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इस के लिए एक सारांश बनाएं: कर्नाटक की मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीटों के लिए 21 अगस्त हो हुए उपचुनाव में दोनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी हुए हैं।टिप्पणियां
कांग्रेस की उम्मीदवार और अभिनेत्री राम्या अपने प्रतिद्वंद्वी जेडीएस के सीएस पुट्टाराजू को पराजित किया, जबकि उनकी ही पार्टी के डीके सुरेश ने पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुमारास्वामी के खिलाफ जीत हासिल की। इससे पहले मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण सीटों पर जेडीएस के उम्मीदवार निर्वाचित थे।
कांग्रेस ने मई विधानसभा चुनावों में सत्ता पर कब्जा किया था और जेडीएस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने दोनों सीटों पर जेडीएस उम्मीदवारों का समर्थन किया था। जेडीएस के नेताओं एन चेलुवरयस्वामी (मांड्या) और एचडी कुमारस्वामी (बेंगलुरु ग्रामीण) के त्यागपत्र के कारण दोनों सीटों पर उपचुनाव करया गया था। इन दोनों ने गत मई में विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद त्यागपत्र दे दिया था। सुरेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक डीके शिवकुमार के भाई हैं।
कांग्रेस की उम्मीदवार और अभिनेत्री राम्या अपने प्रतिद्वंद्वी जेडीएस के सीएस पुट्टाराजू को पराजित किया, जबकि उनकी ही पार्टी के डीके सुरेश ने पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुमारास्वामी के खिलाफ जीत हासिल की। इससे पहले मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण सीटों पर जेडीएस के उम्मीदवार निर्वाचित थे।
कांग्रेस ने मई विधानसभा चुनावों में सत्ता पर कब्जा किया था और जेडीएस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने दोनों सीटों पर जेडीएस उम्मीदवारों का समर्थन किया था। जेडीएस के नेताओं एन चेलुवरयस्वामी (मांड्या) और एचडी कुमारस्वामी (बेंगलुरु ग्रामीण) के त्यागपत्र के कारण दोनों सीटों पर उपचुनाव करया गया था। इन दोनों ने गत मई में विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद त्यागपत्र दे दिया था। सुरेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक डीके शिवकुमार के भाई हैं।
कांग्रेस ने मई विधानसभा चुनावों में सत्ता पर कब्जा किया था और जेडीएस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने दोनों सीटों पर जेडीएस उम्मीदवारों का समर्थन किया था। जेडीएस के नेताओं एन चेलुवरयस्वामी (मांड्या) और एचडी कुमारस्वामी (बेंगलुरु ग्रामीण) के त्यागपत्र के कारण दोनों सीटों पर उपचुनाव करया गया था। इन दोनों ने गत मई में विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद त्यागपत्र दे दिया था। सुरेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक डीके शिवकुमार के भाई हैं। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कर्नाटक की मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीटों के लिए 21 अगस्त हो हुए उपचुनाव की मतगणना में कांग्रेस के उम्मीदवार अपने प्रतिद्वंद्वियों से बढ़त बनाए हुए हैं। | 3 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी राज्यों में आए भयंकर तूफान के कारण अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार करीब दर्जन भर से ज्यादा तूफान ने दक्षिण-पूर्व के छह राज्यों को अपनी चपेट में लिया और कई शहरों को बुरी तरह तबाह कर दिया। सबसे ज्यादा क्षति अल्बामा राज्य को हुई है जहां 149 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के गवर्नर रॉबर्ट बेंटली ने अधिकारिक रूप से 131 मौतों की पुष्टि की है। दूसरी तरफ राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित हुए दक्षिण-पूर्वी राज्य में राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई जाएगी। इसके अलावा अल्बामा, अरकंसास, केंटुकी, मिसीसिपी, मिसौरी, टेनिशी और ओकलाहामा राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है और इन राज्यों के गवर्नरों ने राहत और बचाव अभियान में नेशनल गार्ड की सहायता मांगी है। राष्ट्रीय मौसम सेवा (एनडब्ल्यूएस) की प्राथमिक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले शुक्रवार से अब तक कुल 300 से ज्यादा तूफान आ चुके हैं। इसमें से 130 से ज्यादा तूफान तो बृहस्पतिवार को ही दर्ज किए गए। वहीं राष्ट्रीय मौसम सेवा के तूफान आंकलन केंद्र से जुड़ी और मौसम विज्ञानी डेव एमी ने कहा कि साल 1974 के बाद तूफान के कारण हुई मौतों का यह आंकड़ा सर्वाधिक है। साल 1974 में तूफान से 315 लोगों की मौत हो गई थी। अल्बामा राज्य के टस्कालूसा शहर के मेयर वॉल्टर मैडोक्स ने अमेरिकी समाचार चैनल सीएनएन को बताया कि तूफान के कारण उनके शहर के कई हिस्सों में भारी तबाही हुई है। एक स्थानीय अखबार बर्मिंघम न्यूज ने टस्कालूसा निवासी विल नेविन के हवाले से कहा, मैं और मेरी पत्नी टेलीविजन पर मौसम की रिपोर्ट देख रहे थे और ठीक इसी समय तूफान आ गया। इसके बाद हम बाथरूम की तरफ भागे। अल्बामा के गवर्नर रॉबर्ट बेंट्रली ने संवाददाताओं से कहा, यह बहुत ही भयंकर और प्रचंड आपदा है जिसने हमारे राज्य को प्रभावित किया है और यह अभी भी खत्म नहीं हुई है। उधर, एनडब्ल्यूएस ने अल्बामा, जॉर्जिया और मिसीसिपी में तूफान, ओलावृष्टि, बाढ़ और वज्रपात के खतरे को देखते हुए उच्च खतरे की चेतावनी जारी की है। इसने यह भी कहा है कि खराब मौसम ग्रेट लेक से गल्फ कोस्ट तक 21 राज्यों को अपनी चपेट में ले सकता है। | सारांश: अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी राज्यों में आए भयंकर तूफान के कारण अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) का पुरजोर विरोध हो रहा है. बीता दिन देश के अलग-अलग शहरों से प्रदर्शन की खबरों के बीच बीत गया. कुछ जगहों पर प्रदर्शन हिंसक हो गया. बसों और गाड़ियों में आगजनी की खबरें मिलीं. मंगलुरु में दो और लखनऊ में एक शख्स की मौत हो गई. राज्यों ने एहतियातन संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू कर दी. आज (शुक्रवार) भी इस कानून के विरोध में प्रदर्शन होंगे. भीम आर्मी आज दिल्ली में जामा मस्जिद से लेकर इंडिया गेट तक मार्च निकालेगी. प्रदर्शनकारियों द्वारा शुक्रवार दोपहर एक बजे शाहीन बाग में चक्का जाम करने की तैयारी है.
गैर कानूनी हिरासत और धारा 144 के विरोध में शाम पांच बजे इंडिया गेट पर प्रदर्शन होगा. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जामिया मिल्लिया इस्लामिया, जसोला विहार और शाहीन बाग मेट्रो स्टेशन आज भी बंद रहेंगे. उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है.
बीते गुरुवार लखनऊ में हुई हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने राजधानी में शनिवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद दी हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में गुरुवार देर रात निर्देश जारी किया. अवस्थी ने सरकारी आदेश में कहा है, 'यह आदेश 19 दिसंबर को दोपहर बाद तीन बजे से 21 दिसंबर को दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेगा.'
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में हुई हिंसा को लेकर कहा, 'लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. संशोधित नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर कांग्रेस, सपा और वाम दलों ने पूरे देश को आग में झोंक दिया है. अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा.'
दूसरी ओर राजस्थान में बीजेपी कार्यकर्ता कानून के समर्थन और राज्य में कांग्रेस सरकार द्वारा इसे लागू नहीं करने के विरोध में प्रदर्शन करेंगे. शुक्रवार को जयपुर में रैली निकाली जाएगी. बीजेपी के प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच ने कहा, 'नागरिकता कानून के समर्थन और राजस्थान में कांग्रेस सरकार द्वारा इसे टाले जाने के विरोध में शुक्रवार को शहीद स्मारक से सिविल लाइन फाटक तक रैली, प्रदर्शन और सभा होगी. इसके बाद बीजेपी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के नेतृत्व में राज्यपाल को इस संबंध में ज्ञापन देगा.' | यह एक सारांश है: देशभर में हो रहा नागरिकता कानून का विरोध
दिल्ली और राजस्थान में शुक्रवार को प्रदर्शन
मंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान 2 की मौत | 24 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष यूसुफ रजा गिलानी के बीच हाल में हुई बातचीत का बुधवार को सकारात्मक परिणाम देखने को मिला जब भारत ने सैद्वान्तिक रूप से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध बहाल करने का फैसला लिया। सरकारी सूत्रों के अनुसार इस संबंध में दोनों देशों के बीच क्रिकेट मुकाबले कब और कहां होगे इसका फैसला दोनों क्रिकेट बोर्ड मिलकर तय करेंगे। सूत्रों के अनुसार अगर सब कुछ योजनानुसार चला तो भारतीय क्रिकेट टीम पहले पाकिस्तान का दौरा करेगी और बाद में उस देश की टीम भारत आएगी। हालांकि भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान दौरे के लिए निकट भविष्य में कोई समय खाली नहीं है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कार्यक्रम के अनुसार पाकिस्तान को मार्च 2012 में भारत के खिलाफ तीन टेस्ट और पांच एक दिवसीय मैच खेलने हैं। भारतीय क्रिक्रेट बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी से संपर्क करने पर कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध बहाल होने की उनके पास कोई अधिकृत सूचना नहीं है। हाल ही विश्व कप के दौरान 30 मार्च को मोहाली में भारत पाक सेमीफाइनल से पहले भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी मैच एशिया कप में श्रीलंका में जून 2010 में खेला था। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली क्रिकेट श्रृंखला 2007 2008 में खेली गई थी जब पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया था। श्रीलंका के टीम पर मार्च 2009 में हुए हमले के बाद किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का क्रिकेट दौरा नहीं किया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के लिए पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अभी चिंता का विषय बनी हुई है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पुष्टि की है कि हाल ही में श्रीलंका ने साफ किया कि उनके कुछ खिलाड़ी पाकिस्तान आकर खेलने के इच्छुक नहीं हैं। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली क्रिकेट श्रृंखला 2007 2008 में खेली गई थी जब पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया था। | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनर में से एक शेन वॉर्न ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को मौजूदा समय का दुनिया का नंबर एक बैट्समैन बताया है. पुणे में स्पोर्ट्स लिटररी फेस्टिवल ने उन्होंने कहा कि विराट दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, वे एबी डिविलयर्स से भी बेहतर हैं. शेन वॉर्न के अनुसार वे विराट की बल्लेबाजी में विव रिचर्ड्स, सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा का मिश्रण देखते हैं. कोहली इस समय बल्ले से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. कप्तान के रूप में उनके नेतृत्व में टीम इंडिया लगातार 19 टेस्ट से अपराजेय है.
कार्यक्रम में एक चर्चा के दौरान दाएं हाथ के लेग ब्रेक बॉलर वॉन ने कहा, विराट दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज है. उन्होंने बेहद जल्दी इंटरनेशनल क्रिकेट में ढेर सारे शतक बना डाले हैं. मैं विराट का बड़ा प्रशंसक हूं और उन्हें देखना पसंद करता हूं. कप्तान के रूप वे आक्रामक भी हैं और मुझे यह बात पसंद है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैच की सीरीज के बारे में उन्होंने कहा कि भारत जीत की प्रबल दावेदार हैं. हालांकि वे यह कहने से नहीं चूके कि मेहमान ऑस्ट्रेलियाई टीम छुपी रुस्तम साबित हो सकती है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने हाल में लगातार जीतें हासिल की हैं और घरेलू मैदान पर उसे हराना बेहद मुश्किल है. हम 2004 में उसके खिलाप्फ जीते थे लेकिन इसके बाद से यह करने में नाकाम रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ इस समय परेशानी यह है कि यह कुछ खिलाड़ियों पर ही बहुत ज्यादा निर्भर है. स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर टीम बहुत ज्यादा निर्भर है, वैसे यह सीरीज दूसरे खिलाड़ियों के लिए भी बढ़-चढ़कर प्रदर्शन करने काम मौका उपलब्ध कराएगी. गौरतलब है कि वार्न ने 145 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और 708 विकेट हासिल किए.
वॉर्न ने कहा कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम को आक्रामक क्रिकेट खेलने के इरादे से उतरना होगा. भले ही इसमें आपको हार का सामनना करना पड़े लेकिन आपको आक्रामक रुख अख्तियार करना होगा. वॉर्न ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक साथ गेंदबाजी करते देखना उन्हें पसंद है. अश्विन को इस समय का उन्होंने दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर माना. उन्होंने कहा कि मैं जिन कप्तानों के नेतृत्व में खेला, उनमें मैं मार्क टेलर को सर्वश्रेष्ठ मानता हूं. मैं भी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करना पसंद करता, लेकिन यह मौका नहीं मिल पाया. वॉर्न ने कहा कि उन्होंने जितने बल्लेबाजों को गेंदबाजी की, उनके सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा सर्वश्रेष्ठ थे.
कार्यक्रम में एक चर्चा के दौरान दाएं हाथ के लेग ब्रेक बॉलर वॉन ने कहा, विराट दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज है. उन्होंने बेहद जल्दी इंटरनेशनल क्रिकेट में ढेर सारे शतक बना डाले हैं. मैं विराट का बड़ा प्रशंसक हूं और उन्हें देखना पसंद करता हूं. कप्तान के रूप वे आक्रामक भी हैं और मुझे यह बात पसंद है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैच की सीरीज के बारे में उन्होंने कहा कि भारत जीत की प्रबल दावेदार हैं. हालांकि वे यह कहने से नहीं चूके कि मेहमान ऑस्ट्रेलियाई टीम छुपी रुस्तम साबित हो सकती है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने हाल में लगातार जीतें हासिल की हैं और घरेलू मैदान पर उसे हराना बेहद मुश्किल है. हम 2004 में उसके खिलाप्फ जीते थे लेकिन इसके बाद से यह करने में नाकाम रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ इस समय परेशानी यह है कि यह कुछ खिलाड़ियों पर ही बहुत ज्यादा निर्भर है. स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर टीम बहुत ज्यादा निर्भर है, वैसे यह सीरीज दूसरे खिलाड़ियों के लिए भी बढ़-चढ़कर प्रदर्शन करने काम मौका उपलब्ध कराएगी. गौरतलब है कि वार्न ने 145 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और 708 विकेट हासिल किए.
वॉर्न ने कहा कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम को आक्रामक क्रिकेट खेलने के इरादे से उतरना होगा. भले ही इसमें आपको हार का सामनना करना पड़े लेकिन आपको आक्रामक रुख अख्तियार करना होगा. वॉर्न ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक साथ गेंदबाजी करते देखना उन्हें पसंद है. अश्विन को इस समय का उन्होंने दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर माना. उन्होंने कहा कि मैं जिन कप्तानों के नेतृत्व में खेला, उनमें मैं मार्क टेलर को सर्वश्रेष्ठ मानता हूं. मैं भी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करना पसंद करता, लेकिन यह मौका नहीं मिल पाया. वॉर्न ने कहा कि उन्होंने जितने बल्लेबाजों को गेंदबाजी की, उनके सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा सर्वश्रेष्ठ थे.
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने हाल में लगातार जीतें हासिल की हैं और घरेलू मैदान पर उसे हराना बेहद मुश्किल है. हम 2004 में उसके खिलाप्फ जीते थे लेकिन इसके बाद से यह करने में नाकाम रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ इस समय परेशानी यह है कि यह कुछ खिलाड़ियों पर ही बहुत ज्यादा निर्भर है. स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर टीम बहुत ज्यादा निर्भर है, वैसे यह सीरीज दूसरे खिलाड़ियों के लिए भी बढ़-चढ़कर प्रदर्शन करने काम मौका उपलब्ध कराएगी. गौरतलब है कि वार्न ने 145 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और 708 विकेट हासिल किए.
वॉर्न ने कहा कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम को आक्रामक क्रिकेट खेलने के इरादे से उतरना होगा. भले ही इसमें आपको हार का सामनना करना पड़े लेकिन आपको आक्रामक रुख अख्तियार करना होगा. वॉर्न ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक साथ गेंदबाजी करते देखना उन्हें पसंद है. अश्विन को इस समय का उन्होंने दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर माना. उन्होंने कहा कि मैं जिन कप्तानों के नेतृत्व में खेला, उनमें मैं मार्क टेलर को सर्वश्रेष्ठ मानता हूं. मैं भी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करना पसंद करता, लेकिन यह मौका नहीं मिल पाया. वॉर्न ने कहा कि उन्होंने जितने बल्लेबाजों को गेंदबाजी की, उनके सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा सर्वश्रेष्ठ थे.
वॉर्न ने कहा कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम को आक्रामक क्रिकेट खेलने के इरादे से उतरना होगा. भले ही इसमें आपको हार का सामनना करना पड़े लेकिन आपको आक्रामक रुख अख्तियार करना होगा. वॉर्न ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक साथ गेंदबाजी करते देखना उन्हें पसंद है. अश्विन को इस समय का उन्होंने दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर माना. उन्होंने कहा कि मैं जिन कप्तानों के नेतृत्व में खेला, उनमें मैं मार्क टेलर को सर्वश्रेष्ठ मानता हूं. मैं भी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करना पसंद करता, लेकिन यह मौका नहीं मिल पाया. वॉर्न ने कहा कि उन्होंने जितने बल्लेबाजों को गेंदबाजी की, उनके सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा सर्वश्रेष्ठ थे. | यह एक सारांश है: बोले-विराट कोहली का फैन हूं, उनका खेल देखना पसंद है
टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम को फेवरेट माना
ऑस्ट्रेलियाई टीम को आक्रामक क्रिकेट खेलना होगा | 24 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: ब्रिटेन के कुख्यात फोन हैकिंग मामले में पुलिस ने बुधवार को एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की। बंद हो चुके अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड द्वारा कराई गई हैकिंग मामले में इस हालिया गिरफ्तारी के बाद अभी तक कुल सोलह लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने आज तड़के 35 वर्षीय इस व्यक्ति को उसके घर से गिरफ्तार किया। व्यक्ति का नाम अभी तक पता नहीं चल पाया है। गिरफ्तारी के बाद उसे पूछताछ के लिए उत्तरी लंदन स्थित पुलिस थाने में ले जाया गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक यह व्यक्ति अभी भी पुलिस की हिरासत में है। गौरतलब है कि फोन हैकिंग के इस विवाद के बाद स्कॉटलैंड यार्ड अभी तक कुल सोलह लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद एक तरफ जहां मीडिया मुगल रपर्ट मडरेक को 168 साल पुराने अपने टेबलॉयड न्यूज ऑफ द वर्ल्ड का प्रकाशन बंद करना पड़ा वहीं मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर पॉल स्टीफेंसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। | सारांश: स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने बुधवार तड़के 35 वर्षीय इस व्यक्ति को उसके घर से गिरफ्तार किया। | 20 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वहीं बात करें वाराणसी की तो यहां से सटी उत्तर प्रदेश की 26 और बिहार की 6 सीटों पर इसका असर होता है. पीएम मोदी वाराणसी से लड़कर इन सीटों को प्रभावित करते हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इन कुल 32 सीटों में से 31 में सीट दर्ज की थी. लेकिन इस बार जातिगत समीकरणों से कई सीटों पर अंकगणित बीजेपी के लिए सिरदर्द बना हुआ है ऐसे में अगर प्रियंका गांधी यहां से चुनाव लड़तीं हो सकता था इन सीटों पर कांग्रेस और मजबूत हो जाती और त्रिकोणीय लड़ाई का फायदा बीजेपी निश्चित तौर पर उठाती. हालांकि इसमें कई सीटें ऐसी हैं जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी के दम पर अच्छा चुनाव लड़ती दिखाई दे रही है. आजमगढ़ और आसपास के इलाके में यादव समुदाय में अच्छी पैठ रखने वाले रमाकांत यादव कांग्रेस में शामिल हो गए हैं जिनको भदोही से टिकट दिया है.
फिलहाल कांग्रेस का वाराणसी सीट से प्रियंका को न उतारने की रणनीति कितनी सफल होगी यह तो नतीजा बताएगा लेकिन इतना जरूर है कि कांग्रेस अब राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. | यहाँ एक सारांश है:त्रिकोणीय लड़ाई का असर
कई सीटों पर बीजेपी को होता फायदा
सपा-बसपा गठबंधन से बिगड़े हैं समीकरण | 12 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय ड्रेसिंग रूम में आपसी तालमेल की कमी तथा उनके और उप कप्तान वीरेंद्र सहवाग के बीच मतभेद की खबरों के लिए ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें ड्रेसिंग रूम के माहौल और टीम के जज्बे पर गर्व है।
धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने कभी किसी भारतीय टीम को लड़ते हुए नहीं देखा। हो सकता है कि कुछ बियर गटकने, विरोधियों के साथ बैठने और केवल इसके बारे में सपने देखने से ऐसा (इस तरह की रिपोर्ट) हुआ हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम का माहौल शानदार है और हम जिस तरह से एक-दूसरे की सफलता का लुत्फ उठाते हैं, उसका कोई सानी नहीं है। यह भारतीय टीम का मजबूत पक्ष है और हम इसमें आगे और सुधार करने पर ध्यान दे रहे हैं। मुझे अपनी टीम पर गर्व है।’’
स्वयं सहवाग और टीम के उनके सीनियर साथी राहुल द्रविड़ ने भी बुधवार को खिलाड़ियों के बीच आपसी झगड़े और टीम में मतभेद की रिपोर्टों को बकवास करार दिया था। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की खबरों में कहा गया था कि सहवाग और धोनी के बीच अच्छे रिश्ते नहीं हैं तथा टीम के कुछ खिलाड़ी सहवाग को कप्तान के रूप में देखना चाहते हैं।
धोनी ने कहा कि वह सीनियर और युवा सभी खिलाड़ियों से सलाह लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से सलाह लेता हूं। अनुभवी खिलाड़ियों, उप कप्तान और युवाओं से जो सभी एक दिशा में आगे बढ़ते हैं। हार से थोड़ी निराशा तो होती है, लेकिन खेल में आप सुधार करके वापसी करना चाहते हैं। आपको इसको लेकर भावुक नहीं होना चाहिए।’’टिप्पणियां
पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने दावा किया कि पर्थ टेस्ट में टीम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भरोसा रखना चाहिए कि उनकी टीम आगे अच्छा प्रदर्शन करेगी।
धोनी ने माइकल स्लेटर के इस बयान की भी आलोचना की है कि भारतीय टीम पूरा दम नहीं लगा रही है। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों को काफी आक्रामक बताया और कहा कि इस वजह से रिश्ते बिगड़ते भी हैं।
धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने कभी किसी भारतीय टीम को लड़ते हुए नहीं देखा। हो सकता है कि कुछ बियर गटकने, विरोधियों के साथ बैठने और केवल इसके बारे में सपने देखने से ऐसा (इस तरह की रिपोर्ट) हुआ हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम का माहौल शानदार है और हम जिस तरह से एक-दूसरे की सफलता का लुत्फ उठाते हैं, उसका कोई सानी नहीं है। यह भारतीय टीम का मजबूत पक्ष है और हम इसमें आगे और सुधार करने पर ध्यान दे रहे हैं। मुझे अपनी टीम पर गर्व है।’’
स्वयं सहवाग और टीम के उनके सीनियर साथी राहुल द्रविड़ ने भी बुधवार को खिलाड़ियों के बीच आपसी झगड़े और टीम में मतभेद की रिपोर्टों को बकवास करार दिया था। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की खबरों में कहा गया था कि सहवाग और धोनी के बीच अच्छे रिश्ते नहीं हैं तथा टीम के कुछ खिलाड़ी सहवाग को कप्तान के रूप में देखना चाहते हैं।
धोनी ने कहा कि वह सीनियर और युवा सभी खिलाड़ियों से सलाह लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से सलाह लेता हूं। अनुभवी खिलाड़ियों, उप कप्तान और युवाओं से जो सभी एक दिशा में आगे बढ़ते हैं। हार से थोड़ी निराशा तो होती है, लेकिन खेल में आप सुधार करके वापसी करना चाहते हैं। आपको इसको लेकर भावुक नहीं होना चाहिए।’’टिप्पणियां
पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने दावा किया कि पर्थ टेस्ट में टीम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भरोसा रखना चाहिए कि उनकी टीम आगे अच्छा प्रदर्शन करेगी।
धोनी ने माइकल स्लेटर के इस बयान की भी आलोचना की है कि भारतीय टीम पूरा दम नहीं लगा रही है। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों को काफी आक्रामक बताया और कहा कि इस वजह से रिश्ते बिगड़ते भी हैं।
स्वयं सहवाग और टीम के उनके सीनियर साथी राहुल द्रविड़ ने भी बुधवार को खिलाड़ियों के बीच आपसी झगड़े और टीम में मतभेद की रिपोर्टों को बकवास करार दिया था। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की खबरों में कहा गया था कि सहवाग और धोनी के बीच अच्छे रिश्ते नहीं हैं तथा टीम के कुछ खिलाड़ी सहवाग को कप्तान के रूप में देखना चाहते हैं।
धोनी ने कहा कि वह सीनियर और युवा सभी खिलाड़ियों से सलाह लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से सलाह लेता हूं। अनुभवी खिलाड़ियों, उप कप्तान और युवाओं से जो सभी एक दिशा में आगे बढ़ते हैं। हार से थोड़ी निराशा तो होती है, लेकिन खेल में आप सुधार करके वापसी करना चाहते हैं। आपको इसको लेकर भावुक नहीं होना चाहिए।’’टिप्पणियां
पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने दावा किया कि पर्थ टेस्ट में टीम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भरोसा रखना चाहिए कि उनकी टीम आगे अच्छा प्रदर्शन करेगी।
धोनी ने माइकल स्लेटर के इस बयान की भी आलोचना की है कि भारतीय टीम पूरा दम नहीं लगा रही है। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों को काफी आक्रामक बताया और कहा कि इस वजह से रिश्ते बिगड़ते भी हैं।
धोनी ने कहा कि वह सीनियर और युवा सभी खिलाड़ियों से सलाह लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से सलाह लेता हूं। अनुभवी खिलाड़ियों, उप कप्तान और युवाओं से जो सभी एक दिशा में आगे बढ़ते हैं। हार से थोड़ी निराशा तो होती है, लेकिन खेल में आप सुधार करके वापसी करना चाहते हैं। आपको इसको लेकर भावुक नहीं होना चाहिए।’’टिप्पणियां
पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने दावा किया कि पर्थ टेस्ट में टीम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भरोसा रखना चाहिए कि उनकी टीम आगे अच्छा प्रदर्शन करेगी।
धोनी ने माइकल स्लेटर के इस बयान की भी आलोचना की है कि भारतीय टीम पूरा दम नहीं लगा रही है। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों को काफी आक्रामक बताया और कहा कि इस वजह से रिश्ते बिगड़ते भी हैं।
पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने दावा किया कि पर्थ टेस्ट में टीम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भरोसा रखना चाहिए कि उनकी टीम आगे अच्छा प्रदर्शन करेगी।
धोनी ने माइकल स्लेटर के इस बयान की भी आलोचना की है कि भारतीय टीम पूरा दम नहीं लगा रही है। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों को काफी आक्रामक बताया और कहा कि इस वजह से रिश्ते बिगड़ते भी हैं।
धोनी ने माइकल स्लेटर के इस बयान की भी आलोचना की है कि भारतीय टीम पूरा दम नहीं लगा रही है। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों को काफी आक्रामक बताया और कहा कि इस वजह से रिश्ते बिगड़ते भी हैं। | यहाँ एक सारांश है:धोनी ने कहा कि पर्थ टेस्ट में टीम वापसी के लिए तैयार है और भारतीय फैन्स को भरोसा रखना चाहिए कि उनकी टीम आगे अच्छा प्रदर्शन करेगी। | 18 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: मतदान में संशोधन प्रस्ताव के पक्ष में 75 और विरोध में 54 मत मिलने पर सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई. इस अप्रत्याशित हालात पैदा होने पर सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के मौजूद नामचीन वकील सदस्यों कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आपसी विचार-विमर्श से बीच का रास्ता निकालने की पुरजोर कोशिश की गई. कुरियन ने स्पष्ट किया कि प्रस्तावित संशोधन प्रस्ताव के साथ विधेयक को आंशिक तौर पर पारित मानते हुये इसे फिर से लोकसभा के समक्ष भेजा जाएगा. इस तकनीकी पेंच के कारण राज्यसभा से स्वीकार किए गए संशोधन प्रस्तावों को लोकसभा द्वारा मूल विधेयक में फिर से शामिल कर या नया विधेयक पारितकर फिर से इसे उच्च सदन में पारित कराने के लिए भेजा जाएगा. सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिये स्थगित किये जाने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सदस्य राजीव शुक्ला ने बताया कि किसी संविधान संशोधन विधेयक को लेकर इस तरह अप्रत्याशित स्थिति पहली बार पैदा हुई. इसे सत्तापक्ष के लिये शर्मनाक बताते हुये शुक्ला ने कहा कि इसके पीछे संसदीय कार्य मंत्री और विभागीय मंत्री द्वारा अधूरी तैयारी के साथ सदन में विधेयक पेश करना मुख्य कारण है. दूसरी ओर भाजपा सदस्य प्रभात झा ने विपक्ष को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस सदस्यों ने सदन में जानबूझ कर तकनीकी बाधा पैदा कर देश के पिछड़ा वर्ग के लोगों के साथ विश्वासघात किया है. | सारांश: सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहना चाहिए था
तीन लाइन के व्हिप का पालन करना चाहिए
सदन शुरू होने से समाप्त होने तक सदन में रहना चाहिए | 5 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के फैसले का 'आखिरी दम' तक विरोध करेगी।
रामलीला मैदान में कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की ओर से आयोजित रैली में जेटली ने कहा, हम व्यापारियों और इस देश की जनता के साथ हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि एफडीआई के तहत 60-70 प्रतिशत तक व्यवसाय सिर्फ दो या तीन कंपनियों के हाथों में चला जाएगा, जो किसानों के लिए नुकसानदेह होगा।
उन्होंने कहा, किसानों के पास अपने उत्पाद उन्हें (कंपनियों को) बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। विक्रेताओं की संख्या जब घटेगी तो इससे किसानों को कैसे लाभ होगा?टिप्पणियां
रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एबी बर्धन भी शामिल थे।
एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे।
रामलीला मैदान में कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की ओर से आयोजित रैली में जेटली ने कहा, हम व्यापारियों और इस देश की जनता के साथ हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि एफडीआई के तहत 60-70 प्रतिशत तक व्यवसाय सिर्फ दो या तीन कंपनियों के हाथों में चला जाएगा, जो किसानों के लिए नुकसानदेह होगा।
उन्होंने कहा, किसानों के पास अपने उत्पाद उन्हें (कंपनियों को) बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। विक्रेताओं की संख्या जब घटेगी तो इससे किसानों को कैसे लाभ होगा?टिप्पणियां
रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एबी बर्धन भी शामिल थे।
एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे।
भाजपा नेता ने कहा कि एफडीआई के तहत 60-70 प्रतिशत तक व्यवसाय सिर्फ दो या तीन कंपनियों के हाथों में चला जाएगा, जो किसानों के लिए नुकसानदेह होगा।
उन्होंने कहा, किसानों के पास अपने उत्पाद उन्हें (कंपनियों को) बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। विक्रेताओं की संख्या जब घटेगी तो इससे किसानों को कैसे लाभ होगा?टिप्पणियां
रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एबी बर्धन भी शामिल थे।
एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे।
उन्होंने कहा, किसानों के पास अपने उत्पाद उन्हें (कंपनियों को) बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। विक्रेताओं की संख्या जब घटेगी तो इससे किसानों को कैसे लाभ होगा?टिप्पणियां
रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एबी बर्धन भी शामिल थे।
एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे।
रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एबी बर्धन भी शामिल थे।
एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे।
एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे। | यह एक सारांश है: रामलीला मैदान में कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की ओर से आयोजित रैली में जेटली ने कहा, हम व्यापारियों और इस देश की जनता के साथ हैं। | 2 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: इससे पहले के घटनाक्रम में प्रधान न्यायाधीश ने सरकार के साथ सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर चल रहे विवाद के बीच कोलेजियम बैठक बुलाई थी. जस्टिस जे. चेलमेश्वर उस बैठक में शामिल नहीं हुए थे. इतना ही नहीं, जस्टिस चेलमेश्वर ने इस संबंध में प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर को पत्र भी लिखा था. टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक, जस्टिस चेलमेश्वर के रुख के चलते अन्य जजों ने बैठक को टाल दिया क्योंकि उनका मानना है कि इससे भारत के उच्चतम न्यायालय की प्रतिष्ठा का अवमूल्यन होता है. उधर, भारत के प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने इस मुद्दे पर कल अपनी संक्षिप्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, "हम इस मुद्दे को सुलझा लेंगे."
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने केंद्र सरकार के नेशनल ज्यूडिशियल अपाइंटमेंट कमीशन (एनजेएसी) को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया था. पांच सदस्यीय बेंच में जस्टिस चेलमेश्वर ने सबसे अलग फैसला सुनाया था और कोलेजियम पर सवाल उठाए थे. संसद में पारित कानून का समर्थन करते हुए जस्टिस चेलमेश्वर ने जजों की नियुक्ति की कोलेजियम प्रणाली की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि इसमें "कोई जवाबदेही नहीं है".
सूत्रों के मुताबिक, जस्टिस चेलमेश्वर के रुख के चलते अन्य जजों ने बैठक को टाल दिया क्योंकि उनका मानना है कि इससे भारत के उच्चतम न्यायालय की प्रतिष्ठा का अवमूल्यन होता है. उधर, भारत के प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने इस मुद्दे पर कल अपनी संक्षिप्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, "हम इस मुद्दे को सुलझा लेंगे."
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने केंद्र सरकार के नेशनल ज्यूडिशियल अपाइंटमेंट कमीशन (एनजेएसी) को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया था. पांच सदस्यीय बेंच में जस्टिस चेलमेश्वर ने सबसे अलग फैसला सुनाया था और कोलेजियम पर सवाल उठाए थे. संसद में पारित कानून का समर्थन करते हुए जस्टिस चेलमेश्वर ने जजों की नियुक्ति की कोलेजियम प्रणाली की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि इसमें "कोई जवाबदेही नहीं है".
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने केंद्र सरकार के नेशनल ज्यूडिशियल अपाइंटमेंट कमीशन (एनजेएसी) को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया था. पांच सदस्यीय बेंच में जस्टिस चेलमेश्वर ने सबसे अलग फैसला सुनाया था और कोलेजियम पर सवाल उठाए थे. संसद में पारित कानून का समर्थन करते हुए जस्टिस चेलमेश्वर ने जजों की नियुक्ति की कोलेजियम प्रणाली की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि इसमें "कोई जवाबदेही नहीं है". | संक्षिप्त सारांश: जस्टिस जे चेलमेश्वरने ने चयन प्रक्रिया पर उठाए थे सवाल
न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर बुलाई गई थी कोलेजियम बैठक
प्रधान न्यायधीश टीएस ठाकुर ने दिया था मुद्दे को सुलझाने का आश्वासन | 8 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: राजधानी दिल्ली में आज झमाझम हुई बारिश से दुनिया के दूसरी सबसे बड़ी सेना के प्रमुख भी अछूते नहीं रहे. सेना प्रमुख तेज बारिश और ट्रैफिक जाम के चलते एक प्रोग्राम में देरी से पहुंचे. उन्होंने खुद समारोह में पहुंचकर बताया कि रास्ते में उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया था, लेकिन फिर भी वहां जैसे-तैसे करके पहुंचे हैं.टिप्पणियां
थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग को आज सुबह 10 बजे दिल्ली के इंडिया हैबीटेट सेंटर पहुंचना था. मौका था सेना के डिजाइन ब्यूरो के लॉन्च का, लेकिन सेना प्रमुख समारोह में पूरे 35 मिनट बाद यानी 10.35 मिनट पर वहां पहुंचे. उन्होंने देर से आने का कारण भी बताया. सेना प्रमुख ने अपने भाषण की शुरुआत सुबह से हो रही तेज बारिश से की . उन्होंने कहा कि वे अपने घर से 9.45 मिनट पर निकले थे. रास्ते में वह ट्रैफिक जाम में फंसे तो उनके स्टॉफ ऑफिसर ने वापस लौटने की सलाह दी. लेकिन वह नहीं लौटे. यह बात जरूर थी कि वह समारोह में पहुंचने में 35 मिनट लेट जरूर हो गए.
सेना प्रमुख लुटयिन दिल्ली के राजाजी मार्ग पर अपने आधिकारिक निवास पर रहते हैं. यहां से लोदी कॉलोनी के हैबीटेट सेंटर करीब साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी पर ही है. जाहिर-सी बात है कि जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी दिल्ली के बारिश में फंस सकते है तो सेना प्रमुख कैसे भारी बारिश से बच सकते हैं?
थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग को आज सुबह 10 बजे दिल्ली के इंडिया हैबीटेट सेंटर पहुंचना था. मौका था सेना के डिजाइन ब्यूरो के लॉन्च का, लेकिन सेना प्रमुख समारोह में पूरे 35 मिनट बाद यानी 10.35 मिनट पर वहां पहुंचे. उन्होंने देर से आने का कारण भी बताया. सेना प्रमुख ने अपने भाषण की शुरुआत सुबह से हो रही तेज बारिश से की . उन्होंने कहा कि वे अपने घर से 9.45 मिनट पर निकले थे. रास्ते में वह ट्रैफिक जाम में फंसे तो उनके स्टॉफ ऑफिसर ने वापस लौटने की सलाह दी. लेकिन वह नहीं लौटे. यह बात जरूर थी कि वह समारोह में पहुंचने में 35 मिनट लेट जरूर हो गए.
सेना प्रमुख लुटयिन दिल्ली के राजाजी मार्ग पर अपने आधिकारिक निवास पर रहते हैं. यहां से लोदी कॉलोनी के हैबीटेट सेंटर करीब साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी पर ही है. जाहिर-सी बात है कि जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी दिल्ली के बारिश में फंस सकते है तो सेना प्रमुख कैसे भारी बारिश से बच सकते हैं?
सेना प्रमुख लुटयिन दिल्ली के राजाजी मार्ग पर अपने आधिकारिक निवास पर रहते हैं. यहां से लोदी कॉलोनी के हैबीटेट सेंटर करीब साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी पर ही है. जाहिर-सी बात है कि जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी दिल्ली के बारिश में फंस सकते है तो सेना प्रमुख कैसे भारी बारिश से बच सकते हैं? | संक्षिप्त पाठ: सेना प्रमुख तेज बारिश और ट्रैफिक जाम के चलते एक प्रोग्राम में देरी से पहु
सुबह 10 बजे दिल्ली के इंडिया हैबीटेट सेंटर पहुंचना था
लौटने की सलाह के बावजूद वापस नहीं गए | 30 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: Jabariya Jodi Box Office Collection Day 2: बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) और एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) की फिल्म 'जबरिया जोड़ी (Jabariya Jodi)' रिलीज हो चुकी है और इसकी रफ्तार धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. हालांकि, रिलीज के बाद से ही इसे सोशल मीडिया पर मिला-जुला रिस्पोंस प्राप्त हुआ है. 'जबरिया जोड़ी (Jabariya Jodi)' की कमाई की बात करें तो पहले दिन के आंकड़े को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि फिल्म ने बीते शनिवार 3 से 4 करोड़ रुपए की कमाई की होगी. इत तरह से देखा जए तो फिल्म ने दो दिन में करीब 7 करोड़ की कमाई कर ली है. हालांकि इसकी अधिकारिक सूचना आनी अभी बाकी है.
सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) की फिल्म जबरिया जोड़ी का प्रदर्शन सिनेमाघरों में औसत दर्जे का रहा है. वहीं, इसकी रेटिंग और रिव्यू की बात करें तो जबरिया जोड़ी को फिल्म समीक्षकों की तरफ से 3 से 3.5 स्टार दिए गए हैं. इसके अलावा फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की एक्टिंग को भी काफी सराहा गया है. हालांकि, फिल्म में दोनों की बिहारी भाषा को लेकर उन्हें काफी ट्रोल भी किया है और उन्हें सीखने की सलाह दी गई है.
बता दें कि प्रशांत सिंह के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'जबरिया जोड़ी (Jabariya Jodi)' पकड़ौआ शादी पर आधारित है. इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) लड़कों को पकड़कर उनकी जबरदस्ती शादी करवाते हैं. लेकिन परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) की एंट्री के बाद से ही कहानी नया मोड़ ले लेती है. इस फिल्म को एकता कपूर ने प्रोड्यूस किया है, साथ ही इसमें संजय मिश्रा (Sanjay Mishra), जावेद जाफरी और अपारशक्ति खुराना भी अहम भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं. | संक्षिप्त पाठ: परिणीति चोपड़ा और सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म ने मचाया धमाल
सोशल मीडिया पर जबरिया जोड़ी को मिला-जुला रिस्पॉन्स हुआ प्राप्त
फिल्म में कलाकारों की एक्टिंग रही जबरदस्त | 27 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आखिरकार उधार की टाई लौटा दी है। दरअसल, यह उधार की टाई उन्होंने निवर्तमान प्रेस सचिव रॉबर्ट गिब्स से 2004 में बोस्टन के एक कार्यक्रम में पहनने के लिए ली थी। ओबामा ने व्हाइट हाउस के प्रेस रूम में गिब्स को टाई लौटाते हुए संवाददाताओं से कहा, मैं इस बात को रिकार्ड पर लाना चाहता हूं कि आखिरकार मैं रॉबर्ट को टाई लौटा रहा हूं। मिस्र के घटनाक्रम पर अपने विचार व्यक्त करने के कुछ ही मिनट बाद ओबामा जब प्रेस रूम में गिब्स और अन्य सहयोगियों के साथ पहुंच गए, तो व्हाइट हाउस के संवाददाता आश्चर्यचकित रह गए। ठहाकों के बीच ओबामा ने कहा, सिर्फ गिब्स का जाना ही आज के दिन की प्रमुख घटना नहीं है। ओबामा ने कहा कि बोस्टन में आयोजित डेमोक्रेटिक कन्वेंशन के दौरान उन्हें भाषण देने का अवसर दिया जाना और वह भाषण ही एक बड़ी बात नहीं थी, वास्तव में मेरे लिए इससे भी बड़ी और मुश्किल बात यह थी कि इस मौके पर मैं कौन सी टाई पहनूं। और यह बिल्कुल अंतिम समय में तय हो पाया। ओबामा ने इसे और स्पष्ट करते हुए कहा, मेरा मतलब है, स्टेज पर जाने से 10 मिनट पहले तक हम टाई के बारे में बहस कर रहे थे। मैंने पांच-छह टाई खरीदी थीं, लेकिन, मिशेल को उसमें से एक भी पसंद नहीं थी। इसी बीच, किसी ने मेरा ध्यान उस टाई की ओर दिलाया, जो गिब्स ने उस समय पहनी हुई थी।...वही टाई थी, जिसे मैंने उस कार्यक्रम में पहना। शीशे के एक केस में बंद हल्के नीले रंग की यह टाई अपने प्रेस सचिव को सौंपते हुए ओबामा ने उनकी भरपूर तारीफ की और कहा कि ...उन्हें (ओबामा को) गिब्स पर गर्व है। यहां हर कोई उन्हें चाहता है। वे हमारे साथ मिलकर काम करते रहेंगे। मुझे नहीं लगता कि मुझे उनसे बेहतर प्रेस सचिव मिल सकता था। | अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने आखिरकार उधार की टाई लौटा दी है। यह उधार की टाई उन्होंने निवर्तमान प्रेस सचिव रॉबर्ट गिब्स से 2004 में बोस्टन के एक कार्यक्रम में पहनने के लिए ली थी। | 6 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: देश की निजी विमानन कम्पनी जेट एयरवेज के शेयरों में गुरुवार को पांच फीसदी तेजी देखी गई। कम्पनी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हासिल करने के लिए अबूधाबी की विमानन कम्पनी एतिहाद एयरवेज के साथ बात कर रही है और माना जा रहा है कि एतिहाद फैसला लेने के आखिरी चरण में है।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में कम्पनी के शेयर 4.70 फीसदी तेजी के साथ 606.85 रुपये पर बंद हुए।टिप्पणियां
दिनभर के कारोबार में कम्पनी के शेयरों ने 618.70 रुपये के ऊपरी और 591.10 रुपये का निचला स्तर छुआ। यह बुधवार को 579.60 रुपये पर बंद हुआ था।
सरकार द्वारा देश की निजी विमानन कम्पनियों में विदेशी विमानन कम्पनियों की ओर से निवेश को अनुमति दिए जाने के बाद पिछले तीन महीनों से कम्पनी की हिस्सेदारी बिक्री को लेकर कयासबाजी हो रही है।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में कम्पनी के शेयर 4.70 फीसदी तेजी के साथ 606.85 रुपये पर बंद हुए।टिप्पणियां
दिनभर के कारोबार में कम्पनी के शेयरों ने 618.70 रुपये के ऊपरी और 591.10 रुपये का निचला स्तर छुआ। यह बुधवार को 579.60 रुपये पर बंद हुआ था।
सरकार द्वारा देश की निजी विमानन कम्पनियों में विदेशी विमानन कम्पनियों की ओर से निवेश को अनुमति दिए जाने के बाद पिछले तीन महीनों से कम्पनी की हिस्सेदारी बिक्री को लेकर कयासबाजी हो रही है।
दिनभर के कारोबार में कम्पनी के शेयरों ने 618.70 रुपये के ऊपरी और 591.10 रुपये का निचला स्तर छुआ। यह बुधवार को 579.60 रुपये पर बंद हुआ था।
सरकार द्वारा देश की निजी विमानन कम्पनियों में विदेशी विमानन कम्पनियों की ओर से निवेश को अनुमति दिए जाने के बाद पिछले तीन महीनों से कम्पनी की हिस्सेदारी बिक्री को लेकर कयासबाजी हो रही है।
सरकार द्वारा देश की निजी विमानन कम्पनियों में विदेशी विमानन कम्पनियों की ओर से निवेश को अनुमति दिए जाने के बाद पिछले तीन महीनों से कम्पनी की हिस्सेदारी बिक्री को लेकर कयासबाजी हो रही है। | यहाँ एक सारांश है:देश की निजी विमानन कम्पनी जेट एयरवेज के शेयरों में गुरुवार को पांच फीसदी तेजी देखी गई। कम्पनी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हासिल करने के लिए अबूधाबी की विमानन कम्पनी एतिहाद एयरवेज के साथ बात कर रही है और माना जा रहा है कि एतिहाद फैसला लेने के आखिरी चरण | 12 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को पड़ोसी राज्य यूपी के नोएडा से जोड़ने वाली अहम सड़क दिल्ली-नोएडा-दिल्ली (डीएनडी) फ्लाइवे पर रविवार को खासा अफरा-तफरी का माहौल दिखा. बीजेपी नेता और यूपी के पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों के समूह ने टोल कंपनी के कर्मचारियों को जबरन बाहर निकाल दिया और सभी गाड़ियों को टोल दिए बिना ही वहां से गुजरने दिया.
दरअसल नागर के नेतृत्व वाली जनहित मोर्चा का आरोप है कि टोल ब्रिज कंपनी अनियमितता बरत रही है और लागत से कई गुना ज्यादा वसूल हो जाने के बावजूद टोल काट कर रही है. इसी के विरोध में उन्होंने रविवार से अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था और रविवार तड़के 6 बजे प्रदर्शनकारियों ने टोल नाके के पास डेरा डाल दिया.
इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस भी बेबस दिखी और प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उन्होंने कुछ खास नहीं किया. इस पर सिटी मजिस्ट्रेट बच्चू सिंह कहते हैं कि वे 'जनहित मोर्चा के साथ समझौते की कोशिश कर रहे थे' और इस विरोध प्रदर्शन को जल्द से जल्द खत्म कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
वहीं जनहित मोर्चा के प्रमुख नवाब सिंह नागर एनडीटीवी से कहते हैं, 'यह विरोध प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित नहीं है, यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है. नोएडा टोल ब्रिज कंपनी ने इसे बनाने में 183 करोड़ रुपये खर्च किए थे. फिर उन्होंने बताया कि वे इस 400 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च चुके हैं, हालांकि वह लागत अब पूरी हो गई है. लेकिन इसके बाद वह बदस्तूर लोगों को लूट रहे हैं. यह कोई पहला मौका नहीं जब हमने इसका विरोध किया है.'टिप्पणियां
उधर डीएनडी की प्रवक्ता ने इसे लेकर समझौते की शर्तों को साझा करते हुए कहा, 'नोएडा में उस वक्त लागू धारा 144 को धता बताते हुए निजी स्वार्थ के तहत कुछ लोगों ने जबरन टोल वसूली रुकवा दिया.' उन्होंने कहा कि यह निजी स्वामित्व वाली सार्वजनिक सुविधा है और इसके 80,000 से अधिक शेयरधारक हैं, जिन्होंने इस सड़क में निवेश किया है. उन्होंने बताया, 'डीएनडी का नोएडा के साथ हुआ समझौता 30 वर्षों के लिए साल 2031 तक है. इस तरह की गतिविधियों से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पीपीपी परियोजनाओं से निवेशकों का भरोसा डिगेगा.'
गौरतलब है कि साल 2001 में शुरू हुए डीएनडी एक्सप्रेस-वे रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं और वर्तमान में प्रत्येक कार से 30 रुपये से टोल वसूला जाता है. हालांकि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से वहां से जुगरने वाले लोगों को टोल नहीं देना पड़ा. ऐसे ही एक शख्स 44 वर्षीय संजीव कुमार कहते हैं, 'अगर यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार के खिलाफ है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.'
दरअसल नागर के नेतृत्व वाली जनहित मोर्चा का आरोप है कि टोल ब्रिज कंपनी अनियमितता बरत रही है और लागत से कई गुना ज्यादा वसूल हो जाने के बावजूद टोल काट कर रही है. इसी के विरोध में उन्होंने रविवार से अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था और रविवार तड़के 6 बजे प्रदर्शनकारियों ने टोल नाके के पास डेरा डाल दिया.
इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस भी बेबस दिखी और प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उन्होंने कुछ खास नहीं किया. इस पर सिटी मजिस्ट्रेट बच्चू सिंह कहते हैं कि वे 'जनहित मोर्चा के साथ समझौते की कोशिश कर रहे थे' और इस विरोध प्रदर्शन को जल्द से जल्द खत्म कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
वहीं जनहित मोर्चा के प्रमुख नवाब सिंह नागर एनडीटीवी से कहते हैं, 'यह विरोध प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित नहीं है, यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है. नोएडा टोल ब्रिज कंपनी ने इसे बनाने में 183 करोड़ रुपये खर्च किए थे. फिर उन्होंने बताया कि वे इस 400 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च चुके हैं, हालांकि वह लागत अब पूरी हो गई है. लेकिन इसके बाद वह बदस्तूर लोगों को लूट रहे हैं. यह कोई पहला मौका नहीं जब हमने इसका विरोध किया है.'टिप्पणियां
उधर डीएनडी की प्रवक्ता ने इसे लेकर समझौते की शर्तों को साझा करते हुए कहा, 'नोएडा में उस वक्त लागू धारा 144 को धता बताते हुए निजी स्वार्थ के तहत कुछ लोगों ने जबरन टोल वसूली रुकवा दिया.' उन्होंने कहा कि यह निजी स्वामित्व वाली सार्वजनिक सुविधा है और इसके 80,000 से अधिक शेयरधारक हैं, जिन्होंने इस सड़क में निवेश किया है. उन्होंने बताया, 'डीएनडी का नोएडा के साथ हुआ समझौता 30 वर्षों के लिए साल 2031 तक है. इस तरह की गतिविधियों से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पीपीपी परियोजनाओं से निवेशकों का भरोसा डिगेगा.'
गौरतलब है कि साल 2001 में शुरू हुए डीएनडी एक्सप्रेस-वे रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं और वर्तमान में प्रत्येक कार से 30 रुपये से टोल वसूला जाता है. हालांकि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से वहां से जुगरने वाले लोगों को टोल नहीं देना पड़ा. ऐसे ही एक शख्स 44 वर्षीय संजीव कुमार कहते हैं, 'अगर यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार के खिलाफ है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.'
इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस भी बेबस दिखी और प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उन्होंने कुछ खास नहीं किया. इस पर सिटी मजिस्ट्रेट बच्चू सिंह कहते हैं कि वे 'जनहित मोर्चा के साथ समझौते की कोशिश कर रहे थे' और इस विरोध प्रदर्शन को जल्द से जल्द खत्म कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
वहीं जनहित मोर्चा के प्रमुख नवाब सिंह नागर एनडीटीवी से कहते हैं, 'यह विरोध प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित नहीं है, यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है. नोएडा टोल ब्रिज कंपनी ने इसे बनाने में 183 करोड़ रुपये खर्च किए थे. फिर उन्होंने बताया कि वे इस 400 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च चुके हैं, हालांकि वह लागत अब पूरी हो गई है. लेकिन इसके बाद वह बदस्तूर लोगों को लूट रहे हैं. यह कोई पहला मौका नहीं जब हमने इसका विरोध किया है.'टिप्पणियां
उधर डीएनडी की प्रवक्ता ने इसे लेकर समझौते की शर्तों को साझा करते हुए कहा, 'नोएडा में उस वक्त लागू धारा 144 को धता बताते हुए निजी स्वार्थ के तहत कुछ लोगों ने जबरन टोल वसूली रुकवा दिया.' उन्होंने कहा कि यह निजी स्वामित्व वाली सार्वजनिक सुविधा है और इसके 80,000 से अधिक शेयरधारक हैं, जिन्होंने इस सड़क में निवेश किया है. उन्होंने बताया, 'डीएनडी का नोएडा के साथ हुआ समझौता 30 वर्षों के लिए साल 2031 तक है. इस तरह की गतिविधियों से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पीपीपी परियोजनाओं से निवेशकों का भरोसा डिगेगा.'
गौरतलब है कि साल 2001 में शुरू हुए डीएनडी एक्सप्रेस-वे रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं और वर्तमान में प्रत्येक कार से 30 रुपये से टोल वसूला जाता है. हालांकि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से वहां से जुगरने वाले लोगों को टोल नहीं देना पड़ा. ऐसे ही एक शख्स 44 वर्षीय संजीव कुमार कहते हैं, 'अगर यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार के खिलाफ है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.'
वहीं जनहित मोर्चा के प्रमुख नवाब सिंह नागर एनडीटीवी से कहते हैं, 'यह विरोध प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित नहीं है, यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है. नोएडा टोल ब्रिज कंपनी ने इसे बनाने में 183 करोड़ रुपये खर्च किए थे. फिर उन्होंने बताया कि वे इस 400 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च चुके हैं, हालांकि वह लागत अब पूरी हो गई है. लेकिन इसके बाद वह बदस्तूर लोगों को लूट रहे हैं. यह कोई पहला मौका नहीं जब हमने इसका विरोध किया है.'टिप्पणियां
उधर डीएनडी की प्रवक्ता ने इसे लेकर समझौते की शर्तों को साझा करते हुए कहा, 'नोएडा में उस वक्त लागू धारा 144 को धता बताते हुए निजी स्वार्थ के तहत कुछ लोगों ने जबरन टोल वसूली रुकवा दिया.' उन्होंने कहा कि यह निजी स्वामित्व वाली सार्वजनिक सुविधा है और इसके 80,000 से अधिक शेयरधारक हैं, जिन्होंने इस सड़क में निवेश किया है. उन्होंने बताया, 'डीएनडी का नोएडा के साथ हुआ समझौता 30 वर्षों के लिए साल 2031 तक है. इस तरह की गतिविधियों से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पीपीपी परियोजनाओं से निवेशकों का भरोसा डिगेगा.'
गौरतलब है कि साल 2001 में शुरू हुए डीएनडी एक्सप्रेस-वे रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं और वर्तमान में प्रत्येक कार से 30 रुपये से टोल वसूला जाता है. हालांकि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से वहां से जुगरने वाले लोगों को टोल नहीं देना पड़ा. ऐसे ही एक शख्स 44 वर्षीय संजीव कुमार कहते हैं, 'अगर यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार के खिलाफ है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.'
उधर डीएनडी की प्रवक्ता ने इसे लेकर समझौते की शर्तों को साझा करते हुए कहा, 'नोएडा में उस वक्त लागू धारा 144 को धता बताते हुए निजी स्वार्थ के तहत कुछ लोगों ने जबरन टोल वसूली रुकवा दिया.' उन्होंने कहा कि यह निजी स्वामित्व वाली सार्वजनिक सुविधा है और इसके 80,000 से अधिक शेयरधारक हैं, जिन्होंने इस सड़क में निवेश किया है. उन्होंने बताया, 'डीएनडी का नोएडा के साथ हुआ समझौता 30 वर्षों के लिए साल 2031 तक है. इस तरह की गतिविधियों से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पीपीपी परियोजनाओं से निवेशकों का भरोसा डिगेगा.'
गौरतलब है कि साल 2001 में शुरू हुए डीएनडी एक्सप्रेस-वे रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं और वर्तमान में प्रत्येक कार से 30 रुपये से टोल वसूला जाता है. हालांकि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से वहां से जुगरने वाले लोगों को टोल नहीं देना पड़ा. ऐसे ही एक शख्स 44 वर्षीय संजीव कुमार कहते हैं, 'अगर यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार के खिलाफ है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.'
गौरतलब है कि साल 2001 में शुरू हुए डीएनडी एक्सप्रेस-वे रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं और वर्तमान में प्रत्येक कार से 30 रुपये से टोल वसूला जाता है. हालांकि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से वहां से जुगरने वाले लोगों को टोल नहीं देना पड़ा. ऐसे ही एक शख्स 44 वर्षीय संजीव कुमार कहते हैं, 'अगर यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार के खिलाफ है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.' | यह एक सारांश है: जनहित मोर्चा ने टोल के खिलाफ अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है
उनका आरोप है कि लागत वसूल हो जाने के बाद भी टोल वसूला जा रहा है
इसी के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने DND पर डेरा डाल टोल वसूली रुकवा दी | 2 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने कहा कि राजनीति में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की नहीं बल्कि अपने पिता राजद अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav) की नकल करते हैं. तेजप्रताप ने शनिवार को यह भी माना की उन्हें घर दिलाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मदद की. तेजप्रताप ने अपने मकान के संबंध में नीतीश कुमार की मदद के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनके साथ मेरे व्यक्तिगत संबंध हैं और सब नेताओं से संबंध होता है. वह खुद भी विधानसभा के सदस्य हैं. सभी विधायकों को घर मिलता है. उन्हें नहीं मिला था जो अब मिल गया है.
इससे पहले खबर आई थी कि तेजप्रताप यादव ने अपने मकान के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फोन कर कहा था कि चाचा हमको घर नहीं मिलेगा? लेकिन पार्टी दफ्तर में लोगों की समस्या सुनने के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नदारद रहने के बारे में पूछे जाने पर तेजप्रताप यादव ने कहा कि चुनाव का मौसम है सभी लोग व्यस्त हैं.
पार्टी के बिहार इकाई के अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के बारे में उन्होंने कहा कि वह फिलहाल दिल्ली में अपना इलाज करा रहे हैं. हालांकि तेजप्रताप यादव जिनके बारे में माना जाता है कि वो अपने मामा साधु यादव और सुभाष यादव के इशारे पर राजनीतिक गतिविधि बढ़ाया है. इस पर उन्होंने सफ़ाई दी कि वह ना मामा ना चाचा ना मौसा ना मौसी किसी का नहीं सुनते. केवल अपने गुरु की सुनते हैं. उन्होंने कहा कि मामा कोई पार्टी में हैं कि उनके कहने से पार्टी चलेगा. | यह एक सारांश है: तेजप्रताप बोले- राजनीति में पिता की करते हैं नकल
कहा- नीतीश कुमार ने घर दिलाने में की मेरी मदद
तेजप्रताप ने कहा-नीतीश कुमार से मेरे व्यक्तिगत संबंध | 16 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: गांधीवादी अन्ना हजारे व उनके सहयोगियों द्वारा जंतर-मंतर पर लोकपाल विधेयक के सिलसिले में आयोजित बहस में राजनीतिक दलों की भागीदारी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और विपक्ष के बीच एक नई बहस छेड़ दी है। संप्रग नेताओं ने विपक्षी दलों के रवैये को दोहरे मापदंड वाला बताया है भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस आलोचना पर कड़ा एतराज जताया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा कि लोकपाल विधेयक पर संसद के बाहर चर्चा करना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में हर विषय पर चर्चा व बहस के लिए एक मंच है। इसके लिए संसद सर्वोत्तम है। संसद के बाहर मुद्दों को उठाकर विपक्ष ने अपना दोहरा मानदंड दिखा दिया है। यह स्वीकार्य नहीं है। हम जब संसद के बाहर बोलते हैं तो वे कहते हैं कि यह संसदीय परम्परा के विरूद्ध है।" सोनी ने कहा कि हम मजबूत लोकपाल चाहते हैं लेकिन इस बारे में चर्चा संसद में होनी चाहिए। केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, "संसदीय लोकतंत्र बहस पर आधारित है और हर मुद्दे पर बहस होनी चाहिए।" केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने कहा, "संसद सर्वोच्च है इसलिए उन्हें अपने विचार संसद में रखने चाहिए।" बहरहाल, सत्ताधरी दलों के नेताओं की इस आलोचना को विपक्ष ने खारिज कर दिया। भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "हम सभी संसद का सम्मान करते हैं। जितने भी नेता वहां गए थे, उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कानून सिर्फ संसद में ही बन सकता है।" प्रसाद ने कहा, "साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि देश की जनता, सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार से त्रस्त हो चुकी है। ऐसे में नेता वहां यदि उनसे बातचीत के लिए चले गए तो इसमें गलत क्या है।" उन्होंने कहा, "जहां तक संसद की गरिमा का सवाल है, इस बारे में हमें कांग्रेस से सीखने की जरूरत नहीं है।" उल्लेखनीय है कि जंतर-मंतर पर हुई बहस में भाजपा के अरुण जेटली, जनता दल (युनाइटेड) के शरद यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के ए. बी. बर्धन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की वृंदा करात, बीजू जनता दल (बीजद) के पिनाकी मिश्रा, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के के. येरेन नायडू और समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोपाल यादव ने हिस्सा लिया था। | संक्षिप्त सारांश: अन्ना द्वारा जंतर-मंतर पर लोकपाल के सिलसिले में आयोजित बहस में राजनीतिक दलों की भागीदारी ने संप्रग और विपक्ष के बीच एक नई बहस छेड़ दी है। | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पूर्व विधायक राजू सिंह और ड्राईवर हरी सिंह को गोरखपुर के पास कुशीनगर से पकड़ा गया जिन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया था.पूर्व विधायक के खिलाफ पहले हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया गया था लेकिन बाद में इसे हत्या के केस में तब्दील कर दिया गया था. जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक आदतन अपराधी है उस पर 5 केस पहले से दर्ज हैं. वो हर खास मौके पर फायरिंग करता था. पार्टी में मौजूद लोगों ने उससे कहा था कि जब आप फायरिंग करना तो हमें बता देना, हम साइड से हट जाएंगे. लेकिन विधायक नहीं माना और जानबूझकर अपनी पिस्टल से फायरिंग करता रहा. उसका ड्राइवर हरी सिंह राइफल से फायरिंग कर रहा था.
8 से 10 राउंड फायरिंग के बाद पता चला कि गोली अर्चना को जा लगी है. पुलिस का कहना है कि इसलिए पूर्व विधायक पर हत्या का मामला बनाता है. पुलिस को मौके से 22 बोर के राउंड मिले हैं. जोकि राजू सिंह अपनी पिस्टल से चला रहा था. यही गोली महिला को भी लगी है. फायरिंग के बाद पार्टी में मौजूद किसी भी शख्स ने पुलिस को फोन नहीं किया ,जब महिला को वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया तब अस्पताल की तरफ से फोन आया. राजू सिंह ने पार्टी में मौजूद सभी लोगों को धमकाया फिर सब वहां से भाग गए थे. पार्टी में करीब 70 लोग मौजूद थे लेकिन कोई भी राजू सिंह के खिलाफ मुंह खोलने को तैयार नहीं है. पुलिस करीब 20 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. | संक्षिप्त सारांश: गोली कांड में पूर्व विधायक की पत्नी भी गिरफ्तार
मौके से खून साफ करने और हथियार छिपाने का आरोप
गोलीकांड में महिला आर्किटेक्ट की हुई थी मौत | 29 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: इलाहाबाद के पॉश इलाके में एक ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सरोजनी नायडू मार्ग पर एजी ऑफिस के सामने यह घटना घटी. धीरज सिंह (36) को उस समय गोली मारी गई जब वह एक रेस्टोरेंट से खाना पैक कराने के बाद अपनी कार में वापस बैठ रहे थे. धीरज देर रात 11 बजे अपनी पत्नी के साथ अपनी लग्ज़री गाड़ी से सिविल लाइंस इलाके में पुलिस हेडक्वार्टर के ठीक सामने खाना लेने आए थे. जैसे ही होटल से खाना लेकर गाड़ी से वापस लौटने जा ही रहे थे तभी घात लगाए बाइक सवार दो अज्ञात हमलावरों ने कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर धीरज और उनकी पत्नी को गोली मार दी, जिसमें धीरज को दो गोली लगीं. धीरज की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी अनू को गोली कंधे पर छूकर निकल गई, जिससे वह घायल हो गईं.
इसके बाद बदमाश कार का शीशा तोड़ने लगे. तभी आसपास के लोग दौड़े तो बदमाश भाग गए. बाद में खून से लथपथ धीरज को निजी अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद एसआरएन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पत्नी अनू को इलाहाबाद के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हत्याकांड के बाद एक बार फिर यूपी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. बाइक पर सवार बदमाशों ने इस हत्याकांड को पुलिस हेडक्वाटर के ठीक सामने अंजाम दिया.
इसके बाद बदमाश कार का शीशा तोड़ने लगे. तभी आसपास के लोग दौड़े तो बदमाश भाग गए. बाद में खून से लथपथ धीरज को निजी अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद एसआरएन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पत्नी अनू को इलाहाबाद के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हत्याकांड के बाद एक बार फिर यूपी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. बाइक पर सवार बदमाशों ने इस हत्याकांड को पुलिस हेडक्वाटर के ठीक सामने अंजाम दिया. | संक्षिप्त पाठ: धीरज सिंह की पत्नी अस्पताल में भर्ती
यूपी की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
दो अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली | 22 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: ईवीएम टेंपरिंग के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल को लालू प्रसाद यादव का साथ मिला है. लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट किया है कि EVM टेंपरिंग बहुत खतरनाक स्कैंडल, हम हर मोर्चे पर आवाज उठाने को तैयार हैं. फिलहाल लालू प्रसाद यादव खुद भी मुश्किल में हैं. फिर वह चाहे जेल में बंद शहाबुद्दीन से बातचीत हो या फिर चारा घोटोले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवमानना का दोषी करार दिया जाना. बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी दस्तावेज पेश कर उन पर कई घोटालों का आरोप लगा चुके हैं. खैर फिलहाल लालू प्रसाद यादव इस ट्वीट के माध्यम से ईवीएम के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के साथ चलने की बात कह रहे हैं.टिप्पणियां
इससे पूर्व मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन से टेंपरिंग का लाइव डेमो दिखाया था. आज EVM मुद्दे पर आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रही है. वह ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन करेगी. आम आदमी पार्टी की मांग है कि हर चुनाव 100 फीसदी VVPAT के साथ कराए. साथ ही दूसरी मांग है कि चुनाव के बाद 25% EVM के नतीजों का मिलान VVPAT से निकली पर्ची से कराया जाए.
इससे पहले मंगलवार को सौरभ भारद्वाज ने विधानसभा में EVM जैसी मशीन से छेड़छाड़ कर ये साबित करने
की कोशिश की थी EVM से छेड़छाड़ संभव है, हालांकि चुनाव आयोग ने इस डेमो को सिरे से ख़ारिज कर दिया था.इधर आम आदमी पार्टी अब चुनाव आयोग के हैकाथॉन में भी टैंपरिंग की चुनौती स्वीकार करने जा रही है.
इससे पूर्व मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन से टेंपरिंग का लाइव डेमो दिखाया था. आज EVM मुद्दे पर आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रही है. वह ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन करेगी. आम आदमी पार्टी की मांग है कि हर चुनाव 100 फीसदी VVPAT के साथ कराए. साथ ही दूसरी मांग है कि चुनाव के बाद 25% EVM के नतीजों का मिलान VVPAT से निकली पर्ची से कराया जाए.
इससे पहले मंगलवार को सौरभ भारद्वाज ने विधानसभा में EVM जैसी मशीन से छेड़छाड़ कर ये साबित करने
की कोशिश की थी EVM से छेड़छाड़ संभव है, हालांकि चुनाव आयोग ने इस डेमो को सिरे से ख़ारिज कर दिया था.इधर आम आदमी पार्टी अब चुनाव आयोग के हैकाथॉन में भी टैंपरिंग की चुनौती स्वीकार करने जा रही है.
इससे पहले मंगलवार को सौरभ भारद्वाज ने विधानसभा में EVM जैसी मशीन से छेड़छाड़ कर ये साबित करने
की कोशिश की थी EVM से छेड़छाड़ संभव है, हालांकि चुनाव आयोग ने इस डेमो को सिरे से ख़ारिज कर दिया था.इधर आम आदमी पार्टी अब चुनाव आयोग के हैकाथॉन में भी टैंपरिंग की चुनौती स्वीकार करने जा रही है. | EVM टेंपरिंग बहुत खतरनाक स्कैंडल : लालू
चारा घोटाले में अवमानना के दोषी करार हुए
शहाबुद्दीन से बातचीत को लेकर भी खबरों में | 1 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी में मंगलवार को रैगिंग के कथित मामले में प्रथम वर्ष के 150 मेडिकल विद्यार्थियों को सिर मुंडवाने और वरिष्ठ विद्यार्थियों को सैल्यूट करने के लिए मजबूर किया गया. इस घटना के वीडियो, जिनमें जूनियर विद्यार्थी अपने सीनियरों के सामने 'श्रद्धा से झुकते' नज़र आ रहे हैं, व्यापक रूप से शेयर किए गए, जिसकी वजह से सैफई गांव स्थित उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज़ के प्रशासन को हरकत में आना पड़ा.
सैफई गांव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मुलायम सिंह यादव तथा उनके पुत्र अखिलेश यादव का घर है. समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम तथा मौजूदा अध्यक्ष अखिलेश यादव के परिवार के लोग अब भी इस गांव में बसे हुए हैं. इस यूनिवर्सिटी की स्थापना मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान ही हुई थी.
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति (वाइस चांसलर) डॉ राज कुमार ने दावा किया कि संस्थान ने स्पेशल स्क्वाड गठित किए हुए हैं, जो 'रैगिंग की घटनाओं पर रोक लगाते रहे' हैं, और संस्थान इसी तरह की घटनाओं के लिए विद्यार्थियों को निलंबित भी करता रहा है.
उन्होंने कहा, "हम इस तरह की घटनाओं पर कड़ी नज़र रखते हैं, और हमारे यहां विद्यार्थियों के इस तरह के मामलों के लिए अलग से एक डीन (सोशल वेलफेयर) भी हैं, और शिकायतों का निपटारा करने के लिए एक एन्टी-रैगिंग कमेटी भी है... हमारे पास एक स्पेशल स्क्वाड भी है, जो रैगिंग की रोकथाम के लिए यूनिवर्सिटी में हर जगह का दौरा करता है... विद्यार्थी इस एन्टी-रैगिंग कमेटी या अपने वॉर्डनों से भी शिकायत कर सकते हैं..."
कुछ दूरी से क्लिक किए गए ऐसे ही एक वीडियो में कुछ विद्यार्थियों को सफेद कोट पहने एक पंक्ति में चलते देखा जा सकता है, और सभी के सिर मुंडे हुए हैं. एक अन्य वीडियो में उन्हें जॉगिंग करते और सीनियर विद्यार्थियों को सैल्यूट करते भी देखा जा सकता है.
तीसरे वीडियो में इन विद्यार्थियों के निकट एक सिक्योरिटी गार्ड को खड़े देखा जा सकता है, लेकिन वह इस कथित रैगिंग को रोकने के लिए कुछ भी नहीं करता.
कुलपति ने इस मामले में कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा, "इसमें जो भी शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी... हमने पहले भी विद्यार्थियों को निलंबित किया है... मैं जूनियरों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है..." | संक्षिप्त सारांश: सैफई मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का तांडव
100 से ज्यादा जूनियरों के सिर मुंडवाए
इस घटना के बाद हरकत में आया प्रशासन | 29 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: एक जिहादी समूह ने एक वीडियो जारी करके चीन के अशांत पश्चिमी झिंजियांग प्रांत में हाल में हान मूल के नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी ली है। समूह ने स्वयं को तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (टीआईपी) बताते हुए वीडियो में कहा है कि वह चीन के तुर्किस्तान (झिंजियांग) के लिए लड़ाई लड़ रहा है। गुप्तचर वेबसाइट के अनुसार यह समूह पाकिस्तान में स्थित है जहां पर इसके लड़ाकों को अलकायदा और तालिबान से प्रशिक्षण मिल रहा है। इस वीडियो में टीआईपी के नेता अब्दुल शकूर दामला ने गत महीने झिंजियांग के काशगार में हमले की जिम्मेदारी ली जिसमें आठ आतंकवादियों सहित 22 लोगों की मौत हो गई थी। चीन इन हमलों के लिए उइगर आतंकवादी समूह ईस्ट तुर्किस्तान मूवमेंट को जिम्मेदार ठहराता है जो पाकिस्तान के कबायली क्षेत्रों में स्थित है। इस वीडियो के बारे में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिउ वेइमिन ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक अभियान की जरुरत बताई। | एक जिहादी समूह ने एक वीडियो जारी करके चीन के अशांत पश्चिमी झिंजियांग प्रांत में हाल में हान मूल के नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी ली है। | 34 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मुकदमे से नेता, व्यापारी और बड़े अफसरों पर आरोप भले ही आरोप खारिज हो चुके हैं लेकिन जांच से जुड़े अधिकारी अब भी अपनी जांच के तथ्यों पर कायम हैं और अदालत में बाकायदा अपना बयान भी दर्ज करवा रहे हैं. ऐसे ही एक जांच अधिकारी आईपीएस संदीप तामगड़े ने अदालत में बताया कि सोहराबुद्दीन और तुलसी फर्जी मुठभेड़ राजनेता और अपराधियों की साठगांठ का परिणाम था.
जांच अधिकारी संदीप तामगड़े ने बुधवार को अदालत में अपनी जांच में पाए गए तथ्यों को दोहराया. सुबह 11 बजे से शाम साढ़े सात बजे तक चली सुनवाई में जांच अधिकारी ने यह भी बताया कि बीजेपी नेता अमित शाह, आईपीएस डीजी वंजारा, राजकुमार पांडियन, दिनेश एमएन पूरे हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता थे. जांच में मिले सबूतों के आधार पर ही इन सभी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था.
मुख्य जांच अधिकारी संदीप तामगड़े ने बचाव पक्ष के वकील के पूछने पर अदालत में यह भी बताया कि उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, मार्बल व्यापारी विमल पाटनी और हैदराबाद के आईपीएस सुब्रमण्यम और एसआई श्रीनिवास राव से पूछताछ कर इनके खिलाफ भी चार्जशीट पेश की थी.
मुख्य जांच अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि तब के आरोपी अमित शाह, गुलाबचन्द कटारिया और विमल पटनी का बयान उन्होंने खुद लिया था और उस पर हस्ताक्षर भी किए थे. लेकिन जब बचाव पक्ष के वकील ने बयान की कॉपी देखनी चाही तो पता चला कि वह अदालत के रिकॉर्ड में है ही नहीं. जज एसजे शर्मा के पूछने पर सीबीआई ने बताया कि बयान सीबीआई दफ्तर में रखे हैं. इसी तरह हैदराबाद के आरोपी एसआई श्रीनिवास राव से संबंधित 19 में से 18 दस्तावेज अदालत के रिकॉर्ड में नहीं होने का भी खुलासा हुआ.टिप्पणियां
अदालत में सुनवाई के दौरान ऐसे कई मौके आए जब बचाव पक्ष ने आरोपों से मुक्त हो चुके आरोपियों से जुड़े सवाल कटघरे में मौजूद मुख्य जांचकर्ता से करने चाहे लेकिन जज ने उन्हें इजाजत नहीं दी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही तत्कालीन सीबीआई एसपी अमिताभ ठाकुर ने भी अपनी गवाही में अमित शाह और दूसरे बड़े पुलिस अधिकारियों को मामले में राजनीतिक और आर्थिक फायदा होने की बात कही थी.
जांच अधिकारी संदीप तामगड़े ने बुधवार को अदालत में अपनी जांच में पाए गए तथ्यों को दोहराया. सुबह 11 बजे से शाम साढ़े सात बजे तक चली सुनवाई में जांच अधिकारी ने यह भी बताया कि बीजेपी नेता अमित शाह, आईपीएस डीजी वंजारा, राजकुमार पांडियन, दिनेश एमएन पूरे हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता थे. जांच में मिले सबूतों के आधार पर ही इन सभी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था.
मुख्य जांच अधिकारी संदीप तामगड़े ने बचाव पक्ष के वकील के पूछने पर अदालत में यह भी बताया कि उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, मार्बल व्यापारी विमल पाटनी और हैदराबाद के आईपीएस सुब्रमण्यम और एसआई श्रीनिवास राव से पूछताछ कर इनके खिलाफ भी चार्जशीट पेश की थी.
मुख्य जांच अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि तब के आरोपी अमित शाह, गुलाबचन्द कटारिया और विमल पटनी का बयान उन्होंने खुद लिया था और उस पर हस्ताक्षर भी किए थे. लेकिन जब बचाव पक्ष के वकील ने बयान की कॉपी देखनी चाही तो पता चला कि वह अदालत के रिकॉर्ड में है ही नहीं. जज एसजे शर्मा के पूछने पर सीबीआई ने बताया कि बयान सीबीआई दफ्तर में रखे हैं. इसी तरह हैदराबाद के आरोपी एसआई श्रीनिवास राव से संबंधित 19 में से 18 दस्तावेज अदालत के रिकॉर्ड में नहीं होने का भी खुलासा हुआ.टिप्पणियां
अदालत में सुनवाई के दौरान ऐसे कई मौके आए जब बचाव पक्ष ने आरोपों से मुक्त हो चुके आरोपियों से जुड़े सवाल कटघरे में मौजूद मुख्य जांचकर्ता से करने चाहे लेकिन जज ने उन्हें इजाजत नहीं दी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही तत्कालीन सीबीआई एसपी अमिताभ ठाकुर ने भी अपनी गवाही में अमित शाह और दूसरे बड़े पुलिस अधिकारियों को मामले में राजनीतिक और आर्थिक फायदा होने की बात कही थी.
मुख्य जांच अधिकारी संदीप तामगड़े ने बचाव पक्ष के वकील के पूछने पर अदालत में यह भी बताया कि उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, मार्बल व्यापारी विमल पाटनी और हैदराबाद के आईपीएस सुब्रमण्यम और एसआई श्रीनिवास राव से पूछताछ कर इनके खिलाफ भी चार्जशीट पेश की थी.
मुख्य जांच अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि तब के आरोपी अमित शाह, गुलाबचन्द कटारिया और विमल पटनी का बयान उन्होंने खुद लिया था और उस पर हस्ताक्षर भी किए थे. लेकिन जब बचाव पक्ष के वकील ने बयान की कॉपी देखनी चाही तो पता चला कि वह अदालत के रिकॉर्ड में है ही नहीं. जज एसजे शर्मा के पूछने पर सीबीआई ने बताया कि बयान सीबीआई दफ्तर में रखे हैं. इसी तरह हैदराबाद के आरोपी एसआई श्रीनिवास राव से संबंधित 19 में से 18 दस्तावेज अदालत के रिकॉर्ड में नहीं होने का भी खुलासा हुआ.टिप्पणियां
अदालत में सुनवाई के दौरान ऐसे कई मौके आए जब बचाव पक्ष ने आरोपों से मुक्त हो चुके आरोपियों से जुड़े सवाल कटघरे में मौजूद मुख्य जांचकर्ता से करने चाहे लेकिन जज ने उन्हें इजाजत नहीं दी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही तत्कालीन सीबीआई एसपी अमिताभ ठाकुर ने भी अपनी गवाही में अमित शाह और दूसरे बड़े पुलिस अधिकारियों को मामले में राजनीतिक और आर्थिक फायदा होने की बात कही थी.
मुख्य जांच अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि तब के आरोपी अमित शाह, गुलाबचन्द कटारिया और विमल पटनी का बयान उन्होंने खुद लिया था और उस पर हस्ताक्षर भी किए थे. लेकिन जब बचाव पक्ष के वकील ने बयान की कॉपी देखनी चाही तो पता चला कि वह अदालत के रिकॉर्ड में है ही नहीं. जज एसजे शर्मा के पूछने पर सीबीआई ने बताया कि बयान सीबीआई दफ्तर में रखे हैं. इसी तरह हैदराबाद के आरोपी एसआई श्रीनिवास राव से संबंधित 19 में से 18 दस्तावेज अदालत के रिकॉर्ड में नहीं होने का भी खुलासा हुआ.टिप्पणियां
अदालत में सुनवाई के दौरान ऐसे कई मौके आए जब बचाव पक्ष ने आरोपों से मुक्त हो चुके आरोपियों से जुड़े सवाल कटघरे में मौजूद मुख्य जांचकर्ता से करने चाहे लेकिन जज ने उन्हें इजाजत नहीं दी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही तत्कालीन सीबीआई एसपी अमिताभ ठाकुर ने भी अपनी गवाही में अमित शाह और दूसरे बड़े पुलिस अधिकारियों को मामले में राजनीतिक और आर्थिक फायदा होने की बात कही थी.
अदालत में सुनवाई के दौरान ऐसे कई मौके आए जब बचाव पक्ष ने आरोपों से मुक्त हो चुके आरोपियों से जुड़े सवाल कटघरे में मौजूद मुख्य जांचकर्ता से करने चाहे लेकिन जज ने उन्हें इजाजत नहीं दी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही तत्कालीन सीबीआई एसपी अमिताभ ठाकुर ने भी अपनी गवाही में अमित शाह और दूसरे बड़े पुलिस अधिकारियों को मामले में राजनीतिक और आर्थिक फायदा होने की बात कही थी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही तत्कालीन सीबीआई एसपी अमिताभ ठाकुर ने भी अपनी गवाही में अमित शाह और दूसरे बड़े पुलिस अधिकारियों को मामले में राजनीतिक और आर्थिक फायदा होने की बात कही थी. | सोहराबुद्दीन और तुलसी फर्जी मुठभेड़ मामला
मुख्य जांच अधिकारी ने दिया अदालत में बयान
कहा- फर्जी मुठभेड़ नेता और अपराधियों की साठगांठ का परिणाम | 28 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बिना किसी अड़चन के जीएसटी के लागू होने तथा भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से उत्साहित विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने के पहले दो सप्ताह में देश के पूंजी बाजार में करीब 11,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह नवीनतम नकदी प्रवाह पिछले पांच महीने (फरवरी-जून) में कई कारणों से 1.62 लाख करोड़ रुपये के शुद्ध विदेशी पूंजी प्रवाह के बाद आया है. उससे पहले जनवरी में ऐसे निवेशकों ने बांड बाजार से 3,496 करोड़ रुपये निकाले थे.
5 नान्स डॉट कॉम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश रोहिरा ने एफपीआई का भारतीय पूंजी बाजार के प्रति आकर्षण बढ़ने की वजह अर्थव्यवस्था में तेजी को बताया. इसके अलावा निवेशक एक जुलाई को बिना किसी अड़चन के जीएसटी लागू होने से उत्साहित हैं.
हालांकि उन्होंने कहा कि आगामी वैश्वक वृहद आर्थिक आंकड़े पर हाल के घटनाक्रम से कुछ विकासशील देशों में स्थिति में सुधार के संकेत मिलते हैं जो भारतीय बाजार के लिए बाधा खड़ी कर सकते हैं क्योंकि एफपीआई अपना निवेश गंतव्य बदल सकते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | जीएसटी लागू होने से भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भी बढ़ा इंट्रेस्ट
दो सप्ताह में देश में करीब 11,000 करोड़ रुपये का निवेश | 28 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के इस दावे के बाद कि हेमंत करकरे ने उनसे कहा था कि उन्हें कथित भगवा आतंकवाद से खतरा है, मंगलवार को भाजपा प्रमुख नितिन गडकरी ने दावा किया कि करकरे ने उन्हें अपने लेपटाप से कुछ ऐसे टेप सुनाए थे जिनमें जेहादी आतंकियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख की हत्या की साजिश रचते सुना गया। गडकरी ने पार्टी मुख्यालय में कहा, संघ ने कई अवसरों पर कांग्रेस के बारे में भी सहानुभूति रख कर बाते कहीं हैं, फिर वोट बैंक की राजनीति के चलते वह उसे बदनाम करने में लगी है। मुंबई आतंकी हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए मारे गए महाराष्ट्र के तत्कालीन एसआईटी प्रमुख करकरे को लेकर भाजपा प्रमुख ने दावा किया, करकरे ने मुझे अपने लेपटाप से कुछ टेप सुनाए थे जिनमें जेहादी आतंकियों को संघ प्रमुख और उसके अन्य वरिष्ठ नेताओं की हत्या की साजिश रचते सुना गया। साजिशी लोग बात कर रहे थे कि वे संघ प्रमुख की चप्पल में ऐसा लेप लगा कर हत्या करेंगे कि पोस्टमार्टम में हत्या साबित नहीं होगी। गडकरी के इस दावे को, कुछ समय पहले किए दिग्विजय के उस दावे की काट के रूप में देखा जा रहा है जिसमें कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि करकरे ने उन्हें फोन करके कहा था कि मालेगांव आतंकी हमले में भगवा साजिश की जांच करने से उन्हें हिन्दुत्व की शक्तियों से खतरा है। भाजपा अध्यक्ष ने रत्न शारदा की पुस्तक सीक्रेट आफ आरएसएस.. के लोकार्पण समारोह में कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में कांग्रेस का मुंह काला हो चुका है और इसी से लोगों का ध्यान हटाने के लिए संघ को बदनाम करने की मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि संघ परिवार को बदनाम करने की मुहिम के तहत ही अब कहा जा रहा है कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट में भी संघ से जुड़े लोगों का हाथ है जबकि इससे पूर्व यही सरकार इस हमले में शामिल लोगों के नाम संयुक्त राष्ट्र को दे चुकी है। उन्होंने सवाल किया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते इस घटना के साजिशकर्ताओं के बारे में पलटी खाने से देश की कितनी बदनामी होगी, कांग्रेस नीत सरकार ने इसका भी ख्याल नहीं रखा। गडकरी ने कहा कि संघ को बदनाम करने की तमाम कोशिशों के बावजूद इस परिवार की स्थिति दिन ब दिन बेहतर होती जा रही है और कई राज्यों में आज हम शासन में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहे जो कर ले लेकिन बोफोर्स सहित टू जी स्पेक्ट्रम जैसे भ्रष्टाचार के मामलों से काला हो चुका उसका मुंह अब साफ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह बात रिकार्ड में आ चुकी है कि बोफोर्स दलाली में लिप्त इतालवी व्यापारी के ओत्तवियो क्वात्रोच्चि के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी से घनिष्ट संबंध थे। क्वात्रोच्चि का ड्राइवर भी बता चुका है कि प्रधानमंत्री निवास होने के बावजूद उन्हें गांधी परिवार के यहां बेरोक-टोक जाने की अनुमति थी। | यहाँ एक सारांश है:गडकरी ने दावा किया कि करकरे ने उन्हें अपने लेपटाप से ऐसे टेप सुनाए थे जिनमें जेहादी आतंकियों को आरएसएस प्रमुख की हत्या की साजिश रचते सुना गया। | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: दुनिया के 50 सबसे बड़े बैंकों में से एक और देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने कुछ नियमों और फीस में परिवर्तन किया है. यदि आपका भी SBI में खाता है तो इन नियमों से जल्द से जल्द वाकिफ हो जाएं ताकि किसी प्रकार की दिक्कत न हो. 1 जुलाई से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) देशभर में लागू हो जाने के बाद बैंकों द्वारा जिन चार्जेस को बढ़ाया गया है उनका भार कुल मिलाकर कस्टमर पर ही पड़ रहा है. यदि सर्विस चार्ज की ही बात करें तो जहां पहले सेवा शुल्क 15 फीसदी हुआ करता था वहीं अब जीएसटी लागू होने के बाद इसकी जगह पर लगा कर यानी जीएसटी 18 फीसदी है. ऐसे में जाहिर तौर पर बैंक कस्टमर को अब सेवाओं के वहन के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी. टिप्पणियां
एसबीआई ने अपने मोबाइल ऐप एसबीआई बैंक बडी (SBI Bank Buddy) के यूजर्स समेत कुछ और कैश ट्रांजैक्शन्स संबंधी एटीएम निकासी के सर्विस चार्ज में कुछ हफ्ते पहले बदलाव किए थे जोकि 1 जून से लागू हो चुके हैं. एसबीआई बैंक अपने बडी ऐप के इस्तेमाल से एटीएम से पैसे निकालने पर प्रति निकासी 25 रुपये का चार्ज लगेगा. एसबीआई का यह बैंक बडी ऐप असल में अपेक्षाकृत नई फैसिलिटी है जोकि बैंक के मौबाइल वॉलेट के इस्तेमाल के जरिए एटीएम से पैसे निकालने की सुविधा प्रदान करता है.
एसबीआई ने कहा है कि बैंक बडी के इस्तेमाल के जरिए एटीएम से निकासी पर अब 25 रुपये से कुछ अधिक जीएसटी लगेगा. यदि आप एसबीआई बडी से अपने बैंक के सेविंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते हैं तो आपको 3 फीसदी + टैक्स चुकाने होंगे. एसबीआई ने यह बात एक प्रेस रिलीज के माध्यम से कही.
एसबीआई ने अपने मोबाइल ऐप एसबीआई बैंक बडी (SBI Bank Buddy) के यूजर्स समेत कुछ और कैश ट्रांजैक्शन्स संबंधी एटीएम निकासी के सर्विस चार्ज में कुछ हफ्ते पहले बदलाव किए थे जोकि 1 जून से लागू हो चुके हैं. एसबीआई बैंक अपने बडी ऐप के इस्तेमाल से एटीएम से पैसे निकालने पर प्रति निकासी 25 रुपये का चार्ज लगेगा. एसबीआई का यह बैंक बडी ऐप असल में अपेक्षाकृत नई फैसिलिटी है जोकि बैंक के मौबाइल वॉलेट के इस्तेमाल के जरिए एटीएम से पैसे निकालने की सुविधा प्रदान करता है.
एसबीआई ने कहा है कि बैंक बडी के इस्तेमाल के जरिए एटीएम से निकासी पर अब 25 रुपये से कुछ अधिक जीएसटी लगेगा. यदि आप एसबीआई बडी से अपने बैंक के सेविंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते हैं तो आपको 3 फीसदी + टैक्स चुकाने होंगे. एसबीआई ने यह बात एक प्रेस रिलीज के माध्यम से कही.
एसबीआई ने कहा है कि बैंक बडी के इस्तेमाल के जरिए एटीएम से निकासी पर अब 25 रुपये से कुछ अधिक जीएसटी लगेगा. यदि आप एसबीआई बडी से अपने बैंक के सेविंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते हैं तो आपको 3 फीसदी + टैक्स चुकाने होंगे. एसबीआई ने यह बात एक प्रेस रिलीज के माध्यम से कही. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: जीएसटी लागू होने के बाद सर्विस चार्ज की जगह लगे जीएसटी का रेट अधिक है
इसके चलते सेविंग बैंक खाते से जुड़े कुछ ट्रांजैक्शन चार्ज बढ़ गए हैं
यदि आप एसबीआई बडी यूज करते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ें | 11 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यूं तो हल्के पीले रंग के कपड़े का घूंघट निकाले 31-वर्षीय सुमिता बिश्नोई बिल्कुल वैसी ही दिखती है, जैसी ग्रामीण राजस्थान की कोई भी अन्य महिला दिखाई देती है, लेकिन अंतर यह है कि वह इस वक्त जोधपुर पुलिस की हिरासत में है, जिनका मानना है कि सुनीता के नाम से भी जानी जाने वाली सुमिता बिश्नोई को पकड़कर वे पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े ड्रग तस्करी नेटवर्क को पकड़ने में कामयाब हो गए हैं.
पुलिस को दो दिन पहले इत्तफाक से सुमिता के बारे में पता चला था, जब उन्होंने दो लोगों को अफीम की तस्करी करते पकड़ा था. उन दोनों लोगों ने पुलिस को बताया कि वे सुनीता नामक महिला के आदेश पर यह काम कर रहे हैं. इसके बाद जोधपुर के बोरानाड़ा इलाके में बने सुमिता के शानदार चार-मंज़िला मकान पर छापा मारने गई पुलिस भौंचक्की रह गई, जब उन्हें उस मकान से न सिर्फ 76 ग्राम अफीम मिली, बल्कि उन्हें सिस्टमैटिक जीपीएस मॉनीटरिंग सिस्टम जैसा सबूत भी बरामद हुआ. इसके अलावा उन्हें कई लक्ज़री कारें में मिलीं, जिन्हें सुमिता कथित रूप से अफीम को लाने और ले जाने में इस्तेमाल करती थी.
बोरानाड़ा पुलिस थाना इंचार्ज (एसएचओ) इंस्पेक्टर अनवर खान ने बताया, "वह (सुमिता) छह साल पहले अपने पति के साथ जोधपुर आई थी, जो उससे पहले गांव में ड्राइवर का काम करता था, लेकिन जब वह (सुमिता का पति) ड्राइवर के रूप में काम करने के लिए कर्नाटक चला गया, तब सुमिता की पहचान राजूराम इकराम से हुई... राजूराम जाना-पहचाना शराब और ड्रग तस्कर है, और जालौर (राजस्थान) में हिस्ट्रीशीटर रह चुका है... उसी ने सुमिता की पहचान तस्करी की दुनिया से करवाई..." टिप्पणियां
एक साल पहले जब राजूराम को अफीम की तस्करी के आरोप में कुछ समय के लिए गिरफ्तार किया गया था, बताया जाता है कि उस वक्त सुमिता ने उसके नेटवर्क को अपने कब्ज़े में लेना शुरू कर दिया. सुमिता खुद गाड़ी चलाकर अफीम के खेती के लिए जाने जाने वाले मध्य प्रदेश के नीमच और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से अफीम की खेप लाने लगी थी, और इसके बाद उसे उसी के निर्देशों पर आगे भेजा जाता था. इसके अलावा सुमिता लक्ज़री कारों के नेटवर्क को भी व्यापक जीपीएस मॉनीटरिंग सिस्टम की मदद से घर से ही चलाती थी, जिनके ज़रिये अफीम की खेप को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जाता था. सुमिता ने कथित रूप से अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी नेटवर्क का हिस्सा बना लिया था.
पुलिस ने उसके चार-मंज़िला घर को सील कर दिया है, और उसके फरार हो चुके साथी राजूराम इकराम की तलाश की जा रही है. सुमिता के साथ उसके गैंग के चार अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं.
पुलिस को दो दिन पहले इत्तफाक से सुमिता के बारे में पता चला था, जब उन्होंने दो लोगों को अफीम की तस्करी करते पकड़ा था. उन दोनों लोगों ने पुलिस को बताया कि वे सुनीता नामक महिला के आदेश पर यह काम कर रहे हैं. इसके बाद जोधपुर के बोरानाड़ा इलाके में बने सुमिता के शानदार चार-मंज़िला मकान पर छापा मारने गई पुलिस भौंचक्की रह गई, जब उन्हें उस मकान से न सिर्फ 76 ग्राम अफीम मिली, बल्कि उन्हें सिस्टमैटिक जीपीएस मॉनीटरिंग सिस्टम जैसा सबूत भी बरामद हुआ. इसके अलावा उन्हें कई लक्ज़री कारें में मिलीं, जिन्हें सुमिता कथित रूप से अफीम को लाने और ले जाने में इस्तेमाल करती थी.
बोरानाड़ा पुलिस थाना इंचार्ज (एसएचओ) इंस्पेक्टर अनवर खान ने बताया, "वह (सुमिता) छह साल पहले अपने पति के साथ जोधपुर आई थी, जो उससे पहले गांव में ड्राइवर का काम करता था, लेकिन जब वह (सुमिता का पति) ड्राइवर के रूप में काम करने के लिए कर्नाटक चला गया, तब सुमिता की पहचान राजूराम इकराम से हुई... राजूराम जाना-पहचाना शराब और ड्रग तस्कर है, और जालौर (राजस्थान) में हिस्ट्रीशीटर रह चुका है... उसी ने सुमिता की पहचान तस्करी की दुनिया से करवाई..." टिप्पणियां
एक साल पहले जब राजूराम को अफीम की तस्करी के आरोप में कुछ समय के लिए गिरफ्तार किया गया था, बताया जाता है कि उस वक्त सुमिता ने उसके नेटवर्क को अपने कब्ज़े में लेना शुरू कर दिया. सुमिता खुद गाड़ी चलाकर अफीम के खेती के लिए जाने जाने वाले मध्य प्रदेश के नीमच और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से अफीम की खेप लाने लगी थी, और इसके बाद उसे उसी के निर्देशों पर आगे भेजा जाता था. इसके अलावा सुमिता लक्ज़री कारों के नेटवर्क को भी व्यापक जीपीएस मॉनीटरिंग सिस्टम की मदद से घर से ही चलाती थी, जिनके ज़रिये अफीम की खेप को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जाता था. सुमिता ने कथित रूप से अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी नेटवर्क का हिस्सा बना लिया था.
पुलिस ने उसके चार-मंज़िला घर को सील कर दिया है, और उसके फरार हो चुके साथी राजूराम इकराम की तलाश की जा रही है. सुमिता के साथ उसके गैंग के चार अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं.
बोरानाड़ा पुलिस थाना इंचार्ज (एसएचओ) इंस्पेक्टर अनवर खान ने बताया, "वह (सुमिता) छह साल पहले अपने पति के साथ जोधपुर आई थी, जो उससे पहले गांव में ड्राइवर का काम करता था, लेकिन जब वह (सुमिता का पति) ड्राइवर के रूप में काम करने के लिए कर्नाटक चला गया, तब सुमिता की पहचान राजूराम इकराम से हुई... राजूराम जाना-पहचाना शराब और ड्रग तस्कर है, और जालौर (राजस्थान) में हिस्ट्रीशीटर रह चुका है... उसी ने सुमिता की पहचान तस्करी की दुनिया से करवाई..." टिप्पणियां
एक साल पहले जब राजूराम को अफीम की तस्करी के आरोप में कुछ समय के लिए गिरफ्तार किया गया था, बताया जाता है कि उस वक्त सुमिता ने उसके नेटवर्क को अपने कब्ज़े में लेना शुरू कर दिया. सुमिता खुद गाड़ी चलाकर अफीम के खेती के लिए जाने जाने वाले मध्य प्रदेश के नीमच और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से अफीम की खेप लाने लगी थी, और इसके बाद उसे उसी के निर्देशों पर आगे भेजा जाता था. इसके अलावा सुमिता लक्ज़री कारों के नेटवर्क को भी व्यापक जीपीएस मॉनीटरिंग सिस्टम की मदद से घर से ही चलाती थी, जिनके ज़रिये अफीम की खेप को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जाता था. सुमिता ने कथित रूप से अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी नेटवर्क का हिस्सा बना लिया था.
पुलिस ने उसके चार-मंज़िला घर को सील कर दिया है, और उसके फरार हो चुके साथी राजूराम इकराम की तलाश की जा रही है. सुमिता के साथ उसके गैंग के चार अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं.
एक साल पहले जब राजूराम को अफीम की तस्करी के आरोप में कुछ समय के लिए गिरफ्तार किया गया था, बताया जाता है कि उस वक्त सुमिता ने उसके नेटवर्क को अपने कब्ज़े में लेना शुरू कर दिया. सुमिता खुद गाड़ी चलाकर अफीम के खेती के लिए जाने जाने वाले मध्य प्रदेश के नीमच और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से अफीम की खेप लाने लगी थी, और इसके बाद उसे उसी के निर्देशों पर आगे भेजा जाता था. इसके अलावा सुमिता लक्ज़री कारों के नेटवर्क को भी व्यापक जीपीएस मॉनीटरिंग सिस्टम की मदद से घर से ही चलाती थी, जिनके ज़रिये अफीम की खेप को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जाता था. सुमिता ने कथित रूप से अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी नेटवर्क का हिस्सा बना लिया था.
पुलिस ने उसके चार-मंज़िला घर को सील कर दिया है, और उसके फरार हो चुके साथी राजूराम इकराम की तलाश की जा रही है. सुमिता के साथ उसके गैंग के चार अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं.
पुलिस ने उसके चार-मंज़िला घर को सील कर दिया है, और उसके फरार हो चुके साथी राजूराम इकराम की तलाश की जा रही है. सुमिता के साथ उसके गैंग के चार अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं. | जोधपुर के बोरानाड़ा में चार-मंज़िला मकान में रहती थी सुमिता बिश्नोई
पुलिस छापे में 76 ग्राम अफीम व सिस्टमैटिक GPS मॉनीटरिंग सिस्टम बरामद हुआ
कई लक्ज़री कारें भी मिलीं, जो अफीम लाने-ले जाने में इस्तेमाल की जाती थीं | 6 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में टमाटर की कीमत मंगलवार को 400 रुपये किलो की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई. टमाटर के आयात पर प्रतिबंध सहित कई कारण है जिसकी वजह से दाम चढ़ा है. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. पाकिस्तानी अखबार डॉन न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान सरकार ने पिछले सप्ताह ईरान से 4,500 टन टमाटर आयात करने का परमिट जारी किया था, लेकिन बाजार में यह आगमन जोर नहीं पकड़ सका, जिसके परिणामस्वरूप बढ़ती मांग की वजह से टमाटर की कीमतों में निरंतर वृद्धि होती चली गई. रिपोर्ट में एक व्यापारी के हवाले से बताया गया है कि ईरान से 4,500 टन टमाटर का आयात करने का परमिट दिया गया था, लेकिन इसमें से केवल 989 टन टमाटर ही पाकिस्तान पहुंच पाया.
