घाट वाराणसी धौतपाप नंगली तीर्थ मेरठ नंदू घाट वाराणसी नया घाट वाराणसी नरवा घाट वाराणसी नरी सेमरी नवला घाट वाराणसी नायर देवी मंदिर नारद घाट वाराणसी निरंजनी घाट वाराणसी निर्वाण स्तूप, कुशीनगर निषाद राज घाट वाराणसी नेपाली घाट वाराणसी नैमिषारण्य पंचगंगा घाट पक्का घाट पड़िला महादेव मंदिर पांडे घाट पाण्डेश्वर महादेव मन्दिर पितृ कुण्ड पिपरावा पृथ्वीनाथ मन्दिर प्रभु घाट प्रयाग प्रयाग घाट प्रयाग शक्तिपीठ प्रह्लाद घाट प्रेम मन्दिर फूटा घाट बकरिया कुण्ड, वाराणसी बच्छराज घाट वाराणसी बरसाना बांके बिहारी मन्दिर बाजीराव घाट बाभाजी घाट बालाजी मंदिर बालाबाई घाट बालेश्वरनाथ मंदिर बूढ़ेश्वरनाथ मंदिर बृद्धकाल कूप बेनिया कुण्ड बेनीमाधव घाट बेलोन मंदिर बेल्हा देवी मंदिर ब्रज ब्रह्म घाट भक्ति धाम भदैनी घाट भयहरणनाथ धाम भारत माता मन्दिर भीषण भैरव भोंसला घाट मगहर मणिकर्णिका घाट मणिकर्णिकेश्वर मत्स्येंद्रनाथ मत्स्योदरी तालाब मथुरा मध्यमेश्वर महादेवा मन्दिर माता आनंदमयी घाट मातृ कुण्ड मान मंदिर घाट मानस मंदिर मानसरोवर घाट मानसी गंगा मारकण्डेय महादेव मंदिर मालवीय घाट मिश्रिख मीर घाट मुंशी घाट मूलगंध कुटी विहार मेहता घाट मैसूर घाट रंगनाथ जी मन्दिर रविदास घाट रविदास मंदिर राज घाट राजा घाट राजेंद्र प्रसाद घाट राणा घाट राधा कृष्ण मंदिर राधाकुण्ड राम कुण्ड राम घाट रामकटोरा कुण्ड रामघाट रामेश्वर रूरू भैरव लक्ष्मी कुण्ड ललिता घाट लल्ली घाट लाल घाट लाल दरवाज़ा मस्जिद लाला मिश्र घाट लोलार्क कुण्ड वरुणा संगम घाट वाराणसी वाराणसी आलेख वाराणसी के घाट विंध्याचल विजयनगरम घाट विमल कुण्ड विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग वृन्दावन व्यासेश्वर व्रज शनिदेव मंदिर शिवराजपुर शिवाला घाट शीतला घाट शीतला माता मन्दिर शीतलाघाट संकटमोचन मंदिर संकटा घाट गंगामहल संकटा घाट संहार भैरव सकहा शंकर मंदिर साकेत सामने घाट सारनाथ सिंधिंया घाट सूरज कुण्ड सूर्य मंदिर प्रतापगढ़ सोमेश्वर घाट सोरों हनुमान घाट हरिदेव जी मन्दिर हरिश्चंद घाट हौदेश्वरनाथ मंदिर" से लिया गया |
गर्लफे्रंड के साथ वक्त बिता रहे हैं कपिल शर्मा | सच एक्सप्रेशम बॉलीवुड गर्लफे्रंड के साथ वक्त बिता रहे हैं कपिल शर्मामशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा पिछले १५ दिनों से लगातार खबरों का केंद्र बने हुए हैं। कहा जा रहा है कि उनकी हेल्थ ठीक नहीं हैं इस वजह से वो दवाओं के भारी डोज पर हैं। एक रिपोर्ट में तो यहां तक कहा गया कि कपिल एक दिन में २३ गोलियां खा रहे हैं।एक इंटरव्यू में तो अली असगर ने दावा किया कि वो भारी डिप्रेशन में हैं और अपनी कलाई पर प्रीति सिमोस का नाम गुदवा रखा है। हालांकि अब कपिल से जुड़ी जो आधिकारिक बात सामने आई है उसमें दूसरी कहानी दिख रही है। कपिल इस वक्त अपनी गर्लफ्रेंड गिन्नी के साथ ट्रैवलिंग कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कपिल को खबरों में किए जा रहे तमाम दावे अफवाह भर हैं। प्रवक्ता ने उन खबरों को भी आधारहीन करार दिया जिसमें कपिल की अली असगर से मुलाक़ात और कलाई पर पूर्व एक्स गर्लफ्रेंड प्रीति सिमोस के नाम लिखवाने का जिक्र है। आधिकारिक प्रवक्ता के बयान से सवाल उठता है कि अगर कपिल ठीक हैं और गिन्नी को लेकर ट्रैवलिंग कर रहे हैं तो उनकी हेल्थ को लेकर तमाम खबरें क्या महज अफवाह भर हैं?क्या कहा था अली असगर ने?बताते चलें कि हाल ही में एक इंटरव्यू में अली असगर ने कपिल के साथ मुलाक़ात का दावा किया था। उन्होंने कहा था, जब मैंने सुना कि कपिल डिप्रेशन से गुजर रहे हैं तो मुझे बहुत बुरा लगा। हम हमेशा कपिल के साथ थे और जरूरत पडऩे पर रहेंगे। प्रीति ने भी मुझे फोन कर बताया कि कपिल की सेहत ठीक नहीं है और वो कई दिन से अपने कमरे से बाहर नहीं निकले हैं। जब मैं उनके ऑफिस पहुंचा कपिल नीचे बैठे थे। उन्होंने मुझे देखा तो कुछ बोल नहीं पाए और जोर-जोर से रोने लगे। यह साफ़ था कि वह हम सब को मिस कर रहे हैं। खासतौर से प्रीति को। वो एक बच्चे की तरह नजर आए, जो कुछ तो चाहता है पर उसे व्यक्त नहीं कर पा रहा है। अली ने यह भी कहा था, मैंने देखा कपिल ने कलाई पर प्रीति का नाम लिखवा रखा है।एक महीने के लिए सस्पेंड है शोबताते चलें कि पिछले साल टीवी पर कपिल का शो उनकी खराब सेहत की वजह से चैनल ने बंद कर दिया था। कुछ दिन बाद उनकी फिल्म फिरंगी रिलीज हुई। हालांकि ये बॉक्स ऑफिस पर ख़ास कमाल नहीं दिखा सकी और बुरी तरह फ्लॉप हुई। नए साल में कपिल, सोनी टीवी के साथ एक नया शो फैमिली टाइम विद कपिल शर्मा लेकर आए। इस शो का प्रीमियर २५ मार्च को था। हालांकि महज तीन एपिसोड के बाद ही इसे महीने भर के लिए सस्पेंड कर दिया गया।क्यों बंद हुआ कपिल का शोकुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि कपिल द्वारा शूट कैंसल करने और उनके रवैये की वजह से शो सस्पेंड किया गया। इस बीच एक पत्रकार के साथ ऑडियो वायरल होने की वजह से भी कपिल विवाद का विषय बनें। इस बीच कॉमेडियन के करीबी सूत्रों ने दावा किया कि कपिल शो के फ़ॉर्मेट और कंटेंट से खुश नहीं थे, इस वजह से एक महीने के लिए सस्पेंड किया गया है। चैनल कपिल के साथ है और कुछ बदलाव के बाद शो का फिर प्रसारण होगा।प्रेवियस आर्टियलइतना अंतर है मेल-फीमेल की फीस में वरुण को ३२ तो कटरीना को सिर्फ ७ करोड़नेक्स्ट आर्टियलनंबर ९ से ३ पर आया यह टीवी शो, नंबर १ पर इन सीरियल्स का महासंगमअब न्यू इण्डिया कोड पोर्टल पर डालेंगे मप्र के सभी नियम-कानूनहाईकोर्ट के आदेश को भी अनदेखा कर रहा शिक्षा विभाग, अवमानना...दशहरे से पहले टाटा मोटर्स ने उतारी ताकतवर सुव, जानिए ज़ुव...सरकार भगवान राम के खिलाफ युद्ध छेड़े हुए है : तोगडिय़ाकोरोना के मरीज करीब ६० हजार हुए, सरकार ने कहा ... |