बता दें, कराची में लोगों को पिछले हफ्ते उस वक्त झटका लगा जब टमाटर की कीमत 300 रुपये किलो से बढ़कर बुधवार को 400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. इस वर्ष टमाटर की पैदावार कम रहने की वजह से दाम चढ़े हैं. एक व्यापारी ने कहा, ‘अभी ईरान और स्वात के टमाटर कराची में बिक रहे हैं और इसकी भारी कमी है, जिसकी वजह से कीमतों में उछाल आया है.' इस महीने की शुरुआत में टमाटर की आधिकारिक खुदरा दर 117 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि टमाटर की कीमत में वृद्धि के लिए संघीय सरकार को दोषी ठहराया जा सकता है, क्योंकि उसने किसी भी व्यापारी द्वारा मुफ्त आयात की अनुमति देने के बजाय कुछ लोगों के लिए आयात को सीमित कर दिया है. इसमें कहा गया है कि नतीजतन, ताफ्तान सीमा पर सीमित मात्रा में टमाटर को पहले से ही बुक करने के बाद बेच दिया गया था. फलाही अंजुमन थोक सब्जी बाजार के अध्यक्ष हाजी शाहजहां ने कहा कि इससे पहले खुले आयात ने टमाटर की कीमतों को स्थिर रखा हुआ था. | यहाँ एक सारांश है:कराची में टमाटर की कीमत मंगलवार को 400 रुपये किलो की रिकॉर्ड ऊंचाई पर
आयात पर प्रतिबंध सहित कई कारण है जिसकी वजह से दाम चढ़ा है
इस वर्ष टमाटर की पैदावार कम रहने की वजह से भी दाम चढ़े हैं | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: आईपीएल की नई टीम सनराइजर्स हैदराबाद को टूर्नामेंट की शुरूआत से पहले झटका लगा जब स्टार खिलाड़ी शिखर धवन चोट के कारण कम से कम 5 अप्रैल को पुणे वॉरियर्स के खिलाफ होने वाले टीम के पहले मैच से बाहर हो गए।
सनराइजर्स के कोच टाम मूडी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘शिखर धवन पहले मैच के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा। उसकी प्रगति को लेकर हम बीसीसीआई और चिकित्सकीय टीम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कुछ हफ्तों में वह टीम के साथ जुड़ने के लिए उपलब्ध हो जाएगा।’’
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पदार्पण करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे तेज शतक लगाने वाले धवन को इसी मैच में चोट लग गई थी।
यह पूछने पर कि धवन कितने मैचों में नहीं खेल पाएगा, मूडी ने कहा, ‘‘अब तक हमें इस बारे में नहीं बता। हम उम्मीद कर रहे हैं कि उसकी हालत में तेजी से सुधार होगा।’’ मूडी ने कहा कि उनकी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और खिलाड़ियों के बीच एकजुटता को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (आईपीएल की तैयारी) अच्छी हो रही है। हमारा पहला आधिकारिक ट्रेनिंग सत्र आज दोपहर है। हमने खिलाड़ियों के साथ काफी बैठक की हैं। मैंने, गेंदबाजी कोच वकार (यूनिस) और हमारे सहायक कोच ने। हमें प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर काफी समय दिया है।’’
मूडी ने कहा, ‘‘बेशक हमारे लिए यह नया है। काफी नये चेहरे हैं जिनके बारे में जानने की जरूरत है। इसलिए खिलाड़ियों को जानने में हमें काफी समय बिताया।’’ कोच ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में काफी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आना है। हमें इसे लेकर रोमांचित हैं।’’
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
सनराइजर्स के कोच टाम मूडी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘शिखर धवन पहले मैच के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा। उसकी प्रगति को लेकर हम बीसीसीआई और चिकित्सकीय टीम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कुछ हफ्तों में वह टीम के साथ जुड़ने के लिए उपलब्ध हो जाएगा।’’
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पदार्पण करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे तेज शतक लगाने वाले धवन को इसी मैच में चोट लग गई थी।
यह पूछने पर कि धवन कितने मैचों में नहीं खेल पाएगा, मूडी ने कहा, ‘‘अब तक हमें इस बारे में नहीं बता। हम उम्मीद कर रहे हैं कि उसकी हालत में तेजी से सुधार होगा।’’ मूडी ने कहा कि उनकी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और खिलाड़ियों के बीच एकजुटता को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (आईपीएल की तैयारी) अच्छी हो रही है। हमारा पहला आधिकारिक ट्रेनिंग सत्र आज दोपहर है। हमने खिलाड़ियों के साथ काफी बैठक की हैं। मैंने, गेंदबाजी कोच वकार (यूनिस) और हमारे सहायक कोच ने। हमें प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर काफी समय दिया है।’’
मूडी ने कहा, ‘‘बेशक हमारे लिए यह नया है। काफी नये चेहरे हैं जिनके बारे में जानने की जरूरत है। इसलिए खिलाड़ियों को जानने में हमें काफी समय बिताया।’’ कोच ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में काफी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आना है। हमें इसे लेकर रोमांचित हैं।’’
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पदार्पण करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे तेज शतक लगाने वाले धवन को इसी मैच में चोट लग गई थी।
यह पूछने पर कि धवन कितने मैचों में नहीं खेल पाएगा, मूडी ने कहा, ‘‘अब तक हमें इस बारे में नहीं बता। हम उम्मीद कर रहे हैं कि उसकी हालत में तेजी से सुधार होगा।’’ मूडी ने कहा कि उनकी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और खिलाड़ियों के बीच एकजुटता को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (आईपीएल की तैयारी) अच्छी हो रही है। हमारा पहला आधिकारिक ट्रेनिंग सत्र आज दोपहर है। हमने खिलाड़ियों के साथ काफी बैठक की हैं। मैंने, गेंदबाजी कोच वकार (यूनिस) और हमारे सहायक कोच ने। हमें प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर काफी समय दिया है।’’
मूडी ने कहा, ‘‘बेशक हमारे लिए यह नया है। काफी नये चेहरे हैं जिनके बारे में जानने की जरूरत है। इसलिए खिलाड़ियों को जानने में हमें काफी समय बिताया।’’ कोच ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में काफी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आना है। हमें इसे लेकर रोमांचित हैं।’’
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
यह पूछने पर कि धवन कितने मैचों में नहीं खेल पाएगा, मूडी ने कहा, ‘‘अब तक हमें इस बारे में नहीं बता। हम उम्मीद कर रहे हैं कि उसकी हालत में तेजी से सुधार होगा।’’ मूडी ने कहा कि उनकी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और खिलाड़ियों के बीच एकजुटता को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (आईपीएल की तैयारी) अच्छी हो रही है। हमारा पहला आधिकारिक ट्रेनिंग सत्र आज दोपहर है। हमने खिलाड़ियों के साथ काफी बैठक की हैं। मैंने, गेंदबाजी कोच वकार (यूनिस) और हमारे सहायक कोच ने। हमें प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर काफी समय दिया है।’’
मूडी ने कहा, ‘‘बेशक हमारे लिए यह नया है। काफी नये चेहरे हैं जिनके बारे में जानने की जरूरत है। इसलिए खिलाड़ियों को जानने में हमें काफी समय बिताया।’’ कोच ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में काफी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आना है। हमें इसे लेकर रोमांचित हैं।’’
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (आईपीएल की तैयारी) अच्छी हो रही है। हमारा पहला आधिकारिक ट्रेनिंग सत्र आज दोपहर है। हमने खिलाड़ियों के साथ काफी बैठक की हैं। मैंने, गेंदबाजी कोच वकार (यूनिस) और हमारे सहायक कोच ने। हमें प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर काफी समय दिया है।’’
मूडी ने कहा, ‘‘बेशक हमारे लिए यह नया है। काफी नये चेहरे हैं जिनके बारे में जानने की जरूरत है। इसलिए खिलाड़ियों को जानने में हमें काफी समय बिताया।’’ कोच ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में काफी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आना है। हमें इसे लेकर रोमांचित हैं।’’
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
मूडी ने कहा, ‘‘बेशक हमारे लिए यह नया है। काफी नये चेहरे हैं जिनके बारे में जानने की जरूरत है। इसलिए खिलाड़ियों को जानने में हमें काफी समय बिताया।’’ कोच ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में काफी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आना है। हमें इसे लेकर रोमांचित हैं।’’
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
टीम में श्रीलंका के दो खिलाड़ियों कुमार संगकारा और तिषारा परेरा के संदर्भ में मूडी ने कहा कि इन खिलाड़ियों के चेन्नई में नहीं खेल पाने के मामले से अधिकारी निपटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस नाजुक स्थिति से निपटने का जिम्मा अधिकारियों पर छोड़ दिया है। दोनों खिलाड़ी आज रहे हैं और मुझे यकीन है कि खिलाड़ी चेन्नई में इस मुद्दे से निपट लेंगे।’’ इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच वकार ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।टिप्पणियां
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
वकार ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी रोमांचक होने के साथ साथ बड़ी चुनौती भी है। मैं पहली बार आईपीएल का हिस्सा हूं। उम्मीद करता हूं कि टाम और मैं, डेल स्टेन, इशांत शर्मा और काफी अन्य खिलाड़ी मिलकर अच्छी इकाई बनाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’’
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा।
वकार ने जोर देकर कहा कि वह डेल स्टेन और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कुछ नहीं करेंगे लेकिन युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के टीम मेंटर बनने से टीम को काफी फायदा होगा। | सारांश: आईपीएल की नई टीम सनराइजर्स हैदराबाद को टूर्नामेंट की शुरूआत से पहले झटका लगा जब स्टार खिलाड़ी शिखर धवन चोट के कारण कम से कम 5 अप्रैल को पुणे वॉरियर्स के खिलाफ होने वाले टीम के पहले मैच से बाहर हो गए। | 7 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले के येरीपोक इलाके में एक 25 साल के युवक ने कथित तौर पर एक साठ साल की महिला से बलात्कार किया।टिप्पणियां
पुलिस ने बताया कि एमडी सनाई नाम के युवक ने महिला के साथ बुधवार को उस समय बलात्कार किया जब वह सोमरई गांव से दूर निर्जन क्षेत्र में स्थित एक धान के खेत में काम कर रही थी।
घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों ने युवक के घर को आग लगा दी और नष्ट कर दिया। पुलिस ने बाद में सनाई को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि एमडी सनाई नाम के युवक ने महिला के साथ बुधवार को उस समय बलात्कार किया जब वह सोमरई गांव से दूर निर्जन क्षेत्र में स्थित एक धान के खेत में काम कर रही थी।
घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों ने युवक के घर को आग लगा दी और नष्ट कर दिया। पुलिस ने बाद में सनाई को गिरफ्तार कर लिया।
घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों ने युवक के घर को आग लगा दी और नष्ट कर दिया। पुलिस ने बाद में सनाई को गिरफ्तार कर लिया। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पुलिस ने बताया कि एमडी सनाई नाम के युवक ने महिला के साथ बुधवार को उस समय बलात्कार किया जब वह सोमरई गांव से दूर निर्जन क्षेत्र में स्थित एक धान के खेत में काम कर रही थी। | 25 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दक्षिण अफ्रीका के मशहूर धावक ऑस्कर पिस्टोरियस ने जोर देते हुए कहा कि उनका अपनी गर्लफ्रेंड को मारने का कोई इरादा नहीं था। उन पर वेलेंटाइन डे के दिन अपनी मॉडल गर्लफ्रेंड पर पूर्व नियोजित हत्या का आरोप लगाया गया कि उन्होंने तालाबंद बाथरूम के दरवाजे से लगातार गोली चलाई।
26-वर्षीय एथलीट का हलफनामा प्रिटोरिया में अदालत की सुनवाई के दौरान पढ़ा गया। 14 फरवरी को हुई हत्या के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक टिप्पणी है, जिसमें उन्होंने कहा, अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप को मारने का मेरा कोई इरादा नहीं था।
ओलिंपियन और पैरालिंपियन 'ब्लेड रनर' जमानत पर सुनवाई के लिए अदालत में पेश हुए। मजिस्ट्रेट डेसमंड नायर ने संकेत दिया कि पिस्टोरियस को जमानत पर रिहा नहीं किया जाएगा और उन्हें पूर्व नियोजित हत्या का आरोप का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन पिस्टोरियस ने कहा कि उन्होंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई, जहां उसकी 29-वर्षीय प्रेमिका छुपी थी, क्योंकि वह काफी डरा हुआ था कि कोई व्यक्ति खुली हुई खिड़की से उनके घर में घुस आया है।
पिस्टोरियस ने अपने हलफनामे में कहा, मैंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई और चिल्लाया। उन्होंने कहा, हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और बहुत खुश थे। अभियोजन पक्ष के वकील गेरी नील ने प्रिटोरिया मजिस्ट्रेट कोर्ट से कहा कि पिस्टोरियस ने हथियार उठाया, अपने ब्लेड पहने और सात मीटर तक चला और इसके बाद उसने तालाबंद बाथरूम के दरवाजे से चार शॉट लगाए और डरी हुई रीवा को तीन बार गोली मारी और बुरी तरह घायल कर दिया। टिप्पणियां
वकील ने कहा, वह कहीं नहीं जा सकती थी। पिस्टोरियस ने बिना हथियार से लैस मासूम महिला को मार दिया। वकील ने कहा कि रीवा बुधवार की शाम को बैग लेकर पिस्टोरियस के घर पहुंची थी और उन्होंने इस एथलीट के उसे घुसपैठिया समझने के दावे को गलत बताया। अदालत में तब सुनवाई चल रही थी, तब रीवा का उनके शहर पोर्ट एलिजाबेथ में अंतिम संस्कार किया गया।
पिस्टोरियस के बचाव में वकीलों की टीम ने पूर्व नियोजित हत्या के दावे को खारिज कर दिया। उनके वकील बैरी राक्स ने कहा, हम कहते हैं कि यह हत्या भी नहीं है। एक साक्षात्कार में रीवा की मां ने उसकी मौत को भयानक बताया। रीवा के एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें 'ब्लेड रनर' से कोई शिकवा नहीं है पर रीवा की मौत के कारण स्पष्ट हों।
26-वर्षीय एथलीट का हलफनामा प्रिटोरिया में अदालत की सुनवाई के दौरान पढ़ा गया। 14 फरवरी को हुई हत्या के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक टिप्पणी है, जिसमें उन्होंने कहा, अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप को मारने का मेरा कोई इरादा नहीं था।
ओलिंपियन और पैरालिंपियन 'ब्लेड रनर' जमानत पर सुनवाई के लिए अदालत में पेश हुए। मजिस्ट्रेट डेसमंड नायर ने संकेत दिया कि पिस्टोरियस को जमानत पर रिहा नहीं किया जाएगा और उन्हें पूर्व नियोजित हत्या का आरोप का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन पिस्टोरियस ने कहा कि उन्होंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई, जहां उसकी 29-वर्षीय प्रेमिका छुपी थी, क्योंकि वह काफी डरा हुआ था कि कोई व्यक्ति खुली हुई खिड़की से उनके घर में घुस आया है।
पिस्टोरियस ने अपने हलफनामे में कहा, मैंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई और चिल्लाया। उन्होंने कहा, हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और बहुत खुश थे। अभियोजन पक्ष के वकील गेरी नील ने प्रिटोरिया मजिस्ट्रेट कोर्ट से कहा कि पिस्टोरियस ने हथियार उठाया, अपने ब्लेड पहने और सात मीटर तक चला और इसके बाद उसने तालाबंद बाथरूम के दरवाजे से चार शॉट लगाए और डरी हुई रीवा को तीन बार गोली मारी और बुरी तरह घायल कर दिया। टिप्पणियां
वकील ने कहा, वह कहीं नहीं जा सकती थी। पिस्टोरियस ने बिना हथियार से लैस मासूम महिला को मार दिया। वकील ने कहा कि रीवा बुधवार की शाम को बैग लेकर पिस्टोरियस के घर पहुंची थी और उन्होंने इस एथलीट के उसे घुसपैठिया समझने के दावे को गलत बताया। अदालत में तब सुनवाई चल रही थी, तब रीवा का उनके शहर पोर्ट एलिजाबेथ में अंतिम संस्कार किया गया।
पिस्टोरियस के बचाव में वकीलों की टीम ने पूर्व नियोजित हत्या के दावे को खारिज कर दिया। उनके वकील बैरी राक्स ने कहा, हम कहते हैं कि यह हत्या भी नहीं है। एक साक्षात्कार में रीवा की मां ने उसकी मौत को भयानक बताया। रीवा के एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें 'ब्लेड रनर' से कोई शिकवा नहीं है पर रीवा की मौत के कारण स्पष्ट हों।
ओलिंपियन और पैरालिंपियन 'ब्लेड रनर' जमानत पर सुनवाई के लिए अदालत में पेश हुए। मजिस्ट्रेट डेसमंड नायर ने संकेत दिया कि पिस्टोरियस को जमानत पर रिहा नहीं किया जाएगा और उन्हें पूर्व नियोजित हत्या का आरोप का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन पिस्टोरियस ने कहा कि उन्होंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई, जहां उसकी 29-वर्षीय प्रेमिका छुपी थी, क्योंकि वह काफी डरा हुआ था कि कोई व्यक्ति खुली हुई खिड़की से उनके घर में घुस आया है।
पिस्टोरियस ने अपने हलफनामे में कहा, मैंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई और चिल्लाया। उन्होंने कहा, हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और बहुत खुश थे। अभियोजन पक्ष के वकील गेरी नील ने प्रिटोरिया मजिस्ट्रेट कोर्ट से कहा कि पिस्टोरियस ने हथियार उठाया, अपने ब्लेड पहने और सात मीटर तक चला और इसके बाद उसने तालाबंद बाथरूम के दरवाजे से चार शॉट लगाए और डरी हुई रीवा को तीन बार गोली मारी और बुरी तरह घायल कर दिया। टिप्पणियां
वकील ने कहा, वह कहीं नहीं जा सकती थी। पिस्टोरियस ने बिना हथियार से लैस मासूम महिला को मार दिया। वकील ने कहा कि रीवा बुधवार की शाम को बैग लेकर पिस्टोरियस के घर पहुंची थी और उन्होंने इस एथलीट के उसे घुसपैठिया समझने के दावे को गलत बताया। अदालत में तब सुनवाई चल रही थी, तब रीवा का उनके शहर पोर्ट एलिजाबेथ में अंतिम संस्कार किया गया।
पिस्टोरियस के बचाव में वकीलों की टीम ने पूर्व नियोजित हत्या के दावे को खारिज कर दिया। उनके वकील बैरी राक्स ने कहा, हम कहते हैं कि यह हत्या भी नहीं है। एक साक्षात्कार में रीवा की मां ने उसकी मौत को भयानक बताया। रीवा के एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें 'ब्लेड रनर' से कोई शिकवा नहीं है पर रीवा की मौत के कारण स्पष्ट हों।
पिस्टोरियस ने अपने हलफनामे में कहा, मैंने बाथरूम के दरवाजे पर गोली चलाई और चिल्लाया। उन्होंने कहा, हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और बहुत खुश थे। अभियोजन पक्ष के वकील गेरी नील ने प्रिटोरिया मजिस्ट्रेट कोर्ट से कहा कि पिस्टोरियस ने हथियार उठाया, अपने ब्लेड पहने और सात मीटर तक चला और इसके बाद उसने तालाबंद बाथरूम के दरवाजे से चार शॉट लगाए और डरी हुई रीवा को तीन बार गोली मारी और बुरी तरह घायल कर दिया। टिप्पणियां
वकील ने कहा, वह कहीं नहीं जा सकती थी। पिस्टोरियस ने बिना हथियार से लैस मासूम महिला को मार दिया। वकील ने कहा कि रीवा बुधवार की शाम को बैग लेकर पिस्टोरियस के घर पहुंची थी और उन्होंने इस एथलीट के उसे घुसपैठिया समझने के दावे को गलत बताया। अदालत में तब सुनवाई चल रही थी, तब रीवा का उनके शहर पोर्ट एलिजाबेथ में अंतिम संस्कार किया गया।
पिस्टोरियस के बचाव में वकीलों की टीम ने पूर्व नियोजित हत्या के दावे को खारिज कर दिया। उनके वकील बैरी राक्स ने कहा, हम कहते हैं कि यह हत्या भी नहीं है। एक साक्षात्कार में रीवा की मां ने उसकी मौत को भयानक बताया। रीवा के एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें 'ब्लेड रनर' से कोई शिकवा नहीं है पर रीवा की मौत के कारण स्पष्ट हों।
वकील ने कहा, वह कहीं नहीं जा सकती थी। पिस्टोरियस ने बिना हथियार से लैस मासूम महिला को मार दिया। वकील ने कहा कि रीवा बुधवार की शाम को बैग लेकर पिस्टोरियस के घर पहुंची थी और उन्होंने इस एथलीट के उसे घुसपैठिया समझने के दावे को गलत बताया। अदालत में तब सुनवाई चल रही थी, तब रीवा का उनके शहर पोर्ट एलिजाबेथ में अंतिम संस्कार किया गया।
पिस्टोरियस के बचाव में वकीलों की टीम ने पूर्व नियोजित हत्या के दावे को खारिज कर दिया। उनके वकील बैरी राक्स ने कहा, हम कहते हैं कि यह हत्या भी नहीं है। एक साक्षात्कार में रीवा की मां ने उसकी मौत को भयानक बताया। रीवा के एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें 'ब्लेड रनर' से कोई शिकवा नहीं है पर रीवा की मौत के कारण स्पष्ट हों।
पिस्टोरियस के बचाव में वकीलों की टीम ने पूर्व नियोजित हत्या के दावे को खारिज कर दिया। उनके वकील बैरी राक्स ने कहा, हम कहते हैं कि यह हत्या भी नहीं है। एक साक्षात्कार में रीवा की मां ने उसकी मौत को भयानक बताया। रीवा के एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें 'ब्लेड रनर' से कोई शिकवा नहीं है पर रीवा की मौत के कारण स्पष्ट हों। | सारांश: दक्षिण अफ्रीकी धावक ऑस्कर पिस्टोरियस का हलफनामा प्रिटोरिया में अदालत की सुनवाई के दौरान पढ़ा गया। 14 फरवरी को हुई हत्या के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक टिप्पणी है, जिसमें उन्होंने कहा, अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप को मारने का मेरा कोई इरादा नहीं था। | 31 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कर्जे से दबे डेक्कन चार्जर्स के साथ बीसीसीआई ने शुक्रवार को अनुबंध रद्द कर दिया। इसके साथ ही परेशानियों से घिरे आईपीएल फ्रेंचाइजी की किस्मत को लेकर बना संदेह खत्म हो गया।
डेक्कन के अनुबंध को खत्म करने का फैसला चेन्नई में आईपीएल की शासकीय परिषद की बैठक में किया गया।टिप्पणियां
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन ने डेक्कन चार्जर्स के साथ अनुबंध खत्म करने का फैसला अन्य सदस्यों के साथ सलाह मशविरे के बाद किया। आगे के कदम के लिए बीसीसीआई कार्यकारी समिति की शानिवार को बैठक होगी।
इस बीच, बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि नई आईपीएल टीम के लिए ताजा टेंडर जारी किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा, ‘शासकीय परिषद की बैठक में इस विकल्प पर विचार किया जाएगा क्योंकि हम चाहते हैं कि आईपीएल के अगले एडीशन में नौ टीमें भाग लेंगी।’
डेक्कन के अनुबंध को खत्म करने का फैसला चेन्नई में आईपीएल की शासकीय परिषद की बैठक में किया गया।टिप्पणियां
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन ने डेक्कन चार्जर्स के साथ अनुबंध खत्म करने का फैसला अन्य सदस्यों के साथ सलाह मशविरे के बाद किया। आगे के कदम के लिए बीसीसीआई कार्यकारी समिति की शानिवार को बैठक होगी।
इस बीच, बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि नई आईपीएल टीम के लिए ताजा टेंडर जारी किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा, ‘शासकीय परिषद की बैठक में इस विकल्प पर विचार किया जाएगा क्योंकि हम चाहते हैं कि आईपीएल के अगले एडीशन में नौ टीमें भाग लेंगी।’
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन ने डेक्कन चार्जर्स के साथ अनुबंध खत्म करने का फैसला अन्य सदस्यों के साथ सलाह मशविरे के बाद किया। आगे के कदम के लिए बीसीसीआई कार्यकारी समिति की शानिवार को बैठक होगी।
इस बीच, बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि नई आईपीएल टीम के लिए ताजा टेंडर जारी किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा, ‘शासकीय परिषद की बैठक में इस विकल्प पर विचार किया जाएगा क्योंकि हम चाहते हैं कि आईपीएल के अगले एडीशन में नौ टीमें भाग लेंगी।’
इस बीच, बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि नई आईपीएल टीम के लिए ताजा टेंडर जारी किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा, ‘शासकीय परिषद की बैठक में इस विकल्प पर विचार किया जाएगा क्योंकि हम चाहते हैं कि आईपीएल के अगले एडीशन में नौ टीमें भाग लेंगी।’ | सारांश: ऋण से दबे डेक्कन चार्जर्स के साथ बीसीसीआई ने शुक्रवार को अनुबंध रद्द कर दिया। इसके साथ ही परेशानियों से घिरे आईपीएल फ्रेंचाइजी की किस्मत को लेकर बना संदेह खत्म हो गया। | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में भारत समेत पांच देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में सदस्यों देशो ब्राज़ील, रूस भारत चीन और दक्षिण अफ्रीका ने आपस में कूटनीतिक संबंधों को बेहतर बनाने और विश्व में एक मंच के रूप में अपनी भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। इसके अलावा ब्रिक्स देशों ने एक घोषणा में स्वीकार किया ईरान को परमाणु तकनीक के शांतिपूर्ण प्रयोग का अधिकार है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने माना कि ब्रिक्स के पांचो देशों के हित साझा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदी से सभी प्रभावित है और उन्होंने ब्रिक्स बैंक की वकालत की है। प्रधानमंत्री मुताबिक सदस्य देशों के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए वीजा नियमों में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स के देश सुरक्षा परिषद में बदलाव के पक्ष में हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने माना कि ब्रिक्स के पांचो देशों के हित साझा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदी से सभी प्रभावित है और उन्होंने ब्रिक्स बैंक की वकालत की है। प्रधानमंत्री मुताबिक सदस्य देशों के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए वीजा नियमों में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स के देश सुरक्षा परिषद में बदलाव के पक्ष में हैं। | संक्षिप्त पाठ: ब्रिक्स देशों ने एक घोषणा में स्वीकार किया ईरान को परमाणु तकनीक के शांतिपूर्ण प्रयोग का अधिकार है। | 13 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश के 65वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी और जमीन से लेकर हवा तक किसी भी आतंकवादी हमले को टालने के लिए पुख्ता इंतजाम थे। शहर में और आसपास दिल्ली पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के हजारों जवान तैनात थे। खास कर लाल किला तो जैसे छावनी में तब्दील हो गया था जहां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तिरंगा फहराया और लगातार आठवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। स्वतंत्रता दिवस को किसी भी अप्रिय घटना से मुक्त रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी तरफ से कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी। हालांकि, संभावित आतंकवादी हमले के संबंध में कोई खास खुफिया सूचना नहीं थी।केंद्रीय गृहमंत्री ने देशभर में अलर्ट जारी कर राज्यों से संवेदनशील स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने और किसी भी आतंकवादी हमले की कोशिश को टालने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के लिए कहा था। इस साल का स्वतंत्रता दिवस मुंबई में आतंकवादी हमले के एक महीने बाद मनाया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया है। लाल किला के अंदर और आसपास करीब 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे ताकि शांतिपूर्ण तरीके से स्वतंत्रता दिवस समारोह संपन्न हो सके। इसके अलावा 17वीं शताब्दी के मुगल स्मारक के आसपास ऊंचे स्थानों पर एनएसजी के निशानेबाज तैनात थे। अधिकारी ने बताया कि लाल किले के अतिरिक्त संसद परिसर, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशनों, अंतरराज्यीय बस अड्डों और मेट्रो स्टेशनों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। | यहाँ एक सारांश है:65वें स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी और जमीन से लेकर हवा तक किसी भी हमले को टालने के लिए पुख्ता इंतजाम थे। | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: लगातार पांच दिन से सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चल रहे एयर इंडिया के पायलटों ने शनिवार को कहा कि वे जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए सरकार के साथ बिना शर्त वार्ता के इच्छुक हैं। पायलटों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन उनकी मांगों को सुनने के लिए तैयार नहीं है।
इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) के अध्यक्ष जितेंद्र अवहाड ने कहा, "हम अपनी मांगों के संदर्भ में उन्हें (प्रबंधन) कई बार पत्र लिख चुके हैं। हम सरकार और प्रबंधन के साथ वार्ता एवं चर्चा करने के लिए बेहद उत्सुक हैं। हम एयर इंडिया को बचाना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "हमने वार्ता शुरू करने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। लेकिन हम इस बात से बेहद दुखी हैं कि सरकार एवं प्रबंधन हमसे पहले हड़ताल खत्म करने फिर वार्ता की बात कह रहा है कि जबकि तीन महीने पहले एक अन्य संगठन (इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन) से हड़ताल के दौरान भी वार्ता हुई थी।"
इस बीच, हड़ताली पायलटों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
इससे पहले, नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा था कि पायलट पहले काम पर वापस आएं फिर वार्ता होगी। सिंह ने कहा था, "यदि वे वार्ता करना चाहते हैं तो उन्हें पहले काम पर वापस आना चाहिए और तब सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।" उन्होंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर स्थितियों से निपटने के लिए उठाए जा रहे उपायों के विषय में जानकारी दी।
एयर इंडिया ने पायलटों की अघोषित हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रहने के कारण 14 उड़ानें रद्द कर दीं और कई उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया। कम्पनी की सस्ती सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी छह उड़ानें रद्द कीं।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "14 उड़ानें रद्द की गईं और घरेलू मार्गो पर कुछ उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया जा सकता है। हम हर घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और यात्रियों को इसकी समय पर सूचना दे रहे हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) के अध्यक्ष जितेंद्र अवहाड ने कहा, "हम अपनी मांगों के संदर्भ में उन्हें (प्रबंधन) कई बार पत्र लिख चुके हैं। हम सरकार और प्रबंधन के साथ वार्ता एवं चर्चा करने के लिए बेहद उत्सुक हैं। हम एयर इंडिया को बचाना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "हमने वार्ता शुरू करने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। लेकिन हम इस बात से बेहद दुखी हैं कि सरकार एवं प्रबंधन हमसे पहले हड़ताल खत्म करने फिर वार्ता की बात कह रहा है कि जबकि तीन महीने पहले एक अन्य संगठन (इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन) से हड़ताल के दौरान भी वार्ता हुई थी।"
इस बीच, हड़ताली पायलटों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
इससे पहले, नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा था कि पायलट पहले काम पर वापस आएं फिर वार्ता होगी। सिंह ने कहा था, "यदि वे वार्ता करना चाहते हैं तो उन्हें पहले काम पर वापस आना चाहिए और तब सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।" उन्होंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर स्थितियों से निपटने के लिए उठाए जा रहे उपायों के विषय में जानकारी दी।
एयर इंडिया ने पायलटों की अघोषित हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रहने के कारण 14 उड़ानें रद्द कर दीं और कई उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया। कम्पनी की सस्ती सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी छह उड़ानें रद्द कीं।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "14 उड़ानें रद्द की गईं और घरेलू मार्गो पर कुछ उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया जा सकता है। हम हर घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और यात्रियों को इसकी समय पर सूचना दे रहे हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
इस बीच, हड़ताली पायलटों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
इससे पहले, नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा था कि पायलट पहले काम पर वापस आएं फिर वार्ता होगी। सिंह ने कहा था, "यदि वे वार्ता करना चाहते हैं तो उन्हें पहले काम पर वापस आना चाहिए और तब सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।" उन्होंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर स्थितियों से निपटने के लिए उठाए जा रहे उपायों के विषय में जानकारी दी।
एयर इंडिया ने पायलटों की अघोषित हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रहने के कारण 14 उड़ानें रद्द कर दीं और कई उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया। कम्पनी की सस्ती सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी छह उड़ानें रद्द कीं।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "14 उड़ानें रद्द की गईं और घरेलू मार्गो पर कुछ उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया जा सकता है। हम हर घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और यात्रियों को इसकी समय पर सूचना दे रहे हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
इससे पहले, नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा था कि पायलट पहले काम पर वापस आएं फिर वार्ता होगी। सिंह ने कहा था, "यदि वे वार्ता करना चाहते हैं तो उन्हें पहले काम पर वापस आना चाहिए और तब सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।" उन्होंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर स्थितियों से निपटने के लिए उठाए जा रहे उपायों के विषय में जानकारी दी।
एयर इंडिया ने पायलटों की अघोषित हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रहने के कारण 14 उड़ानें रद्द कर दीं और कई उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया। कम्पनी की सस्ती सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी छह उड़ानें रद्द कीं।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "14 उड़ानें रद्द की गईं और घरेलू मार्गो पर कुछ उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया जा सकता है। हम हर घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और यात्रियों को इसकी समय पर सूचना दे रहे हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
एयर इंडिया ने पायलटों की अघोषित हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रहने के कारण 14 उड़ानें रद्द कर दीं और कई उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया। कम्पनी की सस्ती सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी छह उड़ानें रद्द कीं।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "14 उड़ानें रद्द की गईं और घरेलू मार्गो पर कुछ उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया जा सकता है। हम हर घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और यात्रियों को इसकी समय पर सूचना दे रहे हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "14 उड़ानें रद्द की गईं और घरेलू मार्गो पर कुछ उड़ानों की समय सारणी में बदलाव किया जा सकता है। हम हर घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और यात्रियों को इसकी समय पर सूचना दे रहे हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
अधिकारी ने कहा, "हमारी कार्यकारी और आरक्षित पायलटों की सेवा लेने की योजना है। हम प्रभावित मार्गों पर चार-पांच विमान किराये पर भी लेना चाहते हैं।"
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
कम्पनी ने अत्यधिक लम्बे मार्गों के लिए 15 मई तक टिकट की बिक्री बंद कर दी है और उसे रोजाना अमेरिका और यूरोप के कुछ गंतव्यों तथा शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के लिए 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
उधर, विमानन कम्पनी के अधिकारियों ने कहा, "हम एक योजना पर काम कर रहे हैं। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर उड़ानों की एक न्यूनतम संख्या का संचालन किया जाएगा। अगले सप्ताह के शुरू से इस योजना पर अमल किया जा सकता है।"
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
पायलटों की अनुपलब्धता के कारण एयर इंडिया को बोइंग-777 बेड़े के सभी 17 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। वहीं प्रति दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा भी हो रहा है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
इस बीच एयर इंडिया प्रबंधन ने पिछले चार दिनों में हड़ताल पर गए 71 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है और आईपीजी की मान्यता समाप्त कर दी है। कम्पनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुरोध किया है कि पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस समाप्त किए जाएं।टिप्पणियां
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
मंगलवार को आईपीजी के सदस्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण पूर्व विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को देने के विरोध में सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है।
कम्पनी ने सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की है। | लगातार पांच दिन से सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चल रहे एयर इंडिया के पायलटों ने शनिवार को कहा कि वे जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए सरकार के साथ बिना शर्त वार्ता के इच्छुक हैं। | 1 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सुप्रसिद्ध अभिनेता राजेश खन्ना की पत्नी एवं अभिनेत्री डिम्पल कपाड़िया ने शनिवार को इच्छा जतायी कि शहर में एक सड़क का नामकरण सुपरस्टार के नाम पर हो।
फिल्म उद्योग में अपने सहयोगियों के बीच ‘काका’ के नाम से जाने जाने वाले अभिनेता का गत वर्ष गंभीर रूप से बीमार होने के बाद 18 जुलाई को निधन हो गया था।
डिम्पल ने कहा, ‘काकाजी को ना केवल एक अभिनेता बल्कि कांग्रेस नेता के रूप में भी याद किया जाता है। हम राजीव शुक्ला (सांसद) से अनुरोध करेंगे कि कार्टर रोड का नाम राजेश खन्ना के नाम पर किया जाए। यह एक अनुरोध है।’
इस पर शुक्ला ने कहा, ‘फिल्म जगत और एक सांसद के रूप में उनका काफी योगदान है। उनके प्रशंसकों की संख्या बहुत अधिक थी। मैं इस संबंध में शहरी विकास मंत्रालय से अनुरोध करूंगा, उम्मीद करते हैं कि सड़क का नामकरण काकाजी के नाम पर किया जाए।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री (पृथ्वीराज चव्हाण) से यह पता करना होगा कहीं कार्टर रोड का नामकरण नौशादजी (संगीतकार नौशाद अली) के नाम पर तो नहीं किया गया है।’ टिप्पणियां
यहां पर खन्ना की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर डिम्पल के अलावा, उनकी पुत्री और दामाद अक्षय कुमार एवं बॉलीवुड की कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है।
फिल्म उद्योग में अपने सहयोगियों के बीच ‘काका’ के नाम से जाने जाने वाले अभिनेता का गत वर्ष गंभीर रूप से बीमार होने के बाद 18 जुलाई को निधन हो गया था।
डिम्पल ने कहा, ‘काकाजी को ना केवल एक अभिनेता बल्कि कांग्रेस नेता के रूप में भी याद किया जाता है। हम राजीव शुक्ला (सांसद) से अनुरोध करेंगे कि कार्टर रोड का नाम राजेश खन्ना के नाम पर किया जाए। यह एक अनुरोध है।’
इस पर शुक्ला ने कहा, ‘फिल्म जगत और एक सांसद के रूप में उनका काफी योगदान है। उनके प्रशंसकों की संख्या बहुत अधिक थी। मैं इस संबंध में शहरी विकास मंत्रालय से अनुरोध करूंगा, उम्मीद करते हैं कि सड़क का नामकरण काकाजी के नाम पर किया जाए।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री (पृथ्वीराज चव्हाण) से यह पता करना होगा कहीं कार्टर रोड का नामकरण नौशादजी (संगीतकार नौशाद अली) के नाम पर तो नहीं किया गया है।’ टिप्पणियां
यहां पर खन्ना की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर डिम्पल के अलावा, उनकी पुत्री और दामाद अक्षय कुमार एवं बॉलीवुड की कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है।
डिम्पल ने कहा, ‘काकाजी को ना केवल एक अभिनेता बल्कि कांग्रेस नेता के रूप में भी याद किया जाता है। हम राजीव शुक्ला (सांसद) से अनुरोध करेंगे कि कार्टर रोड का नाम राजेश खन्ना के नाम पर किया जाए। यह एक अनुरोध है।’
इस पर शुक्ला ने कहा, ‘फिल्म जगत और एक सांसद के रूप में उनका काफी योगदान है। उनके प्रशंसकों की संख्या बहुत अधिक थी। मैं इस संबंध में शहरी विकास मंत्रालय से अनुरोध करूंगा, उम्मीद करते हैं कि सड़क का नामकरण काकाजी के नाम पर किया जाए।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री (पृथ्वीराज चव्हाण) से यह पता करना होगा कहीं कार्टर रोड का नामकरण नौशादजी (संगीतकार नौशाद अली) के नाम पर तो नहीं किया गया है।’ टिप्पणियां
यहां पर खन्ना की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर डिम्पल के अलावा, उनकी पुत्री और दामाद अक्षय कुमार एवं बॉलीवुड की कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है।
इस पर शुक्ला ने कहा, ‘फिल्म जगत और एक सांसद के रूप में उनका काफी योगदान है। उनके प्रशंसकों की संख्या बहुत अधिक थी। मैं इस संबंध में शहरी विकास मंत्रालय से अनुरोध करूंगा, उम्मीद करते हैं कि सड़क का नामकरण काकाजी के नाम पर किया जाए।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री (पृथ्वीराज चव्हाण) से यह पता करना होगा कहीं कार्टर रोड का नामकरण नौशादजी (संगीतकार नौशाद अली) के नाम पर तो नहीं किया गया है।’ टिप्पणियां
यहां पर खन्ना की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर डिम्पल के अलावा, उनकी पुत्री और दामाद अक्षय कुमार एवं बॉलीवुड की कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री (पृथ्वीराज चव्हाण) से यह पता करना होगा कहीं कार्टर रोड का नामकरण नौशादजी (संगीतकार नौशाद अली) के नाम पर तो नहीं किया गया है।’ टिप्पणियां
यहां पर खन्ना की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर डिम्पल के अलावा, उनकी पुत्री और दामाद अक्षय कुमार एवं बॉलीवुड की कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है।
यहां पर खन्ना की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर डिम्पल के अलावा, उनकी पुत्री और दामाद अक्षय कुमार एवं बॉलीवुड की कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है।
खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने 15 लगातार एकल हिट फिल्में दी थीं। इस रिकार्ड को अभी भी कोई तोड़ नहीं पाया है। | सारांश: फिल्म उद्योग में अपने सहयोगियों के बीच ‘काका’ के नाम से जाने जाने वाले अभिनेता का गत वर्ष गंभीर रूप से बीमार होने के बाद 18 जुलाई को निधन हो गया था। | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत की शीर्ष टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने यहां रोमानिया की मोनिका निकुलेस्कु के साथ कनेक्टीकट ओपन में युगल खिताब अपने नाम किया जिससे कल से यहां शुरू होने वाले अमेरिकी ओपन ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट से पहले उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी.सानिया और निकुलेस्कु ने यूक्रेन की कैटरीना बोंडारेंको और ताइवान की चुआंग चिया जंग की जोड़ी को एक घंटे 30 मिनट तक चले फाइनल मुकाबले में सीधे सेट में 7-5 , 6-4 से शिकस्त दी।
सानिया और निकुलेस्कु ने हाल में दोबारा जोड़ी बनाई है और इस जोड़ी ने पहला खिताब अपने नाम किया.उन्होंने पिछली बार 2010 में जोड़ी बनायी थी और वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था.तब अलग होने से पहले दोनों ने एक टूर्नामेंट और साथ में खेला था.यह खिताब अपने नाम करने के बावजूद सानिया और निकुलेस्कु ने साफ किया कि यह भागीदारी सिर्फ थोड़े समय के लिये ही है और दोनों अमेरिकी ओपन में अपनी नियमित जोड़ीदारों के साथ ही खेलेंगी।
दुनिया की नंबर एक सानिया ने बीती रात मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मैं बारबोरा स्ट्राईकोवा के साथ खेलूंगी.’ वहीं निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैं वानिया किंग के साथ खेलती हूं.लेकिन मैंने कहा कि मैं उम्मीद लगाए हूं कि यह हमारा एक साथ अंतिम टूर्नामेंट नहीं होगा.’ टिप्पणियां
इस टूर्नामेंट में सानिया के साथ जोड़ी बनाने के बारे में पूछने पर निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैंने सिनसिनाटी में सानिया से पूछा था.मुझे लगा था कि शायद वह यहां खेलना चाहती है.मैंने उससे पूछा.जब उसने हां कहा तो मैं काफी उत्साहित होगी.अब हमने टूर्नामेंट जीत लिया है तो मैं खुश हूं कि मैंने उससे पूछा था.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सानिया और निकुलेस्कु ने हाल में दोबारा जोड़ी बनाई है और इस जोड़ी ने पहला खिताब अपने नाम किया.उन्होंने पिछली बार 2010 में जोड़ी बनायी थी और वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था.तब अलग होने से पहले दोनों ने एक टूर्नामेंट और साथ में खेला था.यह खिताब अपने नाम करने के बावजूद सानिया और निकुलेस्कु ने साफ किया कि यह भागीदारी सिर्फ थोड़े समय के लिये ही है और दोनों अमेरिकी ओपन में अपनी नियमित जोड़ीदारों के साथ ही खेलेंगी।
दुनिया की नंबर एक सानिया ने बीती रात मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मैं बारबोरा स्ट्राईकोवा के साथ खेलूंगी.’ वहीं निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैं वानिया किंग के साथ खेलती हूं.लेकिन मैंने कहा कि मैं उम्मीद लगाए हूं कि यह हमारा एक साथ अंतिम टूर्नामेंट नहीं होगा.’ टिप्पणियां
इस टूर्नामेंट में सानिया के साथ जोड़ी बनाने के बारे में पूछने पर निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैंने सिनसिनाटी में सानिया से पूछा था.मुझे लगा था कि शायद वह यहां खेलना चाहती है.मैंने उससे पूछा.जब उसने हां कहा तो मैं काफी उत्साहित होगी.अब हमने टूर्नामेंट जीत लिया है तो मैं खुश हूं कि मैंने उससे पूछा था.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दुनिया की नंबर एक सानिया ने बीती रात मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मैं बारबोरा स्ट्राईकोवा के साथ खेलूंगी.’ वहीं निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैं वानिया किंग के साथ खेलती हूं.लेकिन मैंने कहा कि मैं उम्मीद लगाए हूं कि यह हमारा एक साथ अंतिम टूर्नामेंट नहीं होगा.’ टिप्पणियां
इस टूर्नामेंट में सानिया के साथ जोड़ी बनाने के बारे में पूछने पर निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैंने सिनसिनाटी में सानिया से पूछा था.मुझे लगा था कि शायद वह यहां खेलना चाहती है.मैंने उससे पूछा.जब उसने हां कहा तो मैं काफी उत्साहित होगी.अब हमने टूर्नामेंट जीत लिया है तो मैं खुश हूं कि मैंने उससे पूछा था.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस टूर्नामेंट में सानिया के साथ जोड़ी बनाने के बारे में पूछने पर निकुलेस्कु ने कहा, ‘मैंने सिनसिनाटी में सानिया से पूछा था.मुझे लगा था कि शायद वह यहां खेलना चाहती है.मैंने उससे पूछा.जब उसने हां कहा तो मैं काफी उत्साहित होगी.अब हमने टूर्नामेंट जीत लिया है तो मैं खुश हूं कि मैंने उससे पूछा था.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | फाइनल में यूक्रेन की बोंडारेंको और ताइवान की चिया को हराया
खिताबी मुकाबले में सीधे सेटों में जीत हासिल की
यूएस ओपन में बारबोरा स्ट्राईकोवा के साथ उतरेंगी सानिया | 34 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा मोटर्स से कहा कि पश्चिम बंगाल में नैनो कार कारखाने के लिए अधिग्रहित जमीन राज्य सरकार को वापस कर दी जाए, ताकि इसे उन किसानों को लौटाया जा सके, जिनसे यह ली गई थी।
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एचएल दत्तू और न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की पीठ ने टाटा से कहा, पने जमीन पट्टे पर ली है। आप वहां कोई कारोबार नहीं कर रहे हैं। आपको भूमि से कोई लाभ नहीं मिलने वाला। तो फिर आप इसे किसानों को वापस देने के राज्य सरकार के फैसले के रास्ते में क्यों आ रहे हैं?टिप्पणियां
न्यायालय ने टाटा के वकील गोपाल जैन से 6 अगस्त तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश द्विवेदी तथा केंद्र सरकार की ओर से महाधिवक्ता मोहन पारासरन ने न्यायालय को बताया कि यदि टाटा भूमि किसानों को दे देती है, तो राज्य सरकार ब्याज के साथ उसे इसकी कीमत का भुगतान करने के लिए तैयार है।
सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा को यह सुझाव पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई के बाद दिया है, जिसमें सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें न्यायालय ने सिंगूर में टाटा के लिए भूमि के अधिग्रहण को रद्द करने वाले कानून को निरस्त कर दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एचएल दत्तू और न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की पीठ ने टाटा से कहा, पने जमीन पट्टे पर ली है। आप वहां कोई कारोबार नहीं कर रहे हैं। आपको भूमि से कोई लाभ नहीं मिलने वाला। तो फिर आप इसे किसानों को वापस देने के राज्य सरकार के फैसले के रास्ते में क्यों आ रहे हैं?टिप्पणियां
न्यायालय ने टाटा के वकील गोपाल जैन से 6 अगस्त तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश द्विवेदी तथा केंद्र सरकार की ओर से महाधिवक्ता मोहन पारासरन ने न्यायालय को बताया कि यदि टाटा भूमि किसानों को दे देती है, तो राज्य सरकार ब्याज के साथ उसे इसकी कीमत का भुगतान करने के लिए तैयार है।
सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा को यह सुझाव पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई के बाद दिया है, जिसमें सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें न्यायालय ने सिंगूर में टाटा के लिए भूमि के अधिग्रहण को रद्द करने वाले कानून को निरस्त कर दिया था।
न्यायालय ने टाटा के वकील गोपाल जैन से 6 अगस्त तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश द्विवेदी तथा केंद्र सरकार की ओर से महाधिवक्ता मोहन पारासरन ने न्यायालय को बताया कि यदि टाटा भूमि किसानों को दे देती है, तो राज्य सरकार ब्याज के साथ उसे इसकी कीमत का भुगतान करने के लिए तैयार है।
सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा को यह सुझाव पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई के बाद दिया है, जिसमें सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें न्यायालय ने सिंगूर में टाटा के लिए भूमि के अधिग्रहण को रद्द करने वाले कानून को निरस्त कर दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा को यह सुझाव पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई के बाद दिया है, जिसमें सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें न्यायालय ने सिंगूर में टाटा के लिए भूमि के अधिग्रहण को रद्द करने वाले कानून को निरस्त कर दिया था। | यह एक सारांश है: सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा मोटर्स से कहा कि पश्चिम बंगाल में नैनो कार कारखाने के लिए अधिग्रहित जमीन राज्य सरकार को वापस कर दी जाए, ताकि इसे उन किसानों को लौटाया जा सके, जिनसे यह ली गई थी। | 16 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम तथा उनके बेटे के घरों के साथ राजद प्रमुख लालू प्रसाद से जुड़ी संपत्तियों की तलाशी में सरकारी एजेंसियों का पक्ष लिया. 50 से ज्यादा ठिकानों पर की गई कार्रवाई के पक्ष में जेटली मंगलवार को कहा कि कुछ लोगों के लिये अब हिसाब देने का समय आ गया है. जेटली ने कहा कि लोगों ने जो गड़बड़ी की है, उसका उन्हें जवाब देना ही होगा. जेटली ने कहा कि कर विभाग या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तब तक कार्रवाई नहीं करता जब तक कि उसका कोई ठोस आधार और संदेह का ठोस कारण नहीं होता.टिप्पणियां
वित्त मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, "अब सत्ता में बैठे लोग बेनामी कंपनियों के जरिये संपत्ति खरीद रहे हैं, यह कोई मामूली बात नहीं है. मुझे लगता है कि बहुतों के लिये हिसाब देने का समय आ गया है, उनको जवाब देना ही होगा." जेटली विपक्ष के इस अरोप के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे कि सरकार उसके (विपक्ष के) खिलाफ सीबीआई तथा कर विभाग का दुरपयोग कर रही है.
उन्होंने कहा, "जब तक कर चोरी हो या अपराध के मामले के संदेह का कोई ठोस अधार या कारण नहीं होता है, ये विभाग कार्रवाई नहीं करते. क्योंकि अंतत: जो भी कार्रवाई की जाती है, उसका कुछ न कुछ परिणाम जरूर होता है." सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लि. की हिस्सेदारी विदेशी इकाइयों को बेचने के लिये 2007 में मंजूरी दिए जाने में कथित रूप से हुए आपराधिक कदाचार के संबंध में पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम तथा उनके बेटे कार्ती के घरों की तलाशी ली. इसके अलावा आयकर विभाग ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और अन्य से जुड़े 1,000 करोड़ रुपये के कथित बेनामी सौदों के आरोप में दिल्ली और आसपास के कम-से-कम 22 ठिकानों पर छापे मारे और तलाशी ली.
वित्त मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, "अब सत्ता में बैठे लोग बेनामी कंपनियों के जरिये संपत्ति खरीद रहे हैं, यह कोई मामूली बात नहीं है. मुझे लगता है कि बहुतों के लिये हिसाब देने का समय आ गया है, उनको जवाब देना ही होगा." जेटली विपक्ष के इस अरोप के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे कि सरकार उसके (विपक्ष के) खिलाफ सीबीआई तथा कर विभाग का दुरपयोग कर रही है.
उन्होंने कहा, "जब तक कर चोरी हो या अपराध के मामले के संदेह का कोई ठोस अधार या कारण नहीं होता है, ये विभाग कार्रवाई नहीं करते. क्योंकि अंतत: जो भी कार्रवाई की जाती है, उसका कुछ न कुछ परिणाम जरूर होता है." सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लि. की हिस्सेदारी विदेशी इकाइयों को बेचने के लिये 2007 में मंजूरी दिए जाने में कथित रूप से हुए आपराधिक कदाचार के संबंध में पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम तथा उनके बेटे कार्ती के घरों की तलाशी ली. इसके अलावा आयकर विभाग ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और अन्य से जुड़े 1,000 करोड़ रुपये के कथित बेनामी सौदों के आरोप में दिल्ली और आसपास के कम-से-कम 22 ठिकानों पर छापे मारे और तलाशी ली.
उन्होंने कहा, "जब तक कर चोरी हो या अपराध के मामले के संदेह का कोई ठोस अधार या कारण नहीं होता है, ये विभाग कार्रवाई नहीं करते. क्योंकि अंतत: जो भी कार्रवाई की जाती है, उसका कुछ न कुछ परिणाम जरूर होता है." सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लि. की हिस्सेदारी विदेशी इकाइयों को बेचने के लिये 2007 में मंजूरी दिए जाने में कथित रूप से हुए आपराधिक कदाचार के संबंध में पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम तथा उनके बेटे कार्ती के घरों की तलाशी ली. इसके अलावा आयकर विभाग ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और अन्य से जुड़े 1,000 करोड़ रुपये के कथित बेनामी सौदों के आरोप में दिल्ली और आसपास के कम-से-कम 22 ठिकानों पर छापे मारे और तलाशी ली. | सारांश: जेटली ने कहा कि लोगों ने जो गड़बड़ी की है, उसका जवाब देना ही होगा
जेटली ने कहा कि कर ठोस आधार होने पर ही कार्रवाई
सत्ता में बैठे लोग बेनामी संपत्ति खरीद रहे हैं, यह मामूली बात नहीं | 20 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: लखनऊ के अलीगंज इलाके में गैंगरेप और एसिड अटैक की शिकार पर कुछ अज्ञात लोगों ने एसिड से हमला किया है. बताया जा रहा है कि इस महिला पर अलीगंज में हॉस्टल के बाहर यह हमला किया गया.