श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पटना में सफाई ना होने की खबर से पटना में हडकंप, जितने पदाधिकारी उतने दावे, आज शाम को अध्यक्ष के यहाँ होगी आपातकालीन बैठक | ।। कयास्था खबर ।। कयास्था खबर , नो १ कयास्था पोर्तल, श्री चित्रगुप्त भगवान, चित्रांश परिवार, कयास्था न्यूज , कयास्थ्वर्लहोमे खबर श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पटना में सफाई ना होने की खबर से पटना में हडकंप, जितने पदाधिकारी उतने दावे, आज शाम को अध्यक्ष के यहाँ होगी आपातकालीन बैठकपोस्टेड बाय: कायस्थ खबर इन खबर सिप्तंबर १4, 20१8623 वियूजअतुल श्रीवास्तव /कायस्थ खबर डेस्क ई जैसा की उम्मीद थी , श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर में सफाई ना होने की खबर का का असर दिखना शुरू हो गया है ई कायस्थ खबर की खबर पर अलग अलग पदाधिकारियों के अलग अलग दावे सामने आ रहे है ई जहाँ समिति के पदाधिकारी इसको झूठा बताने में लगे है ई वहीं देश भर से कायस्थ समाज ने कायस्थ खबर को इस मुद्दे को गंभीरता से उठाने के लिए साधुवाद दिया है ई लोगो को यकीन ही नहीं हो रहा है की कायस्थों के ४ धामों की ऐसी दुर्गति हो रही है की भगवान् चिडियों की बीट के बीच में रह रहे है ई उन्होंने समिति की कार्यशैली पर सवालिया निशाँ लगाए है, लोगो के सवाल है की कछुए की गति से १ दशक से ज्यदा समय से हो रहे इस जीर्णोद्धार का काम कब पूरा होगा , आखिर कब कायस्थ समाज इस मंदिर के पूर्ण होने की उम्मीद कर पायेगा ?इस पुरे प्रकरण में सचिव मनीष श्रीवास्तव के बदलते बयान सुर्खियों में हैं पहले उन्होंने कहा था कि वो अपने आदमी भेजकर सफाई कराएगे किन्तु अब उन्होने उन सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों पर ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है और उनको पूर्व की बताने लगे है.. कभी तस्वीरे झूट बताते है कभी कहते कल सफाई करा दी हैज़रूर पढ़े : श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पटना में साफ़ सफाई पर उठे सवाल, गर्भ गृह में चिडियों ने बीट की नहीं हुई महीनों से सफाई.. कौन है ज़िम्मेदार?नॉएडा से समाज सेवी अम्बुज सक्सेना ने जब उनसे पूछा गया आप दिल्ली मे है आप कैसे दावे कर सकते है कि सफाई हो गई वहा कि तस्वीरे भेजिए तो उन्होने लिखना शुरू कर दिया कि मंदिर को बदनाम करने की साजिश है और मुख्य मुद्दे सफाई को भटकाने की पुरजोर कोशिश कर रहे है..वही संगत पंगत के बिहार के सयोजक श्री सुजीत वर्मा जी ने बताया कि सफाई कल करा दी गई है और गर्भ गृह की गंदगी के लिए खेद जताया है ई उन्होंने बताया की इसको लेकर आज एक बैठक मंदिर समीति के अध्यक्ष के साथ शाम को उनके निवास अन्नपूर्णा में होनी है ई जिसमे इस पर विचार होगानाम ना छापने की शर्त पर एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि ये बेहद अफसोस जनक है इसके लिए मंदिर के पुजारी और मंदिर प्रशासन जिम्मेदार है जिसकी वजह से ये घटना घटित हुई गर्भ गृह की सफाई कल करा दी गई है जैसा कि उन्हे पता चला है लेकिन अभी वो भी कन्फ़र्म नहीं है कि सफाई हुई या नहीं हुई है..मंदिर के एक पदाधिकारी ने बताया कि मंदिर का ताला नहीं खुलता है पुजारी बाहर से ही सफाई करता है कई बार तो कई प्रयासो के बाद ताला खुलता है इसके लिए मंदिर प्रशासन और पुजारी जिम्मेदार है.कुछ अन्य लोग जो कि मंदिर समिति से जुड़े हुए है उन्होने फोनपर और लिखित मे इस घटना पर खेद जताया और बताया कि उन्हे अफसोस है और इसके लिए जिम्मेदार लोगो को डांटा भी गया है और सफाई हो गई है..वही देश भर से आम कायस्थ समाज इस पर सवाल उठा रहा है ऐसे ही एक समाज सेवी योगेन्द्र सक्सेना का कहना है कि अभी सफाई नहीं हुई है यदि सफाई हुई होती तो उसकी फोटो अवश्य डाली जातीकायस्थ खबर इस प्रकरण पर लगातार नजर रखे हुए है ई आज शाम होने वाली मीटिंग और उसके बाद के नतीजो पर हो रही गतिविधियों की जानकारी भी समाज तक ज़रूर पहुंचाएगा ईइन सबमे बस देखना ये महत्वपूर्ण होगा भगवान चित्रगुप्त और कितने दिन चिड़िया की बीट के बीच रहेगे और सफाई कब होगी ?श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पटना में साफ़ सफाई पर उठे सवाल, गर्भ गृह में चिडियों ने बीट की नहीं हुई महीनों से सफाई.. कौन है ज़िम्मेदार?प्रेवियस: कायस्थ पाठशाला : इतिहास एवं विकास (तृतीय भाग ) टीपी सिंह की नजर से, जानिये चौधरी महादेव प्रसाद ट्रस्ट के विशेष प्रावधाननेक्स्ट: डॉ विवेक को बड़ा झटका, कोर्ट ने बीते दिनों हुए अमेंडमेंट सरकारी कर्मचारी के चुनाव ना लड़ने के मुक़दमे को कायस्थ पाठशाला चुनावों तक रोकाअति दुखद पूर्ण है,एेसा नहीं होना चाहिये,इससे अधिक कुछ नहीं कहना चाहता हूँ। |
इंस्ट्रक्टर के पदों पर म.फिल/फ.ड डिग्री पास करें आवेदन | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १जून २४ 20१9 ०६:५६ आमगोवा समग्र शिक्षा ने अनुबंध के आधार पर इंस्ट्रक्टर के ७२ रिक्त पदों पर भर्ती के लिए पात्र और योग्य उम्मीदवार इस नौकरी के लिए 0१.०७.20१9 तक आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि यह आवेदन करने की अंतिम तिथि है. इस नौकरी के लिए आप जल्द से जल्द आवेदन कर दें. नौकरी के लिए पात्र और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने की अंतिम तिथि, आवेदन शुल्क, नौकरी के लिए चयन प्रक्रिया, नौकरी के लिए आयु सीमा, जिन पदों पर भर्ती निकली उनका विवरण, पदों के नाम, नौकरी के लिए शैक्षणिक योग्यता, कुल पदों की संख्या जैसी नौकरी से जुड़ी बेहद महत्वपूर्ण जानकारी नीचे विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं...कुल पोस्ट ७२स्थान पणजीइस पोस्ट के लिए आवेदन करना हो तो अभ्यर्थी को मान्यता प्राप्त संस्थान से म.स्क, म.फिल/फ.डडिग्री पास होना ज़रूरी है.इच्छुक उम्मीदवार अपने सभी दस्तावेजो के साथ १ जुलाई 20१9 से पहले इस वेबसाइट व थे स्टेट प्रोजेक्ट डाइरेक्टर, गोआ समागरा शिक्षा, पोर्वरिम गोआ इस पते से ऑनलाइन आवेदन कर सकते है.गोआ समागरा शिक्षा करेंट जॉब ओपनिनग्गोआ समागरा शिक्षा जॉब 20१9गोआ समागरा शिक्षा लाटेस्ट जॉब 20१9गोआ समागरा शिक्षा जॉब रेक्विर्मेंट न्यूज इन हिन्दी |