कहा जा रहा है कि महिला पर उस समय हमला हुआ जब वह हॉस्टल के बाहर पानी भर रही थी. महिला एक कैफे में काम करती है जो एसिड अटैक से पीड़ित चलाते हैं.टिप्पणियां
जानकारी के लिए बता दें कि लखनऊ पुलिस ने महिला को सुरक्षा दी हुई थी लेकिन जब ये हमला हुआ उस वक्त सुरक्षा में तैनात सिपाही हास्टल के अंदर था. महिला दो बच्चों की मां है. उसके साथ 2008 में जायदाद विवाद की वजह से गैंगरेप किया गया था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था. केस अब भी चल रहा है. 2011 और 2013 में भी महिला पर एसिड हमला हो चुका है.
पुलिस का कहना है कि महिला को चेहरे के दाहिनी तरफ नुकसान पहुंंचा है. महिला अभी बयान देने की हालत में नहीं है. खास बात ये है कि सीएम बनने के बाद खुद योगी आदित्यनाथ इस महिला से मिलने पहुंचे थे. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह महिला हॉस्टल के बाहर फोन पर बात कर रही थी तभी अंधेरे में कोई शख्स उसके पास आया और एसिड से हमला कर भाग गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कहा जा रहा है कि महिला पर उस समय हमला हुआ जब वह हॉस्टल के बाहर पानी भर रही थी. महिला एक कैफे में काम करती है जो एसिड अटैक से पीड़ित चलाते हैं.टिप्पणियां
जानकारी के लिए बता दें कि लखनऊ पुलिस ने महिला को सुरक्षा दी हुई थी लेकिन जब ये हमला हुआ उस वक्त सुरक्षा में तैनात सिपाही हास्टल के अंदर था. महिला दो बच्चों की मां है. उसके साथ 2008 में जायदाद विवाद की वजह से गैंगरेप किया गया था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था. केस अब भी चल रहा है. 2011 और 2013 में भी महिला पर एसिड हमला हो चुका है.
पुलिस का कहना है कि महिला को चेहरे के दाहिनी तरफ नुकसान पहुंंचा है. महिला अभी बयान देने की हालत में नहीं है. खास बात ये है कि सीएम बनने के बाद खुद योगी आदित्यनाथ इस महिला से मिलने पहुंचे थे. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह महिला हॉस्टल के बाहर फोन पर बात कर रही थी तभी अंधेरे में कोई शख्स उसके पास आया और एसिड से हमला कर भाग गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के लिए बता दें कि लखनऊ पुलिस ने महिला को सुरक्षा दी हुई थी लेकिन जब ये हमला हुआ उस वक्त सुरक्षा में तैनात सिपाही हास्टल के अंदर था. महिला दो बच्चों की मां है. उसके साथ 2008 में जायदाद विवाद की वजह से गैंगरेप किया गया था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था. केस अब भी चल रहा है. 2011 और 2013 में भी महिला पर एसिड हमला हो चुका है.
पुलिस का कहना है कि महिला को चेहरे के दाहिनी तरफ नुकसान पहुंंचा है. महिला अभी बयान देने की हालत में नहीं है. खास बात ये है कि सीएम बनने के बाद खुद योगी आदित्यनाथ इस महिला से मिलने पहुंचे थे. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह महिला हॉस्टल के बाहर फोन पर बात कर रही थी तभी अंधेरे में कोई शख्स उसके पास आया और एसिड से हमला कर भाग गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस का कहना है कि महिला को चेहरे के दाहिनी तरफ नुकसान पहुंंचा है. महिला अभी बयान देने की हालत में नहीं है. खास बात ये है कि सीएम बनने के बाद खुद योगी आदित्यनाथ इस महिला से मिलने पहुंचे थे. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह महिला हॉस्टल के बाहर फोन पर बात कर रही थी तभी अंधेरे में कोई शख्स उसके पास आया और एसिड से हमला कर भाग गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. | कुछ अज्ञात लोगों ने एसिड से हमला किया है.
इस महिला पर अलीगंज में अस्पताल के बाहर यह हमला किया गया.
महिला एक कैफे में काम करती है जो एसिड अटैक से पीड़ित चलाते हैं. | 28 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अक्टूबर में रिलीज़ हुई 'ऐ दिल है मुश्किल' अपने हिस्से के विवाद लेकर आई थी और मामला था पाकिस्तानी अभिनेता फवाद ख़ान का फिल्म में होना. उरी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हुआ जिसके बाद फिल्म में से फवाद ख़ान के रोल में कथित तौर पर काफी कांट छांट की गई. लेकिन अब यूट्यूब पर इस फिल्म के कुछ ऐसे सीन सामने आए हैं जो सिनेमा हॉल में नहीं दिखाए गए थे. एक साढ़े तीन मिनट की क्लिप यू ट्यूब पर ट्रेंड कर रही है जिसमें फवाद और अनुष्का का वह सीन भी है जिसे फिल्म में शामिल नहीं किया गया था. इनके अलावा रणबीर कपूर और ऐश्वर्या राय बच्चन के भी दो सीन हैं जिन्हें आप फिल्म में नहीं देख पाए थे. इस वीडियो को दो दिन में करीब 3 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.टिप्पणियां
28 अक्टूबर को फिल्म को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होना था और उससे पहले करण जौहर ने मनसे के राज ठाकरे से मुलाकात की और सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपए का योगदान करने का वादा भी किया. इसके अलावा करण ने एक वीडियो भी बनाया जिसमें उन्होंने वादा किया कि वह मौजूदा हालात में किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करेंगे. हालांकि फिल्म की टीम का दावा था कि फवाद के रोल को कम नहीं किया गया है लेकिन इस वीडियो को देखकर लगता है कि उनकी भूमिका पर कैंची तो यकीनन चली है.
28 अक्टूबर को फिल्म को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होना था और उससे पहले करण जौहर ने मनसे के राज ठाकरे से मुलाकात की और सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपए का योगदान करने का वादा भी किया. इसके अलावा करण ने एक वीडियो भी बनाया जिसमें उन्होंने वादा किया कि वह मौजूदा हालात में किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करेंगे. हालांकि फिल्म की टीम का दावा था कि फवाद के रोल को कम नहीं किया गया है लेकिन इस वीडियो को देखकर लगता है कि उनकी भूमिका पर कैंची तो यकीनन चली है. | संक्षिप्त सारांश: ऐ दिल है मुश्किल के कुछ अनदेखे सीन का वीडियो ट्रेंड कर रहा है
इस वीडियो क्लिप में फवाद और अनुष्का के एक सीन को दिखाया गया है
इसके अलावा ऐश्वर्या और रणबीर के भी सीन है जो फिल्म में शामिल नहीं किए गए | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: चुनाव पूर्व लोक-लुभावन उपायों में सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू किए जा रहे एक नए कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार के उस एक सदस्य को मोबाइल फोन मुफ्त में मिल सकता है, जिसने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत पूरे 100 दिन काम कर लिया है।
अधिकारियों ने कहा कि 'भारत मोबाइल स्कीम' के तहत प्रति परिवार एक मोबाइल फोन उपलब्ध कराया जा सकता है, जिसमें महिलाओं को तरजीह दिए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ये हैंडसेट तीन साल की वारंटी के साथ दिए जाएंगे।
मनरेगा कामगारों को दिए जाने वाले मोबाइल फोन किसी और को नहीं दिए जा सकते, क्योंकि इन मोबाइल फोन को कैश सब्सिडी ट्रांसफर जैसे विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के लाभ अंतरण के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा।टिप्पणियां
अधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम विचाराधीन है और योजना के ब्योरे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। आरंभिक प्रस्ताव के मुताबिक, चयनित दूरसंचार ऑपरेटरों को मोबाइल फोन उपलब्ध कराने को कहा जाएगा। इनका वितरण सेवा प्रदाताओं द्वारा जिला प्रशासन के समन्वय में किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि मोबाइल नंबर पहचान के प्रथम स्तरीय प्रमाण के तौर पर काम कर सकते हैं और इसके जरिये योजना लाभार्थी को सूचित किया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि 2012-13 में करीब 5 करोड़ परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि 'भारत मोबाइल स्कीम' के तहत प्रति परिवार एक मोबाइल फोन उपलब्ध कराया जा सकता है, जिसमें महिलाओं को तरजीह दिए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ये हैंडसेट तीन साल की वारंटी के साथ दिए जाएंगे।
मनरेगा कामगारों को दिए जाने वाले मोबाइल फोन किसी और को नहीं दिए जा सकते, क्योंकि इन मोबाइल फोन को कैश सब्सिडी ट्रांसफर जैसे विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के लाभ अंतरण के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा।टिप्पणियां
अधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम विचाराधीन है और योजना के ब्योरे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। आरंभिक प्रस्ताव के मुताबिक, चयनित दूरसंचार ऑपरेटरों को मोबाइल फोन उपलब्ध कराने को कहा जाएगा। इनका वितरण सेवा प्रदाताओं द्वारा जिला प्रशासन के समन्वय में किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि मोबाइल नंबर पहचान के प्रथम स्तरीय प्रमाण के तौर पर काम कर सकते हैं और इसके जरिये योजना लाभार्थी को सूचित किया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि 2012-13 में करीब 5 करोड़ परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
मनरेगा कामगारों को दिए जाने वाले मोबाइल फोन किसी और को नहीं दिए जा सकते, क्योंकि इन मोबाइल फोन को कैश सब्सिडी ट्रांसफर जैसे विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के लाभ अंतरण के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा।टिप्पणियां
अधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम विचाराधीन है और योजना के ब्योरे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। आरंभिक प्रस्ताव के मुताबिक, चयनित दूरसंचार ऑपरेटरों को मोबाइल फोन उपलब्ध कराने को कहा जाएगा। इनका वितरण सेवा प्रदाताओं द्वारा जिला प्रशासन के समन्वय में किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि मोबाइल नंबर पहचान के प्रथम स्तरीय प्रमाण के तौर पर काम कर सकते हैं और इसके जरिये योजना लाभार्थी को सूचित किया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि 2012-13 में करीब 5 करोड़ परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
अधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम विचाराधीन है और योजना के ब्योरे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। आरंभिक प्रस्ताव के मुताबिक, चयनित दूरसंचार ऑपरेटरों को मोबाइल फोन उपलब्ध कराने को कहा जाएगा। इनका वितरण सेवा प्रदाताओं द्वारा जिला प्रशासन के समन्वय में किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि मोबाइल नंबर पहचान के प्रथम स्तरीय प्रमाण के तौर पर काम कर सकते हैं और इसके जरिये योजना लाभार्थी को सूचित किया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि 2012-13 में करीब 5 करोड़ परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
सूत्रों ने बताया कि मोबाइल नंबर पहचान के प्रथम स्तरीय प्रमाण के तौर पर काम कर सकते हैं और इसके जरिये योजना लाभार्थी को सूचित किया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि 2012-13 में करीब 5 करोड़ परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। | संक्षिप्त सारांश: चुनाव पूर्व शुरू किए जा रहे एक नए कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार के उस एक सदस्य को मोबाइल फोन मुफ्त में मिल सकता है, जिसने मनरेगा के तहत पूरे 100 दिन काम कर लिया है। | 29 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: यूरोपीय संघ (ईयू) ने मीडिया में आई उस रिपोर्ट पर रविवार को अमेरिका से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने ईयू के कार्यालयों की खुफियागीरी की है। ईयू ने कहा है कि इस खुफियागीरी के अभूतपूर्व परिणाम हो सकते हैं।
जर्मन पत्रिका 'डेर स्पीगल' ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका ने वाशिंगटन स्थित ईयू प्रतिनिधि कार्यालय में बग्स लगाकर वहां के कम्प्यूटर नेटवर्क में घुसपैठ की और सारी जानकारी हासिल कर ली। इस तरह के साइबर हमले न्यूयार्क एवं वाशिंगटन में ब्रसेल्स के खिलाफ भी किए गए।
सीएनएन ने यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन स्कल्ज की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा है, "मैं इन आरोपों को लेकर बहुत चिंतित और अचंभित हूं।"
स्कल्ज ने कहा है, "यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह एक अत्यंत गंभीर मामला होगा, जिसका ईयू-अमेरिका संबंधों पर गहरा असर होगा। यूरोपीय संसद की ओर से मैं अमेरिकी प्रशासन से इन आरोपों के संबंध में तत्काल पूर्ण स्पष्टीकरण चाहता हूं।"
जर्मनी के न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता एंडर्स मर्जलुफ के अनुसार, जर्मन न्याय मंत्री सबीन ल्यूथसर-स्कनरेनबर्गर ने कहा है कि यदि आरोप सच है तो यह शीतयुद्ध की याद ताजा कराने वाली घटना है।
डेर स्पीगल में प्रकाशित जानकारी आईएसआई के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन से हासिल गोपनीय दस्तावेजों से प्राप्त हुई है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
जर्मन पत्रिका 'डेर स्पीगल' ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका ने वाशिंगटन स्थित ईयू प्रतिनिधि कार्यालय में बग्स लगाकर वहां के कम्प्यूटर नेटवर्क में घुसपैठ की और सारी जानकारी हासिल कर ली। इस तरह के साइबर हमले न्यूयार्क एवं वाशिंगटन में ब्रसेल्स के खिलाफ भी किए गए।
सीएनएन ने यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन स्कल्ज की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा है, "मैं इन आरोपों को लेकर बहुत चिंतित और अचंभित हूं।"
स्कल्ज ने कहा है, "यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह एक अत्यंत गंभीर मामला होगा, जिसका ईयू-अमेरिका संबंधों पर गहरा असर होगा। यूरोपीय संसद की ओर से मैं अमेरिकी प्रशासन से इन आरोपों के संबंध में तत्काल पूर्ण स्पष्टीकरण चाहता हूं।"
जर्मनी के न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता एंडर्स मर्जलुफ के अनुसार, जर्मन न्याय मंत्री सबीन ल्यूथसर-स्कनरेनबर्गर ने कहा है कि यदि आरोप सच है तो यह शीतयुद्ध की याद ताजा कराने वाली घटना है।
डेर स्पीगल में प्रकाशित जानकारी आईएसआई के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन से हासिल गोपनीय दस्तावेजों से प्राप्त हुई है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
सीएनएन ने यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन स्कल्ज की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा है, "मैं इन आरोपों को लेकर बहुत चिंतित और अचंभित हूं।"
स्कल्ज ने कहा है, "यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह एक अत्यंत गंभीर मामला होगा, जिसका ईयू-अमेरिका संबंधों पर गहरा असर होगा। यूरोपीय संसद की ओर से मैं अमेरिकी प्रशासन से इन आरोपों के संबंध में तत्काल पूर्ण स्पष्टीकरण चाहता हूं।"
जर्मनी के न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता एंडर्स मर्जलुफ के अनुसार, जर्मन न्याय मंत्री सबीन ल्यूथसर-स्कनरेनबर्गर ने कहा है कि यदि आरोप सच है तो यह शीतयुद्ध की याद ताजा कराने वाली घटना है।
डेर स्पीगल में प्रकाशित जानकारी आईएसआई के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन से हासिल गोपनीय दस्तावेजों से प्राप्त हुई है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
स्कल्ज ने कहा है, "यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह एक अत्यंत गंभीर मामला होगा, जिसका ईयू-अमेरिका संबंधों पर गहरा असर होगा। यूरोपीय संसद की ओर से मैं अमेरिकी प्रशासन से इन आरोपों के संबंध में तत्काल पूर्ण स्पष्टीकरण चाहता हूं।"
जर्मनी के न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता एंडर्स मर्जलुफ के अनुसार, जर्मन न्याय मंत्री सबीन ल्यूथसर-स्कनरेनबर्गर ने कहा है कि यदि आरोप सच है तो यह शीतयुद्ध की याद ताजा कराने वाली घटना है।
डेर स्पीगल में प्रकाशित जानकारी आईएसआई के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन से हासिल गोपनीय दस्तावेजों से प्राप्त हुई है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
जर्मनी के न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता एंडर्स मर्जलुफ के अनुसार, जर्मन न्याय मंत्री सबीन ल्यूथसर-स्कनरेनबर्गर ने कहा है कि यदि आरोप सच है तो यह शीतयुद्ध की याद ताजा कराने वाली घटना है।
डेर स्पीगल में प्रकाशित जानकारी आईएसआई के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन से हासिल गोपनीय दस्तावेजों से प्राप्त हुई है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
डेर स्पीगल में प्रकाशित जानकारी आईएसआई के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन से हासिल गोपनीय दस्तावेजों से प्राप्त हुई है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर 2010 के एक अत्यंत गोपनीय दस्तावेज से पता चलता है कि एनएसए ने किस तरह वाशिंगटन स्थित यूरोपीय संघ के राजनयिक मिशन पर हमला किया है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय संघ की इमारत में ऐसे बग्स लगाए गए हैं, जो आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसकर सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए अमेरिकी खुफिया यूरोपीय संघ की बैठकों, ई-मेल्स और आंतरिक दस्तावेजों तक पहुंच स्थापित कर सकती है। डेर स्पीगल की रिपोर्ट पर वाशिंगटन की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
ईयू प्रवक्ता मर्लिन होल्जनर ने कहा है, "हमने वाशिंगटन डीसी और ब्रसेल्स स्थित अमेरिकी अधिकारियों से तत्काल संपर्क स्थापित किया है और पत्रिका की रिपोर्ट के बारे में उन्हें बताया है। उन्होंने हमसे कहा है कि वे शनिवार को प्रकाशित हुई इस जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे हैं और उसके बाद वे हमसे संपर्क करेंगे।"टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
उल्लेखनीय है कि गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने की बात स्वीकार कर चुके स्नोडेन इस समय रूस में हैं और वह इक्वाडोर में शरण लेने की जुगत में हैं।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है।
सीआईए के लिए काम कर चुके स्नोडेन पिछले महीने हांगकांग भाग गए थे और वहां उन्होंने एनएसए द्वारा संचालित गोपनीय निगरानी परियोजना का खुलासा किया था, जिसका कूट नाम 'पीआरआईएसएम' है। यह परियोजना दुनियाभर में ई-मेल्स और फोन काल्स को पकड़ने में सक्षम है। | यूरोपीय संघ (ईयू) ने मीडिया में आई उस रिपोर्ट पर रविवार को अमेरिका से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने ईयू के कार्यालयों की खुफियागीरी की है। ईयू ने कहा है कि इस खुफियागीरी के अभूतपूर्व परिणाम हो | 1 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यूरोपियन यूनियन के 27 सांसदों का जम्मू-कश्मीर के पहले दिन का दौरा मंगलवार को ही डल झील में सफर के साथ ही खत्म हो गया. शुरू से ही इस दौरे को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे. लेकिन अब यह सवालों के घेरे में घिर गया है. 27 में से चार सांसद कश्मीर गए ही नहीं. इन सांसदों की शिकायत थी कि उन्हें हालात समझने की खुली छूट नहीं दी जा रही थी. सवाल ये भी उठ रहा है कि इन सांसदों में ज़्यादातर दक्षिणपंथी रुझान वाले हैं। इस दौरे का इंतज़ाम किसने किया? किसने इसको पैसा दिया? इसके अलावा कश्मीर के कई नेताओं ने शिकायत की, कि उन्हें इस समूह से मिलने नहीं दिया गया.
सुरक्षा के बेहद कड़े इंतज़ामों के बीच ईयू सांसद श्रीनगर घूमते रहे. उनकी सैर के बीच इत्तिफाक से वो हिरासत केंद्र भी आए और पीछे छूट गए जहां दर्जनों क़ैद नेताओं के साथ तीन पूर्व मुख्यमंत्री भी बंद हैं. लेकिन सरकार अगर इन्हें दिखाना चाहती थी कि सब कुछ ठीक है लेकिन ज़मीनी हालात इससे मेल नहीं खा रहे थे. स्थानीय नेताओं के मुताबिक आने वाले प्रतिनिधिमंडल के लिए सूनी सड़कें एक इशारा भर थीं.
ये साफ़ लग रहा था कि डेलीगेशन का दौरा बहुत सख़्त नियंत्रण के तहत हो रहा था. सांसदों ने सेना मुख्यालय में सेना अधिकारियों से मुलाकात की जहां उन्हें सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई. इसके अलावा उन्होंने पंचायत सदस्यों से भी मुलाकात की. लेकिन कई लोगों ने शिकायत की कि कोई भी अहम सामाजिक संगठन या कारोबारी संगठन या मुख्यधारा का राजनीतिक दल प्रतिनिधिमंडल से मिल नहीं सका. नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो सांसदों ने बताया कि उन्हें ग्रुप से मिलने से रोका गया. यही नहीं, इनके दौरे के पीछे एक अनजान संस्था का हाथ होने की बात भी कही जा रही है. सरकार पर दोहरा रुख़ अपनाने का आरोप भी लगा और डल झील के सफ़र के साथ प्रतिनिधिमंडल का दौरा ख़त्म हुआ. | यहाँ एक सारांश है:जम्मू-कश्मीर में EU सांसदों का दौरा
सिर्फ 23 सांसद ही पहुंचे कश्मीर
4 सांसद नहीं गए कश्मीर | 12 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सेना प्रमुख की उम्र के विवाद पर सरकार झुकने नहीं जा रही है। सरकार का कहना है कि जब थलसेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह सुप्रीम कोर्ट चले ही गए हैं तो वह भी कोर्ट में ही इस मामले का निपटारा करेगी। सरकार ने साफ कर दिया है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए वह कोर्ट के बाहर कोई समझौता नहीं करेगी।टिप्पणियां
सरकार के मुताबिक वह अब भी मानती है कि जनरल वीके सिंह की जन्मतिथि 10 मई, 1950 है, जबकि जनरल वीके सिंह इसे 1951 मानते हैं। मामले की पहली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उम्र का फैसला करने की सरकार की प्रक्रिया पर ही सवाल उठा दिया था और उसे दुरुस्त करने की बात कही थी।
सरकार ने जनरल सिंह की वैधानिक अर्जी को खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से इस फैसले को वापस लेने के लिए कहा है, लेकिन सरकार क्या करेगी, यह अभी साफ नहीं है। सरकार इस मामले में जनरल सिंह के रुख से काफी खफा है, और उसके वकीलों ने मामले में रक्षा मंत्रालय के साथ−साथ प्रधानमंत्री को भी दो बार पूरी जानकारी दी है।
सरकार के मुताबिक वह अब भी मानती है कि जनरल वीके सिंह की जन्मतिथि 10 मई, 1950 है, जबकि जनरल वीके सिंह इसे 1951 मानते हैं। मामले की पहली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उम्र का फैसला करने की सरकार की प्रक्रिया पर ही सवाल उठा दिया था और उसे दुरुस्त करने की बात कही थी।
सरकार ने जनरल सिंह की वैधानिक अर्जी को खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से इस फैसले को वापस लेने के लिए कहा है, लेकिन सरकार क्या करेगी, यह अभी साफ नहीं है। सरकार इस मामले में जनरल सिंह के रुख से काफी खफा है, और उसके वकीलों ने मामले में रक्षा मंत्रालय के साथ−साथ प्रधानमंत्री को भी दो बार पूरी जानकारी दी है।
सरकार ने जनरल सिंह की वैधानिक अर्जी को खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से इस फैसले को वापस लेने के लिए कहा है, लेकिन सरकार क्या करेगी, यह अभी साफ नहीं है। सरकार इस मामले में जनरल सिंह के रुख से काफी खफा है, और उसके वकीलों ने मामले में रक्षा मंत्रालय के साथ−साथ प्रधानमंत्री को भी दो बार पूरी जानकारी दी है। | संक्षिप्त पाठ: सेना प्रमुख की उम्र के विवाद पर सरकार नहीं झुकेगी, और उसका कहना है, जब जनरल वीके सिंह सुप्रीम कोर्ट चले ही गए हैं तो वह भी कोर्ट में इस मामले का निपटारा करेगी। | 14 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: रामलीला मैदान में चार जून की रात बाबा रामदेव के प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की कार्रवाई का कारण उनका सरकार के विरोध में बोलना था। यह बात सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में कही गई। न्यायमूर्ति बीएस चव्हाण और न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की पीठ से कहा गया कि बाबा रामदेव के प्रदर्शन पर कार्रवाई योग के मामले में नहीं की गई, बल्कि काले धन के विरोध में गैर आध्यात्मिक गतिविधियों के मामले में की गई। अदालत चार जून की रात पुलिस द्वारा बाबा रामदेव और उनके अनुयायियों को रामलीला मैदान से बाहर करने की कार्रवाई पर सुनवाई कर रही थी। इस कार्रवाई में रामदेव की एक अनुयायी हरियाणा की 51 वर्षीया राजबाला गम्भीर रूप से घायल हो गई थी। इसके बाद 114 दिनों तक लगातार अस्पताल में रहने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। बाबा रामदेव की ओर से वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने कहा कि रामलीला मैदान को खाली कराने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत आदेश 11.30 बजे रात को जारी किया गया था, जिसे उन्होंने गैरकानूनी कहा। जेठमलानी ने कहा कि एक लोकतांत्रिक सरकार से ऐसी अपेक्षा नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाई नाजी शासन काल में जर्मनी में की जाती थी। उन्होंने इस कार्रवाई को रामदेव की अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया। अदालत इस मामले की अगली सुनवाई चार नवम्बर को करेगी। | सारांश: रामलीला मैदान में चार जून की रात बाबा रामदेव के प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की कार्रवाई का कारण उनका सरकार के विरोध में बोलना था। | 33 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और रिपब्लिकन पार्टी के सम्भावित उम्मीदवार मिट रोमनी लगभग बराबरी पर हैं।
वाशिंगटन पोस्ट और एबीसी न्यूज की मंगलवार को जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, करीब 49 प्रतिशत अमेरिकी नागरिकों ने ओबामा का समर्थन किया है, जबकि रोमनी का समर्थन 46 प्रतिशत लोगों ने किया है।
इस सवाल पर कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था का संचालन कौन ठीक से कर सकता है, ओबामा और रोमनी, दोनों के पक्ष में 47-47 प्रतिशत लोगों ने हामी भरी।
एनबीसी न्यूज और वॉलस्ट्रीट जर्नल के चुनावी सर्वेक्षण में भी दिखाया गया है कि लोगों की पसंद के मामले में ओबामा तथा रोमनी के बीच बहुत कम का अंतर है।
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, ओबामा के प्रति 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन जताया है, जबकि रोमनी का समर्थन 43 प्रतिशत लोगों ने किया है।
ओबामा की आर्थिक नीति को 52 प्रतिशत लोगों ने मंजूरी दी है, जबकि 43 प्रतिशत ने इसे नामंजूर किया है। वहीं उनकी विदेश नीति पर लोगों की प्रतिक्रिया इसके ठीक उलट है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, 48 प्रतिशत मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह जताया है, जबकि 23 प्रतिशत ने रोमनी की उम्मीदवारी को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
वाशिंगटन पोस्ट और एबीसी न्यूज की मंगलवार को जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, करीब 49 प्रतिशत अमेरिकी नागरिकों ने ओबामा का समर्थन किया है, जबकि रोमनी का समर्थन 46 प्रतिशत लोगों ने किया है।
इस सवाल पर कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था का संचालन कौन ठीक से कर सकता है, ओबामा और रोमनी, दोनों के पक्ष में 47-47 प्रतिशत लोगों ने हामी भरी।
एनबीसी न्यूज और वॉलस्ट्रीट जर्नल के चुनावी सर्वेक्षण में भी दिखाया गया है कि लोगों की पसंद के मामले में ओबामा तथा रोमनी के बीच बहुत कम का अंतर है।
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, ओबामा के प्रति 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन जताया है, जबकि रोमनी का समर्थन 43 प्रतिशत लोगों ने किया है।
ओबामा की आर्थिक नीति को 52 प्रतिशत लोगों ने मंजूरी दी है, जबकि 43 प्रतिशत ने इसे नामंजूर किया है। वहीं उनकी विदेश नीति पर लोगों की प्रतिक्रिया इसके ठीक उलट है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
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उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
इस सवाल पर कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था का संचालन कौन ठीक से कर सकता है, ओबामा और रोमनी, दोनों के पक्ष में 47-47 प्रतिशत लोगों ने हामी भरी।
एनबीसी न्यूज और वॉलस्ट्रीट जर्नल के चुनावी सर्वेक्षण में भी दिखाया गया है कि लोगों की पसंद के मामले में ओबामा तथा रोमनी के बीच बहुत कम का अंतर है।
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, ओबामा के प्रति 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन जताया है, जबकि रोमनी का समर्थन 43 प्रतिशत लोगों ने किया है।
ओबामा की आर्थिक नीति को 52 प्रतिशत लोगों ने मंजूरी दी है, जबकि 43 प्रतिशत ने इसे नामंजूर किया है। वहीं उनकी विदेश नीति पर लोगों की प्रतिक्रिया इसके ठीक उलट है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
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उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
एनबीसी न्यूज और वॉलस्ट्रीट जर्नल के चुनावी सर्वेक्षण में भी दिखाया गया है कि लोगों की पसंद के मामले में ओबामा तथा रोमनी के बीच बहुत कम का अंतर है।
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, ओबामा के प्रति 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन जताया है, जबकि रोमनी का समर्थन 43 प्रतिशत लोगों ने किया है।
ओबामा की आर्थिक नीति को 52 प्रतिशत लोगों ने मंजूरी दी है, जबकि 43 प्रतिशत ने इसे नामंजूर किया है। वहीं उनकी विदेश नीति पर लोगों की प्रतिक्रिया इसके ठीक उलट है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, 48 प्रतिशत मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह जताया है, जबकि 23 प्रतिशत ने रोमनी की उम्मीदवारी को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, ओबामा के प्रति 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन जताया है, जबकि रोमनी का समर्थन 43 प्रतिशत लोगों ने किया है।
ओबामा की आर्थिक नीति को 52 प्रतिशत लोगों ने मंजूरी दी है, जबकि 43 प्रतिशत ने इसे नामंजूर किया है। वहीं उनकी विदेश नीति पर लोगों की प्रतिक्रिया इसके ठीक उलट है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, 48 प्रतिशत मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह जताया है, जबकि 23 प्रतिशत ने रोमनी की उम्मीदवारी को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
ओबामा की आर्थिक नीति को 52 प्रतिशत लोगों ने मंजूरी दी है, जबकि 43 प्रतिशत ने इसे नामंजूर किया है। वहीं उनकी विदेश नीति पर लोगों की प्रतिक्रिया इसके ठीक उलट है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, 48 प्रतिशत मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह जताया है, जबकि 23 प्रतिशत ने रोमनी की उम्मीदवारी को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
सर्वेक्षण नतीजों के अनुसार, मतदाताओं की चिंता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था है। एनबीसी-वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षण के अनुसार, करीब आधे मतदाताओं ने उम्मीद जताई है कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार अगले कुछ वर्षो में सुस्त रहेगी। एक तिहाई लोगों का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि केवल 19 प्रतिशत का कहना है कि अर्थव्यवस्था स्थिति और खराब होगी।टिप्पणियां
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, 48 प्रतिशत मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह जताया है, जबकि 23 प्रतिशत ने रोमनी की उम्मीदवारी को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, 48 प्रतिशत मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर उत्साह जताया है, जबकि 23 प्रतिशत ने रोमनी की उम्मीदवारी को लेकर ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है।
उम्मीदवारों के चरित्र को लेकर मतदाताओं ने ओबमा का समर्थन किया है। ओबामा की आर्थिक समझ और नैतिक चरित्र को लोगों ने अपेक्षाकृत अधिक बेहतर बताया है। | यहाँ एक सारांश है:राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और रिपब्लिकन पार्टी के सम्भावित उम्मीदवार मिट रोमनी लगभग बराबरी पर हैं। | 15 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए सीरियल बम ब्लास्ट के 4 दिनों के अंदर ही आज फिर राजधानी कोलंबो से 40 किलोमीटर पूर्व स्थित पुगोडा शहर में धमाके सुने गए हैं. पुलिस और स्थानीय निवासियों के मुताबिक धमाका पुगोडा में मजिस्ट्रेट कोर्ट के पीछे एक खाली जगह पर यह धमाका हुआ है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. आपको बता दें कि ईस्टर के मौके पर हुए बम धमाकों में कुल 359 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. आपको बता दें कि ईस्टर बम ब्लास्ट (Easter bombings) के दस दिन पहले भारत ने श्रीलंका को एक विस्तृत रूप में एडवाइजरी दी थी, जिसमें न केवल आत्मघाती हमलों की चेतावनी दी गई थी बल्कि इसमें शामिल समूह, इसके लीडर और अन्य सस्दयों के नाम के बारे में जानकारी दी थी. बम विस्फोट में हुए 359 मौतों के अलावा करीब 500 लोग घायल हुए थे. श्रीलंका के प्रशासन ने करीब 60 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है.
एनडीटीवी के पास तीन पेज की एडवाइजरी है, जिसमें समूह का नाम 'नेशनल तौहीद जमात' (National Thowheeth Jama'ath) का जिक्र है. इतना ही नहीं, इसमें शामिल लोगों के ठिकाने का उल्लेख था. साथ ही उनके ठिकानों के पते, फोन नंबर और पृष्ठभूमि भी दी गई हुई है. 11 अप्रैल के इस दस्तावेज में निशाना बनाए जाने वाले जगहों चर्च और भारतीय उच्चायोग का भी उल्लेख किया गया था. श्रीलंका के अधिकारियों का कहना है कि विस्तृत रूप में जानकारी होने पर कोई न कोई कदम उठाया जाना चाहिए, लेकिन इसपर कोई भी कदम नहीं उठाया गया.
एनडीटीवी के इंटरव्यू में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यह स्वीकारा कि उन्हें भारत से खुफिया चेतावनी मिली थी, लेकिन यह सूचना नीचे तक नहीं पहुंची. श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना हमले के दौरान देश के बाहर थे. सिरिसेना का कहना है कि उन्हें इस एडवाइजरी के बारे जानकारी नहीं थी. उन्होंने देश के रक्षा सचिव और पुलिस प्रमुख का इस्तीफा मांगा. दोनों ही अधिकारी राष्ट्रपति को रिपोर्ट करते हैं. | यहाँ एक सारांश है:श्रीलंका में फिर सुने गए धमाके
ईस्टर के मौके पर हुआ था सीरियल ब्लास्ट
धमाकों में 359 लोगों की मौत हो गई थी | 12 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लगभग 600 ट्रकों के खरीद की अनुमति देने के लिए पूर्व सैन्य प्रमुख जनरल वीके सिंह को कथित तौर पर 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश करने के मामले में तीन शहरों में छापे मारे और सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया।
सीबीआई ने शनिवार को तेजिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और सुबह सात बजे दिल्ली, मुम्बई एवं नोएडा स्थित सात स्थानों पर छापे मारे।
सीबीआई ने तेजिंदर सिंह, टाट्रा प्रमुख रवि ऋषि व उनके सहयोगी अनिल मनसुखानी के आवासों पर छापेमारी की। सीबीआई ने 11 अप्रैल को इस मामले में प्रारम्भिक जांच दर्ज की थी।
पूर्व सैन्य प्रमुख ने सीबीआई को लिखित 22 पृष्ठों की शिकायत में आरोप लगाया था कि तेजिंदर सिंह ने सितम्बर 2010 में 600 से ज्यादा टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति देने के लिए उनके सामने 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी। सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा इकाई बीईएमएल के जरिए वेक्ट्रा ग्रुप टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति करता है।
जनरल सिंह का दावा था कि उन्हें ऋषि की ओर से रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सीबीआई पूर्व में तेजिंदर सिंह से भारतीय सेना के लिए टाट्रा ट्रकों के आयात में कथित अनियमितताओं व जनरल सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के सम्बंध में पूछताछ कर चुकी है।टिप्पणियां
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
सीबीआई ने शनिवार को तेजिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और सुबह सात बजे दिल्ली, मुम्बई एवं नोएडा स्थित सात स्थानों पर छापे मारे।
सीबीआई ने तेजिंदर सिंह, टाट्रा प्रमुख रवि ऋषि व उनके सहयोगी अनिल मनसुखानी के आवासों पर छापेमारी की। सीबीआई ने 11 अप्रैल को इस मामले में प्रारम्भिक जांच दर्ज की थी।
पूर्व सैन्य प्रमुख ने सीबीआई को लिखित 22 पृष्ठों की शिकायत में आरोप लगाया था कि तेजिंदर सिंह ने सितम्बर 2010 में 600 से ज्यादा टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति देने के लिए उनके सामने 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी। सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा इकाई बीईएमएल के जरिए वेक्ट्रा ग्रुप टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति करता है।
जनरल सिंह का दावा था कि उन्हें ऋषि की ओर से रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सीबीआई पूर्व में तेजिंदर सिंह से भारतीय सेना के लिए टाट्रा ट्रकों के आयात में कथित अनियमितताओं व जनरल सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के सम्बंध में पूछताछ कर चुकी है।टिप्पणियां
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
सीबीआई ने तेजिंदर सिंह, टाट्रा प्रमुख रवि ऋषि व उनके सहयोगी अनिल मनसुखानी के आवासों पर छापेमारी की। सीबीआई ने 11 अप्रैल को इस मामले में प्रारम्भिक जांच दर्ज की थी।
पूर्व सैन्य प्रमुख ने सीबीआई को लिखित 22 पृष्ठों की शिकायत में आरोप लगाया था कि तेजिंदर सिंह ने सितम्बर 2010 में 600 से ज्यादा टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति देने के लिए उनके सामने 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी। सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा इकाई बीईएमएल के जरिए वेक्ट्रा ग्रुप टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति करता है।
जनरल सिंह का दावा था कि उन्हें ऋषि की ओर से रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सीबीआई पूर्व में तेजिंदर सिंह से भारतीय सेना के लिए टाट्रा ट्रकों के आयात में कथित अनियमितताओं व जनरल सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के सम्बंध में पूछताछ कर चुकी है।टिप्पणियां
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
पूर्व सैन्य प्रमुख ने सीबीआई को लिखित 22 पृष्ठों की शिकायत में आरोप लगाया था कि तेजिंदर सिंह ने सितम्बर 2010 में 600 से ज्यादा टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति देने के लिए उनके सामने 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी। सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा इकाई बीईएमएल के जरिए वेक्ट्रा ग्रुप टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति करता है।
जनरल सिंह का दावा था कि उन्हें ऋषि की ओर से रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सीबीआई पूर्व में तेजिंदर सिंह से भारतीय सेना के लिए टाट्रा ट्रकों के आयात में कथित अनियमितताओं व जनरल सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के सम्बंध में पूछताछ कर चुकी है।टिप्पणियां
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
जनरल सिंह का दावा था कि उन्हें ऋषि की ओर से रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सीबीआई पूर्व में तेजिंदर सिंह से भारतीय सेना के लिए टाट्रा ट्रकों के आयात में कथित अनियमितताओं व जनरल सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के सम्बंध में पूछताछ कर चुकी है।टिप्पणियां
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
सीबीआई पूर्व में तेजिंदर सिंह से भारतीय सेना के लिए टाट्रा ट्रकों के आयात में कथित अनियमितताओं व जनरल सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के सम्बंध में पूछताछ कर चुकी है।टिप्पणियां
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
तेजिंदर सिंह पहले ही उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व सैन्य प्रमुख व अन्य अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
सीबीआई पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि उसके पास पूर्व सैन्य प्रमुख के 600 टाट्रा ट्रकों की खरीद को अनुमति दिलवाने के लिए रिश्वत की पेशकश किए जाने के मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। | संक्षिप्त पाठ: सीबीआई ने लगभग 600 ट्रकों के खरीद की अनुमति देने के लिए पूर्व सैन्य प्रमुख जनरल वीके सिंह को कथित तौर पर 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश करने के मामले में तीन शहरों में छापे मारे और सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया। | 14 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: नेपाल में माओवादियों के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के 23 महीने बाद माओवादी एक बार फिर सरकार में शामिल होने के लिए तैयार हो गए हैं। नई कैबिनेट में 11 माओवादियों को मंत्री पद मिलने की सम्भावना है। माओवादियों के मुखपत्र 'जनदिशा' के मुताबिक पिछले साल वोटों की खरीद-फरोख्त के मामले में फंसने वाले पूर्व माओवादी नेता और मंत्री कृष्ण बहादुर महारा नई कैबिनेट में भी माओवादी टीम की कमान संभालेंगे। पत्र के मुताबिक पूर्व सूचना एवं दूरसंचार मंत्री महारा, प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल के नेतृत्व वाली सरकार में उप प्रधानमंत्री की गद्दी संभालेंगे। खनाल हालांकि माओवादियों के समर्थन से तीन फरवरी को प्रधानमंत्री पद के चुनाव पर विजयी हुए थे। माओवादियों के साथ विभागों के बंटवारे को लेकर उपजे विवाद के बाद से ही खनाल फिलहाल केवल तीन मंत्रियों के साथ ही सरकार चला रहे हैं। माओवादियों और खनाल के बीच गतिरोध उस समय पैदा हुआ था, जब खनाल ने एक गुप्त समझौते के तहत माओवादियों को गृह विभाग देने का वादा किया था। चुनाव जीत जाने के बाद खनाल को इस मुद्दे पर अपनी ही पार्टी के विरोध का सामना करना पड़ा था। कई सप्ताहों के ढुलमुल रवैये के बाद माओवादियों की स्थायी समिति ने बुधवार को कहा कि वे नई सरकार में शामिल होंगे। मंत्रियों के नामों को लेकर हालांकि अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। माओवादियों के प्रवक्ता दीनानाथ शर्मा ने गुरुवार को कहा, "तीन वरिष्ठ माओवादी नेताओं (प्रंचड और उनके दो सहयोगी) अन्य मंत्रियों के नामों के बारे में गुरुवार को विचार कर रहे हैं।" मुखपत्र के मुताबिक विदेश, सूचना एवं दूर संचार तथा भौतिकी योजना एवं कार्य मंत्रालय जैसे तीन प्रमुख विभागों सहित नई कैबिनेट में 11 माओवादियों को मंत्री पद मिलने की सम्भावना है। महारा के अलावा नई कैबिनेट में माओवादी नेताओं देव गुरुंग, गिरिराज मनी पोखरैल (दोनों पूर्व मंत्री) और सांसद बरसामन पुन और तोप बहादुर रायमाझी को जगह दिए जाने की सम्भावना है। उल्लेखनीय है कि नई कैबिनेट में माओवादियों को जगह मिलना कूटनीतिक लिहाज से भारत के लिए झटका होगा। नई दिल्ली की ओर से नेपाली की विभिन्न पार्टियों से आग्रह किया गया था कि वह माओवादियों के साथ मिलकर सरकार का गठन तब तक न करें, जब तक माओवादी पीएलए को समाप्त नहीं कर देते और पिछले 10 वर्षो के विद्रोह के दौरान बनाई गई सम्पत्तियों को लौटाने के लिए सहमत नहीं हो जाते। | यह एक सारांश है: नेपाल में माओवादियों के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के 23 महीने बाद माओवादी एक बार फिर सरकार में शामिल होने के लिए तैयार हो गए हैं। | 21 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: डॉ. एमएसजी के नाम से मशहूर डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसां कई मंचों पर सक्रिय रहते हैं. उन्होंने शायद ही किसी फील्ड को छोड़ा हो, जिसमें उन्होंने हाथ न आजमाया हो. मनोरंजन जगत भी उनसे अछूता नहीं है. हाल ही में अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने अपनी अगली फिल्म ‘एमएसजी ऑनलाइन गुरुकुल’ का पोस्टर रिलीज किया था. इसके साथ ही वे इन दिनों वे एक रियलिटी शो पर भी काम कर रहे हैं. जिसकी शूटिंग जोरों पर चल रही है. ‘आन बान शान मेरा हिंदुस्तान’ नाम के इस शो के लिए अभी तक चैनल फिक्स नहीं हुआ है.
बाबा राम रहीम 2015 में अपनी पहली फिल्म “एमएसजीः द मैसेंजर” लेकर आए थे. फिल्म के डायरेक्शन से लेकर गाने लिखने और ऐक्टिंग करने तक का मोर्चा उन्होंने खुद संभाला था. उसके बाद एमएसजी-2 भी आई. 2016 में वे ‘एमएसजीः द वॉरियर लॉयन हार्ट’ लेकर आए. हर बार की तरह फिल्म से जुड़े सारे मोर्चे उन्होंने खुद संभाले थे. 2017 में अभी तक वे दो फिल्में लेकर आ चुके हैं. ‘जट्टू इंजीनियर’ और ‘हिंद का नापाक को जवाब-एमएसजी लॉयन हार्ट-2’.
यही नहीं अभी तक वे छह म्यूजिक एल्बम भी रिलीज कर चुके हैं. इस तरह वे इस माध्यम के जरिये संदेश देने की कोशिश करते हैं. वे एक्शन भी खूब करते हैं. इन फिल्मों में उनकी एक अलग ही दुनिया नजर आती है जो उनमें यकीन करने वालों को खूब भाती है.
यही नहीं अभी तक वे छह म्यूजिक एल्बम भी रिलीज कर चुके हैं. इस तरह वे इस माध्यम के जरिये संदेश देने की कोशिश करते हैं. वे एक्शन भी खूब करते हैं. इन फिल्मों में उनकी एक अलग ही दुनिया नजर आती है जो उनमें यकीन करने वालों को खूब भाती है. | सारांश: एमएसजीः द मैसेंजर थी उनकी पहली फिल्म
इस साल रिलीज हो चुकी हैं दो फिल्में
एमएसजी ऑनलाइन गुरुकुल का फर्स्ट लुक किया था रिलीज | 33 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: बांग्लादेश के तेज गेंदबाज और चोट की वजह से विश्व कप से बाहर होने वाले मशरफे मुर्तजा को भरोसा है कि उनकी टीम इस विश्व कप में एक बार फिर उस कारनामे को दोहरा सकती है, जो उसने वर्ष 2007 के विश्व कप के दौरान भारत पर रोमांचक जीत हासिल कर किया था। मुर्तजा ने हालांकि इस बात को भी स्वीकार किया कि 19 फरवरी से 2 अप्रैल तक चलने वाले विश्व कप में भारत खिताबी जीत का प्रमुख दावेदार है। उन्होंने श्रीलंका को विश्व कप का दूसरी सबसे मजबूत टीम करार दिया। मुर्तजा ने बातचीत के दौरान कहा, "हम चार साल पहले कैरिबयाई द्वीप में भारत को हरा चुके हैं। बाद में हमने दक्षिण अफ्रीका को भी पराजित किया था। यदि हम 2007 में ऐसा कर सकते हैं तो अभी क्यों नहीं। हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए।" मुर्तजा ने दावा किया कि वह बिल्कुल फिट थे लेकिन बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड इससे असहमत था और विश्व कप के लिए उनका चयन नहीं किया। मुर्तजा ने कहा, "हम एक बार में एक ही कदम उठाते हैं और प्रत्येक मैच को फाइनल की तरह लेते हैं। हम अभी क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने तक ही ध्यान दे रहे हैं। हमारे पास अपने दिन किसी भी टीम को हराने की क्षमता है। हम अपनी क्षमता को वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ क्यों नहीं भुना सकते।" गौरतलब है कि पिछले विश्व कप के दौरान बांग्लादेश ने भारत को पांच विकेट से हराकर सुपर-आठ में प्रवेश किया था और बाद में टूर्नामेंट में बाहर होने से पहले इस टीम ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को भी धूल चटाई थी। विश्व कप में बांग्लादेश को ग्रुप 'बी' में रखा गया है। इस ग्रुप में इंग्लैंड, भारत, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड्स की टीमें हैं। इनमें से चार शीर्ष टीमें क्वोर्टरफाइनल में प्रवेश करेंगी। | यहाँ एक सारांश है:मुर्तजा को भरोसा है कि उनकी टीम एक बार फिर उस कारनामे को दोहरा सकती है, जो उसने 2007 के विश्व कप में भारत पर जीत हासिल कर किया। | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: ब्रिटेन के मैनचेस्टरशहर से 20 साल के भारतीय मूल के छात्र गुरदीप हेयर का शव बरामद हो गया है, जो पिछले आठ दिन से लापता था।
पुलिस ने बताया कि मैनचेस्टरके सिटी सेंटर के मेडलॉक नदी से कल शव बरामद किया गया और आज उसकी शिनाख्त 2 जनवरी से लापता गुरदीप के तौर पर हुई।
गुरदीप के लापता होने की जांच कर रही ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि मैनचेस्टर सिटी सेंटर में यॉर्क स्ट्रीट के करीब नदी से शव को बरामद किया गया और आज उसकी औपचारिक शिनाख्त गुरदीप के तौर पर हुई।
पुलिस ने बताया, ‘उसकी मौत को लेकर किसी भी संदिग्ध परिस्थिति होने की संभावना नहीं है। गृह कार्यालय द्वारा इस हफ्ते के आखिर में उसकी पोस्टमार्टम कराया जाएगा।’ पुलिस ने कहा कि शव मिलने के बाद गुरदीप की खोज खत्म की जा चुकी है। मौत को लेकर ज्यादा ब्यौरा नहीं दिया गया।
गुरदीप को अंतिम बार गहरे नीले रंग का पोलो शर्ट और काली नीली जींस पहने देखा गया था। पुलिस ने उस टैक्सी चालक से पूछताछ की जिसने 2 जनवरी को उसे तडके दो बजकर 15 मिनट से कुछ समय बाद सांकीज नाइटक्लब के बाहर अपनी सेवा दी थी। गुरदीप ने चालक को मैनचेस्टर के रशोल्म इलाके के एक पते पर चलने को कहा, लेकिन उस पते से पहले ही वह उतर गया। टिप्पणियां
पुलिस ने कहा कि गुरदीप ने चालक को पते पर पहुंचे बिना रुक जाने को कहा। वह बाहर निकलना चाहता था। टैक्सी चालक ने उसके कहने के अनुसार हैथरसेज रोड पर गाड़ी रोक कर अपने बिल का भुगतान लिया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया।
पुलिस ने बताया कि मैनचेस्टरके सिटी सेंटर के मेडलॉक नदी से कल शव बरामद किया गया और आज उसकी शिनाख्त 2 जनवरी से लापता गुरदीप के तौर पर हुई।
गुरदीप के लापता होने की जांच कर रही ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि मैनचेस्टर सिटी सेंटर में यॉर्क स्ट्रीट के करीब नदी से शव को बरामद किया गया और आज उसकी औपचारिक शिनाख्त गुरदीप के तौर पर हुई।
पुलिस ने बताया, ‘उसकी मौत को लेकर किसी भी संदिग्ध परिस्थिति होने की संभावना नहीं है। गृह कार्यालय द्वारा इस हफ्ते के आखिर में उसकी पोस्टमार्टम कराया जाएगा।’ पुलिस ने कहा कि शव मिलने के बाद गुरदीप की खोज खत्म की जा चुकी है। मौत को लेकर ज्यादा ब्यौरा नहीं दिया गया।
गुरदीप को अंतिम बार गहरे नीले रंग का पोलो शर्ट और काली नीली जींस पहने देखा गया था। पुलिस ने उस टैक्सी चालक से पूछताछ की जिसने 2 जनवरी को उसे तडके दो बजकर 15 मिनट से कुछ समय बाद सांकीज नाइटक्लब के बाहर अपनी सेवा दी थी। गुरदीप ने चालक को मैनचेस्टर के रशोल्म इलाके के एक पते पर चलने को कहा, लेकिन उस पते से पहले ही वह उतर गया। टिप्पणियां
पुलिस ने कहा कि गुरदीप ने चालक को पते पर पहुंचे बिना रुक जाने को कहा। वह बाहर निकलना चाहता था। टैक्सी चालक ने उसके कहने के अनुसार हैथरसेज रोड पर गाड़ी रोक कर अपने बिल का भुगतान लिया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया।
गुरदीप के लापता होने की जांच कर रही ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि मैनचेस्टर सिटी सेंटर में यॉर्क स्ट्रीट के करीब नदी से शव को बरामद किया गया और आज उसकी औपचारिक शिनाख्त गुरदीप के तौर पर हुई।
पुलिस ने बताया, ‘उसकी मौत को लेकर किसी भी संदिग्ध परिस्थिति होने की संभावना नहीं है। गृह कार्यालय द्वारा इस हफ्ते के आखिर में उसकी पोस्टमार्टम कराया जाएगा।’ पुलिस ने कहा कि शव मिलने के बाद गुरदीप की खोज खत्म की जा चुकी है। मौत को लेकर ज्यादा ब्यौरा नहीं दिया गया।
गुरदीप को अंतिम बार गहरे नीले रंग का पोलो शर्ट और काली नीली जींस पहने देखा गया था। पुलिस ने उस टैक्सी चालक से पूछताछ की जिसने 2 जनवरी को उसे तडके दो बजकर 15 मिनट से कुछ समय बाद सांकीज नाइटक्लब के बाहर अपनी सेवा दी थी। गुरदीप ने चालक को मैनचेस्टर के रशोल्म इलाके के एक पते पर चलने को कहा, लेकिन उस पते से पहले ही वह उतर गया। टिप्पणियां
पुलिस ने कहा कि गुरदीप ने चालक को पते पर पहुंचे बिना रुक जाने को कहा। वह बाहर निकलना चाहता था। टैक्सी चालक ने उसके कहने के अनुसार हैथरसेज रोड पर गाड़ी रोक कर अपने बिल का भुगतान लिया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया।
पुलिस ने बताया, ‘उसकी मौत को लेकर किसी भी संदिग्ध परिस्थिति होने की संभावना नहीं है। गृह कार्यालय द्वारा इस हफ्ते के आखिर में उसकी पोस्टमार्टम कराया जाएगा।’ पुलिस ने कहा कि शव मिलने के बाद गुरदीप की खोज खत्म की जा चुकी है। मौत को लेकर ज्यादा ब्यौरा नहीं दिया गया।
गुरदीप को अंतिम बार गहरे नीले रंग का पोलो शर्ट और काली नीली जींस पहने देखा गया था। पुलिस ने उस टैक्सी चालक से पूछताछ की जिसने 2 जनवरी को उसे तडके दो बजकर 15 मिनट से कुछ समय बाद सांकीज नाइटक्लब के बाहर अपनी सेवा दी थी। गुरदीप ने चालक को मैनचेस्टर के रशोल्म इलाके के एक पते पर चलने को कहा, लेकिन उस पते से पहले ही वह उतर गया। टिप्पणियां
पुलिस ने कहा कि गुरदीप ने चालक को पते पर पहुंचे बिना रुक जाने को कहा। वह बाहर निकलना चाहता था। टैक्सी चालक ने उसके कहने के अनुसार हैथरसेज रोड पर गाड़ी रोक कर अपने बिल का भुगतान लिया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया।
गुरदीप को अंतिम बार गहरे नीले रंग का पोलो शर्ट और काली नीली जींस पहने देखा गया था। पुलिस ने उस टैक्सी चालक से पूछताछ की जिसने 2 जनवरी को उसे तडके दो बजकर 15 मिनट से कुछ समय बाद सांकीज नाइटक्लब के बाहर अपनी सेवा दी थी। गुरदीप ने चालक को मैनचेस्टर के रशोल्म इलाके के एक पते पर चलने को कहा, लेकिन उस पते से पहले ही वह उतर गया। टिप्पणियां
पुलिस ने कहा कि गुरदीप ने चालक को पते पर पहुंचे बिना रुक जाने को कहा। वह बाहर निकलना चाहता था। टैक्सी चालक ने उसके कहने के अनुसार हैथरसेज रोड पर गाड़ी रोक कर अपने बिल का भुगतान लिया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया।
पुलिस ने कहा कि गुरदीप ने चालक को पते पर पहुंचे बिना रुक जाने को कहा। वह बाहर निकलना चाहता था। टैक्सी चालक ने उसके कहने के अनुसार हैथरसेज रोड पर गाड़ी रोक कर अपने बिल का भुगतान लिया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया।
गुरदीप की मां अपने बेटे के घर नहीं लौटने पर परेशान हो गईं और उन्होंने दो दिन बाद उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया। चिंतित माता-पिता और दोस्तों ने शहर में गुरदीप की तस्वीरें लगाईं और फेसबुक पर भी खोज के लिए एक पेज शुरू किया। | यह एक सारांश है: ब्रिटेन के मैनचेस्टर शहर से 20 साल के भारतीय मूल के छात्र गुरदीप हेयर का शव बरामद हुआ है। वह पिछले आठ दिन से लापता था। | 2 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: फास्टफूड कंपनी मैकडोनाल्ड ने फिश-बर्गर से जुड़े अपने एक विज्ञापन को वापस लेने का फैसला किया है. मैकडोनाल्ड यूके ने ट्विटर पर लिखा है कि वह अपने ‘डैड’ टीवी विज्ञापन को वापस ले रही है.