- धरने पर बैठीं महिलाओं ने आत्मदाह की चेतावनी दी, बुलंदशहर न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।बुलंदशहर धरने पर बैठीं महिलाओं ने आत्मदाह की चेतावनी दी{"_ईद":"११०-२१७२९","स्ल्ग":"बुलंदशहर-२१७२९-११०","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९२७\उ०९३०\उ०९२८\उ०९४७ \उ०९२आ\उ०९३० \उ०९२च\उ०९४८\उ०९२0\उ०९४०\उ०९०२ \उ०९२ए\उ०९३९\उ०९३फ\उ०९३2\उ०९३ए\उ०९१३\उ०९०२ \उ०९२८\उ०९४७ \उ०९०६\उ०९२4\उ०९४ड\उ०९२ए\उ०९२६\उ०९३ए\उ०९३९ \उ०९१५\उ०९४० \उ०९१आ\उ०९४७\उ०९२4\उ०९३ए\उ०९३5\उ०९२८\उ०९४० \उ०९२६\उ०९४०","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३६\उ०९३९\उ०९३० \उ०९१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}सिकंदराबाद। जेल में बंद किसानों की रिहाई के लिए भट्टा में धरने पर बैठी महिलाओं ने बृहस्पतिवार को सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि रविवार तक किसान रिहा नही हुए तो महिलाएं आत्मदाह करेंगी। गौतमबुद्धनगर के भट्टा मेें ६वें दिन भी महिलाएं और पुरष किसानों की रिहाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे। केला देवी और अतरी देवी की तबियत अचानक बिगड़ गई। धरने की अगुवाई कर रहीं सुनीता देवी ने कहा सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। किसानों को रिहा नहीं किया जा रहा है। यदि रविवार तक किसानों को रिहा नहीं किया गया तो महिलाएं आत्मदाह करेंगी। लखनऊ में होगा धरनाधरना स्थल पर पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के वेस्ट यूपी प्रभारी नीरज तोमर ने कहा कि किसानों की रिहाई की मांग को लेकर २८ अक्तूबर को लखनऊ में धरना दिया जाएगा। भट्टा मेें आयोजित धरने को तब तक खत्म नहीं होने दिया जाएगा,जब तक किसान जेल से रिहाई नहीं हो जाते। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के सदस्य भी भट्टा गांव पहुंचे और महिलाओं को समर्थन दिया। नहीं हो सकी पंचायतभट्टा में बृहस्पतिवार को दोपहर एक बजे रिहाई की मांग को लेकर महापंचायत होनी थी। पंचायत में किसान नहीं पहुंचे। इस लिए अब शुक्रवार को पंचायत होगी। कैसा लगाधारना वोमेन स्पॉटलाइट |
नियोजित शिक्षकों की समान काम समान वेतन की माँगसुपौल बिहार के ४ लाख नियोजित शिक्षकों की एक ही माँग समान काम समान वेतन की लड़ाई अंतिम चरण में है। जिस लड़ाई के लिये शिक्षकों ने कमर कस ली है, दरसअल बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह के नेतृत्व में सुपौल जिला मुख्यालय स्थित पब्लिक लाइब्रेरी एंड क्लब में दर्जनों संघीय पदाधिकारियो की बैठक कर आगामी ३१ जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में दायर बिहार सरकार के स्ल्प को खारिज करवाने की रणनीति पर चर्चाएं हुये।वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने बतलाया कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों को परेशान करने की तमाम कोशिशें कर रही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में ३१ जुलाई को होने वाली अंतिम सुनवाई में सरकार का स्ल्प खारिज होगा, क्योंकि सरकार की दलील में कोई दम नही है, हमलोगों की माँग को उच्च न्यायालय ने सही माना था औऱ सरकार को समान काम समान वेतन देने का निर्देश दिया था। जिस निर्देश के विरुद्ध बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में स्ल्प दायर किया है। जहाँ बिहार के ४ लाख नियोजित शिक्षकों की हक की लड़ाई पुरजोर तरीके से बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के