इसको लेकर काफी शिकायतें मिली थीं जिनमें कहा गया था कि कंपनी बच्चे के शोक का फायदा उठा रही है. कंपनी ने इससे लोगों की भावना आहत होने पर खेद जताया है. कंपनी ने कहा है कि लोगों की आपत्ति व शिकायतों को ध्यान में रखते हुए उसने यह विज्ञापन वापस लेने का फैसला किया है. आलोचकों को शिकायत थी कि कंपनी अपने इस विज्ञापन में एक बच्चे के दर्द का फायदा उठा रही है.टिप्पणियां
इस विज्ञापन में एक बच्चा अपने स्वर्गीय पिता के विषय में पूछता है. पिता फुटबाल के खेल से जूतों के शौक के बारे में अपने इस पुत्र से बिल्कुल अलग होता है. बच्चा निराश दिखता है.
इसी बीच विज्ञापन में बच्चा मैकडोनाल्ड के फिश-बर्गर का निवाला काटता है और मां कहती है ‘यह तुम्हारे पिता की भी पसंद था.’ और इसके साथ बच्चे के चेयरे की निराश दूर हो गयी दिखती है. ब्रिटेन के विज्ञापन मानक प्राधिकरण को दर्शकों से करीब 100 शिकायतें मिली थीं. (न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट)
इसको लेकर काफी शिकायतें मिली थीं जिनमें कहा गया था कि कंपनी बच्चे के शोक का फायदा उठा रही है. कंपनी ने इससे लोगों की भावना आहत होने पर खेद जताया है. कंपनी ने कहा है कि लोगों की आपत्ति व शिकायतों को ध्यान में रखते हुए उसने यह विज्ञापन वापस लेने का फैसला किया है. आलोचकों को शिकायत थी कि कंपनी अपने इस विज्ञापन में एक बच्चे के दर्द का फायदा उठा रही है.टिप्पणियां
इस विज्ञापन में एक बच्चा अपने स्वर्गीय पिता के विषय में पूछता है. पिता फुटबाल के खेल से जूतों के शौक के बारे में अपने इस पुत्र से बिल्कुल अलग होता है. बच्चा निराश दिखता है.
इसी बीच विज्ञापन में बच्चा मैकडोनाल्ड के फिश-बर्गर का निवाला काटता है और मां कहती है ‘यह तुम्हारे पिता की भी पसंद था.’ और इसके साथ बच्चे के चेयरे की निराश दूर हो गयी दिखती है. ब्रिटेन के विज्ञापन मानक प्राधिकरण को दर्शकों से करीब 100 शिकायतें मिली थीं. (न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट)
इस विज्ञापन में एक बच्चा अपने स्वर्गीय पिता के विषय में पूछता है. पिता फुटबाल के खेल से जूतों के शौक के बारे में अपने इस पुत्र से बिल्कुल अलग होता है. बच्चा निराश दिखता है.
इसी बीच विज्ञापन में बच्चा मैकडोनाल्ड के फिश-बर्गर का निवाला काटता है और मां कहती है ‘यह तुम्हारे पिता की भी पसंद था.’ और इसके साथ बच्चे के चेयरे की निराश दूर हो गयी दिखती है. ब्रिटेन के विज्ञापन मानक प्राधिकरण को दर्शकों से करीब 100 शिकायतें मिली थीं. (न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट)
इसी बीच विज्ञापन में बच्चा मैकडोनाल्ड के फिश-बर्गर का निवाला काटता है और मां कहती है ‘यह तुम्हारे पिता की भी पसंद था.’ और इसके साथ बच्चे के चेयरे की निराश दूर हो गयी दिखती है. ब्रिटेन के विज्ञापन मानक प्राधिकरण को दर्शकों से करीब 100 शिकायतें मिली थीं. (न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट) | सारांश: मैकडोनाल्ड ने फिश बर्गर ऐड वापस ली और माफी मांगी
मैकडोनाल्ड यूके ने ट्विटर पर लिखा, ‘डैड’ टीवी विज्ञापन को वापस ले रही है
एक बच्चे के दर्द का फायदा उठाने का आरोप | 7 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भारत ने बुधवार को चीन की ओर से जम्मू कश्मीर और अरूणाचल प्रदेश के लोगों को नत्थी वीजा जारी करने को अस्वीकार्य करार दिया है। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा, भारत के लोगों को नत्थी वीजा जारी किया जाना अस्वीकार्य है। रक्षा मंत्री अरूणाचल प्रदेश के दो खिलाड़ियों को चीन की ओर से नत्थी वीजा जारी किये जाने के बारे में पूछे गए प्रश्न पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और इस बारे में चीनी पक्ष को सूचित कर दिया गया है कि जाति या स्थान से परे भारत के नागरिकों को वीजा जारी करने के लिए समान प्रक्रिया अपनायी जानी चाहिए। इस मामले में मंत्रालय ने नवंबर 2009 में भारतीय नागरिकों को जारी किये गए परामर्श की ओर इशारा किया जिसमें कहा गया था कि पासपोर्ट के साथ नत्थी वीजा मान्य नहीं होंगे। गौरतलब है कि चीन ने जम्मू कश्मीर के लोगों को 2008 से नत्थी वीजा जारी करना शुरू किया था जिसका उद्देश्य इसे विवादित क्षेत्र के रूप में पेश करना था। | सारांश: रक्षा मंत्री अरूणाचल प्रदेश के दो खिलाड़ियों को चीन की ओर से नत्थी वीजा जारी किये जाने के बारे में पूछे गए प्रश्न पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। | 5 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: कपिल शर्मा को बॉम्बे हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. हाईकोर्ट ने कपिल शर्मा के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर रोक लगाते हुये बीएमसी को कपिल का पक्ष सुनने का आदेश दिया है. मामला कपिल के गोरेगांव स्थित फ्लैट से जुड़ा है. कपिल पर आरोप है कि उन्होंने अपने फ्लैट में अवैध निर्माण कराया है. अदालत ने रोक का ये फैसला बीएमसी द्वारा कपिल शर्मा और अभिनेता इरफ़ान खान सहित कुल 13 लोगों के खिलाफ साल 2016 में जारी नोटिस वापस लेंने पर दिया. कपिल शर्मा और अभिनेता इरफ़ान खान सहित ईमारत के 13 लोगों के खिलाफ साल 2016 में बी एम सी ने अवैध निर्माण का नोटिस दिया गया था जिसके खिलाफ कपिल शर्मा और बाकियों ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. अदालत में कपिल ने बीएएमसी की कार्रवाई को गैरकानूनी और गलत मंशा से प्रेरित होने का आरोप लगाया.
कपिल ने अदालत को बताया था कि वो मामला पहले से सत्र न्यायालय में चल रहा है और सत्र न्यायालय ने आखिरी फैसला आने तक बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगाया हुआ है बाउजूद इसके बीएमसी साल 2016 में फिर से नोटिस भेज रही है और एफ आई आर भी दर्ज करवा दिया है. कपिल की तरफ से बताया गया कि गोरेगांव की 18 मंजिला इमारत को बीएमसी साल 2013 में सीसी और ओसी दे चुकी थी. लेकिन फिर, अचानक से नवंबर, 2014 को बीएमसी के बिल्डिंग और फैक्टरी डिपार्टमेंट ने नोटिस देकर बिल्डिंग के कुछ हिस्से को अवैध बताया. जिसे लेकर मामला सत्र न्यायालय में पहले से लंबित है. टिप्पणियां
दरसअल कपिल शर्मा ने ट्वीट कर बीएमसी के एक अफसर पर 5 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिन पर सवाल उठाया था. उसके बाद से ही कपिल के बुरे दिन शुरू हो गए. पता चला कि कपिल का वो दफ्तर अवैध है. उसकी वजह से मैंग्रोव का भी नुकसान हुआ है. मामले में वन विभाग के सक्रिय होने के बाद बीएमसी भी सक्रिय हो गई और उस बंगले के साथ गोरेगांव में कपिल के फ्लैट पर फिर से कार्रवाई का नोटिस पकड़ा दिया.
लेकिन अब चूंकि बीएमसी ने अदालत से खुद ही कहा है कि वो साल 2016 की अपनी नोटिस वापस ले रही है तो अदालत ने कपिल के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर रोक लगा दी है और बीएमसी को कहा है कि वो मामले में कपिल का पक्ष सुने. वर्तमान में कॉमेडी शो में सहयोगी अभिनेता सुनील ग्रोवर और अन्य के साथ बदसलूकी के लिए विवादों में घिरे कपिल शर्मा के लिए ये खबर राहत बनकर आई है.
कपिल ने अदालत को बताया था कि वो मामला पहले से सत्र न्यायालय में चल रहा है और सत्र न्यायालय ने आखिरी फैसला आने तक बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगाया हुआ है बाउजूद इसके बीएमसी साल 2016 में फिर से नोटिस भेज रही है और एफ आई आर भी दर्ज करवा दिया है. कपिल की तरफ से बताया गया कि गोरेगांव की 18 मंजिला इमारत को बीएमसी साल 2013 में सीसी और ओसी दे चुकी थी. लेकिन फिर, अचानक से नवंबर, 2014 को बीएमसी के बिल्डिंग और फैक्टरी डिपार्टमेंट ने नोटिस देकर बिल्डिंग के कुछ हिस्से को अवैध बताया. जिसे लेकर मामला सत्र न्यायालय में पहले से लंबित है. टिप्पणियां
दरसअल कपिल शर्मा ने ट्वीट कर बीएमसी के एक अफसर पर 5 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिन पर सवाल उठाया था. उसके बाद से ही कपिल के बुरे दिन शुरू हो गए. पता चला कि कपिल का वो दफ्तर अवैध है. उसकी वजह से मैंग्रोव का भी नुकसान हुआ है. मामले में वन विभाग के सक्रिय होने के बाद बीएमसी भी सक्रिय हो गई और उस बंगले के साथ गोरेगांव में कपिल के फ्लैट पर फिर से कार्रवाई का नोटिस पकड़ा दिया.
लेकिन अब चूंकि बीएमसी ने अदालत से खुद ही कहा है कि वो साल 2016 की अपनी नोटिस वापस ले रही है तो अदालत ने कपिल के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर रोक लगा दी है और बीएमसी को कहा है कि वो मामले में कपिल का पक्ष सुने. वर्तमान में कॉमेडी शो में सहयोगी अभिनेता सुनील ग्रोवर और अन्य के साथ बदसलूकी के लिए विवादों में घिरे कपिल शर्मा के लिए ये खबर राहत बनकर आई है.
दरसअल कपिल शर्मा ने ट्वीट कर बीएमसी के एक अफसर पर 5 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिन पर सवाल उठाया था. उसके बाद से ही कपिल के बुरे दिन शुरू हो गए. पता चला कि कपिल का वो दफ्तर अवैध है. उसकी वजह से मैंग्रोव का भी नुकसान हुआ है. मामले में वन विभाग के सक्रिय होने के बाद बीएमसी भी सक्रिय हो गई और उस बंगले के साथ गोरेगांव में कपिल के फ्लैट पर फिर से कार्रवाई का नोटिस पकड़ा दिया.
लेकिन अब चूंकि बीएमसी ने अदालत से खुद ही कहा है कि वो साल 2016 की अपनी नोटिस वापस ले रही है तो अदालत ने कपिल के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर रोक लगा दी है और बीएमसी को कहा है कि वो मामले में कपिल का पक्ष सुने. वर्तमान में कॉमेडी शो में सहयोगी अभिनेता सुनील ग्रोवर और अन्य के साथ बदसलूकी के लिए विवादों में घिरे कपिल शर्मा के लिए ये खबर राहत बनकर आई है.
लेकिन अब चूंकि बीएमसी ने अदालत से खुद ही कहा है कि वो साल 2016 की अपनी नोटिस वापस ले रही है तो अदालत ने कपिल के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर रोक लगा दी है और बीएमसी को कहा है कि वो मामले में कपिल का पक्ष सुने. वर्तमान में कॉमेडी शो में सहयोगी अभिनेता सुनील ग्रोवर और अन्य के साथ बदसलूकी के लिए विवादों में घिरे कपिल शर्मा के लिए ये खबर राहत बनकर आई है. | यहाँ एक सारांश है:कपिल शर्मा को बॉम्बे हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है
हाईकोर्ट ने कपिल शर्मा के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर लगाई रोक
कपिल पर है अपने फ्लैट में अवैध निर्माण कराने का आरोप | 15 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: नई दिल्ली में अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि एनएसजी की प्रक्रिया नाजुक और जटिल है और भारत की संभावनाओं पर अटकलें नहीं लगाई जानी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग कल ताशकंद में मुलाकात कर सकते हैं जहां वे एससीओ के सम्मेलन में भाग लेंगे। मोदी एनएसजी के विषय पर चिनफिंग से बात कर सकते हैं लेकिन गौरतलब होगा कि क्या चीन अपने रख में बदलाव लाएगा।टिप्पणियां
एनएसजी के लिए भारत के पक्ष का करीब 20 देश समर्थन कर रहे हैं लेकिन एनएसजी में आम-सहमति से फैसले होने के मद्देनजर भारत के सामने कठिन चुनौती है। लेकिन भारत को उम्मीद है जोकि दक्षिण कोरिया की राजधानी में जयशंकर की मौजूदगी से स्पष्ट है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एनएसजी के लिए भारत के पक्ष का करीब 20 देश समर्थन कर रहे हैं लेकिन एनएसजी में आम-सहमति से फैसले होने के मद्देनजर भारत के सामने कठिन चुनौती है। लेकिन भारत को उम्मीद है जोकि दक्षिण कोरिया की राजधानी में जयशंकर की मौजूदगी से स्पष्ट है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:एनएसजी का दो दिवसीय पूर्ण सत्र कल से सोल में शुरू
विदेश सचिव एस जयशंकर सोल पहुंचे
पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की कल ताशकंद में मुलाकात संभव | 15 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने कहा है कि हर धर्म में आतंकवादी रहे हैं. कोई भी यह नहीं कह सकता है कि हम बेदाग हैं. उन्होंने कहा है कि महत्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे देश का पहला आतंकी हिंदू था वाले बयान के बाद हुए विवाद से बिलकुल नहीं डरे नहीं है. कमल हासन ने यह बात अपनी पार्टी के प्रचार के दौरान एनडीटीवी से बातचीत में कही है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही मदुरै में चुनाव प्रचार के दौरान कमल हासन पर चप्पल पर फेंकी गई थी. वहीं तमिलनाडु सरकार में मंत्री केटी राजेंद्र भालाजी ने विवादित बयान देते हुए कहा कि कमल हासन की जुबान काट देनी चाहिए. अपनी पार्टी मक्काल नीधि मैयम का प्रचार करते हुए एनडीटीवी से बातचीत में कमल हासन ने कहा कि वह चप्पल और पत्थर फेंकने जैसी घटनाओं से घबराए नहीं है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान सौहार्द के बारे में था. वह मुस्लिम, ईसाई और हिंदू समुदाय के बीच अपनी बात पहुंचाएंगे. कमल हासन ने कहा कि उन्होंने यह बात इसलिए नहीं कही है कि वह मुस्लिम बहुल इलाके में हैं, क्यों वह इस समय महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने खड़े हैं.
गोडसे को हिंदू आतंकवादी बताने वाले बयान पर बीजेपी की ओर से कमल हासन की तीखी आलोचना की गई. पार्टी की ओर से कहा गया, हम कमल हासन के बयान की आलोचना करते हैं. वह अल्पसंख्यक बहुल इलाके में सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं. चुनाव आयोग को उनके इस बयान पर कड़ा कदम उठाने चाहिए.' आपको बता दें कि यह बयान तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष टी. सुंदरराजन की ओर से ट्वीट पर शेयर किया गया है. | संक्षिप्त सारांश: एनडीटीवी से बातचीत में बोले कमल हासन
'सभी धर्मों आतंकी रहे हैं'
'घटनाओं से घबराया नहीं' | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: लंदन में एक मस्जिद के निकट एक व्यक्ति ने नमाज़ियों के बीच अपना वाहन घुसा दिया, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए. प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने इसे संभवत: आतंकी हमला बताया है. यह घटना देर रात मुस्लिम वेलफेयर हाउस के बाहर हुई. सेवन सिस्टर्स रोड पर स्थित इस परिसर में एक मस्जिद है. इस घटना वाला स्थान फिन्सबरी पार्क मस्जिद के निकट है. घटना के समय इलाके में बहुत सारे नमाजी मौजूद थे जो कुछ देर पहले नमाज पढ़कर रमजान से बाहर निकले थे. आतंकवाद रोधी पुलिस घटना की जांच कर रही है.
मेट्रोपोलिटन पुलिस ने कहा कि एक व्यक्ति को घटनास्थल पर ही मृत घोषित किया गया है. आठ लोग घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री मे ने कहा कि पुलिस इस घटना को संभवत: आतंकी हमला मान रही हैं. इससे पहले टेरीजा मे ने इसे भयावह घटना करार दिया था.
उन्होंने कहा, घायल हुए लोगों, उनके प्रियजन और मौके पर मौजूद आपात सेवा के लोगों के साथ मेरी प्रार्थनाएं हैं. पुलिस ने कहा, वैन के ड्राइवर (48) को मौके पर मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. ड्राइवर को एहतियातन अस्पताल ले जाया गया है और वहां से निलकने के बाद उसे हिरासत में लिया जाएगा. उसके मानसिक हालत की जांच की जाएगी. स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा कि मौके पर सशस्त्र पुलिस मौजूद है तथा आतंकवाद विरोधी कमान मामले की जांच कर रही है. रमजान में मुसलमानों में भरोसा पैदा करने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की गई है. मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने इसे बड़ी घटना बताया है. उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति वाहन का ड्राइवर है. आतंकवाद रोधी विभाग के अधिकारियों ने पुलिस के साथ मिलकर इस घटना की जांच कर रहे हैं. टिप्पणियां
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि वैन की टक्कर में कुल 10 लोग घायल हुए हैं. इससे पहले पुलिस ने एक बयान में कहा, 18 जून को स्थानीय समयानुसार रात 12.20 बजे पुलिस को सूचित किया गया कि एक वाहन ने नमाज़ियों को टक्कर मार दी है. मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन (एमसीबी) ने ट्विटर पर कहा, हमें सूचित किया गया है कि चालक ने वाहन उस वक्त नमाजियों पर चढ़ा दिया जब वे फिन्सबरी पार्क मस्जिद से बाहर निकल थे. हमारी दुआएं पीड़ितों के साथ हैं. एमसीबी के प्रमुख हारून खान ने ट्वीट किया कि वैन को 'जानबूझकर' उन लोगों पर चढ़ाया गया जो तरावीह (रमजान में रात में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज) पढ़कर मस्जिद से निकले थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मेट्रोपोलिटन पुलिस ने कहा कि एक व्यक्ति को घटनास्थल पर ही मृत घोषित किया गया है. आठ लोग घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री मे ने कहा कि पुलिस इस घटना को संभवत: आतंकी हमला मान रही हैं. इससे पहले टेरीजा मे ने इसे भयावह घटना करार दिया था.
उन्होंने कहा, घायल हुए लोगों, उनके प्रियजन और मौके पर मौजूद आपात सेवा के लोगों के साथ मेरी प्रार्थनाएं हैं. पुलिस ने कहा, वैन के ड्राइवर (48) को मौके पर मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. ड्राइवर को एहतियातन अस्पताल ले जाया गया है और वहां से निलकने के बाद उसे हिरासत में लिया जाएगा. उसके मानसिक हालत की जांच की जाएगी. स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा कि मौके पर सशस्त्र पुलिस मौजूद है तथा आतंकवाद विरोधी कमान मामले की जांच कर रही है. रमजान में मुसलमानों में भरोसा पैदा करने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की गई है. मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने इसे बड़ी घटना बताया है. उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति वाहन का ड्राइवर है. आतंकवाद रोधी विभाग के अधिकारियों ने पुलिस के साथ मिलकर इस घटना की जांच कर रहे हैं. टिप्पणियां
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि वैन की टक्कर में कुल 10 लोग घायल हुए हैं. इससे पहले पुलिस ने एक बयान में कहा, 18 जून को स्थानीय समयानुसार रात 12.20 बजे पुलिस को सूचित किया गया कि एक वाहन ने नमाज़ियों को टक्कर मार दी है. मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन (एमसीबी) ने ट्विटर पर कहा, हमें सूचित किया गया है कि चालक ने वाहन उस वक्त नमाजियों पर चढ़ा दिया जब वे फिन्सबरी पार्क मस्जिद से बाहर निकल थे. हमारी दुआएं पीड़ितों के साथ हैं. एमसीबी के प्रमुख हारून खान ने ट्वीट किया कि वैन को 'जानबूझकर' उन लोगों पर चढ़ाया गया जो तरावीह (रमजान में रात में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज) पढ़कर मस्जिद से निकले थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, घायल हुए लोगों, उनके प्रियजन और मौके पर मौजूद आपात सेवा के लोगों के साथ मेरी प्रार्थनाएं हैं. पुलिस ने कहा, वैन के ड्राइवर (48) को मौके पर मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. ड्राइवर को एहतियातन अस्पताल ले जाया गया है और वहां से निलकने के बाद उसे हिरासत में लिया जाएगा. उसके मानसिक हालत की जांच की जाएगी. स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा कि मौके पर सशस्त्र पुलिस मौजूद है तथा आतंकवाद विरोधी कमान मामले की जांच कर रही है. रमजान में मुसलमानों में भरोसा पैदा करने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की गई है. मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने इसे बड़ी घटना बताया है. उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति वाहन का ड्राइवर है. आतंकवाद रोधी विभाग के अधिकारियों ने पुलिस के साथ मिलकर इस घटना की जांच कर रहे हैं. टिप्पणियां
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि वैन की टक्कर में कुल 10 लोग घायल हुए हैं. इससे पहले पुलिस ने एक बयान में कहा, 18 जून को स्थानीय समयानुसार रात 12.20 बजे पुलिस को सूचित किया गया कि एक वाहन ने नमाज़ियों को टक्कर मार दी है. मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन (एमसीबी) ने ट्विटर पर कहा, हमें सूचित किया गया है कि चालक ने वाहन उस वक्त नमाजियों पर चढ़ा दिया जब वे फिन्सबरी पार्क मस्जिद से बाहर निकल थे. हमारी दुआएं पीड़ितों के साथ हैं. एमसीबी के प्रमुख हारून खान ने ट्वीट किया कि वैन को 'जानबूझकर' उन लोगों पर चढ़ाया गया जो तरावीह (रमजान में रात में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज) पढ़कर मस्जिद से निकले थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि वैन की टक्कर में कुल 10 लोग घायल हुए हैं. इससे पहले पुलिस ने एक बयान में कहा, 18 जून को स्थानीय समयानुसार रात 12.20 बजे पुलिस को सूचित किया गया कि एक वाहन ने नमाज़ियों को टक्कर मार दी है. मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन (एमसीबी) ने ट्विटर पर कहा, हमें सूचित किया गया है कि चालक ने वाहन उस वक्त नमाजियों पर चढ़ा दिया जब वे फिन्सबरी पार्क मस्जिद से बाहर निकल थे. हमारी दुआएं पीड़ितों के साथ हैं. एमसीबी के प्रमुख हारून खान ने ट्वीट किया कि वैन को 'जानबूझकर' उन लोगों पर चढ़ाया गया जो तरावीह (रमजान में रात में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज) पढ़कर मस्जिद से निकले थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त पाठ: मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया
रात की नमाज पढ़कर लौट रहे थे लोग
सेवेन सिस्टर्स रोड के निकट हादसा | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: विपक्ष और कुछ सहयोगी दलों के दबाव के बीच सरकार ने खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के फैसले पर रोक लगा दी ताकि संसद में इस विषय पर गतिरोध को समाप्त किया जा सके। यह घोषणा प. बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से टेलीफोन पर बातचीत के बाद आश्चर्यजनक तरीके से की। हालांकि मुखर्जी ने इस विषय पर कुछ भी बोलने से इनकार करते हुए कहा कि इस बाबत आधिकारिक बयान संसद में ही दिया जाएगा। खुदरा क्षेत्र में एफडीआई का विरोध करने वाली ममता के अनुसार प्रणब मुखर्जी ने उन्हें बताया कि एफडीआई से जुड़े फैसले को टाल दिया गया है। उन्होंने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा, यह अस्थाई नहीं है। जब तक इस मुद्दे पर आम सहमति नहीं बनती तब तक यह फैसला निलंबित है। उन्होंने कहा, प्रणव दा ने इस मुद्दे पर हमारी राय मांगी और हमने उन्हें बताया कि तृणमूल कांग्रेस का रुख अडिग है। उन्होंने मुझे बताया कि रिटेल में एफडीआई लाने के कैबिनेट के फैसले को तब तक टाल दिया जाएगा जब तक आम सहमति नहीं बनती। उन्होंने कहा, अगर ऐसा होता है तो मुद्दे का समाधान हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, मामला स्पष्ट है और आप प्रणब मुखर्जी से पूछ सकते हैं। | केंद्र सरकार बहु ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 फीसदी एफडीआई के फैसले को तब तक लागू नहीं करेगी, जब तक कि इस पर आम सहमति नहीं बन जाती। | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत से पहले भारत ने सोमवार को कहा कि वह दोनों देशों के बीच छह दशक पुराने मुद्दों के ‘बड़े समाधानों’ की अपेक्षा ऐसे समय में नहीं करता जब देश कई उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है।
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से जब पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता में हुई अपेक्षाकृत कम प्रगति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘पिछले 60 साल से ये दिक्कतें हैं और आप छह दिन या छह हफ्तों या छह महीनों में बड़े समाधानों की अपेक्षा नहीं करते।’ उन्होंने पाकिस्तान के साथ वार्ता प्रक्रिया को जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया जो खुद कई उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है।
कृष्णा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पूरा जोर पाकिस्तान को शामिल रखने और उनसे बातचीत करने पर है। उनके देश में भी उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है। इसलिए हमें उन्हें समाधान के लिए मौका देना होगा और भारत जैसे स्थिर तथा बढ़ते हुए देश को इस बारे में सोचना होगा।’’ जब विदेश मंत्री से पूछा गया कि भारत क्या जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मुद्दे को उठाएगा तो उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अच्छे पड़ोसियों के तौर पर बने रहने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ चीजें सामान्य हो रहीं हैं। हमें उम्मीद है कि अच्छे पड़ोसियों के तौर पर दोनों देशों की ओर से गंभीर प्रयास किये जाएंगे। भारत हमेशा से ऐसा करना चाहता रहा है। मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान इस दिशा में कार्रवाई करेगा।’’ कृष्णा जाहिरा तौर पर पाकिस्तान के उन हालात का जिक्र कर रहे थे जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को राष्ट्रीय असेंबली की सदस्यता से अयोग्य करार दिया था। टिप्पणियां
कृष्णा ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में कथित तौर पर शामिल रहे एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किये जाने पर दिल्ली पुलिस को बधाई भी दी लेकिन इस बारे में कुछ नहीं कहा कि पाकिस्तान के साथ इस विषय को उठाया जाएगा या नहीं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने शानदार काम किया है। मुझे विश्वास है कि जांच होगी और हम जांच पूरी होने तक इंतजार करेंगे।’’ मुंबई में 2008 में आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकवादियों को हिंदी सिखाने वाले सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा को पिछले सप्ताह यहां आईजीआई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया।
क्या भारत जबीउद्दीन की गिरफ्तारी के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाएगा, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पहले दिल्ली पुलिस जांच कर ले। फिर वे सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे और तब हम देखेंगे कि क्या उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’ पाकिस्तान की सेना के ‘स्वार्थी कार्पोरेट’ हितों के चलते भारत से परमाणु विवाद होने की संभावना संबंधी बांग्लादेश के उच्चायुक्त अहमद तारिक करीम के बयानों पर कृष्णा ने महज इतना कहा, ‘‘परमाणु टकराव अकल्पनीय है।’’
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से जब पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता में हुई अपेक्षाकृत कम प्रगति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘पिछले 60 साल से ये दिक्कतें हैं और आप छह दिन या छह हफ्तों या छह महीनों में बड़े समाधानों की अपेक्षा नहीं करते।’ उन्होंने पाकिस्तान के साथ वार्ता प्रक्रिया को जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया जो खुद कई उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है।
कृष्णा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पूरा जोर पाकिस्तान को शामिल रखने और उनसे बातचीत करने पर है। उनके देश में भी उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है। इसलिए हमें उन्हें समाधान के लिए मौका देना होगा और भारत जैसे स्थिर तथा बढ़ते हुए देश को इस बारे में सोचना होगा।’’ जब विदेश मंत्री से पूछा गया कि भारत क्या जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मुद्दे को उठाएगा तो उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अच्छे पड़ोसियों के तौर पर बने रहने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ चीजें सामान्य हो रहीं हैं। हमें उम्मीद है कि अच्छे पड़ोसियों के तौर पर दोनों देशों की ओर से गंभीर प्रयास किये जाएंगे। भारत हमेशा से ऐसा करना चाहता रहा है। मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान इस दिशा में कार्रवाई करेगा।’’ कृष्णा जाहिरा तौर पर पाकिस्तान के उन हालात का जिक्र कर रहे थे जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को राष्ट्रीय असेंबली की सदस्यता से अयोग्य करार दिया था। टिप्पणियां
कृष्णा ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में कथित तौर पर शामिल रहे एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किये जाने पर दिल्ली पुलिस को बधाई भी दी लेकिन इस बारे में कुछ नहीं कहा कि पाकिस्तान के साथ इस विषय को उठाया जाएगा या नहीं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने शानदार काम किया है। मुझे विश्वास है कि जांच होगी और हम जांच पूरी होने तक इंतजार करेंगे।’’ मुंबई में 2008 में आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकवादियों को हिंदी सिखाने वाले सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा को पिछले सप्ताह यहां आईजीआई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया।
क्या भारत जबीउद्दीन की गिरफ्तारी के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाएगा, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पहले दिल्ली पुलिस जांच कर ले। फिर वे सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे और तब हम देखेंगे कि क्या उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’ पाकिस्तान की सेना के ‘स्वार्थी कार्पोरेट’ हितों के चलते भारत से परमाणु विवाद होने की संभावना संबंधी बांग्लादेश के उच्चायुक्त अहमद तारिक करीम के बयानों पर कृष्णा ने महज इतना कहा, ‘‘परमाणु टकराव अकल्पनीय है।’’
कृष्णा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पूरा जोर पाकिस्तान को शामिल रखने और उनसे बातचीत करने पर है। उनके देश में भी उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है। इसलिए हमें उन्हें समाधान के लिए मौका देना होगा और भारत जैसे स्थिर तथा बढ़ते हुए देश को इस बारे में सोचना होगा।’’ जब विदेश मंत्री से पूछा गया कि भारत क्या जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मुद्दे को उठाएगा तो उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अच्छे पड़ोसियों के तौर पर बने रहने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ चीजें सामान्य हो रहीं हैं। हमें उम्मीद है कि अच्छे पड़ोसियों के तौर पर दोनों देशों की ओर से गंभीर प्रयास किये जाएंगे। भारत हमेशा से ऐसा करना चाहता रहा है। मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान इस दिशा में कार्रवाई करेगा।’’ कृष्णा जाहिरा तौर पर पाकिस्तान के उन हालात का जिक्र कर रहे थे जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को राष्ट्रीय असेंबली की सदस्यता से अयोग्य करार दिया था। टिप्पणियां
कृष्णा ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में कथित तौर पर शामिल रहे एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किये जाने पर दिल्ली पुलिस को बधाई भी दी लेकिन इस बारे में कुछ नहीं कहा कि पाकिस्तान के साथ इस विषय को उठाया जाएगा या नहीं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने शानदार काम किया है। मुझे विश्वास है कि जांच होगी और हम जांच पूरी होने तक इंतजार करेंगे।’’ मुंबई में 2008 में आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकवादियों को हिंदी सिखाने वाले सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा को पिछले सप्ताह यहां आईजीआई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया।
क्या भारत जबीउद्दीन की गिरफ्तारी के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाएगा, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पहले दिल्ली पुलिस जांच कर ले। फिर वे सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे और तब हम देखेंगे कि क्या उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’ पाकिस्तान की सेना के ‘स्वार्थी कार्पोरेट’ हितों के चलते भारत से परमाणु विवाद होने की संभावना संबंधी बांग्लादेश के उच्चायुक्त अहमद तारिक करीम के बयानों पर कृष्णा ने महज इतना कहा, ‘‘परमाणु टकराव अकल्पनीय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ चीजें सामान्य हो रहीं हैं। हमें उम्मीद है कि अच्छे पड़ोसियों के तौर पर दोनों देशों की ओर से गंभीर प्रयास किये जाएंगे। भारत हमेशा से ऐसा करना चाहता रहा है। मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान इस दिशा में कार्रवाई करेगा।’’ कृष्णा जाहिरा तौर पर पाकिस्तान के उन हालात का जिक्र कर रहे थे जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को राष्ट्रीय असेंबली की सदस्यता से अयोग्य करार दिया था। टिप्पणियां
कृष्णा ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में कथित तौर पर शामिल रहे एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किये जाने पर दिल्ली पुलिस को बधाई भी दी लेकिन इस बारे में कुछ नहीं कहा कि पाकिस्तान के साथ इस विषय को उठाया जाएगा या नहीं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने शानदार काम किया है। मुझे विश्वास है कि जांच होगी और हम जांच पूरी होने तक इंतजार करेंगे।’’ मुंबई में 2008 में आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकवादियों को हिंदी सिखाने वाले सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा को पिछले सप्ताह यहां आईजीआई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया।
क्या भारत जबीउद्दीन की गिरफ्तारी के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाएगा, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पहले दिल्ली पुलिस जांच कर ले। फिर वे सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे और तब हम देखेंगे कि क्या उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’ पाकिस्तान की सेना के ‘स्वार्थी कार्पोरेट’ हितों के चलते भारत से परमाणु विवाद होने की संभावना संबंधी बांग्लादेश के उच्चायुक्त अहमद तारिक करीम के बयानों पर कृष्णा ने महज इतना कहा, ‘‘परमाणु टकराव अकल्पनीय है।’’
कृष्णा ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में कथित तौर पर शामिल रहे एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किये जाने पर दिल्ली पुलिस को बधाई भी दी लेकिन इस बारे में कुछ नहीं कहा कि पाकिस्तान के साथ इस विषय को उठाया जाएगा या नहीं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने शानदार काम किया है। मुझे विश्वास है कि जांच होगी और हम जांच पूरी होने तक इंतजार करेंगे।’’ मुंबई में 2008 में आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकवादियों को हिंदी सिखाने वाले सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा को पिछले सप्ताह यहां आईजीआई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया।
क्या भारत जबीउद्दीन की गिरफ्तारी के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाएगा, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पहले दिल्ली पुलिस जांच कर ले। फिर वे सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे और तब हम देखेंगे कि क्या उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’ पाकिस्तान की सेना के ‘स्वार्थी कार्पोरेट’ हितों के चलते भारत से परमाणु विवाद होने की संभावना संबंधी बांग्लादेश के उच्चायुक्त अहमद तारिक करीम के बयानों पर कृष्णा ने महज इतना कहा, ‘‘परमाणु टकराव अकल्पनीय है।’’
क्या भारत जबीउद्दीन की गिरफ्तारी के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाएगा, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पहले दिल्ली पुलिस जांच कर ले। फिर वे सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे और तब हम देखेंगे कि क्या उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’ पाकिस्तान की सेना के ‘स्वार्थी कार्पोरेट’ हितों के चलते भारत से परमाणु विवाद होने की संभावना संबंधी बांग्लादेश के उच्चायुक्त अहमद तारिक करीम के बयानों पर कृष्णा ने महज इतना कहा, ‘‘परमाणु टकराव अकल्पनीय है।’’ | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत से पहले भारत ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच छह दशक पुराने मुद्दों के ‘बड़े समाधानों’ की अपेक्षा ऐसे समय में नहीं करता जब देश कई उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है। | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कर्नाटक उच्च न्यायालय ने खेल निर्माता कंपनी नाइकी द्वारा दायर मुकदमे पर क्रिकेटर विराट कोहली को मंगलवार को तुरंत नोटिस जारी करने के आदेश दिए। कंपनी ने कोहली पर उसके विज्ञापन करार का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
न्यायमूर्ति हुलुवादी जी रमेश ने कोहली को नाइकी के साथ विज्ञापन करार के संबंध में अगले चार सप्ताह तक यथास्थिति बनाये रखने के निर्देश दिये। इसके बाद उन्होंने मामला स्थगित कर दिया।टिप्पणियां
नाइकी ने सोमवार को मुकदमा दायर करके दावा किया था कि कोहली ने 2014 तक उसका ब्रांड एंबेसडर बने रहने पर असहमति जताकर अनुबंध का उल्लंघन किया है। यह अनुबंध 2008 में पांच साल के लिए हुआ था जो एक साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
कंपनी के वकील आदित्य सोढ़ी ने कहा कि नाईकी ने कोहली को वर्तमान करार समाप्त होने तक किसी अन्य तीसरे पक्ष के साथ विज्ञापन समझौता करने से रोकने के लिए कहा था।
न्यायमूर्ति हुलुवादी जी रमेश ने कोहली को नाइकी के साथ विज्ञापन करार के संबंध में अगले चार सप्ताह तक यथास्थिति बनाये रखने के निर्देश दिये। इसके बाद उन्होंने मामला स्थगित कर दिया।टिप्पणियां
नाइकी ने सोमवार को मुकदमा दायर करके दावा किया था कि कोहली ने 2014 तक उसका ब्रांड एंबेसडर बने रहने पर असहमति जताकर अनुबंध का उल्लंघन किया है। यह अनुबंध 2008 में पांच साल के लिए हुआ था जो एक साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
कंपनी के वकील आदित्य सोढ़ी ने कहा कि नाईकी ने कोहली को वर्तमान करार समाप्त होने तक किसी अन्य तीसरे पक्ष के साथ विज्ञापन समझौता करने से रोकने के लिए कहा था।
नाइकी ने सोमवार को मुकदमा दायर करके दावा किया था कि कोहली ने 2014 तक उसका ब्रांड एंबेसडर बने रहने पर असहमति जताकर अनुबंध का उल्लंघन किया है। यह अनुबंध 2008 में पांच साल के लिए हुआ था जो एक साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
कंपनी के वकील आदित्य सोढ़ी ने कहा कि नाईकी ने कोहली को वर्तमान करार समाप्त होने तक किसी अन्य तीसरे पक्ष के साथ विज्ञापन समझौता करने से रोकने के लिए कहा था।
कंपनी के वकील आदित्य सोढ़ी ने कहा कि नाईकी ने कोहली को वर्तमान करार समाप्त होने तक किसी अन्य तीसरे पक्ष के साथ विज्ञापन समझौता करने से रोकने के लिए कहा था। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कर्नाटक उच्च न्यायालय ने खेल निर्माता कंपनी नाइकी द्वारा दायर मुकदमे पर क्रिकेटर विराट कोहली को मंगलवार को तुरंत नोटिस जारी करने के आदेश दिए। कंपनी ने कोहली पर उसके विज्ञापन करार का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। | 25 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर कोरिया ने मंगलवार को कहा कि उसने न्योंगब्योन परमाणु केंद्र को फिर से चालू करने का निर्णय लिया है।
उत्तर कोरिया के परमाणु ऊर्जा विभाग के एक प्रवक्ता ने सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए को बताया कि इस केंद्र में मौजूद परमाणु ऊर्जा सम्बंधित सभी इकाइयों को दोबारा ठीक किया जाएगा और चालू किया जाएगा। इसमें यूरेनियम संवर्धन इकाई और 5 मेगावाट की ग्रेफाइट नियंत्रित परमाणु भट्टी को चालू करना भी शामिल है।
अक्टूबर 2007 में छह पक्षीय वार्ता के दौरान बनी सहमति के आधार पर इस केंद्र का संचालन बंद कर दिया गया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रवक्ता ने कहा है कि सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति ने अपनी पूर्ण बैठक में 31 मार्च को देश की बिजली किल्लत को दूर करने और परमाणु हथियारों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया था।
उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिन पहले ऐलान किया था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ युद्ध के हालात में प्रवेश कर गया है। इसके बाद उसने यह ताजा कदम उठाया है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे ने सोमवार को उत्तर कोरिया के संभावित उकसावे पर कड़ा जवाब देने के लिए सेना को निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
उत्तर कोरिया के परमाणु ऊर्जा विभाग के एक प्रवक्ता ने सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए को बताया कि इस केंद्र में मौजूद परमाणु ऊर्जा सम्बंधित सभी इकाइयों को दोबारा ठीक किया जाएगा और चालू किया जाएगा। इसमें यूरेनियम संवर्धन इकाई और 5 मेगावाट की ग्रेफाइट नियंत्रित परमाणु भट्टी को चालू करना भी शामिल है।
अक्टूबर 2007 में छह पक्षीय वार्ता के दौरान बनी सहमति के आधार पर इस केंद्र का संचालन बंद कर दिया गया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रवक्ता ने कहा है कि सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति ने अपनी पूर्ण बैठक में 31 मार्च को देश की बिजली किल्लत को दूर करने और परमाणु हथियारों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया था।
उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिन पहले ऐलान किया था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ युद्ध के हालात में प्रवेश कर गया है। इसके बाद उसने यह ताजा कदम उठाया है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे ने सोमवार को उत्तर कोरिया के संभावित उकसावे पर कड़ा जवाब देने के लिए सेना को निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
अक्टूबर 2007 में छह पक्षीय वार्ता के दौरान बनी सहमति के आधार पर इस केंद्र का संचालन बंद कर दिया गया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रवक्ता ने कहा है कि सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति ने अपनी पूर्ण बैठक में 31 मार्च को देश की बिजली किल्लत को दूर करने और परमाणु हथियारों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया था।
उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिन पहले ऐलान किया था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ युद्ध के हालात में प्रवेश कर गया है। इसके बाद उसने यह ताजा कदम उठाया है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे ने सोमवार को उत्तर कोरिया के संभावित उकसावे पर कड़ा जवाब देने के लिए सेना को निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रवक्ता ने कहा है कि सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति ने अपनी पूर्ण बैठक में 31 मार्च को देश की बिजली किल्लत को दूर करने और परमाणु हथियारों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया था।
उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिन पहले ऐलान किया था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ युद्ध के हालात में प्रवेश कर गया है। इसके बाद उसने यह ताजा कदम उठाया है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे ने सोमवार को उत्तर कोरिया के संभावित उकसावे पर कड़ा जवाब देने के लिए सेना को निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिन पहले ऐलान किया था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ युद्ध के हालात में प्रवेश कर गया है। इसके बाद उसने यह ताजा कदम उठाया है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे ने सोमवार को उत्तर कोरिया के संभावित उकसावे पर कड़ा जवाब देने के लिए सेना को निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे ने सोमवार को उत्तर कोरिया के संभावित उकसावे पर कड़ा जवाब देने के लिए सेना को निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने 12 फरवरी को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।टिप्पणियां
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
उत्तर कोरिया ने आत्मरक्षा में परमाणु हमला करने के अलावा 1953 की कोरियाई युद्ध विराम संधि को एकतरफा रद्द करने की भी धमकी दी है।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके।
सीएनएन ने सोमवार को पेंटागन के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि अमेरिकी नौसेना अपने समुद्री राडार प्लेटफार्म को कोरियाई प्रायद्वीप के करीब ले जा रही है, ताकि उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधि और संभावित मिसाइल हमले पर नजर रखी जा सके। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उत्तर कोरिया के परमाणु ऊर्जा विभाग के एक प्रवक्ता ने सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए को बताया कि इस केंद्र में मौजूद परमाणु ऊर्जा सम्बंधित सभी इकाइयों को दोबारा ठीक किया जाएगा और चालू किया जाएगा। | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने राजनीतिक हलचलें फिर तेज कर दी हैं. सत्ता के गलियारों में इस मामले पर फिर बहस तेज हो रही है. बीजेपी के तेवर बता रहे हैं कि वह इस मामले का पूरा राजनीतिक इस्तेमाल करेगी. जब लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को राष्ट्रपति बनाए जाने की अटकलें चल रही थीं, तब सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने उन्हें आरोपी बना दिया. लेकिन बीजेपी नेताओं के चेहरे पर शिकन नहीं दिख रही. वे राम मंदिर के लिए कुछ भी करने को खुद को तैयार बता रहे हैं.
जल संसाधन मंत्री उमा भारती कहती हैं, "किसी भी हाल में अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए. इसे कोई रोक नहीं सकता. अयोध्या में जमीन को लेकर जो विवाद है उसे कोर्ट के बाहर भी सुलझाया जा सकता है और अंदर भी." जबकि बीजेपी सांसद विनय कटियार ने एनडीटीवी से कहा, "हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सामना करेंगे. मैं यह कहना चाहता हूं कि आपराधिक साजिश नहीं रची गई थी. जानबूझकर सीबीआई ने आपराधिक केस चलाने की पहल की. अगर राम मंदिर के निर्माण के लिए जेल जाना पड़ा तो जाएंगे."
छह दिसंबर 1992 को जब बाबरी मस्जिद गिरी तो बीजेपी की चार राज्य सरकारें बर्खास्त की गईं. अदालत ने तब मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह को प्रतीकात्मक कैद की सजा भी सुनाई थी. बीजेपी-व्हीएचपी के बड़े नेताओं पर तब केस शुरू हुआ और बंद कर दिया गया. यह बात एक बड़े तबके को सालती रही है.
बुधवार को कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "हमारे प्रधानमंत्री हमेशा नैतिकता की बात करते हैं. लेकिन कभी-कभी वे ऐसे मामलों में नैतिकता भूल जाते हैं. हम उनके पूछना चाहते हैं कि उन्हें नैतिकता याद है या नहीं. यूपीए के कार्यकाल में जब ऐसे मुद्दे उठे हमारे मंत्रियों ने त्यागपत्र दिया था."
जबकि एआईएमआईएम के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की कि गवर्नर कल्याण सिंह को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "सरकार कल्याण सिंह को हटाए गवर्नरशिप से. वे किसी संवैधानिक पद के पीछे क्यों छिपेंगे?"टिप्पणियां
यूपीए के समय इस मामले को सरकार की साजिश बताने वाले आडवाणी और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी इस बार खामोश हैं. पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया, "बढ़िया से नार काट दिया है आडवाणी जी का. अब तो राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा भी कोई नहीं करेगा."
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा.
जल संसाधन मंत्री उमा भारती कहती हैं, "किसी भी हाल में अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए. इसे कोई रोक नहीं सकता. अयोध्या में जमीन को लेकर जो विवाद है उसे कोर्ट के बाहर भी सुलझाया जा सकता है और अंदर भी." जबकि बीजेपी सांसद विनय कटियार ने एनडीटीवी से कहा, "हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सामना करेंगे. मैं यह कहना चाहता हूं कि आपराधिक साजिश नहीं रची गई थी. जानबूझकर सीबीआई ने आपराधिक केस चलाने की पहल की. अगर राम मंदिर के निर्माण के लिए जेल जाना पड़ा तो जाएंगे."
छह दिसंबर 1992 को जब बाबरी मस्जिद गिरी तो बीजेपी की चार राज्य सरकारें बर्खास्त की गईं. अदालत ने तब मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह को प्रतीकात्मक कैद की सजा भी सुनाई थी. बीजेपी-व्हीएचपी के बड़े नेताओं पर तब केस शुरू हुआ और बंद कर दिया गया. यह बात एक बड़े तबके को सालती रही है.
बुधवार को कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "हमारे प्रधानमंत्री हमेशा नैतिकता की बात करते हैं. लेकिन कभी-कभी वे ऐसे मामलों में नैतिकता भूल जाते हैं. हम उनके पूछना चाहते हैं कि उन्हें नैतिकता याद है या नहीं. यूपीए के कार्यकाल में जब ऐसे मुद्दे उठे हमारे मंत्रियों ने त्यागपत्र दिया था."