द्वारा लड़ी जा रही है, सुप्रीम कोर्ट में सरकार के विरुद्ध सभी वरीय एवं विद्वान अधिवक्ता एकजुट होकर हमारी माँग के समर्थन में खड़े होंगे और निर्णायक लड़ाई में हमलोगों की जीत होगी। बैठक मे श्रवण चौधरी, रोशन सिंह, राकेश रंजन, नीरज कुमार सिंह, सुनील कुमार यादव, मिथिलेश कुमार, अजित सिंह, हतेशमूल हक, परमानन्द प्रभाकर, मनोज मेहता सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।प्रेवियस आर्टियलपुलिस और पब्लिक में बेहतर संवाद स्थापित करने के लिए जन संवाद कार्यक्रम आयोजितनेक्स्ट आर्टियलकवि गोपालदास नीरज के निधन से हिंदी साहित्य का अमूल्य रत्न और कविता का एक मजबूत स्तम्भ देश ने खो दिया राबड़ी देवी |
रब ने बना दी जोड़ी: २ फीट के अब्दुल और तरन्नुम बने हमसफर, बिना दहेज हुई शादी | दक्षिण भारत राष्ट्रमांथोम भारत रब ने बना दी जोड़ी: २ फीट के अब्दुल और तरन्नुम बने...रब ने बना दी जोड़ी: २ फीट के अब्दुल और तरन्नुम बने हमसफर, बिना दहेज हुई शादीग्रूम अब्दुल एंड ब्राइड तरन्नुमलखनऊ/दक्षिण भारत डेस्क। कहते हैं कि जोड़ियां तो आसमान में ही बनती हैं। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में हुई एक शादी को देख लोगों का इस कहावत पर भरोसा और बढ़ गया है। यहां झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव अंबेहटा रिन्दान में बारात लेकर आए दूल्हे अब्दुल कलाम (२4) की लंबाई दो फीट थी। वहीं दुल्हन तरन्नुम (२7) अपने शौहर से सिर्फ एक इंच लंबी है। आसपास के इलाकों में यह शादी खूब चर्चा में है। फेसबुक पर दूल्हा-दुल्हन की तस्वीरें पोस्ट कर लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।इस मौके पर दोनों ही परिवारों में खूब हंसी-खुशी का माहौल था। बताया गया कि मुजफ्फरनगर जिले के गांव छतैला निवासी दूल्हा अब्दुल कलाम के लिए रिश्ता खोजने में परिवार को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उनके कद की वजह से काफी ढूंढ़ने पर भी कहीं रिश्ता नहीं हो रहा था। इसके बाद खुशकिस्मती से किसी ने अब्दुल के परिजनों को तरन्नुम के बारे में बताया, तो लगा कि यहां उनकी तलाश पूरी हो जाएगी।यही हुआ और दोनों परिवार रिश्ते के लिए मान गए। इसके बाद अब्दुल दूल्हा बने और बारात लेकर तरन्नुम के घर आए। आसपास के सैकड़ों लोग इस शादी के गवाह बने। शादी में खास बात यह रही कि दूल्हे ने किसी किस्म का दहेज नहीं लिया। तरन्नुम को अब्दुल सिर्फ शादी के जोड़े में ही अपने घर ले गए। बारात में भी चुनिंदा लोग ही थे।ग्रामीणों ने बताया कि तरन्नुम की मां जरीफे का ससुराल मुजफ्फरनगर के गांव भनवाड़ा में है। जरीफे के पति का देहांत होने के बाद वे कई वर्षों से अपने मायके अंबेहटा रिन्दान में ही रहती हैं। उनके दो बेटों की लंबाई सामान्य है, जबकि बेटी तरन्नुम की लंबाई नहीं बढ़ी। इसका काफी इलाज कराया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं अब्दुल भी सामान्य परिवार से हैं। उनके पिता मुस्तकीम मजदूरी करते हैं।मेरेज विराल पिकप अमेज़िंग मेरीगेशमली विराल न्यूज़प्रेवियस आर्टियलगृह मंत्रालय ने सिमी को फिर गैर-कानूनी संगठन घोषित कर ५ साल के लिए बढ़ाया प्रतिबंधनेक्स्ट आर्टियलसिर्फ मोदी हटाने की बातें करते हैं विपक्ष के नेता, इतना नाम नारायण का लें तो हो जाए कल्याण |