जबकि एआईएमआईएम के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की कि गवर्नर कल्याण सिंह को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "सरकार कल्याण सिंह को हटाए गवर्नरशिप से. वे किसी संवैधानिक पद के पीछे क्यों छिपेंगे?"टिप्पणियां
यूपीए के समय इस मामले को सरकार की साजिश बताने वाले आडवाणी और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी इस बार खामोश हैं. पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया, "बढ़िया से नार काट दिया है आडवाणी जी का. अब तो राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा भी कोई नहीं करेगा."
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा.
छह दिसंबर 1992 को जब बाबरी मस्जिद गिरी तो बीजेपी की चार राज्य सरकारें बर्खास्त की गईं. अदालत ने तब मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह को प्रतीकात्मक कैद की सजा भी सुनाई थी. बीजेपी-व्हीएचपी के बड़े नेताओं पर तब केस शुरू हुआ और बंद कर दिया गया. यह बात एक बड़े तबके को सालती रही है.
बुधवार को कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "हमारे प्रधानमंत्री हमेशा नैतिकता की बात करते हैं. लेकिन कभी-कभी वे ऐसे मामलों में नैतिकता भूल जाते हैं. हम उनके पूछना चाहते हैं कि उन्हें नैतिकता याद है या नहीं. यूपीए के कार्यकाल में जब ऐसे मुद्दे उठे हमारे मंत्रियों ने त्यागपत्र दिया था."
जबकि एआईएमआईएम के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की कि गवर्नर कल्याण सिंह को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "सरकार कल्याण सिंह को हटाए गवर्नरशिप से. वे किसी संवैधानिक पद के पीछे क्यों छिपेंगे?"टिप्पणियां
यूपीए के समय इस मामले को सरकार की साजिश बताने वाले आडवाणी और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी इस बार खामोश हैं. पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया, "बढ़िया से नार काट दिया है आडवाणी जी का. अब तो राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा भी कोई नहीं करेगा."
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा.
बुधवार को कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "हमारे प्रधानमंत्री हमेशा नैतिकता की बात करते हैं. लेकिन कभी-कभी वे ऐसे मामलों में नैतिकता भूल जाते हैं. हम उनके पूछना चाहते हैं कि उन्हें नैतिकता याद है या नहीं. यूपीए के कार्यकाल में जब ऐसे मुद्दे उठे हमारे मंत्रियों ने त्यागपत्र दिया था."
जबकि एआईएमआईएम के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की कि गवर्नर कल्याण सिंह को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "सरकार कल्याण सिंह को हटाए गवर्नरशिप से. वे किसी संवैधानिक पद के पीछे क्यों छिपेंगे?"टिप्पणियां
यूपीए के समय इस मामले को सरकार की साजिश बताने वाले आडवाणी और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी इस बार खामोश हैं. पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया, "बढ़िया से नार काट दिया है आडवाणी जी का. अब तो राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा भी कोई नहीं करेगा."
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा.
जबकि एआईएमआईएम के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की कि गवर्नर कल्याण सिंह को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "सरकार कल्याण सिंह को हटाए गवर्नरशिप से. वे किसी संवैधानिक पद के पीछे क्यों छिपेंगे?"टिप्पणियां
यूपीए के समय इस मामले को सरकार की साजिश बताने वाले आडवाणी और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी इस बार खामोश हैं. पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया, "बढ़िया से नार काट दिया है आडवाणी जी का. अब तो राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा भी कोई नहीं करेगा."
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा.
यूपीए के समय इस मामले को सरकार की साजिश बताने वाले आडवाणी और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी इस बार खामोश हैं. पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया, "बढ़िया से नार काट दिया है आडवाणी जी का. अब तो राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा भी कोई नहीं करेगा."
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा.
जाहिर है, इंसाफ की लड़ाई अपनी जगह है, सियासत का खेल अपनी जगह- बीजेपी दोनों को साधने में जुटी है. बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को बीजेपी एक राजनीतिक अवसर में बदलना चाहती है. पार्टी जानती है कि अगले दो साल तक यह ट्रायल चलती रहेगा और इस पर देश में बहस चलती रहेगी...और राजनीतिक तौर पर यह मुकदमा गर्माता रहेगा. | संक्षिप्त सारांश: राष्ट्रपति बनाने की अटकलों के बीच आरोपी बन गए आडवाणी और जोशी
राम मंदिर के लिए खुद को कुछ भी करने को तैयार बता रहे हैं बीजेपी नेता
ओवैसी ने कहा कि गवर्नर कल्याण सिंह को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए | 0 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पुलिस सूत्रों के अनुसार छात्रा को सुबह लगभग नौ बजे उसके घर से गिरफ्तार किया गया. सूत्रों ने बताया कि निरीक्षक दलबीर सिंह के नेतृत्व में गई पुलिस टीम ने छात्रा को गिरफ्तार किया. उसे अदालत में पेश करने से पहले चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया गया था. चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में चार आरोपियों में छात्रा भी शामिल है. तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं. स्वामी को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद रंगदारी वसूलने के मामले में छात्रा की गिरफ्तारी की मांग भी उठी थी. बता दें, एलएलएम की पढ़ाई कर रही पीड़िता ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल किया था. उसके बाद एक अन्य वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पीड़िता संजय, विक्रम और सचिन के साथ कार में बैठी है और रंगदारी मांगने के बारे में चर्चा कर रही है.
एसआईटी ने इस प्रकरण में संजय, विक्रम और सचिन के अलावा ''मिस ए'' यानी पीड़िता को आरोपी बनाया है. इसी मामले में पूर्व एमएलसी व भाजपा नेता जयेश प्रसाद ने भी पीड़िता की गिरफ्तारी की मांग की थी और चिन्मयानंद के गिरते स्वास्थ्य पर चिंता जताई थी. स्वामी को सीने में दर्द और निम्न रक्तचाप की शिकायत के बाद सोमवार को लखनऊ में एसजीपीजीआई के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था. | यहाँ एक सारांश है:लॉ छात्रा को CJM कोर्ट से लगा झटका
कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका
14 दिन की न्यायिक हिरासत में है छात्रा | 12 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अखिलेश यादव और मायावती की शुक्रवार को यूपी में लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को लेकर दिल्ली में मुलाकात हुई. सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी के महागठबंधन का हिस्सा नहीं होगी. दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बीजेपी सांसदों के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की बैठक हुई.
सूत्रों ने बताया कि मायावती ने शनिवार को बीएसपी के संयोजकों की बैठक बुलाई है. बसपा और सपा जल्द ही अमेठी और रायबरेली के लिए महागठबंधन के प्रत्याशी तय कर सकती हैं. राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को यूपी के महागठबंधन में तीन सीटें दी जाने की संभावना है.
माना जाता है कि अखिलेश यादव और मायावती की अगले सप्ताह फिर मुलाकात होगी. सूत्रों के मुताबिक फिलहाल सीटों के बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला नहीं हुआ है. 15 जनवरी के बाद सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा सकता है. यूपा के महगठबंधन में निषाद पार्टी, ओपी राजभर की पार्टी जेसी छोटी पार्टियों को भी शामिल किए जाने की संभावना है.
दूसरी तरफ शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बीजेपी सांसदों के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की बैठक हुई. यह बैठक महेश शर्मा के घर पर हुई. बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की गई. | यह एक सारांश है: अमेठी और रायबरेली में महागठबंधन के लोकसभा प्रत्याशी तय होंगे
आरएलडी को यूपी के महागठबंधन में तीन सीटें दी जाने की संभावना
पश्चिमी यूपी के बीजेपी सांसदों के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की बैठक | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: जिन लोगों का कहना है कि 2,000 रुपये का नया नोट काले या अघोषित धन की जमाखोरी को रोकने में नाकाम रहेगा, उन लोगों के लिए अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय के पास एक संक्षिप्त सुझाव है, "यह मत समझिए कि सरकार बेवकूफ है..." वैसे उनके पास एक और सलाह है, जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है. उनका कहना है, "यह भी मत समझिए कि हिन्दुस्तानी बेवकूफ हैं... वे इससे (नोटबंदी से जुड़े नए नियम) बचने के रास्ते खोज ही लेंगे, और सरकार इसी कोशिश में है कि पहले से उन तरीकों का अंदाज़ा लगाकर उन्हें रोक सके..."
नीति आयोग के सदस्य बिबेक देबरॉय ने कहा कि 2,000 रुपये का नया नोट ज़रूरी है, क्योंकि 'कीमत के लिहाज़ से बड़ी रकम का नोट ज़्यादा कारगर होता है... उसकी छपाई की लागत कम पड़ती है, और ज़्यादा समय तक चलता है...'
आलोचकों के मुताबिक एक हफ्ते पहले 500 और 1,000 रुपये के नोट अचानक बंद कर दिए जाने से सबसे ज़्यादा तकलीफ गरीबों को हुई है, क्योंकि उनका सारा कामकाज नकद से ही चलता है, लेकिन बिबेक देबरॉय इससे इंकार करते हैं.
500 रुपये का नया नोट पुराने नोटों को बंद किए जाने के कई दिन बाद जारी किया गया, और बैंकों तथा एटीएम पर खाताधारकों को 2,000 रुपये के नए नोट दिए जा रहे हैं. अब 500 रुपये के नोटों के पर्याप्त संख्या में प्रचलन में नहीं होने और 100 रुपये के नोटों के जल्द ही खत्म हो जाने की वजह से लोगों के पास कुछ भी खरीदने के लिए 2,000 रुपये के नोट ही बचते हैं, और इन दिनों किसी भी बड़े नोट का छुट्टा हासिल करना लगभग नामुमकिन हो गया है. सो, बहुत-से लोगों का सवाल था कि इतनी बड़ी रकम के नोट का औचित्य क्या है.
बिबेक देबरॉय कहते हैं, "एटीएम में सीमित संख्या में नोट रखे जा सकते हैं, सो, यह पहली वजह है कि आपको 100 रुपये के नोटों के अलावा बड़ी रकम (2,000 रुपये) के नोटों की ज़रूरत है... दूसरा कारण है कि मुद्रास्फीति होती है, सो, इसलिए भी आपको बड़ी रकम का नोट चाहिए होगा..."
500 तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की ज़्यादातर वित्तीय विशेषज्ञों ने तारीफ की है. सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को बंद किए जाने से सिर्फ चार घंटे पहले उसकी घोषणा किया जाना बेहद ज़रूरी था, ताकि काला धन (अघोषित धन) रखने वाले उसे ज़मीन-जायदाद और सोना खरीदकर ठिकाने न लगा सकें.
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
नीति आयोग के सदस्य बिबेक देबरॉय ने कहा कि 2,000 रुपये का नया नोट ज़रूरी है, क्योंकि 'कीमत के लिहाज़ से बड़ी रकम का नोट ज़्यादा कारगर होता है... उसकी छपाई की लागत कम पड़ती है, और ज़्यादा समय तक चलता है...'
आलोचकों के मुताबिक एक हफ्ते पहले 500 और 1,000 रुपये के नोट अचानक बंद कर दिए जाने से सबसे ज़्यादा तकलीफ गरीबों को हुई है, क्योंकि उनका सारा कामकाज नकद से ही चलता है, लेकिन बिबेक देबरॉय इससे इंकार करते हैं.
500 रुपये का नया नोट पुराने नोटों को बंद किए जाने के कई दिन बाद जारी किया गया, और बैंकों तथा एटीएम पर खाताधारकों को 2,000 रुपये के नए नोट दिए जा रहे हैं. अब 500 रुपये के नोटों के पर्याप्त संख्या में प्रचलन में नहीं होने और 100 रुपये के नोटों के जल्द ही खत्म हो जाने की वजह से लोगों के पास कुछ भी खरीदने के लिए 2,000 रुपये के नोट ही बचते हैं, और इन दिनों किसी भी बड़े नोट का छुट्टा हासिल करना लगभग नामुमकिन हो गया है. सो, बहुत-से लोगों का सवाल था कि इतनी बड़ी रकम के नोट का औचित्य क्या है.
बिबेक देबरॉय कहते हैं, "एटीएम में सीमित संख्या में नोट रखे जा सकते हैं, सो, यह पहली वजह है कि आपको 100 रुपये के नोटों के अलावा बड़ी रकम (2,000 रुपये) के नोटों की ज़रूरत है... दूसरा कारण है कि मुद्रास्फीति होती है, सो, इसलिए भी आपको बड़ी रकम का नोट चाहिए होगा..."
500 तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की ज़्यादातर वित्तीय विशेषज्ञों ने तारीफ की है. सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को बंद किए जाने से सिर्फ चार घंटे पहले उसकी घोषणा किया जाना बेहद ज़रूरी था, ताकि काला धन (अघोषित धन) रखने वाले उसे ज़मीन-जायदाद और सोना खरीदकर ठिकाने न लगा सकें.
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
आलोचकों के मुताबिक एक हफ्ते पहले 500 और 1,000 रुपये के नोट अचानक बंद कर दिए जाने से सबसे ज़्यादा तकलीफ गरीबों को हुई है, क्योंकि उनका सारा कामकाज नकद से ही चलता है, लेकिन बिबेक देबरॉय इससे इंकार करते हैं.
500 रुपये का नया नोट पुराने नोटों को बंद किए जाने के कई दिन बाद जारी किया गया, और बैंकों तथा एटीएम पर खाताधारकों को 2,000 रुपये के नए नोट दिए जा रहे हैं. अब 500 रुपये के नोटों के पर्याप्त संख्या में प्रचलन में नहीं होने और 100 रुपये के नोटों के जल्द ही खत्म हो जाने की वजह से लोगों के पास कुछ भी खरीदने के लिए 2,000 रुपये के नोट ही बचते हैं, और इन दिनों किसी भी बड़े नोट का छुट्टा हासिल करना लगभग नामुमकिन हो गया है. सो, बहुत-से लोगों का सवाल था कि इतनी बड़ी रकम के नोट का औचित्य क्या है.
बिबेक देबरॉय कहते हैं, "एटीएम में सीमित संख्या में नोट रखे जा सकते हैं, सो, यह पहली वजह है कि आपको 100 रुपये के नोटों के अलावा बड़ी रकम (2,000 रुपये) के नोटों की ज़रूरत है... दूसरा कारण है कि मुद्रास्फीति होती है, सो, इसलिए भी आपको बड़ी रकम का नोट चाहिए होगा..."
500 तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की ज़्यादातर वित्तीय विशेषज्ञों ने तारीफ की है. सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को बंद किए जाने से सिर्फ चार घंटे पहले उसकी घोषणा किया जाना बेहद ज़रूरी था, ताकि काला धन (अघोषित धन) रखने वाले उसे ज़मीन-जायदाद और सोना खरीदकर ठिकाने न लगा सकें.
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
500 रुपये का नया नोट पुराने नोटों को बंद किए जाने के कई दिन बाद जारी किया गया, और बैंकों तथा एटीएम पर खाताधारकों को 2,000 रुपये के नए नोट दिए जा रहे हैं. अब 500 रुपये के नोटों के पर्याप्त संख्या में प्रचलन में नहीं होने और 100 रुपये के नोटों के जल्द ही खत्म हो जाने की वजह से लोगों के पास कुछ भी खरीदने के लिए 2,000 रुपये के नोट ही बचते हैं, और इन दिनों किसी भी बड़े नोट का छुट्टा हासिल करना लगभग नामुमकिन हो गया है. सो, बहुत-से लोगों का सवाल था कि इतनी बड़ी रकम के नोट का औचित्य क्या है.
बिबेक देबरॉय कहते हैं, "एटीएम में सीमित संख्या में नोट रखे जा सकते हैं, सो, यह पहली वजह है कि आपको 100 रुपये के नोटों के अलावा बड़ी रकम (2,000 रुपये) के नोटों की ज़रूरत है... दूसरा कारण है कि मुद्रास्फीति होती है, सो, इसलिए भी आपको बड़ी रकम का नोट चाहिए होगा..."
500 तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की ज़्यादातर वित्तीय विशेषज्ञों ने तारीफ की है. सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को बंद किए जाने से सिर्फ चार घंटे पहले उसकी घोषणा किया जाना बेहद ज़रूरी था, ताकि काला धन (अघोषित धन) रखने वाले उसे ज़मीन-जायदाद और सोना खरीदकर ठिकाने न लगा सकें.
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
बिबेक देबरॉय कहते हैं, "एटीएम में सीमित संख्या में नोट रखे जा सकते हैं, सो, यह पहली वजह है कि आपको 100 रुपये के नोटों के अलावा बड़ी रकम (2,000 रुपये) के नोटों की ज़रूरत है... दूसरा कारण है कि मुद्रास्फीति होती है, सो, इसलिए भी आपको बड़ी रकम का नोट चाहिए होगा..."
500 तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की ज़्यादातर वित्तीय विशेषज्ञों ने तारीफ की है. सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को बंद किए जाने से सिर्फ चार घंटे पहले उसकी घोषणा किया जाना बेहद ज़रूरी था, ताकि काला धन (अघोषित धन) रखने वाले उसे ज़मीन-जायदाद और सोना खरीदकर ठिकाने न लगा सकें.
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
500 तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की ज़्यादातर वित्तीय विशेषज्ञों ने तारीफ की है. सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को बंद किए जाने से सिर्फ चार घंटे पहले उसकी घोषणा किया जाना बेहद ज़रूरी था, ताकि काला धन (अघोषित धन) रखने वाले उसे ज़मीन-जायदाद और सोना खरीदकर ठिकाने न लगा सकें.
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
NDTV से बातचीत में बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह बेहद, बेहद गोपनीय ऑपरेशन था... सात या आठ से ज़्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी..." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उन सात-आठ लोगों में शामिल थे, उन्होंने इशारा किया, "क्या आप किसी बात को गोपनीय रख सकती हैं...? क्योंकि मैं तो रख सकता हूं..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
इस समय दिक्कत यह है कि देशभर में सभी लोग, बैंककर्मियों को छोड़कर, नकदी के बिना रहने को मजबूर हो गए हैं. बैंकों (और एटीएम भी) के सामने चौबीसों घंटे सैकड़ों-हज़ारों ऐसे लोगों की लाइनें लगी रहती हैं, जो अपने हिस्से की 'खर्च करने लायक' नकदी हासिल करना चाहते हैं.टिप्पणियां
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
उनके ऑफिस से दिखाई देती है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी लोगों की भीड़, जो नोट बदलवाने के लिए खड़े हैं. बिबेक देबरॉय बहुत ध्यान से उन लोगों को देखते रहे हैं, और उनका मानना है कि उस भीड़ में ज़्यादातर लोग अपने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलवाने के लिए नहीं, दूसरों के नोटों को बदलवाने के लिए आए हैं. यह भी एक वजह है कि सरकार ने कहा कि वह नए नोट ले चुके हर व्यक्ति की अंगुली पर न मिटने वाली स्याही से निशान लगाएगी, जैसा मतदान के वक्त किया जाता है.
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..."
बिबेक देबरॉय ने कहा, "न मिटने वाली स्याही लगाने का आज उठाया गया कदम अन्य लोगों को भी नोट बदलने का मौका दिलवाएगा..." गौरतलब है कि पिछले छह दिन में पुराने नोट बदलवा रहे लोगों के ज़रिये 45 अरब अमेरिकी डॉलर जितनी रकम बैंकों में जना हुई है. सो, बिबेक देबरॉय ने कहा, "कुछ समय के लिए दिक्कतें ज़रूर आ रही हैं, लेकिन आगे चलकर लंबे समय तक इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि इससे वह पैसा भी सिस्टम में वापस शामिल हो जाएगा, जो अब तक लोगों के घरों में पड़ा था..." | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बिबेक देबरॉय ने कहा, "यह मत समझिए कि केंद्र सरकार बेवकूफ है..."
"लोग रास्ते खोजेंगे, सरकार पहले से उन रास्तों का अंदाज़ा लगा रही है..."
"2000 का नोट ज़रूरी, क्योंकि लागत के लिहाज़ से बड़ा नोट कारगर होता है..." | 11 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अभिनेत्री एंजेलिना जोली की अंगुली में नई अंगूठी देखी गई और इसके साथ ही अभिनेता ब्रैड पिट के साथ उनके शादी कर लेने की चर्चा गर्म हो गई है। हाल ही में एंजेलिना जोली को ऑस्ट्रेलिया में बॉन्डी बीच पर देखा गया था, जहां उनके बाएं हाथ में दो अंगूठियां दिखीं।टिप्पणियां
रडार ऑनलाइन की खबर के अनुसार, एंजेलिना जोली की अंगूठी वाली तस्वीर के इंटरनेट पर छा जाने के बाद से ही पिट-जोली की गुप्त शादी की चर्चा गर्म है। जोली की अंगुलियों में मौजूद अंगूठियां थोड़ी मोटी और सोने से भी ज्यादा कीमती धातु की थीं।
छह बच्चों की मां एंजेलिना जोली जब मार्च में कॉन्गो और रवांडा की सद्भावना यात्रा पर थीं, तब उनकी अंगुली में उनकी पांच लाख अमेरिकी डॉलर की कीमत की मंगनी की अंगूठी की जगह एक साधारण सोने की अंगूठी देखी गई थी, हालांकि उन्होंने शादी की अफवाहों को खारिज कर दिया था।
रडार ऑनलाइन की खबर के अनुसार, एंजेलिना जोली की अंगूठी वाली तस्वीर के इंटरनेट पर छा जाने के बाद से ही पिट-जोली की गुप्त शादी की चर्चा गर्म है। जोली की अंगुलियों में मौजूद अंगूठियां थोड़ी मोटी और सोने से भी ज्यादा कीमती धातु की थीं।
छह बच्चों की मां एंजेलिना जोली जब मार्च में कॉन्गो और रवांडा की सद्भावना यात्रा पर थीं, तब उनकी अंगुली में उनकी पांच लाख अमेरिकी डॉलर की कीमत की मंगनी की अंगूठी की जगह एक साधारण सोने की अंगूठी देखी गई थी, हालांकि उन्होंने शादी की अफवाहों को खारिज कर दिया था।
छह बच्चों की मां एंजेलिना जोली जब मार्च में कॉन्गो और रवांडा की सद्भावना यात्रा पर थीं, तब उनकी अंगुली में उनकी पांच लाख अमेरिकी डॉलर की कीमत की मंगनी की अंगूठी की जगह एक साधारण सोने की अंगूठी देखी गई थी, हालांकि उन्होंने शादी की अफवाहों को खारिज कर दिया था। | अभिनेत्री एंजेलिना जोली की अंगुली में नई अंगूठी देखी गई है और इसी के साथ अभिनेता ब्रैड पिट से उनके शादी कर लेने की चर्चा गर्म हो गई है। | 28 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: गौरतलब है कि अमित शाह को यहां केले के पत्ते में खाना परोसा गया. बीजेपी अध्यक्ष को खाने में चावल, मूंग दाल, स्क्वैश करी, सलाद और पापड़ दिया गया. बीजेपी के पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष भी इस दौरान अमित शाह के साथ थे.
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार- अमित शाह ने तीन दिन बंगाल दौरे के दौरान आदिवासियों से मुलाकात की थी और उन्हें संबोधित करते हुए कहा था कि तृणमूल भले ही घृणा और हिंसा का कीचड़ फैलाए, प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा कमल खिलेंगे.
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने यूपी में जीत हासिल कर ली है. दिल्ली के एमसीडी चुनावों में भी बीजेपी ने बाजी मार ली है. अब बीजेपी की नजर पश्चिम बंगाल में अपनी दावेदारी मजबूत करने की ओर है. इसलिए अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया.टिप्पणियां
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार- अमित शाह ने तीन दिन बंगाल दौरे के दौरान आदिवासियों से मुलाकात की थी और उन्हें संबोधित करते हुए कहा था कि तृणमूल भले ही घृणा और हिंसा का कीचड़ फैलाए, प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा कमल खिलेंगे.
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने यूपी में जीत हासिल कर ली है. दिल्ली के एमसीडी चुनावों में भी बीजेपी ने बाजी मार ली है. अब बीजेपी की नजर पश्चिम बंगाल में अपनी दावेदारी मजबूत करने की ओर है. इसलिए अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया.टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने यूपी में जीत हासिल कर ली है. दिल्ली के एमसीडी चुनावों में भी बीजेपी ने बाजी मार ली है. अब बीजेपी की नजर पश्चिम बंगाल में अपनी दावेदारी मजबूत करने की ओर है. इसलिए अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया.टिप्पणियां | सारांश: दबाव या लालच में शामिल नहीं हुए
ममता बनर्जी को पसंद करते हैं
25 अप्रैल को अमित शाह को करवाया था भोजन | 5 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय टीम आगामी पांच मैचों की सीरीज में जब इंग्लैंड का सामना करेगी तो सभी का ध्यान निर्णय समीक्षा प्रणाली (DRS) पर टिका रहेगा और मेजबान टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सोमवार को कहा कि इस विवादास्पद तकनीक का उपयोग कैसे करना है इसके लिए टीम ने रणनीति बनाई है.
रहाणे ने बुधवार से शुरू होने वाली सीरीज से पूर्व पत्रकारों से कहा, ‘‘यह पूरी तरह से नया सिद्वांत है. हमें डीआरएस को लेकर इंतजार करना होगा. हम पिछली सीरीज (न्यूजीलैंड के खिलाफ) से इस पर चर्चा कर रहे हैं और हमने कुछ योजनाएं बनाई हैं. हम टीम के सदस्यों को डीआरएस के बारे में बताने में कुछ और समय देंगे कि कैसे यह काम करेगी और हमें इसे प्रति कैसा रवैया अपनाना चाहिए, लेकिन मुख्य रूप से हमारा ध्यान अच्छी और आक्रामक क्रिकेट खेलने पर होगा तथा डीआरएस इनके बाद आएगा.’’
डीआरएस का इससे पहले बीसीसीआई ने विरोध किया था, क्योंकि उसका मानना था कि यह शत प्रतिशत सही नहीं है, लेकिन उसने आगामी सीरीज के लिए ट्रायल आधार पर इसके उपयोग की मंजूरी दे दी. भारत ने आठ साल पहले श्रीलंका में इस प्रणाली के कारण नुकसान उठाया था और तब उसने इसका उपयोग करने से इन्कार कर दिया था.
रहाणे ने कहा, ‘‘हम अच्छी क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहे हैं. अभी हम अपने मजबूत पक्षों को और दमदार बनाने और उनके हिसाब से खेलने पर ध्यान दे रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि विकेटकीपर और विशेषज्ञ स्लिप क्षेत्ररक्षक होने के कारण वह स्वयं कप्तान को डीआरएस के बेहतर उपयोग के बारे में अपनी सलाह दे सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाज के रूप में तो आप पूरी तरह से खेल में शामिल होते हो. आपको पता होता है कि गेंद कहां जा रही है और फिर अपने साथी को इसके बारे में बता सकते हो. आपको डीआरएस लेना है या नहीं इसके लिए हर समय आपको खुद पर पूरा विश्वास होना चाहिए.’’
पिछले तीन दशकों में भारत अपनी सरजमीं पर पहली बार पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा और रहाणे ने कहा कि टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 2014 में पांच मैचों की सीरीज से तरोताजा बने रहने और जज्बा बनाए रखने का महत्व सीखा था. उन्होंने कहा, ‘‘पांच मैचों की सीरीज में आखिर तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. हमने इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज खेली थी और हम जानते हैं कि इस तरह की लंबी सीरीज में क्या करना होता है. एक युवा टीम के लिये वह अच्छा अनुभव था. पांचवें मैच तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. पांच मैचों की सीरीज खेलते हुए आपके पास वापसी का भी मौका होता है.’’
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रहाणे ने बुधवार से शुरू होने वाली सीरीज से पूर्व पत्रकारों से कहा, ‘‘यह पूरी तरह से नया सिद्वांत है. हमें डीआरएस को लेकर इंतजार करना होगा. हम पिछली सीरीज (न्यूजीलैंड के खिलाफ) से इस पर चर्चा कर रहे हैं और हमने कुछ योजनाएं बनाई हैं. हम टीम के सदस्यों को डीआरएस के बारे में बताने में कुछ और समय देंगे कि कैसे यह काम करेगी और हमें इसे प्रति कैसा रवैया अपनाना चाहिए, लेकिन मुख्य रूप से हमारा ध्यान अच्छी और आक्रामक क्रिकेट खेलने पर होगा तथा डीआरएस इनके बाद आएगा.’’
डीआरएस का इससे पहले बीसीसीआई ने विरोध किया था, क्योंकि उसका मानना था कि यह शत प्रतिशत सही नहीं है, लेकिन उसने आगामी सीरीज के लिए ट्रायल आधार पर इसके उपयोग की मंजूरी दे दी. भारत ने आठ साल पहले श्रीलंका में इस प्रणाली के कारण नुकसान उठाया था और तब उसने इसका उपयोग करने से इन्कार कर दिया था.
रहाणे ने कहा, ‘‘हम अच्छी क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहे हैं. अभी हम अपने मजबूत पक्षों को और दमदार बनाने और उनके हिसाब से खेलने पर ध्यान दे रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि विकेटकीपर और विशेषज्ञ स्लिप क्षेत्ररक्षक होने के कारण वह स्वयं कप्तान को डीआरएस के बेहतर उपयोग के बारे में अपनी सलाह दे सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाज के रूप में तो आप पूरी तरह से खेल में शामिल होते हो. आपको पता होता है कि गेंद कहां जा रही है और फिर अपने साथी को इसके बारे में बता सकते हो. आपको डीआरएस लेना है या नहीं इसके लिए हर समय आपको खुद पर पूरा विश्वास होना चाहिए.’’
पिछले तीन दशकों में भारत अपनी सरजमीं पर पहली बार पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा और रहाणे ने कहा कि टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 2014 में पांच मैचों की सीरीज से तरोताजा बने रहने और जज्बा बनाए रखने का महत्व सीखा था. उन्होंने कहा, ‘‘पांच मैचों की सीरीज में आखिर तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. हमने इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज खेली थी और हम जानते हैं कि इस तरह की लंबी सीरीज में क्या करना होता है. एक युवा टीम के लिये वह अच्छा अनुभव था. पांचवें मैच तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. पांच मैचों की सीरीज खेलते हुए आपके पास वापसी का भी मौका होता है.’’
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
डीआरएस का इससे पहले बीसीसीआई ने विरोध किया था, क्योंकि उसका मानना था कि यह शत प्रतिशत सही नहीं है, लेकिन उसने आगामी सीरीज के लिए ट्रायल आधार पर इसके उपयोग की मंजूरी दे दी. भारत ने आठ साल पहले श्रीलंका में इस प्रणाली के कारण नुकसान उठाया था और तब उसने इसका उपयोग करने से इन्कार कर दिया था.
रहाणे ने कहा, ‘‘हम अच्छी क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहे हैं. अभी हम अपने मजबूत पक्षों को और दमदार बनाने और उनके हिसाब से खेलने पर ध्यान दे रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि विकेटकीपर और विशेषज्ञ स्लिप क्षेत्ररक्षक होने के कारण वह स्वयं कप्तान को डीआरएस के बेहतर उपयोग के बारे में अपनी सलाह दे सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाज के रूप में तो आप पूरी तरह से खेल में शामिल होते हो. आपको पता होता है कि गेंद कहां जा रही है और फिर अपने साथी को इसके बारे में बता सकते हो. आपको डीआरएस लेना है या नहीं इसके लिए हर समय आपको खुद पर पूरा विश्वास होना चाहिए.’’
पिछले तीन दशकों में भारत अपनी सरजमीं पर पहली बार पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा और रहाणे ने कहा कि टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 2014 में पांच मैचों की सीरीज से तरोताजा बने रहने और जज्बा बनाए रखने का महत्व सीखा था. उन्होंने कहा, ‘‘पांच मैचों की सीरीज में आखिर तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. हमने इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज खेली थी और हम जानते हैं कि इस तरह की लंबी सीरीज में क्या करना होता है. एक युवा टीम के लिये वह अच्छा अनुभव था. पांचवें मैच तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. पांच मैचों की सीरीज खेलते हुए आपके पास वापसी का भी मौका होता है.’’
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रहाणे ने कहा, ‘‘हम अच्छी क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहे हैं. अभी हम अपने मजबूत पक्षों को और दमदार बनाने और उनके हिसाब से खेलने पर ध्यान दे रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि विकेटकीपर और विशेषज्ञ स्लिप क्षेत्ररक्षक होने के कारण वह स्वयं कप्तान को डीआरएस के बेहतर उपयोग के बारे में अपनी सलाह दे सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाज के रूप में तो आप पूरी तरह से खेल में शामिल होते हो. आपको पता होता है कि गेंद कहां जा रही है और फिर अपने साथी को इसके बारे में बता सकते हो. आपको डीआरएस लेना है या नहीं इसके लिए हर समय आपको खुद पर पूरा विश्वास होना चाहिए.’’
पिछले तीन दशकों में भारत अपनी सरजमीं पर पहली बार पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा और रहाणे ने कहा कि टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 2014 में पांच मैचों की सीरीज से तरोताजा बने रहने और जज्बा बनाए रखने का महत्व सीखा था. उन्होंने कहा, ‘‘पांच मैचों की सीरीज में आखिर तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. हमने इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज खेली थी और हम जानते हैं कि इस तरह की लंबी सीरीज में क्या करना होता है. एक युवा टीम के लिये वह अच्छा अनुभव था. पांचवें मैच तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. पांच मैचों की सीरीज खेलते हुए आपके पास वापसी का भी मौका होता है.’’
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाज के रूप में तो आप पूरी तरह से खेल में शामिल होते हो. आपको पता होता है कि गेंद कहां जा रही है और फिर अपने साथी को इसके बारे में बता सकते हो. आपको डीआरएस लेना है या नहीं इसके लिए हर समय आपको खुद पर पूरा विश्वास होना चाहिए.’’
पिछले तीन दशकों में भारत अपनी सरजमीं पर पहली बार पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा और रहाणे ने कहा कि टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 2014 में पांच मैचों की सीरीज से तरोताजा बने रहने और जज्बा बनाए रखने का महत्व सीखा था. उन्होंने कहा, ‘‘पांच मैचों की सीरीज में आखिर तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. हमने इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज खेली थी और हम जानते हैं कि इस तरह की लंबी सीरीज में क्या करना होता है. एक युवा टीम के लिये वह अच्छा अनुभव था. पांचवें मैच तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. पांच मैचों की सीरीज खेलते हुए आपके पास वापसी का भी मौका होता है.’’
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पिछले तीन दशकों में भारत अपनी सरजमीं पर पहली बार पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा और रहाणे ने कहा कि टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 2014 में पांच मैचों की सीरीज से तरोताजा बने रहने और जज्बा बनाए रखने का महत्व सीखा था. उन्होंने कहा, ‘‘पांच मैचों की सीरीज में आखिर तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. हमने इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज खेली थी और हम जानते हैं कि इस तरह की लंबी सीरीज में क्या करना होता है. एक युवा टीम के लिये वह अच्छा अनुभव था. पांचवें मैच तक तरोताजा बने रहना महत्वपूर्ण होता है. पांच मैचों की सीरीज खेलते हुए आपके पास वापसी का भी मौका होता है.’’
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रहाणे ने इसके साथ ही कहा कि भारत इंग्लैंड के आक्रमण विशेषकर स्पिनरों को पूरा सम्मान देगा. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलना चुनौती होगी. उनकी टीम बेहतरीन है. उनके बल्लेबाज अनुभवी हैं. कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट जैसे बल्लेबाज यहां खेल चुके हैं. हां उनके स्पिनर नए हैं. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेषकर स्पिनर थोड़ा अनुभवहीन हैं.’’टिप्पणियां
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रहाणे ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा शुरू से मानना है कि आपको अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरा सम्मान देना चाहिए चाहे उनका गेंदबाजी आक्रमण नया हो या अनुभवी. हमारे लिये अपने मजबूत पक्षों पर गौर करना महत्वपूर्ण है और हम अपने मजबूत पक्षों के साथ ही खेलेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यह अच्छी सीरीज होगी.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में DRS का ट्रायल होगा
भारत-इंग्लैंड के बीच 9 नवंबर से खेला जाएगा पहला टेस्ट
दोनों टीमों के बीच खेली जानी है 5 मैचों की टेस्ट सीरीज | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: वरिष्ठ कथाकार अरुण प्रकाश का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को दिल्ली के पटेल चेस्ट अस्पताल में निधन हो गया। इसी अस्पताल में उनकी सांस की बीमारी का लंबे समय से इलाज चल रहा था। वह 64 वर्ष के थे।
बिहार के बेगूसराय में 22 फरवरी 1948 को जन्मे अरुण प्रकाश कुछ वर्षों तक अध्यापन और पत्रकारिता से जुड़े रहने के बाद स्वतंत्र लेखन और अनुवाद कार्य करते रहे। उन्होंने अंग्रेजी से हिंदी में विभिन्न विषयों की आठ पुस्तकों का अनुवाद किया। वह 'चंद्रकांता' सहित कई धारावाहिकों, वृत्तचित्रों एवं टेलीफिल्मों से भी जुड़े रहे।
हाल के एक दशक में उन्होंने स्वयं को कथा समीक्षा और आलोचना के लिए समर्पित कर दिया था। प्रसिद्ध कथाकार अरुण प्रकाश के चर्चित कथा संग्रह हैं-भैया एक्सप्रेस, जलप्रांतर, मझधार किनारे, लाखों के बोल सहे, विषम राग और स्वप्न घर। कविता संकलन 'रथ के बारे में' के अलावा उनका उपन्यास 'कोंपल कथा' भी काफी चर्चित रहा।
अरुण प्रकाश को हिंदी अकादमी का साहित्यकार सम्मान, रेणु पुरस्कार, दिनकर सम्मान, सुभाष चंद्र बोस कथा सम्मान और कृष्ण प्रताप स्मृति कथा पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। टिप्पणियां
हाल के दिनों में उन्होंने साहित्य अकादमी की पत्रिका 'समकालीन भारतीय साहित्य' के कई अंकों का संपादन भी किया था। वह दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित अपने आवास में अपनी पत्नी और एक बेटे तथा एक बेटी के साथ रह रहे थे।
कई सहित्यकारों ने अरुण प्रकाश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
बिहार के बेगूसराय में 22 फरवरी 1948 को जन्मे अरुण प्रकाश कुछ वर्षों तक अध्यापन और पत्रकारिता से जुड़े रहने के बाद स्वतंत्र लेखन और अनुवाद कार्य करते रहे। उन्होंने अंग्रेजी से हिंदी में विभिन्न विषयों की आठ पुस्तकों का अनुवाद किया। वह 'चंद्रकांता' सहित कई धारावाहिकों, वृत्तचित्रों एवं टेलीफिल्मों से भी जुड़े रहे।
हाल के एक दशक में उन्होंने स्वयं को कथा समीक्षा और आलोचना के लिए समर्पित कर दिया था। प्रसिद्ध कथाकार अरुण प्रकाश के चर्चित कथा संग्रह हैं-भैया एक्सप्रेस, जलप्रांतर, मझधार किनारे, लाखों के बोल सहे, विषम राग और स्वप्न घर। कविता संकलन 'रथ के बारे में' के अलावा उनका उपन्यास 'कोंपल कथा' भी काफी चर्चित रहा।
अरुण प्रकाश को हिंदी अकादमी का साहित्यकार सम्मान, रेणु पुरस्कार, दिनकर सम्मान, सुभाष चंद्र बोस कथा सम्मान और कृष्ण प्रताप स्मृति कथा पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। टिप्पणियां
हाल के दिनों में उन्होंने साहित्य अकादमी की पत्रिका 'समकालीन भारतीय साहित्य' के कई अंकों का संपादन भी किया था। वह दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित अपने आवास में अपनी पत्नी और एक बेटे तथा एक बेटी के साथ रह रहे थे।
कई सहित्यकारों ने अरुण प्रकाश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
हाल के एक दशक में उन्होंने स्वयं को कथा समीक्षा और आलोचना के लिए समर्पित कर दिया था। प्रसिद्ध कथाकार अरुण प्रकाश के चर्चित कथा संग्रह हैं-भैया एक्सप्रेस, जलप्रांतर, मझधार किनारे, लाखों के बोल सहे, विषम राग और स्वप्न घर। कविता संकलन 'रथ के बारे में' के अलावा उनका उपन्यास 'कोंपल कथा' भी काफी चर्चित रहा।
अरुण प्रकाश को हिंदी अकादमी का साहित्यकार सम्मान, रेणु पुरस्कार, दिनकर सम्मान, सुभाष चंद्र बोस कथा सम्मान और कृष्ण प्रताप स्मृति कथा पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। टिप्पणियां
हाल के दिनों में उन्होंने साहित्य अकादमी की पत्रिका 'समकालीन भारतीय साहित्य' के कई अंकों का संपादन भी किया था। वह दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित अपने आवास में अपनी पत्नी और एक बेटे तथा एक बेटी के साथ रह रहे थे।
कई सहित्यकारों ने अरुण प्रकाश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
अरुण प्रकाश को हिंदी अकादमी का साहित्यकार सम्मान, रेणु पुरस्कार, दिनकर सम्मान, सुभाष चंद्र बोस कथा सम्मान और कृष्ण प्रताप स्मृति कथा पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। टिप्पणियां
हाल के दिनों में उन्होंने साहित्य अकादमी की पत्रिका 'समकालीन भारतीय साहित्य' के कई अंकों का संपादन भी किया था। वह दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित अपने आवास में अपनी पत्नी और एक बेटे तथा एक बेटी के साथ रह रहे थे।
कई सहित्यकारों ने अरुण प्रकाश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
हाल के दिनों में उन्होंने साहित्य अकादमी की पत्रिका 'समकालीन भारतीय साहित्य' के कई अंकों का संपादन भी किया था। वह दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित अपने आवास में अपनी पत्नी और एक बेटे तथा एक बेटी के साथ रह रहे थे।
कई सहित्यकारों ने अरुण प्रकाश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
कई सहित्यकारों ने अरुण प्रकाश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। | संक्षिप्त पाठ: वरिष्ठ कथाकार अरुण प्रकाश का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को दिल्ली के पटेल चेस्ट अस्पताल में निधन हो गया। इसी अस्पताल में उनकी सांस की बीमारी का लंबे समय से इलाज चल रहा था। वह 64 वर्ष के थे। | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: रविचंद्रन अश्विन (3 विकेट, नाबाद 30 रन) के हरफनमौला खेल की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टर्न आस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) मैदान पर बुधवार को खेले गए त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के अपने दूसरे मुकाबले में श्रीलंका को चार विकेट से हरा दिया। भारत की जीत में विराट कोहली (77) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 24) का भी अहम योगदान रहा।
भारतीय टीम को मेलबर्न में खेले गए पहले मुकाबले में आस्ट्रेलिया के हाथों पराजय झेलनी पड़ी थी। श्रीलंका के साथ उसका मुकाबला काफी कठिन माना जा रहा था क्योंकि श्रीलंकाई टीम इस श्रृंखला में अपना खाता खोलने के साथ-साथ दो अप्रैल को विश्व कप फाइनल में मिली हार का हिसाब बराबर करने को भी आतुर दिख रही थी।
श्रीलंका द्वारा दिए गए 234 रनोंे के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 181 रनों के कुल योग पर ही छह विकेट गंवा दिए थे। उस समय उसके खाते में 13 ओवर और जीत के लिए 51 रन थे लेकिन उसके सिर्फ चार विकेट शेष रह गए थे।
ऐसी विषम परिस्थिति में अश्विन और जडेजा ने सूझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए टीम को कोई और नुकसान नहीं हो दिया और 46.4 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया। अश्विन ने अपनी टीम के लिए विजयी रन लिया। वह अंतिम रन लेने के प्रयास में आउट हो सकते थे लेकिन तीन-तीन क्षेत्ररक्षकों के बीच गेंद गिरी लेकिन उसे कोई लपक नहीं सका।
अश्विन अपना काम कर चुके थे। उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज और उससे पहले धम्मिका प्रसाद की गेंदों पर चौका लगाकर भारत को जीत के बिल्कुल करीब ला दिया था। उनके आउट होने के बाद भी भारत जीत सकता था लेकिन किस्मत अश्विन के साथ थी और वह नाबाद लौटे।
अश्विन ने अपनी 38 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने श्रीलंका के तीन विकेट भी चटकाए थे। अश्विन और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए विजयी 53 रन जोड़े। जडेजा ने 28 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया और आक्रामक मूड में दिखाई दे रहे अश्विन को अधिक से अधिक गेंद खेलने का मौका देते नजर आए।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
भारतीय टीम को मेलबर्न में खेले गए पहले मुकाबले में आस्ट्रेलिया के हाथों पराजय झेलनी पड़ी थी। श्रीलंका के साथ उसका मुकाबला काफी कठिन माना जा रहा था क्योंकि श्रीलंकाई टीम इस श्रृंखला में अपना खाता खोलने के साथ-साथ दो अप्रैल को विश्व कप फाइनल में मिली हार का हिसाब बराबर करने को भी आतुर दिख रही थी।
श्रीलंका द्वारा दिए गए 234 रनोंे के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 181 रनों के कुल योग पर ही छह विकेट गंवा दिए थे। उस समय उसके खाते में 13 ओवर और जीत के लिए 51 रन थे लेकिन उसके सिर्फ चार विकेट शेष रह गए थे।
ऐसी विषम परिस्थिति में अश्विन और जडेजा ने सूझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए टीम को कोई और नुकसान नहीं हो दिया और 46.4 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया। अश्विन ने अपनी टीम के लिए विजयी रन लिया। वह अंतिम रन लेने के प्रयास में आउट हो सकते थे लेकिन तीन-तीन क्षेत्ररक्षकों के बीच गेंद गिरी लेकिन उसे कोई लपक नहीं सका।
अश्विन अपना काम कर चुके थे। उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज और उससे पहले धम्मिका प्रसाद की गेंदों पर चौका लगाकर भारत को जीत के बिल्कुल करीब ला दिया था। उनके आउट होने के बाद भी भारत जीत सकता था लेकिन किस्मत अश्विन के साथ थी और वह नाबाद लौटे।
अश्विन ने अपनी 38 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने श्रीलंका के तीन विकेट भी चटकाए थे। अश्विन और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए विजयी 53 रन जोड़े। जडेजा ने 28 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया और आक्रामक मूड में दिखाई दे रहे अश्विन को अधिक से अधिक गेंद खेलने का मौका देते नजर आए।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
श्रीलंका द्वारा दिए गए 234 रनोंे के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 181 रनों के कुल योग पर ही छह विकेट गंवा दिए थे। उस समय उसके खाते में 13 ओवर और जीत के लिए 51 रन थे लेकिन उसके सिर्फ चार विकेट शेष रह गए थे।
ऐसी विषम परिस्थिति में अश्विन और जडेजा ने सूझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए टीम को कोई और नुकसान नहीं हो दिया और 46.4 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया। अश्विन ने अपनी टीम के लिए विजयी रन लिया। वह अंतिम रन लेने के प्रयास में आउट हो सकते थे लेकिन तीन-तीन क्षेत्ररक्षकों के बीच गेंद गिरी लेकिन उसे कोई लपक नहीं सका।
अश्विन अपना काम कर चुके थे। उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज और उससे पहले धम्मिका प्रसाद की गेंदों पर चौका लगाकर भारत को जीत के बिल्कुल करीब ला दिया था। उनके आउट होने के बाद भी भारत जीत सकता था लेकिन किस्मत अश्विन के साथ थी और वह नाबाद लौटे।
अश्विन ने अपनी 38 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने श्रीलंका के तीन विकेट भी चटकाए थे। अश्विन और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए विजयी 53 रन जोड़े। जडेजा ने 28 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया और आक्रामक मूड में दिखाई दे रहे अश्विन को अधिक से अधिक गेंद खेलने का मौका देते नजर आए।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
ऐसी विषम परिस्थिति में अश्विन और जडेजा ने सूझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए टीम को कोई और नुकसान नहीं हो दिया और 46.4 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया। अश्विन ने अपनी टीम के लिए विजयी रन लिया। वह अंतिम रन लेने के प्रयास में आउट हो सकते थे लेकिन तीन-तीन क्षेत्ररक्षकों के बीच गेंद गिरी लेकिन उसे कोई लपक नहीं सका।
अश्विन अपना काम कर चुके थे। उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज और उससे पहले धम्मिका प्रसाद की गेंदों पर चौका लगाकर भारत को जीत के बिल्कुल करीब ला दिया था। उनके आउट होने के बाद भी भारत जीत सकता था लेकिन किस्मत अश्विन के साथ थी और वह नाबाद लौटे।
अश्विन ने अपनी 38 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने श्रीलंका के तीन विकेट भी चटकाए थे। अश्विन और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए विजयी 53 रन जोड़े। जडेजा ने 28 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया और आक्रामक मूड में दिखाई दे रहे अश्विन को अधिक से अधिक गेंद खेलने का मौका देते नजर आए।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
अश्विन अपना काम कर चुके थे। उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज और उससे पहले धम्मिका प्रसाद की गेंदों पर चौका लगाकर भारत को जीत के बिल्कुल करीब ला दिया था। उनके आउट होने के बाद भी भारत जीत सकता था लेकिन किस्मत अश्विन के साथ थी और वह नाबाद लौटे।
अश्विन ने अपनी 38 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने श्रीलंका के तीन विकेट भी चटकाए थे। अश्विन और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए विजयी 53 रन जोड़े। जडेजा ने 28 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया और आक्रामक मूड में दिखाई दे रहे अश्विन को अधिक से अधिक गेंद खेलने का मौका देते नजर आए।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
अश्विन ने अपनी 38 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने श्रीलंका के तीन विकेट भी चटकाए थे। अश्विन और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए विजयी 53 रन जोड़े। जडेजा ने 28 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका लगाया और आक्रामक मूड में दिखाई दे रहे अश्विन को अधिक से अधिक गेंद खेलने का मौका देते नजर आए।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
अश्विन उस समय विकेट पर आए थे, जब भारत ने 181 रन के कुल योग पर दिन के अपने सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज कोहली का विकेट गंवा दिया था। कोहली ने 94 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। अपना विकेट बचाने के प्रयास में वह गिर पड़े, जिससे उनकी जांघ की मांसपेशी में खिंचाव आ गया। वह टीम फिजियो की मदद से मैदान के बाहर गए।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
कोहली से पहले भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का विकेट गंवाया था। धौनी 167 रनों के कुल योग पर चार रन बनाकर आउट हुए थे।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन जोड़ने वाले रैना संयम के साथ खेलते नजर आ रहे थे लेकिन अचानक मैथ्यूज की एक गेंद को मिडविकेट पर उड़ाने के प्रयास में वह लपके गए। रैना ने 24 रन के निजी स्कोर पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट होकर इसकी कीमत चुकाई।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
श्रीलंका को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कुल स्कोर में अभी 14 रन ही जुड़े थे कि वीरेंद्र सहवाग को मलिंगा ने नुवान कुलासेकरा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। सहवाग ने आठ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 10 रन बनाए।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
सहवाग का विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कोहली के साथ मिलकर पारी को सम्भाला और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े। बेहतरीन लय में दिख रहे तेंदुलकर को 48 रन के निजी योग पर एंजेलो मैथ्यूज ने बोल्ड किया।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
कोहली और रोहित शर्मा ने तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े। शर्मा थिसिरा परेरा की एक गेंद पर प्वाइंट में तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। शर्मा सिर्फ 10 रन बना सके। उनका विकेट 122 रन के कुल योग पर गिरा।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए, जिसमें दिनेश चांडीमल के सबसे अधिक 64 रन शामिल हैं। चांडीमल ने 81 गेंदों पर चार चौके लगाए।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
श्रीलंकाई टीम भी खराब शुरुआत की शिकार हुई थी। तिलकरत्ने दिलशान के साथ पारी की शुरुआत करने आए उपुल थरंगा चार रन के निजी योग पर जहीर खान की गेंद पर तेंदुलकर को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यह विकेट 12 रन के कुल योग पर गिरा।टिप्पणियां
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
इसके बाद दिलशान और कुमार संगकारा ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। संगकारा को 26 रन के निजी योग पर जहीर ने अपना दूसरा शिकार बनाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट 48 रन बनाने वाले दिलशान के रूप में गिरा।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका।
कप्तान माहेला जयवर्धने 34 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 23 रन के निजी योग पर अश्विन की गेंद पर रोहित के हाथों कैच आउट हुए। जयवर्धने ने चांडीमल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। अंतिम पलों में मैथ्यूज ने 33 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर जहीर ने दो और जडेजा तथा विनय कुमार ने एक- एक विकेट झटका। | संक्षिप्त पाठ: त्रिकोणीय शृंखला के दूसरे मुकाबले में श्रीलंका को भारत ने चार विकेट से हरा दिया है। विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 77 रन बनाए। | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: ओलिंपिक में भारत के लिए एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को भारतरत्न की उपाधि दिए जाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने अपनी अनुशंसा भेजी है।
एनआरएआई के सलाहकार बलजीत सिंह सेठी ने कहा, "हमने भारतरत्न के लिए अभिनव के नाम की सिफारिश की है। वह भारतीय निशानेबाजी की किंवदंती बन चुके हैं। उनकी उपलब्धियां सभी के लिए प्रेरणादायक हैं। हमें लगता है कि उन्हें भारतरत्न मिलना चाहिए।"टिप्पणियां
बिंद्रा ने 2008 में बीजिंग में हुए ओलिंपिक में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। बिंद्रा द्वारा भारत के लिए जीता गया स्वर्ण पदक 1980 में मास्को ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम द्वारा लाए गए स्वर्ण पदक के बाद पहला स्वर्ण पदक था।
एनआरएआई के अध्यक्ष रनिदर सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखकर भारतरत्न के लिए बिंद्रा के नाम की सिफारिश की।
एनआरएआई के सलाहकार बलजीत सिंह सेठी ने कहा, "हमने भारतरत्न के लिए अभिनव के नाम की सिफारिश की है। वह भारतीय निशानेबाजी की किंवदंती बन चुके हैं। उनकी उपलब्धियां सभी के लिए प्रेरणादायक हैं। हमें लगता है कि उन्हें भारतरत्न मिलना चाहिए।"टिप्पणियां
बिंद्रा ने 2008 में बीजिंग में हुए ओलिंपिक में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। बिंद्रा द्वारा भारत के लिए जीता गया स्वर्ण पदक 1980 में मास्को ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम द्वारा लाए गए स्वर्ण पदक के बाद पहला स्वर्ण पदक था।
एनआरएआई के अध्यक्ष रनिदर सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखकर भारतरत्न के लिए बिंद्रा के नाम की सिफारिश की।
बिंद्रा ने 2008 में बीजिंग में हुए ओलिंपिक में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। बिंद्रा द्वारा भारत के लिए जीता गया स्वर्ण पदक 1980 में मास्को ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम द्वारा लाए गए स्वर्ण पदक के बाद पहला स्वर्ण पदक था।
एनआरएआई के अध्यक्ष रनिदर सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखकर भारतरत्न के लिए बिंद्रा के नाम की सिफारिश की।
एनआरएआई के अध्यक्ष रनिदर सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखकर भारतरत्न के लिए बिंद्रा के नाम की सिफारिश की। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: ओलिंपिक में भारत के लिए एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को भारतरत्न की उपाधि दिए जाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने अपनी अनुशंसा भेजी है। | 11 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने कहा, 'कोई मुसलमान आपसे नहीं डरता है, हम डरते हैं तो सिर्फ संविधान से.' कपिल सिब्बल ने कहा कि बिल पेश करते समय एक बात कही गई थी जिस पर मुझे सख्त आपत्ति है. आपने कहा था कि देश के मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है. मुझे इसपर आपत्ति है. कोई मुसलमान आपसे नहीं डरता है. मैं इस देश का नागरिक हूं, आप से नहीं डरता हूं. मैं डरता हूं तो सिर्फ संविधान से. देश का मुसलमान डरता है तो सिर्फ संविधान से. कपिल सिब्बल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें पता है आपका लक्ष्य क्या है. ये मैं 2014 से जान रहा हूं. अनुच्छेद 370 का हटाया जाना, तीन तलाक, सीबीसी, एनआरसी और फिर एनआरसी... सब पता है. आप चाहते हैं लोगों को उसके नाम से पहचानना.