नाले में मिले गाय का सिर और खाल, सरधना में बवालमेरठ ग्लोब न्यूज़ | मार्च २७, २०१७ | मेरठ न्यूज़ | नो कम्मंटमेरठ : सरधना में सोमवार को एक नाले के भीतर मिले दो प्लास्टिक बैग ने गाय का कटा हुआ सिर और खाल आदि मिलने के बाद हिंदु संगठनो के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। उन्होंने क्षेत्र के निवासी एक व्यक्ति पर वलीमे में गोकटान किए जाने का आरोप लगा कार्यवाही की मांग की। हंगामा बढ़ता देख कई थानों की फोर्स और एसडीएम सरधना मौके पर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही का आश्वासन देते हुए हंगामा शांत किया। हिंदु संगठन के कार्यकर्ताओं की ओर से क्षेत्र के चार लोगों को नामजद करते हुए पंद्रह-बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है, सभी आरोपी फरार हैं।नाले में मिले बैग देख फूटा आक्रोशसोमवार की सुबह मौहल्ला किला खेवान में क्षेत्र के निवासियों ने दो बड़े-बड़े प्लास्टिक बैग को कुत्तों को घसीटते देखा तो कुत्तों कोे भगाकर बैग खोलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया। बैग में गाय का सिर, खाल और अन्य अवशेष भरे हुए थे जो कुछ दिन पुराने लग रहे थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद हिंदु संगठनों से जुडे़ कई लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई और हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि तीन दिन पूर्व क्षेत्र के रहने वाले मौहब्बत के घर पर वलीमे की दावत में गाय परोसी गई है।हालात बिगेड़े तो पहुंचे एसडीएममामला दों संप्रदायो से जुड़ा होने के कारण क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। घटना की जानकारी मिलने पर सरधना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन हालात काबू में आने के स्थान पर और बिगड़ते रहे। जिसके बाद सरूरपुर और जानी थाने की फोर्स सहित एसडीएम सरधना राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। हिंदु संगठनो से जुड़ेे लोगों ने आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही की मांग की। एसडीएम ने जांच के बाद कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया, जिसके बाद हंगामा शांत हुआ। इंस्पेक्टर सरधना ने बताया कि हिंदु संगठनों से जुड़े कस्बा निवासी कुणाल गोस्वामी, गोविंद पालीवाल और अभिषेक पुरी ने मौहल्ला किला खेवान निवासी मौहब्बत, मुन्ना, लियाकत और रियाजुद्दीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपियों के घरों पर दबिश दी गई, लेकिन वह फरार मिले।३५३७ टोटल वियूज १ वियूज तोडेटग्स:हेड एंड स्किन ऑफ कॉ फाउंड इन थे ड्रेन |
गोटुल एक अच्छा संगठन, शिक्षा, न्याय, समता लाने का काम करता था, कार्यक्रम से सीधी रिपोर्ट... - ऐगनेट स्वरागोटुल एक अच्छा संगठन, शिक्षा, न्याय, समता लाने का काम करता था, कार्यक्रम से सीधी रिपोर्ट...ग्यारापति, तहसील-कोरची, जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) में गोटुल को लेकर कार्यक्रम हो रहा है इसी कार्यक्रम में गोंडवाना गोटुल सेना के राज्य संयोजक क्रांति केरामी उत्तम आतला के साथ जुड़े है कार्यक्रम के बारे में कह रहे है इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया गया है कि आदिवासी की भाषा, संस्कृति आगे आना चाहिए और युवक युवतियों को एक मंच में लाकर गोटुल व्यवस्था को निर्माण करना चाहते है! गोटुल का पुनर्निर्माण कर हमारे दस्तूर रीतिरिवाज धर्म संस्कृति को अपनाकर गोटुल के माध्यम से बेहतर समाज बनाने का प्रयास कर रहे है| गोटुल एक अच्छा संगठन, शिक्षा,न्याय, समता बनाने का काम करता था| वही गोटुल को हम गाँव गाँव में संघठन कर पुनर्स्थापना कर रहे है! हमारे लिए बने कानून पेसा,वनाधिकार कानून,पांचवी अनुसूची को अमल करने की भी कोशिश कर रहे है|पोस्टेड ऑन: जुल २२, २०१८. टैग्स: गड़चिरोली महाराष्ट्र उत्तम अटाला |
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इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज यूनिवर्सिटी नौकरियां २०१९: म.आ, म.फिल/फ.ड के लिए ०१ अतिथि शिक्षकों रिक्ति, वेतन २५,०००, २६त सिप्तंबर 2०१8 पर प्रकाशित२६/०९/2०१8 को, इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज यूनिवर्सिटी ने अतिथि शिक्षकों की स्थिति के लिए, म.आ, म.फिल/फ.ड उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए नौकरी अधिसूचना की घोषणा की।इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज यूनिवर्सिटी २०१९ में ऑनलाइन / ऑफ्लीन मोड में आवेदकों से आवेदन प्राप्त करने का प्रस्ताव है। योग्य उम्मीदवार, ०४/१०/2०१8 से पहले इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज यूनिवर्सिटी, के लिए अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए इच्छुक उमीदवार सभी पात्रता मानदंड, वेतन, कुल रिक्तियां, चयन प्रक्रिया, नौकरी विवरण, अंतिम तिथि, और आवेदन प्रक्रिया जैसे अन्य महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दी गई पद के लिए देख सकते हैं। अपना आवेदन ऑनलाइन जमा करने से पहले, कृपया नीचे सभी विवरण देखें। हम सभी उम्मीदवारों को रोजगर्लाइव के माध्यम से शुभकामनाएं देना चाहते हैं।चयन इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज यूनिवर्सिटी मानदंड या निर्णय द्वारा लिखित परीक्षा / कार्मिक साक्षात्कार पर आधारित होगा।इंटरव्यूका स्थान ऑफिस ऑफ थे डीन, स्कूल ऑफ लिटरेरी स्टडी, थे इंग्लिश एंड फोरेन लैंग्वेएज यूनिवर्सिटी, उस्मानिया यूनिवर्सिटी में र्ड, रविंद्र नागर, नियर, तरनाका, हैदराबाद, तेलंगना 5०००07 - ११.०० आ.मॉफिस ऑफ थे डीन, स्कूल ऑफ लिटरेरी स्टडी, थे इंग्लिश एंड फोरेन लैंग्वेएज यूनिवर्सिटी, उस्मानिया यूनिवर्सिटी में र्ड, रविंद्र नागर, नियर, तरनाका, हैदराबाद, तेलंगना 5०००07 - ११.०० आ.म |
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