क्या चाहते हैं? पूरी दुनिया से मुसलमान यहां आएं और उन्हें हम नागरिक बना दें, देश कैसे चलेगा - अमित शाह
इससे पहले नागरिकता संशोधन बिल पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने सदन में कहा कि जो बिल का समर्थन करेंगे वो देश भक्त होंगे और जो नहीं करेंगे वो देशद्रोही होंगे... ये मैंने पढ़ा है. ये भी पढ़ा कि जो बिल का विरोध कर रहे हैं वो पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. संजय राउत ने कहा कि ये पाकिस्तान की संसद नहीं है. ये भारत की है. हमारे मजबूत प्रधानमंत्री, हमारे मजबूत गृहमंत्री... आपसे बहुत आशा है. जिस स्कूल में आप पढ़ते हैं हम उसके मास्टर है. हम शरणार्थियों को शरण दे रहे हैं तो घुसपैठियों को निकालना चाहिए. मानवता के आधार पर हमें उन्हें स्वीकार करना चाहिए. उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को पहले कश्मीरी मंडितों को वापस कश्मीर में बसाना चाहिए. संजय राउत को 5 मिनट का समय दिया गया था इस बिल पर बोलने के लिए लेकिन वो समय समाप्त हो जाने के बाद भी बोल रहे थे. शिव सेना नेता संजय राउत ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वो इस बिल के समर्थन में हैं या विरोध में. राज्यसभा के उपसभापति ने उन्हें बैठने के लिए कहा और बीएसपी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा को बोलने के लिए कहा.
Citizenship Amendment Bill: शिवसेना नेता संजय राउत बोले- यह भारत की संसद है पाकिस्तान की नहीं
इससे पहले संसद में टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि जो देश के लोग हैं उनका आप ख्याल रख नहीं रहे हैं और दूसरे के सम्मान की बात कर रहे हैं? बंगाल कोई गुजरात नहीं है. डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि वादा करने में ज्यादा वादा तोड़ने में यह सरकार शानदार है. सरकार कहती है कि इस बिल को लेकर चिंता करने का कोई कारण है लेकिन मैं कहता हूं चिंता करने का कारण है. उन्होंने कहा कि सरकार ने नोटबंदी के समय कहा कि आप मुझे 50 दिन दे दीजिए अगर हालात ठीक नहीं हुए तो आप मुझे सार्वजनिक जगह पर सजा दे दीजिएगा. लेकिन वो नहीं हुआ. डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि ये लोग झूठ बोलते हैं. जो कहते हैं वो नहीं करते, इसलिए इस बिल पर चिंता का कारण है.
इससे पहले बीजेपी के जेपी नड्डा ने बिल के समर्थन में अपना पक्ष रखा. उन्होंने आनंद शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि वैसे वकील जिनके पास तर्क नहीं होते हैं वो मुद्दे की जगह दूसरी बातों का जिक्र करते रहते हैं. गांधी, सावरकर ने क्या कहा उससे ज्यादा जरूरी है इस बिल पर बात कीजिए. जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र भी किया जिसमें उन्होंने वहां से आए शणार्थियों की स्थिति के विषय में सदन में कहा था.
बिल के विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पार्टी का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि इस नागरिकता संशोधन बिल से पूरे देश में असुरक्षा की भावना भर गई है. लोगों के मन में आशंका है. अगर ऐसा है तो क्या पूरे भारत में डिटेंशन सेंटर बनेंगे? यह अन्याय होगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यहां पुर्नजन्म पर विश्वास किया जाता है. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल अगर मोदी जी से मिलेंगे तो काफी नाराज होंगे. आनंद शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि गांधी जी का चश्मा सिर्फ विज्ञापन के लिए नहीं है.
आनंद शर्मा ने सदन में बिल के विरोध में अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि यह बिल भारत के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. संविधान की प्रस्तावना में ही धर्मनिरपेक्षता का जिक्र है, यह उस मूल भावना के भी खिलाफ है. अपने भाषण के दौरान आनंद शर्मा ने महात्मा गांधी का जिक्र किया और कहा कि उनका कहना था कि मेरा घर ऐसा हो जहां कोई दीवार न हो, जहां सभी धर्म के अनुयायी हो.
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में नागरिक संशोधन बिल पेश करते हुए कहा कि यह बिल देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे तीनों पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान इस्लामिक देश है. वहां मुस्लिम बहुलसंख्यक हैं. इसलिए जो नागरिकता संशोधन बिल पेश किया गया है उसमें हिंदू, सिख, जैन, बौध, पारसी और ईसाई को भारत की नागरिकता देने की बात की गई है. इस बिल के पास होने से इन समुदायों के लोगों को जो कि 31 दिसंबर, 2014 से पहले यहां रह रहे हैं उनको भारत की नागरिकता मिल जाएगी. जो नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं उनको मुक्ति मिल जाएगी. | संक्षिप्त सारांश: 'देश का मुसलमान डरता है तो सिर्फ संविधान से'
'आप चाहते हैं लोगों को उसके नाम से पहचानना'
संजय राउत ने कहा कि ये पाकिस्तान की संसद नहीं है | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पैंट गीली करने के कारण अपने सात वर्षीय बेटे को कथित तौर पर डांटने की कोशिश के कारण नार्वे में गिरफ्तार भारतीय युगल को भारत ने सभी तरह की मदद की पेशकश की है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि भारतीय युगल- चंद्रशेखर वल्लभनेनी और उनकी पत्नी अनुपमा के वकील के आग्रह पर भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने चंद्रशेखर से भेंट की। उन्होंने बताया कि वाणिज्य दूतावास अधिकारी ने शाम में चंद्रशेखर के साथ मुलाकात की। अधिकारी ने आश्वस्त किया कि उनके वकील के साथ वह लगातार संपर्क में रहेंगे।टिप्पणियां
आंध्रप्रदेश के सॉफ्टवेयर पेशेवर चंद्रशेखर और उनकी पत्नी को ओस्लो में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
हैदराबाद के रहने वाले चंद्रशेखर के भतीजे वी शैलेंद्र ने दावा किया कि बच्चे ने अपने शिक्षक को शिकायत की थी उसके अभिभावकों ने उसकी हरकतों के कारण उसे भारत भेजने की धमकी दी। इसके नौ महीने बाद चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि भारतीय युगल- चंद्रशेखर वल्लभनेनी और उनकी पत्नी अनुपमा के वकील के आग्रह पर भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने चंद्रशेखर से भेंट की। उन्होंने बताया कि वाणिज्य दूतावास अधिकारी ने शाम में चंद्रशेखर के साथ मुलाकात की। अधिकारी ने आश्वस्त किया कि उनके वकील के साथ वह लगातार संपर्क में रहेंगे।टिप्पणियां
आंध्रप्रदेश के सॉफ्टवेयर पेशेवर चंद्रशेखर और उनकी पत्नी को ओस्लो में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
हैदराबाद के रहने वाले चंद्रशेखर के भतीजे वी शैलेंद्र ने दावा किया कि बच्चे ने अपने शिक्षक को शिकायत की थी उसके अभिभावकों ने उसकी हरकतों के कारण उसे भारत भेजने की धमकी दी। इसके नौ महीने बाद चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया।
आंध्रप्रदेश के सॉफ्टवेयर पेशेवर चंद्रशेखर और उनकी पत्नी को ओस्लो में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
हैदराबाद के रहने वाले चंद्रशेखर के भतीजे वी शैलेंद्र ने दावा किया कि बच्चे ने अपने शिक्षक को शिकायत की थी उसके अभिभावकों ने उसकी हरकतों के कारण उसे भारत भेजने की धमकी दी। इसके नौ महीने बाद चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया।
हैदराबाद के रहने वाले चंद्रशेखर के भतीजे वी शैलेंद्र ने दावा किया कि बच्चे ने अपने शिक्षक को शिकायत की थी उसके अभिभावकों ने उसकी हरकतों के कारण उसे भारत भेजने की धमकी दी। इसके नौ महीने बाद चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया। | सारांश: पैंट गीली करने के कारण अपने सात वर्षीय बेटे को कथित तौर पर डांटने की कोशिश के कारण नार्वे में गिरफ्तार भारतीय युगल को भारत ने सभी तरह की मदद की पेशकश की है। | 7 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने 73वीं टाटा स्टील शतरंज चैंपियनशिप के ग्रुप-ए के दूसरे दौर में रूस के चिरप्रतिद्वंद्वी व्लादिमीर क्रामनिक से ड्रॉ खेला। आनंद ने इस टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में शनिवार को रस्लान पोनोमारिओव के खिलाफ काले मोहरों के साथ शानदार जीत दर्ज की थी। वह हालांकि इस मुकाबले में अपनी लय बरकरार नहीं रख सके। क्रामनिक ने सूझबूझ का परिचय दिया और उन्हें ड्रॉ कराने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। आनंद हालैंड के जान स्मीत्स, अमेरिका के हिकारू नाकामूरा और रूस के इयान नेपोनियात्ची के साथ संयुक्त रूप से बढ़त बनाए हुए हैं। ग्रुप-बी में ग्रैंडमास्टर सूर्य शेखर गांगुली ने नार्वे के जान लुदविग हैमर के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करके जीत दर्ज की। उन्होंने पहले दौर में अर्मेनिया के गैबरियल सार्गीसियान से मात खाई थी। ग्रुप सी में तानिया सचदेव काफी दुर्भाग्यशाली रहीं और वह उक्रेन की कातेर्यना लाहनो से हार गईं। | सारांश: विश्वनाथन आनंद ने 73वीं टाटा स्टील शतरंज चैंपियनशिप के ग्रुप-ए के दूसरे दौर में रूस के चिरप्रतिद्वंद्वी व्लादिमीर क्रामनिक से ड्रॉ खेला। | 7 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के शामली में तीन महिला टीचरों और एक छात्रा पर तेजाब फेंकने की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये चारों बहनें हैं और तीनों बोर्ड के पेपर की ड्यूटी पूरी कर अपने घर लौट रही थीं।
शुरुआती जांच में पता चला है कि जैसे ही ये अपने घर पहुंची, बाइक पर सवार दो बदमाशों ने इन पर तेजाब फेंक दिया। वारदात के बाद पहले तो चारों बहनों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर एक बहन की हालत नाजुक होने पर उसे दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी तक इस हमले की वजह और हमलावरों का पता नहीं चल पाया है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि जैसे ही ये अपने घर पहुंची, बाइक पर सवार दो बदमाशों ने इन पर तेजाब फेंक दिया। वारदात के बाद पहले तो चारों बहनों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर एक बहन की हालत नाजुक होने पर उसे दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी तक इस हमले की वजह और हमलावरों का पता नहीं चल पाया है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उत्तर प्रदेश के शामली में तीन महिला टीचरों और एक छात्रा पर तेजाब फेंकने की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये चारों बहनें हैं और तीनों बोर्ड के पेपर की ड्यूटी पूरी कर अपने घर लौट रही थीं। | 25 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: दक्षिणी जर्मनी स्थित एक कारखाने में आग लग जाने की वजह से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य लोग घायल हो गए। इस कारखाने के सभी कर्मचारी विकलांग हैं। यह जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार जर्मनी के ब्लैक फॉरेस्ट के टिटिसी-नयूस्ताद्त स्थित एक कारखाने में आग लग गई। इस कारखाने में लगभग 120 मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग श्रमिक काम करते हैं।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद तीन अन्य लोग भी लापता हो गए हैं।टिप्पणियां
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्रों से राहतकर्मियों को बुलाया गया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पूर्व में आई रपटों के अनुसार, पुलिस ने कहा था कि यह घटना कारखाने के भंडार गृह में धमाके की वजह से हुई। घटना के वक्त कारखाने में लगभग 50 श्रमिक काम कर रहे थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार जर्मनी के ब्लैक फॉरेस्ट के टिटिसी-नयूस्ताद्त स्थित एक कारखाने में आग लग गई। इस कारखाने में लगभग 120 मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग श्रमिक काम करते हैं।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद तीन अन्य लोग भी लापता हो गए हैं।टिप्पणियां
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्रों से राहतकर्मियों को बुलाया गया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पूर्व में आई रपटों के अनुसार, पुलिस ने कहा था कि यह घटना कारखाने के भंडार गृह में धमाके की वजह से हुई। घटना के वक्त कारखाने में लगभग 50 श्रमिक काम कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद तीन अन्य लोग भी लापता हो गए हैं।टिप्पणियां
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्रों से राहतकर्मियों को बुलाया गया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पूर्व में आई रपटों के अनुसार, पुलिस ने कहा था कि यह घटना कारखाने के भंडार गृह में धमाके की वजह से हुई। घटना के वक्त कारखाने में लगभग 50 श्रमिक काम कर रहे थे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्रों से राहतकर्मियों को बुलाया गया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पूर्व में आई रपटों के अनुसार, पुलिस ने कहा था कि यह घटना कारखाने के भंडार गृह में धमाके की वजह से हुई। घटना के वक्त कारखाने में लगभग 50 श्रमिक काम कर रहे थे।
पूर्व में आई रपटों के अनुसार, पुलिस ने कहा था कि यह घटना कारखाने के भंडार गृह में धमाके की वजह से हुई। घटना के वक्त कारखाने में लगभग 50 श्रमिक काम कर रहे थे। | सारांश: दक्षिणी जर्मनी स्थित एक कारखाने में आग लग जाने की वजह से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य लोग घायल हो गए। | 5 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भारत की वन-डे इंटरनेशनल और टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट टीमों के कप्तान 'मिस्टर कूल' महेंद्र सिंह धोनी आज 35 साल के हो गए हैं, लेकिन उनमें नए खिलाड़ियों जैसा जोश बरकरार है... महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम को वहां पहुंचाने में बेहद अहम योगदान दिया, जहां भारतीय क्रिकेट प्रेमी हमेशा से उसे देखना चाहते थे... धोनी के नेतृत्व में ही टीम इंडिया वर्ष 2009 में टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक के दर्जे तक पहुंची... धोनी की ही कप्तानी में टीम ने वर्ष 2007 में पहला टी-20 इंटरनेशनल वर्ल्ड कप जीता, वह भी फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर... उस समय भी धोनी ही कप्तान थे, जब भारतीय टीम ने वर्ष 2013 में चैम्पियन्स ट्रॉफी अपने नाम की... और उस वक्त भी टीम की कमान धोनी के ही हाथ में थी, जब वर्ष 2011 में भारत ने 50 ओवरों वाले फॉरमैट का वर्ल्ड कप जीता...
सो, इस तरह महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने अपनी टीम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा आयोजित तीनों बड़े टूर्नामेंटों में खिताब दिलवाया... सो आइए, आज उनके जन्मदिन के मौके पर आपको बताते हैं कि धोनी के नाम किस-किस तरह के शानदार रिकॉर्ड दर्ज हैं...
वह तीनों फॉरमैट (टेस्ट, वन-डे, टी-20) में मिलाकर सबसे ज़्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं... धोनी ने एशिया और भारत के लिए खेले कुल 324 मैचों में कप्तानी की है, और इस आंकड़े के लिए वह ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं... धोनी ने इनमें से 175 मैच जीते हैं, और 117 में उन्हें हार नसीब हुई...
'मिस्टर फिनिशर' के नाम से मशहूर विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने सर्वाधिक स्टम्पिंग का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवाया है, और कुल 439 मैचों की 510 पारियों में उन्होंने 148 ऐसे खिलाड़ियों की गिल्लियां बिखेरीं, जो गेंद को मारने के लिए क्रीज़ से आगे निकल गए थे...
वैसे, विकेटकीपर के रूप में पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर में सबसे ज़्यादा शिकार करने वालों की सूची में महेंद्र सिंह धोनी तीसरे स्थान पर हैं... इस लिस्ट में सबसे ऊपर दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर हैं, जिन्होंने 467 मैचों की 596 पारियों में 952 कैच और 46 स्टम्पिंग के साथ कुल 998 शिकार बनाए... उनका प्रति पारी शिकार करने का औसत 1.674 रहा... सूची में दूसरे नंबर पर हैं ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट, जिन्होंने सिर्फ 396 मैचों की 485 पारियों में 813 कैच और 92 स्टम्पिंग के साथ कुल 905 शिकार किए... गिलक्रिस्ट का प्रति पारी शिकार औसत 1.865 रहा... लिस्ट में तीसरे नंबर पर दर्ज धोनी ने कुल 439 मैचों की 510 पारियों में 557 कैच और 148 स्टम्पिंग के साथ 705 शिकार किए, जिनका प्रति पारी औसत 1.382 रहा...
विकेट के पीछे सर्वाधिक कैच लपकने वालों की सूची में धोनी का स्थान चौथा है... यहां भी सबसे ऊपर मार्क बाउचर हैं, दूसरे नंबर पर एडम गिलक्रिस्ट और तीसरे नंबर पर हैं ऑस्ट्रेलिया के ही इयान हीली, जिन्होंने 287 मैचों की 392 पारियों में 560 कैच और 68 स्टम्पिंग के साथ कुल 628 शिकार किए, और उनका प्रति पारी शिकार औसत 1.602 रहा... इस सूची में महेंद्र सिंह धोनी चौथे पायदान पर हैं...
धोनी के करियर का एक बेहद रोचक पहलू है 'द बेस्ट फिनिशर' के रूप में उनकी पहचान... वे मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने आते हैं, जिससे सलामी बल्लेबाजों की तरह उनके पास बहुत बड़े-बड़े स्कोर बनाने के मौके तुलनात्मक रूप से कम होते हैं, लेकिन इसके बावजूद तीनों फॉरमैट में कुल मिलाकर उनका बल्लेबाजी औसत 44.77 है... अब इसकी वजह यह है कि वह बहुत बार नॉट आउट रहकर पैवेलियन लौटते हैं... सो, इस सूची में वह श्रीलंका के धुरंधर गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे स्थान पर हैं... मुरलीधरन कुल मिलाकर 119 बार नाबाद रहे हैं, जबकि धोनी 115 बार बिना विकेट गंवाए पैवेलियन लौटे हैं...
वह तीनों फॉरमैट (टेस्ट, वन-डे, टी-20) में मिलाकर सबसे ज़्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं... धोनी ने एशिया और भारत के लिए खेले कुल 324 मैचों में कप्तानी की है, और इस आंकड़े के लिए वह ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं... धोनी ने इनमें से 175 मैच जीते हैं, और 117 में उन्हें हार नसीब हुई...
'मिस्टर फिनिशर' के नाम से मशहूर विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने सर्वाधिक स्टम्पिंग का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवाया है, और कुल 439 मैचों की 510 पारियों में उन्होंने 148 ऐसे खिलाड़ियों की गिल्लियां बिखेरीं, जो गेंद को मारने के लिए क्रीज़ से आगे निकल गए थे...
वैसे, विकेटकीपर के रूप में पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर में सबसे ज़्यादा शिकार करने वालों की सूची में महेंद्र सिंह धोनी तीसरे स्थान पर हैं... इस लिस्ट में सबसे ऊपर दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर हैं, जिन्होंने 467 मैचों की 596 पारियों में 952 कैच और 46 स्टम्पिंग के साथ कुल 998 शिकार बनाए... उनका प्रति पारी शिकार करने का औसत 1.674 रहा... सूची में दूसरे नंबर पर हैं ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट, जिन्होंने सिर्फ 396 मैचों की 485 पारियों में 813 कैच और 92 स्टम्पिंग के साथ कुल 905 शिकार किए... गिलक्रिस्ट का प्रति पारी शिकार औसत 1.865 रहा... लिस्ट में तीसरे नंबर पर दर्ज धोनी ने कुल 439 मैचों की 510 पारियों में 557 कैच और 148 स्टम्पिंग के साथ 705 शिकार किए, जिनका प्रति पारी औसत 1.382 रहा...
विकेट के पीछे सर्वाधिक कैच लपकने वालों की सूची में धोनी का स्थान चौथा है... यहां भी सबसे ऊपर मार्क बाउचर हैं, दूसरे नंबर पर एडम गिलक्रिस्ट और तीसरे नंबर पर हैं ऑस्ट्रेलिया के ही इयान हीली, जिन्होंने 287 मैचों की 392 पारियों में 560 कैच और 68 स्टम्पिंग के साथ कुल 628 शिकार किए, और उनका प्रति पारी शिकार औसत 1.602 रहा... इस सूची में महेंद्र सिंह धोनी चौथे पायदान पर हैं...
धोनी के करियर का एक बेहद रोचक पहलू है 'द बेस्ट फिनिशर' के रूप में उनकी पहचान... वे मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने आते हैं, जिससे सलामी बल्लेबाजों की तरह उनके पास बहुत बड़े-बड़े स्कोर बनाने के मौके तुलनात्मक रूप से कम होते हैं, लेकिन इसके बावजूद तीनों फॉरमैट में कुल मिलाकर उनका बल्लेबाजी औसत 44.77 है... अब इसकी वजह यह है कि वह बहुत बार नॉट आउट रहकर पैवेलियन लौटते हैं... सो, इस सूची में वह श्रीलंका के धुरंधर गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे स्थान पर हैं... मुरलीधरन कुल मिलाकर 119 बार नाबाद रहे हैं, जबकि धोनी 115 बार बिना विकेट गंवाए पैवेलियन लौटे हैं... | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: धोनी एकमात्र कप्तान, जिन्होंने ICC के तीनों टूर्नामेंटों का खिताब जीता
तीनों फॉरमैट मिलाकर सबसे ज़्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी
सर्वाधिक स्टम्पिंग का विश्व रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के ही नाम दर्ज | 32 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: दो बार की गत चैम्पियन साइना नेहवाल सेमीफाइनल में चीन की शिजियान वैंग के हाथों कड़े मुकाबले में शिकस्त के साथ यहां स्विस ओपन ग्रां प्री गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल से बाहर हो गई।
शीर्ष वरीय साइना को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन की चौथी वरीय विरोधी के हाथों 50 मिनट में 11-21, 21-10, 9-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
कल अपने 23वें जन्मदिन के दिन हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी बिलकुल भी लय में नहीं दिखी।टिप्पणियां
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
शीर्ष वरीय साइना को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन की चौथी वरीय विरोधी के हाथों 50 मिनट में 11-21, 21-10, 9-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
कल अपने 23वें जन्मदिन के दिन हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी बिलकुल भी लय में नहीं दिखी।टिप्पणियां
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
कल अपने 23वें जन्मदिन के दिन हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी बिलकुल भी लय में नहीं दिखी।टिप्पणियां
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। | यह एक सारांश है: दो बार की गत चैम्पियन साइना नेहवाल सेमीफाइनल में चीन की शिजियान वैंग के हाथों कड़े मुकाबले में शिकस्त के साथ यहां स्विस ओपन ग्रां प्री गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल से बाहर हो गई। | 2 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: विपक्ष की रैली के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'बचाओ, बचाओ' टिप्पणी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को मोदी पर निशाना साधा और कहा कि यह मदद की गुहार उन लोगों की है जो 'आपके अत्याचार और अक्षमता' से मुक्त होना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने एक दिन पहले ही कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित विपक्ष की रैली पर तंज कसते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल में भाजपा का सिर्फ एक विधायक है लेकिन वे हमसे बहुत डरे हुए हैं क्योंकि हम सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं. इसलिए उन्होंने पूरे देश से पार्टियों को एकत्रित किया और बचाओ, बचाओ, बचाओ चिल्ला रहे हैं.'' राहुल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘महामहिम, मदद के लिए गुहार लाखों बेरोजगार युवाओं, संकटग्रस्त किसानों, वंचित दलितों और आदिवासियों, सताए गए अल्पसंख्यकों, बर्बाद हो गए छोटे व्यापारियों की है, वे आपके अत्याचार और अक्षमता से मुक्त होने की गुहार लगा रहे हैं. वे 100 दिनों में मुक्त हो जाएंगे.''
कोलकाता रैली के दौरान नजर आयी विपक्षी एकता से बेपरवाह प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को इसे भ्रष्टाचार, नकारात्मकता और अस्थिरता का गठबंधन करार देकर खारिज कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन दलों के पास धनशक्ति है जबकि भाजपा के पास जनशक्ति है. वह वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, हातकणंगले, माढा और सतारा तथा दक्षिण गोवा लोकसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्र स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को "ठगबंधन" बताया और कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में लोग सत्तारूढ़ गठबंधन को खारिज कर देंगे.
प्रधानमंत्री द्वारा विपक्षी दलों की तीखी आलोचना पर उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब कहने वाले व्यक्ति भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उनकी अपनी ही पार्टी में वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है. मोदी ने कहा कि विपक्ष को आगामी चुनाव में हार नजर आ रही है. ऐसे में वह अपनी हार से पहले बहाने ढूंढ रहा है और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को बदनाम कर रहा है. चतुर्वेदी ने संवाददाताओं से कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को लेकर पहले भी सवाल उठाए गए थे. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान ईवीएम बसों में और राजस्थान में मिले थे, वे सड़क पर और होटल के कमरों में मिले थे. | संक्षिप्त सारांश: राहुल गांधी ने किया पलटवार
पीएम मोदी की टिप्पणी पर किया पलटवार
पीएम मोदी ने विपक्षी एकजुटता पर साधा था निशाना | 10 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां संगठित होने की कोशिश में जुटी हैं. वहीं सूबे की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी का कुनबा बिखरता हुआ नजर आ रहा है.
मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और मंत्री शिवपाल यादव ने पार्टी और सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने पार्टी से इस्तीफ़े की धमकी दी. तब बात बिगड़ता देख खुद पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कमान संभाली और शिवपाल को मनाने के साथ-साथ अखिलेश सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई.
मुलायम ने कहा कि पार्टी के जिम्मेदार लोग शिवपाल के खिलाफ साजिश कर रहे हैं. अगर उन्होंने पार्टी छोड़ दी तो संभालना मुश्किल हो जाएगा. मुलायम ने अखिलेश सरकार की ऐसी-तैसी करने की धमकी भी दे डाली. साफ है उनका निशाना चचेरे भाई रामगोपाल यादव की ओर है.
मुलायम सिंह यादव ने इस पर कहा कि आज उसने जो कहा, क्या वह मामूली बात है. अगर उन्होंने इस्तीफा दिया तो हालत खराब हो जाएगी. टिप्पणियां
इस मामले पर यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा जो साजिश कर रहे हैं, उन्हें सजा दें. हम इसके पक्ष में हैं. समाजवादी पार्टी में कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए. नेताजी को खुद कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, चाहे मैं ही क्यों न हूं.
वहीं सपा में फूट के बीच एक बार फिर मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के सपा में विलय की खबर है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार खुद मुलायम सिंह यादव विलय का ऐलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी को सपा का टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन उनके दो भाई जिनका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है, वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार जून में कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन अखिलेश यादव के ऐतराज के बाद विलय को वापस ले लिया गया था.
मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और मंत्री शिवपाल यादव ने पार्टी और सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने पार्टी से इस्तीफ़े की धमकी दी. तब बात बिगड़ता देख खुद पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कमान संभाली और शिवपाल को मनाने के साथ-साथ अखिलेश सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई.
मुलायम ने कहा कि पार्टी के जिम्मेदार लोग शिवपाल के खिलाफ साजिश कर रहे हैं. अगर उन्होंने पार्टी छोड़ दी तो संभालना मुश्किल हो जाएगा. मुलायम ने अखिलेश सरकार की ऐसी-तैसी करने की धमकी भी दे डाली. साफ है उनका निशाना चचेरे भाई रामगोपाल यादव की ओर है.
मुलायम सिंह यादव ने इस पर कहा कि आज उसने जो कहा, क्या वह मामूली बात है. अगर उन्होंने इस्तीफा दिया तो हालत खराब हो जाएगी. टिप्पणियां
इस मामले पर यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा जो साजिश कर रहे हैं, उन्हें सजा दें. हम इसके पक्ष में हैं. समाजवादी पार्टी में कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए. नेताजी को खुद कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, चाहे मैं ही क्यों न हूं.
वहीं सपा में फूट के बीच एक बार फिर मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के सपा में विलय की खबर है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार खुद मुलायम सिंह यादव विलय का ऐलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी को सपा का टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन उनके दो भाई जिनका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है, वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार जून में कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन अखिलेश यादव के ऐतराज के बाद विलय को वापस ले लिया गया था.
मुलायम ने कहा कि पार्टी के जिम्मेदार लोग शिवपाल के खिलाफ साजिश कर रहे हैं. अगर उन्होंने पार्टी छोड़ दी तो संभालना मुश्किल हो जाएगा. मुलायम ने अखिलेश सरकार की ऐसी-तैसी करने की धमकी भी दे डाली. साफ है उनका निशाना चचेरे भाई रामगोपाल यादव की ओर है.
मुलायम सिंह यादव ने इस पर कहा कि आज उसने जो कहा, क्या वह मामूली बात है. अगर उन्होंने इस्तीफा दिया तो हालत खराब हो जाएगी. टिप्पणियां
इस मामले पर यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा जो साजिश कर रहे हैं, उन्हें सजा दें. हम इसके पक्ष में हैं. समाजवादी पार्टी में कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए. नेताजी को खुद कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, चाहे मैं ही क्यों न हूं.
वहीं सपा में फूट के बीच एक बार फिर मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के सपा में विलय की खबर है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार खुद मुलायम सिंह यादव विलय का ऐलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी को सपा का टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन उनके दो भाई जिनका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है, वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार जून में कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन अखिलेश यादव के ऐतराज के बाद विलय को वापस ले लिया गया था.
मुलायम सिंह यादव ने इस पर कहा कि आज उसने जो कहा, क्या वह मामूली बात है. अगर उन्होंने इस्तीफा दिया तो हालत खराब हो जाएगी. टिप्पणियां
इस मामले पर यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा जो साजिश कर रहे हैं, उन्हें सजा दें. हम इसके पक्ष में हैं. समाजवादी पार्टी में कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए. नेताजी को खुद कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, चाहे मैं ही क्यों न हूं.
वहीं सपा में फूट के बीच एक बार फिर मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के सपा में विलय की खबर है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार खुद मुलायम सिंह यादव विलय का ऐलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी को सपा का टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन उनके दो भाई जिनका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है, वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार जून में कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन अखिलेश यादव के ऐतराज के बाद विलय को वापस ले लिया गया था.
इस मामले पर यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा जो साजिश कर रहे हैं, उन्हें सजा दें. हम इसके पक्ष में हैं. समाजवादी पार्टी में कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए. नेताजी को खुद कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, चाहे मैं ही क्यों न हूं.
वहीं सपा में फूट के बीच एक बार फिर मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के सपा में विलय की खबर है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार खुद मुलायम सिंह यादव विलय का ऐलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी को सपा का टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन उनके दो भाई जिनका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है, वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार जून में कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन अखिलेश यादव के ऐतराज के बाद विलय को वापस ले लिया गया था.
वहीं सपा में फूट के बीच एक बार फिर मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के सपा में विलय की खबर है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार खुद मुलायम सिंह यादव विलय का ऐलान करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी को सपा का टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन उनके दो भाई जिनका कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है, वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार जून में कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन अखिलेश यादव के ऐतराज के बाद विलय को वापस ले लिया गया था. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सपा में कौमी एकता दल का विलय जल्द
शिवपाल यादव ने की है इस्तीफे की पेशकश
नाराज मुलायम सिंह यादव ने कहा, शिवपाल के खिलाफ हो रही है साजिश | 19 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: संतान मेधावी हो, इसकी चाहत में चेन्नई का एक दंपति ऑनलाइन विज्ञापन देकर ऐसे शुक्राणु दानकर्ता की तलाश में है जो संभवत: आईआईटी का पढ़ा हो।
इस कृत्रिम बीजारोपण के लिए दंपति ने 20,000 रुपये की कीमत तय की है। दंपति ने अपने विज्ञापन में कहा है कि शुक्राणु के लिए उपयुक्त उम्मीदवार को आईआईटी का छात्र होना चाहिए। उसे स्वस्थ, लंबा और बिना किसी बुरी आदत वाला होना चाहिए और संभव हो सके तो वह गोरा हो।टिप्पणियां
दंपति ने इसके लिए 20,000 रुपये की कीमत तय की है लेकिन अगर व्यक्ति देखने में अच्छा हुआ और ‘सही व्यक्ति’ हुआ तो वे रकम को बढ़ा भी सकते हैं।
दंपति का कहना है कि वे अपना परिवार प्यार और समृद्धि के साथ शुरू करना चाहते हैं लेकिन विज्ञापन ने आईआईटी-मद्रास के छात्रों को उकसा दिया है और वे इसे ‘पागलपन और हास्यास्पद’ बता रहे हैं।
इस कृत्रिम बीजारोपण के लिए दंपति ने 20,000 रुपये की कीमत तय की है। दंपति ने अपने विज्ञापन में कहा है कि शुक्राणु के लिए उपयुक्त उम्मीदवार को आईआईटी का छात्र होना चाहिए। उसे स्वस्थ, लंबा और बिना किसी बुरी आदत वाला होना चाहिए और संभव हो सके तो वह गोरा हो।टिप्पणियां
दंपति ने इसके लिए 20,000 रुपये की कीमत तय की है लेकिन अगर व्यक्ति देखने में अच्छा हुआ और ‘सही व्यक्ति’ हुआ तो वे रकम को बढ़ा भी सकते हैं।
दंपति का कहना है कि वे अपना परिवार प्यार और समृद्धि के साथ शुरू करना चाहते हैं लेकिन विज्ञापन ने आईआईटी-मद्रास के छात्रों को उकसा दिया है और वे इसे ‘पागलपन और हास्यास्पद’ बता रहे हैं।
दंपति ने इसके लिए 20,000 रुपये की कीमत तय की है लेकिन अगर व्यक्ति देखने में अच्छा हुआ और ‘सही व्यक्ति’ हुआ तो वे रकम को बढ़ा भी सकते हैं।
दंपति का कहना है कि वे अपना परिवार प्यार और समृद्धि के साथ शुरू करना चाहते हैं लेकिन विज्ञापन ने आईआईटी-मद्रास के छात्रों को उकसा दिया है और वे इसे ‘पागलपन और हास्यास्पद’ बता रहे हैं।
दंपति का कहना है कि वे अपना परिवार प्यार और समृद्धि के साथ शुरू करना चाहते हैं लेकिन विज्ञापन ने आईआईटी-मद्रास के छात्रों को उकसा दिया है और वे इसे ‘पागलपन और हास्यास्पद’ बता रहे हैं। | संक्षिप्त पाठ: संतान मेधावी हो, इसकी चाहत में चेन्नई का एक दंपति ऑनलाइन विज्ञापन देकर ऐसे शुक्राणु दानकर्ता की तलाश में है जो संभवत: आईआईटी का पढ़ा हो। | 30 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नई दिल्ली में पूर्ववर्ती बसपा सरकार के शासनकाल में बने स्मारकों और पार्कों के बारे में शनिवार को की गई टिप्पणी पर बसपा मुखिया मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि यदि पार्कों और स्मारकों से किसी भी तरह की छेड़छाड़ हुई, तो कानून एवं व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है।
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा मुखिया मायावती ने डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बसपा सरकार ने समाजवादी पार्टी की सरकार के शासनकाल में उनके नायकों के नाम पर बनवाए गए विभिन्न पार्कों और स्मारकों के सम्मान के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की और समाजवादी पार्टी सरकार को इससे सीख लेनी चाहिए।’’टिप्पणियां
बसपा मुखिया ने चेतावनी के स्वर में कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने बसपा राज में बने स्मारकों और पार्कों में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की तो प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़े, इसलिए भी कि उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मायावती ने कहा कि उनकी (बसपा) सरकार ने सपा राज में बने स्मारकों और पार्कों की गरिमा में कोई आंच नहीं आने दी और उम्मीद है कि सपा सरकार भी ऐसा ही करेगी।
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा मुखिया मायावती ने डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बसपा सरकार ने समाजवादी पार्टी की सरकार के शासनकाल में उनके नायकों के नाम पर बनवाए गए विभिन्न पार्कों और स्मारकों के सम्मान के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की और समाजवादी पार्टी सरकार को इससे सीख लेनी चाहिए।’’टिप्पणियां
बसपा मुखिया ने चेतावनी के स्वर में कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने बसपा राज में बने स्मारकों और पार्कों में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की तो प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़े, इसलिए भी कि उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मायावती ने कहा कि उनकी (बसपा) सरकार ने सपा राज में बने स्मारकों और पार्कों की गरिमा में कोई आंच नहीं आने दी और उम्मीद है कि सपा सरकार भी ऐसा ही करेगी।
बसपा मुखिया ने चेतावनी के स्वर में कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने बसपा राज में बने स्मारकों और पार्कों में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की तो प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़े, इसलिए भी कि उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मायावती ने कहा कि उनकी (बसपा) सरकार ने सपा राज में बने स्मारकों और पार्कों की गरिमा में कोई आंच नहीं आने दी और उम्मीद है कि सपा सरकार भी ऐसा ही करेगी।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे देश में कानून एवं व्यवस्था बिगड़े, इसलिए भी कि उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मायावती ने कहा कि उनकी (बसपा) सरकार ने सपा राज में बने स्मारकों और पार्कों की गरिमा में कोई आंच नहीं आने दी और उम्मीद है कि सपा सरकार भी ऐसा ही करेगी। | संक्षिप्त पाठ: बसपा मुखिया मायावती ने कहा, 'बसपा सरकार ने सपा की सरकार के शासनकाल में उनके नायकों के नाम पर बनवाए गए विभिन्न पार्कों और स्मारकों के सम्मान के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की।' | 30 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश में बदलाव और विकास को अपना मिशन बताते हुए महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के ‘बड़े’ नेताओं के विपरीत उनकी प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं हैं।टिप्पणियां
राहुल ने उनके प्रधानमंत्री बनने की सम्भावना पर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘हिन्दुस्तान के बड़े नेताओं की इसमें दिलचस्पी रहती है कि वे प्रधानमंत्री बनें लेकिन मेरी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। मेरी दिलचस्पी उत्तर प्रदेश में है जहां मैं लगातार चुनाव प्रचार कर रहा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘पद से कुछ नहीं होता, शक्ति जनता में होती है। मेरा मकसद उत्तर प्रदेश का विकास करना है। राहुल गांधी में कोई शक्ति नहीं है। मैं सिर्फ जनता की आवाज सुनता हूं और उसे लोकसभा तक ले जाता हूं। मेरा उत्तर प्रदेश में प्रगति लाने का मिशन है।’
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने के लिए जी-जान से जुटे राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने का भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी चुनाव बाद किसी दल से गठबंधन करने वाली नहीं है। राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कामयाबी के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए राहुल ने कहा, ‘मेरा कहना है कि चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए ठोस परिणाम आ रहे हैं। जनता कांग्रेस की तरफ देख रही है।’
राहुल ने उनके प्रधानमंत्री बनने की सम्भावना पर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘हिन्दुस्तान के बड़े नेताओं की इसमें दिलचस्पी रहती है कि वे प्रधानमंत्री बनें लेकिन मेरी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। मेरी दिलचस्पी उत्तर प्रदेश में है जहां मैं लगातार चुनाव प्रचार कर रहा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘पद से कुछ नहीं होता, शक्ति जनता में होती है। मेरा मकसद उत्तर प्रदेश का विकास करना है। राहुल गांधी में कोई शक्ति नहीं है। मैं सिर्फ जनता की आवाज सुनता हूं और उसे लोकसभा तक ले जाता हूं। मेरा उत्तर प्रदेश में प्रगति लाने का मिशन है।’
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने के लिए जी-जान से जुटे राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने का भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी चुनाव बाद किसी दल से गठबंधन करने वाली नहीं है। राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कामयाबी के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए राहुल ने कहा, ‘मेरा कहना है कि चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए ठोस परिणाम आ रहे हैं। जनता कांग्रेस की तरफ देख रही है।’
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने के लिए जी-जान से जुटे राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने का भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी चुनाव बाद किसी दल से गठबंधन करने वाली नहीं है। राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कामयाबी के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए राहुल ने कहा, ‘मेरा कहना है कि चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए ठोस परिणाम आ रहे हैं। जनता कांग्रेस की तरफ देख रही है।’ | उत्तर प्रदेश में बदलाव और विकास को अपना मिशन बताते हुए महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के ‘बड़े’ नेताओं के विपरीत उनकी प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं हैं। | 26 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पहली ग्रैंड स्लैम खिताबी जीत दर्ज करने वाले रोहन बोपन्ना ने कहा कि फ्रेंच ओपन में उनकी मिश्रित युगल खिताबी जीत ने उनका यह भरोसा मजबूत कर दिया है कि किसी को सपने देखना नहीं छोड़ना चाहिए. बोपन्ना को पेशेवर बनने के बाद ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी जीतने के लिए 14 वर्ष तक इंतजार करना पड़ा, उन्होंने गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल अपने नाम किया. इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि इंतजार करना अच्छा रहा. ऐसा नहीं है कि हार और मुश्किल दौर ही सीख देता है बल्कि कभी कभार कई जीतें भी कुछ चीजों का संकेत देती हैं.
बोपन्ना ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं. उन्होंने खेल मंत्री विजय गोयल से मुलाकात करने के बाद कहा, 'कभी सपने देखना मत छोड़ो. यही चीज है जो आपको आगे बढाती है. इस 16 एटीपी खिताब जीतने वाले खिलाड़ी ने बोपन्ना ने भारत को डेविस कप में एकल में कुछ यादगार जीत दिलाई हैं. उन्होंने कहा कि उम्र तो केवल एक नंबर है.आप उपलब्धियों के लिये समयसीमा निर्धारित नहीं कर सकते. जब तक आपका खुद पर भरोसा है और आप कड़ी मेहनत जारी रखते हो, तो कोई भी चीज आपको नहीं रोक सकती. मैंने अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना जारी रखा, हर दिन, मैं खुश हूं कि मेरी टीम ने भी काफी प्रयास किए. टेनिस हालांकि व्यक्तिगत खेल है, लेकिन सभी ने इसमें योगदान दिया.टिप्पणियां
मिश्रित युगल केवल ग्रैंडस्लैम में ही खेले जाते हैं और यहां तक कि इन्हें खास तवज्जो नहीं दी जाती, लेकिन बोपन्ना ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने माना कि एकल चैम्पियन बनने के लिये भारत में कई चीजें बदलने की जरूरत है. बोपन्ना ने कहा कि एकल चैम्पियन बनाने के लिये हमें जमीनी स्तर पर चीजें सही करने की जरूरत है. हमारे पास महासंघ (एआईटीए) से या कारपोरेट जगत से बहुत सीमित समर्थन मिलता है. हमें यूरोपीय मानकों के अनुरूप भाग लेने के लिए एक प्रणाली की जरूरत होती है. हमें अभी बहुत दूर जाना है. इसलिये एकल नहीं, केवल युगल चैम्पियन बनाने की शिकायतें नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह शिकायत की बात नहीं है. हमें इसे सकारात्मक रूप में देखना चाहिए. एक खिलाड़ी की प्रगति में हर कोई महासंघ, माता पिता, कोच अपनी भूमिका निभाते हैं. खिलाड़ियों को जूनियर स्तर से समर्थन की जरूरत होती है, तभी आप चैम्पियन बना सकते हो. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बोपन्ना ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं. उन्होंने खेल मंत्री विजय गोयल से मुलाकात करने के बाद कहा, 'कभी सपने देखना मत छोड़ो. यही चीज है जो आपको आगे बढाती है. इस 16 एटीपी खिताब जीतने वाले खिलाड़ी ने बोपन्ना ने भारत को डेविस कप में एकल में कुछ यादगार जीत दिलाई हैं. उन्होंने कहा कि उम्र तो केवल एक नंबर है.आप उपलब्धियों के लिये समयसीमा निर्धारित नहीं कर सकते. जब तक आपका खुद पर भरोसा है और आप कड़ी मेहनत जारी रखते हो, तो कोई भी चीज आपको नहीं रोक सकती. मैंने अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना जारी रखा, हर दिन, मैं खुश हूं कि मेरी टीम ने भी काफी प्रयास किए. टेनिस हालांकि व्यक्तिगत खेल है, लेकिन सभी ने इसमें योगदान दिया.टिप्पणियां
मिश्रित युगल केवल ग्रैंडस्लैम में ही खेले जाते हैं और यहां तक कि इन्हें खास तवज्जो नहीं दी जाती, लेकिन बोपन्ना ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने माना कि एकल चैम्पियन बनने के लिये भारत में कई चीजें बदलने की जरूरत है. बोपन्ना ने कहा कि एकल चैम्पियन बनाने के लिये हमें जमीनी स्तर पर चीजें सही करने की जरूरत है. हमारे पास महासंघ (एआईटीए) से या कारपोरेट जगत से बहुत सीमित समर्थन मिलता है. हमें यूरोपीय मानकों के अनुरूप भाग लेने के लिए एक प्रणाली की जरूरत होती है. हमें अभी बहुत दूर जाना है. इसलिये एकल नहीं, केवल युगल चैम्पियन बनाने की शिकायतें नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह शिकायत की बात नहीं है. हमें इसे सकारात्मक रूप में देखना चाहिए. एक खिलाड़ी की प्रगति में हर कोई महासंघ, माता पिता, कोच अपनी भूमिका निभाते हैं. खिलाड़ियों को जूनियर स्तर से समर्थन की जरूरत होती है, तभी आप चैम्पियन बना सकते हो. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मिश्रित युगल केवल ग्रैंडस्लैम में ही खेले जाते हैं और यहां तक कि इन्हें खास तवज्जो नहीं दी जाती, लेकिन बोपन्ना ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने माना कि एकल चैम्पियन बनने के लिये भारत में कई चीजें बदलने की जरूरत है. बोपन्ना ने कहा कि एकल चैम्पियन बनाने के लिये हमें जमीनी स्तर पर चीजें सही करने की जरूरत है. हमारे पास महासंघ (एआईटीए) से या कारपोरेट जगत से बहुत सीमित समर्थन मिलता है. हमें यूरोपीय मानकों के अनुरूप भाग लेने के लिए एक प्रणाली की जरूरत होती है. हमें अभी बहुत दूर जाना है. इसलिये एकल नहीं, केवल युगल चैम्पियन बनाने की शिकायतें नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह शिकायत की बात नहीं है. हमें इसे सकारात्मक रूप में देखना चाहिए. एक खिलाड़ी की प्रगति में हर कोई महासंघ, माता पिता, कोच अपनी भूमिका निभाते हैं. खिलाड़ियों को जूनियर स्तर से समर्थन की जरूरत होती है, तभी आप चैम्पियन बना सकते हो. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: कहा-हार और मुश्किल दौर हमें सीख देता है
ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले चौथे भारतीय हैं बोपन्ना
रोहन ने खेल मंत्री विजय गोयल से मुलाकात की | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: ठाणे शहर के शील डायघर परिसर में एक घर में एक दंपति की निर्मम हत्या का मामला प्रकाश में आया है. मृतक महिला गर्भवती थी. घटना के बाद स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया. हत्या के पीछे के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है की उक्त मामला ऑनर किलिंग का हो सकता है. उक्त घर से दुर्गन्ध फैलने के बाद हत्या का पता चला.
पुलिस के अनुसार, विजयशंकर जगमोहन यादव (30) अपनी पत्नी प्रिया (22) के साथ डायघर स्थित पडले गाव में रहता था. दोनों के वहां पिछले डेढ़ वर्षों से रहने की बात बताई गई है. विजयशंकर एक निजी कंपनी में काम करता था. गुरुवार की सुबह पड़ोसियों ने घर से दुर्गन्ध फैलने की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची डायघर पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. पोस्टमॉर्टम में दोनों की हत्या किए जाने की बात साफ हुई है. बताया गया है कि हत्यारों ने किसी तेज धारदार हथियार से दोनों की हत्या की है.टिप्पणियां
डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे के मुताबिक, दोनों का शव सड़ी-गली अवस्था में पाया गया है. पुलिस को संदेह है कि उनकी तीन से चार दिन पहले हत्या की गई है. छानबीन करने पर पुलिस को पता चला है कि मृतक महिला मुस्लिम थी और उसका विवाह के पहले नाम सुफिया मंसूरी था. संदेह है की सुफिया मंसूरी और विजय शंकर यादव के विवाह को लेकर घरवालों का विरोध हो और उसके चलते उनकी हत्या की गई हो. हलाकि इस बारे में पुलिस अभी कुछ साफ़ नहीं कह पा रही है.
पुलिस को घर से यूपी का कोई पता मिला है और उसी आधार पर ठाणे क्राइम ब्रांच पुलिस की दो टीमें वहां भेजी गई हैं. डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया है कि मृतक के घरवालों से पूछताछ के बाद ही मामला साफ़ होगा और उनकी हत्या के कारणों का पता चल सकेगा. डायघर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस के अनुसार, विजयशंकर जगमोहन यादव (30) अपनी पत्नी प्रिया (22) के साथ डायघर स्थित पडले गाव में रहता था. दोनों के वहां पिछले डेढ़ वर्षों से रहने की बात बताई गई है. विजयशंकर एक निजी कंपनी में काम करता था. गुरुवार की सुबह पड़ोसियों ने घर से दुर्गन्ध फैलने की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची डायघर पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. पोस्टमॉर्टम में दोनों की हत्या किए जाने की बात साफ हुई है. बताया गया है कि हत्यारों ने किसी तेज धारदार हथियार से दोनों की हत्या की है.टिप्पणियां
डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे के मुताबिक, दोनों का शव सड़ी-गली अवस्था में पाया गया है. पुलिस को संदेह है कि उनकी तीन से चार दिन पहले हत्या की गई है. छानबीन करने पर पुलिस को पता चला है कि मृतक महिला मुस्लिम थी और उसका विवाह के पहले नाम सुफिया मंसूरी था. संदेह है की सुफिया मंसूरी और विजय शंकर यादव के विवाह को लेकर घरवालों का विरोध हो और उसके चलते उनकी हत्या की गई हो. हलाकि इस बारे में पुलिस अभी कुछ साफ़ नहीं कह पा रही है.
पुलिस को घर से यूपी का कोई पता मिला है और उसी आधार पर ठाणे क्राइम ब्रांच पुलिस की दो टीमें वहां भेजी गई हैं. डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया है कि मृतक के घरवालों से पूछताछ के बाद ही मामला साफ़ होगा और उनकी हत्या के कारणों का पता चल सकेगा. डायघर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है.
डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे के मुताबिक, दोनों का शव सड़ी-गली अवस्था में पाया गया है. पुलिस को संदेह है कि उनकी तीन से चार दिन पहले हत्या की गई है. छानबीन करने पर पुलिस को पता चला है कि मृतक महिला मुस्लिम थी और उसका विवाह के पहले नाम सुफिया मंसूरी था. संदेह है की सुफिया मंसूरी और विजय शंकर यादव के विवाह को लेकर घरवालों का विरोध हो और उसके चलते उनकी हत्या की गई हो. हलाकि इस बारे में पुलिस अभी कुछ साफ़ नहीं कह पा रही है.
पुलिस को घर से यूपी का कोई पता मिला है और उसी आधार पर ठाणे क्राइम ब्रांच पुलिस की दो टीमें वहां भेजी गई हैं. डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया है कि मृतक के घरवालों से पूछताछ के बाद ही मामला साफ़ होगा और उनकी हत्या के कारणों का पता चल सकेगा. डायघर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस को घर से यूपी का कोई पता मिला है और उसी आधार पर ठाणे क्राइम ब्रांच पुलिस की दो टीमें वहां भेजी गई हैं. डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया है कि मृतक के घरवालों से पूछताछ के बाद ही मामला साफ़ होगा और उनकी हत्या के कारणों का पता चल सकेगा. डायघर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है. | यहाँ एक सारांश है:घर से दुर्गन्ध फैलने के बाद हत्या का पता चला.
दोनों का शव सड़ी-गली अवस्था में पाया गया है : डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे
पुलिस को संदेह है कि उनकी तीन से चार दिन पहले हत्या की गई है. | 4 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: हाल ही में पाकिस्तान में लगा भारतीय फिल्मों के सिनेमाघरों में दिखाये जाने पर बैन हटा लिया गया है. लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तानी दर्शकों को भारतीय सिनेमा अभी देखने को नहीं मिलेगा. यह बैन भले ही हट गया है लेकिन नई बॉलीवुड फिल्मों के वहां दिखाए जाने में समय लगेगा. सेंटॉरस में सिनेप्लेक्स के मालिक नदीम मांडवीवाला का कहना है कि पाकिस्तान में नवीनतम बॉलीवुड फिल्मों की स्क्रिीनिंग में समय लगेगा।
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' में गुरुवार को प्रकाशित एक खबर में मांडीवीवाला के हवाले से कहा कि अब यह मामला भारत के पाले में है. पाकिस्तान के सिनेमा मालिकों ने सितंबर में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म न होने तक भारतीय फिल्में न दिखाने का फैसला किया था. भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों पर भारतीय मोशन पिक्च र प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान का यह फैसला आया था.
'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले से पाकिस्तानी सिनेमाघरों को वित्तीय नुकसान हुआ. भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध हटाने का फैसला पिछले सप्ताह लिया गया था और पाकिस्तान में पुरानी भारतीय फिल्मों की स्क्रिीनिंग पहले ही शुरू हो चुकी है. मांडवीवाला ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें नवीनतम भारतीय फिल्में तत्काल मिल जाएंगी. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "नई फिल्मों की स्क्रीनिंग में कई दिन, सप्ताह और महीने भी लग सकते हैं. हमने प्रतिबंध हटा दिया है और अब यह भारतीय वितरकों पर है कि वे पाकिस्तान को अपनी फिल्में बेचेंगे या नहीं." उन्होंने कहा, "भारतीय वितरकों के फिल्में बेचने पर सहमत होने के बाद हमें सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा. एनओसी जारी होने के बाद पाकिस्तान सेंसर बोर्ड से फिल्मों के लिए मंजूरी लेनी होगी."
उन्होंने कहा, "उसके बाद हम यह कह पाने की स्थिति में होंगे कि नई (भारतीय) फिल्में पाकिस्तान में दिखाई जा सकती हैं."
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' में गुरुवार को प्रकाशित एक खबर में मांडीवीवाला के हवाले से कहा कि अब यह मामला भारत के पाले में है. पाकिस्तान के सिनेमा मालिकों ने सितंबर में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म न होने तक भारतीय फिल्में न दिखाने का फैसला किया था. भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों पर भारतीय मोशन पिक्च र प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान का यह फैसला आया था.
'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले से पाकिस्तानी सिनेमाघरों को वित्तीय नुकसान हुआ. भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध हटाने का फैसला पिछले सप्ताह लिया गया था और पाकिस्तान में पुरानी भारतीय फिल्मों की स्क्रिीनिंग पहले ही शुरू हो चुकी है. मांडवीवाला ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें नवीनतम भारतीय फिल्में तत्काल मिल जाएंगी. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "नई फिल्मों की स्क्रीनिंग में कई दिन, सप्ताह और महीने भी लग सकते हैं. हमने प्रतिबंध हटा दिया है और अब यह भारतीय वितरकों पर है कि वे पाकिस्तान को अपनी फिल्में बेचेंगे या नहीं." उन्होंने कहा, "भारतीय वितरकों के फिल्में बेचने पर सहमत होने के बाद हमें सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा. एनओसी जारी होने के बाद पाकिस्तान सेंसर बोर्ड से फिल्मों के लिए मंजूरी लेनी होगी."
उन्होंने कहा, "उसके बाद हम यह कह पाने की स्थिति में होंगे कि नई (भारतीय) फिल्में पाकिस्तान में दिखाई जा सकती हैं."
'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले से पाकिस्तानी सिनेमाघरों को वित्तीय नुकसान हुआ. भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध हटाने का फैसला पिछले सप्ताह लिया गया था और पाकिस्तान में पुरानी भारतीय फिल्मों की स्क्रिीनिंग पहले ही शुरू हो चुकी है. मांडवीवाला ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें नवीनतम भारतीय फिल्में तत्काल मिल जाएंगी. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "नई फिल्मों की स्क्रीनिंग में कई दिन, सप्ताह और महीने भी लग सकते हैं. हमने प्रतिबंध हटा दिया है और अब यह भारतीय वितरकों पर है कि वे पाकिस्तान को अपनी फिल्में बेचेंगे या नहीं." उन्होंने कहा, "भारतीय वितरकों के फिल्में बेचने पर सहमत होने के बाद हमें सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा. एनओसी जारी होने के बाद पाकिस्तान सेंसर बोर्ड से फिल्मों के लिए मंजूरी लेनी होगी."
उन्होंने कहा, "उसके बाद हम यह कह पाने की स्थिति में होंगे कि नई (भारतीय) फिल्में पाकिस्तान में दिखाई जा सकती हैं."
उन्होंने कहा, "नई फिल्मों की स्क्रीनिंग में कई दिन, सप्ताह और महीने भी लग सकते हैं. हमने प्रतिबंध हटा दिया है और अब यह भारतीय वितरकों पर है कि वे पाकिस्तान को अपनी फिल्में बेचेंगे या नहीं." उन्होंने कहा, "भारतीय वितरकों के फिल्में बेचने पर सहमत होने के बाद हमें सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा. एनओसी जारी होने के बाद पाकिस्तान सेंसर बोर्ड से फिल्मों के लिए मंजूरी लेनी होगी."
उन्होंने कहा, "उसके बाद हम यह कह पाने की स्थिति में होंगे कि नई (भारतीय) फिल्में पाकिस्तान में दिखाई जा सकती हैं."
उन्होंने कहा, "उसके बाद हम यह कह पाने की स्थिति में होंगे कि नई (भारतीय) फिल्में पाकिस्तान में दिखाई जा सकती हैं." | संक्षिप्त सारांश: पाकिस्तान में अभी नहीं दिखेंगी नई हिंदी फिल्में
भारतीय सिनेमा को लेना होगा बड़ा फैसला
उरी हमले के बाद भारत में पाक कलाकारों पर, पाक में हिंदी फिल्मों पर बैन | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: 16 वर्षीय स्कूली छात्रा को पिस्तौल के बल पर अगवा करके उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें उतारने और उसके आधार पर उसे ब्लैकमेल करने के आरोप में एक पुलिस उपनिरीक्षक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पुलिस महकमे को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि सप्ताहभर में यह दूसरी बार है, जब शहर के किसी उपनिरीक्षक को आपराधिक वारदात में कथित रूप से शामिल होने के लिए बदमाशों के साथ हवालात के अंदर पहुंचते देखा गया है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि स्कीम नंबर 71 क्षेत्र में रहने वाली छात्रा को उपनिरीक्षक रामकिशोर शिवहरे ने 5 सितंबर की रात पिस्तौल दिखाकर अगवा किया। रामकिशोर ने छात्रा को उस समय अगवा किया, जब वह अपने घर के पास एक युवक से बात कर रही थी। इसके बाद उसे जबरन एक कमरे में ले जाकर मोबाइल के कैमरे से उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें खींची गईं। इस कमरे में दो महिलाएं और तीन बच्चे भी थे। सूत्रों के मुताबिक चंदन नगर थाने में पदस्थ 45 वर्षीय पुलिसकर्मी की इस करतूत में दो बदमाशों ने उसका साथ दिया। बदमाशों की पहचान संजय ठाकुर और विजय शर्मा के रूप में की गई है। | संक्षिप्त सारांश: स्कूली छात्रा को अगवा करके उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें उतारने के आरोप में एक पुलिस उपनिरीक्षक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। | 0 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: हिन्दी फिल्म जगत, यानि बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने अपने 71वें जन्मदिन (70वीं वर्षगांठ) के मौके पर कहा कि उन्होंने कभी अपनी लोकप्रियता पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन उनका यह भी मानना है कि ज़िन्दगी के प्रति किसी का नज़रिया बहुत मायने रखता है।
प्यार से 'बिग बी' कहकर पुकारे जाने वाले अमिताभ बच्चन ने एक साक्षात्कार में बताया, "हर इंसान को उतार-चढ़ाव से गुज़रना होता है... जो भी ऊपर आता है, उसे नीचे जाना ही होता है... मुझे नहीं लगता कि मैं किसी से अलग हूं... हम सबके जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं..."
उन्होंने कहा, "अगर आप सफल होते हैं तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह ज़्यादा देर तक नहीं टिकने वाली... अगर आप असफल हो रहे हैं तो आपको लड़ना चाहिए और वापसी करनी चाहिए..." चार दशक से भी लम्बे समय से जारी अपने शानदार करियर में करीब 180 फिल्मों में काम कर चुके महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि उनके समकालीन अभिनेता भी अच्छा काम कर रहे हैं।
बच्चन ने कहा, "मैं अपने बारे में (लोकप्रिय होने के बारे में) कभी निर्णय नहीं लेता... मेरे समकालीन अभिनेता मुझसे पीछे रह गए... ऐसा कहना गलत होगा... मैंने कभी अपनी लोकप्रियता पर ध्यान नहीं दिया... लोग जो चाहें, लिख सकते हैं, लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता..." उन्होंने अपने पुराने साथियों का नाम लेते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और ऋषि कपूर अब भी फिल्मों में सक्रिय हैं, और दुर्भाग्यवश शशि कपूर बीमार हैं, वरना वह भी सक्रिय होते।
उन्होंने कहा, "आज विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में पहुंच चुके हैं और अच्छा कर रहे हैं... मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं उनसे पीछे छूट गया हूं..." अमिताभ बच्चन ने बताया कि दिलीप कुमार और वहीदा रहमान उनके पसंदीदा कलाकार भी हैं, और यही दोनों कलाकार उनके आदर्श भी हैं। उन्होंने कहा, "जब आप भारतीय सिनेमा के इतिहास की बात करते हैं तो यह दो हिस्सों में बांटा जा सकता है... एक दिलीप कुमार से पहले, और दूसरा उनके आने के बाद का..."
फिल्म 'शक्ति' की शूटिंग को दिनों को याद करते हुए बच्चन ने कहा, "जब आप अपने प्रिय कलाकार के साथ काम करते हैं तो आपके मन में बहुत सारे भाव आते हैं... वह (दिलीप कुमार) ऐसे हैं, जिन्हें मैंने बचपन से देखा है... जब हम दोनों शूटिंग के लिए साथ आए तो मुझे थोड़ा अजीब लगा... यह मेरे लिए पचा पाना बहुत मुश्किल था कि मैं दिलीप साहब के साथ स्क्रीन पर दिखूंगा... मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला... मैं उनसे अब भी संपर्क में हूं..."
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
प्यार से 'बिग बी' कहकर पुकारे जाने वाले अमिताभ बच्चन ने एक साक्षात्कार में बताया, "हर इंसान को उतार-चढ़ाव से गुज़रना होता है... जो भी ऊपर आता है, उसे नीचे जाना ही होता है... मुझे नहीं लगता कि मैं किसी से अलग हूं... हम सबके जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं..."
उन्होंने कहा, "अगर आप सफल होते हैं तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह ज़्यादा देर तक नहीं टिकने वाली... अगर आप असफल हो रहे हैं तो आपको लड़ना चाहिए और वापसी करनी चाहिए..." चार दशक से भी लम्बे समय से जारी अपने शानदार करियर में करीब 180 फिल्मों में काम कर चुके महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि उनके समकालीन अभिनेता भी अच्छा काम कर रहे हैं।
बच्चन ने कहा, "मैं अपने बारे में (लोकप्रिय होने के बारे में) कभी निर्णय नहीं लेता... मेरे समकालीन अभिनेता मुझसे पीछे रह गए... ऐसा कहना गलत होगा... मैंने कभी अपनी लोकप्रियता पर ध्यान नहीं दिया... लोग जो चाहें, लिख सकते हैं, लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता..." उन्होंने अपने पुराने साथियों का नाम लेते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और ऋषि कपूर अब भी फिल्मों में सक्रिय हैं, और दुर्भाग्यवश शशि कपूर बीमार हैं, वरना वह भी सक्रिय होते।
उन्होंने कहा, "आज विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में पहुंच चुके हैं और अच्छा कर रहे हैं... मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं उनसे पीछे छूट गया हूं..." अमिताभ बच्चन ने बताया कि दिलीप कुमार और वहीदा रहमान उनके पसंदीदा कलाकार भी हैं, और यही दोनों कलाकार उनके आदर्श भी हैं। उन्होंने कहा, "जब आप भारतीय सिनेमा के इतिहास की बात करते हैं तो यह दो हिस्सों में बांटा जा सकता है... एक दिलीप कुमार से पहले, और दूसरा उनके आने के बाद का..."
फिल्म 'शक्ति' की शूटिंग को दिनों को याद करते हुए बच्चन ने कहा, "जब आप अपने प्रिय कलाकार के साथ काम करते हैं तो आपके मन में बहुत सारे भाव आते हैं... वह (दिलीप कुमार) ऐसे हैं, जिन्हें मैंने बचपन से देखा है... जब हम दोनों शूटिंग के लिए साथ आए तो मुझे थोड़ा अजीब लगा... यह मेरे लिए पचा पाना बहुत मुश्किल था कि मैं दिलीप साहब के साथ स्क्रीन पर दिखूंगा... मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला... मैं उनसे अब भी संपर्क में हूं..."
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अगर आप सफल होते हैं तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह ज़्यादा देर तक नहीं टिकने वाली... अगर आप असफल हो रहे हैं तो आपको लड़ना चाहिए और वापसी करनी चाहिए..." चार दशक से भी लम्बे समय से जारी अपने शानदार करियर में करीब 180 फिल्मों में काम कर चुके महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि उनके समकालीन अभिनेता भी अच्छा काम कर रहे हैं।
बच्चन ने कहा, "मैं अपने बारे में (लोकप्रिय होने के बारे में) कभी निर्णय नहीं लेता... मेरे समकालीन अभिनेता मुझसे पीछे रह गए... ऐसा कहना गलत होगा... मैंने कभी अपनी लोकप्रियता पर ध्यान नहीं दिया... लोग जो चाहें, लिख सकते हैं, लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता..." उन्होंने अपने पुराने साथियों का नाम लेते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और ऋषि कपूर अब भी फिल्मों में सक्रिय हैं, और दुर्भाग्यवश शशि कपूर बीमार हैं, वरना वह भी सक्रिय होते।
उन्होंने कहा, "आज विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में पहुंच चुके हैं और अच्छा कर रहे हैं... मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं उनसे पीछे छूट गया हूं..." अमिताभ बच्चन ने बताया कि दिलीप कुमार और वहीदा रहमान उनके पसंदीदा कलाकार भी हैं, और यही दोनों कलाकार उनके आदर्श भी हैं। उन्होंने कहा, "जब आप भारतीय सिनेमा के इतिहास की बात करते हैं तो यह दो हिस्सों में बांटा जा सकता है... एक दिलीप कुमार से पहले, और दूसरा उनके आने के बाद का..."
फिल्म 'शक्ति' की शूटिंग को दिनों को याद करते हुए बच्चन ने कहा, "जब आप अपने प्रिय कलाकार के साथ काम करते हैं तो आपके मन में बहुत सारे भाव आते हैं... वह (दिलीप कुमार) ऐसे हैं, जिन्हें मैंने बचपन से देखा है... जब हम दोनों शूटिंग के लिए साथ आए तो मुझे थोड़ा अजीब लगा... यह मेरे लिए पचा पाना बहुत मुश्किल था कि मैं दिलीप साहब के साथ स्क्रीन पर दिखूंगा... मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला... मैं उनसे अब भी संपर्क में हूं..."
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
बच्चन ने कहा, "मैं अपने बारे में (लोकप्रिय होने के बारे में) कभी निर्णय नहीं लेता... मेरे समकालीन अभिनेता मुझसे पीछे रह गए... ऐसा कहना गलत होगा... मैंने कभी अपनी लोकप्रियता पर ध्यान नहीं दिया... लोग जो चाहें, लिख सकते हैं, लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता..." उन्होंने अपने पुराने साथियों का नाम लेते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और ऋषि कपूर अब भी फिल्मों में सक्रिय हैं, और दुर्भाग्यवश शशि कपूर बीमार हैं, वरना वह भी सक्रिय होते।
उन्होंने कहा, "आज विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में पहुंच चुके हैं और अच्छा कर रहे हैं... मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं उनसे पीछे छूट गया हूं..." अमिताभ बच्चन ने बताया कि दिलीप कुमार और वहीदा रहमान उनके पसंदीदा कलाकार भी हैं, और यही दोनों कलाकार उनके आदर्श भी हैं। उन्होंने कहा, "जब आप भारतीय सिनेमा के इतिहास की बात करते हैं तो यह दो हिस्सों में बांटा जा सकता है... एक दिलीप कुमार से पहले, और दूसरा उनके आने के बाद का..."
फिल्म 'शक्ति' की शूटिंग को दिनों को याद करते हुए बच्चन ने कहा, "जब आप अपने प्रिय कलाकार के साथ काम करते हैं तो आपके मन में बहुत सारे भाव आते हैं... वह (दिलीप कुमार) ऐसे हैं, जिन्हें मैंने बचपन से देखा है... जब हम दोनों शूटिंग के लिए साथ आए तो मुझे थोड़ा अजीब लगा... यह मेरे लिए पचा पाना बहुत मुश्किल था कि मैं दिलीप साहब के साथ स्क्रीन पर दिखूंगा... मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला... मैं उनसे अब भी संपर्क में हूं..."
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "आज विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में पहुंच चुके हैं और अच्छा कर रहे हैं... मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं उनसे पीछे छूट गया हूं..." अमिताभ बच्चन ने बताया कि दिलीप कुमार और वहीदा रहमान उनके पसंदीदा कलाकार भी हैं, और यही दोनों कलाकार उनके आदर्श भी हैं। उन्होंने कहा, "जब आप भारतीय सिनेमा के इतिहास की बात करते हैं तो यह दो हिस्सों में बांटा जा सकता है... एक दिलीप कुमार से पहले, और दूसरा उनके आने के बाद का..."
फिल्म 'शक्ति' की शूटिंग को दिनों को याद करते हुए बच्चन ने कहा, "जब आप अपने प्रिय कलाकार के साथ काम करते हैं तो आपके मन में बहुत सारे भाव आते हैं... वह (दिलीप कुमार) ऐसे हैं, जिन्हें मैंने बचपन से देखा है... जब हम दोनों शूटिंग के लिए साथ आए तो मुझे थोड़ा अजीब लगा... यह मेरे लिए पचा पाना बहुत मुश्किल था कि मैं दिलीप साहब के साथ स्क्रीन पर दिखूंगा... मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला... मैं उनसे अब भी संपर्क में हूं..."
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
फिल्म 'शक्ति' की शूटिंग को दिनों को याद करते हुए बच्चन ने कहा, "जब आप अपने प्रिय कलाकार के साथ काम करते हैं तो आपके मन में बहुत सारे भाव आते हैं... वह (दिलीप कुमार) ऐसे हैं, जिन्हें मैंने बचपन से देखा है... जब हम दोनों शूटिंग के लिए साथ आए तो मुझे थोड़ा अजीब लगा... यह मेरे लिए पचा पाना बहुत मुश्किल था कि मैं दिलीप साहब के साथ स्क्रीन पर दिखूंगा... मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला... मैं उनसे अब भी संपर्क में हूं..."
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
अमिताभ बच्चन ने अपने निर्देशकों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें कई निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला, लेकिन वह ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानते हैं। उन्होंने ख्वाजा अहमद अब्बास का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें उनकी पहली फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं ऋषिकेश मुखर्जी को अपना 'गॉडफादर' मानता हूं... सबको लगता है कि मैंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं, लेकिन यह सच नहीं है... मैंने ऋषि दा के साथ ज़्यादा फिल्में की हैं..."
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मनमोहन देसाई में एक तरह का पागलपन था... वह दर्शकों की नब्ज़ को पहचानते थे... यश चोपड़ा ने मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्में दीं... उसी समय मैंने मुकुल आनंद और टीनू आनंद के साथ भी काम किया..."टिप्पणियां
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
अमिताभ बच्चन ने करण जौहर, प्रकाश झा, संजय लीला भंसाली और शुजित सरकार जैसे मौजूदा और कदरन नए निर्देशकों की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि वह आर बाल्की, शुजित सरकार और प्रकाश झा के साथ फिर काम कर रहे हैं। बच्चन ने 'पान सिंह तोमर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'विकी डोनर', 'कहानी' जैसी फिल्मों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि यह फिल्में बेहतरीन थीं और सबने इन्हें पसंद किया।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1984 में राजनीति में प्रवेश करने के साथ ही फिल्मों से ब्रेक लिया था। वह इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के सांसद बने थे, हालांकि तीन साल बाद ही उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। अमिताभ बच्चन फिलहाल छोटे पर्दे पर अपने सफलतम टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के छठे संस्करण का संचालन कर रहे हैं। | यहाँ एक सारांश है:'बिग बी' ने एक साक्षात्कार में कहा, "हर इंसान को उतार-चढ़ाव से गुज़रना होता है... और जो भी ऊपर आता है, उसे नीचे जाना ही होता है... मुझे नहीं लगता कि मैं किसी से अलग हूं..." | 12 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: दो दिन पहले इस्तीफा दे चुके मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने समय से पहले चुनाव कराने की मांग है। नशीद ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि बंदूक के दम पर उनसे इस्तीफा लिया गया। उन्होंने नए राष्ट्रपति वहीद हसन के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह संवैधानिक तौर पर उनकी नियुक्ति को चुनौती देंगे।
नशीद के इस्तीफे के बाद उप राष्ट्रपति वहीद हसन ने सत्ता की कमान संभाली है। इस बीच मालदीव की एक अदालत ने मोहम्मद नशीद के खिलाफ वारंट जारी किया है लेकिन पुलिस कमिश्नर का कहना है कि वारंट की वैधानिकता की जांच की जा रही है यानी पूर्व राष्ट्रपति पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
नशीद के इस्तीफे के बाद उप राष्ट्रपति वहीद हसन ने सत्ता की कमान संभाली है। इस बीच मालदीव की एक अदालत ने मोहम्मद नशीद के खिलाफ वारंट जारी किया है लेकिन पुलिस कमिश्नर का कहना है कि वारंट की वैधानिकता की जांच की जा रही है यानी पूर्व राष्ट्रपति पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। | संक्षिप्त सारांश: दो दिन पहले इस्तीफा दे चुके मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने समय से पहले चुनाव कराने की मांग है। | 29 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय वायुसेना प्रमुख एनए के ब्राउन ने पड़ोस की कमजोर सुरक्षा वातावरण पर चिंता जताते हुए कहा कि इस पर बारीक निगाह रखे जाने और हवाई चौकसी की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उग्रवाद के कारण देश के विरोधियों के द्वेषपूर्ण इरादों में मजबूती आई है। 79वें वायुसेना दिवस के अपने संबोधन में ब्राउन ने कहा, भारत के पड़ोस में सुरक्षा स्थिति अत्यंत नाजुक है और यह चिंता का विषय है। इस समय हवाई चौकसी की जरूरत है। ब्राउन ने कहा, हमारे पड़ोस का वर्तमान वातावरण गंभीर चिंता का विषय है और इस पर गहरी निगाह रखने और निरंतर सतर्कता बरतने की जरूरत है। उग्रवाद और प्रौद्योगिकी के सम्मिश्रण से आज हमारे विरोधियों के द्वेषपूर्ण इरादों में मजबूती आई है। वायुसेना प्रमुख इससे पहले भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान में आतंकवादी हिंसा का दुश्चक्र जारी है और आंतरिक सुरक्षा स्थिति में संतुलन दूर की कौड़ी दिखाई देती है। वह इस बात पर भी जोर दे चुके हैं कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में चीन की बढ़ती उपस्थिति पर भारत को ध्यान देने की जरूरत है। देश के सभी तरह के प्रतिष्ठान की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, इस खतरे से निपटने के लिए हमें अपनी जानकारी और जागरकता को उन्नत करने की जरूरत है। | यह एक सारांश है: भारतीय वायुसेना प्रमुख एनए के ब्राउन ने पड़ोस की कमजोर सुरक्षा वातावरण पर चिंता जताते हुए कहा कि इस पर बारीक निगाह रखने की जरूरत है। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत ने कहा कि वह मुंबई हमले के मामले में अमेरिकी अदालत से मौत की सजा से बचे लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली के प्रत्यर्पण के लिए लगातार दबाव बनाता रहेगा।
विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार हेडली को सुनाई गई सजा से थोड़ा निराश है तथा 52-वर्षीय इस दोषी को कठोरतम सजा मिलनी चाहिए थी। हेडली को अमेरिकी अदालत ने 35 साल कैद की सजा सुनाई।टिप्पणियां
खुर्शीद ने हेडली पर भारत में मुकदमा चलाए जाने की मांग पर जोर देते हुए कहा कि संभवत: उसे इस देश में गंभीर एवं कठोर सजा मिलेगी। उन्होंने हालांकि, कहा कि हेडली को सुनाई गई सजा एक शुरुआत है।
विदेशमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 35 साल की सजा और न्यायाधीश ने जो कहा, वह एक शुरुआत है। हम समझते हैं कि अमेरिका की अपनी कानूनी प्रक्रियाएं हैं, लेकिन फिर भी हम उसका (हेडली) प्रत्यर्पण कराने के अपने आग्रह पर कायम हैं।
विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार हेडली को सुनाई गई सजा से थोड़ा निराश है तथा 52-वर्षीय इस दोषी को कठोरतम सजा मिलनी चाहिए थी। हेडली को अमेरिकी अदालत ने 35 साल कैद की सजा सुनाई।टिप्पणियां
खुर्शीद ने हेडली पर भारत में मुकदमा चलाए जाने की मांग पर जोर देते हुए कहा कि संभवत: उसे इस देश में गंभीर एवं कठोर सजा मिलेगी। उन्होंने हालांकि, कहा कि हेडली को सुनाई गई सजा एक शुरुआत है।
विदेशमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 35 साल की सजा और न्यायाधीश ने जो कहा, वह एक शुरुआत है। हम समझते हैं कि अमेरिका की अपनी कानूनी प्रक्रियाएं हैं, लेकिन फिर भी हम उसका (हेडली) प्रत्यर्पण कराने के अपने आग्रह पर कायम हैं।
खुर्शीद ने हेडली पर भारत में मुकदमा चलाए जाने की मांग पर जोर देते हुए कहा कि संभवत: उसे इस देश में गंभीर एवं कठोर सजा मिलेगी। उन्होंने हालांकि, कहा कि हेडली को सुनाई गई सजा एक शुरुआत है।
विदेशमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 35 साल की सजा और न्यायाधीश ने जो कहा, वह एक शुरुआत है। हम समझते हैं कि अमेरिका की अपनी कानूनी प्रक्रियाएं हैं, लेकिन फिर भी हम उसका (हेडली) प्रत्यर्पण कराने के अपने आग्रह पर कायम हैं।
विदेशमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 35 साल की सजा और न्यायाधीश ने जो कहा, वह एक शुरुआत है। हम समझते हैं कि अमेरिका की अपनी कानूनी प्रक्रियाएं हैं, लेकिन फिर भी हम उसका (हेडली) प्रत्यर्पण कराने के अपने आग्रह पर कायम हैं। | भारत ने कहा कि वह मुंबई हमले के मामले में अमेरिकी अदालत से मौत की सजा से बचे लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली के प्रत्यर्पण के लिए लगातार दबाव बनाता रहेगा। | 1 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सहित छह लोगों की सजा बढ़ाने की मांग वाली केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की याचिका पर सोमवार को एक न्यायाधीश के अवकाश पर रहने से सुनवाई टल गई. बता दें, झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश एके गुप्ता और राजेश कुमार की पीठ में यह मामला सोमवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध था, लेकिन न्यायाधीश राजेश कुमार के अवकाश पर रहने के चलते मामले में सुनवाई नहीं हो सकी. मंगलवार को इस मामले में लालू प्रसाद की ओर से अधिवक्ता प्रभात कुमार व देवर्षि मंडल पेश हुए. वहीं CBI की ओर से लालू प्रसाद व अन्य की सजा को बढ़ाने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है.
दाखिल याचिका में कहा गया है कि देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में CBI की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद, डॉ. आरके राणा, बेक जूलियस, अधीप चंद्र चैधरी, महेश प्रसाद, फूलचंद्र सिंह और सुबीर भट्टाचार्य को साढ़े तीन-तीन साल की सजा सुनाई है, जबकि इसी मामले में जगदीश शर्मा को सात साल की सजा सुनाई गई है. हालांकि सजा पाने वाले सभी लोग ऊंचे पद पर पदस्थापित थे और इन पर उच्चस्तरीय षडयंत्र रचने का आरोप है. ऐसे में जब मामला साबित हो गया है, तो सभी को एक ही तरह की सजा मिलनी चाहिए. | यहाँ एक सारांश है:पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद सहित छह लोगों की सजा बढ़ाने की मांग
एक न्यायाधीश के अवकाश पर रहने से सुनवाई टल गई
लालू प्रसाद की ओर से अधिवक्ता प्रभात कुमार व देवर्षि मंडल पेश हुए | 18 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: सरोगेट मां की मदद से शाहरख खान और गौरी खान के यहां तीसरे बच्चे का जन्म होने संबंधी रिपोर्ट मिलने की पुष्टि करके बीएमसी अधिकारियों ने इस बच्चे के संबंध में लग रही तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है।
बीएमसी की अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्त मनीषा महैस्कर ने कहा, हां, हमें शाहरख और गौरी के बच्चे के जन्म की रिपोर्ट मिली है, जो कि एक लड़का है। जन्म की रिपोर्ट के अनुसार शाहरख और गौरी के बच्चे का जन्म उपनगर अंधेरी के मसरानी महिला अस्पताल में 27 मई को हुआ था। इससे पहले शाहरख और गौरी का एक बेटा आर्यन और एक बेटी सुहाना है।
बीएमसी सूत्रों ने मसरानी नर्सिंग होम से प्राप्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बच्चा गर्भधारण के 34वें सप्ताह में पैदा हुआ और उसका वजन 1.5 किलोग्राम है।
नर्सिंग होम और अस्पतालों के लिए शहर में हर बच्चे के जन्म का पंजीकरण करना आवश्यक है। इस रिपोर्ट के आधार पर नगर निकाय माता पिता को बच्चे के जन्म का प्रमाण पत्र जारी करता है।
इस प्रकार की अटकलें लगाई जा रही थीं कि गौरी की भाभी नमिता छिब्बर बच्चे की सरोगेट मां है, लेकिन इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।टिप्पणियां
इससे पहले जन्म से पूर्व ही बच्चे के लिंग का पता लगाने संबंधी मीडिया में आई खबरों के आधार पर शाहरख के खिलाफ शिकायत दायर होने के बाद बीएमसी ने उनके आवास पर पिछले महीने एक दल भेजा था ताकि इस संबंध में तथ्यों का पता लगाया जा सके। हालांकि उस दल को लौटा दिया गया था। देश में जन्म से पूर्व लिंग का पता लगाना प्रतिबंधित है। वकील वर्षा देशपांडे ने शाहरुख के खिलाफ इस संबंध में राज्य सरकार और बीएमसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं।
बीएमसी की अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्त मनीषा महैस्कर ने कहा, हां, हमें शाहरख और गौरी के बच्चे के जन्म की रिपोर्ट मिली है, जो कि एक लड़का है। जन्म की रिपोर्ट के अनुसार शाहरख और गौरी के बच्चे का जन्म उपनगर अंधेरी के मसरानी महिला अस्पताल में 27 मई को हुआ था। इससे पहले शाहरख और गौरी का एक बेटा आर्यन और एक बेटी सुहाना है।
बीएमसी सूत्रों ने मसरानी नर्सिंग होम से प्राप्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बच्चा गर्भधारण के 34वें सप्ताह में पैदा हुआ और उसका वजन 1.5 किलोग्राम है।
नर्सिंग होम और अस्पतालों के लिए शहर में हर बच्चे के जन्म का पंजीकरण करना आवश्यक है। इस रिपोर्ट के आधार पर नगर निकाय माता पिता को बच्चे के जन्म का प्रमाण पत्र जारी करता है।
इस प्रकार की अटकलें लगाई जा रही थीं कि गौरी की भाभी नमिता छिब्बर बच्चे की सरोगेट मां है, लेकिन इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।टिप्पणियां
इससे पहले जन्म से पूर्व ही बच्चे के लिंग का पता लगाने संबंधी मीडिया में आई खबरों के आधार पर शाहरख के खिलाफ शिकायत दायर होने के बाद बीएमसी ने उनके आवास पर पिछले महीने एक दल भेजा था ताकि इस संबंध में तथ्यों का पता लगाया जा सके। हालांकि उस दल को लौटा दिया गया था। देश में जन्म से पूर्व लिंग का पता लगाना प्रतिबंधित है। वकील वर्षा देशपांडे ने शाहरुख के खिलाफ इस संबंध में राज्य सरकार और बीएमसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं।
बीएमसी सूत्रों ने मसरानी नर्सिंग होम से प्राप्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बच्चा गर्भधारण के 34वें सप्ताह में पैदा हुआ और उसका वजन 1.5 किलोग्राम है।
नर्सिंग होम और अस्पतालों के लिए शहर में हर बच्चे के जन्म का पंजीकरण करना आवश्यक है। इस रिपोर्ट के आधार पर नगर निकाय माता पिता को बच्चे के जन्म का प्रमाण पत्र जारी करता है।
इस प्रकार की अटकलें लगाई जा रही थीं कि गौरी की भाभी नमिता छिब्बर बच्चे की सरोगेट मां है, लेकिन इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।टिप्पणियां
इससे पहले जन्म से पूर्व ही बच्चे के लिंग का पता लगाने संबंधी मीडिया में आई खबरों के आधार पर शाहरख के खिलाफ शिकायत दायर होने के बाद बीएमसी ने उनके आवास पर पिछले महीने एक दल भेजा था ताकि इस संबंध में तथ्यों का पता लगाया जा सके। हालांकि उस दल को लौटा दिया गया था। देश में जन्म से पूर्व लिंग का पता लगाना प्रतिबंधित है। वकील वर्षा देशपांडे ने शाहरुख के खिलाफ इस संबंध में राज्य सरकार और बीएमसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं।
नर्सिंग होम और अस्पतालों के लिए शहर में हर बच्चे के जन्म का पंजीकरण करना आवश्यक है। इस रिपोर्ट के आधार पर नगर निकाय माता पिता को बच्चे के जन्म का प्रमाण पत्र जारी करता है।
इस प्रकार की अटकलें लगाई जा रही थीं कि गौरी की भाभी नमिता छिब्बर बच्चे की सरोगेट मां है, लेकिन इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।टिप्पणियां
इससे पहले जन्म से पूर्व ही बच्चे के लिंग का पता लगाने संबंधी मीडिया में आई खबरों के आधार पर शाहरख के खिलाफ शिकायत दायर होने के बाद बीएमसी ने उनके आवास पर पिछले महीने एक दल भेजा था ताकि इस संबंध में तथ्यों का पता लगाया जा सके। हालांकि उस दल को लौटा दिया गया था। देश में जन्म से पूर्व लिंग का पता लगाना प्रतिबंधित है। वकील वर्षा देशपांडे ने शाहरुख के खिलाफ इस संबंध में राज्य सरकार और बीएमसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं।
इस प्रकार की अटकलें लगाई जा रही थीं कि गौरी की भाभी नमिता छिब्बर बच्चे की सरोगेट मां है, लेकिन इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।टिप्पणियां
इससे पहले जन्म से पूर्व ही बच्चे के लिंग का पता लगाने संबंधी मीडिया में आई खबरों के आधार पर शाहरख के खिलाफ शिकायत दायर होने के बाद बीएमसी ने उनके आवास पर पिछले महीने एक दल भेजा था ताकि इस संबंध में तथ्यों का पता लगाया जा सके। हालांकि उस दल को लौटा दिया गया था। देश में जन्म से पूर्व लिंग का पता लगाना प्रतिबंधित है। वकील वर्षा देशपांडे ने शाहरुख के खिलाफ इस संबंध में राज्य सरकार और बीएमसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं।
इससे पहले जन्म से पूर्व ही बच्चे के लिंग का पता लगाने संबंधी मीडिया में आई खबरों के आधार पर शाहरख के खिलाफ शिकायत दायर होने के बाद बीएमसी ने उनके आवास पर पिछले महीने एक दल भेजा था ताकि इस संबंध में तथ्यों का पता लगाया जा सके। हालांकि उस दल को लौटा दिया गया था। देश में जन्म से पूर्व लिंग का पता लगाना प्रतिबंधित है। वकील वर्षा देशपांडे ने शाहरुख के खिलाफ इस संबंध में राज्य सरकार और बीएमसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं।
हालांकि शाहरुख इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनसे आज भी संपर्क नहीं हो पाया। इस बीच मनीषा ने कहा है कि नगर निकाय का एक दल शाहरुख के आवास ‘मन्नत’ में भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि जन्म से पूर्व बच्चे के लिंग का पता लगाया गया था या नहीं। | संक्षिप्त सारांश: बीएमसी की अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्त मनीषा महैस्कर ने कहा, हां, हमें शाहरख और गौरी के बच्चे के जन्म की रिपोर्ट मिली है, जो कि एक लड़का है। | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: संशोधित नागरिकता कानून (सीएबी) के खिलाफ पश्चिम बंगाल में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रदेश के नदिया, उत्तर 24 परगना और हावड़ा जिलों से हिंसा की छिटपुट खबरें सामने आई हैं. पुलिस ने रविवार को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उत्तर 24 परगना और नदिया जिलों के अमदंगा और कल्याणी इलाकों के कई अहम मार्गों को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जिलों की सड़कों एवं विभिन्न स्टेशनों पर रेल पटिरयों को बाधित कर दिया. हावड़ा जिले के दोमजुर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए पुलिस की बड़ी टुकड़ियों को मौके पर भेजा गया. राज्य के कई हिस्सों में पिछले दो दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं जहां प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों को आग लगाने के साथ ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. शनिवार को मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना और ग्रामीण हावड़ा से हिंसा की घटनाएं सामने आईं थी.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राज्य में विभिन्न स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को शनिवार को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की. वहीं विपक्षी पार्टियों ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं करने और राज्य को जलने देने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने शनिवार को दूसरी बार बयान जारी कर कहा, ‘मैं फिर आप सबसे अपील करती हूं कि हिंसा नहीं करें और लोक व्यवस्था में बाधा नहीं डालें तथा शांति बनाएं रखें.' उन्होंने कहा, सरकारी और निजी संपत्ति में किसी भी तरह की तोड़फोड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कानून के मुताबिक सख्ती से निपटा जाएगा. | यह एक सारांश है: नदिया, उत्तर 24 परगना और हावड़ा जिलों से हिंसा की छिटपुट खबरें सामने आई
अमदंगा और कल्याणी इलाकों के कई अहम मार्गों को अवरुद्ध कर दिया
प्रदर्शनकारियों ने सड़कों एवं विभिन्न स्टेशनों पर रेल पटिरयों को रोक दिया | 2 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री वायलार रवि ने गुरुवार को कहा कि सरकार विमानन कम्पनी एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने के बारे में नहीं सोच रही है। रवि ने एक औद्योगिक सम्मेलन के मौके पर संवाददाताओं से कहा, "एयर इंडिया के विनिवेश या प्राथमिक सार्वजनिक निर्गम की कोई योजना नहीं है।" उन्होंने कहा, "नागरिक उड्डयन मंत्री होने के नाते मेरा पहला काम विमानन कम्पनी को न नफा, न नुकसान की स्थिति में लाना है।" उन्होंने कहा कि विमानन कम्पनी के वित्तीय पुनर्गठन पर विचार करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह की अगली बैठक 27 अक्टूबर को होगी। उन्होंने कहा कि सरकार हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) का काम एक स्वतंत्र एजेंसी को देने पर विचार कर रही है। अभी एटीसी और कम्युनिकेशन नेविगेशन एंड सर्विलांस (सीएनएस) सेवा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की जिम्मेदारियों के दायरे में आती है। | संक्षिप्त सारांश: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री वायलार रवि ने गुरुवार को कहा कि सरकार विमानन कम्पनी एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने के बारे में नहीं सोच रही है। | 23 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि निजी कंपनियों द्वारा वाणिज्यिक दोहन की खातिर प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया, न्यायमूर्ति डीके जैन, न्यायमूर्ति जेएस खेहर, न्यायमूर्ति दीपक मिश्र और न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की पीठ ने 16 अगस्त को सुनवाई पूरी की थी। प्रेसीडेंशियल रेफरेंस 12 अप्रैल को दाखिल किया गया था और सुनवाई 11 मई को शुरू की गई थी।टिप्पणियां
रेफरेंस में 12 सवाल उठाए गए थे और इनमें सरकार इस मुद्दे पर अदालत की राय जानना चाहती थी कि क्या आवंटन योग्य प्राकृतिक संसाधनों का आवंटन सिर्फ नीलामी के जरिये ही किया जाना चाहिए। रेफरेंस में पूछा गया कि क्या प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन के लिए नीलामी का रास्ता सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेशों के प्रतिकूल नहीं होगा।
रेफरेंस 2-जी फैसले के बाद दाखिल किया गया था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि स्पेक्ट्रम जैसे दुर्लभ प्राकृतिक संसाधनों को राज्य द्वारा आवंटन करना हो, तो पारदर्शी सार्वजनिक नीलामी एकमात्र वैध तरीका है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि पहले आओ, पहले पाओ की नीति दोषपूर्ण है और उसने 122 लाइसेंस रद्द कर दिए थे।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया, न्यायमूर्ति डीके जैन, न्यायमूर्ति जेएस खेहर, न्यायमूर्ति दीपक मिश्र और न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की पीठ ने 16 अगस्त को सुनवाई पूरी की थी। प्रेसीडेंशियल रेफरेंस 12 अप्रैल को दाखिल किया गया था और सुनवाई 11 मई को शुरू की गई थी।टिप्पणियां
रेफरेंस में 12 सवाल उठाए गए थे और इनमें सरकार इस मुद्दे पर अदालत की राय जानना चाहती थी कि क्या आवंटन योग्य प्राकृतिक संसाधनों का आवंटन सिर्फ नीलामी के जरिये ही किया जाना चाहिए। रेफरेंस में पूछा गया कि क्या प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन के लिए नीलामी का रास्ता सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेशों के प्रतिकूल नहीं होगा।
रेफरेंस 2-जी फैसले के बाद दाखिल किया गया था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि स्पेक्ट्रम जैसे दुर्लभ प्राकृतिक संसाधनों को राज्य द्वारा आवंटन करना हो, तो पारदर्शी सार्वजनिक नीलामी एकमात्र वैध तरीका है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि पहले आओ, पहले पाओ की नीति दोषपूर्ण है और उसने 122 लाइसेंस रद्द कर दिए थे।
रेफरेंस में 12 सवाल उठाए गए थे और इनमें सरकार इस मुद्दे पर अदालत की राय जानना चाहती थी कि क्या आवंटन योग्य प्राकृतिक संसाधनों का आवंटन सिर्फ नीलामी के जरिये ही किया जाना चाहिए। रेफरेंस में पूछा गया कि क्या प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन के लिए नीलामी का रास्ता सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेशों के प्रतिकूल नहीं होगा।
रेफरेंस 2-जी फैसले के बाद दाखिल किया गया था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि स्पेक्ट्रम जैसे दुर्लभ प्राकृतिक संसाधनों को राज्य द्वारा आवंटन करना हो, तो पारदर्शी सार्वजनिक नीलामी एकमात्र वैध तरीका है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि पहले आओ, पहले पाओ की नीति दोषपूर्ण है और उसने 122 लाइसेंस रद्द कर दिए थे।
रेफरेंस 2-जी फैसले के बाद दाखिल किया गया था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि स्पेक्ट्रम जैसे दुर्लभ प्राकृतिक संसाधनों को राज्य द्वारा आवंटन करना हो, तो पारदर्शी सार्वजनिक नीलामी एकमात्र वैध तरीका है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि पहले आओ, पहले पाओ की नीति दोषपूर्ण है और उसने 122 लाइसेंस रद्द कर दिए थे। | सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि निजी कंपनियों द्वारा वाणिज्यिक दोहन की खातिर प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है। | 6 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: के श्रीकांत ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर गुरुवार को सिरी फोर्ट स्टेडियम में जारी इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के राउंड रोबिन लीग के तहत दिन के चौथे मैच में हैदराबाद हॉटशॉट्स के अजय जयराम को हराकर अपनी टीम अवध वॉरियर्स को 2-2 की बराबरी दिला दी है।
शुरुआती पुरुष एकल और महिला एकल मैच हारने के बाद वॉरियर्स 0-2 से पिछड़ रहे थे लेकिन मथायस बोए और मार्किस किडो की पुरुष युगल जोड़ी ने उसे पहली जीत दिलाते हुए स्कोर 1-2 कर दिया था।
अब श्रीकांत ने अपने उम्दा प्रदर्शन की बदौलत वॉरियर्स को बराबरी पर ला दिया है। श्रीकांत ने दिन के दूसरे पुरुष एकल मैच में अजय जयराम को 21-17, 21-19 से हराया। यह मैच 34 मिनट चला।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मैच में हॉटशॉट्स के एस थानोंगसाक ने वॉरियर्स गुरुसाई दत्त को हराया था। थानोंगसाक ने यह मैच 15-21, 21-14, 11-9 से जीता। यह मैच लगभग एक घंटे चला।
इसके बाद सायना नेहवाल ने महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु को 21-19, 21-8 से हराया। यह मैच 38 मिनट चला। दोनों खिलाड़ियों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई। दर्शकों को इस मैच का खासा इंतजार था और इन दोनों ने किसी को निराश नहीं किया।
शुरुआती पुरुष एकल और महिला एकल मैच हारने के बाद वॉरियर्स 0-2 से पिछड़ रहे थे लेकिन मथायस बोए और मार्किस किडो की पुरुष युगल जोड़ी ने उसे पहली जीत दिलाते हुए स्कोर 1-2 कर दिया था।
अब श्रीकांत ने अपने उम्दा प्रदर्शन की बदौलत वॉरियर्स को बराबरी पर ला दिया है। श्रीकांत ने दिन के दूसरे पुरुष एकल मैच में अजय जयराम को 21-17, 21-19 से हराया। यह मैच 34 मिनट चला।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मैच में हॉटशॉट्स के एस थानोंगसाक ने वॉरियर्स गुरुसाई दत्त को हराया था। थानोंगसाक ने यह मैच 15-21, 21-14, 11-9 से जीता। यह मैच लगभग एक घंटे चला।
इसके बाद सायना नेहवाल ने महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु को 21-19, 21-8 से हराया। यह मैच 38 मिनट चला। दोनों खिलाड़ियों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई। दर्शकों को इस मैच का खासा इंतजार था और इन दोनों ने किसी को निराश नहीं किया।
अब श्रीकांत ने अपने उम्दा प्रदर्शन की बदौलत वॉरियर्स को बराबरी पर ला दिया है। श्रीकांत ने दिन के दूसरे पुरुष एकल मैच में अजय जयराम को 21-17, 21-19 से हराया। यह मैच 34 मिनट चला।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मैच में हॉटशॉट्स के एस थानोंगसाक ने वॉरियर्स गुरुसाई दत्त को हराया था। थानोंगसाक ने यह मैच 15-21, 21-14, 11-9 से जीता। यह मैच लगभग एक घंटे चला।
इसके बाद सायना नेहवाल ने महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु को 21-19, 21-8 से हराया। यह मैच 38 मिनट चला। दोनों खिलाड़ियों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई। दर्शकों को इस मैच का खासा इंतजार था और इन दोनों ने किसी को निराश नहीं किया।
दिन के पहले पुरुष एकल मैच में हॉटशॉट्स के एस थानोंगसाक ने वॉरियर्स गुरुसाई दत्त को हराया था। थानोंगसाक ने यह मैच 15-21, 21-14, 11-9 से जीता। यह मैच लगभग एक घंटे चला।
इसके बाद सायना नेहवाल ने महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु को 21-19, 21-8 से हराया। यह मैच 38 मिनट चला। दोनों खिलाड़ियों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई। दर्शकों को इस मैच का खासा इंतजार था और इन दोनों ने किसी को निराश नहीं किया।
इसके बाद सायना नेहवाल ने महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु को 21-19, 21-8 से हराया। यह मैच 38 मिनट चला। दोनों खिलाड़ियों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई। दर्शकों को इस मैच का खासा इंतजार था और इन दोनों ने किसी को निराश नहीं किया। | यहाँ एक सारांश है:के श्रीकांत ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर गुरुवार को सिरी फोर्ट स्टेडियम में जारी इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के राउंड रोबिन लीग के तहत दिन के चौथे मैच में हैदराबाद हॉटशॉट्स के अजय जयराम को हराकर अपनी टीम अवध वॉरियर्स को 2-2 की बराबरी दिला दी है। | 18 | ['hin'] |
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